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- नयी दिल्ली। मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने सोमवार को कहा कि उसने अपनी प्रीमियम हैचबैक बलेनो के नए संस्करण की बुकिंग शुरू कर दी है। ऑटो कंपनी ने एक बयान में कहा कि ग्राहक नयी बलेनो को 11,000 रुपये के भुगतान के साथ बुक कर सकते हैं। एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘बलेनो ब्रांड ने भारत में प्रीमियम हैचबैक को फिर से परिभाषित किया है। बलेनो के 10 लाख से अधिक संतुष्ट ग्राहकों के साथ, यह प्रीमियम हैचबैक खंड में अग्रणी है और लगातार देश में शीर्ष पांच सबसे अधिक बिकने वाली कारों में शामिल है।’’इसके अलावा कंपनी ने यह भी बताया नई बलेनो में इमर्सिव ड्राइविंग एक्सपीरियंस के लिए हेड-अप डिस्प्ले (एचयूडी) का भी इस्तेमाल करेगी। मारुति ने अभी तक कार की नई कीमत के बार में कोई जानकारी नहीं दी है। 2022 Maruti Suzuki Baleno को फरवरी के आखिरी में लाया जा सकता है। 2022 मारुति सुजुकी बलेनो आउटगोइंग मॉडल के मुकाबले में अपडेटिड डिजाइन के साथ आ रही है। इसके साथ ही इसमें कई और अपडेटेड फीचर्स मिलने वाले है।फीचर्सफेसलिफ़्टेड बलेनो में इंटीग्रेटेड LED DRL के साथ फुल एलईडी हेडलैम्प दिए जाएंगे। साथ ही, एक अपडेटेड ग्रिल होगी जिसमें क्रोम इंसर्ट दिया जाएगा। बलेनो में रिवाइज्ड LED फॉग लाइट, एयर डैम और एक रीमास्टर्ड फ्रंट बंपर भी मिलेगा। इससे पहले आईं रिपोर्ट्स में कहा गया था कि बलेनो को कई एक्सटीरियर एलिमेंट्स के साथ अपडेट किया जाएगा, जैसे कि नए अलॉय व्हील, रैपराउंड टू-पीस LED टेल लाइट्स, एक हाई-माउंटेड स्टॉप लैंप के साथ इंटीग्रेटेड स्पॉइलर, शार्क-फिन एंटीना, और एक नया डिज़ाइन रिफ्लेक्टर के साथ रियर बंपर।इंजन की बात करें तो नई बलेनो में वही 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन दिए जाने की संभावना है। यह इंजन 5-स्पीड मैनुअल यूनिट और एक सीवीटी यूनिट के साथ आएगा। लॉन्च होने पर नई बलेनो का सीधा मुकाबला Hyundai i20, Tata Altroz, Toyota Glanza और साथ ही Honda Jazz जैसी गाड़ियों के साथ रहेगा।है।
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मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) घरेलू बाजार में सर्वाधिक 64.1 फीसदी हिस्सेदारी के साथ ही इक्विटी पर सर्वाधिक 82 फीसदी का रिटर्न देने वाली अपने क्षेत्र में दुनिया की सबसे अग्रणी कंपनी है। एलआईसी की 2020 में घरेलू बाजार में हिस्सेदारी 64.1 फीसदी से अधिक थी। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी जीवन बीमा प्रीमियम के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है। क्रिसिल ने नवंबर 2021 में तैयार अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। यह रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक 2000 से पहले के दौर में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 100 फीसदी थी जो धीरे-धीरे घटकर 2016 में 71.8 फीसदी पर आ गई। 2020 में एलआईसी की बाजार में हिस्सेदारी और कम होकर 64.1 फीसदी रह गई। देश में दूसरी सबसे बड़ी जीवन बीमाकर्ता कंपनी एसबीआई लाइफ की 2016 में बाजार में हिस्सेदारी सिर्फ पांच फीसदी और 2020 में आठ फीसदी थी। रिपोर्ट के मुताबिक सकल लिखित प्रीमियम (जीडब्ल्यूपी) की 64.1 फीसदी या 56.045 अरब डॉलर के साथ बाजार में एलआईसी जितनी हिस्सेदारी विश्वभर में किसी और कंपनी की नहीं है। मार्च 2021 तक एलआईसी से 13.5 लाख एजेंट जुड़े थे, जो देश में कुल एजेंट नेटवर्क का 55 फीसदी और दूसरे सबसे बड़े जीवन बीमाकर्ता एसबीआई लाइफ के मुकाबले 7.2 गुना अधिक है। दुनिया में कहीं पर भी बाजार हिस्सेदारी के मामले में पहले स्थान पर आने वाले कंपनी और दूसरे स्थान पर आने वाली कंपनी के बीच इतना अंतर नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में एसबीआई लाइफ की बाजार हिस्सेदारी सिर्फ आठ फीसदी थी वहीं एलआईसी की 64.1 फीसदी। हालांकि, मुनाफे की बात करें तो वित्त वर्ष 2020-21 में महज 40.6 करोड़ रुपये की शुद्ध आय के साथ एलआईसी काफी पीछे है।
- नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि जीएसटी परिषद की अगली बैठक में विमान ईंधन एटीएफ को माल और सेवा कर-जीएसटी के दायरे में लाने के लिए विचार विमर्श होगा। श्रीमती सीतारामन ने रविवार शाम उद्योग संगठन एसोचैम के साथ बजट बाद के विचार विमर्श में कहा कि वैश्विक स्तर पर ईंधन की बढ़ती कीमतें चिंता का विषय है।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत वैश्विक घटनाक्रमों की वजह से उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है। इन घटनाक्रमों में अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा नरम मौद्रिक रुख को वापस लेना भी शामिल है। सीतारमण ने रविवार को उद्योग मंडल फिक्की के साथ बजट-बाद परिचर्चा में कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को वैश्विक घटनाक्रमों से किसी तरह प्रभावित नहीं होने देगी। उन्होंने कॉरपोरेट जगत का आह्वान किया कि वे अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार का लाभ उठाएं और निवेश बढ़ाएं। वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘अब टीम इंडिया के रूप में हमारे पास उबरने का मौका है। हम ऐसे मोड़ पर है जबकि अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार पूरी तरह स्पष्ट है। इस पुनरुद्धार की वजह से भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनेगा। यह रुख अगले वित्त वर्ष में भी जारी रहेगा।'' उन्होंने कहा कि महामारी के बाद दुनिया में बदलाव आया है और उद्योग के नेतृत्व को यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत इस बार ‘बस' में सवार होने से नहीं चूके।'' उन्होंने कहा कि वैश्विक वित्तीय संकट के समय भारत ने ऐसा अवसर गंवा दिया था।सीतारमण ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक और सरकार मिलकर काम कर रहे हैं और वे वैश्विक वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को देख रहे हैं कि क्या चल रहा है। हमने भारत सरकार के समक्ष 2012-13 और 2013-14 में आए पिछले संकट से सबक सीखा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारी वैश्विक रणनीतिक घटनाक्रमों पर नजर है। फेडरल रिजर्व के निर्णय और साथ ही वैश्विक मुद्रास्फीतिक दबाव को हम देख रहे हैं। इन चीजों पर हमारी नजदीकी निगाह है। मैं यहां मौजूद नेतृत्व को आश्वस्त करना चाहती हूं कि तैयारियों की वजह से अर्थव्यवस्था को हम कोई नुकसान नहीं होने देंगे।'' उन्होंने भरोसा जताया कि भारत आगे बढ़ेगा और सतत वृद्धि दर्ज करेगा। ‘‘2047 से पहले हम दुनिया के कुछ बेहद विकसित देशों में होंगे।
- नयी दिल्ली। गोदरेज प्रॉपर्टीज ने चालू तिमाही में रिकॉर्ड बिक्री बुकिंग होने की उम्मीद जताई है। कंपनी ने कहा है कि मजबूत मांग के बीच और करीब 10 नई आवासीय परियोजनाओं की शुरुआत के चलते उसकी बिक्री बुकिंग 2,632 करोड़ रुपये के पिछले उच्चस्तर को पीछे छोड़ देगी। गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड (जीपीएल) के कार्यकारी चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत सभी प्रमुख शहरों में आवास बाजार में मजबूत पुनरुद्धार हुआ है। तीसरी तिमाही में जीपीएल की बिक्री बुकिंग चार फीसदी वृद्धि के साथ 1,541 करोड़ रुपये रही है। हालांकि, कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में प्रदर्शन के मजबूत रहने की उम्मीद जताई। पिरोजशा ने कहा, ‘‘कई नई परियोजनाओं को शुरू करने में देरी हुई। पिछली तिमाही में हम केवल तीन परियोजनाएं शुरू कर पाए, जबकि इस तिमाही में हम दस परियोजनाएं शुरू करेंगे जिससे यह एक अहम तिमाही होगी।'' उन्होंने उम्मीद जताई कि चालू तिमाही में 2,700 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग का आंकड़ा भी पार हो जाएगा। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने के दौरान कंपनी ने 4,613 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग की है जो पिछले वर्ष के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक है। पिछले हफ्ते जीपीएल ने बताया था कि दिसंबर, 2021 में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ करीब तिगुना होकर 38.95 करोड़ रुपये हो गया।
- नयी दिल्ली। अडाणी समूह ने मुंबई में एक डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए नई सहायक कंपनी बनाई है। उद्योगपति कारोबारी गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह ने डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए देश में आधा दर्जन शहरों की पहचान की है, जिसमें मुंबई एक है। अडाणी समूह की फर्म ने शेयर बाजार को बताया कि अडाणी एंटरप्राइजेज और एजकॉनेक्स यूरोप बीवी के 50:50 हिस्सेदारी वाले संयुक्त उद्यम अडाणीकोनेक्स प्राइवेट लिमिटेड ने चार फरवरी को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई मुंबई डेटा सेंटर लिमिटेड को गठित किया। शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक नई इकाई डेटा केंद्रों, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), सूचना प्रौद्योगिकी-सक्षम सेवाओं (आईटीईएस), क्लाउड के विकास, संचालन, रखरखाव से संबंधित सेवाएं देने का कार्य करेगी।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लग्जरी कार कंपनी ऑडी भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के स्थानीय स्तर पर विनिर्माण की संभावनाओं का आकलन कर रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी ने फैसला किया है कि 2033 से वह दुनियाभर में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कार कंपनी बन जाएगी। हालांकि, उसके इलेक्ट्रिक वाहनों के स्थानीय विनिर्माण में जरूर वक्त लगेगा। भारत से कंपनी को अबतक बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। कंपनी की प्रतिद्वंद्वी मर्सिडीज बेंज ने घोषणा की है कि इस वर्ष से वह भारत में अपनी पूर्ण इलेक्ट्रिक इक्यूएस सेडान को स्थानीय स्तर पर तैयार करेगी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा, ‘‘भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की स्वीकार्यता का हम आकलन कर रहे हैं।'' ढिल्लों ने यह भी कहा, ‘‘आपको यह समझना होगा कि ऑडी इंडिया या ऑडी एजी के तौर पर हम यह फैसला पहले ही कर चुके हैं कि 2033 तक हम पूर्ण इलेक्ट्रिक कार कंपनी बन जाएंगे। यह तो वक्त के साथ होना ही है।'' उन्होंने कहा कि बीते सात महीने में ऑडी इंडिया ने भारत में पांच इलेक्ट्रिक कारें उतारी हैं और इन 12 महीनों में वह इनकी बिक्री करती रहेगी। भारत में ऑडी की पांच इलेक्ट्रिक कारें हैं- ई-ट्रॉन 50, ई-ट्रॉन 55, ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक 55, ई-ट्रॉन जीटी और आरएस ई-ट्रॉन जीटी। उन्होंने कहा कि जहां तक स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग का सवाल है, तो हम इसका आकलन कर रहे हैं। ‘‘हमें संख्या के लिहाज से एक आंकड़े तक पहुंचना होगा। उसके बाद ही हम स्थानीय स्तर पर कारों का विनिर्माण शुरू कर सकते हैं।'
- नयी दिल्ली। देश की पहली एयरलाइन कंपनी का नाम चुनने के लिए टाटा कंपनी के कर्मचारियों के बीच 75 वर्ष से भी अधिक समय पहले एक जनमत संग्रह हुआ था। उनके पास चार नामों के विकल्प थे जिनमें से अंतत: ‘एयर इंडिया' नाम चुना गया था।। लगभग सात दशक पहले एयर इंडिया टाटा के हाथों से निकलकर सरकार के पास चली गई थी। अभी लगभग दस दिन पहले टाटा समूह ने एयर इंडिया का औपचारिक रूप से नियंत्रण फिर हासिल किया है। समूह ने रविवार को इस एयरलाइन के इतिहास के बारे में दिलचस्प जानकारी साझा की।यह 1946 की बात है जब टाटा संस का हिस्सा रही टाटा एयर लाइंस का विस्तार एक कंपनी के रूप में हुआ। तब इस कंपनी का नाम चुना जाना था। टाटा समूह ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘भारत की पहली एयरलाइन कंपनी के नाम के लिए विकल्प थे इंडियन एयरलाइंस, पैन-इंडियन एयरलाइंस, ट्रांस-इंडियन एयरलाइंस और एयर इंडिया।'' टाटा समूह ने कई ट्वीट किए और दो तस्वीरें भी साझा कीं जिनमें टाटा के 1946 के मासिक बुलेटिन के अंश भी शामिल हैं। इन ट्वीट को एयर इंडिया ने रीट्वीट भी किया। बुलेटिन में कहा गया कि एयरलाइन के नाम के चयन के लिए जनमत सर्वेक्षण करने का विचार हुआ। इसके लिए टाटा समूह के कर्मचारियों के बीच मत पत्र वितरित किए गए। इसमें बताया गया, ‘‘पहली गणना में 64 मत एयर इंडिया के पक्ष में, 51 इंडियन एयर लाइंस के लिए, 28 मत ट्रांस इंडियन एयरलाइंस और 19 पैन-इंडियन एयरलाइंस के लिए पड़े। अंतिम गणना में 72 मत एयर इंडिया के लिए और 58 इंडियन एयरलाइंस के पक्ष में थे।'' इस तरह नई कंपनी का नाम ‘एयर इंडिया' रखा गया। इस वर्ष 27 जनवरी को टाटा समूह ने एयर इंडिया, इसकी अनुषंगी एयर इंडिया एक्सप्रेस पर आधिकारिक नियंत्रण हासिल कर लिया। समूह ने संयुक्त उपक्रम एआईएसएटीएस में भी 50 प्रतिशत हिस्सेदारी प्राप्त की है।
- नयी दिल्ली। कॉरपोरेट जगत के दिग्गजों ने रविवार को स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज देश ने एक महान हस्ती को खो दिया है।आरपी संजीव गोयनका समूह के चेयरमैन संजीव गोयनका ने कहा कि लता जी का संगीत आने वाले वर्षों में भी सभी को मंत्रमुग्ध करता रहेगा।’ आरपी गोयनका समूह के पास सबसे पुराने संगीत लेबल सारेगामा का स्वामित्व है।गोयनका ने कहा, ‘‘लता जी और मेरी मां आपस में बहनों की तरह थीं। वह हमारे परिवार के लिए एक सच्ची प्रेरणा थीं। हालांकि, आज वह नहीं हैं, लेकिन उनका संगीत वर्षों तक हमें उनकी याद दिलाता रहेगा। मेरा परिवार हमेशा उनके प्यार और स्नेह को याद रखेगा।’’लता मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनका काफी दिनों से वहां इलाज चल रहा था। 92 वर्षीय महान गायिका को जनवरी की शुरुआत में दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था।प्रमुख उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘‘आप क्या कह सकते हैं जबकि आपकी आवाज चली गई ...ओम शांति।अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा कि उनकी आवाज, आकर्षण और संगीत पीढ़ियों तक कायम रहेगा।अडाणी ने ट्वीट किया, ‘‘यदि किसी ने पूरे भारत का प्रतिनिधित्व किया है, तो वह लता दीदी ही थीं। दीदी ने 36 भाषाओं में गाया है। अरबों लोग उनको याद करेंगे।’’जैव प्रौद्योगिकी कंपनी बायोकॉन की कार्यकारी चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ ने लता मंगेशकर को याद करते हुए उनका गाया गाना ‘तू जहां जहां चलेगा’ साझा किया।इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के चेयरमैन एस एम वैद्य ने कहा कि आज देश की स्वर कोकिला की आवाज थम गई। उन्होंने कहा कि इस नुकसान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। लता जी ने आठ पीढ़ियों तक भारतीयों को मंत्रमुग्ध किया है और वह हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी।अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा कि यह काफी दुखी करने वाला दिन है। मैं इस महान भारतीय हस्ती के निधन में देश के साथ शोक में शामिल हूं।’’लता मंगेशकर को ‘मेलोडी क्वीन’ कहा जाता था। उन्होंने पांच साल की उम्र में गाने का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। गायिका के रूप में उनके करियर की शुरुआत 1942 में हुई थी। उन्होंने हिंदी, मराठी, तमिल, कन्नड़, बांग्ला सहित 36 भारतीय भाषाओं में गाने गाए हैं।
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मुंबई। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 का बजट एक चौथाई सदी के सतत विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने मांग पक्ष की तुलना में आपूर्ति-पक्ष पर अधिक ध्यान देने की आलोचना पर भी ध्यान नहीं देने का अनुरोध किया। सरकार ने एक फरवरी को बिना कर वृद्धि के बजट पेश किया। इस बजट में किसी प्रकार का कोई नया राजस्व सृजन उपाय नहीं किया गया है। हालांकि बजट में पूंजीगत व्यय को 35 प्रतिशत बढ़ाकर 7.5 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की गई है। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री गोयल ने बीएसई की तरफ से बजट के बाद उद्योग प्रतिनिधियों के लिए आयोजित एक चर्चा में कहा, "मैं उद्योग के एक वर्ग की इस आलोचना से हैरान हूं कि बजट आपूर्ति-पक्ष पर केंद्रित है, जबकि मांग को बढ़ावा देना ज्यादा जरूरी था। तथ्य यह है कि यह एक दिशा निर्धारित करने वाला बजट है। इसमें अर्थव्यवस्था को त्रस्त करने वाले व्यापक एवं सूक्ष्म मुद्दों पर भी स्पष्ट ध्यान दिया गया है।" खाद्य और उपभोक्ता मामलों के भी मंत्री गोयल ने कहा कि बिहार के पटना से गुवाहाटी के पांडु तक अंतर्देशीय जलमार्ग के माध्यम से जहाज पर खाद्यान्न की आवाजाही देश के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हिस्सों को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। गोयल ने पटना से पांडु तक खाद्यान्न ले जाने वाले जहाज एमवी लाल बहादुर शास्त्री को हरी झंडी दिखाने और कालूघाट (बिहार) में टर्मिनल के लिए आधारशिला रखने के दौरान यह बात कही।
- नयी दिल्ली। देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 62 प्रतिशत बढ़कर 8,432 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। । एसबीआई ने शनिवार को शेयर बाजार को दी गई एक नियामकीय सूचना में कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही का शुद्ध लाभ उसका अब तक का सर्वाधिक तिमाही लाभ है। एक साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 5,196 करोड़ रुपये रहा था। इस तरह सालाना आधार पर उसका शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में 62.27 प्रतिशत बढ़ गया। बैंक ने कहा कि 31 दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही में उसकी कुल आय भी बढ़कर 78,352 करोड़ रुपये हो गई। अक्टूबर-दिसंबर 2020 की तिमाही में यह 75,981 करोड़ रुपये रही थी। समेकित आधार पर एसबीआई समूह का शुद्ध लाभ दिसंबर 2021 तिमाही में 51 प्रतिशत बढ़कर 9,692 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 6,402 करोड़ रुपये रहा था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एसबीआई की परिसंपत्ति गुणवत्ता भी बेहतर हुई है। सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) घटकर 4.5 प्रतिशत रह गईं जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 4.77 प्रतिशत थी। हालांकि शुद्ध एनपीए में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में यह 1.23 प्रतिशत था जो चालू वित्त वर्ष की समान तिमाही में बढ़कर 1.34 प्रतिशत हो गया। कर एवं आकस्मिक व्यय को छोड़कर अन्य प्रावधान भी इस तिमाही में घटकर 6,974 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 10,342 करोड़ रुपये था। बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 88.32 प्रतिशत रहा।
- नयी दि्ल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को भारतीय कंपनी जगत से अर्थव्यवस्था में निवेश का अनुरोध करते हुए कहा कि निवेश से वृद्धि का गुणवत्तापूर्ण चक्र शुरू होगा। सीतारमण ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि इसने नाभिकीय ऊर्जा एवं अंतरिक्ष समेत कई क्षेत्रों में निवेश के दरवाजे खोलने का काम किया है। सरकार ने सितंबर 2019 में कोई कर रियायत नहीं लेने वाली कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स की दर को कम कर 22 प्रतिशत कर दिया था। इसके साथ नई विनिर्माण कंपनियों के लिए यह दर और भी कम 15 प्रतिशत कर दी गई थी। वित्त मंत्री ने गत मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते समय नई विनिर्माण कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स की 15 प्रतिशत की ही दर एक साल के लिए और बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने सीआईआई के कार्यक्रम में कहा कि उद्योग जगत को भी निवेश प्रोत्साहन में सरकार के साथ खड़े होना चाहिए ताकि गुणवत्तापूर्ण दौर आगे बढ़े और वृद्धि को मजबूती मिले।
- बेंगलुरु। इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी अथर एनर्जी और कर्नाटक की बिजली आपूर्ति कंपनियों (ईएससीओएम) के बीच राज्यभर में 1,000 चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए करार हुआ है। ये चार्जिंग स्टेशन तेजी से वाहनों को चार्ज करेंगे। इस बारे में सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा कि ईएससीओएम सभी तरह का तकनीकी समर्थन मुहैया कराने वाली नोडल एजेंसी होगी। वहीं सरकारी एजेंसियां उनके साथ तालमेल में चार्जिंग स्टेशनों के लिए उपलब्ध स्थान की जानकारी साझा करेंगी। अथर एनर्जी इलेक्ट्रिक दोपहिया के लिए मुफ्त चार्जिंग सेवाएं उपलब्ध कराएगी।
- मुंबई। ब्रिटेन की एक ब्रोकरेज फर्म ने गुरुवार को कहा कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) अतिरिक्त नकदी को सोखने के लिए रिवर्स रेपो दर में 0.25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकती है, हालांकि रेपो दर, जिस पर केंद्रीय बैंक उधार देता है, में यथास्थिति बनी रह सकती है। बार्कलेज के विश्लेषकों ने अगले सप्ताह होने वाली एमपीसी की बैठक से पहले कहा, ‘‘ओमीक्रोन स्वरूप के प्रकोप और अपेक्षाकृत अनुकूल मुद्रास्फीति के बीच रिजर्व बैंक के पास वृद्धि समर्थक मौद्रिक नीति को बनाए रखने के लिए गुंजाइश है।'' बार्कलेज ने रिपोर्ट में कहा कि केंद्रीय बैंक अपने नकदी प्रबंधन उपायों के मद्देनजर रिवर्स रेपो दर में 0.20-0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकता है। इसके अलावा भी कई विश्लेषकों ने रिवर्स रेपो रेट में बढ़ोतरी का अनुमान जताया है। उनका कहना है कि सरकारी उधारी में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी के कारण रिजर्व बैंक नीति सामान्यीकरण की ओर बढ़ सकता है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन जे बी महापात्र ने कहा है कि प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष के अंत तक 12.50 लाख करोड़ रुपये के संशोधित लक्ष्य को पार कर सकता है। उन्होंने इसके अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद भी जताई। उन्होंने कहा कि करदाताओं के लिये अनुपालन प्रक्रिया आसान बनाने तथा आंकड़ों के प्रसंस्करण को लेकर कर अधिकारियों की दक्षता में सुधार जैसे कई कारणों से कंपनी कर और व्यक्तिगत आयकर मद में कर संग्रह बढ़ने की उम्मीद है। महापात्र ने कहा, एक फरवरी तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 10.38 लाख करोड़ रुपये है। यह बजटीय अनुमान से केवल 70,000 करोड़ रुपये कम है। इस समय यह आंकड़ा पिछले साल के कुल संग्रह के मुकाबले बेहतर है।'' उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष कर संग्रह अबतक 11.18 लाख करोड़ रुपये से ऊपर कभी नहीं गया है। सीबीडीटी प्रमुख ने कहा, ‘‘इस साल हम 12 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने जा रहे हैं...हमारा लक्ष्य 12.50 लाख करोड़ (संशोधित अनुमान) रुपये का है। और हमें न केवल इस लक्ष्य को हासिल करने बल्कि संभवत: इसे पार कर जाने का भरोसा है।'' उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के समाप्त होने में अभी दो महीने है। ऐसे में लक्ष्य दायरे में जान पड़ रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 12.50 लाख करोड़ रुपये में से 6.35 लाख करोड़ रुपये कंपनी कर श्रेणी में जबकि 6.15 लाख करोड़ रुपये व्यक्तिगत आयकर खंड में आने का अनुमान है। महापात्र ने कहा कि इस बार कर विभाग बेहतर स्थिति में है। इसका कारण विभिन्न उपाय हैं, जो पिछले कुछ साल में करदाताओं और कर प्राधिकरण दोनों के लिये प्रत्यक्ष कर संग्रह प्रणाली को दुरुस्त करने को लेकर किये गये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम लंबे समय तक ऐसी स्थिति में नहीं थे, जैसे आज हैं। इसका कारण हमने करदाताओं के लिये कर अनुपालन को आसान बनाया है। साथ ही हमें आयकर विभाग की आंकड़ा प्रसंस्करण क्षमता पर भरोसा है।'' सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि इसके अलावा कारोबार के संगठित रूप में आने, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी), बाजार नियामक सेबी समेत विभिन्न एजेंसियों के बीच आंकड़ों को साझा करने से भी हमें मदद मिली है। इससे आंकड़े एकत्रित करने में मदद मिली। हम सभी अन्य एजेंसियों का लाभ उठा रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘कर अधिकारियों को विभिन्न श्रेणियों में इलेक्ट्रॉनिक आंकड़े प्राप्त हुए हैं। अत: उन्हें कर चोरी करने वालों पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखने की जरूरत नहीं है। साथ ही करदाताओं के लिये स्वैच्छिक अनुपालन प्रक्रिया भी लायी गयी है।'' महापात्र के अनुसार, 2018-19 में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 11.18 लाख करोड़ रुपये, 2019-20 में 10.28 लाख करोड़ रुपये और 2020-21 में यह 9.24 लाख करोड़ रुपये था।
- नयी दिल्ली। इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी हीरो इलेक्ट्रिक ने अपने पूरे उत्पाद पोर्टफोलियो के लिए ग्राहकों को खुदरा ऋण (फाइनेंसिंग) की सुविधा उपलब्ध कराने को निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक के साथ करार किया है। हीरो इलेक्ट्रिक ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि ग्राहक कंपनी के 750 से अधिक डीलरों के नेटवर्क पर दोपहिया वाहनों के वित्तपोषण का विकल्प चुन सकते हैं। कंपनी ने कहा कि इस साझेदारी के जरिये हीरो इलेक्ट्रिक के ग्राहक अब कम से कम कागजी प्रक्रिया के साथ कई मूल्यवर्धित वित्तीय लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस समझौते से ग्राहकों को सुगम तरीके से खरीदारी का अनुभव मिलेगा।
- मुंबई। बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 770 का गोता लगाकर 59 हजार अंक के नीचे बंद हुआ। आईटी और वित्तीय शेयरों में मुनाफावसूली के बीच कारोबार के अंतिम समय में बिकवाली दबाव बढऩे से यह गिरावट आयी। कारोबारियों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने से भी कारोबारी धारणा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 770.31 अंक यानी 1.29 प्रतिशत टूटकर 58,788.02 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 219.80 अंक यानी 1.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,560.20 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सबसे अधिक नुकसान में एचडीएफसी का शेयर रहा। इसके अलावा इन्फोसिस, एलएंडटी, कोटक बैंक, बजाज फिनसर्व और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही। सेंसेक्स के 25 शेयर नुकसान में जबकि पांच लाभ में रहे।एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की नुकसान में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहा। चीन और हांगकांग समेत एशिया के कई अन्य बाजार चंद्र नव वर्ष के मौके पर बंद रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख रहा।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.65 प्रतिशत फिसलकर 88.89 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 183.60 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जनवरी के महीने में नरम पड़ी हैं। गुरुवार को जारी एक मासिक सर्वे के अनुसार कोरोना वायरस महामारी के बढऩे के बीच इसकी रोकथाम के लिये लगायी गयी पाबंदियों और मुद्रास्फीति दबाव के साथ नए कारोबार में काफी धीमी गति से वृद्धि हुई। आईएचएस मार्किट के अनुसार मौसमी रूप से समायोजित भारत सेवा व्यापार गतिविधियां सूचकांक जनवरी में मासिक आधार पर घटकर 51.5 रहा, जो दिसंबर में 55.5 था। यह पिछले छह महीने में विस्तार की सबसे धीमी दर है।
- नयी दिल्ली। रुपये के मूल्य में गिरावट आने के कारण राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 37 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 902 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 47 हजार 865 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।हालांकि, चांदी की कीमत 536 रुपये टूटकर 61 हजार 102 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 61 हजार 638 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव गिरावट के साथ 1,803 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी 22.55 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में गुरुवार को हाजिर सोना गिरावट के साथ 1,803 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट रही।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लक्जऱी कार विनिर्माता कंपनी ऑडी ने देश में अपनी एसयूवी कार 'क्यू7' का नया संस्करण उतारा है। दिल्ली में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 79.99 लाख रुपये है। ऑडी ने गुरुवार को बताया कि स्थानीय इकाई में तैयार इस कार में 48वी माइल्ड हाइब्रिड प्रणाली के साथ 3,000 सीसी का इंजन दिया गया है, जो 340 हॉर्स पवार की शक्ति पैदा करता है। यह कार 5.9 सेकंड में शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार पकड़ सकती है। कंपनी के अनुसार यह कार दो नए संस्करण 'क्यू7 प्रीमियम प्लस' और 'क्यू7 टेक्नोलॉजी' में उपलब्ध है और इनकी कीमत क्रमश: 79.99 लाख और 88.33 लाख रुपये है।ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने बताया, ''हम अपनी क्यू7 को वापस बाजार में ला रहे हैं। यह कार न केवल हमारी प्रमुख कार है, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण कारों में से एक है। इस कार को हमेशा ग्राहकों के सभी वर्गों से शानदार प्रतिक्रिया मिली है।'' उन्होंने कहा कि नई क्यू7 पेश करने के साथ ऑडी इंडिया वर्ष 2022 में एक और मजबूत प्रदर्शन के लिए उत्साहित है।
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नयी दिल्ली। महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज (महिंद्रा फाइनेंस) का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर, 2021 में समाप्त तिमाही में 992 करोड़ रुपये रहा है। तिमाही के दौरान कंपनी का ऋण वितरण 28 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में नए और पुराने वाहन खरीदने के इच्छुक ग्राहकों पर विशेष ध्यान दे रही है जिससे उसका ऋण वितरण बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 223 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
कंपनी ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 2,986 करोड़ रुपये पर स्थिर रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 2,993 करोड़ रुपये रही थी। - मुंबई। बजट से उत्साहित शेयर बाजारों में तेजी का दौर बुधवार को भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स करीब 696 अंक उछलकर फिर 59,500 अंक के स्तर को लांघ गया। कारोबार के दूसरे सत्र में बैंक एवं वित्तीय कंपनियों के शेयरों में भारी लिवाली से सेंसेक्स को मजबूती मिली। इसके अलावा अनकूल वैश्विक संकेतों ने भी बाजार को तेजी देने का काम किया। कारोबारियों के अनुसार, केंद्रीय बजट में बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिये अधिक आवंटन के साथ पूंजीगत व्यय बढ़ने से मौजूदा आर्थिक पुनरुद्धार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसका बाजार ने स्वागत किया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 695.76 अंक यानी 1.18 प्रतिशत बढ़कर 59,558.33 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 203.15 अंक यानी 1.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,780.00 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से इंडसइंड बैंक 5.57 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक फायदे में रही। बजाज फिनसर्व, एचसीएल, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक में भी अच्छी तेजी रही। एचडीएफसी में 1.87 प्रतिशत की तेजी आयी। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में करीब 13 प्रतिशत बढ़कर 5,837 करोड़ रुपये रहने की खबर से इसके शेयर में मजबूती आयी। दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति सुजुकी, एलएंडटी और सन फार्मा के शेयर 1.61 प्रतिशत तक नुकसान के साथ बंद हुए। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 21 के शेयर लाभ में रहे जबकि नौ में घाटा उठाना पड़ा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में बजट के अच्छे संकेत तथा वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख से तेजी बनी रही। ज्यादातर क्षेत्र लाभ में रहे। हालांकि, तेजी में बैंक और वित्तीय शेयरों का योगदान ज्यादा रहा।'' उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ कंपनियों के बेहतर परिणाम से निवेशकों ने भू-राजनीतिक तनाव को ज्यादा महत्व नहीं दिया। कंपनियों के तिमाही परिणाम के अलावा निवेशकों को तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और उनके सहयोगी देशों की बैठक के नतीजे का इंतजार है। इसके अलावा यूरो क्षेत्र के मुद्रास्फीति के आंकड़े की भी प्रतीक्षा है।'' रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय बजट के बाद बाजार में उत्साह रहा। इसके अलावा, वैश्विक पुनरुद्धार और कंपनियों के अनुकूल परिणाम तेजी को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन सबके बीच यह नहीं भूलना चाहिए कि निफ्टी सूचकांक अभी भी 18,000-18,300 के नीचे कारोबार कर रहा है और यह एक बाधा के रूप में काम करेगा। हमें लगता है कि निवेशकों को उन क्षेत्रों पर गौर करना चाहिए जो सूचकांक के अनुरूप कारोबार कर रहे हैं। इनमें बैंक तथा वित्तीय क्षेत्र प्रमुख हैं।'' एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की लाभ में रहा। वहीं चीन, हांगकांग एवं दक्षिण कोरिया के बाजार चंद्र नव वर्ष के मौके पर बंद रहे। यूरोप के बाजारों में दोपहर के सत्र में तेजी का दौर देखने को मिला।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.27 प्रतिशत बढ़कर 89.40 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया एक पैसे के नुकसान के साथ 74.83 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शेयर बाजारों से मिली जानकारी के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 21.79 करोड़ रुपये की निकासी की।
- नयी दिल्ली। बजट में आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) को विस्तार, विशेष आर्थिक क्षेत्रों (सेज) के लिए नए कानून और 100 कार्गो टर्मिनल स्थापित करने के प्रस्ताव देश से निर्यात बढ़ाने में मदद करेंगे और साथ ही इससे आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा। निर्यातकों और उद्योग ने यह राय जताई है। ब्रिक्स कृषि कारोबार परिषद के चेयरमैन विक्रमजीत साहनी ने कहा कि तिलहन उत्पादन को प्रोत्साहन की घोषणा से घरेलू उद्योग आगे बढ़ेगा। फिलहाल उद्योग अपनी 60 प्रतिशत तिलहन की जरूरत को आयात से पूरा कर रहा है। साहनी ने कहा, ‘‘कृषि क्षेत्र की स्टार्टअप इकाइयों तथा कृषि उपज मूल्य श्रृंखला के ग्रामीण उपक्रमों के वित्तपोषण के लिए नाबार्ड के जरिये विशेष कोष का प्रस्ताव किया गया है, इससे भी देश में औद्योगिक वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा।'' भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने कहा कि आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना को 50,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त व्यय के साथ 2022-23 के लिए आगे बढ़ाया गया है। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों के लिए ऋण गारंटी न्यास (सीजीटीएमएसई) के तहत दो लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त ऋण प्रावधान किया गया है। इन घोषणाओं से उद्योग को काफी फायदा होगा। शक्तिवेल ने कहा कि ईसीएलजीएस योजना ने कोविड महामारी के चरम में एमएसएमई क्षेत्र को काफी मदद प्रदान की थी। इस योजना के विस्तार से कारोबार में नई जान फूंकी जा सकेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) कानून के स्थान पर नए कानून के प्रस्ताव से सेज आर्थिक वृद्धि का इंजन बन सकेंगे और रोजगार सृजन करेंगे। इसके साथ ही सेज से निर्यात बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (टीपीसीआई) ने एक बयान में कहा कि आम बजट ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार, डिजिटलीकरण और आधुनिकीकरण पर केंद्रित है। टीपीसीआई ने कहा, ‘‘सेज में सुधार काफी समय से लंबित था। हमें खुशी है कि सरकार ने अब इस दिशा में कदम उठाया है।
- मुंबई।वार्डविजार्ड इनोवेशंस एंड मोबिलिटी ने जनवरी माह में 3,951 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे हैं। पिछले साल समान महीने में कंपनी की बिक्री मात्र 129 इकाई रही थी। वार्डविजार्ड ‘जॉय ई-बाइक' ब्रांड नाम से इलेक्ट्रिक वाहन बेचती है। गुजरात की इस कंपनी ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह (अप्रैल-जनवरी) में उसकी ई-दोपहिया की बिक्री 21,327 इकाई रही है। कंपनी का मार्च तक 30,000 इकाइयों की बिक्री का लक्ष्य है। वार्डविजार्ड इनोवेशंस एंड मोबिलिटी के मुख्य परिचालन अधिकारी शीतल भालेराव ने कहा, ‘‘हम अपनी मौजूदा बाजार विस्तार नीतियों की सफलता से काफी उत्साहित हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ने के साथ हमारी मासिक बिक्री लगातार बढ़ रही है।
- नई दिल्ली। टाटा की एसयूवी टाटा नेक्सन कंपनी की बेस्टसेलिंग कारों में शामिल है और अपने सेगमेंट में शानदार प्रदर्शन कर रही है। यह कार पेट्रोल इंजन के साथ साथ इलेक्ट्रिक पावरट्रेन के साथ भी उपलब्ध है। टाटा मोटर्स ने नेक्सॉन सीएनजी की टेस्टिंग शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक कंपनी इस मॉडल को कंपनी 1.2 लीटर, 3 सिलेंडर टर्बो पेट्रोल इंजन और फैक्ट्री फिटेड सीएनजी के साथ मार्केट में उतारेगी। कंपनी इसे भारत में फेस्टिवल सीजन के आस पास लॉन्च करने वाली है।इस कार वर्तमान मॉडल1.2 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ आती है और इसके अलावा 1.5 लीटर डीजल इंजन ऑप्शन के साथ भी यह कार खरीदी जा सकती है। टाटा ने हाल ही में टाटा टिगोर सीएनजी भारत में लॉन्च की थी। टाटा मोटर्स ने भारतीय बाजार में इसकी शुरुआती दिल्ली एक्स-शोरूम कीमत 7 लाख 69 हजार 900 रुपये रखी है, जो इसके टॉप एंड वैरिएंट पर 8 लाख 41 हजार 900 रुपये तक जाती है। कंपनी का दावा है कि इस सिडान सीएनजी कार में ग्राहकों के कम्फर्ट और सेफ्टी का खासा ध्यान रखा गया है। एडवांस्ड आईसीएनजी तकनीक से लैस इस सीएनजी कार में ग्राहकों को कई सेगमेंट फस्र्ट फीचर्स मिलते हैं।
- नयी दिल्ली। सार्वजानिक क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी का लौह अयस्क उत्पादन चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी की में 28 प्रतिशत बढ़कर 3.28 करोड़ टन पर पहुंच गया। लौह अयस्क खनन कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसका लौह अयस्क उत्पादन 2.56 करोड़ टन था। कंपनी ने कहा कि जनवरी, 2022 में उसका लौह अयस्क उत्पादन बढ़कर 45.6 लाख टन पर पहुंच गया। एक साल पहले के इसी महीने में यह 38.6 लाख टन था। इसके अलावा कंपनी के लौह अयस्क की कुल बिक्री चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी के दौरान सालाना आधार पर 25 प्रतिशत बढ़कर 3.26 करोड़ टन हो गई। कंपनी ने एक साल पहले की इसी अवधि में 2.61 करोड़ टन लौह अयस्क की बिक्री की थी। वही जनवरी, 2022 में कंपनी ने 42.4 लाख टन लौह अयस्क बेचा। उसने जनवरी, 2021 में इसकी 37.4 टन की बिक्री की थी।

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