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- कोलंबो. गेंदबाजी कोच आविष्कार साल्वी ने शनिवार को कहा कि भारतीय टीम आईसीसी महिला वनडे विश्व कप में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाएगी। साल्वी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ अच्छे रिकॉर्ड के बावजूद भारतीय टीम अपने पड़ोसी देश को हल्के में नहीं ले रही है। भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले हमेशा से चर्चा भरे रहते हैं लेकिन महिला क्रिकेट में अभी तक चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ मुकाबले एकतरफा ही रहे हैं और महिला वनडे में भारत का जीत का रिकॉर्ड 11-0 रहा है। भारतीय महिला टीम के पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले महिला विश्व कप मुकाबले की पूर्व संध्या पर साल्वी ने कहा, ‘‘हमारा ध्यान क्रिकेट पर होगा। हम चाहते हैं कि हमारी लड़कियां मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाएं। हम चाहते हैं कि वे इसे एक अन्य मैच की तरह ही लें क्योंकि विश्व कप लंबा अभियान है। '' उन्होंने कहा, ‘‘हम टीम को अपनी रणनीतियों और योजनाओं पर काम करने के लिए कह रहे हैं कि बतौर ग्रुप या व्यक्तिगत तौर पर जो भी हासिल करना चाहते हो, उसे लेकर स्पष्ट रहें।'' साल्वी ने कहा कि तैयारी कभी कोई मुद्दा नहीं होती। उन्होंने कहा, ‘‘किसी टीम के खेलने के बारे में बहुत सारी जानकारी, फुटेज और पैटर्न उपलब्ध हो जाते हैं। आप इससे योजना बना सकते हैं। हम हर मैच के लिए सर्वश्रेष्ठ मानसिकता के साथ तैयारी करते हैं। '' भारत की गेंदबाजी में भी गहरी गहराई है जिसके कारण टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में मुख्य तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर को आराम दिया गया। साल्वी ने कहा कि कार्यभार प्रबंधन प्राथमिकता बनी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट से पहले हमारे पास लगभग 10 गेंदबाजी विकल्प थे। यह लंबा टूर्नामेंट है और हमें इनमें से किसी की भी जरूरत पड़ सकती है। इसलिए जब भी खिलाड़ी के आराम या उबरने की जरूरत होगी तो इसी के अनुसार प्रबंधन करेंगे। '' भारत की स्पिन इकाई टीम की सबसे बड़ी मजबूती है जिसमें अनुभवी दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा और श्री चरणी शामिल हैं।
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अहमदाबाद. शुभमन गिल ने भारत के वनडे कप्तान के रूप में अपनी नियुक्ति को सबसे बड़ा सम्मान बताया और रोहित शर्मा की विरासत को आगे बढ़ाने पर गर्व व्यक्त किया। रोहित ऑस्ट्रेलिया में आगामी तीन मैचों की श्रृंखला में गिल के नेतृत्व में खेलेंगे।
भारतीय चयनकर्ताओं ने 2027 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए शनिवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए रोहित को वनडे कप्तानी से हटाकर युवा टेस्ट कप्तान गिल को कमान सौंप दी। बीसीसीआई डॉट टीवी पर कप्तान नियुक्त किए जाने के बाद पहली प्रतिक्रिया में गिल ने कहा, ‘‘अपने देश की वनडे टीम की कप्तानी करना और एक ऐसी टीम का नेतृत्व करना जिसने इतना अच्छा प्रदर्शन किया है, मेरे लिए बहुत फक्र की बात है और मुझे उम्मीद है कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाऊंगा। '' अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति के इस कदम ने पीढ़ीगत बदलाव का भी संकेत दिया है। रोहित और विराट कोहली, टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूपों से संन्यास ले चुके हैं। दोनों के दक्षिण अफ्रीका में होने वाले 2027 विश्व कप के लिए भारत की योजना में शामिल होने की संभावना कम है। यह फैसला गिल की कप्तानी में भारत की वेस्टइंडीज पर पारी और 140 रन की विशाल जीत के बाद आया है जिससे मेजबान टीम ने दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली। यह कप्तान के रूप में गिल की घरेलू सरजमीं पर पहली जीत है। गिल के लिए अहमदाबाद का विशेष महत्व है क्योंकि उन्होंने गुजरात टाइटन्स के कप्तान के रूप में पहली बार आईपीएल में कप्तानी की है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह राज्य मेरे लिए बेहद खास है। अपनी आईपीएल टीम की कप्तानी से लेकर, फिर यह जानना कि मैं टेस्ट कप्तान बनूंगा, मैं तब यहीं था। फिर घरेलू मैदान पर अपने पहले टेस्ट के लिए अहमदाबाद में टीम की कप्तानी, यह जगह मेरे लिए हमेशा से बेहद खास रही है। '' गिल ने 2027 के विश्व कप पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं और अपना रोडमैप तैयार कर लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि विश्व कप खेलने से पहले हमारे पास लगभग 20 वनडे मैच हैं और निश्चित रूप से अंतिम लक्ष्य दक्षिण अफ्रीका में विश्व कप है इसलिए हम जो भी खेलेंगे और जिन खिलाड़ियों के साथ खेलेंगे, वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। हम विश्व कप से पहले एक शानदार सत्र की पूरी कोशिश करेंगे। '' उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि हम पूरी तैयार से दक्षिण अफ्रीका जाएंगे और विश्व कप जीतेंगे। -
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सीमित ओवरों की सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है। शुभमन गिल को वनडे टीम की कमान सौंपी गई है। रोहित शर्मा-विराट कोहली वनडे टीम में बतौर खिलाड़ी शामिल किए गए हैं। सूर्यकुमार यादव टी20 टीम का जिम्मा संभालेंगे।
भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 19-25 अक्टूबर के बीच तीन वनडे मुकाबलों की सीरीज खेलनी है, जबकि 29 अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच दोनों देश पांच टी20 मुकाबलों की सीरीज खेलेंगे।इस दौरे के लिए वनडे फॉर्मेट में शुभमन गिल की कप्तानी में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी खेलते नजर आने वाले हैं, जबकि श्रेयस अय्यर को उपकप्तान नियुक्त किया गया है। केएल राहुल के साथ ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग का जिम्मा संभालेंगे। कुलदीप यादव, नितीश रेड्डी भी इस टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं। बुमराह को वनडे सीरीज में शामिल नहीं किया गया है।दूसरी ओर, टी20 टीम की कमान सूर्यकुमार यादव के हाथों में है, जिनकी कप्तानी में भारत ने एशिया कप 2025 का खिताब अपने नाम किया है। शुभमन गिल टीम के उपकप्तान हैं। इस टीम में संजू सैमसन के साथ जितेश शर्मा को बतौर विकेटकीपर शामिल किया गया है। हर्षित राणा और रिंकू सिंह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में जगह मिली है। इस टीम में जसप्रीत बुमराह जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज भी हैं। एशिया कप में अपनी स्पिन से जलवा बिखेरने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव एक बार फिर टी20 टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं।भारत की वनडे टीम: शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर (उपकप्तान), अक्षर पटेल, केएल राहुल (विकेटकीपर), नितीश कुमार रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), यशस्वी जयसवाल।भारत की टी20 टीम: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल (उपकप्तान), तिलक वर्मा, नितीश कुमार रेड्डी, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), वरुण चक्रवर्ती, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), रिंकू सिंह, वाशिंगटन सुंदर। -
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में चल रही विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में आज शुक्रवार का दिन भारत के लिए बेहद खास रहा। भारत के निषाद कुमार और सिमरन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीते। निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी-47 स्पर्धा में और सिमरन ने महिलाओं की 100 मीटर टी-12 स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया। भारत ने इन दो स्वर्ण पदकों की बदौलत पदक तालिका में बड़ा उछाल लगाया और 11वें स्थान से सीधे चौथे स्थान पर पहुंच गया। मौजूदा पदक तालिका में ब्राजील 12 स्वर्ण, 18 रजत और 7 कांस्य के साथ पहले, चीन 9 स्वर्ण, 16 रजत और 13 कांस्य के साथ दूसरे और पोलैंड 8 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य के साथ तीसरे स्थान पर है। भारत अब तक कुल 15 पदक जीत चुका है, जिसमें 6 स्वर्ण, 5 रजत और 4 कांस्य शामिल हैं।
इससे पहले भारत की प्रीति पाल ने महिलाओं की 200 मीटर टी-36 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जबकि प्रदीप कुमार ने पुरुषों की डिस्कस थ्रो एफ-46 स्पर्धा में एक और कांस्य पदक दिलाया। निषाद कुमार ने ऊंची कूद में शानदार प्रदर्शन करते हुए तुर्किये के अब्दुल्ला इल्गाज और अमेरिका के तीन बार के चैंपियन रोडरिक टाउनसेंड को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने 2.18 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस दौरान उन्होंने एशियाई रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। इल्गाज ने 2.08 मीटर की कूद लगाकर यूरोपीय रिकॉर्ड हासिल किया, लेकिन निषाद ने उन्हें पछाड़ दिया। वहीं, टाउनसेंड केवल 2.03 मीटर तक ही कूद पाए और बाहर हो गए।महिलाओं की 100 मीटर टी-12 स्पर्धा में सिमरन ने गाइड उमर सैफी के साथ शानदार तालमेल दिखाया। उन्होंने पहले सेमीफाइनल में 12.08 सेकंड का समय निकाला और पहली बार फाइनल में 12 सेकंड की बाधा तोड़ते हुए 11.95 सेकंड में दौड़ पूरी की। यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। भारत के खिलाड़ियों ने घरेलू दर्शकों के सामने दबाव में भी संयम बनाए रखा और देश का नाम रोशन किया। इन जीतों के साथ भारत के पदक जीतने का सिलसिला और तेज हो गया है।-( - गुंटूर (आंध्र प्रदेश). तमिलनाडु के ग्रैंडमास्टर पी इनियान ने बुधवार को यहां 62वीं राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप जीत ली। इनियान को 11 दौर तक चले इस टूर्नामेंट में एक भी हार का सामना नहीं करना पड़ा । शीर्ष वरीयता प्राप्त इस खिलाड़ी ने सात जीत और चार ड्रॉ के बाद 11 में से नौ अंक हासिल किए। इनियान ने अपने राज्य के साथी और अंतरराष्ट्रीय मास्टर हर्ष सुरेश, रेलवे के जीएम दीपन चक्रवर्ती और पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड के जीएम शशिकिरण कृष्णन को हराया। दस दिन तक चले इस टूर्नामेंट में देश भर के 394 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया जिनमें 14 जीएम, 30 आईएम और 15 फिडे मास्टर्स शामिल थे। इनियान अंतिम दौर से पहले एकल बढ़त पर थे लेकिन अभिजीत गुप्ता के साथ मैच ड्रॉ होने से वह और केरल के आईएम गौतम कृष्णा नौ अंक से बराबरी पर आ गए। लेकिन बेहतर टाई ब्रेक नतीजों के आधार पर इनियान को विजेता घोषित किया गया और गौतम उपविजेता रहे। इस जीत से इनियान क्लासिकल और रैपिड दोनों वर्गों में राष्ट्रीय चैंपियन बन गए। इनियान ने इस साल मार्च में राष्ट्रीय रैपिड खिताब जीता था।
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अहमदाबाद. भारत ने बुधवार को यहां अंतिम दिन चार कांस्य पदक जीतकर एशियाई एक्वाटिक्स चैंपियनशिप में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का समापन 13 पदकों के साथ किया जबकि चीन ने 38 स्वर्ण सहित 49 पदक जीतकर अपना दबदबा कायम रखा। भारत चार रजत और नौ कांस्य पदकों के साथ नौवें स्थान पर रहा जिसमें भव्या सचदेवा, साजन प्रकाश, श्रीहरि नटराज और पुरुष रिले टीम ने पदकों में इजाफा किया। महिलाओं की 400 मीटर फ्रीस्टाइल में भव्या ने 4:26.89 सेकेंड का समय लेकर तीसरा स्थान हासिल किया और महिला वर्ग में भारत के लिए पहला पदक जीता। पुरुषों की 200 मीटर बटरफ्लाई में साजन प्रकाश चीनी ताइपे के कुआन हंग वांग (1:56.63) और जापान के रियो कुरात्सुका से आगे निकल गए लेकिन दोनों ने आखिरी लैप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय को तीसरे स्थान (1:57.90 सेकेंड) पर पहुंचा दिया। पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक में श्रीहरि नटराज तीसरे स्थान पर रहे। चीन के गुकैलाई वांग (54.27) और चीनी ताइपे के लू लुन चुआंग (54.45) ने अंत तक मामूली बढ़त बनाए रखी जिससे श्रीहरि को 55.23 सेकेंड में कांस्य पदक मिला जबकि ऋषभ दास चौथे स्थान पर रहे। पुरुषों की चार गुणा 100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में भारत ने रोमांचक मुकाबले में 3:21.49 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता। चीन का दबदबा पूरी तरह से कायम रहा जिसने 38 स्वर्ण, आठ रजत और तीन कांस्य पदक जीते।
जापान ने 18 पदक (पांच स्वर्ण, नौ रजत और चार कांस्य) के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि हांगकांग 14 पदक (तीन स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य) के साथ शीर्ष तीन में रहा। एशियाई एक्वाटिक्स चैंपियनशिप में चार अक्टूबर से कलात्मक तैराकी और वाटर पोलो स्पर्धाएं शुरू होंगी। -
नई दिल्ली। भारत के युवा स्टार बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने आईसीसी टी20 रैंकिंग में इतिहास रचा है। अभिषेक सबसे ज्यादा रेटिंग प्वाइंट्स हासिल करने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। वहीं, पाकिस्तान के सईम अयूब ने हार्दिक पांड्या की टी20 ऑलराउंडर की ‘बादशाहत’ खत्म कर दी है।
25 वर्षीय अभिषेक शर्मा ने अब तक की सर्वोच्च रेटिंग (931) हासिल करते हुए लगभग पांच साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।अभिषेक ने एशिया कप 2025 के 7 मुकाबलों में 44.86 की औसत के साथ 314 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने सुपर-4 मुकाबलों में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रन, जबकि बांग्लादेश के विरुद्ध 75 रन की पारी खेली। श्रीलंका के खिलाफ अभिषेक ने 61 रन बनाए थे। अभिषेक ने पिछले साल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्हें एशिया कप 2025 में ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया है।एशिया कप में शानदार प्रदर्शन के साथ अभिषेक शर्मा 931 अंकों की रेटिंग पर पहुंच गए। इसी के साथ उन्होंने 919 अंकों की पिछली सर्वश्रेष्ठ रेटिंग को पीछे छोड़ दिया, जो इंग्लैंड के दाएं हाथ के बल्लेबाज डेविड मलान ने 2020 में हासिल की थी। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपने साथी सूर्यकुमार यादव और विराट कोहली की पिछली सर्वश्रेष्ठ रेटिंग को भी पीछे छोड़ दिया।टी20 ऑलराउंडर की रैंकिंग में हार्दिक पांड्या एक स्थान फिसलकर दूसरे पायदान पर पहुंच गए हैं, जबकि सईम अयूब चार स्थान की छलांग लगाते हुए शीर्ष स्थान हासिल कर चुके हैं।हार्दिक पांड्या इस एशिया कप में छह मुकाबले खेले, जिसमें सिर्फ 4 ही विकेट हासिल कर सके। उन्होंने अपने बल्ले से महज 48 रन टीम के खाते में जोड़े। वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान के सईम अयूब ने इस एशिया कप भले ही बल्ले से निराश किया, लेकिन गेंदबाजी में अपना जलवा दिखाया। उन्होंने ओमान के खिलाफ महज 8 रन देकर 2 शिकार किए, जिसके बाद भारत के विरुद्ध 35 रन देकर 3 विकेट झटके। सईम अयूब ने इस एशिया कप में 7 मैच खेलते हुए कुल 8 विकेट हासिल किए। - पणजी. एशिया कप जीतने के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव मंगलवार को गोवा में सबकी नजरों का केंद्र रहे जब वह दक्षिण गोवा जिले में एक निजी क्रिकेट स्टेडियम के उद्घाटन के लिए पहुंचे। हजारों क्रिकेट प्रशंसक वर्ना गांव स्थित ‘1919 स्पोर्ट्ज क्रिकेट स्टेडियम' में उमड़े।उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और परिवहन मंत्री मौविन गोडिन्हो भी मौजूद थे। बाद में सावंत सूर्यकुमार को टेनिस गेंद से गेंदबाजी करते दिखे जिन्होंने दर्शकों के ऊपर से शॉट खेला। लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने भारतीय कप्तान को गोवा में एक मैच खेलने के लिए आमंत्रित किया। सावंत ने भारतीय टीम को एशिया कप जीतने पर बधाई दी और सूर्यकुमार को जीत की राशि भारतीय सेना को देने के लिए भी बधाई दी। पत्रकारों से बात करते हुए सूर्यकुमार ने कहा कि ऐसे स्टेडियमों की जरूरत है।भारतीय कप्तान ने उस समय को याद किया जब उन्होंने गोवा के खिलाफ रणजी मैच खेले थे। उन्होंने कहा, ‘‘गोवा की टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है।''
- नयी दिल्ली. सुमित अंतिल विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के इतिहास के सबसे सफल भारतीय खिलाड़ी बने जब उन्होंने मंगलवार को यहां अपना लगातार तीसरा भाला फेंक खिताब जीता जिससे भारत दो स्वर्ण और इतने ही रजत पदक जीतने में सफल रहा। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा की स्टैंड में मौजूदगी से उत्साहित 27 वर्षीय सुमित ने अपने पांचवें प्रयास में 71.37 मीटर के चैंपियनशिप रिकॉर्ड प्रयास के साथ पुरुषों की भाला फेंक एफ 64 स्पर्धा का खिताब जीता। उन्होंने 2023 सत्र में बनाए 70.83 मीटर के अपने ही चैंपियनशिप रिकॉर्ड को बेहतर किया लेकिन 73.29 मीटर के अपने विश्व रिकॉर्ड से लगभग दो मीटर दूर रहे जो उन्होंने 2023 एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान बनाया था। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उनके अलावा किसी भी भारतीय ने तीन स्वर्ण नहीं जीते हैं। सुमित ने कहा कि वह अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ना चाहते थे लेकिन उन्हें अपने कंधे में ‘सजून' महसूस हुई। भारत ने पुरुषों की भाला फेंक एफ44 स्पर्धा में संदीप सरगर के 62.82 मीटर के थ्रो के साथ एक आश्चर्यजनक स्वर्ण पदक भी जीता। इस स्पर्धा में मेजबान देश पहले दो स्थान पर रहा क्योंकि संदीप ने भी 62.67 मीटर के प्रयास के साथ रजत पदक जीता। ब्राजील के एडेनिलसन रॉबर्टो 62.36 मीटर के प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे। भारत के योगेश कथुनिया ने भी सुबह के सत्र में पुरुषों की एफ 56 चक्का फेंक स्पर्धा में एक और रजत पदक जीता जिससे वैश्विक स्तर पर अपने पहले स्वर्ण पदक की उनकी तलाश जारी रही। मंगलवार को चार पदक के साथ भारत चार स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक के साथ चौथे स्थान पर पहुंच गया है। ब्राजील (7-14-6), पोलैंड (6-1-5) और चीन (5-7-4) भारत से आगे हैं। सुमित ने 2023 और 2024 में भी स्वर्ण पदक जीता था। इस 27 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 2021 में तोक्यो और 2024 में पेरिस पैरालंपिक में भी दो स्वर्ण पदक जीते। वह एशियाई पैरा खेलों के मौजूदा चैंपियन भी हैं। कोलंबिया के टॉमस फेलिप सोटो मीना 48.38 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि कजाखस्तान के रुफत खाबीबुलिन ने 47.14 मीटर के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। सुमित ने पांच मार्च 2021 को पटियाला में इंडियन ग्रां प्री सीरीज तीन में चोपड़ा के खिलाफ भी मुकाबला किया। सुमित ने खिताब जीतने के बाद कहा, ‘‘मैं अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ना चाहता था। मैं कोशिश कर रहा था लेकिन मुझे नहीं पता परसों जब मैं उठा तो मेरा हाथ काम नहीं कर रहा था। मुझे नहीं पता क्या हुआ।'' उन्होंने कहा, ‘‘शायद मैं गलत मुद्रा में सो गया था। मुझे नहीं पता। लेकिन अंत में मुझे खुशी है कि मैंने चैंपियनशिप रिकॉर्ड बनाया। मैंने थोड़े समय के लिए अपने फिजियो से इलाज करवाया। मुझे थोड़ी परेशानी हो रही थी लेकिन अंत में सब ठीक रहा।'' उन्होंने कहा कि वार्म अप थ्रो के दौरान जब उन्होंने पूरी ताकत लगाई तो उन्हें गर्दन में दर्द महसूस हुआ। कथुनिया (28 वर्ष) ने दूसरे प्रयास में चक्के को 42.49 मीटर की दूरी तक फेंककर रजत पदक जीता। वह 2019 से सभी चार विश्व चैंपियनशिप में पदक जीत रहे हैं। कथुनिया ने पैरालंपिक खेलों (2021 और 2024) में दो रजत पदक के अलावा विश्व चैंपियनशिप में अपना लगातार तीसरा रजत पदक जीता। उन्होंने 2023 और 2024 में भी दो रजत पदक जीते थे। उन्होंने 2019 सत्र में कांस्य पदक भी जीता था। कथुनिया ने 2023 हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में भी रजत पदक जीता था। विश्व रिकॉर्ड धारक ब्राजील के स्टार क्लॉडनी बतिस्ता ने 45.67 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। उनके सभी छह थ्रो कथुनिया के दिन के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से बेहतर थे। 2019 सत्र से शुरू हुई विश्व चैंपियनशिप में बतिस्ता का यह लगातार चौथा स्वर्ण पदक है। उन्होंने पिछले तीन पैरालंपिक खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता है। कथुनिया चार विश्व चैंपियनशिप और दो पैरालंपिक खेलों में ब्राजील के खिलाड़ी को नहीं हरा पाए हैं।एफ56 श्रेणी उन एथलीटों के लिए है जो फील्ड स्पर्धाओं में बैठकर प्रतिस्पर्धा करते हैं। इस वर्ग में विभिन्न एथलीट प्रतिस्पर्धा करते हैं जिनमें अंग विच्छेदन और रीढ़ की हड्डी की चोट वाले एथलीट भी शामिल हैं। कथुनिया ने कहा, ‘‘यह अलग एहसास है क्योंकि मैंने अपने घरेलू मैदान पर रजत पदक जीता है। मेरे परिवार के सदस्य यहां हैं और अपने परिवार के सामने प्रदर्शन करके बहुत खुश हूं। उन्होंने हमेशा मेरा बहुत साथ दिया है इसलिए यह मेरे लिए खास है।'' पहले भी उन्होंने वैश्विक स्तर पर हर बार दूसरे स्थान पर रहने पर निराशा व्यक्त की थी।उन्होंने कहा, ‘‘पिछले छह-सात वर्षों से रजत पदक मेरे साथ जुड़ा हुआ है लेकिन पदक के रंग में कोई गिरावट नहीं आई है लेकिन कोई बात नहीं, मेरा समय (स्वर्ण पदक जीतने का) आएगा।'' नौ साल की छोटी सी उम्र में कथुनिया को गिलियन-बैरे सिंड्रोम होने का पता चला था जो एक दुर्लभ स्व-प्रतिरक्षा विकार है। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि वह फिर कभी नहीं चल पाएंगे और जल्द ही वह व्हीलचेयर पर आ गए। लेकिन तीन साल के भीतर वह फिर से चलने लगे इसका श्रेय उनकी मां मीना देवी को जाता है जिन्होंने अपने बेटे के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी सीखी। कथुनिया हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के रहने वाले हैं। उनके पिता भारतीय सेना में सिपाही थे इसलिए उन्होंने चंडीगढ़ के इंडियन आर्मी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की और नयी दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। कथुनिया ने कहा कि अगर बेल्ट को सख्ती से नहीं कसा जाता तो वह और बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे।उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी थोड़े सख्त थे। बेल्ट थोड़ी अधिक कसी हुई थी जिससे मूवमेंट में बाधा आती है और दूरी हमेशा कम से कम तीन से चार मीटर कम हो जाती है।'' बैठकर थ्रो करने की स्पर्धाओं में एथलीटों को विशेष रूप से बनाए गए थ्रोइंग फ्रेम पर बैठकर छह मिनट में छह थ्रो करने होते हैं जो पट्टियों से जमीन से बंधे होते हैं। एथलीट खुद को फ्रेम पर सुरक्षित रखने के लिए पट्टियों का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि नाभि के नीचे कोई भी हरकत जजों से कई तरह के फाउल का कारण बन सकती है।
- नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में चल रही विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कोलंबिया की 16 वर्षीय एंजी निकोल मेजिया मोरालेस ने अपने पहले ही मैच में सभी को चौंका दिया। उन्होंने महिलाओं की टी38 100 मीटर स्पर्धा में 12.34 सेकंड का समय निकालकर नया चैंपियनशिप रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया।एंजी की यह पहली विश्व चैंपियनशिप रेस थी, लेकिन उनकी दौड़ देखने के बाद ऐसा लग रहा था जैसे वह वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रही हों। उनके प्रदर्शन को देखकर न केवल दर्शक बल्कि प्रतियोगी भी हैरान रह गए।स्वर्ण पदक जीतने के बाद एंजी ने कहा, “सच कहूं तो, मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा है। मुझे इसकी कभी उम्मीद नहीं थी। यह जीत किसी संयोग का परिणाम नहीं है, बल्कि वर्षों की मेहनत, लगन और मार्गदर्शन का नतीजा है।” उन्होंने अपने प्रशिक्षक प्रोफेसर केंड्रिक सैन मिगुएल का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने हमेशा उनका समर्थन किया और एथलेटिक्स में हाथ आजमाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा उन्होंने अपने माता-पिता और भाई का भी आभार जताया, जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया और उन पर विश्वास किया। एंजी ने युवा एथलीटों के लिए कहा, “काम कठिन है, रास्ता लंबा है, लेकिन कभी हार मत मानो और कड़ी मेहनत करते रहो।” 16 साल की यह धावक, जो कभी एथलेटिक्स में नहीं आना चाहती थीं, अपने पहले ही वैश्विक मैच में विश्व स्तर पर मिसाल बनकर उभरी हैं।
- बीजिंग. अमेरिका की कोको गाफ ने बेलिंडा बेंचिच को 4 . 6, 7 . 6, 6 . 2 से हराकर चाइना ओपन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया । दूसरी वरीयता गाफ का बेंचिच के खिलाफ कैरियर रिकॉर्ड 4 . 2 का हो गया है ।पुरूष वर्ग में यानिक सिनेर का सामना सेमीफाइनल में एलेक्स डि मिनौर से होगा जबकि लर्नर टियेन की टक्कर दानिल मेदवेदेव से होगी ।
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नयी दिल्ली. दुनिया के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट ने मंगलवार को दिल्ली के खारी बावली की छतों पर जब दौड़ लगाई तो एशिया के सबसे बड़े मसालों की बाजार की पृष्ठभूमि में इतिहास और खेल का ऐसा मिलन हुआ जैसा भारत ने पहले कभी नहीं देखा था। यह पहला मौका था जब अपने मसालों और पतंगबाजी के लिए प्रसिद्ध खारी बावली की विरासत वाली छतें एक स्प्रिंट ट्रैक में बदल गई। बोल्ट के साथ इस मौके पर पीवी सिंधू, पीआर श्रीजेश और अनिमेष कुजूर जैसे भारतीय ओलंपिक के सितारे भी शामिल थे बोल्ट ने कहा, ‘‘पुरानी दिल्ली की मसालों से सुगंधित छतों पर दौड़ना मेरे लिए अनूठा अनुभव था। इतने ऐतिहासिक स्थल पर पीवी सिंधू, पीआर श्रीजेश और अनिमेष कुजूर जैसे भारत के बेहतरीन ओलंपियनों से साथ समय बिताना मेरे लिए ऊर्जा से भरने वाला रहा।'' बोल्ट जहां मौजूद थे उस छत से लाल किला भी दिखाई दे रहा था और सुबह की धूप में मसाले सूख रहे थे। इस दौड़ ने संस्कृति और खेल को इस तरह से एक साथ जोड़ा जो पहले कभी नहीं देखा गया था। भारतीय बैडमिंटन की दिग्गज सिंधू ने कहा, ‘‘पुरानी दिल्ली के खारी बावली में उसैन बोल्ट के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दौड़ना प्रेरणादायक था। किसी खिलाड़ी के लिए वैश्विक दिग्गज के साथ इस तरह की जीवन में एक बार मिलने वाली रिले का हिस्सा बनना अविश्वसनीय जैसा है। यह वह क्षण है जो मुझे याद दिलाता है कि मैंने खेल से पहली बार प्यार क्यों किया।'' हॉकी के दिग्गज श्रीजेश ने कहा, ‘‘खारी बावली की छत पर महान उसैन बोल्ट के साथ इस रिले का हिस्सा बनना यादगार था।
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शारजाह. भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक मंगलवार को इंटरनेशनल लीग टी20 (आईएलटी20) के चौथे सत्र से पहले शारजाह वॉरियर्स टीम से जुड़ गये। कार्तिक ने वॉरियर्स टीम में श्रीलंका के विकेटकीपर बल्लेबाज कुसल मेंडिस की जगह ली। इस टीम के कोच दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जेपी डुमिनी हैं। कार्तिक ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मैं डीपी वर्ल्ड आईएलटी20 टूर्नामेंट के लिए शारजाह वॉरियर्स टीम से जुड़कर बहुत उत्साहित हूं। मैं जानता हूं कि वे एक युवा टीम है और जो कुछ खास करने की ख्वाहिश रखते है। मैं यहां आकर खुश हूं।'' कार्तिक ने कहा, ‘‘शारजाह भी उन प्रतिष्ठित स्टेडियमों में से एक है जहां हर कोई खेलना चाहता है। शारजाह वॉरियर्स फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनना एक सपने के सच होने जैसा है।'' कार्तिक के लिए यह दूसरी विदेशी टी20 लीग होगी। वह इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में एसए20 की की टीम पार्ल रॉयल्स का हिस्सा रह चुके है। रॉयल्स के लिए उन्होंने छह पारियों में 97 रन बनाए थे। कार्तिक आईपीएल 2025 चैंपियंस रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के बल्लेबाजी कोच भी हैं।
आरसीबी में कार्तिक ने ऑस्ट्रेलिया के टिम डेविड के साथ मिलकर काम किया था, जो शारजाह वॉरियर्स के विदेशी खिलाड़ियों में से एक हैं। वॉरियर्स के मुख्य कोच डुमिनी ने कहा, ‘‘दिनेश कार्तिक सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं और उन्हें टी20 क्रिकेट में महारत हासिल है। मैं डीपी वर्ल्ड आईएलटी20 के आगामी सत्र के लिए उन्हें अपनी टीम में पाकर बहुत उत्साहित हूं।'' कार्तिक के नाम 412 टी20 मैचों में 7437 रन है। उन्होंने इस दौरान 136.66 की स्ट्राइरेट से रन बनाने के साथ 35 अर्धशतक जड़े हैं। उन्होंने भारत के लिए 60 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 142.61 स्ट्राइक रेट से 686 रन बनाये हैं। -
नयी दिल्ली. भारत के योगेश कथुनिया ने मंगलवार को यहां विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की एफ 56 चक्का फेंक स्पर्धा में एक और रजत पदक जीता जिससे वैश्विक स्तर पर अपने पहले स्वर्ण पदक की उनकी तलाश जारी रही। कथुनिया (28 वर्ष) ने दूसरे प्रयास में चक्के को 42.49 मीटर की दूरी तक फेंककर रजत पदक जीता। वह 2019 से सभी चार विश्व चैंपियनशिप में पदक जीत रहे हैं। कथुनिया ने पैरालंपिक खेलों (2021 और 2024) में दो रजत पदक के अलावा विश्व चैंपियनशिप में अपना लगातार तीसरा रजत पदक जीता। उन्होंने 2023 और 2024 में भी दो रजत पदक जीते थे। उन्होंने 2019 सत्र में कांस्य पदक भी जीता था। कथुनिया ने 2023 हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में भी रजत पदक जीता था। विश्व रिकॉर्ड धारक ब्राजील के स्टार क्लॉडनी बतिस्ता ने 45.67 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। उनके सभी छह थ्रो कथुनिया के दिन के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से बेहतर थे। 2019 सत्र से शुरू हुई विश्व चैंपियनशिप में बतिस्ता का यह लगातार चौथा स्वर्ण पदक है। उन्होंने पिछले तीन पैरालंपिक खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता है। कथुनिया चार विश्व चैंपियनशिप और दो पैरालंपिक खेलों में ब्राजील के खिलाड़ी को नहीं हरा पाए हैं।
एफ56 श्रेणी उन एथलीटों के लिए है जो फील्ड स्पर्धाओं में बैठकर प्रतिस्पर्धा करते हैं। इस वर्ग में विभिन्न एथलीट प्रतिस्पर्धा करते हैं जिनमें अंग विच्छेदन और रीढ़ की हड्डी की चोट वाले एथलीट भी शामिल हैं। कथुनिया ने कहा, ‘‘यह अलग एहसास है क्योंकि मैंने अपने घरेलू मैदान पर रजत पदक जीता है। मेरे परिवार के सदस्य यहां हैं और अपने परिवार के सामने प्रदर्शन करके बहुत खुश हूं। उन्होंने हमेशा मेरा बहुत साथ दिया है इसलिए यह मेरे लिए खास है।'' पहले भी उन्होंने वैश्विक स्तर पर हर बार दूसरे स्थान पर रहने पर निराशा व्यक्त की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले छह-सात वर्षों से रजत पदक मेरे साथ जुड़ा हुआ है लेकिन पदक के रंग में कोई गिरावट नहीं आई है लेकिन कोई बात नहीं, मेरा समय (स्वर्ण पदक जीतने का) आएगा।'' नौ साल की छोटी सी उम्र में कथुनिया को गिलियन-बैरे सिंड्रोम होने का पता चला था जो एक दुर्लभ स्व-प्रतिरक्षा विकार है। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि वह फिर कभी नहीं चल पाएंगे और जल्द ही वह व्हीलचेयर पर आ गए। लेकिन तीन साल के भीतर वह फिर से चलने लगे इसका श्रेय उनकी मां मीना देवी को जाता है जिन्होंने अपने बेटे के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी सीखी। कथुनिया हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के रहने वाले हैं। उनके पिता भारतीय सेना में सिपाही थे इसलिए उन्होंने चंडीगढ़ के इंडियन आर्मी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की और नयी दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। कथुनिया ने कहा कि अगर बेल्ट को सख्ती से नहीं कसा जाता तो वह और बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी थोड़े सख्त थे। बेल्ट थोड़ी अधिक कसी हुई थी जिससे मूवमेंट में बाधा आती है और दूरी हमेशा कम से कम तीन से चार मीटर कम हो जाती है।'' बैठकर थ्रो करने की स्पर्धाओं में एथलीटों को विशेष रूप से बनाए गए थ्रोइंग फ्रेम पर बैठकर छह मिनट में छह थ्रो करने होते हैं जो पट्टियों से जमीन से बंधे होते हैं। एथलीट खुद को फ्रेम पर सुरक्षित रखने के लिए पट्टियों का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि नाभि के नीचे कोई भी हरकत जजों से कई तरह के फाउल का कारण बन सकती है। सऊदी अरब के नाइफ अलमसराही ने पुरुषों की 100 मीटर टी-44 फाइनल में विश्व रिकॉर्ड के साथ जीत हासिल की। उन्होंने 10.94 सेकेंड का समय लिया। तटस्थ पैरा एथलीट डेविड द्जातिव ने पुरुषों की 200 मीटर टी-35, स्पेन के डेविड जोस पिनेडा मेजिया ने पुरुषों की 400 मीटर टी-20 और ट्यूनीशिया के यासीन घरबी ने पुरुषों की 400 मीटर टी-54 में मंगलवार सुबह चैंपियनशिप के तीन अन्य रिकॉर्ड बनाए। अलमसराही ने कहा, ‘‘मुझे यह समय हासिल करने की उम्मीद नहीं थी। मेरे मन में मैं 11 (सेकेंड) तक पहुंचने की तैयारी कर रहा था लेकिन मेरा प्रतिद्वंद्वी इतनी तेज दौड़ रहा था कि मुझे और तेज दौड़ना पड़ा।'' उन्होंने कहा, ‘‘यहां गर्मी है लेकिन यह सऊदी अरब में मेरे रहने के स्थान के समान है। और साथ ही यह ट्रैक उन सर्वश्रेष्ठ ट्रैकों में से एक है जिन पर मैंने दौड़ लगाई है।'' घरबी ने लगभग छह साल बाद वैश्विक स्तर की प्रतियोगिता में पोडियम पर जगह बनाई है। दिसंबर 2020 में एक प्रतियोगिता के इतर परीक्षण में बोल्डेनोन के लिए पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रतिबंध के कारण वह एक पैरालंपिक खेलों और दो विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाए। वह पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में पदक नहीं जीत पाए थे। -
अहमदाबाद. भारत के इंदिवर साईराम और विल्सन सिंह निंगथौजम ने सोमवार को यहां 11वीं एशियाई एक्वाटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन 10 मीटर पुरुषों की सिंक्रोनाइज्ड डाइविंग स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। भारत का कोई भी डाइविंग खिलाड़ी इससे पहले इस प्रतिष्ठित आयोजन के पदक हासिल नहीं कर पाया था। भारतीय जोड़ी यहां पदक जीतने के साथ ही अगले साल जापान के नगोया में होने वाले एशियाई खेलों में जगह बनाने की दौड़ में आ गयी है। मणिपुर के 18 वर्षीय साईराम और 32 वर्षीय विल्सन पुणे स्थित सेना खेल संस्थान (एएसआई) में प्रशिक्षण लेते हैं। भारतीय जोड़ी ने 300.66 अंकों के शानदार स्कोर के साथ कांस्य पदक हासिल किया। उन्होंने चीन के झांगयू कुई एवं झान्होंग शू (381.75) और मलेशिया के बर्ट्रेंड रोडिक्ट लिसेस एवं एनरिक एम. हेरोल्ड (329.73) के बाद तीसरा स्थान हासिल किया। तैराकी स्पर्धाओं में कुल 12 भारतीय तैराक अपनी-अपनी स्पर्धाओं के फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे। दो रिले टीमें भी फाइनल में पहुंचीं। इनमें से हालांकि सिर्फ कुशाग्र रावत ही 1500 मीटर फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीत पाए।
रावत ने 15 मिनट 30.88 सेकंड का समय लिया। वियतनाम के हुय होंग गुयेन ने 15:15.01 के समय के साथ स्वर्ण पदक और उज्बेकिस्तान के इल्या सिबिरत्सेव ने 15:23.35 के समय के साथ रजत पदक जीता। -
गुवाहाटी. भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर को भरोसा है कि उनकी टीम के पास विश्व कप जीतने का अच्छा मौका है और उनकी उम्मीद का कारण सिर्फ घरेलू परिस्थितियों में खेलना नहीं है बल्कि पिछले कुछ समय से लगातार बेहतर प्रदर्शन करना है। हरमनप्रीत को यह आत्मविश्वास इस बात से मिला है कि विश्व कप की शुरुआत से पहले भारत ने सात बार की विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 2007 के बाद पहली बार अपने घर में हराया था। इसके बाद टीम तीसरे वनडे मैच में 413 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए ज्यादातर समय तक मजबूत स्थिति में थी। हरमनप्रीत ने भारतीय टीम के श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच की पूर्व संध्या पर कहा, हमारे लिए जीतने का मौका काफी ज्यादा है। मैं यह सिर्फ इसलिए नहीं कह रही कि हमें घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिलेगा।'' भारतीय कप्तान ने कहा, हमने जितना क्रिकेट खेला है और हाल के दिनों में हमें जो नतीजे मिले हैं, वह दिखाते हैं कि हमारी टीम में विकल्प की कमी नहीं है। चाहे वह बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी। हमने लगभग सभी क्षेत्रों में सुधार किया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास मौके हैं लेकिन कल हम अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। ऐसे में हमारा मुख्य ध्यान अच्छी शुरुआत करने पर है।'' हरमनप्रीत ने कहा, यह हमारे लिए एक बहुत ही रोमांचक क्षण है और मैं चाहती हूं कि हम सभी एक बहुत ही सकारात्मक मानसिकता के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे सके।'' हरमनप्रीत का यह पांचवा विश्व कप होगा, लेकिन 36 वर्षीय यह खिलाड़ी पहली बार वनडे विश्व कप में भारत का नेतृत्व करेंगी।
हरमनप्रीत ने इस पल को बचपन का सपना सच होने जैसा करार देते हुए कहा, मैं इतने वर्षों से कप्तानी कर रही हूं, खासकर टी20 विश्व कप में। वनडे विश्व कप में मैं पहली बार टीम का नेतृत्व करने जा रही हूं। मुझे आईसीसी विश्व कप में कप्तानी का अनुभव है लेकिन एकदिवसीय विश्व कप में अपनी टीम का नेतृत्व करना मेरे सपनों में से एक था। इसलिए मैं और मेरी टीम इस विश्व कप को जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।'' भारत ने पिछले टी20 विश्व कप के बाद से ही 50 ओवर के क्रिकेट पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है। टीम ने इस दौरान कई बार 300 से अधिक रन बनाकर जीत दर्ज की और इससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हमने पिछले टी20 विश्व कप के बाद निश्चित रूप से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट खेला है और हमने अधिक मैच जीते हैं। कई बार हमने 300 से ज्यादा रन बनाये है। कई सकारात्मक पहलू हैं। हमें इन चीजों से आत्मविश्वास मिलेगा। -
नयी दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के दौरान ‘प्रोमिस ट्र चिल्ड्रन' डिजिटल अभियान शुरू करने की सोमवार को घोषणा की। इस अभियान के तहत क्रिकेट प्रशंसकों, खिलाड़ियों और दर्शकों से सबसे कमजोर बच्चों समेत सभी बच्चों को समान अवसर दिलाए जाने के लिए प्रतिबद्ध होने का आग्रह किया जाएगा। यूनिसेफ द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, यूनिसेफ के राष्ट्रीय राजदूत एवं अभिनेता आयुष्मान खुराना और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान स्मृति मंधाना द्वारा समर्थित इस अभियान का उद्देश्य एकजुट करने की क्रिकेट की ताकत का उपयोग करते हुए बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना है। बच्चों के इन अधिकारों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पोषण, सुरक्षित जल, स्वच्छता और हिंसा से सुरक्षा शामिल है। विश्व क्रिकेट संस्था के अध्यक्ष जय शाह ने कहा, ‘‘आईसीसी दुनिया भर में लड़कियों और लड़कों को समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।'' उन्होंने कहा, ‘‘प्रॉमिस टू चिल्ड्रन अभियान के माध्यम से आईसीसी और यूनिसेफ बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों से लेकर प्रशंसकों तक क्रिकेट समुदाय को शामिल करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे स्वस्थ, पोषित, शिक्षित और खेलने में सक्षम हों।'' यूनिसेफ भारत की प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्रे ने कहा, ‘‘अरबों प्रशंसकों वाले क्रिकेट की बराबरी कोई नहीं कर सकता। यूनिसेफ-आईसीसी साझेदारी प्रत्येक लड़की और लड़के के लिए समान अवसर पैदा करने की संयुक्त प्रतिबद्धता पर आधारित है।'' यूनिसेफ के राष्ट्रीय राजदूत के रूप में जुड़े खुराना ने कहा कि उन्हें इस पहल का हिस्सा बनने पर गर्व है। अभिनेता ने कहा, ‘‘चाहे बड़ा हो या छोटा, प्रत्येक वादा वास्तविक परिवर्तन में योगदान दे सकता है और एक ऐसे समाज के निर्माण में मदद कर सकता है जिसमें सभी को समान अधिकार मिलें।'' मंधाना ने कहा, ‘‘एक क्रिकेटर होने के नाते मैं जानती हूं कि यह खेल कैसे महान समानता लाने वाला खेल है। ‘प्रोमिस टू चिल्ड्रन' एक व्यक्तिगत प्रतिबद्धता और सामूहिक ज़िम्मेदारी है ताकि बच्चों को एक खुशहाल, स्वस्थ और सुरक्षित बचपन मिल सके।'' बयान में कहा गया है कि इस अभियान में बच्चों के साथ क्रिकेट क्लीनिक, पूर्व क्रिकेटरों के साथ गोलमेज चर्चा, खिलाड़ियों और कमेंटेटर के साथ डिजिटल जुड़ाव और विश्व कप के दौरान ऑनलाइन और प्रसारण प्लेटफार्म पर जागरूकता अभियान शामिल होंगे। विश्व कप की मेजबानी भारत और श्रीलंका द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी।
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लंदन. इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने पिछले हफ्ते एशेज टीम में जगह नहीं मिलने के बाद सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर वोक्स ने इंग्लैंड के क्रिकेटर के रूप में अपने 15 साल के करियर में 62 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 2034 रन बनाए और 192 विकेट लिए। वोक्स (36 वर्ष) ने 122 एकदिवसीय और 33 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले जिनमें उन्होंने क्रमशः 1524 और 147 रन बनाए। उन्होंने सफेद गेंद के प्रारूप में कुल 204 विकेट चटकाए। वोक्स ने कहा, ‘‘वह क्षण आ गया है और मैंने फैसला किया है कि मेरे लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का सही समय आ गया है।'' वोक्स ने अपना आखिरी टेस्ट मैच भारत के खिलाफ द ओवल में खेला था जब वह पांचवें टेस्ट में मेहमान टीम को श्रृंखला बराबर करने से रोकने की नाकाम कोशिश करते हुए अपनी बांह को पट्टी से बांधकर बल्लेबाजी करने आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के लिए खेलना एक ऐसी चीज थी जिसका मैं बचपन से ही सपना देखता था और मैं उन सपनों को जीने के लिए बेहद भाग्यशाली महसूस करता हूं।'' वोक्स ने कहा, ‘‘इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करना, ‘थ्री लायंस' के ठप्पे वाली जर्सी पहनना और पिछले 15 वर्षों में टीम के साथियों के साथ मैदान साझा करना, ऐसी चीजें हैं जिन्हें मैं बहुत गर्व के साथ याद करूंगा।'' वोक्स इंग्लैंड की दो आईसीसी विश्व कप जीत का हिस्सा थे। उनकी मौजूदगी वाली इंग्लैंड की टीम ने 2019 का घरेलू एकदिवसीय विश्व कप और 2022 में ऑस्ट्रेलिया में हुआ टी20 विश्व कप जीता। उन्होंने कहा, ‘‘2011 में ऑस्ट्रेलिया में पदार्पण करना कल की बात लगती है लेकिन जब आप चीजों का लुत्फ उठाते हैं तो समय तेजी से निकल जाता है। दो विश्व कप जीतना और कुछ अद्भुत एशेज श्रृंखलाओं का हिस्सा होना ऐसा है जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था और मेरे साथियों के साथ वे यादें और जश्न हमेशा मेरे साथ रहेंगे।'' वोक्स ने कहा, ‘‘मेरे माता-पिता, मेरी पत्नी एमी और हमारी बेटियां लैला और एवी, इतने वर्षों तक आपके अटूट प्यार, समर्थन और त्याग के लिए शुक्रिया। आपके बिना यह सब संभव नहीं होता।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं काउंटी क्रिकेट खेलना जारी रखने और निकट भविष्य में फ्रेंचाइजी क्रिकेट में और अधिक अवसरों की तलाश करने के लिए उत्सुक हूं।
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दुबई. भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि कोई टूर्नामेंट जीतने के बाद किसी चैम्पियन टीम को ट्रॉफी नहीं दिया जाना उन्होंने पहले कभी नहीं देखा लेकिन यह भी कहा कि उनकी असली ट्रॉफी उनके 14 ‘अनमोल' साथी खिलाड़ी हैं । पाकिस्तान को दो सप्ताह के भीतर तीसरी बार हराने के साथ भारत ने एशिया कप जीता । सूर्यकुमार और उनकी टीम ने एशियाई क्रिकेट परिषद और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था । नकवी अपने भारत विरोधी रवैये के लिये जाने जाते हैं । भारतीय टीम ने नकवी से ट्रॉफी नहीं ली और नकवी मंच से उतरकर ट्रॉफी अपने साथ ले गए ।
सूर्यकुमार ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ जब से मैने क्रिकेट खेलना या देखना शुरू किया है, मैने ऐसा पहले कभी नहीं देखा कि विजयी टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई हो । और वह भी इतनी मेहनत से जीती गई ट्रॉफी । ऐसा नहीं है कि हमने आसानी से जीत ली । हमने काफी मेहनत से यह टूर्नामेंट जीता था ।'' उन्होंने मुस्कुराहट के पीछे अपनी मायूसी छिपाते हुए कहा ,‘‘ हम चार सितंबर से यहाँ थे, आज हमने एक मैच खेला। दो दिनों में लगातार दो अच्छे मैच। मुझे लगता है कि हम इसके हकदार थे। और मैं इससे ज़्यादा कुछ नहीं कह सकता। मुझे लगता है कि मैंने अपनी बात बहुत अच्छी तरह कह दी है।'' इसके बाद उन्होंने अपनी टीम को बहुत सुंदर संदेश दिया जिसमें अभिषेक शर्मा भी शामिल हैं जो उनके साथ बैठे थे । सूर्यकुमार ने कहा ,‘‘ अगर आप मुझे ट्रॉफियों के बारे में बतायें तो मेरी ट्रॉफियां मेरे ड्रेसिंग रूम में हैं। मेरे साथ सभी 14 खिलाड़ी। पूरा सहयोगी स्टाफ। यही असली ट्रॉफियां हैं। ये असली पल हैं जिन्हें मैं प्यारी यादों के रूप में अपने साथ ले जा रहा हूँ जो आगे भी हमेशा मेरे साथ रहेंगी। और बस इतना ही।'' सूर्यकुमार ने बाद में एक्स पर लिखा ,‘‘ मैच पूरा होने के बाद सिर्फ चैम्पियंस को याद रखा जाता है, ट्रॉफी की तस्वीर को नहीं ।'' उन्हें टी20 कप्तान नियुक्त हुए लगभग 14 महीने हो गए हैं और यह निश्चित रूप से उनके लिए सबसे बड़ा टूर्नामेंट था, हालाँकि उनका अपना बल्ला इस दौरान खामोश रहा। निराशा का भाव बना रहता है, लेकिन जब वे "भारत, एशिया कप, 2025 चैंपियन" देखते हैं, तो वह गायब हो जाता है । सूर्यकुमार ने उस समय भी अपना संयम बनाए रखा जब एक पाकिस्तानी पत्रकार ने उन पर पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से हाथ मिलाने से इनकार और फाइनल से पहले पारंपरिक फोटोशूट में शामिल नहीं होकर क्रिकेट के मैदान पर तुच्छ राजनीति करने का आरोप लगाया । जब भारतीय मीडिया मैनेजर ने उस पत्रकार को रोकना चाहा तो सूर्यकुमार ने मुस्कुराते हुए कहा ,‘‘ आप नाराज हो रहे हैं, है ना । इतने नाराज क्यो हैं। आपने एक सवाल में चार सवाल पूछ लिये ।'' एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा कि क्या उन्हें पता है कि बीसीसीआई ने एसीसी को ईमेल भेजा कि टीम नकवी से ट्रॉफी नहीं लेगी ।
सूर्यकुमार ने कहा ,‘‘ मुझे नहीं पता कि आप किस ईमेल की बात कर रहे हैं । मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है । हमने मैदान पर यह फैसला लिया और किसी ने हमसे ऐसा करने के लिये नहीं कहा था।'' उन्होंने कहा ,‘‘ और हम इंतजार कर रहे हैं । आप टूर्नामेंट जीतते हैं तो ट्रॉफी के हकदार तो हैं । आप ही बताइये ।'' इस पर पाकिस्तानी पत्रकार ने हामी में सिर हिलाया । भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया । भारत ने टूर्नामेंट में पाकिस्तान से तीन मैच खेले और तीनों जीते । एआई के माध्यम से सूर्य और तिलक द्वारा एशिया कप थामने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है और जब कप्तान से पूछा गया कि ट्रॉफी के बिना जश्न कैसा रहा, तो उन्होंने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने कहा ,‘‘ आपने ट्रॉफी नहीं देखी । मैं इसे लाया । टीम पोडियम पर बैठी थी । अभिषेक और शुभमन ने ट्रॉफी के साथ फोटो भी पोस्ट की है जो बहुत अच्छी लग रही है ।'' एक पत्रकार ने उनसे उस घटनाक्रम के बारे में पूछा जब टीम ने पाकिस्तान के गृहमंत्री से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया । सूर्यकुमार ने कहा ,‘‘ रिंकू सिंह ने चौका लगाया । भारत ने एशिया कप जीता । इसके बाद हम बाहर आये और जश्न मना रहे थे । हर खिलाड़ी की उपलब्धि की तारीफ कर रहे थे । तिलक , कुलदीप और भाई (अभिषेक) को कार मिली । हमने उसका भी जश्न मनाया । और आपको क्या चाहिये । यही घटनाक्रम था जो हम हासिल करना चाहते थे । उन्होंने कहा , हमने चैम्पियंस का बोर्ड आते और जाते देखा । यह होता रहता है । यह जिंदगी का हिस्सा है । -
नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज सोमवार को शिवाजी स्टेडियम, नई दिल्ली में 5वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला इंटर-डिपार्टमेंट नेशनल चैंपियनशिप 2025 का उद्घाटन किया। इस मौके पर इंडियन ऑयल के चेयरमैन ए.एस. साहनी, हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार तिर्की, फेडरेशन के सदस्य, कोच, सपोर्ट स्टाफ और कई स्कूलों के उत्साही छात्र मौजूद रहे। सभा को संबोधित करते हुए पुरी ने बताया कि इंडियन ऑयल और अन्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है बल्कि खेलों को भी लगातार प्रोत्साहित किया है। इन कंपनियों ने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल करने में मदद की है।
उन्होंने भारतीय हॉकी की प्रेरणादायक यात्रा को याद करते हुए कहा कि हरबिंदर सिंह, जफर इकबाल, अजीतपाल सिंह, एम.एम. सोमाया और राजिंदर सिंह जैसे महान खिलाड़ियों ने पूरी पीढ़ियों को प्रेरित किया है। उन्होंने खुशी जताई कि अब भारतीय महिला हॉकी भी विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन कर रही है। रानी रामपाल, प्रीतम रानी सिवाच, सविता पुनिया और वंदना कटारिया जैसी खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित किया है और युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खेलों में अनुशासन, टीमवर्क और निष्पक्ष खेल की जो भावना है, वही सिद्धांत कूटनीति, प्रशासन और पेशेवर जीवन में भी सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने सभी टीमों को बधाई दी और भरोसा जताया कि यह चैंपियनशिप न केवल बेहतरीन प्रतिभा दिखाएगी बल्कि और अधिक युवाओं को हॉकी अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।पुरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में खेलों को राष्ट्र निर्माण और युवा सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण साधन माना जा रहा है। हाल के वर्षों में खेलों पर जोर बढ़ा है। खेलो इंडिया, टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) और फिट इंडिया मूवमेंट जैसी योजनाओं ने खिलाड़ियों के लिए मजबूत सहयोगी सिस्टम तैयार किया है। खेल ढांचे में निवेश और महिला खेलों पर विशेष ध्यान ने भारतीय एथलीटों को एशियाई खेलों, कॉमनवेल्थ गेम्स और ओलंपिक में रिकॉर्ड उपलब्धियां दिलाई हैं। उन्होंने कहा, “यह चैंपियनशिप केवल जीत के लिए नहीं, बल्कि उन सपनों के लिए याद की जाए जो यह जगाती है, उन दोस्तियों के लिए जो यह बनाती है और उस प्रगति के लिए जो यह प्रेरित करती है। सर्वश्रेष्ठ टीम जीते, और हर खिलाड़ी अनुभव और आत्मविश्वास में और समृद्ध होकर उभरे। हम मिलकर भारतीय खेलों, भारतीय महिलाओं और अपने राष्ट्र का मजबूत भविष्य बना रहे हैं।” -
नयी दिल्ली. बुल्गारिया के रुझदी ने रविवार को यहां विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की पुरुष गोला फेंक एफ55 स्पर्धा में विश्व रिकॉर्ड थ्रो के साथ लगातार छठा स्वर्ण पदक जीता। चौंतीस साल के रुझदी ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में 12.94 मीटर की दूरी के साथ 12.68 मीटर के अपने ही पिछले विश्व रिकॉर्ड में सुधार किया जो उन्होंने पेरिस में 2023 विश्व चैंपियनशिप के दौरान बनाया था। इस स्पर्धा में खिलाड़ी बैठकर प्रतिस्पर्धा करते हैं क्योंकि उनके निचले अंग काम नहीं करते। रुझदी एक कार दुर्घटना में घायल हो गए थे जिसके कारण कमर के नीचे का उनका शरीर काम नहीं करता। उन्होंने 2015 में दोहा से विश्व चैंपियनशिप के प्रत्येक सत्र में स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने तीसरी बार विश्व रिकॉर्ड प्रयास के साथ खिताब जीता। सर्बिया के नेबोसा ड्यूरिक ने 12.52 मीटर के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत जबकि स्कॉटलैंड के लेच स्टोल्टमैन ने 12.02 मीटर के प्रयास से कांस्य पदक जीता। प्रतियोगिता के दूसरे दिन सुबह के सत्र में तीन विश्व रिकॉर्ड बने।
मलेशिया के अब्दुल लतीफ रोमली ने पुरुष लंबी कूद टी20 स्पर्धा में 7.67 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक की हैट्रिक बनाई जबकि यूक्रेन के वोलोदिमिर पोनोमरेंको ने पुरष गोला फेंक टी12 स्पर्धा में 17.39 मीटर के नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ खिताब अपने नाम किया। रोमली का लंबी कूद स्पर्धा में दबदबा रहा है। इस स्पर्धा में उन्होंने पांच स्वर्ण और एक रजत पदक जीता है। विश्व चैंपियनशिप में उन्हें एकमात्र बार शिकस्त का सामना दुबई में 2019 में करना पड़ा था। अल्जीरिया की नसीमा सैफी ने महिला चक्का फेंका एफ57 स्पर्धा में 34.54 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक की दोहरी हैट्रिक बनाई। स्पर्धा में उनके दबदबे का अंदाजा इस बात से लगता है कि उनके पांचों वैध थ्रो 32 मीटर से अधिक के थे जबकि चीन की रजत पदक विजेता टियान यूशिन का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 30.30 मीटर रहा। इन दोनों के अलावा कोई अन्य खिलाड़ी 30 मीटर के आंकड़े को पार नहीं कर सकी। स्विट्जरलैंड की कैथरीन डिब्रनर ने महिला 5000 मीटर टी54 स्पर्धा में 12 मिनट 18.29 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने चीन की गत चैंपियन टियान याजुआन और अपनी ही टीम की साथी पैट्रीसिया इचस को पछाड़ा। दूसरे दिन हालांकि भारत को कोई पदक नहीं मिला। शनिवार को भारत ने एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था। लंबी कूद के एथलीट विकास ने पुरुषों की टी47 लंबी कूद स्पर्धा के फाइनल में 6.96 मीटर के प्रयास के साथ छठे स्थान पर रहे। वहीं अजय सिंह सत्र के 6.31 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बेहतर नहीं कर पाए और 10वें स्थान पर रहे। प्रवीण कुमार और हेम चंद्रा ने पुरुषों की भाला फेंक एफ57 स्पर्धा में क्रमश: नौवां और दसवां स्थान हासिल किया जबकि धावक राकेशभाई भट्ट और श्रेयांश त्रिवेदी पुरुषों की 100 मीटर टी37 दौड़ में क्रमश: सातवें और आठवें स्थान पर रहे। -
नयी दिल्ली. उभरती हुई निशानेबाज अनुष्का ठोकुर ने रविवार को यहां आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल कर दूसरा स्वर्ण जीता जबकि एड्रियन करमाकर ने इसी स्पर्धा के पुरुष वर्ग में रजत पदक हासिल किया। इससे भारत के पदकों की संख्या 13 हो गई है जिसमें चार स्वर्ण, छह रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं।
व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट (एआईएन) तीन स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक से दूसरे स्थान पर है जबकि इटली दो स्वर्ण और एक रजत पदक के साथ तीसरे स्थान पर है। अठारह वर्षीय अनुष्का ने चार दिन में जूनियर विश्व कप में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने प्रतियोगिता के पहले दिन महिलाओं की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल किया था। व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट अनास्तासिया सोरोकिना 454.9 अंक से रजत पदक जीता और मारिया क्रुग्लोवा ने 444.0 अंक से कांस्य पदक जीता। फाइनल में पहुंची अन्य भारतीयों में माहित संधू पांचवें स्थान और प्राची गायकवाड़ सातवें स्थान पर रहीं। जूनियर पुरुषों की थ्रीपी स्पर्धा में घरेलू निशानेबाज एड्रियन ने फाइनल में 454.8 अंक से रजत पदक जीता। व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट दिमित्री पिमेनोव ने 459.9 अंक से स्वर्ण पदक हासिल किया। एक अन्य व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट कामिल नूरियाखमेतोव ने 441.0 अंक से कांस्य पदक जीता। - नई दिल्ली। एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला 28 सितंबर को भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के बीच खेला गया. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला दुबई के दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया. इस रोमांचक मुकाबले में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया हैं. इसके साथ ही टीम इंडिया ने नौवीं बार एशिया कप का खिताब अपने नाम किया हैं. इस एडिशन में टीम इंडिया ने तीसरी बार पाकिस्तान को धूल चटाई हैं. इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया की अगुवाई सूर्यकुमार यादव कर रहें थे. जबकि, पाकिस्तान की अगुवाई सलमान आघा के कंधों पर थीं.एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव आघा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. टॉस गवांने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की पूरी टीम 19.1 ओवरों में 146 रन बनाकर सिमट गई. टीम इंडिया को यह मुकाबला जीतने के लिए 20 ओवर में 147 रन बनाने थे. लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने 19.4 ओवर में पांच विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया.टीम इंडिया की जीत की सबसे बड़ी वजहतिलक वर्मा और शिवम दुबे की शानदार बल्लेबाजीटीम इंडिया के 20 रन पर टीम विकेट गिरने के बाद तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने पारी को संभाला और दोनों ने चौथे विकेट के लिए 57 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई. 77 रन के स्कोर पर संजू सैमसन 24 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. संजू सैमसन का विकेट गिरने के बाद शिवम दुबे बल्लेबाजी करने उतरे. तिलक वर्मा के साथ मिलकर शिवम दुबे ने शानदार बल्लेबाजी की. दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर टीम को यादगार जीत दिलाई. इस मुकाबले में तिलक वर्मा ने गेंदों पर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 69 रन बनाए. इस दौरान तिलक वर्मा के बल्ले से तीन चौके और चार छक्के निकलें. तिलक वर्मा के अलावा शिवम दुबे ने 33 रन बटोरे.गेंदबाजों ने तोड़ी पाकिस्तान की कमरदुबई में पाकिस्तान को सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान और फखर जमान ने ताबड़तोड़ शुरूआत दी. पहले विकेट के लिए दोनों सलामी बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 84 रन बोर्ड पर जड़ दिए. इसके बाद टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज वरूण चक्रवर्ती ने पहली कामयाबी दिलाई. टीम इंडिया के गेंदबाजों ने ऐसी गेंदबाजी की जिसके चतले पाकिस्तान की पूरी टीम महज 146 रनों पर सिमट गई. टीम इंडिया की ओर से कुलदीप यादव ने सबसे ज्यादा चार विकेट अपने नाम किए. कुलदीप यादव के अलावा जसप्रीत बुमराह, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट चटकाए.कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाजीबता दें कि पाकिस्तान को शानदार शुरूआत मिलने के बाद टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज वरूण चक्रवर्ती ने पहली कामयाबी दिलाई. कुलदीप यादव ने आते ही पाकिस्तान के लिए बड़ी साझेदारी कर रहे फखर जमान और सईम अय्यूब की जोड़ी को तोड़ा. कुलदीप यादव ने पाकिस्तान के स्टार बल्लेबाज सईम अयूब 14 रन, सलमान आगा 8 रन, फहीम अशरफ 0 रन और शाहीन अफरीदी 0 रन को अपना शिकार बनाया. इस टूर्नामेंट में कुलदीप यादव ने अबतक कुल 17 विकेट अपने नाम कर चुके हैं.
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अहमदाबाद।. दो बार के ओलंपियन साजन प्रकाश और श्रीहरि नटराज रविवार से शुरू हो रही 11वीं एशियाई एक्वाटिक्स चैंपियनशिप में महाद्वीप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ भारतीय चुनौती का नेतृत्व करेंगे। इस चैंपियनशिप का आयोजन नारनपुरा के नवनिर्मित अत्याधुनिक वीर सावरकर खेल परिसर में किया जा रहा है। इसमें भारत के कुल 40 तैराक (20 पुरुष और 20 महिला) प्रतिस्पर्धा करेंगे। भारतीय दल पिछले एक महीने से राष्ट्रीय कोचिंग शिविर के तहत नारनपुरा में ही अभ्यास कर रहा है। एशियाई एक्वाटिक्स कैलेंडर की इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए 29 देशों से 1,100 से अधिक खिलाड़ी, कोच और तकनीकी अधिकारी यहां पहुंचे चुके हैं। यह चैंपियनशिप अगले साल जापान के नागोया में होने वाले एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाइंग स्पर्धा के रूप में भी काम करेगी। प्रकाश और नटराज के अलावा भारत को महिलाओं की श्रेणी में धिनिधि देसिंगु और भव्या सचदेवा से पदक की उम्मीदें होंगी। चीन के प्रभुत्व वाले इस प्रतियोगिता से भारत के मुख्य कोच निहार अमीन को भारतीय तैराकों से पदक की उम्मीदें है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने वीर सावरकर खेल परिसर में बहुत अच्छी तैयारी की है। इसके तरणताल में खिलाड़ियों को अपनी गति बढ़ाने का मौका मिलता है। झे पूरा विश्वास है कि हमारे तैराक यहां अच्छा प्रदर्शन करेंगे।'' उन्होंने आगे कहा कि प्रकाश, नटराज और रोहित बी बेनेडिक्ट अपनी स्पर्धा में पदक जीत सकते हैं।अमीन ने कहा, ‘‘हमें कम से कम तीन-चार पदक जीतने चाहिए। प्रकाश 200 मीटर बटरफ्लाई में अगर सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के अपने प्रदर्शन को दोहरा सकें तो उनका पदक जीतना तय है। यही बात श्रीहरि पर भी लागू होती है। वह 100 मीटर और 200 मीटर बैकस्ट्रोक में भाग लेंगे। रोहित के पास भी 200 मीटर फ्रीस्टाइल में पदक जीतने का मौका है।'' उन्होंने कहा, ‘‘महिलाओं में, धिनिधि देसिंगु, भव्या सचदेवा, नीना वेंकटेश, और सौभृति मंडल सभी अच्छा समय निकाल रही हैं। '' प्रतियोगिता में वाटर पोलो (10 पुरुष टीम और आठ महिला टीम) के अलावा गोताखोरी में 16 , कलात्मक तैराकी में 10 देशों और तैराकी में 21 देश के खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे।
भारतीय तैराकी दल:
पुरुष: एस धनुष, शॉन गांगुली, जोशुआ थॉमस, अनीश गौड़ा, रोहित बी बेनेडिक्ट, अद्वैत पेज, साजन प्रकाश, बिक्रम चांगमई, हीर गीतेश शाह, एमएस यदेश बाबू, विदिथ एस शंकर, कुशाग्र रावत, जननजॉय ज्योति हजारिका, आकाश मणि, निथिक नाथेला, मणिकांत एल, विनायक वी, लिखित एसपी, ऋषभ अनुपम दास, श्रीहरि नटराज। महिला: थान्या एस, सृष्टि उपाध्याय, विहिता नयना, नीना वेंकटेश, मानवी वर्मा, वृत्ति अग्रवाल, रोशिनी बी, धीनिधि देसिंघु, भाव्या सचदेवा, आस्था चौधरी, श्रीनिधि नतेसन, नायशा, अदिति सतीश हेगड़े, सानवी देशवाल, संजना प्रभुगांवकर, रुजुला एस, सौब्रीटी मंडल, एम रित्विका, अवंतिका चव्हाण, हर्षिता जयराम। - शिलांग,। छह बार की विश्व मुक्केबाज चैंपियन मैरी कॉम के फरीदाबाद स्थित आवास पर चोरों ने उस समय वारदात को अंजाम दिया जब वह (मैरी कॉम) मेघालय के सोहरा में मैराथन कार्यक्रम में भाग लेने गई थीं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। मैरी कॉम ने मैराथन आयोजकों को बताया कि जब वह इस आयोजन के लिए पूर्वोत्तर राज्य में थीं, तब उन्हें राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपने घर में चोरी की खबर मिली। उन्होंने सोहरा में मैराथन आयोजकों से कहा, "मैं डरी हुई और चिंतित हूं, क्योंकि मुझे आज दिल्ली लौटना था। चोरी इसी सप्ताह की शुरुआत में हुई थी।" उन्होंने बताया कि चोरी की गई वस्तुओं का विवरण अभी पता नहीं चल पाया है और दिल्ली वापसी पर ही इस संबंध में स्थिति स्पष्ट होगी। हालांकि उनके एक करीबी सहयोगी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि चोर उनके घर से एक टेलीविजन सेट और अन्य सामान ले गए हैं। उसने कहा, "उनके पड़ोसियों ने उन्हें (मैरी कॉम) बताया कि यह घटना इस सप्ताह की शुरुआत में हुई थी। उन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया है।" मैरी कॉम मणिपुर की रहने वाली हैं और उन्हें भारत के नामचीन एथलीट में शुमार किया जाता है ।

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