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- मुंबई |विमानन कंपनी इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणोजय दत्ता ने कहा है कि उनकी कंपनी विमानन क्षेत्र की अन्य कंपनियों और सरकार के साथ मिलकर उच्च अप्रत्यक्ष कर की ‘लंबे समय से चली आ रही' समस्या के समाधान के लिए काम कर रही है। दत्ता ने कर्मचारियों को क्रिसमस और नए साल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विमानन कंपनियों पर 21 प्रतिशत की दर से लगने वाले अप्रत्यक्ष कर काफी अधिक है। इसमें कटौती के लिए इंडिगो अन्य एयरलाइंस एवं नागर विमानन मंत्रालय के भी संपर्क में है। उन्होंने कहा कि कम हवाई किराये की व्यवस्था के कारण मुनाफा पहले से ही काफी दबाव में है। इसके साथ ही कंपनी अपने बहीखाते को दुरूस्त करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। इंडिगो के मुख्य कार्यकारी के विचार ऐसे समय में सामने आए हैं जब विमानन क्षेत्र कोविड-19 महामारी के प्रकोप को सहने के बाद धीरे-धीरे ठीक होने की राह पर है। इसी बीच कोरोना के एक नए स्वरूप ओमीक्रोन ने फिर से चिंताएं बढ़ा दी हैं। विभिन्न देशों ने संक्रमण को रोकने के लिए फिर से यात्रा प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है। घरेलू विमानन उद्योग विभिन्न स्तरों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों को कम करने की वकालत करता रहा है।
- नयी दिल्ली। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने उम्मीद जताई है कि चालू वर्ष में उसकी कुल थोक बिक्री में पिछले साल की तुलना में लगभग 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि मांग की स्थिति कोविड से पहले के स्तर पर वापस आ गई है।टीकेएम के संयुक्त महाप्रबंधक (बिक्री और रणनीतिक विपणन) वी विसेलिन सिगामनी ने बताया, ‘‘2021 में हमें पिछले साल की वार्षिक थोक बिक्री के मुकाबले 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की उम्मीद है।'' ऑटो विनिर्माता ने 2020 में डीलरों को 76,111 इकाइयां बेची थीं।सिगामनी ने कहा, ‘‘टीकेएम के ग्राहक ऑर्डर लगातार बढ़ रहे हैं और हम एक स्थिर वृद्धि देख रहे हैं। मांग के रुझान कोविड से पहले के स्तर पर वापस आ रहे हैं। क्रिस्टा और फॉर्च्यूनर अपने-अपने खंड में अच्छा कर रहे हैं और इसके बाद हमने लीजेंडर की पेशकश भी की है, जिसे ग्राहकों से काफी पसंद किया है।
- नयी दिल्ली। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अब तक 3.7 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं। वित्त मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि करदाताओं के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की बढ़ी हुई अंतिम तिथि 31 दिसंबर है।वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, "आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल को आकलन वर्ष 2021-22 के लिए 17 दिसंबर 2021 तक 3,71,74,810 करोड़ से अधिक आईटीआर प्राप्त हुए हैं।" मंत्रालय के अनुसार इसमें आईटीआर1 (2.12 करोड़), आईटीआर2 (31.04 लाख), आईटीआर3 (35.45 लाख), आईटीएआर4 (87.66 लाख), आईटीआर5 (3.38 लाख), आईटीआर6 (1.45) लाख और आईटीआर7 (0.25 लाख) है।
- नयी दिल्ली। दैनिक उपभोग की वस्तुओं समेत विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने वाली कंपनी आईटीसी लिमिटेड ने आयुर्वेदिक एवं निजी इस्तेमाल के ऑर्गेनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी मदर स्पर्श बेबी केयर में 8.70 फीसदी शेयर खरीदे हैं। आईटीसी ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में शनिवार को यह जानकारी दी। यह शेयर खरीद मदर स्पर्श बेबी केयर में 16 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की गत 26 नवंबर को की गई घोषणा का ही हिस्सा है। आईटीसी ने कहा कि 8.7 प्रतिशत शेयर खरीद इस अधिग्रहण प्रक्रिया का पहला चरण है। दूसरे चरण में बाकी हिस्सेदारी खरीदी जाएगी। मदर स्पर्श मां और बच्चे की देखभाल के उत्पादों का निर्माण करने वाली एक स्टार्ट-अप कंपनी है। वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी ने 15.44 करोड़ रुपये का कारोबार किया था।-
- कोलंबो। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने श्रीलंका की सॉवरेन रेटिंग को घटाकर 'सीसी' करते हुए कहा है कि बिगड़ती बाह्य तरलता स्थिति की वजह से आने वाले महीनों में चूक की आशंका बढ़ेगी। श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने इसे 'जल्दबाजी में उठाया गया कदम' बताते हुए कहा है कि फिच अर्थव्यवस्था में तेजी के लिए उठाए गए सकारात्मक कदमों को समझने में नाकाम रहा है। फिच रेटिंग्स ने कहा है कि श्रीलंका की सरकार के लिए विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आने से आने वाले साल में बाह्य ऋण देनदारियों को पूरा कर पाना खासा मुश्किल होगा। यह सिलसिला वर्ष 2023 तक भी जारी रह सकता है। फिच ने एक बयान में कहा, ‘‘श्रीलंका सरकार को जनवरी 2022 में 50 करोड़ डॉलर के अंतरराष्ट्रीय सॉवरेन बांड का भुगतान करना है। उसके बाद जुलाई 2022 में भी उसे एक अरब डॉलर के एक अन्य अंतरराष्ट्रीय सॉवरेन बांड को चुकाना है।'' नए विदेशी वित्त स्रोत के अभाव में श्रीलंका के लिए ऐसा कर पाना मुश्किल होगा। रेटिंग एजेंसी ने इन वजहों से श्रीलंका की सॉवरेन रेटिंग को 'सीसीसी' से घटाकर 'सीसी' कर दिया है। उसने कहा कि रेटिंग में आई यह गिरावट आने वाले महीनों में चूक की बढ़ी हुई आशंका को दर्शाती है। फिच ने कहा कि श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार भी बहुत तेजी से घटा है जो आयात व्यय बढ़ने और श्रीलंकाई केंद्रीय बैंक के विदेशी मुद्रा संबंधी हस्तक्षेप का मिश्रित परिणाम है। श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार अगस्त के बाद से ही दो अरब डॉलर कम हो चुका है। हालांकि श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने शनिवार को कहा कि फिच का सॉवरेन रेटिंग घटाने का कदम जल्दबाजी में उठाया गया है। उसने कहा, ‘‘फिच श्रीलंका में घटित हो रहे सकारात्मक घटनाओं को समझ पाने में नाकाम रहा है।'' केंद्रीय बैंक ने कहा कि फिच के दावे के उलट मित्र देशों से वित्तीय समर्थन जुटाने की सरकार की कोशिश जल्द ही सफल होने वाली है। उसने कहा कि भारत एवं पश्चिम एशिया के देशों से मिलने वाले कर्ज का भी रेटिंग एजेंसी ने अपने आकलन में ध्यान नहीं रखा। श्रीलंकाई केंद्रीय बैंक ने भरोसा जताया है कि वित्त जुटाने की कोशिश सफल होगी और देश का सकल मुद्रा भंडार तीन अरब डॉलर बना रहेगा।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी को स्वच्छ ऊर्जा से जुड़े उसके प्रयासों और प्रतिबद्धता के लिए संयुक्त राष्ट्र से प्रशंसा पत्र मिला है। विद्युत कंपनी ने एक बयान में कहा, "भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी लि. को एनर्जी कॉम्पैक्ट (पहल) प्रक्रिया की दिशा में अपने प्रयासों और प्रतिबद्धताओं के लिए, सर्व सतत ऊर्जा महासचिव और संयुक्त राष्ट्र-एनर्जी सह-अध्यक्ष की विशेष प्रतिनिधि सुश्री दामिलोला ओगुनबियी से प्रशंसा पत्र प्राप्त हुआ।" बयान के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र-ऊर्जा (संयुक्त राष्ट्र का एक तंत्र) ने स्वच्छ ऊर्जा के संबंध में एनटीपीसी की प्रतिबद्धता को स्वीकार किया है और एनर्जी कॉम्पैक्ट एक्शन नेटवर्क में इसका स्वागत किया है। एनटीपीसी ने 2030 तक महत्वाकांक्षी लक्ष्यों की रूपरेखा तैयार करने वाले एनर्जी कॉम्पैक्ट के लिए अपनी योजनाएं प्रस्तुत की हैं। इसमें कहा गया कि एनटीपीसी का नेतृत्व एसडीजी7 (सतत विकास लक्ष्य-7) हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा और एनर्जी कॉम्पैक्ट एक्शन नेटवर्क में एनटीपीसी का प्रवेश इसे एनर्जी कॉम्पैक्ट प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधि बनाता है।
- नयी दिल्ली। अनुसंधान एवं विकास तथा इंजीनियरिंग इकाई सेन्टीनेंट लैब्स ने बृहस्पतिवार को देश में विकसित हाइड्रोजन ईंधन सेल बस पेश की। इस हाइड्रोजन ईंधन सेल प्रौद्योगिकी को वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला (एनसीएल) और सीएसआईआर-केंद्रीय विद्युत रासायनिक अनुसंधान संस्थान (सीईसीआरआई) के सहयोग से विकसित किया गया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि अनुसंधान एवं विकास नवाचार प्रयोगशाला सेन्टीनेंट लैब्स ने इस हाइड्रोजन सेल को संयंत्र, पावरट्रेन और बैटरी पैक का संतुलन जैसे अन्य प्रमुख घटकों के साथ घरेलू स्तर पर डिजाइन और विकसित किया है। कंपनी ने कहा, "ये सभी घटक 32 सीटर और नौ मीटर लंबी वातानुकूलित बस में लगाए गए हैं। यह 30 किलोग्राम हाइड्रोजन का उपयोग करते हुए 450 किमी की दूरी तक जाने में सक्षम होगा।-file photo
- नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी के रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 209 रुपये के लाभ के साथ 47,405 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 47,196 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 617 रुपये की तेजी के साथ 60,179 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 59,562 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,785 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी 22.16 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘गुरुवार को कॉमेक्स (न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज) में हाजिर सोने की कीमत आधा प्रतिशत की तेजी के साथ 1,785 डॉलर प्रति औंस हो गई, जिससे यहां भी सोने की कीमतों में तेजी आई।' गुरुवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 23 पैसे की तेजी के साथ 76.09 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
- नयी दिल्ली। वाहन विनिर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) एक जनवरी, 2022 से अपने सभी वाहनों की कीमतों में वृद्धि करेगी। कच्चे माल की कीमतों में उछाल के असर को कम करने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया है।टोयोटा भारतीय बाजार में गलांज़ा, अर्बन क्रूसर, इन्नोवा क्रिस्टा और फॉर्चूनर जैसे वाहनों की बिक्री करती है।कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘कच्चे माल समेत इनपुट लागत में लगातार वृद्धि के कारण वाहनों की कीमतों में बदलाव की आवश्यकता है। हमने हमारे ग्राहकों पर लागत वृद्धि के प्रभाव को कम से कम सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किये हैं।’’गौरतलब है कि टोयोटा के अलावा मारुती सुजुकी, टाटा मोटर्स और हौंडा कार्स ने भी अगले महीने से अपने वाहनों के दाम में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस्पात, तांबा और अल्युमीनियम जैसे जरुरी कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि से कंपनियों ने अपने उत्पादों की कीमतों में इजाफा करने का फैसला किया है।
- नयी दिल्ली। यूनिलीवर की पहली महिला और सबसे कम उम्र की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (सीएचआरओ) लीना नायर ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। वह इस एंग्लो-डच कंपनी से नाता तोड़कर फ्रांस के लग्जरी समूह चैनल की वैश्विक मुख्य कार्यकारी बन गई हैं। नायर यूनिलीवर के नेतृत्वकारी कार्यकारी (यूएलई) की सदस्य थीं। यूएलई की यूनिलीवर के कारोबार और वित्तीय प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार है। खबरों में कहा गया है कि चैनल में वह लंदन में काम संभालेंगी। यूनिलीवर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एलन जोप ने कहा, ‘‘लीना ने पिछले तीन दशक में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके लिए मैं उनका आभार जताता हूं।
- नयी दिल्ली। टाटा समूह की कंपनी टाइटन सहित पांच भारतीय ब्रांड लग्जरी सामानों से जुड़े शीर्ष 100 वैश्विक ब्रांड में शामिल हैं। इस सूची में टाइटन तीन पायदान ऊपर चढ़कर इस बार 22वें स्थान पर पहुंच गई है और साथ ही 20 सबसे तेजी से बढ़ती लग्जरी सामान कंपनियों में शामिल है। चार अन्य भारतीय ब्रांड कल्याण ज्वेलर्स, जोयालुक्कास, पीसी ज्वेलर्स, और त्रिभुवनदास भीमजी झावेरी लि. को डेलॉयट ग्लोबल, 2021 के ‘ग्लोबल पावर्स ऑफ लग्जरी गुड्स' संस्करण में क्रमशः 37वें, 46वें, 57वें और 92वें स्थान पर रखा गया है। डेलॉयट ने एक बयान में कहा कि पिछले कुछ वर्षों की तरह ही देश में रत्न और आभूषण वर्ग के ब्रांड (चार) इस बार भी सूची में हावी हैं। त्रिभुवनदास भीमजी झावेरी लि. ने शीर्ष 100 लग्री सामान कंपनियों की सूची में पहली बार जगह बनायी है।डेलॉइट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी के भागीदार और उपभोक्ता उद्योग प्रमुख पोरस डॉक्टर ने कहा, ‘‘भारतीय आभूषण खुदरा विक्रेता हमेशा से मजबूत रहे हैं। टीकाकरण के विस्तार और कोविड-19 मामलों की संख्या में गिरावट के साथ त्योहारी सीजन में पिछले वर्ष की तुलना में मजबूत मांग देखी गयी। भारतीय ब्रांड ने अपनी ताकत पर भरोसा किया और ऑनलाइन समाधानों का सहारा लिया जिससे उनकी वृद्धि में मदद मिली।'' सूची में शीर्ष 10 ब्रांड में लुई वितों, केरिंग, कैप्री, लॉरियल, शनेल जैसी कंपनियां शामिल हैं।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल इंडिया लि. की हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिये देश का पहला और सबसे बड़ा इलेक्ट्रोलाइजर एक साल के भीतर आयात करने की योजना है। साथ ही कंपनी अमेरिका से एलएनजी (तरलीकृत प्राकृतिक गैय) लाने को लेकर एक और जहाज किराये पर ले सकती है। गेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मनोज जैन ने कहा कि उनकी कंपनी ने 10 मेगावॉट क्षमता का इलेक्ट्रोलाइजर खरीदने को लेकर वैश्विक निविदा जारी की है। यह प्रतिदिन 4.5 टन हाइड्रोजन उत्पादन करने में सक्षम होगा। इलेक्ट्रोलाइजर की आपूर्ति 12 से 14 महीने में हो सकती है।उन्होंने कहा, हम केवल आयात ही नहीं, बल्कि इलेक्ट्रोलाइजर के देश में विनिर्माण पर भी गौर कर रहे हैं। हमारी निविदा में घरेलू विनिर्माताओं को तरजीह दी गयी है।'' कंपनी देश में अपने एक गैस प्रसंस्करण संयंत्र में इलेक्ट्रोलाइजर लगाएगी। कंपनी ब्लू हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए शुरू में ईंधन के रूप में प्राकृतिक गैस के उपयोग पर गौर कर रही थी। अब कंपनी इलेक्ट्रालाइसिस प्रक्रिया से हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए अक्षय ऊर्जा का उपयोग करने पर विचार कर सकती है। ब्लू या हरित हाइड्रोजन आणविक रूप से समान है। जहां ब्लू हाइड्रोजन कार्बन डाइऑक्साइड उप-उत्पाद है, वहीं हरित हाइड्रोजन उत्सर्जन मुक्त ईंधन है। जैन ने कहा कि उत्पादित हाइड्रोजन को उर्वरक संयंत्रों को बेचा जा सकता है या फिर वाहनों में इस्तेमाल होने वाली सीएनजी में मिलाया जा सकता है। फिलहाल सबसे बड़े इलेक्ट्रोलाइजर की घोषणा एनटीपीसी ने की है। इसकी क्षमता पांच मेगावॉट होगी और इसे एनटीपीसी उत्तर प्रदेश के विंध्याचल में स्थापित करेगी। भारत वैकल्पिक ईंधन स्रोत के रूप में हाइड्रोजन पर जोर दे रहा है। इसका मकसद कार्बन उत्सर्जन में कमी के साथ ऊर्जा की बढ़ती जरूरतों को पूरा करना है। इस बीच, गेल के निदेशक (वित्त) आर के जैन ने कहा कि कंपनी अमेरिका से ईंधन लाने को लेकर दूसरा एलएनजी जहाज किराये पर ले सकती है। कंपनी ने इस साल फरवरी में जापान की पोत परिवहन कंपनी मित्सुई ओएसके लाइंस से 1,80,000 घनमीटर क्षमता के जहाज को पांच साल के लिए किराये पर लिया और इसका नाम गेल भुवन रखा। इस जहाज का इस्तेमाल इस महीने की शुरुआत में अमेरिका से महाराष्ट्र के दाभोल तक एलएनजी पहुंचाने के लिए किया गया था। गेल ने अमेरिकी की ऊर्जा कंपनियों से एलएनजी की खरीद को लेकर अनुबंध किये हैं। जैन ने कहा, अगर मांग होगी तो हम एक और जहाज किराये पर लेने पर विचार कर सकते हैं।
- नयी दिल्ली । भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की मांग लगातार बढ़ रही है। विभिन्न वाहन निर्माता भारतीय बाजार में अपने नए-नए इलेक्ट्रिक वाहन उतार रहे हैं। ऐसे में जापानी कार निर्माता Suzuki Motor Corp (सुजुकी मोटर कॉर्प) भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एंट्री करने की तैयारी में है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मारुति सुजुकी अपनी लोकप्रिय हैचबैक कार WagonR (वैगनआर) का इलेक्ट्रिक वर्जन ला सकती है।मारुति सुजुकी ने साल 2018 में इलेक्ट्रिक वाहन लाने को लेकर एलान किया था लेकिन अभी तक कंपनी ने कोई ईवी लॉन्च नहीं की है। रिपोर्ट के अनुसार सुजुकी साल 2025 तक भारत में अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार लॉन्च कर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, नया इलेक्ट्रिक वाहन पहले भारत में लॉन्च किया जाएगा, और फिर सुजुकी के घरेलू बाजार जापान और यूरोप जैसे अन्य बाजारों में उतारा जाएगा। स्टैंडर्ड चार्जर के जरिए इस हैचबैक कार की बैटरी को फुल चार्ज करने में 7 घंटे लगने की उम्मीद है। कंपनी इसके साथ फास्ट-चार्जर का विकल्प भी दे सकती है, जिससे कार की बैटरी को 0 से 80 फीसदी तक चार्ज करने में एक घंटे से भी कम समय लगेगा। रिपोर्ट के मुताबिक वैगनआर ईवी एक बार फुल बैटरी चार्ज होने पर 200 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर सकती है। इस ड्राइविंग रेंज के साथ यह देश में निजी और व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए एक बेहतरीन सिटी इलेक्ट्रिक कार बन सकती है।सुजुकी भारत में अपने कारों के कारोबार को मारुति के साथ साझेदारी में चलाती है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी कथित तौर पर भारतीय ग्राहकों के लिए एक ऑल-इलेक्ट्रिक कॉम्पैक्ट मॉडल लॉन्च करने की योजना बना रही है। इस इलेक्ट्रिक कार की कीमत 10 लाख रुपये से 11 लाख रुपये के बीच होने की संभावना है। लगभग 13,626 डॉलर (10,19,872 रुपये) की कीमत की इलेक्ट्रिक वाहन पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी भी शामिल होगी। मारुति सुजुकी इंडिया इस समय भारत में सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है, और एशियाई बाजारों में जापानी कार निर्माता का प्रमुख गढ़ भी है। भारत में मारुति सुजुकी की बिक्री में ज्यादातर छोटी, कॉम्पैक्ट कारों जैसे ऑल्टो, वैगनआर, बलेनो और स्विफ्ट का बोलबाला है। मारुति सुजुकी काफी समय से भारतीय सड़कों पर वैगनआर जैसी अपनी लोकप्रिय कार के कुछ इलेक्ट्रिक वर्जन की टेस्टिंग कर रही है। हालांकि, इसके लॉन्च को लेकर किसी तारीख की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मारुति सुजुकी अब तक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की तुलना में सीएनजी टेक्नोलॉजी को लेकर ज्यादा उत्पाद पेश कर रही है।
- नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट के अनुरूप राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 68 रुपये के नुकसान के साथ 47,280 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 47,348 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।हालांकि, चांदी की कीमत 114 रुपये की तेजी के साथ 60,221 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 60,107 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,784 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी 22.23 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘मंगलवार को कॉमेक्स (न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज) में हाजिर सोने की कीमत 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,784 डॉलर प्रति औंस रह गई, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आई।'
- नयी दिल्ली। टीवीएस मोटर कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इलेक्ट्रिक बाइक निर्माता अल्ट्रावॉयलेट ऑटोमोटिव में नया निवेश किया है। दोपहिया विनिर्माता ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि अल्ट्रावॉयलेट ऑटोमोटिव के भारत और वैश्विक बाजारों के लिए उच्च प्रदर्शन वाले समाधानों का विकास करने के लक्ष्य में उसकी मदद करने के लिए टीवीएस मोटर के साथ जोहो कॉरपोरेशन ने भी श्रृंखला सी वित्तपोषण दौर में हिस्सा लिया। टीवीएस अल्ट्रावॉयलेट के शुरुआती निवेशकों में रही है और उसने इस दौर में निवेश का नेतृत्व किया है। अल्ट्रावॉयलेट बेंगलुरु में विनिर्माण एवं असेंबली संयंत्र स्थापित कर रही है। वह इस निवेश का इस्तेमाल अपनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल एफ77 के उत्पादन आदि में करेगी।
- नयी दिल्ली। निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक ने आशु सुयश को पांच साल के लिए बैंक का स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया है। बैंक ने एक बयान में कहा है कि यह नियुक्ति 24 जनवरी 2022 से लेकर 23 जनवरी 2027 तक प्रभावी होगी। सुयश इससे पहले रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के प्रबंध निदेशक थे। बैंक ने बताया कि उसके निदेशक मंडल ने अगले वित्त वर्ष में एक या अधिक चरणों में ऋण के जरिये 5,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्रस्ताव भी मंजूर किया है।
- नयी दिल्ली। टेक महिंद्रा समूह की कंपनी कॉमविवा जुलाई, 2022 तक करीब 600 इंजीनियरों की भर्ती करेगी। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि विकास जरूरतों को पूरा करने और कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोड़ने के प्रभाव को कम करने के लिए ये भर्तियां आवश्यक हैं। कॉमविवा मुख्य रूप से मोबाइल उपकरण आधारित ऐप एवं प्रौद्योगिकी के लिए आईटी समाधान मुहैया करवाती है।कॉमविवा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मनोरंजन महापात्र ने कहा कि अब कंपनी का ध्यान दूसरी श्रेणी के शहरों पर है और इसी क्रम में भुवनेश्वर केंद्र का विस्तार किया जा रहा है। यह केंद्र कंपनी की नई रणनीति के तहत तीन साल पहले खोला गया था। महापात्र ने कहा, ‘‘हमारी टीम में करीब 2,000 सदस्य हैं। हम सालाना करीब 600 लोगों की भर्तियां करेंगे। इनमें से करीब 300 की भर्ती सीधे विश्वविद्यालयों से की जाएगी जबकि बाकी के 200 या 300 लोग अनुभवी होंगे।'' कंपनी में पिछली कुछ तिमाहियों में नौकरी छोड़ने की दर बढ़कर लगभग 20-23 प्रतिशत हो गई है, जो पूर्व में 15-16 प्रतिशत थी। महापात्र ने कहा कि कंपनी की योजना जुलाई, 2022 तक करीब 600 लोगों की भर्ती करने की है और भुवनेश्वर केंद्र में मानव संसाधन बढ़ाने के लिए इसके बाद भी भर्तियां जारी रहेंगी। राजस्व वृद्धि के बारे में उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में कंपनी को 10-12 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2020-21 में कॉमविवा का राजस्व 845.1 करोड़ रहा था।
- नयी दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने निवेशकों को आगाह करते हुए कहा है कि ऊंचा रिटर्न पाने की चाहत के बीच उन्हें सतर्कता बरतने की जरूरत है। दास ने रविवार को ‘जमाकर्ता प्रथम: पांच लाख रुपये का गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ऊंचे रिटर्न में जोखिम भी ऊंचा रहता है। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें जोखिम भी ज्यादा होता है, ऐसे में निवेशकों को ऊंचे रिटर्न पाने की इच्छा के साथ सावधानी बरतने की जरूरत है।'' गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक बैंकिंग प्रणाली की मजबूती और जुझारू क्षमता को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- नयी दिल्ली। संपत्ति सलाहकार कंपनी सीबीआरई का मानना है कि सरकार को किराये वाली आवासीय परियोजनाओं की वित्तीय व्यवहार्यता में सुधार के लिए एक तय अवधि तक संपत्ति कर में छूट देने और विकास के लिए पूंजी जुटाने को आसान बनाने जैसे कदम उठाने की जरूरत है। सीबीआरई ने ‘भारत में किराये पर आवास क्षेत्र का उदय' पर अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि शहरी भारत में कुल 10.01 करोड़ घरों में से 1.1 करोड़ से अधिक बिकी आवासीय इकाइयां अब भी खाली पड़ी हुई हैं। भारत में आवास की कमी की समस्या दूर करने में ये आवासीय इकाइयां मददगार हो सकती हैं। यह रिपोर्ट कहती है कि शहरी इलाकों की जनांकिकी संरचना, सामाजिक-आर्थिक रुझान और उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतें किराये पर घर की मांग को गति दे रही हैं। इसके अलावा कोविड काल में बड़े पैमाने पर कामगारों के शहरों से गांवों की तरफ लौटने से भी किराये पर किफायती आवास मुहैया कराने की जरूरत बढ़ी है। सीबीआरई के मुताबिक, किराये पर आवासीय इकाइयां उपलब्ध कराने की क्षमता के दोहन के लिए सरकार उचित किराया आवास परिसर (एआरएचसी) योजना की घोषणा कर चुकी है और आदर्श किराया अधिनियम 2021 भी लेकर आई है। हालांकि, उसका मानना है कि इस दिशा में सरकार को अभी कई कदम उठाने होंगे। किराया कानून का मकसद किराये पर आवास के बाजार से जुड़े कानूनी ढांचे को दुरुस्त करना है। इसके लिए किरायेदारी से जुड़े विवादों के त्वरित निपटान के लिए एक किराया अधिकरण बनाने की बात भी कही गई है। लेकिन रिपोर्ट कहती है कि इस मॉडल कानून में भी कुछ खामियां हैं जिन्हें दूर करने की जरूरत है। सीबीआरई का सुझाव है कि किराये पर आवास की नीति बनाने जैसे 11 कदम सरकार को उठाने की जरूरत है। रिपोर्ट कहती है, ‘‘किरायेदारी से जुड़े कुछ विवादों के समाधान के लिए इस कानून में एक समयसीमा तय करने की जरूरत है। इस अधिनियम में किरायेदार को निकालने पर लगी रोक हटा दी गई है लेकिन प्रक्रिया पहले की ही तरह निषेधकारी बनी हुई है।'' इसके अलावा सीबीआरई ने सरकार को पहले से एक तय अवधि तक संपत्ति कर में छूट देने, सार्वजनिक-निजी भागीदारी से किराये पर आवास वाली परियोजनाओं के विकास और आसान पूंजी मुहैया कराने जैसे कदम उठाने का भी सुझाव दिया है। सीबीआरई के भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया एवं अफ्रीकी क्षेत्र के चेयरमैन अंशुमान मैगजीन कहते हैं, ‘‘आदर्श किराया कानून भारत में किराये पर आवास क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाला साबित होगा। इस कानून से इस क्षेत्र में निजी भागीदारी बढ़ने और खाली पड़ी इकाइयों से कमाई को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
- नयी दिल्ली। घरेलू सेवाएं देने वाले मंच अर्बन कंपनी का मूल्यांकन 33 प्रतिशत बढ़कर 2.8 अरब डॉलर हो गया है। कंपनी ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि हाल ही में संपन्न कर्मचारी शेयर स्वामित्व योजना (इसॉप) के तहत किए गए शेयर आवंटन के बाद उसका मूल्यांकन 33 प्रतिशत बढ़ गया है। इस दौरान उसने 770 कर्मचारियों को 54.6 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों का आवंटन किया है। बयान के मुताबिक, अर्बन कंपनी ने हाल ही में इसॉप का अपना चौथा दौर चलाया था जिसका मूल्य 73 लाख डॉलर था। कंपनी के अब तक के सबसे बड़े ईएसओपी कार्यक्रम में अधिकांश खरीद उसके मौजूदा संस्थागत निवेशकों ने की है। इसके साथ ही कंपनी का मूल्यांकन बढ़कर 2.8 अरब डॉलर हो गया है। इसके पहले कंपनी ने जून, 2021 में श्रृंखला-एफ दौर के वित्तपोषण में 25.5 करोड़ डॉलर जुटाए थे। उस समय उसका मूल्यांकन बढ़कर 2.1 अरब डॉलर हो गया था। अर्बन कंपनी का यह चौथा इसॉप कार्यक्रम था। पिछले सात वर्षों में कंपनी ने 940 मौजूदा एवं पूर्व कर्मचारियों को शेयर जारी किए हैं।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता ‘बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम)' ने आवास ऋण पर ब्याज दरें घटाकर 6.40 प्रतिशत करने की घोषणा की है, जो उसका सर्वकालिक निचला स्तर है। अभी बैंक 6.80 प्रतिशत के ब्याज पर आवास ऋण दे रहा है। बैंक ने बाजार प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर कार ऋण पर भी ब्याज दरें 7.05 फीसदी से घटाकर 6.80 प्रतिशत कर दी हैं। एक वक्तव्य में बैंक ने बताया कि नई दरें 13 दिसंबर से प्रभावी होंगी। ब्याज दरों में कटौती ‘रिटेल बोनांजा फेस्टिव धमाका' पेशकश के तहत की गई है। बैंक के प्रबंध निदेशक ए एस राजीव ने कहा कि इस पेशकश से ग्राहकों को अपने कर्ज पर अधिक बचत करने में मदद मिलेगी।
- कोलकाता। म्युचुअल फंड बाजार की नई कंपनी सैमको को अगले महीने उतारे जाने वाले अपने फ्लेक्सी-कैप फंड से 5,000 करोड़ रुपये जुटाए जाने की उम्मीद है। सैमको एएमसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमेश कुमार मेहता ने कहा कि निवेशकों एवं वितरकों से मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया को देखते हुए इस कंपनी के फ्लेक्सी-कैप फंड को अच्छा समर्थन मिलने की उम्मीद है। मेहता ने कहा कि यह फंड 17 जनवरी को बाजार में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फंड के तहत 16 घरेलू कंपनियों और नौ विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कंपनी के परीक्षण में एनएसई 500 में शामिल 40 कंपनियों के ही शेयर खरे साबित हुए हैं। मेहता के मुताबिक, पिछले 20 वर्षों में म्युचुअल फंड उद्योग में अत्यधिक पूंजी लगी है और अल्पकाल में लगने वाले झटकों के बावजूद इसकी वृद्धि जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार विदेशी संस्थागत निवेशकों के बिकवाल होने के बावजूद जुझारू बना हुआ है।
- नयी दिल्ली। घड़ी और आभूषण कंपनी टाइटन ने एस कृष्णन को अपने निदेशक मंडल में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किया है। वह वर्तमान में तमिलनाडु सरकार के उद्योग विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। कृष्णन की नियुक्ति तमिलनाडु औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (टीआईडीसीएओ) की ओर से नामित एन मुरुगनंदम के स्थान पर हुई है। उनकी नियुक्ति 10 दिसंबर, 2021 से प्रभावी है। एस कृष्णन अगली वार्षिक आम बैठक तक अपने पद पर बने रहेंगे, जिसमें निदेशक पद पर उनकी नियुक्ति को शेयरधारकों की मंजूरी के लिए रखा जाएगा। कृष्णन वर्ष 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं। वह तमिलनाडु सरकार और भारत सरकार के विभिन्न विभागों में कई प्रमुख पदों पर रहे हैं।
- मुंबई। मुंबई स्थित ऑटोमोबाइल-एस-ए-सर्विस कंपनी ऑटोनॉमस इंटेलिजेंस मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड ने अगले साल देश में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-ऑफ-थिंग्स से लैस ऑटोनॉमस कार लॉन्च करेगी। बिना ड्राइवर के चलने वाली पेट्रोल और डीजल हैचबैक वेरिएंट मार्च 2022 में भारत में लॉन्च होगी।खबरों के अनुसार अपनी तरह की पहली एआई-पावर्ड ड्राइवरलेस कार इलेक्ट्रिक वेरिएंट के अलावा पेट्रोल और डीजल दोनों वेरिएंट के लिए बीएस-8 ईंधन उत्सर्जन अनुपालन वाले इंजन से लैस होगी। फुल ऑटोनॉमस कारों में इंटीग्रेटेड कस्टम सेंसर, कैमरे और रडार होंगे। जबकि इसकी धारणा प्रणाली कार में लगे कई सेंसर और एल्गोरिदम से मिलने वाले डेटा का इस्तेमाल करेगी। यह सिस्टम सड़क की घुमाव, गड्ढों, मार्गों और गलियों पर नजर रखेगा।वाहन में लगे सेंसर में आपातकालीन डायवर्जन, रोडब्लॉक, जाम ट्रैफिक, कोहरे के मौसम की स्थिति, भारी वर्षा जैसी असंख्य बाधाओं की पहचान करने की क्षमता है। वे स्कूटरों या टैक्सियों के झुंड की पहचान भी कर सकते हैं जो लेन से अलग हो कर चलते हैं या जो ऑटोरिक्शा सड़क के बीच में अचानक रुक जाते हैं। यहां तक कि यह सड़कों के बीच में हाथ से खींची जाने वाली गाडिय़ों को भी पहचान सकता है। सेंसर की मदद से चालक रहित कार किसी सामान्य स्थिति की तुरंत पहचान कर सकती है और लगभग 500 मीटर की दूरी भी तय कर सकती है। वाहन 50 फीसदी गूगल मैप्स पर और बाकी कंपनी के सेंसर्स पर निर्भर होगा।AIMPL की ड्राइवरलेस हैचबैक में इस्तेमाल की जा रही ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी को पहली बार 2014 में IIT-बॉम्बे में आयोजित नेशनल रोबोटिक्स चैंपियनशिप में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के छात्र कुशाल तानाजी शिलिमकर द्वारा प्रदर्शित किया गया था। तब शिलिमकर ने अपने फुल-स्टैक ड्राइवरलेस ऑटोमोबाइल स्टार्टअप के बीज बोए थे।शिलिमकर की कंपनी इस समय भारतीय ग्राहकों के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय ऑटोनॉमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी विकसित कर रही है। ऑटोनॉमस सड़क परीक्षण के दौरान, वाहन जटिल परिदृश्यों में कई हजार किलोमीटर तक के आकड़ें जमा हो गए हैं। उन्होंने कहा, "यह कुछ महीनों की बात है जब हमारी बिना ड्राइवर की कारें सभी को काम पर ले जा सकेंगी।"
- नयी दिल्ली। इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माता एवं सेवा प्रदाता कंपनी ईटीओ मोटर्स ने शुक्रवार को कहा कि अगले चार से छह महीनों में उसकी गुजरात के केवड़िया में 350 अधिक इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराने की योजना है।कंपनी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र विकास एवं पर्यटन शासन प्राधिकरण के साथ साझेदारी में अपने 50 से अधिक तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहन ‘ट्राइलक्स’ का संचालन शुरू किया था। कंपनी ने बताया कि 50 वाहनों के इस पूरे बेड़े का संचालन महिलाएं करती हैं और अब पूरे केवड़िया में ऐसे वाहन चलाए जाएंगे।इसमें कहा गया, ‘‘कंपनी की अगले चार से छह महीने में यहां 350 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन की योजना है।’’ ईटीओ मोटर्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन के रावल ने कहा कि कंपनी केवड़िया को भारत का पहला इलेक्ट्रिक वाहन शहर बनाने में योगदान दे रही है।






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