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- नयी दिल्ली। देशभर में ‘सी-प्लेन' सेवाओं की शुरुआत के लिए सरकार की योजना 14 और जलीय अड्डे बनाने की है। हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' और अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट के बीच इस तरह की सेवा का सफल उद्धाटन किया। ‘सी-प्लेन' मूलत: हवाई जहाज होता है। लेकिन यह किसी जलपोत की तरह पानी पर तैरते हुए वहां से उड़ने और उतरने में सक्षम होता है। सरकार की योजना से लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार, असम, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में इस सेवा का लाभ मिलने की संभावना है। पोत परिवहन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, सरकार का क्षेत्रीय हवाई संपर्क की उड़ान योजना के तहत देशभर में 14 ऐसे जलीय अड्डे बनाने की है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और नागर विमानन मंत्रालय ने भारतीय आंतरिक जलमार्ग प्राधिकरण से हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करने के लिए कहा है। साथ ही बाद में यात्रियों के आवागमन की सुविधाएं और विमानों के लिए जेटी विकसित करने में मदद के लिए भी कहा है।
- नयी दिल्ली। वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एफडीडीआई) कोल्हापुरी चप्पलों का विनिर्माण करने वाले कारीगरों के कौशल का विकास करेगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि कोल्हापुरी चप्पल के कारीगरों को प्रशिक्षण से उन्हें खरीदारों से जोड़ने में मदद मिलेगी और इससे घरेलू और वैश्विक बाजारों में इसकी बिक्री बढ़ेगी।एफडीडीआई के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि कोल्हापुरी चप्पल कारीगरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम अगले महीने से शुरू होने की उम्मीद हैं सिन्हा ने कहा, इस उत्पाद की घरेलू और वैश्विक बाजारों में भारी मांग है। कारीगरों को बेहतर डिजाइनिंग तथा अच्छे रंग के इस्तेमाल के बारे में प्रशिक्षित करने पर वे अपने उत्पादों का अधिक प्रभावी तरीके से विपणन कर सकेंगे।'' उन्होंने कहा कि इस कारोबार से जुड़े युवाओं को प्रोत्साहन दिए जाने की जरूरत है। सिन्हा ने कहा, मैं इस पर प्राथमिकता से ध्यान दे रहा हूं। हम कारीगरों को एफडीडीआई के विद्यार्थियों तथा फैकल्टी के साथ बातचीत के लिए भी बुलाएंगे। कोल्हापुरी चप्पलों को प्रोत्साहन के लिए सरकार ने इसे भौगोलिक संकेतक (जीआई) का दर्जा दिया हुआ है। इन चप्पलों का विनिर्माण मुख्य रूप से महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सोलापुर, सांगली और सतारा तथा कर्नाटक के धारवाड़, बेलगाम, बागलकोट और बीजापुर में होता है।
- नयी दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में 1.05 लाख करोड़ रुपये रहा है। फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के पार गया है। वित्त मंत्रालय की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई। वित्त मंत्रालय ने बताया कि 31 अक्टूबर, 2020 तक दाखिल किए गए कुल जीएसटीआर-3बी रिटर्न की संख्या 80 लाख पर पहुंच गई है। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अक्टूबर, 2020 में कुल जीएसटी संग्रह 1,05,155 करोड़ रुपये रहा। इसमें सीजीएसटी का हिस्सा 19,193 करोड़ रुपये, एसजीएसटी का 5,411 करोड़ रुपये, आईजीएसटी का 52,540 करोड़ रुपये (इसमें वस्तुओं के आयात पर 23,375 करोड़ रुपये का संग्रह भी शामिल है) और 8,011 करोड़ रुपये का उपकर (932 करोड़ रुपये आयातित वस्तुओं पर) शामिल है। अक्टूबर, 2020 में जीएसटी संग्रह पिछले साल के समान महीने से 10 प्रतिशत अधिक रहा है। अक्टूबर, 2019 में जीएसटी संग्रह 95,379 करोड़ रुपये रहा था। कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से जीएसटी संग्रह का आंकड़ा लगातार कई माह तक एक लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे रहा था।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की बिक्री अक्टूबर में 18.9 प्रतिशत बढ़कर 1 लाख 82 हजार 448 इकाई पर पहुंच गई। इससे पिछले साल के समान महीने में कंपनी ने 1 लाख 53 हजार 435 वाहन बेचे थे।कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 19.8 प्रतिशत बढ़कर 1 लाख 72 हजार 862 इकाई पर पहुंच गई, जो अक्टूबर, 2019 में 1 लाख 44 हजार 277 इकाई रही थी।समीक्षाधीन महीने में कंपनी की मिनी कारों आल्टो और एस-प्रेसो की बिक्री मामूली घटकर 28 हजार 462 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 28 हजार 537 इकाई रही थी। कॉम्पैक्ट खंड....मसलन स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर की बिक्री 19.2 प्रतिशत बढ़कर 95 हजार 67 इकाई पर पहुंच गई, जो अक्टूबर, 2019 में 75 हजार 94 इकाई रही थी।अक्टूबर में सियाज मॉडल की बिक्री 40 प्रतिशत घटकर 1,422 इकाई रह गई, जो पिछले साल समान महीने में 2 हजार 371 इकाई रही थी।हालांकि, कंपनी के यूटिलिटी वाहनों.....विटारा ब्रेजा, एस-क्रॉस और एर्टिगा की बिक्री 9.9 प्रतिशत बढ़कर 23 हजार 108 इकाई से 25 हजार 396 इकाई पर पहुंच गई। अक्टूबर में कंपनी का निर्यात 4.7 प्रतिशत बढ़कर 9 हजार 586 इकाई रहा, जो एक साल पहले समान महीने में 9 हजार 158 इकाई रहा था।
- नयी दिल्ली। जानेमाने उद्योगपति रतन टाटा ने शनिवार को कहा कि देश की बदलती जरूरतों के लिए उद्यमियों का मार्गदर्शन करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि टेकस्पार्क्स 2020 के समापन सत्र में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा, नवाचार और रचनात्मकता उद्यमिता के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, और देश की बदलती जरूरतों के लिए उद्यमियों का मार्गदर्शन करना बेहद जरूरी है।'' टाटा ने कहा, हम इसे (उद्यमिता) खुद के लिए नहीं कर रहे हैं, हम यह इसलिए कर रहे हैं ताकि कुछ करने में मजा आए और जिसे पहले कभी नहीं किया गया हो।'' उन्होंने आगे कहा कि हालांकि, अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि उद्यमिता के जरिए पूरे देश और विश्व की जरूरतों को पूरा करना है। उन्होंने इस दौरान दुनिया भर में मानवीय संकटों, भूख और भोजन की कमी के साथ ही अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी तथा उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
- केवडिया/अहमदाबाद। अहमदाबाद-स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सीप्लेन सेवा को लेकर लोगों की जोरदार प्रतिक्रिया के चलते स्पाइसजेट ने शनिवार को कहा कि उसने दक्षिण गुजरात में सूरत को केवडिया से जोड़ने के लिए ऐसी ही सेवा शुरू करने की योजना बनाई है। केवडिया में सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थित है, जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से विख्यात है। स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि सीप्लेन सेवा के लिए जो अन्य मार्ग और गंतव्य विचाराधीन हैं, उनमें पोर्ट ब्लेयर से हैवलॉक, दिल्ली से हरिद्वार, दिल्ली से ऋषिकेश और नैनी झील, उदयपुर, डल झील, लेह शामिल हैं। सिंह ने केवडिया में संवाददाताओं से कहा, हमें इस तरह की सेवा शुरू करने के लिए नदियों और झीलों जैसे जल निकायों की जरूरत है। हम अब सूरत और केवडिया के बीच सीप्लेन सेवा शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
- नयी दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक का शुद्ध लाभ 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में एकल आधार पर 4,251 करोड़ रुपये के साथ छह गुना से अधिक बढ़ा। । बैंक ने वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 655 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।निजी क्षेत्र के इस बैंक ने शेयर बाजार को शनिवार को सूचना दी कि समीक्षावधि में उसकी एकल आधार पर परिचालन आय 23,650.77 करोड़ रुपये रही। पिछले साल इसी तिमाही में यह 22,759.52 करोड़ रुपये थी। इसी तरह बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की स्थिति में भी सुधार दर्ज किया। बैंक का सकल एनपीए इस दौरान सकल ऋण का 5.17 प्रतिशत यानी 38,989.19 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 5.37 प्रतिशत यानी 45,638.79 करोड़ रुपये था। बैंक का शुद्ध एनपीए समीक्षावधि में उसके शुद्ध ऋण का एक प्रतिशत यानी 7,187.51 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी अवधि में यह 1.60 प्रतिशत यानी 10,916.40 करोड़ रुपये था। एकीकृत आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ समीक्षावधि में चार गुना बढ़कर 4,882 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 1,131 करोड़ रुपये था। इस दौरान बैंक की एकीकृत आय 39,321.42 करोड़ रुपये रही जो पिछले साल इसी अवधि में 37,424.78 करोड़ रुपये थी। बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 2,995.27 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले साल इसी अवधि में यह 2,506.87 करोड़ रुपये था। बैंक ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में कोविड-19 से संबंधित प्रावधानों पर 8,772 करोड़ रुपये का पूंजी खर्च दिखाया है।
- नयी दिल्ली। सहकारी इकाई नैफेड ने 20 नवंबर तक 15,000 टन लाल प्याज की आपूर्ति के लिए शनिवार को आयातकों से बोलियां आमंत्रित की। आयातक अपनी बोलियां चार नवंबर तक जमा करा सकते हैं। देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने और घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए नैफेड ने यह निविदा निकाली है। उल्लेखनीय है कि देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में बारिश के कहर ने बरपाया है। इससे देश के कुछ इलाकों में प्याज की खुदरा कीमतें 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा चुकी हैं। नैफेड की निविदा के मुताबिक आयातक 20 नवंबरत तक किसी भी देश से 40 से 60 मिलीमीटर आकार की लाल प्याज की आपूर्ति कर सकते हैं। इस प्याज का दाम 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक होना चाहिए। इसके लिए बोलियां चार नवंबर तक स्वीकार की जाएंगी। जबकि बोलियों को पांच नवंबर को खोला जाएगा। आयातकों को प्याज की आपूर्ति कांडला बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर करनी होगी। नैफेड के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक एस. के. सिंह ने कहा, हमने 15,000 टन आयातित लाल प्याज की आपूर्ति के लिए निविदा निकाली है। यह घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि बोलियों का मूल्यांकन उपलब्ध करायी जाने वाली मात्रा, गुणवत्ता और जल्द आपूर्ति की तिथि के आधार पर किया जाएगा। बोली लगाने वालों को ताजी, अच्छे से सूखी हुई और बीमारी रहित प्याज उपलब्ध करानी होगी।
- नई दिल्ली। अब जल्द ही उडऩे वाली कार भी देखने को मिलेगी। जो दुनिया की पहली उडऩे वाली कार होगी। आइये देखें कहां पर यह कार लांच होने जा रही है और क्या होगी इसकी कीमत और अन्य खासियत।यह दुनिया की पहली ऐसी कार होगी जो सड़क के साथ-साथ हवा में भी उड़ेगी। यह कार बहुत जल्द नीदरलैंड में नजर आएगी। फिलहाल इसका अभी ट्रायल चल रहा है खासकर सुरक्षात्कम दृष्टिकोण से ऐसी कार की हर तरह से जांच पुख्ता होने के बाद ही इसे बाजार में उतारा जाएगा। कल्पना कीजिए कि जब ट्रैफिक में फंसी कोई कार अचानक हवा में उडऩे लगे और ट्रैफिक की बोरिंग भीड़ को चंद मिनटों में पार कर चली जाए। पर यही सब एक साथ हो तो आकाश में कार ही कार दिखाई देंगी और यकीनन ट्रैफिक के नियमों में बदलाव करना जरूरी हो जाएगा। खैर हम बात करें उडऩे वाली कार की, जिसकी शुरुआत यूरोप से होने जा रही है। लिबर्टी की PAL-V एक डच कंपनी है और उसने ही यह कार तैयार की है। यूरोप में इस कार को उतारने की मंजूरी मिल गई है और उसकी सेवा नीदरलैंड में सबसे पहले शुरू होगी।क्या है खासियतइस कार की सड़क पर अधिकतम स्पीड 99 माइल्स (करीब 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड) प्रति घंटे है। हवा में उडऩे पर यह 112 माइल्स प्रति घंटे (180 किलोमीटर प्रति घंटे) तक की स्पीड पकड़ लेती है। एक माइल का मतलब 1.6 किलोमीटर होता है। ड्राइविंग मोड से फ्लाइंग मोड में आने में इसे करीब 10 मिनट का वक्त लगेगा। इतना ही समय इसे फ्लाइंग मोड से ड्राइविंग मोड में आने में लगता है। खास बात ये है कि इस कार पर 264 किलोग्राम तक वजन लोड किया जा सकता है।क्या होगी कीमतPAL-V flying cars की लिबर्टी लिमिटेड एडिशन की पहली गाड़ी क्कद्बशठ्ठद्गद्गह्म् के नाम से लांच की जाएगी। बिना टैक्स के इसकी कीमत करीब 4.46 करोड़ रुपये होगी और इसमें केवल दो ही लोग बैठ सकेंगे।.लेना होगा फ्लाइंग लाइसेंसइस कार को चलाने के लिए दो लाइसेंस की जरूरत होगी। कार मालिक के पास सड़कों पर वाहन चलाने का लाइसेंस होने के साथ-साथ फ्लाइंग लाइसेंस भी जरूरी हो जाएगा।हाल ही में PAL-V ने गुजरात सरकार के साथ एक समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। संभावना है कि आने वाले दिनों में इस कार का निर्माण भारत में भी हो। माना जा रहा है कि 2021 तक भारत में ये कारें बननी शुरू हो जाएंगी।
- नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में आज सोने की कीमत में 268 रुपये की और चांदी की कीमत में 1623 रुपये की तेजी आई। सोना 50 हजार 812 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर बंद हुआ। गुरुवार को यह 50 हजार 544 के स्तर पर बंद हुआ था। चांदी 1623 रुपये की तेजी के साथ 60 हजार 700 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई। गुरुवार को यह 59हजार 77 प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई थी।पिछले दो कारोबारी सत्र से इंटरनैशनल मार्केट में सोने की कीमत पर काफी दबाव देखा जा रहा था। दिसंबर डिलिवरी वाला सोना 1870 डॉलर प्रति आउंस के स्तर तक फिसल गया था। शाम के 5.40 बजे इन्वेस्टिंग डॉट कॉम की वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक दिसंबर डिलिवरी वाला सोना इस समय 1879 डॉलर (0.60 फीसदी की तेजी) के साथ ट्रेड कर रहा था।वहीं इंटरनैशनल मार्केट में चांदी की कीमत पर भी काफी दबाव देखा जा रहा था। आज इसके सेंटिमेंट में सुधार देखने को मिल रहा है। इन्वेस्टिंग डॉट कॉम की वेबसाइट पर शाम को 5.53 बजे उपलब्ध डेटा के मुताबिक इस समय चांदी 1 फीसदी से ज्यादा तेजी के साथ 23.60 डॉलर के स्तर पर ट्रेड कर रही है।यूरोप में बढ़ते कोरोना के मामले से शेयर बाजार में अनिश्चितता दिख रही है। यही कारण है कि गोल्ड डिलिवरी में तेजी का रुख है। शाम 6 बजे उपलब्ध डेटा के मुताबिक, 4 दिसंबर डिलिवरी वाला सोना 352 रुपये की तेजी के साथ 50 हजार 634 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। उसी तरह फरवरी डिलिवरी वाला सोना इस समय 360 रुपये की तेजी के साथ 50724 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था।चांदी डिलिवरी में भी काफी उछाल देखा जा रहा है। शाम के 6 बजे 4 दिसंबर डिलिवरी वाली चांदी 576 रुपये की तेजी के साथ 60 हजार 748 के स्तर पर ट्रेड कर रही थी। उसी तरह मार्च 2021 डिलिवरी वाली चांदी इस समय 566 रुपये की तेजी के साथ 62 हजार 300 के स्तर पर ट्रेड कर रही थी।असोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड ईटीएफ में दूसरी तिमाही में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है। गोल्ड ईटीएफ में इस तिमाही में 2400 करोड़ का निवेश आया। इस साल अब तक 5 हजार 957 करोड़ का नेट इन्फ्लो आया है।
- नई दिल्ली। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग के तहत सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान इंसेक्टीसाइड लिमिटेड (एचआईएल) ने वित्त वर्ष 2020-21 की पहली दो तिमाही में निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि हासिल की है। कम्पनी ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल से सितंबर के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उसके निर्यात में 65 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि हुई है।कम्पनी ने यह शानदार उपलब्धि डाईक्लोरो फिनाइल ट्राईक्लोरोइथेन (डीडीटी) और एग्रोकेमिकल्स के निर्यात से हासिल की है, जिन्हें दक्षिण अफ्रीकी देशों, लैटिन अमेरिकी देशों और ईरान में भेजा गया है।रसायन एवं उर्वरक मामलों के केन्द्रीय मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने टीम एचआईएल (इंडिया) लिमिटेड के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा है, 'हिंदुस्तान इंसेक्टीसाइड लिमिटेड (एचआईएल) के प्रबंधन और उनके टीम को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई, जिन्होंने वित्त वर्ष 2020-21 की पहली दो तिमाही में यह शानदार 65 प्रतिशत वृद्धि हासिल की है। मैं कम्पनी को आगे एक सफल और यादगार वर्ष की शुभकामनाएं देता हूं।Óकम्पनी ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली दो तिमाही में मेलाथियॉन टेक्नीकल का अब तक का सर्वाधिक 530.10 मीट्रिक टन उत्पादन किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 375.5 मीट्रिक टन था। कम्पनी ने पहली दो तिमाही में उत्पादों की सर्वाधिक बिक्री भी दर्ज की है और रसायनों की यह सारी मात्रा विभिन्न संस्थानों जैसे कृषि मंत्रालय के टिड्डा नियंत्रण कार्यक्रम तथा देशभर के सभी नगर निगमों को वाहक रोग जनित नियंत्रण कार्यक्रम के लिए आपूर्ति की है।----
- नई दिल्ली। त्योहारों का आगाज हो चुका है और दीपावली पर सफेद और लाल रंग के खादी से बने मास्क बाजार में उपलब्ध होंगे। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने दो लेयर (परत) वाले वाले मास्क बाजार में लांच किए हैं। इन मास्क पर "शुभ दीपावली (हैप्पी दीपावली)" लिखा होगा। लिमिटेड एडिशन वाले खादी के ये मास्क मलमल से बनाए गए हैं।मलमल एक उच्च गुणवत्ता वाला कपड़ा होता है, जिसे पश्चिम बंगाल के खादी के कारीगर अपने हाथों से बनाते हैं। दीपावली की तरह केवीआईसी आने वाले दिनों में क्रिसमस और नव वर्ष के अवसर पर भी स्पेशल मास्क लांच करेगा। मलमल के मास्क को लांच करने का फैसला, पिछले दिनों दो लेयर (परत) वाले सूती और तीन लेयर (परत) वाले रेशम के मास्क की लोकप्रियता को देखते हुए किया गया है। केवीआईसी ने पिछले महीने में ऐसे करीब 18 लाख मास्क की बिक्री की है।दीपावाली के लिए लांच हुए मलमल के मास्क की कीमत 75 रुपये रखी गई है। जिसे ऑनलाइन केवीआईसी के ई-पोर्टल www.khadiindia.gov.in.से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा दिल्ली स्थित खादी स्टोर से भी खरीदा जा सकता है। खादी के दूसरे मास्क की तरह मलमल से बना मास्क भी त्वचा के अनुकूल है। इसे मास्क को धोकर दोबार उपयोग किया जा सकता है और बॉयोडिग्रेबल (पर्यावरण हितैषी) भी है। इसके साथ ही कीमत भी आम आदमी के लिए अनुकूल है। इस मास्क में दो लेयर (परत) का इस्तेमाल किया गया है, जो कि सफेद मलमल के कपड़े से बनाया गया है। इसके अलावा लाल रंग के छींट उसे कही ज्यादा स्टाइलिश बनाते हैं। जो उसे त्योहार के लिए पूरी तरह अनुकूल बनाते हैं।केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि डबल लेयर (परत) दीपावाली मास्क कम कीमत में ज्यादा वैल्यू देने वाले हैं। महामारी से बचने के लिए केवीआईसी का यह अहम प्रयास है। इसके इस्तेमाल से लोग दीपावली को खास अंदाज में मना सकेंगे। "वायरस के संक्रमण रोकने में सहयोग करने के अलावा केवीआईसी की लगातार कोशिश है कि वह मास्क को कहीं ज्यादा ट्रेडिंग भी बनाए। मलमल से बने यह मास्क हमारी रेंज में और इजाफा करेंगे। केवीआईसी इसके अलावा सूती और रेशम के भी मास्क बना रहा है। इस कदम से अतिरिक्त रोजगार के भी अवसर पैदा हो रहे हैं।"मलमल के कपड़े से मास्क बनाने की एक वजह यह भी है कि वह नमी को मास्क के अंदर ही रखेगा। साथ ही इसके जरिए हवा भी आसानी से आर-पार हो जाएगी। यह मास्क इसलिए भी खास हो जाता है कि यह हाथ से काता गया है, उसे हाथ से ही बुना गया है। जो कि त्वचा के लिए बेहद मुलायम और आरामदेह है। साथ ही इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
- नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कृषि और संबद्ध गतिविधियों से संबंधित ऋण के लिए चक्रवृद्धि ब्याज यानी ब्याज-पर-ब्याज माफी योजना का लाभ नहीं मिलेगा।वित्त मंत्रालय ने चक्रवृद्धि और साधारण ब्याज के बीच के अंतर के भुगतान से संबंधित अनुग्रह राहत भुगतान योजना पर अतिरिक्त एफएक्यू (बार-बार पूछे जाने वाले सवाल) जारी किया है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि कर्जदारों को 29 फरवरी तक क्रेडिट कार्ड पर बकाये के लिए भी इस योजना का लाभ मिलेगा। एफएक्यू में कहा गया है कि इस राहत के लिए बेंचमार्क दर अनुबंध की दर होगी, जिसका इस्तेमाल क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता द्वारा ईएमआई ऋणों कें लिए किया जाता है।वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इस योजना के तहत कुल आठ क्षेत्र आते हैं। फसल और ट्रैक्टर ऋण कृषि और संबद्ध गतिविधियों के तहत आता है जो इस योजना में शामिल नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सभी कर्जदाता संस्थानों से मंगलवार को कहा था कि वे दो करोड़ रुपये तक के कर्ज के लिये हाल ही में घोषित ब्याज पर ब्याज की माफी योजना को लागू करें। इस योजना के तहत दो करोड़ रुपये तक के कर्ज पर ब्याज के ऊपर लगने वाला ब्याज एक मार्च, 2020 से छह महीने के लिये माफ किया जायेगा। सरकार ने पिछले शुक्रवार को पात्र ऋण खातों के लिये चक्रवृद्धि ब्याज और साधारण ब्याज के बीच के अंतर के भुगतान को लेकर छह माह के लिए अनुग्रह या अनुदान की घोषणा की थी। सरकार ने सभी बैंकों को पांच नवंबर तक चक्रवृद्धि ब्याज व साधारण ब्याज के अंतर को कर्जदारों के खाते में जमा करने के लिये कहा था।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में 444.41 करोड़ रुपये रहा। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में बैंक को 364.92 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। केनरा बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 की जुलाई-सितंबर तिमाही में उसकी आय 20,836.71 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही 14,461.73 करोड़ रुपये थी। बैंक ने कहा कि सितंबर 2019 और मार्च 2020 के आंकड़े विलय पूर्व अवधि के हैं। अत: विलय के बाद जून 2020 और सितंबर 2020 के आंकड़े से तुलनीय नहीं हैं। केनरा बैंक में सिंडकेट बैंक का विलय हुआ जो एक अप्रैल, 2020 से प्रभाव में आया। बैंक का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) 30 सितंबर, 2020 को समाप्त तिमाही में घटकर कुल कर्ज का 8.23 प्रतिशत रहा जो सितंबर 2019 में 8.68 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए आलोच्य तिमाही में घटकर 3.42 प्रतिशत (21,063.28 करोड़ रुपये) रहा जो एक साल पहले 2019-20 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 5.15 प्रतिशत (22,090.04 करोड़ रुपये) था। एकीकृत आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 465.88 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 405.49 करोड़ रुपये था। एकीकृत आय आलोच्य तिमाही में 22,681.05 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 15,509.36 करोड़ रुपये थी।
- नई दिल्ली। एनटीपीसी लिमिटेड, जो कि देश का सबसे बड़ा बिजली उत्पादक और विद्युत मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, ने "सतर्क भारत, समृद्ध भारत" बनाने के संकल्प साथ सतर्कता जागरूकता सप्ताह (27 अक्टूबर से 2 नवंबर 2020 तक) कार्यक्रम की शुरूआत की। एनटीपीसी के सभी विद्युत केन्द्रों में सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है।सतर्कता जागरूकता सप्ताह की शुरुआत एनटीपीसी के शीर्ष प्रबंधन द्वारा कोविड-19 के दौरान सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जीवन के सभी क्षेत्रों में जवाबदेही को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का संकल्प लेने के साथ हुई।दृष्टिकोण-संचालित एवं मूल्यों से प्रशासित एक संगठन के रूप में, एनटीपीसी का प्रयास हमेशा से नैतिकता के साथ उत्कृष्टता हासिल करने का रहा है। सतर्कता जागरूकता सप्ताह के माध्यम से, एनटीपीसी एक "आत्मनिर्भर भारत" के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएगा। इस प्रक्रिया में, एनटीपीसी सभी हितधारकों एवं व्यापक पैमाने पर समाज के प्रति अपने कार्यों के लिए सतर्क, पारदर्शी और जवाबदेह बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है। एनटीपीसी के सतर्कता विभाग ने अपने कार्यों को कंपनी की सभी प्रक्रियाओं के साथ जोडऩे के लिए ईमानदारी से प्रयास किए हैं। लोगों के बीच व्यापक पैमाने पर इस आशय के संदेश को प्रचारित करने के लिए फिल्मों, रेडियो जिंगल्स और सोशल मीडिया संदेश को प्रदर्शित और साझा किया जा रहा है।सतर्कता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, एनटीपीसी अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए प्रश्नोत्तरी, भाषण, निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन करेगा। इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न सामाजिक अभियान भी चलाए जायेंगे। सतर्कता जागरूकता सप्ताह के महत्व के बारे में बाहरी और आंतरिक, दोनों प्रकार के हितधारकों को शिक्षित करने के लिए एनटीपीसी विद्युत केन्द्रों पर बैनर और पोस्टर लगाए जायेंगे।
- नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने आज पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने के कार्यक्रम के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के लिए एथेनॉल खरीद की प्रणाली को मंजूरी दे दी है।नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि पहले देशभर में एथेनॉल का एक ही दाम हुआ करता था, मगर अब इसके अलग-अलग दाम होंगे। उन्होंने कहा कि चीनी से बने एथेनॉल के नए दाम 62 रूपये 65 पैसे प्रति लीटर होंगे जबकि शीरे यानी बी-हैवी मोलासेस से बने एथेनॉल के 57 रूपये 61 पैसे और सी-हैवी मोलासेस के 45 रूपये उनहतर पैसे प्रति लीटर तय किए गये हैं। इसके अलावा, एथेनॉल पर जीएसटी और परिवहन शुल्क का भी भुगतान करना होगा। स्थानीय उद्योगों को अवसर उपलब्ध कराने और एक राज्य से दूसरों राज्यों को एथेनॉल लाने-जाने को कम से कम करने की भी विधेयक के मसौदे में व्यवस्था दी गई है। तेल विपणन कंपनियां इस बात का फैसला करेंगी कि वे परिवहन लागत और उपलब्धता के आधार पर एथेनॉल के किस स्रोत को प्राथमिकता देती हैं।सरकार, पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रित करने के कार्यक्रम पर चरणबद्ध तरीके से अमल कर रही है। इसके अंतर्गत तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल में दस प्रतिशत एथेनॉल मिलाती हैं। इस कार्यक्रम को अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप को छोड़कर समूचे देश में पहली अप्रैल-2019 से लागू किया जा रहा है ताकि वैकल्पिक तथा पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल ईंधन के उपयोग को बढावा मिले।श्री जावडेकर ने कहा कि मंत्रिमंडल ने पैकेजिंग में जूट के बोरों के अनिवार्य रूप से इस्तेमाल के नियमों के विस्तार को भी मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न की शत-प्रतिशत पैकेजिंग जूट के बारों में करनी होगी जबकि चीनी के मामले में 20 प्रतिशत को ही जूट के बोरों में पैक करना अनिवार्य होगा। श्री जावडेकर ने कहा कि चीनी को विभिन्न प्रकार के जूट के बोरों में पैक करने के फैसले से पटसन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। निर्णय के अनुसार शुरूआत में जूट बोरों के लिए दस प्रतिशत की बोली जेम पोर्टल के जरिये लगाई जा सकेगी। इसके बाद इसमें धीरे-धीरे बढोतरी की जाएगी। सरकार ने 1987 के पटसन, पैकेजिंग सामग्री अधिनियम के अंतर्गत पटसन के बोरों में अनिवार्य रूप से पैकेजिंग के मानदंडों का दायरा बढा दिया है। श्री जावडेकर ने बताया कि इस फैसले से देश के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों, खास तौर पर पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिसा, आंध्रप्रदेश, असम, मेघालय और त्रिपुरा के किसानों और कामगारों को फायदा होगा।जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने बाहरी सहायता से बने बांधों के पुनर्वास और सुधार की परियोजनाओं के दूसरे और तीसरे चरण को भी मंजूरी दे दी है। इसके अंतर्गत विश्व बैंक और एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक, सुरक्षा और संचालन संबंधी सुधार के लिए चुने हुए बांधों को धन उपलब्ध कराएंगे। इसके अंतर्गत अप्रैल 2021 से मार्च 2031 तक लागू की जाने वाली परियोजनाओं पर 10 हजार दो सौ 11 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जाएगी। कुल परियोजना लागत में से 7 हजार करोड़ रूपये विदेशी सहायता से प्राप्त होंगे जबकि शेष तीन हजार 211 करोड रूपये अमल करने वाली एजेंसियां उपलब्ध कराएंगी। केंद्र सरकार का अंशदान एक हजार 24 करोड़ रूपये का होगा।
- नयी दिल्ली। सरकार ने प्याज बीजों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से लगा दी है। घरेलू बाजार में प्याज की कीमतों में उछाल के मद्देनजर सरकार ने यह कदम उठाया है। अभी इसके निर्यातनिर्यात पर नियंत्रण लगे हुए थे और बिना लासेंसे लिए इसका निर्यात नहीं किया जा सकता था। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की ओर से बृहस्पतिवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि प्याज बीज के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जा रही है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त के दौरान 5.7 लाख डॉलर के प्याज बीज का निर्यात हुआ है। वहीं 2019-20 के पूरे वित्त वर्ष में प्याज बीज का निर्यात 35 लाख डॉलर रहा था। डीजीएफटी कीमतों पर अंकुश के लिए प्याज के निर्यात पर पहले ही रोक लगा चुका है। उपभोक्ता मामलों की सचिव लीना नंदन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्र ने खुदरा और थोक व्यापारियों पर 31 दिसंबर तक प्याज के भंडारण की सीमा भी लगाई है। खुदरा व्यापारी सिर्फ दो टन प्याज का भंडारण कर सकते हैं। वहीं थोक व्यापारियों को 25 टन प्याज का भंडारण करने की अनुमति होगी। भारी बारिश की वजह से प्याज की खरीफ की खड़ी फसल को काफी नुकसान हुआ है। इससे पिछले कुछ सप्ताह के दौरान प्याज का भाव 70 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है।
- नई दिल्ली। हुंडई मोटर इंडिया की प्रीमियम हैचबैक ऑल न्यू आई 20 का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। हुंडई इसे दीपावली के पहले यानी 5 नवंबर को भारतीय बाजार में लांच करने जा रही है। इस कार के लिए कंपनी ने बुकिंग शुरू कर दी है।कैसे करें बुकिंग-यदि आप इस कार को खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको केवल 21 हजार रुपए जमा करने होंगे। इस कार की बुकिंग ऑनलाइन पर की जा सकती है। या फिर आप कंपनी के डीलर के माध्यम से इसे बुक करा सकते हैं। कंपनी के अनुसार ऑल न्यू आई 20 प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में अपनी शानदार स्टाइल, रोमांचकारी प्रदर्शन और बेजोड़ नई तकनीकों के साथ बेंचमार्क को फिर से स्थापित करने के लिए तैयार है।यह कार पेट्रोल, डीजल और टर्बो पेट्रोल बीएस-वीआई इंजन और ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ उपलब्ध होगी, जिसमें फस्र्ट-इन-सेगमेंट इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन, इंटेलिजेंट वेरिएबल ट्रांसमिशन, 7-स्पीड ड्यूल क्लच ट्रांसमिशन और मैनुअल वैरिएंट शामिल है।यह कार पेट्रोल, डीजल और टर्बो पेट्रोल में बीएसवीआई इंजन के साथ आ रही है। इसमें आपको इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन, इंटेलिजंट वैरिएबल ट्रांसमिशन, 7 स्पीड ड्यूअल क्लच ट्रांसमिशन और मैनुअल ट्रांसमिशन के विकल्प मिलेंगे। इसकी कीमत 6 लाख रुपए से शुरू है।
- नई दिल्ली। दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को मांग कमजोर पडऩे से सोना 121 रुपये की हानि दर्शाता 50 हजार 630 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 50 हजार 751 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 1277 रुपये की गिरावट के साथ 60 हजार 98 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। पिछले कारोबारी सत्र में इसका बंद भाव 61हजार 375 रुपये प्रति किलो रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में, सोना मामूली बढ़त के साथ 1,878 डॉलर प्रति औंस पर बोला गया जबकि चांदी 23.30 डॉलर प्रति औंस पर अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, 'डॉलर में मजबूत सुधार के साथ सोने की कीमतों पर दबाव रहा।। डॉलर के मजबूत होने से सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में सोने की मांग प्रभावित हुई।हाजिर बाजार की कमजोर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा बाजार में आज को सोने का भाव 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50 हजार 385 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर माह में डिलीवरी वाले सोना अनुबंध की कीमत 110 रुपये यानी 0.22 प्रतिशत की हानि के साथ 50 हजार 385 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। इस अनुबंध में 13 हजार 471 लॉट के लिये कारोबार किया गया। न्यूयार्क में सोना 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,878.60 डालर प्रति औंस रह गया।वायदा बाजार में चांदी भी हुई कमजोरकमजोर हाजिर मांग होने की वजह से कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया जिससे स्थानीय वायदा बाजार में आज चांदी की कीमत 442 रुपये की गिरावट के साथ 59 हजार 696 रुपये प्रति किलो रह गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर अनुबंध के लिये चांदी का भाव 442 रुपये यानी 0.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,696 रुपये प्रति किलो रह गया। इसमें 14,949 लॉट के लिये कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी की कीमत 0.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23.19 डालर प्रति औंस रह गया।---
- नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पेट्रोल में मिलाये जाने वाले एथनॉल की कीमत में बृहस्पतिवार को 5 से 8 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दे दी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस कदम से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी दाम मिलने के साथ ही पेट्रोलियम पदार्थों का आयात कम करने में मदद मिलेगी। पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल को मिलाने की अनुमति है। मंत्री ने कहा कि इस कदम से प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि एथनॉल पर्यावरण के अनुकूल ईंधन है।
- मुंबई। स्थानीय शेयर बाजारों में मासिक डेरिवेटिव्स अनुबंधों की समाप्ति के बीच बृहस्पतिवार को उतार-चढ़ाव रहा और बीएसई सेंसेक्स 173 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। सूचकांक में अच्छी हिस्सेदारी रखने वाली एचडीएफसी लि., एचडीएफसी बैंक, एल एंड टी और एचयूएल में गिरावट दर्ज की गयी । कारोबारियों के अनुसार वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख का भी निवेशकों पर असर हुआ। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 172.61 अंक यानी 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,749.85 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 58.80 अंक यानी 0.50 प्रतिशत टूटकर 11,670.80 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में एल एंड टी रही। इसमें करीब 5 प्रतिशत की गिरावट आयी। जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें टाइटन, ओएनजीसी, एक्सिस बैंक, एचयूएल, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एचडीएफसी शामिल हैं। लाभ में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, अल्ट्रा टेक सीमेंट, एचसीएल टेक, कोटक बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं। कारोबारियों के अनुसार अक्टूबर महीने के वायदा एवं विकल्प खंड में अनुबंधों की समाप्ति के साथ बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। आनंद राठी शेयरर्स एंड स्टॉक ब्रोकरर्स के इक्विटी शोध (फंडामेंटल) प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार में शुरूआत नरम रही। इसका प्रमुख कारण यूरोप में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के साथ वैश्विक स्तर पर मिला-जुला रुख का होना था। कई देश महामारी फैलने से रोकने के लिये फिर से ‘लॉकडाउन' लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोपहर कारोबार में बाजार में गिरावट का रुख बना रहा। धातु, वाहन, रीयल्टी और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखी गयी। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, सोल और तोक्यो बाजारों में गिरावट रही जबकि शंघाई बढ़त के साथ बंद हुआ। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38.39 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे टूटकर 74.10 पर बंद हुआ।
- नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को कहा कि वह राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ मिलकर भारत में अगले 10 महीनों के दौरान एक लाख से अधिक महिलाओं को डिजिटल कौशल सिखाएगा।कंपनी ने बताया कि इस गठजोड़ के तहत 70 घंटे से अधिक की पाठ्य सामग्री निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें डिजिटल साक्षरता, रोजगार संवर्धन, नैनो उद्यमशीलता और संचार कौशल जैसे विषय शामिल हैं। माइक्रोसॉफ्ट इससे पहले एनएसडीसी के साथ देश में एक लाख युवाओं को डिजिटल कौशल प्रदान करने की साझेदारी कर चुकी है और ताजा घोषणा इस पहल का विस्तार है। कंपनी ने बताया कि नई पहल के तहत ग्रामीण समुदायों की योग्य महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- मुंबई। इंजीनियरिंग समेत विभिन्न कारोबार से जुड़ी लार्सन एंड टूब्रो (एल एंड टी) को सरकार से 25 हजार करोड़ रुपये का ठेका हासिल हुआ है। यह ठेका मुंबई-अहमदाबाद के बीच महत्वकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के हिस्से के क्रियान्वयन के लिए है।एल एंड टी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक एस एन सुब्रमणियम ने बुधवार को वित्तीय परिणाम की घोषणा के दौरान संवाददाताओं से कहा, ''हमने सरकार से आज (बुधवार) अब तक का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित अनुबंध हासिल किया है। यह 25 हजार करोड़ रुपये का आर्डर है। यह हमारे लिये सबसे बड़ा अनुबंध है। साथ ही इतनी बड़ी राशि का यह सबसे बड़ा एकल आर्डर है, जिसे सरकार ने दिया है।'' उन्होंने कहा कि अनुबंध के तहत परियोजना को चार साल में पूरा करना है।उल्लेखनीय है कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के लिये करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये की बोलियों को खोला था। इसमें परियोजना का गुजरात में पडऩे वाला हिस्सा शामिल है। सात बोलीदाता 508 किलोमीटर लंबी परियोजना के लिये पात्र पाये गये। बुलेट ट्रेन से अहमदाबाद से मुंबई दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा। इस निविदा में गलियारे के करीब 47 प्रतिशत हिस्से को रखा गया जो गुजरात में वापी से वड़ोदरा के बीच है।
- नयी दिल्ली। भारत की मोबाइल फोन कंपनी माइक्रोमैक्स ने बुधवार को कहा कि उसने अपने स्मार्टफोन ब्रांड ‘इन' के डिजाइन और विकास के लिेए ताइवान की चिपसेट निर्माता मीडियाटेक के साथ गठजोड़ किया है। माइक्रोमैक्स ने इस महीने की शुरुआत में अपने नए सब-ब्रांड ‘इन' की घोषणा की थी और बताया था कि इसके लिए कंपनी अगले 12-18 महीनों में आरएंडडी, विनिर्माण और विपणन पर 500 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी के इस कदम को भारतीय बाजार में उसकी वापसी की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। उम्मीद है कि नए ब्रांड के तहत उसका पहला उत्पाद नवंबर के पहले सप्ताह में बाजार में आ जाएगा। कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि माइक्रोमैक्स स्मार्टफोन समाधान के लिए मीडियाटेक के साथ गठजोड़ कर रही है। माइक्रोमैक्स ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया' पहल के तहत उसका बेंगलुरु स्थिति आरएंडडी केंद्र नई ‘इन'स्मार्टफोन श्रृंखला के लिए डिजाइन और विकास कार्य शुरू करेगा। माइक्रोमैक्स के सह-संस्थापक राहुल शर्मा ने कहा कि भारत में कंपनी की आरएंडडी इकाई नवीनतम तकनीक और मीडिया के अत्याधुनिक जी श्रृंखला वाले हेलियो चिप का इस्तेमाल करेगी। उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर विकास हमेशा से भारत की ताकत रहा है, और कंपनी सॉफ्टवेयर डिजाइन में उसी ताकत का फायदा उठाएगी।
- नयी दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महमारी के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवाओं के परिचालन पर रोक को 30 नवम्बर तक बढ़ा दिया गया है। भारतीय विमानन नियामक ने एक परिपत्र में कहा, हालांकि मामला-दर-मामला के आधार पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय निर्धारित उड़ानों के परिचालन की अनुमति दी जा सकती है।'' कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर भारत में 23 मार्च से अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवाएं निलंबित हैं। हालांकि मई से ‘वंदे भारत मिशन' के तहत और जुलाई से द्विपक्षीय ‘एयर बबल' व्यवस्था के तहत कुछ देशों के लिए विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं का परिचालन हो रहा है। दो देशों के बीच ‘एयर बबल समझौता' के तहत, विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का उनके क्षेत्र के बीच उन देशों की विमानन कंपनियों द्वारा परिचालन किया जा सकता है। भारत ने करीब 18 देशों के साथ ‘एयर बबल' समझौता किया है। देश में घरेलू उड़ान सेवा करीब दो महीने तक बंद रहने के बाद 25 मई से दोबारा शुरू की गई थी।




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