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- गोरखपुर । जिले के गुलरिहा थाना क्षेत्र के एक जन सेवा केंद्र के संचालक को सोमवार को पांच नकाबपोश बदमाशों ने हथियार दिखाकर दो लाख रुपये लूट लिये और फरार हो गये। पुलिस ने बताया कि घटना उस वक्त हुई जब जंगल माघी निवासी कय्यूम अली अपने कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर बैठे थे। अचानक दो बाइक पर सवार पांच नकाबपोश वहां पहुंचे और सेंटर में घुस गये। कय्यूम अली ने सोचा कि वे ग्राहक हैं लेकिन बाद में जब उन्होंने पिस्तौल निकाली तो वह डर गया और अपराधी बंदूक की जोर पर केंद्र से दो लाख रुपये लूट लिए। अली ने कहा कि विरोध करने पर बदमाशों ने उसे पीटा भी।घटना की सूचना मिलने के बाद अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर क्षेत्र अखिल कुमार अन्य अधिकारियों व पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया कि पांच बदमाशों ने सीएससी में प्रवेश किया और दो लाख रुपये लूट लिये। उन्होंने कहा कि पुलिस इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और जल्द ही बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा।
- बरेली (उत्तर प्रदेश) । बरेली के सिविल लाइन, मुख्य डाकघर के पास स्थित दुर्गा मंदिर के किशोरवय पुजारी विजेन्द्र गिरि उर्फ चेतन गिरी (15) ने फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। हालांकि एक अन्य पुजारी ने चेतन गिरी की हत्या किये जाने का आरोप लगाया है। पुजारी विजेन्द्र गिरि उर्फ चेतन गिरी करीब एक साल से दुर्गा मंदिर में रह रहे थे। सिविल लाइन स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी गब्बर गिरी ने बताया कि चेतन गिरी उनके शिष्य थे और रोज शाम को हनुमान मंदिर आते थे। वह रविवार की शाम को मंदिर आए थे जहां उनकी चेतन से काफी देर तक बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि चेतन से बातचीत के दौरान बिल्कुल ऐसा नहीं लग रहा था कि वह जरा भी दुखी है। गब्बर गिरी ने बताया कि हमेशा की तरह सुबह पांच बजे मंदिर नहीं खुला और चेतन गिरी का कहीं पता नहीं चला तो मंदिर के पास एक मिठाई की दुकान चलाने वाले युवक ने बताया कि मंदिर अंदर से बंद है और काफी आवाज देने के बाद भी चेतन गिरी बोल नहीं रहे हैं। एक युवक ने मंदिर की छत से अंदर जाकर देखा तो माता की चुनरी के सहारे घंटे से चेतन गिरी का शव लटका हुआ था। हनुमान मंदिर के पुजारी ने बताया कि रविवार दोपहर मंदिर के गेट पर कुछ शराबी खड़े होकर गालियां दे रहे थे जिसे लेकर चेतन गिरी से विवाद हुआ था। गब्बर गिरी का आरोप है कि इसी वजह से उनकी हत्या की गई है। पुलिस के अनुसार पुजारी का शव दुर्गा मंदिर में घंटा टांगने के कुंडे से लटका हुआ मिला। घटना की सूचना पाकी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पंकज पंत पुलिस बल और फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने सोमवार को बताया कि पुजारी विजेन्द्र गिरि उर्फ चेतन गिरि, निवासी फरमानी मार्केट राजीव नगर बेगमपुर थाना उत्तर-पश्चिमी (दिल्ली) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया पुजारी द्वारा चुनरी से मन्दिर के घंटे से फांसी लगाकर आत्महत्या करना प्रतीत हो रहा है, साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है।
- नयी दिल्ली। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे मंगलवार को महत्वपूर्ण पूर्वी सेना कमान के नए कमांडर के रूप में कार्यभार संभालेंगे। यह कमान सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश क्षेत्रों में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा के लिए तैनात है। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य महत्वपूर्ण नियुक्ति में, लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह अंडमान एवं निकोबार कमान के 16वें कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल पांडे अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ थे और अब उनका स्थान लेफ्टिनेंट जनरल सिंह लेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल पांडे को दिसंबर 1982 में बॉम्बे सैपर्स में कमीशन दिया गया था। अपने करियर में, उन्होंने सभी प्रकार के इलाकों में पारंपरिक और साथ ही आतंकवाद विरोधी अभियानों में कई प्रतिष्ठित कमान संभाली हैं। लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का स्थान लिया है जो सोमवार को पूर्वी सेना कमांडर के रूप में सेवानिवृत्त हुए। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह आर्म्ड कोर के अधिकारी हैं। उन्हें दिसंबर 1983 में 81 आर्मर्ड रेजीमेंट में कमीशन दिया गया था। अधिकारी ने सेना की सभी छह भौगोलिक कमानों के साथ-साथ सेना प्रशिक्षण कमान में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। उन्होंने सेना मुख्यालय में कई संवेदनशील पदों पर कार्य किया है।
- नयी दिल्ली । रेलवे ने सोमवार को कहा कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस' ट्रेनों के जरिए 7,500 टन से अधिक तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचाई गई है। ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस' ट्रेनों ने 37 दिन पहले 24 अप्रैल को महाराष्ट्र में 126 टन भार के साथ ऑक्सीजन पहुंचाने की शुरुआत की थी। रेलवे ने कहा कि इन एक्सप्रेस ट्रेनों के माध्यम से देशभर में अब तक 1,304 टैंकरों में 21,939 टन से अधिक तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचाई गई है। विभिन्न राज्यों को राहत पहुंचाने के लिए 321 ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस' जहां अपनी यात्रा पूरी कर चुकी हैं, वहीं 11 अन्य ट्रेन 46 टैंकरों में 827 टन से अधिक ऑक्सीजन लेकर रास्ते में हैं और अपने गंतव्यों की ओर जा रही हैं। रेलवे ने कहा कि हरियाणा, कर्नाटक और तमिलनाडु में दो-दो हजार टन से अधिक ऑक्सीजन पहुंचाई गई है।दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस' ट्रेनों के जरिए 7,500 टन से अधिक तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचाई गई है। इस बीच, रेलवे ने यह भी कहा कि 269 स्टेशनों पर इंटरनेट आधारित निगरानी प्रणाली स्थापित की है जिसमें 30 दिन तक फुटेज सुरक्षित रखी जा सकती है। इसने कहा कि 31 और स्टेशनों पर काम प्रगति पर है जो जल्द पूरा होगा।-
- नयी दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में मई के महीने में औसत अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस महीने में पिछले 13 वर्षों में सबसे कम है। आईएमडी ने बताया कि 2014 के बाद यह पहली बार है कि सफदरजंग वेधशाला में मानसून पूर्व अवधि में लू का चलना रिकॉर्ड नहीं किया गया। आईएमडी में क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मई में शहर में औसत अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आईएमडी के मुताबिक, शहर में 19 मई को अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से 16 डिग्री कम और मई के महीने में 1951 के बाद सबसे कम था। श्रीवास्तव ने कहा पहले तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण पारा नियंत्रण में रहा और बाद में चक्रवात ताउते की वजह से ‘रिकॉर्ड' बारिश हुई। उन्होंने बताया कि 2011 के बाद यह पहली बार है कि पालम ने मानसून पूर्व अवधि में लू का चलना रिकॉर्ड नहीं किया। मैदानी इलाकों में लू का चलना तब घोषित किया जाता है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री ज्यादा हो। आईएमडी ने बताया कि दिल्ली में इस साल मई में 144.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 13 साल में इस महीने में सबसे ज्यादा है। श्रीवास्तव ने बताया कि मई 2008 के बाद सबसे ज्यादा बारिश हुई है। उन्होंने कहा, “ अगले चार -पांच दिन बारिश होने का कोई अनुमान नहीं जताया गया है।
- नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कहा है कि सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत राष्ट्रीय अभिलेखागार भवन को नहीं गिराया जाएगा क्योंकि यह एक धरोहर इमारत है। इसके साथ ही सरकार ने पुष्टि की कि राष्ट्रीय संग्रहालय को नार्थ और साउथ ब्लॉक में स्थानांतरित किया जाएगा।आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को जोर दिया कि सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत किसी भी धरोहर इमारत को नहीं गिराया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय अभिलेखागार का मुख्य भवन बना रहेगा और इसके एनेक्सी (विस्तार भवन) को तोड़कर नया भवन बनाया जाएगा। राष्ट्रीय अभिलेखागार में रखे गए दस्तावेजों में 45 लाख फाइलें, 25 हजार दुर्लभ पांडुलिपियां, एक लाख से अधिक मानचित्र और 1.3 लाख मुगल दस्तावेज शामिल हैं।पुरी ने संवाददाताओं से कहा कि हालांकि राष्ट्रीय संग्रहालय को स्थानांतरित करने की योजना चल रही है लेकिन वास्तविक कदम में अभी देर है। अधिकारियों ने कहा कि 35 हजार वर्ग मीटर में फैले संग्रहालय को नार्थ और साउथ ब्लॉक में 1.67 लाख वर्ग मीटर में स्थानांतरित किया जाएगा। साउथ ब्लॉक में अभी प्रधानमंत्री कार्यालय, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के कार्यालय हैं, जबकि नॉर्थ ब्लॉक में गृह मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के कार्यालय हैं। दोनों ब्लॉक धरोहर इमारतें हैं और सेंट्रल विस्टा परियोजना में इन्हें संग्रहालय बनाने की योजना है।श्री पुरी ने कहा, "सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत किसी भी धरोहर इमारत को नहीं गिराया जाएगा। राष्ट्रीय अभिलेखागार एक धरोहर इमारत है और वह उसी तरह रहेगी। '' उन्होंने कहा, ''इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) को स्थानांतरित किया जाएगा क्योंकि हम एक विश्व स्तरीय केंद्र चाहते हैं और इसके लिए वर्तमान भवन में जगह नहीं है। एक नया स्थान तय किया गया है। हम एक विश्वस्तरीय केंद्र चाहते हैं, न्यूयॉर्क और सिडनी की तरह। अभी, कलाकृतियों को अस्थायी रूप से जनपथ होटल में स्थानांतरित किया जाएगा।
- नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि धूम्रपान करने वालों को गंभीर बीमारियों और कोविड-19 से मौत के 40-45 प्रतिशत अधिक खतरे का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भारत में हर वर्ष तंबाकू के इस्तेमाल के कारण 13 लाख से अधिक लोगों की मौत होती है।स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि हर्षवर्धन ने 'विश्व तंबाकू निषेध दिवस' के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह टिप्पणी की और वहां मौजूद सभी लोगों द्वारा तंबाकू से दूर रहने की शपथ ली गई। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के लगातार प्रयासों से तंबाकू के इस्तेमाल की व्यापकता 2009-10 में 34.6 प्रतिशत से घटकर 2016-17 में 28.6 प्रतिशत हो गई है। मंत्री के हवाले से एक बयान में कहा गया है, ''भारत में 13 लाख से अधिक मौतें हर साल तंबाकू के इस्तेमाल के कारण होती हैं, यानी प्रतिदिन 3,500 मौतें होती हैं, जिससे बहुत अधिक सामाजिक-आर्थिक बोझ पड़ता है। इससे होने वाली मौतों और बीमारियों के अलावा, तंबाकू देश के आर्थिक विकास को भी प्रभावित करता है।'' बयान के अनुसार उन्होंने यह भी बताया कि धूम्रपान करने वालों को गंभीर बीमारियों और कोविड-19 से होने वाली मौत के 40-50 प्रतिशत अधिक खतरे का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा, ''भारत में तंबाकू नियंत्रण कानून 'सिगरेट अधिनियम, 1975' से पहले का है, जो विज्ञापन में और कार्टन और सिगरेट पैकेज पर वैधानिक स्वास्थ्य चेतावनियों को प्रदर्शित करना अनिवार्य करता है।'' उन्होंने सभी सहयोगी संगठनों, मंत्रालय के अधिकारियों, जमीनी कार्यकर्ताओं और विशेष रूप से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को अब तक तंबाकू के उपयोग पर अंकुश लगाने में किये गये प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।
- एटा (उत्तर प्रदेश)। कासगंज जिले की अमापुर सीट से भाजपा विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह का सोमवार सुबह दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। वे 56 वर्ष के थे।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा विधायक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। खबरों के अनुसार भाजपा विधायक को अचानक दिल का दौरा पडऩे पर जिला चिकित्सालय ले जाया गया था जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एटा जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर राजेश अग्रवाल ने बताया कि सिंह को सुबह करीब सात बजे अस्पताल लाया गया था उन्होंने तथा अन्य चिकित्सकों ने जब उन्हें देखा, तब तक उनका निधन हो चुका था। कुल तीन बार विधायक रह चुके देवेंद्र प्रताप सिंह दो बार सोरों विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। बाद में इसी सीट का नाम बदलकर अमापुर कर दिया गया जिससे वह मौजूदा विधायक थे। उनके परिवार में एक बेटा और बेटी है। उनकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी है।
- जयपुर। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के अरथूना थाना क्षेत्र में रविवार रात एक महिला की उसके पति ने कथित तौर पर कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी।थानाधिकारी गजवीर सिंह ने बताया कि आरोपी श्याम लाल फरार है। उन्होंने बताया कि आरोपी श्यामलाल ने अपनी पत्नी अल्का (23) पर कुल्हाड़ी से हमला किया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दंपत्ति के एक बच्चा है। उन्होंने बताया कि हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका, मामले की जांच की जा रही है। (प्रतीकात्मक फोटो)
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-साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर हुई थी ज्योति कुमारी
दरभंगा। बिहार के दरभंगा की रहने वाली 'साइकिल गर्ल ' ज्योति कुमारी के पिता मोहन पासवान का निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक, दिल का दौरा पडऩे से उनकी मौत हुई। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान ज्योति अपने पिता को साइकिल के कैरियर पर बैठाकर हरियाणा के गुरूग्राम से 1200 किलोमीटर की दूरी तय कर बिहार के दरभंगा पहुंची थीं। अपने इस साहसिक कदम की वजह से ज्योति 'साइकिल गर्ल ' के नाम से चर्चित हुईं।ज्योति कुमारी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजा गया है।ज्योति का घर दरभंगा के सिंहवाड़ा प्रखंड के सिरहुल्ली गांव में है। यहीं उनके पिता मोहन पासवान अपने परिवार के साथ रहते थे। इसी बीच सोमवार को उनके हृदयाघात से निधन की खबर सामने आई। जिसके बाद गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। परिजनों ने उनके मौत की पुष्टि की है।ज्योति कुमार उस समय सुर्खियों में आई जब पिछले साल देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ था। उस समय काम-धंधा ठप होने की वजह से बड़ी संख्या में मजदूर दूसरे शहरों से अपने घरों को लौट रहे थे। इसमें कई प्रवासी मजदूर पैदल चलकर या साइकिल चलाकर अपने घर पहुंचे थे। इसी दौरान दरभंगा की बेटी ज्योति कुमारी अपने पिता को गुडग़ांव से साइकिल पर दरभंगा ले आई। उस समय उनके पिता की तबीयत खराब हो गई थी। जिसकी वजह से ज्योति उन्हें साइकिल से घर लाने का फैसला किया। अब उनके सिर से पिता का साया भी उठ गया है।----- - ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे में रविवार को एक व्यक्ति को अपहरणकर्ता समझकर कथित तौर पर उसे पीट-पीटकर मार डालने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक व्यक्ति को शक था कि पीडि़त उसकी नाबालिग बेटी के अपहरण का प्रयास कर रहा था। यह घटना शहर के वागले एस्टेट इलाके में शनिवार-रविवार की मध्यरात्रि में हुई।पुलिस ने बताया कि एक आरोपी को शक हुआ कि पीडि़त रामअवतार धोबी उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण करने का प्रयास कर रहा है, जिसको लेकर उसने शोर मचा दिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद कम से कम 10 लोगों ने रामअवतार को जमकर पीटा, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अतीक खान, मोहसिन शेख, अफसर वास्ता, हरीश सोलंकी और मोहम्मद अंसारी के रूप में हुई। उन्होंने बताया कि अपराध में शामिल बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। file photo
- भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक महिला ने अपने प्रेमी देवर के साथ मिलकर कथित रूप से पांच साल पहले अपने पति की हत्या कर दी और शव को अपने घर के सेप्टिक टैंक में दफन कर दिया। पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा थोटा ने बताया कि आरोपी महिला (40 साल) ने अपने कथित प्रेमी देवर की भी कथित रूप से अपने किरायेदार एवं अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ मिलकर हत्या कर दी, तब जाकर पांच साल पहले हुए एक और हत्याकांड का खुलासा हुआ।श्री थोटा ने बताया कि यह घटना शहर के कोलार थाना क्षेत्र में हुई। पुलिस की पूछताछ में महिला ने सारे मामले का खुलासा किया। जब पुलिस ने सेप्टिक टैंक की खुदाई कराई गई और लगभग चार फीट नीचे उसके पति का नर कंकाल प्राप्त हुआ। भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा थोटा ने रविवार को संवाददाताओं को बताया, ''कोलार पुलिस टीम द्वारा 24 घंटे के अंदर अंदर कत्ल की गुत्थी को सुलझाया गया और कड़ी से कड़ी जोड़ कर पांच साल पुराने कत्ल के दफन राज को उजागर किया गया।'' उन्होंने कहा कि 29 मई को सूचना मिली थी कि शहर के दामखेड़ा ए सेक्टर के पास नदी किनारे एक शव क्षत विक्षत अवस्था में पड़ा है जिसे जानवर खा रहे हैं। इस शव की पहचान दामखेड़ा ए सेक्टर के निवासी मोहन मीना (30) के रूप में की गई। थोटा ने बताया कि पोस्टमॉर्टम से मोहन की हत्या की बात सामने आयी।पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा थोटा ने बताया कि जांच में सामने आया कि मोहन मीना की उसकी भाभी आरोपी उर्मिला, उसके आरोपी नाबालिग पुत्र-पुत्री एवं उसके आरोपी किरायेदार राजेश बिसोरिया (28) ने हथौड़ी, डंडा तथा लोहे के पाइप से मार कर 28-29 मई की दरमियानी रात को हत्या कर दी। बाद में शव को दी किनारे फेंक दिया गया। थोटा ने बताया कि बाद में हत्या में प्रयुक्त हथियार एवं वाहन बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार आरोपी उर्मिला ने कथित रूप से बताया कि उसका देवर शराब के लिए उससे पैसे मांगता था और उसके बच्चों को परेशान करता था, इसलिए उसने उसे मार डाला। थोटा ने कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपी उर्मिला नेे संतोषजनक जवाब नहीं दिया और फिर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर आरोपी महिला ने बताया कि उसके देवर मोहन मीना की पत्नी 8-9 साल पहले उसे छोड़ कर मायके रहने लगी और उसी बीच उसका मोहन से अवैध संबंध हो गया था। आरोपी उर्मिला के अनुसार इस बात की जानकारी उसके पति रंजीत को हो गयी थी, जिस कारण उसका पति से झगड़ा होता था और वह उसे बच्चों के सामने बेइज्जत करता था। थोटा ने बताया कि आरोपी महिला के अनुसार वह मोहन के साथ पति-पत्नी जैसे रहना चाहती थी। इसलिए उसने और मोहन ने रंजीत को रास्ते से हटाने की योजना बनाई । फिर आरोपी उर्मिला ने अपने प्रेमी देवर मोहन के साथ मिलकर लगभग पांच वर्ष पहले अपने 10 वर्षीय बालक एवं 11 वर्षीय बालिका के सामने पति रंजीत की गला दबाकर एवं सिर पर हथौड़ी से मार कर हत्या कर दी एवं शव को सेप्टिक टैंक के गड्ढे में गाड़ दिया और दोनों बच्चों को धमकी दी कि यदि इस घटना के संबंध में किसी को बताया तो दोनों बच्चों को भी जान से मार देंगे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि बाद में आरोपी उर्मिला के द्वारा बताये गये स्थान पर खुदाई कराई गई तो लगभग चार फीट नीचे एक नर कंकाल प्राप्त हुआ जिससे आरोपी के अपराध स्वीकार की पुष्टि हुई । श्री थोटा ने बताया कि इस संबंध में भादंवि की धारा 302, 201 एवं 34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
- भोपाल। मध्यप्रदेश में कोविड-19 महासंकट में अनाथ हुए बच्चों के लिए राज्य सरकार ने रविवार को 'मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना' शुरू की और इसके तहत 130 परिवारों के 173 बच्चों के खातों में प्रति बच्चा प्रतिमाह 5,000 रूपये के मान से सिंगल क्लिक से रविवार को राशि अंतरित की गई।उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के कारण जिन बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है उन्हें तत्काल सहायता उपलब्ध कराने और उनके गरिमापूर्ण जीवन निर्वाह के लिए यह योजना आरंभ की गई है। 21 मई 2021 से आरंभ इस योजना में बच्चों को 5,000 रूपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता, नि:शुल्क राशन और बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। कोविड-19 से मृत्यु का अभिप्राय ऐसी किसी भी मृत्यु से है, जो एक मार्च 2021 से 30 जून 2021 तक की अवधि में हुई हो।'' चौहान ने कहा कि इन बच्चों की नि:शुल्क पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी, यदि बच्चा नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं में निजी स्कूल में पढ़ता है तो साल में एक मुश्त 10,000 रूपये की सहायता दी जायेगी। उनके अनुसार शासकीय अनुदान प्राप्त कॉलेज में पढऩे वाले बच्चों की व्यवस्था भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ''जो बच्चे जेईई मेन्स परीक्षा या इसी प्रकार की अन्य परीक्षा के द्वारा निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाते हैं, उन्हें 1.50 लाख रूपये तक का शुल्क शासन द्वारा प्रदान किया जायेगा। नीट परीक्षा से प्रवेश पर शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों का पूरा शुल्क राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा। कामन लॉ एडमीशन टेस्ट के द्वारा या राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में या दिल्ली विश्वविद्यालय में 12वीं कक्षा के बाद होने वाले एडमीशन में कॉलेजों का समस्त शुल्क राज्य सरकार देगी। पढ़ाई के लिए लेपटॉप या टेबलेट की आवश्यकता होगी तो उसकी व्यवस्था भी की जाएगी।''
- नोएडा (उप्र)। फेस-2 थानाक्षेत्र में स्थित एक सोसाइटी में रेव पार्टी कर रहे एक विदेशी मॉडल और 15 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनमें 12 लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम तथा तीन लोगों के खिलाफ आबकारी, एनडीपीएस एवं पासपोर्ट संबंधित अनियमितता की धारा के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।अपर पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) अंकुर अग्रवाल ने बताया कि 29 मई की देर रात को पुलिस को सूचना मिली कि सेक्टर 93 स्थित एटीएस सोसाइटी में कुछ लोग तेज म्यूजिक बजाकर पार्टी कर रहे हैं और उसमें नशीली वस्तुओं का भी प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस ने वहां पर छापा मारा। अपर उपायुक्त ने बताया कि पुलिस ने मौके से सभी आरोपियों जिसमें मकान मालिक एमबी मालिक, यूक्रेन की रहने वाली विदेशी मॉडल एलेक्स, रंजीत, कुणाल अहूजा, तुषार चावला, पंकज अरोड़ा, वनीत सिंह, विनीत गुप्ता, कपिल कुमार, आकाश, शनि कात्याल, कनिका महाजन, दीपिका गोयल, मुस्कान राठी, रिवीलिन कौर शामिल हैं, को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि 12 आरोपियों को पुलिस ने लॉकडाउन एवं महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने सहित विभिन्न धाराओं में तथा तीन लोगों को पुलिस ने अवैध शराब , गाजा, आपत्तिजनक वस्तु रखने, पासपोर्ट अधिनियम का उल्लंघन करने की धारा में गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को मौके से भारी मात्रा में शराब, गांजा, हुक्का व कई आपत्तिजनक वस्तुएं प्राप्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग अवैध रूप से यहां पर रेव पार्टी कर रहे थे। अपर उपायुक्त ने बताया कि यह पार्टी आरोपी एमबी मलिक, उसकी पत्नी तथा विदेशी मॉडल एलेक्स ने आयोजित किया था। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की पूछताछ कर रही है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि देश में कोविड-19 टीकाकरण के लिए जून के महीने में करीब 12 करोड़ खुराक उपलब्ध होंगी। इससे पहले मई के महीने में टीके की 7.94 करोड़ खुराक उपलब्ध थीं।मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा कि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीके की खुराकों का आवंटन वहां होने वाली खपत, उसकी जनसंख्या और टीके की बर्बादी के आधार पर किया जाता है। वक्तव्य के मुताबिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस बात की स्पष्ट तौर पर जानकारी दे दी गयी है कि जून 2021 में उन्हें टीके की कितनी खुराकों की आपूर्ति की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, " भारत सरकार की ओर से जून के महीने में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मचारियों के अलावा 45 अथवा उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए टीके की 6.09 करोड़ खुराक निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।" इसके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के अलावा निजी अस्पतालों द्वारा सीधी खरीद के लिए टीके की 5,86,10,000 खुराक उपलब्ध होंगी, अर्थात जून 2021 में राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीके की करीब 12 करोड़ (11,95,70,000) खुराक उपलब्ध होंगी। मंत्रालय ने कहा कि टीके के आवंटन का कार्यक्रम राज्यों के साथ तय समय पर साझा किया जाएगा।मंत्रालय ने कहा कि राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़े संबंधित अधिकारियों को टीके की आवंटित खुराकों का सही तरीके से उपयोग सुनिश्चित करने और टीके की बर्बादी को कम करने का निर्देश दें। मंत्रालय ने कहा कि टीके की खुराकों के आवंटन के बारे में राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को पहले जानकारी इसलिए दी जा रही है ताकि वे टीके की आपूर्ति और प्रबंधन को लेकर बेहतर योजना बना सकें। मंत्रालय के मुताबिक मई में केन्द्र की ओर से राज्यों को टीके की 4,03,49,830 खुराक उपलब्ध कराई गयीं। इसके अतिरिक्त राज्यों और निजी अस्पतालों द्वारा सीधी खरीद के लिए टीके की 3,90,55,370 खुराक उपलब्ध थीं। इस प्रकार मई में राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लिए कुल मिलाकर टीके की 7,94,05,200 खुराक उपलब्ध थीं।
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने रविवार को तीन लाख करोड़ रुपये की आपातकालीन ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) का दायरा बढ़ाने की घोषणा की। इसके तहत अस्पतालों को अब ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने को लेकर रियायती दर पर कर्ज मिलेगा। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा योजना की वैधता तीन महीने बढ़ाकर 30 सितंबर या तीन लाख करोड़ रुपये का गारंटीशुदा कर्ज जारी होने तक कर दी गयी है। योजना के तहत कर्ज वितरण की अवधि बढ़ाकर 31 दिसंबर की गयी है।इसमें कहा गया है, ‘‘कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार के समक्ष उत्पन्न बाधाओं को देखते हुए सरकार ने आपातकालीन ऋण सुविधा गारंटी योजना के दायरे को और बढ़ा दिया है।'' बयान के अनुसार ईसीएलजीएस 4.0 के तहत, अस्पतालों, नर्सिंग होम, क्लीनिक, मेडिकल कॉलेजों को परिसर में (ऑन साइट) ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए 2 करोड़ रुपये तक के ऋण के लिए 100 प्रतिशत गारंटी दी जाएगी। इन ऋणों के लिये ब्याज दर की सीमा 7.5 प्रतिशत तय की गयी है। यानी बैंक इस सीमा से कम दर पर कर्ज दे सकते हैं। मंत्रालय के अनुसार, ‘‘पांच मई, 2021 के आरबीआई दिशानिर्देशों के अनुसार जो ऋण लेने वाले पुनर्गठन के लिए पात्र हैं और जिन्होंने चार साल के समग्र कार्यकाल के ईसीएलजीएस 1.0 के तहत ऋण लिया था (जिसमें पहले 12 महीनों के दौरान केवल ब्याज चुकाने के साथ बाद के 36 महीनों में मूलधन और ब्याज चुकाने का प्रावधान शामिल था) वे अब अपने ईसीएलजीएस ऋण के लिए पांच वर्ष की अवधि का लाभ उठाने में सक्षम होंगे। अर्थात पहले 24 महीनों के लिए केवल ब्याज चुकाने के साथ बाद के 36 महीनों में मूलधन और ब्याज की अदायगी करने की जरूरत होगी।'' बयान में कहा गया है कि नई योजना के तहत पांच मई, 2021 के आरबीआई दिशानिर्देशों के अनुसार पुनर्गठन के साथ, ईसीएलजीएस 1.0 के अंतर्गत कवर किए गए ऋण लेने वालों को 29 फरवरी, 2020 तक के बकाये के 10 प्रतिशत तक की राशि के बराबर की अतिरिक्त ईसीएलजीएस सहायता उपलब्ध होगी। इसमें कहा गया है, ‘‘सरकार ने ईसीएलजीएस 3.0 के तहत पात्रता के लिए 500 करोड़ रुपये के ऋण बकाये की वर्तमान सीमा को हटा दिया है। लेकिन यह इस शर्त पर है कि प्रत्येक उधार लेने वाले को अधिकतम अतिरिक्त ईसीएलजीएस सहायता 40 प्रतिशत या 200 करोड़ रुपये, इनमें से जो भी कम हो, तक सीमित हो; इसके अलावा, ईसीएलजीएस 3.0 के तहत कर्ज के लिये नागरिक उड्डयन क्षेत्र भी अब पात्र होंगे।मंत्रालय ने कहा, ‘‘ईसीएलजीएस में किए गए ये संशोधन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को अतिरिक्त सहायता प्रदान करने, आजीविका को सुरक्षित करने और व्यवसायिक गतिविधियों को निर्बाध रूप से दोबारा शुरू करते हुए ईसीएलजीएस की उपयोगिता और प्रभाव को मजबूत करेंगे। इन बदलावों से उचित शर्तों पर संस्थागत ऋण की सुविधा सुनिश्चित होगी।'' ईसीएलजीएस 3.0 के तहत होटल, यात्रा और पर्यटन, मनोरंजन और खेल-कूद (स्पोर्टिंग) से जुड़े क्षेत्रों को शामिल किया गया। इसमें वे इकाइयां हैं जिन पर 29 फरवरी, 2020 की स्थिति के अनुसार कुल कर्ज बकाया 500 करोड़ रुपये से अधिक नहीं है। साथ ही अगर कोई पिछला बकाया है तो वह 60 दिन या उससे कम हो। ईसीएलजीएस-3 के तहत कर्ज की मियाद 6 साल होगी। इसमें दो साल की मोहलत अवधि शामिल हैं। योजना के तहत वाणिज्यिक बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां फरवरी अंत तक 3 लाख करोड़ रुपये में से 2.46 लाख करोड़ रुपये मंजूर कर चुकी थी।
- बाराबंकी (उप्र) । उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले में शनिवार की रात बेकाबू ट्रक की टक्कर से दो सगे भाइयों सहित तीन की मौत हो गई। तीनों वैवाहिक समारोह से एक ही मोटरसाइकिल से लौट रहे थे। पुलिस ने बताया कि दुंदीपुर गांव का रहने वाला शिवांश उर्फ गोलू (18) अपने छोटे भाई सचिन (17) तथा गांव के ही सोनू (16) के साथ मोटरसाइकिल से लखनऊ के नगराम बहरौली में एक वैवाहिक समारोह में शामिल होकर देर रात वापस लौट रहा था। लखनऊ-सुल्तानपुर राजमार्ग पर स्थित थाना लोनीकटरा क्षेत्र में मोधू का पुरवा गांव के पास बेकाबू ट्रक ने इनकी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। पुलिस के मुताबिक, मोटरसाइकिल पर सवार तीनों युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी दुर्गा प्रसाद शुक्ला ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर ट्रक तथा उसके चालक की छानबीन शुरू कर दी है। .
- भुवनेश्वर। ओडिशा के जल संसाधन(डब्ल्यूआर) विभाग ने 380 किलोमीटर लंबा नदी तटबंध बनाने की योजना तैयार की है जिसमें 1,944 करोड़ का निवेश आने का अनुमान है। ज्वार भाटा के प्रति संवेदनशील ओडिशा के तटों को बचाने के लिए यह तटबंध बनाया जाएगा। जल संसाधन विभाग के प्रधान अभियंता ज्योतिर्मय रथ ने विभाग के सचिव अनु गर्ग की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद यह जानकारी दी। रथ ने कहा, ‘‘ 1,944 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 380 किलोमीटर लंबे तटबंध के पहले चरण के निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग के पर्यवेक्षण में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई है।” उन्होंने बताया कि तटबंध का निर्माण तट के साथ-साथ पत्थर बांध कर किया जाएगा। इन पत्थरों को ज्वार भाटा के दौरान अलग-अलग होने से बचाने के लिए उनको लोहे के जालों से ढका जाएगा। तट पर चलने वाली तेज हवाओं को रोकने के लिए तटबंध के आस-पास बड़ी मात्रा में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। रथ ने बताया कि केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी और गंजम जिलों में 52 किलोमीटर लंबे तटबंध जिसका निर्माण 2013 और 2016 में 135 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था और यह अब भी बरकरार है और तट की रक्षा कर रहा है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक के दौरान ने कहा कि राज्य की तटरेखा 480 किलोमीटर लंबी है जिसका ज्यादातर हिस्सा तेज ज्वार-भाटा के प्रति संवेदनशील है।-File photo
- नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दावा किया कि कोविड-19 के खिलाफ भारत पूरी ताकत के साथ जंग लड़ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर का सामना करने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले कुछ कोरोना योद्धाओं से संवाद करने के बाद उन्होंने कहा कि चुनौती कितनी ही बड़ी हो, भारत का विजय का संकल्प भी हमेशा उससे बड़ा रहा है। आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात'' की 77वीं कड़ी में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जहां कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है वहीं हाल के दिनों में उसे विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना करना पड़ा है और उसने सामूहिक शक्ति से उसका भी डटकर मुकाबला किया। कोविड-19 की दूसरी लहर में संक्रमण के तेजी से बढ़े मामलों के बाद देश के कई राज्यों और अस्पतालों में तेज हुई ऑक्सीजन की मांग का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि अचानक से कई गुना मांग बढ़ जाने की वजह से देश के दूर-सुदूर हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाना अपने आप में बड़ी चुनौती थी। उन्होंने कहा, ‘‘आप अंदाज़ा लगा सकते हैं, सामान्य दिनों में हमारे यहां एक दिन में 900 मीट्रिक टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन का उत्पादन होता था लेकिन अब यह 10 गुना से भी ज्यादा बढ़कर, करीब-करीब 9500 मीट्रिक टन प्रतिदिन उत्पादित किया जा रहा है।'' उन्होंने कहा कि कोविड-19 की शुरुआत में देश में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिये केवल एक ही प्रयोगशाला थी जो आज बढ़कर 2500 से ज्यादा हो गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शुरू में कुछ सौ जांच एक दिन में हो पाती थीं, अब 20 लाख से ज्यादा जांच एक दिन में होने लगी हैं। अब तक देश में 33 करोड़ से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है।'' प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के साथ ही आपदा की विभिन्न घटनाओं में जान गंवाने वालों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार उन लोगों के साथ मज़बूती से खड़ी है जिन्होंने नुक़सान झेला है। उन्होंने कहा, ‘‘चुनौती कितनी ही बड़ी हो, भारत का विजय का संकल्प भी हमेशा उतना ही बड़ा रहा है। देश की सामूहिक शक्ति और हमारे सेवा-भाव ने, देश को हर तूफ़ान से बाहर निकाला है।'' प्रधानमंत्री ने इस दौरान ऑक्सीजन टैंकर के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले दिनेश बाबूलाल उपाध्याय, ऑक्सीजन एक्सप्रेस लोको पायलट शिरिषा गजनी, दिल्ली के लैब तकनीशियन प्रकाश कांडपाल और हवाई मार्ग से विदेशों से भारत में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने में योगदान देने वाले वायु सेना के ग्रुप कैप्टन ए के पटनायक से संवाद किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कोरोना के साथ ही चक्रवातीय तूफानों से हुए नकसान का भी उल्लेख किया और कहा, ‘‘अभी-अभी पिछले 10 दिनों में ही देश ने, फिर दो बड़े चक्रवातों का सामना किया। पश्चिमी तट पर चक्रवात ‘ताउते' और पूर्वी तट पर चक्रवात ‘यास' आया। इन दोनों चक्रवातों ने कई राज्यों को प्रभावित किया। देश और देश की जनता इनसे पूरी ताक़त से लड़ी और कम से कम जनहानि सुनिश्चित की।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम अब ये अनुभव करते हैं कि पहले के वर्षों की तुलना में, ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की जान बचा पा रहे हैं।'' विपदा की इस कठिन और असाधारण परिस्थिति का साहस, धैर्य और अनुशासन के साथ मुकाबला करने के लिए उन्होंने चक्रवात से प्रभावित हुए सभी राज्यों के लोगों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र, राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन सभी, एक साथ मिलकर इस आपदा का सामना करने में जुटे हुए हैं।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के रूप में देश पर इतना बड़ा संकट आया और इसका असर देश की हर एक व्यवस्था पर पड़ा लेकिन कृषि क्षेत्र ने ख़ुद को इस हमले से काफी हद तक सुरक्षित रखा। उन्होंने कहा, ‘‘इस महामारी में भी किसानों ने रिकार्ड उत्पादन किया तो सरकार ने रिकार्ड फसल खरीदी भी की है। इस बार कई जगहों पर तो सरसों के लिए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी ज्यादा भाव मिला है।'' उन्होंने कहा कि रिकार्ड खाद्यान्न-उत्पादन की वजह से ही आज इस संकट काल में 80 करोड़ गरीबों को मुफ़्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि ग़रीब के घर में भी कभी ऐसा दिन न आए जब चूल्हा न जले। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि देश के किसान कई क्षेत्रों में नई व्यवस्थाओं का लाभ उठाकर कमाल कर रहे हैं। उन्होंने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के किसानों द्वारा कटहल की पैदावार का जिक्र किया और कहा कि इस बार यहां के कटहल लंदन भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे ही बिहार की ‘शाही लीची' भी हवाई-मार्ग से लंदन भेजी गई है। पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण हमारा देश ऐसे ही अनूठे स्वाद और उत्पादों से भरा पड़ा है। किसान-रेल अब तक करीब दो लाख टन उपज का परिवहन कर चुकी है। अब किसान बहुत कम लागत पर फल, सब्जियां, अनाज, देश के दूसरे सुदूर हिस्सों में भेज पा रहा है।
- पणजी । भारतीय नौसेना ने गोवा के वायु स्टेशन आईएनएस हंस पर एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) में मेडिकल आईसीयू बनाकर प्रतिकूल मौसम के बावजूद गंभीर रोगियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने की अपनी क्षमता को बढ़ाया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। नौसेना के एक प्रवक्ता ने यहां जारी बयान में कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एएचएल) ने आईएनएएस 323 के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर एमके-3 में मेडिकल आईसीयू स्थापित किया है। उन्होंने कहा, ''भारतीय नौसेना एमआईसीयू की सुविधा वाले एएलएच एमके-3 के जरिये प्रतिकूल मौसम के बावजूद गंभीर रोगियों को इलाज के लिये वायुमार्ग से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा सकती है।-file photo
- नयी दिल्ली। केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तन में राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के इस्पात संयंत्र में स्थापित किया गया 300 बिस्तरों वाला एक कोविड केंद्र देश को समर्पित किया। इस्पात मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दूसरे चरण में इस केंद्र की क्षमता बढ़ाकर 1,000 बिस्तर कर दी जाएगी। बयान में कहा गया, "पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज आरआईएनएल इस्पात संयंत्र नगरी में जंबो कोविड केयर प्रतिष्ठान का पहला चरण देश की सेवा में समर्पित किया।" प्रधान ने कहा, "हम कोविड की दूसरी लहर के बीच है। हमने काफी हद तक ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और दूसरी दवाओं की उपलब्धता की चुनौती से पार पा लिया है। हमारे लिए अगली चुनौती अपनी इतनी बड़ी आबादी का टीकाकरण करना है।" उन्होंने कहा कि आरआईएनएल ने देश के विभिन्न हिस्सों में तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपने कर्तव्य से भी आगे बढ़कर काम किया है। .
- होशियारपुर (पंजाब)। पंजाब कांग्रेस की वयोवृद्ध नेता और होशियारपुर के टांडा से दो बार विधायक रहीं सुरजीत कौर कालकट का लंबी बीमारी के बाद मोहाली में निधन हो गया। वह 91 साल की थीं। कालकट ने टांडा विधानसभा सीट से 1980 और 1992 में चुनाव जीता था।वह हरचरण सिंह बराड़ नीत पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं।उनके पति डॉ.अमीर सिंह कालकट भी टांडा सीट से ही वर्ष 1969 और 1972 में विधायक चुने गए थे। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सुरजीत कौर कालकट के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘ होशियारपुर की वयोवृद्ध कांग्रेस नेता सुरजीत कौर कालकट के निधन की खबर से दुखी हूं। कल उनकी प्राकृतिक मौत हुई। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
- बलिया। बलिया शहर के कोतवाली क्षेत्र में रविवार को दो युवकों की गंगा नदी में नहाते वक्त डूब जाने से मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के मुहम्मदपुर दियरा के रितेश यादव (25) और नारायण यादव (18) श्री रामपुर घाट के समीप स्नान करते हुए गंगा नदी में डूब गए। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची तथा पुलिस ने गोताखोरों के जरिये नदी में युवकों की तलाश कराई। काफी प्रयास के बाद दोनों युवकों के शव गंगा नदी से बरामद किये गये।
- हजारीबाग । झारखंड के हजारीबाग में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान ने अस्पताल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने रविवार को इस बात की जानकारी दी।पुलिस ने बताया कि मृतक जवान की पहचान 24 वर्षीय मृणाल काकोती के रूप में की गयी है। मृणाल एक मई को यहां बीएसएफ के प्रशिक्षण केंद्र और स्कूल में नियुक्त हुए थे। मृणाल को शनिवार रात को बीएसएफ अस्पताल में मृत पाया गया।हजारीबाग मुफ्फसिल पुलिस स्टेशन के प्रभारी बाजरन महतो ने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले बीमार पड़ने के बाद मृणाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृणाल को उनके बिस्तर के पास लटका हुआ पाया गया। घटनास्थल से किसी प्रकार का कोई पत्र बरामद नहीं हुआ है। शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद मृतक जवान के पैतृक निवास पहुंचाया जाएगा।
- नयी दिल्ली। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने मौसम परिस्थितियों, भूस्खलन, ग्लेशियर के टूटने जैसी स्थितियों के पूर्वानुमान के अलावा ऊर्जा उत्पादन, परिवहन बाधा, कृषि प्रभावोत्पादकता, आपूर्ति श्रृंखला प्रभाव आदि के आकलन के लिये ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग' के उपयोग की योजना बनाई है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, की ‘‘ विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) ने इस उद्देश्य के लिये कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग का उपयोग करते हुए देश में तीन बहुविषयक एवं बहु संस्थागत उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करने का प्रस्ताव किया है।'' उन्होंने बताया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग का उपयोग करते हुए इन तीन उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना करने का मकसद बेहतर मौसम, जलवायु एवं भू जोखिम स्थितियों का पूर्वानुमान व्यक्त करना है । योजना के प्रस्ताव प्रपत्र में कहा गया है कि पिछले छह दशकों में वायुमंडल में काफी बदलाव आया है । उच्च क्षमता वाली कम्प्यूटर आधारित गणना ने वैज्ञानिकों की वास्तविक पृथ्वी विज्ञान प्रणाली आधारित मॉडल सृजित करने में और अधिक मदद की । इसमें कहा गया है कि अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग पद्धति के माध्यम से न केवल मौसम परिस्थितियों, भूस्खलन, ग्लेशियर के टूटने जैसी स्थितियों का बेहतर पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा बल्कि ऊर्जा उत्पादन, परिवहन बाधा, कृषि प्रभावोत्पादकता, आपूर्ति श्रृंखला प्रभाव आदि के बारे में सटीक आकलन करने में मदद मिलेगी । इससे आंधी, तूफान, बिजली कड़कने, धूल भरी आंधी, चक्रवात का बेहतर आकलन करके कम समय में जानकारी मुहैया करायी जा सकेगी, जिससे जानमाल के नुकसान को कम किया जा सकेगा । प्रस्ताव प्रपत्र में कहा गया है कि वैश्विक मौसम पूर्वानुमान में अभी उपग्रह के जरिये उपलब्ध आंकड़ों का महज 5 प्रतिशत का उपयोग किया जा रहा है। वहीं, पारंपरिक माध्यम से पूर्वानुमान की पद्धति पर पहले से अधिक दबाव है । ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग के जरिये वास्तविक मौसम की सटीक भविष्यवाणी बेहतर तरीके से की जा सकेगी।