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- जयपुर। दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा बनकर तैयार हो गई है। शनिवार 29 अक्टूबर को उसका लोकार्पण समारोह शुरू होने जा रहा है। राजस्थान में राजसमंद जिले के नाथद्वारा में बनी शिव प्रतिमा की ऊंचाई 369 मीटर है, जिसे विश्वास स्वरूपम नाम दिया गया है।प्रतिमा को बनाने में 10 साल का समय लगा है। इसे दुनिया की टॉप-5 ऊंची प्रतिमाओं में स्थान मिला है। इसे संत कृपा सनातन संस्थान द्वारा तैयार किया गया है। लोकार्पण समारोह 29 अक्टूबर से शुरू होकर 6 नवंबर तक चलेगा और इसकी शुरूआत मुरारी बापू की राम कथा से होगी। नाथद्वारा की गणेश टेकरी पर बनी यह प्रतिमा 51 बीघा की पहाड़ी पर बनी है। इस प्रतिमा में भगवान शिव ध्यान एवं अल्लड़ की मुद्रा में विराजित हैं। प्रतिमा की ऊंचाई इतनी है कि वह कई किलोमीटर दूर से ही नजर आने लगती हैं। रात में भी यह प्रतिमा स्पष्ट रूप से दिखाई दे, इसके लिए विशेष लाइट्स की व्यवस्था भी की गई है।इस प्रतिमा में लिफ्ट, सीढिय़ां, हॉल आदि भी बनाए गए हैं। निर्माण कै दौरान 3000 टन स्टील और लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का इस्तेमाल हुआ है। 250 किमी रफ्तार से चलने वाली हवाएं भी मूर्ति को प्रभावित नहीं करेगी। स्टैच्यू ऑफ बिलीफ' की कल्पना मिराज ग्रुप, उदयपुर के चेयरमैन श्री मदन पालीवाल ने की थी। इस अवधारणा को आगे स्टूडियो माटुराम आर्ट द्वारा विकसित किया गया था जिसने 351 फीट ऊंची मूर्ति को डिजाइन किया था, जबकि संरचनात्मक डिजाइन स्केलेटन कंसल्टेंट्स द्वारा प्रदान किया गया था और काम साल 2016 की शुरुआत में शुरू हुआ था।
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गैस टैंकर पलटने के बाद फटा, चालक की झुलसकर मौत
दुमका (झारखंड) ।झारखंड के दुमका जिले में गुरुवार को एक गैस टैंकर के सड़क किनारे खड़ी एक बस से टकराकर पलट जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गये। टैंकर के पलटने के बाद उसमें विस्फोट हो गया और आग लग गई। पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बताया कि यह घटना हंसडीहा के पास धावटांड इलाके में प्रादेशिक राजमार्ग-17 पर हुई। लकड़ा ने कहा, ‘‘टैंकर के चालक की झुलसकर मौत हो गई, जबकि आग लगने से एक बच्चा समेत चार घायल हो गए।''पुलिस ने बताया कि पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले में हल्दिया जा रहा यह टैंकर रास्ते में पलट गया और उसमें विस्फोट हो गया, जिसके बाद उसमें आग लग गई। पुलिस ने कहा कि पास में खड़ीं कम से कम तीन बसें और कई पेड़ आग की चपेट में आ गए। उन्होंने कहा कि आग में टैंकर पूरी तरह जल गया, जिसके कारण इसके पंजीकरण नंबर और अन्य ब्योरे का पता नहीं चल सका है। पुलिस के अनुसार, टैंकर में विस्फोट होने के बाद, उसमें आग लग गई जिससे एक के बाद एक खड़ी कम से कम तीन बस नष्ट हो गई। पुलिस ने कहा कि कई पेड़ भी जल गए। हंसडीहा के पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह ने कहा, ‘‘टैंकर के पलटने के बाद एक विस्फोट हुआ। पास में खड़ी तीन बसों और कई पेड़ों में भी आग लग गई।'' चालक की पहचान नहीं की जा सकी है। - हरदोई (उत्तर प्रदेश)। हरदोई जिले के शहर कोतवाली इलाके में जमीन के विवाद को लेकर पिता-पुत्र की गोली मारकर कथित तौर पर हत्या कर दी गई। परिवार के अन्य तीन सदस्यों को भी लाठी-डंडों से पीट-पीट कर घायल कर दिया गया।पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने गुरुवार को बताया कि शहर कोतवाली इलाके के भदैचा गांव में दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद था। बुधवार को उनमें से एक बाबू सिंह के घर के बाहर कुछ लोग बैठे थे तभी दूसरे पक्ष के गुड्डू सिंह के परिवार का एक सदस्य वहां से निकला जिससे बाबू सिंह पक्ष के लोगों की कुछ कहासु नी हो गई। उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपीगुड्डू सिंह घर से अपनी रायफल ले आया और करीब पांच गोलियां चलाईं। बाबू सिंह (60) और उसके बेटे लकी सिंह (23) की सिर में गोली लगने से मौत हो गयी। द्विवेदी ने बताया कि आरोपी गुड्डू सिंह और उनके परिवार के लोगों ने बाबू सिंह के परिवार के अन्य तीन लोगों को लाठी डंडों से पीटा। उन्हें हरदोई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले के मुख्य आरोपी गुड्डू सिंह को गिरफ्तार कर उसकी रायफल बरामद कर ली गयी है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।
- प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के गंगापार हंडिया थाना क्षेत्र में गुरुवार हाइवे पर हुई एक भीषण सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच अन्य घायल हो गए। पुलिस क्षेत्राधिकारी (हंडिया) सुधीर कुमार ने बताया कि सोरांव से टवेरा गाड़ी में सवार होकर ये लोग बच्चे का मुंडन कराने के लिए विंध्याचल जा रहे थे। उन्होंने बताया कि सुबह करीब पौने छह बजे इनकी गाड़ी एक पोल से टकराकर पलट गई, जिससे पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। कुमार के मुताबिक, इस दुर्घटना में पांच लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों में चार महिलाएं और एक शिशु शामिल हैं, जिनकी पहचान रेखा देवी (45), कृष्णा देवी (70), सविता (36), रेखा (32) और ओजस (डेढ़ वर्ष) के रूप में की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हंडिया में घटित इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने को भी कहा है।
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नयी दिल्ली। त्वरित संदेश सेवा देने वाले मंच व्हॉट्सऐप ने मंगलवार को अपनी सेवा में बड़े पैमाने पर हुए गतिरोध को लेकर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप दी है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि व्हॉट्सऐप ने अपनी सेवा में पैदा हुए गतिरोध से जुड़ी रिपोर्ट आईटी मंत्रालय को सौंप दी। मंत्रालय ने मेटा के स्वामित्व वाली व्हॉट्सऐप से इस गतिरोध की वजह साझा करने को कहा था। व्हाट्सऐप की मैसेजिंग सेवाएं मंगलवार दोपहर करीब दो घंटे तक बाधित रही थीं। सेवाओं के अचानक ठप हो जाने के कारण भारत से लेकर ब्रिटेन तक बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता लगभग दो घंटे तक एक दूसरे को कोई संदेश (टेक्स्ट) और वीडियो नहीं भेज सके। अभी यह पता नहीं लग पाया है कि व्हॉट्सऐप ने बड़े पैमाने पर हुई सेवा खामी के लिए किस तरह के कारण बताए हैं। उसके प्रवक्ता ने मंगलवार देर रात जारी बयान में कहा था, ‘‘तकनीकी खामी के कारण सेवाएं बाधित हुई हैं।'' सेवाओं में बाधाओं की घटनाओं पर निगरानी रखने वाले डाउनडिटेक्टर के अनुसार, व्हॉट्सऐप कई क्षेत्रों में कई उपयोगकर्ताओं के लिए काम नहीं कर रहा था। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता समेत प्रमुख शहरों में व्हॉट्सऐप उपयोगकर्ता सेवाओं में व्यवधान से प्रभावित थे।
- नयी दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है और अक्टूबर में दुनिया के 10वें सबसे व्यस्त हवाईअड्डे के रूप में उभरा है। वैश्विक यात्रा से संबंधित आंकड़े उपलब्ध कराने वाली संस्था ऑफिशियल एयरलाइन गाइड (ओएजी) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया, ''दिल्ली का हवाईअड्डा कोविड-19 महामारी से पहले यानी अक्टूबर 2019 में 14वां सबसे व्यस्त हवाईअड्डा था।" वहीं हार्ट्सफील्ड जैक्सन का अटलांटा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा अक्टूबर में सबसे व्यस्त हवाईअड्डा रहा है। इसके बाद दुबई और तोक्यो हनेडा हवाई अड्डा क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। रिपोर्ट में छठे स्थान पर लंदन हीथ्रो हवाई अड्डा है। इसके बाद सातवें स्थान पर शिकागो ओ'हारे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है और लॉस एंजिल्स अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नौवें स्थान पर है। ओएजी की रैंकिंग इस साल अक्टूबर और अक्टूबर 2019 में निर्धारित एयरलाइन क्षमता की तुलना के आधार पर जारी की गई है। दुनिया के शीर्ष 10 सबसे व्यस्त हवाई अड्डों को उनकी संयुक्त घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्षमता के आधार पर स्थान दिया गया है।
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नयी दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति के अंगरक्षकों (पीबीजी) को सिल्वर ट्रंपेट और ट्रंपेट बैनर प्रदान किए। राष्ट्रपति ने इस मौके पर अपने संक्षिप्त बयान में परेड के असाधारण प्रदर्शन, भलीभांति तैयार घोड़ों के रख-रखाव और प्रभावशाली औपचारिक परिधान के लिए राष्ट्रपति के अंगरक्षकों के कमांडेंट अधिकारियों, जूनियर कमीशन्ड अधिकारियों (जेसीओ) तथा अन्य अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह अवसर इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रपति के अंगरक्षक इसकी स्थापना के 250 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं जो संयोगवश देशभर में ‘आजादी का अमृत महोत्सव' के साथ मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी बयान के अनुसार, राष्ट्रपति ने अंगरक्षकों की उत्कृष्ट सैन्य परंपराओं, पेशेवर क्षमता तथा अनुशासन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश को उन पर गर्व है। राष्ट्रपति मुर्मू ने विश्वास जताया कि वे राष्ट्रपति भवन की सर्वोच्च परंपराओं को कायम रखने के लिए समर्पण, अनुशासन और बहादुरी के साथ काम करते रहेंगे और भारतीय सेना की अन्य रेजीमेंट के लिए आदर्श बनेंगे। पीबीजी भारतीय सेना में सबसे पुरानी रेजीमेंट है जिसकी स्थापना 1773 में गवर्नर जनरल के अंगरक्षक (बाद में वायसराय के अंगरक्षक) के रूप में की गयी थी। भारत के राष्ट्रपति के अंगरक्षक होने के नाते उन्हें भारतीय सेना की एकमात्र ऐसी सैन्य इकाई होने की विशिष्टता प्राप्त है जिसे राष्ट्रपति के सिल्वर ट्रंपेट और ट्रंपेट बैनर रखने का विशेषाधिकार है। पीबीजी को 1923 में पहली बार तत्कालीन वायसराय लॉर्ड रीडिंग ने उनको सेवा में 150 वर्ष पूरे होने के मौके पर यह विशेष सम्मान प्रदान किया था। इसके बाद सभी वायसराय ने अंगरक्षकों को सिल्वर ट्रंपेट और ट्रंपेट बैनर प्रदान किये।
रेजीमेंट का नाम 27 जनवरी, 1950 को राष्ट्रपति के अंगरक्षक (पीबीजी) कर दिया गया। भारत के सभी राष्ट्रपतियों ने रेजीमेंट को सम्मानित करने की परंपरा को जारी रखा है। -
नयी दिल्ली। संस्कृति मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री संग्रहालय में जल्द मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक गैलरी होगी, जिसे जनवरी 2023 में लोगों के लिए खोला जाएगा। अगले महीने देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम के उद्घाटन एपिसोड के साथ एक प्रकाश और ध्वनि शो करने की भी योजना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘संग्रहालय में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक नयी गैलरी जोड़ी जा रही है। इसे जनवरी 2023 में जनता के लिए खोला जाना प्रस्तावित है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री और अन्य केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों, राज्य के मुख्यमंत्रियों, उच्च न्यायपालिका के सदस्यों, राजनयिकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं ने इस संग्रहालय का दौरा किया है। मंत्रालय ने प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों द्वारा उनकी यात्राओं के बाद की गई टिप्पणियों को भी सूचीबद्ध किया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘‘ये बेहद प्रभावशाली ढंग से डिजाइन किया गया प्रधानमंत्री संग्रहालय पूर्व प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रीय नेताओं के विशिष्ट योगदान का एक कलात्मक स्मारक है। इसके साथ साथ ये स्वतंत्र भारत की प्रगति का एक कालातीत भंडार है।'' पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि संग्रहालय देश के राष्ट्रीय नेतृत्व में विविधता को प्रदर्शित करता है और उसका सम्मान करता है। उन्होंने कहा, ‘‘ये हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व में विविधता को प्रदर्शित करता है और उसका सम्मान करता है, और इस तरह समावेश का संदेश भेजता है जो हमारे जैसे जीवंत लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।'' मंत्रालय ने कहा, ‘‘ऑगमेंटेड रिएलिटी और वर्चुअल रिएलिटी के इस्तेमाल ने इसकी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी आधारित सामग्री के अनुभव को रोमांचक बनाया है। इस समावेशी प्रयास का उद्देश्य युवा पीढ़ी को हमारे सभी प्रधानमंत्रियों की नेतृत्वकारी भूमिका के प्रति संवेदनशील बनाना है।'' मंत्रालय ने कहा कि शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों को इस संग्रहालय लाने की व्यवस्था करते रहे हैं। 15 अक्टूबर 2022 को 10 स्कूलों के 2044 छात्र-छात्राओं ने यहां भ्रमण किया। इस संग्रहालय के कर्मचारियों द्वारा स्कूलों से आने वाले समूहों पर विशेष ध्यान देते हुए यहां का ज्ञानवर्धक दौरा कराया जाता है। बयान के मुताबिक प्रधानमंत्रियों के जीवन और उपलब्धियों पर प्रख्यात शिक्षाविदों और जन नेताओं द्वारा त्रैमासिक व्याख्यान श्रृंखला की भी योजना है। ऐसे अवसरों पर यहां कुछ चुनिंदा प्रदर्शनियां भी प्रस्तुत की जाएंगी। इस श्रृंखला में पहला व्याख्यान भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी पर दिया जाएगा। en
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नयी दिल्ली। पश्चिम उत्तरी दिल्ली के प्रशांत विहार में दोपहिया वाहन सवार तीन लोगों द्वारा ई-रिक्शा में सवार महिला से पर्स झपटने के दौरान नीचे गिरने से महिला की मौत हो गयी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल ने बताया कि प्रशांत विहार थानाक्षेत्र के रोहिणी सेक्टर 14 में सुमित्रा मित्तल (56) ई-रिक्शा से कहीं जा रही थी, उसी दौरान स्कूटर पर सवार तीन व्यक्तियों ने उनका पर्स झपट लिया और इस दौरान वह ई-रिक्शा से गिर गयीं। पुलिस ने बताया कि महिला को सिर में चोट लगने के कारण रोहिणी सेक्टर-13 के भारत अपार्टमेंट के पास भगवती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दोपहर करीब 12 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। तायल ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में प्रशांत विहार थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-397 (डकैती, मौत या गंभीर जख्म पहुंचाने की कोशिश) एवं 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को पता लगाने के लिए कुल 15 दलों का गठन किया गया था।
पुलिस ने बताया कि उक्त इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद तीन आरोपियों की पहचान रोहिणी सेक्टर-18 निवासी राजू और रोहन और बादली निवासी राहुल के तौर पर की गई है। तायल ने कहा कि अपराध में इस्तेमाल की गई स्कूटी बादली इलाके से चोरी की गई थी। उन्होंने बताया कि आरोपियों को पता लगाने के बाद जाल बिछाकर पकड़ा गया।उपायुक्त ने कहा कि पीड़िता के पर्स में रखी घर की चाबियां और 200 रुपये बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल पहले दो आपराधिक मामलों में शामिल था। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2022 तक झपटमारी के मामलों में 12 फीसदी और घातक दुर्घटनाओं में 18 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल दिल्ली में झपटमारी के 5,024 मामले और 4,468 घातक दुर्घटनाएं हुईं थीं। सुमित्रा के भतीजे अरुण मित्तल ने बताया कि घटना के वक्त उसकी चाची अपनी बहन के घर जा रही थी। उन्होंने कहा कि सुमित्रा के पति की करीब 20 साल पहले मौत हो गई थी। दंपति के दो बेटे थे, जिनकी करीब सात साल पहले मौत हो गई थी। उनके एक बेटे का विवाह हुआ था जिसके एक 10 साल का बेटा है। महिला के परिवार में पुत्रवधू और उनका पोता है। -
नई दिल्ली। देश के विभिन्न भागों में छठ व्रत का चार दिन का अनुष्ठान आज पारंपरिक आस्था के साथ नहाय-खाय से शुरू हो गया है। बिहार में औरंगाबाद, नालंदा और पटना सहित विभिन्न सूर्य मंदिरों में इस अवसर पर विशेष प्रबंध किए गए हैं। 29 अक्टूबर को खरना है। 30 अक्टूबर को अस्ताचलगामी यानी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, उसके अगले दिन सुबह यानी 31 अक्टूबर को उदयगामी यानी उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन होगा। इस पर्व की शुरुआत नहाय-खाय के दिन 28 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी। छठ सूर्य उपासना और छठी माता की उपासना का पर्व है। हिन्दू आस्था का यह एक ऐसा पर्व है, जिसमें मूर्ति पूजा शामिल नहीं है। इस पूजा में छठी मईया के लिए व्रत किया जाता है। यह व्रत कठिन व्रतों में से एक माना जाता है।
छठ पूजा में पहले दिन को नहाय खाय के नाम से जाना जाता है। इस दिन व्रत करने वाली महिलाएं और पुरुष एक समय का भोजन करके अपने मन को शुद्ध करते हैं। इस दिन से घर में शुद्धता का बहुत ध्यान रखा जाता है, और लहसुन-प्याज़ बनाने की मनाही हो जाती है। नहाय-खाय वाले दिन व्रती महिलाएं लौकी की सब्ज़ी, चने की दाल, चावल और मूली खाती हैं। नहाय खाय के दिन खासतौर से लौकी से सब्जी बनती है। इसे पीछे मान्यता है हिन्दू धर्म में लौकी को बहुत पवित्र माना जाता है। इसके अलावा लौकी में पर्याप्त मात्रा में जल रहता है। इसमें लगभग 96 फीसदी पानी होता है जो व्रत को आगे आने वाले दिनों में ताकत देता है। इसके अलावा लौकी खाने से बहुत से बीमारियां भी दूर हो जाती हैं। इसके अलावा खाने में सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इस दिन चने की दाल खाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि चने की दाल बाकी दालों में सबसे अधिक शुद्ध होती है तथा वह व्रती को ताकत भी देती है।
छठ पूजा में दूसरे दिन को “खरना” के नाम से जाना जाता है। इस दिन व्रती पूरे दिन का उपवास रखती हैं। खरना का मतलब होता है, शुद्धिकरण। खरना के दिन शाम होने पर गुड़ की खीर का प्रसाद बना कर व्रती महिलाएं पूजा करने के बाद अपने दिन भर का उपवास खोलती हैं। फिर इस प्रसाद को सभी में बाँट दिया जाता है। इस प्रसाद को ग्रहण करने के बाद व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है। इस दिन प्रसाद बनाने के लिए नए मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी का प्रयोग करना शुभ माना जाता है। तीसरे दिन शाम के समय डूबते हुए सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है, जिसकी वजह से इसे “संध्या अर्ध्य“ कहा जाता है। इस दिन व्रती महिलाएं भोर में सूर्य निकलने से पहले रात को रखा मिश्री-पानी पीती हैं। उसके बाद अगले दिन अंतिम अर्घ्य देने के बाद ही पानी पीना होता है। संध्या अर्घ्य के दिन विशेष प्रकार का पकवान “ठेकुवा” और मौसमी फल सूर्य देव को चढ़ाए जाते हैं, और उन्हें दूध और जल से अर्घ्य दिया जाता है। इस साल 31 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य दिया जायेगा। चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अंतिम अर्घ्य दिया जाता है। व्रत रखने वाली महिलाएं और पुरुष छठी मईया और सूर्य देव से अपने संतान और पूरे परिवार की सुख-शांति और उन पर अपनी कृपा बनाये रखने की प्रार्थना करती हैं। इसके बाद व्रती घर के देवी-देवता की पूजा करते हैं, और फिर प्रसाद को खाकर व्रत का समापन करते हैं
छठ पूजा धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का लोकपर्व है। यही एक मात्र ऐसा त्यौहार है जिसमें सूर्य देव का पूजन कर उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। हिन्दू धर्म में सूर्य की उपासना का विशेष महत्व है। वे ही एक ऐसे देवता हैं जिन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखा जाता है। वेदों में सूर्य देव को जगत की आत्मा कहा जाता है। सूर्य के प्रकाश में कई रोगों को नष्ट करने की क्षमता पाई जाती है। सूर्य के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को आरोग्य, तेज और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, पिता, पूर्वज, मान-सम्मान और उच्च सरकारी सेवा का कारक कहा गया है। छठ पूजा पर सूर्य देव और छठी माता के पूजन से व्यक्ति को संतान, सुख और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सांस्कृतिक रूप से छठ पर्व की सबसे बड़ी विशेषता है इस पर्व की सादगी, पवित्रता और प्रकृति के प्रति प्रेम।
खगोलीय और ज्योतिषीय दृष्टि से छठ पर्व का महत्व
वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी छठ पर्व का बड़ा महत्व है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि एक विशेष खगोलीय अवसर, जिस समय सूर्य धरती के दक्षिणी गोलार्ध में स्थित रहता है। इस दौरान सूर्य की पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर सामान्य से अधिक मात्रा में एकत्रित हो जाती है। इन हानिकारक किरणों का सीधा असर लोगों की आंख, पेट व त्वचा पर पड़ता है। छठ पर्व पर सूर्य देव की उपासना व अर्घ्य देने से पराबैंगनी किरणें मनुष्य को हानि न पहुंचाएं, इस वजह से सूर्य पूजा का महत्व बढ़ जाता है।
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हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली में बुधवार रात एक बस ने खड़े ट्रक में टक्कर मार दी। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं, बस सवार 8 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के दिघा ओवर ब्रिज पर हुआ। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के पचरख्खे उड़ गए। घटना के बाद पुलिस ने क्रेन के सहारे क्षतिग्रस्त बस को सड़क से हटाया। इस दौरान कुछ देर के लिए रास्ता बंद रहा।
पुलिस के अनुसार बस में सवार दीपक कुमार ने बताया कि बस सवार सभी लोग बिहटा विशुनपुरा के कृष्णा राइस मिल में मजदूरी का काम करते है। छठ पर सभी अपने घर बगहा जा रहे थे। बस हाजीपुर के दिघा ओवरब्रिज पर खड़े ट्रक से जा टकराई। यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि इसकी आवाज दूर तक सुनाई पड़ी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन के सहारे क्षतिग्रस्त बस को घटनास्थल से हटाया गया। पुलिस ने बस और ट्रक को जब्त कर लिया है। सभी घायलों को इलाज के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल दोनों मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। यात्रियों के मुताबिक कोच में करीब 45 लोग सवार थे। वहीं घटनास्थल पर सदर थानाध्यक्ष समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। -
नालंदा। नालंदा में बुधवार की देर शाम ट्रक की टक्कर से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मामला दीपनगर थाना क्षेत्र के कारगिल चौक के समीप का है। मृतक की पहचान थाना क्षेत्र के राणा बीघा गांव निवासी स्वर्गीय होरी महतो के (56) वर्षीय पुत्र सत्यवान प्रकाश के रूप में की गई है।
दीपनगर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार जायसवाल के अनुसार मृतक के परिजन ने बताया कि सत्यवान प्रकाश रामचन्द्र पुर स्तिथ अपनी किसान मेडिकल दुकान को बंद कर पैदल ही घर जा रहे थे। तभी दीपनगर थाना क्षेत्र के कारगिल चौक के समीप ट्रक ने उन्हें कुचल दिया और मौके से वाहन चालक गाड़ी समेत फरार हो गया। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने जख्मी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
दीपनगर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार जायसवाल ने बताया कि अज्ञात वाहन के विरुद्ध मामला दर्ज कर पुलिस कार्यवाई में जुट गई है। व्यवसाई पैदल अपने घर जा रहे थे। तभी अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। -
एत्मादपुर। उत्तर प्रदेश के आगरा में शादी में रसगुल्ला को लेकर हंगामा हो गया। विवाद में जमकर चाकूबाजी हुई। इसमें एक बाराती की मौत हो गई। जबकि 12 से ज्यादा लोग घायल हैं। घटना बुधवार रात एत्मादपुर की है। घटना के बाद बारात बिना दुल्हन वापस लौट गई। हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। तनाव को देखते हुए एत्मादपुर में फोर्स तैनात कर दी गई है।
पुलिस ने बताया कि आगरा के खंदौली के रहने वाले व्यापारी के दो बेटे की शादी एत्मादपुर में रहने वाले बेटियों के साथ तय हुई थी। दोनों की शादी बुधवार को एत्मादपुर के मैरेज हाउस विनायक भवन में होनी थी। बुधवार को तय समय पर बारात भी पहुंच गई। बताया जा रहा है कि जब बारात का नाश्ते में रसगुल्ले दिए जा रहे थे। एक बाराती ने एक से ज्यादा रसगुल्ले मांगे। इस दौरान काउंटर पर खड़े युवक ने मना कर दिया। दोनों में विवाद होने लगा। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि रसगुल्लों के लिए चाकू निकल आए। इसी चाकूबाजी में बारात में आया 20 वर्षीय युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस के मुताबिक, शादी में हुए बवाल में खंदौली के रहने वाले करीब 12 से ज्यादा लोग घायल हैं। इनका इलाज कराया जा रहा है। एहतियात के तौर पर घटनास्थल पर पुलिस फोर्स लगा दी गई। -
मंदसौर. मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में बुधवार को टिफिन बाक्स उल्टा रखकर उसमें बम-पटाखे फोड़ने पर स्टील के टुकड़े शरीर में धंसने से 19 वर्षीय एक किशोरी की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। भाऊगढ़ थाना प्रभारी अरविंद राठौर ने बताया कि यह घटना बुधवार को करजू गांव की है जब उक्त किशोरी अपने घर के बाहर पटाखे फोड़ रही थी। राठौर के अनुसार उसने सुतली बम पर उल्टा टिफिन बॉक्स रखकर उसे फोड़ दिया, जिसके बाद बॉक्स के टुकड़े होकर उसके पेट सहित शरीर में घुस गए। उन्होंने बताया कि लड़की को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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मुरादाबाद. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि 2047 में जब देश अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा तो नये मतदाता भारत के निर्माण को परिभाषित करेंगे और उसमें योगदान देंगे। सिंह ने यहां नये और युवा मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 18 से 30 साल आयुवर्ग के करीब 5.5 करोड़ महिला और पुरुष हैं जो राज्य में कुल मतदाताओं का करीब 37 प्रतिशत हैं। कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘2047 में नये मतदाता भारत को परिभाषित करेंगे और अपने युवाकाल वाले इन वर्षों में उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप शताब्दी भारत के निर्माण में योगदान का विशेष अवसर है।'' उन्होंने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के हर नुक्कड़ और कोने में ‘युवा विजय संकल्प रैली' निकालने की योजना बना रही हैं ताकि ‘डबल इंजन वाली सरकार' की विकास पहलों और उपलब्धियों के बारे में युवाओं को जागरुक किया जा सके। सिंह ने युवाओं से कहा कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सरकारी सेवाओं में 10 लाख लोगों की भर्ती के लिए ‘रोजगार मेला' शुरू किया था और कार्यक्रम में 75000 से अधिक नवनियुक्त लोगों को नियुक्ति पत्र दिये गये। मंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य मिशन मोड में पूरा किया जाएगा।
कार्मिक मंत्रालय के एक बयान के अनुसार उन्होंने युवाओं से अपील की कि स्टार्टअप और अन्य नवोन्मेषी उद्यमों के माध्यम से आजीविका के अन्य विकल्पों पर भी विचार करें क्योंकि किसी भी देश के लिए सभी अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी देना असंभव है। कृषि, निजी क्षेत्र और एमएसएमई जैसे सबसे अधिक रोजगार देने वाले क्षेत्रों पर प्रधानमंत्री के ध्यान केंद्रित करने का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को देश के उद्योगों की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षित करने का एक बड़ा अभियान चल रहा है और पूरे देश में अब तक 1.25 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। बयान के अनुसार केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ड्रोन नीति को उदार बनाने, अंतरिक्ष नीति को खोलने और मुद्रा योजना के तहत 20 लाख करोड़ रुपये के ऋण जैसी पहलों ने युवाओं के लिए नए अवसर खोले हैं। सिंह ने कहा, 2019 के चुनावों में, 13.3 करोड़ युवा वयस्कों को मतदान करने का अवसर मिला और उनमें से 7 करोड़ युवा पुरुष तथा 6.3 करोड़ युवा महिलाएं थीं तथा उनमें से 72 प्रतिशत से अधिक भारत के गांवों में रहने वाले थे। उन्होंने कहा कि यह संख्या 2024 तक 14 करोड़ को छू सकती है और यह भारत का जनसांख्यिकीय लाभ है जिसे बेकार नहीं जाने देना चाहिए। जितेंद्र सिंह ने युवाओं और प्रशासन को यह भी याद दिलाया कि भारत के निर्वाचन आयोग ने इस साल जुलाई में घोषणा की थी कि 17 वर्ष से अधिक उम्र के लोग अब मतदाता सूची में नामांकित होने के लिए अग्रिम आवेदन कर सकते हैं और आवेदन करने के लिए अठारह वर्ष की मतदान आयु तक प्रतीक्षा करने की जरूरत नहीं है। आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे तकनीक आधारित समाधान तैयार करें ताकि संबंधित युवा बाद की तीन पात्र तिथियों - 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर से भी अपने अग्रिम आवेदन दाखिल कर सकें, न कि केवल 1 जनवरी से। सिंह ने कहा कि इस कदम से 18 वर्ष के होनेवाले नए युवा मतदाताओं को उसी वर्ष मतदाता सूची में उन्हें नामांकित करने के आयोग के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा, जिसके लिए हाल ही में मतदाताओं के त्रैमासिक पंजीकरण की अनुमति देने के लिए एक संशोधन किया गया था। -
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को स्वदेशी उत्पादों और स्वावलंबन को प्रोत्साहन देने पर बल दिया और आत्मनिर्भर भारत के लिए इन्हें प्रगति के मूल मंत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि देश की समृद्धि, आर्थिक समृद्धि पर निर्भर है तथा स्वदेशी अपनाकर भारत की कला, संस्कृति और सभ्यता को जीवित रख सकते हैं। जैन संत विजय वल्लभ सुरीश्वर की 150वीं जयंती के अवसर पर वीडियो संदेश के माध्यम से मोदी ने उक्त बातें कही। इस अवसर पर उन्होंने विजय वल्लभ सुरीश्वर को समर्पित एक स्मारक डाक टिकट और सिक्के का विमोचन भी किया। संत सुरीश्वर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज दुनिया युद्ध, आतंक और हिंसा के संकट को अनुभव कर रही है। इस कुचक्र से बाहर निकलने के लिए दुनिया प्रेरणा और प्रोत्साहन की तलाश कर रही है। ऐसे में भारत की पुरातन परंपरा, भारत का दर्शन और आज के भारत का सामर्थ्य विश्व के लिए बड़ी उम्मीद बन रहा है।'' मोदी ने कहा कि संतजन, आचार्य सुरीश्वर महाराज का दिखाया रास्ता और जैन गुरुओं की सीख, इन वैश्विक संकटों का समाधान है। उन्होंने कहा, ‘‘संत सुरीश्वर ने अहिंसा, अनेकांत और अपरिग्रह को जीया और इनके प्रति जन-जन में विश्वास फैलाने का निरंतर प्रयास किया। यह आज भी हम सभी को प्रेरित करता है। शांति और सौहार्द के लिए उनका आग्रह विभाजन की विभीषिका के दौरान भी स्पष्ट रूप से दिखा। भारत विभाजन के कारण संत सुरीश्वर को चतुर्मास का व्रत भी तोड़ना पड़ा था।'' उन्होंने कहा कि संत सुरीश्वर ने अपरिग्रह का जो रास्ता बताया, आजादी के आंदोलन में महात्मा गांधी ने भी उसे अपनाया। प्रधानमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए कहा कि उनकी जयंती 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा और उनकी स्मृति में बना 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' सिर्फ एक ऊंची प्रतिमा भर नहीं हैं, बल्कि यह एक भारत, श्रेष्ठ भारत का भी सबसे बड़ा प्रतीक है। उन्होंने कहा, ‘‘सरदार साहब ने टुकड़ों में बंटे, रियासतों में बंटे, भारत को जोड़ा था। आचार्य जी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमकर भारत की एकता और अखंडता को, भारत की संस्कृति को सशक्त किया। देश की आजादी के लिए हुए जो आंदोलन हुए उस दौर में भी उन्होंने कोटि-कोटि स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर काम किया।'' संत सुरीश्वर के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अतीत में संतों ने समाज कल्याण, मानवसेवा, शिक्षा और जनचेतना की जो समृद्ध परिपाटी विकसित की है, उसका निरंतर विस्तार होता रहे, यह आज देश की ज़रूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘आज़ादी के अमृतकाल में हम विकसित भारत के निर्माण की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। इसके लिए देश ने पंच प्रणों का संकल्प लिया है। इन पंच प्रणों की सिद्धि में आप संतगणों की भूमिका बहुत ही अग्रणी है। नागरिक कर्तव्यों को कैसे हम सशक्त करें, इसके लिए संतों का मार्गदर्शन हमेशा अहम है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके साथ-साथ देश ‘‘लोकल के लिए वोकल'' हो और भारत के लोगों के परिश्रम से बने सामान को मान-सम्मान मिले, इसके लिए भी चेतना अभियान बहुत बड़ी राष्ट्रसेवा हैं।
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नयी दिल्ली. भारत अपनी क्षेत्रीय उपग्रह नेविगेशन प्रणाली ‘नाविक' का विस्तार करने की योजना बना रहा है ताकि उसका नागरिक क्षेत्र और देश की सीमाओं से दूर यात्रा करने वाले जहाजों और विमानों द्वारा उपयोग बढ़ाया जा सके। ‘नेविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलेशन' (नाविक) भारत में वास्तविक समय में स्थिति और समय से जुड़ी सेवाएं प्रदान करने के लिए सात उपग्रहों का उपयोग करता है। यह सेवा भारत में और देश की सीमाओं से 1,500 किलोमीटर तक के क्षेत्र में उपलब्ध होती है। हालांकि, कॉन्स्टेलेशन के कई उपग्रहों का सेवाकाल समाप्त हो चला है और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अब इनमें से कम से कम पांच को बेहतर एल-बैंड से बदलने की योजना बना रहा है। इससे ये लोगों को बेहतर ग्लोबल पोजिशनिंग सर्विसेज (जीपीएस) प्रदान करने में सक्षम बन जाएंगे। इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा, ‘‘हमारे पास उत्पादन में पांच और उपग्रह हैं, निष्क्रिय उपग्रहों को बदलने के लिए उन्हें समय-समय पर प्रक्षेपित किया जाना है। नये उपग्रहों में एल-1, एल-5 और एस बैंड होंगे।'' सोमनाथ ने ‘सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन' द्वारा आयोजित इंडिया स्पेस कांग्रेस से इतर कहा कि नाविक प्रणाली ‘‘पूर्ण परिचालन स्थिति'' में नहीं है क्योंकि इसके सात उपग्रहों में से कुछ विफल हो गए हैं। सोमनाथ ने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ने नाविक की पहुंच का विस्तार करने के लिए मध्यम पृथ्वी कक्षा (एमईओ) में अतिरिक्त 12 उपग्रहों प्रक्षेपित करने की अनुमति के लिए सरकार से भी संपर्क किया है। वर्तमान में नाविक द्वारा उपयोग किए जाने वाले सात उपग्रहों में से तीन भूस्थैतिक कक्षा में हैं और चार भूसमकालिक कक्षा में हैं। साथ ही, उपग्रहों का वर्तमान समूह एल-5 बैंड और एस बैंड में काम करता है, जिनका उपयोग परिवहन और विमानन क्षेत्रों के लिए किया जाता है। सोमनाथ ने कहा, ‘‘हमें नये उपग्रहों को एल-1 बैंड से लैस करना होगा, जो सार्वजनिक उपयोग के लिए एक विशिष्ट जीपीएस बैंड है। हमारे पास यह नाविक में नहीं है। यही कारण है कि यह नागरिक क्षेत्र में आसानी से प्रवेश नहीं कर पाया है।'' इसरो अध्यक्ष ने कहा कि नाविक के लिए बनाए जा रहे नये उपग्रहों में विभिन्न उपयोग, विशेष रूप से रणनीतिक क्षेत्र के लिए सिग्नल की सुरक्षा के लिए बेहतर सुविधाएं होंगी। सोमनाथ ने कहा, ‘‘वर्तमान में, सरकार द्वारा आवश्यक सभी उपग्रह इसरो द्वारा निर्मित किए जाते हैं। यदि एक सरकारी उपग्रह की आवश्यकता है, तो इसे एक निजी आपूर्तिकर्ता से निर्मित क्यों न करायें और इसे प्रक्षेपित करने के लिए इसरो लॉन्चर का उपयोग करें।'' उन्होंने कहा कि उपग्रह निर्माण क्षेत्र में उद्योग क्षमता सृजित करने की जरूरत है। सोमनाथ ने जीएसएलवी-एमके-तीन या एलवीएम3 रॉकेट के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया जिसने रविवार तड़के 36 उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षाओं में स्थापित किया था। -
अहमदाबाद |गुजरात शत प्रतिशत हर घर जल पहुंचाने वाला राज्य घोषित कर दिया गया है। राज्य के ग्रामीण इलाकों के सभी घरों में नल के जरिये स्वच्छ पेय जल पहुंचाया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य के 91 लाख 73 हजार 378 घरों में नल कनेक्शन पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शत प्रतिशत हर घर जल राज्य घोषित होने पर गुजरात की सराहना की है। प्रधानमंत्री ने गुजरात के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि राज्य के लोगों की जल शक्ति के प्रति उत्साह दर्शाती है।
एक अन्य ट्वीट में गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने गुजराती नववर्ष के अवसर पर इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि गुजरात, हरियाणा और तेलंगाना के बाद देश का तीसरा बड़ा राज्य है जिसे जल जीवन मिशन पूर्ण करने वाला राज्य घोषित किया गया है।जल जीवन मिशन के अंतर्गत न सिर्फ जल आपूर्ति ढॉंचे का निर्माण बल्कि जल आपूर्ति सेवा पर भी ध्यान केंद्रित किया जाता है। जल जीवन मिशऩ का आदर्श वाक्य है- कोई भी न छूटे। इसके अंतर्गत प्रत्येक घर में नल से जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाती है। इस योजना के अंतर्गत सरकार ने 2024 तक देश के प्रत्येक गांव में नल से पीने पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। -
नई दिल्ली, | दक्षिण-पूर्व दिल्ली के जैतपुर इलाके में बुधवार को एक इमारत के भीतर लिफ्ट गिरने से 44 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और उसका नाबालिग बेटा घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''पुलिस को घटना की जानकारी जसोला विहार में स्थित अपोलो अस्पताल से मिली थी। फोन करने वाले व्यक्ति ने उन्हें बताया कि जैतपुर एक्सटेंशन भाग-दो के समसुल रोड निवासी नवाब शाह को लिफ्ट गिरने के कारण चोट लग गई और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया ।'' पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने पाया कि लिफ्ट क्षतिग्रस्त थी और ऐसा लग रहा था कि दुर्घटना इसमें अचानक खराबी के कारण हुई। पूछताछ के दौरान पता चला कि घायल शाह के बेटे फरहान (सात) को भी मामूली चोट आई है।
पुलिस ने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के पांच घंटे के बाद शाह की मौत हो गई। वह बिल्डर का काम करता था और पिछले एक साल से जैतपुर में रह रहा था। पुलिस ने उक्त घटना के संबंध में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-287, 337 के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन बाद में, धारा 304ए को भी इसमें जोड़ा गया। - गाजियाबाद| उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में पार्किंग विवाद को लेकर दिल्ली पुलिस के एक सेवानिवृत्त सहायक दारोगा के बेटे की कथित तौर पर ईंट से ताबड़तोड़ प्रहार करके हत्या कर दी गयी। पुलिस ने इसकी जानकारी दी । पुलिस ने बताया कि जिस स्थान पर यह घटना हुई वह दिल्ली सीमा से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त सहायक उपनिरीक्षक कुंवरपाल सिंह का बेटा वरुण मंगलवार की रात टीला मोड़ थाना क्षेत्र स्थित एक ढाबे पर खाना खाने गया था और उसने अपनी कार एक अन्य कार के पास खड़ी कर दी थी, जिससे उसका दरवाजा नहीं खुल पा रहा था। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर दूसरी कार से आये लोगों का वरुण से झगड़ा हो गया, जिसने देखते ही देखते बड़ा रूप ले लिया। उन्होंने बताया कि इस दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने उसके सिर पर ईंट से ताबड़तोड़ प्रहार किये, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। अपर पुलिस अधीक्षक (द्वितीय) ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि वरुण को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सिंह ने बताया कि इस मामले में मृतक के पिता की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है । उन्होंने बताया कि पुलिस की पांच टीमें हमलावरों का पता लगाने के लिए लगाई गयी हैं । घटना के एक वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे पीड़ित स्तब्ध हालत में सड़क पर पड़ा है और हमलावर उस पर ईंट से ताबड़तोड़ प्रहार कर रहे हैं । मारे गए युवक के पिता कंवर पाल ने अपनी शिकायत में कहा कि वरुण उर्फ अरुण (35) अपनी पत्नी अंजलि को मोहन नगर बस स्टैंड पर छोड़ने गया था क्योंकि वह मंगलवार की शाम करीब 4:45 बजे भाई दूज उत्सव मनाने के लिए अपने माता-पिता के घर जा रही थी। उन्होंने बताया कि मंगलवार की रात करीब सवा नौ बजे उनके भतीजे अनिरुद्ध को उन्हीं के गांव के रहने वाले दीपक का फोन आया कि वरुण गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उनकी कार को कुछ अज्ञात लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है और उन्हें बेरहमी से पीटा है । सूचना के बाद उनका छोटा बेटा पड़ोसी के साथ होटल पहुंचा, जहां उन्होंने वरुण को खून से लथपथ पाया। उन्होंने बताया कि वे तुरंत उसे उत्तर पूर्वी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले गए जहां उपस्थित डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिता ने शिकायत में कहा कि जब हाथापाई हुई तो उनके बेटे के दो दोस्त- दीपक और संजय- उनकी कार में उनके साथ थे और उन्होंने भी उनके साथ खाना खाया था। पिता ने शिकायत में कहा कि वरुण को अस्पताल ले जाने या पुलिस को सूचना देने के बजाय दोनों वहां से भाग गए। पिता की शिकायत पर पुलिस ने दो दोस्तों और अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एएसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा।सिंह ने कहा कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली है, पुलिस की टीमें उस कार का पता लगा रही हैं, जिसमें आरोपी उसे मारकर भागे थे ।
- मथुरा (उप्र)| 5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बुधवार को गोवर्धन के तीन प्रमुख मंदिरों में पूजा-अर्चना की और करीब 22 किलोमीटर नंगे पांव गोवर्धन पहाड़ी की परिक्रमा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी । गोवर्धन कस्बे में तैनात पुलिस अधीक्षक ग्रामीण त्रिगुण बिशन ने बताया, ‘‘बड़े पैमाने पर किए गए सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के कारण अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।'' उन्होंने बताया कि मथुरा गोवर्धन मार्ग पर यातायात की भीड़ को संभालने के साथ-साथ झपटमारी, जेबकतरों और महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए दानघाटी, मुकुट मुखरबिंद और मुखरबिंद मंदिरों में सादे कपड़ों में पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया हैं । वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विदेशी भक्तों द्वारा अभिषेक समारोह (दूध, दही आदि सहित पांच सामग्रियों से देवता को स्नान) कराया गया, और दो घंटे में देवता को 56 व्यंजनो का भोग लगाया गया । मंदिर के पुजारी पवन कौशिक ने बताया कि दानघाटी मंदिर गोवर्धन में भक्तों को "सकरी प्रसादम" दिया गया।एक अन्य धार्मिक पुजारी अमित भारद्वाज ने कहा कि मथुरा, वृंदावन, गोकुल, बरसाना, नंदगांव और बलदेव के मंदिरों में भी गोवर्धन पूजा मनाई गई। भाषा सं जफर
- नयी दिल्ली| सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय ने मेटा के स्वामित्व वाली व्हॉट्सऐप से मंगलवार को मंच की सेवाओं में बाधा के कारणों को साझा करने के लिए कहा है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सोशल मीडिया मंच व्हॉट्सऐप की सेवाएं मंगलवार दोपहर करीब दो घंटे तक बाधित रहीं। सेवाओं के अचानक ठप हो जाने के कारण भारत से लेकर ब्रिटेन तक बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता लगभग दो घंटे तक एक दूसरे को कोई संदेश (टेक्स्ट) और वीडियो नहीं भेज सके। सूत्रों ने बताया कि आईटी मंत्रालय ने कंपनी से व्हॉट्सऐप के बंद होने के कारणों को साझा करने को कहा है। इस संबंध में व्हॉट्सऐप को भेजे गए ईमेल का खबर बनाये जाने तक कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया।व्हॉट्सऐप ने मंगलवार देर रात जारी बयान में कहा था, ‘‘तकनीकी खामी के कारण सेवाएं बाधित हुई हैं।''सेवाओं में बाधाओं की घटनाओं पर निगरानी रखने वाले डाउनडेटेक्टर के अनुसार, व्हॉट्सऐप कई क्षेत्रों में कई उपयोगकर्ताओं के लिए काम नहीं कर रहा था। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता समेत प्रमुख शहरों में व्हॉट्सऐप उपयोगकर्ता सेवाओं में व्यवधान से प्रभावित थे। डाउनडेटेक्टर ने बताया कि करीब 29,000 उपयोगकर्ताओं ने व्यवधान की शिकायत की है।
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देहरादून | उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों और छतों पर सोने की परतें चढायी गयी है। मंदिर समिति के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी । भैया दूज के अवसर पर गुरुवार को शीतकाल के लिए कपाट बंद होने से एक दिन पहले बुधवार की सुबह मंदिर के गर्भगृह में सोने की परतें चढाने का कार्य पूरा कर दिया गया । श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि गर्भगृह में सोने की परतें चढाने में करीब तीन दिन का समय लगा । उन्होंने बताया, ‘‘रविवार को धनतेरस के अवसर पर शुरू हुए कार्य में अलग-अलग माप की 560-565 सोने की परतों का इस्तेमाल हुआ। गर्भगृह की दीवारें, छत, छत्र, शिवलिंग की चौखट, सब कुछ स्वर्णमंडित हो गया है जिससे मंदिर और अधिक अलौकिक, भव्य एवं दिव्य लग रहा है ।' इससे पहले, केदारनाथ मंदिर में गर्भगृह की दीवारों पर चांदी परतें लगी हुई थीं । चांदी की जगह सोने की परतें लगाने का प्रस्ताव समिति को पिछले साल अगस्त में मुंबई के शिवभक्त लक्खी परिवार से मिला था । समिति ने उत्तराखंड सरकार की अनुमति लेने के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी ।
अजय ने बताया कि उसके बाद गर्भगृह का आवश्यक माप इत्यादि लेकर उसके अनुरूप दिल्ली में सोने की परतें तैयार की गयीं और उन्हें ट्रक में भरकर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच केदारनाथ के आधारशिविर गौरीकुंड तक लाया गया । उन्होंने बताया कि गौरीकुंड से 18 खच्चरों पर लाद कर इन्हें केदारनाथ पहुंचाया गया और मंदिर के गर्भगृह में लगाया गया । समिति के अध्यक्ष ने बताया कि गर्भगृह में सोने की परतें चढ़ाने के मामले में धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और पुरातत्व विशेषज्ञों की सलाह का पूरा पालन किया गया । उन्होंने बताया कि गर्भगृह में सोने की परत चढाने से पहले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और रूड़की स्थित केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) के विशेषज्ञों के दल ने परियोजना का अध्ययन किया । उन्होंने कहा कि तीन दिन तक चले कार्य के दौरान एएसआई के दो अधिकारी मौके पर लगातार मौजूद रहे । -
पालघर. महाराष्ट्र में पालघर जिले के बोईसर कस्बे के तारापुर एमआईडीसी स्थित एक रासायनिक कारखाने में बुधवार को हुए विस्फोट में तीन श्रमिकों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उक्त घटना कपड़ा उद्योग में इस्तेमाल होने वाले गामा रसायन का उत्पादन करने वाली इकाई में शाम चार बजकर 20 मिनट पर हुई। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट इतना भीषण था कि संयंत्र की छत के परखच्चे उड़ गये।
पालघर पुलिस के प्रवक्ता सचिन नवादकर ने कहा, ''रासायनिक कारखाने में रिएक्टर पोत में विस्फोट के कारण, तीन श्रमिकों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जबकि घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।'' बोईसर थाने के वरिष्ठ निरीक्षक प्रदीप कस्बे ने बताया कि विस्फोट के समय कारखाने में कुल 18 कर्मचारी काम कर रहे थे। उन्होंने कहा, ''संयंत्र गामा एसिड का निर्माण करता है जिसका उपयोग कपड़ा उद्योग में किया जाता है। जब अमोनिया के साथ सोडियम सल्फेट को मिलाने की प्रक्रिया चल रही थी, तब रिएक्टर पोत में विस्फोट हो गया।' -
आजमगढ़. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के बरदह थाना क्षेत्र में एक ट्रक और ऑटोरिक्शा की जोरदार टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) शैलेंद्र लाल के मुताबिक, आजमगढ़ के निजामाबाद थाना क्षेत्र के वनगांव के रहने वाले लोग विंध्याचल मंदिर में दर्शन कर मंगलवार रात ऑटोरिक्शा से लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि रास्ते में बरदह थाना क्षेत्र में ठेकमा बाजार के पास सामने से आ रहा एक तेज रफ्तार ट्रक उनके ऑटोरिक्शा को रौंदते हुए दीवार से जा टकराया। शैलेंद्र लाल के अनुसार, इस हादसे में ऑटोरिक्शा सवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां देर रात नेहा (17) की मौत हो गई। शैलेंद्र लाल ने बताया कि बुधवार सुबह इलाज के दौरान कार्तिक (पांच) और गामा (65) ने भी दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि हादसे में गंभीर रूप से घायल आटोरिक्शॉ चालक शिवकुमार और पूनम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शैलेंद्र लाल के मुताबिक, पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।