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- नयी दिल्ली. फिडे सर्किट 2025 जीतकर अगले साल के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में अपनी जगह पक्की करने वाले भारतीय स्टार आर. प्रज्ञानानंदा ने मंगलवार को कहा कि वह इस साल ‘कुछ अच्छे प्रदर्शन' के बाद अब प्रतिष्ठित स्पर्धा में बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए ‘काम कर रहे हैं'। गोवा में फिडे विश्व कप में निराशाजनक अभियान के बावजूद 20 साल के प्रज्ञानानंदा लंदन शतरंज क्लासिक में अपना स्थान पक्का कर लिया। वह अगले कैंडिडेट्स में एकमात्र भारतीय पुरुष प्रतिनिधि होंगे। प्रज्ञानानंदा ने ‘एक्स' पर एक वीडियो में कहा, ‘‘फिडे ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि मैंने फिडे सर्किट 2025 जीत लिया है और कैंडिडेट्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है। मुझे यह सुनकर बहुत खुशी हुई और मैं पूरे साल अपने प्रदर्शन से कुल मिलाकर खुश हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैंने इस साल बेहतर शतरंज खेला है और मैं इससे खुश हूं। मैं अपनी पूरी टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने कुछ बुरे दौर और कुछ खराब टूर्नामेंट के दौरान भी हमेशा मुझ पर विश्वास रखा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा मेरा और भारतीय शतरंज का समर्थन करने के लिए सभी प्रशंसकों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं आप सभी का वास्तव में आभारी हूं। अब कैंडिडेट्स की दिशा में काम करने का समय है।'' कैंडिडेट्स के लिए क्वालीफाई करके प्रज्ञानानंदा ने अगले विश्व चैम्पियनशिप खिताब के लिए अखिल भारतीय मुकाबले की उम्मीदों को जीवित रखा है। वह अगर कैंडिडेट्स्स जीतते हैं तो वह विश्व चैम्पियनशिप खिताब मैच में गत चैंपियन डी. गुकेश से भिड़ेंगे। कैंडिडेट्स 28 मार्च से 16 अप्रैल 2026 तक पाफोस (साइप्रस) के पास कैप सेंट जॉर्ज होटल एंड रिजॉर्ट में आयोजित किया जाएगा। प्रज्ञानानंदा कैंडिडेट्स के पुरुष वर्ग में एकमात्र भारतीय प्रतिनिधि होंगे जबकि महिला वर्ग में में दिव्या देशमुख, कोनेरू हंपी, और आर. वैशाली भारतीय चुनौती पेश करेंगी।
- जोहानिसबर्ग. भारत के पूर्व दिग्गज टी20 खिलाड़ी रोबिन उथप्पा, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान तेज गेंदबाज डेल स्टेन और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन एसए20 लीग के आगामी सत्र के लिए कमेंट्री टीम का हिस्सा होंगे। एसए20 का चौथा सत्र 26 दिसंबर से शुरू होगा जबकि फाइनल 25 जनवरी को खेला जाएगा। भारत में एसए20 का प्रसारण जियोहॉटस्टार और स्टार स्पोर्ट्स पर किया जाएगा।अपनी पीढ़ी के महानतम तेज गेंदबाजों में शामिल स्टेन और इंग्लैंड की 2019 एकदिवसीय विश्व कप विजेता टीम के कप्तान मोर्गन के जुड़ने से कमेंट्री टीम को और मजबूती मिली है। पिछले सत्र में भी इस लीग के कमेंट्री पैनल का हिस्सा रहे उथप्पा एसए20 लीग के साथ अपना जुड़़ाव जारी रखेंगे। मंगलवार को यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार कमेंट्री पैनल में शामिल अन्य सदस्य इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन, पूर्व प्रथम श्रेणी कमेंटेटर और दिग्गज क्रिकेट विशेषज्ञ मार्क निकोलस, टी20 क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में शामिल एबी डिविलियर्स और दक्षिण अफ्रीका के उनके हमवतन जेपी डुमिनी, एश्वेल प्रिंस, क्रिस मौरिस तथा वनर्न फिलेंडर हैं। नताली जर्मानोस, एमपुमेलेलो म्बांगवा, कास नायडू, मार्क बूचर, निखिल उत्तमचंदानी, लेसेगो पू, मोत्शिदिसी मोहोनो और क्रिया गंगिया भी 34 मुकाबलों का विश्लेषण करते नजर आएंगे। दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टी20 लीग में से एक एसए20 के मुकाबलों का आयोजन डरबन, जोहानिसबर्ग, केपटाउन, पार्ल, सेंचुरियन और गक्बेरहा में किया जाएगा।
- मुंबई. सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को पूर्व भारतीय खिलाड़ी गुरशरण सिंह के उस जज्बे को याद किया जिसमें वह 1989-90 में दिल्ली के खिलाफ ईरानी कप मैच में शेष भारत के लिए हाथ में फ्रैक्चर के बावजूद 11वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आये ताकि मास्टर ब्लास्टर अपना शतक पूरा कर सके। वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में दिल्ली ने शेष भारत को 309 रनों से हरा दिया था। इस मैच में टीम के लिए सिर्फ तेंदुलकर ही डट कर बल्लेबाजी कर सके। उन्होंने नाबाद 103 रन की पारी खेली जबकि भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज डब्ल्यूवी रमन 41 रनों के साथ दूसरे सर्वोच्च स्कोरर थे। शेष भारत की टीम ने 554 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 209 रनों पर नौ विकेट गंवा दिए थे। भारत, दिल्ली और पंजाब के पूर्व खिलाड़ी गुरशरण इसके बाद हाथ में फ्रैक्चर के बावजूद 11वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे और तेंदुलकर का साथ दिया। दोनों ने अंतिम विकेट के लिए 36 रन जोड़े। तेंदुलकर का शतक पूरा होने के बाद गुरशरण रिटायर आउट हो गये। इस तरह शेष भारत की दूसरी पारी 245 रन पर सिमटी। तेंदुलकर ने यहां ‘एजियास फेडरल लाइफ इंश्योरेंस' के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘जैसा कि कहा जाता है, वादे निभाने के लिए होते हैं। मुझे लगता है कि मैं एक कदम आगे जाकर कहूंगा कि वादे निभाने के लिए होते हैं, लेकिन उन्हें पूरा भी करना होता है... और यही हमारा ‘डीएनए' है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एक घटना याद है। बहुत पहले 1989 में जब मैं ईरानी ट्रॉफी खेल रहा था। यह भारत के लिए चुने जाने से पहले एक ट्रायल मैच जैसा था। मैं 90 रन के आस पास बल्लेबाजी कर रहा था, और मेरे साथी गुरशरण सिंह को चोट लग गई थी । उनके हाथ में फ्रैक्चर था और उन्हें बल्लेबाजी नहीं करनी थी।'' तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ चयन समिति के अध्यक्ष राज सिंह डूंगरपुर ने हालांकि उन्हें मैदान पर जाकर बल्लेबाजी करने और अपने साथी (तेंदुलकर) का साथ देने के लिए कहा। गुरशरण आए और उन्होंने मुझे शतक तक पहुंचने में मदद की और उसके बाद मैं भारत के लिए खेलने के लिए चुन लिया गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद गुरशरण भी भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने।''तेंदुलकर ने कहा कि भारत के लिए टेस्ट और वनडे में एक-एक मैच खेलने वाले गुरशरण का यह कदम उनके दिल को छू गया। तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैंने मैदान पर और ड्रेसिंग रूम में उनका बहुत-बहुत शुक्रिया अदा किया क्योंकि फ्रैक्चर हाथ के साथ मैदान पर उतरना उनके लिए बहुत बड़ी बात थी।''
- चेन्नई. मॉस्को ओलंपिक में 45 साल पहले भारतीय हॉकी टीम को आठवां और आखिरी स्वर्ण दिलाने वाले कप्तान वासुदेवन भास्करन का कहना है कि वह इस इंतजार को खत्म होते देखना चाहते हैं और 2036 में टीम फिर चैम्पियन बन सकती है बशर्ते सही समय पर नये खिलाड़ियों को मौका दिया जाये । भारत ने आखिरी बार 1980 में भास्करन की कप्तानी में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था । फिर 41 साल के इंतजार के बाद तोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक जीता और पिछले साल पेरिस में उस सफलता को दोहराया । भास्करन ने कहा ,‘‘मुझे यह सुनना बिल्कुल पसंद नहीं है कि मैं आखिरी ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाली भारतीय टीम का कप्तान था । मैं चाहता हूं कि यह इंतजार खत्म हो और यह 2036 में हो सकता है । लॉस एंजिलिस ओलंपिक 2028 के बारे में नहीं कह सकता क्योंकि हमे पुरूष हॉकी टीम में अभी बदलाव की जरूरत है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ जैसे पी आर श्रीजेश के संन्यास के बाद टीम में खालीपन लग रहा है जिसे भरना होगा । ऐसे ही कम से कम चार या पांच खिलाड़ियों को जूनियर खिलाड़ियों के लिये जगह बनानी होगी । बदलाव सही समय पर और सही जगह पर होना जरूरी है ताकि नये खिलाड़ियों को तैयार होने का मौका मिल सके ।'' पहली बार 1997 में कोच रहते भारत को जूनियर विश्व कप फाइनल तक ले जाने वाले इस दिग्गज खिलाड़ी ने कहा ,‘‘ जैसे 2016 जूनियर विश्व कप के बाद हरमनप्रीत और रूपिंदर पाल जैसे खिलाड़ी मिले थे । जूनियर विश्व कप 1997 से हमे बलजीत सैनी, दिलीप टिर्की, समीर दाद, देवेश चौहान जैसे कई ओलंपियन मिले थे लिहाजा यह बदलाव की शुरूआत करने के लिये अच्छा मंच है ।'' राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी को युवा हॉकी खिलाड़ियों के लिये उत्साहजनक बताते हुए उन्होंने कहा ,‘‘ 2030 राष्ट्रमंडल खेलों में क्रिकेट और हॉकी दोनों होंगे लेकिन मुझे लगता है कि हॉकी की स्पर्धा अच्छी होगी क्योंकि राष्ट्रमंडल देशों में अच्छी हॉकी खेली जाती है और यह मिनी विश्व कप की तरह होगा । इन युवा खिलाड़ियों के लिये वह अच्छा प्लेटफॉर्म होगा।'' कोचों को टीम तैयार करने के लिये कम से कम चार साल का कार्यकाल देने की पैरवी करते हुए उन्होंने कहा कि बार बार कोच बदलने से प्रदर्शन पर असर पड़ता है । पद्मश्री से नवाजे जा चुके 75 वर्ष के भास्करन ने कहा ,‘‘मुझे लगता है कि टीम के साथ तीन कोच , सहयोगी स्टाफ, फिजियो, ट्रेनर होने चाहिये और उन्हें कम से कम चार साल तक का कार्यकाल दिया जाना जरूरी है । हम ओलंपिक से ओलंपिक या विश्व कप से विश्व कप तक की रणनीति बनाते हैं । सरकार और हॉकी इंडिया हॉकी पर इतना पैसा लगा रहे हैं तो यह भी जरूरी है कि कोच को एक टूर्नामेंट या श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के बाद बदला नहीं जाये ।'' उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल अगस्त में नीदरलैंड और बेल्जियम में होने वाले सीनियर विश्व कप और फिर एशियाई खेलों के बीच ज्यादा अंतर नहीं है लेकिन एशियाई खेलों के जरिये ओलंपिक का सीधा टिकट कटाने के लिये विश्व कप की अनदेखी करना सही नहीं होगा । एम्सटर्डम में 1973 विश्व कप रजत पदक विजेता टीम के सदस्य रहे भास्करन ने कहा ,‘‘ दोनों टूर्नामेंटों के बीच ज्यादा दिन का अंतर नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि भारत को एशियाई खेलों को लेकर ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है । हमने पचास साल से विश्व कप नहीं जीता है और इस बार चूके तो फिर चार साल इंतजार करना होगा । एशियाई खेलों में एक कठिन मैच कोरिया या जापान से होगा ।'' आखिरी बार 2006 विश्व कप में भारत के कोच रहे इस दिग्गज ने कहा ,‘‘ कोचों, ट्रेनर, वैज्ञानिक ट्रेनर को मिलकर तय करना होगा । विश्व कप में पूरी मजबूत टीम भेजी जानी चाहिये । एशियाई खेलों के जरिये ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं भी कर सके तो क्वालीफायर तो हैं ना । घबराने की क्या जरूरत है , टीम पर भरोसा होना चाहिये ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ हमारे पास 35 खिलाड़ियों का कोर ग्रुप है । ट्रेनिंग पर इतना पैसा खर्च हो रहा है । विश्व कप में दो हफ्ते खेलकर पंद्रह दिन की रिकवरी के बाद एशियाई खेलों में उतर सकते हैं ।
- नई दिल्ली। भारतीय टीम ने स्क्वैश विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ की है। ग्रुप बी के अपने पहले मैच में भारत ने स्विट्जरलैंड को 4-0 से हराया। एक्सप्रेस एवेन्यू मॉल में खेले गए मुकाबले में भारत के नेशनल चैंपियन और पुरुषों की स्क्वैश स्टैंडिंग में 45वें स्थान पर मौजूद वेलावन सेंथिलकुमार ने पहले मैच में दुनिया के 296वें नंबर के खिलाड़ी रॉबिन गडोला को 3-0 (7-6, 7-6, 7-5) से हराया।दूसरे मैच में, भारत की 17 साल की अनाहत सिंह ने सेलिन वाल्सर को 3-0 (7-1, 7-4, 7-2) से हराया। दूसरे सेट में वाल्सर ने वापसी की थी, लेकिन इसके बावजूद अनाहत ने दमदार वापसी करते हुए जीत हासिल की। अनाहत विश्व कप में सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं। तीसरे मैच में, भारत के शीर्ष रैंक वाले पुरुष स्क्वैश खिलाड़ी अभय सिंह ने लुई हाफेज को 3-0 (7-0, 7-5, 7-3) से हराया। अभय सिंह ने शुरू में मैच पर नियंत्रण बनाया था।अनुभवी खिलाड़ी जोशना चिनप्पा ने स्टेला कॉफमैन को 3-1 (7-1, 5-7, 7-2, 7-0) से हराकर स्वीप पूरा किया। 39 साल की चिनप्पा ने दूसरा गेम हारने के बाद वापसी करते हुए मैच जीता।जीत के बाद भारतीय हरिंदर पाल संधू ने कहा, “पहली जीत हासिल करके अच्छा लग रहा है। पहला मैच हमेशा थोड़ा नर्वस करने वाला होता है। घरेलू दर्शकों के सामने खेलना उनके समर्थन के साथ खेलना हमेशा अच्छा होता है। आगे के मैचों में भी हम इसी तरह के समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं। हम अपना प्रदर्शन भी बरकरार रखने की पूरी कोशिश करेंगे।”स्क्वैश विश्व कप में पिछले बार की चैंपियन इजिप्ट और उपविजेता मलेशिया सहित 12 देश हिस्सा ले रहे हैं। सभी देशों को तीन-तीन के चार ग्रुप में बांटा गया है। हर ग्रुप से टॉप दो टीमें क्वार्टर-फाइनल में पहुंचेंगी।
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गुवाहाटी. राजस्थान के संस्कार सारस्वत ने रविवार को यहां गुवाहाटी मास्टर्स के पुरुष एकल फाइनल में मिथुन मंजूनाथ को तीन गेम में हराकर अपना पहला सुपर 100 खिताब जीता। जोधपुर के 19 वर्षीय खिलाड़ी ने स्मैश की बौछार करके पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन मंजूनाथ को 21-11, 17-21, 21-13 से हराया। भारतीय खिलाड़ियों के बीच यह फाइनल 50 मिनट तक चला। हालांकि विश्व जूनियर चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता तन्वी शर्मा को महिला एकल फाइनल में चीनी ताइपे की तुंग सिउ-टोंग से 18-21 18-21 से हार का सामना करना पड़ा जिससे वह उप विजेता रहीं। पंजाब की 16 साल की खिलाड़ी पिछले हफ्ते सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300 के सेमीफाइनल में पहुंची थीं। वह पिछले साल ओडिशा मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थीं जबकि इस साल के अमेरिकी ओपन सुपर 300 और विश्व जूनियर चैंपियनशिप में भी उप विजेता रही थीं। भारतीय पुरुष युगल जोड़ी पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय और साई प्रतीक भी एकतरफा फाइनल में मलेशिया के कांग खाई जिंग और आरोन ताई की छठी वरीय जोड़ी से 13-21 18-21 से हारने के बाद दूसरे स्थान पर रहे। सारस्वत ने पिछले साल बेंगलुरु में अर्श मोहम्मद के साथ अपना पहला सीनियर राष्ट्रीय युगल खिताब जीता था और इससे पहले जूनियर एकल का खिताब भी जीता था। यह जोड़ी पिछले साल सितंबर में 31वें स्मिट कृष्णा खेतान मेमोरियल बैडमिंटन टूर्नामेंट में अंडर-19 इवेंट में उपविजेता भी रही थी। अपने दाहिने पैर पर टेप लगाकर खेलते हुए सारस्वत पहले गेम के शुरू में बढ़त बनाए थे। लेकिन मंजूनाथ ने 7-7 की बराबरी हासिल की। दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे की गलतियों का फायदा उठाया। सारस्वत ने ब्रेक तक 11-9 की मामूली बढ़त बनाई हुई थी लेकिन आक्रामक शॉट्स लगाकर इसे 14-10 तक बढ़ा दिया। मंजूनाथ अपने प्रतिद्वंद्वी के क्रॉस-कोर्ट और डाउन-द-लाइन स्मैश को समझने में संघर्ष कर रहे थे जिससे सारस्वत नौ गेम प्वाइंट तक पहुंच गए और आसानी से पहला गेम जीत लिया। दूसरे गेम में सारस्वत ने आक्रामक खेल जारी रखा और अपने तेज स्मैश से 8-2 की बढ़त बना ली जिससे मंजूनाथ दबाव में आ गए। हालांकि कर्नाटक के शटलर ने जोरदार वापसी की और लगातार पांच अंक जीतकर बराबरी की और ब्रेक तक 11-10 से आगे हो गए। मंजूनाथ ने हालांकि लय हासिल करते हुए पिछड़ने के बाद 18-16 की बढ़त हासिल कर ली। फिर सारस्वत की गलतियों ने उन्हें तीन गेम प्वाइंट दिए जिससे उन्हें निर्णायक गेम तक पहुंचने में मदद मिली। तीसरे गेम में सारस्वत आक्रामक इरादे से उतरे और 7-0 की बढ़त बना ली। मंजूनाथ कुछ समय के लिए अंतर कम करने में कामयाब रहे, लेकिन सारस्वत ने नियंत्रण बनाए रखा और ब्रेक तक 11-5 की बढ़त बना ली। फिर उन्होंने बढ़त को 14-6 तक बढ़ाया और आठ मैच प्वाइंट हासिल किए। सारस्वत ने अपने दूसरे मौके पर एक डीप रिटर्न के साथ मैच जीत लिया। सारस्वत अपने पिता राज की वजह से इस खेल में आए जो खुद एक राष्ट्रीय स्तर के एकल और युगल खिलाड़ी रह चुके हैं। वहीं महिला एकल में तन्वी और तुंग के बीच कुछ जोरदार रैलियां हुईं। भारतीय खिलाड़ी ने पहले गेम में ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बनाई हुई थी। लेकिन ताइवान की शटलर धीरे-धीरे वापसी करती गई और 16-16 से बराबरी पर पहुंच गई। फिर वह 18-16 से आगे हो गई। तन्वी के दो गलत स्मैश से तुंग ने पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में दोनों खिलाड़ी 5-5 के बाद 6-6 पर बराबरी पर थीं। तन्वी ने ब्रेक तक एक बार फिर 11-8 की बढ़त बना ली जिसमें उन्हें प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी की गलतियों का फायदा मिला। लेकिन तन्वी जल्द ही लड़खड़ा गईं और कई गलतियां कर बैठीं जिसमें नेट में चार शॉट शामिल थे। इससे तुंग ने गेम 13-13 से बराबर कर दिया। हालांकि तन्वी ने कुछ शानदार क्रॉस-कोर्ट स्मैश लगाए लेकिन वह निरंतरता बनाए रखने में नाकाम रहीं जिससे तुंग 17-16 से आगे हो गईं। दो और गलतियों ने ताइवान की शटलर को तीन मैच प्वाइंट दिला दिए। तन्वी ने एक तेज क्रॉस-कोर्ट रिटर्न से एक प्वाइंट बचाया और एक और शॉट नेट से बाहर चला गया जिस वह उप विजेता रहीं। -
विशाखापत्तनम. भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ का मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा का पिछले कुछ वर्षों में प्रदर्शन को देखते हुए उनके साथ अलग तरह का व्यवहार किया जाना चाहिए और वनडे टीम में उनकी जगह को लेकर कभी भी बहस नहीं होनी चाहिए। राष्ट्रीय चयन समिति के सदस्य और मुख्य कोच गौतम गंभीर इस सीनियर जोड़ी के 2027 विश्व कप तक फॉर्म और फिटनेस बरकरार रखने को लेकर भले ही संशय में हो सकते हैं, लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने पिछले छह वनडे मैचों में तीन शतक (कोहली के दो) और पांच अर्धशतक (रोहित के तीन) लगाकर बतला दिया है कि उनका कोई सानी नहीं है। बांगड़ ने जिओस्टार से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि टीम में विराट कोहली और रोहित शर्मा की जगह को लेकर सवाल उठाए जाने चाहिए। उनके इतने वर्षों में टीम को दिए गए योगदान पर गौर करना चाहिए।'' कोहली और रोहित अब केवल वनडे प्रारूप में ही खेलते हैं। भारत पिछले कुछ समय से इस प्रारूप में बहुत कम मैच खेल रहा है और बांगड़ का मानना है कि उन्हें लय हासिल करने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘वे दो प्रारूपों से संन्यास ले चुके हैं, इसलिए ज़ाहिर है कि उन्हें लय हासिल करने में कुछ समय लग सकता है लेकिन वे ऐसा कई बार कर चुके हैं। उन्हें किसी युवा खिलाड़ी जितने मैच खेलने की ज़रूरत नहीं है।'' बांगड़ ने कहा, ‘‘एक बार वे जब अपनी लय हासिल कर लेते हैं और पूरी तरह फिट तथा रन बनाने के लिए भूखे हैं तो आप इस तरह के खिलाड़ियों को टीम में चाहते हैं। आपको उनके साथ अलग तरह से व्यवहार करना होगा और उन्हें अपना नैसर्गिक खेल खेलने की छूट देनी होगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘‘जब वे लय में होते हैं तो आपको अंतर साफ नजर आता है। उनकी उपस्थिति मात्र से ड्रेसिंग रूम का माहौल बदल जाता है। टेस्ट श्रृंखला में हार के बाद उन्होंने निश्चित तौर पर युवा खिलाड़ियों से बात की होगी। उन्होंने खिलाड़ियों को पुरानी बातों को पीछे छोड़कर स्वच्छंद होकर खेलने के लिए प्रेरित किया होगा जिससे पूरी टीम का आत्मविश्वास बढ़ा।''
- नयी दिल्ली. भारत की विश्व कप विजेता टीम के मुख्य कोच रहे गैरी कर्स्टन को नामीबिया की राष्ट्रीय पुरुष टीम का सलाहकार नियुक्त किया गया है और वह अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारियों में मुख्य कोच क्रेग विलियम्स के साथ काम करेंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का यह टूर्नामेंट अगले साल फरवरी और मार्च में भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा। कर्स्टन ने क्रिकेट नामीबिया के एक बयान में कहा, ‘‘क्रिकेट नामीबिया के साथ काम करना वास्तव में सौभाग्य की बात है।उनका नया अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम इस बात का प्रमाण है कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि उनकी राष्ट्रीय टीमें विश्व के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करें।'' उन्होंने कहा, ‘‘नामीबिया की सीनियर पुरुष राष्ट्रीय टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है और मैं अगले साल फरवरी में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए उनकी तैयारी में योगदान देने के लिए उत्सुक हूं।'' दक्षिण अफ्रीका के पूर्व सलामी बल्लेबाज कर्स्टन ने 2004 में संन्यास लेने के बाद कोचिंग की शुरुआत की और 2007 में उन्हें भारत का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल में भारत ने 2011 का एकदिवसीय विश्व कप जीता था। बाद में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के मुख्य कोच और दुनिया भर की कई टी20 फ्रैंचाइज़ी लीग की टीमों के साथ काम किया। उन्होंने 2024 में पाकिस्तान की पुरुष टीम के मुख्य कोच के रूप में भी काम किया।
- फोर्ट लॉडरडेल. थॉमस मुलर ने लियोनेल मेस्सी के साथ लंबे समय से चली आ रही अपनी प्रतिद्वंद्विता में अक्सर बाजी मारी है लेकिन मेजर लीग सॉकर (एमएलएस) कप फुटबॉल प्रतियोगिता के शनिवार को खेले गए फाइनल में अर्जेंटीना की स्टार की तूती बोली। मुलर और मेस्सी के बीच हुए 10 मुकाबलों में से जर्मनी के स्टार ने सात में जीत हासिल की है। मुलर की मौजूदगी में जर्मन टीम ने विश्व कप में दो बार मेस्सी और अर्जेंटीना को बाहर किया है। लेकिन शनिवार को अर्जेन्टीना के सुपर स्टार ने इंटर मियामी को एमएलएस कप फाइनल में मुलर की वैंकूवर व्हाइटकैप्स पर 3-1 से जीत दिलाई।इस तरह से मेस्सी ने अपने करियर की 47वीं ट्रॉफी के साथ अपने तीसरे मेजर लीग सॉकर सत्र का समापन किया। मेस्सी ने मैच के बाद कहा, ‘‘तीन साल पहले मैंने एमएलएस में आने का फैसला किया और आज हम एमएलएस चैंपियन हैं। पिछले साल हम लीग में जल्दी बाहर हो गए थे लेकिन इस साल एमएलएस जीतना हमारा मुख्य लक्ष्य था।'' मेस्सी ने 72वें मिनट में रोड्रिगो डी पॉल को गेंद देकर गोल करने में मदद की। इसके बाद उन्होंने स्टॉपेज टाइम में एक और गोल करने में योगदान देकर इंटर मियामी को फ्रैंचाइजी इतिहास में पहली बार चैंपियनशिप दिलाई। मेसी और मुलर दोनों ही विश्व कप और चैंपियंस लीग विजेता हैं। दोनों क्लब विश्व कप विजेता भी हैं।
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विशाखापत्तनम/कुलदीप यादव और प्रसिद्ध कृष्णा की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद यशस्वी जायसवाल (नाबाद 116) की शतकीय पारी के बूते भारतीय टीम ने तीसरे और निर्णायक वनडे में शनिवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को 61 गेंद शेष रहते नौ विकेट से हराकर श्रृंखला 2-1 से जीत ली। कुलदीप (10 ओवर में 41 रन) और कृष्णा (9.5 ओवर में 66 रन) ने चार-चार विकेट लिए जिससे क्विंटन डिकॉक (106) की शतकीय पारी के बावजूद दक्षिण अफ्रीका की टीम 47.5 ओवर में 270 रन पर आउट हो गयी। भारत ने 39.5 ओवर में एक विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस तरह उसने टेस्ट श्रृंखला में मिली 0-2 की हार की निराशा को कुछ हद तक कम किया। दोनों टीमें अब नौ दिसंबर से शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में भिड़ेंगी।
जायसवाल ने अपनी नाबाद शतकीय पारी के दौरान 121 गेंदों में 12 चौके और दो छक्के लगाने के अलावा रोहित शर्मा (75) के साथ पहले विकेट के लिए 155 और विराट कोहली (नाबाद 65) के साथ दूसरे विकेट के लिए 116 रन की अटूट साझेदारी कर टीम की जीत पक्की की। रोहित ने 73 गेंद की पारी में सात चौके और तीन छक्के जड़े जिसमें लुंगी एनगिडी के खिलाफ पुल शॉट पर लगाया छक्का दिलकश था। कोहली ने भी शानदार लय जारी रखते हुए 45 गेंद की नाबाद पारी में छह चौके और तीन छक्के जड़ें। दक्षिण अफ्रीका के लिए एकमात्र सफलता केशव महाराज (40 ओवर में 44 रन को मिली।
डिकॉक ने 89 गेंद की पारी में आठ चौके और छह छक्के की मदद से 106 रन बनाने के अलावा कप्तान तेम्बा बावुमा (48) के साथ दूसरे विकेट के लिए 113 और मैथ्यू ब्रीट्जके (24) के साथ तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की। दक्षिण अफ्रीका 28वें ओवर तक दो विकेट पर 167 रन बनाकर बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन कृष्णा ने 29वें ओवर में ब्रीट्जके और एडेन मारक्रम (एक) के रूप में दो विकेट लेकर भारत को वापसी कराने के बाद डिकॉक को भी चलता किया। इसके बाद कुलदीप ने डेवाल्ड ब्रेविस (29), मार्को यानसन (17) और कोर्बिन बोश (नौ) जैसे आक्रामक बल्लेबाजों को आउट कर मैच पर भारत का दबदबा बनाये रखा। लक्ष्य का बचाव करते हुए दूधिया रोशनी में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज नयी गेंद से स्विंग हासिल कर रहे थे जिससे रोहित और जायसवाल ने शुरुआत में सतर्कता बरती। रोहित ने चौथे ओवर में एनगिडी के खिलाफ पारी का पहला चौका जड़ा तो वहीं जायसवाल ने यानसेन की गेंद पर चार रन बटोर कर हाथ खोले।। रोहित एक छोर से प्रवाहमय बल्लेबाजी कर रहे थे तो वही दूसरी ओवर से जायसवाल को तेज गेंदबाजों के खिलाफ परेशानी हो रही थी। कई बार गेंद उनके बल्ले के किनारे के पास से निकली। उन्होंने हालांकि लुंगी एनगिडी के खिलाफ छक्का जड़ दबाव कम करने की कोशिश की। रोहित ने भी आठवें ओवर में इस गेंदबाज की गेंद को दर्शकों के दर्शन कराये लेकिन टीम पावर प्ले (शुरुआती 10 ओवर) में 48 रन ही बना सकी जो 2023 के बाद टीम का सबसे कम स्कोर है। रोहित ने 11वें ओवर में ओर्टनील बार्टमैन का स्वागत शानदार चौके से किया लेकिन इस गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में जायसवाल को तीन बार चकमा दिया और हर बार गेंद उनके बल्ले के करीब से निकलकर विकेटकीपर के पास पहुंची। रोहित ने 14 ओवर में महाराज के खिलाफ एक रन चुरा 27 रन के स्कोर पर पहुंचते ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (तीनों प्रारूपों को मिला) में 20,000 रन पूरे किये। वह महान सचिन तेंदुलकर (34357), विराट कोहली (27910) और राहुल द्रविड़ (24208) के बाद ऐसा करने वाले केवल चौथे भारतीय बल्लेबाज है। उन्होंने 20वें ओवर में महाराज के खिलाफ एक रन चुराकर वनडे में अपना 61वां अर्धशतक पूरा किया और फिर बोश के लगातार दो ओवरों में दो शानदार छक्के जड़ें। दूसरे छोर से जायसवाल ने भी 75 गेंद में अपना पहला अर्धशतक पूरा कर राहत की सांस ली। उन्होंने इसके बाद आक्रामक रूख अपनाते हुए एनगिडी और फिर बार्टमैन के खिलाफ लगातार दो चौके जड़े जिससे भारतीय टीम ने 25 ओवर में 150 रन के आंकड़े को पार कर लिया। महाराज के खिलाफ बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में रोहित ब्रीट्जके को कैच देकर पवेलियन लौटे जबकि जायसवाल ने मारक्रम का स्वागत चौके से किया। कोहली ने अपनी पारी की शुरुआत में दौड़कर रन चुराने के बाद यानसेन के खिलाफ 31वें ओवर में दो चौके लगाये। कोहली ने बोश के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाकर अपने शानदार लय को जारी रखा तो वहीं जायसवाल ने 36वें ओवर में इस गेंदबाज के खिलाफ एक रन के साथ वनडे में अपना पहला शतक पूरा किया। वह खेल के तीनों अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में शतक लगाने वाले छठे भारतीय बल्लेबाज बन गये। दूसरे छोर से कोहली पूरी तरह से हावी होते हुए चौके और छक्के की बारिश करने लगे। उन्होंने बोश और फिर बार्टमैने के ओवरों में चौके और छक्के लगाने के दौरान 40 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने एनगिडी पर लगातार चौके के साथ भारत को आसान जीत दिला दी।
इससे पहले भारत 20 वनडे मैचों के लंबे अंतराल के बाद टॉस जीतने में सफल रहा। अर्शदीप सिंह (36 रन पर एक विकेट) ने टीम में वापसी कर रहे रेयान रिकल्टन को खाता खोले बगैर चलता कर पहले ओवर में ही टीम को सफलता दिला दी। डिकॉक ने चौथे ओवर में हर्षित राणा (बिना किसी सफलता के 44 रन) के खिलाफ लगातार दो चौके जड़ आत्मविश्वास हासिल किया। भारतीय गेंदबाजों ने आठवें ओवर में डिकॉक और बावुमा के खिलाफ शिकंजा कसे रखा लेकिन इसके बाद गेंदबाजी के लिए आये कृष्णा के शुरुआती दो ओवरों डिकॉक ने तीन छक्के और एक चौका जड़ रन गति को बढ़ा दिया। कृष्णा ने अपने शुरुआती दो ओवरों में 27 रन लुटाये। शुरुआती दो वनडे में संघर्ष करने वाले डिकॉक ने रविंद्र जडेजा (50 रन पर एक विकेट) के खिलाफ छक्के के साथ 16वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया। दूसरे छोर से एकाग्रता के साथ बल्लेबाजी कर रहे तेम्बा बावुमा ने जडेजा के खिलाफ रिवर्स स्वीप पर शानदार चौका लगाने के बाद एक रन के साथ 19 ओवर में दक्षिण अफ्रीका के रनों का शतक पूरा किया। वह हालांकि इस गेंदबाज की धीमी गेंद से सामंजस्य बिठाने में नाकाम रहे और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर कोहली के हाथों में चली गयी। डिकॉक ने जडेजा के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ दिया तो वहीं क्रीज पर कुछ समय बिताने के बाद शानदार लय में चल रहे ब्रीट्जके ने तिलक वर्मा की लगातार गेंदों पर दो बड़े छक्के लगाये। कृष्णा ने अपने दूसरे स्पैल में शानदार वापसी की। उन्होंने पारी के 29वें ओवर में ब्रीट्जके को पगबाधा करने के बाद पिछले मैच के शतकवीर मारक्रम को एक रन पर चलता कर दो झटके दिये। इन दो झटकों से बेपरवाह डिकॉक ने राणा के खिलाफ छक्के के साथ 80 गेंद में अपना 23वां वनडे शतक पूरा किया। ब्रेविस ने इसी ओवर में चौके से अपना खाता खोलने के बाद अर्शदीप की गेंद को दर्शकों के पास पहुंचाया। कृष्णा ने डिकॉक को बोल्ड कर उनकी शतकीय पारी पर विराम लगाया। ब्रेविस और यानसन ने इसके बाद आक्रामक बल्लेबाजी से 35 रन की साझेदारी के दौरान भारतीय गेंदबाजों को परेशान करना जारी रखा लेकिन कुलदीप ने अपनी फिरकी पर दोनों को पवेलियन की राह दिखा दी। कुलदीप ने अपनी गेंद पर ही बोश (नौ) का कैच लपक कर दक्षिण अफ्रीका के बड़ा स्कोर खड़ा करने का सपना तोड़ दिया। उन्होंने इसके बाद लुंगी एनगिडी को पगबाधा किया जबकि कृष्णा ने ओर्टनील बार्टमैन को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका की पारी समेटने की औपचारिकता पूरी की। केशव महाराज 20 रन पर नाबाद रहे। -
अबु धाबी. गेंदबाजी में विविधता के लिए पहचाने जाने वाले रहस्यमयी स्पिनर सुनील नारायण ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया जब वह प्रतिस्पर्धी टी20 क्रिकेट में 600 विकेट चटकाने वाले पहले गेंदबाज बने। वेस्टइंडीज के नारायण ने बुधवार को यहां शारजाह वारियर्स के खिलाफ अबु धाबी नाइट राइडर्स की ओर से खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की। त्रिनिदाद के इस 37 वर्षीय क्रिकेटर ने टॉम एबेल को आउट करके यह उपलब्धि हासिल की। उनकी यह उपलब्धि टी20 प्रारूप में महानतम गेंदबाजों में से एक के रूप में नारायण के दर्जे को और मजबूत करती है। मैच के बाद अबु धाबी नाइट राइडर्स ने नारायण के विशेष जर्सी दी जिसमें 600 अंक लिखा था जो उनकी अभूतपूर्व उपलब्धि को दर्शाता है।
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दुबई. स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची में पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में मैच विजयी शतकीय पारी की बदौलत बुधवार को जारी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की नवीनतम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाजी रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंच गए। कोहली ने रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 120 गेंद में 135 रन की पारी खेली जो 50 ओवर के प्रारूप में उनका 52वां शतक था। उनकी पारी की बदौलत भारत ने 17 रन से जीत दर्ज की। सैंतीस साल के कोहली के अब 751 रैंकिंग अंक हैं। वह शीर्ष पर बरकरार पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (783), न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल (766) और अफगानिस्तान के इब्राहिम जादरान (764) से पीछे हैं। कोहली ने भारत के एकदिवसीय कप्तान शुभमन गिल को पीछे छोड़ा जो गर्दन की चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैच की मौजूदा श्रृंखला से बाहर होने के कारण पांचवें स्थान पर खिसक गए। भारत के सीमित ओवरों के मुकाबलों के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान लगी चोट से उबर रहे श्रेयस अय्यर नौवें स्थान पर बने हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच में चार विकेट चटकाने वाले बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव गेंदबाजों की सूची में एक स्थान के फायदे से छठे पायदान पर हैं। टेस्ट बल्लेबाजों की सूची में भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल नौवें स्थान पर बने हुए हैं जबकि गिल एक स्थान के नुकसान ने 12वें पायदान पर हैं। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी 12वें से 14वें स्थान पर खिसक गए हैं।
टेस्ट गेंदबाजों की सूची में भारत के शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह 879 अंक के साथ शीर्ष पर बरकरार हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज मैट हेनरी (846) पर 33 अंक की बढ़त बना रखी है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैच की टेस्ट श्रृंखला में कमजोर प्रदर्शन के बाद तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज 11वें से 13वें जबकि कुलदीप 13वें से 15वें स्थान पर खिसक गए। टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में भारत के अभिषेक शर्मा और वरुण चक्रवर्ती ने क्रमश: बल्लेबाजों और गेंदबाजों की रैंकिंग में अपना शीर्ष स्थान कायम रखा है। -
रायपुर/ सलामी बल्लेबाज एडेन मारक्रम के शतक के बाद मैथ्यू ब्रीट्जके और डेवाल्ड ब्रेविस के अर्धशतक से दक्षिण अफ्रीका ने विराट कोहली और रुतुराज गायकवाड़ शतकों पर पानी फेरते हुए भारत को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में चार विकेट से हराकर तीन मैच की श्रृंखला 1-1 से बराबर की। भारत के 259 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने मारक्रम की 98 गेंद में 10 चौकों और चार छक्कों से 110 रन की पारी और ब्रीट्जके (68 रन, 64 गेंद, पांच चौके) तथा ब्रेविस (54 रन, 34 गेंद, पांच छक्के, एक चौका) के अर्धशतक से 49.2 ओवर में छह विकेट पर 262 रन बनाकर जीत दर्ज की। यह विदेशी सरजमीं पर लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी जीत है जबकि भारत के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए किसी भी टीम की संयुक्त रूप से सबसे बड़ी जीत है। ऑस्ट्रेलिया ने भी इससे पहले भारत के खिलाफ 359 रन के लक्ष्य को हासिल किया था। ब्रीट्जके और ब्रेविस ने चौथे विकेट के लिए 64 गेंद में 92 रन की आक्रामक साझेदारी भी की जबकि मारक्रम ने कप्तान तेम्बा बावुमा (46) के साथ दूसरे विकेट के लिए 101 और ब्रीट्जके के साथ तीसरे विकेट के लिए 70 रन जोड़े। कोहली (102 रन, 93 गेंद, सात चौके, दो छक्के) ने इससे पहले रिकॉर्ड में सुधार करने वाला 53वां और लगातार दूसरा शतक जड़ने के अलावा गायकवाड़ (105 रन, 83 गेंद, 12 चौके, दो छक्के) के साथ तीसरे विकेट के लिए 195 रन की सझेदारी भी की जिससे भारत ने पांच विकेट पर 358 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। कप्तान लोकेश राहुल ने भी नाबाद 66 रन बनाए। कोहली और गायकवाड़ की यह साझेदारी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस विकेट की भारत की सबसे बड़ी साझेदारी है। लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने पांचवें ओवर में ही क्विंटन डिकॉक (08) का विकेट गंवा दिया जो अर्शदीप सिंह (54 रन पर दो विकेट) की गेंद को हवा में लहराकर मिड ऑन पर वाशिंगटन सुंदर को कैच दे बैठे। मारक्रम और बावुमा ने इसके बाद पारी को संभाला। मारक्रम ने हर्षित राणा (70 रन पर एक विकेट) पर चार चौके मारने के बाद प्रसिद्ध कृष्णा (85 रन पर दो विकेट) पर पारी का पहला छक्का जड़ा। बावुमा ने भी रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन पर चौके मारे।
मारक्रम ने कुलदीप यादव पर एक रन के साथ अर्धशतक पूरा किया। वह हालांकि 53 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब कुलदीप की गेंद पर लॉन्ग ऑफ पर यशस्वी जायसवाल ने कैच टपका दिया और गेंद छह रन के लिए चली गई। बावुमा ने प्रसिद्ध पर छक्का जड़ा लेकिन अगली गेंद को पुल करने की कोशिश में बाउंड्री पर हर्षित को कैच दे बैठे। मारक्रम ने कई आक्रामक शॉट खेले। उन्होंने जडेजा की लगातार गेंदों पर छक्के और चौके के बाद एक रन के साथ 88 गेंद में शतक पूरा किया। मारक्रम हालांकि धीमी शॉर्ट गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में लॉन्ग ऑन पर गायकवाड़ के हाथों लपके गए। ब्रीट्जके और ब्रेविस ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका का पलड़ा भारी किया। ब्रेविस ने कुलदीप और प्रसिद्ध पर छक्के के साथ तेवर दिखाए। ब्रेविस ने हर्षित पर लगातार दो छक्कों के बाद कुलदीप पर छक्के के साथ अर्धशतक पूरा किया लेकिन अगली गेंद पर फिर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में लॉन्ग ऑन पर जायसवाल के हाथों लपके गए। प्रसिद्ध ने इसके बाद ब्रीट्जके को पगबाधा किया जबकि अर्शदीप ने मार्को यानसेन (02) को पवेलियन भेजा।
दक्षिण अफ्रीका को अंतिम पांच ओवर में 27 रन की जरूरत थी लेकिन टॉनी डिजॉर्जी 17 रन बनाने के बाद पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रिटायर्ड हर्ट हो गए लेकिन कोर्बिन बॉश (नाबाद 29) ने टीम को जीत दिला दी। इससे पहले भारत को एक बार फिर टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। टीम की शुरुआत खराब रही। रोहित शर्मा (14) ने नांद्रे बर्गर के पांचवें ओवर में लगातार तीन चौके मारे लेकिन इसी ओवर में विकेटकीपर डिकॉक को कैच दे बैठे। जायसवाल (22) ने अच्छी शुरुआत की लेकिन मार्को यानसेन (63 रन पर दो विकेट) की उछाल लेती गेंद पर स्क्वायर लेग पर कोर्बिन बॉश के हाथों लपके गए। पावर प्ले के भीतर भारत का स्कोर दो विकेट पर 62 रन हो गया। फॉर्म में चल रहे कोहली और गायकवाड़ ने इसके बाद मोर्चा संभाला। रांची में असहज नजर आने वाले गायकवाड़ ने यहां कोहली के साथ शानदार साझेदारी की और दोनों ने मैदान के चारों तरफ शॉट खेले। कोहली ने फरवरी 2018 में डरबन में अजिंक्य रहाणे के साथ 189 रन की साझेदरी की थी लेकिन कुछ मायनों में गायकवाड़ के साथ इस साझेदारी का उन्होंने अधिक लुत्फ उठाया होगा क्योंकि महाराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने उनकी ही शैली में बल्लेबाजी की। दोनों बल्लेबाजों ने स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी और कुछ मौकों पर आसानी से एक रन को दो रन में बदला। गायकवाड़ ने आत्मविश्वास हासिल करने के बाद कई आकर्षक शॉट खेले। उन्होंने मारक्रम की गेंद पर एक रन के साथ अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया। कोहली ने भी लुंगी एनगिडी की गेंद पर एक रन के साथ 47 गेंद में अर्धशतक जड़ा।
अर्धशतक पूरा करने के बाद गायकवाड़ ने केशव महाराज पर दो चौके जड़े और फिर 28वें ओवर में भी इस स्पिनर पर दो चौके और एक छक्का मारा। उन्होंने 34वें ओवर में कोर्बिन बॉश पर लगातार दो चौकों के साथ 77 गेंद में अपने करियर का पहला शतक पूरा किया। शतक पूरा करने के तुरंद बाद गायकवाड़ ने यानसेन की गेंद पर टॉनी डिजॉर्जी को कैच थमाया।
कोहली ने भी यानसेन की गेंद पर एक रन के साथ 53वां शतक पूरा किया लेकिन फिर एनगिडी की गेंद पर मारक्रम को कैच दे बैठे। अंतिम ओवरों में भारत ने धीमी बल्लेबाजी की लेकिन राहुल ने 43 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों से नाबाद 66 रन की पारी खेलकर टीम का स्कोर 350 रन के पार पहुंचाया। -
सैंटियागो (चिली). हिना बानो और कनिका सिवाच की हैट्रिक की बदौलत भारत ने सोमवार को यहां नामीबिया को 13-0 से हराकर जूनियर महिला हॉकी विश्व कप में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। हिना (35 वां , 35 वां, 45 वां मिनट) और कनिका (12 वां, 30 वां, 45 वां मिनट) के गोलों के अलावा साक्षी राणा (10 वां, 23 वां मिनट) ने दो गोल किए, जबकि बिनीमा धान (14 वां मिनट), सोनम (14 वां मिनट), साक्षी शुक्ला (27 वां मिनट), इशिका (36 वां मिनट) और मनीषा (60 वां मिनट) ने भी गोल किए। इस जीत के साथ भारत तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया।
भारत ने शुरुआती क्वार्टर में चार मिनट के अंदर चार गोल कर अपना दबदबा कायम करने के बाद नामीबिया को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। साक्षी ने शानदार रिवर्स फ्लिक से गोल कर खाता खोला और कनिका ने एक दमदार फिनिश के साथ भारत की बढ़त दोगुनी कर दी। बिनिमा ने टीम के लिए तीसरा गोल किया, जबकि सोनम ने कुछ बेहतरीन तालमेल के बाद चौथा गोल दागा, जिससे शुरुआती पंद्रह मिनट में भारत 4-0 की बढ़त बना चुका था। टीम ने दूसरे क्वार्टर में अपनी बढ़त को 7-0 और तीसरे क्वार्टर के बाद 12-0 कर लिया।आखिरी क्वार्टर की शुरुआत में कुछ बदलाव करते हुए भारत ने लगातार मौके बनाए और बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को भी अपनी छाप छोड़ने का मौका मिला। मनीषा ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके भारत को 13-0 से आगे कर दिया। -
नयी दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने सोमवार को विश्व कप विजेता भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को अपना ब्रांड दूत नियुक्त किया। बैंक ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि हरमनप्रीत उसकी पहली महिला ब्रांड दूत हैं।
इस मौके पर हरमनप्रीत को उनके नाम की पीएनबी जर्सी और विशेष रूप से उत्कीर्ण पीएनबी बल्ला भेंट किया गया। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘यह सचमुच अवास्तविक लगता है। मेरा पीएनबी में खाता तब से है जब मैं 18 साल थी। मेरा पहला खाता पीएनबी मोगा शाखा में था। आज यहां बैंक की ब्रांड दूत के रूप में उपस्थित होना मेरे लिए सम्मान की बात है।'' -
रांची. दक्षिण अफ्रीका के हरफनमौला मार्को यानसन ने कहा कि विराट कोहली जैसे विश्वस्तरीय बल्लेबाज को एक बार जम जाने के बाद रन बनाने से रोकना लगभग असंभव हो जाता है तथा स्वीकार किया कि इस भारतीय स्टार की सूत्रधार की भूमिका निभाने की क्षमता उन्हें गेंदबाजी करने के लिए सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वियों में से एक बनाती है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच यहां खेले गए पहले वनडे में कोहली ने शतक लगाया जिससे भारतीय टीम यह मैच जीतने में सफल रही। यानसन ने कहा कि विश्वस्तरीय बल्लेबाजों के सामने गेंदबाज के पास शुरू में ही कुछ अवसर होते हैं। यानसन ने कहा, ‘‘ जब आप विश्वस्तरीय बल्लेबाजों को गेंदबाजी करते हैं तो उन्हें आउट करना काफी मुश्किल होता है। मैं हमेशा बल्लेबाज़ को उसकी पहली 10 या 15 गेंदों पर आउट करने की कोशिश करता हूं क्योंकि वह तब विकेट से सामंजस्य बिठाने की कोशिश कर रहा होता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन एक बार जब वह लय हासिल कर लेते हैं तो उन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है। ऐसी परिस्थितियों में आप प्लान बी या सी पर चलते हैं।'' कोहली ने रविवार को अपना 52वां वनडे शतक जड़कर भारत को 17 रन से जीत दिलाई जिससे मेज़बान टीम ने तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली। यानसन ने भारत के 2017-18 के दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान 17 वर्षीय नेट गेंदबाज के रूप में पहली बार कोहली को गेंदबाजी की थी। उन्होंने कहा कि आधुनिक क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में से एक कोहली के लिए गेंदबाजी करने की चुनौती निराशाजनक और सुखद दोनों है। यानसन ने कहा,‘‘ उन्हें खेलते हुए देखना अच्छा लगता है। हम बचपन से ही उन्हें टीवी पर खेलते हुए देखे थे। अब उन्हें गेंदबाजी करना चुनौती भरा जरूर होता है लेकिन यह मजेदार भी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ वह ड्राइव अच्छी करता है, पुल अच्छा करता है, कट अच्छा करता है, पैड का अच्छा इस्तेमाल करता है। मुझे नहीं लगता कि ज़्यादा कुछ बदला है। बस वह अधिक से अधिक समय तक बल्लेबाजी करना चाहता है।'' यानसन ने कहा, ‘‘हमने बहुत खराब गेंदबाजी नहीं की। उन्होंने शुरुआती विकेट लिए, हम बैकफुट पर थे, फिर हमने वापसी की। यह बस एक के बाद एक अच्छी चीजें जोड़ने की बात है, जैसा कि हम टेस्ट टीम में करते आ रहे हैं।'' दक्षिण अफ्रीका के नियमित कप्तान तेम्बा बावुमा को रांची वनडे के लिए आराम दिया गया और उनकी जगह एडेन मार्क्रम ने कप्तानी की।
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नयी दिल्ली. भारत ने हांगकांग में आयोजित हांगकांग मास्टर्स एशिया कप 2025 में 40 वर्ष से अधिक उम्र के पुरूष और महिला मास्टर्स वर्ग में स्वर्ण पदक जीते । हांगकांग फुटबॉल क्लब पर 26 से 30 नवंबर तक हुई विश्व मास्टर्स हॉकी एशिया चैम्पियनशिप में भारतीय पुरूष टीम ने ग्रुप चरण में हांगकांग को 4.0 और 5.4 से तथा सिंगापुर को 4 . 0 और 3 . 2 से हराकर शीर्ष स्थान हासिल किया। महिला वर्ग में भारत ने ग्रुप चरण में सिंगापुर को 7.2 से हराया जबकि हांगकांग से 1.1 से ड्रॉ खेला । न्यूजीलैंड के खिलाफ उसे 2 . 4 से पराजय झेलनी पड़ी लेकिन फाइनल में हांगकांग को 2.0 से हराकर खिताब जीता । हॉकी इंडिया ने दोनों टीमों की तस्वीरें साझा करते हुए एक्स पर लिखा, चैम्पियंस ऐसे दिखते हैं । भारत की महिला और पुरूष टीमों ने एशियाई मास्टर्स हॉकी कप में स्वर्ण पदक जीतकर तिरंगे का परचम लहराया।
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नयी दिल्ली. राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में पिस्टल, राइफल और शॉटगन स्पर्धाओं में रिकॉर्ड 16000 से अधिक निशानेबाजों ने क्वालीफाई किया है। सोमवार से शुरू हुई इस वार्षिक प्रतियोगिता के पिछले सत्र में 13500 से अधिक निशानेबाजों ने हिस्सा लिया था। शॉटगन स्पर्धाओं की शुरुआत सोमवार को तुगलकाबाद की कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज पर हुई जबकि पिस्टल और राइफल स्पर्धाएं क्रमश: दिल्ली और भोपाल में 11 दिसंबर से शुरू होंगी। अगले एक महीने में तीनों स्पर्धाओं में सात वर्ग में प्रतिस्पर्धाएं होंगी जिसमें सुपर मास्टर्स (70 वर्ष और इससे अधिक), सीनियर मास्टर्स (60 से 70 वर्ष), मास्टर्स (45 से 60 वर्ष), सीनियर (ओपन), जूनियर (21 वर्ष), युवा (19 वर्ष या पहले) और सब यूथ (16 वर्ष या पहले) वर्ग शामिल हैं। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘निशानेबाज ने चाहे जिस भी वर्ग या वर्गों के तहत पंजीकरण किया हो, प्रत्येक खिलाड़ी को पूरी प्रतियोगिता में सिर्फ एक बार निशाने लगाने की इजाजत होगी। लेकिन उनके स्कोर किसी भी दूसरे वर्ग में भी गिने जाएंगे जिसमें उन्होंने पंजीकरण कराया है। प्रतियोगिता में पैरा निशानेबाजों और बधिर निशानेबाजों के लिए भी खास वर्ग होंगे।'' राष्ट्रीय चैंपियनशिप देश के शीर्ष निशानेबाजों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले साल अंतरराष्ट्रीय सत्र के लिए जब भारतीय टीम चुनी जाएगी तो यहां के स्कोर की भी गणना होगी। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों, सशस्त्र बलों और ओएनजीसी तथा रेलवे जैसे संस्थानों की कुल 40 टीम एक महीने चलने वाली प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी।
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नयी दिल्ली. भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने ‘निजी कारणों' का हवाला देकर तुरंत प्रभाव से पद से इस्तीफा दे दिया है । सूत्रों ने बताया, तोक्यो ओलंपिक 2020 में चौथे स्थान पर रही टीम के मुख्य कोच नीदरलैंड के शोर्ड मारिन की भारतीय टीम में इस पद पर वापसी हो सकती है । सूत्रों के अनुसार अचानक हुए घटनाक्रम में हरेंद्र सिंह ने हॉकी इंडिया को ईमेल भेजकर सूचित किया है कि वह तुरंत प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं । उन्होंने यह भी कहा कि यह विशुद्ध रूप से उनका ‘निजी फैसला' है । सूत्रों ने बताया, मारिन की भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच के रूप में वापसी हो सकती है जिनके मार्गदर्शक में भारतीय टीम तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए चौथे स्थान पर रही थी । मारिन ने अगस्त 2021 में महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दिया था । अमेरिका में हॉकी टीम के कोच रहे हरेंद्र सिंह ने अप्रैल 2024 में ही पद संभाला था । इससे पहले वह लखनऊ विश्व कप 2016 विजेता जूनियर पुरूष हॉकी टीम के कोच रहे थे । भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन पिछले एक साल में निराशाजनक रहा है । एफआईएच प्रो लीग 2024 . 25 में भारतीय टीम ने 16 मैचों में महज दो जीत दर्ज की और अगले सत्र के लिये क्वालीफाई करने में नाकाम रही । राजगीर में नवंबर में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत ने खिताब जीता लेकिन वहां जापान और कोरिया की दोयम दर्जे की टीमें थी ।एशिया कप में फाइनल हारने के बाद भारतीय टीम विश्व कप के लिये सीधे क्वालीफाई नहीं कर पाई ।
- नयी दिल्ली. महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रविवार को विराट कोहली को अब तक का सबसे महान एकदिवसीय क्रिकेटर बताया और कहा कि इस भारतीय दिग्गज के शतकों का विश्व रिकॉर्ड इस प्रारूप में उनके बेजोड़ कद को दिखाता है। कोहली ने रविवार को अपना 52वां एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया जिसमें उन्होंने 120 गेंद पर 135 रन की पारी खेली जिससे भारत ने पहले एकदिवसीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आठ विकेट पर 349 रन बनाए। गावस्कर ने ‘जियोस्टार' से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई शक है। मेरा मतलब है कि यह सिर्फ मैं नहीं सोचता हूं। मुझे लगता है कि जो लोग उनके साथ और उनके खिलाफ खेले हैं वे सभी इस बात से सहमत हैं कि वह एकदिवीय प्रारूप में सबसे महान हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘देखिए, आपने 52 शतक बनाए हैं। यह आपको बहुत ऊपर ले जाता है, ऐसा कह सकते हैं।' भारत के पूर्व कप्तान ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने भी कोहली की काबिलियत को माना था।गावस्कर ने कहा, ‘‘मैंने अभी सुना कि रिकी पोंटिंग ने कहा कि उन्होंने जिन्हें देखा है उनमें कोहली एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ हैं। मेरा मतलब है कि जब कोई ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कहता है कि कोहली सबसे अच्छे हैं तो मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बहस की गुंजाइश है। हर कोई इस बात से सहमत होगा कि किसी ऑस्ट्रेलियाई से तारीफ मिलना बहुत कम होता है।'' गावस्कर ने कहा कि सचिन तेंदुलकर के 51 एकदिवसीय शतक के लंबे समय के रिकॉर्ड को पार करना कोहली को अलग पहचान दिलाता है। उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि सचिन 51 शतक के साथ शीर्ष पर थे लेकिन जब आप महान सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ देते हैं तो आपको पता चलता है कि आप कहां खड़े हैं।'' गावस्कर ने दक्षिण अफ्रीका के कोच शुक्री कॉनराड की भारत पर विवादित ‘घुटने पर लाने' वाली टिप्पणी को ‘गलत सलाह' वाली टिप्पणी बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक गलत सलाह वाली टिप्पणी हो सकती है - गलत समय, गलत जगह। मुझे उम्मीद है कि अगली बार मीडिया से बात करते हुए वह इस पर बात करेंगे। मुझे नहीं लगता कि माफी मांगने की जरूरत है। मैं निजी तौर पर माफी में विश्वास नहीं रखता।'' गावस्कर ने कहा, ‘‘लेकिन इसे मानना और इसकी भरपाई करना सभी को मंजूर होगा। ऐसी चीजें होती हैं। जोश में आकर आप बहक सकते हैं और कुछ ऐसा कह सकते हैं जो थोड़ा अधिक हो जाए। पिछले 30 वर्षों में भारतीय और दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के बीच मजबूत रिश्तों को देखते हुए मुझे लगता है कि वह बस यह साफ कर सकते हैं कि वह थोड़ा बहक गए थे।
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रांची। भारत ने स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (135 रन) के 52वें वनडे शतक के बाद तेज गेंदबाज हर्षित राणा (तीन विकेट) और कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव (चार विकेट) के झटकों की बदौलत रविवार को यहां पहले एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय में दक्षिण अफ्रीका को 17 रन से हराकर तीन मैच की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली। दूसरा वनडे तीन दिसंबर को रायपुर में खेला जाएगा।
कोहली ने 120 गेंद की तेज पारी के दौरान 11 चौके और सात छक्के जमाए जिससे भारत ने आठ विकेट पर 349 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। क्रिकेट के एकमात्र इस प्रारूप में खेलने वाले कोहली ने फिर अपनी अहमियत और दबदबे को साबित किया। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए रोहित शर्मा (51 गेंद में 57 रन) के साथ 136 रन की साझेदारी करके जेएससीए स्टेडियम की सपाट पिच पर भारत के बड़े स्कोर की नींव रखी। कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल ने 56 गेंद में 60 रन की अर्धशतकीय पारी खेली और रविंद्र जडेजा ने 20 गेंद में 32 रन का योगदान दिया। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरूआत काफी खराब हुई, उससे 11 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। पर मैथ्यू बीट्जके (72 रन), मार्को यानसन (70 रन) और कॉर्बिन बॉश (67 रन) ने शानदार अर्धशतकीय पारियां खेली लेकिन टीम को हार से नहीं बचा सके जो 49.2 ओवर में 332 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। कुलदीप ने 68 रन देकर चार विकेट और हर्षित राणा ने 65 रन देकर तीन विकेट झटके। अर्शदीप सिंह को दो विकेट मिले। प्रसिद्ध कृष्णा ने अंतिम बल्लेबाज बॉश को आउट करके भारत को जीत दिलाई। कोहली अब टी20 अंतरराष्ट्रीय नहीं खेलते हैं और अगले आठ महीनों में भारत को सिर्फ छह वनडे मैच खेलने हैं इसलिए 36 साल के इस क्रिकेटर के लिए इस प्रारूप का हर मैच अब अहमियत रखता है। उन्होंने अपनी पारी से चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन को याद दिलाया कि वह इस प्रारूप में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बने हुए हैं। रोहित के पास भी खुद को साबित करने का एक शानदार मंच था। उन्होंने एक रन पर मिले जीवनदान का फायदा उठाया और मार्को यानसन की गेंद पर पगबाधा होने से पहले अर्धशतक ही बना सके। क्रिकेट प्रेमी कोहली और रोहित की बड़ी पारी खेलने के लिए बेकरार हैं और दोनों के बीच 136 रन की भागीदारी इन दोनों खिलाड़ियों का ही आत्मविश्वास नहीं बढ़ाएगी बल्कि टीम प्रबंधन को भी भरोसा देगी कि वे अब भी बड़े मंच के स्टार हैं और भारत के लिए अभी और खेल सकते हैं। पिच सपाट थी लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने भी सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी नहीं की। यानसन के अलावा नांद्रे बर्गर, कॉर्बिन बॉश और ओटनील बार्टमैन ने दो दो विकेट झटके। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (18 रन) बर्गर की गेंद पर बल्ला छुआकर आउट हो गए जिसके बाद कोहली क्रीज पर उतरे। रांची के दर्शकों को रोहित-कोहली (रो-को) की जोड़ी से जैसे प्रदर्शन की उम्मीद थी, उन्होंने वैसा ही खेल दिखाया। रोहित को बर्गर की गेंद पर टोनी डी जोर्जी ने कैच छोड़कर जीवनदान दे दिया और इस बल्लेबाज ने इसका फायदा उठाते हुए यानसन और बॉश के खिलाफ लगातार बाउंड्री लगा दीं। उन्होंने यानसन पर पांच गेंद के अंदर दो बाउंड्री लगाईं और बॉश की अंदर आती गेंदों को आसानी से फ्लिक किया और शॉर्ट गेंदों को पुल किया। कोहली शानदार फॉर्म में दिख रहे थे और उन्होंने बर्गर की गेंद पर मिड-ऑफ के ऊपर से छक्का मारकर अपने इरादे स्पष्ट किए। इसके बाद उन्होंने एक शानदार कवर ड्राइव लगाया। दोनों ने दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों की लाइन एवं लेंथ में हुई गलती का फायदा उठाते हुए तेजी से रन बनाए जिससे कार्यवाहक कप्तान एडन मारक्रम को ऑफस्पिनर प्रेनलन सुब्रयन को मैदान में उतारना पड़ा। लेकिन रन गति में कमी नहीं हुई। कोहली ने बॉश की गेंद पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया जबकि रोहित ने एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। जिससे भारत ने जल्दी ही 100 रन का आंकड़ा पार कर लिया। यानसन ने आखिरकार रोहित को पगबाधा आउट किया। इससे भारत की रन गति थोड़ी देर के लिए धीमी हुई। रुतुराज गायकवाड़ (08) और पांचवें नंबर पर उतारे गए वाशिंगटन सुंदर जल्दी जल्दी आउट हो गए। लेकिन कोहली डटे रहे। उनके शतक पूरा करने के तुरंत बाद एक प्रशंसक सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए अंदर आ गया, वह घुटने के बल उनके सामने बैठ गया और उनके पैर छुए जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर किया। राहुल (60 रन) स्पिनर सुब्रयन पर शॉट लगाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तो कोहली ने इस गेंदबाज पर दो छक्के और एक चौके की मदद से 21 रन बनाए। 2027 विश्व कप में अभी कुछ समय है लेकिन कोहली ने सबको याद दिला दिया कि उनकी लय बरकरार है और उनकी रनों की भूख हमेशा की तरह बरकरार है। टेस्ट श्रृंखला में 2-0 की जीत से आत्मविश्वास से भरी दक्षिण अफ्रीका की लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरूआत भले ही खराब हुई लेकिन टीम के मध्यक्रम और निचलेक्रम ने संयमित बल्लेबाजी की। भारत ने गेंदबाजी में स्वप्निल शुरूआत करते हुए दक्षिण अफ्रीका के 11 रन पर तीन विकेट झटक लिए।
हर्षित राणा ने दूसरे ओवर में रेयान रिकल्टन और विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक को आउट किया। दोनों खाता भी नहीं खोल सके। फिर अर्शदीप सिंह ने कार्यवाहक कप्तान एडन मारक्रम (07) को विकेटकीपर के हाथों कैच कराकर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 11 रन कर दिया। इसके बाद मैथ्यू ब्रीट्जके (53 रन) और टोनी डीजॉर्जी (39 रन) ने मिलकर पारी को संभालते हुए चौथे विकेट के लिए 66 रन जोड़े। कुलदीप यादव ने 15वें ओवर में डीजॉर्जी को पगबाधा आउट कर दक्षिण अफ्रीका को चौथा झटका दिया।
डेवाल्ड ब्रेविस (37 रन) ने फिर ब्रीट्जके के साथ मिलकर स्कोर 150 रन तक पहुंचाया लेकिन वह हर्षित राणा का तीसरा शिकार बन गए। मार्को यानसन ने आते ही हर्षित की यॉर्कर पर चौका जड़ा। फिर कुलदीप पर लगातार दो चौके जमाने के बाद मिडविकेट पर छक्का जड़ दिया। यानसन ने प्रसिद्ध कृष्णा पर लगातार छक्के जड़े। फिर जल्द ही 26 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया जिसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल थे। यानसन और ब्रीट्जके ने छठे विकेट के लिए 69 गेंद में 97 रन की भागीदारी निभाई। कुलदीप ने फिर एक ही ओवर में यानसन और ब्रीट्जके को आउट कर दक्षिण अफ्रीका को दोहरे झटके दिए। इसके बाद आउट होने वाले अंतिम खिलाड़ी बॉश ने 51 गेंद में पांच चौके और चार छक्के से 67 रन बनाए। -
*चरणी और केर को भी अच्छे दाम*
नयी दिल्ली. भारत की स्टार हरफनमौला दीप्ति शर्मा बृहस्पतिवार को 2026 महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की नीलामी में सबसे महंगी खिलाड़ी बनी जबकि वनडे विश्व कप स्टार श्री चरणी और लौरा वोल्वार्ट को भी अच्छे दाम मिले । यूपी वारियर्स ने ‘राइट टू मैच' कार्ड का इस्तेमाल करके तीन करोड़ 20 लाख रूपये में खरीदा । अब वह डब्ल्यूपीएल के इतिहास में स्मृति मंधाना के बाद सबसे महंगी भारतीय खिलाड़ी हैं । मंधाना को उनसे 20 लाख रूपये अधिक मिले थे । यूपी वारियर्स के क्रिकेट संचालन निदेशक क्षेमल वैंगनकर ने कहा ,‘‘ हमें इसी के आसपास बोली लगने की उम्मीद थी । इसमे कोई शक नहीं था कि हम दीप्ति को वापिस चाहते थे ।'' मुंबई इंडियंस ने पिछले साल संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट लेने वाली न्यूजीलैंड की हरफनमौला एमेलिया केर को तीन करोड़ रूपये में खरीदा । केर 2023 और 2025 में खिताब जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा थी । यूपी वारियर्स ने अनुभवी हरफनमौला शिखा पांडे को दो करोड़ 40 लाख रूपये में खरीदा जिन्होंने आखिरी बार भारत के लिये 2023 में खेला था । विश्व कप में भारत की खिताबी जीत की सूत्रधारों में रही लेग स्पिनर श्री चरणी को दिल्ली कैपिटल्स ने 30 लाख रूपये के उनके बेसप्राइज से कई गुना अधिक एक करोड़ 30 लाख रूपये में खरीदा । विश्व कप उपविजेता दक्षिण अफ्रीका की सलामी बल्लेबाज लौरा वोल्वार्ट को दिल्ली कैपिटल्स ने एक करोड़ 10 लाख रूपये में खरीदा । दिल्ली ने वेस्टइंडीज की बल्लेबाज चिनेले हेनरी को एक करोड़ 30 लाख रूपये में और भारतीय हरफनमौला स्नेह राणा को 50 लाख रूपये में खरीदा । आस्ट्रेलिया की मेग लैनिंग को यूपी वारियर्स ने एक करोड़ 90 लाख रूपये में खरीदा जबकि गुजरात टाइटंस ने न्यूजीलैंड की सोफी डेवाइन को गुजरात टाइटंस ने दो करोड़ रूपये में खरीदा । वारियर्स के पास नीलामी के लिये 14 करोड़ 50 लाख रूपये का पर्स था । उन्होंने एक बार फिर ‘राइट टू मैच' कार्ड का इस्तेमाल करके इंग्लैंड की स्पिनर सोफी एक्सेलेटन को 85 लाख रूपये और तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ को 50 लाख रूपये में खरीदा । उन्होंने हरलीन देयोल को 50 लाख रूपये में खरीदा जबकि गुजरात ने भारतीय तेज गेंदबाज रेणुका सिंह को 60 लाख रूपये में खरीदा । दक्षिण अफ्रीका की फिनिशर नडाइन डि क्लेर्क को आरसीबी ने 65 लाख रूपये में खरीदा । आरसीबी ने हरफनमौला अरूंधति रेड्डी को 75 लाख और राधा यादव को 65 लाख रूपये में खरीदा । आस्ट्रेलिया की फीबी लिचफील्ड को वारियर्स ने एक करोड़ 20 लाख रूपये में खरीदा ।लेकिन दिन की सबसे बड़ी हैरत की बात ऑस्ट्रेलिया की ‘बिग हिटर' कप्तान एलिसा हीली को कोई खरीदार नहीं मिलना रहा। वह चोट के कारण 2025 सत्र में नहीं खेल पाई थीं, उनके नाम की बोली सबसे पहले लगी लेकिन किसी ने उन्हें नहीं खरीदा। उनकी हमवतन स्पिनर अलाना किंग भी नहीं बिकीं। नीलामी में उपलब्ध 77 में से 67 खिलाड़ियों को खरीदा गया। -
इपोह. आखिरी क्वार्टर में सेल्वम कार्ति के विजयी गोल की मदद से भारत ने सुल्तान अजलन शाह कप हॉकी के महत्वपूर्ण मैच में बृहस्पतिवार को न्यूजीलैंड को 3 . 2 से हराया । भारत ने बुधवार को मेजबान मलेशिया को 4 . 3 से मात दी थी । भारत के लिये अमित रोहिदास (चौथा मिनट), संजय (32वां), सेल्वम (54वां) ने गोल दागे जबकि न्यूजीलैंड के लिये जॉर्ज बेकर (42वां और 48वां) ने दो गोल किये । न्यूजीलैंड ने शुरूआती मिनटों में मिडफील्ड में दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन भारतीय डिफेंडरों ने उन्हें मौका नहीं दिया । भारत को पहला मौका चौथे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला जिस पर अनुभवी रोहिदास ने गोल कर दिया । भारतीय टीम एक और गोल करने के करीब थी लेकिन अभिषेक का शॉट कीवी गोलकीपर ने बचा लिया ।
दूसरे क्वार्टर में न्यूजीलैंड को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन भारतीय डिफेंस बेहद चौकस था । भारत ने दूसरे हाफ में कप्तान संजय के पेनल्टी कॉर्नर पर किये गए गोल के दम पर बढत दुगुनी कर ली । न्यूजीलैंड को मिले दो पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए । पवन ने गोल के सामने बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन उनकी एकाग्रता टूटने का फायदा उठाकर बेकर ने 42वें मिनट में न्यूजीलैंड के लिये गोल कर दिया । चौथे क्वार्टर में न्यूजीलैंड के लिये उन्होंने दूसरा गोल करके स्कोर बराबर कर दिया ।
भारत के लिये विजयी गोल आखिरी सीटी बजने से छह मिनट पहले अभिषेक के पास पर सेल्वम ने किया ।
भारत को अब शनिवार को कनाडा से खेलना है । -
नई दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो में 15 से 26 नवंबर तक आयोजित 25वें समर डेफलिंपिक्स 2025 में भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक का अपना सबसे शानदार और ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में भारत ने कुल 20 पदक जीते, जिनमें 9 स्वर्ण, 6 रजत और 5 कांस्य पदक शामिल हैं। यह भारत की डेफलिंपिक्स इतिहास की सबसे बड़ी मेडल टैली है, जिस पर पूरे देश को गर्व है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय खिलाड़ियों के इस असाधारण प्रदर्शन पर बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि 9 गोल्ड सहित 20 मेडल हमारे एथलीटों की मेहनत, लगन और मजबूत इरादों का परिणाम है। प्रधानमंत्री ने सभी खिलाड़ियों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूरा देश उनकी उपलब्धियों से गौरवान्वित है। वहीं केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने भी खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि भारत में खेलों के लिए बनाए जा रहे समावेशी और मजबूत इकोसिस्टम को दर्शाती है।भारत की ओर से इस बार कुल 73 एथलीटों ने हिस्सा लिया, जो भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल था। इनमें 45 पुरुष और 28 महिलाएं शामिल थीं। भारतीय दल ने 11 खेलों में प्रदर्शन किया, लेकिन सबसे शानदार नतीजे निशानेबाजी (शूटिंग) में देखने को मिले। शूटिंग में भारत ने कुल 16 मेडल जीते जिनमें 7 स्वर्ण, 6 रजत और 3 कांस्य शामिल थे। इसके अलावा, गोल्फ में 1 स्वर्ण, कुश्ती में 2 पदक, और कराटे में 1 पदक भी जीता गया।ब्राजील में 2021 में हुए पिछले डेफलिंपिक्स में भारत ने सिर्फ 5 पदक जीते थे, जिनमें 3 स्वर्ण शामिल थे। इस बार की उपलब्धि दिखाती है कि भारतीय डेफलिंपियंस लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और खेल मंत्री दोनों ने कहा कि भारत अपने खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएँ और अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।- -
नई दिल्ली। महिला प्रीमियर लीग 2026 का आयोजन 9 जनवरी से 5 फरवरी तक होगा। यह घोषणा आज गुरुवार को बीसीसीआई ने दिल्ली में की। अगले सीजन के मैच नवी मुंबई और वडोदरा में खेले जाएंगे। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम और वडोदरा के बीसीए स्टेडियम में मुकाबले होंगे, जबकि फाइनल मैच वडोदरा में खेला जाएगा।
महिला प्रीमियर लीग 2026, लीग का चौथा सीजन होगा। यह लीग 2023 में शुरू हुई थी। पिछले तीन सीजन में मुंबई इंडियंस ने दो बार खिताब जीता है, जबकि दिल्ली कैपिटल्स लगातार तीन बार उपविजेता रही है। पहले सीजन में मुंबई इंडियंस ने ब्रेबोर्न स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स को हराकर खिताब जीता था। 2024 में नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आरसीबी ने दिल्ली कैपिटल्स को हराकर विजेता बनी थी। वहीं, 2024 में मुंबई इंडियंस ने फिर से दिल्ली कैपिटल्स को हराकर अपना दूसरा खिताब जीता।2026 सीजन से पहले नीलामी आयोजित की जाएगी। नीलामी के बाद सभी टीमों का स्वरूप बदल जाएगा। दिल्ली कैपिटल्स और यूपी वॉरियर्ज को नया कप्तान मिलेगा। लगातार तीन बार फाइनल में पहुंचने वाली कप्तान मैग लेनिंग को टीम ने रिलीज कर दिया है। इसके अलावा, यूपी वॉरियर्ज ने भी दीप्ति शर्मा को रिलीज किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लगातार तीन साल शानदार प्रदर्शन करने वाली ये खिलाड़ी अगले सीजन में किस टीम की ओर से खेलती हुई नजर आएंगी।नवी मुंबई पिछले कुछ सालों में महिला अंतरराष्ट्रीय मैचों और महिला प्रीमियर लीग के लिए प्रमुख स्थल के रूप में उभरा है, जबकि वडोदरा में होने वाले मुकाबले क्षेत्रीय दर्शकों के लिए रोमांचक होंगे।














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