- Home
- बिजनेस
- नयी दिल्ली। माल एवं सेवाकर (जीएसटी) पंजीकरण के लिये यदि किसी के स्थायी खाता संख्या (पैन) का दुरूपयोग होता है तो वह जीएसटी नेटवर्क पर शिकायत कर सकता है। जीएसटी नेटवर्क ने इसकी व्यस्था शुरू की है। कर चोरी के लिये अक्सर गलत पैन नंबर के जरिये पंजीकरण हासिल करने की शिकायतें सामने आई हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिये जीएसटी नेटवर्क ने यह नई व्यवस्था शुरू की है। कोई भी व्यक्ति जिसके पैन का दुरूपयोग किया गया है वह इसमें शिकायत कर सकता है। शिकायत मिलने पर उसे संबंधित कर अधिकारी के पास भेजा जायेगा जिसके कार्यक्षेत्र में धोखाधड़ी करते हुये पंजीकरण लिया गया है। जीएसटी के साझा पोर्टल पर ऐसी एक खोज व्यवसथा शुरू की गई है जिसमें यह पता किया जा सकेगा कि किसी खास पैन में कौन से जीएसटीआईएन (जीएसटी पहचान संख्या) जारी की गई है। जैसे ही पैन की संख्या इस खोज पैनल में डाली जायेगी उस पैन पर लिये गये जीएसटी पंजीकरण का ब्यौरा सामने आ जायेगा। यदि कोई पंजीकरण नहीं होगा तो उसमें ‘‘कोई रिकार्ड नहीं मिला'' संदेश सामने आ जायेगा। एएमआरजी एण्ड एसोसियेट्स के वरिष्ठ पार्ट;नर रजत मोहन ने कहा कि जीएसटी धोखाधड़ी के ऐसे कई मामले सामने आये हैं जहां अवैध रूप से जीएसटी पंजीकरण हासिल करने के लिये करदाता के पैन ब्यौरे का इस्तेमाल किया जा रहा है। ईवाई कर भागीदार अभिषेक जैन ने कहा जीएसटी के तहत फर्जी इकाइयों का पता लगाने और उनपर नियंत्रण पाने के लिये यह उपाय किया गया है। लेकिन समस्या वहां बढ़ेगी कि जिस व्यक्ति के पैन का दुरूपयोग हुआ है उसे इसके बारे में पता नहीं है, क्योंकि जो सुविधा शुरू की गई है उसमें व्यक्ति को खुद इस गड़बड़ी का पता करना होगा और शिकायत करनी होगी।
- नयी दिल्ली । विश्वबैंक ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित भारत के असंगठित क्षेत्र के मजदूर वर्ग की मदद के लिए बुधवार को 50 करोड़ डॉलर यानी 3,717.28 करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी दी। विश्वबैंक ने एक बयान में कहा कि यह ऋण महामारी, भविष्य की स्थिति और आपदा के प्रभावों से निपटने में राज्यों को मजबूती देगा। विश्वबैंक के अनुसार 50 करोड़ डॉलर ऋण में से 11.25 करोड़ डॉलर रियायती ऋण देने वाली उसकी एजेंसी अंतरराष्ट्रीय विकास संघ (आईडीए) की ओर से दिया जाएगा। शेष 38.75 करोड़ डॉलर का कर्ज पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय बैंक (विश्वबैंक) द्वारा मंजूर किया गया है। बैंक के अनुसार यह ऋण 18.5 वर्षो में लौटाना है। इसमें पांच वर्ष की छूट की अवधि शामिल है।विश्वबैंक ने कहा कि कोविड महामारी की शुरुआत के बाद से गरीब और कमजोर परिवारों की मदद के लिए भारत के सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों को मजबूत करने की दिशा में वह अबतक 1.65 अरब डॉलर यानी 12,264.54 करोड़ रुपये का ऋण दे चूका है। उसने कहा कि इस राशि का उपयोग शहर के अनौपचारिक श्रमिकों, अस्थायी कर्मियों और प्रवासी मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम में किया जाएगा। भारत में विश्वबैंक के निदेशक जुनैद अहमद ने कहा, ‘जब देश आर्थिक बाधाओं और कोविड महामारी का सामना कर रहे हैं, तब इस रकम का उद्देश्य सामाजिक सुरक्षा में निवेश करके अर्थव्यवस्थाओं और आजीविका के साधनों का निर्माण करना है। यह भारत में विश्वबैंक द्वारा समर्थित सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों का व्यापक उद्देश्य है। रेहड़ी पटरी पर सामान बेचने वाले भारत की शहरी अनौपचारिक अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न अंग हैं। यह कार्यक्रम ऐसे लोगों को काम धंधे के लिए 10,000 रुपये तक के ऋण सहायता देने के लिए है। इस कार्यक्रम से करीब पचास लाख रेहड़ी पटरी वालों को सहायता मिलेगी।
- नयी दिल्ली। ईंधन की बढ़ती कीमतों से परिवहन लागत ऊंची होने के चलते दिल्ली के थोक और खुदरा बाजारों में फल-सब्जी की कीमतों में इस सप्ताह और वृद्धि हुई । व्यापारियों ने बुधवार को यह भी कहा कि हालांकि, फल-सब्जी की कीमतें इस समय ज्यादा ऊंची नहीं हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि यदि डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रही तो आने वाले हफ्तों में ये खाद्य वस्तुएं महंगी हो सकती हैं। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को पेट्रोल 98.81 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है, जबकि डीजल की कीमत 89.18 रुपये प्रति लीटर है। दिल्ली की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी के थोक सब्जी और फल व्यापारी राजेंद्र शर्मा ने कहा कि थोक और खुदरा सब्जियों और फलों के दाम में मामूली बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘प्याज की थोक कीमतें अब 23-25 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में हैं, जबकि इस मौसम में सामान्यत: भाव 16-20 रुपये रहता है। इसी तरह, अनार, जो महाराष्ट्र से आता है, उसकी कीमत लगभग 70-90 रुपये प्रति किलोग्राम है जो आम तौर पर इस समय लगभग 60-80 रुपये में बिकता है।'' व्यापारी ने कीमतों में बढ़ोतरी के लिए परिवहन लागत में बढ़ोतरी को जिम्मेदार ठहराया। शर्मा ने कहा कि अब जबकि डीजल की दरें दिल्ली में लगभग 90 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं, ट्रांसपोर्टरों ने अपनी फीस में संशोधन किया है। ओखला मंडी के एक थोक व्यापारी हाजी यामीन ने प्याज, टमाटर और आलू जैसी प्रमुख सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी की पुष्टि की। यामीन ने कहा, ‘‘प्याज और टमाटर मुख्य रूप से महाराष्ट्र से दिल्ली आते हैं जबकि आलू शिमला और उत्तर प्रदेश से आते हैं। चूंकि डीजल की कीमतों में काफी वृद्धि हुई है, इसलिए इसने परिवहन लागत भी बढ़ा दी है। एक अन्य कारक जो इस बढ़ोतरी में योगदान दे रहा है वह ये है कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण ट्रक ड्राइवरों द्वारा अपेक्षाकृत लंबी दूरी तय करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ओखला मंडी में प्याज का थोक भाव 25-27 रुपये प्रति किलो है जबकि टमाटर 20-22 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। यामीन ने कहा, ‘‘सामान्य तौर पर, प्याज, टमाटर और आलू की थोक कीमतें क्रमशः 15-18 रुपये प्रति किलो, 12-16 रुपये प्रति किलो और 8-10 रुपये प्रति किलो के बीच होती थीं। आम तौर पर, अगर किसी सब्जी की थोक दरें पांच रुपये प्रति किलो तक बढ़ जाती हैं तो उससे सब्जी की खुदरा कीमत में 10-12 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हो जाती है।'' हालांकि, उन्होंने कहा कि आम जैसे मौसमी फलों पर ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी का ज्यादा असर नहीं पड़ा क्योंकि वे खराब होने वाली वस्तुएं हैं और हरियाणा और उ.प्र. जैसे कम दूरी वाली जगहों से आते हैं। दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश मार्केट के एक खुदरा सब्जी विक्रेता सुबोध मंडल ने कहा, ''प्याज, टमाटर, आलू के दाम थोड़े बढ़ने लगे हैं। यह ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण है। ।' उपभोक्ता भी सब्जियों के दाम बढ़ने की शिकायत कर रहे हैं।लाजपत नगर निवासी दीपक रस्तोगी ने कहा, ‘‘आज (बुधवार) मैंने प्याज 52 रुपये प्रति किलोग्राम और टमाटर 42 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर खरीदा। ये बढ़ी हुई दरें हैं क्योंकि लगभग एक पखवाड़े पहले मैंने ये सब्जियां क्रमशः 45 रुपये प्रति किलोग्राम और 35 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीदी थीं।'' उन्होंने कहा कि, हालांकि बढ़ोतरी बहुत अधिक नहीं है, लेकिन अगर ईंधन की कीमतें इसी तरह बढ़ती रहीं, तो आने वाले हफ्तों में सब्जियां महंगी हो सकती हैं।
-
नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में पर सोने में गिरावट के अनुरूप दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 264 रुपये की नरमी के साथ 45 हजार 783 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 47 पर बंद हुआ था।
चांदी की भी 60 रुपये की गिरावट के साथ 67 हजार 472 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयी। पिछले कारोबारी सत्र में इसका बंद भाव 67 हजार 532 रुपये था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,755 डॉलर प्रति औंस पर नरम चल रहा था जबकि चांदी 25.80 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''बुधवार को सोने में गिरावट जारी रही। डॉलर के मजबूत होने से सोने में बिकवाली का रुख रहा। - मुंबई। वैश्विक बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच घरेलू बाजारों में भी बुधवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट का रुख रहा। निवेशकों की उच्चस्तर पर बिकवाली से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में शुरुआती तेजी बरकरार नहीं रख सकी और अंत में बीएसई सेंसेक्स 67 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ।बाजार सूत्रों के मुताबिक डालर के मुकाबले कमजोर पड़ते रुपये और ताजा लिवाली के अभाव में कारोबारी धारणा कमजोर रही। यही वजह है कि एक समय करीब 400 अंक ऊपर जाने के बाद 30-कंपनी शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स बिकवाली दबाव में आ गया और अंत में 66.95 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 52,482.71 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 26.95 अंक यानी 0.17 प्रतिशत गिरकर 15,721.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 1.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ पावर ग्रिड में सबसे ज्यादा गिरावट रही। इसके साथ ही बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, एनटीपीसी, एचयूएल, बजाज फाइनेंस और लार्सन एण्ड टुब्रो में भी गिरावट रही। इसके विपरीत इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया और मारुति सुजूकी, टेक महिन्द्रा और अल्ट्रा टेक सीमेंट के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। बाजार की अंतरधारणा नकारात्मक रही। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 18 गिरावट में रहे जबकि 12 बढ़त रखने में कामयाब रहे। जियोजित फाइनेंसियल सविर्सिज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप एशियाई बाजारों में चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं वैश्विक बाजारों में अमेरिका के रोजगार के आंकड़ों पर नजर है। अमेरिका में जून के रोजगार आंकड़े इसी सप्ताह जारी होने हैं। ये आंकड़े अमेरिका के फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति में अहम भूमिका निभाते हैं। रिलायंस सिक्युरिटीज में रणनीति प्रमुख बिनोद मोदी ने कहा, ''घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार की समाप्ति के अंतिम सत्र में मुनाफा वसूली के बिकवाली दबाव शुरुआती बढ़त जाती रही। वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आ गया।'' कारोबार के दौरान बाजार में काफी उठापटक रही। शुरुआत मजबूती के साथ हुई लेकिन दोपहर के सत्र में मुनाफा वसूली चलने से शुरुआती बढ़त जाती रही। हालांकि, इस दौरान सूचना प्रौद्योगिकी, धातु और वाहन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी देखी गई। औषधि क्षेत्र की कंपनियां मजबूती में रही जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी बाजार को ज्यादा गिरने से बचाया। एशिया के अन्य बाजारों में हांग कांग और टोक्यो नुकसान में रहे जबकि शंघाई और सोल के बाजार बढ़त के साथ बंद हुये। यूरोप के बाजारों में मध्याह्न तक नुकसान की स्थिति थी। उधर, अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का भाव 0.79 प्रतिशत बढ़कर 74.87 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया। डालर के मुकाबले रुपया नौ पैसे और गिरकर 74.32 रुपये प्रति डालर पर आ गया। कच्चे तेल के बढ़ते दाम से निवेशक धारणा प्रभावित हुई है।
- मुंबई । वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख और घरेलू बाजारों में ऊंचे स्तर पर मुनाफा वसूली के लिए चली बिकवाली के दबाव से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती बढ़त गंवा कर 67 अंक नीचे बंद हुआ। दिन के कारोबार में करीब 400 अंक ऊपर जाने के बाद 30-कंपनी शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स बिकवाली दबाव में आ गया और अंत में 66.95 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 52,482.71 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 26.95 अंक यानी 0.17 प्रतिशत गिरकर 15,721.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में पावर ग्रिड के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। इसमें एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। इसके साथ ही बजाजा फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, एनटीपीसी, एचयूएल और लार्सन एण्ड टुब्रो में भी गिरावट रही। इसके विपरीत इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया और मारुति के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।रिलायंस सिक्युरिटीज में रणनीति प्रमुख बिनोद मोदी ने कहा, ''घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार की समाप्ति के अंतिम सत्र में मुनाफा वसूली के बिकवाली दबाव शुरुआती बढ़त जाती रही। वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आ गया।'' हालांकि, कारोबार के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी, धातु और वाहन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी देखगी गई। औषधि क्षेत्र की कंपनियां मजबूती में रही जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी बाजार को ज्यादा गिरने से बचाया। एशिया के अन्य बाजारों में हांग कांग और टोक्यो नुकसान में रहे जबकि शंघाई और सोल के बाजार बढ़त के साथ बंद हुये। यूरोप के बाजारों में मध्याह्न तक नुकसान की स्थिति थी। उधर अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का भाव 0.79 प्रतिशत बढ़कर 74.87 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
- नई दिल्ली। सेबी ने कंपनियों में संचालन व्यवस्था को मजबूत करने और साथ ही बाजार की तरफ ज्यादा निवेशकों को लुभाने की कोशिशों के तहत मंगलवार को स्वतंत्र निदेशकों से जुड़े नियमों को कड़ा कर दिया और रीट्स एवं इनविट्स में आवेदन की न्यूनतम राशि घटा दी। पूंजी बाजार नियामक ने मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए एक नया ढांचा पेश करने के फैसले सहित कई अन्य प्रस्तावों को भी मंजूरी दी।निवेशकों को सार्वजनिक/राइट्स निर्गम में भागीदारी के लिए विभिन्न भुगतान माध्यमों के जरिये आसान पहुंच सुनिश्चित करने को सेबी ने बैंकों को, अनुसूचित बैंकों को छोड़कर, निर्गम के लिए बैंकर के रूप में पंजीकृत होने की अनुमति दी है। सेबी निदेशक मंडल ने मंगलवार को मुंबई में हुई बैठक में अन्य प्रस्तावों में निवासी भारतीय कोष प्रबंधकों को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का हिस्सा बनने तथा म्यूचुअल फंड नियमों में संशोधन की भी मंजूरी दी है। इनके तहत संपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) की योजनाओं में इनसे जुड़े जोखिमों के आधार पर 'स्किन इन द गेम' के तौर पर न्यूनतम निवेश का प्रावधान किया गया है। 'स्किन इन द गेम' से तात्पर्य ऐसी स्थिति से है जिसमें किसी कंपनी को चलाने वाले उच्च पदों पर बैठे लोग अपने धन को कंपनी के शेयरों में निवेश करते हैं। इससे दूसरे निवेशकों का भरोसा बढ़ता है। वर्तमान में नई कोष पेशकश में जुटाई गई राशि का एक प्रतिशत या 50 लाख रुपये, जो भी कम हो, वह योजनायें लाने वाली एमएमसी को निवेश करने की आवश्यकता होती है। सूचीबद्ध कंपनियों में कॉरपोरेट संचालन को और बेहतर बनाने की कोशिशों के तहत सेबी ने स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति, पुनर्नियुक्ति और बर्खास्तगी से जुड़े नियमों में कई संशोधनों को मंजूरी दी। इनमें स्वतंत्र निदेशकों के इस्तीफा पत्रों का खुलासा करने की जरूरत भी शामिल है। साथ ही इस कदम से आम शेयरधारकों को इस तरह की नियुक्ति एवं पुनर्नियुक्ति में ज्यादा अधिकार मिलेगा। नये नियम एक जनवरी, 2022 से प्रभाव में आएंगे।
- नई दिल्ली। वैश्विक रिटेल कंपनी वालमार्ट ने देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों में कार्यरत लोगों और उनके परिवार के सदस्यों की कोविड-19 से जुड़ी सहायता के लिए सोमवार को वृद्धि केयर्स पहल की शुरुआत की। एक बयान के मुताबिक पहल के तहत कंपनी इन उद्यमों में कार्यरत लोगों और उनके परिवार के सदस्यों की टेलीकेयर सेवाओं एवं स्वास्थ्य परामर्श प्रदान कर सहायता करेगी। कंपनी महामारी संबंधी व्यापार सुझाव और संसाधन तक पहुंच भी प्रदान करेगी। वालमार्ट ने निशुल्क टेलीकेयर सेवाएं प्रदान करने के लिए गैर सरकारी संगठन 'स्वाति' के साथ समझौता किया है। पहल के तहत फोन के जरिए डॉक्टरों, नर्सों और दूसरे स्वास्थ्य सेवा कर्मियों तक दूर रहते हुये पहुंच प्रदान की जाएगी। बयान में कहा गया, "कार्यक्रम के तहत टीका दिशानिर्देशों, घरों में क्वारंटीन की प्रक्रिया और स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने से जुड़ी नवीनतम सूचना मुहैया करायी जाएगी। यह सूचना अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड़ और तमिल भाषाओं में दी जाएगी।
- मुंबई। भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को हैदराबाद स्थित आंध्र प्रदेश महेश को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक पर 112.50 लाख रुपये का जुर्माना समेत चार सहकारी बैंकों पर नियामक के नियमों का उल्लघंन करने पर जुर्माना लगाया। आरबीआई ने नियमों का उल्लघंन करने पर अहमदाबाद मर्केंटाइल को-ऑपरेटिव बैंक पर 62.50 लाख रुपये, मुंबई के एसवीसी सहकारी बैंक पर 37.50 लाख रुपये और मुंबई के ही सारस्वत सहकारी बैंक पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। केंद्रीय बैंक के अनुसार आंध्र प्रदेश महेश को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक पर 'जमा पर ब्याज दर' और 'अपने ग्राहक को जानें' से संबंधित आरबीआई के निर्देशों का अनुपालन नहीं करने पर यह जुर्माना लगाया है। जबकि अहमदाबाद मर्केंटाइल को-ऑपरेटिव बैंक को 'जमा पर ब्याज दर' पर मास्टर निर्देश में मानदंडों के उल्लंघन को लेकर दंडित किया गया है। आरबीआई ने बताया कि उसने एसवीसी सहकारी बैंक पर 'जमा पर ब्याज दर' और ‘धोखाधड़ी निगरानी तथा रिपोर्टिंग तंत्र' के निर्देशों का पालन न करने के लिए जुर्माना लगाया। वहीं सारस्वत सहकारी बैंक को 'जमाओं पर ब्याज दर' और 'जमा खातों के रखरखाव' के निर्देशों का पालन नहीं करने पर दंडित किया है। आरबीआई ने बैंकों पर लगाए जुर्माने को लेकर कहा कि ये जुर्माने नियामक अनुपालन में कमियों के आधार पर लगाया गया है।
- नयी दिल्ली।लक्जमबर्ग की मेडिकल रेफ्रिजरेशन उपकरण कंपनी बी मेडिकल सिस्टम्स ने अखिल भारतीय स्तर पर स्पुतनिक वी वैक्सीन पेश करने के लिए एक विश्वसनीय शीत भंडारण समाधान उपलब्ध कराने को डॉ रेड्डीज लैब से हाथ मिलाया है। इस गठजोड़ के तहत कंपनी राष्ट्रीय स्तर पर स्पुतनिक वी वैक्सीन को पेश करने के लिए देशभर में कई सौ वैक्सीन फ्रीजर लगाएगी। बयान में कहा गया है कि स्पुतनिक वी एक एडेनोवायरस वायरल वेक्टर वैक्सीन है। इसे शून्य से 18 डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान में रखने की जरूरत होती है। ऐसे में इस टीके के लिए शीत भंडारण श्रृंखला काफी मजबूत होनी चाहिए। बी मेडिकल सिस्टम्स ने कहा, ‘‘इस गठजोड़ के तहत वह अपने वैक्सीन फ्रीजर उपलब्ध कराएगी। इनमें वैक्सीन को -25 डिग्री सेल्सियस जैसे निचले तापमान पर स्टोर किया जा सकेगा। तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिए लक्जमबर्ग से इन इकाइयों को एयर कार्गो के जरिये भेजा जाएगां करार के तहत बी मेडिकल सिस्टम्स के फ्रीजर इस सप्ताह देश के सभी प्रमुख अस्पताल श्रृंखलाओं में रखे जाएंगे। बी मेडिकल सिस्टम्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जेसल दोषी ने कहा कि स्पुतनिक वी वैक्सीन को पेश करेने में डॉ रेड्डीज के साथ भागीदारी करने को लेकर हम काफी गौरान्वित महसूस कर रहे हैं। हमने इसके लिए बेहद विश्वसनीय शीत भंडारण ढांचा लगाने के लिए हम डॉ. रेड्डीज के साथ काम कर रहे हैं।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लक्जरी कार विनिर्माता ऑडी ने मंगलवार को कहा कि उसने भारत में अपनी इलेक्ट्रिक एसयूवी - ई-ट्रॉन और ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक के लिए बुकिंग शुरू कर दी है और ये गाड़ियां 22 जुलाई को बाजार में आएंगी। ऑडी इंडिया ने एक बयान में कहा कि इनमें से प्रत्येक एसयूवी को पांच लाख रुपये की शुरुआती राशि के साथ बुक किया जा सकता है। कंपनी ने बताया कि वह ई-ट्रॉन ब्रांड के तहत कई नए मॉडल की पेशकश भी करेगी।ऑडी इंडिया ने पहले पिछले साल के अंत में ई-ट्रॉन की पेशकश की योजना बनाई थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर योजना में बदलाव करना पड़ा। इस बारे में ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा, ‘‘भविष्य इलेक्ट्रिक का है और हम भारत में एक नहीं, बल्कि दो इलेक्ट्रिक एसयूवी - ऑडी ई-ट्रॉन और ऑडी ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक की बुकिंग शुरू करके रोमांचित हैं।
- नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक संकेतों के बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 89 रुपये की गिरावट के साथ 46 हजार 167 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 256 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 222 रुपये की गिरावट के साथ 67 हजार 926 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। पिछले कारोबारी सत्र में इसका बंद भाव 68 हजार 148 रुपये रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,774 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी 26.02 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''डॉलर के मजबूत होने से सोने में गिरावट का रुख रहा।
- मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख और डॉलर सूचकांक के मजबूत होने से विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया कारोबार के अंत में चार पैसे की हानि के साथ 74.23 (अस्थायी) रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ। अन्तरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 74.26 पर खुली। पिछले कारोबारी सत्र में यह 74.19 रुपये पर बंद हुई थी। कारोबार के दौरान इसमें 74.20 से 74.28 रुपये प्रति डालर के दायरे में उतार चढ़ाव आने के बाद अंत में रुपया पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले चार पैसे गिरकर 74.23 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत बढ़कर 91.97 हो गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक मंगलवार को 185.93 अंक की गिरावट के साथ 52,549.66 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.24 प्रतिशत घटकर 74.50 डॉलर प्रति बैरल रह गया।शेयर बाजार आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने सोमवार को सकल आधार पर 1,658.72 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।-
- मुंबई। छोटी इकाइयों या कारोबार के लिए वित्तीय और प्रशासनिक समाधान उपलब्ध कराने वाली ब्रिटेन की कंपनी टाइड ने मंगलवार को भारतीय बाजार में उतारने की घोषणा की। टाइड ने अगले पांच साल के दौरान भारत में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।कंपनी की योजना लघु एवं मझोले उपक्रमों को लक्ष्य करने की है। कारोबार जुटाने के लिए कंपनी सॉफ्टवेयर विकास, उत्पाद विकास और फील्ड टीमों के लिए 1,000 लोगों की नियुक्ति करेगी। वित्तपोषण के स्रोत के बारे में पूछे जाने पर टाइड इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गुरजोधपाल सिंह ने कहा कि कंपनी ने 10 करोड़ पाउंड का वित्तपोषण जुटाया है। कंपनी का ब्रिटिश परिचालन अच्छी आमदनी अर्जित कर रहा है। श्री सिंह ने कहा कि कंपनी की योजना लघु एवं मंझोले उपक्रमों (एसएमई) को गठन से लेकर सामान्य कारोबार शुरू होने तक मदद करने की है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगले पांच साल में 25 लाख एसएमई हमारे ग्राहक होंगे।
- नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर काम करने वाली भुगतान-समाधान प्रौद्योगिकी कंपनी मास्टरकार्ड ने डिजिटल मंच इंस्टामोजो में कुछ हिस्सेदारी खरीदी है। यह सौदा कितने में हुआ, इसकी घोषणा नहीं की गयी है। इंस्टामोजा छोटे कारोबारियों और स्वरोजगार करने वाले लोगों की मदद करने वाला डिजिटल मंच है।मास्टरकार्ड ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इस निवेश के माध्यम से वह लाखों की संख्या में सूक्ष्म , लघु और मंझोली इकाइयों को सरल समाधान प्रस्तुत कर उन्हें तेजी से डिजिटल प्रौद्योगिकी अपनाने में मदद करना चाहती है। इससे वे ऑनलाइन स्टोर चलाने , डिजिटल भुगतान प्राप्त करने की क्षमता बनाने और इस महामारी के दौर में बिना भौतिक संपर्क किए ग्राहकों को जोडऩे में समर्थ हो सकेंगे। बयान में कहा गया है कि इंस्टामोजो के मंच से जुडऩे के बाद ऐसी इकाइयों को पूरी तरह से सक्रिय ऑनलाइन स्टोर से सम्पर्क हो चुका होगा। इसमें भुगतान और माल भेजने , विपणन, कर्ज और लॉजिस्टिक्स की सुविधा भी जुड़ी है।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को सहकारी बैंकों को नीति निर्माण, आंतरिक ऑडिट और केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) नियमों के संदर्भ में अनुपालन, कर्ज मंजूरी और निवेश पोर्टफोलियो के प्रबंधन जैसे प्रमुख प्रबंधकीय कार्य आउटसोर्स नहीं करने के निर्देश दिये। आरबीआई ने सहकारी बैंकों द्वारा वित्तीय सेवाओं के आउटसोर्सिंग में जोखिम प्रबंधन को लेकर दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि बैंक अनुबंध के आधार पर पूर्व कर्मचारियों समेत विशेषज्ञों को नियुक्त कर सकते हैं, जो कुछ शर्तों पर निर्भर करेगा। आउटसोर्सिंग से आशय निरंतर आधार पर गतिविधियों को अंजाम देने के लिये तीसरे पक्ष का उपयोग करना है।सहकारी बैंक लागत कम करने के साथ-साथ विशेषज्ञों का लाभ लेने के लिये आउटसोर्सिंग का उपयोग बढ़ाते जा रहे हैं। आरबीआई ने कहा कि हालांकि निर्णय के वाणिज्यिक पहलुओं सहित सभी प्रासंगिक कारकों को ध्यान में रखते हुए स्वीकृत गतिविधि को आउटसोर्स करने की जरूरत पर विचार करना पूरी तरह से बैंकों का विशेषाधिकार है। लेकिन इसके परिणामस्वरूप बैंकों को विभिन्न जोखिमों का सामना करना पड़ता है। दिशानिर्देश में कहा गया है, ‘‘जो सहकारी बैंक वित्तीय सेवाओं के लिये आउटसोर्स का विकल्प चुनते हैं, वे नीति निर्माण, आंतरिक लेखा परीक्षा और अनुपालन, केवाईसी मानदंडों का अनुपालन, ऋण स्वीकृति और निवेश पोर्टफोलियो के प्रबंधन सहित मुख्य प्रबंधन कार्यों को आउटसोर्स नहीं करेंगे।'' आरबीआई ने कहा कि दिशानिर्देश सहकारी बैंकों को विभिन्न कार्यों के आउटसोर्सिंग से जुड़े जोखिम को दूर करने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय करने में सक्षम बनाने के लिए जारी किए गए हैं।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड महामारी की दूसरी लहर से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देन के इरादे से स्वास्थ्य क्षेत्र में बुनियादी ढांचा में सुधार के लिये 1.01 लाख करोड़ रुपये की रिण गारंटी योजना समेत विभिन्न उपायों की घोषणा की। साथ ही सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के लिये आपातकाल ऋण गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत सीमा 50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 लाख करोड़ रुपये किये जाने का ऐलान किया। प्रोत्साहन पैकेज का ब्योरा साझा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इसमें आठ राहत उपाय हैं और अन्य आठ उपाय आर्थिक वृद्धि को गति देंगे। उन्होंने स्वास्थ्य समेत कोविड प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों के लिये 1.1 लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना की घोषणा की। इसमें नई परियोजनाओं के विस्तार के लिये गारंटी कवर शामिल हैं। सीतारमण ने कहा कि इसके अलावा ईसीएलजीएस के तहत सरकार की ओर से कुल गारंटी की सीमा 1.5 लाख करोड़ रुपये बढ़ायी गयी है। आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज का हिस्सा ईसीएलजीएस की मौजूदा सीमा तीन लाख करोड़ रुपये थी। पिछले महीने, वित्त मंत्रालय ने ईसीएलजीएस का दायरा बढ़ाते हुए इसमें अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने को लेकर हॉस्पिटल को भी शामिल किया था। इसके अलावा इसकी वैधता तीन महीने बढ़ाकर 30 सितंबर कर दी गयी थी। इस योजना के तहत वितरण की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है। ईसीएलजीएस 4.0 के तहत ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने को लेकर अस्पतालों, नर्सिंग होम, क्लिनिक, मेडिकल कॉलेज आदि को 2 करोड़ रुपये तक के कर्ज के लिये 100 प्रतिशत गारंटी दी गयी है। इन ऋणों पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत है।
- राज्य लघु वनोपज संघ ने की बढ़ी हुई मांग के अनुरूप आपूर्ति की व्यवस्थारायपुर/ ऑनलाइन प्लेटफार्म अमेजन पर बिक्री के उतरे छत्तीसगढ़ के हर्बल उत्पादों की धूम मची हुई है। इन्हें लांच किए जाने के कुछ ही घंटों भीतर इतने अधिक आर्डर हुए कि विभिन्न उत्पादों का स्टेटस करंटली-अनएवलेबल दिखाई देने लगा। हालांकि छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ ने तत्काल पहल करते हुए मांग के अनुरूप आपूर्ति की व्यवस्था कर दी है। इन उत्पादों की बिक्री के लिए छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा अमेजन से करार किया गया है।छत्तीसगढ़ के हर्बल उत्पाद अब ’छत्तीसगढ़ हर्बल्स’ के ब्रांड नाम से ऑनलाइन प्लेटफार्म अमेजन एप पर उपलब्ध हो गए हैं। अमेजन पर लांचिंग के तुरंत बाद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ हर्बल्स का उत्पाद खरीदने वाले पहले ग्राहक बने थे। उन्होंने इस एप पर महिला स्व सहायता समूहों द्वारा तैयार ‘वन शहद‘ के लिए ऑर्डर किया था। वन शहद, आर्गेनिक बस्तर काजू, चिरौंजी, महुआ लड्डू जैसे 23 उत्पाद अब अमेजन पर उपलब्ध हो गए हैं।छत्तीसगढ़ राज्य लघुवनोपज संघ ने अमेजन से उसके सहेली प्रोग्राम के अंतर्गत महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए करार किया है। अमेजन के सहेली प्रोग्राम के तहत एक टीम, महिला उद्यमियों के द्वारा बनाए उत्पादों को विशेष सहायता एवं उनकी बिक्री बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग प्रदान करती है। लगभग 13 लाख 50 हजार वनवासी परिवारों के उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ राज्य लघुवनोपज संघ द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वनवासी जनजातियों द्वारा एकत्रित लघुवनोपजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद कर, उन्हें महिला स्वसहायता समूहों द्वारा संचालित, वन धन विकास केंद्रों में विभिन्न उपभोक्ता उत्पादों में परिवर्तित किया जाता है। छत्तीसगढ़ के वनों के इन अमूल्य लघु वनोपजों से बने उत्पादों को छत्तीसगढ़ हर्बल्स के ब्रांड से मार्केट में उपलब्ध कराया जा रहा है। वन शहद, आर्गेनिक बस्तर काजू, चिरौंजी, महुआ लड्डू जैसे अनेक उत्पाद अब अमेजन पर भी वितरित किए जा रहे हैं।-
- मुंबई । रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और एचडीएफसी जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में नुकसान तथा वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच सोमवार को सेंसेक्स 189 अंक टूट गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 53,126.73 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया। बाद में यह 189.45 अंक या 0.36 प्रतिशत के नुकसान से 52,735.59 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.65 अंक या 0.29 प्रतिशत के नुकसान से 15,814.70 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी ने भी दिन में कारोबार के दौरान 15,915.65 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर को छुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन का शेयर सबसे अधिक एक प्रतिशत से अधिक टूट गया। टीसीएस, एचसीएल टेक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट और भारती एयरटेल के शेयर भी नुकसान में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर, ‘‘रिकॉर्ड उच्चस्तर पर खुलने बाद बाजार वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच नकारात्मक दायरे में आ गए। एशिया भर में कोविड-19 के मामले बढ़ने से बाजारों में गिरावट आई।'' अन्य एशियाई बाजारों में चीन के शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग के हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी तथा जापान के निक्की में गिरावट आई। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.16 प्रतिशत के नुकसान से 75.26 प्रतिशत डॉलर पर आ गया।
- नई दिल्ली। मजबूत वैश्विक रुख को दर्शाता दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 116 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 337 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 221 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 161 रुपये की तेजी के साथ 67 हजार 15 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पिछले कारोबारी सत्र में इसका बंद भाव 66 हजार 854 रुपये रहा था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ''कॉमेक्स में सोने की कीमतों में मजबूती और रुपये के मूल्य में गिरावट के समर्थन से दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव में 116 रुपये की तेजी आई।'' विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार के आरंभिक कारोबार के दौरान रुपया छह पैसे की गिरावट के साथ 74.26 रुपये प्रति डॉलर रह गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,782 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 26.13 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रहा।
- नयी दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपना वादा पूरा करते हुए जून के दौरान अब तक कोविशील्ड टीके की 10 करोड़ से अधिक खुराकों का उत्पादन किया है। कोविड महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए भारत में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा दी गई है। भारत में 21 जून से शुरू हुए राष्ट्रव्यापी निशुल्क कोविड-19 टीकाकरण अभियान के बाद पिछले छह दिन के दौरान प्रतिदिन औसतन 69 लाख खुराकें दी गईं हैं। रविवार को सुबह सात बजे तक जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कोविड टीके की 32.17 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उपलब्ध करायी गयी जानकारी के हवाले से भारत के दवा नियामक ने बताया कि कंपनी ने कोविडशील्ड टीके के 45 बैच कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला को भेज दिए हैं जिसमें 10.80 करोड़ खुराक शामिल हैं। इन्हें जून में जारी किया जाएगा। कंपनी के सरकार एवं नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने मई में गृह मंत्री अमित शाह को जून के दौरान टीके की 10 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध कराने को लेकर आश्वस्त किया था।
-
नयी दिल्ली।ओला ई-स्कूटर के कारखाने का पहला चरण पूरा होने के करीब है। ओला समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) भाविश अग्रवाल ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि उसका ई-वाहनों का उत्पादन जल्द शुरू हो जाएगा। ओला ने पिछले साल तमिलनाडु में 2,400 करोड़ रुपये के निवेश अपना पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर कारखाना लगाने की घोषणा की थी। अग्रवाल ने ट्वीट किया, ‘‘सिर्फ चार महीने में यह स्थान चट्टानों की कई एकड़ जमीन से दुनिया के सबसे बड़े दोपहिया कारखाने में तब्दील हो गया। ओला के भविष्य के कारखाने का पहला चरण पूरा होने के करीब है। हमारे स्कूटर जल्द आएंगे। टीम ओला इलेक्ट्रिक ने शानदार काम किया। '' अग्रवाल ने कहा कि यह कारखाना पूरा होने के बाद करीब 10,000 रोजगार के अवसरों का सृजन करेगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी सालाना उत्पादन क्षमता 20 लाख इकाइयों की होगी।
-
नयी दिल्ली। वाहन ईंधन कीमतों में शनिवार को एक और वृद्धि के बाद अब तमिलनाडु में भी पेट्रोल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमतें में 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। हाल के समय में यह वाहन ईंधन कीमतों में सबसे अधिक वृद्धि है। इससे देश में पेट्रोल और डीजल के दाम ऐतिहासिक उच्चस्तर पर पहुंच गए हैं। वहीं तमिलनाडु एक और राज्य हो गया है जहां पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार निगल गया है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 98.11 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। वहीं डीजल 88.65 रुपये प्रति लीटर पर है। मूल्य वर्धित कर (वैट) और ढुलाई भाड़े की वजह से विभिन्न राज्यों में ईंधन के दाम भिन्न-भिन्न होते हैं। कई राज्यों और संघ शासित प्रदेशों....राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और लद्दाख के बाद तमिलनाडु के कई शहरों मसलन सलेम, वेल्लौर, कुडालोर में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गया है। चेन्नई में पेट्रोल 99.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 93.23 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे महानगरों में पेट्रोल पहले ही 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक बिक रहा है। इस समय मुंबई में पेट्रोल 104.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.16 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है।
सबसे अधिक इस्तेमाल वाला ईंधन डीजल राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ के साथ ओडिशा में कुछ स्थानों पर 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल चुका है। शनिवार को वाहन ईंधन कीमतों में चार मई से 30वीं बार बढ़ोतरी हुई है। 30 बार में पेट्रोल 7.71 रुपये प्रति लीटर और डीजल 8.12 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है। - नई दिल्ली। डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी पेटीएम ने ऐसे शेयरधारकों, कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों के लिए अपने दस्तावेज जमा करने की समयसीमा 30 जून तक बढ़ा दी है, जो कंपनी के प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में अपने शेयर बेचना चाहते हैं। पेटीएम ब्रांड नाम के तहत सेवाओं का परिचालन करने वाली वन 97 कम्युनिकेशंस अपना आईपीओ लाने की योजना बना रही है, जिसके तहत नए इक्विटी शेयर जारी करने और मौजूदा शेयरधारकों के शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है।पेटीएम के शेयरधारकों में दिग्गज कंपनियां : पेटीएम के शेयरधारकों में अलीबाबा का एंट ग्रुप (29.71 फीसदी), सॉफ्टबैंक विजन फंड (19.63 फीसदी), सैफ पार्टनर्स (18.56 फीसदी), विजय शेखर शर्मा (14.67 फीसदी) शामिल हैं। इसके अलावा एजीएच होल्डिंग, टी रो प्राइस एंड डिस्कवरी कैपिटल, बर्कशायर हैथवे की कंपनी में 10 फीसदी से कम हिस्सेदारी है। पेटीएम की नई इक्विटी जारी करके 12,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना है।
- नई दिल्ली। पॉपुलर टेलिकॉम नेटवर्क एयरटेल ने अपने यूजर्स के लिए एयरटेल स्मार्ट रिचार्ज सेगमेंट में एक धांसू प्लान लॉन्च किया है, जो कि काफी जबरदस्त है। एयरटेल के 128 रुपये वाले नए प्रीपेड पैक में यूजर्स को 28 दिनों की वैलिडिटी मिलती है। एयरटेल के 128 रुपये वाले स्मार्ट रिचार्ज में यूजर्स को किसी प्रकार के फायदे नहीं मिलेंगे, यानी आप इस रिचार्ज प्लान में कॉलिंग, एसएमएस और डेटा से जुड़े फायदों से महरूम रहेंगे। ऐसे में जो लोग सिर्फ वैलिडिटी के लिए एयरटेल का रिचार्ज पैक ढूंढ रहे हैं, उनके लिए नया प्लान आ गया है, जो कि 128 रुपये का है और इसमें उन्हें 28 दिनों की वैधता मिलेगी।इस प्लान में में चूंकि यूजर्स को वैधता छोड़कर और किसी तरह के फायदे नहीं मिलते हैं, ऐसे में उन्हें एसटीडी कॉल्स के लिए 2.5 पैसे प्रति सेकेंड, लोकल कॉलिंग के लिए एक रुपये प्रति मिनट, लोकल मेसेज के लिए प्रति मेसेज एक रुपये और नैशनल मेसेज के लिए 1.5 रुपये प्रति मेसेज चार्ज देने होंगे। इसके साथ ही उन्हें हर एमबी डेटा के लिए 50 पैसे चुकाने होंगे।एयरटेल के 128 रुपये वाले स्मार्ट रिचार्ज प्लान के साथ ही यूजर्स चाहें तो 49 रुपये और 79 रुपये वाला स्मार्ट प्लान ले सकते हैं। 49 रुपये वाले प्लान में यूजर्स को 38.52 रुपये टॉकटाइम के साथ ही 100 एमबी डेटा और 2.5 पैसे प्रति मिनट लोकल-एसटीडी कॉलिंग की सुविधा मिलती है। वहीं 79 रुपये वाले प्लान में यूजर्स को 128 रुपये टॉकटाइम और 200 एमबी डेटा मिलते हैं। इसमें 60 पैसे प्रति मिनट के हिसाब से नैशनल और लोकल कॉलिंग की सुविधा मिलती है।वैसे रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया समेत अन्य टेलिकॉम नेटवर्क के भी ऐसे रिचार्ज प्लान हैं।