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- कील, मुंहासे और पिंपल्स काफी आम समस्या है। अक्सर इससे कई लोग परेशान रहते हैं। दाग और मुंहासे चेहरे की रंगत को कम कर देते हैं। इससे व्यक्ति के चेहरे की सुंदरता कम हो जाती है। इसी कड़ी में आज हम एवोकैडो तेल के बारे में जानेंगे। एवोकैडो को 'सुपर फूड' भी कहा जाता है। इसके कई लाभदायक फायदे हैं, जो हमारी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को दूर करते हैं। एवोकैडो को प्रयोग में लाने से त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं खत्म हो जाती हैं। इसका इस्तेमाल बालों के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है। आप इसको फेस पैक के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा तेल के रूप में भी एवोकैडो का इस्तेमाल त्वचा पर किया जा सकता है। मुंहासे से जुड़ी समस्या से निजात पाने के लिए एवोकैडो तेल रामबाण इलाज है। यह एक प्राकृतिक तेल होता है। इसकी प्राप्ति फल के गूदे से होती है। एवोकैडो तेल के भीतर इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। उसके ये गुण मुंहासों को खत्म करने में मदद करते हैं।आप एवोकैडो तेल की कुछ बूंदों को अपने हाथ में लें। उसे हाथ में लेने के बाद तेल से अपने चेहरे की मालिश करें। मालिश करने के बाद तेल को 30 से 40 मिनट के लिए त्वचा पर लगा रहने दें। उसके बाद एक गीले तौलिए से इस तेल को अपने चेहरे से पोछें। आप इसका इस्तेमाल नियमित तौर पर सोने से पहले भी कर सकते हैं। रात में सोने से पहले आप इसे लगा लें और अगली सुबह इसको धोएं। ऐसा करने से कुछ ही दिनों बाद आपके चेहरे से मुंहासे गायब हो जाएंगे।मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए आप दो चम्मच शहद के साथ एक चम्मच तेल को मिलाएं। तैयार हुए इस मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाएं। इसके बाद अपने चेहरे की कुछ मिनटों तक धीरे-धीरे मालिश करते रहें। 10 से 15 मिनट बाद चेहरे को साफ पानी से धोएं। आप इसका प्रयोग हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।अगर आपके चेहरे से मुंहासे खत्म नहीं हो रहे हैं, तो आप रोजहिप ऑयल और एवोकैडो ऑयल की कुछ बूंदों को मिला लें। तैयार हुए इस मिश्रण को अपने पूरे चेहरे पर लगाकर मसाज करें। मसाज करने के बाद उसको 30 से 40 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें। उसके बाद एक गीले तौलिए से उसको पोंछ लें। आप इसे हर दिन इस्तेमाल कर सकते हैं।आप एवोकैडो तेल के साथ गुलाब जल की कुछ बूंदों को भी मिला सकते हैं। इस मिश्रण से अपने पूरे चेहरे पर मसाज करें। इससे आपका चेहरा मॉइस्चराइज हो जाएगा और कुछ दिनों बाद पिंपल्स भी खत्म हो जाएंगे।
- मानसून में बालों का झड़ना आम समस्या है। इस दौरान बालों से जुड़ी विभिन्न परेशानियों का सामना हमें करना पड़ता है। इस मौसम में हमारे बाल दोमुंहे और रूखे हो जाते हैं। इसके अलावा वे काफी चिपचिपे भी होने लगते हैं। बालों से जुड़ी कई परेशानियां हमें इस मौसम में देखने को मिलती है। इससे निजात पाने के लिए हम कई उपायों को अपनाते हैं। उसके बाद भी कोई फायदा नहीं होता। इसी कड़ी में आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में जिनके जरिए बालों को मुलायम और शाइनी रखने में सहायता मिलती है।मानसून के सीजन में अगर आप भी बालों की समस्या से परेशान हैं, तो आप इस दौरान सीरम का प्रयोग कर सकते हैं। सीरम लगाने से बाल मॉइश्चराइज हो जाते हैं। यह आपके बालों को प्राकृतिक रूप से शाइन करता है। आप अपने बालों पर सीरम की 2 से 3 बूंदों का उपयोग कर सकते हैं।बालों को करें क्लींजइस मौसम में आप अपने बालों का क्लींज जरूर करें। आप जिस तरह अपनी त्वचा को क्लींज करते हैं, उसी तरह बालों को भी क्लींज करना चाहिए। इस मौसम में नमी के कारण बाल चिपचिपे हो जाते हैं। ऐसे में उनको क्लींज करने के लिए एंटी बैक्टीरियल शैंपू का प्रयोग करें। आप अपने बालों को सप्ताह में दो बार एंटी बैक्टीरियल शैंपू से धो सकते हैं।हेयर मास्कआप इस दौरान हेयर मास्क का भी प्रयोग कर सकते हैं। मानसून के सीजन मेंं अच्छे और हेल्दी बाल भी चिपचिपे और डैमेज हो जाते हैं। इस कारण बालों को पोषण देने के लिए हेयर मास्क को प्रयोग में लेकर आएं। इसके प्रयोग से आपके बाल स्वस्थ, शाइनी और मुलायम हो जाएंगे। इसके अलावा बाल झड़ने की समस्या से भी आपको छुटकारा मिलेगा।बालों में नियमित तेल लगाएंतेल लगाने से बाल अच्छी तरह से मॉइश्चराइज होते हैं। इसके अलावा तेल लगाने से बालों को पोषण भी मिलता है। आप मानसून सीजन में लाइट वेट तेल का प्रयोग कर सकते हैं। तेल के नियमित प्रयोग करने से बालों से जुड़ी कई समस्याएं खत्म हो जाती हैं। इससे बाल शाइनी और मजबूत होते हैं।बालों पर ज्यादा फैशन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करेंहम में से कई लोग बालों को स्टाइलिश रखने के लिए जरूरत से ज्यादा फैशन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में बालों के डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। मानसून सीजन में जितना हो सके उतना इनका प्रयोग कम कर दें।
- अधिकांश लोग वर्क फ्रॉम होम मतलब घर में बैठकर ही ऑफिस का काम कर रहे हैं। लेकिन घर के माहौल में आपको काम करने में काफी दिक्क्तें आतीं हैं। कभी आपके आस-पास रखी हुई चीजें आपके काम को बाधित करती हैं तो कभी घर में आप सही जगह नहीं बैठते। ऐसे में आपका काम करने का बहुत मन होने के बाबजूद भी आप काम के प्रति निरुत्साही से रहते है,गुस्सा आता है या सीट पर बैठते ही दिमाग एकाग्र नहीं हो पाता। यदि ऐसा है तो आप अपने वर्क स्टेशन में वास्तु के अनुसार कुछ बदलाब कीजिए, काम में भी मन लगेगा और उत्पादकता भी बढ़ेगी।नौकरी के अनुसार दिशा का चुनावयदि आप लेखन, बैंक, व्यापार प्रबंधन या एकाउंट्स जैसे व्यवसाय से जुड़े हैं, तो आपके लिए उत्तर की ओर मुख करके बैठना लाभकारी होगा। वहीं आपकी जॉब कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, शिक्षा, ग्राहक सेवा, तकनीकी सेवा, क़ानून या मेडिकल से संबंधित है तो पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना श्रेष्ठ है। इस तरह काम में आपका मन लगेगा, एनर्जी लेवल बढ़ेगा और नकारात्मक ऊर्जाएं भी बाधा नहीं बनेंगी। ध्यान रहे कि काम के लिए बैठते समय उत्तर-पश्चिम दिशा से बचना चाहिए क्योंकि इस दिशा में बैठने से मन की एकाग्रता में कमी आती हैं।मेज-कुर्सी लगाते समयजिस कुर्सी का आप उपयोग कर रहे हैं उसके पीछे दीवार होनी चाहिए क्योंकि इसे वास्तु के हिसाब से शुभ माना गया है। कुर्सी के पीछे कभी भी खिड़की या दरवाजा नहीं होना चाहिए और न ही आपके कुर्सी-मेज के ठीक ऊपर बीम हो, क्योंकि यह आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। वास्तुशास्त्र के अनुरूप, टेबिल पर फाइल, कागजों का ढेर या घर का अन्य सामान रखना कार्य की गुणवत्ता को तो प्रभावित करता ही है,नकारात्मक ऊर्जा में भी वृद्धि होती है। नकारात्मक ऊर्जा के बढ़ने से आप तनाव में रहेंगे और समय से कार्य पूर्ण नहीं होगा, इससे बचने के लिए अपनी टेबिल को साफ़-सुथरा रखें। जिस मेज पर आप काम कर रहे हैं, उसमें ग्लास टॉप नहीं हो, क्योंकि कांच नकरात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता हैं जिससे आपके काम की गति धीमी हो सकती हैं। यदि ग्लास टॉप हैं तो मेज पर सात्विक रंग जैसे हरा या सफ़ेद रंग का कपड़ा बिछाएं। यदि आप किसी अंतर्राष्ट्रीय कार्य अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं,तो अपनी मेज के उत्तर-पश्चिम की तरफ एक ग्लोब रखें ,इससे आप नए अवसरों को आमंत्रित कर सकते हैं।जांच लें प्रकाश व्यवस्थाजिस कमरे में बैठकर आप काम करते हैं वहां की लाईटिंग कैसी है, यह भी आपके काम और मूड को काफी हद तक प्रभावित करती है। यदि लाइट बहुत ज्यादा तेज या कम है, तो आपकी आखों पर बुरा असर होता है। वहीं सही प्रकाश न होना वास्तुदोष भी उत्पन्न करता है और वहां पर नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। प्रकाश की कमी तरक्की में बाधक,कायों में विघ्न एवं बहस आदि का कारण भी बन सकती है।पौधे रख रहे हैं तोघर के जिस कमरे में आप काम कर रहे हैं उसे सुंदर और सकारात्मक बनाने के लिए यहाँ कोई भी इनडोर प्लांट रख सकते हैं। पूर्व या उत्तर दिशा में मनी प्लांट, बैम्बू बंच, वाइट लिली या रबड़ प्लांट जैसे छोटे पौधे रखना सुंदरता के साथ-साथ समृद्धिकारक माने गए हैं। ध्यान रहे सूखे, कांटेदार और बोनसाई पौधे अपने वर्कप्लेस पर कभी नहीं लगाएं,ये निराशा के सूचक हैं। हरा रंग खुशहाली,समृद्धि,उत्कर्ष और पावनता का प्रतीक है यह सकारात्मक ऊर्जा के स्तर में वृद्धि करता है एवं मन-मस्तिष्क को सुकून देने वाला माना गया है।चित्रों पर ध्यान देंकमरे में उत्तर दिशा की तरफ हरे-भरे जंगल अथवा लहलाती फसलों का चित्र लगाने से एक साथ कई लाभ प्राप्त होते हैं एवं मेहनत का पूरा धन आपको मिलता है।पहाड़ों और चट्टानों के लैंडस्केप को दक्षिण और पश्चिम दिशा की दीवारों पर लगाना मनोबल और स्थायित्व को बढ़ाता है।यदि ऐसी पेंटिंग्स पूर्वी दीवारों पर टांगी गयीं तो इससे व्यवसाय में तरक्की बाधित होगी।पूर्व दिशा में पेड़-पौधे,भागते घोड़े,उड़ते पक्षी,स्वस्तिक या उगता हुआ सूर्य जैसे मन को प्रफुल्लित करने वाले चित्र या प्रतीक रख सकते हैं। पानी के लैंडस्केप जिनमें समुद्र,नदियां,झीलों या सरोवरों के दृश्य हैं,उत्तर और पश्चिम दिशा की दीवारों पर लगाना समृद्धि को आमंत्रित करना है। रोता हुआ बच्चा, कंटीले पौधे, टूटी मूर्ति, डूबता जहाज, आग आदि जैसे नकारात्मक चित्र भी आपके वर्क स्टेशन पर नहीं होने चाहिए क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि कर आपके काम और मूड पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं।तनाव कम करेंगे फूलदिनभर काम से होने वाली थकान से बचने के लिए आप अपनी मेज पर ताजे फूलों का एक गुलदस्ता रख सकते हैं। वास्तु के अनुसार फूलों की सजावट मन को आनंद प्रदान करती है व तनाव भी कम करने में मदद करती है। गुलदस्ते में रखे फूल सूखने या मुरझाने लगें, तो इन्हें तुरंत हटा देना चाहिए ऐसे फूल नकारात्मक ऊर्जा का सृजन करते हैं।
- अस्वस्थ खानपान व धूम्रपान, तंबाकू जैसी गलत आदतों के कारण हमारे दांतों का स्वास्थ्य खराब होता जाता है. इसके कारण हमारे दांतों का रंग पीला हो जाता है, जो कि हमारे पूरे आकर्षण को कम करता है. सबसे बड़ी बात पीले व गंदे दांत आपकी मुस्कान का प्रभाव कम कर देते हैं. लेकिन सोने से पहले कुछ काम करने से आपके दांत हीरे जैसे सफेद हो जाएंगे. दांतों को सफेद बनाने के ये उपाय काफी आसान हैं, जिन्हें कोई भी कर सकता है.दांतों को सफेद बनाने का तरीकादांतों का पीलापन दूर करने के लिए आप निम्नलिखित घरेलू उपायों को रात में सोने से पहले अपनाएं. आप जब सो रहे हों, तब इन उपायों को अपनाएं और सो जाएं.केले का छिलकाहर रात को ठीक सोने से पहले केले का छिलके का अंदरुनी भाग दांतों पर 2-3 मिनट तक रगड़ें. इसके बाद अपने दांतों को गुनगुने पानी से धो लें. केले के छिलके में मौजूद मिनरल्स और पौटेशियम दांतों की गंदगी को साफ कर सकते हैं. ध्यान रखें कि ज्यादा ताकत के साथ केले का छिलका ना रगड़ें, इससे मसूड़ों में दर्द हो सकता है.दांत सफेद करने के लिए बेकिंग सोडा और नींबूदांतों को साफ करने के लिए 1 चम्मच बेकिंग सोडा में 1 चम्मच नींबू का रस मिलाकर दांतों पर 2 से 3 मिनट लगाएं. इसके बाद साफ पानी से कुल्ला करके सो जाएं. हफ्ते में दो से तीन रात को दांत साफ करने के इस घरेलू उपाय को अपनाएं. बेकिंग सोडा और नींबू का रस दांतों पर मौजूद दागों को साफ कर सकते हैं.दांत साफ करने का तरीका: हल्दीहर रात सोने से पहले टूथब्रश पर हल्दी पाउडर लगाकर ब्रश करें. 2 से 3 मिनट बाद माउथवॉश कर लें. दांतों से पीलापन दूर करने का यह तरीका काफी आसान है.दांतों के दाग हटाने के लिए नारियल तेलअपनी उंगलियों पर नारियल तेल लगाकर हर रात दांतों पर रब करें. यह दांतों की गंदगी साफ करने का कारगर उपाय है. ध्यान रहे कि नारियल तेल को निगलना नहीं है. उसके बाद मुंह अच्छी तरह धो लें.नीमदांतों के बीच में भी गंदगी और बैक्टीरिया जमा होते हैं. इसे खत्म करने के लिए आप 4 से 5 नीम के पत्तों को पानी में उबालें और फिर उससे कुल्ला करें. इसके बाद ब्रश करके सो जाएं. हर रात ऐसा करने से आपके दांतों का रंग साफ हो जाएगा.
- दमदार एक्टर और फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अपनी काबिलियत के दम पर अलग पहचान बनाने वाले एक्टर सोनू सूद ने पिछली 30 जुलाई को अपना 48वां जन्मदिन मनाया हैैं। अपनी एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में अपना लोहा मनवा चुके एक्टर सोनू सूद न सिर्फ फिल्मों में ही बल्कि अपनी निजी जिंदगी में किये गए कामों की वजह से भी चर्चा में हैं। कोरोना काल के दौरान सोनू सूद ने जिस तरह से गरीबों और मजदूरों की मदद की, उससे वे "गरीबों के मसीहा" कहे जाने लगे हैं।अभिनेता बनने से पहले सोनू सूद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। 48 वर्षीय फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने न सिर्फ फिल्में के दम पर बल्कि अपनी फिटनेस के लिए भी लोगों का प्यार जीता है। सोनू सूद के सिक्स पैक पर भी उनके लाखों फैंस फिदा हैं। अपनी फिटनेस और बॉडी को लेकर भी सोनू सूद ने जमकर तारीफें बटोरी हैं। आइये जानते हैं अभिनेता सोनू सूद की इस फिटनेस का राज।अभिनेता सोनू सूद के मुताबिक फिट रहने के लिए वर्कआउट और डाइट को लेकर अनुशासित रहना बेहद जरूरी है। जब आप नियमित रूप से अपने फिटनेस वर्कआउट प्लान और डाइट को फॉलो करते हैं तभी आपको सफलता मिलती है। सिक्स पैक एब्स और मजबूत बॉडी के लिए सोनू सूद नियमित रूप से लगभग ढाई से तीन घंटे जिम में बिताते हैं। उनके मुताबिक शुरुआत में वह 30 मिनट के लिए कार्डियो करते हैं और उसके बाद क्रॉस ट्रेनिंग और फंक्शनल ट्रेनिंग करते हैं। इसके अलावा फिट रहने के लिए कई बार वह योग का भी अभ्यास करते हैं। सोनू सूद जैसी फिटनेस और बॉडी के लिए शरीर के ऊपरी और निचले हिस्से के लिए उचित और नियमित एक्सरसाइज की जरूरत होती है। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि कुछ समय पहले उन्हें पीठ में कुछ दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था जिसकी वजह से शरीर के निचले हिस्से के लिए वर्कआउट नहीं कर पाते थे। वेट ट्रेनिंग और जिम जाने के अलावा एक्टर सोनू सूद कई तरह के अलग-अलग वर्कआउट प्लान फॉलो करते हैं। सोनू सूद के मुताबिक फिट रहने के लिए वह हाईवे पर साइकिल चलाना बहुत पसंद करते हैं।ये हैं सोनू सूद का डाइट प्लानफिल्म अभिनेता और रियल लाइफ हीरो बन चुके सोनू सूद शाकाहारी (वेजिटेरियन) हैं। फिल्मफेयर की एक रिपोर्ट के मुताबिक अभिनेता सोनू सूद शाकाहारी हैं, लेकिन डाइट में अंडों का सेवन करते हैं। सोनू सूद शराब का सेवन और स्मोकिंग बिलकुल भी नहीं करते हैं। इसके अलावा वह डाइट में अनाज और दाल में मिलने वाले प्रोटीन का सेवन करते हैं। जानकारी के मुताबिक वह दिन में कम से कम पांच से छह बार खाना खाते हैं और इनमें तीन बार हैवी मील लेते हैं। आमतौर पर सुबह के नाश्ते में सोनू सूद ताजे फलों का रस और फल आदि का सेवन करते हैं। नाश्ते में वह आमलेट का भी इस्तेमाल करते हैं। दोपहर के खाने में वह दाल, सब्जी, रोटी और दही का इस्तेमाल करते हैं और डिनर में वह आमतौर पर दलिया, सूप, सलाद और सब्जियों का सेवन करते हैं। इसके अलावा शाम के नाश्ते में अभिनेता सोनू सूद ब्राउन ब्रेड से बने सैंडविच का सेवन करते हैं। इसके साथ ही सोनू सूद वर्कआउट के बाद सलाद और स्प्राउट्स के साथ प्रोटीन शेक का सेवन भी करते हैं।फिटनेस के लिए अभिनेता सोनू सूद रखते हैं इन बातों का ध्यानफिल्म अभिनेता सोनू सूद की दमदार एक्टिंग और सिक्स पैक वाली बॉडी पर उनके लाखों चाहने वाले फिदा हैं। आज के समय में हर कोई सोनू सूद जैसी बॉडी बनाना चाहता है। वह अपनी फिटनेस और बॉडी के लिए डाइट और वर्कआउट के अलावा इन बातों का भी विशेष ध्यान रखते हैं।1. नो चीटिंग पॉलिसीफिल्म अभिनेता सोनू सूद खुद को फिट और हेल्दी रखने के लिए बहुत अनुशासित रहते हैं। वह नियमित रूप से वर्कआउट और डाइट का पालन करते हैं। एक्टर सोनू सूद के मुताबिक वह चीट डे या चीट पालिसी में विश्वास नहीं रखते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि जिस शरीर को बनाने के लिए उन्होनें इतनी मेहनत की है उन प्रयासों को बेकार नहीं जाने देना चाहिए। उनके मुताबिक वह फिल्म्स की शूटिंग देर रात ख़त्म करने के बाद भी वर्कआउट जरूर करते हैं।2. काब्र्स और नमक का करते हैं बहुत कम सेवनअभिनेता सोनू सूद खुद को फिट व हेल्दी रखने के लिए नमक का बहुत कम सेवन करते हैं। इसके अलावा वह काब्र्स भी बहुत ज्यादा पसंद नहीं करते। उनके मुताबिक उनका पसंदीदा भोजन दाल और रोटी है। फिल्म्स और रोल के लिए वह कुछ समय के लिए रोटी का सेवन भी नहीं करते हैं।3. डायटीशियन द्वारा बताए गए चार्ट का पालनअभिनेता सोनू सूद डायटीशियन द्वारा बताए गए डाइट चार्ट का पालन करते थे। लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक अब वह खुद से तरह-तरह के फूड्स के बारे में जानकारी जुटाकर उनका सेवन करते हैं। उनके मुताबिक फिट और हेल्दी रहने के लिए जरूरी है की आप हर दो घंटे पर कुछ न कुछ खाएं। लेकिन इस दौरान शरीर को मिलने वाली कैलोरी और पोषण का भी ध्यान जरूर रखें।
- आप चाहती हैं कि चेहरे के दाग-धब्बे हमेशा के लिए गायब हो जाएं तो ये खबर आपके काम आ सकती है. क्योंकि इस खबर में हम आपके लिए मौसंबी के फायदे लेकर आए हैं, जी हां यह फल सेहत के साथ ही त्वचा का भी खास ख्याल रखता है. बारिश और गर्मी के मौसम में स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए आप मौसंबी के रस का इस्तेमाल कर सकती हैं.वैसे तो मौसंबी का इस्तेमाल फेशवॉश, क्रीम समेत कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में किया जाता है. लेकिन घर बैठे आप इसके रस की मदद से चेहरे के दाग-धब्बे हटा सकती हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो खट्टे फल स्वास्थ्य और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. ये आपकी शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने का काम करते हैं. इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है.ब्लैक हेड्स और डॉर्क सर्कल्स हटाएमानसून सीजन में त्वचा ऑयली हो जाती है, जिसकी वजह से ब्लैक हेड्स और डॉर्क सर्कल्स की समस्या होती है. अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो मौसंबी का रस लगाएं. आप मौसंबी के जूस को रूई की मदद से एफ्केटेड एरिया में लगाएं. इसे नियमित रूप से लगाने से आपकी सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं.पिंपल्स से छुटकारामौसंबी का रस खून को साफ करने में मदद करता है. इसके अलावा आप मौसंबी के रस का इस्तेमाल स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए कर सकते हैं. इसके अलावा आप इसका इस्तेमाल गर्दन, कोहनी, घुटने और आंखों के काले घेरे से छुटकारा पाने के लिए कर सकते हैं. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी बॉयोटिक्स की भरपूर मात्रा होती है जो त्वचा संबंधी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है.ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करता है मौसंबी का रसमौसंबी का रस त्वचा में ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करता है. आप इसकी जगह नींबू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. त्वचा के दाग- धब्बों और पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए मौसंबी का इस्तेमाल किया जाता है. इससे आपके त्वचा में चमक आ जाएंगी.कैसे करें मौसंबी का उपयोगमौसंबी के छिलके को सूखाकर उसे पीसकर पेस्ट बनाकर रखें.इस पेस्ट का इस्तेमाल त्वचा में पील ऑफ मास्क की तरह कर सकते हैं.मौसंबी को चेहरे पर सीधा लगाकर उससे मसाज कर सकती हैं.दाग-धब्बों को हटाने के लिए सीधा मौसंबी के रस को लगाएं, कुछ समय बाद पानी से धो लें.
- कहते हैं कि अपनी समस्या बताने से उसका समाधान हो ही जाता है लेकिन बच्चों के मामले में यह बात फिट नहीं बैठती क्योंकि बच्चे अपनी परेशानी आसानी से नहीं बता पाते। वहीं कुछ समस्या होने पर बच्चे अक्सर रोते रहते हैं। आपका बच्चा भी अगर हमेशा रोता रहता है, तो ये पांच कारण हो सकते हैं-भूखबच्चों के रोने का सबसे प्रमुख कारण भूख लगना ही होता है। अगर आप बच्चे के भूख लगने के संकेतों को समझ जाएं, तो उसके रोना शुरू करने से पहले ही दूध पिला सकती हैं। अधिकतर समय बच्चे भूख की वजह से ही रोते हैं और दूध पीने पर चुप हो जाते हैं।थकानबच्चे काम नहीं करते फिर भी उन्हें थकान हो जाती है। खेलना, हाथ-पैर चलाते रहना या फिर पर्याप्त नींद न मिलने के कारण बच्चों को थकान हो जाती है।गैसपेट से जुड़ी परेशानियों जैसे कि गैस या कोलिक की वजह से भी बच्चे रोते हैं। कोलिक बेबी दिन में कम से कम तीन घंटे और सप्ताभर में कम से कम तीन दिन रोते हैं।नींद की कमीछह महीने के होने के बाद शिशु अपने आप ही सोना सीख जाते है लेकिन कभी-कभी बच्चेा अपनी मां या पिता के बिना नहीं सोते हैं। स्लीप शेड्यूल बनने के बाद भी बच्चे को आपके बिना नींद आने में दिक्कत हो सकती है।
- चेहरे पर झुर्रियों की शुरुआत अक्सर आंखों के आसपास से होती है. शुरुआत में अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो धीरे धीरे ये आंखों के नीचे बढ़ जाती हैं. ये झुर्रियां ही आपकी उम्र को ज्यादा दिखाती हैं. ऐसे में अगर डार्क सर्कल भी हो जाएं तब तो पूरा चेहरा ही काफी मैच्योर और बीमार सा दिखता है. चेहरे की रौनक मानो खो सी जाती है.वैसे तो बाजार में आजकल कई तरह की आई क्रीम आती हैं, जो इन समस्याओं से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं. लेकिन कुछ लोगों की स्किन काफी सेंसिटिव होती है और उन्हें बाहरी प्रोडक्ट्स सूट नहीं करते. ऐसे में आप यहां बताए जा रहे कुछ घरेलू उपाय का लाभ उठा सकती हैं. ये आपकी झुर्रियों को कम करने के साथ आपके डार्क सर्कल की समस्या को भी दूर करेंगे.बादाम का तेलझुर्रियां चाहे आंखों के नीचे हों या चेहरे पर, बादाम के तेल को इसे दूर करने का कारगर उपाय माना जाता है. रोजाना बादाम के तेल से आंखों के नीचे हल्के हाथों से मसाज करने से झुर्रियों की समस्या दूर होती है, साथ ही डार्क सर्कल भी खत्म होते हैं. अगर आपके चेहरे पर झुर्रियों की समस्या है तो पूरे चेहरे पर इस तेल से मसाज करें. आप चाहें तो बादाम के तेल में नारियल का तेल मिलाकर भी मसाज कर सकती हैं. इसके भी अच्छे रिजल्ट्स देखने को मिलते हैं.चिरौंजी का पैकडार्क सर्कल की की समस्या और झुर्रियों को दूर करने के लिए चिरौंजी भी काफी फायदेमंद होती है. इसके लिए चिरौंजी को पीसकर दूध में मिक्स करें, इसके बाद आंखों के आसपास के एरिया में लगाएं और सूखने दें. सूखने के बाद हल्के गुनगुने पानी से इसे साफ करें. इसके बाद नारियल के तेल से आंखों के आसपास मसाज करें.खीरा और ककड़ीआंखों के नीचे झुर्रियों की वजह कई बार शरीर में पानी की कमी भी होती है. ऐसे में खूब पानी पिएं और खीरे और ककड़ी का सेवन करें. ये आपके शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ स्किन पर ग्लो लाने का काम करते हैं. इसके अलावा आप खीरे या ककड़ी के रस को निकालकर अपनी आंखों के नीचे लगाएं. इससे कुछ दिनों में आपको काफी फर्क लगेगा.जैतून का तेलरोजाना रात को सोते समय मुंह को अच्छी तरह से धोएं और जैतून के तेल से आंखों के आसपास मसाज करें. इससे काफी फर्क पड़ता है. इसके अलावा रात में सोते समय एलोवेरा जेल लगाने से भी समस्या दूर होती है.
- अगर आप अपने गार्डेन के लिए एक ऐसे वाइन वाले प्लांट की तलाश मे हैं जो हमेशा चमकता रहता हो , घना बना रहता हो और जिसकी पत्तियां चितकबरी हो तो आपको ज्यादा तलाश करने की जरूरत नही क्योंकि इंच प्लांट यानी वांडरिंग ज्यू (2ड्डठ्ठस्रद्गह्म्द्बठ्ठद्द द्भद्ग2) आपकी इस खोज को पूरी कर सकता है । अपनी खूबसूरत पत्तियों के कारण यह काफी पसंद किया जाता है। इसे आप हैंगिंग बास्केट में लगाएं या फिर ऊंचाई पर रखें क्योंकि क्यारी में लगाने से इसका अच्छा लुक नहीं आता है। इसे इंडोर या फिर आउटडोर कहीं भी रखा जा सकता है। देखने में ये खूबसूरत तो होते हैं, लेकिन इसमें विषैले तत्व भी पाए जाते हैं इसलिए इसे लगाते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि यह पालतू जानवरों और बच्चों की पहुंच से दूर रहे। यह पौधा नर्सरी में आसानी से मिल जाता है या फिर आप इसे ऑनलाइन आर्डर कर घर बैठे मंगवा सकते हैं।कैसे करें देखभालइसकी मिट्टी में नमी बनी होनी चाहिए। पर इसका मतलब ये नहीं कि यह हमेशा पानी में डूबा रहे। जब मिट्टी कि ऊपरी 1-2 इंच कि सतह सूखी लगे तब इसे पानी दे दें अन्यथा न दें । जाड़ों मे इनकी ग्रोथ स्लो हो जाती है इसलिए इंच प्लांट को बहुत कम पानी की आवश्यकता रहती है , उसी हिसाब से पानी दें । मेक्सिको और उसके आसपास की जलवायु का पौधा होने के कारण इसे गर्म जलवायु पसंद है। कमरे का सामान्य तापमान इसके लिए अच्छा होता है ,इंच प्लांट के लिए आदर्श तापमान 15 से 30 डिग्री सें. होता है । बहुत तीखी तेज़ धूप पत्तियों के रंग को फीका कर सकती है ।एक छायादार बालकनी या टेरेस कि यह शोभा कई गुना बढ़ा सकता है पर ध्यान रहे कि जब मौसम बहुत सर्द होने लगे तो इसे आप वापस अंदर ले आएं।----
- मानसून का सीजन कई सारी बीमारियां अपने साथ लेकर आता है. इस मौसम में सर्दी-खांसी से लेकर वायरल, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां होती हैं. लिहाजा आपको सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है. अगर आप भी कभी बारिश में भीग जाएं तो कुछ बातों का ख्याल जरूर रखें. इससे आप खुद को बीमार होने से बचा सकते हैं.कपड़े बदल लेंभीगने के तुरंत बाद आपको सबसे पहले कपड़े बदलने चाहिए. इससे आपके शरीर को ज्यादा ठंड नहीं लगेगी और शरीर का तापमान सामान्य हो जाएगा. इससे आप कई तरह के फंगल संक्रमण से बचेंगे.अदरक वाली चाय या काढ़ाबारिश में भीगने के बाद आपको तुरंत गर्मागर्म हल्दी वाला दूध या अदरक वाली चाय, कॉफी पीनी चाहिए. ज्यादा गर्माहट चाहिए तो आप काढ़ा भी पी सकते हैं. बुखार और सर्दी से बचने के लिए आपको कुछ गर्म ही खाना चाहिए.पैरों को सुखा लेंबारिश में अगर आपने जूते पहने हैं और आप भीग गए हैं तो तुरंत पैरों को साफ पानी से अच्छी तरह धो लें. अब अच्छी तरह से साफ करके पैरों को सुखा लें.एंटीबैक्टीरियल क्रीम लगाएंबारिश में भीगने के बाद कपड़े बदलते वक्त आप कोई एंटीबैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल जरूर करें. इससे शरीर पर मौजूद बैक्टीरिया मर जाएंगे. एंटीबैक्टीरियल क्रीम लगाने से आप स्किन एलर्जी और इंफेक्शन से बच सकते हैं. इससे दाद, खाज और खुजली की समस्या भी नहीं होगी.सिर ढ़क लेंजब भी आपको लगे कि आप भीगने वाले हैं तो सिर को अच्छी तरह से ढ़क लें. शरीर पर सबसे पहले बारिश का पानी सिर पर पड़ता है. सिर काफी कोमल होता है ज़रा सी ठंडक लगने पर सिर में सर्दी लग जाती है.--
- एलोवेरा जेल का इस्तेमाल बहुत सारे घरेलू उपायों में किया जाता है। इसकेइस्तेमाल से स्किन और बालों की परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। खराब स्किन को दुरुस्त करने के लिए एलोवेरा जेल का इस्तेमाल किया जाता है। तो जानते हैं एलोवेरा जेल को इस्तेमाल करने के तरीकों के बारे में।डार्क सर्कल एक सामान्य समस्या है, इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे तनाव, नींद की कमी और कैफीन का अत्याधिक सेवन। आंखों के नीचे होने वाली पफनेस और डार्क सर्कल्स के लिए एलोवेरा जेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे अपनी आंखों के नीचे रात भर के लिए लगाएं और सुबह साफ करें।एलोवेरा मुहांसे को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। एक स्प्रे बोतल में दो भाग एलोवेरा जेल और एक भाग पानी डाल कर अच्छे से मिलाएं। इस एक्ने फाइटिंग मिस्ट को चेहरे पर कूलिंग इफेक्ट के लिए स्प्रे करें।एलोवेरा जेल में एलोइन होता है, जो प्राकृतिक डी-पिगमेंटिंग कंपाउंड होता है, जो त्वचा को हल्का करने के लिए जाना जाता है और प्रभावी रूप से काम करता है। आपको बस इतना करना है कि एलोवेरा क्लीयर जेल को अपनी त्वचा के पिगमेंट वाले क्षेत्रों पर लगाएं और रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह गर्म पानी से धो लें। इसे हफ्ते में तीन बार लगाएं।
- महात्मा विदुर धृतराष्ट्र के भाई थे। इनके पिता ऋषि वेदव्यास थे। विदुर का जन्म एक दासी के गर्भ से हुआ। यही एक बड़ा कारण रहा जिसके चलते तमाम गुणों से संपन्न होने के बाद भी इन्हें राजा नहीं बनाया गया। महात्मा विदुर कुशाग्र बुद्धि के धनी थे। अपने समय के ये बहुत बड़े विद्वान पुरुष थे। इन्होंने उस समय धर्म, राजनीति, समाज, आदि विभिन्न विषयों पर अपने मतों को खुलकर व्यक्त किया। इन्हीं विशेषताओं के चलते महात्मा विदुर को हस्तीनापुर का महामंत्री बनाया गया था। इनके द्वारा दी गई शिक्षा आज के समय में भी काफी प्रासंगिक है। आपको बता दें कि विदुर और धृतराष्ट्र के मध्य हुए वार्तालापों को ही विदुर नीति के नाम से जाना जाता है। ऐसे में आज हम महात्मा विदुर द्वारा कही गई उन बातों को जानेंगे, जिनको व्यवहार में लाने से व्यक्ति के जीवन में खूब तरक्की होती है। इससे उसका जीवन सफल हो जाता है।महात्मा विदुर के अनुसार हमें सदा मीठा बोलना चाहिए। उनका मानना था कि मीठा बोलने वाले व्यक्ति की हर जगह इज्जत होती है, उसे खूब मान सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है। वहीं कड़वा और ईर्ष्या भाव से बोलने वाले व्यक्ति को कोई भी नहीं पूछता है। महात्मा विदुर का कहना था कि हमें अपने मित्रों के साथ घुल मिल के रहना चाहिए। उनके मुताबिक मित्रता ही वह रिश्ता है जो बिना स्वार्थ के निभाया जाता है। विदुर नीति में वह कहते हैं कि हमें हमेशा अपने मित्रों का कठिन समय में सहायता करना चाहिए।महात्मा विदुर ने भोजन के संबंध में काफी कुछ कहा। उनके मुताबिक हमें ऐसा भोजन करना चाहिए, जो आसानी से पच सके। जल्दी ना पचने वाले भोजन शरीर में कई गंभीर बीमारियां पैदा करते हैं। ऐसे में हमें हमेशा सरल भोजन करना चाहिए।महात्मा विदुर के अनुसार व्यक्ति को सफलता पर टिके रहने के लिए मर्यादा में रहना अत्यंत जरूरी है। उनका मानना था कि सफलता तक पहुंचना एक अलग बात है और सफलता पर टिके रहना दूसरी बात। विदुर के अनुसार एक मर्यादित आचरण का व्यक्ति ही सफलता तक पहुंच कर उस पर लंबे समय तक टिके रह सकता है।
- मानसून का मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियां लेकर आता है। डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और मौजूदा समय में देश के कई हिस्सों में तेजी से बढ़ रहे हैं। अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि उन्हें मच्छर ज्यादा काटते हैं, पर क्या वास्तव में मच्छरों के काटने का कोई पैमाना हो सकता है? क्या यह संभव है कि मच्छर कुछ लोगों को ज्यादा काटें और कुछ लोगों को कम? बिल्कुल, कई अध्ययन इस बात का समर्थन करते हैं, अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि हमारी त्वचा की कुछ चीजें मच्छरों को काटने के लिए अधिक आकर्षित कर सकती हैं। साल 2014 में प्रकाशित एक लेख में फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के चिकित्सा कीटविज्ञानी और मच्छर विशेषज्ञ डॉ जोनाथन डे ने कुछ लोगों को मच्छरों के ज्यादा काटने का कारण बताया। आइए इस रोचक विषय के बारे में विस्तार से जानते हैं। इसके साथ ही यह भी जानेंगे कि हमारे शरीर की किन चीजों के प्रति मच्छर अधिक आकर्षित होते हैं?त्वचा के रसायनों से आकर्षित होते हैं मच्छरप्रकाशित लेख में डॉ जोनाथन कहते हैं, हमारी त्वचा से प्राकृतिक रूप से कई प्रकार के रसायनों का उत्पादन होता रहता है। उनमें से विशेष रूप से जिन लोगों की त्वचा से लैक्टिक एसिड का उत्पादन अधिक होता है, माना जाता है कि ऐसे लोगों को मच्छर ज्यादा काटते हैं। लैक्टिक एसिड से मच्छर ज्यादा आकर्षित होते हैं। इसके अलावा कई और चीजें हैं जिनसे मच्छर ज्यादा आकर्षित होते हैं, उनमें से एक है आपका खास ब्लड ग्रुप।ब्लड ग्रुप और मच्छरों के काटने का संबंधअध्ययन में ब्लड ग्रुप और मच्छरों के काटने के संबंध मे बारे में भी विस्तार से बताया गया है। अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि कई प्रमाण ऐसे मिले हैं कि अन्य ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों के प्रति मच्छर अधिक आकर्षित होते हैं। एंटोमोलॉजिस्ट डॉ जोनाथन कहते हैं, मच्छर, कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके काटने वाले लक्ष्य की पहचान करते हैं। अब चूंकि सभी कशेरुकी कार्बन डाइऑक्साइड का उत्पादन करते हैं, ऐसे में मच्छरों के लिए इससे उचित और क्या हो सकता है?गर्भवती महिलाओं को भी ज्यादा काटते हैं मच्छरइसके अतिरिक्त गर्भवती महिलाओं और अधिक वजन वाले लोगों में मेटाबॉलिक रेट भी अधिक होता है, जो उन्हें मच्छरों के लिए अधिक आकर्षक बना सकती है। इसके अलावा गहरे रंग के कपड़े पहनना भी एक कारक हो सकता है, यह मादा मच्छरों को आकर्षित करते हैं। इस अध्ययन और बताए गए कारकों के बारे में तमाम स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है, मच्छरों के काटने से सुरक्षित रहने के लिए सभी को यह भी जानना चाहिए कि दूसरे लोगों की तुलना में उनके शरीर में ऐसा क्या है जो मच्छरों को आकर्षित करता हो?
- लड़के और लड़कियों की अलग-अलग ड्रेस होती है, लेकिन कपड़ों के मामले में एक चीज ऐसी है जो लगभग सभी लोग एक जैसी ही पहनते हैं बस हो सकता है कि उसका स्टाइल अलग हो। दरअसल, हम बात कर रहे हैं जींस की। बच्चे, बड़े लोग और यहां तक की कई बुजुर्ग लोग भी आपको जींस में नजर आ जाएंगे। आज के दौर में खासकर की युवा जींस को काफी पसंद करते हैं, और ये ज्यादा महंगी भी नहीं आती है। वहीं, सबसे अच्छी बात इसके साथ ये होती है कि इसे बाकी कपड़ों की तरह जल्दी-जल्दी धोना नहीं पड़ता है, क्योंकि ये जल्दी गंदी नहीं होती है। लेकिन एक समय ऐसा आता है, जब लोग जींस के फटने या फिर काफी पहनने की वजह से उसे फेंकने के बारे में सोचने लगते हैं। अगर आप भी अपनी पुरानी जींस को बदलने की सोच रहे हैं, तो हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपनी पुरानी जींस को कई काम में इस्तेमाल कर सकते हैं।किचन की सफाई का कपड़ा बना सकते हैंजींस का कपड़ा मजबूत और जल्दी न फटने वाला होता है। ऐसे में आप इसे किचन की सफाई या घर की सफाई के लिए कपड़े के तौर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको जींस को काटकर एक अच्छा और बड़ा कपड़ा निकाल लेना है, और फिर इसके चारों तरफ इस पर सिलाई कर देनी है।शॉर्ट्स भी तैयार कर सकते हैंअगर आपके पास कोई पुरानी जींस है, और अब आप उसे नहीं पहनते हैं तो आप उससे शॉर्ट्स तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको जींस को घुटनों को आसपास अपने साइज के हिसाब से काट लेना है, और फिर डिजाइन और अच्छे लुक के लिए जींस के नीचे वाले हिस्से को काटकर शॉर्ट्स में जोड़ लेना है। बस इसके बाद तैयार है आपके शॉर्ट्स।स्कूल-कॉलेज बैग बना सकते हैंअगर आपके बच्चे स्कूल या कॉलेज जाते हैं, तो आप पुरानी जींस का उनके लिए बैग बना सकते हैं। इसे बनाना भी बेहद आसान है और सबसे खास बात की ये बैग काफी मजबूत बन सकता है। इसके अलावा आप सब्जी लाने या अन्य सामान लाने के लिए भी जींस का बैग तैयार कर सकते हैं।
- चेहरे के दाग-धब्बे हटाकर उसे ब्यूटीफुल बनाना चाहती हैं तो ये खबर आपके काम की है. हम आपके लिए नीम का फेस पैक (neem face pack) लेकर आए हैं, जिसके इस्तेमाल से आप एक चमकता हुआ चेहरा पा सकते हैं.दरअसल, आयुर्वेद में नीम बहुत ही उपयोगी है. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, एंटीसेप्टिक और एंटी-फंगल गुण होते हैं. इसमें विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है. त्वचा के लिए आप ताजी नीम की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इन्हें आप अपने स्किनकेयर रूटीन में शामिल कर सकते हैं.1. मुंहासे का इलाज करता हैनीम का फेस पैक अपने जीवाणुरोधी गुणों के कारण मुंहासों को कम करने में मदद करता है. ये कई तरह की त्वचा संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. ये खुजली वाली त्वचा को भी शांत करता है. इसमें ऐसे एजेंट होते हैं, जो मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारते हैं. इसलिए ये मुंहासों के इलाज में मददगार है.इसके लिए कुछ नीम के पत्ते लें और पेस्ट बना लें.इसमें थोड़ा सा बेसन और गुलाब जल मिलाएं.एक पेस्ट बनाएं और इसे अपने चेहरे पर लगाएं.इसे कुछ देर के लिए छोड़ दें और सूखने दें.कुछ देर बाद पानी से धोते समय इसे सर्कुलर मोशन में अच्छी तरह से रगड़ें.2. दाग-धब्बों को हल्का करने के लिएनीम के फेस पैक में कई गुण होते हैं. ये मुंहासों और पिंपल्स के कारण छोड़े गए दाग- धब्बों को हल्का करने में मदद करता है.आपको थोड़ी सा नमी का पेस्ट और 1 से 2 चम्मच दही की जरूरत होगी.इन्हें अच्छे से मिलाएं.इसके बाद इसे समान रूप से चेहरे पर लगाएं.इसे कुछ देर सूखने दें. इसके बाद पानी से चेहरा धो लें.3. स्किन टोन में लाभकारीस्किन एक्सपर्ट्स की मानें तो नीम का फेस पैक त्वचा की रंगत को समान करने में मदद करता है. नीम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट काले धब्बे और कई अन्य त्वचा संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं. ये त्वचा को बेदाग बनाने में मदद करता है.4. ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को कम करताअगर आपके चेहरे पर ब्लैकहेड्स या व्हाइटहेड्स हैं और आप उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो नीम के फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये त्वचा से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है. ये बड़े छिद्रों को सिकोड़ता है. इसके अलावा नीम फेस पैक को लगाने से त्वचा के संक्रमण से बचा जा सकता है, क्योंकि नीम के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण त्वचा का बचाव करते हैं.5. एंटी-एजिंगनीम में विटामिन ई और फैटी एसिड होते हैं, जो त्वचा को टाइट करते हैं. ये उम्र बढ़ने के संकेतों को रोकने में मदद करते हैं. नीम फेस पैक त्वचा की झुर्रियों और महीन रेखाओं को कम करने में मदद करता है.
- चिरौंजी एक ड्राईफ्रूट है, जिसका प्रयोग आमतौर पर मिठाइयों, खीर और अन्य व्यंजनों को बनाने के लिए किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चिरौंजी आपकी स्किन के लिए भी बहुत अच्छी औषधि होती है. ये आपकी स्किन की तमाम समस्याओं को दूर करने के साथ आपकी सांवली त्वचा को भी गोरा कर सकती है. जानिए चिरौंजी के फायदे और इस्तेमाल करने का तरीका.– चिरौंजी त्वचा को हाइड्रेट करती है और प्राकृतिक नमी को लॉक करने का काम करती है. ड्राई स्किन वालों के लिए ये काफी अच्छी है.– अगर आपके चेहरे पर झुर्रियां आने लगी हैं, तो आपको चिरौंजी का पैक लगाना चाहिए. इसमें फैटी एसिड पाया जाता है, जो स्किन से झुर्रियां, झाइयां और पुराने दाग-धब्बे दूर करने का काम करता है.– चिरौंजी में कई विटमिन्स और मिनरल्स होते हैं. इसे लगाने से स्किन हेल्दी होती है और नेचुरल ग्लो आता है.– चिरौंजी का पैक डैमेज स्किन को ठीक करता है और डेड सेल्स हटाता है. इसे लगाने से एक्ने की समस्या भी दूर होती है.– चिरौंजी का पैक लगाने से त्वचा का कालापन दूर होता है, यदि आपकी स्किन का रंग सांवला है तो इसे लगाने से चेहरा गोरा हो सकता है.ऐसे करें इस्तेमाल– एक चम्मच चिरौंजी के दानों को पानी में रातभर के लिए भिगोएं. इसे पीसकर इसमें दूध मिलाएं और चेहरे पर लगाएं. सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें.– अगर आपकी स्किन ऑयली है तो चिरौंजी के दाने पीसकर इसमें दो चुटकी हल्दी डालें और गुलाब जल डालें. इसके बाद इस पैक को चेहरे पर लगा लें. सूखने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें. इससे पोर्स क्लीन होते हैं और पिंपल या फुंसी की समस्या नहीं होती.– ड्राई स्किन के लिए 1 चम्मच, 4 बूंद शहद और 2 से 3 चम्मच दूध को मिलाएं और पेस्ट तैयार करके गर्दन से लेकर चेहरे पर लगा लें. सूखने के बाद मुंह को धो लें. इससे स्किन साफ होने के साथ चेहरे पर लंबे समय तक नमी बनी रहती है.
- गर्मी न सिर्फ हमारे शरीर को डिहाइड्रेट करती है बल्कि हमारी त्वचा को बेजान और रूखी भी बना देती है. यूवी किरणें त्वचा को टैन कर देती हैं. टैनिंग से समय से पहले बुढ़ापा आने का खतरा बढ़ जाता है. हमारे हाथ सबसे अधिक सूर्य के संपर्क में आते हैं. इस कारण हमारे हाथों को हानिकारक किरणों से बचाना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में आप कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं.दही और हल्दी का पैक – दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो त्वचा को लाइट और मॉइस्चराइज करते हैं जबकि हल्दी असमान त्वचा की टोन में सुधार करती है. एक कटोरी दही लें और इसमें 1 चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं. इसे एक साथ मिलाएं और मिश्रण को अपने टैन्ड हाथों पर लगाएं. इसे करीब 20 मिनट के लिए छोड़ दें और साफ पानी से धो लें.नींबू का रस – नींबू के रस में मौजूद विटामिन सी त्वचा की कोशिकाओं को यूवी किरणों से बचाता है. एक कटोरी गर्म नींबू का रस लें और इसमें अपने टैन्ड हाथों को लगभग 15 मिनट के लिए भिगो दें. अपने हाथों को ठंडे पानी से धो लें. इसके बाद अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज करें.बादाम का पेस्ट – बादाम विटामिन से भरपूर होते हैं. ये त्वचा के लिए फायदेमंद है. इसके लिए आप 5 से 6 बादाम लें और रात भर के लिए भिगो दें. बादाम को थोड़े से दूध के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को लगाकर रात भर के लिए छोड़ दें और साफ पानी से धो लें.चंदन और हल्दी पाउडर – 2 चम्मच चंदन पाउडर और हल्दी पाउडर लें और इन्हें अच्छी तरह मिला लें. इसमें 2 से 3 बूंद गुलाब जल की मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को अपने हाथों पर लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें. इसे साफ पानी से धो लें. ये पेस्ट त्वचा के रंग में सुधार करता है.एलोवेरा जेल – एलोवेरा जेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ये त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं. ये टैनिंग को दूर करने में मदद करते हैं. एलोवेरा की पत्ती के रस से कुछ ताजा एलोवेरा जेल लें और इसे अपने हाथों पर लगाएं. इसे रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह साफ पानी से धो लें .खीरे का पेस्ट – खीरा विटामिन से भरपूर होता है. जो आपकी त्वचा को फ्रेश रख सकता है. ये खोई चमक को वापस पाने में मदद कर सकता है. एक दो खीरे का रस लें और इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाएं. इस पेस्ट को अपने हाथों पर लगाएं और 30 मिनट के लिए लगा रहने दें. इसके बाद इसे पानी से धो लें.
- बच्चों को मिट्टी में खेलने से हर मां-बाप रोकते हैं. उन्हें लगता है कि इससे ना सिर्फ बच्चे अपने कपड़े खराब कर लेंगे, बल्कि उनके बीमार पड़ने का भी खतरा हो सकता है. लेकिन आप शायद नहीं जानते हैं कि मिट्टी में खेलने से बच्चों को कई अनजाने फायदे मिलते हैं. यह बचपन की यादों का एक बेहतरीन हिस्सा होता है, जो जीवनभर आपके दिमाग में एक खास जगह रखता है. तो अपने बच्चों को ना रोकें, ना टोकें. क्योंकि उन्हें मिट्टी में खेलने से निम्नलिखित फायदे प्राप्त होते हैं.00 मिट्टी में मौजूद सूक्ष्म कीटाणु के संपर्क में आने से इम्यून सिस्टम मजबूत हो जाता है और बार-बार छोटी-मोटी बीमारी होने का खतरा टल जाता है. इसलिए मिट्टी में खेलने से आपको अप्रत्यक्ष रूप से मजबूत स्वास्थ्य मिलता है.00 मिट्टी में खेलने से बच्चों के शरीर में अच्छे बैक्टीरिया का विकास होता है.00 मिट्टी में खेलने से बच्चों को अपनी जगह के प्रति जुड़ाव महसूस होता है. इससे वह प्रकृति के ज्यादा करीब हो पाते हैं. पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए आने वाली पीढ़ी में प्रकृति से जुड़ाव होना बहुत जरूरी है.00 मिट्टी में खेलना बच्चों को मोबाइल और गैजेट्स से दूर रखने में मदद करता है. जिससे उनकी आंखें और शरीर का स्वास्थ्य बेहतर रहता है.00 मिट्टी में खेलना बच्चों की रचनात्मकता में बढ़ोतरी करता है. वह दोस्तों के साथ खेलकर कॉर्डिनेशन और सपोर्ट के असल मायने भी सीखते हैं.
- सेब काफी स्वास्थ्यवर्धक फल है. लेकिन किसी भी चीज का ज्यादा या गलत समय पर इस्तेमाल आपको परेशानी में डाल सकता है. अगर आप सेब का सही समय पर सेवन नहीं करते हैं, तो आपके स्वास्थ्य पर इसका उल्टा असर हो सकता है. इतना ही नहीं, आपको यह समस्या इतनी परेशान कर सकती है कि आपके पेट में तेज दर्द हो सकता है. आपको रात के समय अत्यधिक मात्रा में सेब खाने से बचना चाहिए. क्योंकि, इससे आपकी पाचन क्रिया बहुत धीमी हो सकती है और सेब का पाचन मुश्किल हो सकता है. इसके बाद आपको कब्ज या गैस के कारण तेज पेट दर्द भी हो सकता है. आपको सुबह के समय सेब का खाना चाहिए. जिससे आपको सभी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होंगे.सेब के सेवन से होने वाले फायदेसुबह व दोपहर के समय सेब का सेवन करने से आपको निम्नलिखित फायदे प्राप्त हो सकते हैं. जैसे-सेब में सॉल्यूबल फाइबर होता है, जो आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का निर्माण होने से रोकता है.अगर आप सुबह सेब खाते हैं, तो इसमें मौजूद फाइबर आपके पेट के लिए काफी लाभदायक हो सकता है. सेब का नियमित सेवन कब्ज जैसी समस्या से राहत दिलाता है.सेब में इम्यून सिस्टम बूस्ट करने वाले एंटी-इंफ्लामेटरी गुण, विटामिन-सी आदि पोषक तत्व होते हैं, जो आपको कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं.मधुमेह रोगी आसानी से सेब का सेवन कर सकते हैं. यह एक डायबिटिक फ्रेंडली फूड है.
- चीनी का इस्तेमाल न केवल कई मिठाईयों में किया जाता है बल्कि त्वचा के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. ये त्वचा के रूखेपन को दूर करने और नेचुरल मॉइस्चराइजर के रूप में काम करता है. ये आपकी त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है. आप चीनी से घर पर स्क्रब तैयार कर सकते हैं. ये मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है. आइए जानें घर कैसे तैयार करें चीनी से स्क्रब.चीनी और नींबू – चीनी और नींबू से आप एक स्क्रब तैयार कर सकते हैं. इसके लिए आपको केवल 2 चम्मच चीनी और 4 चम्मच नींबू के रस की जरूरत होगी. इस माश्रण से चेहरे पर तब तक मालिश करें जब तक चीनी पिघल न जाए. इसके बाद आप अपने चेहरे को पानी से धो लें. इसका नियमित रूप से इस्तेमाल टैन और काले धब्बे को दूर करने में मदद कर सकता है.शहद और चीनी – डेड स्किन को हटाने के लिए आप शहद और चीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए दोनों सामग्री को समान मात्रा में मिलाएं. इससे त्वचा की गंदगी साफ होने में मदद मिलेगी. ये मृत त्वचा को हटाने में मदद कर सकता है.जैतून या बादाम का तेल और चीनी – एक बड़ा चम्मच जैतून या बादाम का तेल लें और इसमें चीनी डालकर अच्छी तरह मिला लें. इस पेस्ट को अपने चेहरे पर स्क्रब करें. ये सभी टॉक्सिन को निकालता है. ये आपको एक नेचुरल ग्लो देता है. आप इस स्क्रब का इस्तेमाल कोहनी और घुटनों पर डार्क एरिया को हल्का करने के लिए भी कर सकते हैं. ये मिश्रण ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को भी हटा देता है.चुकंदर और चीनी – होंठों को गुलाबी और मुलायम बनाने के लिए आप इस स्क्रब का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए आपको चुकंदर के रस में एक चम्मच चीनी मिलानी होगी. इसे होठों पर एक मिनट तक मलें और फिर साफ कर लें.पुदीना और चीनी – ये स्क्रब रूखी त्वचा के लिए बेहतरीन उपाय है. इसके लिए आपको 1 से 2 चम्मच चीनी, 3 चम्मच नारियल, 2 बूंद पेपरमिंट ऑयल और आधा चम्मच विटामिन ई तेल को एक साथ मिलाना होगा. नारियल के तेल को डालने से पहले हल्का गर्म करें. इसे अच्छी तरह मिलाकर स्क्रब करें.मिल्की स्क्रब – आप एक मिल्की स्क्रब तैयार कर सकते हैं. इसके लिए आपको 5 संतरे के तेल की बूंदें, 1 चम्मच चीनी और 1 चम्मच दूध की मलाई और 3 चम्मच जैतून के तेल की जरूरत होगी. इन सभी सामग्री को मिलाएं और त्वचा पर लगा कर स्क्रब करें. ये आपकी त्वचा से गंदगी निकालने और टोन करने में मदद करेगा.----
- बदलते मौसम और प्रदूषण का असर अकसर हमारे बालों और स्किन पर आता है। इसी वजह बालों और स्किन को हमारी स्पेशल केयर की जरूरत होती है। स्किन को लिए तो हम नाइट और डे केयर रूटीन को फॉलो कर लेते हैं, लेकिन बालों को भूल जाते हैं। बालों को भी केयर की जरूरत होती है। ऐसे में बेजान बालों के रूखेपन से बचने के लिए आप घर में ही नारियल तेल और गुलाब जल की मदद से सिल्की और शाइनी बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं हेयर मिस्ट बनाने का तरीका और इसका इस्तेमाल।कैसे बनाएं हेयर मिस्टसामग्री3 चम्मच कोल्ड प्रेस्ज नैसर्गिक नारियल तेल1 कप गुलाब जलविधि1 कप गुलाब जल में तीन चम्मच कोल्ड प्रेस्ज नैसर्गिक नारियल तेल को अच्छे से मिक्स करें। इस मिश्रण को ठंडा करें और एक स्प्रे बोटल में डालें ।कैसे करें इस्तेमाल-रात में सोने से पहले इसे अपने बालों पर स्प्रे करें।-हेयप वॉश के बाद बोलों पर स्प्रे कर, सीरम की तरह इस्तेमाल करें।-आप इसे बाल धोने से आधा घंटा पहले रूखे बालों पर स्प्रे करें।---
- 'जाके पांव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई' यह एक लोकोक्ति है जिसे अक्सर किसी का दुख जताने के लिए बोला जाता है। इस लोकोक्ति से समझा जा सकता है कि एडिय़ां फटना इतना दुखदायी होता है कि इसको जोड़ते हुए लोकोक्ति बना दी गई। एडिय़ां फटने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन प्रमुख तौर पर वजन का ज्यादा होना, शरीर में कैल्शियम की कमी, सोराइसिस और बढ़ती उम्र वजह माना जाता है। अगर फटी एडिय़ों पर शुरूआत में ही ध्यान नहीं दिया जाता तो यह परेशानी पैर के तलवों तक में फैल जाती है। इन फटी एडिय़ों की समस्या को आप घर पर ही आसानी से दूर कर सकते हैं।-नीम के पत्तों को क्रश करके उसमें हल्दी मिलाकर उसे फटी एडिय़ों पर लगाएं।- ग्लिसरिन और नीम तेल को रात को सोते समय लोशन की तरह लगाएं।- तीस मिली नीम तेल, 90 मिली तिल का तेल, 30 मिली गाय का घी, 10 ग्राम हल्दी पाउडर और 10 ग्राम नीम पाउडर को मिलाकर एक टाइट कंटेनर में रख दें। और रात को सोते समय इसे फटी एडिय़ों पर लगाएं।- चावल का आटा, नीम तेल और 1 चम्मच नींबू का जूस का स्क्रब बना लें। इसे फटी एडिय़ों पर लगाएं।- 10 मिली अरंडी का तेल, 10 मिली नीम तेल को मिलाकर हिलाएं। इसमें मोम मिलाएं। इस पेस्ट को रात को सोते समय फटी एडिय़ों पर लगाएं।-आधा नींबू के जूस को चावल के आटे में मिलाएं। इससे बना स्क्रब मृत कोशिकाओं को बाहर निकालने में मदद करती हैं। इस तरह फटी एडिय़ों की समस्या दूर होती है।-नींबू के टुकड़ों को रोजाना 20 ग्राम चीनी में डालकर स्क्रब की तरह उपयोग में लाया जा सकता है।- गुनगुने पानी के टब में फ्रेश एलोवेरा जेल, नींबू जूस, सेंधा नमक और 1-2 ड्रोप टी ट्री ऑइल को मिलाएं और अपने पैरों को 10-15 मिनट तक उसी में डालकर रखें। बाद में स्क्रब करें। नींबू त्वचा संबंधी अन्य परेशानियों में भी फायदेमंद है।-सरसों का तेल हर घर में पाया जाता है। इस सरसों के तेल का प्रयोग आप फटी एडिय़ों के उपचार के लिए कर सकते हैं। इसके लिए आपको तेल को गर्म करके उसमें मोम डालना है। फिर ठंडा होने पर कपूर डाल दें। इस मिश्रण को ठंडा होने दें। और रोज इसे एडिय़ों पर लगाएं। इससे आपकी फटी एडिय़ों की समस्या दूर होगी।-फटी एडिय़ों की समस्या किसी भी मौसम में हो सकती है। इस परेशानी से घर पर ही निपटा जा सकता है। घर पर बहुत से घरेलू नुस्खे होते हैं जिनसे बिवाई की परेशानी दूर हो जाती है।
- अत्यधिक तनाव आपके स्वास्थ्य के लिए काफी बुरा होता है. वहीं, जब किसी व्यक्ति को तनाव होने लगता है, तो वह कई दूसरी छोटी-छोटी बातों पर भी तनाव लेने लगता है. इसलिए जरूरी है कि आप तनाव को समय रहते कंट्रोल कर लें. जिससे यह आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर ना डाल सके. यहां आपको ऐसे टिप्स बताए जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने के बाद आप सिर्फ 1 मिनट के अंदर बेहतर महसूस करने लगेंगे.यहां दिए गए तरीकों को अपनाने से आपको सिर्फ 1 मिनट के अंदर बेहतर महसूस होना शुरू हो जाएगा. आप इन तरीकों को लंबे समय तक अपनाकर तनाव को बिल्कुल खत्म कर सकते हैं. लेकिन, इसके लिए आपको इन तरीकों पर विश्वास करना बहुत जरूरी है. क्योंकि, विश्वास की शक्ति किसी भी उपाय का प्रभाव बढ़ा देती है.00 तनाव को कम करके दिमाग शांत करने के लिए आपको गहरी सांस लेना चाहिए. जब शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है, तो दिमाग को राहत मिलती है.00आप तनाव कम करने के लिए स्ट्रेस टॉय (Stress toy) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. स्ट्रेस टॉय का इस्तेमाल आपके ध्यान को परेशानी से हटाने में मदद करता है.00 म्यूजिक काफी फायदेमंद टिप है, जिसकी मदद से आप अपना मूड सही कर सकते हैं. आप दिमाग को शांत करने वाला या खुशनुमा म्यूजिक सुनें.00 जब भी तनाव हो, तो अपने मनपसंद व्यक्ति से बात करें. इसके लिए आप उन्हें फोन करके अपनी परेशानी बताएं. इस तरह आप के दिमाग से तनाव का प्रेशर कम होगा.00 किसी भी समस्या का हल समय के साथ मिलता है. इसलिए अपनी जिंदगी में सब्र और सकारात्मकता बरतें. आप अच्छी बातों के बारे में सोचें, इससे आपको खुशी मिलेगी.
- आप तेजी से बढ़ते वजन से परेशान हैं तो ये खबर आपके काम की है. कुछ लोग बेली फैट घटाने के लिए तरह-तरह के नुस्खे आजमाते हैं, इसके बाद भी कई बार उन्हें रिजल्ट नहीं मिलता है. ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं शहद के फायदे जी हां शहद वजन घटाने में कारगर माना गया है. इसके नियमित सेवन से न सिर्फ वजन कम होता है, बल्कि शरीर को कई तरह के दूसरे फायदे भी मिलते हैं.खराब लाइफस्टाइल खानपान और फिजिलकल एक्टिविटी न करने का सबसे ज्यादा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. आरामदायक जीवन-शैली के कारण लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं. मोटापे (obesity) के कारण हार्ट अटैक, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हाई यूरिक एसिड का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में आप शहद की मदद से वजन और पेट की चर्बी कम कर सकते हैं.1. दूध और शहद का सेवनहम अकसर देखते हैं कि ज्यादातर लोग दूध में चीनी डालकर पीते हैं, लेकिन अगर आप बेली फैट की समस्या से जूझ रहे हैं तो चीनी की जगह दूध में शहद मिलाकर पीएं. खाली पेट उबले हुए दूध में शहद डालकर पीने से आपको फायदा पहुंच सकता है, क्योंकि, इसमें कैलोरी बहुत अधिक नहीं होती. ऐसे में आप बेली फैट को कम करने के लिए एक गिलास गुनगुने दूध में एक से दो चम्मच शहद डालकर पी सकते हैं.2. गर्म पानी के साथ शहद का सेवनअगर आप तेजी से वजन घटाना चाहते हैं तो खाली पेट गर्म पानी में शहद मिलाकर पीएं. इससे वजन कम करने में मदद मिलती है. आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी डाल सकते हैं. इससे बेहद ही फायदा होता है. यह बेली फैट घटाने के साथ ही शरीर से सभी तरह के विषाक्त पदार्थों को भी बाहर कर देता है.3. ओट्स और शहद का सेवनकुछ लोग वजन कम करने के लिए ओट्स का सेवन करते हैं, लेकिन अगर शहद के साथ ओट्स का सेवन किया जाए तो तेजी से वजन घट सकता है. दरअसल, ओट्स में फाइबर की अच्छी-खासी मात्रा पाई जाती है. साथ ही इसमें बेहद ही कम कैलोरी होती हैं. अगर आप ओट्स में शहद डालकर सेवन करेंगे तो इससे मिलने वाला फायदा दोगुना हो सकता है.
- बारिश में मौसम में चेहरे पर रेडनेस, खुजली, पिंपल्स और मुहांसों की समस्याएं बढ़ जाती हैं. ऐसे में अगर आप भी मुहांसों की समस्या से परेशान हैं तो ये खबर आपके काम आ सकती है. हम आपके लिए हल्दी से तैयार कुछ घरेलू उपाय लेकर आए हैं, जो न सिर्फ आपको मुहांसों से राहत दिलाएंगे बल्कि चेहरे (face) को भी खूबसूरत बनाने में मदद करेंगे.दरअसल, हल्दी एक ऐसी चीज है, जिसमें कई तरह के प्राकृतिक गुण होते हैं, जो त्वचा की प्रॉब्लम्स को दूर करने का काम करता है. मुख्य तौर पर इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मुहांसों को कम करने में मदद करते हैं. अगर किसी के चेहरे पर मुहांसों के निशान हैं तो हल्दी से तैयार 3 फेस पैक का उपयोग करें.हल्दी, शहद और नींबू का इस तरह करें उपयोग---इस पेस्ट को बनाने के लिए एक कटोरी में चुटकी भर हल्दीदो बड़े चम्मच शहद और एक चम्मच नींबू मिलाएं.इन तीनों चीजों को मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें और करीब 15 मिनट बाद चेहरे को धो लें.आप चेहरे के मुंहासों को दूर रखने के लिए इस उपाय को हफ्ते में दो बार उपयोग कर सकते हैं.कैसे काम करता है यह उपाय---शहद त्वचा को मॉश्चराइज करने का काम करती है और नींबू का रस दाग- धब्बों को हटाने का काम करता है. बेदाग त्वचा पाने के लिए हफ्ते में दो बार ये फेस पैक लगाएं.हल्दी और एलोवेरा जेल का ऐसे करें उपयोग---------आप सबसे पहले एलोवेरा जेल को एक कटोरी में निकाल लें और उसमें चुटकी भर हल्दी डालें.इन दोनों चीजों को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें.इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और करीब 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें.चेहरे को धो लें और फिर मॉश्चराइजर लगाएं.कैसे काम करता है उपाय--------ऐलोवेरा जेल जैसे मुंहासों को ठीक करता है वैसे दाग- धब्बों को मिटाता है. इसके अलावा त्वचा से एकस्ट्रा ऑयल भी हटाने में मदद करता है. हल्दी में करक्यूमिन होता है जो चेहरे के मुंहासों को दूर करने में मदद करता है. इससे त्वचा साफ और चमकदार नजर आती है.हल्दी, कॉफी और दही से साफ करें चेहरे की गंदगी----एक कटोरी में पिसी हुई कॉफी के साथ दही लें और इसमें एक चम्मच हल्दी मिलाएं.इस पेस्ट को अपने चेहरे पर 20 मिनट तक लगाएं रखें.इसके बाद गुनगुने पानी से धो लें और चेहरे को धोकर मॉश्चराइजर लगाएं.कैसे काम करता है यह उपाय---दही त्वचा में एक्सट्रा ऑयल को नियंत्रित करने का काम करता है और कॉफी त्वचा को एक्सफोलिएट करता है, जिससे त्वचा में जमी गंदगी साफ हो जाती है.