अफ्रीकी चीतों में स्वास्थ्य संबंधी कोई जटिलता सामने नहीं आई: सरकार
अफ्रीकी चीतों में स्वास्थ्य संबंधी कोई जटिलता सामने नहीं आई: सरकार
नयी दिल्ली । मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए आठ अफ्रीकी चीतों में स्वास्थ्य संबंधी कोई जटिलता सामने नहीं आई है। यह जानकारी गुरुवार को राज्यसभा में भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दी। उन्होंने यह भी कहा कि सभी आठ चीतों को जंगल में छोड़ दिया गया है और उनमें से किसी को भी बंद करके नहीं रखा गया है। चौबे ने बाघों के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, "नहीं सर, चीतों में कोई स्वास्थ्य जटिलता सामने नहीं आयी है।" मंत्री ने यह भी साझा किया कि भारत अगले पांच वर्षों के दौरान दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया या अन्य अफ्रीकी देशों से हर साल 12 से 14 चीतों को ला सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर नामीबिया से आठ चीतों के पहले समूह को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा था। वर्ष 1952 में देश में चीतों को विलुप्त घोषित किए जाने के 70 साल बाद उन्हें भारत वापस बसाने का प्रयास किया गया है।
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