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सोफिया. भारतीय मुक्केबाज अनामिका को रविवार को यहां स्ट्रेंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट के लाइटवेट फाइनल में चीन की ह्यू मेइयी के खिलाफ शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। गत राष्ट्रीय चैंपियन अनामिका को 50 किग्रा वर्ग के खिताबी मुकाबले में 1-4 के खंडित फैसले से हार झेलनी पड़ी। अनामिका ने आक्रामक शुरुआत की लेकिन मेइयी के मजबूत डिफेंस को नहीं भेद पाईं। चीन की खिलाड़ी ने पहला दौर सर्वसम्मत फैसले से जीता। अनामिका ने पहले दौर की तुलना में दूसरे में बेहतर प्रदर्शन किया। अंतिम दौर में अनामिका बेहतर मुक्केबाज थीं। उन्होंने चीन की खिलाड़ी को कई मुक्के जड़े और पांच में से चार जज ने उनके पक्ष में फैसला दिया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
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कोलकाता। मुंबई के स्टार बल्लेबाज सरफराज खान दिल्ली कैपिटल्स के शिविर में बाएं हाथ की तर्जनी अंगुली में लगी चोट के कारण ईरानी कप से बाहर हो गए हैं जहां उन्हें शेष भारत का प्रतिनिधित्व करना था। सरफराज ने रविवार को ईडन गार्डन्स में अभ्यास मैच में हिस्सा नहीं लिया। ईरानी कप मुकाबला एक मार्च से ग्वालियर में खेला जाएगा। चोट के कारण सरफराज ने अपनी अंगुली पर फाइबर का सुरक्षात्मक कास्ट पहन रखा था और उन्होंने बल्लेबाजी या क्षेत्रक्षण नहीं किया। वह हालांकि एनर्जी ड्रिंक देकर टीम के अपने साथियों की मदद कर रहे थे।
सरफराज के मुंबई की टीम के साथी पृथ्वी साव ने अभ्यास मैच के दौरान आक्रामक रवैया अपनाया और मार्गदर्शक सौरव गांगुली तथा सहायक कोच प्रवीण आमरे की मौजूदगी में मैदान में चारों तरफ शॉट खेले। पृथ्वी हालांकि बल्लेबाजी सत्र के बाद मैदान से चले गए और बेंगलुरु जाने के लिए हवाई अड्डा चले गए। उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में शिविर में हिस्सा लेना है।
भारतीय टीम से बाहर और चोट के कारण बामुश्किल घरेलू क्रिकेट खेलने वाले अनुभवी इशांत शर्मा अभ्यास मैच के दौरान लय में नहीं दिखे। उन्होंने अभ्यास मैच में दोनों टीम की ओर से गेंदबाजी की। मौजूदा सत्र में सिर्फ एक रणजी मुकाबला खेलने वाले इशांत मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाकी सत्र से बाहर हो गए थे। उनका वजन भी कुछ बढ़ा हुआ दिखा। उन्होंने गेंदबाजी के बीच में राष्ट्रीय और कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के अपने पूर्व साथी गांगुली से लंबी चर्चा की।
बल्लेबाजों ने इशांत की गेंदबाजी का आसानी से सामना किया। आईपीएल की शुरुआत में अब लगभग एक महीने का समय बचा है और ऐसे में इशांत को मैच फिट होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उनकी गेंदबाजी की गति में कमी भी चिंता का विषय है।कम जाने पहचाने खिलाड़ियों में बंगाल के अभिषेक पोरेल ने बड़े शॉट खेलने की अपनी क्षमता से प्रभावित किया। -
बेंगलुरू. भारत में अनिरुद्ध चंद्रशेखर और एन विजय सुंदर प्रशांत को शनिवार को यहां बेंगलुरु ओपन टेनिस टूर्नामेंट के युगल फाइनल में युनसियोंग चुंग और यू सिओ सू सू से हार का सामना करना पड़ा। दक्षिण कोरिया और चीनी ताइपे की जोड़ी ने फाइनल में भारतीय जोड़ी को 3-6 7-6 (7) 11-9 से हराकर खिताब जीता। इससे पहले मैक्स परसेल ने हमद मेद्जेदोविच को हराकर एकल के फाइनल में जगह बनाकर लगातार दूसरे एटीपी चैलेंजर खिताब जीतने की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए। पिछले रविवार को चेन्नई ओपन का खिताब जीतने वाले परसेल ने सेमीफाइनल में सर्बिया के मेद्जेदोविच को 6-2 5-7 7-6 (4) से हराया। ऑस्ट्रेलिया के परसेल का फाइनल में सामना दूसरी वरीयता प्राप्त और हमवतन जेम्स डकवर्थ से होगा। डकवर्थ ने ऑस्ट्रेलिया के ही अपने एक अन्य साथी खिलाड़ी जेम्स मैककेबे को 6-3 6-3 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
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इंदौर. ऑस्ट्रेलिया के मध्यक्रम के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने भारत के पूर्व उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ उस बातचीत को याद किया जिससे उन्हें उपमहाद्वीप में स्पिन गेंदबाजी का सामना करने में मदद की। हैंड्सकॉम्ब ने 2016 में आईपीएल के दौरान रहाणे के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया था। रहाणे ने इस दौरान हैंड्सकॉम्ब को स्पिनरों को बल्लेबाजी के दौरान पैर और कलाई के उपयोग करने के बारे में बताया था। हैंड्सकॉम्ब ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से कहा, वह अपने पिछले पैर का इस्तेमाल करते हुए स्पिनरों को आसानी से मिडविकेट की ओर खेल रहे थे। इससे मैं आश्चर्यचकित हो रहा था। उन्होंने कहा, स्पिनरों के खिलाफ रहाणे की बल्लेबाजी देख कर मैं सोच रहा था कि मुझे यह सिखाने के लिए किसी की जरूरत है। मैंने उनसे स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी में कदमों के इस्तेमाल के तरीके पर बातचीत की।
हैंड्सकॉम्ब ने कहा, जब आप अपने पिछले पैर का इस्तेमाल करते है तो इससे रन बनाने में मदद मिलती है। अगर गेंद विकेट के करीब टप्पा खा रही है तो आप अगले पैर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अच्छी गेंदों पर रक्षात्मक खेल के साथ आपको उसका सम्मान करना होगा।'' दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 142 गेंद में नाबाद 72 रन बनाने वाले हैंड्सकॉम्ब दूसरी पारी में स्वीप शॉट लगाने की कोशिश में बिना खाता खोले पगबाधा हो गये। हैंड्सकॉम्ब ने कहा,‘‘ भारत ने इन परिस्थितियों में मुझे गच्चा खाने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने मुझे दौड़ कर रन बनाने का मौका नहीं दिया लेकिन चौका लगाने का लालच दिया। मैं उनकी इस चाल में फंस गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे लिए यह मजबूत बने रहने और नयी शुरुआत करने के बारे में है। मैं क्रीज पर शायद इस सोच के साथ उतरा था कि मैं अब भी 72 रन पर नाबाद हूं और वहीं से अपनी पारी शुरू कर रहा हूं जहां मैंने पहली पारी में छोड़ा था। '' हैंड्सकॉम्ब ने कहा कि श्रृंखला के शुरुआती दो मैचों में हार से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया के खेमे में सकारात्मकता है। उन्होंने कहा, हमारे समूह में हर खिलाड़ी दूसरे का समर्थन करता है। हम दिल्ली में खेले गए मैच से सकारात्मक पहलुओं को देख रहे हैं। पहली पारी में हमारे पास बढ़त थी और दूसरी पारी में भी हम एक समय अच्छी स्थिति में थे।' इस बल्लेबाज ने कहा, हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हमें अधिक देर तक मैच पर अपनी पकड़ बनाये रखनी होगी।
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काकिनाड़ा (आंध्र प्रदेश). महाराष्ट्र ने पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए हरियाणा को पेनल्टी शूटआउट में 2-1 से जबकि मध्य प्रदेश ने झारखंड को 2-0 से शिकस्त देकर शनिवार को यहां 13वीं सीनियर महिला राष्ट्रीय हॉकी चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह पक्की की। देविका सेन ने मैच के आठवें मिनट में गोलकर हरियाणा को बढ़त दिला दी लेकिन भावना खाड़े ने 43वें मिनट में गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। शूटआउट में एच लालरुआतफेली और आकांक्षा सिंह ने गोल करके महाराष्ट्र को फाइनल में पहुंचा दिया।
दूसरे सेमीफाइनल में मध्य प्रदेश ने आखिरी पांच मिनट में दो गोल कर फाइनल का टिकट कटाया। टीम के लिए करिश्मा सिंह (56वें मिनट) और दीक्षा तिवारी (58वें मिनट) ने गोल दागे। टूर्नामेंट का फाइनल रविवार को खेला जायेगा। -
नयी दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का खिताब नहीं जीतने पर विशेषज्ञों और प्रशंसकों के एक वर्ग ने उन्हें ‘विफल' कप्तान करार दिया। कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम 2017 में चैम्पियन्स ट्रॉफी, 2019 में विश्व कप, 2021 में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के अलावा 2021 में टी20 विश्व कप का खिताब जीतने में विफल रही थी।
कोहली ने कहा कि इन सभी हार पर बात का बतंगड़ बनाया गया क्योंकि वह 2011 में विश्व कप और 2013 में चैम्पियन्स ट्रॉफी जीतने वाली उस टीम का हिस्सा थे जिसके कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी थे। कोहली से जब पूछा गया कि क्या टीम की अगुवाई करते हुए क्या उन्हें कभी आईसीसी ट्रॉफी नहीं उठाने का मलाल है तो उन्होंने कहा, ‘‘देखिए आप टूर्नामेंट जीतने के लिए खेलते हैं।
इससे काफी कुछ हुआ (कप्तान के रूप में आईसीसी ट्रॉफी नहीं उठाना)। मैंने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में कप्तानी की थी, मैंने 2019 विश्व कप टीम की कप्तानी की, मैंने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के पहले सत्र के फाइनल में भारत की कप्तानी की।'' कोहली ने ‘आरसीबी पोडकास्ट' के दूसरे सत्र में कहा, ‘‘ इन तीनों आईसीसी टूर्नामेंटों के बाद हम पिछला (2021) टी20 विश्व कप हार गये।
हम क्वालीफाई (नॉकआउट चरण) नहीं कर सके। हम 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचे, विश्व कप (2019) के सेमीफाइनल, (विश्व) टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे और इसके बाद भी मुझे एक असफल कप्तान माना गया।'' इस पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्हें टीम में ‘सांस्कृतिक परिवर्तन' के लिए खुद पर गर्व है ।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने खुद को उस दृष्टिकोण से कभी नहीं आंका (आईसीसी टूर्नामेंट में हार)। एक टीम के रूप में हमने जो हासिल किया और मेरे लिए एक सांस्कृतिक बदलाव है। यह हमेशा गर्व की बात होने वाली है क्योंकि एक टूर्नामेंट एक निश्चित अवधि के लिए होता है। लेकिन एक संस्कृति लंबी अवधि की होती है और उसके लिए आपको निरंतरता की आवश्यकता होती है।'' कोहली ने कहा, ‘‘ उसके (सांस्कृतिक परिवर्तन) लिए, आपको टूर्नामेंट जीतने की तुलना में अधिक जज्बे की आवश्यकता होती है।
इसलिए, मैंने एक खिलाड़ी के रूप में (2011) विश्व कप जीता, मैंने एक खिलाड़ी के रूप में (2013) चैंपियंस ट्रॉफी जीती, मैं उस टीम का हिस्सा रहा जिसने पांच टेस्ट ज्यादा जीते हैं।'' इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ अगर आप इसे उस दृष्टिकोण से देखते हैं, तो ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं जिन्होंने कभी विश्व कप नहीं जीता है। मेरे पास जो कुछ भी है उसके लिए मैं हमेशा आभारी हूं।''
उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ तुलना करते हुए कहा कि इस महान खिलाड़ी ने अपने छठे प्रयास में विश्व कप जीता था, जबकि वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने विश्व कप को उनकी पहली मौजूदगी में ही जीता था। कोहली ने कहा, ‘‘अगर मैं गलत नहीं हूं तो सचिन तेंदुलकर अपना छठा विश्व कप खेल रहे थे, और वह वही था जो उन्होंने जीता था। मैं पहली बार टीम का हिस्सा बनने में सक्षम था और मैं एक विजेता टीम का हिस्सा बन गया।'' इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘ ऐसे में अगर आप मेरे करियर में खामियां ढूंढेंगे तो ऐसा करना बहुत आसान है।
लेकिन मुझे यह देखना होगा कि मेरे करियर में क्या सही हुआ है और मैं इसके लिए आभारी हूं।'' कोहली ने कहा, ‘‘ मैं अपनी ट्रॉफी कैबिनेट के भरने को लेकर बहुत जज्बाती नहीं हूं। मेरे लिए यह हमेशा काम का परिणाम रहा है कि आप खुद को कैसे संचालित करते हैं, किस तरह का अनुशासन है और आप दैनिक आधार पर उत्कृष्टता की ओर कैसे प्रयास कर रहे हैं। मुझे लगता है कि मैं उस पहलू के प्रति बहुत ईमानदार रहा हूं।''
उन्होंने इसके साथ ही मुश्किल समय में साथ देने के लिए भारत के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को याद करते हुए कहा कि क्रिकेट के मैदान पर जब वह खराब दौर से गुजर रहे थे तब यह करिश्माई विकेटकीपर बल्लेबाज उनसे से संपर्क करने वाला इकलौता व्यक्ति था। कोहली ने पिछले महीने चार-एकदिवसीय मैचों में तीन शतकीय पारी खेल अपनी पुरानी लय हासिल की।
उन्होंने इससे पहले सितंबर 2022 में एशिया कप टी-20 टूर्नामेंट में शतक लगाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों के तीन साल के सूखे को खत्म किया था। कोहली और धोनी के बीच मजबूत रिश्ता है। कोहली की ये बातें इसका तस्दीक करती हैं।
कोहली ने कहा, ‘‘उस समय अनुष्का मेरी सबसे बड़ी ताकत थी क्योंकि वह मेरे साथ रह रही थी और उसने बहुत करीब से देखा कि मैंने कैसा महसूस किया है... इस दौरान मेरे बचपन के कोच और परिवार के अलावा एमएस धोनी इकलौते व्यक्ति थे, जिन्होंने मुझसे संपर्क किया था।'' कोहली ने 2008 से 2019 के बीच 11 साल तक धोनी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया है। उन्होंने रांची के करिश्माई क्रिकेटर को अपना हमेशा का ‘कप्तान' बताया । कोहली ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझसे खुद संपर्क किया, क्योंकि धोनी से संपर्क करना काफी मुश्किल है।
अगर मैं उन्हें किसी भी दिन फोन करता हूं, तो 99 प्रतिशत वह (फोन) नहीं उठा पाते हैं, क्योंकि वह फोन से दूर रहते है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में उनकी तरफ से संपर्क किया जाना और वह भी दो बार (किया जाना), अच्छा रहा। उन्होंने मुझे समझाया था, ‘‘जब आपसे मजबूत होने की उम्मीद की जाती है और आपको मजबूत व्यक्ति के रूप में देखा जाता है तो लोग यह पूछना भूल जाते हैं कि आप कैसे हैं?'' कोहली ने बताया, ‘‘उनकी (धोनी की) बातों का मुझपर गहरा असर हुआ, क्योंकि मुझे हमेशा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा गया है जो बहुत आत्मविश्वासी है, मानसिक रूप से बहुत मजबूत है, जो किसी भी परिस्थिति को सहन कर सकता है और रास्ता निकाल सकता है, साथ ही हमें रास्ता दिखा सकता है।''
इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ‘‘कभी-कभी, आप जो महसूस करते हैं वह यह है कि जीवन में किसी भी समय एक इंसान के तौर पर आपको कुछ कदम पीछे खींचने और यह समझने की जरूरत होती है कि आपकी खुद की भलाई किन चीजों से है।'' कोहली ने जब जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे के बाद अचानक टेस्ट कप्तानी छोड़ दी, तब भी उन्होंने कहा था कि सिर्फ धोनी ने ही उन्हें संदेश (मैसेज) भेजा था। - सोफिया (बुल्गारिया) । राष्ट्रमंडल खेलों के दो बार के कांस्य पदक विजेता मोहम्मद हुसामुद्दीन और 2021 एशियाई युवा चैम्पियन बिस्वामित्र चोंगथाम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गुरूवार को यहां स्ट्रैंड्जा मेमोरियल अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। हुसामुद्दीन ने 57 किग्रा वर्ग के राउंड 16 मैच में इटली के मिचेले बालडासी पर 4-1 से जीत दर्ज की और अब उनका सामना शुक्रवार को क्वार्टरफाइनल में अर्मेनिया के बाजेयान आर्टुर से होगा। वहीं 51 किग्रा वर्ग में बिस्वामित्र ने कजाखस्तान के केंजे मुराटुली को 5-0 से जीत हासिल की और अब वह अमेरिका के रोच जोर्डन से भिड़ेंगे। रांउड 16 के अन्य मुकाबलों में एशियाई चैम्पियन संजीत को पहले दौर में हार मिली।
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नयी दिल्ली. युवा निशानेबाज अनीश भानवाला ने गुरूवार को काहिरा में आईएसएसएफ विश्व कप राइफल/पिस्टल के अंतिम दिन कांस्य पदक जीतकर किसी भारतीय के 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में पदक नहीं जीतने के मिथक को तोड़ दिया। यह 20 वर्षीय निशानेबाज का पहला सीनियर व्यक्तिगत विश्व कप पदक है जो तीन शूट-ऑफ के बाद मिला।
भानवाला से पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस स्पर्धा में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय निशानेबाज विजय कुमार थे, जिन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था और विश्व कप में दो पोडियम स्थान हासिल किए थे। इटली के मैसिमो स्पिनेला ने पदक मैच में 32 हिट लगाकर स्वर्ण पदक जीता जबकि विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता फ्रांस के क्लेमेंट बेसागुएट 40 शॉट के बाद दो हिट से पीछे रह गए और उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा। अनीश के कांस्य से भारत चार स्वर्ण सहित सात पदकों के साथ विश्व कप समाप्त करके तालिका में शीर्ष पर रहा। भानवाला ने यह पदक अपने निजी कोच हरप्रीत सिंह को समर्पित किया। महिलाओं के 50 मीटर राइफल थ्री पाजिशंस में भारत पदक दौड़ से बाहर रहा। मानिनी कौशिक 22वें और अंजुम मौदगिल 27वें स्थान पर रहीं। -
काकीनाडा .झारखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश ने गुरुवार को यहां 13वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप में अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। झारखंड ने अल्का डुंगडुंग (48वें मिनट) और अलबेला रानी टोप्पो (52वें मिनट) के गोल से पंजाब को 2-0 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई। हरियाणा ने बंगाल को 5-0 से हराया। बंगाल की ओर से देविका सेन (चौथे और 34वें मिनट) और अमनदीप कौर (नौवें और 60वें मिनट) ने दो-दो जबकि मानिका सिहाग ने एक गोल किया। महाराष्ट्र और ओडिशा के बीच मुकाबला बेहद कड़ा रहा। महाराष्ट्र ने गत चैंपियन टीम को अंतत: पेनल्टी शूट आउट में 5-4 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। नियमित समय में ओडिशा की ओर से जनहाबी प्रधान (36वें मिनट) जबकि महाराष्ट्र की ओर से अश्विनी कोलेकर (37वें मिनट) ने गोल दागा था। एक अन्य क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश ने कर्नाटक को 6-0 से हराया। मध्य प्रदेश की ओर से दीक्षा तिवारी (10वें और 39वें मिनट) और प्रीति दुबे (35वें और 41वें मिनट) ने दो-दो जबकि अंजलि गौतम (12वें मिनट) और ऐश्वर्या चव्हाण (53वें मिनट) ने एक-एक गोल किया। सेमीफाइनल शनिवार को खेले जाएंगे।
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बेंगलुरू. सुमित नागल ने गुरूवार को यहां बेंगलुरू ओपन के प्री क्वार्टरफाइनल में आस्ट्रेलिया के मैक्स पर्सेल से 4-6, 6-3, 6-3 से हारने से पहले कड़ी चुनौती पेश की। हालांकि भारतीय खेमे के लिये खुशी की खबर अनिरूद्ध चंद्रशेखर और एन प्रशांत की युगल जोड़ी के सेमीफाइनल में पहुंचने की रही। इस भारतीय जोड़ी ने जिम्बाब्वे के बेंजामिन और आस्ट्रेलिया के अकीरा सैंटीलान को 3-6, 6-4, 12-10 से पराजित किया। पिछले दौर में वियतनाम के नाम होआंग लि के खिलाफ तीन सेट में जीत दर्ज करने वाले नागल ने पहला सेट 6-4 से जीत लिया। पर आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पर्सेल ने दूसरे सेट में अपना दमदार प्रदर्शन करते हुए वापसी की। गत विम्बलडन युगल चैम्पियन पर्सेल ने तीसरे सेट में भी यही दबदबा बनाया और मैच जीत लिया। पांचवें वरीय लुका नार्डी और दिमितार कुजमानोव ने भी विपरीत अंदाज में जीत दर्ज कर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। नार्डी ने जेसन जंग को 7-5, 5-7, 6-2 से हराया जबकि कुजमानोव ने अलीबेक काचमाजोव को 6-3, 6-4 से पराजित किया।
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नयी दिल्ली. भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि सिर्फ लोकेश राहुल की आलोचना करना थोड़ा अनुचित होगा क्योंकि क्योंकि प्रत्येक खिलाड़ी अपने करियर में बुरे दौर से गुजरता है। पिछली 10 टेस्ट पारियों में राहुल का औसत सिर्फ 12.5 रहा है और इस दौरान वह बार भी 25 रन के आंकड़े को नहीं छू पाए। पिछली 10 पारियों में उन्होंने 08, 10, 12, 22, 23, 10, 02, 20, 17 और 01 रन बनाए हैं जिससे अंतिम एकादश में उनकी जगह पर सवाल उठाने लगे हैं। शुभमन गिल को अंतिम एकादश में शामिल किए जाने की मांग हो रही है।
गंभीर ने लखनऊ सुपर जाइंट्स द्वारा आयोजित आईपीएल सत्र पूर्व शिविर के दौरान कहा, ‘‘लोकेश राहुल को भारतीय टीम से बाहर नहीं किया जाना चाहिए। किसी एक खिलाड़ी को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। सभी बुरे दौर से गुजरते हैं। किसी को भी, किसी क्रिकेट विशेषज्ञ या किसी को भी उसे यह नहीं कहना चाहिए कि वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा और टीम से बाहर कर दिया जाएगा।'' गंभीर लखनऊ की टीम के मार्गदर्शक और राहुल इसी टीम के कप्तान हैं।
गंभीर ने भारत के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा का उदाहरण दिया कि कैसे पूर्ववर्ती टीम प्रबंधन ने उनका समर्थन किया जिससे कि वह टेस्ट क्रिकेट में सफल हो सकें। रोहित ने जब पारी का आगाज शुरू किया तो पारंपरिक प्रारूप में उन्हें सफलता मिलने लगी। उन्होंने कहा, ‘‘आपको ऐसे खिलाड़ियों का समर्थन करना होता है जिसमें प्रतिभा है। रोहित शर्मा को देखिए। वह भी खराब दौर से गुजरा। देखिए जिस तरह उसने अपना करियर शुरू किया। उसने देर से सफलता हासिल की। उसके पहले के प्रदर्शन की तुलना अब के प्रदर्शन से कीजिए। सभी उसकी प्रतिभा को देख सकते थे और उसका समर्थन किया। अब नतीजा देखिए। वह शानदार प्रदर्शन कर रहा है। राहुल भी ऐसा ही कर सकता है।'' गंभीर का मानना है कि अगर टीम आसानी से मैच जीत रही है तो फिर विजयी संयोजन से छेड़छाड़ करने और किसी एक खिलाड़ी को निशाना बनाने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत 2-0 से आगे है और 0-2 से पीछे नहीं है। इसलिए किसी को बाहर मत कीजिए और टीम के प्रदर्शन की सराहना कीजिए। मुझे लगता है कि भारतीय टीम प्रबंधन लोकेश राहुल का समर्थन करके सही कर रहा है। वह शानदार खिलाड़ी है। उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रन बनाए हैं।'' आईसीसी टी20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सेमीफाइनल मुकाबले पर गंभीर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत के पास ऑस्ट्रेलिया को हराने की प्रतिभा है। बेशक ऑस्ट्रेलिया की टीम अच्छी है लेकिन मुझे यकीन है कि भारतीय महिला टीम में ऑस्ट्रेलिया को हराने की क्षमता है। अगर आप उन 240 गेंद को ऑस्ट्रेलिया से बेहतर खेलते हैं तो टीम उन्हें हरा सकती है। -
काहिरा. ओलंपियन ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने बुधवार को यहां आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व कप में पुरुषों की व्यक्तिगत 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता जिससे भारत ने इस प्रतियोगिता में अपना दबदबा बनाए रखा। पिछले साल चांगवोन विश्वकप में भी स्वर्ण पदक जीतने वाले 22 वर्षीय तोमर ने फाइनल में ऑस्ट्रिया के अलेक्जेंडर शमिरल पर 16-2 से आसान जीत दर्ज की। तोमर ने रैंकिंग राउंड में 400 6.4 अंक बनाकर दूसरा स्थान हासिल किया था जबकि शमिरल 407.9 अंकों के साथ पहले स्थान पर रहे थे। इससे पहले भारतीय निशानेबाज ने क्वालीफाइंग दौर में 588 अंक बनाकर पहला स्थान हासिल किया था। इस स्पर्धा में भाग ले रहे एक अन्य भारतीय अखिल शेरोन ने क्वालिफिकेशन में 587 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था। भारत ने इस प्रतियोगिता में अब तक चार स्वर्ण सहित छह पदक हासिल कर लिए हैं और उसने पदक तालिका में शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
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कोलकाता। कोविड-19 का कहर जब अपने चरम पर था तब कबाड़ का काम करने वाले राजकुमार जायसवाल का परिवार दिन में केवल एक समय का भोजन कर पा रहा था। उनकी दुकान बंद थी और जल्द ही उनका घर भी पानी में डूब गया क्योंकि चक्रवाती तूफान अम्फान ने बंगाल में तबाही मचा दी थी। कोरोनावायरस और तूफान की यह दोहरी मार हालांकि उनकी बेटी अदिति के दृढ़ संकल्प को नहीं डिगा पाई जिन्होंने हाल में विश्व कप, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के लिए भारतीय तीरंदाजी टीम में जगह बनाई।
इस बीच उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता राहुल बनर्जी का साथ भी मिला जो कि अब पूर्णकालिक कोच हैं। बागुईआटी में कबाड़ी का काम करने वाले की बेटी अदिति मेधावी छात्रा रही है और उन्होंने आईएससी परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक हासिल किए जिससे उन्हें सेंट जेवियर कॉलेज में अर्थशास्त्र ऑनर्स में प्रवेश मिल गया।
राजकुमार और उनकी पत्नी उमा चाहते थे कि अदिति भी अपने बड़े भाई आदर्श की तरह पढ़ाई पर ध्यान दें। उनके बड़े भाई वेल्लोर में इंजीनियरिंग कर रहे हैं। तब बनर्जी ने उन्हें समझाया कि अदिति इससे भी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए पैदा हुई है।
सोनीपत में तीरंदाजी ट्रायल्स में भाग लेने के बाद वापस लौटी अदिति ने कहा,‘‘एक समय था जबकि लॉकडाउन के दौरान मेरे पिताजी की दुकान लगभग दो साल तक बंद रही और हम किसी तरह से एक वक्त का भोजन ही जुटा पा रहे थे।'' उन्होंने कहा,‘‘अम्फान के कारण हमारे घर में बाढ़ आ गई और हमें कई दिनों तक बिना बिजली के रहना पड़ा।
किसी तरह से हम संघर्ष के इन दिनों से बाहर निकले और अब लगता है कि अच्छे दिन वापस आ गए हैं।'' अदिति ने कहा,‘‘ मेरे माता-पिता को अब विश्वास हो गया है कि तीरंदाजी में भी भविष्य है। उम्मीद है कि मैं अपने खेल में सुधार जारी रखूंगी। प्रत्येक खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करे और पदक जीते लेकिन इसके लिए अभी मुझे लंबा रास्ता तय करना है।'' यह पहला अवसर है जबकि इस 20 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत की पहली पसंद की टीम में जगह बनाई।
इससे पहले पिछले साल जम्मू में सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक जीतने के कारण उन्हें कोलंबिया के मेडलिन में विश्वकप के चौथे चरण के लिए दूसरी पसंद की भारतीय टीम में चुना गया था। मेडलिन में वह पहले दौर में ही बाहर हो गई। वहां व्यक्तिगत वर्ग में दीप्ति कुमारी से हार गई थी जबकि टीम स्पर्धा में उन्हें दूसरे दौर में कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था।
अदिति को 2018-19 से कोचिंग देने वाले बनर्जी ने कहा,‘‘ उसके माता-पिता का उस पर काफी दबाव था कि कब वह पदक जीतेगी ताकि उसे नौकरी आसानी से मिल जाए। मैं उनसे कहता रहा सब्र कीजिए आप रातों-रात विश्व चैंपियन नहीं बन सकते हैं।'' अदिति की सबसे बड़ी परीक्षा दो चरण के ट्रायल्स थे जिनमें वह शीर्ष चार खिलाड़ियों में जगह बना कर भारतीय टीम में अपना स्थान पक्का करने में सफल रही। -
दुबई. भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने मंगलवार को यहां डब्ल्यूटीए दुबई ड्यूटी फ्री चैम्पियनशिप के पहले दौर में अपनी अमेरिकी जोड़ीदार मैडिसन कीज के साथ सीधे सेटों में हारकर अपने चमकदार करियर का अंत किया। सानिया और कीज की जोड़ी रूस की वेरोनिका कुदेरमेतोवा और ल्यूडमिला सैमसोनोवा से ठीक एक घंटे तक चले मैच में 4-6, 0-6 से हार गईं। वेरोनिका एकल में 11वें और युगल रैंकिंग में पांचवें नंबर पर हैं जबकि ल्यूडमिला युगल में 13वें स्थान पर हैं। छत्तीस वर्षीय सानिया 2003 में पेशेवर बनी थी। उन्होंने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते जिनमें तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल के खिताब शामिल है। महिला युगल में उन्होंने अपने तीनों ग्रैंडस्लैम खिताब मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर जीते। अपने तीन मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम खिताब में से दो खिताब उन्होंने हमवतन महेश भूपति (2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 में फ्रेंच ओपन) के साथ मिलकर जीते। उन्होंने ब्रूनो सोरेस के साथ मिलकर अमेरिकी ओपन का खिताब जीता था। दुबई ओपन में दोनों टीमों ने शुरू में एक दूसरे की सर्विस तोड़ी जिससे एक समय स्कोर 4-4 से बराबरी पर था। इसके बाद हालांकि रूसी जोड़ी ने सानिया और कीज की सर्विस तोड़ी और फिर अपनी सर्विस बचाकर पहला सेट अपने नाम किया। सानिया और उनकी जोड़ीदार ने दूसरे सेट के शुरू में ही अपनी सर्विस गंवा दी और इसके बाद वापसी करने में नाकाम रही।
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काहिरा. गत विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष पाटिल ने मंगलवार को यहां आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व कप की पुरुष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जबकि तिलोत्तमा सेन ने इसी स्पर्धा के महिला वर्ग में कांस्य पदक जीतकर भारत का दबदबा बनाए रखा। भारत अब प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण सहित चार पदक जीत चुका है।
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी रुद्रांक्ष ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में जर्मनी के मैक्समिलियन उल्बरिच को 16-8 से हराया। रुद्रांक्ष रैंकिंग दौर में भी 262.0 अंक के साथ शीर्ष पर रहे थे जबकि उल्बरिच ने 260.6 अंक जुटाए थे। तिलोत्तमा ने 262.0 के स्कोर के साथ रैंकिंग राउंड में शीर्ष आठ में जगह बनाई लेकिन वह 0.1 के न्यूनतम संभावित अंतर से स्वर्ण पदक मैच में जगह बनाने से चूक गई। उनका पदक प्रतियोगिता में भारत का दूसरा कांस्य पदक है। ग्रेट ब्रिटेन की सियोनैड मैकिंटोश ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में स्विट्जरलैंड की ओलंपिक चैंपियन नीना क्रिस्टन को 16-8 से हराया। इससे पहले रुद्रांक्ष ने क्वालीफिकेशन दौर में 629.3 अंक के साथ सातवें स्थान पर रहते हुए रैंकिंग दौर में जगह बनाई थी। पुरुष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में हिस्सा ले रहे अन्य भारतीय निशानेबाज दिव्यांश सिंह पंवार और हृदय हजारिका रैंकिंग दौर में जगह बनाने से मामूली अंतर से चूक गए। रैंकिंग दौर में शीर्ष आठ क्वालीफायर पांच शॉट की पांच सीरीज में चुनौती पेश करते हैं जिससे स्वर्ण पदक के मुकाबले में हिस्सा लेने वाले शीर्ष दो निशानेबाजों का फैसला होता है। पहली सीरीज के बाद इजराइल के अनुभवी निशानेबाज सर्गेई रिकटर शीर्ष पर थे जबकि रुद्रांक्ष उनसे 1.2 अंक पीछे थे। रुद्रांक्ष ने दूसरी सीरीज में वापसी की और अपने 10वें शॉट में 10.9 के परफेक्ट स्कोर के साथ पहली बार बढ़त बनाई। तीसरी सीरीज के अंत तक उन्होंने क्रोएिशया के मिरान मारिसिच पर 0.2 अंक की मामूली बढ़त बना रखी थी। रुद्रांक्ष ने चौथी सीरीज के अंत तक 1.1 अंक की बढ़त हासिल कर ली। रिकटर तीसरे स्थान पर बरकरार थे। सिर्फ चार निशानेबाज दौड़ में थे। विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष ने 25 शॉट के बाद 262 अंक से शीर्ष स्थान हासिल किया और उल्बरिच 260.6 अंक के साथ मारिसिच और रिकटर को पछाड़कर दूसरे स्थान पर पहुंचने में सफल रहे। मारिसिच ने 260.5 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। जर्मनी के निशानेबाज ने रुद्रांक्ष के साथ स्वर्ण पदक के मुकाबले में जगह बनाई। शुरुआती सात शॉट के बाद मुकाबला 7-7 से बराबर था। भारतीय निशानेबाज ने हालांकि अगली तीन सीरीज जीतकर 13-7 की बढ़त बना ली। उल्बरिच ने 11वीं सीरीज ने टाई किया लेकिन रुद्रांक्ष ने 12वीं सीरीज जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। भारतीय निशानेबाजों ने सोमवार को मिश्रित टीम एयर पिस्टल और राइफल स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते थे।
आर नर्मदा नितिन और रुद्रांक्ष ने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। रविवार को व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाले वरूण तोमर ने इसके बाद रिदम सांगवान के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। -
नयी दिल्ली. भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने दौरे के अपने अंतिम मैच में दक्षिण अफ्रीका की अंडर-21 टीम के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से जीत दर्ज की। अंडर-21 दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ अपने सभी मैच जीतने के बाद भारत अब मेजबान देश की ‘ए' टीम से दो मैच खेलने की तैयारी कर रहा है। नियमित समय में दोनों टीम गोल करने में नाकाम रही जिसके कारण शूट आउट का सहारा लिया गया जिसमें भारतीय टीम ने 4-3 से बाजी मारी। दक्षिण अफ्रीका दौरा महत्वपूर्ण अंडर-21 एशिया कप के लिए टीम की तैयारियों का हिस्सा है जो आगामी एफआईएच महिला हॉकी जूनियर विश्व कप का क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट है। भारतीय टीम 24 और 25 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका ‘ए' के खिलाफ दो मैच खेलेगी जहां मेहमान टीम का लक्ष्य जीत की लय को बरकरार रखना होगा।
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भारत की परीक्षा में विफल रहे: मैकडोनाल्ड
नयी दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने यहां दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में अपनी टीम की लचर बल्लेबाजी पर कहा कि वे भारत की परीक्षा में विफल रहे। दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में एक विकेट पर 61 रन बनाकर बेहतर स्थिति में थी लेकिन इसके बाद टीम सिर्फ 113 रन पर सिमट गई। भारत ने इसके बाद चार विकेट पर 115 रन बनाकर लक्ष्य हासिल किया और बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। ऑस्ट्रेलियन एसोसिएटेड प्रेस ने सोमवार को मैकडोनाल्ड के हवाले से कहा, ‘‘हमारे तरीकों की आलोचना होगी और ऐसा होना भी चाहिए।'' उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे दिन की समाप्ति पर अगर आप कहते कि हमारी तैयारी अच्छी थी (जब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर एक विकेट पर 61 रन था) तो संभवत: आपका नजरिया अलग होता लेकिन एक घंटे के भीतर (तीसरे दिन) जो हुआ उसे लेकर लोगों ने आलोचना शुरू कर दी।'' एशेज में ऑस्ट्रेलिया की 4-0 की जीत के बाद जस्टिन लैंगर की जगह कोच पद संभालने वाले मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘‘और तीसरे दिन हम भारत की परीक्षा में विफल रहे।'' कोच ने कहा कि जहां तक उनकी समझ है तो बेंगलुरू में स्पिन की अनुकूल पिचों पर तैयारी शिविर से स्पिन के खिलाफ पर्याप्त तैयारी का मौका मिला। मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने (टीम ने) बेंगलुरू में काफी अच्छी तैयारी की इसलिए इसे लेकर कोई बहाना नहीं है।'' कोच ने कहा कि कुछ खिलाड़ी अपनी परखी हुई रणनीति पर नहीं चले जिसका खामियाजा उन्हें लगातार दूसरी शर्मनाक हार के साथ चुकाना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग ऐसे थे जो स्पष्ट रूप से उस रणनीति से दूर चले गए जिसने उन्हें समय के साथ सफल बनाया। हमें इससे बेहतर होना है, यही सबसे महत्वपूर्ण बात है, हमें इसे अपनाना होगा।'' तीसरा टेस्ट एक मार्च से इंदौर में खेला जाएगा और इसके लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क और कैमरन ग्रीन को मौका मिल सकता है जो चोटों से उबर रहे हैं। - सोनीपत। मातृत्व विश्राम से वापसी कर रही विश्व की पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी इस साल होने वाले एशियाई खेलों, विश्व कप और विश्व चैम्पियनशिप के लिए सोमवार को यहां भारतीय टीम में जगह बनाने में विफल रही। विश्व कप में कई स्वर्ण पदक जीतने वाली दीपिका यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में आयोजित रिकर्व वर्ग की तीरंदाजों के लिए तीन दिनों के ट्रायल स्पर्धा में शीर्ष आठ में जगह बनाने में विफल रही। वह पिछले महीने कोलकाता में हुए ट्रायल में सातवें स्थान पर रही थी। कई उलटफेर भरे नतीजे वाले दिन में मौजूदा जूनियर और पूर्व कैडेट विश्व चैंपियन कोमालिका बारी और पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन रिधि फोर भी शीर्ष-आठ से बाहर रहे। शीर्ष चार स्थान पर रहने वाले तीरंदाजों को टीम में जगह मिलेगी जबकि उनके प्रदर्शन में गिरावट पर पांचवें से आठवें स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों के नाम पर विचार किया जायेगा। भजन कौर, अदिति जायसवाल, अंकिता भकत और सिमरनजीत कौर ने शीर्ष चार में जगह बनाई जो इस साल सभी छह प्रमुख टूर्नामेंटों में प्रतिस्पर्धा करेंगी जिसमें एशियाई खेल और विश्व कप के अलावा विश्व चैम्पियनशिप के चार आयोजन शामिल है। पुरुष वर्ग में हालांकि दीपिका के पति अतनु दास की एक साल के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी हुई है। अतनु पिछले साल ट्रायल में पिछड़ गये थे। उन्होंने आखिरी बार तोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया था। दो बार ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने वाला यह तीरंदाज सेना के धीरज बी के बाद दूसरे स्थान पर रहा। अनुभवी तरुणदीप राय और युवा नीरज चौहान ने शीर्ष चार में जगह बनाई। तुषार शेलके, मृणाल चौहान, विश्व कप पदक विजेता जयंत तालुकदार और इंद्रजीत स्वामी शीर्ष आठ में जगह बनाने वालों में शामिल रहे। कम्पाउंड वर्ग में अनुभवी अभिषेक वर्मा शीर्ष चार में जगह नहीं बना सके ऐसे में उन्हें पहली पसंद की टीम में जगह नहीं मिलेगी। विश्व में नौवें नंबर के खिलाड़ी 33 वर्षीय वर्मा पांचवें स्थान पर रहे, इसका मतलब है कि वह पहली पसंद की टीम में जगह नहीं बना पाएंगे। भारतीय तीरंदाजी के उच्च प्रदर्शन निदेशक संजीव सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि शीर्ष चार में शामिल तीरंदाजों के बेहतर प्रदर्शन नहीं करने की स्थिति में पांचवें से आठवें स्थान के बीच के तीरंदाजों के नाम पर विचार किया जायेगा। दीपिका के लिए हालांकि ओलंपिक में भाग लेने के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। वह अगले साल जनवरी में होने वाले ओपन ट्रायल के जरिये पेरिस 2024 के लिए टीम में वापसी कर सकती है। सिंह ने कहा ‘‘उसके लिए अभी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं, वह जनवरी में ओलंपिक में वापसी के लिए ओपन ट्रायल में भाग ले सकती है।'' भारतीय टीम: (ट्रायल में हासिल रैंकिंग के क्रम में)रिकर्व पुरुष : बोम्मादेवरा (एसएससीबी), अतनु दास (पीएसपीबी), तरुणदीप राय (एसएससीबी), नीरज चौहान (एआईपीएससीबी), तुषार शेलके (एआईपीएससीबी), मृणाल चौहान (झारखंड), जयंत तालुकदार (झारखंड) , इंद्रचंद स्वामी (पंजाब)। रिकर्व महिला: भजन कौर (हरियाणा), अदिति जायसवाल (बंगाल), अंकिता भकत (झारखंड), सिमरनजीत कौर (पंजाब), मधु वेदवान (आरएसपीबी), संगीता (हरियाणा), तनीषा वर्मा (पंजाब), प्राची सिंह (राजस्थान)। कम्पाउंड पुरुष: प्रथमेश जावकर (महाराष्ट्र), रजत चौहान (राजस्थान), ओजस देवताले (महाराष्ट्र), ऋषभ यादव (हरियाणा), अभिषेक वर्मा (दिल्ली), अमित (एसएससीबी), हर्ष बोराडे (महाराष्ट्र) , कुशल दलाल (हरियाणा)। कम्पाउंड महिला: अवनीत कौर (पंजाब), ज्योति सुरेखा वेनम, अदिति स्वामी (महाराष्ट्र), साक्षी चौधरी (उत्तर प्रदेश), प्रगति (दिल्ली), रागिनी मार्को (मध्य प्रदेश), परनीत कौर (पंजाब), तनीपर्थी चिकिथा (तेलंगाना)।
- ऑकलैंड। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज काइल जेमीसन को कमर की सर्जरी करानी होगी क्योंकि उनकी चोट फिर उभर आई है जिसके कारण वह नौ महीने से अधिक समय से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर हैं। जेमीसन को इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट की मौजूदा श्रृंखला में वापसी करने की उम्मीद थी। उन्होंने पिछला टेस्ट जून 2022 में खेला था। हालांकि चोट के दोबारा उभरने और सर्जरी को देखते हुए इस 28 वर्षीय को पूर्ण फिटनेस हासिल करने के लिए थोड़ा अधिक इंतजार करना होगा। यह तेज गेंदबाज इसी महीने इंग्लैंड की मेहमान टीम के खिलाफ न्यूजीलैंड एकादश की ओर से अभ्यास मैच खेला था। न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने ‘एसईएन रेडियो' से कहा, ‘‘काइल के लिए यह चुनौतीपूर्ण और मुश्किल समय है। हमारे लिए बड़ा नुकसान।'' उन्होंने कहा, ‘‘जब वह टीम का हिस्सा था तो हमारे लिए शानदार खिलाड़ी था। हम उसके उबरने की कामना करते हैं।'' जेमीसन ने इससे पहले उम्मीद जताई थी कि आराम के साथ उनकी चोट ठीक हो जाएगी लेकिन इसके दोबारा उबरने पर उन्हें सर्जरी का विकल्प चुनने को बाध्य होना पड़ा। स्टीड ने कहा, ‘‘कई विश्व स्तरीय खिलाड़ियों की कमर की सर्जरी हुई है और इससे उबरने में अलग अलग समय लगता है। हम काइल को उबरने का सर्वश्रेष्ठ मौका देना चाहते हैं क्योंकि हमें पता है कि वह हमारे लिए कितना शानदार खिलाड़ी है।''
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लंदन। नयी दिल्ली स्थित ‘स्लम सॉकर' को सोमवार को इस साल के लॉरेस ‘स्पोर्ट फोर गुड' पुरस्कार के लिए नामित किया गया। ‘स्लम सॉकर' फुटबॉल परियोजना का लक्ष्य भारतीय राजधानी के बेघरों को शिक्षा मुहैया कराना और उनके स्तर में सुधार करना है। लॉरेस ‘स्पोर्ट फोर गुड' पुरस्कार एक ऐसे व्यक्ति या संगठन को मान्यता देता है जिसने खेल के माध्यम से बच्चों और युवाओं के जीवन को बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। स्लम सॉकर पुरस्कार के लिए चार अन्य उम्मीदवारों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा।
अर्जेन्टीना की विश्व कप विजेता फुटबॉल टीम के कप्तान लियोनल मेस्सी और फाइनल में हैट्रिक लगाकर गोल्डन बूट पुरस्कार जीतने वाले फ्रांस के काइलियान एमबाप्पे को लॉरेस साल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। फार्मूला वन ड्राइवर मैक्स वेरस्टापेन, टेनिस स्टार रफेल नडाल और मेस्सी 2023 के लिए नामित उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो पहले भी यह पुरस्कार जीत चुके हैं। पुरुष वर्ग के शीर्ष पुरस्कार के लिए मोंडो डुप्लांटिस और स्टेफ करी को भी नामित किया गया है।महिला वर्ग में पुरस्कार की दौड़ में शेली आन फ्रेजर प्राइस, सिडनी मैकलॉघलिन लेव्रोन, केटी लेडेकी, एलेक्सिया पुटेलास, मिकाइला शिफरिन और इगा स्वियाटेक शामिल हैं। साल की सर्वश्रेष्ठ टीम के लिए अर्जेन्टीना की पुरुष फुटबॉल टीम, रीयाल मैड्रिड, एनबीए टीम द गोल्डन स्टेट वारियर्स, ओरेकल रेड बुल रेसिंग टीम, फ्रांस की पुरुष रग्बी टीम और इंग्लैंड की महिला फुटबॉल टीम को नामित किया गया। -
नयी दिल्ली. भारतीय सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने रविवार को बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी के आखिरी दो मैचों के लिये टेस्ट टीम में अपना स्थान बरकरार रखा। भारतीय चयन समिति ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में छह विकेट की जीत के बाद टीम में कोई बदलाव नहीं किया। शानदार फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल को अंतिम एकादश में जगह नहीं दी जा रही है जबकि राहुल ने अभी तक श्रृंखला में 20, 17 और एक रन का स्कोर बनाया है। इस सलामी बल्लेबाज की खराब फॉर्म पिछले साल बांग्लादेश में शुरू हुई थी जब उन्होंने दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में टीम की अगुआई की थी। दिलचस्प बात यह है कि उन्हें आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो टेस्ट के लिये उप कप्तान चुना गया था लेकिन अंतिम दो मैचों के लिये रोहित शर्मा के साथ कोई उप कप्तान नहीं बनाया गया है। तीसरा टेस्ट एक मार्च से इंदौर में और चौथा नौ मार्च से अहमदाबाद में शुरू होगा। चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा के जाने के बाद चार चयनकर्ताओं ने टेस्ट टीम चुनने के अलावा 17 मार्च से आस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे तीन वनडे के लिये भी टीम चुनी है। बायें हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट बचे हुए दो टेस्ट के लिये टीम में वापस जुड़ गये हैं। वह बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो टेस्ट के लिये टीम का हिस्सा थे लेकिन बंगाल के खिलाफ रणजी ट्राफी फाइनल में सौराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने के लिये उन्हें ‘रिलीज' किया गया था। रणजी ट्राफी में खिताब दिलाने वाले सौराष्ट्र के कप्तान उनादकट ने सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिये वनडे टीम में भी वापसी की है जो टेस्ट श्रृंखला के बाद खेली जाएगी। उन्होंने अंतिम वनडे 2013 में खेला था लेकिन चयनकर्ताओं ने इस अनुभवी गेंदबाज पर भरोसा जताया है जिससे देश में बायें हाथ के तेज गेंदबाजों की कमी का भी अंदाजा हो जाता है। युवा अर्शदीप सिंह को हाल में वनडे में आजमाया गया था लेकिन वह आस्ट्रेलिया श्रृंखला के लिये टीम में जगह नहीं बना सके। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट के कारण सितंबर 2022 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर हैं। वह टी20 विश्व कप, बांग्लादेश दौरे, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में नहीं खेले थे और आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट और वनडे टीम का भी हिस्सा नहीं हैं। उनके 31 मार्च से शुरू हो रही इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के लिये वापसी की संभावना है। बीसीसीआई (भारतीय किकेट बोर्ड) की विज्ञप्ति में कहा गया कि रोहित पारिवारिक प्रतिबद्धताओं के कारण पहले वनडे के लिये उपलब्ध नहीं होंगे और उनकी अनुपस्थिति में हार्दिक पंड्या मैच में टीम की अगुआई करेंगे। जहां तक खराब फॉर्म में चल रहे राहुल का संबंध है तो मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि टीम प्रबंधन उन्हें पर्याप्त मौके देना चाहेगा। कोटला में रविवार को जीत दर्ज करने के बाद कप्तान रोहित ने भी आलोचनाओं में घिरे राहुल का समर्थन किया। न्यूजीलैंड के खिलाफ चुनी गयी अंतिम वनडे टीम में से शाहबाज अहमद और केएस भरत को उम्मीद के अनुसार बाहर किया गया। बीसीसीआई की विज्ञप्ति के अनुसार 50 ओवर की टीम के लिये ईशान किशन मुख्य विकेटकीपर हैं, राहुल नहीं।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और चौथे टेस्ट के लिये भारतीय टीम इस प्रकार है---
रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, उमेश यादव और जयदेव उनादकट। आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की वनडे टीम इस प्रकार है।
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल, ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या (उप कप्तान), रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, शारदुल ठाकुर, अक्षर पटेल, जयदेव उनादकट। -
नयी दिल्ली. किशोर निशानेबाज वरुण तोमर ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर काहिरा में चल रहे अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) राइफल/पिस्टल विश्व कप में भारत का खाता खोला। इस 19 वर्षीय निशानेबाज ने प्रतियोगिता के पहले दिन तीसरे स्थान के शूटऑफ में हमवतन सरबजोत सिंह को हराया। रैंकिंग राउंड के बाद इन दोनों का समान स्कोर 250.6 था। स्लोवाकिया के निशानेबाज जुराज तुजिंस्की ने इटली के पाओलो मोना को 17-15 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले क्वालीफिकेशन में वरुण ने 583 अंक हासिल करके दूसरे स्थान पर रहते हुए रैंकिंग राउंड में जगह बनाई थी, जबकि सरबजोत ने 581 अंक के साथ पांचवां स्थान हासिल किया था। जुराज क्वालीफिकेशन में भी 585 के स्कोर के साथ शीर्ष पर रहे थे। वरुण का सीनियर आईएसएसएफ विश्व कप में यह पहला पदक है।
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काकीनाडा (आंध्र प्रदेश).) ओडिशा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और बिहार ने रविवार को यहां अपने-अपने मैच जीतकर 13वीं सीनियर महिला राष्ट्रीय हॉकी चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की अपनी संभावना बढ़ा दी। ओडिशा ने पूल ए के पहले मैच में राजस्थान को 13-1 से करारी शिकस्त दी। उसकी तरफ से पूनम बारला ने पांच गोल किये। कर्नाटक ने दिन के दूसरे मैच में पूल बी में चंडीगढ़ पर 2-1 से जीत दर्ज की। पूल सी में छत्तीसगढ़ ने उत्तराखंड को 4-1 से हराया। पूल जी में मध्य प्रदेश ने मणिपुर को इसी अंतर से शिकस्त दी। दिन के अंतिम मैच में बिहार ने पूल डी में असम को 2-0 से पराजित किया।
- नयी दिल्ली।भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने दौरे के दूसरे मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका पर 8-0 से बड़ी जीत दर्ज की। मेहमान टीम ने पहले क्वार्टर में अच्छी शुरूआत की और अपने आक्रमण में अनुशासन दिखाया।टीम ने पहले ही मिनट में अनु की बदौलत पहला गोल किया। फिर उप कप्तान रूजाता डाडासो पिसाल ने नौंवे मिनट में बढ़त दोगुनी की। टीम ने 26वें मिनट में ज्योति छत्री के मैदानी गोल की बदौलत स्कोर 3-0 किया जिन्होंने अगले ही मिनट में इसे 4-0 कर दिया। दूसरे क्वार्टर के अंत में भारतीय जूनियर महिला टीम ने 29वें मिनट में दीपिका और 30वें मिनट में दो और गोल कर दिये। चोथे क्वार्टर में अनु ने 54वें और दीपिका सीनियर ने 59वें मिनट में गोल दागे।हफ्ते के शुरू में भारत ने अपना अभियान 8-1 की शानदार जीत से किया था।दक्षिण अफ्रीका का दौरा टीम की अंडर-21 एशिया कप की तैयारियों का हिस्सा है जो आगामी एफआईएच महिला हॉकी जूनियर विश्व कप के लिये क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट है। टीम अब सोमवार को अगला मैच खेलेगी जिसके बाद 24 और 25 फरवरी को उसका सामना दक्षिण अफ्रीका ‘ए' टीम से होगा।
- नयी दिल्ली। वामहस्त स्पिनर रविंद्र जडेजा की करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी (42 रन पर सात विकेट) से भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से शिकस्त देकर चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। इस जीत के साथ ही भारत ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का टिकट लगभग पक्का करने के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास रखने का अधिकार भी हासिल कर लिया। नियमों के मुताबिक श्रृंखला बराबरी पर छूटने के बाद बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी पिछली श्रृंखला जीतने वाली टीम को सौंपी जाती है। ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को दूसरी पारी में महज 52 रन और जोड़कर अपने बचे हुए नौ विकेट गंवा दिये। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों का यह हश्र जडेजा की शानदार गेंदबाजी के साथ खराब शॉट चयन के कारण भी हुआ। मैच में 10 विकेट लेने वाले जडेजा को दूसरी पारी में अनुभवी रविचंद्रन अश्विन (59 रन पर तीन विकेट) का अच्छा साथ मिला इन दोनों स्पिनरों के सामने ऑस्ट्रेलिया के सिर्फ दो बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े में रन बना सके। लक्ष्य का पीछा करते हुए खराब लय में चल रहे लोकेश राहुल (एक रन) दुर्भाग्यशाली रहे। नाथन लियोन की गेंद पर उनकी फ्लिक शॉट लेग के क्षेत्ररक्षक के पैड से टकराकर विकेटकीपर के दस्ताने में चली गयी। उनके अलावा बाकी बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को यह दिखाया कि स्पिन के खिलाफ कैसे बल्लेबाजी की जाती है। टीम ने 26.4 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।अपना 100वां टेस्ट खेल रहे चेतेश्वर पुजारा ने चौका लगाकर टीम को जीत दिलायी। वह 31 रन पर नाबाद रहे। विकेटकीपर कोणा भरत ने नाबाद 23 जबकि विराट कोहली 20 रन की पारी के दौरान सहज दिखे। भारतीय टीम के लिए यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सभी प्रारूपों में मिलाकर 100वीं जीत है। श्रृंखला का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर में एक मार्च से खेला जायेगा। दिन की शुरुआत एक विकेट पर 61 रन से आगे करते हुए ऑस्ट्रेलिया के कम से कम पांच बल्लेबाज जडेजा के खिलाफ खराब स्लॉग स्वीप पर विकेट गंवा बैठे। कुछ बल्लेबाजों ने ऑफ-मिडिल या लेग-मिडिल लाइन पर फेंकी गई गेंदों पर रिवर्स स्वीप की कोशिश की और गेंद को ज्यादा उछाल नहीं मिलने के कारण वे बोल्ड या पगबाधा हुए। शनिवार के नाबाद बल्लेबाज ट्रेविस हेड (43) और मार्नुस लाबुशेन (35) ही कुछ हद तक भारतीय स्पिनरों का सामना कर सके। लेकिन दिन के सत्र के पहले ओवर में ही ऑफ स्पिनर अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर भरत ने हेड का कैच लपक लिया और इसके बाद मैच का रुख पूरी तरह से बदल गया। स्मिथ ने अश्विन के खिलाफ स्विप लगाने का पहले से मन बना लिया था लेकिन गेंद नीचे रही और उनके पैड से टकरा गयी। स्मिथ ने मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ डीआरएस (मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ समीक्षा) लिया लेकिन उन्हें इसका फायदा नहीं हुआ। अब तक शानदार बल्लेबाजी कर रहे लाबुशेन जडेजा की तेज गेंद पर गच्चा खा गये। उन्होंने इस गेंद को बैकफुट पर जा कर खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद बल्ले के नीचे से निकल कर स्टंप पर टकरा गयी। ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद स्कोर में कोई रन इजाफा किये बिना मैट रेनशॉ (दो), पीटर हैंड्सकॉम्ब (शून्य) और कप्तान पैट कमिंस (शून्य) का भी विकेट गंवा दिया। इससे टीम का स्कोर तीन विकेट पर 95 रन से सात विकेट पर 95 रन हो गया। डेविड वॉर्नर के चोटिल होने के बाद रेनशॉ को इस मैच के लिए टीम में शामिल किया गया था लेकिन उनके पास स्पिन को खेलने की तकनीक की कमी दिखी। एलेक्स कैरी (आठ रन) और लियोन (सात) ने इसके बाद 15 रन की साझेदारी की लेकिन जडेजा ने तीन रन के अंदर इन दोनों के अलावा मैथ्यू कुहनेमैन को बोल्ड कर भारत की जीत का रास्ता खोल दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित शर्मा ने आक्रामक रूख अपनाया और पुजारा के साथ गफलत का शिकार होकर रन आउट होने से पहले 20 गेंद में 31 रन की पारी खेली। इसके बाद क्रीज पर आये विराट कोहली ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 25,000 रन पूरे करने वाले सचिन तेंदुलकर (34357 रन) के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने। कोहली और सचिन के अलावा कुमार संगकारा (28016) , रिकी पोंटिंग (27483), महेला जयवर्धने (25957) और जाक कैलिस (25534) ने इस मुकाम को छुआ है। कोहली ने हालांकि सबसे कम पारियों में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने अपनी 549वीं अंतरराष्ट्रीय पारी में इस आंकड़े को हासिल किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम था जिन्होंने 577 पारी में 25,000 रन पूरे किये थे।