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- -10 राज्यों के विद्युत कर्मियों के बीच हो रही स्पर्धा, आज होगा समापन,-पॉवर कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव करेंगे पुरस्कृतरायपुर । 47वीं ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट के टीम इवेंट में केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड विजेता रही। उपविजेता तमिलनाडु पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिटेड रही। कल 13 सितंबर को ओपन सिंगल और ओपन डबल के सेमीफाइनल और फाइनल मैच के साथ शाम 4 बजे पुरस्कार वितरण समारोह मोवा स्थित आई स्पोर्ट्स कोर्ट में रखा गया है, जिसमें मुख्य अतिथि ऊर्जा सचिव व पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन व जनरेशन कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव होंगे।समापन समारोह की अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला एवं वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर के साथ ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष व कार्यपालक निदेशक श्री केएस मनोठिया व निदेशक श्री आरए पाठक एवं कार्यपालक निदेशक-मुख्य अभियंतागण उपस्थित रहेंगे।ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी कर रही है, इसमें 10 राज्यों के 65 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। कमेटी के महासचिव व कार्यपालक निदेशक (वित्त) श्री एमएस चौहान ने बताया कि आज दूसरे दिन सुबह टीम इवेंट का फाइनल मैच केरल और तमिलनाडु के बीच खेला गया। टूर्नामेंट के नियमानुसार दोनों टीम के बीच सिंगल के तीन और डबल के दो मैच होने थे। जो टीम इन पांच मैच में अधिक बार जीतेगी, वही विजेता होगा।इस तरह केरल के खिलाड़ियों ने एकतरफा खेल का प्रदर्शन करते हुए पहले दो सिंगल और एक डबल मैच में जीत दर्ज कर ली। केरल टीम के श्याम प्रसाद एम ने तमिलनाडु के ए चंद्रशेखर को 21-4 और 21-6 से हराया। दूसरे मैच में केरल के अजय सतीश ने तमिलनाडु के वी सुंदरेश्वर को 21-10 और 21-8 से परास्त किया। तीसरे मैच में केरल के श्याम प्रसाद एम और विष्णु राजेंद्रन की जोड़ी ने तमिलनाडु के के श्रीधर व वी सुंदरेश्वर को 21-4, 21-13 से पराजित किया।इस तरह तीन मैच जीतकर केरल ने फाइनल का कप अपने नाम कर लिया। टीम इवेंट में उपविजेता तमिलनाडु की टीम रही। तीसरे स्थान पर कर्नाटक और चौथे स्थान पर आंध्रप्रदेश की टीम रही।ओपन सिंगल के मुकाबले में दिनभर कड़े मुकाबले हुए, जिसमें सभी खिलाड़ियों ने जमकर पसीना बहाया और बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। कल 13 सितंबर को सुबह ओपन सिंगल का सेमीफाइनल मैच होगा, जिसमें केरल के अजय सतीश और तेलंगाना के बी कृष्णाकांत तथा छत्तीसगढ़ के अविनेश पाठक व केरल के श्याम प्रसाद एम के बीच मुकाबला होगा। इन दोनों मैच के दोपहर तीन बजे विजेता फाइनल मैच खेलेंगे। ओपन डबल के सेमीफाइनल मैच में तेलंगाना और आंध्रप्रदेश तथा केरल और तेलंगाना के बीच भिंडत होगी। इसमें तेलंगाना के बी हरीश, के प्रवीण, आंध्रप्रदेश के बी उदय भास्कर, के संतोष, केरल के श्याम प्रसाद एम, विष्णु राजेंद्रन, तेलंगाना के बी कृष्णाकांत, के दिनश रेड्डी के बीच रोचक मुकाबले होंगे। पूरे टुर्नामेंट में चीफ रेफरी प्रताप भट्टाचार्य व मैच कंट्रोरल गुरदीप सिंह हैं। साथ ही हेम पांडेय, घनश्याम सोनी, आदित्य भट्टाचार्य, अनुराग डे व श्रीराम यादव निर्णायक की भूमिका निभा रहे हैं।देशभर के विद्युत कंपनियों के अधिकारी-कर्मचारियों के बीच खेल को प्रोत्साहित करने के लिए ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड विभिन्न टूर्नामेंट का आयोजन करती है, जिसमें इस बार छत्तीसगढ़ को आल इंडिया बैडमिंटन टूर्नामेंट की जिम्मेदारी मिली हुई है। इसमें कर्नाटका पॉवर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, कर्नाटका पॉवर कार्पोरेशन, तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिडेट, यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, तेलंगाना ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीम हिस्सा ले रही है।
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नई दिल्ली। युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान सरकार का दीर्घकालिक दृष्टिकोण भारत को दुनिया के शीर्ष दस खेल देशों में शामिल करना है।हमने प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा दिए गए विज़न के अनुसार एक 10 साल का और 25 साल का योजना तैयार की है। हमारा लक्ष्य भारत को एक विकसित देश बनाना है और भारत को दुनिया के शीर्ष 10 खेल देशों में शामिल करना है। इन योजनाओं को जल्द लागू किया जाएगा, और इसके लिए जरूरी नीतिगत बदलाव भी किए जाएंगे।”
“आने वाले समय में, हम पहले से ही महसूस कर सकते हैं कि भारतीय खेल क्षेत्र में बदलाव हो रहे हैं। हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि भारतीय ध्वज हर मंच पर गर्व से लहराए। हमें खेल को एक कदम और आगे बढ़ाना होगा – इसे एक सार्वजनिक आंदोलन बनाना होगा, एक सामूहिक मिशन, जहां हर नागरिक इससे जुड़ा महसूस करे और भारत की खेल सफलता में योगदान दे,” मांडविया ने 2025 के PlayCom – Business of Sports Summit में अपने संबोधन में कहा।उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों को भारत में विभिन्न खेल लीग्स में प्रतिस्पर्धा करने और सफल होने के लिए और प्रयास किए जाने चाहिए। “इसके लिए हमें एक मजबूत कामकाजी संस्कृति बनानी होगी, प्रतिभाओं की जल्दी पहचान करनी होगी, और उन्हें व्यवस्थित तरीके से बढ़ावा देना होगा। हमारे प्रसिद्ध एथलीट इस प्रयास का केंद्र होने चाहिए, और हमें और अधिक अवसर पैदा करने होंगे ताकि प्रतिभाशाली खिलाड़ी भारत में प्रतिस्पर्धा कर सकें और आगे बढ़ सकें।”मांडविया ने 11 जून, 2024 को युवा मामलों और खेल मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था और इस दौरान उन्होंने जो सुधार किए, उनका जिक्र किया। इनमें राष्ट्रीय खेल शासक विधेयक और राष्ट्रीय डोपिंग (संशोधन ) विधेयक का ऐतिहासिक रूप से पारित होना शामिल है।“देश में बेहतर खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और खेल में अधिक रुचि पैदा करने के लिए हमें सुधार और सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता है। हमने पहले ही Fit India और Khelo India जैसी योजनाओं की शुरुआत की है, साथ ही TOPS जैसी योजनाएं भी शुरू की हैं, और उच्च प्रदर्शन करने वाले एथलीटों के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के साथ सुविधाएं प्रदान की हैं।”“हमने एक दृष्टिकोण दस्तावेज़ तैयार किया है और एक खेल नीति बनाई है। हम सबसे अच्छा मॉडल चाहते हैं, लेकिन वह हमारा अपना मॉडल होना चाहिए। देशभर में बहुत सारी प्रतिभाएं हैं, और इन प्रतिभाओं को एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से अवसर मिलने चाहिए। अच्छे शासन को सुनिश्चित करने के लिए हमने स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल पेश किया, जो एथलीट केंद्रित है।”“पहले, खेल संघ अपने विवादों पर ज्यादा ध्यान देते थे बजाय एथलीटों के, लेकिन अब हमारी प्राथमिकता एथलीटों को खेल का केंद्र बनाना है। यह विधेयक महिला खिलाड़ियों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी काम करेगा, क्योंकि हम महिला खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने अंत में कहा, “खेल प्रशासन का उद्देश्य विवाद पैदा करना नहीं, बल्कि उन्हें हल करना होना चाहिए। इसलिए, हमने स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल में तत्काल विवाद समाधान की व्यवस्था की है। एथलीटों के हितों की रक्षा के लिए विशेष प्रावधान बनाए गए हैं,”। - पुणे. महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने बुधवार को शॉन विलियम्स को क्रिकेट निदेशक के रूप में नियुक्त किया जबकि यह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इससे पहले राज्य की टीम के साथ कई वर्षों तक विभिन्न भूमिकाओं में काम कर चुका है। विलियम्स 2008-12 तक महाराष्ट्र के मुख्य कोच रहे। इस दौरान टीम ने रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और 2009-10 में राष्ट्रीय टी20 खिताब भी जीता। उन्हें 2012 में महाराष्ट्र क्रिकेट संघ का महाप्रबंधक नियुक्त किया गया था और उनके कार्यकाल के दौरान महाराष्ट्र अंडर-19 टीम ने कूच बिहार ट्रॉफी जीती और 2013-14 में कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में उपविजेता रही जबकि अंडर-25 टीम ने सीके नायडू ट्रॉफी जीती। विलियम्स उस बांग्लादेशी टीम के मुख्य कोच भी रहे हैं जिसने 2007 के पहले टी20 विश्व कप में सुपर आठ के लिए क्वालीफाई किया था।
- नयी दिल्ली. ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त अगले महीने होने वाले एशियाई युवा खेलों के लिए भारतीय टीम के मिशन प्रमुख होंगे जबकि भारतीय आइस स्केटिंग संघ के अध्यक्ष अमिताभ शर्मा 2026 शीतकालीन ओलंपिक में यही भूमिका निभाएंगे। बुधवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की कार्यकारी समिति की बैठक में ये फैसले किए गए। लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतने वाले योगेश्वर ने पीटीआई को बताया, ‘‘हां, मैं बहरीन में होने वाले एशियाई युवा खेलों के लिए मिशन प्रमुख के रूप में जा रहा हूं। आज आईओए की कार्यकारी समिति की बैठक में यह फैसला किया गया।'' योगेश्वर उत्कृष्ट खिलाड़ी (एसओएम) में से एक के रूप में आईओए कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं।एशियाई युवा खेलों का तीसरा सत्र उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित होने वाला था लेकिन मध्य एशियाई देश ने इससे नाम वापस ले लिया। एशियाई ओलंपिक परिषद ने पिछले साल इस बहु-खेल आयोजन की मेजबानी बहरीन को सौंपी थी। इस प्रतियोगिता में खिलाड़ी 24 खेलों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। अमिताभ छह से 22 फरवरी 2026 तक इटली के मिलानो कॉर्टिना में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में भारतीय मिशन प्रमुख होंगे। एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया, "हां, वह (शर्मा) शीतकालीन ओलंपिक में भारतीय दल के प्रमुख होंगे।' अमिताभ भी आईओए कार्यकारी समिति के सदस्य हैं। बैठक के एजेंडे में पिछले वित्तीय विवरणों और कुछ अन्य निर्णयों के अनुमोदन से संबंधित अन्य विषय भी शामिल थे।
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हांगझोउ (चीन). भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बुधवार को यहां एशिया कप के सुपर चार चरण के अपने पहले मैच में कोरिया को 4-2 से हराया। पूल बी में सात अंक के साथ शीर्ष पर रहे भारत के लिए वैष्णवी विठ्ठल फाल्के (दूसरे मिनट), संगीता कुमारी (33वें मिनट), लालरेमसियामी (40वें मिनट) और रुतुजा ददासो पिसल (59वें मिनट) ने गोल दागे। कोरिया की ओर से दोनों गोल यूजिन किम (33वें और 53वें मिनट) ने किए। भारत अपने अगले मैच में बृहस्पतिवार को चीन से भिड़ेगा।
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नई दिल्ली। एशिया कप 2025 में भारत ने अपने अभियान की शुरुआत यूएई के खिलाफ मैच से की है। दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे इस मुकाबले में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। टीम इंडिया 2 फरवरी 2025 के बाद पहली बार टी20 मुकाबला खेल रही है। टॉस के बाद सूर्यकुमार यादव ने कहा कि पिच नई और अच्छी लग रही है, शुरुआती नमी गेंदबाजों को मदद कर सकती है और बाद में ओस पड़ने की संभावना है। उन्होंने बताया कि टीम ने इस मैच से पहले 3-4 अच्छे अभ्यास सत्र किए और तैयारी पूरी है।
भारत ने अपनी प्लेइंग इलेवन में संजू सैमसन को बतौर विकेटकीपर शामिल किया है। हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे को सीम बॉलिंग ऑलराउंडर की भूमिका दी गई है, जबकि स्पिन विभाग अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती के जिम्मे है। जसप्रीत बुमराह पेस आक्रमण का नेतृत्व कर रहे हैं। भारत ने पिछला टी20 मैच फरवरी 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वहीं, यूएई के कप्तान मुहम्मद वसीम ने कहा कि वे भी गेंदबाजी करना चाहते थे, क्योंकि नई पिच पर शुरुआत में गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम हाल ही में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के खिलाफ त्रिकोणीय टी20 सीरीज खेल चुकी है और खिलाड़ियों में आत्मविश्वास है।गौरतलब है कि एशिया कप 2025 का आगाज 9 सितंबर को हुआ था, जिसमें अफगानिस्तान ने हांगकांग को हराया था। भारत और यूएई दोनों ही इस मुकाबले में जीत के इरादे से उतरे हैं। भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन- अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), तिलक वर्मा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती।यूएई की प्लेइंग इलेवन- मुहम्मद वसीम (कप्तान), अलीशान शराफू, मुहम्मद जोहैब, राहुल चोपड़ा (विकेटकीपर), आसिफ खान, हर्षित कौशिक, हैदर अली, ध्रुव पाराशर, मुहम्मद रोहिद खान, जुनैद सिद्दीकी, सिमरनजीत सिंह। - - 13 सितंबर को होगा समापन, मोवा के बैडमिंटन कोर्ट में होगा आयोजनरायपुर । 47वीं ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी शटल बैडमिंटन टूर्नामेंट का आगाज कल 11 सितंबर को राजधानी में होगा। इसमें 10 राज्यों की पॉवर कंपनियों के खिलाड़ी शामिल होंगे। इसमें लगभग 300 मैच होंगे, जिसमें ओपन सिंगल, ओपन डबल और टीम इवेंट होंगे। इसकी मेजबानी छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की सेंट्रल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल कमेटी कर रही है। स्पर्धा का समापन 13 सितंबर को होगा।आयोजन समिति के प्रमुख व कार्यपालक निदेशक (वित्त) श्री एमएस चौहान ने बताया कि उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन-जनरेशन कंपनी के अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव होंगे। अध्यक्षता उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री एसके कटियार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला एवं वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर उपस्थित रहेंगे।विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी पहुंच चुके हैं। जिसमें कर्नाटका पॉवर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, कर्नाटका पॉवर कार्पोरेशन, तमिलनाडू पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिडेट, यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, आंध्रप्रदेश ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, तेलंगाना ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, असम स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की टीम शामिल है।
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दुबई/ मैं शुभमन को तब से जानता हूं, जब वह बच्चा था लेकिन पता नहीं उसे मैं याद हूं या नहीं '', यह कहना है संयुक्त अरब अमीरात के बायें हाथ के स्पिनर सिमरनजीत सिंह का । अपने क्रिकेट कैरियर के सबसे बड़े पल भारत के खिलाफ एशिया कप मुकाबले से पहले लुधियाना के 35 वर्ष के इस खिलाड़ी को याद है जब बारह वर्ष का प्रतिभाशाली शुभमन मोहाली में पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर अभ्यास के लिये आता था । उन्होंने कहा ,‘‘ यह 2011 . 12 की बात होगी जब शुभमन 11 या 12 साल का रहा होगा । हम मोहाली में पीसीए अकादमी पर सुबह छह से 11 बजे तक अभ्यास करते थे । शुभमन अपने पिता के साथ सुबह 11 बजे आता था ।'' सिमरनजीत ने कहा ,‘‘ मैं अपने नेट सत्र के बाद काफी अतिरिक्त गेंदबाजी करता था । पता नहीं अब वह मुझे पहचानेगा या नहीं लेकिन उन दिनों मैने उसे काफी गेंदबाजी की है ।'' यूएई के कोच लालचंद राजपूत के अनुसार सिमरनजीत काफी प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं । उन्होंने कहा ,‘‘ टी20 क्रिकेट में बायें हाथ के हर स्पिनर में गेंद को लगातार फ्लाइट देने की हिम्मत नहीं होती । सिमरन को पता है कि फ्लाइट से विकेट कैसे लिये जाते हैं ।'' पंजाब के इस गेंदबाज ने अब तक 12 टी20 मैचों में 15 विकेट लिये हैं ।
सिमरनजीत ने कहा ,‘‘ मैने पंजाब में काफी जिला क्रिकेट खेली है । फिर 2017 में रणजी संभावितों में चुना गया । मैने किंग्स इलेवन पंजाब के नेट्स पर भी काफी गेंदबाजी की है ।'' इसके बावजूद सफलता नहीं मिलने से उन्हें समझ में आ गया कि भारत के लिये खेलने का सपना पूरा नहीं होने वाला । फिर कोरोना ने उनकी जिंदगी बदल दी । उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे दुबई में अभ्यास का प्रस्ताव मिला और अप्रैल 2021 में 20 दिन के लिये मुझे यहां आना था । फिर कोरोना की दूसरी लहर के बाद भारत में फिर लॉकडाउन लग गया और मैं महीनों यहीं रह गया ।'' इससे वह यूएई के लिये खेलने के पात्र हो गए चूंकि घरेलू क्रिकेट में तीन और सत्र खेलने की जरूरत थी । उन्होंने पात्रता की शर्त पूरी करने के बाद मुख्य कोच लालचंद राजपूत से संपर्क करके ट्रायल लेने का अनुरोध किया । उन्होंने कहा , 2021 के बाद से मैं दुबई में हूं और जूनियर खिलाड़ियों को कोचिंग देकर अच्छा पैसा मिल रहा है । मैं क्लब क्रिकेट भी खेलता हूं । यूएई टीम में आने के बाद अमीरात क्रिकेट बोर्ड से केंद्रीय करार मिल गया । यह बेहतरीन देश है और मुझे अगर कोई दिक्कत होती तो मैं इसके लिये नहीं खेलता । मेरे मजहब का सम्मान किया जाता है । किसी ने मेरी दाढी के बारे में नहीं पूछा और यह भी नहीं पूछा कि मैं कृपाण क्यो रखता हूं ।'' यह पूछने पर कि उनका परिवार कल भारत के खिलाफ मैच में किसका समर्थन करेगा, उन्होंने कहा, यह कठिन फैसला है । मेरा सपना भारत के लिये खेलने का था लेकिन अब मैं यूएई के लिये खेल रहा हूं तो लगता है कि वे यूएई का समर्थन करेंगे । - दुबई। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मंगलवार को कहा कि उनकी टीम पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को होने वाले एशिया कप के मुकाबले में आक्रामकता पर अंकुश नहीं लगायेगी । भारतीय टीम बुधवार को यूएई के खिलाफ ग्रुप ए का पहला मैच खेलेगी जिसके बाद रविवार को उसका सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा । सूर्यकुमार ने टूर्नामेंट की पूर्व संध्या पर कप्तानों की प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ मैदान पर आक्रामकता हमेशा रहती है । अगर आपको जीतना है तो इसके बिना काम नहीं चल सकता ।'' उनसे पूछा गया था कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में क्या खिलाड़ी आक्रामकता कम करेंगे । इसी सवाल पर पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने कहा ,‘‘ अगर कोई आक्रामक होना चाहता है तो यह उसका फैसला है । जहां तक मेरी टीम का सवाल है तो मैं कोई दिशा निर्देश किसी को नहीं देता ।'' सूर्यकुमार ने कहा कि अच्छे अभ्यास सत्र के बाद उनकी टीम लय में है । उन्होंने कहा ,‘‘ हमने कुछ अच्छे अभ्यास सत्र किये । अच्छा लग रहा है । एशिया कप की सर्वश्रेष्ठ टीमों से खेलना अच्छी चुनौती होगी ।'' भारतीय कोच लालचंद राजपूत की यूएई टीम भले ही कमजोर मानी जा रही हो लेकिन भारतीय कप्तान ने कहा कि वह मेजबान को हलके में नहीं लेंगे । उन्होंने कहा ,‘‘ वे शानदार क्रिकेट खेल रहे हैं और हाल ही में त्रिकोणीय श्रृंखला में कुछ करीबी मुकाबले खेले हैं । उम्मीद है कि वे एशिया कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे ।'' यह पूछने पर कि क्या पहले मैच में भारतीय टीम कोई प्रयोग करेगी, सूर्यकुमार ने कहा ,‘‘ जब आप किसी प्रारूप में खेलते हैं तो आपको यह जानना होता है कि तैयारी कितनी अच्छी है । बिना वजह प्रयोग की क्या जरूरत है । अगर हमें नतीजे मिल रहे हैं तो बदलाव क्यो करेंगे ।''
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हांगझोउ (चीन) । पूल चरण में शानदार प्रदर्शन कर अविजित रही भारतीय महिला हॉकी टीम एशिया कप के सुपर चार चरण के अपने पहले मैच में बुधवार को दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपनी प्रभावशाली लय को जारी रखने की कोशिश करेगी। भारत ने इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत धमाकेदार तरीके से करते हुए थाईलैंड को 11-0 से रौंदा , इसके बाद जापान के खिलाफ 2-2 ड्रॉ खेला। भारत ने अपने अंतिम मैच में सिंगापुर को 12-0 से हराकर पूल बी में गोल अंतर के आधार पर जापान से आगे रहते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। भारत इस लय को बनाए रखते हुए खिताब जीतने और अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। विश्व रैंकिंग में 10 वें नंबर पर काबिज भारत सुपर चार चरण में विश्व रैंकिंग में 16 वें स्थान की टीम कोरिया के खिलाफ जीत के दावेदार के तौर पर मैदान में उतरेगा। कोरिया के बाद भारत बृहस्पतिवार को खिताब के दावेदार चीन के खिलाफ खेलेगा , उसके बाद शनिवार को जापान से भिड़ेगा। अग्रिम पंक्ति में नवनीत कौर और मुमताज खान पूल स्टेज में पांच - पांच गोल कर शानदार लय में हैं। उनसे उम्मीद होगी कि वे अपनी लय बरकरार रखते हुए टीम को फाइनल में पहुंचाने में अपना योगदान दे। नवनीत , मुमताज और ललरेमसियामी को सिंगापुर के खिलाफ कोई चुनौती नहीं मिली और उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाया। नवनीत और मुमताज ने सिंगापुर के खिलाफ 12-0 की जीत में हैट्रिक जमाई। मिडफील्ड में नेहा , उदिति , शर्मिला और रुतुजा पिसाल ने भी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
सुपर चार चरण में भारत , चीन , जापान और दक्षिण कोरिया एक - दूसरे के खिलाफ एक - एक मैच खेलेंगे। तालिका में शीर्ष दो स्थान पर रहने वाली टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी , जबकि बाकी दो टीमें तीसरे और चौथे स्थान के लिए भिड़ेंगी। भारत ने पूल चरण में शानदार प्रदर्शन कर सुपर चार में जगह बनाई है जबकि कोरिया ने पूल ए में दो जीत और एक हार के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए सुपर चार के लिए क्वालीफाई किया। दोनों टीमों के बीच पिछले पांच मुकाबलों में भारत ने तीन बार जीत हासिल की है , जबकि कोरिया ने एक बार विजयी रहा है। एक मैच ड्रॉ रहा। भारत के पास ऐसे में मनोवैज्ञानिक बढ़त होगी। भारत के कोच हरेंद्र सिंह पूल स्टेज में अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश हैं।उन्होंने कहा , ‘‘ हम टूर्नामेंट में टीम की शुरुआत से संतुष्ट है। खिलाड़ियों ने कमाल का जज्बा दिखाया है और अनुशासन बनाए रखा है। हमारी टीम आक्रमण कर मौके का पूरा फायदा उठाने में सफल रही है। '' उन्होंने कहा , ‘‘ पूल चरण हमें अपनी गति बनाये रखने के साथ विभिन्न खेल शैलियों के खिलाफ खुद को परखने का अच्छा मौका मिला। सुपर चार चरण में हालांकि एक अलग चुनौती होगी क्योंकि हमें कोरिया , चीन और जापान जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीमों का सामना करना है। '' भारतीय कोच ने कहा , ‘‘ हमें पता है कि इस चरण में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है , इसलिए निरंतरता और संयम महत्वपूर्ण होंगे। हम अपनी क्षमता के अनुसार खेलेंगे तो मुझे यकीन है कि हम अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। '' सुपर चार चरण में भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज चीन है। टीम अगर फाइनल में पहुंचने में सफल रही तो वही भी उसके सामने चीन की चुनौती होने की अधिक संभावना होगी। हरेंद्र के सामने ऐसे में कोरिया के खिलाफ मैच के बाद चीन को मात देने के लिए कारगर रणनीति तैयार करने की चुनौती होगी। -
-खेल से खिलाड़ी का न केवल शारीरिक स्वास्थ्य सही रहता हैं बल्कि जीवन की चुनौतियों से किस तरह से लड़ा जाए ,इसकी भी सीख मिलती हैं-अरुण साव
रायपुर। छत्तीसगढ़ रायफल एसोसिएशन के द्वारा निशानेबाजी प्रतियोगिता का आयोजन 28 अगस्त से 06 सितम्बर से किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से आए शूटर्स ने हिस्सा लिया। बारह दिवसीय इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के करीब 388 शूटर्स ने भाग लिया।इस प्रतियोगिता का आयोजन हर वर्ष जिंदल स्टील के सहयोग से कराया जाता है जिसमें प्रदेश के शूटर्स हर वर्ष भाग लेते रहे हैं।28 अगस्त से शुरू हुई इस प्रतियोगिता के समापन समारोह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जहां उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश रायफल एसोसिएशन एवं जिंदल स्टील को बधाई दी साथ ही इस चैंपियनशिप में विजयी शूटर्स को भी बधाई दी। उन्होंने कहा चैंपियनशिप में यदि कोई प्रतिभागी भाग लेता हैं तो निश्चित तौर पर उसे कुछ न कुछ सीखने जरूर मिलता हैं इसलिए खिलाड़ी को हार के बाद निराश नहीं होना चाहिए और लगातार प्रयास करते रहना चाहिए।लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ.कमलप्रीत सिंह सचिव ,श्री अनिल साहू प्रमुख सचिव मौसम एवं जलवायु एवं जिंदल स्टील प्रेसिडेंट श्री प्रदीप टंडन विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस बार 388 शूटर्स इस प्रतियोगिता में शामिल हुए जिसमें अलग अलग श्रेणी में 50 मीटर रायफल,10 मीटर एयर रायफल एवं पिस्टल,25 मीटर एयर तथा सेंटर फायर पिस्टल के इवेंट हुए जिसमें सभी शूटर्स ने बढ़- चढक़र हिस्सा लिया। - राजगीर (बिहार). भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि हर मैच के बाद उसका तुरंत विश्लेषण करने और गलतियों से सीख लेने के कारण उनकी टीम एशिया कप में आठ साल के खिताबी सूखे को खत्म करने में सफल रही। भारत ने रविवार को फाइनल में दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर एशियाई चैंपियन बनने के साथ अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई किया। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हम इसके लिए काफी समय से तैयारी कर रहे थे और आज हमने इसे हासिल कर लिया। मैं बहुत खुश हूं। अब हमारा अगला लक्ष्य विश्व कप है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम हर मैच से सीखते हैं। मैं हमेशा कहता रहा हूं कि प्रत्येक मैच में कुछ अच्छा और कुछ बुरा होता है। मायने यह रखता है कि आप उन चीज़ों का विश्लेषण कैसे करते हैं और कितनी जल्दी उस पर काम करते हैं। एक टीम के तौर पर हमने अच्छा बचाव किया है और स्कोरिंग भी शानदार रही है।'' भारत ने एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में निराशाजनक प्रदर्शन किया था, जिसमें उसे लगातार सात हार का सामना करना पड़ा था। तब उसने आठ मैचों में 26 गोल खाए थे। लेकिन एशिया कप में भारत ने सात मैचों में केवल नौ गोल खाए और 39 गोल किए। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ मैचों में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दी है और इसलिए हमारा परिणाम शानदार रहा है। फ़ॉरवर्ड खिलाड़ियों को इसका श्रेय जाता है कि वे मौकों को गोल में बदल रहे हैं। हम यह सिलसिला जारी रखना चाहते हैं।'' हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की ने कहा, ‘‘यह पूरे देश के लिए गौरवशाली क्षण है। उम्मीद है कि यह हॉकी खिलाड़ियों की भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी।''
- राजगीर (बिहार). भारतीय हॉकी टीम के लिए कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को हटाकर युवा खिलाड़ियों को मौका देने का दांव एशिया कप में सही साबित हुआ जिसके फाइनल में टीम ने दक्षिण कोरिया को 4-1 के बड़े अंतर से हराकर आठ साल बाद इस खिताब जीतने के साथ अगले साल होने वाले विश्व कप का टिकट पक्का किया। यह जीत टीम को भविष्य में और बदलाव कर युवाओं को अधिक मौके देने के लिए प्रेरित करेगी।पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के तीन खिलाड़ियों, शमशेर सिंह, गुरजंत सिंह और नीलकंठ शर्मा को की जगह मिडफील्डर राजिंदर सिंह और स्ट्राइकर शिलानंद लकड़ा को टीम में शामिल किया गया था। यह कदम एक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ क्योंकि दोनों युवा खिलाड़ियों ने सिर्फ एक-एक गोल करने के बावजूद हाल ही में खत्म हुए टूर्नामेंट में काफी प्रभावित किया। भारत की कोर टीम में भविष्य में कुछ और बदलाव देखने को मिल सकते हैं। खासकर 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में होने वाले एफआईएच जूनियर विश्व कप के बाद। अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में 14 से 30 अगस्त तक होने वाले विश्व कप और जापान में 19 सितंबर से शुरू होने वाले एशियाई खेलों को देखते हुए भारत जूनियर विश्व कप के बाद कुछ होनहार जूनियर खिलाड़ियों को सीनियर स्तर पर आजमा सकता है। हॉकी इंडिया की चयन समिति के अध्यक्ष आरपी सिंह ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि खराब प्रदर्शन करने वाले कुछ सीनियर खिलाड़ियों को धीरे-धीरे टीम से बाहर किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपनी टीम बनाते समय उभरते खिलाड़ियों पर भी ध्यान देना होगा। अगर हम एक साथ छह-सात सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर देंगे तो यह कारगर नहीं होगा। चयन समिति की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करें कि जो सीनियर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, उन्हें धीरे-धीरे टीम से बाहर किया जाए। '' उन्होंने कहा, ‘‘पेरिस ओलंपिक के बाद काफी समय बीत चुका है। हमने यह योजना बहुत पहले ही बना ली थी। अगर हम युवाओं को छोटे टूर्नामेंट में मौका नहीं देंगे, तो हम उन्हें सीधे विश्व कप में नहीं खिला सकते। '' भारत का अक्टूबर से दिसंबर तक का कार्यक्रम काफी व्यस्त है, जिसके दौरान दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट दौरे के अलावा मलेशिया में सुल्तान अजलान शाह कप में हिस्सा लेना है। मुख्य कोच क्रेग फुल्टन इन टूर्नामेंटों में कुछ जूनियर खिलाड़ियों को आजमा सकते हैं। एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एशिया कप का खिताब हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम के लिए एक राहत की तरह आया। टीम ने धीमी शुरुआत से उबरते हुए इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना दबदबा कायम किया और चौथी बार खिताब जीता। उन्होंने पिछली बार 2017 में ढाका में ट्रॉफी जीती थी। टीम इससे पहले 2003 में कुआलालंपुर और 2007 में चेन्नई में एशिया कप चैंपियन बनी थी। भारत ने भले ही अच्छा प्रदर्शन किया हो लेकिन टूर्नामेंट में उसकी शुरुआत उतनी अच्छी नहीं रही। मेजबान टीम को पूल चरण में चीन और कोरिया पर क्रमश: 4-3 और 3-2 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। कमजोर कजाखिस्तान को 15-0 से हराने के बाद उनके अभियान ने गति पकड़ी।फुल्टन ने कहा, ‘‘ हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही और खिलाड़ियों को यह बात पता थी। कजाखिस्तान के साथ मैच के बाद हमने लय पकड़ी। उस बड़ी जीत के बाद खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा।'' सुपर चार चरण में कोरिया के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ ने एक बार फिर भारत को वास्तविकता का एहसास कराया।टीम ने इसके बाद अपने खेल में कुछ सुधार किया और मलेशिया को 4-1 से और फिर चीन को 7-0 से हराया।इस अभियान का एक उत्साहजनक पहलू भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस थी। राजगीर के बेहद गर्म और उमस वाले मौसम में 10 दिनों के अंदर भारतीय खिलाड़ियों ने दबाव वाले सात मैच खेले जो उनके शानदार फिटनेस स्तरों का प्रमाण है। इस टूर्नामेंट ने रक्षा-पंक्ति, मिड-फील्ड और अग्रिम पंक्ति के बीच बेहतर तालमेल देखना बहुत सुखद था।टीम शुरुआती मैचों में रक्षा पंक्ति के लचर प्रदर्शन में सुधार करने में सफल रही।भारतीय मिडफील्ड की कमान अनुभवी मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद और युवा राजिंदर जैसे खिलाड़ियों ने बखूबी संभाली। एक और पहलू जिसने ध्यान खींचा वह थी स्ट्राइकरों का शानदार प्रदर्शन। अभिषेक, सुखजीत सिंह, मनदीप सिंह, लाकरा और दिलप्रीत सिंह ने कुछ बेहतरीन मैदानी गोल किए। अभिषेक आक्रमण में सबसे बेहतरीन खिलाड़ी थे और उन्होंने ‘प्लेयर-ऑफ-द-टूर्नामेंट' का पुरस्कार भी जीता। वहीं, दो साल की चोट के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले लाकरा ने भी गोल करने और गोल के मौके बनाने करने में शानदार प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट के शुरुआती चरणों में संघर्ष करने के बावजूद दिलप्रीत ने कोरिया के खिलाफ फाइनल में दो गोल कर अपने कौशल का परिचय दिया। टूर्नामेंट के दौरान कुछ कमियां भी सामने आईं। जिससे टीम को जल्दी उबरना होगा।कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पूल चरण में पेनल्टी कॉर्नर को आसानी से गोल में बदलकर शानदार शुरुआत की, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, विरोधी टीमों ने उन्हें सफलता हासिल करने के लिए तरसा दिया। टीम के अन्य ड्रैग फ्लिकर जुगराज सिंह भी अच्छी शुरुआत के बाद लय में नहीं दिखे।दिग्गज पीआर श्रीजेश की संन्यास के बाद गोलकीपिंग की जिम्मेदारी कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा साझा करते हैं। जहां करकेरा ने प्रभावित किया, वहीं पाठक अपने साधारण प्रदर्शन के बाद सवालों के घेरे में हैं। फुल्टन इस गुत्थी को जल्द सुलझाना चाहेंगे।
- नयी दिल्ली. भारत के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री और वीरेंद्र सहवाग के साथ-साथ पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण मंगलवार से यूएई में शुरू हो रहे एशिया कप टी20 टूर्नामेंट के लिए सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के बहुभाषी कमेंट्री पैनल का हिस्सा होंगे। इस टूर्नामेंट के 17वें सत्र में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, यूएई, ओमान और हांगकांग अगले साल होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले महाद्वीपीय वर्चस्व के लिए संघर्ष करेंगे। भारत अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को यूएई के खिलाफ करेगा। भारत के पूर्व मुख्य कोच शास्त्री, गावस्कर, संजय मांजरेकर, रॉबिन उथप्पा, बाजिद खान, वकार यूनिस, वसीम अकरम, रसेल अर्नोल्ड और साइमन डूल उन कमेंटेटरों में शामिल हैं जिन्हें प्रसारण के विश्व फीड के लिए चुना गया है। सहवाग, इरफान पठान, अजय जडेजा, पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर और सबा करीम हिंदी कमेंटेटरों के पैनल में प्रमुख नामों में शामिल हैं। सोनी नेटवर्क के मुख्य राजस्व अधिकारी राजेश कौल ने कहा, ‘‘सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क एशिया कप की वापसी के साथ क्रिकेट प्रसारण को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है।'' भरत अरुण तमिल पैनल में डब्ल्यूवी रमन जैसे पूर्व खिलाड़ियों के साथ शामिल होंगे, जबकि तेलुगु पैनल में वेंकटपति राजू और वेणुगोपाल राव जैसे अन्य लोग शामिल होंगे। सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क की विज्ञप्ति में गावस्कर ने कहा, ‘‘सूर्यकुमार यादव के गतिशील नेतृत्व में टीम इंडिया एशिया कप के मंच पर कदम रख रही है। हम दृढ़ता और अनुभव के मिश्रण को टीम का नेतृत्व करते हुए देख रहे हैं। यह विविधतापूर्ण, बहुमुखी और जुझारू टीम भारतीय क्रिकेट के भविष्य का प्रतीक है।'' शास्त्री ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सूर्यकुमार यादव की अगुवाई और शुभमन गिल की उप-कप्तान के रूप में यह भारतीय टीम अनुभव और युवा का एक आदर्श मिश्रण प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा, ‘‘जसप्रीत बुमराह, अभिषेक शर्मा और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रदर्शन करते रहे हैं, जबकि तिलक वर्मा और हर्षित राणा जैसी प्रतिभाएं टीम में जोश और विकल्प लाती हैं।''
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स्कोपिया (मैसेडोनिया). अनन्या मुरलीधरन और दिव्यांशी भौमिक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में झाओ वैंगकी और ल्यु झिलिंग की चीन की जोड़ी को हराकर डब्ल्यूटीटी युवा स्टार कंटेंडर टेबल टेनिस टूर्नामेंट में अंडर-15 लड़कियों के युगल वर्ग का खिताब जीता। कड़े मुकाबले में अनन्या और दिव्यांशी ने अपना धैर्य बरकरार रखते हुए चीन की जोड़ी के खिलाफ 11-8, 7-11, 11-8, 6-11, 14-12 से जीत दर्ज की। दबाव को झेलने और तनावपूर्ण क्षणों में आक्रामक जवाब देने की क्षमता भारतीय जोड़ी को पोडियम पर शीर्ष स्थान दिलाने में निर्णायक साबित हुई। इससे पहले सेमीफाइनल में इस जोड़ी ने हमवतन रियाना भूटा और अंकोलिका चक्रवर्ती को 3-1 (11-2, 10-12, 11-3, 11-6) से हराया था। रियाना और अंकोलिका को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। भारत के लिए पीबी अभिनंद और ऋत्विक गुप्ता ने क्रमशः अंडर-19 और अंडर-15 बालक एकल वर्ग में रजत पदक जीते। अभिनंद जापान के इवैडा शुंटो के खिलाफ सीधे गेम में 0-3 (6-11, 7-11, 8-11) से हार गए जबकि ऋत्विक को भी खिताबी मुकाबले में कोरिया के ली सेयुंगसू के खिलाफ 0-3 (8-11, 5-11, 8-11) से शिकस्त झेलनी पड़ी। अंडर-19 मिश्रित युगल में अभिनंद और सिंड्रेला दास की जोड़ी जबकि अंडर-15 बालक युगल में ऋत्विक और साहिल रावत की जोड़ी ने कांस्य पदक जीते। टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल छह पदक जीते।
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राजगीर (बिहार). अनुभवी मिडफील्डर मनप्रीत सिंह ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम की एशिया कप में खिताबी जीत को अपने गृह राज्य पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ के पीड़ितों को समर्पित किया। जालंधर के बाहरी इलाके में मीठापुर गांव में एक किसान परिवार में जन्मे 33 वर्षीय खिलाड़ी ने महाद्वीपीय टूर्नामेंट में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे टीम को अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले एफआईएच विश्व कप में सीधे प्रवेश मिला। ओलंपिक पदक विजेता मनप्रीत ने रविवार को जीत के बाद कहा, ‘‘मैं यह जीत पंजाब के लोगों को समर्पित करना चाहता हूं, जो पूरे साहस और दृढ़ता के साथ विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रहे हैं।'' पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘यह जीत हर उस पीड़ित के लिए है जो अपनी ज़िंदगी फिर से ढर्रे पर लाने के लिए संघर्ष कर रहा है। यह जीत उन निस्वार्थ स्वयंसेवकों के लिए भी है जो ज़रूरतमंदों को बचाने, उनकी मदद करने और उनके पुनर्वास के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। आपका जज्बा ही हमारी सच्ची प्रेरणा है।'' पंजाब के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि बाढ़ के कारण कई लोगों की जान चली गई है जबकि 1.76 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बर्बाद हो गई है।
- महासमुंद / FIBA अंडर 16 वूमेंस एशिया कप 2025 का आयोजन मलेशिया में 13 से 19 सितम्बर 2025 तक आयोजित किया जाना है। जिसके लिए बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 10 अगस्त से 12 सितंबर 2025 तक नेशनल स्पोर्ट्स सेंटर चेन्नई में आयोजित है, जिसमें भारतीय अंडर 16 महिला राष्ट्रीय बास्केटबॉल टीम में छत्तीसगढ़ से महासमुंद जिले की दिव्या रंगारी पिता विनोद रंगारी का चयन हुआ है। भारतीय टीम का राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर पश्चात् भारतीय टीम FIBA अंडर 16 वूमेंस एशिया कप 2025 सेरेम्बन मलेशिया में 13 से 19 सितम्बर तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें भारतीय टीम साऊथ एशियन जोन की टीम से शामिल होगी। जिसके लिए 12 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की गई है। जिसमें छत्तीसगढ़ से महासमुन्द जिले की दिव्या रंगारी का चयन हुआ है। दिव्या के चयन होने से प्रदेश एवं जिले में खुशी की लहर देखी जा रहीं है।इससे पहले अंडर 16 एशिया कप SABA क्वालिफायर बास्केटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन 12 से 15 जून 2025 तक मालदीप में आयोजित किया गया था। जिसमें भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन करने के साथ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता एवं एशिया कप 2025 मलेशिया के लिए क्वालीफाई किया। भारतीय टीम में महासमुंद छत्तीसगढ़ से दिव्या रंगारी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया। दिव्या रंगारी मिनी स्टेडियम महासमुंद में नियमित अभ्यास करते हुए राष्ट्रीय चैंपियनशिप में शामिल होने के साथ ही इंडिया टीम में जगह बनाने में सफल रहीं हैं। महासमुंद जिले में बास्केटबॉल खेल का अभ्यास प्रतिदिन स्थानीय मिनी स्टेडियम महासमुंद में किया जाता है। जिसमें आसपास क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्र के बच्चे शामिल होते हैं। जिले के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भागीदारी करने के साथ ही पदक जीतने में सफल रहे हैं। भारतीय बास्केटबॉल टीम में छत्तीसगढ़ से महासमुंद जिले से दिव्या रंगारी के FIBA अंडर 16 वूमेंस एशिया कप 2025 में चयन होने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबॉल संघ के राजीव जैन अध्यक्ष, चेयरमैन विजय अग्रवाल, नरेश डाकलिया, राजीव चौबे, सजी थॉमस, आर.एस गौर, जे वेणु, एन के बंछोर, परविंदर सिंह, साहीराम जाखड़, जसवंत सिंह खालसा, सरजीत चक्रवर्ती, धीरज गोयल, रवि भगत, राजेंद्र यादव, विधायक महासमुंद योगेश्वर राजू सिंहा, जिलाध्यक्ष येतराम साहू, जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरें, जिला बास्केटबॉल संघ महासमुंद के अध्यक्ष नुरेन चंद्राकर, चेयरमैन गौरव चंद्राकर, सचिव शुभम तिवारी, मनीष श्रीवास्तव, पुरन साहू, बादल मक्कड़, खेल अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण मनोज धृतलहरे, संतोष कुमार सोनी, किरण महाडीक, अभिषेक अंबिलकर, कुलेश्वर चंद्राकर, पिता विनोद रंगारी, माता सपना रंगारी, सुभाष मंडल, विवेक मंडल, निखिल चंद्राकर, विकास सोनी, आकाश सोनी, योजना रंगारी, तारणी साहू, सौम्या, श्रेया घोष, राइमा दास ने शुभकामनाएं दीं।
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राजगीर/ दिलप्रीत सिंह के दो गोल की मदद से भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने गत चैम्पियन दक्षिण कोरिया को रविवार को फाइनल में 4 . 1 से हराकर आठ साल बाद एशिया कप खिताब जीता और अगले साल होने वाले विश्व कप के लिये भी क्वालीफाई कर लिया । भारत ने चौथी बार एशिया कप खिताब जीता है और इसके साथ ही वह पांच बार की चैम्पियन कोरिया के बाद टूर्नामेंट की दूसरी सबसे सफल टीम बन गई । भारत ने इससे पहले 2003 (कुआलालंपुर) , 2007 (चेन्नई) और आखिरी बार 2017 (ढाका) में एशिया कप जीता था । दक्षिण कोरिया ने 1994, 1999, 2009, 2013 और 2022 में खिताब जीता है । इसके साथ ही भारत ने अगले विश्व कप के लिये क्वालीफाई कर लिया जो 14 से 30 अगस्त तक बेल्जियम और नीदरलैंड में होना है । भारत ने अब तक सिर्फ एक बार 1975 में कुआलालंपुर विश्व कप जीता है । खचाखच भरे राजगीर खेल परिसर में भारत के लिये सुखजीत सिंह ने पहले ही मिनट में गोल दागा जबकि दिलप्रीत ने 28वें और 45वें मिनट में गोल किये । अमित रोहिदास ने 50वें मिनट में चौथा गोल दागा । वहीं पांच बार की चैम्पियन दक्षिण कोरिया के लिये एकमात्र गोल 51वें मिनट में डेन सोन ने किया ।
भारत ने टूर्नामेंट में पांच जीत दर्ज की और एक ड्रॉ खेला । हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम ने तीनों पूल मैच जीते । सुपर 4 चरण में मलेशिया को 4 . 1 और चीन को 7 . 0 से हराया जबकि कोरिया से मैच 2 . 2 से ड्रॉ रहा था । पहले ही सेकंड से भारतीय टीम ने आक्रामक शुरूआत की । डिफेंस, मिडफील्ड और फॉरवर्ड पंक्ति के बीच कमाल का तालमेल था और एक ईकाई के रूप में विरोधी गोल पर कई हमले बोले गए । दूसरी ओर कोरियाई टीम अधिकांश समय रक्षात्मक खेल दिखाती नजर आई जो उस पर भारी पड़ा । पहले दो क्वार्टर में भारतीय डिफेंस को भेदने में उसे कामयाबी नहीं मिली और गोल करने के मौके भी कोरियाई टीम बना नहीं सकी । भारत के लिये पहला गोल 30वें सेकंड में सुखजीत ने दागा । कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बायें फ्लैंक से शानदार प्रदर्शन करते हुए सुखजीत को गेंद सौंपी जिसने बायें कार्नर पर से रिवर्स हिट लगाकर गेंद को गोल के भीतर डाला । दिलप्रीत आठवें मिनट में गोल करने के करीब पहुंचे लेकिन विवेक सागर प्रसाद के पास पर उनका शॉट कोरियाई गोलकीपर जेहान किम ने बचा लिया । अगले ही मूव पर भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला लेकिन जुगराज सिंह की कोशिश नाकाम रही ।
भारतीय आक्रामक पंक्ति ने कोरियाई डिफेंस को पूरे मैच में दबाव में रखा । हरमनप्रीत ने हवा में गेंद उछालकर बायें कॉर्नर पर संजय को पास दिया जिसने सर्कल के भीतर दिलप्रीत को गेंद सौंपी । उन्होंने गोल करके हाफटाइम तक भारत को 2 . 0 से बढत दिला दी । कोरिया को पहला मौका 40वें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला लेकिन भारतीय डिफेंस एक बार फिर अडिग था । भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर 44वें मिनट में मिला लेकिन हरमनप्रीत की कोशिश पहले रशर ने नाकाम कर दी । तीसरे क्वार्टर के आखिर में दिलप्रीत ने भारत के लिये एक और गोल किया । हरमनप्रीत ने फ्री हिट पर राजकुमार पाल को पास दिया जिन्होंने दिलप्रीत को गेंद सौंपी और उन्होंने गोल करने में कोई गलती नहीं की । पांच मिनट बाद भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे रोहिदास ने गोल में बदला । कोरिया के लिये आखिरी मिनटों में सोन ने एकमात्र गोल किया । वहीं मलेशिया ने चीन को 3 . 0 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया । जापान ने बांग्लादेश को हराकर पांचवां स्थान पाया । - न्यूयॉर्क. दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी एरिना सबालेंका ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद अमेरिका की अमांडा अनिसिमोवा को सीधे सेटों में हराकर लगातार दूसरी बार अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट में महिला एकल का खिताब जीता। सबालेंका जब खिताब से दो अंक दूर थीं, तब उन्होंने एक ऐसा ओवरहेड स्मैश लगाया जो आसान शॉट होना चाहिए था लेकिन उन्होंने उसे नेट में उलझा दिया जिससे अनिसिमोवा को ब्रेक का मौका मिल गया। सबालेंका ने हालांकि अपना धैर्य बनाए रखा और आखिर में 6-3, 7-6 (3) से जीत दर्ज करके अपने करियर का चौथा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। इस तरह से उन्होंने इस साल ऑस्ट्रेलियाई ओपन और फ्रेंच ओपन के फाइनल में अमेरिकी खिलाड़ियों से मिली हार की पीड़ा भी खत्म कर दी। सबालेंका ने जीत हासिल करने के बाद कोर्ट पर अपना रैकेट गिरा दिया और मुस्कान बिखेर दी। उन पर भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा था क्योंकि एक बार उनके मन में संदेह पैदा हो गया था।उन्होंने मैच के बाद कहा, ‘‘मेरे मन में शक घर कर गया था लेकिन इसके बाद मैं पलटी और मैंने गहरी सांस ली। मैंने खुद से कहा कि चलो ठीक है ऐसा होता है। यह बीती बात है और अब अगले अंक पर ध्यान दो। '' सबालेंका पिछले 11 वर्षों में पहली महिला खिलाड़ी बन गई है जिन्होंने अमेरिकी ओपन में अपने खिताब का बचाव किया। उनसे पहले यह कारनामा सेरेना विलियम्स ने किया था। वह 2012 से लेकर 2014 तक लगातार तीन बार चैंपियन बनी थी। अमांडा को लगातार दूसरे ग्रैंड स्लैम के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। वह जुलाई में विंबलडन के फाइनल में इगा स्वियातेक से हार गई थी। उस मैच में वह एक भी गेम नहीं जीत पाई थी लेकिन शनिवार को यहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अवसरों का फायदा नहीं उठा पाई। अमेरिका की इस 24 वर्षीय खिलाड़ी ने सबालेंका की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘मैं वास्तव में उनकी बहुत प्रशंसा करती हूं। वह कड़ी मेहनत करती है और इसी लिए आज इस मुकाम पर हैं।.मुझे भी मौके मिले थे लेकिन मैं उन्हें नहीं भुना सकी। '' बेलारूस की 27 वर्षीय सबालेंका ने अपनी चौथी ग्रैंड स्लैम ट्रॉफी जीती। उन्होंने अपने सभी खिताब हार्ड कोर्ट पर जीते हैं। इस जीत से वह 2006 में जस्टिन हेनिन के बाद एक सत्र में तीन प्रमुख फाइनल हारने वाली पहली महिला बनने से बच गईं। सबालेंका मेलबर्न पार्क में मैडिसन कीज़ से तथा रोलैंड-गैरोस में कोको गॉफ से हार गई थी। शनिवार को उनके दिमाग में इन हार की तस्वीर भी बनी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद, मैंने सोचा कि सही यही होगा कि इसे भूलकर आगे बढ़ जाऊं। लेकिन फिर फ्रेंच ओपन में भी यही हुआ। मैंने उन फाइनल को देखा और मैं हार का यह सिलसिला तोड़ने के लिए प्रतिबद्ध थी और मुझे खुशी है कि मैं इसमें सफल रही।
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ग्वांगजू (दक्षिण कोरिया). भारतीय तीरंदाजों ने विश्व चैंपियनशिप में अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए शनिवार को कम्पाउंड पुरुष टीम और मिश्रित स्पर्धाओं के फाइनल में पहुंचकर कम से कम दो पदक पक्के कर लिए। पुरुष टीम ने दबाव में अद्भुत संयम दिखाया और तीनों मुकाबलों में पिछड़ने के बाद वापसी करते जीत दर्ज की। टीम के सामने अब रविवार को फाइनल में फ्रांस की चुनौती होगी। भारतीय टीम ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया को शूट-ऑफ में हराया। टीम ने इसके बाद अमेरिका को एक अंक और फिर तीसरी वरीयता प्राप्त तुर्की को दो अंकों से हराया। विश्व चैंपियनशिप में पदार्पण कर रहे 23 वर्षीय ऋषभ यादव 709 अंक हासिल कर आठवें स्थान के साथ भारतीयों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी रहे। वह दोहरा पदक जीतने की दौड़ में है। पुरुष टीम को फाइनल तक पहुंचाने के बाद उन्होंने अनुभवी ज्योति सुरेखा वेन्नम के साथ मिलकर मिश्रित टीम खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। भारतीय जोड़ी ने जर्मनी, अल सल्वाडोर और चीनी ताइपे को एकतरफा मुकाबलों में हराया। भारतीय जोड़ी रविवार को स्वर्ण पदक के लिए नीदरलैंड से भिड़ेगी। ज्योति पहले ही अभिषेक वर्मा के साथ यांकटन 2021 में मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक जीत चुकी हैं और 29 साल की इस खिलाड़ी का लक्ष्य इस बार एक कदम और आगे बढ़ना होगा। वह सातवीं बार विश्व चैंपियनशिप में भाग ले रही हैं।
इससे पहले क्वालीफिकेशन में यादव के 709 अंकों के अलावा अमन सैनी (707, 15वां स्थान) और प्रथमेश फुगे (706, 19 वां स्थान) की तिकड़ी दूसरे स्थान पर रही। इस तिकड़ी ने 232-232 के स्कोर के बाद शूट-ऑफ में आठवें स्थान पर रहे ऑस्ट्रेलिया को हराकर 30-28 से मुकाबला जीत लिया। उन्होंने अमेरिका के खिलाफ 234-233 से मामूली अंतर से जीत हासिल की। तुर्किये के खिलाफ सेमीफाइनल में भी इस तिकड़ी ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 234-232 से जीत दर्ज की। मिश्रित टीम स्पर्धा में ज्योति और यादव की जोड़ी चौथे स्थान पर रही। उन्होंने जर्मनी के खिलाफ 16 तीर से पूरे 160 अंक हासिल कर जर्मनी को 160-152 से हराया।
ज्योति को हालांकि महिला टीम स्पर्धा में निराशा हाथ लगी। ज्योति, परनीत कौर और पृथिका प्रदीप की तीसरी वरीयता प्राप्त तिकड़ी को प्री-क्वार्टर फाइनल में 14वीं वरीयता प्राप्त इटली से 229-233 से हार का सामना करना पड़ा। पुरुषों के क्वालीफिकेशन में आठवें स्थान पर रहने वाले यादव व्यक्तिगत मुकाबलों में सीधे अंतिम 32 दौर से शुरुआत करेंगे। सैनी (15वें) और फुगे (19वें) भी अपने-अपने व्यक्तिगत एलिमिनेशन चरण में पहुंच गये है।
- राजगीर। स्ट्राइकर अभिषेक के दो गोल की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को यहां सुपर चार के आखिरी मैच में चीन को 7-0 से हराकर एशिया कप टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह पक्की की। अभिषेक ने मैच के 46वें और 50वें मिनट में गोल दागे। उनसे पहले इस एकतरफा मुकाबले में शिलानंद लाकड़ा (चौथे मिनट), दिलप्रीत सिंह (सातवें), मनदीप सिंह (18वें), राजकुमार पाल (37वें) और सुखजीत सिंह (39वें) के गोल ने टीम की बड़ी जीत पक्की कर दी। रविवार को खेले जाने वाले फाइनल में भारत के सामने मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया की चुनौती होगी।इस जीत के साथ भारत सुपर चार लीग तालिका में सात अंकों के साथ शीर्ष पर रहा जबकि दक्षिण कोरिया चार अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। चीन और मलेशिया दोनों तीन-तीन अंकों के साथ उनसे पीछे रहे। इससे पहले भारत ने सुपर चार चरण के अपने शुरुआती दो मैचों में पांच बार के चैंपियन दक्षिण कोरिया के साथ 2-2 से ड्रॉ खेला था और मलेशिया को 4-1 से हराया था। इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट की विजेता टीम को अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड द्वारा संयुक्त मेजबानी में आयोजित होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिलेगा। भारत ऐसे में विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने से बस एक कदम दूर है। कोरिया ने दिन के एक अन्य मैच में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए मलेशिया को 4-3 से हराया।चीन अब रविवार को तीसरे-चौथे स्थान के लिए मलेशिया से खेलेगा।भारतीय खिलाड़ी चीन के खिलाफ पूरी तरह से हावी रहे और यह मुकाबला ज्यादातर चीन के हाफ में ही खेला गया। मैच में भारतीय रक्षापंक्ति को भी कोई चुनौती नहीं मिली क्योंकि चीन के खिलाड़ी भारत के सर्कल में घुसने संघर्ष करते रहे। भारत ने मैच में एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं दिया। भारतीयों ने शुरू से ही मैच पर अपना दबदबा बनाने में कोई समय नहीं गंवाया। टीम को चौथे मिनट में उनके प्रयासों का फल मिला जब शिलानंद ने पहला गोल कर खाता खोला। कप्तान हरमनप्रीत सिंह की हाफ लाइन से शानदार हवाई पास को दाहिनी ओर से जरमनप्रीत सिंह ने नियंत्रित किया और इसे शिलानंद की ओर मोड़ दिया। शिलानंद ने इसे गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। गोल करने के बाद भी भारतीयों का हमलावर तेवर जारी रहा और कुछ ही मिनटों बाद शिलानंद ने अपनी टीम के लिए एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। हरमनप्रीत का पहला फ्लिक चीनी गोलकीपर वेइहाओ वांग ने बचा लिया लेकिन दिलप्रीत सही जगह पर मौजूद थे और उन्होंने रिबाउंड से गेंद को गोल में डालकर भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। संजय मैच के 13वें मिनट में गोल करने के बहुत करीब थे, लेकिन बाएं कोने से उनका प्रयास थोड़ा बाहर रह गया। भारत ने 18वें मिनट में अपना दूसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और विवेक सागर प्रसाद के शॉट को चीनी गोलकीपर द्वारा बचाए जाने के बाद मंदीप ने रिबाउंड से स्कोर 3-0 कर दिया। भारतीय खिलाड़ी चीन के सर्कल में हावी थे और 23वें मिनट में हार्दिक सिंह का जोरदार शॉट सतर्क वांग ने रोक दिया। भारत ने मध्यांतर के बाद उसी तरह खेलना जारी रखा लेकिन दिलप्रीत के करारे प्रहार पर चीन के गोलकीपर ने शानदार तरीके से बचाव किया। भारत ने हालांकि बढ़त को बड़ा करने में ज्यादा समय नहीं लिया। मैच के 37वें मिनट में विवेक सागर प्रसाद ने बाएं ओर शिलानंद को गेंद दी। शिलानंद ने इसे दिलप्रीत को पास दिया उन्होंने गेंद को राजकुमार की ओर मोड़ दिया। राजकुमार ने खूबसूरती से टैप करके गेंद को गोल में डाल दिया। भारत ने इसके बाद पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन टीम का यह प्रयास विफल रहा। सुमित और दिलप्रीत के शानदार पास पर सुखजीत ने डाइव लगाते हुए स्लैम शॉट से गोल कर भारत की बढ़त को 5-0 कर दिया। चौथे क्वार्टर की शुरुआत के ठीक बाद अभिषेक ने 46वें मिनट में स्कोर शीट में अपना नाम दर्ज कराया। इसके चार मिनट बाद शिलानंद से एक शानदार डिफ्लेक्शन पर अभिषेक ने एक जोरदार रिवर्स हिट से मैच का अपना दूसरा गोल किया। कोरिया के खिलाफ सुपर चार मैच में हार ने मलेशिया को फाइनल की दौड़ से बाहर कर दिया।कोरिया के लिए गोल ह्येनहोंग किम (24वें, 51वें), सेयोंग ओह (44वें) और जुंगजुन ली (50वें) ने किए।मलेशिया के लिए फिट्री सारी (9वें), ऐमन रोजेमी (29वें) और सैयद चोलन (31वें) ने गोल किए।कोरिया पहले तीन क्वार्टर के अधिकांश समय पीछे चल रहा था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरी 15 मिनट में ज़ोरदार दबाव बनाया, जिसके परिणामस्वरूप एक मिनट के भीतर दो गोल हुए और वे मैच में पहली बार आगे निकल गए। इससे पहले अग्यमते डुइसेंगाजी (12वें, 23वें, 30वें, 36वें, 56वें) के पांच गोल के दम पर विश्व रैंकिंग में 88वें स्थान पर काबिज कजाकिस्तान ने रैंकिंग में 41वें पायदान की टीम चीनी ताइपे को 6-4 से हराया। डुइसेंगाजी (12वें, 23वें, 30वें, 36वें, 56वें) के अलावा अल्त्यनबेक ऐतकालिएव (47वें) विजेता टीम के लिए गोल किया। चीनी ताइपे के लिए, यू-चेंग चांग (सातवां) ने पहला गोल किया जबकि सुंग-यू हसिह (13वें, 18वें, 32वें) ने हैट्रिक लगाई।
- नयी दिल्ली। महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर का मानना है कि अगर संजू सैमसन जैसी काबिलियत वाले खिलाड़ी को 15 सदस्यीय भारतीय टीम में चुना जाता है तो आगामी एशिया कप में अंतिम एकादश चुनते समय उन्हें निश्चित रूप से बाहर नहीं रखा जा सकता।गावस्कर केरल के इस धाकड़ खिलाड़ी को अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते देखना चाहते हैं।गिल के टी20 टीम में उप कप्तान के रूप में वापसी करने के बाद यह तय था कि उन्हें फिर से पारी आगाज करने का मौका मिलेगा। टीम प्रबंधन के सामने अब मुश्किल फैसला है कि सैमसन को अंतिम एकादश में रखा जाए या उनके लिए शीर्ष तीन में जगह बनाई जाए या फिर जितेश शर्मा को खिलाया जाए जो फिनिशर की भूमिका से अच्छी वाकिफ हैं।गावस्कर ने नौ सितंबर से यूएई में शुरू होने वाले टूर्नामेंट से पहले कहा, ‘‘अगर आप संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को कोर टीम में लेते हैं तो आप उन्हें रिजर्व में नहीं छोड़ सकते। ’’उन्होंने कहा, ‘‘हां, मुझे लगता है कि किसी भी चयन समिति के लिए यह एक बहुत बड़ा सिरदर्द है कि आपके पास दो काबिल बल्लेबाज हों और संजू सैमसन जैसा कोई खिलाड़ी हो जो शायद तीसरे नंबर पर भी बल्लेबाजी कर सके और जरूरत पड़ने पर छठे नंबर पर ‘फिनिशर’ के तौर पर उतर सके। ’’गावस्कर ने कहा, ‘‘और जितेश ने आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन किया है जहां वह बहुत अच्छा खेले। मुझे लगता है कि यह दौरे की चयन समिति के लिए एक सुखद सिरदर्द है। ’’वहीं 76 वर्षीय इस पूर्व खिलाड़ी को लगता है कि सैमसन को कम से कम कुछ मैच तो मिलेंगे ही। भारत 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगा।पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘’लेकिन मुझे लगता है कि शायद सैमसन को कम से कम पहले कुछ मैचों के लिए जितेश से पहले मौका मिल जाएगा। और फिर बाकी टूर्नामेंट में उनकी फॉर्म पर निर्भर करेगा। लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा ही होगा। ’’तिलक वर्मा और कप्तान सूर्यकुमार यादव हाल के वर्षों में आमतौर पर तीसरे और चौथे नंबर पर खेलते रहे हैं तो सैमसन को शीर्ष क्रम में कैसे जगह मिल सकती है, अगर वह मध्य क्रम में नहीं खेल रहे हैं जो उनकी पसंदीदा जगह नहीं है।उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे लगता है कि शायद वे उन्हें (सैमसन) तीसरे नंबर पर और तिलक को पांचवें या छठे नंबर पर फिनिशर के रूप में रखने के बारे में सोच रहे होंगे। क्योंकि हार्दिक (पंड्या) भी टीम में हैं। इसलिए हार्दिक शायद फिर से पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। ’’गावस्कर का मानना है कि रिंकू सिंह या शिवम दुबे में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘और अक्षर पटेल के भी इस टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में खेलने की संभावना है और वह चार ओवर अच्छी गेंदबाजी भी कर सकते हैं। ऐसा लगता है कि रिंकू और शिवम जैसे बल्लेबाजों को मौका मिलने से पहले थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। ’’उन्हें लगता है कि अक्षर पटेल और कुलदीप यादव शुरूआत करने वाले दो स्पिनर हैं और तीसरे विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हर्षित राणा को टीम में जगह मिल जाएगी।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे आठवें नंबर तक बल्लेबाजी नहीं बढ़ाएंगे और गेंदबाजों पर ध्यान देंगे। शायद आठवें नंबर पर कुलदीप और फिर नौवें, दसवें, ग्यारहवें नंबर पर, आपके तीन तेज गेंदबाज। ’’गावस्कर ने यह भी स्पष्ट किया कि जसप्रीत बुमराह को कार्यभार संबंधित कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि वह प्रति मैच केवल चार ओवर ही गेंदबाजी करेंगे और वह भी दो या तीन स्पैल में।उन्होंने कहा, ‘‘इस एशिया कप में बात केवल चार ओवर गेंदबाजी करने की है और वह भी एक साथ चार ओवर नहीं। इसलिए मुझे नहीं लगता कि उन्हें इस टूर्नामेंट में खेलने में कोई समस्या होगी। उनके लिए कार्यभार की कोई समस्या नहीं होगी। ’’ सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क एशिया कप 2025 का आधिकारिक प्रसारणकर्ता है।
- नई दिल्ली। आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 का भव्य आगाज इस बार भारत और श्रीलंका की मेजबानी में होने जा रहा है। आज गुरुवार को आईसीसी ने जानकारी दी कि बॉलीवुड की मशहूर गायिका श्रेया घोषाल टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में प्रस्तुति देंगी। यह समारोह गुवाहाटी में भारत और श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले पहले मैच से पहले आयोजित होगा। खास बात यह है कि श्रेया घोषाल ने इस विश्व कप का आधिकारिक गीत ‘ब्रिंग इट होम भी गाया है।विश्व कप का पहला मैच 30 सितंबर को भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी में खेला जाएगा और टूर्नामेंट का समापन 2 नवंबर को होगा। इस बार कुल 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं। भारत में मैच गुवाहाटी, इंदौर, विशाखापत्तनम और मुंबई में होंगे जबकि श्रीलंका में मुकाबले कोलंबो में खेले जाएंगे।आईसीसी ने टिकटों और मनोरंजन योजनाओं की भी घोषणा की। इस बार टिकटों की कीमत बेहद किफायती रखी गई है। भारत में लीग चरण के मैचों के टिकट की शुरुआती कीमत सिर्फ 100 रुपये तय की गई है। आईसीसी का कहना है कि यह कदम स्टेडियमों को खचाखच भरने और अधिक से अधिक दर्शकों को महिला क्रिकेट से जोड़ने के उद्देश्य से उठाया गया है। टिकट बिक्री गुरुवार, 4 सितंबर को शाम 7 बजे (भारतीय समय) से शुरू हो गई है। गूगल पे उपयोगकर्ताओं के लिए चार दिन की विशेष प्री-सेल विंडो रखी गई है, जो सोमवार, 8 सितंबर शाम 7 बजे तक चलेगी।tickets.cricketworldcup.com वेबसाइट के माध्यम से टिकट खरीदे जा सकते हैं। गूगल पे ने भी प्रशंसकों को इस रोमांचक क्रिकेट महोत्सव का हिस्सा बनाने के लिए विशेष ऑफर और प्री-सेल एक्सेस देने की घोषणा की है।
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नयी दिल्ली. भारत के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने बृहस्पतिवार को क्रिकेट के हर प्रारूप को अलविदा कर दिया जिससे उनके 15 साल से अधिक के कैरियर पर विराम लग गया । भारत के लिये आखिरी बार 2017 में खेलने वाले 42 वर्ष के मिश्रा 2024 तक आईपीएल खेले हैं । उन्होंने कहा , मैने क्रिकेट से संन्यास का फैसला ले लिया है । उन्होंने भारत के लिये 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी20 मैच खेले हैं । उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था ।
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हांगझोउ (चीन) .प्रमुख खिलाड़ियों की चोटों से परेशान भारतीय महिला हॉकी टीम अतीत की नाकामियों को भुलाकर शुक्रवार से शुरू हो रहे एशिया कप के पहले मैच में निचली रैंकिंग वाली थाईलैंड के खिलाफ जीत के साथ शुरूआत करने उतरेगी । विश्व रैंकिंग में नौवे स्थान पर काबिज भारतीय टीम पूल बी के मैच में 30वीं रैंकिंग वाली थाईलैंड टीम से खेलेगी । भारत पूल में सर्वोच्च रैंकिंग वाली टीम है जिसमें जापान (12), थाईलैंड और सिंगापुर (31) भी है । पूल ए में चीन, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और चीनी ताइपै हैं । चीन (चार) के बाद भारत टूर्नामेंट की सर्वोच्च रैंकिंग वाली टीम है । एशिया कप अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिये क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी है । थाईलैंड के बाद भारत का सामना शनिवार को जापान से और आठ सितंबर को सिंगापुर से होगा ।
अनुभवी गोलकीपर सविता और ड्रैग फ्लिकर दीपिका को लगी चोटों से भारतीय टीम कमजोर हुई है । सविता टखने की चोट के कारण बाहर है जो उन्हें अभ्यास सत्र के दौरान लगी थी । दीपिका की जगह साक्षी खेल रही है । फॉरवर्ड और ड्रैग फ्लिकर दीपिका ने पिछले कुछ अर्से में शानदार प्रदर्शन किया है । इन दोनों के नहीं खेलने से कप्तान सलीमा टेटे, नवनीत कौर, उदिता, नेहा , शर्मिला देवी और लालरेम्सियामी पर अधिक दारोमदार होगा । भारतीय महिला टीम का प्रदर्शन इस साल अच्छा नहीं रहा है और एफआईएच प्रो लीग के यूरोप चरण में आखिरी स्थान पर रहने के बाद टीम नीचे खिसक गई । भारत ने एशिया कप 2004 और 2017 में जीता है । भारत के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह को भी पता है कि प्रो लीग के खराब प्रदर्शन के बाद उन पर अच्छे प्रदर्शन का भारी दबाव होगा । भारत ने प्रो लीग के 16 मैचों में 100 से ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर गंवाये जिनमे से 17 बेल्जियम के खिलाफ ही गंवा दिये । टूर्नामेंट में आठ टीमें भाग लेंगी और हर पूल से शीर्ष दो टीमें सुपर 4 चरण में पहुंचेंगी । सुपर 4 चरण की शीर्ष दो टीमें 14 सितंबर को फाइनल खेलेंगी । भारतीय टीम :
बांसरी सोलंकी और बिछू देवी खारीबम (गोलकीपर), मनीषा चौहान, उदिता, ज्योति, सुमन देवी, निक्की प्रधान, इशिका चौधरी, नेहा, वैष्णवी फाल्के, सलीमा टेटे (कप्तान), शर्मिला देवी, लालरेम्सियामी, सुनेलिटा टोप्पो, नवनीत कौर, रूतुजा पिसाल, ब्यूटी डुंगडुंग, मुमताज खान, साक्षी , संगीता कुमारी ।