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नई दिल्ली। बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा गुरुवार को तीनों प्रारूपों में 600 अंतरराष्ट्रीय विकेट तक पहुंचने वाले केवल पांचवें भारतीय गेंदबाज बन गए। ऑलराउंडर ने नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को पहले वनडे में यह उपलब्धि हासिल की।
जडेजा भारतीय गेंदबाजों के एक एलीट क्लब का हिस्साजडेजा ने मैच में अपना तीसरा विकेट लेकर यह उपलब्धि हासिल की, उन्होंने नौ ओवर में 3-26 के आंकड़े के साथ इंग्लैंड को 47.4 ओवर में 248 रन पर समेट दिया। जडेजा अब भारतीय गेंदबाजों के एक एलीट क्लब का हिस्सा हैं, जिन्होंने 600 विकेट का आंकड़ा पार कर लिया है, जो अनिल कुंबले (953), रविचंद्रन अश्विन (765), हरभजन सिंह (707) और कपिल देव (687) के सम्मानित रैंक में शामिल हो गए हैं।इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में जडेजा का प्रदर्शनजडेजा ने 15वें ओवर में आक्रमण में आने के तुरंत बाद सतह से तेज टर्न लेते हुए प्रभाव डाला। जडेजा से पहले अक्षर पटेल ने गेंदबाजी की, लेकिन वनडे सीरीज के पहले मैच में बाएं हाथ के स्पिनरों की जंग में जडेजा का अनुभव निर्णायक साबित हुआ। जडेजा ने मैच का अपना पहला विकेट जो रूट को तेज गेंद पर एलबीडब्लू आउट करके हासिल किया। इसके बाद उन्होंने जैकब बेथेल को आउट करके अहम सफलता हासिल की, जिन्होंने 51 रन बनाए थे। उनका आखिरी विकेट आदिल राशिद को क्लीन बोल्ड करके आया, जिससे उनका स्पैल शानदार रहा।अलग-अलग प्रारुपों में जडेजा का प्रदर्शन2009 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से जडेजा तीनों प्रारूपों में भारत के पसंदीदा खिलाड़ी रहे हैं। गेंदबाज, बल्लेबाज और क्षेत्ररक्षक के रूप में उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें पिछले कुछ वर्षों में एक सच्चा मैच विजेता बना दिया है। सभी प्रारूपों में उनके आंकड़े उनकी हरफनमौला प्रतिभा के बारे में बहुत कुछ बताते हैं। टेस्ट में जडेजा ने 3,370 रन के साथ 323 विकेट लिए हैं। वनडे में उन्होंने 198 मैचों में 223 विकेट लिए हैं, जिसमें दो बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है। पिछले साल भारत द्वारा 2024 टी20 विश्व कप का खिताब जीतने के बाद जडेजा ने टी20 से संन्यास ले लिया था।200 से अधिक वनडे विकेट के साथ जडेजा यह उपलब्धि हासिल करने वाले सात भारतीय गेंदबाजों में शामिल हैं, जिनमें अनिल कुंबले, कपिल देव, जवागल श्रीनाथ, जहीर खान, अजीत अगरकर और हरभजन सिंह शामिल हैं। -
नई दिल्ली। रविंद्र जडेजा और डेब्यूडेंट हर्षित राणा की शानदार गेंदबाजी के बाद शुभमन गिल के धैर्यपूर्ण अर्धशतक के दम पर भारत ने गुरुवार को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में इंग्लैंड को चार विकेट से हरा दिया।
इंग्लैंड की पूरी टीम 248 रन पर सिमटीटॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की पूरी टीम 47.4 ओवर में 248 रन पर सिमट गई। इसके बाद गिल (87) और श्रेयस अय्यर (59) के बीच 96 तथा गिल और अक्षर पटेल (52) के बीच 108 रनों की साझेदारी से भारत ने महज 38.4 ओवर में 251/6 रन बनाकर चार विकेट से जीत दर्ज की।लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को ओपनर यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा के रूप में दो शुरुआती झटके लगे। पांचवें ओवर में जायसवाल (15) को जोफ्रा आर्चर ने विकेट के पीछे कैच कराया। अगले ओवर में रोहित शर्मा (2) साकिब महमूद की गेंद पर लिवंगस्टोन को कैच दे बैठे। उस समय भारत का स्कोर 5.2 ओवर में 19 रन था।गिल, अय्यर और अक्षर पटेल ने संभाली पारीइसके बाद गिल ने अय्यर के साथ 64 गेंदों में 96 रनों की साझेदारी की। गिल एक छोर थामे रहे जबकि दूसरे छोर से अय्यर ने मात्र 36 गेंद पर 59 रनों की आतिशी पारी में दो छक्के और नौ चौके लगाए। अय्यर को जैकब बेथेल ने एलबीडब्ल्यू आउट किया, तब तक टीम 16 ओवर में 113 रन बना चुकी थी।अय्यर के बाद बल्लेबाजी करने आए अक्षर पटेल (52) ने समझदारी से खेलते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों के खूब पसीने छुड़ाए और गिल के साथ 108 रन जोड़े। आदिल राशिद की गेंद पर बोल्ड होने से पहले 47 गेंद की अपनी पारी में उन्होंने एक छक्का और छह चौके लगाए। भारत का चौथा विकेट 34वें ओवर में 221 रन पर गिरा, लेकिन तब तक मैच पूरी तरह से इंग्लैंड से दूर जा चुका था।इसके बाद भारत ने केएल राहुल (2) और शुभमन गिल के विकेट जल्दी-जल्दी गंवा दिए। गिल महमूद की शॉर्ट गेंद को खेलते हुए बटलर को ऊंचा कैच दे बैठे। हार्दिक पांड्या (9) और रविंद्र जडेजा (12) ने नाबाद रहते हुए टीम को जीत दिला दी।हर्षित राणा और ऑलराउंडर जडेजा ने तीन-तीन विकेट चटकाएजडेजा ने 39वें ओवर में महमूद की पहली गेंद पर दो रन बनाए। अगली गेंद पर चौका लगाया। तीसरी गेंद पर कोई रन नहीं बना। चौथी गेंद पर एक और चौका लगाकर उन्होंने बिना कोई और विकेट गंवाए भारत की जीत सुनिश्चित की। महमूद और राशिद के खाते में दो-दो विकेट आए जबकि आर्चर और बेथेल को एक-एक विकेट मिला।इंग्लैंड की पारी में डेब्यूटेंट हर्षित राणा और ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट चटकाए, जिससे भारत ने गुरुवार को विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) स्टेडियम में तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे में इंग्लैंड को 47.4 ओवरों में 248 रन पर समेट दिया।अपने डेब्यू मैच में फिल साल्ट द्वारा एक ओवर में 26 रन लुटाने के बाद राणा ने जोरदार वापसी करते हुए 53 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जडेजा ने 26 रन देकर तीन विकेट झटके। भारत ने एक बार फिर घरेलू मैदान पर अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखाया और जोस बटलर (52) और जैकब बेथेल (51) के जुझारू अर्धशतकों के बावजूद इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोक दिया। शुभमन गिल को प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया।संक्षिप्त स्कोरभारत 38.4 ओवर में 251/6 (शुभमन गिल 87, श्रेयस अय्यर 59, अक्षर पटेल 52; साकिब महमूद 2-47, आदिल राशिद 2-49)इंग्लैंड 47.4 ओवर में 248 रन पर ऑल आउट (जोस बटलर 52, जैकब बेथेल 51; रवींद्र जडेजा 3-26, हर्षित राणा 3-53) -
नागपुर. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने भविष्य के बारे में अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसे समय में उनके करियर के बारे में बात करना अप्रासंगिक है जब उनका ध्यान इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मुकाबलों और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर है। भारत 19 फरवरी से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैच की श्रृंखला के साथ करेगा जिसका पहला मैच बृहस्पतिवार को यहां खेला जाएगा। रोहित ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘जब तीन एकदिवसीय और चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है तो मेरे लिए अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करना कितना प्रासंगिक है। (मेरे भविष्य पर) खबरें कई वर्षों से चल रही हैं और मैं उन खबरों पर स्पष्टीकरण देने के लिए यहां नहीं हूं।'' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मेरे लिए तीन मैच (इंग्लैंड के खिलाफ) और चैंपियंस ट्रॉफी बहुत महत्वपूर्ण हैं। मेरा ध्यान इन मुकाबलों पर है और मैं देखूंगा कि इसके बाद क्या होता है।'' रोहित पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उन्होंने पांच पारियों में 6.20 की औसत से केवल 31 रन बनाए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में नहीं सोच रहे हैं लेकिन ऐसी खबरें हैं कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने उनसे चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बताने को कहा है। भारत अब एकदिवसीय क्रिकेट खेलेगा जिस प्रारूप में रोहित को सबसे अधिक सफलता मिली है। कप्तान ने जोर देकर कहा कि अतीत पर ध्यान देने के बजाय भविष्य की प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। रोहित ने कहा, ‘‘यह एक अलग प्रारूप है, अलग समय है। क्रिकेटरों के रूप में उतार-चढ़ाव आएंगे और मैंने अपने करियर में इनका बहुत सामना किया है। यह मेरे लिए कोई नई बात नहीं है। हम जानते हैं कि हर दिन एक नया दिन होता है, हर श्रृंखला एक नई श्रृंखला होती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं चुनौती का इंतजार कर रहा हूं, ना कि अतीत में क्या हुआ है इस पर ध्यान दे रहा हूं। मेरे लिए पीछे मुड़कर देखने का कोई कारण नहीं है।'' रोहित ने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित करूं कि आगे क्या होने वाला है और मेरे लिए आगे क्या है। इस श्रृंखला को शानदार तरीके से शुरू करने की कोशिश करूंगा।'' भारत ने 2023 विश्व कप में अपने दबदबे के बाद से केवल दो एकदिवसीय श्रृंखलां खेली हैं जो दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ हुईं। रोहित ने कप्तान में भारत ने आक्रामक क्रिकेट खेलते हुए विश्व कप में सिर्फ एक मैच गंवाया था जो फाइनल था। रोहित ने कहा, ‘‘हम एक खास शैली और ब्रांड की क्रिकेट खेलना चाहते हैं। चाहे इसका मतलब विश्व कप में हमने जो किया, उसे दोहराना हो, हम ऐसा करने की कोशिश करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन विश्व कप डेढ़ साल पहले हुआ था इसलिए हमें फिर से संगठित होने और यह आकलन करने की ज़रूरत है कि इस श्रृंखला के लिए क्या जरूरी है।'' रोहित ने कहा कि एकदिवसीय प्रारूप में टीम के विकेटकीपर के रूप में लोकेश राहुल और ऋषभ पंत में से किसी एक को चुनना सिरदर्दी होगी लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि पंत के अपनी भूमिका बरकरार रखने की संभावना है। राहुल ने 2023 विश्व कप के दौरान पंत की अनुपस्थिति में विकेटकीपिंग की थी और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। रोहित ने कहा, ‘‘राहुल पिछले कई वर्षों से एकदिवसीय प्रारूप में हमारे लिए विकेटकीपिंग कर रहे हैं और उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर आप पिछले 10-15 वनडे देखें तो उन्होंने वही किया है जिसकी टीम को उनसे अपेक्षा थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऋषभ भी मौजूद हैं। हमारे पास उनमें से किसी एक को खिलाने का विकल्प है। दोनों ही अपने दम पर मैच जिताने की क्षमता रखते हैं।'' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘यह अच्छी सिरदर्दी होगी कि राहुल या ऋषभ में से किसको खिलाएं। लेकिन अतीत के प्रदर्शन को देखते हुए, निरंतरता बनाए रखना भी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। -
मुंबई. भारत और मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर का मानना है कि महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) का आगामी सत्र इस साल के अंत में देश में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप की तैयारी में बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की अंडर-19 महिला टीम ने हाल ही में मलेशिया में अपना दूसरा टी20 विश्व कप खिताब जीतकर एक नया मानदंड स्थापित किया है। हरमनप्रीत ने बुधवार को मुंबई इंडियंस की सत्र पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से कहा, ‘‘डब्ल्यूपीएल बहुत बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है क्योंकि इस साल एकदिवसीय विश्व कप होना है। डब्ल्यूपीएल के बाद हमारे पास अपनी फिटनेस पर काम करने के लिए काफी समय होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारी अंडर-19 टीम लगातार ट्रॉफी जीतकर मानक स्थापित कर रही है और यह हम सभी के लिए बहुत गर्व का क्षण है।'' मुंबई इंडियंस की गेंदबाजी कोच और टीम मेंटोर (मार्गदर्शक) भारत की पूर्व दिग्गज खिलाड़ी झूलन गोस्वामी ने कहा कि उनकी टीम के पास डब्ल्यूपीएल के लिए ‘स्तरीय कोर खिलाड़ी' हैं जबकि घरेलू खिलाड़ियों ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। झूलन ने कहा, ‘‘वे सभी बहुत ही बेहतरीन खिलाड़ी हैं, उन्होंने घरेलू क्रिकेट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। उनमें से एक ने अभी-अभी अंडर-19 (टी20) विश्व कप जीता है, जी कमालिनी... और संस्कृति गुप्ता भी हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास एक बेहतरीन कोर टीम है। हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है। वे सभी बेहतरीन खिलाड़ी हैं, वे अपने खेल को अच्छी तरह समझते हैं और एक संतुलित टीम होना महत्वपूर्ण है।'' मुंबई की मुख्य कोच चार्लोट एडवर्ड्स ने कहा कि टीम भारतीय तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर पर नजर रखना जारी रखेगी जो इस समय चोटिल हैं। एडवर्ड्स ने कहा, ‘‘पूजा इस समय चोटिल है इसलिए हम इस पर बहुत जल्द ही कोई फैसला करेंगे। वह पिछले कुछ सत्र में हमारे लिए बड़ी खिलाड़ी रही हैं लेकिन हम उनकी फिटनेस पर नजर रख रहे हैं और उम्मीद है कि हम जल्द ही कुछ घोषणा कर पाएंगे।'' झूलन ने कहा कि डब्ल्यूपीएल ने महिला क्रिकेट के बारे में नजरिया बदल दिया है और जो लोग इस प्रतियोगिता में नजर आते हैं, उन्हें पहचान मिलती है। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आप घरेलू क्रिकेट में जाएं तो आप उनकी (खिलाड़ियों की) मानसिकता, खेल के प्रति उनका दृष्टिकोण देखेंगे, जो पहले नहीं था। आप देखेंगे कि वे (अब) आकर अच्छा क्रिकेट खेलना चाहते हैं, वे स्काउट को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं ताकि उन्हें डब्ल्यूपीएल में खेलने का मौका मिल सके।'' झूलन ने कहा, ‘‘इसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है। लोग उन सभी क्रिकेटरों को पहचानते हैं जिन्होंने पिछले तीन (दो) वर्षों में डब्ल्यूपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर आप अलग-अलग हिस्सों में जाते हैं - मैं बंगाल टीम के साथ यात्रा करती हूं और मुझे पता है कि हमें कभी वह पहचान नहीं मिलती थी, अब लोग अनुसरण करने लगे हैं, वे खेल को समझते हैं, वे जानना चाहते हैं कि अगला डब्ल्यूपीएल कब है, अगली नीलामी कब है।''
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देहरादून. हरियाणा की सुरुची ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 245.7 अंक के साथ महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। हरियाणा की ही पलक ने 243.6 अंक के साथ रजत पदक अपने नाम किया जबकि पंजाब की सिमरनप्रीत कौर बरार ने त्रिशूल निशानेबाजी रेंज में 218.8 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। पुरुष 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन्स में मध्य प्रदेश के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर क्वालीफाइंग दौर के बाद 598 अंक के साथ शीर्ष पर रहे। स्पर्धा में 33 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिनमें से आठ ने फाइनल में जगह बनाई। तोमर के अलावा सेना खेल नियंत्रण बोर्ड (एसएससीबी) के चैन सिंह (594), नीरज कुमार (591) और निशान बुद्धा (589), महाराष्ट्र के स्वप्निल सुरेश कुसाले (588), उत्तर प्रदेश के अखिल श्योराण (587), मध्य प्रदेश के गोल्डी गुर्जर (587) और एसएससीबी के गंगा सिंह (587) ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। पुरुष 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन्स स्पर्धा का फाइनल बृहस्पतिवार को होगा।
- मैड्रिड। क्रिस्टियानो रोनाल्डो अपना 40वां जन्मदिन उसी आत्मविश्वास और आत्मसम्मान के साथ मना रहे हैं जिस पर उन्होंने अपने सफल करियर के दौरान हमेशा गर्व किया है। रियाल मैड्रिड के पूर्व स्टार और अब सऊदी अरब में खेल रहे रोनाल्डो बुधवार को 40 साल के हो गए और उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं कि दुनिया का सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर कौन है। रोनाल्डो ने स्पेनिश टेलीविजन चैनल ला सेक्स्टा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं फुटबॉल इतिहास का सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हूं। हालांकि मैं बाएं पैर का अधिक इस्तेमाल नहीं करता लेकिन बाएं पैर से गोल करने के मामले में मैं इतिहास में शीर्ष 10 में हूं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि मैं अब तक का सबसे संपूर्ण खिलाड़ी हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं खेल में अपने दिमाग का अच्छा इस्तेमाल करता हूं। मैं अच्छी फ्री किक लेता हूं। मैं तेज दौड़ लगाता हूं। मैं दमदार हूं। मैं अच्छी कूद लगाता हूं। मैंने कभी भी खुद से बेहतर किसी को नहीं देखा।'' पुर्तगाल के इस स्टार खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सर्वाधिक 217 मैच खेले हैं जिनमें उनके नाम पर 135 गोल दर्ज हैं जो विश्व रिकॉर्ड है। रोनाल्डो ने पहले भी कई बार कहा है कि उन्हें लगता है कि वह फुटबॉल के इतिहास में अब तक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनकर उभरेंगे। जब भी उनसे इस चर्चा के बारे में पूछा गया कि उनमें और लियोनेल मेस्सी में कौन सर्वश्रेष्ठ है तो उन्होंने हमेशा अर्जेंटीना के खिलाड़ी की प्रशंसा की लेकिन वह खुद को बेहतर बताने से भी पीछे नहीं हटे।
- नयी दिल्ली। राष्ट्रीय अंडर-17 चैंपियन ज्ञान दत्तू टी इस साल फरवरी और मार्च में खेले जाने वाले डच जूनियर इंटरनेशनल और जर्मन जूनियर बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत की 17 सदस्यीय टीम की अगुवाई करेंगे। भारतीय टीम में विश्व जूनियर रैंकिंग में छठे नंबर के खिलाड़ी रौनक चौहान, आदर्शिनी श्री और युगल विशेषज्ञ भव्य छाबड़ा और परम चौधरी भी शामिल हैं। डच जूनियर इंटरनेशनल 26 फरवरी से दो मार्च तक नीदरलैंड के हार्लेम में जबकि जर्मन जूनियर टूर्नामेंट पांच से नौ मार्च तक मुलहेम एन डेर रूहर में खेला जाएगा।भारतीय टीम इस प्रकार है:पुरुष एकल: रौनक चौहान, ज्ञान दत्तू टी, सूर्याक्ष रावत, प्रणौव राम एनमहिला एकल: आदर्शिनी श्री, तनु चंद्रा, रुजुला रामू, तन्वी रेड्डी एंडलुरीपुरुष युगल: भव्य छाबड़ा/परम चौधरी, मिथिलेश पीके/विष्णु केदार कोड़ेमहिला युगल: प्रगति परिदा/विशाखा टोप्पो, अनाया बिष्ट/एंजेल पुनेरामिश्रित युगल: भव्य छाबड़ा/एंजेल पुनेरा, लैरामसांगा सी/विशाखा टोप्पो।
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नई दिल्ली। इंग्लैंड पर 4-1 से टी20 सीरीज जीतने के बाद बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज और ऑलराउंडर अभिषेक शर्मा तथा कलाई के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने बुधवार को जारी आईसीसी पुरुष टी20 रैंकिंग में हाल ही में किए गए अपडेट में बड़ी छलांग लगाई है।
अभिषेक ने हाल ही में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सीरीज के पांचवें और अंतिम मैच में 135 रनों की शानदार पारी खेलकर अपने उभरते अंतरराष्ट्रीय करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली और अब वह बल्लेबाजों की टी20 रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।अभिषेक, जो अब सबसे छोटे प्रारूप में किसी भारतीय पुरुष खिलाड़ी द्वारा बनाए गए सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड रखते हैं, शीर्ष रैंकिंग वाले ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ट्रैविस हेड से सिर्फ 26 रेटिंग अंक पीछे हैं। बल्लेबाजों की रैंकिंग में तिलक वर्मा तीसरे और कप्तान सूर्यकुमार यादव पांचवें स्थान पर हैं, जिससे शीर्ष पांच में भारतीय प्रतिनिधित्व बरकरार है।दूसरी ओर, चक्रवर्ती इंग्लैंड के खिलाफ अपने 14 विकेट और प्लेयर ऑफ द सीरीज प्रयास के दम पर पुरुष गेंदबाजों की रैंकिंग में तीन पायदान ऊपर चढ़कर दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।भारतीय टीम के अन्य खिलाड़ियों में हार्दिक पांड्या (पांच पायदान ऊपर चढ़कर 51वें स्थान पर) और शिवम दुबे (38 पायदान ऊपर चढ़कर 58वें स्थान पर) शामिल हैं, जो टी20 बल्लेबाजों की रैंकिंग में चार पायदान ऊपर चढ़कर छठे स्थान पर पहुंच गए हैं, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में पांच विकेट चटकाए थे।वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के स्पिनर अकील होसेन ने एक सप्ताह पहले इंग्लैंड के लेग स्पिनर आदिल राशिद को नंबर एक रैंकिंग गंवाने के बाद फिर से पुरुष टी20 गेंदबाज का स्थान हासिल कर लिया है। इस बीच, गाले में श्रीलंका पर ऑस्ट्रेलिया की बड़ी जीत के बाद, उसके खिलाड़ियों ने पुरुषों की टेस्ट रैंकिंग में बड़ी छलांग लगाई है।कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ ने अपने 35वें टेस्ट शतक के बाद टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में तीन पायदान की छलांग लगाकर पांचवां स्थान हासिल किया है, जबकि सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने 232 रन का अपना सर्वोच्च टेस्ट स्कोर बनाने के बाद छह पायदान की छलांग लगाकर 11वां स्थान हासिल किया है।टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में, अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन दो पायदान की छलांग लगाकर छठे स्थान पर पहुंच गए हैं और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क गाले में पहले टेस्ट में अपने प्रदर्शन के बाद दो पायदान की छलांग लगाकर 12वें स्थान पर पहुंच गए हैं। - नागपुर. फॉर्म में चल रहे रहस्यमयी स्पिनर वरूण चक्रवर्ती को इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई टी20 श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन के बाद भारत की एकदिवसीय टीम में शामिल किया गया है क्योंकि टीम प्रबंधन चाहता है कि कोलकाता नाइट राइडर्स का यह गेंदबाज ‘अपनी लय बनाए रखे'। इस बात की पूरी संभावना है कि चक्रवर्ती चैंपियंस ट्रॉफी टीम में चार विशेषज्ञ स्पिनरों में से किसी एक की जगह ले सकते हैं। उन्हें कुलदीप यादव या वाशिंगटन सुंदर में से किसी एक की जगह शामिल किया जा सकता। इन दोनों में से किसी एक को अंतिम टीम की घोषणा से पूर्व चक्रवर्ती को शामिल करने के लिए टीम से बाहर किया जा सकता है। बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि चक्रवर्ती वनडे में कैसा प्रदर्शन करते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पांच टी20 मैच की श्रृंखला में बल्लेबाजी की अनुकूल पिचों पर 9.85 के प्रभावशाली औसत से 14 विकेट लेने के लिए श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए चक्रवर्ती को इसी टीम के खिलाफ तीन एकदिवसीय और इसी महीने शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी। चक्रवर्ती को मंगलवार को भारतीय टीम के नेट सत्र के दौरान ट्रेनिंग और गेंदबाजी करते देखा गया।भारतीय उप कप्तान शुभमन गिल ने टीम के ट्रेनिंग सत्र के बाद मीडिया से कहा, ‘‘हां, वरूण चक्रवर्ती भारतीय टीम का हिस्सा हैं।'' ऐसा माना जा रहा है कि मुख्य कोच गौतम गंभीर चाहते हैं कि चक्रवर्ती लय में रहें और विराट कोहली, रोहित शर्मा और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों को गेंदबाजी करें। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में बदलाव की समयसीमा 12 फरवरी तक है और ऐसे में वह चयन के लिए मजबूत दावेदार बने हुए हैं। भारतीय टीम में अंगुली के तीन स्पिनर हैं जिसमें से दो बाएं हाथ के गेंदबाज (रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल) और एक दाएं हाथ का ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर हैं। अक्टूबर 2024 में स्पोर्ट्स हर्निया के ऑपरेशन के बाद वापसी करने वाले कुलदीप यादव टीम में एकमात्र कलाई के स्पिनर हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर ‘पीटीआई' को बताया, ‘‘फिलहाल टीम प्रबंधन चाहता है कि चक्रवर्ती इंग्लैंड श्रृंखला से पहले एकदिवसीय टीम के नेट पर गेंदबाजी करें। चक्रवर्ती लाल गेंद का क्रिकेट नहीं खेलते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘सफेद गेंद का घरेलू सत्र पहले ही समाप्त हो चुका है इसलिए मार्च के अंत में आईपीएल शुरू होने तक उन्हें किसी टूर्नामेंट में नहीं खेलना। वह अच्छी लय में हैं और वे (टीम प्रबंधन) चाहते हैं कि वह इसे जारी रखें।'' यह पूछे जाने पर कि क्या मौजूदा फॉर्म के आधार पर उन्हें एकदिवसीय श्रृंखला और उसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुने जाने की संभावना है, सूत्र ने जवाब दिया, ‘‘चयनकर्ताओं ने पहले ही चार स्पिनरों को चुन लिया है और आपके पास केवल तीन एकदिवसीय मैच हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘अगर टीम प्रबंधन वरूण को चाहता है तो उन्हें निश्चित रूप से चयन समिति के अध्यक्ष से बात करनी होगी।'' भारतीय टीम में दूसरा कलाई का स्पिनर नहीं है और चक्रवर्ती की शानदार फॉर्म उनके पक्ष में काम कर सकती है। जब चक्रवर्ती पिछली बार 2021 टी20 विश्व कप के दौरान दुबई की सपाट पिचों पर खेले थे तो उन्हें प्रभाव छोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ा था। हालांकि तब से उन्होंने काफी सुधार किया है। भारत अपने सभी मैच दुबई में खेलेगा। इंग्लैंड की टीम को पिछली श्रृंखला में चक्रवर्ती के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा था जबकि चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के विरोधियों में से एक बांग्लादेश है तो भी अक्टूबर में टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के दौरान इस स्पिनर ने काफी परेशान किया था। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को भी उनके खिलाफ खेलने का अधिक अनुभव नहीं है।
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देहरादून। मध्य प्रदेश और तेलंगाना ने मंगलवार को यहां 38वें राष्ट्रीय खेलों के दोनों वर्गों के फाइनल में केरल को हराकर क्रमश: पुरुष और महिला बास्केटबॉल तीन गुणा तीन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते। मध्य प्रदेश ने केरल के खिलाफ पुरुष वर्ग के कड़े मुकाबले में 22-20 से जीत हासिल की, जबकि तमिलनाडु ने तेलंगाना को 21-16 से हराकर कांस्य पदक जीता। महिलाओं के फाइनल में तेलंगाना ने शानदार प्रदर्शन करते हुए केरल पर 21-11 की जीत के साथ अपने खिताब का बचाव किया। तेलंगाना ने गोवा में 2023 के राष्ट्रीय खेलों में भी जीत दर्ज की थी। महिला वर्ग में कांस्य पदक मध्य प्रदेश ने जीता। टीम ने करीबी मुकाबले में तमिलनाडु को 14-12 से मात दी।
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नई दिल्ली। भारत के नंबर वन पैरा-एथलीट श्रीमंत झा ने एक बार फिर भारत का तिरंगा लहराया है। उन्होंने उज्बेकिस्तान में आयोजित वर्ल्ड पैरा-आर्म रेसलिंग कप 2025 में +85 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर पदक अपने नाम किया। श्रीमंत झा ने अपना सिल्वर मेडल भारतीय शहीद जवानों को समर्पित किया। यह टूर्नामेंट 30 जनवरी से 6 फरवरी 2025 तक होना है।
कजाकिस्तान के एलनूर को हराकर श्रीमंत झा ने रजत पदक जीता है। रजत पदक जीतने के बाद श्रीमंत झा ने नॉर्वे में यूरोपीय पैरा आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया। झा ने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अच्छी तैयारी की है और आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करेंगे। झा ने आगे कहा, “यह मेरे लिए एक विशेष जीत है। मैं हर एक मैच शहीद जवानों के सम्मान के लिए जीतता हूं। अब मैं आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करूंगा और निश्चित रूप से भारत को फिर से गौरवान्वित करने की कोशिश करूंगा।श्रीमंत छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। उन्होंने इससे पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना लोहा मनवाया है और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं और कई स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। अब तक 50 अंतरराष्ट्रीय पदक जीत चुके झा वर्ल्ड नंबर 3 और एशिया के नंबर 1 पैरा-आर्म रेसलर हैं।रजत पदक प्राप्त करने पर आर्म रेसलिंग की अध्यक्षा प्रीति झिंगयानी, छत्तीसगढ़ के आर्म रेसलिंग के अध्यक्ष जी सुरेश बाबे, चेयरमैन बृज मोहन सिंह , सचिव श्रीकांत एवं कोच ऋषभ जैन ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। -
हल्द्वानी. पेरिस ओलंपियन श्रीहरि नटराज ने रविवार को यहां 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैराकी स्पर्धा में अपना पांचवां स्वर्ण जीतकर कर्नाटक के लिए बढ़त बनाई और टीम की साथी और 14 वर्षीय धिनिधि देसिंघु की बराबरी की जिन्होंने पांच पीले पदक जीते हैं जबकि भारोत्तोलक जगदीश विश्वकर्मा ने ‘एक पैर पर खड़े' होकर पहला स्थान हासिल किया। सेना 33 पदक (17 स्वर्ण, 9 रजत, 7 कांस्य) के साथ शीर्ष पर है। उसके बाद कर्नाटक 33 पदक (15 स्वर्ण, 9 रजत, 9 कांस्य) के साथ दूसरे स्थान पर जबकि महाराष्ट्र (13 स्वर्ण, 23 रजत, 15 कांस्य) और मणिपुर (11 स्वर्ण, 9 रजत, 5 कांस्य) क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। हल्द्वानी में दिल्ली ने दिन में तैराकी पूल में दो स्वर्ण पदक जीतकर कर्नाटक के साथ बराबरी की।
नटराज ने पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक में 56.26 सेकंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता और टीम के साथी आकाश (56.36) को पछाडा। महाराष्ट्र के ऋषभ ने 56.80 सेकंड के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
यह 24 वर्षीय नटराज का छठा पदक था, इससे पहले उन्होंने चार स्वर्ण पदक जीते थे - 200 मीटर फ्रीस्टाइल, 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले, 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले मेडले और 4x200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले - और एक रजत पदक 50 मीटर फ्रीस्टाइल में। कर्नाटक ने महिलाओं की 50 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में दबदबा बनाय, जिसमें नीना ने 28.38 सेकंड में स्वर्ण पदक जीता, जबकि धीनिधि 28.80 सेकंड के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। महाराष्ट्र की रुजुता ने 29.12 सेकंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता।
यह देसिंघु का खेलों का सातवां पदक था। इससे पहले उन्होंने पांच स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीते था।
देहरादून में महाराष्ट्र के भारोत्तोलक वैष्णव ठाकुर ने पुरुषों के 102 किग्रा वर्ग में स्नैच में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया, लेकिन उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि कुल भार में उन्हें सेना के जगदीश विश्वकर्मा ने पछाड़ दिया। जगदीश ने अपना क्लीन-एंड-जर्क प्रयास ‘एक पैर पर खड़े रहकर' पूरा किया।
वैष्णव ने स्नैच वर्ग में 160 किग्रा वजन उठाया और 157 किग्रा के पिछले राष्ट्रीय रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया जो कि जगदीश के नाम था। लेकिन 175 किग्रा के खराब क्लीन एवं जर्क प्रयास के कारण वैष्णव कुल भार (335 किग्रा) में दूसरे स्थान पर रहे। स्नैच में केवल 152 किग्रा वजन उठाने में सफल रहे जगदीश ने क्लीन एवं जर्क में 193 किग्रा वजन उठाकर कुल 345 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि हरियाणा के हर्षित सहरावत (329 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता। जगदीश ने पिछली बार तरह इस बार भी अपने क्लीन एवं जर्क प्रयास के बाद अपना बायां पैर उठाया और सेकंड के एक पल के लिए केवल एक पैर पर खड़े रहे। वह हालांकि तब तक वह वजन उठा चुके थे। राष्ट्रीय खेलों में पदक सिर्फ कुल भार वर्ग पर दिये जाते है।
महिलाओं के 81 किग्रा वर्ग में चंडीगढ़ की वंशिता वर्मा ने कुल 208 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक हासिल किया, उन्होंने स्नैच में 93 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा वजन सफलतापूर्वक उठाया। पंजाब के मनप्रीत ने कुल 197 किग्रा (85 किग्रा स्नैच, 112 किग्रा क्लीन एवं जर्क) के साथ रजत पदक जीता, जबकि केरल की अंजना श्रीजीत ने कुल 196 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता। महिलाओं की 87 किग्रा स्पर्धा में तमिलनाडु की अरोकिया अलीश ने कुल 221 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, इसके बाद असम की मोधुस्मृता बरुआ ने 208 किग्रा के साथ रजत और कर्नाटक की उषा ने 197 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता। पुरुषों के 109 किग्रा वर्ग में, राजस्थान के हरचरण सिंह ने दबदबा बनाते हुए स्नैच में 160 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 187 किग्रा वजन उठाकर कुल 347 किग्रा के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। मोहम्मद जमीर हुसैन (सेना) ने कुल 337 किग्रा (150 किग्रा स्नैच, 187 किग्रा क्लीन एवं जर्क) के साथ रजत पदक जीता। हरियाणा के मनीष ने क्लीन एवं जर्क में 193 किग्रा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे और कुल 331 किग्रा वजन उठाकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। -
कुआलालंपुर. भारत ने रविवार को यहां फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप का खिताब जीता। दक्षिण अफ्रीका के 83 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 52 गेंद शेष रहते 11.2 ओवर में एक विकेट पर 84 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। गोंगाडी त्रिशा 33 गेंद में नाबाद 44 रन बनाकर भारत की ओर से शीर्ष स्कोरर रहीं। सानिका चाल्के ने भी 22 गेंद में नाबाद 26 रन की पारी खेली। इससे पहले त्रिशा (15 रन पर तीन विकेट) की अगुआई में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया जिससे दक्षिण अफ्रीका की टीम 20 ओवर में 82 रन पर सिमट गई। पारुनिका सिसोदिया (छह रन पर दो विकेट), आयुषी शुक्ला (नौ रन पर दो विकेट) और वैष्णवी शर्मा (23 रन पर दो विकेट) ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए दो-दो विकेट चटकाए। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे दक्षिण अफ्रीका ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और उसकी तरफ से माइकी वान वूर्स्ट (23) शीर्ष स्कोरर रहीं। टीम की सिर्फ चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंच पाईं जबकि चार बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाईं। भारत ने 2023 में फाइनल में इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर पहले आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप का खिताब भी जीता था।
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मुंबई. भारतीय सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के आखिरी मुकाबले में रविवार को यहां 37 गेंद में अपना शतक पूरा किया। यह खेल के सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में भारत के लिए दूसरा सबसे तेज शतक है। अभिषेक ने 11वें ओवर में ब्रायडन कार्स के खिलाफ एक रन चुराकर अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का दूसरा शतक पूरा किया। उन्होंने शतक तक पहुंचने के दौरान अपनी पारी में पांच चौके और 10 छक्के जड़े।
भारत के लिए इस प्रारूप में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम है जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ इंदौर में 2017 में 35 गेंद में शतक पूरा किया था। उन्होंने इस मैच में 43 गेंद में 118 रन की पारी खेली थी। भारत ने इस मैच को 88 रन से जीता था। टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड एस्टोनिया के सहिल चौहान के नाम है जिन्होंने सइप्रस के खिलाफ पिछले साल सिर्फ 27 गेंद में सैंकड़ा पूरा किया था। टेस्ट खेलने वालों टीमों के बीच मुकाबले में सबसे तेज टी20 शतक का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से रोहित और दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर के नाम है। मिलर ने भी बांग्लादेश के खिलाफ 2017 में 35 गेंद में शतक पूरा किया था। -
नई दिल्ली। अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर अपना खिताब बरकरार रखा।
तृषा गोंगाडी ने शानदार खेल दिखाते हुए भारत को अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप का खिताब फिर से जीतने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने रविवार को बायुमास ओवल में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हरा दिया।भारत की स्पिन गेंदबाजों ने किया बेहतरीन प्रदर्शनभारत की स्पिन गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और कुल नौ विकेट चटकाए, जिनमें से तीन तृषा को मिले। अच्छी फील्डिंग की बदौलत भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 82 रन पर समेट दिया। धीमी पिच पर यह स्कोर बड़ा नहीं था।तृषा ने 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाएलक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए तृषा ने 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए, जबकि सानिका चालके ने 22 गेंदों पर 26 रन बनाकर नाबाद रहीं। भारत ने 11.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और लगातार दूसरी बार यह खिताब जीत लिया। इससे पहले भारत ने 2023 में दक्षिण अफ्रीका में यह ट्रॉफी जीती थी।अंडर-19 महिला क्रिकेट में भारत का दबदबा बरकरारइस जीत से एक बार फिर साबित हुआ कि अंडर-19 महिला क्रिकेट में भारत का दबदबा बना हुआ है। खास बात यह रही कि भारत ने टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया और खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई जिसने सभी मुकाबले जीते।तृषा ने विकेटकीपर के पास से चौका लगाकर खेल की शुरुआत की83 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए तृषा ने विकेटकीपर के पास से चौका लगाकर शुरुआत की। फिर उन्होंने फे काउलिंग की गेंदों को कवर क्षेत्र में दो बार सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इसके बाद जी. कमलिनी ने कायला रेनेके की गेंद पर मिड-ऑन के ऊपर से चौका लगाया। तृषा ने सेशनी नायडू की लेग-स्पिन गेंदों पर शानदार शॉट खेले और चार ओवर में भारत का स्कोर 36 रन बिना किसी नुकसान के था।सानिका ने कवर और मिड-ऑफ के बीच शानदार चौका लगायापांचवें ओवर में कमलिनी आठ रन बनाकर आउट हो गईं जब उन्होंने कायला की गेंद को बाउंड्री के पार भेजने की कोशिश की, लेकिन लॉन्ग-ऑन पर कैच दे बैठीं। इसके बाद सानिका ने कवर और मिड-ऑफ के बीच शानदार चौका लगाया, जबकि तृषा ने डीप मिडविकेट और लॉन्ग-ऑन के बीच खूबसूरत शॉट खेलकर चार और रन लिए।सानिका ने मोनालिसा की गेंद पर चौका मारकर भारत को जीत दिलाईसानिका ने एश्ली वान विक के ऊपर से चौका लगाकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। फिर दोनों बल्लेबाजों ने स्ट्राइक को अच्छी तरह से रोटेट किया। सानिका ने जेम्मा बोथा की गेंद को बाउंड्री पार भेजा, फिर तृषा ने जेम्मा की गेंद को विकेटकीपर के पास से चौका लगाया। आखिर में सानिका ने मोनालिसा की गेंद को स्क्वायर लेग की ओर चौका मारकर भारत को जीत दिलाई।संक्षिप्त स्कोर: दक्षिण अफ्रीका 82 रन पर ऑल आउट (मीके वैन वूर्स्ट 23, फे काउलिंग 15; तृषा गोंगाडी 3-15, परुनिका सिसौदिया 2-6) , भारत ने 11.2 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाकर मैच जीत लिया। (तृषा गोंगाडी 44 नाबाद, सानिका चालके 26 नाबाद) कायला रेनेके 1-14)। - नयी दिल्ली। दिल्ली और रेलवे के बीच यहां अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान शनिवार को तब सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली जब तीन अति उत्साही प्रशंसक विराट कोहली से मिलने के लिए मैदान में उतर गए। प्रशंसकों के लिए अपने क्रिकेट नायकों से मिलने के लिए सुरक्षा घेरा तोड़ना आम बात है लेकिन ऐसा अक्सर अंतरराष्ट्रीय मैचों में देखने को मिलता है लेकिन कोहली की रणजी ट्रॉफी में 13 साल बाद वापसी करने के कारण दर्शक यहां स्टेडियम में पहुंच रहे हैं जबकि अमूमन रणजी ट्रॉफी मैच खाली स्टेडियम में खेले जाते रहे हैं। इस मैच में कोहली की उपस्थिति के कारण कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है लेकिन इसके बावजूद तीन प्रशंसक 20 से अधिक गार्डों के समूह को चकमा देकर मैदान पर आने में कामयाब रहे। इन तीनों प्रशंसकों को हालांकि तुरंत ही पकड़ लिया गया और वह कोहली के करीब नहीं जा पाए। दिल्ली के ऑफ स्पिनर शिवम शर्मा ने इस घटना पर कहा, ‘‘लोगों की विराट भैया के प्रति दीवानगी के कारण ऐसा हुआ। ऐसा नहीं होना चाहिए था। कोई दर्शक कुछ भी चीज लेकर मैदान में घुस सकता है। विराट भैया ने सुरक्षा कर्मियों से कहा कि किसी को मारना मत। '' यह घटना लंच से ठीक पहले घटी जब कोहली कवर पर क्षेत्ररक्षण कर रहे थे। मैच के पहले दिन भी एक प्रशंसक मैदान पर उतरकर भारतीय सुपरस्टार के पांव छूने में सफल रहा था। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने मैच के तीसरे दिन बिशन सिंह बेदी स्टैंड को बंद कर दिया था जबकि पहले दो दिन दर्शकों के लिए इसे खोल कर रखा गया था। ऐसा तब किया गया जब लगभग 500 प्रशंसक स्टैंड और ड्रेसिंग रूम को अलग करने वाली ग्रिल के पास खड़े हो गए थे। कोहली 15 गेंदों पर छह रन पर आउट होने के बाद इसके पास में बैठे थे। जो प्रशंसक कोहली को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए देखने के लिए पहुंचे थे उन्हें निराशा हाथ लगी क्योंकि दिल्ली ने रेलवे को पारी और 19 रन से हरा दिया था। इस तरह से भारतीय बल्लेबाज को दूसरी पारी में खेलने का मौका नहीं मिला। कोहली को खेलते हुए देखने के लिए पहले दिन लगभग 12000 दर्शक स्टेडियम में पहुंचे थे। कोहली को हालांकि मैच के दूसरे दिन बल्लेबाजी करने का मौका मिला। तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने पूर्व भारतीय कप्तान का ऑफ स्टंप उखाड़कर उनका बेशकीमती विकेट लिया।भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सभी खिलाड़ियों के लिए फिट होने की स्थिति में घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य कर दिया है और यही वजह थी कि कोहली इस मैच में खेले।
- पुणे। हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे के तूफानी अर्धशतक के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने शुक्रवार को यहां इंग्लैंड को चौथे टी20 अंतराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 15 रन से हराकर पांच मैच की श्रृंखला में 3-1 की विजयी बढ़त बना ली। भारत ने स्वदेश में पिछली 17 द्विपक्षीय टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखलाएं नहीं गंवाई हैं। भारत के 182 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम लेग स्पिनरों रवि बिश्नोई (28 रन पर तीन विकेट) और वरूण चक्रवर्ती (28 रन पर दो विकेट) तथा हर्षित राणा (33 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 19.4 ओवर में 166 रन पर सिमट गई। हैरी ब्रूक (51) और सलामी बल्लेबाज बेन डकेट (39) ने इंग्लैंड की जीत की उम्मीद जगाई थी लेकिन गेंदबाजों ने भारत को जोरदार वापसी दिलाई। भारत के लिए पंड्या ने 30 गेंद में चार छक्कों और इतने ही चौकों से 53 रन की पारी खेलने के अलावा दुबे (53 रन, 34 गेंद, सात चौके, दो छक्के) के साथ छठे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी की जिससे टीम 12 रन पर तीन विकेट गंवाने के बावजूद नौ विकेट पर 181 रन बनाने में सफल रही। मेजबान टीम ने अंतिम पांच ओवर में 68 रन जुटाए। इंग्लैंड की ओर से साकिब महमूद सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 35 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेमी ओवरटन ने भी 32 रन देकर दो विकेट हासिल किए। श्रृंखला का पांचवां और अंतिम टी20 रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा।
- हलद्वानी। चौदह वर्षीय प्रतिभाशाली तैराक धीनिधि देसिंघु ने राष्ट्रीय खेलों में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शुक्रवार को यहां महिलाओं की 50 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में जीत के साथ चौथा स्वर्ण पदक हासिल किया। कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाली धीनिधि ने 26.96 सेकंड के समय के साथ पहला स्थान हासिल किया, जबकि उनकी टीम की साथी नीना वेंकटेश ने कांस्य (27.34 सेकंड) और महाराष्ट्र की अवंतिका चव्हाण ने रजत (27.28 सेकंड) जीता। धीनिधि ने इससे पहले महिलाओं की 200 मीटर फ्रीस्टाइल, 100 मीटर बटरफ्लाई और 4 गुणा 100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में जीत हासिल कर मौजूदा खेलों में अब तक असाधारण प्रदर्शन किया है। कर्नाटक के शॉन गांगुली ने पुरुषों की 400 मीटर मेडले में 4:29.10 मिनट के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि गुजरात के आर्यन नेहरा (4:31.81) और मध्य प्रदेश के अद्वैत पेज (4:35.83) ने क्रमशः रजत और कांस्य हासिल किया। महाराष्ट्र के मिहिर अंब्रे ने पुरुषों की 50 मीटर फ्रीस्टाइल (23.29 सेकेंड) में स्वर्ण पदक जीता, जबकि कर्नाटक के दो बार के ओलंपियन श्रीहरि नटराज (23.37 सेकेंड) दूसरे और तमिलनाडु के जोशुआ थॉमस (23.40 सेकेंड) तीसरे स्थान पर रहे। ऋषभ दास ने पुरुषों की 200 मीटर बैकस्ट्रोक में 2:03.34 मिनट का समय लेकर महाराष्ट्र के स्वर्ण पदक में इजाफा किया, जबकि तमिलनाडु के निथिक नाथेला (2:04.75) और गुजरात के देवांश परमार (2:06.56) ने रजत और कांस्य पदक जीता।
- नयी दिल्ली । रेलवे के तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने शुक्रवार को दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में सुपरस्टार विराट कोहली के रूप में ‘अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण विकेट' लेने के बाद भारतीय क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गये हैं। रेलवे में जाने से पहले ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों के साथ दिल्ली के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेलने वाले सांगवान ने दिन के शुरुआती सत्र में भारत के पूर्व कप्तान के ऑफ स्टंप को उखाड़ा। सांगवान ने इस विकेट का जश्न पूरे जोश से मनाया। वह इस सफलता के बाद सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे।प्रथम श्रेणी का अपना 24वां मैच खेल रहे 29 साल के सांगवान ने कहा, ‘‘ यह मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण विकेट है। विराट कोहली पूरे देश के लिए प्रेरणा हैं।'' कोहली की वजह से स्टेडियम में पहुंचे हजारों प्रशंसकों ने सांगवान को अच्छा करने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने कहा, ‘‘जीवन में पहली बार मैंने इतने सारे लोगों को रणजी ट्रॉफी मैच के लिए आते देखा। यह हम सभी के लिए विशेष था।'' कोहली ने मैदान पर थोड़ा समय बिताने के बाद सांगवान के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। क्रीज के बाहर से खेलते हुए उन्होंने इस गेंदबाज के खिलाफ स्ट्रेट में चौका जड़ा। अगली गेंद पर भी उन्होंने ड्राइव करने की कोशिश की लेकिन पूरी तरह से चूक गये और गेंद ऑफ स्टंप से टकरा गयी। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के हालिया दौरे पर भी ऑफ स्टंप के करीब वाली गेंदों पर संघर्ष किया था। सांगवान से जब पूछा गया कि क्या भारतीय कप्तान के लिए उन्होंने या टीम ने कोई खास योजना बनाई थी तो उन्होंने कहा, ‘‘हमने किसी एक विशेष बल्लेबाज के लिए योजना नहीं बनाई थी। दिल्ली के अधिकांश बल्लेबाज आक्रमण करना पसंद करते हैं, इसलिए हमारी योजना गेंदबाजी अच्छी लेंथ के साथ ऑफ स्टंप के करीब रखने की थी। हरियाणा के चरखी दादरी का यह खिलाड़ी अब दिल्ली के नजफगढ़ में रहता है।दिल्ली के लिए सुमित माथुर और कप्तान आयुष बदोनी (99) ने पांचवें विकेट के लिए 133 रन की साझेदारी करके पहली पारी में बड़ी बढ़त सुनिश्चित की। बाएं हाथ के बल्लेबाज सुमित 78 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद है। दिल्ली ने रेलवे के 241 रन के जवाब में सात विकेट पर 334 रन बना लिए। सुमित ने भी कोहली से जुड़े मैच को खेलने के अनुभव के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस समय को जीवन भर याद रखूंगा। वह हमारे साथ अच्छे से घुलमिल गए हैं। उनके साथ खेलना एक अलग अनुभव है। जब तक मैं क्रिकेट खेलूंगा, मुझे यह पल याद रहेगा।'' कोहली 12 साल बाद घरेलू रेड-गेंद वाला मैच खेल रहे हैं।
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छत्तीसगढ़ की ज्ञानेश्वरी यादव को भी स्वर्ण पदक
देहरादून/हल्द्वानी, तमिलनाडु की पूर्व विश्व कप विजेता निशानेबाज नर्मदा नितिन राजू ने राष्ट्रीय खेलों में गुरुवार को यहां अपनी प्रबल प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए 10 मीटर एयर राइफल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि कर्नाटक पदक तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है। 23 वर्षीय नर्मदा ने 254.4 का स्कोर बनाकर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया तथा एशियाई खेलों की पदक विजेता रमिता जिंदल और ओलंपियन एलावेनिल वलारिवन को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। कर्नाटक ने गुरुवार को तैराकी में एक स्वर्ण और एक रजत के साथ-साथ पुरुषों की रोड साइक्लिंग स्पर्धा में भी सोने का तमगा हासिल किया। वह 12 पदक (7 स्वर्ण, 3 रजत, 2 कांस्य) लेकर पहले स्थान पर बना हुआ है। वुशु और ट्रायथलॉन में एक-एक स्वर्ण पदक जीतने के बाद मणिपुर 11 पदक (6 स्वर्ण, 5 रजत) के साथ दूसरे स्थान पर है। पिछले राष्ट्रीय खेलों में पदक तालिका में शीर्ष पर रहने वाले महाराष्ट्र ने अब तक सबसे अधिक 23 पदक (4 स्वर्ण, 11 रजत, 8 कांस्य) जीते हैं लेकिन स्वर्ण पदकों की संख्या कम होने के कारण वह तीसरे स्थान पर है। देहरादून में त्रिशूल शूटिंग रेंज में तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व कर रहीं नर्मदा ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 254.4 के स्कोर के साथ पोडियम में शीर्ष स्थान हासिल किया तथा महाराष्ट्र की आर्या बोरसे (252.5) और रमिता (230.4) को पछाड़ा। इस प्रक्रिया में उन्होंने ओलंपियन अपूर्वी चंदेला के नयी दिल्ली में 2019 विश्व कप में बनाए गए 252.9 के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस स्पर्धा का विश्व रिकॉर्ड 254.5 अंक का है जो पिछले साल नयी दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में चीन की हुआंग युटिंग ने बनाया था। इस बीच हरियाणा के 2022 विश्व चैंपियनशिप रजत पदक विजेता अनीष भानवाला ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में 31 हिट से स्वर्ण पदक जीता। सेना के गुरप्रीत सिंह 28 हिट से दूसरे और पंजाब के विजयवीर सिद्धू 26 हिट से तीसरे स्थान पर रहे। भारोत्तोलन में छत्तीसगढ़ ने दो स्वर्ण पदक जीते। उसके भारोत्तोलक विजय कुमार ने पुरुषों के 55 किग्रा भार वर्ग के क्लीन एवं जर्क में राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए स्वर्ण पदक जीता। छत्तीसगढ़ की एक अन्य भारोत्तोलक ज्ञानेश्वरी यादव ने महिलाओं के 49 किग्रा में कुल 191 किग्रा (85 किग्रा+106 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। महाराष्ट्र की सारिका शिंगारे (कुल 179 किग्रा) और हरियाणा की कोमल कोहर (179 किग्रा) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता। विजय कुमार ने स्नैच में 105 किग्रा भार उठाने के बाद क्लीन एवं जर्क में 143 किग्रा के साथ कुल 248 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। क्लीन एवं जर्क में उन्होंने महाराष्ट्र के संकेत सरगर के 2022 में बनाए गए राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की। महाराष्ट्र के खिलाड़ियों मुकुंद अहेर (कुल 247 किग्रा) और श्रीनिवास गौड़ (244 किग्रा) ने रजत और कांस्य पदक जीता। भारोत्तोलन प्रतियोगिता के शुरुआती दिन गुरुवार को महाराष्ट्र ने छह पदक (एक स्वर्ण, एक रजत, चार कांस्य) जीते। ट्रायथलॉन में भी, महाराष्ट्र ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए छह पदक (दो स्वर्ण, दो रजत, दो कांस्य) हासिल किए। -
नयी दिल्ली. राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार ने बृहस्पतिवार को संन्यास लेने की घोषणा की और अब कोच के तौर पर नयी पारी की शुरूआत करेंगे। लाइट वेल्टरवेट (64 किग्रा) में प्रतिस्पर्धा करने वाले 39 वर्षीय मुक्केबाज ने 2010 दिल्ली में अपना पहला और राष्ट्रमंडल खेलों का एकमात्र स्वर्ण पदक जीता था। वह एशियाई चैंपियनशिप में दो बार के कांस्य पदक विजेता भी हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में दूसरा और अंतिम कांस्य पदक उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट खेलों में जीता था। दो बार के ओलंपियन मनोज 2012 लंदन और 2016 रियो दि जिनेरियो दोनों में प्री क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे थे। हरियाणा के कैथल के इस मुक्केबाज ने कहा, ‘‘अब मैं 40 साल का हो गया हूं तो यह सोच समझकर लिया गया फैसला है क्योंकि अंतरराट्रीय नियमों के अनुसार एमेच्योर प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले सकता। मैं संतुष्ट हूं क्योंकि देश का प्रतिनिधित्व करते हुए मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। '' मनोज ने अपना मुक्केबाजी करियर 1997 में जूनियर स्तर पर शुरू किया था और 2021 में पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान से कोचिंग डिप्लोमा हासिल किया था। चोटों और चयन मुद्दे पर राष्ट्रीय महासंघ के साथ विवाद के कारण उनका करियर गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के बाद थम गया और वह इसके बाद किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में नहीं खेले। अब वह कुरूक्षेत्र में अपने बड़े भाई और कोच राजेश कुमार के साथ बनाई गई मुक्केबाजी अकादमी में कोचिंग देंगे।
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नयी दिल्ली. विराट कोहली का खुमार भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के सिर चढकर बोलता है और इसकी झलक यहां बृहस्पतिवार को दिल्ली और रेलवे के बीच रणजी ट्रॉफी मैच में देखने को मिली जब उनका नाम सुनते ही दर्शकों रोमांच के मारे चिल्लाने लगे और अभूतपूर्व भीड़ के कारण डीडीसीए को ऐन मौके पर अतिरिक्त इंतजाम करने पड़े । कोहली 13 साल बार रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे हैं । डीडीसीए (दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ) ने कोहली की ‘घर वापसी' वाले मैच में करीब दस हजार दर्शकों के आने का कयास लगाया था जो रणजी ट्रॉफी मैच में एक रिकॉर्ड है । कोहली का जादू ऐसा है कि सारे कयास धरे रह गए और इससे कहीं अधिक संख्या में लोग आये । खेल 9 . 30 पर शुरू होना था और इससे काफी पहले से दर्शकों की कतारें लगनी शुरू हो गई थी । डीडीसीए ने पहले 6000 की क्षमता वाला ‘ गौतम गंभीर स्टैंड' खोला लेकिन भीड़ को देखते हुए 11000 की क्षमता वाला ‘बिशन सिंह बेदी स्टैंड' खोलना पड़ा । मैदान पर मौजूद भारत के एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा ,‘‘ मैने रणजी ट्रॉफी में ऐसा कुछ कभी नहीं देखा है । अपने खेलने के दिनों में भी घरेलू क्रिकेट देखने दर्शकों को कम ही आते देखा है । यह सब एक खिलाड़ी के लिये हुआ है ।'' इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला भी उसी जगह से गुजर रहा था जो महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने राजघाट गए थे । डीडीसीए सचिव अशोक शर्मा ने कहा ,‘‘ मैं 30 साल से अधिक समय से दिल्ली क्रिकेट से जुड़ा हूं लेकिन रणजी ट्रॉफी मैच में ऐसा नजारा नहीं देखा । इससे साबित होता है कि कोहली की लोकप्रियता का कोई सानी नहीं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह इसलिये भी और चुनौतीपूर्ण हो गया क्योंकि दर्शक उसी समय स्टेडियम में आ रहे थे जब बाहर प्रधानमंत्री मोदी की वीआईपी मूवमेंट थी । कड़े प्रोटोकॉल और पुलिस के निर्देशों के बाद हमें जनता के लिये दूसरा स्टैंड खोलना पड़ा ।'' दिल्ली पुलिस ने भी स्टेडियम के भीतर कुछ अफरातफरी के बाद बयान जारी करके बताया कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है । पुलिस ने बयान में कहा ,‘‘ अतिरिक्त दरवाजे तुरंत खेल दिये गए । किसी को कोई चोट नहीं लगी है और स्थिति नियंत्रण में है ।'' आखिरी बार किसी घरेलू मैच में इस तरह की भीड़ तब देखी गई थी जब सचिन तेंदुलकर ने 2013 में हरियाणा के लाहली में मुंबई के लिये आखिरी प्रथम श्रेणी मैच खेला था । उस स्टेडियम में दर्शकों के लिये दीर्घा भी नहीं थी और 8000 दर्शक मैदान पर आये थे । अरूण जेटली स्टेडियम में गौतम गंभीर स्टैंड खचाखच भरने के बाद बिशन सिंह बेदी स्टेडियम का भी निचला हिस्सा पूरा भर गया । टॉस के समय 12000 से ज्यादा दर्शक मैदान पर थे । ‘कोहली कोहली' का शोर दूर से ही सुनाई दे रहा था जब भारत के पूर्व कप्तान दिल्ली टीम के अपने साथियों के साथ मैदान पर उतरे । कोहली को बल्लेबाजी करते देखने की दर्शकों की उम्मीद तुरंत पूरी नहीं हुई क्योंकि दिल्ली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी । लेकिन कोहली का मैदान पर होना ही दर्शकों के लिये काफी था । कोहली दूसरी स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे और उनकी हर मूवमेंट पर तालियां बज रही थी । वहीं बारहवें ओवर में एक अति उत्साहित दर्शक सुरक्षा घेरा तोड़कर उनकी तरफ भागा और उनके पैर छुए । बाद में सुरक्षाकर्मी उसे बाहर ले गए । कोहली के प्रशंसकों के समूह में आये स्कूली बच्चों ने कहा ,‘‘ हमने कोहली को देखने के लिये स्कूल से छुट्टी ली है ।'' वहीं एक गृहिणी ने कहा ,‘‘ मैं अपने बेटे के साथ सुबह छह बजे ही यहां आ गई थी । मुझे पता नहीं था कि किस गेट से अंदर जाना है । मैं कोहली को खेलते देखने ही आई हूं ।
- देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उत्तराखंड के देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस दौरान राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी। इस बात पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड के गठन का 25वां वर्ष है, देश भर के युवा इस युवा राज्य में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की सुंदर तस्वीर प्रदर्शित हुई। उन्होंने कहा कि इस बार राष्ट्रीय खेलों में कई स्थानीय खेलों को शामिल किया गया है और थीम ‘ग्रीन गेम्स’ है, क्योंकि इसमें पर्यावरण के अनुकूल वस्तुओं का उपयोग किया गया है। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान बताया कि ट्रॉफियां और पदक भी ई-कचरे से बने हैं और प्रत्येक पदक विजेता के नाम पर एक पौधा लगाया जाएगा।उत्तराखंड को विकास के नए रास्ते तलाशने चाहिएउत्तराखंड पहली बार इतने बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है। इसे देखते हुए पीएम मोदी ने सराहना की और कहा कि यह अपने आप में महत्वपूर्ण उपलब्धि है, इससे रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे और स्थानीय युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। उन्होंने आग्रह किया कि उत्तराखंड को विकास के नए रास्ते तलाशने चाहिए, क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था केवल चार धाम यात्रा पर निर्भर नहीं रह सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार इन तीर्थयात्राओं का आकर्षण बढ़ाने के लिए लगातार सुविधाएं बढ़ा रही है, हर सीजन में तीर्थयात्रियों की संख्या नए रिकॉर्ड बना रही है।उत्तराखंड में शीतकालीन आध्यात्मिक यात्राओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दियाप्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में शीतकालीन आध्यात्मिक यात्राओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस दिशा में नए कदम उठाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की और इन शीतकालीन यात्राओं का हिस्सा बनने की इच्छा प्रकट की। उन्होंने देश भर के युवाओं को सर्दियों के दौरान उत्तराखंड आने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि यहां तीर्थयात्रियों की संख्या कम होती है और साहसिक गतिविधियों के लिए कई अवसर होते हैं। उन्होंने सभी एथलीटों से राष्ट्रीय खेलों के बाद इन अवसरों का पता लगाने और लंबे समय तक देवभूमि के आतिथ्य का आनंद लेने का आग्रह किया।उन्होंने एथलीट से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आग्रह कियाअपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “एथलीट अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं और आने वाले दिनों में जमकर प्रतिस्पर्धा करेंगे, राष्ट्रीय कीर्तिमान तोड़ेंगे और नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।” उन्होंने उनसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आग्रह किया। इस बात पर जोर देते हुए कि राष्ट्रीय खेल सिर्फ खेल प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि भारत की विविधता का उत्सव मनाने वाले “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का मंच भी है।खेल 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड के 8 जिलों के 11 शहरों में होंगे आयोजितआपको बता दें, 38वें राष्ट्रीय खेल रजत जयंती वर्ष के दौरान उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित किए जा रहे हैं। ये खेल 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड के 8 जिलों के 11 शहरों में आयोजित किए जाएंगे।राष्ट्रीय खेलों की थीम “हरित खेल”राष्ट्रीय खेलों में 36 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश भाग लेंगे। गौरतलब हो, 17 दिनों में 35 खेल विधाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनमें 33 खेलों के लिए पदक दिए जाएंगे, जबकि दो प्रदर्शनी खेल होंगे। योग और मल्लखंब को पहली बार राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया गया है। इस आयोजन में देश भर से 10,000 से अधिक एथलीट भाग ले रहे हैं।इस वर्ष राष्ट्रीय खेलों की थीम “हरित खेल” है। आयोजन स्थल के पास स्पोर्ट्स फॉरेस्ट नामक विशेष पार्क विकसित किया जाएगा, जहां एथलीटों और मेहमानों द्वारा 10,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। एथलीटों के लिए पदक और प्रमाणपत्र पर्यावरण के अनुकूल और बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों से बनाए जाएंगे।
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नयी दिल्ली. स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी से पूर्व मंगलवार को यहां दिल्ली टीम के साथ ट्रेनिंग शुरू की। पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे 36 वर्षीय कोहली 30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेलेंगे जिससे इस प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता में उनकी वापसी होगी। उन्होंने अपना पिछला रणजी मुकाबला 2012 में गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश के खिलाफ खेला था। कोहली आज सुबह ठीक नौ बजे अरुण जेटली स्टेडियम पहुंचे और टीम से मिलने तथा ‘वार्म अप' के बाद उन्होंने टीम के साथियों के साथ करीब 15 मिनट तक फुटबॉल खेला। यह स्टार खिलाड़ी अपने नए साथियों के साथ सहज दिखा। दिल्ली के लगभग सभी खिलाड़ी पहली बार कोहली के साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर रहे हैं और उन्हें अपने बीच पाकर काफी उत्साहित दिखे। अभ्यास ड्रिल दिल्ली के मुख्य कोच सरनदीप सिंह के मार्गदर्शन में हुई।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक टेस्ट दौरे के बाद एकदिवसीय और टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा सहित भारत के सभी स्टार खिलाड़ी अपनी रणजी टीमों के लिए खेल रहे हैं। ऐसा भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के इस आदेश के कारण हुआ है कि खिलाड़ियों को अपने अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम से समय मिलने पर घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देनी चाहिए। रोहित (मुंबई) और ऋषभ पंत (दिल्ली) को अपनी-अपनी टीमों के लिए ज्यादा सफलता नहीं मिली लेकिन अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने सौराष्ट्र के लिए 12 विकेट चटकाए और शुभमन गिल ने पंजाब के लिए शतक बनाया। पंजाब को हालांकि शिकस्त का सामना करना पड़ा। पंत, रोहित, यशस्वी जायसवाल (मुंबई) आगामी रणजी मैच नहीं खेलेंगे क्योंकि वे छह फरवरी से नागपुर में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली एकदिवसीय श्रृंखला की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि लोकेश राहुल कर्नाटक के लिए खेलेंगे। -
नई दिल्ली। बिहार क्रिकेट संघ (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश तिवारी की अगुवाई में बिहार के सभी जिलों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए बिहार ग्रामीण लीग (बीआरएल) का आयोजन करने जा रहा है। इस लीग की खास बात है कि यह उन खिलाड़ियों के लिए है जिन्हें अभी तक जिला या राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिला है। इस कदम के साथ बिहार राज्य ग्रामीण क्रिकेट लीग आयोजित करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा कि बिहार ग्रामीण लीग (बीआरएल) का लक्ष्य गांवों, स्कूलों, कॉलेजों और ब्लॉक स्तरों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज करना और उन्हें राज्य में क्रिकेट की मुख्यधारा में लाना है। इस लीग में 13 से 23 वर्ष की आयु के खिलाड़ी भाग ले सकेंगे। चयनित खिलाड़ियों को बिहार का प्रतिनिधित्व करने के लिए बड़े मंच प्रदान किए जाएंगे।लीग की शुरुआत सभी जिलों में आयोजित टैलेंट हंट कार्यक्रमों से होगी जिसमें खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा और 16 टीमें बनाई जाएंगी। ये टीमें जिला स्तरीय टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिसमें नॉकआउट प्रारूप में मैच होंगे। प्रत्येक जिले में 15 मैच होंगे, जिसमें 8 लीग गेम, 4 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और एक फाइनल शामिल हैं।सभी जिलों में कुल 570 मैच खेले जाएंगे जिसमें जिला फाइनल में एक सेलिब्रिटी, एक स्टार क्रिकेटर और एक ब्रांड एंबेसडर शामिल होंगे। जिला स्तरीय प्रतियोगिता के बाद बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी बिहार ग्रामीण लीग सुपर लीग में प्रतिस्पर्धा करने के लिए जिला टीम बनाएंगे। इस चरण में 38 टीमें शामिल होंगी जिन्हें 8 समूहों में विभाजित किया जाएगा और लीग-कम-नॉकआउट प्रारूप का पालन किया जाएगा।5 टीमों वाले समूह 10 लीग मैच खेलेंगे, जबकि 4 टीमों वाले समूह 6 मैच खेलेंगे। प्रत्येक समूह से एक टीम नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेगी जिसके बाद 4 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और एक ग्रैंड फाइनल होगा। सुपर लीग में कुल 79 मैच होंगे जिससे बिहार ग्रामीण लीग और सुपर लीग के लिए कुल मिलाकर 649 मैच होंगे। लीग में लगभग 10,000 खिलाड़ी भाग लेंगे