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- नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में रातोंरात आई गिरावट से राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 1,130 रुपये टूट कर 45 हजार 207 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 337 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 708 रुपये की गिरावट लेकर 60 हजार 183 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 60 हजार 891 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़त लेकर 1,762 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया जबकि चांदी 22.95 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।वायदा कीमतों में तेजीमजबूत हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे स्थानीय वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 79 रुपये की तेजी के साथ 46,155 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अक्टूबर महीने की डिलीवरी के लिए सोने की कीमत 79 रुपये यानी 0.17 प्रतिशत की तेजी के साथ 46,155 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 9,252 लॉट के लिये कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने सोना वायदा कीमतों में तेजी आने का कारण कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करना था। हालांकि, वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोने की कीमत 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,762.50 डॉलर प्रति औंस रह गई।चांदी में भी तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को चांदी की कीमत 392 रुपये की तेजी के साथ 61,469 रुपये प्रति किलो हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के दिसंबर डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 392 रुपये यानी 0.64 प्रतिशत की तेजी के साथ 61,469 रुपये प्रति किलो हो गया। इस वायदा अनुबंध में 13,162 लॉट के लिए सौदे किए गए। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि चांदी वायदा कीमतों में तेजी आने का कारण घरेलू बाजार में तेजी के रुख के मद्देनजर कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करना था। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी का भाव 0.99 प्रतिशत की तेजी के साथ 23.02 डालर प्रति औंस हो गया।
- मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने बृहस्पतिवार को खुदरा कर्ज लेने वालों के लिये ब्याज में छूट देने समेत अन्य त्योहारी पेशकश की। विज्ञप्ति के अनुसार बैंक ने बड़ौदा आवास ऋण और बड़ौदा कार ऋण पर मौजूदा दर में 0.25 प्रतिशत की छूट की पेशकश की है। बैंक के आवास ऋण की ब्याज दर 6.75 प्रतिशत और वाहन ऋण 7 प्रतिशत से शुरू होता है।इसके अलावा बैंक ने आवास ऋण प्रसंस्करण शुल्क में भी छूट की घोषणा की है। बैंक के महाप्रबंधक एच टी सोलंकी ने कहा, ‘‘आगामी त्योहारों के दौरान खुदरा कर्ज पर इन पेशकशों के साथ हम हम अपने मौजूदा समर्पित ग्राहकों को त्यौहारों का तोहफा देना चाहते हैं। इसके साथ ही बैंक के साथ जुड़ने वाले नये ग्राहकों को भी आवास रिण और कार रिण लेने का एक आकर्षक अवसर उपलब्ध कराना चाहते हैं। '' इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक ने भी अपने संभावित आवास रिण लेने वाले ग्राहकों के लिये 6.70 प्रतिशत की घटी ब्याज दर पर त्यौहारी पेशकश की घोषणा की।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की बैठक शुक्रवार को होगी, जिसमें चार दर्जन से अधिक वस्तुओं पर कर की दर की समीक्षा की जा सकती है और 11 कोविड दवाओं पर कर छूट को 31 दिसंबर तक बढ़ाया जा सकता है। जीएसटी परिषद की 17 सितंबर को लखनऊ में होने वाली बैठक के दौरान एकल राष्ट्रीय जीएसटी कर के तहत पेट्रोल और डीजल पर कर लगाने और जोमैटो तथा स्विगी जैसे खाद्य डिलीवरी ऐप को रेस्टोरेंट के रूप में मानने और उनके द्वारा की गई डिलीवरी पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने के प्रस्ताव पर भी विचार किया जाएगा।वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, ''वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण कल लखनऊ में सुबह 11 बजे जीएसटी परिषद की 45वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगी। बैठक में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वित्त मंत्रियों और केंद्र सरकार तथा राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी शामिल होंगे।'' सूत्रों ने कहा कि इस बैठक में कोविड-19 से जुड़ी आवश्यक सामग्री पर शुल्क राहत की समयसीमा को भी आगे बढ़ाया जा सकता है। देश में इस समय वाहन ईंधन के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। वर्तमान में राज्यों द्वारा पेट्रोल, डीजल की उत्पादन लागत पर वैट नहीं लगता बल्कि इससे पहले केंद्र द्वारा इनके उत्पादन पर उत्पाद शुल्क लगाया जाता है, उसके बाद राज्य उस पर वैट वसूलते हैं। केरल उच्च न्यायालय ने जून में एक रिट याचिका पर सुनवाई के दौरान जीएसटी परिषद से पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाने पर फैसला करने को कहा था। सूत्रों ने कहा कि न्यायालय ने परिषद को ऐसा करने को कहा है। ऐसे में इस पर परिषद की बैठक में विचार हो सकता है। देश में जीएसटी व्यवस्था एक जुलाई, 2017 से लागू हुई थी। जीएसटी में केंद्रीय कर मसलन उत्पाद शुल्क और राज्यों के शुल्क मसलन वैट को समाहित किया गया था। लेकिन पेट्रोल, डीजल, एटीएफ, प्राकृतिक गैस तथा कच्चे तेल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया। इसकी वजह यह है कि केंद्र और राज्य सरकारों दोनों को इन उत्पादों पर कर से भारी राजस्व मिलता है।
- नई दिल्ली। ऊर्जा भंडारण समाधान मुहैया कराने वाले ओकाया समूह की इलेक्ट्रिक वाहन शाखा ने गुरुवार को एक नया इलेक्ट्रिक स्कूटर 'फ्रीडम' पेश किया, जिसकी कीमत 69 हजार 900 रुपये से शुरू है।कंपनी पहले ही दो इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचती है - एवियन आईक्यू श्रृंखला और क्लास आईक्यू श्रृंखला। फ्रीडम लिथियम आयन और लेड एसिड बैटरी के विकल्पों के साथ उपलब्ध होगी। ओकाया ने कहा कि नया स्कूटर उसके बद्दी (हिमाचल प्रदेश) स्थित विनिर्माण संयंत्र से तैयार किया जा रहा है। फ्रीडम को चार संस्करणों में पेश किया जाएगा, जिसमें निम्न-गति और उच्च-गति शामिल हैं। ये गाडिय़ां एक बार चार्ज करने पर अधिकतम लगभग 250 किमी तक सफर कर सकती हैं। ओकाया पावर ग्रुप के प्रबंध निदेशक अनिल गुप्ता ने कहा, ''भविष्य इलेक्ट्रिक का है और हम हर भारतीय को उच्च गुणवत्ता, किफायती कीमत की पेशकश करने में खुद को सबसे अच्छी स्थिति में पाते हैं। हमारे संबद्ध व्यावसायिक हितों के कारण बाजार में हमें बढ़त स्वाभाविक है।
- नई दिल्ली । वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कल राष्ट्रीय परिसम्पत्ति पुनर्संरचना कम्पनी लिमिटेड- एनएआरसीएल द्वारा जारी की जाने वाली प्रतिभूति रसीदों के लिए तीस हजार छह सौ करोड रुपए तक की सरकारी गारंटी की अनुमति दी। मंत्रिमंडल के फैसलों के बारे में आज शाम नई दिल्ली में वित्तमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि 2021 के बजट में परिसम्पत्ति पुनर्संचना कम्पनी की स्थापना के सरकारी इरादे की घोषणा की गई थी। इसके साथ मौजूदा फंसे ऋणों के समेकन और उसके बाद खरीददारों के लिए उनके प्रबंधन और निपटान के उद्देश्य से परिसम्पत्ति प्रबंधन कम्पनी की भी स्थापना की घोषणा की गई थी। वित्तमंत्री ने कहा कि 2015 में बैंकों की परिसम्पत्ति की गुणवत्ता समीक्षा की गई थी। इससे पता चला था कि फंसी हुई परिसम्पत्तियां- एनपीए की मात्रा बहुत अधिक है। वित्तमंत्री ने कहा कि इससे निपटने के लिए सरकार ने पहचान, समाधान, पुनर्पूंजीकरण और सुधारों की चार सूत्री रणनीति पेश की। उन्होंने कहा कि पहचान करने के बाद चरणबद्ध ढंग से एनपीए की मात्रा का अनुमान लगाया गया और वसूली भी शुरू की गई। उन्होंने कहा कि पिछले छह वित्तवर्ष में चार सूत्री रणनीति अच्छी तरह से लागू की गई और बैंक पांच लाख एक हजार चार सौ 79 करोड रुपए की वसूली करने में सफल रहे।
- नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट और रुपये के मूल्य में सुधार के बीच राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 491 रुपये की गिरावट के साथ 45 हजार 735 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 226 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 724 रुपये टूटकर 61 हजार 541 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 62 हजार 265 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में सुबह के कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया पांच पैसे की तेजी दर्शाता 73.45 रुपये प्रति डॉलर हो गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,786 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी 23.60 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''अमेरिकी बांड आय में तेजी आने के साथ सोने का भाव 1,790 डॉलर प्रति औंस तक कमजोर हो गया।
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नयी दिल्ली। ओला इलेक्ट्रिक ने बुधवार को अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर एस1 की बिक्री प्रक्रिया शुरू कर दी। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर दो ट्रिम्स में उपलब्ध है। इसे फिलहाल ओला ऐप के जरिये ही ख़रीदा जा सकता है, वेबसाइट पर नहीं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इससे पहले ओला स्कूटर की बिक्री आठ सितंबर को शुरू होनी थी। स्कूटर खरीदने के लिए वेबसाइट पर ग्राहकों को आ रही तकनीकी बाधाओं के कारण बिक्री प्रक्रिया को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर 15 सितंबर कर दिया गया था। कंपनी ने कहा, ‘‘ओला एस1 या ओला एस1 प्रो को खरीदने के लिए ग्राहकों को पहले 20,000 रुपये देने होंगे और शेष राशि स्कूटर के पहुंचने से पहले देनी होगी। इसका अलावा ग्राहक शेष राशि के लिए सुविधाजनक ईएमआई विकल्प भी चुन सकते हैं।'' ओला ने कहा, ‘‘बुकिंग रद्द करने पर शुरू में दी गयी राशि को पूरी तरह से वापस किया जाएगा। हालांकि ओला फ्यूचरफैक्ट्री से स्कूटर के लदान के लिए निकलने के बाद ऑर्डर को रद्द नहीं किया जा सकेगा।'' कंपनी ने कहा कि स्कूटर की आपूर्ति अक्टूबर, 2021 से शुरू होगी और खरीदारों को खरीद के 72 घंटों के भीतर अनुमानित आपूर्ति की अवधि के बारे में सूचित कर दिया जाएगा। ओला के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने ट्वीट किया, ‘‘इस नयी क्रांति को अपने घर लाये। ओला एस 1 की बिक्री शुरू हो गई है। - नयी दिल्ली। भारत के सबसे बड़े व्यापार समूह टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस और बजट एयरलाइन स्पाइसजेट के प्रमुख अजय सिंह घाटे में चल रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए बुधवार को वित्तीय बोलियां सौंपने वालों में शामिल थे। विनिवेश की प्रक्रिया का संचालन करने वाले विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडे ने वित्तीय "बोलियां" मिलने के बारे में ट्वीट किया, लेकिन यह नहीं बताया कि कितनी कंपनियों ने बोलियां सौंपी हैं। टाटा संस के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की कि समूह ने राष्ट्रीय विमानन कंपनी के लिए बोली सौंपी है। सूत्रों ने कहा स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कर्ज में डूबी एयरलाइन को खरीदने के लिए अपनी व्यक्तिगत क्षमता में बोली सौंपी है। एक दूसरे स्रोत ने बताया कि एयरलाइन के लिए कई वित्तीय बोलियां मिली हैं।फिलहाल बोलियों के बारे में विशिष्ट जानकारी नहीं मिली है।वित्तीय बोलियों का मूल्यांकन एक अघोषित आरक्षित मूल्य के आधार पर किया जाएगा और उस मानक से अधिक मूल्य की पेशकश करने वाली बोली को मंजूरी दी जाएगी। मंजूरी के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल के पास सिफारिश भेजने से पहले लेनदेन सलाहकार शुरुआत में बोली की समीक्षा करेंगे। टाटा की बोली सफल हुई तो यह 67 वर्षों के बाद टाटा की एयर इंडिया में वापसी होगी।टाटा समूह ने अक्टूबर, 1932 में टाटा एयरलाइंस की स्थापना की थी जिसे बाद में एयर इंडिया का नाम दिया गया। सरकार ने 1953 में एयरलाइन का राष्ट्रीयकरण किया था। टाटा सिंगापुर एयरलाइंस के साथ साझेदारी में एक प्रीमियम विमान सेवा विस्तार का संचालन करती है। हालांकि यह पता नहीं चला है कि समूह ने खुद से या बजट एयरलाइन एयरएशिया इंडिया के माध्यम से बोली लगायी है। एयरएशिया इंडिया टाटा संस और मलेशिया की एयरएशिया इन्वेस्टमेंट लि. का संयुक्त उपक्रम है। खबरों के मुताबिक सिंगापुर एयरलाइंस विनिवेश कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इच्छुक नहीं थी क्योंकि इससे विस्तार और उसकी अपनी वित्तीय समस्याएं ही बढ़ेंगी। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने ट्विटर पर लिखा, "लेनदेन सलाहकार को एयर इंडिया के विनिवेश के लिए वित्तीय बोलियां मिली हैं। प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है।" उन्होंने ना तो बोलीदाताओं की जानकारी दी और ना ही यह बताया कि कितनी बोलियां मिली हैं।केंद्र सरकार सरकारी स्वामित्व वाली एयरलाइन में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचना चाहती है जिसमें एआई एक्सप्रेस लिमिटेड में एयर इंडिया की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी और एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी शामिल हैं। जनवरी, 2020 से शुरू हुई विनिवेश की प्रक्रिया में कोविड-19 महामारी के कारण देरी हुई है। सरकार ने अप्रैल, 2021 में संभावित बोलीदाताओं को वित्तीय बोली सौंपने के लिए कहा था। बुधवार (15 सितंबर) बोली सौंपने का आखिरी दिन था।टाटा समूह उन इकाइयों में शामिल था, जिन्होंने एयरलाइन को खरीदने के लिए दिसंबर, 2020 में प्रारंभिक रुचि पत्र (ईओआई) दिया था। 2017 के बाद से, पिछले प्रयासों में कोई महत्वपूर्ण रुचि हासिल करने में विफल रहने और संभावित निवेशकों से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद, सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में एयर इंडिया के ऋण को नए निवेशक को हस्तांतरित करने से संबंधित ईओआई के नियम में ढील दी थी। इससे बोलीदाताओं को उस विशाल ऋण का आकार तय करने की छूट मिली जिसकी वे जिम्मेदारी लेना चाहते हैं। जनवरी, 2020 में दीपम द्वारा जारी एयर इंडिया के ईओआई के अनुसार, 31 मार्च, 2019 तक एयरलाइन के कुल 60,074 करोड़ रुपये के ऋण में, खरीदार को 23,286.5 करोड़ रुपये के ऋण की जिम्मेदारी लेनी होगी। बाकी ऋण एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) को हस्तांतरित किया जाएगा, जो एक विशेष इकाई (एसपीवी) है। एयर इंडिया, 2007 में घरेलू विमान सेवा इंडियन एयरलाइंस के साथ अपने विलय के बाद से घाटे में चल रही है। एयरलाइन के लिए सफल बोली लगाने वाली कंपनी को घरेलू हवाई अड्डों पर 4,400 घरेलू और 1,800 अंतरराष्ट्रीय लैंडिंग एवं पार्किंग स्लॉट के साथ-साथ विदेशी हवाई अड्डों पर 900 स्लॉट का नियंत्रण हासिल होगा। इसके अलावा, कंपनी को एयरलाइन की कम लागत वाली सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस का 100 प्रतिशत और एआईएसएटीएस का 50 प्रतिशत स्वामित्व मिलेगा। एआईएसएटीएस प्रमुख भारतीय हवाई अड्डों पर कार्गो और ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं प्रदान करती है।
- नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 438 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 214 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। बहुमूल्य धातुओं की वैश्विक कीमतों में मंगलवार रात आई तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 45 हजार 776 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 633 रुपये सुधरकर 62 हजार 140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 61 हजार 507 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी दोनों की कीमत क्रमश: 1,802 डॉलर प्रति औंस और 23.79 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे स्थानीय वायदा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 99 रुपये की गिरावट के साथ 47 हजार 161 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर महीने की डिलीवरी के लिए सोने की कीमत 99 रुपये यानी 0.21 प्रतिशत की हानि के साथ 47 हजार 161 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 8,210 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने सोना वायदा कीमतों में गिरावट आने का कारण कारोबारियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने बताया। वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोने की कीमत 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,802.50 डॉलर प्रति औंस रह गई।चांदी भी लुढ़कीकमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को चांदी की कीमत 167 रुपये की गिरावट के साथ 63 हजार 418 रुपये प्रति किलो रह गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के दिसंबर डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 167 रुपये यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63 हजार 418 रुपये प्रति किलो रह गया। इस वायदा अनुबंध में 10,879 लॉट के लिए सौदे किये गये। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी का भाव 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23.81 डालर प्रति औंस रह गया।----
- नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आपदा जोखिम को कम करने और प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत तथा इटली के बीच समझौता-ज्ञापन को बुधवार को अनुमति प्रदान कर दी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और इटली गणराज्य के ‘‘डिपार्टमेंट ऑफ सिविल प्रोटेक्शन ऑफ दी प्रेसीडेंसी ऑफ दी काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स'' के बीच आपदा जोखिम को कम करने और प्रबंधन के क्षेत्र में हुए सहयोग संबंधी समझौता-ज्ञापन की जानकारी दी गई । सरकारी बयान के अनुसार, इस समझौता-ज्ञापन के तहत एक ऐसी प्रणाली बनाई जायेगी, जिससे भारत और इटली, दोनों को लाभ मिलेगा। इसके तहत दोनों देशों को एक-दूसरे की आपदा प्रबंधन प्रणालियों से फायदा लेंगे, साथ ही आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में तैयारी, प्रतिक्रिया और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों को मजबूत करने में मदद मिलेगी। इसमें कहा गया है कि दोनों संस्थाओं के बीच आपदा जोखिम को कम करने और इसके प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग संबंधी समझौता-ज्ञापन पर जून, 2021 को हस्ताक्षर किये गये थे।
- नयी दिल्ली। रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए सुधारों से चालू वित्त वर्ष 2021-22 में क्षेत्र का 43.75 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल हो सकेगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने बुधवार को यह बात कही। पटेल ने कहा कि क्षेत्र के लिए कई सुधार मसलन पुनगर्ठित स्वर्ण मौद्रिकरण योजना, सोने पर आयात शुल्क की कटौती तथा हॉलमार्किंग आदि लागू किए गए हैं, जिससे क्षेत्र का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रत्न एवं आभूषण क्षेत्र का हिस्सा सात प्रतिशत है। वहीं देश के वस्तुओं के निर्यात में क्षेत्र की हिस्सेदारी 10 से 12 प्रतिशत की है। पटेल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 9.2 अरब डॉलर रहा है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मोर्चे पर सरकार ने कई कदम उठाए हैं। स्वर्ण मौद्रिकरण योजना का पुनर्गठन किया गया है, सोने पर आयात शुल्क घटाया गया है तथा हॉलमार्किंग प्रणाली को लागू किया गया है। इससे उद्योग को अगले स्तर पर पहुंचने में मदद मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन उपायों से न केवल उद्योग को बदलाव लाने में मदद मिलेगी बल्कि इससे निर्यात भी बढ़ेगा। पटेल ने कहा कि इन उपायों से उद्योग चालू वित्त वर्ष में 43.75 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल कर सकेगा। इसके अलावा वह आगामी वर्षों में रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के 75 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य पर भी पहुंच पाएगा।
- बोस्टन। अमेरिका की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल ने आईफोन में उस सुरक्षा खामी को ठीक कर लिया है जिससे हैकर्स उपयोगकर्ता के इस्तेमाल के बगैर ही आईफोन तथा एप्पल के अन्य उपकरणों को सीधे हैक कर सकते थे।टोरंटो विश्वविद्यालय की सिटीजन लैब के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि सऊदी अरब के एक कार्यकर्ता के आईफोन की जासूसी के लिए इस सुरक्षा चूक का फायदा उठाया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें पूरा भरोसा है कि दुनिया की सबसे कुख्यात हैकर कंपनी इजराइल का एनएसओ समूह इस हमले के पीछे है।अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि यह सुरक्षा खामी एप्पल के सभी प्रमुख उपकरणों आईफोन, मैक्स और एप्पल वॉच में थी। एनएसओ समूह ने एक पंक्ति का बयान जारी कर कहा कि वह ‘‘आतंक और अपराध’’ से लड़ने के लिए उपकरण मुहैया कराता रहेगी।अनुसंधानकर्ताओं ने सात सितंबर को एक संदिग्ध कोड पाया और तुरंत एप्पल को सूचना दी। यह पहली बार था जब तथाकथित ‘‘जीरो-क्लिक’’ के दुरुपयोग के बारे में पता चला जिसमें उपयोगकर्ता को संदिग्ध लिंक या हैक फाइलों को खोलने के लिए उस पर क्लिक करने की आवश्यकता नहीं होती।सिटीजन लैब ने पहले जीरो क्लिक का दुरुपयोग अल-जजीरा के पत्रकारों और अन्य लोगों के फोनों को हैक करने के किए जाने के सबूत पाए थे। एक ब्लॉग पोस्ट में एप्पल ने कहा कि वह आईफोन और आईपैड के लिए सुरक्षा अपडेट जारी कर रहा है क्योंकि एक संदिग्ध पीडीएफ फाइल से उनका फोन हैक हो सकता था।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने मंगलवार को कहा कि 16 साल पहले घरेलू बाजार में उतारी गयी उसकी प्रीमियम हैचबैक कार स्विफ्ट ने 25 लाख की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।एमएसआई ने एक बयान में कहा कि कार ने 25 लाख इकाइयों की कुल बिक्री के साथ एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। स्विफ्ट कार 2005 में पेश की गयी थी और इसके साथ इसने देश में एक नये प्रीमियम हैचबैक वर्ग की शुरुआत की थी।एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, "2005 में बाजार में उतारे जाने के साथ, स्विफ्ट ने भारत में प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट की शुरुआत की थी। आज इसके लाखों प्रशंसक हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार स्विफ्ट ने अपने शानदार लुक और ताकतवर प्रदर्शन के साथ एक गौरवशाली विरासत का निर्माण किया है।" उन्होंने कहा, "यह सफलता ब्रांड स्विफ्ट के लिए ग्राहकों और आलोचकों के प्यार का प्रमाण है। 35 वर्ष से कम उम्र के 52 प्रतिशत से अधिक ग्राहकों के साथ स्विफ्ट को अपने परिपक्व होते युवा ग्राहकों की बदलती आकांक्षाओं के अनुरूप लगातार नया रूप दिया जाता रहा है।
- नयी दिल्ली। किआ इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसकी कॉम्पैक्ट एसयूवी सोनेट ने बाजार में उतारे जाने के एक साल से भी कम समय में एक लाख की कुल बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है। दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान, यह कार देश में चौथी सबसे ज्यादा बिकने वाली एसयूवी भी बन गयी।सितंबर 2020 में पेश की गयी सोनेट कार अपने वर्ग में एक सफल उत्पाद के रूप में उभरी है, और उसने इस वर्ग में लगभग 17 प्रतिशत और किआ की कुल बिक्री में 32 प्रतिशत का योगदान दिया है।किआ इंडिया के कार्यकारी निदेशक और मुख्य बिक्री और व्यापार रणनीति अधिकारी ताए-जिन पार्क ने कहा, "सोनेट को तब बाजार में पेश किया गया था जब ऑटो उद्योग कोविड-19 महामारी की शुरुआत के साथ इतिहास में सबसे खराब मंदी का सामना कर रहा था। विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखला को लगे झटकों के बीच बाजार ग्राहकों की सबसे उदासीन भावना से जूझ रहा था।" उन्होंने कहा, "हमने पिछले साल सितंबर में सभी बाधाओं के बावजूद सोनेट को पेश किया था, और यह कहना गलत नहीं होगा कि इसने भारत में किआ की सफलता की कहानी को नये सिरे से लिखा है और उद्योग में अपनी सबसे बेहतर विशेषताओं एवं विशिष्टताओं के साथ इस वर्ग में एक मजबूत पकड़ बना ली है।"
- नयी दिल्ली। आवाज के जरिये वित्तीय लेनदेन जल्द ही एक वास्तविकता बनने जा रहा है। रिजर्व बैंक ने इस तरह के भुगतान के लिए हार्डवेयर-एग्नॉस्टिक ध्वनि तरंग आधारित तकनीकी समाधान प्रदाता टोनटैग को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने मंगलवार को कहा कि टोनटैग ने खुदरा भुगतान के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सैंडबॉक्स के तहत पहले दस्ते का परीक्षण चरण पूरा कर लिया है। कंपनी ने कर्नाटक और बिहार के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में परीक्षण किया जिसमें 1,000 रुपये तक के लेनदेन शामिल थे। टोनटैग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उसने असंगत इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में फीचर फोन और स्मार्ट फोन के माध्यम से ऑफलाइन आवाज-आधारित भुगतानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। बेंगलुरु की कंपनी ने कहा, "प्रौद्योगिकी पहले से ही मौजूद है, हमें रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल गयी है, अब विनियमित इकाइयां इस तकनीक को आसानी से अपना सकती हैं।" उसने कहा कि इससे उन लोगों को लाभ होगा जो डिजिटल मंचों का इस्तेमाल करने के आदि नहीं हैं या जिन्हें बैंकिंग या भुगतान के लिए ऐप का इस्तेमाल करना मुश्किल लगता है। कंपनी ने कहा कि इस तरह यह नयी सुविधा डिजिटल भुगतान को सभी के लिए एक वास्तविकता बना देगी और यह तकनीक अब सेवा प्रदाताओं द्वारा अपनाए जाने के लिए तैयार है।
- नयी दिल्ली। ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेवा प्रदाता जोमैटो के सह संस्थापक गौरव गुप्ता ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। गुप्ता ने जोमैटो के कर्मचारियों को भेजे गए एक ईमेल में कहा कि वह कंपनी में छह साल बिताने के बाद एक नया अध्याय शुरू करेंगे। गुप्ता कंपनी में आपूर्ति से जुड़े कामकाज का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने कहा, "मैं अपने जीवन में एक नया सफर शुरू कर रहा हूं। अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण अध्याय यानी जोमैटो में बिताए पिछले छह वर्षों से बहुत कुछ सीखते हुए एक नया अध्याय शुरू करूंगा। हमारे पास जोमैटो को आगे ले जाने के लिए एक शानदार टीम है और यह मेरे लिए अपने सफर में एक अलग रास्ते पर बढ़ने का समय है।" सह-संस्थापक ने कहा कि वह इससे बेहतर किसी और चीज की ख्वाहिश नहीं कर सकते थे और सभी अनुभवों के लिए बहुत आभारी हैं तथा अपने आस-पास के सभी लोगों के भी आभारी हैं कि उन्होंने एक बेहतर इंसान बनने में उनकी मदद की। गुप्ता ने कंपनी के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल को भी धन्यवाद दिया।
- नयी दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस ने अपनी 9,200 करोड़ रुपये की पुनर्खरीद पेशकश के तहत 5.58 करोड़ इक्विटी शेयरों को वापस खरीद लिया है। एक सार्वजनिक सूचना के अनुसार, इन शेयरों की पुनर्खरीद 1,648.53 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के औसत मूल्य पर की गई है। कंपनी ने कुल 5,58,07,337 इक्विटी शेयरों की लगभग 9,200 करोड़ रुपये में वापस खरीद की। पुनर्खरीद के लिए शेयर का सबसे ऊंचा मूल्य 1,750 रुपये और सबसे निचला मूल्य 1,538.10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर था। कंपनी ने कहा है कि इस शेयर खरीद के बाद कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 12.95 प्रतिशत से बढ़कर 13.12 प्रतिशत हो गई। इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 9,200 करोड़ रुपये की शेयर वापसी खरीद योजना को मंजूरी दी थी जिसकी शुरुआत 25 जून को हो गई थी।
- नयी दिल्ली। डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने देश भर में फास्टैग आधारित पार्किंग सेवा शुरू करने की योजना बनायी है। कंपनी ने इस दिशा में पहल करते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के साथ मिलकर इस प्रकार की पहली फास्टैग-आधारित मेट्रो पार्किंग सुविधा शुरू की है।पेटीएम पेमेंट्स बैंक लि. (पीपीबीएल) ने सोमवार को कहा कि उसने डीएमआरसी के साथ भागीदारी कर फास्टैग आधारित पहली मेट्रो पार्किंग सुविधा शुरू की है। पीपीबीएल कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग सुविधा को लेकर वैध फास्टैग स्टिकर वाली कारों के लिए सभी फास्टैग-आधारित लेनदेन के प्रसंस्करण की सुविधा प्रदान करेगी। इससे पार्किंग के लिये काउंटर पर रुककर नकद भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा, पेटीएम पेमेंट बैंक ने दोपहिया वाहनों के लिये पार्किंग स्थल में प्रवेश को लेकर यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) आधारित भुगतान सुविधा भी देनी शुरू की है।पीपीबीएल ने डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह के हवाले से एक बयान में कहा, '' ग्राहकों को समाधान प्रदान करने को लेकर डीएमआरसी के डिजिटलीकरण प्रयास में यह एक और कदम है। खास तौर पर ऐसे समय में जब संपर्क रहित लेनदेन के तरीके समय की जरूरत है, यह पहल महत्वपूर्ण है।''भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के अनुसार पेटीएम पेमेंट बैंक जून महीने में एक करोड़ फास्टैग जारी करने वाला देश का पहला बैंक बन गया है।'' जून 2021 तक सभी बैंकों ने 3.47 करोड़ से अधिक फास्टैग जारी किये हैं। बयान के अनुसार, ''पीपीबीएल देश भर में पार्किंग सुविधाओं का डिजिटलीकरण करेगी। इसमें कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पेटीएम के डिजिटल भुगतान समाधान से संचालित होने वाला पहला स्टेशन होगा। कंपनी कई राज्यों में विभिन्न नगर निगमों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि संगठित और असंगठित दोनों जगहों पर फास्टैग आधारित पार्किंग सुविधाएं शुरू की जा सकें।'' इसके अलावा पेटीएम शॉपिंग मॉल, अस्पतालों और हवाईअड्डों पर भी इस प्रकार की सुविधाएं शुरू करने को लेकर विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत कर रही है।
- नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख और रुपये के मूल्य में गिरावट के बीच राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 82 रुपये बढ़कर 45,952 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 45,870 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘कॉमेक्स में सोने की कीमतों में मजबूती और रुपये के मूल्य में गिरावट के अनुरूप दिल्ली में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत में 82 रुपये की तेजी आई।'' इसके विपरीत, चांदी की कीमत 413 रुपये लुढ़ककर 61,907 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। चांद पिछले कारोबारी सत्र में 62,320 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,790 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 23.66 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।
- नयी दिल्ली। अनाज और सब्जियों सहित खाद्य उत्पादों के दाम घटने से खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में मामूली घटकर 5.3 प्रतिशत रह गई। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। हालांकि, खाद्य तेल के दाम में इस दौरान वृद्धि दर्ज की गई। यह लगातार तीसरा महीना है जबकि खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आई है और रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर के दायरे में बनी हुई है। उपभोक्ता मूल्यू सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इससे पिछले महीने जुलाई में 5.59 प्रतिशत थी। वहीं एक साल पहले अगस्त में यह 6.69 प्रतिशत पर थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति अगस्त में 3.11 प्रतिशत रही जो कि इससे पिछले महीने जुलाई में 3.96 प्रतिशत थी वहीं अगस्त, 2020 में यह 9.05 प्रतिशत के उच्चस्तर पर थी। खुदरा मुद्रास्फीति मई में बढ़कर 6.3 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई थी। अप्रैल में यह 4.23 प्रतिशत थी। उसके बाद से यह लगातार नीचे आ रही है। जून में खुदरा मुद्रास्फीति 6.26 प्रतिशत तथा जुलाई में 5.59 प्रतिशत रही। रिजर्व बैंक ने अगस्त में अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों को यथावत रखा था। केंद्रीय बैंक अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पर निर्णय के लिए मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पर गौर करता है। सरकार ने केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया है। एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों और अनाज एवं उत्पादों के दाम में क्रमश: 11.68 प्रतिशत और 1.42 प्रतिशत घट गई। लेकिन ‘तेल एवं वसा' खंड में मूल्यवृद्धि एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत रही। त्योहारी मौसम के दौरान खाद्य तेलों की कीमतों को काबू में रखने के लिए सरकार ने हाल में पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी तेलों पर मूल सीमा शुल्क घटा दिया है। उद्योग का मानना है कि इससे तेलों के खुदरा दाम चार से पांच रुपये प्रति लीटर घट जाएंगे। हालांकि, उपभोक्ताओं की जेब पर ‘ईंधन और प्रकाश' खंड अब भी भारी बना हुआ है। इस खंड में मुद्रास्फीति 12.95 प्रतिशत रही। डीबीएस सिंगापुर की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और अर्थशास्त्री राधिका राव ने कहा कि मुद्रास्फीति में गिरावट अनुकूल आधार प्रभाव तथा खाद्य वस्तुओं के दाम घटने की वजह से आई है। उन्होंने कहा कि तेल एवं वसा को छोड़कर अन्य उप खंडों की मुद्रास्फीति घटी है। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के 5.7 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया है। केंद्रीय बैंक का अनुमान है कि दूसरी तिमाही में यह 5.9 प्रतिशत, तीसरी में 5.3 प्रतिशत और चौथी में 5.8 प्रतिशत रहेगी। वहीं, अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति के 5.1 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया गया। कोटक महिंद्रा बैंक की वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपासना भारद्वाज ने कहा कि मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के अनुमान की तुलना में अधिक अनुकूल और कम रहेगी। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति के नरम रहने से नीति निर्माताओं को राहत मिलेगी और नीति के सामान्यीकरण की ओर से धीमी रफ्तार से चलने के लिए ज्यादा गुंजाइश होगी।
- नयी दिल्ली। ओला के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने सोमवार को कहा कि कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर कारखाने का पूरा संचालन महिलाओं द्वारा किया जाएगा और इसमें व्यापक स्तर पर 10,000 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "आत्मनिर्भर भारत को आत्मनिर्भर महिलाओं की जरूरत है! मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि ओला फ्यूचरफैक्ट्री का पूरा का पूरा संचालन महिलाएं करेंगी, व्यापक स्तर पर 10,000 से ज्यादा महिलाएं इसमें काम करेंगी! यह दुनिया में केवल महिला कर्मियों वाला सबसे बड़ा कारखाना होगा।" अग्रवाल ने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें इस प्रतिष्ठान में काम करने के लिए नियुक्त की गयी महिलाओं के पहले बैच को दिखाया गया है। उन्होंने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि कंपनी ने इस सप्ताह पहले बैच का स्वागत किया और कहा कि "पूरी क्षमता के साथ, फ्यूचरफैक्ट्री 10,000 से अधिक महिलाओं को रोजगार देगी, जिससे यह दुनिया में केवल महिला कर्मियों वाला सबसे बड़ा और विश्व स्तर पर केवल महिला कर्मियों वाला अकेला ऑटोमोटिव विनिर्माण प्रतिष्ठान होगा।" उन्होंने कहा कि ओला अधिक समावेशी कार्यबल बनाने और महिलाओं के लिए हर तरह के काम से जुड़े आर्थिक अवसर प्रदान करने के लिए पहल कर रही है। अग्रवाल ने कहा कि कंपनी ने महिला कर्मियों को विनिर्माण कौशल के मुख्य क्षेत्रों में प्रशिक्षण और अतिरिक्त कौशल प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण निवेश किया है तथा वे ओला फ्यूचरफैक्ट्री में निर्मित हर वाहन के पूरे उत्पादन के लिए जिम्मेदार होंगी।
- मुंबई। बीएसई सेंसेक्स में सोमवार को समर्थन के अभाव में 127 अंक से अधिक की गिरावट आयी। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक तथा एचडीएफसी बैंक में नुकसान से सेंसेक्स नीचे आया। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 127.31 अंक यानी 0.22 प्रतिशत टूटकर 58,177.76 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.95 अंक यानी 0.08 प्रतिशत फिसलकर 17,355.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रहा। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टीसीएस, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, मारुति और कोटक बैंक शामिल हैं। आंनद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध प्रमुख (बुनियादी) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘दोपहर के कारोबार में घरेलू शेयर बाजार नकारात्मक दायरे में रहा। वैश्विक स्तर पर अमेरिका में मुद्रास्फीति के रिकार्ड स्तर पर पहुंचने तथा इस स्थिति के चलते फेडरल रिजर्व के जल्दी ही मौद्रिक नीति के मामले में कड़ा रुख किये जाने की आशंका के साथ एशियाई बाजारों में मिला-रुख रहा।'' एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सिओल और तोक्यो लाभ में रहें जबकि हांगकांग नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी रही। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने गुरुवार को भारतीय बाजारों में 423.44 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.91 प्रतिशत मजबूत होकर 73.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
- नयी दिल्ली। टाटा मोटर्स ने सोमवार को कहा कि उसने अपने हल्के वाणिज्यिक वाहन टाटा 407 का सीएनजी संस्करण पेश किया है जिसकी (एक्स शोरूम, पुणे) कीमत 12.07 लाख रुपये है। टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा कि सीएनजी का इस्तेमाल करते हुए यह वाहन टाटा 407 के डीजल संस्करण के मुकाबले 35 प्रतिशत ज्यादा मुनाफा देता है।कंपनी के उपाध्यक्ष (प्रोडक्ट लाइन 1 और हल्के वाणिज्यिक वाहन) रुद्ररूप मैत्रा ने कहा, "डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि के चलते सीएनजी वाहनों में लाभ बढऩे की संभावना में उल्लेखनीय वृद्धि होने की क्षमता है और हमें विश्वास है कि 407 सीएनजी, टाटा मोटर्स द्वारा पेश की गयी सबसे विस्तृत सीएनजी रेंज का विस्तार करने के अलावा, हमारे ग्राहकों लिए काफी मूल्य प्रदान करेगा।" उन्होंने कहा कि टाटा 407 देश में सबसे बेहतर वाणिज्यिक वाहन रहा है, इसके साथ पिछले 35 साल की विरासत है। यह वाहन ग्राहक के पसंदीदा वाहनों में से एक है। इसके अब तक 12 लाख वाहन बेचे जा चुके हैं। यह इस श्रेणी में सबसे ज्यादा है। टाटा 407 सीएनजी संस्करण में 3.8 लीटर का सीएनजी इंजन है। इसके साथ ईंधन-कुशल एसजीआई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही अन्य खूबियां भी इसमें शामिल हैं।---
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नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एयरटेल के स्थानीय वेंडर और जियो डिजिटल कंपनी पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है तथा इन कंपनियों द्वारा लाइन डालने पर तत्काल रोक लगा दी है। ऑप्टिकल फाइबर लाइन डालने के लिए सड़कें क्षतिग्रस्त करने और ठीक न करने पर प्राधिकरण ने दोनों कंपनियों पर यह कार्रवाई की है। सड़कें टूट जाने से निवासियों को बहुत परेशानी हो रही थी जिसके कारण वे बार-बार प्राधिकरण से शिकायत कर रहे थे। ग्रेटर नोएडा में मोबाइल और ब्रॉडबैंड नेटवर्क को और बेहतर करने के लिए एयरटेल और जियो डिजिटल कंपनी की तरफ से ऑप्टिकल फाइवर लाइन डाली जा रही है। जियो डिजिटल फाइबर प्राइवेट लि. नॉएडा के कंपनी सेक्टर बीटा वन और टू में फाइबर लाइन डाल रही थी। कंपनी की तरफ से सड़क के समीप लाइन डाली जा रही थी, जिससे सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। इसके कारण प्राधिकरण की तरफ से दी जाने वाली अन्य सेवाएं भी प्रभावित हुईं। लोगों द्वारा प्राधिकरण से शिकायत करने के बावजूद कंपनी सड़क की मरम्मत नहीं कर रही थी। इसी तरह एयरटेल की वेंडर मैसर्स टेलिसोनिक नेटवर्क लिमिटेड भी सेक्टर बीटा वन और टू में लाइन डाल रही थी, जिसके चलते रोड क्षतिग्रस्त हो गई। प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि उसके सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर वाणिज्यिक विभाग ने दोनों कंपनियों पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
- नयी दिल्ली। ऑनलाइन फूड डिलिवरी सेवा देने वाली कंपनी जोमैटो ने 17 सितंबर से किराना सामानों की अपनी डिलिवरी सेवा को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने ऐसा ऑर्डर को पूरा करने से जुड़ी खामियों को देखते हुए किया जिसकी वजह से ग्राहकों को संतोषजनक अनुभव नहीं मिल रहे थे। इसके साथ ही जोमैटो इस वर्ग से पिछले साल से दूसरी बार बाहर निकली है।कंपनी ने पहली बार, कोविड-19 को देखते हुए पिछले साल लॉकडाउन के दौरान इस वर्ग में प्रवेश किया था लेकिन अपने फूड डिलिवरी व्यापार के सुधरने के बाद उसने यह वर्ग छोड़ दिया था। कंपनी ने यह भी कहा कि उसका मानना है कि ग्रोफर्स (किराना सामानों की डिलिवरी सेवा देने वाली कंपनी) में उसके निवेश से अपने खुद के मंच पर किराना सामानों की डिलिवरी सेवा की तुलना में उसके शेयरधारकों के लिए बेहतर नतीजे मिलेंगे। जोमैटो ने ग्रोफर्स में 10 करोड़ डॉलर (करीब 745 करोड़ रुपये) का निवेश किया है।कंपनी ने अपने किराना भागादीरों को भेजे एक ईमेल में कहा, "जोमैटो अपने ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देने और अपने व्यापार भागीदारों को वृद्धि के सबसे बड़े अवसर देने में विश्वास करती है। हमें नहीं लगता कि मौजूदा मॉडल हमारे ग्राहकों और व्यापार भागीदारों को इस तरह के लाभ दिलाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है। इसलिए, हम 17 सितंबर, 2021 से किराना सामानों की अपनी पायलट डिलिवरी सेवा को बंद करना चाहते हैं।