- Home
- देश
-
बाराबंकी (उप्र) .उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के टिकैतनगर थाना क्षेत्र के बेलखरा गांव में सरयू नदी में नहाने गए तीन किशोरों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना शनिवार शाम की है जब सलाउद्दीन (12), उसका भाई कुतुबुद्दीन (14) और मोहम्मद कॉशन (16) नदी में नहाने गए थे । उन्होंने बताया कि इसी दौरान वह गहरे पानी में डूब गये। उप जिलाधिकारी विजय कुमार त्रिवेदी ने बताया कि रविवार सुबह स्थानीय लोगों की मदद से तीनों किशोरों के शव निकाले गये। त्रिवेदी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पीड़ित परिवारों को जांच-पड़ताल के बाद मुख्यमंत्री सहायता कोष से आर्थिक मदद की जाएगी। -
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश में अनेक ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जो स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास से जुड़े हैं। उन्होंने लोगों से ऐसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पर जाने और स्वतंत्रता आंदोलन में उनके महत्व को समझने का आग्रह किया। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर मनाए जा रहे ‘‘अमृत महोत्सव'' के तहत रेलवे ने 18 जुलाई से 23 जुलाई के बीच ‘‘आजादी की रेल गाड़ी और रेलवे स्टेशन'' सप्ताह मनाया। इसमें 27 रेलगाड़ियों और देश के 24 राज्यों के 75 रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस प्रयास का लक्ष्य है कि लोग आजादी की लड़ाई में भारतीय रेल की भूमिका को जानें। उन्होंने कहा, ‘‘देश में अनेक ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जो स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास से जुड़े हैं। आप भी, इन रेलवे स्टेशन के बारे में जानकर हैरान होंगे।'' इस क्रम में प्रधानमंत्री ने झारखंड के नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो, लखनऊ के पास स्थित काकोरी रेलवे स्टेशन, तमिलनाडु के तूत्तुक्कुडि जिले के वान्ची मणियाच्ची जंक्शन का उल्लेख किया और इनके ऐतिहासिक महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह सूची काफी लम्बी है। देशभर के 24 राज्यों में फैले ऐसे 75 रेलवे स्टेशन की पहचान की गई है। इन 75 स्टेशन को बहुत ही खूबसूरती से सजाया जा रहा है। इनमें कई तरह के कार्यक्रमों का भी आयोजन हो रहा है। आपको भी समय निकालकर अपने पास के ऐसे ऐतिहासिक स्टेशन पर जरूर जाना चाहिए।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा करने से लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन के ऐसे इतिहास के बारे में विस्तार से पता चलेगा, जिनसे वह अभी तक अनजान रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आसपास के स्कूल के विद्यार्थियों से आग्रह करूंगा, शिक्षकों से आग्रह करूंगा कि अपने स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों को ले करके जरूर स्टेशन पर जाएं और पूरा घटनाक्रम उन बच्चों को सुनाएं और समझाएं।'' ‘‘आजादी की रेलगाड़ी और रेलवे स्टेशन'' कार्यक्रम के तहत भारतीय रेलवे ने स्टेशन भवनों पर रोशनी और सजावट, स्टेशनों पर प्रदर्शनियां, फोटो गैलरी और डिस्प्ले लगाए थे। साथ ही स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर वीडियो क्लिप दिखाए गए और देशभक्ति के गीत बजाए गए। इस दौरान स्टेशन के महत्व को उजागर करने के लिए स्टेशन से संबंधित स्वतंत्रता संग्राम के सार वाले नुक्कड़ नाटक और प्रहसन का मंचन भी किया गया। कुछ ट्रेन को सुरुचिपूर्ण ढंग से फूलों से सजाया गया और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
-
नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर शहर में एक युवक ने अपने पूर्व किरायेदार की कथित तौर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किरायेदार ने अपनी 16 वर्षीय बेटी का पीछा करने पर युवक को डांटा था।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बलराम पांडे (20) नाम के आरोपी के घर में नारायण प्रसाद द्विवेदी (35) पिछले 10 वर्षों से किराये पर रह रहे थे। द्विवेदी रेलवे स्टेशन पर एक फूड स्टॉल के संचालक थे। उन्होंने बताया, आरोपी पांडे लगातार द्विवेदी की 16 वर्षीय बेटी को परेशान कर रहा था। किशोरी द्वारा अपनी मां से इस बारे में शिकायत किए जाने के बाद द्विवेदी ने आरोपी पांडे को चेतावनी दी। किशोरी के पिता ने इसलिए मामला दर्ज नहीं कराया कि आरोपी के पिता ने वादा किया कि वह आगे ऐसी हरकतें नहीं करेगा। अधिकारी के अनुसार, हालांकि, उसने (युवक ने) किशोरी को परेशान करना जारी रखा। उन्होंने बताया, 28 जुलाई को जब किशोरी का परिवार किसी अन्य स्थान पर किराये का मकान लेकर रहने जा रहा था, तब आरोपी युवक ने उसे ऐसा करने पर गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी। हालांकि, द्विवेदी ने आरोपी पांडे का मकान खाली कर दिया और वह रविवार शाम रेलवे स्टेशन जा रहे थे, तभी आरोपी ने उन्हें एक स्थान पर रोका और चाकू घोंपकर उनकी हत्या कर दी। गिट्टिखदान पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि आरोपी पांडे को कुछ समय बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ हत्या और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की अन्य धाराओं तथा यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। -
रतलाम। प्राथमिक सरकारी स्कूल में शिक्षक द्वारा एक छात्रा को लगातार थप्पड़ मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद अधिकारियों ने मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में एक आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने रविवार को दी। जिला शिक्षा अधिकारी के सी शर्मा ने बताया कि इस मामले में मामटखेड़ा में शासकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय के संबंधित शिक्षक आरोपी जेके मोगरा को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पिपलोदा के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) शक्ति सिंह परिहार मामले की जांच कर रहे हैं और जांच पूरी होने पर नियमानुसार उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में जावरा के समीप गांव मामटखेड़ा में पदस्थ आरोपी शिक्षक द्वारा छात्राओं को पीटने के कारण छात्राओं के स्कूल नहीं आने की बात सामने आई है। उन्होंने कहा कि स्कूल में पढ़ाने का ये तरीका अनुचित है। -
अजमेर। राजस्थान के अजमेर में एक मां के लिए उसका रिटायरमेंट यादगार बन गया। क्योंकि जब टीचर सुशीला चौहान रिटायर हुईं तो उनका बेटा उनको हेलीकॉप्टर से लेने पहुंचा। योगेश अपने घर के समीप तोपदड़ा स्कूल के खेल मैदान तक हेलीकॉप्टर में अपनी मां को लेकर आया। मां के प्रति बेटे के अनुराग की चर्चा चारों तरफ हो रही है।
बता दें, तोपबड़ा निवासी योगेश चौहान अमेरिका में एक कंपनी में इंजीनियर पद पर कार्यरत हैं। योगेश अपनी पत्नी और बच्चों के साथ 14 साल से अमेरिका में ही रह रहे हैं। योगेश चौहान की मां सुशीला चौहान चोपड़ा स्कूल के समीप रहती हैं। पीसांगन पंचायत समिति क्षेत्र में केसरपुरा ग्राम पंचायत में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से शनिवार को वह रिटायर हुईं। स्कूल से सेवानिवृत्ति के बाद टीचर सुशीला देवी को घर ले जाने के लिए स्कूल के खेल मैदान पर हेलीकॉप्टर खड़ा मिला। दरअसल, अपनी शिक्षक मां सुशीला चौहान के रिटायरमेंट पर अमेरिका से परिवार के साथ योगेश चौहान चार दिन पहले ही अजमेर आए। योगेश चौहान ने आते ही जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर के लिए परमिशन ली।
योगेश चौहान बताते हैं कि दो साल पहले उनके घर में बेटी का जन्म हुआ। सुशीला चौहान अपनी पोती से नहीं मिल पाई थीं। हालांकि फोन पर वह अक्सर कहा करती थीं कि जब उनकी पोती भारत आएगी, तब किशनगढ़ एयरपोर्ट से वह अपनी पोती को हेलीकॉप्टर में अजमेर लेकर आएंगी। बस तब से ही मन में ठान लिया था कि मां की सेवानिवृत्ति पर उन्हें हेलीकॉप्टर से अजमेर लेकर आना है।
योगेश चौहान आगे बताते हैं कि हम चाहते थे कि मम्मी के लिए कुछ अच्छा करें। मम्मी ने बहुत कठिन परिश्रम में मुझे आज वहां पहुंचाया, जहां आज हम हैं। इसलिए हम भी मम्मी के लिए एक यादगार लम्हा बनाना चाहते थे, इसलिए हम उनको हेलीकॉप्टर से लेने पहुंचे।
सुशीला चौहान ने बताया कि राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केसरपुरा से मेरा रिटायरमेंट हुआ है। मेरे बेटे यह नायाब तोहफा मुझे दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे पोती को हेलीकॉप्टर से लाना था, लेकिन उसने नहीं लाने दिया, बेटे ने कहा कि मम्मी मैं आपको हेलीकॉप्टर से लेने आऊंगा। सुशीला ने कहा कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। - भोपाल। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)-भोपाल की एमबीबीएस की एक छात्रा ने एम्स परिसर स्थित अपने हॉस्टल की तीसरी मंजिल से रविवार शाम को कथित तौर पर कूदकर आत्महत्या कर ली। बागसेवनिया थाना के प्रभारी संजीव कुमार चौकसे ने बताया कि 20 वर्षीय मारिया मथाई ने यहां एम्स परिसर स्थित गर्ल्स हॉस्टल की तीसरी मंजिल से शाम छह बजे के आसपास कूदकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि मथाई एम्स भोपाल में एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और इसी हॉस्टल में रहती थी। चौकसे ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मथाई पिछले कुछ दिनों से अवसाद में थी। थाना प्रभारी ने कहा कि उसने यह कदम क्यों उठाया, इसका पता लगाया जा रहा है। मथाई केरल के एर्नाकुलम की रहने वाली थी। चौकसे ने कहा कि पुलिस को घटनास्थल या हॉस्टल में मथाई के कमरे से कोई पत्र नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच जारी है।
- नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा के थाना रबूपुरा क्षेत्र के ग्राम मोहम्मदपुर जादौन के पास रविवार की शाम एक बस और कार में सीधी टक्कर हो गई, जिससे इस घटना में एक व्यापारी की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने इसकी जानकारी दी । पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रविवार की शाम हुयी इस घटना में मारे गये व्यवसायी की पहचान कार में सवार पुरुषोत्तम उर्फ डब्बू लाला के तौर पर की गयी है । उन्होंने बताया कि हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गयी । उन्होंने बताया कि दो अन्य लोग घायल हो गये जिन्हें कैलाश अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- गोपेश्वर। सावन की बौछारों के बीच उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध ‘फूलों की घाटी' में हर ओर रंग-बिरंगे फूलों की निराली छटा बिखरी हुई है, जिसका दीदार करने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंच रहे हैं। सावन की हरियाली के बीच दूर तक फैले प्रकृति के सभी चटख रंगों के फूल घाटी की सुन्दरता को चार चांद लगा रहे हैं और पर्यटक इन नजारों का लुत्फ उठा रहे हैं। ख्याति प्राप्त छायाकार और फूलों की घाटी पर कई ‘कॉफी टेबल बुक' के लेखक व फिल्मकार चन्द्रशेखर चौहान कहते हैं कि यहां मौजूद पीले रंग का ‘पैटिकुलस' जिसे हल्दिया के नाम से भी जाना जाता है, अपनी छटा खूब बिखेर रहा है। उन्होंने बताया कि इन दिनों यहां हल्दिया की दोनों प्रजातियां खिली हुई हैं। इसके अलावा, अपनी सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध ब्लू-पापी और गुलाबी रंग के ‘डांग फ्लावर' भी खिल रहे हैं। डांग फ्लावर बालसम की प्रजाति है। पर्यटक भी फूलों की घाटी के नजारों से उत्साहित दिखे। शनिवार शाम को फूलों की घाटी की सैर करके लौटे चंडीगढ़ निवासी पर्यटक दीक्षित ने कहा कि उन्होंने पहले कभी देश और दुनिया में ऐसी सुन्दरता नहीं देखी। उन्होंने कहा, ‘‘घाटी के जिन नयनाभिराम नजारों से रूबरू हुआ, वह पहले कभी नहीं देखा था।'' उन्होंने यहां फूलों की 70 प्रजातियों की पहचान की।हैदराबाद के कृष्णा ने कहा कि घाटी की यात्रा के अनुभव को शब्दों में बयां करना संभव नहीं है और अनोखी वनस्पति के अलावा यहां के मनमोहक दृश्य भी अकल्पनीय थे। वन अनुसंधान से जुड़े एक पूर्व अधिकारी हरीश नेगी बताते हैं कि बर्फ पिघलने के साथ ही फूलों की घाटी में पुष्पों का खिलना शुरू हो जाता है और जुलाई मध्य से लेकर अगस्त मध्य तक यहां की अधिकतर वनस्पतियों में पुष्प पल्लवित हो उठते हैं। इन दिनों मुख्य रूप से एनिमोन, हल्के नीले और लेवेंडर रंग का जिरेनियम, मार्शमेरी-गोल्ड, लच्छेदार नीले फूलों वाला प्राईमूला, पोटेनटिला, जियम, एस्टर, लिलियम, हिमालयन ब्लू पॉपी, एकोनाईटस, डेलिफिनियम, रैननकुलस, कार्डिएलिस, इन्यूला, ब्रह्मकमल, कैंपान्यूला आदि अनेक प्रजातियां घाटी में खिली हुई हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये सभी औषधीय गुणों से भी भरपूर हैं। कोविड-19 के चलते पिछले दो साल से घाटी पर्यटकों के लिए बंद रही। फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क की प्रभारी अधिकारी चेतना कांडपाल ने ‘ बताया कि शनिवार शाम तक 6,889 पर्यटक फूलों की घाटी का भ्रमण कर चुके है जिनमें 87 विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। शनिवार को ही करीब 150 पर्यटकों ने फूलों की घाटी का लुत्फ उठाया।
- मथुरा (उत्तर प्रदेश)। हरियाली तीज के अवसर पर सोने—चांदी से बने हिण्डोलों में विराजमान ठाकुर बांकेबिहारी की एक झलक पाने के लिए रविवार को वृन्दावन में देश—विदेश से आए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। ठाकुर बांकेबिहारी वर्ष में केवल इसी दिन 12 घण्टे से अधिक समय तक दर्शन देते हैं। यह सिलसिला आधी रात तक जारी रहा। मंदिर के सेवायत प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि हरियाली तीज पर ठाकुर बांकेबिहारी इस हिण्डोले में पूरे ठाठ-बाट के साथ विराजते हैं और इसी के साथ ही वृन्दावन के अन्य मंदिरों में भी हिण्डोला उत्सव की शुरुआत हो गयी। यह महोत्सव रक्षाबंधन तक मनाया जाता है और इसे झूलनोत्सव भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि वृन्दावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर सहित अन्य सभी प्रमुख मंदिरों एवं बरसाना के लाडि़ली जी मंदिरों में भी हरियाली तीज का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।
- रतलाम (मप्र। मध्यप्रदेश के रतलाम में शासकीय मेडिकल कॉलेज के सात छात्रों के खिलाफ रैगिंग में कथित संलिप्तता के लिए प्राथमिकी दर्ज की गयी और उन्हें एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी है। अधिकारी ने बताया कि यह घटना 28 जुलाई को हुई थी और एक दिन बाद सोशल मीडिया पर जूनियर छात्रों को थप्पड़ मारते हुए दिखाए जाने वाले वीडियो सामने आए थे। औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने के सहायक पुलिस उपनिरीक्षक सुरेश कुमार शिंदे ने बताया कि रतलाम मेडिकल कॉलेज के वार्डन डॉ. अनुराग जैन की लिखित शिकायत के आधार पर शनिवार रात को सात छात्रों के खिलाफ भादंसं की धारा 323, 341 एवं 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपी छात्रों पर कॉलेज के पुरूष छात्रावास में जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग का आरोप है। कॉलेज के डीन डॉ. जीतेन्द्र गुप्ता ने बताया कि इन सातों छात्रों को कॉलेज से एक साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। गौरतलब है कि वीडियो में छात्र जूनियर को लाइन में खड़ा कर थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं, बाद में मौके पर पहुंचे वार्डन डॉ. जैन पर बोतले फेंकने की घटना भी हुई थी।
-
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल ने लेखपाल परीक्षा के पेपर लीक रैकेट से जुडे 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। विशेष कार्य बल ने कहा है कि उसकी समय पर की गई कार्रवाई के कारण इस परीक्षा का पेपर लीक नहीं हुआ। ये गिरफ्तारियां वाराणसी, बरेली, प्रयागराज, लखनऊ और कानपुर सहित कई जिलों में की गई हैं। गिरफ्तार लोगों में ऐसे लोग भी शामिल हैं जो स्वयं उम्मीदवार नहीं थे तथा अन्य के नाम से परीक्षा परीक्षा दे रहे थे और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे थे। यह परीक्षा रविवार को राज्य के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित की गई थी।
-
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण-एन.आई.ए. ने इस्लामिक स्टेट मॉड्यूल मामले से जुड़ी गतिविधियों के सिलसिले में छह राज्यों में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है। जांच एजेंसी ने मध्यप्रदेश में भोपाल और रायसेन जिलों, गुजरात में भरूच, सूरत, नवसारी और अहमदाबाद जिलों, बिहार में अररिया जिले, कर्नाटक में भटकल और तुमकुर, महाराष्ट्र में कोल्हापुर और नांदेड़ तथा उत्तर प्रदेश में देवबंद जिले में संदिग्धों के 13 परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई में कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं।
- नई दिल्ली। भारत और ओमान के बीच चौथा सैन्य अभ्यास अल- नजाह कल से राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के विदेशी प्रशिक्षण नोड में होगा। ओमान पैराशूट रेजिमेंट के साठ जवानों के साथ शाही सेना की टुकड़ी अभ्यास स्थल पर पहुंच गई है। अठारहवीं मेकेनाइज इन्फैंटरी बटालियन के जवान भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले दोनों देशों के बीच सैन्य अभ्यास 12 से 25 मार्च 2019 तक मस्कट में आयोजित किया गया था। यह अभ्यास 13 अगस्त तक चलेगा। इसका उद्देश्य दोनों देशों की सेना के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाना है। इससे दोनों देशों के आपसी संबंधों को भी बढ़ावा मिलेगा।
-
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय, पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत के आवास पर तलाशी अभियान चला रहा है। भांडुप स्थित संजय राउत के मैत्री बंगले में पिछले सात घंटे से निदेशालय के करीब दस अधिकारी यह अभियान चला रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी आज सुबह करीब सात बजे शिवसेना सांसद के आवास पहुंचे। अधिकारियों के श्री राउत के आवास पर पहुंचने की खबर के बाद शिवसेना कार्यकर्ता उनके आवास के बाहर जमा हो गए और उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय तथा केंद्र के खिलाफ नारेबाजी की।
संजय राउत के भाई सुनील राउत ने बताया कि शिवसेना नेता ने कहा है कि पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।प्रवर्तन निदशालय ने हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड-एच.डी.आई.एल. की सहायक कंपनी, मेसर्स गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मुंबई के गोरेगांव में पात्रा चॉल परियोजना के पुनर्विकास में अनियमितताओं से संबंधित एक मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत सहित तीन लोगों की 11 करोड 15 लाख रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की थी।जिन अन्य व्यक्तियों की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क की गई है उनमें व्यवसायी प्रवीण राउत और संजय राउत के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर हैं।प्रवर्तन निदेशालय ने 13 मार्च, 2018 की प्राथमिकी के आधार पर धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत इस मामले की जांच शुरू की थी।प्रवर्तन निदेशालय ने प्रवीण राउत को 4 फरवरी को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था। यह पाया गया था कि प्रवीण ने एच.डी.आई.एल. से 100 करोड़ रुपये लिए थे और उसे अपने सहयोगियों, परिवार के सदस्य, संजय राउत के परिवार सहित उनकी व्यावसायिक संस्थाओं के विभिन्न खातों में जमा किया। ।निदेशालय ने पिछले वर्ष संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से पी.एम.सी. बैंक धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले और प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी के साथ उनके कथित संबंधों के संबंध में भी पूछताछ की थी। - मुंबई । केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और राज्य मंत्री श्रीपद नायक ने आज मुंबई में चाबहार दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर ईरान, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान और अफगानिस्तान के प्रतिनिधि उपस्थित थे।चाबहार बंदरगाह भारत के हिन्द प्रशांत क्षेत्र को यूरेशिया और हिन्द महासागर क्षेत्र के साथ जोड़ने का मुख्य स्तंभ है। यह बंदरगाह भारत को जोड़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे नेटवर्क का भी अंग है।ईरान के बंदरगाह और समुद्री संगठन के उप-प्रमुख जलील इस्लामी ने कहा कि चाबहार बंदरगाह की भारत और ईरान के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है। इस व्यापार मार्ग के खुलने से भारत और यूरेशियाई देशों के लिए नये रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा कि ईरान ने चाबहार बंदरगाह के माध्यम से भारत और ईरान के बीच व्यापार सहयोग की गतिविधियां बढ़ाने के लिए विशेष छूट दी है।
-
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की है कि आजादी के अमृत महोत्सव ने जन आंदोलन का रूप ले लिया है। आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में श्री मोदी ने कहा कि इस महोत्सव से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों में जीवन और समाज के हर क्षेत्र से जुड़े लोग भागीदारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मन की बात की यह 91वीं कड़ी अत्यधिक विशेष है क्योंकि भारत शीघ्र ही अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रोता सौभाग्यशाली है कि वे स्वतंत्र भारत में पैदा हुए हैं। यह सोचने वाली बात है कि यदि हम गुलामी के दौर में पैदा होते तो इस दिन की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। यह सोचने वाली बात है कि उस दौर के लोगों के लिए गुलामी से मुक्ति की वो तड़प, पराधीनता की बेड़ियों से आजादी की वो बेचैनी कितनी बड़ी रही होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि लाखों देशवासियों ने स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी और बलिदान दिया।आज शहीद उधम सिंह की पुण्यतिथि भी है। प्रधानमंत्री ने शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने अपना सर्वस्व देश के लिए न्यौछावर कर दिया था। प्रधानमंत्री ने इस महीने के शुरू में मेघालय में अमृत महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रम का जिक्र किया, जहां लोगों ने मेघालय के बहादुर योद्धा यू टिरोत सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया। टिरोत सिंह ने खासी हिल्स पर नियंत्रण करने और वहां की संस्कृति पर प्रहार करने के अंग्रेजों के षड्यंत्र का पुरजोर विरोध किया था। मेघालय में आयोजित कार्यक्रम में राज्य की संस्कृति को बड़ी खूबसूरती से दिखाया गया। श्री मोदी ने कर्नाटक में अनूठे अभियान अमृता भारती कन्नड़ार्थी का भी जिक्र किया। इस अभियान के तहत राज्य के 75 स्थानों पर आजादी का अमृत महोत्सव से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए गए।प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महीने अत्यधिक दिलचस्प प्रयास किया गया है, जिसका नाम है - आजादी की रेलगाड़ी और रेलवे स्टेशन। इस प्रयास का उद्देश्य लोगों को स्वतंत्रता संघर्ष में भारतीय रेलवे की भूमिका की जानकारी देना है। श्री मोदी ने कहा कि झारखंड में गोमो जंक्शन को अब आधिकारिक रूप से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जंक्शन गोमो के नाम से जाना जाता है। यह वही स्टेशन है जहां कालका मेल में सवार होकर नेता सुभाष चन्द्र बोस ब्रिटिश अधिकारियों को चकमा देने में सफल रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि लखनऊ के पास काकोरी रेलवे स्टेशन का नाम रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां जैसे जांबाजों से से जुड़ा है। तमिलनाडु के तुतुकुडी जिले में वांची मणियांची जंक्शन का नाम स्वाधीनता सेनानी वांची नाथम के नाम पर रखा गया है। वांची ने 25 वर्ष की उम्र में अंग्रेज कलेक्टर को उसके कुकृत्य की सजा दी थी।देश के 24 राज्यों में इस तरह के 75 रेलवे स्टेशनों की पहचान की गई है। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से आसपास के ऐसे ऐतिहासिक स्टेशन को देखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आसपास के स्कूलों के विद्यार्थियों को शिक्षकों को इन स्टेशनों को देखना चाहिए और वहां के घटनाक्रम की जानकारी बच्चों को देनी चाहिए।प्रधानमंत्री ने हर घर तिरंगा अभियान का भी उदाहरण दिया, जो आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने श्रोताओं से इस आंदोलन का अंग बनने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों को 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि तिरंगा हमें जोड़ता है और देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा देता है। प्रधानमंत्री ने यह सुझाव भी दिया कि लोग दो अगस्त से 15 अगस्त तक अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर तिरंगे का चित्र लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दो अगस्त का भारतीय ध्वज से विशेष संबंध है। दो अगस्त पिंगली वेंकैया की जयंती है जिन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को डिजाइन किया था। प्रधानमंत्री ने महान क्रांतिकारी भीकाजी कामा को भी याद किया, जिन्होंने तिरंगे को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव का सबसे बड़ा संदेश यही है कि प्रत्येक व्यक्ति को पूरे समर्पण के साथ अपना कर्तव्य निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्ष का अमृत काल प्रत्येक देशवासी के लिए कर्तव्य काल भी है।श्री मोदी ने कहा कि कोविड महामारी से लड़ाई अब भी चल रही है और समग्र स्वास्थ्य देशभाल में बढ़ती रूचि से प्रत्येक व्यक्ति को इस महामारी से निपटने में सहायता मिली है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इसके लिए पारम्परिक भारतीय चिकित्सा पद्धति उपयोगी साबित हुई है। आयुष ने वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आयुर्वेद और भारतीय औषधियों में दुनियाभर की रूचि बढ़ रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है और इस क्षेत्र में अनेक नए स्टार्ट-अप उभर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में आयोजित वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्मेलन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान लगभग दस हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले। प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के दौरान औषधीय पौधों पर अनुसंधान बड़ा और इसके बारे में अनेक अध्ययन प्रकाशित किए जा रहे हैं। यह अच्छी शुरूआत है।प्रधानमंत्री ने भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम का भी जिक्र किया जो इसी महीने शुरू किया गया है। संरक्षित पौधों या उनके अंगों की डिजिटल छवि का संग्रह है। यह इंटरनेट पर नि शुल्क उपलब्ध है। इस वर्चुअल हर्बेरियम में एक लाख से अधिक सहजातियों के पौधे और उनकी वैज्ञानिक जानकारी उपलब्ध है। यह भारत की जीव वैज्ञानिक विविधता की समृद्ध छवि प्रस्तुत करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हर्बेरियम भारतीय वनस्पति जगत पर अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण साधन बनेगा।प्रधानमंत्री ने सफलता की विभिन्न गाथाओं का जिक्र करते हुए कहा कि शहद उत्पादन में किसानों ने कई आश्चर्यजनक कार्य किए हैं। हरियाणा में यमुनानगर के किसान सुभाष काम्बोज लगभग दो हजार बक्सों में मधुमक्खी पालन करते हैं उनका शहद कई राज्यों में भेजा जाता है। जम्मू के पल्ली गांव के किसान विनोद कुमार ने पिछले वर्ष रानी मक्खी को पालने का प्रशिक्षण लिया, अब वे प्रति वर्ष 15 से 20 लाख रुपये तक कमाई कर रहे हैं। श्री मोदी ने कर्नाटक के किसान मधुकेशवर हेगड़े का भी उदाहरण दिया जिन्होंने सरकार से मधुमक्खियों की 50 कालोनियों के लिए सब्सिडी ली। आज उनके पास आठ सौ से अधिक कॉलोनी हैं और कई टन शहद बेचते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद में शहद को अत्यधिक महत्व दिया गया है और उसे अमृत बताया गया है। आज शहद उत्पादन में इतनी अधिक संभावनाएं हैं कि प्रोफेशनल पढ़ाई करने वाले युवा भी इसे स्वरोजगार बना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इसी तरह का उदाहरण देते हुए उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के युवा निमित सिंह का जिक्र किया। निमित ने बी टेक किया है लेकिन उन्होंने मधुमक्खी पालन शुरू किया और गुणवत्ता की जांच के लिए लखनऊ में अपनी प्रयोगशाला बनाई। निमित अब शहद और मोम से अच्छी कमाई कर रहा है और किसानों को प्रशिक्षण भी दे रहा है। श्री मोदी ने कहा कि भारत से शहद का निर्यात भी बढ़ गया है। उन्होंने राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन जैसे अभियानों और किसानों के परिश्रम को इसका श्रेय दिया। - तेजपुर (असम। अपनी तरह के पहले अध्ययन में पता चला है कि दृश्य सीमा से परे धरती से करीब 1.5 से 3.9 अरब प्रकाश वर्ष दूर नये तारे बन रहे हैं। तेजपुर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के लेख में यह दावा किया गया है। प्रतिष्ठित विज्ञान जर्नल ‘नेचर' में इस महीने प्रकाशित इस लेख के प्रमुख लेखक अंशुमान बोरगोहेन हैं। अंशुमान एक शोधकर्ता हैं, जो भारत, अमेरिका और फ्रांस के खगोलविदों की टीम के सदस्य रहे हैं। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अतीत की बौनी आकाशगंगाएं वर्तमान समय के रूप में कैसे विकसित हुईं। इसलिए ब्रह्मांडीय युग में उनके एकत्र होने की प्रक्रिया को दर्शाने को आकाशगंगा के निर्माण एवं विकास की पूरी तस्वीर को पूरा करने के लिहाज से अहम कड़ी माना जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के आईबीएम अनुसंधान विभाग में एक प्रमुख शोधकर्ता ब्रूस एल्मेग्रीन, जो अध्ययन में शामिल थे, ने कहा कि यह एक रहस्य रहा है कि इस तरह की कुछ छोटी आकाशगंगाओं में इस तरह के सक्रिय तारों का निर्माण कैसे हो सकता है। तेजपुर विश्वविद्यालय की विज्ञप्ति में कहा गया कि भारत की पहली समर्पित बहु-तरंग दैर्ध्य अंतरिक्ष वेधशाला (एस्ट्रोसैट) पर अल्ट्रा वायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (यूवीआईटी) का उपयोग करके इस अध्ययन को किया गया। इसमें कहा गया कि एस्ट्रोसैट/यूवीआईटी की तस्वीर लेने की क्षमताओं ने ‘एक्स्ट्रागैलेक्टिक खगोल' विज्ञान के क्षेत्र में उत्साहजनक रास्ते खोले हैं। बोरगोहेन तेजपुर विश्वविद्यालय के रूपज्योति गोगोई और पुणे स्थित इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स के प्रोफेसर कनक साहा की संयुक्त देखरेख में काम करते हैं, जो लेख के सह-लेखक हैं। साहा ने कहा कि एस्ट्रोसैट पर मौजूद ‘अल्ट्रा वायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप'की तस्वीर खींचने की क्षमता इन युवा, धुंधले और बड़े तारों को ढूंढ़ने में अहम रही।
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यायपालिका से शनिवार को आग्रह किया कि वह विभिन्न कारागारों में बंद एवं कानूनी मदद का इंतजार कर रहे विचाराधीन कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया में तेजी लाये। मोदी ने अखिल भारतीय जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों की पहली बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि व्यवसाय की सुगमता और जीवन की सुगमता जितनी महत्वपूर्ण है, न्याय की सुगमता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कारागारों में कई विचाराधीन कैदी कानूनी मदद मिलने का इंतजार कर रहे हैं। हमारे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विचाराधीन कैदियों को कानूनी सहायता मुहैया कराने की जिम्मेदारी ले सकते हैं।'' मोदी ने सम्मेलन में भाग लेने वाले जिला न्यायाधीशों से आग्रह किया कि वे विचाराधीन मामलों की समीक्षा संबंधी जिला-स्तरीय समितियों के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यालयों का उपयोग करके विचाराधीन कैदियों की रिहाई में तेजी लाएं। प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने इस मामले में एक अभियान शुरू किया है। उन्होंने बार काउंसिल ऑफ इंडिया से इस प्रयास में और अधिक वकीलों को जोड़ने का आग्रह किया।
- नयी दिल्ली। देशभर में कोविड-19 महामारी के असर के बाद बढ़ती महंगाई से बुजुर्ग आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई है। एक गैर-लाभकारी संगठन ‘एजवेल' के एक अध्ययन में यह दावा किया गया। अध्ययन के अनुसार, भारत में पांच में से चार बुजुर्ग बढ़ती महंगाई से पीड़ित हैं। अध्ययन में शामिल 81 प्रतिशत से अधिक बुजुर्गों ने कहा कि बढ़ती महंगाई के कारण होने वाली मुश्किलें बढ़ रही हैं। यह अध्ययन ‘भारत में बुजुर्गों पर बढ़ती महंगाई का असर' (उनके मानवाधिकारों पर पड़े असर पर विशेष प्रभाव) शीर्षक से जुलाई, 2022 के महीने में किया गया था। अध्ययन में 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विभिन्न सामाजिक-आर्थिक समूहों के 10,000 से अधिक बुजुर्गों को शामिल किया गया था। इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य बुजुर्गों की आर्थिक स्थिति, मनोवैज्ञानिक मुद्दों और मानवाधिकारों पर बढ़ती महंगाई के असर को लेकर सामाजिक-आर्थिक स्थितिजन्य अध्ययन करना था। अध्ययन के निष्कर्ष के अनुसार, 81.4 प्रतिशत बुजुर्ग यानी दस हज़ार बुजुर्गों में से कुल 8,142 लोगों ने दावा किया कि वे बढ़ती महंगाई के कारण प्रभावित हुए हैं। अध्ययन के अनुसार, निम्न मध्यम आय वर्ग के 94 प्रतिशत बुजुर्गों ने कहा कि वे महंगाई से प्रभावित हुए। महंगाई से प्रभावित मध्यम आय, उच्च मध्यम, उच्च आय वर्ग के बुजुर्ग उत्तरदाताओं का प्रतिशत क्रमशः 86.1 प्रतिशत, 71.9 प्रतिशत और 26 प्रतिशत था। अध्ययन के अनुसार, 26.8 प्रतिशत बुजुर्गों ने कहा कि बढ़ती महंगाई का सबसे बड़ा कारक वस्तुओं और सेवाओं की बढ़ी हुई कीमतें थीं। 16.5 प्रतिशत बुजुर्गो के अनुसार, कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन, ब्याज दर में कमी, नौकरी जाना या व्यवसाय में नुकसान जैसे विभिन्न कारकों के कारण आय सीमित या कम होना उनके मुश्किलों का मुख्य कारण है।
- भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएएनआईटी) के एक छात्र का शव शनिवार को संस्थान के परिसर में एक पेड़ से लटका मिला। पुलिस ने यह जानकारी दी। कमला नगर पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक अनिल वाजपेयी ने शनिवार को बताया कि मेकेनिकल इंजीनियरिंग के चौथे वर्ष के छात्र और छात्रावास में रहने वाले उद्देश्य अहिरवार (22) का शव एमएएनआईटी परिसर में एक पेड़ पर लटका मिला। उन्होंने कहा कि छात्र ने यह कदम क्यों उठाया, फिलहाल इसका पता नहीं चल सका है। मामले में विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। एमएएनआईटी, केंद्र के शिक्षा मंत्रालय के तहत संचालित एक प्रमुख राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान है।
-
बाड़मेर। राजस्थान में एक छात्र ने घर में पड़े बेकार सामान से एटीएम मशीन बनाकर सभी को हैरान कर दिया है। दसवीं के छात्र का यह एटीएम ओरिजनल मशीन की तरह ही काम करता है। नोटों से लेकर सिक्के निकालने का इसमें ऑप्शन है। यह मिनिएचर एटीएम जिला और स्टेट लेवल पर शो-केस हुआ है और अब इसे नेशनल लेवल पर प्रजेंट किया जाएगा।
दरअसल, बाड़मेर के शिव के रहने वाले भरत जोगल (10) को बचपन से मशीनें बनाने का शौक है। कच्चे घर में बेहद साधारण किसान के यहां जन्में भरत ने इससे पहले भी स्कूल प्रोजेक्ट में कई तरह की मशीनें बनाई हैं। भरत ने यह मशीन केंद्र सरकार की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत बनाई है। केंद्र सरकार की इस स्कीम में वर्ष 2020 में गवर्नमेंट हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पांच बच्चों का चयन किया गया था, लेकिन कोरोना के कारण यह कॉम्पिटिशन रुक गया। इस साल प्रोसेस वापस स्टार्ट होने के बाद भरत की बनाई मशीन का सिलेक्शन पहले स्टेट और अब नेशनल लेवल के लिए हुआ है। भरत ने बताया कि बचपन से मशीनों का शौक रहा है। जब गांव में कुछ नया होता तो मैं उसको देखता था। घर पर बेकार पड़े सामान से बनाने की कोशिश करता था। 2020 में एटीएम मशीन प्रोजेक्ट के लिए बनाई थी। उस समय 8वीं क्लास में पढ़ता था। अब स्कीम के तहत मेरा चयन नेशनल लेवल पर हुआ है।
भरत जोगल के पिता दाऊराम किसान और माता नेमीदेवी देवी गृहणी है। स्टूडेंट के दो भाई खेराज (22) मूलाराम (19) बहन दमयंती (16) है। दोनों भाई मजदूरी करते हैं। वहीं, बहन 12वीं क्लास में पढ़ती है। पूरा परिवार आज भी झोपड़ीनुमा घर में रहता है।
हड़वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल कमल किशोर कुमावत के मुताबिक भारत सरकार की स्कीम के तहत साल 2020 में भरत ने एक ऑटोमैटिक एटीएम मशीन बनाई थी। मशीन में नोटों के लेन-देन के साथ-साथ सिक्के भी निकाले जा सकते हैं। यह एटीएम पूर्णरूप से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर काम करता है।
स्टूडेंट भरत का कहना है कि कागज, वायर, छोटी मोटर, रबड़, ढक्कन आदि बेकार पड़े सामान को लेकर एटीएम मशीन को बनाई है। इसको बनाने में 10 दिन लगे। इसको बनाने में स्कूल के सभी टीचर, सांइंस मैडम का सहयोग रहा है। वहीं भाई ने भी मदद की थी। ऑटोमैटिक मशीन लाइट से चलती है। भरत के पिता खेती-बाड़ी का काम करते है। भरत के तीन बहने व एक भाई है।
टीचर हाथीसिंह का कहना है कि इस एटीएम मशीन में 1, 2 व 10 के सिक्के के अलग-अलग बॉक्स बने हुए हैं। एटीएम में ऊपर से सिक्के अलग-अलग बॉक्स में डाले जाते हैं। फिर इसके बाद एटीएम से सिक्के निकल जाते है।
प्रिसिंपल कमल किशोर का कहना है कि जुलाई 2020 में दो स्टूडेंट भरत व खूशबू का चयन जिला स्तर पर हुआ था। भरत ने एटीएम मशीन व खुशबू ने वाटरकूलर बनाया था। इन दोनों को 10 हजार रुपए इनाम के मिले थे। कोरोनाकाल के चलते कॉम्पिटिशन नहीं हो पाया था।
सरकार की क्या है स्कीम...
केंद्र सरकार इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम के तहत 6 से 10 वीं तक पढऩे वाले बच्चे अलग-अलग नवाचार और नया आईडिया के प्रोजेक्ट बनाते है। स्कूल लेवल पर 5 बच्चों का चयन कर सकते है। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है। इन पांच में से अच्छा प्रोजेक्ट होने पर जिला स्तर पर चयन होता हैा इसके बाद राज्य और नेशनल लेवल पर चयन होता है। अलग-अलग चयन पर इनामी राशि मिलती है। -
शिवपुरी। शिवपुरी के बैराड़ थाना क्षेत्र के पटेवरी गांव में दोस्त ने लेनदेन को लेकर एक अधेड़ की कथित रूप से हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि दोस्त 23 जुलाई को उसे डबरा ले गया और वहां मारकर फेंक दिया। 6 दिन बाद परिजनों को शव मिला लेकिन उन्होंने यह कहते हुए दो दिनों तक अंतिम संस्कार नहीं किया कि पहले आरोपी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की जाए। ग्वालियर एसपी के आश्वासन के बाद 30 जुलाई को उन्होंने अंतिम संस्कार किया।
एसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पटेवरी गांव के रहने वाले 55 वर्षीय मनीराम धाकड़ 23 जुलाई को गायब हो गए। 24 जुलाई को सुबह डबरा लिंक रोड पर पुलिस को अज्ञात लाश मिली। डबरा पुलिस मृतक की शिनाख्त में जुटी रही। उधर, मनीराम के परिवारवाले इसलिए निश्चिंत थे कि कई बार वे रिश्तेदारों के यहां चले जाया करते थे। जब 28 जुलाई तक उन्होंने परिवार से संपर्क नहीं किया तो परिजन बैराड़ थाने पहुंचे। गुमशुदगी के बाद मनीराम की फोटो डबरा पुलिस के पास पहुंची तो मृतक की शिनाख्त मनीराम के रूप में हुई।
एसपी ने यह भी बताया कि पड़ताल में परिजनों को पता चला कि मनीराम 23 जुलाई की रात गांव के रहने वाले दोस्त आरोपी रघुवीर धाकड़ के साथ थे। इस पर आरोपी रघुवीर की तलाश की गई तो पता चला कि वह 23 जुलाई से लापता था। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस ने आरोपी रघुवीर को 29 जुलाई की देर रात मुरैना के जौरा से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी रघुवीर धाकड़ ने मनीराम की हत्या की बात स्वीकारी।
पुलिस ने बताया कि मनीराम धाकड़ के भाई खेरू धाकड़ ने बताया कि मनीराम ने आरोपी रघुवीर को किसी व्यक्ति से पांच लाख रुपए उधार दिलवाए थे। वह रुपए नहीं लौटा रहा था। संबंधित व्यक्ति मनीराम पर दबाब बना रहा था। मनीराम ने जब आरोपी रघुवीर पर दबाव बनाया तो वह उसे 23 जुलाई को रात 8 बजे अपने साथ यह कहकर ले गया कि डबरा में उसे रुपए मिल जाएंगे। यहां रास्ते में उसने उसे बहाने से कार से उतारा और कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। -
भागलपुर। बिहार के भागलपुर में रविवार को तीन किशोर की नदी में डूबकर मौत हो गई। हादसा बिहपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव स्थित घटोरा घाट पर हुआ। तीनों किशोर स्नान करने के लिए छोटी नदी (घटोरा नदी) में गए थे। नहाने के दौरान गहरे पानी में चले गए, जिससे डूब गए। आसपास मौजूद लोग और गोताखोरों ने तीनों को बाहर निकाला, लेकिन तबतक उनकी मौत हो चुकी थी। लोगों ने घटना की सूचना पुलिस और मृतकों के परिजनों को सूचना दी।
-
गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज में रविवार को एक अनियंत्रित ट्रक ने दो महिलाओं को कुचल दिया। इस हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि घटना बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के खैरा आजम के पास हुई। इधर, पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रक ने पहले एक महिला को अपनी चपेट में लिया। इसके बाद ड्राइवर गाड़ी लेकर भागने लगा और इसी बीच उसने दूसरी महिला को भी कुचल दिया। - नयी दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शनिवार को प्रतिरोपण के जरिए 50 वर्षीय एक महिला को नए फेफड़े मिले। पिछले तीन महीने से भी कम समय में एम्स में दूसरी बार फेफड़े का प्रतिरोपण हुआ है। न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर दीपक गुप्ता ने कहा कि ‘ब्रेन डेड' घोषित 36 वर्षीय व्यक्ति के फेफड़ों को एम्स में ही निकाला गया और सफलतापूर्वक प्रतिरोपित किया गया। संस्थान में इस तरह की प्रक्रिया पहली बार की गई। गुप्ता ने बताया कि ‘ब्रेन डेड' मरीज के दिल, यकृत और गुर्दे भी निकाल लिए गए, जिससे चार अन्य लोगों को नया जीवन मिला। एम्स इस साल मई में स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर), चंडीगढ़ के बाद दूसरा सरकारी अस्पताल बन गया जिसने फेफड़े का प्रतिरोपण किया। एम्स में आर्गन रेट्रीवल बैंकिंग ऑर्गेनाइजेशन (ओआरबीओ) की प्रमुख डॉ आरती विज ने बताया कि अंग हासिल करने और प्रतिरोपण की पूरी प्रक्रिया शुक्रवार को रात 11.30 बजे शुरू हुई और शनिवार को दोपहर तक चली। उन्होंने कहा कि ओआरबीओ के समन्वयकों, प्रतिरोपण टीम, फॉरेंसिक विभाग, विभिन्न अंग निकालने वाले डॉक्टरों की टीम, राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रतिरोपण संगठन (एनओटीटीओ) तथा पुलिस विभाग के बीच प्रभावी समन्वय से यह मुमकिन हो पाया। एम्स में कार्डियो थोरैसिक और वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) के प्रोफेसर डॉक्टर मिलिंद होते ने कहा, ‘‘अतीत में अधिकतर मामलों में फेफड़े चिकित्सकीय रूप से प्रतिरोपण के लिए उपयुक्त नहीं थे। लेकिन यहां, आकलन से पता चला कि फेफड़े अच्छी स्थिति में थे और इस प्रकार उन्हें संस्थान में फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित 50 वर्षीय महिला रोगी में प्रतिरोपित किया गया।'' एम्स में पल्मोनरी मेडिसिन और स्लीप डिसऑर्डर के प्रोफेसर डॉक्टर अनंत मोहन ने कहा कि प्रतिरोपण प्रक्रिया के बाद मरीज गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में निगरानी में है। उन्होंने कहा, ‘‘वह एक साल से अधिक समय से फेफड़े के प्रतिरोपण की प्रतीक्षा कर रही थी।'' उत्तर प्रदेश के निवासी अमरेश चंद को यहां जैतपुर के पास 27 जुलाई को एक ऑटो रिक्शा की चपेट में आने से सिर में भारी चोट आई थी। उन्हें ट्रामा सेंटर ले जाया गया और उनका ऑपरेशन किया गया, लेकिन अगले दिन ‘ब्रेन डेड' घोषित कर दिया गया। एम्स, नयी दिल्ली में डॉक्टरों और प्रतिरोपण समन्वयकों की एक टीम ने उनके परिवार के सदस्यों को उनके अंग दान करने की सलाह दी। डॉक्टर होते ने कहा कि फेफड़ों के अलावा आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में एक मरीज को नोटो के जरिए अमरेश का दिल दिया गया। एम्स में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ सुजॉय पाल ने कहा कि व्यक्ति के यकृत को यकृत कैंसर से पीड़ित एक मरीज में प्रतिरोपित किया गया।









.jpg)









.jpg)






.jpg)
