ब्रेकिंग न्यूज़

 निगम की आय बढ़ाने के सुझाव हेतु बैठक बुलाई गई

 भिलाईनगर। विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण में अपनी सेवाएं दे चुके राज्य शासन स्तर पर मुख्य अभियंता से सेवानिवृत्त हुए तथा अन्य अधिकारियों ने निगम सभागार में निगम के आय में वृद्वि को लेकर बैठक में अनेक सुझाव दिए है। सभी ने एकमतेन कहा कि संपूर्ण नगर निगम क्षेत्र के आवासों का डाटा बेस जानकारी एकत्र किया जाना चाहिए। ताकि स्व-विवरणी के आधार पर यह सुनिश्चित किया जा सके, कि वास्तव में निर्मित क्षेत्रफल के आधार पर टेक्स का भुगतान किया जा रहा है कि नहीं। साथ ही विभागो में भी मितव्ययिता बरतने के सुझाव दिए। 
        आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने नगर निगम भिलाई की आय को बढ़ाने निगम सभागार में बैठक बुलाई। बैठक में नगर निगम भिलाई के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। आयुक्त पाण्डेय के अनुसार गोकुल नगर में आबंटित भूमि स्वामियों द्वारा लीज डीट के शर्तो के आधार पर प्रिमियम की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे 57 लोगो को नोटिस जारी किया जा रहा है, गुरूवार से नोटिस वितरण प्रारंभ किया जाएगा। सभी विभागों में अनावश्यक खर्चो में रोक लगाने के लिए मितव्ययिता बरतने के निर्देश दिये गए साथ ही न्यायालीन प्रक्रिया में कटौती करना होगा। विशेष कार्यक्रमो के लिए सामुदायिक भवनों का दर निर्धारण किया जाना होगा। पूर्व से निर्मित प्रगति मार्केट वर्तमान मदर्स मार्केट पावर हाउस में व्यय की गई एक लंबी राशि की वसूली के लिए खुली निलामी के माध्यम से दुकानों का विक्रय किया जाएगा। निगम क्षेत्र के तालाबों में मछली पालन कर आय बढ़या जा सकता है। 
         सेवानिवृत्त अधिकारी एल.के. पाणिग्रही के अनुसार भूमि दस्तावेजीकरण, संपत्तिकर, समेकित कर, जीआईएस बेस्ड भूमि रिकार्ड एवं टेक्स वसूली को प्राथमिकता दी जाये। आनलाईन सिस्टम हाईटेक करना होगा, जिससे कि सभी जगह के अचल संपत्ति का रिकार्ड अविलम्ब देखा जा सके। सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी संजीव व्यवहार के अनुसार शासन को प्रस्ताव भेजने के पश्चात शासन स्तर में पहल करना अति आवश्यक होता है। साथ ही पूर्व निर्मित भवन एवं खुर्सीपार स्टेडियम की दुकानों का किराया निर्धारित करना। अशोक पहाड़िया के अनुसार कामर्शियल सह आवासीय मकानों में छूट संबंधी नियमावली में सुधार किया जाए, ताकि निगम की आय में वृद्वि हो। अवैध गुमटी संचालन कर अवैध किराया वसूली को रोका जाना चाहिए। सभी राजस्व करों की वसूली हेतु निगम के नियमित एवं प्लेसमेंट कर्मचारी को रखा जाना उचित होगा। जिससे अधिकृत वसूली एजेंसी को दिए जाने वाले कमिशन की राशि की बचत से निगम के आय में वृद्वि की जा सकती है।
         निगम की आय को किस प्रकार से बढ़ाया जाए इस विषय पर सभी ने अपने सुझाव दिए। बीएसपी एवं अन्य बड़े बकायादारों से संपत्तिकर की वसूली को प्राथमिकता दी जानी है। कुछ स्थलों पर 2 नल कनेक्शन है, जिसका विच्छेद करना और अवैध कलेक्शनों का कटौती करना होगा। भवन/भूमि स्वामियों से सही संपत्तिकर विवरणी को भरा जाना, गलत भरने पर 10 प्रतिशत से ज्यादा का अंतर आने पर 5 गुणा अधिभार शुल्क अधिरोपित करना। ढिल्लन काम्पलेक्स से कर वसूली करना, लीज नवीनीकरण में वृद्वि करना। निगम की छवि को सुधार करने की आवश्यकता है, आय-कर की तरह निगम कर देने के लिए लोगो को खुद से प्रोत्साहित होना चाहिए। जिससे नगर निगम की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित होते रहे। निगम के अच्छे कार्यो का प्रचार-प्रसार किया जाना उचित होगा। राजस्व विभाग को आय में वृद्वि हेतु चैकन्ना रहते हुए कार्य करना होगा। बैठक में इस प्रकार से सभी ने अपनी-अपनी सलाह एवं सुझाव रखें। आय बढ़ाने के लिए ऐसा साधन अपनाए जिससे नागरिको को किसी प्रकार की परेशानी न हो और नगर पालिक निगम अधिनियम को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। ताकि आम नागरिको को सुविधा हो।
         बैठक में सेवानिवृत्त अधिकारी ए. के. प्रियदर्शी, एस.सी. श्रीवास्तव, उपायुक्त नरेन्द्र कुमार बंजारे, अधीक्षण अभियंता दीपक जोशी, डी. के. वर्मा, अजीत तिग्गा, कार्यपालन अभियंता सुनील जैन, लेखाधिकारी चंद्रभूषण साहू, स्थापना अधीक्षक सुनीता जैन, तपन अग्रवाल, लक्ष्मण उपाध्याय, हेमंत चंद्राकर, विनोद चंद्राकर, रिचर्ड वर्गिस एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Related Post

Leave A Comment

Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).

Chhattisgarh Aaj

Chhattisgarh Aaj News

Today News

Today News Hindi

Latest News India

Today Breaking News Headlines News
the news in hindi
Latest News, Breaking News Today
breaking news in india today live, latest news today, india news, breaking news in india today in english