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- जगरेब। पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने नीदरलैंड के ग्रैंडमास्टर जोर्डन वान फोरीस्ट पर जीत के साथ क्रोएशिया ग्रैंड शतरंज टूर टूर्नामेंट के रैपिड वर्ग की शुरुआत की लेकिन दूसरे दौर में उन्हें मैक्सिम वाचियर लाग्रेव से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि उन्होंने रूस के इयान नेपोमनियाचची के खिलाफ तीसरे दौर में बाजी ड्रा करायी।पिछले एक साल में पहली बार बोर्ड पर खेल रहे आनंद ने फोरीस्ट को सिसिलियन डिफेंस वाली बाजी में 54 चाल में हराया। लेकिन वह दूसरे दौर में फ्रांसीसी खिलाड़ी के खिलाफ अपना जादुई प्रदर्शन जारी नहीं रख पाये और कार्लो कान डिफेंस के मुकाबले में 48 चाल में हार गये। ग्रैंडमास्टर नेपोमनियाचची के खिलाफ मुकाबले में आनंद ने 27 चाल में बाजी ड्रा करायी।नेपोमनियाचची ने अपनी दोनों बाजियां जीती और तीसरी बाजी में ड्रा से वह पांच अंक लेकर शीर्ष पर चल रहे हैं।
- लंदन। पूर्व चैंपियन एंजिलक कर्बर ने सीधे सेटों में जीत दर्ज करके मंगलवार को यहां चौथी बार विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जबकि ऐश बार्टी, आर्यना सबालेंका और कारोलिना पिलिसकोवा पहली बार इस ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने में सफल रही। जर्मनी की 25वीं वरीयता प्राप्त कर्बर ने 19वीं वरीय कारोलिना मुचोवा की गलतियों का फायदा उठाकर 6-2, 6-3 से जीत दर्ज की। कर्बर ने यहां 2018 में खिताब जीता था। उन्होंने फ्रेंच ओपन के पहले दौर में बाहर हो जाने के बाद विंबलडन में शानदार वापसी की। उनका सामना अब शीर्ष वरीयता प्राप्त आस्ट्रेलियाई बार्टी से होगा जिन्होंने हमवतन अलिजा टोमलानोविच को आसानी से 6-1, 6-3 से हराया। किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता में अपना पहला क्वार्टर फाइनल खेल रही सबालेंका ने आक्रामक रवैया अपनाया और ट्यूनीशिया की 21वीं वरीय ओंस जाबेर को 6-4, 6-3 से पराजित किया। सेमीफाइनल में उनका सामना आठवीं वरीयता प्राप्त कारोलिना पिलिसकोवा से होगा जिन्होंने गैरवरीयता प्राप्त स्विस खिलाड़ी विकटोरिया गोलुबिच को 6-2, 6-2 से शिकस्त दी। यह तीसरा अवसर है जबकि चेक गणराज्य की पिलिसकोवा ने किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के अंतिम चार में प्रवेश किया। इससे पहले वह 2017 में फ्रेंच ओपन और 2019 में आस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थी। इस बीच पुरुष वर्ग में पोलैंड के 14वीं वरीयता प्राप्त हुबर्ट हरकाज ने दूसरी वरीयता प्राप्त दानिल मेदवेदेव को पांच सेट तक चले मुकाबले में पराजित करके पहली बार विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। यह मैच सोमवार को बारिश के कारण चौथे सेट में रोकना पड़ा था। हरकाज ने हालांकि चौथा और पांचवां सेट अपने नाम करके इस मैच में 2-6, 7-6 (2), 3-6, 6-3, 6-3 से जीत दर्ज की। हरकाज ने पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के अंतिम आठ में जगह बनायी। वह इस साल पहली बार विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करने वाले पांचवें पुरुष खिलाड़ी हैं। हरकाज का अगला मुकाबला बुधवार को अपने आदर्श रोजर फेडरर से होगा। पुरुष वर्ग में हरकाज के अलावा जिन खिलाड़ियों ने पहली बार विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया उनमें कनाडा के डेनिस शापोवालोव, इटली के मैटियो बेरेटिनी, हंगरी के मार्टन फुकसोविच और रूस के कारेन खाचनोव शामिल हैं।
- नयी दिल्ली। उदयन माने ने मंगलवार को अपने पहले ओलंपिक खेलों में आधिकारिक तौर पर जगह बनायी। वह अनिर्बान लाहिड़ी के बाद 23 जुलाई से होने वाले खेलों में भाग लेने वाले दूसरे भारतीय गोल्फर होंगे। तीस वर्षीय माने अभी विश्व रैंकिंग में 356वें लेकिन भारतीय गोल्फरों में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने अर्जेंटीना के एमिलियानो ग्रिलो के 24 जून को खेलों से हट जाने के बाद ओलंपिक खेलों का टिकट हासिल किया था। इसकी आधिकारिक घोषणा मंगलवार को की गयी। अंतरराष्ट्रीय गोल्फ महासंघ (आईजीएफ) वेबसाइट पर जारी की गयी ओलंपिक गोल्फ रैंकिंग में माने को 60वां स्थान मिला है। माने ने कहा, मैं बहुत खुश हूं। पीजीटीआई में 2020-21 के शानदार सत्र के बाद मुझे लगा था कि मैंने ओलंपिक में अपनी जगह लगभग सुरक्षित कर दी है लेकिन इस साल भारत में लॉकडाउन के कारण मेरे दिमाग में संदेह पैदा हो गया कि क्या मैं ओलंपिक टिकट हासिल कर पाऊंगा। '' उन्होंने कहा, ‘‘हाल में केवल पीजीए टूर और यूरोपीय टूर की प्रतियोगिताएं हुई और मुझे लगा कि इन टूर में खेलने वाले खिलाड़ियों के पास ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का वास्तविक मौका होगा। '' माने ने लॉकडाउन से पहले के अपने आखिरी टूर्नामेंट को याद करते हुए कहा कि उसमें जीत उनके लिये बेहद महत्वपूर्ण साबित हुई। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अब भी मार्च में दिल्ली-एनसीआर ओपन के अंतिम होल की याद है। मैंने आखिरी होल में बर्डी बनायी और जीत दर्ज करने में सफल रहा तथा उन अंकों से मुझे ओलंपिक टीम में जगह बनाने में मदद मिली।
- - जेएसपीएल फाउंडेशन के प्रोत्साहन से किक बॉक्सिंग में रायगढ़ के अनेक खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्तर पर किया है नाम रोशन- 2024 के तोक्यो ओलंपिक में ट्रायल के लिए हो सकता है चयन, 2028 में किक बॉक्सिंग ओलंपिक नियमित खेल बन जाएगा- किक बॉक्सिंग के खिलाडिय़ों को भी अन्य मान्यता प्राप्त खेलों की तरह मिलेगा प्रोत्साहन, नौकरियों में भी मिलेगी प्राथमिकतारायपुर। केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्रालय ने वल्र्ड एसोसिएशन ऑफ किकबॉक्सिंग ऑर्गेनाइजेशन (वाको) की भारतीय शाखा को "किकबॉक्सिंग खेल" की अधिकृत राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता दे दी है। इसके साथ ही किकबॉक्सिंग को अन्य मान्यता प्राप्त खेलों की तरह ही सरकार की ओर से सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी और खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलने लगेगी।जाने-माने उद्योगपति नवीन जिन्दल के नेतृत्व में जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) की सेवा शाखा शालू जिन्दल के नेतृत्व वाले जेएसपीएल फाउंडेशन ने इस खेल को प्रोत्साहित किया है और जिसके परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ के अनेक खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं।वाको इंडिया- छत्तीसगढ़ के सचिव तारकेश मिश्रा और संयुक्त सचिव अमरदीप सिंह ने बताया कि इसी साल 10 जून अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक महासंघ ने वाको को किकबॉक्सिंग प्रोत्साहित करने वाली अंतरराष्ट्रीय खेल खेल संस्था के रूप में मान्यता दे दी है। इस तरह अब किकबॉक्सिंग का ओलंपिक खेलों में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री किरेन रिजीजू को धन्यवाद देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने किकबॉक्सिंग को प्रोत्साहित करने के लिए वाको इंडिया को जो मान्यता दी है, उससे देश में पावर गेम्स को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने वाको इंडिया किकबॉक्सिंग फेडरेशन के अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल को धन्यवाद करते हुए उम्मीद जताई कि भारतीय खिलाड़ी आने वाले समय में निश्चित रूप से देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करेंगे।गौरतलब है कि जेएसपीएल फाउंडेशन ने रायगढ़ में अनेक किकबॉक्सिंग खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित किया है जिनमें अमरदीप सिंह के साथ-साथ ममता सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है। इन दोनों ही प्रतिभाओं ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ-साथ किकबॉक्सिंग को भी प्रोत्साहित किया है और अमरदीप सिंह पिछले 8 वर्षों से नई प्रतिभाओं को आगे लाने का काम कर रहे हैं।(संलग्न फोटो- राष्ट्रीय किकबॉक्सिंग खिलाड़ी रायगढ़ की ममता सिंह ठाकुर और अमरदीप सिंह)
- विंबलडन। मौजूदा चैंपियन नोवाक जोकोविच ने सोमवार को अपनी प्रत्येक सर्विस पर अंक बनाकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट में आसान जीत के साथ 50वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच ने 17वीं वरीयता प्राप्त क्रिस्टियन गारिन को 6-2, 6-4, 6-2 से हराया। वह विंबलडन में 12वीं बार क्वार्टर फाइनल में पहुंचे हैं। विंबलडन में सर्वाधिक बार अंतिम आठ में जगह बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में रोजर फेडरर (18) और जिम्मी कोनर्स (14) के बाद वह आर्थर गोरे के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर पहुंच गये हैं। पुरुष वर्ग में तीन खिलाड़ी पहली बार विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। इनमें रूस के 25वें नंबर के कारेन खाचनोव भी शामिल हैं जिन्होंने अमेरिका के सेबेस्टियन कोर्डा को अपने 21वें जन्मदिन पर 3-6, 6-4, 6-3, 5-7, 10-8 से हराया। आखिरी सेट में इन दोनों ने 13 बार एक दूसरे की सर्विस तोड़ी। खाचनोव का अगला मुकाबला दसवें नंबर के डेनिस शापोवालोव से होगा जिन्होंने 15 ऐस जमाकर आठवें नंबर के राबर्टो बातिस्ता आगुट को 6-1, 6-3, 7-5 से शिकस्त दी। खाचनोव और शापोवालोव के अलावा सातवें नंबर के मैटियो बेरेटिनी भी पहली बार विंबलडन के अंतिम आठ में पहुंचे। उन्होंने इलिया इवाश्का को 6-4, 6-3, 6-1 से हराया। वह पिछले 23 वर्षों में यहां क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले इतालवी पुरुष खिलाड़ी हैं। महिलाओं के वर्ग में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी एश बार्टी भी पहली बार विंबलडन क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रही। उन्होंने फ्रेंच ओपन चैंपियन बारबोरा क्रेजसिकोवा को 7-5, 6-3 से हराया। ट्यूनिशिया की ओंस जाबेर विंबलडन क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली अरब देशों की पहली महिला खिलाड़ी बन गयी। उन्होंने 2020 की फ्रेंच ओपन की चैंपियन इगा स्वियातेक को कड़े मुकाबले में 5-7, 6-1, 6-1 से परास्त किया। दूसरी वरीयता प्राप्त आर्यना सबालेंका भी पहली बार ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल में पहुंची है। उन्होंने इलेना रिबाकिना को 6-3, 4-6, 6-3 से हराया। आठवें नंबर की कारोलिना पिलिसकोवा ने लियुडमिला समसोनोवा को 6-2, 6-3 से पराजित किया।
- सेंट जॉर्ज (ग्रेनाडा) ।एडेन मार्कराम और क्विंटन डिकॉक के बीच दूसरे विकेट के लिये 127 रन की साझेदारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को यहां पांचवें टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज को 25 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला 3-2 से जीती। मैन ऑफ द मैच मार्कराम ने 70 रन बनाये जो उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर है। डिकॉक ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी और 42 गेंदों पर 60 रन की पारी खेली। इससे दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 168 रन बनाये। इसके बाद लेग स्पिनर तबरेज शम्सी ने अपने चार ओवर में केवल 11 रन देकर एक विकेट लिया जबकि कैगिसो रबाडा ने ड्वेन ब्रावो और निकोलस पूरण को 19वें ओवर में लगातार गेंदों पर आउट किया। लुंगी एनगिडी ने 32 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। वेस्टइंडीज की टीम आखिर में नौ विकेट पर 143 रन ही बना पायी। वेस्टइंडीज की तरफ से सलामी बल्लेबाज इविन लुईस (52) और शिमरोन हेटमायर (33) ही बल्लेबाजी में योगदान दे पाये। दक्षिण अफ्रीका ने इस तरह से दो वर्षों में पहली टी20 श्रृंखला जीती। यह कप्तान तेम्बा बावुमा और कोच मार्क बाउचर के लिये भी टी20 श्रृंखला में पहली जीत है। शम्सी ने दिखाया कि वह टी20 में शीर्ष रैंकिंग के गेंदबाज क्यों है। उन्होंने श्रृंखला में 11.4 की औसत से सात विकेट लिये। उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
- अर्नहेम (नीदरलैंड)। भारतीय गोल्फर त्वेसा मलिक लगातार दूसरे दिन एक अंडर 71 का स्कोर बनाकर बिग ग्रीन एग ओपन गोल्फ टूर्नामेंट में संयुक्त 32वें स्थान पर रही। एक अन्य भारतीय खिलाड़ी दीक्षा डागर ने तीन ओवर पार के स्कोर के बाद इवन पार 72 का कार्ड खेला और वह संयुक्त 53वें स्थान पर रही। वाणी कपूर और आस्था मदान इससे पहले कट से चूक गयी थी। ऑस्ट्रेलिया की स्टेफनी किरियाको ने अंतिम दौर में 67 का कार्ड खेला और लेडीज यूरोपीय टूर में अपना दूसरा खिताब जीता। इस 20 वर्षीय खिलाड़ी ने चारों दौर में अच्छा प्रदर्शन किया तथा 66, 72, 65 और 67 के स्कोर बनाये। त्वेसा ने पांच बर्डी बनायी लेकिन इस बीच चार बोगी भी की। दीक्षा ने तीन बर्डी बनाने के साथ इतनी ही बोगी भी की।
- वारसेस्टर। भारतीय महिला टेस्ट और एकदिवसीय टीम की कप्तान मिताली राज इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड को पछाड़ कर अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गयी है। इस 38 साल की खिलाड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ यहां शनिवार को तीसरे एकदिवसीय में लक्ष्य का पीछा करते समय पारी के 24वें ओवर में नैट साइवर की गेंद पर चौका लगा एडवर्ड के 10,273 अंतरराष्ट्रीय रन के आंकड़े को पीछे छोड़ा। इस सूची में न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स 7849 रन के साथ तीसरे स्थान पर है। भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला पहले ही गंवा चुकी है।
- विम्बलडन। अमेरिका की 17 वर्षीय कोको गॉफ ने काजा जुवान पर 6-3 6-3 से जीत दर्ज कर विम्बलडन टेनिस ग्रैंडस्लैम के चौथे दौर में प्रवेश किया। गॉफ 2019 में भी यहां तक का सफर तय करने में सफल रही थीं। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी को हराने के लिये 21 विनर लगाये और पांच बार सर्विस तोड़ी। अब गॉफ का सामना सोमवार को पूर्व विम्बलडन चैम्पियन एंजलिक कर्बर से होगा।पुरूषों के वर्ग में सातवीं वरीयता प्राप्त माटियो बेरेटिनी ने एलजाज बेडेने पर 6-4, 6-4, 6-4 की जीत से अगले दौर में जगह बनायी। वहीं एम्मा राडूकानू ओपन युग में विम्बलडन के चौथे दौर में पहुंचने वाली युवा ब्रिटिश महिला खिलाड़ी बन गयीं। अठारह वर्षीय राडूकानू अपना पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट खेल रही हैं और उन्होंने तीसरे दौर में अनुभवी सोराना सर्स्टी को 6-3, 7-5 से हराया। राडूकानू से पहले देबोराह जेवांस 19 साल की उम्र में 1979 में विम्बलडन के चौथे दौर में पहुंचने वाली युवा ब्रिटिश महिला खिलाड़ी थीं। कर्बर ने बारिश से विलंब के बाद तीसरे दौर के मुकाबले में वापसी करते हुए आलिकसांद्रा सासनोविच को 2-6, 6-0, 6-1 से मात दी। ड्रा में अब कर्बर एकमात्र पूर्व महिला चैम्पियन बची हैं। सासनोविच ने पहले दौर में सेरेना विलियम्स के चोट के कारण हटने से दूसरे दौर में प्रवेश किया था।
- द कॉलोनी (अमेरिका) ।भारतीय गोल्फर अदिति अशोक ने यहां एलपीजीए टूर पर टेक्सास में ‘वालंटियर्स ऑफ अमेरिका क्लासिक' गोल्फ टूर्नामेंट के दूसरे दौर के अंतिम 18वें होल में बर्डी हासिल की। अदिति ने कट में प्रवेश करने की उम्मीद बनाये रखी जिसका फैसला अन्य गोल्फरों के दूसरा दौर पूरा होने के बाद होगा। अदिति ने दोनों दौर में 71-71 का कार्ड खेला जिससे वह संयुक्त 62वें स्थान पर चल रही हैं।
- स्पीलबर्ग (आस्ट्रिया) । रेड बुल के ड्राइवर मैक्स वर्स्टापेन ने शनिवार को लगातार तीसरी बार पोल पॉजिशन हासिल की और वह आस्ट्रियाई ग्रां प्री में पहले स्थान से शुरूआत करेंगे। वहीं खिताब के उनके प्रतिद्वंद्वी लुईस हैमिल्टन मर्सिडीज के लिये चौथे स्थान से रेस शुरू करेंगे।हैमिल्टन अपनी अंतिम लैप में दबाव में दिखे और अंतिम दो मोड़ पर ज्यादा दूर तक चले गये। सात बार के फार्मूला वन चैम्पियन ने शनिवार को ही मर्सिडीज से अनुबंध दो साल बढ़ाने की घोषणा की। मैक्लारेन के 21 वर्षीय लांड्रो नौरिस ने हैमिल्टन को पीछे छोड़कर दूसरा स्थान हासिल किया। वह वर्स्टापेन से महज .05 सेकेंड से पिछड़ गये और अब उनके साथी सर्गियो पेरेज से आगे दूसरे स्थान से रेस शुरू करेंगे। मर्सिडीज के वालटेरी बोटास ने पांचवें स्थान पर क्वालीफाई किया।
- विंबलडन । विश्व टेनिस की सर्वोच्च संस्थाओं डब्ल्यूटीए (महिला) और एटीपी (पुरुष) दोनों ने कोविड-19 से जुड़ी चिंताओं के कारण इस साल चीन और जापान में होने वाले अपने टूर्नामेंटों को रद्द कर दिया है।महिला टूर ने हालांकि कहा है कि चीन में होने वाले डब्ल्यूटीए फाइनल्स के आयोजन पर अब भी चर्चा चल रही है। उसने कहा कि कोविड-19 से जुड़ी चिंताओं और यात्रा प्रतिबंधों के कारण उसने एशिया में अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं करने का निर्णय किया।एटीपी ने कहा कि बीजिंग में होने वाले चीन ओपन और तोक्यो में होने वाले जापान ओपन के आयोजकों ने पुष्टि की है कि कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों के कारण इन्हें इस साल रद्द करने का फैसला किया गया है। पुरुष टूर ने कहा कि अप्रैल में स्थगित किये गये मोरक्को ओपन का भी इस साल आयोजन नहीं किया जाएगा।
- वाशिंगटन। विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था फीफा ने कहा है कि कोविड-19 की चुनौतियों को देखते हुए ओलंपिक के लिये फुटबॉल टीम में 22 खिलाड़ियों को शामिल किया जा सकता है लेकिन किसी एक मैच के लिये केवल 18 खिलाड़ी ही उपलब्ध रह सकते हैं। ओलंपिक के लिये इससे पहले फुटबॉल टीम में 18 खिलाड़ियों को शामिल किया जाता था जबकि चार वैकल्पिक खिलाड़ियों को रखा जाता है। इन खिलाड़ियों का उपयोग किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर किया जाता था। एक बार एक खिलाड़ी बाहर होने पर वापसी नहीं कर सकता था। नये बदलाव का मतलब है कि तोक्यो ओलंपिक में कुल 22 खिलाड़ी चयन के लिये उपलब्ध रहेंगे। यह बदलाव कोरोना वायरस के कारण टीमों के सामने आने वाली चुनौतियों को देखते हुए किया गया है।
- लंदन। सानिया मिर्जा और अमेरिका की उनकी जोड़ीदार बेथानी माटेक सैंड्स ने डेसिरे क्राउजिक और एलेक्सा गुआराची की छठी वरीय जोड़ी को हराकर उलटफेर करते हुए गुरुवार को यहां विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के महिला युगल के दूसरे दौर में जगह बनाई। सानिया और बेथानी ने धीमी शुरुआत के बाद लय हासिल कर ली और पहले दौर में मुकाबले में अमेरिका और चिली की जोड़ी को एक घंटा और 27 मिनट में 7-5 6-3 से हराया। मैच की शुरुआत में ही भारत और अमेरिका की जोड़ी पर दबाव आ गया जब तीसरे गेम में बेथानी की सर्विस पर सात बार ड्यूस हुआ। अमेरिकी खिलाड़ी ने तीन डबल फॉल्ट किए लेकिन तीन ब्रेक प्वाइंट बचाने के बाद अपनी सर्विस भी बचा ली। सानिया और बेथानी को भी विरोधी की सर्विस तोड़ने का मौका मिला जब अमेरिकी खिलाड़ी ने नेट पर वॉली पर अंक बनाने का मौका गंवा दिया। बायें हाथ की खिलाड़ी डेसिरे ने इसके बाद शानदार सर्विस करते हुए अपनी सर्विस बचाई। एलेक्सा ने 12वें गेम में 15-30 पर सर्विस करते हुए फोरहैंड बाहर मारकर विरोधी जोड़ी को दो सेट प्वाइंट दिए और सानिया ने स्मैश के साथ पहला सेट जीत लिया। दूसरे सेट में सानिया और बेथानी ने एक बार फिर एलेक्सा की सर्विस तोड़कर 3-1 की बढ़त बनाई जिसके बाद इस जोड़ी को सेट और मैच जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। अंकिता रैना गुरुवार को ही अमेरिका की अपनी जोड़ीदार लॉरेन डेविड के साथ उतरेंगी। यह पहली बार होगा जब ग्रैंडस्लैम के मुख्य ड्रॉ में दो भारतीय महिला खिलाड़ी खेलेंगी। अंकिता लगातार तीसरे ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में खेल रही हैं। उन्होंने इसी साल आस्ट्रेलियाई ओपन के साथ ग्रैंडस्लैम में पदार्पण किया था। सानिया 2005 से ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंटों में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।इससे पहले भारतीय-अमेरिकी शिखा ओबेरॉय ने 2004 में अमेरिकी ओपन के महिला एकल के लिए क्वालीफाई किया था और जापान की साओरी ओबाता के खिलाफ पहले दौर का मुकाबला जीता भी था लेकिन इसके बाद वीनस विलियम्स से हार गई। शिखा इसके बाद कभी ग्रैंडस्लैम के मुख्य ड्रॉ में जगह नहीं बना सकी। निरूपमा वैद्यनाथन 1998 में आस्ट्रेलियाई ओपन में जगह बनाने के बाद ग्रैंडस्लैम मुख्य ड्रॉ में खेलने वाली पहली महिला एकल खिलाड़ी बनी थी। निरूपमा मांकड़ 1971 में आनंद अमृतराज के साथ विंबलडन के मिश्रित युगल में खेली थी।
- नयी दिल्ली। एशियाई पैरा खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित कुमार सरोहा और संदीप चौधरी ने कोरोना संक्रमण से उबरते हुए तोक्यो पैरालम्पिक खेलों के लिये क्वालीफाई कर लिया है । दो बार के पैरालम्पियन सरोहा चक्का फेंक और क्लब थ्रो में एफ51 वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे । एफ51 पैर की लंबाई में अंतर, मांसपेशियों की ताकत में असंतुलन और मूवमेंट में असंतुलन से संबंधित है । चौधरी एफ 44 में भालाफेंक में भाग लेंगे ।भारतीय पैरालम्पिक समिति शुक्रवार को 24 सदस्यीय एथलेटिक्स दल की घोषणा कर सकती है । कुल 72 पैरा एथलीटों ने चयन ट्रायल में भाग लिया जिनमें 18 महिलायें शामिल थी । सरोहा ने ट्वीट किया ,‘‘ आखिरकर तोक्यो पैरालंपिक के लिये चयन । यह मेरा तीसरा पैरालंपिक होगा । तोक्यो के लिये चयन का सफर आसान नहीं था क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण शरीर कमजोर हो गया था । लेकिन हमारे हरियाणा में कहावत है कि हिम्मत का राम हिमाती ।'' उन्होंने लिखा ,‘‘ साथ ही खुशी की बात है कि मेरे दो छात्रों एकता और धर्मवीर का भी चयन हुआ है । एक कोच और मार्गदर्शक होने के नाते मेरे लिये इससे बड़ी गर्व की बात क्या होगी। आप सभी की दुआयें साथ रही तो हम तीनों देश के लिये पदक जरूर लेकर आयेंगे ।'' छत्तीस वर्ष के सरोहा 22 वर्ष की उम्र में कार दुर्घटना का शिकार हो गए थे । इससे पहले वह राष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ी थे लेकिन व्हीलचेयर पर आने के बाद पैरा खेलों में पदार्पण किया । उन्होंने आईपीसी विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में दो रजत पदक और 2014 इंचियोन एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीता । दूसरी ओर चौधरी का यह पहला पैरालम्पिक होगा । उन्होंने 66 . 44 मीटर के अनधिकृत विश्व रिकॉर्ड थ्रो के साथ क्वालीफाई किया । चौधरी ने 2018 जकार्ता पैरा एशियाई खेलों में नये विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण जीता था ।चक्का फेंक में सुंदर सिंह गुर्जर और अजीत सिंह ने अपना निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जबकि ऊंची कूद में रियो पैरालम्पिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियाप्पन थंगावेलू , शरद कुमार और वरूण सिंह भाटी का प्रदर्शन अच्छा रहा । भारतीय पैरालम्पिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा ,‘‘ मैं पिछले दो दिन में पैरा एथलीटों के प्रदर्शन से दंग हूं । कोरोना महामारी , शिविरों के लगातार नहीं लग पाने के बावजूद उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया ।'' महिला वर्ग में क्लब थ्रो खिलाड़ी एकता भयान, भाग्यश्री और फर्राटा धाविका सिमरन का प्रदर्शन अच्छा रहा।
- नयी दिल्ली। भारत के दिग्गज पैरालंपियन भाला फेंक के एथलीट देवेंद्र झाझरिया ने यहां राष्ट्रीय चयन ट्रायल के दौरान अपने ही विश्व रिकार्ड में सुधार करके तोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई किया। पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की एफ-46 वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले 40 वर्षीय झाझरिया ने बुधवार को ट्रायल्स के दौरान 65.71 मीटर भाला फेंका।अपने इस प्रदर्शन से उन्होंने न सिर्फ ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया बल्कि 63.97 मीटर के अपने पिछले विश्व रिकार्ड में भी सुधार किया। उन्होंने यह रिकार्ड रियो पैरालंपिक 2016 में बनाया था। झाझरिया ने ट्वीट करके बताया, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम दिल्ली में आज क्वालिफ़ाईंग प्रतियोगिता में 63.97 मीटर के अपने ही विश्व कीर्तिमान को तोड़कर नया कीर्तिमान 65.71 मीटर बना कर तोक्यो के लिए क्वालिफ़ाई किया। उन्होंने आगे लिखा, मेरे परिवार का सहयोग तथा कोच सुनील तंवर और फिटनेस ट्रेनर लक्ष्य बत्रा की मेहनत से ये सब कर पाया हूं। तोक्यो पैरालंपिक खेल 24 अगस्त से शुरू होंगे। झाझरिया के यह तीसरे पैरालंपिक खेल होंगे। उन्होंने 2004 एथेन्स पैरालंपिक और 2016 में रियो खेलों में स्वर्ण पदक जीते थे।
- कोलकाता। भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) ने विश्व कप में तीन रजत पदक जीतने वाली ज्योति कुमारी की देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिये सिफारिश की है। एएआई ने पूर्व ओलंपियन और दिग्गज कोच लिंबा राम के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य (जीवन पर्यन्त) पुरस्कार के लिये की है। राष्ट्रीय महासंघ ने एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता मुस्कान किरार के नाम की सिफारिश अर्जुन पुरस्कार और कंपाउंड तीरंदाजी कोच लोकेश चंद पाल की द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये की है। एएआई अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले साल रिकर्व तीरंदाजों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे इसलिए इस बार हमने कंपाउंड वर्ग को चुना है।
- कुइएबा । लियोनेल मेस्सी अर्जेंटीना की तरफ से सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले फुटबॉलर बन गये। मेस्सी ने बोलिविया के खिलाफ कोपा अमेरिका मैच में यह उपलब्धि हासिल की। इस अवसर पर उन्होंने अपनी टीम की 4-1 से जीत में दो गोल भी किये। इस 34 वर्षीय फुटबॉलर का यह अर्जेंटीना की तरफ से 148वां मैच था। उन्होंने संन्यास ले चुके डिफेंडर जेवियर मासचेरानो के रिकार्ड को तोड़ा। उनके दो गोल से अर्जेंटीना ने ग्रुप ए में अपना शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया। वह क्वार्टर फाइनल में शनिवार को इक्वाडोर से भिड़ेगा। मेस्सी ने अर्जेंटीना की तरफ से अपना पहला मैच हंगरी के खिलाफ 2005 में खेला था। इस मैत्री मैच में अपने प्रतिद्वंद्वी पर कोहनी से प्रहार करने के कारण उन्हें बीच से बाहर भेज दिया गया था। बार्सिलोना की तरफ से खेलने वाले मेस्सी के नाम पर अभी 75 अंतरराष्ट्रीय गोल दर्ज हैं और वह दक्षिण अमेरिकी रिकार्ड तोड़ने के करीब है। पेले ने ब्राजील की तरफ से 77 गोल किये थे और अभी वह दक्षिण अमेरिकी सूची में शीर्ष पर हैं। यही नहीं मेस्सी कोपा अमेरिका में सर्वाधिक मैच खेलने के रिकार्ड की बराबरी भी कर सकते हैं। मेस्सी ने अब तक 31 मैच खेले हैं जबकि रिकार्ड चिली के सर्जियो लिविंगस्टोन (34 मैच) के नाम पर है।
- नयी दिल्ली। भारतीय तैराकी महासंघ ने ओलंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई करने वाले देश के पहले तैराक बने साजन प्रकाश को पांच लाख रूपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की । प्रकाश ने शनिवार को रोम में सेट्टे कोली ट्रॉफी में 200 मीटर बटरफ्लाय में स्टैंडर्ड ए टाइम निकालकर ओलंपिक का टिकट कटाया । एसएफआई ने एक बयान में कहा ,‘‘ एसएफआई अध्यक्ष आर एन जयप्रकाश ने साजन प्रकाश को पांच लाख रूपये देने का ऐलान किया है । उन्होंने प्रकाश की उपलब्धियों की तारीफ की और इसे भारतीय तैराकी का अहम पल बताया ।'' श्रीहरि नटकराज ने भी इसी टूर्नामेंट में 100 मीटर बैकस्ट्रोक में स्टैंडर्ड ए समय निकाला । उन्होंने चूंकि ट्रायल में यह समय निकाला है तो उनका ओलंपिक खेलना तभी तय होगा जब फिना टाइमिंग को मंजूरी दे । अगर ऐसा होता है तो पहली बार भारत के दो तैराक ओलंपिक में सीधे क्वालीफाई करेंगे ।
- पेरिस। विश्व कप के तीसरे चरण में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की स्टार तीरंदाज दीपिका कुमारी सोमवार को विश्व रैंकिंग में फिर से शीर्ष पर काबिज हो गयी। रांची की रहने वाली इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने पहली बार 2012 में नंबर एक रैंकिंग हासिल की थी। उन्होंने रविवार को रिकर्व की तीन स्पर्धाओं – महिलाओं की व्यक्तिगत, टीम और मिश्रित युगल में स्वर्ण पदक जीते थे। विश्व तीरंदाजी ने दीपिका के शानदार प्रदर्शन के बाद ट्वीट किया, ‘‘इससे दीपिका सोमवार को विश्व रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल कर लेगी।'' दीपिका ने पहले अंकिता भगत और कोमोलिका बारी के साथ मिलकर रिकर्व टीम स्पर्धा में मैक्सिको को 5-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में दीपिका और उनके पति अतनु दास की पांचवीं वरीय जोड़ी ने नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की। दीपिका ने महिला व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा के फाइनल में रूस की एलिना ओसिपोवा को 6-0 से हराकर एक दिन में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी की। दीपिका विश्व कप में अब तक कुल नौ स्वर्ण, 12 रजत और सात कांस्य पदक जीत चुकी है।
- नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पिछले कई सप्ताहों से चल रही अटकलबाजियों पर विराम लगाते हुए सोमवार को कहा कि कोविड-19 के कारण स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को देखते हुए अक्टूबर - नवंबर में टी20 विश्व कप का आयोजन भारत की बजाय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में किया जाएगा। गांगुली ने कहा, ''हमने आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) को आधिकारिक तौर पर बता दिया है कि टी 20 विश्व कप को संयुक्त अरब अमीरात में स्थानान्तरित किया जा सकता है। इस बारे में ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। '' उन्होंने कहा, ''यह निर्णय सभी हितधारकों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया। ''बीसीसीआई हालांकि इस प्रमुख प्रतियोगिता का मेजबान बना रहेगा। गांगुली से पूछा गया कि क्या टूर्नामेंट 17 अक्टूबर को ही शुरू होगा, उन्होंने कहा, ''हम कार्यक्रम को कुछ दिनों में अंतिम रूप देंगे। 17 अक्टूबर से टूर्नामेंट शुरू होगा इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं किया गया है। '' यहां तक कि आईसीसी के प्रवक्ता ने भी पुष्टि की कि विश्व संस्था ने अभी तक अंतिम कार्यक्रम पर फैसला नहीं किया है। आईसीसी ने इस महीने के शुरू में बीसीसीआई को यह फैसला करने और उसे सूचित करने के लिये चार सप्ताह का समय दिया था कि कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए क्या भारत इस प्रतियोगिता की मेजबानी कर सकता है।इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को स्थगित किये जाने के बाद ऐसी संभावना बन गयी थी। आईपीएल के बाकी बचे मैचों का आयोजन भी सितंबर-अक्टूबर में यूएई में ही होगा। यह पहले ही तय लग रहा था कि भारत के लिये नौ शहरों में 16 देशों के टूर्नामेंट को आयोजित करना मुश्किल होगा क्योंकि इससे स्वास्थ्य सुरक्षा की कई परतें जुड़ी हैं। यहां तक कि आईसीसी ने टूर्नामेंट के लिये अपनी तरफ से तैयारियां शुरू कर दी थी जो कि दुबई, अबुधाबी और शारजाह में आयोजित किया जाएगा। क्वालीफाईंग दौर के मैच मस्कट में आयोजित किये जा सकते हैं जिससे यूएई की पिचों को तैयार करने के लिये पर्याप्त समय मिल जाएगा क्योंकि आईपीएल के बाकी बचे 31 मैच 15 अक्टूबर तक खेले जाएंगे।भारतीय टीम के खिलाड़ी आईपीएल में खेलने के लिये 15 सितंबर को मैनचेस्टर से विशेष विमान से दुबई पहुंचेंगे। इस तरह से टी20 विश्व कप के लिये टीम में शामिल खिलाड़ी लगभग दो महीने तक यूएई में ही रहेंगे।
- पटियाला। हरियाणा के कृष्ण कुमार और पंजाब की हरमिलन बैंस ने रविवार को यहां राष्ट्रीय अंतरराज्यीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के तीसरे दिन आसान जीत से क्रमश: पुरूष और महिला 800 मीटर के स्वर्ण पदक अपने नाम किये। कृष्ण कुमार ने मार्च में फेडरेशन कप में भी स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने एक मिनट 50.12 सेकेंड के समय से पहला स्थान हासिल किया। उत्तराखंड के अनु कुमार ने रजत और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मंजीत सिंह ने कांस्य पदक हासिल किया। हरमिलन बैंस को एनआईएस में स्थानीय समर्थन मिला। 22 साल की इस एथलीट ने दो मिनट 2.57 सेकेंड से स्वर्ण पदक जीता। दिल्ली की चंदा ने रजत जबकि श्रीलंका की निमली लियानाराच्ची ने दिल्ली की शालू चौधरी को पीछे छोड़ते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। वहीं केरल के त्रिकूद एथलीट एल्डहोस पॉल ने 16.58 मीटर के प्रयास से पहला स्थान प्राप्त किया। फेडरेशन कप के स्वर्ण पदक विजेता उन्नीकृष्णन दूसरे और अब्दुल्ला अबूबेकर तीसरे स्थान पर रहे। महिलाओं की हेप्टाथलन रेस सोनू कुमारी ने 5004 अंक जुटाकर जीती जो फेडरेशन कप की कांस्य पदक विजेता थीं।
- पेरिस ।फार्म में चल रही अनुभवी रिकर्व तीरंदाज दीपिका कुमारी के शानदार प्रदर्शन से भारत ने रविवार को यहां विश्व कप के तीसरे चरण में तीन स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले। इससे इस प्रतियोगिता में भारत के नाम चार स्वर्ण पदक रहे। शनिवार को अभिषेक वर्मा ने कम्पाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। अगले महीने होने वाले तोक्यो ओलंपिक से पहले भारत का यह इस वैश्विक प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन रहा। दीपिका की तीन स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका रही। उन्होंने महिला व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा के फाइनल में रूस की एलिना ओसिपोवा को 6-0 से हराकर एक दिन में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी की। इससे पहले वह मिश्रित और महिला रिकर्व टीम के स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं। मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में दीपिका और उनके पति अतनु दास की पांचवीं वरीय जोड़ी ने नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की। इससे पहले स्टार तीरंदाज दीपिका, अंकिता भगत और कोमोलिका बारी की भारतीय महिला रिकर्व टीम ने मेक्सिको पर 5-1 की आसान जीत से स्वर्ण पदक जीता। महिला रिकर्व टीम पिछले हफ्ते तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूक गयी थी और इस स्वर्ण पदक से उसने इस निराशा को कम करने की कोशिश की। अतनु ने जीत के बाद कहा, ‘‘यह शानदार अहसास है। पहली बार हम एक साथ फाइनल में खेल रहे थे और हमने एक साथ जीत हासिल की, बहुत खुशी महसूस हो रही है। '' अतनु और दीपिका ने पिछले साल शादी की थी और 30 जून को उनकी पहली वर्षगांठ होगी।उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम एक दूसरे के लिये बने हैं। लेकिन मैदान में हम युगल नहीं हैं बल्कि अन्य प्रतिस्पर्धियों की तरह हम एक दूसरे को प्रेरित करते हैं, सहयोग करते हैं और एक दूसरे का समर्थन करते हैं। '' दिलचस्प बात है कि दुनिया की पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका के लिये यह पहला मिश्रित युगल स्वर्ण पदक है जो इस स्पर्धा में पहले पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उनका अंतिम मिश्रित युगल फाइनल भी अतनु के साथ था, जब उन्हें अंताल्या विश्व कप 2016 में कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था। दीपिका ने महिला टीम को इस साल विश्व कप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक दिलाने की अगुआई की। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत खुशी हो रही है। '' दुनिया की तीसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका, अंकिता और कोमोलिका की तिकड़ी ने विश्व कप के पहले चरण के फाइनल में भी मेक्सिको को हराकर पहला स्थान हासिल किया था। टीम ने इस तीसरे चरण में भी मेक्सिको को हराकर स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान एक भी सेट नहीं गंवाया। इस साल यह विश्व कप में उनका लगातार दूसरा और कुल मिलाकर छठा (शंघाई 2011, मेडेलिन 2013, रोक्लॉ 2013, रोक्लॉ 2014, ग्वाटेमाला सिटी 2021) स्वर्ण पदक है। हर बार टीम में दीपिका शामिल थी। भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसमें पहले सेट में स्कोर 57-57 था। लेकिन दूसरे सेट में भारतीय टीम ने मेक्सिको की टीम पर दबाव बनाया जिसमें लंदन 2012 की रजत पदक विजेता ऐडा रोमन, एलेजांद्रा वालेंसिया और अन्ना वाज्क्वेज शामिल थीं। दूसरे सेट में मेक्सिको की टीम 52 अंक जुटाकर तीन अंक से पिछड़ गयी। भारतीय टीम 3-1 से आगे थी और उसने तीसरे सेट में भी अच्छे निशाने लगाते हुए 55 अंक जुटाये लेकिन मेक्सिको की टीम बराबरी नहीं कर सकी और एक अंक से तीसरा सेट गंवा बैठी। इस तरह उसे इस साल लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी।
- पेरिस। भारतीय तीरंदाजों ने रविवार को यहां विश्व कप के तीसरे चरण में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाला। अतनु दास और उनकी पत्नी दीपिका कुमारी की पांचवीं वरीय जोड़ी ने रविवार को मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की और भारत को प्रतियोगिता में तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया। इससे पहले स्टार तीरंदाज दीपिका, अंकिता भगत और कोमोलिका बारी की भारतीय महिला रिकर्व टीम ने मेक्सिको पर 5-1 की आसान जीत से स्वर्ण पदक जीता। महिला रिकर्व टीम पिछले हफ्ते तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूक गयी थी और इस स्वर्ण पदक से उसने इस निराशा को कम करने की कोशिश की। अतनु ने जीत के बाद कहा, ‘‘यह शानदार अहसास है। पहली बार हम एक साथ फाइनल में खेल रहे थे और हमने एक साथ जीत हासिल की, बहुत खुशी महसूस हो रही है। '' अतनु और दीपिका ने पिछले साल शादी की थी और 30 जून को उनकी पहली वर्षगांठ होगी।उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम एक दूसरे के लिये बने हैं। लेकिन मैदान में हम युगल नहीं हैं बल्कि अन्य प्रतिस्पर्धियों की तरह हम एक दूसरे को प्रेरित करते हैं, सहयोग करते हैं और एक दूसरे का समर्थन करते हैं। '' दिलचस्प बात है कि दुनिया की पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका के लिये यह पहला मिश्रित युगल स्वर्ण पदक है जो इस स्पर्धा में पहले पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उनका अंतिम मिश्रित युगल फाइनल भी अतनु के साथ था, जब उन्हें अंताल्या विश्व कप 2016 में कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था। दीपिका ने महिला टीम को इस साल विश्व कप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक दिलाने की अगुआई की। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत खुशी हो रही है। '' वह शाम को स्वर्ण की हैट्रिक बनाने की कोशिश करेंगी।शनिवार को अभिषेक वर्मा ने कम्पाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।दुनिया की तीसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका, अंकिता और कोमोलिका की तिकड़ी ने विश्व कप के पहले चरण के फाइनल में भी मेक्सिको को हराकर पहला स्थान हासिल किया था। टीम ने इस तीसरे चरण में भी मेक्सिको को हराकर स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान एक भी सेट नहीं गंवाया। इस साल यह विश्व कप में उनका लगातार दूसरा और कुल मिलाकर छठा (शंघाई 2011, मेडेलिन 2013, रोक्लॉ 2013, रोक्लॉ 2014, ग्वाटेमाला सिटी 2021) स्वर्ण पदक है। हर बार टीम में दीपिका शामिल थी। भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसमें पहले सेट में स्कोर 57-57 था। लेकिन दूसरे सेट में भारतीय टीम ने मेक्सिको की टीम पर दबाव बनाया जिसमें लंदन 2012 की रजत पदक विजेता ऐडा रोमन, एलेजांद्रा वालेंसिया और अन्ना वाज्क्वेज शामिल थीं। दूसरे सेट में मेक्सिको की टीम 52 अंक जुटाकर तीन अंक से पिछड़ गयी। भारतीय टीम 3-1 से आगे थी और उसने तीसरे सेट में भी अच्छे निशाने लगाते हुए 55 अंक जुटाये लेकिन मेक्सिको की टीम बराबरी नहीं कर सकी और एक अंक से तीसरा सेट गंवा बैठी। इस तरह उसे इस साल लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी।
- नयी दिल्ली । साजन प्रकाश ओलंपिक ‘ए' क्वालीफिकेशन टाइम पार करने वाले पहले भारतीय तैराक बन गए जिन्होंने रोम में सेट्टे कोली ट्रॉफी में पुरूषों के 200 मीटर बटरफ्लाय वर्ग में एक मिनट 56 . 38 सेकंड का समय निकाला । रियो ओलंपिक 2016 खेल चुके साजन तोक्यो ओलंपिक ‘ए ' स्टैंडर्ड में प्रवेश में 0 . 1 सेकंड से कामयाब रहे । तोक्यो ओलंपिक ए स्टैंडर्ड एक मिनट 56 . 48 सेकंड है । प्रकाश ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ मैने इसके लिये बहुत मेहनत की है और अपनी तैयारियों की वजह से मुझे पूरा आत्मविश्वास था ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह मेरे पास आखिरी मौका था और मुझे पता था कि यहां करना ही है ।मैं पहले भी क्वालीफाइंग मार्क के करीब पहुंचा लेकिन मेरे कोच प्रदीप सर और मैने इस तरह रणनीति बनाई थी कि सर्बिया और रोम में दोनों टूर्नामेंटों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हो ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैं एसएफआई, साइ और खेल मंत्रालय से मिले सहयोग के लिये शुक्रगुजार हूं । मुझे खुद पर और कोच प्रदीप सर पर भरोसा था । यह उन्हीं की वजह से संभव हुआ है ।'' केरल के इस तैराक ने पिछले सप्ताह बेलग्रेड ट्रॉफी तैराकी प्रतियोगिता में एक मिनट 56 . 96 सेकंड का समय निकाला था जो उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड था । भारतीय तैराकी महासंघ ने ट्वीट किया ,‘‘ भारतीय तैराकी के लिये ऐतिहासिक पल । साजन प्रकाश ने ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय निकाला । बधाई ।'' प्रकाश तोक्यो ओलंपिक की तैराकी स्पर्धा में माना पटेल के साथ भाग लेंगे । माना को भारतीय तैराकी महासंघ ने नामित किया है । प्रकाश के सीधे क्वालीफाई करने के मायने हैं कि श्रीहरि नटराज तोक्यो ओलंपिक में भाग नहीं ले सकेंगे जिन्हें माना के साथ यूनिवर्सिटिलिटी कोटा के तहत नामांकित किया गया था। नटराज रोम में शुक्रवार को 100 मीटर बैकस्ट्रोक में क्वालीफाई करने से 0 . 5 सेकंड से चूक गए थे । यूनिवर्सिलिटी कोटा के तहत देश से एक पुरूष और एक महिला तैराक को ओलंपिक खेलने का मोका मिलता है बशर्ते कोई सीधे क्वालीफाई नहीं कर ले या उसे ओलंपिक चयन समय (बी) के आधार पर फिना से न्यौता नहीं मिले । प्रकाश को हमेशा से ए मार्क हासिल करने का यकीन था । उन्होंने अप्रैल में कहा था ,‘‘ अभी मैं सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नही कर रहा हूं लेकिन मुझे यकीन है कि जल्दी ही करूंगा । इसके लिये सब्र रखना होगा ।'' भारत की केनिषा गुप्ता ने भी रोम में 100 मीटर फ्रीस्टाइल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया ।