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- शरीर और दिमाग के बीच में समन्वय और तालमेल बनाने के लिए मेडिटेशन मदद करता है। मेडिटेशन का प्रभाव दिमाग और शरीर पर सकारात्मक पड़ता है और आप पहले से ज्यादा फोकस और ध्यानकेंद्रित हो जाते हैं। यह तनाव और अवसाद पैदा करने वाले नेगेटिव थॉट्स से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। मेडिटेशन करने से आपके दिमाग और शरीर को कई फायदे प्राप्त होते हैं।मेडिटेशन के शारीरिक और मानसिक लाभविशेषज्ञों के अनुसार मेडिटेशन आपकी वह मानसिक स्थिति है, जब आपके दिमाग में सिर्फ एक विचार ही रहता है। आइये जाने मेडिटेशन के क्या फायदे हैं--मेडिटेशन दिमाग को संतुष्ट व शांत करने में मदद करता है। इससे इंसान की अनहेल्दी फूड्स के लिए क्रेविंग खत्म होती है यानी धीरे-धीरे दिमाग अस्वस्थ खानपान की तरफ से हटने लग जाता है।- इससे दिमाग भारी से भारी दर्द को सहने की क्षमता रखता है। मेडिटेशन की मदद से दिमाग कुछ हद तक मजबूत हो जाता है और इंसान दर्द से अपना ध्यान हटाने के काबिल बन जाता है। यह कुछ हद तक शारीरिक दर्द से राहत दिला सकता है।-ध्यान लगाने से दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है और बेहतर तरीके से सोच-समझ पाते हैं, क्योंकि मेडिटेशन आपके दिमाग में ग्रे मैटर वॉल्यूम बढ़ाकर ब्रेन सेल्स को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।-आप तनाव, डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से राहत पा सकते हैं। इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होने लगता है।-मेडिटेशन करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होने लगता है. क्योंकि, जब आपका दिमाग सही तरीके से काम करता है, तो शरीर के दूसरे कार्य भी सुधर जाते हैं। इसी का नतीजा है कि इंफेक्शन से लडऩे की आपके शरीर की काबिलियत बढ़ जाती है।(नोट-यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है।)
- सभी जानते होंगे कि मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल लोग चेहरे को ग्लोइंग बनाने के लिए करते रहे हैं. खास बात ये है कि इसका किसी भी तरह से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, क्योंकि ये पूरी तरह से नेचुरल है. इस खबर में हम आपके लिए मुल्तानी मिट्टी के ऐसे ही फेस मास्क को लेकर आए हैं, जो आपकी त्वचा में गजब का निखार लाने का काम करेंगे.सबसे पहले नजर डालते हैं मुल्तानी मिट्टी की खासियत पर. मुल्तानी मिट्टी में एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों के साथ ही सोडियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और हाइड्रेटेड एल्यूमिनियम सिलिकेट जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो स्किन की कोशिकाओं को हेल्दी बनाने के साथ ही त्वचा को हाइड्रेटेड भी करता है. मुल्तानी मिट्टी स्किन पोर्स में मौजूद सीबम, पसीना, तेल और गंदगी जैसी अशुद्धियों को भी दूर करती है.स्किन के लिए क्यों खास है मुल्तानी मिट्टी?मुल्तानी मिट्टी सबसे अच्छे नेचुरल इनग्रेडिएंट्स में से एक है, जिसका इस्तेमाल आप अपनी त्वचा के लिए कर सकते हैं. ये न केवल आपकी त्वचा को ग्लोइंग और रैडिएंट बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि आपके छिद्रों से एक्स्ट्रा तेल और गंदगी को बाहर निकालने में भी बहुत अच्छा काम करता है. नीचे बताई जा रहीं दो मास्क रेसिपी को आप वीकेंड में ट्राय कर सकते हैं.चेहरे के लिए मुल्तानी मिट्टी की दो फेस मास्क रेसिपी1. आलू का रस + मुल्तानी मिट्टीआलू और मुल्तानी मिट्टी का एक साथ उपयोग चेहरे को खूबसूरत बनाने में कारगर है. क्योंकि आलू का रस प्राकृतिक रूप से त्वचा को चमकदार बनाता है, लिहाजा आलू इस मास्क के लिए एक आइडियल बाइंडिंग एजेंट और पोषक तत्वों से भरपूर घटक बन जाता है.ऐसे करें उपयोगसबसे पहले एक आलू को छीलकर कद्दूकस कर लें.अब कद्दूकस किए हुए आलू को मलमल के कपड़े से पकड़ कर उसका सारा पानी निचोड़ लें.आपने जो जूस इकट्ठा किया है उसमें एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी मिलाएं और इसे चलाएं.अगर आपकी त्वचा रूखी है तो आप इसमें विटामिन ई तेल या अपने पसंदीदा जरूरी तेल भी मिला सकते हैं.इस गाढ़े पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं और 8-10 मिनट के लिए छोड़ दें.ठंडे पानी से धो लें और टोनर और मॉइस्चराइजर के साथ जारी रखें.2. एलोवेरा + मुल्तानी मिट्टीअगर वीकेंड में आपकी त्वचा बहुत ज्यादा खराब हो गई है, तो आप एलोवेरा की अच्छाई का इस्तेमाल त्वचा को कूल करने के लिए कर सकते हैं.ऐसे करें उपयोगसबसे पहले एक कटोरी में एक चम्मच एलोवेरा जेल और मुल्तानी मिट्टी मिलाएं.इस मिक्सचर को एक साथ बांधने के लिए गुलाब जल की कुछ बूंदें जोड़ें.अब पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के लिए छोड़ दें.आप अपनी आंखों को शांत करने के लिए खीरे के स्लाइस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.ठंडे पानी से धो लें और बाद में मॉइस्चराइज करें.
- बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो ये खबर आपके काम की है. इस खबर में हम आपके लिए कुछ ऐसे आयुर्वेद उपाय लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आप झड़ते हुए बालों की समस्या से निजात पा सकते हैं. दरअसल, बालों का झड़ना एक आम समस्या है. बालों के झड़ने के कई कारण हो सकते हैं. लंबी बीमारी या फिर गंभीर संक्रमण या इंफेक्शन की वजह से भी बाल झड़ने लगते हैं. इसके अलावा शारीरिक तनाव भी इसकी एक वजह होता है. विशेषकर स्त्रियों में शिशु को जन्म देने के बाद यह होता है.आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं, जो बालों को स्वस्थ बनाने में मदद करती हैं. बालों के झड़ने को कम करने के लिए आप सस्ते आयुर्वेदिक उपचारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इन्हें आप अपने घर पर आसान तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं.बालों के लिए आयुर्वेद उपचार1. एलोवेरा का ऐसे करें उपयोगएलोवेरा का इस्तेमाल त्वचा और बालों की कई समस्याओं से लड़ने के लिए किया जा सकता है. ये आपकी त्वचा की सभी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. इसे आप अपने बालों में भी लगा सकते हैं.ऐलोवेरा के फायदेये आपके स्कैल्प को स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है.इससे आपके बाल घने और मुलायम बने रह सकते हैं.बालों के लिए आप फ्रेश एलोवेरा जेल निकाल सकते हैं.इससे आप अपने स्कैल्प पर मालिश कर सकते हैं.इसे अपने बालों में जड़ से सिरे तक अच्छी तरह से लगाएं.ये आपके बालों को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद करता है.2. भृंगराज का उपयोग लाभकारीभृंगराज एक बहुत ही उपयोगी औषधीय पौधा है. ये कई बीमारियों को इलाज करने में मदद करता है. बालों के लिए ये एक बेहतर औषधि है. इसका इस्तेमाल बालों के झड़ने को कम करने के लिए किया जा सकता है. इसके लिए आप भृंगराज को बालों पर लगाएंभृंगराज के फायदेये बालों को बढ़ाने, मजबूत करने और रूसी को रोकने में मदद कर सकता है.ये बालों को सफेद होने से रोकता है.इसका इस्तेमाल करने से बालों का प्राकृतिक रंग बना रहता है.बालों को बेहतर बनाने के लिए आप भृंगराज तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं.इसमें विटामिन ई भी होता है जो बालों के लिए सबसे अच्छे विटामिनों में से एक है.3. आंवला, रीठा और शिकाकाईआंवला, रीठा और शिकाकाई तीन सामग्रियां हैं. ये तीनों को एक साथ मिलाकर बालों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.आंवला, रीठा और शिकाकाई के फायदे----------------ये बालों के झड़ने की समस्या को कम करने में मदद कर सकती हैं.आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है.आंवाला बालों के झड़ने को नियंत्रित करने और स्वस्थ बालों की कोशिकाओं को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. रीठा में आयरन होता है जो बालों की कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा दे सकता है.शिकाकाई इन दोनों सामग्रियों के गुणों को अवशोषित करने में मदद करती है.
- मुंहासों के निशान दूर करने के लिए आप कुछ आसान घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं. आइए जानें इन निशानों को दूर करने के लिए आप कैसे फेस पैक बना सकते हैं.दाल और दूध का मास्कमसूर की दाल पैक त्वचा के लिए लाभकारी है. इस हैक के लिए दाल को एक कटोरी दूध में रात भर भिगोकर रख दें. अगली सुबह इसे पीस लें. इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाएं और सूखने के बाद धो लें. इस पैक का नियमित रूप से इस्तेमाल कर सकते हैं.नींबू का रसमुंहासों के निशान दूर करने के लिए आप नींबू के रस का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. नींबू के रस को दाग-धब्बों पर 5-10 मिनट के लिए लगाएं. इसके बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें. नींबू में साइट्रिक एसिड होता है. ये त्वचा को लाइट और ग्लोइंग बनाने में मदद करता है.कच्चे आलू का रसआलू में कैटेकोलेज नामक एंजाइम होता है. ये त्वचा की रंगत को हल्का करने में मदद करता है. पिंपल्स के निशान के लिए कच्चे आलू के रस को नियमित रूप से 10-15 मिनट के लिए लगा सकते हैं.
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भीषण गर्मी में लोग अपने चेहरे का तो खास ख्याल रखते हैं, लेकिन कई बार हाथ-पैर का ख्याल नहीं रख पाते. अधिक धूप के संपर्क में आने और प्रदूषण के कारण पैर और हाथ पर टैनिंग हो जाती है. पैर और हाथ काले पड़ जाते हैं. ऐसे में महिलाएं महंगी क्रीम्स का उपयोग करती हैं, लेकिन क्या आप जातने हैं कि आप घरेलू उपाय से हाथ-पैर की चमक वापस ला सकती हैं. इस खबर में हम आपके लिए कुछ ऐसी चीजों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिनका उपयोग कर आप घर बैठे अपने हाथ-पैर पर से टैनिंग हटा सकती हैं और स्किन को शानदार और चमकदार बना सकती हैं.
दही का ऐसे करें उपयोग
दही सिर्फ सेहत के लिए नहीं त्वचा के लिए भी लाभकारी है. क्योंकि दही में लैक्टिक एसिड होता है, ये एक बेहतरीन ब्लीचिंग एजेंट हो सकता है. ये स्किन को निखारने में मदद कर सकता है. आप एक चम्मच दही को प्रभावित जगहों पर लगाएं और सूखने दें. जब दही सूखने लगे तो कुछ मिनट मसाज करने के बाद इसे पानी से धो लें.
नींबू का ऐसे करें इस्तेमाल
नींबू भी सेहत के साथ त्वचा के लिए लाभकारी है. यह त्वचा को निखारने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है. नींबू को प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेंट माना जाता है. आप एक नींबू निचोड़ें और इसकी कुछ बूंदों को अपने पैरों और हाथों पर मलें. रस को 15 मिनट तक सूखने दें और इसके बाद सामान्य पानी से धो लें. ये आपकी त्वचा को निखारने में मदद कर सकता है.
खीरा का ऐसे करें यूज
स्किन एक्सपर्ट्स की मानें तो खीरा त्वचा को निखारता है. इसमें प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट होता है. इसमें मौजूद विटामिन ए त्वचा के मेलेनिन उत्पादन को नियंत्रित कर सकता है. आप एक खीरे को कद्दूकस कर लें और इसका रस अपने हाथों और पैरों पर लगाएं. इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें और धो लें. इसे आप एक महीने तक दोहरा सकते हैं. ये आपकी काफी हद तक टैनिंग दूर करेगा.
टमाटर का ऐसे करें उपयोग
टमाटर में लाइकोपीन होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है. ये त्वचा को सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाता है. इसमें उच्च मात्रा में विटामिन सी भी होता है, जो त्वचा को ग्लोइंग बनाने के लिए जाना जाता है. यह टैनिंग दूर करने में भी मदद करता है.
संतरा का ऐसे करें इस्तेमाल
संतरा भी त्वचा के लिए बेहद लाभकारी है. यह विटामिन सी से भरपूर होता है. ये एक प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेंट के रूप में काम करता है और हाइपरपिग्मेंटेशन का इलाज करता है. इसलिए ये त्वचा को निखारने के लिए फायदेमंद है. आप एक संतरे को निचोड़कर इसका रस प्रभावित जगहों पर लगाएं. रस को 15 मिनट तक रहने दें और फिर इसे साफ पानी से धो लें. -
प्याज बालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. जी हां प्याज का इस्तेमाल करके आप अपने बालों की मजबूती और शाइन को वापस ला सकते हैं. बालों की ग्रोथ के लिए प्याज का रस एक बेहतर स्त्रोत है. इस खबर में हम आपके लिए प्याज के रस का इस्तेमाल करने का तरीका और इससे मिलने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं. प्याज में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-सेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की अच्छी मात्रा होती है. जो बालों को सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाता है.
1. शहद के साथ प्याज के रस का इस्तेमाल
हेयर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर आपके बाल रुखे हो चुके हैं तो शहद के साथ प्याज के रस का उपयोग करें. शहद बालों को नमी देकर उन्हें कंडीशन करता है. यह प्याज के रस के साथ मिलकर बालों को बढ़ने में मदद करता है और उन्हें हाइड्रेटेड व स्वस्थ रखता है.
ऐसे करें उपयोग
एक कटोरी में प्याज के रस और शहद को मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें.
अब मिश्रण को अपने स्कैल्प पर लगाकर सर्कुलर मोशन में मालिश करें.
फिर इसे आधे घंटे तक बालों में लगा रहने दें.
उसके बाद शैम्पू से धो लें.
इसे हफ्ते में दो से तीन बार लगाएं.
2. नींबू के साथ प्याज के रस का इस्तेमाल
मजबूत बालों के लिए आप नींबू और प्याज के रस का उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि नींबू में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी होता है, जो कोलेजन के उत्पादन में मदद करता है. यह आपके बालों के रोम को मजबूत करने में मदद करता है और उन्हें स्वस्थ बनाता है. यह डैंड्रफ को खत्म करने में मदद करता है और बालों को स्वस्थ व मजबूत बनाता है.
ऐसे करें
एक चम्मच प्याज का रस और एक चम्मच नींबू का रस को मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें.
अब इस मिश्रण को अपने स्कैल्प पर लगाकर सर्कुलर मोशन में मालिश करें.
फिर एक घंटे के लिए इसे छोड़ दें.
अब हल्के शैम्पू से बालों को धो लें.
इसे हफ्ते में दो से तीन बार लगाएं.
3. अंडे के साथ प्याज के रस का उपयोग
बालों का काला और घना बनाने के लिए अंडे के साथ प्याज के रस का उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि अंडे में मौजूद प्रोटीन, विटामिन-बी, बायोटिन और अन्य पोषक तत्व बालों को नमी और पोषण देकर उन्हें स्वस्थ बनाते हैं. वहीं, प्याज का रस स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन में सुधारकर बालों को बढ़ने में मदद करता है.
कैसे करें उपयोग
एक कटोरी में प्याज के रस के साथ एक अंडे को अच्छे से फेंट लें.
अब इस मिश्रण को अपने स्कैल्प से लेकर अपने बालों की लंबाई तक अच्छे से लगा लें.
जब आपके स्कैल्प और बालों में यह मिश्रण अच्छे से लग जाए, तो आप शॉवर कैप पहन लें. इसे आधे घंटे के लिए रहने दें.
फिर अपने बालों को बिना सल्फेट वाले शैंपू और ठंडे पानी से धो लें.
इसे हफ्ते में एक से दो बार लगाएं.
- बचपन में बच्चों को केसर और दूध से नहलाया जाता है. ऐसे इसलिए क्योंकि केसर और दूध आपकी त्वचा को निखारने का काम करता है. केसर खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधी के रूप में किया जाता है. इतना ही नहीं केसर त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है. आप बाजार के महंगे प्रोडक्ट्स लगाने की बजाय निखार बढ़ाने के लिए केसर का इस्तेमाल कर सकते हैं.केसर नेचुरल मॉश्चराइजर की तरह काम करता है. इसके अलावा सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने का काम करता है. आप ड्राई स्किन, मुंहासों और एजिंग की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए केसर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा के रूखेपन, एक्ने और अन्य समस्याओं को कम करने में मदद करता है. आइए जानते हैं केसर का इस्तेमाल ब्यूटी रूटीन में कैसे कर सकते हैं.1. एक्ने प्रोन स्किनसामग्री3-4 केसर के स्ट्रेंड3 चम्मच एलोवेरा जेलआधा चम्मच हल्दीबनाने का तरीकाकेसर को अच्छे से कूट लें और सामग्री का पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को चेहरे और गले पर लगाएं और कुछ समय बाद सर्कुलर मोशन में मसाज करें. 20 मिनट बाद इस मिश्रण को गुनगुने पानी से धो लें.2. पिगमेंटेशनसामग्री3- 4 केसर के स्ट्रेंड3 चम्मच पपीता का गूदा1 चम्मच दहीबनाने की विधिऊपर दी गई सभी चीजों को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें. इस मिश्रण को चेहरे और गर्दन पर क्लींजर की तरह लगाएं. इस मिश्रण को गुनगुने पानी से धो लें.3. ड्राई स्किनसामग्री3 -4 केसर के स्ट्रेंड3 चम्मच मैशड केलेएक चम्मच दूधबनाने की विधिएक कटोरी में केसर और अन्य चीजों को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें. इस हाइड्रेटिंग मास्क को अपने चेहरे पर लगाएं. करीब 20 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें.4. केसर और दूध का फेसपैकत्वचा का निखार बढ़ाने के लिए केसर और दूध का फेसपैक लगाएं. इसके लिए आपको थोड़ा सा केसर को रात में भिगो कर रख दें और सुबह दूध में मिलाकर चेहरे पर लगाएं. इस पेस्ट को 15 मिनट तक लगाएं रखें और बाद में पानी से धो लें.
- ना सिर्फ एक्ने और पिंपल्स हमारे चेहरे के आकर्षण को कम करते हैं, बल्कि उनके कारण होने वाले दाग-धब्बे (मार्क्स) भी फेस ब्यूटी को कम कर देते हैं. तैलीय त्वचा वाले लोगों को सबसे ज्यादा पिंपल्स और उनके दागों का सामना करना पड़ता है. पिंपल्स के कारण तीन तरह के दाग-धब्बे पड़ सकते हैं. पहला प्रकार होता है छोटे व काले दाग-धब्बे, दूसरे प्रकार में दाग-धब्बों का ऊपरी हिस्सा सफेद होता है और तीसरे प्रकार के दाग लाल व भूरे रंग के हो सकते हैं. इन सभी प्रकार के दाग-धब्बों को मिटाने के लिए आप नीचे बताई गई घरेलू चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं और सुंदर व बेदाग चेहरा प्राप्त कर सकते हैं.संतरे का छिलकासंतरे के छिलके में दाग-धब्बे हल्के करके त्वचा की रंगत निखारने वाला गुण होता है. इसमें मौजूद सिट्रिक एसिड पिंपल्स के दाग को हल्का कर देता है. इसे इस्तेमाल करने के लिए 1 चम्मच संतरे के छिलके का पाउडर और 1 चम्मच कच्चा शहद लेकर अच्छी तरह मिलाएं और एक पेस्ट बना लें. इसके बाद दाग-धब्बों वाली जगह पर इस पेस्ट को लगाएं और 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद गुनगुने पानी से धो लें. हर एक दिन छोड़कर इस नुस्खे का इस्तेमाल करें.बेसनत्वचा का पीएच लेवल बनाए रखने व त्वचा साफ करने के लिए बेसन काफी उपयोगी है. मुंहासों के दाग-धब्बे हटाने के इस उपाय के लिए 1 चम्मच बेसन, गुलाब जल व आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को दाग-धब्बों पर लगाएं और सूखने के बाद सामान्य पानी से धो लें. बेहतर परिणाम के लिए एक दिन छोड़कर इस उपाय को अपनाएं.चेहरे के दाग हटाने के लिए बेकिंग सोडाबेकिंग सोडा के इस्तेमाल से त्वचा के दाग-धब्बे हल्के करने में मदद मिलती है. चेहरे के दाग हटाने के लिए 2 चम्मच बेकिंग सोडा और 1 चम्मच पानी को अच्छी तरह मिलाकर दाग-धब्बों पर लगाएं. 10-12 मिनट सूखने के बाद पानी से धो लें. हर रोज इस नुस्खे का इस्तेमाल करने से दाग-धब्बे कम हो जाते हैं.हल्दी का इस्तेमालमुंहासों व फुंसी के दाग हटाने के लिए हल्दी का उपयोग काफी फायदेमंद होता है. इस उपाय को इस्तेमाल करने के लिए 1-2 चम्मच हल्दी पाउडर के साथ 1 चम्मच नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को दाग-धब्बों पर लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें. एक दिन छोड़कर इस उपाय का इस्तेमाल करने से फायदा मिलेगा.
- जब आप किसी के साथ प्यार के रिश्ते में बंधते हैं, तो उस वक्त व्यक्ति को अपने चारों तरफ खुशियां ही खुशियां नजर आती है। लेकिन क्या कभी कोई रिश्ता बिना नोकझोंक के आगे बढ़ सकता है? क्या कभी ऐसा हो सकता है कि किसी भी कपल की अपने पार्टनर से अनबन न हो? इन सब सवालों का जवाब है नहीं, क्योंकि प्यार के साथ-साथ इस तरह की चीजें भी चलती रहती हैं। लेकिन कई बार देखा जाता है कि छोटी-मोटी अनबन या नोकझोंक किसी बड़े झगड़े का रूप ले लेती है। जहां किसी कपल के साथ ये कभी-कभी होता है, तो वहीं कुछ कपल के साथ ये ज्यादातर होता रहता है। ऐसे में कई बार ये छोटी-छोटी चीजें किसी बड़े झगड़े का रूप ले लेती है, और फिर इसका गलत असर प्यार के रिश्ते पर पड़ता है। ऐसे में कुछ बातें हैं, जिनका ध्यान रखकर कपल इन अनबन और नोंकझोंक से बच सकते हैं, जिससे उनका रिश्ता बिना किसी झगड़े के आगे बढ़ सकता है, तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।जिद्द न करेंकुछ लोग बेहद ही जिद्दी स्वभाव के होते हैं और वो अपनी बात मनवाने के लिए अपने पार्टनर के सामने काफी जिद्द करने लगते हैं। इसकी वजह से कई बार पार्टनर्स के बीच अनबन या झगड़े तक हो जाते हैं। जहां एक तरफ कई बार इस जिद्द की वजह से पार्टनर लड़-झगड़कर शांत हो जाते हैं और एक दूसरे से नाराज हो जाते हैं, तो वहीं, दूसरी तरफ कई बार ये रिश्ते में दरार पडऩे का कारण भी बन जाता है। इसलिए बेवजह जिद्द करने से बचना चाहिए।बहस करने से बचेंकभी भी अपने पार्टनर से गैरजरूरी बहस करने से बचना चाहिए। किसी भी मुद्दे को लेकर मतभेद हों तो बहस करना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन बहस करने की एक सीमा होनी चाहिए। कई बार देखा जाता है कि लोग पार्टनर से बहस करते-करते कुछ ऐसा बोल बैठते हैं, जो आपके पार्टनर को नाराज या उदास कर सकता है। यही नहीं, कई बार तो बहस करते-करते नौबत मारपीट तक आ जाती है। इसलिए गैरजरूरी बहस करने से बचना चाहिए।सम्मान न करनाहर व्यक्ति चाहता है कि उसका सम्मान हो, उसका आदर हो, उसका पार्टनर उसे प्यार की नजरों से देखें आदि। लेकिन कई लोग होते हैं जो अपने पार्टनर को सम्मान नहीं देते हैं, खुद से नीचा दिखाते हैं, उनका महत्व नहीं समझते हैं आदि। इसकी वजह से भी कई बार रिश्ते बिगड़ जाते हैं। जब पार्टनर इन चीजों को बर्दाश्त नहीं कर पाता है, तो फिर ये बात झगड़े तक पहुंच जाती है। इसलिए अपने पार्टनर का सम्मान करना जरूरी है।समय देना चाहिएकई लोग होते हैं कि वो पहले रिलेशनशिप में और फिर बाद में शादी के बाद अपने पार्टनर को समय नहीं दे पाते हैं। अपने काम के चलते वो इतने व्यस्त हो जाते हैं कि वो भूल जाते हैं कि उनके पार्टनर की उनसे कुछ अपेक्षाएं हैं, जिन्हें पूरा करने का दायित्व उनके पार्टनर के कंधों पर है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसका पार्टनर उसके साथ समय बिताएं, रोमांटिक पल बिताए, अपनी बातें शेयर करें आदि, लेकिन जब ये चीजें नहीं हो पाती हैं, तो भी कई बार अनबन होना शुरू हो जाती हैं। इसलिए अपने पार्टनर को समय देना चाहिए।
- दोमुंहे बालों से कई महिलाएं अकसर परेशान रहती हैं दोमुंहे बालों का सबसे बड़ा कारण है बालों में प्रोटीन की कमी। धूप और धूल के कारण भी ये समस्या आती है। इसके अलावा बालों को हमेशा खोलकर रखने पर भी बाल दोमुंहे हो जाते हैं। आइए इन उपायों को आजमाएं...- एग-ऑइल मास्क...अंडे को हेयर मास्क के रूप में इस्तेमाल करना प्रभावी उपचारों में से एक है। इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होता है जो बालों के स्ट्रैंड को मज़बूत करता है। अंडा बालों के लिए मॉइश्चराइज़र और कंडीशनर दोनों का काम करता है।00 एक अंडे की ज़र्दी को दो बड़े चम्मच जैतून के तेल, एक चम्मच बादाम के तेल और एक चम्मच शहद के साथ मिलाएं। इस मास्क को लगाकर क़रीब 30-45 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर सौम्य शैम्पू और गुनगुने पानी से धो लें।- प्याज़ का रस...प्याज़ का रस बालों को पोषण प्रदान करता है और बालों के विकास को बढ़ावा देता है।00 एक कटोरी में एक बड़े प्याज़ का रस, एक-एक चम्मच नारियल और बादाम का तेल मिलाएं। इस मिश्रण को बालों में लगाएं। इसे स्कैल्प पर लगाने से बचें। एक घंटे के लिए लगा छोड़ दें। फिर सौम्य शैम्पू से धो लें।-पपीता-दही मास्क...पपीते में फॉलिक एसिड होता है। फॉलिक एसिड स्कैल्प और बालों में रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसमें विटामिन ए भी होता है जो बालों में सीबम के उत्पादन को बढ़ाता है।00 एक कप कच्चा पपीता और दो बड़े चम्मच दही को मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे बालों पर लगाएं। 30-45 मिनट लगा रहने दें। फिर ठंडे पानी व सौम्य शैम्पू से धो लें।- उड़द दाल पैक...काली दाल प्रोटीन, आयरन, फॉलिक एसिड, फॉस्फोरस और फाइबर का बेहतरीन स्रोत है। इससे बालों की गुणवत्ता में सुधार होता है।00 आधा कप उड़द दाल और एक चम्मच मेथी दाने का दरदरा पाउडर बना लें। इस पाउडर को आधा कप दही के साथ मिला लें। इस पेस्ट को बालों में लगाएं और कम से कम एक घंटे के लिए लगा रहने दें और फिर इसे सौम्य शैम्पू से धो लें।---ऐसी सावधानी जरूरी- संभव हो तो घर पर ही बालों को हर महीने ट्रिम करें।- बालों को धूप और धूल से बचाएं।- बालों को धोने के बाद कंडीशनर लगाएं। इससे बाल रुखे बेजान नहीं होते।- हफ्ते में दो बार बालों की तेल से मालिश करें।
- कहा जाता है कि माता-पिता का रिश्ता भगवान से भी ऊपर होता है। खुशी हो या दुख, हमेशा माता-पिता साथ खड़े रहते हैं और खासकर पिता की अगर बात करें तो उनकी मौजूदगी हमें ये अहसास कराती है कि हम सुरक्षित हैं। हालांकि भागदौड़ भरी इस जिंदगी में लोग अपने घर-परिवार, माता-पिता से दूर होते जा रहे हैं। कभी पिता की व्यस्तता होती है तो कभी बच्चों के अपने काम होते हैं, जैसे- नौकरी या पढ़ाई की वजह से उन्हें कई बार साथ समय बिताने का मौका नहीं मिलता। इससे कुछ हद तक दूरियां भी बन जाती हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि हम खुद में कुछ बदलाव करें, काम या पढ़ाई से कुछ समय निकालें और पिता के साथ वक्त बिताएं, जिससे रिश्ते को और भी मजबूती मिले।पिता के साथ ऐसे बिताएं वक्तचूंकि पिता या बच्चों की अपनी व्यस्तता होती है और समय बिताने का मौका कम ही मिलता है, ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि पिता के साथ थोड़ा सा ही सही, लेकिन वक्त बिताएं तो उनके साथ मॉर्निंग वॉक पर जाएं। इसके दो फायदे हो सकते हैं, एक तो आपको पिता के साथ बातचीत करने का काफी मौका मिलेगा और दूसरा कि वॉक करने से उनकी और आपकी सेहत भी दुरुस्त रहेगी। ऐसा अगर रोज करेंगे, तो आपके रिश्ते को और भी मजबूती मिलेगी।पिता की सेहत का ध्यान रखेंजब बच्चे छोटे होते हैं तो पिता की यह जिम्मेदारी होती है कि वे उनकी सेहत का ध्यान रखें और जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उनकी भी यही जिम्मेदारी बनती है कि वो भी अपने पिता की सेहत का ख्याल रखें। अगर पिता को कोई भी छोटी या गंभीर बीमारी है, तो उनकी दवाओं का ध्यान रखें, उन्हें समय पर दवा खिलाने में मदद करें और अगर जरूरत पड़े तो उन्हें डॉक्टर से भी दिखाएं। इससे पिता को भी अहसास होगा कि उनके बच्चे उनका बेहतर ख्याल रख रहे हैं, इससे उनकी सेहत में भी सुधार होगा।पिता की भावनाओं का रखें ख्यालअपने पिता से किसी बात को लेकर मतभेद न रखें और अगर मतभेद हैं तो उसे जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास करें। चूंकि कई बच्चों की यह आदत होती है कि वो बोलने से पहले कुछ सोचते नहीं और अपने पिता को भी कुछ भी बोल जाते हैं। इससे उनकी भावनाएं आहत हो सकती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि अगर उनसे विनम्रता से कोई भी बात कहें और उन्हें अपनी बात समझाने का प्रयास करें, क्योंकि उग्र होने से बात और बिगड़ सकती है।
- अगर आप अनलॉक के बाद खुद की बोरियत दूर करना चाहते हैं, पार्टनर संग समय बिताना चाहते हैं, दोस्तों संग पार्टी करना चाहते हैं या कुछ और। ऐसे में आपको मसूरी की तरफ रूख करना चाहिए। उत्तराखंड में स्थित मसूरी को पहाड़ों की रानी कहा जाता है, इसलिए यहां एक बार जाना तो आपका बनता ही है। तो चलिए यहां की उन खूबसूरत जगहों के बारे में जानते हैं, जहां आप घूमने जा सकते हैं।केम्पटी फॉल्सआप मसूरी में केम्पटी फॉल्स जा सकते हैं। ये जगह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहां वॉटरफॉल के पास नहाने का अलग ही मजा है। गर्मियों के मौसम में तो यहां पर्यटकों का हुजूम पहुंचता है। लोग यहां अपने पार्टनर संग और अपने दोस्तों संग खूब एजॉय करते हैं। यहां आप तस्वीरें भी क्लिक करवा सकते हैं।क्लाउड एंडआप मसूरी जाकर क्लाउड एंड के नजारे का भी लुत्फ उठा सकते हैं, जो देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। ये वो जगह है, जहां आप बादलों को बड़े ही करीब से देख सकते हैं। मसूरी लाइब्रेरी से इस जगह की दूरी लगभग 8 किलोमीटर के आसपास है। ये काफी शांत जगह है, और आप यहां जाकर अपने सबसे अच्छे पल बिता सकते हैं।मॉल रोडमसूरी जाकर मॉल रोड जाना आप बिल्कुल न भूलें। यहां एक बड़ा बाजार है, जहां पर्यटक काफी संख्या में पहुंचते हैं। यहां कई मुख्य स्टोर मौजूद हैं। यहां से आप अपने लिए खरीदारी कर सकते हैं। कपड़ों से लेकर बाकी कई तरह का सामान आपको यहां मिल सकता है। काफी संख्या में यहां पर्यटक पहुंचते हैं, और काफी खरीदारी करते हैं। साथ ही यहां समय भी गुजारते हैं।गनहिलमसूरी जाकर आप गनिहल भी जा सकते हैं, जो मसूरी की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है। यहां से दिखने वाली बर्फ से ढंकी पहाडिय़ां और सूरज की झलक हर किसी का मन मोह लेते हैं। प्राचीन काल में जिस वक्त घडिय़ां नहीं हुआ करती थी, उस समय इसी चोटी पर गन चलाकर यहां के लोगों को समय बताया जाता था। इसलिए इस चोटी का नाम गनहिल पड़ गया।
- जब से कोरोना आया है मास्क पहनना तो सभी के लिए बहुत जरूरी हो चुका है। ऐसे में महिलाएं जब लिपस्टिक लगाती हैं तो उन्हें बहुत परेशान होना पड़ता है क्योंकि लिपस्टिक कई बार मास्क पर लग जाती है और होंठ फिर बेहद अजीब दिखाई देने लगते हैं। अंदर ही अंदर पसीने से भी लिपस्टिक खूब फैलने लगती है। ऐसे में लिपस्टिक लगाने का कोई अर्थ नहीं रह जाता है। कुछ उपायों को आजमाकर आप इन सब समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं वे तरीके।मैट लिपस्टिक लगाएंबाजार में कई तरह की लिपस्टिक उपलब्ध हैं। ऐसे में आप कोशिश करें कि मैट लिपस्टिक का चयन करें। मैट लिपस्टिक लगाने के बाद ही कुछ देर में सूख जाती है और यह मास्क लगाने के बावजूद भी उस पर नहीं लगती है और लंबे समय तक होठों पर वैसी ही टिकी रहती है तो इसका उपयोग आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।लिप लाइनर का उपयोगलिप लाइनर का उपयोग करना भी आपके लिए अच्छा सुझाव रहेगा। होठों के कोनों से इसे लगाना शुरू करें और फिर बीच में लगाएं। आप लिपस्टिक से मिलते हुए शेड का लिप लाइनर लगाएंगे तो यह आपके होठों पर तो अच्छा लगेगा ही साथ ही आपके लिप शेड को बहने से भी रोकेगा इसलिए इसका प्रयोग जरूर करें।होठों पर पाउडरहोठों पर पाउडर लगाना आपके लिए तब एक अच्छा उपाय हो सकता है जब आपकी त्वचा खासकर के तैलीय हो। होठों पर पाउडर लगाकर आप होठों की अतिरिक्त नमी और लिपस्टिक के तेल को भी मिटा सकेंगे इसलिए थोड़ी मात्रा में इस लगाए और टिश्यू से ठीक करें। लिपस्टिक मास्क पर नहीं फैलेगी।
- सेब सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है. सुबह खाली पेट सेब का सेवन करने से ना सिर्फ पाचन दुरूस्त रहता है बल्कि कई समस्याओं का उपचार भी होता है. सेब जितना सेहत के लिए फायदेमंद है उतना ही उसके छिलके त्वचा के लिए लाभकारी हैं.अक्सर लोग सेब के छिलके को फेंक देते हैं, लेकिन इसे आप स्किन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपकी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. इसके छिलके आपकी खूबसूरती में निखार भी ला सकते हैं. अगर आप भी शाइनी और ग्लोइंग स्किन पाना चाहते हैं तो सेब के छिलकों का इस्तेमाल करें.दाग धब्बे हटाएंअगर आप चेहरे के दाग-धब्बों से परेशान हैं तो सेब के छिलकों का फेस पैक लगाएं.पैक को तैयार करने के लिए दो चम्मच सेब का पाउडर लेंएक चम्मच बारीक पिसा हुआ दलिया पाउडर और एक चम्मच शहद लेंतीनों को अच्छे से मिक्स करें, फिर इसे सर्कुलर मोशन में मसाज करते हुए चेहरे पर लगाएं.15-20 मिनट बाद हाथों में हल्का सा पानी लेकर सर्कुलेशन मोशन में मसाज करते हुए चेहरे से उतारें.नियमित रूप से इसका सेवन करने से कुछ ही दिनों में काफी फर्क नजर आएगा.बेजान स्किन के लिएअगर स्किन बेजान सी हो गई है और चेहरा बीमार लगता है तो स्किन को हेल्दी बनाने के लिए सेब के छिलके का पाउडर बड़ा अच्छा काम करता है क्योंकि सेब के छिलके विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत हैं.आप दो चम्मच सेब के छिलके का पाउडर लें.इसमें जरूरत के हिसाब से दूध मिक्स करके गाढ़ा घोल तैयार करें.इसे अपनी गर्दन से लेकर चेहरे तक लगाएं.करीब आधा घंटे के लिए लगा रहने दें, इसके बाद धो लें.इस पैक का प्रयोग आप सप्ताह में दो से तीन दिन कर सकती हैं.ग्लो लाने के लिए ऐसे करें इस्तेमालअगर आप चेहरे पर ग्लो लाना चाहते हैं तो सेब का छिलका मदद कर सकता है.सबसे पहले दो बड़े चम्मच सेब के छिलके का पाउडर लें.इसमें तीन चम्मच बटर मिल्क को अच्छे से मिक्स करें और गर्दन से लेकर चेहरे पर लगाएं.15-20 मिनट लगा रहने दें. सूखने के बाद मुंह को धो लें.इस पैक का इस्तेमाल आप कम से कम सप्ताह में तीन दिन करें.इस बीच चेहरे पर फेसवॉश का प्रयोग न करें, काफी फर्क पड़ेगा.
- महिलाएं चेहरे के दाग-धब्बों से परेशान रहती हैं. ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं दही का फेस पैक. इस फेस पैक की मदद से आप अपने चेहरे की खूबसूरती और बढ़ा सकती हैं. कोरोना काल में अगर आप घर पर बैठे-बैठे बोर हो रही हैं तो अपनी स्किन को खूबसूरत बनाने के लिए दही वाले इस घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल कर सकती हैं. इस खबर में हम आपको दही के फेशियल के इस्तेमाल के बारे में बता रहे हैं.--क्लींजिंग करेंसबसे पहले आप अपने चेहरे को धो लें.अब जमा हुआ दही लेंअगर दही पतली है तो आप उसे छान सकती हैंअब दही से अपने चेहरे की 2 मिनट तक मसाज करेंचेहरे की मसाज करने से सारी गंदगी साफ हो जाएगी और स्किन क्लीन हो जाएगी2 मिनट तक मसाज करते रहें.फिर रुमाल को नॉर्मल पानी में डिप करके अपने चेहरे को अच्छे से साफ कर लें.--फेस स्क्रब करेंफेस स्क्रब करने के लिए सबसे पहले दही और चीनी लेंआधा चम्मच शुगर पाउडर और आधा चम्मच ही दही मिक्स कर लेंदोनों के इस मिश्रण से आप अपने चेहरे पर स्क्रब करेंस्क्रब करने से आपकी स्किन की सारी डैड सैल बाहर निकल जाएंगी और स्किन ग्लो भी होगी.हफ्ते में दो बार स्क्रब का इस्तेमाल जरूर करें.--फेस पैक का ऐसे करें इस्तेमालदही के फेस पैक से आपकी स्किन पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा, बल्कि आपकी स्किन एकदम चमकदार नजर आयेगी.फेस पैक बनाने के लिए 1 चम्मच दही, बादाम का तेल, मेथी पाउडर और गुलाब जल का मिश्रण बनाएंअब आप इस पैक को अपने फेस पर लगा सकती हैंये फेस पैक लूज स्किन को टाइट करने में मदद करता हैइसे 10 मिनट तक चेहरे पर अच्छे से लगाकर छोड़ देंउसके बाद इसे हल्के हाथों से 2 मिनट तक मसाज करते हुए निकाल देंअब आप कोटन के कपड़े से अपने चेहरे को अच्छे से साफ कर सकती हैंअब फिर अपने चेहरे को नॉर्मल पानी से धो लें।आप इस फेशियल को 10 दिन में एक बार या हफ्ते में एक बार कर सकती हैंफेस पैक के बाद क्या करें?सबसे लास्ट में आप चेहरे पर थोड़ा सा गुलाब जल लगाएं. इसे लगाने से स्किन काफी टाइट रहती है और दूसरा ये हमारे चेहरे को पिंपल्स, जलन और रेडनेस से बचाता है. आप गुलाब जल में थोड़ा-सा एलोवेरा भी मिक्स करके लगा सकती हैं और फिर चेहरा साफ कर लें.
- ब्यूटी का मतलब सिर्फ सजना-संवरना या मेकअप नहीं होता। आपकी स्वस्थ और साफ त्वचा ही असली सुंदरता है। लेकिन बढ़ती उम्र और कुछ आदतों के कारण हमारी त्वचा पर झुर्रियों की समस्या होने लगती है। आपको बता दें कि झुर्रियों से निजात पाने के लिए आप सोने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रख सकते हैं। इन बातों का ध्यान रखने पर आप नींद से सिर्फ फायदे ही प्राप्त करेंगे, ना कि झुर्रियों की समस्या। आइए जानते हैं कि झुर्रियों से आजादी पाने के लिए ब्यूटी टिप्स कौन-से हैं।---सोने से पहले झुर्रियों से आजादी पाने के लिए आपको निम्नलिखित टिप्स को फॉलो करना चाहिए।00 अधिकतर लोगों को पेट के बल या करवट लेकर सोने की आदत होती है। लेकिन पेट के बल या करवट लेकर सोने पर आपके चेहरे और तकिये के बीच संपर्क होता है। इससे तकिए पर मौजूद कीटाणु चेहरे के संपर्क में आ जाते हैं और झुर्रियों का कारण बनते हैं। इसलिए आपको हमेशा कमर के बल ही सोना चाहिए।00 अपने तकिए का कवर नियमित रूप से बदलना त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है। इससे कीटाणु और धूल-मिट्टी के आपके चेहरे के संपर्क में आने की आशंका कम हो जाती है। आप तकिए के कवर का फेब्रिक मुलायम रखेंगे, तो ज्यादा बेहतर होगा।00 सोने से पहले एल्कोहॉल का सेवन भी झुर्रियों की समस्या बढ़ा सकता है। शराब का सेवन करने से आपके चेहरे के आसपास फ्लूइड इकट्ठा होने लगता है, जिससे झुर्रियां ज्यादा दिखती हैं।00 त्वचा से पोषण चले जाने पर झुर्रियों की समस्या होती है। इसके लिए आप रात को सोने से पहले नाइट क्रीम या आई क्रीम का इस्तेमाल करें। इससे त्वचा मॉश्चराइज होगी और स्वस्थ दिखाई देगी।00 चेहरे के सामने एयर कंडीशनर या कूलर नहीं होना चाहिए। कूलर या एसी के चेहरे के सामने होने पर त्वचा डिहाइड्रेट हो सकती है और उससे प्राकृतिक नमी चली जाती है। इससे झुर्रियां अधिक होने लगती हैं।
- बालों को मुलायम, रेशमी और स्वस्थ बनाने के लिए केराटीन ट्रीटमेंट काफी असरदार माना जाता है. लेकिन, जब आप किसी अच्छे सैलून या पार्लर में केराटीन हेयर ट्रीटमेंट लेने जाते हैं, तो हजार रूपये से ज्यादा लग ही जाते हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि घर पर बासी चावल की मदद से भी आप बालों को केराटीन ट्रीटमेंट दे सकते हैं. जिससे ना सिर्फ घर बैठे आपके बाल स्वस्थ हो जाएंगे, बल्कि आपके हजार रूपये भी बच जाएंगे. आइए जानते हैं कि घर पर बासी चावल की मदद से केराटीन हेयर ट्रीटमेंट कैसे लिया जा सकता है.बासी चावल और केराटीन ट्रीटमेंट का संबंधचावल में वो सभी पौष्टिक गुण होते हैं, जो कि आपके बालों के लिए जरूरी है. चाहे वो केराटीन प्रोटीन हो या विटामिन ई व विटामिन बी हो. इसके इस्तेमाल से आपके बालों को जरूरी प्रोटीन प्राप्त होता है और वह घने, मजबूत, मुलायम और स्वस्थ बनते हैं. आइए जानते हैं कि घर पर आप बासी चावल की मदद से केराटीन ट्रीटमेंट कैसे ले सकते हैं.बासी चावल की मदद से कैसे लें होममेड केराटीन हेयर ट्रीटमेंटसामग्रीबासी उबले चावलकोकोनट मिल्क (नारियल दूध)अंडे का सफेद भागऑलिव ऑयल या घर में मौजूद कोई भी तेलकैसे लगाएं होममेड केराटीन हेयर ट्रीटमेंटसबसे पहले 2 से 3 बड़े चम्मच बासी उबले हुए चावल लें और उसमें 2 चम्मच कोकोनट मिल्क डालें. अगर आपके पास कोकोनट मिल्क नहीं है, तो आप नारियल को मिक्सर में डालकर पीस सकते हैं. इसी मिक्सचर में अंडे का सफेद भाग और 1 चम्मच ऑलिव ऑयल भी डालकर अच्छी तरह पेस्ट बना लें. आप पेस्ट बनाने के लिए मिक्सी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. अपने बालों को माइल्ड शैंपू की मदद से अच्छी तरह धोकर पोंछ लें. अब इस पेस्ट को कंघे की मदद से बालों में अच्छी तरह लगाएं. बालों को खुला रखें. 40-45 मिनट बाद माइल्ड शैंपू से बाल धो लें. होममेड केराटीन हेयर मास्क लगाने के तीन दिन बाद ही आप बालों में शैंपू करें और उसके आधे घंटे बाद माइल्ड शैंपू से धो लें.
- अगर आप मेडिटेशन की शुरुआत करना चाह रहे हैं, लेकिन यह समझ नहीं पा रहे हैं कि इसकी शुरुआत कैसे करें, तो यह आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है. आप मेडिटेशन (ध्यान) करने के लिए जपमाला यानी मणिमाला का इस्तेमाल कर सकते हैं. ध्यान लगाने से हमें कई स्वास्थ्य फायदे प्राप्त होते हैं, जिसमें तनाव में कमी, बेहतर नींद, सामान्य ब्लड प्रेशर आदि शामिल हैं. ध्यान लगाना काफी आसान प्रक्रिया है, लेकिन शुरुआत में लोग मुश्किलों का सामना करते हैं. इस मुश्किल को हल करने के लिए आप जपमाला की मदद से ध्यान लगा सकते हैं. जिससे ध्यान लगाना आपके लिए आसान बन जाएगा. आइए जानते हैं कि जपमाला की मदद से मेडिटेशन कैसे किया जाता है.जपमाला की मदद से कैसे लगाएं ध्यान----जपमाला या मणिमाला की मदद से मेडिटेशन करने के लिए आप निम्नलिखित क्रम को दोहराएं.सबसे पहले आरामदायक व शांति वाली जगह पर कमर सीधी करके एक आसन पर बैठ जाएं.इसके बाद जपमाला के गुरू मनके (सबसे बड़ा मनका) के अगले मनके को पकड़ें.मनके को इस तरह पकड़ें की आगे के मनके पकड़ने में आसानी हो सके.कुछ लोग बीच वाली उंगली और अंगूठे की मदद से मनका पकड़ते हैं.अब पहला मनका पकड़कर एक पूरी गहरी सांस लें. पूरी सांस का मतलब है कि सांस को अंदर खींचकर बाहर छोड़ें.अब इसके बाद दूसरे मनके पर जाएं और फिर गहरी और पूरी सांस लें.ऐसे करते हुए गुरू मनके तक सांस लें और छोड़ें.सांस लेते व छोड़ते हुए अपना पूरा ध्यान सांसों पर रखें.अगर आप इस क्रम को दोहराना चाहते हैं, तो गुरू मनके के बाद वाले मनके से नया चक्र प्रारंभ करें.
- बी-टाउन से लेकर हॉलीवुड तक, लंबे लैशेज बहुत चलन में हैं और उन्हें सुंदरता का प्रतीक माना जाता है। लंबी और चमकदार पलकें चेहरे पर एक निश्चित करिश्मा और प्राकृतिक सुंदरता जोड़ती हैं जो कि कोई भी मेकअप नहीं कर सकता, वो आपकी आंखों को एक बोल्ड और ज्यादा ड्रामेटिक इफेक्ट देंगे, और आपको दूसरों से अलग कर देंगे। हालांकि, इन पलकों को पाने के लिए आर्टिफिशियल तरीका हैं, लेकिन ये तरीके हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं और कभी-कभी बहुत महंगे भी होते हैं। यहां, हम कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिससे घनी पलकें पाने में मदद मिल सकती है।शिया बटरशिया बटर विटामिन ए और ई से भरपूर होता है जो बालों के रोम को पोषण प्रदान करके आपकी पलकों को मजबूत करेगा। ये पलकों की ग्रोथ भी बढ़ाएगा।डायरेक्शन--अपनी उंगलियों पर शिया बटर की थोड़ी सी मात्रा लें और धीरे से इसे अपने लैशेज पर लगाएं। इस प्रोसेस को हर रात सोने से ठीक पहले दोहराएं और सुबह अपनी पलकों को धो लें। आपके लैशेज मजबूत और मोटे होंगे।अरंडी का तेलअरंडी का तेल हमेशा एक फेमस हेयर ग्रोथ संतुलित रखने के रूप में जाना जाता है। इसमें फैटी एसिड होते हैं जो आपकी पलकों को कुछ ही समय में लंबे और घने होने में मदद करेंगे।डायरेक्शन--क्यू-टिप पर अरंडी के तेल की एक बूंद लें और इसे ध्यान से अपनी पलकों पर लगाएं। इसे रात भर छोड़ दें और सुबह इसे धो लें। हर रात इस प्रोसेस का पालन करें और आप कुछ ही हफ्तों में अपनी पलकों की लंबाई में बेहतरीन ग्रोथ देखेंगे।नारियल, बादाम और जैतून का तेलतीनों तेल प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं और हकीकत में आपकी पलकों को फायदा पहुंचा सकते हैं। जैतून के तेल में हाई प्रोटीन इनग्रेडिएंट बालों के डेवलपमेंट को प्रमोट करती है, जबकि नारियल और बादाम के तेल में पौष्टिक गुण उन्हें रेशमी, चिकना और टूटने से बचाते हैं।डायरेक्शन--सभी 3 तेलों को एक साथ मिलाएं और मिक्सचर को अपनी पलकों पर धीरे से लगाएं। इसे धोने से पहले 3-4 घंटे के लिए बिना धुले रखें। बेहतरीन रिजल्ट्स के लिए दिन के किसी भी समय हर दिन इस आईलैश ग्रोथ मिक्सचर का इस्तेमाल करें।हरी चायग्रीन टी एंटीऑक्सिडेंट से भरी हुई होती है जो न केवल आपकी पलकों को लंबी, घनी और मजबूत बनाएगी, बल्कि उनकी ग्रोथ को भी बढ़ाएगी।डायरेक्शन---चाय की पत्ती या एक टी बैग और एक कप गर्म पानी का इस्तेमाल करके एक कप ग्रीन टी बनाएं। चाय के ठंडा होने पर इसे अपनी पलकों पर लगाएं और रात भर के लिए छोड़ दें। बाकी को आप रेफ्रिजरेट करके अगले 3 दिनों तक इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन उससे आगे नहीं. बेहतरीन रिजल्ट्स के लिए इस प्रोसेस को रोजाना दोहराएं।नींबू का छिलका और जैतून का तेलनींबू विटामिन सी और ए से भरा होता है जो बालों के विकास को प्रमोट करता है। जबकि जैतून का तेल न केवल विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि जड़ों से चमक को भी पोषण देता है।डायरेक्शन---एक नींबू के छिलके को सुबह जैतून के तेल में भिगो दें। इस मिक्सचर को रात को सोने से पहले अपनी पलकों पर लगाएं और रात भर लगा रहने दें। बेहतरीन रिजल्ट्स के लिए इस प्रोसेस को हर दूसरे दिन दोहराएं।पेट्रोलियम जेलीपलकों के विकास को बढ़ावा देने के लिए पेट्रोलियम जेली को अप्लाई करना शायद सबसे आसान तरीका होता है। ये एक बेहतरीन कम करनेवाला है और एक हाइड्रेटिंग एजेंट के रूप में भी कार्य करता है जो आपकी पलकों को तेजी से बढऩे में मदद करेगा।डायरेक्शन--अपनी पलकों पर शुद्ध पेट्रोलियम जेली लगाएं और इसे पलकों पर भी लगाएं। अपनी आंखों को शांत करने और घनी पलकें पाने के लिए इस प्रोसेस को हर रात सोने से पहले दोहराएं।विटामिन ईविटामिन ई कमजोर पलकों को रिवाइव करने, बालों के रोम में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने और नई पलकों के विकास को प्रमोट करने के लिए जाना जाता है।डायरेक्शन--एक विटामिन ई कैप्सूल लें और उसमें से तेल निकाल लें। दिन में किसी भी समय अपनी पलकों पर इस तेल को लगाएं। अपनी पलकों को धोने से पहले कुछ घंटों के लिए तेल को सोखने दें। आप इस तेल को काजल लगाने से पहले भी लगा सकती हैं ताकि पलकों का झडऩा और टूटना न हो।
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सुपर फूड केले के फायदे तो शायद आप जानते होंगे, लेकिन क्या आप इस बात से बाकिफ हैं कि इसके छिलके भी आपके काम आ सकते हैं? जी हां केले के छिलके आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. इनसे आप अपनी स्किन को बेदाग और चमकदार बना सकते हैं, क्योंकि केले के छिलकों में पाए जाने वाले पोषक तत्व स्किन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलवाने में बेहद कारगर माने जाते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो केला एक सुपर फूड है. इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है. केले के छिलके में विटामिन बी, सी, ई, पोटेशियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है जो मुंहासों और पिंपल्स को दूर करने में मदद कर सकते हैं. केले के छिलके का इस्तेमाल कर आप स्किन को हेल्दी रख सकते हैं. इस खबर में हम आपको केले के छिलकों के उपयोग के बारे में बता रहे हैं.
1. झुर्रियों की समस्या दूर करें
झुर्रियों की समस्या को दूर करने के लिए आप केले के छिलकों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
इसके लिए आपको केले के छिलके को ग्राइंडर में पीसना है.
अब एक अंडा डालें और चम्मच से अच्छी तरह से मिलाएं.
इस पेस्ट को चेहरे पर 15-20 मिनट तक लगाएं.
ठंडे पानी से चेहरे को साफ कर लें.
इससे चेहरे की झर्रियों को कम किया जा सकता है.
2. काले घेरे को मिटाएं
आंखों के नीचे काले घेरों की वजह से चेहरे की चमक कम हो जाती है.
जिन लोगों को ये समस्या है वो केले के छिलकों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
केले के छिलके के सफेद रेशों को निकालकर उसमें एलोवेरा जेल मिलाएं
अब इस पेस्ट को आंखों के नीचे लगाएं और कुछ देर बाद धो लें.
कुछ दिन इसका इस्तेमाल करने से डार्क सर्कल की समस्या से छुटकारा मिल सकता है.
3.दाग धब्बे हटाएं
केले के छिलके में एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जो दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाते हैं और त्वचा में चमक दिलाने में मदद कर सकते हैं.
दाग-धब्बों को दूर करने के लिये आप चाहें तो सीधे तौर पर केले के छिलके को गाल पर रगड़ सकते हैं.
केले के छिलके को धोकर, अंदर की ओर शहद लगाकर उससे चेहरे की मसाज करें.
अब ठंडे पानी से चेहरे को धो लें. इससे चेहरे को चमकदार और दाग, धब्बों रहित बनाया जा सकता है.
- ऑफिस का काम करना मतलब चिंता और तनाव का प्रेशर होना। वैसे, सामान्य मात्रा में चिंता व तनाव आपके काम करने की क्षमता को बढ़ाते हैं और आपको अच्छा करने के लिए प्रेरित करते हैं। लेकिन तब क्या करें, जब ऑफिस के काम की वजह से आपकी चिंता बढ़ती ही जा रही हो। आपके दिमाग में यह सवाल जरूर आएगा और ऐसी स्थिति का सामना भी करना ही पड़ता होगा। मगर डोंट वरी बॉस, अब चिंता के बारे में भी टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है। बस आप नीचे बताए जा रहे टिप्स को अपनाकर चिंता रहित हो जाएंगे और बेहतर तरीके से अपने काम में ध्यान लगा पाएंगे। आइए इन टिप्स के बारे में जानते हैं।ऑफिस के काम की चिंता को कैसे संभालेंअगर आपको ऑफिस के काम के कारण चिंता हो रही है, तो इन टिप्स को अपनाकर तुरंत फायदा पा सकते हैं।काम के दौरान चिंता होने पर परेशान होने की जरूरत नहीं है। बल्कि आप अपनी जगह से उठें और हल्का ठंडा पानी पीएं। पानी पीने से आपका शरीर हाइड्रेट होगा और दिमाग को शांति प्राप्त होगी। जिससे आप तुरंत हल्का महसूस करने लगेंगे।लगातार ऑफिस के काम में लगे रहना और एक ही जगह बैठे रहने से भी आपकी चिंता बढ़ने लगती है। क्योंकि जब आप एक ही जगह बैठे रहेंगे, तो शारीरिक गतिविधि कम हो जाएगी। जिससे दिमाग की कार्यक्षमता भी घट सकती है। इसलिए काम के घंटों को बांट लें और बीच-बीच में छोटा ब्रेक लें। इस ब्रेक में टहलें, ताजी हवा लें या कॉफी पी सकते हैं। वहीं, वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, तो अपने पालतू कुत्ते या बच्चों के साथ भी खेल सकते हैं। यह काफी फायदेमंद स्ट्रेस बस्टर साबित हो सकता है।चिंता और तनाव के प्रेशर को कम करना है, तो आपको अपने शरीर को और ज्यादा ताकतवर बनाना होगा। अरे इस बात पर भी टेंशन लेने लगे कि टाइम कहां है? घबराइए मत, आप स्वस्थ आहार लेकर भी शरीर को ताकतवर बना सकते हैं। ताकि दिमाग और शरीर को जरूरी पोषण मिलें और आप ऊर्जावान महसूस करते रहें। इसके लिए फल, हरी सब्जी, नट्स, नींबू आदि का सेवन करें।इसके अलावा काम के बीच में कुछ एसेंशियल ऑयल्स को सूंघकर भी चिंता को कम किया जा सकता है। हमेशा लैवेंडर, सिट्रस, ओरेंज या सेंडलवुड का एसेंशियल ऑयल अपने साथ रखें और जब भी आपको चिंता सताने लगे। इसे सूंघ लें। यह आपके दिमाग को शांत करने में मदद करेगा।जैसे ही आप पर ऑफिस के काम की चिंता बढ़ने लगे, वैसे ही एक छोटा-सा ब्रेक लें। इस ब्रेक में अपनी हथेलियों, पीठ, कंधों, गर्दन या सिर पर हल्की-सी मसाज कर लें। इससे शरीर की मांसपेशियां रिलैक्स होंगी और चिंता थोड़ी कम हो जाएगी।
- एक दूसरे से बातचीत सभी लोग करते हैं, लेकिन बातचीत से लोगों को प्रभावित करने का हुनर हर किसी के पास नहीं होता। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तीन राशियां ऐसी हैं, जो इस गुण से समृद्ध होती हैं। इन राशियों से ताल्लुक रखने वाले लोग सिर्फ आम लोगों का ही दिल नहीं जीतते, बल्कि लड़कियों को भी बड़ी आसानी से प्रभावित कर लेते हैं...मिथुनज्योतिषियों के अनुसार मिथुन राशि के लोगों में ये हुनर कूट-कूटकर भरा होता है। ये लोग जितने मृदुभाषी होते हैं, उतने ही शक्ल से सीधे-साधे नजर आते हैं। इन्हें देखकर कोई भी इनकी बात पर आसानी से विश्वास कर लेगा। मिथुन राशि वाले काफी आत्मविश्वासी भी होते हैं और ये एक बार जिस चीज के बारे में सोच लें, उसे हासिल करने के बाद ही दम लेते हैं। इसके लिए अगर इन्हें झूठ का भी सहारा लेना पड़े तो उसमें ये गुरेज नहीं करते। इनकी भोली-भाली शक्ल और आत्मविश्वास की वजह से लोगों को इस बात का अनुमान भी नहीं लग पाता कि ये झूठ बोल रहे हैं।तुलाज्योतिषियों के अनुसार तुला राशि के लोग बहुत रोमांटिक होते हैं। इनकी बात कहने का तरीका ऐसा होता है, कि कोई भी लड़की आसानी से इनसे इंप्रेस हो सकती है। सामने वाले को खुश रखने के लिए ये लोग काफी लच्छेदार बातें करते हैं। इन्हें ठीक से तभी समझा जा सकता है, जब आप इनके साथ लंबा वक्त गुजारें।कुंभज्योतिषियों के अनुसार कुंभ राशि के लड़के बहुत बुद्धिमान और स्टाइलिश होते हैं। बातचीत करने के मामले में ये काफी हुनरमंद होते हैं। एक बार व्यक्ति इनसे बात कर ले, तो इन पर भरोसा न करने का सवाल ही नहीं उठता। लड़कियां भी अक्सर इनकी इस क्वालिटी से ही इंप्रेस होती हैं। ये लोग स्वभाव से भी काफी साहसी और आत्मविश्वासी होते हैं। किसी भी परिस्थिति का सामना करने का साहस इनके पास होता है। यदि ये किसी के साथ जुड़ते हैं, तो पूरे दिल से जुड़ते हैं।
- व्रत के दौरान तमाम लोग सेंधा नमक का सेवन करते हैं. माना जाता है कि सेंधा नमक ज्यादा शुद्ध होता है और स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. लेकिन आखिर ये कैसे बनता है जो इसे साधारण नमक की तुलना में ज्यादा बेहतर माना जाता है, जानिए इसके बारे में.खाने वाले साधारण नमक को सी सॉल्ट कहा जाता है क्योंकि ये समुद्री नमक होता है. इसे खाने लायक बनाने के लिए कई तरह की एंटी-कॉकिंग एजेंट और कई अन्य केमिकल की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. इस कारण साधारण नमक में मौजूद कैल्शियम, पोटेशियम और मिनरल्स काफी कम हो जाते हैं.पहाड़ी नमक कहलाता है सेंधा नमकसेंधा नमक को रॉक सॉल्ट या पहाड़ी नमक कहा जाता है. इसे प्राकृतिक रूप से पूरी तरह शुद्ध माना जाता है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए काफी गुणकारी हैं. इसके अलावा सेंधा नमक में खारापन कम होता है और आयोडीन की मात्रा भी कम होती है, इस कारण उच्च रक्तचाप और आंखों की सूजन की समस्या को नियंत्रित रखता है.इसलिए व्रत में खाया जाता हैवास्तव में सेंधा नमक, नमक का शुद्धतम रूप है क्योंकि इसे तैयार करने में किसी तरह की मिलावट की जरूरत नहीं होती. इसलिए इसे व्रत में खाया जाता है. इसके अलावा व्रत रहने वाले को काफी पोषक तत्वों की जरूरत होती है, सेंधा नमक में आयरन, जिंक, मैग्नीशियम समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो व्रत रहने वाले के शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं.ये हैं फायदे1. सेंधा नमक हल्का और सुपाच्य होता है, ये डाइजेशन सिस्टम को बेहतर बनाता है. साथ ही इम्यून सिस्टम भी दुरुस्त करता है.2. सेंधा नमक का सेवन करने से शरीर में एनर्जी आती है क्योंकि ये जरूरी पोषक तत्वों और मिनरल को अवशोषित करने में शरीर की मदद करता है.3. आम दिनों में साधारण नमक की बजाय इसे खाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. साथ ही ये शरीर में पीएच लेवल को बनाए रखने में भी कारगर है.4. सेंधा नमक बॉडी से फैट सेल्स को हटाने में मददगार है, साथ ही भूख को नियंत्रित करता है. इस तरह ये वेट लॉस के लिए भी काफी अच्छा काम करता है.
- अगर आप गोरा होना चाहते हैं तो ये खबर आपके काम आ सकती है. क्योंकि हम आपके लिए लेकर आए हैं एक घरेलू उपाय, जिसे अपनाकर आप काफी हद तक अपने रंग को निखार सकते हैं. यह उपाय आलू से जुड़ा हुआ है. आलू जिस तरह सब्जी का स्वाद बढ़ाता है, ठीक इसी तरह आपकी त्वचा की रंगत भी निखारता है.यदि आपकी त्वचा पर किसी भी तरह के निशान, दाग-धब्बे और लाइन्स हैं तो अपनी त्वचा पर उबले आलू से तैयार होने वाले फेस पैक को अपनाएं. इस खबर में हम आपके लिए स्किन की तमाम समस्याओं को दूर करने के लिए आलू के इस्तेमाल का तरीका बता रहे हैं.इन तरीकों से करें आलू का इस्तेमालउबले आलू का फेस पैकअगर आपके चेहरे पर झुर्रियां हैं, टैनिंग है या स्किन का कलर सांवला है, तो उबले आलू का फेस पैक आपके लिए बहुत काम का है.इसके लिए एक उबले आलू का छीलकर उसमें एक चम्मच शहद और एक चम्मच मलाई मिक्स करें. इसके बाद इस फेस पैक को करीब 15 मिनट के लिए चेहरे पर लगाएं.सूखने के बाद चेहरे को धो लें.इस पैक को कम से कम सप्ताह में दो दिन लगाएं.अगर आपकी स्किन ऑयली है तो इस पैक में बेसन को मिक्स कर लें.मुहासे दूर करने के लिए ऐसे करें उपयोगअगर आपके चेहरे पर मुंहासे की समस्या है तो आपको उबले आलू को अच्छी तरह से पीसकर उसमें शहद को मिक्स करके फेस पैक की तरह चेहरे पर इस्तेमाल करना चाहिए. इसे भी सप्ताह में दो बार ट्राई कर सकते हैं. काफी अच्छे परिणाम मिलते हैं.दाग धब्बे हटाने के लिए ऐसे करें उपयोगचेहरे के दाग धब्बे हटाने के लिए आलू और हल्दी के फेसपैक का इस्तेमाल कर सकते हैं.इसके लिए आधे आलू को कद्दूकस करके इसमें चुटकीभर हल्दी मिलाएं.इसे पैक को गर्दन से लेकर चेहरे तक लगाएं.आधे घंटे के लिए लगा ही छोड़ दें.इसके बाद चेहरा सामान्य पानी से साफ कर लें.इस पैक के रोजाना इस्तेमाल से चेहरे का रंग भी साफ होता है.डार्क सर्कल दूर करने के लिए ऐसे करें उपयोगअगर आपकी आंखों के नीचे काले घेरे हैं तो कच्चे आलू के गोल स्लाइस को अपनी आंखों पर रखें. इसके अलावा आप आलू के रस को भी आंखों के आसपास लगा सकती हैं.इससे डार्क सर्कल दूर होने के साथ आंखों के आसपास की सूजन भी कम होती है.
- भारतीय व्यंजनों में समोसे को एक अलग ही महत्व दिया गया है. जब भी किसी को भूख लगती है और उसको बाहर का खाने का मन होता है तो उसके दिमाग में सबसे पहला ख्याल समोसे का ही आता है. छुट्टी हो या पिकनिक, मेहमान आए हों या दोस्त, समोसे के स्वाद के बिना कोई भी पार्टी पूरी नहीं होती. सभा हो या कोई बैठक चाय के साथ समोसा ही भाता है.लेकिन क्या आपको इस बात की जानकारी है कि आखिर ये समोसा आया कहां से? वैसे ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि समोसा भारतीय है. आज हम आपको बताएंगे की हर दिल अजीज समोसा, कहां से आया और कैसे हमारे यहां रच बस गया. हम ये जानकारी आपको अलग-अलग लेखों के माध्यम से ही देंगे.ईरान देश से जुड़ा हुआ है समोसे का इतिहासकहा जाता है कि भारत में फ्राइड फूड का अहस हिस्सा बन चुका समोसा ईरान से यहां आया ( Journey of Samosa). ईरान से भारत आया समोसा, भारतीय स्वाद में घुल-मिल गया. रेहड़ी एवं फुटपाथ से लेकर बड़े-बड़े होटलों की दहलीज पर इतराने लगा. हर भारतीय घर के स्वाद में चटखारे मारने लगा. बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के दिल का अजीज पकवान बन गया.कहते हैं कि फारसी भाषा के ‘संबोसाग’ से निकला हुआ शब्द है समोसा. कुछ इतिहासकारों की माने तो गजनवी साम्राज्य के शाही दरबार में एक ‘नमकीन पेस्ट्री’ परोसी जाती थी और इस पेस्ट्री को मीट कीमा और सुखा मेवा भरकर बनाया जाता था. इतिहासकारों के अनुसार भारत देश में 2000 साल पहले समोसा आया.एक कहानी ये भी हैएक कहानी तो यह भी है कि दसवीं सदी के दौरान महमूद गजनवी के दरबार में एक शाही पेस्ट्री पेश की जाती थी, जिसमें कीमा स्टफिंग होती थी. जो काफी हद तक समोसे जैसी ही होती थी.बाजार में मिलते हैं कई तरह के समोसेईरान से भारत आने वाला समोसा 20वीं शताब्दी तक कई तरह से बदल चुका है. अब आपको बाजार में कई तरह के समोसे मिल जाएंगे. पहले अरब में बनने वाले समोसे में मांस, प्याज, पालक और पनीर पड़ता है. भारत में भी यह इसी रूप में आया लेकिन कालांतर में भारत में समोसे के भीतर आलू और मटर भरा जाने लगा.पाकिस्तान के समोसे भी होते हैं बेहतरीनदिलचस्प बात यह है कि अगर आप समोसा का शानदार जायका लेना चाहते हैं तो आपको भारत का नहीं पाकिस्तान का रुख करना चाहिए. जी हां, विश्वभर में पाकिस्तान के समोसों के स्वाद का खूब नाम है. यहां प्रयोग में लाए जाने वाले इंग्रिडिएंट्स इसका जायका बढ़ा देता है. वहां के समोसे सब्जी सामग्री से भरे हुए होते हैं.हर 100 किमी पर बदल जाती है समोसे की परतजिस तरह से समोसे के अंदर का मसाला हर 100 किलोमीटर में बदल सकता है वैसे ही उसकी परत भी बदल जाती है. समोसे की परत कई जगह पतली होती है और कहीं बहुत मोटी. कराची में मिलने वाले पतली परत के समोसों को कागज़ी समोसा कहा जाता है.खाने के जानकार मानते हैं कि दक्षिण भारत ने अपने लायक आलू की नयी डिश तैयार कर ली थी जिसे आलू बोंडा कहते हैं. जानकार कहते हैं कि हिन्दुस्तान में पिछले 500 सालों में कई नयी चीज़ें आएं. सभी हिन्दुस्तान की खाद्य संस्कृति का हिस्सा बन गई.यूपी में बना आलू वाला समोसाऐसा कहा जाता है कि आलू वाला शाकाहारी समोसा सबसे पहले उत्तर प्रदेश में बनाया गया. यहां इसे इतना ज्यादा पसंद किया गया कि देखते ही देखते इसकी प्रसिद्धि बढ़ती चली गई और गली गली में पसंदीदा स्नैक्स के तौर पर बिकने लगा. समय के साथ मीट के समोसों का चलन लगभग खत्म सा हो गया और आलू का समोसा देश और विदेशों तक में प्रसिद्ध हो गया.कई फारसी किताबों में समोसे का जिक्रकई फारसी किताबों में समोसे का जिक्र ‘संबोसग’ नाम से है, जिसका आकार भी बिल्कुल समोसे की तरह तिकोना बताया गया है. आज बेशक समोसे को हम स्नैक्स के तौर पर खाते हैं, लेकिन कहा जाता है कि 10वीं शताब्दी में ये खाने के तौर पर प्रयोग किया जाता था. तब मध्य पूर्व देशों के लोग काफी दूर-दूर तक सफर करते समय इसे अपने साथ लेकर चलते थे. उस समय समोसे को तेल में फ्राई नहीं किया जाता था बल्कि आग पर सेंका जाता था.मुगलों को बेहद पसंद था समोसामध्य पूर्व देशों के लोग जहां-जहां भी जाते, समोसे को साथ ले जाते, इस तरह उनके साथ-साथ इसकी प्रसिद्धि भी बढ़ती जा रही थी. 13वीं से 14वीं शताब्दी के बीच समोसा भारत में आया. उस समय दिल्ली पर मोहम्मद बिन तुगलक का राज था. तुगलक को कई तरह के व्यंजन खाने का शौक था. उसके लिए तमाम अलग-अलग चीजें बनाने के लिए कई देशों से खानसामे आया करते थे. जब मध्यपूर्व के खानसामों से दिल्ली के सुल्तान के लिए व्यंजन बनाने के लिए कहा गया तो उन्होंने समोसा बनाया. ऐसा माना जाता है कि यहीं से समोसे का भारत में आगमन हुआ था.भारतीय समोसे में आए कई बदलावसमोसा भारतीय स्वाद के हिसाब से अपनाए जाने के बाद दुनिया का पहला फास्ट फूड बन गया. इसमें धनिया, काली मिर्च, जीरा, अदरक और पता नहीं क्या-क्या डालकर अंतहीन बदलाव किया जाता रहा है. भारत में आप जहां कहीं भी जाएंगे यह आपको अलग ही रूप में मौजूद मिलेगा. भारत के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग प्रकार के समोसे मिलते हैं.