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नयी दिल्ली. हांगझोउ एशियाई खेलों और एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम विश्व रैंकिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए छठे नंबर पर पहुंच गई । भारत अब इंग्लैंड से ऊपर 2368 . 83 रेटिंग अंक के साथ छठे स्थान पर है ।
भारतीय महिला टीम एशियाई खेलों से पहले आठवें स्थान पर थी । हांगझोउ में भारत ने कांस्य पदक जीता और रांची में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में अपराजेय रहते हुए खिताब हासिल किया । भारतीय टीम पिछले साल भी एफआईएच प्रो लीग के दौरान रैंकिंग में छठे स्थान पर पहुंची थी ।
नीदरलैंड रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज है जबकि आस्ट्रेलिया दूसरे और अर्जेंटीना तीसरे स्थान पर है । बेल्जियम चौथे और जर्मनी पांचवें स्थान पर है । भारतीय टीम रांची में 13 से 19 जनवरी तक एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर खेलेगी । इसमें उसका सामना जर्मनी, न्यूजीलैंड, जापान, चिली , अमेरिका, इटली और चेक गणराज्य से होगा । -
नयी दिल्ली. बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ऊंगली में फ्रैक्चर के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी टीम के विश्व कप में आखिरी मुकाबले से मंगलवार को बाहर हो गए। इस हरफनमौला खिलाड़ी की सोमवार को फिरोज शाह कोटला में श्रीलंका पर बांग्लादेश की तीन विकेट की जीत के दौरान बल्लेबाजी करते समय बायीं तर्जनी में चोट लग गई थी। मैच के बाद एक्स-रे जांच में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई, जिससे वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शनिवार को पुणे में खेले जाने वाले मैच से बाहर हो गए। आईसीसी ने बांग्लादेश टीम के फिजियो बायजेदुल इस्लाम खान के हवाले से मंगलवार को कहा, ‘‘शाकिब को अपनी पारी की शुरुआत में बायीं तर्जनी पर चोट लगी थी, लेकिन उन्होंने टेप और दर्द निवारक दवाओं के साथ बल्लेबाजी करना जारी रखा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैच के बाद दिल्ली में उनका आपातकालीन एक्स-रे हुआ जिसमें बाएं ‘पीआईपी' जोड़ में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई। इस चोट के तीन से चार सप्ताह में ठीक होने का अनुमान है। वह अपने रिहैबिलिटेशन (चोट से उपचार और उबरने की प्रक्रिया) के लिए आज बांग्लादेश रवाना होंगे।'' अनामुल हक बिजॉय को शाकिब के स्थान पर बांग्लादेश टीम में शामिल किया गया है।
अनामुल ने बांग्लादेश के लिए 45 वनडे मैच खेले हैं। विश्व कप के दौरान किसी खिलाड़ी की जगह लेने के लिए अन्य खिलाड़ी को आधिकारिक तौर पर टीम में शामिल करने से पहले टूर्नामेंट की तकनीकी समिति की मंजूरी की आवश्यकता होती है। आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 टूर्नामेंट की तकनीकी समिति (ईटीसी) में वसीम खान (आईसीसी महाप्रबंधक - क्रिकेट और ईटीसी अध्यक्ष), क्रिस टेटली (आईसीसी टूर्नामेंट प्रमुख), हेमांग अमीन (कार्यवाहक सीईओ - बीसीसीआई), गौरव सक्सेना (महाप्रबंधक - परिचालन, बीसीसीआई), रसेल अर्नोल्ड और साइमन डोल (स्वतंत्र प्रतिनिधि) शामिल हैं। शाकिब श्रीलंका के अनुभवी हरफनमौला एंजेलो मैथ्यूज के खिलाफ ‘टाइम आउट' की अपील कर विवादों में आ गये थे। इस मैच में टीम ने श्रीलंका को हराया था। उन्होंने हालांकि इस मैच में गेंद और बल्ले से प्रभावी प्रदर्शन किया। वह इस मैच में दो विकेट लेने के बाद 65 गेंद में 82 रन बनाकर मैन ऑफ द मैच बने। -
कोलकाता. भारत के खिलाफ विश्व कप के लीग मैच में अपनी टीम के 83 रन पर सिमट जाने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका के कोच रॉब वॉल्टर ने पिच पर ठीकरा फोड़ने की बजाय कहा कि यह 326 रन वाली पिच नहीं थी लेकिन उनके गेंदबाजों ने 70 . 80 रन अधिक दे दिये । भारत के पांच विकेट पर 326 रन के जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 83 रन पर आउट हो गई जिससे भारत ने 243 रन से जीत दर्ज की । वॉल्टर ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ पिच को दोष देना गलत होगा । इसी पिच पर एक टीम ने 326 रन बनाये और दूसरी टीम 100 भी नहीं बना सकी । ऐसे में पिच को गलत ठहराना सही नहीं है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह जरूर कह सकते हैं कि यह 320 रन वाली पिच नहीं थी । हमने 70 . 80 रन ज्यादा दे दिये । भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया ।'' उन्होंने कहा ,‘‘भारत ने हमसे बेहतर प्रदर्शन किया । हर विभाग में । इस टूर्नामेंट में हमने भी दूसरी टीमों के खिलाफ अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन भारतीय टीम आज हमसे कहीं बेहतर थी ।'' उन्होंने ईडन गार्डन पर करीब 65000 दर्शकों के सामने विश्व कप में भारत के खिलाफ खेलने को अपनी टीम के लिये शानदार मौका बताया । वॉल्टर ले कहा ,‘‘ ऐसा मौका बार बार नहीं मिलता । आप खचाखच भरे ईडन गार्डन पर विश्व कप में भारत के खिलाफ खेल रहे थे । सभी खिलाड़ी इसे लेकर रोमांचित थे लेकिन नर्वस नहीं थे ।'' नयी गेंद से अब तक शानदार प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज मार्को जेनसन ने ईडन गार्डंस पर लय खो दी और काफी अतिरिक्त रन दिये । कोच ने हालांकि उनका बचाव करते हुए कहा ,‘‘ इस तरह के मैच में इतने दर्शकों के सामने गेंदबाजी करने से उसे सीखने को मिला होगा । मुझे यकीन है कि वह नॉकआउट चरण में लय में लौटेगा ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ अच्छी बात यह है कि यह ऐसा मैच नहीं था जिसे जीतना बहुत जरूरी था । यह एक अच्छी टीम के खिलाफ खेलने का मौका था । हम अच्छा नहीं खेल सके लेकिन मानसिक और शारीरिक रूप से नये सिरे से तरोताजा होकर वापसी करेंगे । -
बेंगलुरु. पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर न्यूजीलैंड के खिलाफ शनिवार को यहां खेले गए विश्व कप के लीग मैच में धीमी ओवर गति के लिए मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। पाकिस्तान ने बारिश से प्रभावित इस मैच में डकवर्थ लुईस पद्धति से 21 रन से जीत दर्ज करके विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने विज्ञप्ति में कहा,‘‘एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी के रिची रिचर्डसन ने पाया कि बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम ने निर्धारित समय में दो ओवर कम किए हैं इसके बाद उन्होंने टीम के खिलाड़ियों पर यह जुर्माना लगाया। '' खिलाड़ियों और उनके सहयोगी स्टाफ के लिए धीमी ओवर गति से जुड़े आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार अगर कोई टीम निर्धारित समय में तय ओवर पूरा नहीं कर पाती है तो उसके खिलाड़ियों पर प्रत्येक ओवर के लिए मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाएगा। बाबर ने अपनी टीम का अपराध और प्रस्तावित जुर्माना स्वीकार कर लिया है, इसलिए इस मामले में औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मैदानी अंपायर पॉल विल्सन और रिचर्ड केटलबोरो, तीसरे अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ और चौथे अंपायर जोएल विल्सन ने पाकिस्तान पर धीमी ओवर गति का आरोप लगाया था।
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अहमदाबाद. बेहतरीन गेंदबाजी और निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए उपयोगी योगदान देने वाले ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर एडम जंपा ने चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप मैच को अपने लिए अभी तक का सबसे संतोषजनक वनडे करार दिया। जंपा ने 19 गेंद पर 29 रन बनाने के बाद 10 ओवर में 21 रन देकर तीन विकेट भी लिए। इसके अलावा उन्होंने डेविड विली का दौड़ लगाकर शानदार कैच भी लिया। इस लेग स्पिनर ने ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड पर 33 रन की जीत के बाद कहा,‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने अभी तक जितने भी वनडे मैच खेले हैं उनमें इस मैच का प्रदर्शन सबसे अधिक संतोषजनक रहा।'' उन्होंने कहा,‘‘बल्लेबाजी में योगदान देकर वास्तव में मुझे अच्छा लगा। मैं और मिशेल स्टार्क पारी को लंबा खींचने पर बात कर रहे थे और हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक था।'' जंपा ने कहा,‘‘बल्लेबाजी में योगदान और उसके बाद एक बहुत अच्छा कैच लपकना शानदार रहा। मेरे कहने का मतलब है कि मुझे विश्व में सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक नहीं माना जाता है लेकिन इस पर काम करना संतोषजनक रहा जिसके कारण मुझे इस तरह के परिणाम मिले। इसलिए मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं।'' गेंदबाजी करते हुए उन्होंने खतरनाक दिख रहे बेन स्टोक्स और मोईन अली के अलावा कप्तान जोस बटलर का विकेट लिया। ऑस्ट्रेलिया की सीमित ओवरों की टीम के अहम सदस्य जंपा को अभी टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का इंतजार है। उन्होंने कहा , नहीं, उतना मुश्किल नहीं है (यह स्वीकार करना कि उन्हें इस साल की शुरुआत में भारत दौरे के लिए नहीं चुना गया था)। मुझे टीम में चयन की उम्मीद थी। मैं टेस्ट क्रिकेट खेलना पसंद करूंगा और चाहूंगा कि मुझे इस तरह का मौका मिले। मैं पहले भी कई बार यह बात कह चुका हूं।
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कोलकाता. अपने जन्मदिन पर सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतकों की बराबरी करने वाले विराट कोहली, पांच विकेट लेने वाले रविंद्र जडेजा और बाकी गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर भारत ने ‘फाइनल की ड्रेस रिहर्सल' माने जा रहे मैच में रविवार को दक्षिण अफ्रीका को 243 रन से हराकर विश्व कप में लगातार आठवीं एकतरफा जीत दर्ज की । शीर्ष दो टीमों के मुकाबले में कोहली (नाबाद 101) और श्रेयस अय्यर (77) के बीच 134 रन की साझेदारी के दम पर भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 326 रन बनाये । श्रीलंका के खिलाफ पिछले मैच में 302 रन से मिली जीत में शतक से 12 रन से चूके कोहली ने आखिरकार यहां अपने 289वें मैच में 277वीं पारी में 49वां शतक जमाया । ईडन गार्डन पर जमा करीब 65000 दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए कोहली ने यह यादगार पारी खेली । जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 27.1 ओवर में 83 रन पर आउट हो गई। इस जीत के बाद भारत आठ मैचों में 16 अंक लेकर शीर्ष पर है और उसे आखिरी लीग मैच बेंगलुरू में 12 नवंबर को नीदरलैंड से खेलना है। दक्षिण अफ्रीका इतने ही मैचों में 12 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है और दोनों टीमों के विश्व कप फाइनल में भिड़ने की संभावना जताई जा रही है। पूरे टूर्नामेंट में जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर उसी प्रदर्शन को दोहराते हुए दिग्गज बल्लेबाजों से भरी दक्षिण अफ्रीकी टीम को एक स्कूली टीम की तरह उन्नीस साबित कर दिया । टूर्नामेंट में अभी तक सर्वाधिक (इस मैच से पहले 545) रन बना चुके क्विंटोन डिकॉक (पांच) दूसरे ही ओवर में मोहम्मद सिराज की गेंद पर बोल्ड हो गए और इस झटके से दक्षिण अफ्रीकी टीम उबर ही नहीं सकी । उसके लिये सर्वाधिक 14 रन सातवें नंबर पर उतरे मार्को जेनसन ने बनाये । टूर्नामेंट में अब तक रन उगल रहा उसका शीर्ष क्रम मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह का सामना नहीं कर सका । रविंद्र जडेजा ने विकेट से मिल रही टर्न का फायदा उठाकर मध्यक्रम की नींव हिला दी । जडेजा ने नौ ओवर में 33 रन देकर पांच विकेट लिये । भारतीय पारी का आकर्षण 35वां जन्मदिन मना रहे विराट का शतक रहा । तेंदुलकर ने 463 वनडे की 452 पारियों में 49 शतक और 96 अर्धशतक बनाये थे हालांकि उस समय खेल के नियम अलग थे । सचिन के नाम सौ अंतरराष्ट्रीय शतक हैं जबकि कोहली का यह 79वां अंतरराष्ट्रीय शतक है जिन्होंने टेस्ट में 29 और टी20 में भी एक शतक बनाया है । कोहली ने श्रेयस अय्यर (77 रन) के साथ तीसरे विकेट की साझेदारी में 134 रन बनाकर भारत के बड़े स्कोर की नींव रखी । शीर्ष दो टीमों के इस मुकाबले में केशव महाराज को छोड़कर दक्षिण अफ्रीका का कोई गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों खासकर कोहली पर अंकुश नहीं लगा सका । कोहली ने पारी के 49वें ओवर में कैगिसो रबाडा की गेंद पर एक रन लेकर तिहरा अंक छुआ तो पूरा ईडन गार्डन उनके नाम से गूंज उठा । उन्होंने हेलमेट उतारकर दर्शकों और ड्रेसिंग रूम का अभिवादन स्वीकार किया और आसमान की ओर देखा । भारत की शुरूआत काफी आक्रामक रही और इसी मैदान पर नवंबर 2014 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे क्रिकेट का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ दर्शनीय शॉट लगाये ।उन्होंने पहले ही ओवर में लुंगी एंगिडि को चौका लगाया और गेंदबाज के अगले ओवर में उन्होंने दो तथा शुभमन गिल ने एक चौका जड़कर रनगति को बढाया । रोहित ने चौथे ओवर में मार्को जेनसन को दो चौके लगाये । एंगिडि को एक बार फिर नसीहत देते हुए उसके अगले ओवर में मिडविकेट पर चौका और फिर स्क्वेयर लेग पर दो छक्के समेत 18 रन निकाले । नयी गेंद के अपने दोनों गेंदबाजों को कामयाबी नहीं मिलती देख दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने छठे ओवर में कैगिसो रबाडा को गेंद सौंपी जिन्होंने अपने कप्तान के भरोसे को सही साबित करके खतरनाक होते दिख रहे रोहित को पवेलियन भेजा । रोहित ने मिडआफ पर काफी तेज शॉट खेला लेकिन बावुमा ने अपने पीछे की ओर झुकते हुए अपने सीने पर शानदार कैच लपका । रोहित ने 24 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 40 रन बनाये । रोहित के जाने के बाद मैदान पर उतरे कोहली का दर्शकों ने तेज शोर के साथ स्वागत किया । कोहली ने रबाडा को चौका लगाकर खाता खोला । दूसरे छोर पर गिल ने जेनसन को मिड आन के ऊपर से छक्का लगाया । रबाडा के डाले दसवें ओवर में कोहली ने मिड आफ और एक्स्ट्रा कवर के बीच से चौका निकाला । इसके बाद स्ट्रेट में चौका जड़ा । इस टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के सबसे कामयाब स्पिनर केशव महाराज 11वें ओवर में गेंदबाजी के लिये आये और गिल को बोल्ड कर दिया । गिल इतने हैरान थे कि डीआरएस ले डाला लेकिन फैसला गेंदबाज के पक्ष में रहा । भारत का दूसरा विकेट 93 के स्कोर पर गिरा । भारत के 100 रन 13 . 1 ओवर में बने । इस बीच महाराज का साथ देने दूसरे छोर से भी स्पिनर तबरेज शम्सी उतरे और दोनों ने भारतीय बल्लेबाजों को बांधने की कोशिश की । इस बीच कोहली जब 37 रन पर थे तब महाराज ने विकेट के पीछे लपके जाने की अपील की जिसे मैदानी अंपायर ने खारिज कर दिया । बावुमा से बात करने के बाद डीआरएस लिया गया लेकिन रिप्ले से साफ था कि गेंद कोहली के बल्ले को छूकर नहीं गई थी और टीवी अंपायर ने कोहली को नॉट आउट करार दिया । कोहली और श्रेयस ने ढीली गेंदों को नसीहत देते हुए रन बनाने का सिलसिला जारी रखा । इस बीच महाराज के दस ओवर का कोटा पूरा हो गया जिन्होंने सिर्फ 30 रन देकर एक विकेट लिया । श्रेयस ने 30वें ओवर में शम्सी को दो चौके जड़े और एडेन मार्कराम को 34वें ओवर में छक्का लगाया । शतक की ओर बढते दिख रहे श्रेयस हालांकि एंगिडि की गेंद पर हवाई शॉट खेलकर गलती कर गए और मार्कराम ने उनका कैच लपककर 134 रन की इस साझेदारी का अंत कर दिया । श्रेयस ने अपनी पारी में 87 गेंद खेलकर सात चौके और दो छक्के लगाये ।भारत का तीसरा विकेट 227 के स्कोर पर गिरा । केएल राहुल ज्यादा देर टिक नहीं सके और आठ रन बनाकर जेनसन की गेंद पर रासी वान डेर डुसेन को कैच देकर लौटे । इसके बाद कोहली और सूर्यकुमार यादव (19 गेंद में 22 रन) ने तेजी से रन बंटोरे । यादव को 46वें ओवर में शम्सी ने विकेट के पीछे क्विंटोन डिकॉक के हाथों लपकवाया । रविंद्र जडेजा 15 गेंद में 29 रन बनाकर नाबाद रहे ।
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रांची. अनुभवी सलीमा टेटे और वैष्णवी विट्ठल के गोल के दम पर भारत ने महिला एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में कोरिया को 2-0 से हराकर खिताबी मुकाबले के लिए अपना टिकट पक्का किया। लीग चरण में अपने पांचों मैच जीतने वाली भारतीय टीम को कोरिया ने कड़ी टक्कर दी । कोरिया के खिलाड़ी हालांकि भारतीय रक्षापंक्ति को भेदने में विफल रहे। फाइनल में भारत का मुकाबला जापान ने होगा जिसने दिन के एक अन्य सेमीफाइनल में हांगझोउ एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता चीन को 2-1 से हराया। भारत ने कोरिया के खिलाफ मैच के 11वें मिनट में सलीमा के गोल से बढ़त बनाने के बाद अपना दबदबा बनाये रखा। वैष्णवी ने 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर इस बढ़त को दोगुना किया। टीम ने इसके बाद कोरिया को गोल से दूर रखा।
इससे पहले शुरुआती सेमीफाइनल में लुओ टियानटियान ने मैच के 11वें मिनट में चीन को बढ़त दिला दी थी लेकिन जापान ने अच्छी वापसी की। टीम के लिए उरता काना (34वें मिनट) और सुजुकी मियू (44वां मिनट) ने गोल दागे। -
मुंबई. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को यहां कहा कि मौजूदा विश्व कप में वह अपनी बल्लेबाजी का भरपूर आनंद ले रहे हैं लेकिन साथ ही जोड़ा कि वह अपना बल्ला बिना सोचे-समझे नहीं घुमा रहे हैं। रोहित ने विश्व कप में अभी तक कुछ बेहतरीन पारियां खेली हैं जिनमें उनके कई साहसिक शॉट चर्चा में रहे हैं जिन्हें उन्होंने बड़ी सहजता से खेला है। भारतीय कप्तान ने हालांकि कहा कि वह क्रीज पर उतरकर केवल शॉट खेलने पर ही ध्यान नहीं देते हैं। रोहित ने पत्रकारों से कहा,‘‘मैं अपनी बल्लेबाजी का आनंद ले रहा हूं लेकिन निश्चित तौर पर टीम और परिस्थितियां मेरे दिमाग में होती हैं। यह ऐसा नहीं है कि मैं क्रीज पर उतर कर बिना सोचे समझे अपना बल्ला घुमाने लग जाता हूं। मुझे इसका (बल्ले का) अच्छी तरह से इस्तेमाल करना है। मुझे अच्छी बल्लेबाजी करके टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचना होता है। यह सब बातें मेरे दिमाग में होती हैं।'' उन्होंने कहा,‘‘जब मैं पारी का आगाज करता हूं तो स्कोर शून्य होता है। मुझे पारी की लय तय करनी होती है। आप इसे मेरे लिए फायदे का सौदा कह सकते हैं कि मुझ पर विकेट गिरने का दबाव नहीं होता है। जब आप शुरुआत करते हैं तो आप बेफिक्र होकर खेल सकते हैं लेकिन पिछले मैच में पावर प्ले में हम दबाव में आ गए थे। तब हमने तीन विकेट गंवा दिए थे।'' रोहित ने कहा कि इस साल एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका पर बड़ी जीत और 2011 के विश्व कप फाइनल में इसी प्रतिद्वंदी के खिलाफ जीत गुरुवार को होने वाले मैच में कोई मायने नहीं रखेगी। उन्होंने कहा,‘‘हमने इस विश्व कप में कई मैच देखे हैं, मैं उन्हें उलटफेर नहीं कहूंगा, क्योंकि प्रत्येक टीम जीतने के लिए आई है। प्रत्येक टीम दूसरी टीम को पराजित करने का प्रयास कर रही है इसलिए यह सोचने का कोई मतलब नहीं बनता कि हम यह मैच आसानी से जीत सकते हैं।'' रोहित ने कहा,‘‘वर्तमान में बने रहना महत्वपूर्ण है। अपनी प्रक्रिया पर ध्यान देना और टीम के लिए काम करना अहम होता है। हम विरोधी टीम के बारे में बहुत अधिक नहीं सोचते हैं और इस पर ध्यान देते हैं कि हम एक टीम और खिलाड़ी के रूप में किस क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं और वह कौन से क्षेत्र हैं जिन पर हम काम करना चाहते हैं।'
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नई दिल्ली। महिलाओं की लंबी कूद प्रतियोगिता में केरल की आंसी सोजन ने स्वर्ण पदक जीता। महिलाओं की जैवलिन थ्रो में हरियाणा की शिल्पा रानी को स्वर्ण पदक मिला। पचास मीटर की फ्री स्टाइल तैराकी में विर्धावाल खरे ने अपना ही रिकॉर्ड तोडा।
डेकेथलॉन स्पर्धा में दिल्ली के तेजस्विन शंकर ने स्वर्ण पदक जीता। तमिलनाडु की पुरुष टीम और आंध्र प्रदेश की महिला टीम चार गुणा सौ मीटर की रिले रेस में विजयी रही।महाराष्ट्र ने 56 स्वर्ण पदक के साथ एक सौ 42 पदक जीतकर पदक तालिका में अपना वर्चस्व बनाए रखा है। सेना खेलकूद नियंत्रण बोर्ड दूसरे स्थान पर और हरियाणा तीसरे स्थान पर है। -
पणजी. भारत के अनुभवी तैराक वीरधवल खाड़े ने राष्ट्रीय खेलों में 50 मीटर फ्रीस्टाइल में स्वर्ण पदक जीतने के बाद घरेलू टूर्नामेंटों को अलविदा कह दिया । बीजिंग ओलंपिक 2008 के लिये क्वालीफाई करने वाले भारत के सबसे युवा तैराक रहे खाड़े ने भारत के उदीयमान स्टार श्रीहरि नटराज को हराया । खाड़े ने 2010 एशियाई खेलों में 50 मीटर बटरफ्लाई में कांस्य पदक जीतकर भारत का 24 साल का इंतजार खत्म किया था । उन्होंने कहा ,‘‘मैने 2001 में गोवा में ही अपना पहला राष्ट्रीय पदक जीता था और आज अपने आखिरी राष्ट्रीय खेल में फिर स्वर्ण पदक जीता है । उस समय मैने सोचा भी नहीं था कि यहां तक पहुंचूंगा । मैं अपने कोचों और इस सफर में साथी रहे सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं ।'' खाड़े ने चोट के कारण कुछ समय दूर रहने के बाद 2018 में वापसी करके तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था । उन्होंने कहा ,‘‘ दिल से मैं अभी भी जवान हूं लेकिन शरीर थक गया है । इतने साल बीत गए और अब रिकवरी उतनी तेजी से नहीं होती । यह भारत में मेरा आखिरी टूर्नामेंट है । भविष्य में शायद कोच बनूं लेकिन यह मेरी आखिरी प्रतिस्पर्धी रेस थी ।
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श्रीनगर. जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एक गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से तीन महिलाओं समेत चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य जख्मी हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना उत्तरी कश्मीर जिले के तंगडार इलाके में नाटी टॉप गबरा में हुई। उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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नयी दिल्ली. दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू को कुछ सप्ताह आराम करने की सलाह दी गई है क्योंकि स्कैन में उनके बाएं घुटने में हल्की चोट का पता चला है। पिछले हफ्ते हैदराबाद की इस 28 वर्षीय खिलाड़ी को रेनेस में फ्रेंच ओपन सुपर 750 प्रतियोगिता में घुटने की चोट के कारण थाईलैंड की सुपानिदा केटथोंग के खिलाफ दूसरे दौर के मुकाबले के बीच से हटना पड़ा था। सिंधू ने मंगलवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, फ्रांस से लौटने और घुटने के स्कैन के बाद, मुझे अपने बाएं घुटने में चोट का पता चला है। मैच से हटना सर्वश्रेष्ठ फैसला था।'' उन्होंने कहा, ‘‘डॉक्टरों ने मुझे फिर से ट्रेनिंग शुरू करने से पहले कुछ हफ्तों के आराम की सलाह दी है। यह ब्रेक आगामी ओलंपिक पर ध्यान केंद्रित करने का एक अवसर भी है। मैं जल्द ही कोर्ट पर वापसी करूंगी।'' मौजूदा सत्र में खराब फॉर्म से जूझ रही सिंधू लगातार दो टूर्नामेंट आर्कटिक ओपन और डेनमार्क ओपन में सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ विश्व रैंकिंग में दो स्थान चढ़कर छह महीने के अंतराल के बाद पिछले मंगलवार को शीर्ष 10 में लौट आई थीं। सिंधू अगस्त में विश्व रैंकिंग में 17वें स्थान पर खिसक गईं थी।
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नयी दिल्ली. अस्थायी (गिग) श्रमिकों की कामकाजी परिस्थितियों के मामले में डिजिटल मंच ओला और पोर्टर को डिजिटल श्रम मंचों के बीच सबसे कम अंक मिले हैं। इस रेटिंग में टाटा के स्वामित्व वाली बिगबास्केट ने शीर्ष पर रही है। ‘फेयरवर्क इंडिया रेटिंग्स 2023' के तहत भारत के 12 डिजिटल श्रम मंच का मूल्यांकन किया गया। ये मंच घरेलू और व्यक्तिगत देखभाल, लॉजिस्टिक, खाद्य वितरण और परिवहन जैसे क्षेत्रों में सेवाएं देते हैं। इनमें अमेजन फ्लेक्स, बिगबास्केट, ब्लूस्मार्ट, डुंजो, फ्लिपकार्ट, ओला, पोर्टर, स्विगी, उबर, अर्बन कंपनी, जेप्टो और जोमैटो शामिल हैं। इस संबंध में जारी रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘इस साल, किसी भी मंच को अधिकतम 10 में छह से अधिक अंक हासिल नहीं हुए हैं।'' बिगबास्केट को सबसे ज्यादा छह अंक मिले हैं। इसके बाद ब्लूस्मार्ट, स्विगी, अर्बन कंपनी और जोमैटो को 5-5 अंक मिले। जेप्टो को 10 में चार, फ्लिपकार्ट को तीन, अमेजन फ्लेक्स को दो और डुंजो तथा उबर को एक-एक अंक मिले। ओला और पोर्टर को शून्य अंक मिले। फेयरवर्क ने इन मंच का मूल्यांकन पांच सिद्धांतों के आधार पर किया। ये सिद्धांत हैं- उचित वेतन, उचित शर्तें, उचित अनुबंध, निष्पक्ष प्रबंधन और उचित प्रतिनिधित्व।
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चेन्नई. पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप मैच के दौरान धीमी ओवर गति के लिए मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। दक्षिण अफ्रीका ने शुक्रवार को यहां खेले गए इस मैच में एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की थी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की विज्ञप्ति के अनुसार,‘‘बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम ने निर्धारित समय में चार ओवर कम किए थे इसके बाद मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने यह जुर्माना लगाया।'' खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार निर्धारित समय में एक ओवर कम करने पर खिलाड़ियों पर मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। बाबर ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और इसलिए इस मामले में औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। - हांगझोउ. भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने गुरुवार को यहां इतिहास रचते हुए एशियाई पैरा खेलों में सर्वाधिक पदक जीतने का रिकॉर्ड बनाते हुए अपने कुल पदक की संख्या को 80 तक पहुंचाया जिसमें 18 स्वर्ण भी शामिल हैं। भारत ने इंडोनेशिया में 2018 में 72 पदक जीतने के अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है। भारत ने अब तक 18 स्वर्ण, 23 रजत और 39 कांस्य सहित कुल 80 पदक जीते हैं।खेलों में अब दो दिन बाकी हैं और भारत हांगझोउ खेलों में 100 पदक जीतने के अपने लक्ष्य को हासिल करने की राह पर है। भारत ने जकार्ता में पिछले पैरा एशियाई खेलों में 15 स्वर्ण, 24 रजत और 33 कांस्य पदक सहित 72 पदक जीते थे। गुरुवार को पुरुष एफ46 गोला फेंक स्पर्धा में सचिन सर्जेराव ने 16.03 मीटर के खेलों के रिकॉर्ड थ्रो के साथ भारत को दिन का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। रोहित कुमार ने 14.56 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता। पैरा निशानेबाज सिद्धार्थ बाबू ने आर6 मिश्रित 50 मीटर राइफल प्रोन एसएच1 स्पर्धा में 247.7 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। शीतल देवी और राकेश कुमार की तीरंदाजी की कंपाउंड मिश्रित टीम ने चीन के लिन युएशान और ऐइ शिनलियांग को फाइनल में 51-149 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। आदिल मोहम्मद नजीर अंसारी और नवीन दलाल की तीरंदाजी पुरुष युगल जोड़ी ने डब्ल्यूवन स्पर्धा में कजाखस्तान की जोड़ीह को 125-120 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। सिमरन और भाग्यश्री माधवराव जाधव ने महिला टी12 100 मीटर और महिला एफ34 गोला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीते। सिमरन ने 26.12 सेकेंड का समय लिया जबकि भाग्यश्री ने 7.54 मीटर की दूरी तय की। नारायण ठाकुर ने पुरुष टी35 100 मीटर में 14.37 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता जबकि श्रेयांश त्रिवेदी (12.24 सेकेंड) को भी पुरुष टी37 100 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक मिला। पैरा बैडमिंटन में सुकांत इंदूकांत कदम (पुरुष एकल एसएल4), सिवन नित्या सुमथी (महिला एकल एसएच6), मनीषा रामदास (महिला एकल एसयू5), मनदीप कौर और मनीषा (महिला युगल एसएल3-एसयू5), कृष्णा नागर और सिवराजन एस (पुरुष युगल एसएच6) तथा प्रमोद भगत और सुकांत (पुरुष युगल एसएल3-एसएल4) ने अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले गंवाने के बाद कांस्य पदक जीते। शतरंज में भावेशकुमार रति हिमांशी ने महिला व्यक्तिगत स्टैंडर्ड वी1-बी1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
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ताशकंद. भारतीय महिला टीम को गुरुवार को यहां लोकोमोतिव स्टेडियम में एएफसी महिला ओलंपिक क्वालीफाइंग फुटबॉल टूर्नामेंट के दूसरे दौर के पहले मैच में जापान के खिलाफ 0-7 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। मुख्य कोच थॉमस डेनर्बी के मार्गदर्शन में खेल रही भारतीय टीम ने पहले हाफ में जापान को कड़ी टक्कर दी और मध्यांतर तक भारत के खिलाफ सिर्फ एक गोल हुआ था। पहले हाफ में जापान के हमलों में नाकाम करने में सेंटर बैक आशालता देवी, स्वीटी देवी और रितु रानी के अलावा सेंट्रल मिडफील्डर संगीता बासफोरे, सिल्की देवी और इंदुमति कथिरेसन की भूमिका अहम रही। भारत ने भी पहले हाफ में कुछ मौके बनाए लेकिन गोल करने में सफलता नहीं मिली।
योशिनो नाकाशिमा ने 17वें मिनट में गोल दागकर जापान को बढ़त दिलाई।
दुनिया की आठवें नंबर टीम जापान हालांकि दूसरे हाफ में बदली हुई रणनीति के साथ खेली और दूसरे हाफ के शुरुआती 11 मिनट मे ही चार गोल दाग दिए। योशिनो ने मैच का अपना दूसरा गोल करके टीम की बढ़त को दोगुना किया जबकि स्थानापन्न खिलाड़ी होनोका हयाशी ने जापान की ओर से तीसरा गोल दागा। मीना तनाका ने हेडर से गोल करने के अलावा मियाबी मोरिया के गोल में मदद भी की जिससे जापान ने 56वें मिनट तक स्कोर 5-0 कर दिया। किको सेइके और हिकारू नाओमोतो ने दो और गोल दागकर जापान की आसान जीत सुनिश्चित की। -
पणजी. महाराष्ट्र की दीपाली गुरसाले और सेना के प्रशांत कोली ने 37वें राष्ट्रीय खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा के पहले दिन नये राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता । महिलाओं के 45 किलो वर्ग में गुरसाले ने स्नैच में 75 किलो वजन उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया । उसने 165 किलो वजन उठाकर महाराष्ट्र को पहला स्वर्ण दिलाया । पश्चिम बंगाल की चंद्रिका तरफदार ने क्लीन एंड जर्क में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर रजत जीता । तेलंगाना की टी प्रियदर्शिनी को कांस्य पदक मिला । गुरसाले ने कोमल कोहार का स्नैच का 74 किलो का और झिल्ली डालाबेहरा का समग्र 164 किलो का रिकॉर्ड तोड़ा । वहीं कोली ने महाराष्ट्र के मुकुंद अहीर को हराकर पुरूषों के 55 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीता । उसने कुल 253 किलो वजन उठाकर सेना को दूसरा स्वर्ण दिलाया । आंध्र के एस गुरू नायडू को कांस्य पदक मिला । महिलाओं के 49 किलो वर्ग में ज्ञानेश्वरी यादव को स्वर्ण, हरियाणा की प्रीति को रजत और झिल्ली डालबेहरा को कांस्य पदक मिला । पुरूषों के 61 किलो वर्ग में एसएससीबी के चारू पासी को स्वर्ण, असम के सिद्धांत गोगोई को रजत और महाराष्ट्र के शुभम तोडकर को कांस्य पदक मिला । महिलाओं के 55 किलो वर्ग में मणिपुर की पी रानीबाला देवी को स्वर्ण , पश्चिम बंगाल की शरबानी दास को रजत और ओडिशा की स्नेहा सोरेन को कांस्य पदक मिला । हरियाणा ने नेटबॉल में दोनों स्वर्ण जीते । हरियाणा की पुरूष टीम ने केरल को 45 . 42 से हराया जबकि महिला टीम ने कर्नाटक को 58 . 52 से मात दी । जिम्नास्टिक में महिला लयबद्ध वर्ग में महाराष्ट्र को स्वर्ण, जम्मू कश्मीर को रजत और हरियाणा को कांस्य पदक मिला ।
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हांगझोउ. गत पैरालंपिक चैंपियन सुमित अंतिल ने बुधवार को यहां हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में भाला फेंक की एफ64 स्पर्धा में नया विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। पच्चीस साल के सुमित ने 73.29 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने 70 .83 मीटर के अपने ही विश्व रिकॉर्ड में सुधार किया जो उन्होंने इस साल पेरिस में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान बनाया था। एक अन्य भारतीय पुष्पेंद्र सिंह ने इसी स्पर्धा में 60.06 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।
श्रीलंका के समिता अराचचिगे कोडिथुवाकु (64.09) को रजत पदक मिला। सुमित ने तोक्यो पैरालंपिक की पुरुष भाला फेंक एफ64 स्पर्धा में 68.55 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता था जो तत्कालिन विश्व रिकॉर्ड था। मौजूदा हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों लें यह भारत का 10वां स्वर्ण पदक है जबकि उसके कुल पदक की संख्या 36 हो गई है। -
नयी दिल्ली. ग्लेन मैक्सवेल के रिकॉर्डतोड़ शतक (44 गेंद में 106 रन) और डेविड वार्नर (93 गेंद में 104 रन) की शानदार पारियों के बाद गेंदबाजों के दबदबे वाले प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी विश्व कप मैच बुधवार को यहां नीदरलैंड को 309 रन से हराकर अपने नेट रन रेट में बड़ा सुधार किया। टीम तालिका में पहले की तरह चौथे स्थान पर है पर उनका नेट रन रेट नेगेटिव से पॉजिटिव में आ गया है। ऑस्ट्रेलिया की पांच मैचों में यह लगातार तीसरी जीत है। ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट पर 399 रन बनाने के बाद नीदरलैंड की पारी को 21 ओवर में 90 रन पर समेट दिया। यह विश्व कप में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जबकि एकदिवसीय में दूसरी सबसे बड़ी जीत है। सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भारत के नाम है जिसने इस साल श्रीलंका को 317 रन से हराया था। नीदरलैंड का कोई भी बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। उसके लिए सलामी बल्लेबाज विक्रमजीत सिंह ने सबसे ज्यादा 25 रन बनाये। एडम जम्पा ने ऑस्ट्रेलिया के लिए लगातार तीसरे मैच में चार विकेट झटके। इससे पहले मैक्सवेल ने महज 40 गेंद में शतक पूरा कर विश्व कप के सबसे तेज शतक का नया रिकॉर्ड बनाया। उनसे पहले यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एडेन मार्कराम के नाम था। उन्होंने मौजूदा विश्व कप के दौरान इसी मैदान में श्रीलंका के खिलाफ 49 गेंद में शतक पूरा किया था। मैक्सवेल का यह शतक एकदिवसीय मैचों में चौथा सबसे तेज शतक है। यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (31 गेंद) के नाम है। उन्होंने अपनी पारी में नौ चौके और आठ छक्के लगाने के अलावा पैट कमिंस (नाबाद 12) के साथ सातवें विकेट के लिए 44 गेंद में 103 रन की साझेदारी की जिसमें टीम के कप्तान का योगदान सिर्फ आठ रन का था। अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने रिवर्स स्वीप पर छक्के जड़कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी 10 ओवरों में 131 रन बटोरे। इससे पहले सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने 93 गेंद में 104 रन की पारी खेल कर बड़े स्कोर की नींव रखी। उन्होंने 11 चौके और तीन छक्के लगाये। पिछले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 163 रन बनाने वाले वार्नर का एकदिवसीय में यह 22वां और विश्व कप का छठा शतक है। वार्नर ने दूसरे विकेट के लिए स्टीव स्मिथ के साथ 118 गेंद में 132 रन जबकि तीसरे विकेट के लिए मार्नस लाबुशेन के साथ 76 गेंद में 84 रन की साझेदारी की। स्मिथ ने 68 गेंद में 71 रन की पारी के दौरान नौ चौका और एक छक्का जड़ा तो वही लाबुशेन ने 47 गेंद की आक्रामक पारी में सात चौके और दो छक्के की मदद से 62 रन बनाये। नीदरलैंड के लिए लोगन वैन बीक ने 74 रन देकर चार विकेट लिये। जबकि डी लीडे को दो सफलता मिली लेकिन उन्होंने 10 ओवर में 115 रन लुटाये। लक्ष्य का पीछा करते हुए नीदरलैंड के सलामी बल्लेबाज विक्रमजीत ने कुछ अच्छे चौके लगाये लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने छठे ओवर तक दोनों सलामी बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। मैक्स ओडोड को मिशेल स्टार्क ने बोल्ड किया तो वही विक्रमजीत रन आउट हुए। 10वें ओवर में हेजलवुड ने कोलिन एकरमैन (10) और 11वें ओवर में कमिंस ने बास डी लीडे (चार) को पगबाधा कर ऑस्ट्रेलिया को दो और सफलता दिलायी। वार्नर ने 14वें ओवर में मिशेल मार्श की गेंद पर साइब्रांड एंजेलब्रेक्ट (11रन) का शानदार कैच लपका जिससे नीदरलैंड की आधी टीम 62 रन तक पवेलियन लौट गयी। मार्श ने तेजा निदामानुरू (14) को चलता किया तो वही एडम जम्पा ने लगातार गेंदों में लोगान वैन बीक(शून्य) और रोलोफ वान डेर मर्व (शून्य) का विकेट लेने के बाद हैट्रिक से चूक गये। उन्होंने हालांकि आखिरी दोनों बल्लेबाजों को चलता कर मैच में चार विकेट झटके। इससे पहले नीदरलैंड के लिए स्पिन गेंदबाजों आर्यन दत्त (59 रन पर एक विकेट) और कोलिन एकरमैन से ने गेंदबाजी की शुरुआत की। वार्नर ने तीसरे ओवर में प्वाइंट और थर्डमैन के बीच की दिशा में लगातार चार चौके लगाकर दत्त की लय बिगाड़ी। कप्तान स्कॉर्ट एडवर्ड्स ने इसके बाद दोनों छोर से तेज गेंदबाजों को कमान सौंपी। वैन बीक ने अपनी शुरुआती ओवर में मार्श को चलता कर दिया। स्मिथ ने 10वें ओवर में इस गेंदबाज के खिलाफ फ्लिक और ग्लांस कर हैट्रिक चौका जड़ा।
17वें ओवर में मैक्स ओडोड ने वार्नर का रन आउट करने का आसान मौका गंवा दिया और इस बल्लेबाज ने छक्का लगाकर इसका जश्न मनाया। उन्होंने अगले ओवर में लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जड़ 40 गेंद में अपना पचासा पूरा किया। स्मिथ ने भी 20वें ओवर में मर्व की गेंद पर एक रन के साथ 53 गेंद में मौजूदा विश्व कप का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया। मर्व ने हालांकि दत्त की गेंद पर शानदार कैच पकड़कर उन्हें पवेलियन भेजा। क्रीज पर आये लाबुशेन ने रिवर्स स्विप पर चौका जड़ा। उन्होंने 34वें ओवर में मर्व की गेंद पर स्लॉग स्वीप पर छक्का लगाने के बाद विकेट के पीछे दो चौके लगाये और करियर का नौवां अर्धशतक पूरा किया। वह 37वें ओवर में डी लीडे की गेंद पर दत्त को कैच देकर पवेलियन लौटे। वार्नर ने अगले ओवर में फाइन लेग की दिशा में चौके के साथ 91 गेंद में लगातार दूसरा शतक पूरा किया।
जोश इंग्लिस (14) और वार्नर लगातार गेंदों पर आउट हुए तो मैक्सवेल ने क्रीज पर आते ही मैच का रुख बदल दिया। उन्होंने 48वें ओवर में वैन वीक के खिलाफ दो छक्के जड़े जबकि 49वें ओवर में ली लीडे के खिलाफ लगातार दो चौके और तीन छक्के जड़ कर 40 गेंद में शतक पूरा किया। वह हालांकि आखिरी ओवर में इस गेंदबाज के खिलाफ एक और छक्का लगाने की कोशिश में लपके गये। -
पणजी (गोवा) . तेलंगाना के शटलर एम थारुन और हरियाणा की अनुपमा उपाध्याय ने यहां 37वें राष्ट्रीय खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में मंगलवार को क्रमशः पुरुष और महिला एकल में स्वर्ण पदक जीते। थारुन ने अनुभवी सौरभ वर्मा को एक घंटे और 10 मिनट में 21-15, 16-21, 21-15 से हराया, जबकि राष्ट्रीय चैंपियन अनुपमा ने उत्तराखंड की अदिति भट्ट को 21-13, 21-18 से पराजित किया। कर्नाटक ने बैडमिंटन में पुरुष और महिला युगल में स्वर्ण पदक जीते, जबकि आंध्र प्रदेश ने मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नेटबॉल में मौजूदा चैंपियन हरियाणा ने दिल्ली को करीबी मुकाबले में 60-58 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया जहां उसका सामना केरल से होगा। केरल ने एक अन्य मैच में जम्मू कश्मीर को 59-41 से हराया।
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नयी दिल्ली. भारत के पूर्व कप्तान और सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में शुमार बिशन सिंह बेदी को उनके परिवार ने एक निडर और पूर्ण जीवन जीने वाली शख्सियत करार दिया। भारत की तरफ से 67 टेस्ट मैचों में 266 विकेट लेने वाले बेदी का सोमवार को नयी दिल्ली में निधन हो गया। वह भागवत चंद्रशेखर, ईरापल्ली प्रसन्ना और एस वेंकटराघवन के साथ स्पिन चौकड़ी के सदस्य थे। बेदी के निधन के बाद उनके बेटे अंगद और बहू नेहा धूपिया ने सोशल मीडिया के जरिये परिवार की भावनाओं को जाहिर करते हुए लिखा ‘‘ यह पापा की उस स्पिन गेंद की तरह था जिसका हम अंदाजा नहीं लगा सके। '' परिवार ने देश के इस महान वामहस्त स्पिनर के बारे में लिखा, पापा का मिजाज ऐसा नहीं था कि वह हमें इस तरह की बेहतरीन गेंद से आउट करें। हम कभी इसका अंदाजा नहीं लगा सके।'' उन्होंने कहा, ‘‘उनके जीवन का हर दिन अपने परिवार और आस्था के प्रति समर्पण के साथ, वाहेगुरु की सेवा में व्यतीत होता था। उन्होंने ‘निर्भऔ-निर्वैर (ना किसी का भय, ना किसी से नफरत)' को जीवन जीने का आधार बनाया और हमें भरोसा है कि वह जहां भी हैं, उनके अपने उनके साथ हैं।'' उन्होंने कहा, पापा, हम आपको अपने निर्भीक नेतृत्वकर्ता के रूप में पाकर धन्य हो गए। हम आपके आदर्श वाक्य ‘चीजों को समझ कर आत्मसात करना' के अनुसार जीने का प्रयास करेंगे। इस जहां से परे आप हमारा मार्गदर्शन करते रहें। परिवार ने बेदी को एक ‘निडर नेता' के साथ ऐसा व्यक्ति बताया जिसने अपने जीवन से कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है। भारत के पूर्व कप्तान बेदी ने 1967 से 1979 के बीच 67 टेस्ट खेले और 266 विकेट लिए। उनका लंबी बीमारी के बाद सोमवार को घर पर निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी अंजू, बेटा अंगद और बेटी नेहा हैं। परिवार से जारी बयान में अंजू, अंगद, नेहा और अन्य के साथ बेदी की बहू नेहा धूपिया का नाम है।
परिवार की ओर से जारी बयान में कहा गया है, हम सदमे में हैं और इस शोक से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। हमें इस बात से सांत्वना मिलती है कि आपने अपना जीवन निर्भय हो कर जिया और कई लोगों को प्रेरित किया। सार्वजनिक और निजी तौर पर आपके लिए मिले प्यार भरे संदेशों ने हमें ढांढस बंधाया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ उनके धैर्य, हास्य और दिलेरी का जश्न मनाने के लिए सभी को धन्यवाद। यह देखकर खुशी होती है कि पापा ने अपने जीवन से कितनी पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनके व्यक्तित्व का जश्न मनाने के लिए आप सभी को धन्यवाद। -
हांग्झोउ. प्राची यादव मंगलवार को यहां एशियाई पैरा खेलों में पैरा कैनोइंग (पाल नौकायन) में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। उन्होंने लगातार दूसरे दिन देश के लिए पदक हासिल किया। भारत ने मंगलवार को प्रतियोगिता के दूसरे दिन तीन स्वर्ण सहित 17 पदक जीते। इससे देश के पदकों की कुल संख्या 34 हो गयी। भारत ने सोमवार को खेलों के पहले दिन छह स्वर्ण सहित 17 पदक जीते थे। भारत नौ स्वर्ण, 12 रजत और 13 कांस्य के साथ चीन (155), ईरान (44) और उज्बेकिस्तान (38) के बाद तालिका में चौथे स्थान पर है। कैनोइंग वीएल2 वर्ग में सोमवार को रजत पदक जीतने वाली प्राची ने केएल2 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इन खेलों का दूसरा पदक हासिल किया। दीप्ति जीवनजी (महिला टी20 400 मीटर) और नीरज यादव (पुरुष एफ54/55/56 चक्का फेंक) मंगलवार को अन्य स्वर्ण पदक विजेता थे। शरत शंकरप्पा मकनहल्ली (पुरुष टी13 5000 मीटर) भी शीर्ष स्थान पर थे और उनके पदक को कुल पदक में नहीं गिना गया था। कमर से नीचे लकवाग्रस्त 28 साल की प्राची ने केएल2 स्पर्धा में 500 मीटर की दूरी तय करने के लिए 54.962 सेकंड का समय लिया। इस वर्ग में एथलीट अपने हाथ और शरीर के ऊपरी हिस्से का इस्तेमाल कर खुद को आगे बढ़ाते हैं। वह ग्वालियर की रहने वाली हैं। इसके बाद दीप्ति ने महिलाओं की टी20 श्रेणी की 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। बौद्धिक रूप से कमजोर एथलीटों की इस स्पर्धा में दीप्ति ने 56.69 सेकंड के साथ खेलों और एशियाई रिकॉर्ड कायम किया। माकनहल्ली ने दृष्टिबाधित धावकों द्वारा प्रतिस्पर्धा की गई 5000 मीटर दौड़ में 20:18.90 का समय लेकर जीत हासिल की। इस स्पर्धा में केवल दो खिलाड़ी थे इस लिए स्वर्ण पदक नहीं दिया गया। एशियाई पैरालंपिक समिति की नियम पुस्तिका के तहत, तीन से कम प्रतिस्पर्धी होने पर पदक प्रदान करना तकनीकी प्रतिनिधि पर निर्भर है। भारतीयों ने पुरुषों ने एफ54/55/56 चक्का फेंक स्पर्धा में तीनों पदक जीते। जिसमें नीरज यादव ने 38.56 मीटर की एशियाई रिकॉर्ड दूरी के साथ स्वर्ण पदक जीता। योगेश कथुनिया (42.13 मीटर) और मुथुराजा (35.06 मीटर) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। रवि रोंगाली (पुरुष एफ40 गोला फेंक), प्रमोद (पुरुष टी46 1500 मीटर), अजय कुमार (पुरुष टी64 400 मीटर) और सिमरन शर्मा (महिला टी12 100 मीटर) ने ट्रैक स्पर्धाओं से एक-एक रजत पदक जीता। राकेश भैरा ने पुरुषों की टी46 1500 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। पैरा निशानेबाजी में रुद्राक्ष खंडेलवाल और मनीष नरवाल ने पी1 पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता, जबकि रुबीना फ्रांसिस ने पी2 महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 श्रेणी में कांस्य पदक जीता। दिन के कांस्य पदक विजेताओं में प्राची के पति मनीष कौरव (पुरुषों की केएल3 डिंगी) भी शामिल है। उनके अलावा अशोक (पुरुषों की 65 किग्रा पावरलिफ्टिंग), गजेंद्र सिंह (पुरुषों की वीएल2 डोंगी) और एकता भयान (महिलाओं की एफ32/51 क्लब थ्रो) ने भी कांस्य पदक हासिल किया।
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नयी दिल्ली. अपनी आर्म बॉल से लेकर फ्लाइट लेती गेंदों से दुनिया भर के बल्लेबाजों को चकमा देने वाले बिशन सिंह बेदी भारतीय स्पिन चौकड़ी की वह अबूझ पहेली थे, जो अपने फैसलों और बेबाक टिप्पणियों के कारण विवादों में भी रहे। दुनिया के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटरों में से एक बेदी का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को 77 साल की उम्र में निधन हो गया। इसके साथ ही विश्व क्रिकेट ने एक ऐसे सितारे को अलविदा कह दिया जिसने कई दशक तक भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने में अपना अमूल्य योगदान दिया। बेदी का जन्म 25 सितंबर 1946 को पंजाब के अमृतसर शहर में हुआ था। वह भारत की उस स्पिन चौकड़ी का हिस्सा थे जिसमें उनके अलावा इरापल्ली प्रसन्ना, भागवत चंद्रशेखर और श्रीनिवास वेंकटराघवन शामिल थे। बेदी ने लगभग 12 साल तक भारतीय गेंदबाजी का जिम्मा संभाला। यह बेहद कलात्मक बायें हाथ का स्पिनर अपनी पीढ़ी के बल्लेबाजों के लिये हमेशा अबूझ पहेली बना रहा। वह गेंद को जितना संभव हो उतनी ऊंचाई से छोड़ते थे और उनका नियंत्रण गजब का था। बेदी ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण 31 दिसंबर 1966 को वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में किया था और वह 1979 तक भारतीय टीम का हिस्सा रहे। उन्होंने इस बीच 67 टेस्ट मैच खेले जिनमें 28.71 की औसत से 266 विकेट लिये। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बेदी के नाम पर 1560 विकेट दर्ज हैं। बेदी 22 मैचों में भारत के कप्तान भी रहे जिनमें से छह में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की। क्रिकेट संन्यास लेने के बाद बेदी भारतीय टीम के कोच और राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रहे। बेदी 1990 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दौरे के दौरान कुछ समय के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर थे। वह मनिंदर सिंह और मुरली कार्तिक जैसे कई प्रतिभाशाली स्पिनरों के गुरु भी थे। बाएं हाथ के स्पिनर बेदी स्पिन की हर कला जानते थे। चाहे वह तेजी में बदलाव हो या वैरीएशन। उनकी फ्लाइट, आर्म बाल और अचानक से की गई तेज गेंद पर बल्लेबाज चकमा खा बैठते थे। विश्व क्रिकेट में जब भी आर्म बॉल का जिक्र आएगा तब जेहन में पहला नाम बिशन सिंह बेदी का होगा, जिन्होंने बाएं हाथ के स्पिनरों की गुगली कही जाने वाली इस गेंद को नया जीवन दिया था। बेदी ने अपनी आर्मर से दुनिया के कई दिग्गज बल्लेबाजों को चकमे में डाला। यदि यह रिकार्ड भी रखा जाता कि एक गेंदबाज ने किस तरह की गेंद पर सर्वाधिक विकेट लिये तो निश्चित तौर पर आर्म बॉल के मामले में बेदी बाजी मार जाते। जब भी कोई बल्लेबाज उन पर हावी होने की कोशिश करता था तब वह आर्मर का उपयोग करते थे। ऐसा नहीं कि उन्हें हर बार आर्म बॉल करने पर सफलता ही मिलती थी लेकिन इस गेंद ने उन्हें कई अवसरों पर विकेट दिलाये। बेदी ने 15 साल की उम्र में उत्तरी पंजाब की तरफ से 1961-62 में रणजी ट्राफी में पदार्पण किया और बाद में वह दिल्ली की तरफ खेले। विकेट निकालने में वह माहिर थे और इसलिए कभी उनका तीर खाली नहीं जाता था। एक समय नार्थम्पटनशर को उन्होंने काउंटी क्रिकेट में खासी सफलता दिलायी थी। बेदी का विवादों से भी पुराना नाता रहा है। अपनी बेबाक टिप्पणियों के कारण वह जब तब विवादों में भी फंसते रहे। वह 1976-77 में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जान लीवर के वैसलीन का उपयोग करने पर आपत्ति जताने और 1976 में वेस्टइंडीज की खौफनाक गेंदबाजी के कारण किंग्सटन में भारत की दूसरी पारी समाप्त घोषित करने के कारण भी चर्चा में रहे थे। बेदी दुनिया के ऐसे पहले कप्तान थे जिन्होंने टीम के जीत के करीब होने के बावजूद गलत अंपायरिंग का विरोध करके मैच गंवा दिया था। यह नवंबर 1978 की घटना है जब भारत को पाकिस्तान के खिलाफ साहिवाल में खेले जा रहे वनडे मैच में 14 गेंद पर 23 रन की जरूरत थी और उसके 8 विकेट बचे हुए थे। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज सरफराज नवाज ने तब लगातार चार बाउंसर किये और अंपायर ने उनमें से एक को भी वाइड करार नहीं दिया। इसके विरोध में बेदी ने अपने बल्लेबाजों को वापस बुला दिया था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) भी उनके निशाने पर रहे। उन्होंने फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली स्टेडियम करने का भी पुरजोर विरोध किया था।
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हांगझोउ. भारत के प्रणव सूरमा ने हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में एथलेटिक्स प्रतियोगिता के शुरुआती दिन सोमवार को यहां पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में स्वर्ण जीता। इस स्पर्धा का रजत और कांस्य पदक भी भारतीय खिलाड़ियों के नाम रहा। तोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण जीतने वाली देश की पहली निशानेबाज अवनी लेखरा ने भी एशियाई खेलों में रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। सूरमा ने 30.01 मीटर के प्रयास के साथ एशियाई पैरा खेलों का नया रिकॉर्ड कायम करते हुए स्वर्ण पदक जीता, जबकि धरमबीर (28.76 मीटर) और अमित कुमार (26.93 मीटर) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। इस स्पर्धा में केवल चार प्रतियोगी थे, जिसमें सऊदी अरब के राधी अली अलार्थी 23.77 मीटर के थ्रो के साथ अंतिम स्थान पर रहे। अवनी ने महिलाओं की आर2 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 श्रेणी में 249.6 अंक के इन खेलों के रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इस स्पर्धा में एक अन्य भारतीय पैरा निशानेबाज मोना अग्रवाल छठे स्थान पर रहीं। नवंबर 2001 में जयपुर में जन्मी अवनी 2012 में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गईं, जिसके बाद से वह व्हीलचेयर पर है। ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर उन्होंने 2015 में निशानेबाजी में हाथ आजमाना शुरू किया और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अवनी 2020 तोक्यो पैरालंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियों में आईं थी। वह इन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में कांस्य पदक भी जीता था। सूरमा 16 साल की उम्र में दुर्घटना का शिकार हुए थे जिसमें उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई। वह इससे लकवाग्रस्त हो गए। इसके बाद पैरा खेलों में हाथ आजमाने का फैसला किया। 29 साल के इस खिलाड़ी ने 2019 बीजिंग विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री स्पर्धा में रजत पदक जीता था। एफ51 क्लब थ्रो स्पर्धा उन एथलीटों के लिए है जिनकी कमर के आस-पास, पैर और हाथों की गतिविधि काफी हद तक प्रभावित रहती है। इसमें प्रतियोगी बैठकर प्रतिस्पर्धा करते हैं और कंधों तथा बांह के ताकत पर निर्भर रहते हैं। पुरुषों की ऊंची कूद टी63 श्रेणी में भी भारतीय के तीन खिलाड़ी शीर्ष तीन स्थान पर रहे लेकिन एशियाई पैरालंपिक समिति (एपीसी) नियमों के तहत इस स्पर्धा में केवल स्वर्ण और रजत प्रदान किए गए। इस स्पर्धा में सिर्फ तीन भारतीयों ने ही चुनौती पेश की थी। एपीसी के ‘माइनस वन नियम' के तहत, शैलेश कुमार ने एशियाई पैरा गेम्स में 1.82 मीटर की रिकॉर्ड छलांग के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि मरियप्पन थंगावेलु (1.80 मीटर) ने रजत पदक जीता। एपीसी नियमों के तहत गोविंदभाई रामसिंगभाई पाधियार (1.78 मीटर) कांस्य नहीं जीत सकते। तीनों पदक जीतने के लिए कम से कम चार एथलीटों का मैदान में होना जरूरी है। थंगावेलु ने 2016 रियो पैरालंपिक में ऊंची कूद टी42 श्रेणी में स्वर्ण पदक और तोक्यो पैरालंपिक में टी63 में रजत पदक जीता था। टी63 वर्ग में एथलीट घुटने के ऊपर एक पैर में विकार के कारण कृत्रिम अंग के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी47 वर्ग में 2.02 मीटर के प्रयास के साथ भारत के लिए दिन का तीसरा स्वर्ण पदक जीता। इस स्पर्धा में हमवतन राम पाल ने 1.94 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता। टी47 वर्गीकरण कोहनी या कलाई के नीचे के अंग में विकार वाले खिलाड़ियों के लिए है। -
आगरा. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम जंपा सोमवार को परिवार के साथ ताजमहल देखने पहुंचे और कहा कि उन्होंने आज तक ताजमहल जैसी खूबसूरत इमारत नहीं देखी। ताजमहल के सहायक संरक्षक सह प्रभारी प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम जंपा अपनी पत्नी हैरिएट, बेटा टीना और मां पालमेयर के साथ ताजमहल देखने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि जंपा करीब दो घंटे तक ताजमहल परिसर में रहे और ट्रेवल ओजी के गाइड फराज खान ने उनको भ्रमण कराया तथा परिसर के विभिन्न भागों की जानकारी दी।