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- -किरंदुल, बचेली, डोनिमलाई कॉम्प्लेक्स में में होगी नियुक्तियां-कलेक्टर ने जिले के युवाओं से इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का किया अपील-14 जून तक किया जा सकता है केवल ऑनलाइन आवेदनदंतेवाड़ा । भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीन कार्यरत नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम एनएमडीसी लिमिटेड ने दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल, बचेली (छत्तीसगढ़) एवं डोनिमलाई (बेल्लारी, कर्नाटक) स्थित लौह अयस्क खदानों में विभिन्न तकनीकी पदों पर भर्ती हेतु आवेदन आमंत्रित किए हैं। एनएमडीसी लिमिटेड देश की प्रमुख खनन और खनिज अन्वेषण कंपनी है, जो लगातार लाभ अर्जित कर रही है। इसके टर्नओवर में निरंतर वृद्धि हो रही है। अब कंपनी ने अपनी खदानों में योग्य एवं प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार का अवसर देने के लिए अनेक पदों पर भर्ती निकाली है। एनएमडीसी लिमिटेड द्वारा अब बैलाडीला लौह अयस्क खदान, किरन्दुल कॉम्प्लेक्स, बैलाडीला लौह अयस्क खदान, दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़ में बचेली कॉम्प्लेक्स तथा डोनिमलाई लौह अयस्क खदान, डोनिमलाई कॉम्प्लेक्स, बेल्लारी, कर्नाटक के लिए विभिन्न तकनीकी पदों के लिए उपयुक्त व्यक्तियों से आवेदन आमंत्रित किया गया है।इसके अनुसार बीआईओएम किरन्दुल कॉम्प्लेक्स में फील्ड अटेंडेंट (ट्रेनी) 86, (आवश्यक योग्यता मिडिल पास या आईटीआई), असिस्टेंट (इलेक्ट्रॉनिक)(ट्रेनी) 49, ( आईटीआई, इलेक्ट्रिकल ट्रेड) मेंटेनेंस असिस्टेंट (मैकेनिकल)(ट्रेनी) 86, ( आईटीआई इन वेल्डिंग, फिटर, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक,डीजल मैकेनिक, ऑटो इलेक्ट्रीशियन), इलेक्ट्रीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 01, ( इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ औद्योगिक, घरेलू इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन सर्टिफिकेट) इलेक्ट्रॉनिक्स तकनीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 03, (3 इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा), एचईएम मैकेनिक ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 39, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एचईएम ऑपरेटर ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 118, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एमसीओ ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 6, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा तथा वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), क्यूसीए ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 01, (योग्यता के बाद नमूना कार्य में एक वर्ष का अनुभव आवश्यक है)इसके अन्तर्गत बीआईओएम बचेली कॉम्पलेक्स में फील्ड अटेंडेंट (ट्रेनी) 38, (आवश्यक योग्यता मिडिल पास या आईटीआई), मैन्टेनेंस असिस्टेंट (इलेक्ट्रॉनिक)(ट्रेनी) 56, ( आईटीआई, इलेक्ट्रिकल ट्रेड), मेंटेनेंस असिस्टेंट (मैकेनिकल)(ट्रेनी) 182 ( आईटीआई इन वेल्डिंग, फिटर, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक,डीजल मैकेनिक, ऑटो इलेक्ट्रीशियन),ब्लास्टर ग्रेड-2 03 ( आईटीआई ब्लास्टर, माइनिंग मेट सर्टिफिकेट और फर्स्ट एड सर्टिफिकेट के साथ), इलेक्ट्रीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 11,( इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ औद्योगिक, घरेलू इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन सर्टिफिकेट), एचईएम मैकेनिक ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 12 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एचईएम ऑपरेटर ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 40, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस),एमसीओ ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 14 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा तथा वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस),इसके अलावा बीआईओएम डोनिमलाई कॉम्प्लेक्स (बेलारी कनार्टका)में फील्ड अटेंडेंट (ट्रेनी) 27, (आवश्यक योग्यता मिडिल पास या आईटीआई), मैन्टेनेंस असिस्टेंट (इलेक्ट्रॉनिक)(ट्रेनी) 36, ( आईटीआई, इलेक्ट्रिकल ट्रेड), मेंटेनेंस असिस्टेंट (मैकेनिकल)(ट्रेनी) 37 ( आईटीआई इन वेल्डिंग, फिटर, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक,डीजल मैकेनिक, ऑटो इलेक्ट्रीशियन), ब्लास्टर ग्रेड-2 03 पद ( आईटीआई ब्लास्टर, माइनिंग मेट सर्टिफिकेट और फर्स्ट एड सर्टिफिकेट के साथ), इलेक्ट्रीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 29,( इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ औद्योगिक, घरेलू इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन सर्टिफिकेट), इलेक्ट्रॉनिक्स तकनीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 03, ( इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा) एचईएम मैकेनिक ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 26 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एचईएम ऑपरेटर ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 70, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एमसीओ ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 16 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा तथा वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), क्यूसीए ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 03 बीएससी (रसायन विज्ञान,भूविज्ञान) योग्यता के बाद नमूना कार्य में एक वर्ष का अनुभव आवश्यक है।इसके अलावा उपरोक्त पैरा 2.0 में निर्धारित योग्यता के अलावा उच्च योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी आवेदन करने के पात्र नहीं हैं तथा उनका आवेदन चयन प्रक्रिया के किसी भी चरण में या रोजगार के दौरान किसी भी समय अस्वीकृत कर दिया जाएगा। योग्य उम्मीदवारों को एनएमडीसी की वेबसाइट www.nmdc.co.in (वेबसाइट के ’’करियर’’ पेज पर उपलब्ध लिंक) के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उपरोक्त लिंक 25.05.2025 को सुबह 10 बजे से 14 जून 2025 को रात 11:59 बजे तक उपलब्ध अथवा सक्रिय रहेगा। अधिसूचना में किसी भी स्पष्टीकरण, मुद्रण संबंधी त्रुटि या चूक, शुद्धिपत्र आदि के मामले में केवल उपरोक्त एनएमडीसी वेबसाइट पर ही जारी किया जाएगा।कलेक्टर ने की अपीलकलेक्टर श्री कुणाल दुदावत ने जिले के सभी स्थानीय बेरोजगार युवाओं से अपील की है कि वे इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं और एनएमडीसी लिमिटेड की इस भर्ती प्रक्रिया में अधिक से अधिक संख्या में आवेदन करें। यह स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में सहायक होगा।
- -308 ग्रामों में विशेष शिविरों का आयोजन-3 हजार से अधिक कमार जनजातियों को मिलेगा सीधा लाभमहासमुंद / केंद्र सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आदिवासी क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान ’धरती आबा’ की शुरुआत की गई है। इसी क्रम में महासमुंद जिले में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के नेतृत्व में इस अभियान के सफल संचालन और आम नागरिकों के बीच व्यापक जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए 15 जून से 30 जून तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समुदायों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाना तथा उन्हें सरकारी योजनाओं की मुख्यधारा से जोड़ते हुए समावेशी विकास को बढ़ावा देना है।इस अभियान में कमार जनजाति पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। जिले के तीन विकासखंडों के 77 चिन्हांकित ग्रामों में निवासरत लगभग 3271 कमार जनजाति के लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा। अभियान की पारदर्शिता एवं सफलता सुनिश्चित करने हेतु जिला एवं विकासखंड स्तर पर विशेष निगरानी समितियाँ गठित की गई हैं, जिनकी सतत निगरानी कलेक्टर स्वयं कर रहे हैं। आदिवासी विकास विभाग को इस अभियान का नोडल विभाग नियुक्त किया गया है, जो अन्य सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य का संचालन कर रहा है।जिले के पांचों विकासखंडों के 308 चयनित ग्रामों में शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिनके माध्यम से केंद्र सरकार के 18 मंत्रालयों की 25 जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुँचाया जाएगा। महासमुंद के 25, बागबाहरा के 33, पिथौरा के 210, बसना के 24 और सरायपाली के 16 ग्रामों में लगने वाले इन शिविरों के माध्यम से हितग्राहियों के आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जनधन योजना, सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत वृद्धा पेंशन योजना, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, नरेगा जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, मुद्रा लोन, मातृ एवं शिशु कल्याण लाभ से आच्छादित किया जाएगा। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य जनजातीय बहुल गांवों और आकांक्षी जिलों में जनजातीय परिवारों के लिए परिपूर्णता कवरेज अपनाकर जनजातीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना और उन्हें केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर उनका लाभ दिलवाना है।
- -5 जून को झलप, छिलपावन, बुन्देली, कोल्दा, जोगनीपाली एवं पाटसेन्द्री में लगेगी कृषि चौपालमहासमुंद / “विकसित कृषि संकल्प अभियान“ के अंतर्गत जिले के ग्राम बड़ेटेमरी में विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह अभियान 29 मई से 12 जून तक संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों से अवगत कराना है।इस दौरान किसानों को प्राकृतिक खेती, मृदा स्वास्थ्य, ड्रोन तकनीक, कृषि यंत्रीकरण, तथा शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई। विशेषज्ञों द्वारा खरीफ सीजन की विशेष तैयारी और फसल विविधीकरण के तरीके किसानों को सिखाए गए तथा उत्पादकता बढ़ाने के उपायों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया। इस दौरान मोर गांव मोर पानी अभियान की जानकारी दी गई तथा सोख्ता गड्ढा बनाने के लिए किसानों को प्रेरित किया गया।कार्यक्रम में ग्राम पंचायत बड़ेटेमरी के सरपंच एवं उपसरपंच, उपसंचालक कृषि श्री एफ. आर. कश्यप, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के अधिष्ठाता डॉ. अनुराग तोमर, कृषि विज्ञान केंद्र महासमुंद के डॉ. कुणाल चंद्राकर, आईसीएआर डॉ. श्रीधर, अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री विवेक पटेल, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, उन्नत कृषक, ग्राम पंचायत सदस्य, एवं कृषि विभाग तथा सहयोगी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस दौरान जनप्रतिनिधियों और उन्नत कृषकों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए, जिससे स्थानीय किसानों को अपने जैसे साथियों से प्रेरणा मिली। इस अभियान के माध्यम से जिले के किसानों को कृषि क्षेत्र में नवाचार और स्थायी विकास के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि के साथ-साथ किसानों की आय में भी सुधार हो सके।उल्लेखनीय है कि “विकसित कृषि संकल्प अभियान“ अंतर्गत गुरूवार 05 जून को महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत क्लस्टर ग्राम पंचायत झलप, छिलपावन, पिथौरा अंतर्गत बुन्देली, कोल्दा व सरायपाली अंतर्गत जोगनीपाली एवं पाटसेन्द्री में चौपाल का आयोजन होगा। इसी तरह शुक्रवार 06 जून को महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कौंवाझर, भोरिंग, पिथौरा के ग्राम सुखीपाली, बढ़ईपाली एवं बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बंसुलाडरी एवं साल्हेभाठा में, शनिवार 07 जून को बागबाहरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत कमरौद, बोडराबांधा, पिथौरा अंतर्गत ग्राम पथरला, बम्हनी एवं बसना अंतर्गत ग्राम बाराडोली व चनाट में, 09 जून को बागबाहरा के ग्राम पंचायत कोमा, दाबपाली, पिथौरा के पेन्ड्रावन, सलडीह व बसना अंतर्गत बड़ेसाजापाली, लम्बर में, 10 जून को बागबाहरा विकासखण्ड के तहत ग्राम पंचायत कोमाखान व बसना विकासखण्ड के ग्राम पंचायत परकोम, रोहिना, भंवरपुर भूकेल व ठूठापाली में, 11 जून को बागबाहरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत मुनगासेर, मोंगरापाली स, बसना अंतर्गत बरौली, बंसुला, बड़ेडाभा व चिमरकेल तथा 12 जून को बागबाहरा विकासखण्ड के क्लस्टर ग्राम पंचायत खोपली, बागबाहरा कला, बी.के. बाहरा, पतेरापाली एवं महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत बेमचा व बम्हनी में चौपाल का आयोजन दो पालियों में किया जाएगा।
- - 9.5 लाख की ऋण सहायता से शुरू किया व्यवसाय, अब अर्जित कर रहे नियमित आयमहासमुंद / प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी और प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में रहने वाले बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को स्वयं का उद्यम स्थापित करने हेतु बैंकों के माध्यम से ऋण सहायता उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें एक निश्चित प्रतिशत तक अनुदान (सब्सिडी) भी प्रदान किया जाता है।इसी योजना के तहत महासमुंद विकासखंड के ग्राम खरोरा निवासी श्री राजेंद्र चंद्राकर ने लाभ प्राप्त किया। श्री चंद्राकर ने स्नातक स्तर तक शिक्षा प्राप्त की है। शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात् उन्होंने नौकरी की बजाय स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने का निश्चय किया, ताकि वे स्वावलंबी बन सकें। हालांकि, व्यवसाय की शुरुआत के लिए उनके पास आवश्यक पूंजी की कमी थी, जिससे उनका सपना साकार नहीं हो पा रहा था। इसी दौरान उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त हुई, जिसने उनके लिए एक नई राह खोल दी।इसी योजना का लाभ उठाने के उद्देश्य से श्री चंद्राकर ने खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, जिला पंचायत महासमुंद से संपर्क किया। उन्होंने विभाग से योजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की, जिसमें उन्हें योजना के अंतर्गत पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, अनुदान की सीमा, ऋण की शर्तें, एवं व्यावसायिक गतिविधियों की सूची जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं। विभाग की मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देशों के अनुसार श्री चंद्राकर ने निर्धारित प्रारूप में अपना ऋण प्रकरण तैयार कर आवेदन जमा किया।उनका ऋण आवेदन खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा औपचारिक रूप से पंजाब नेशनल बैंक, महासमुंद शाखा को अग्रेषित किया गया। बैंक द्वारा श्री राजेंद्र के ऋण प्रकरण की विधिवत समीक्षा एवं मूल्यांकन के पश्चात उन्हें 9,50,000 की ऋण सहायता स्वीकृत की गई।इस आर्थिक सहायता का उपयोग करते हुए श्री राजेंद्र ने निर्माण कार्यों में उपयोग आने वाली लकड़ी की सेंट्रिंग प्लेटों की खरीदारी की। उन्होंने इन प्लेटों को स्थानीय शासकीय निर्माण कार्यों तथा निजी ठेकेदारों को किराये पर देना प्रारंभ किया। वर्तमान में वे प्रति फीट 05 रुपए की दर से सेंट्रिंग प्लेटों को किराए पर उपलब्ध कराते हैं। इनका उपयोग शासकीय भवन निर्माण तथा निजी निर्माण कार्यों में किया जाता है। सस्ती और सुलभ दरों के कारण इनकी मांग लगातार बनी हुई है, जिससे राजेंद्र को नियमित आय प्राप्त हो रही है और उनका व्यवसाय धीरे-धीरे सफलतापूर्वक विस्तार की ओर अग्रसर है। वर्तमान में श्री चंद्राकर इस केंद्र के माध्यम से प्रतिमाह लगभग 30 से 35 हजार की आय अर्जित कर रहे हैं। साथ ही वे ऋण की मासिक किश्तों का समय पर और नियमित रूप से भुगतान कर रहे हैं। जिससे उनकी वित्तीय साख भी मजबूत हुई है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के माध्यम से श्री चंद्राकर न केवल अपनी आजीविका चला रहे हैं, बल्कि समाज में सम्मानजनक जीवन भी व्यतीत कर रहे हैं।
- -एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत किया जाएगा पौधरोपणमहासमुंद / 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन विभाग द्वारा एक पेंड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम एवं साइकिल रैली का आयोजन किया जा रहा है। साइकिल रैली वनमंडल कार्यालय बीटीआई रोड से प्रातः 8 बजे स्वामी आत्मानंद विद्यालय, तुमाडबरी तक जाएगी। वन विभाग द्वारा साइकिल रैली एवं पौधरोपण कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों एवं सभी अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मिलित होने का आग्रह किया गया है।
- -अब कोई स्कूल नहीं रहेगा शिक्षक विहीन, बच्चों को मिलेगी बेहतर सुविधाएंबिलासपुर /राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुरूप राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के उद्देश्य से शालाओं के युक्तियुक्तकरण की दिशा में एक सार्थक पहल की जा रही है। इससे विद्यालयों की गुणवत्ता, संसाधनों की उपलब्धता और शैक्षणिक वातावरण में व्यापक सुधार आएगा। शालाओं एवं शिक्षकों को युक्तियुक्तकरण किया जाना छात्र हित में उचित है। इससे संसाधनों का समुचित उपयोग हो पाएगा। अब कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं होगा। संसाधनों के एकीकरण से बच्चों को मिलेगी बेहतर सुविधा।जिले में दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता लाने शासन की युक्तियुक्तरण की नीति मील का पत्थर साबित होगी। प्रदेश सरकार के मंशानुरूप विभिन्न स्थानों में एक ही परिसर में अथवा निकट में दो या दो से अधिक शालाएं संचालित हैं ऐसी शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है साथ ही अतिशेष शिक्षकों का शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में युक्तियुक्तकरण कर पदस्थापना की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल तिवारी ने बताया कि जिले में आवश्यकतानुसार युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही की जा रही है। स्कूल शिक्षा संचालनालय छत्तीसगढ़ शासन से युक्तियुक्तकरण हेतु जारी निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे विद्यालय जिनकी दूरी 1 किलोमीटर से कम है या दर्ज संख्या 10 से कम है का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में 500 मीटर से कम दूरी तथा दर्ज संख्या 30 से कम वाली शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है।छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार आज युक्तियुक्तकृत एवं अन्य शासकीय शालाओं के अतिशेष सहायक शिक्षक, शिक्षक, प्रधान पाठक, व्याख्याता, प्राचार्य एंव कार्यालयीन कर्मचारियों की पदस्थापना हेतु काउंसलिंग पंडित देवकीनंदन दीक्षित ऑडिटोरियम, स्वामी आत्मानंद लाल बहादुर शास्त्री उत्कृष्ट विद्यालय और स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति ऑडिटोरियम में आयोजित की गई। काउंसलिंग के बाद नई पदस्थापना आदेश भी मौके पर ही दिया गया। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से श्रीमती पूनम रामटेके खुश नजर आई। शासकीय प्राथमिक शाला चितावर से नई पदस्थापना उन्हें शासकीय प्राथमिक शाला परसदा में मिली है। इसी प्रकार शिक्षिका शारदा भगत, रजनीगंधा बर्मन, मुमताज बेगम और भारती नायक भी युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से खुश नजर आए।
- -हेल्थ मेला में 5 हजार से ज्यादा बुजुर्गो की स्वास्थ्य जांच-आयुष्मान वय वंदन कार्ड का वितरण, किया गया सम्मानबिलासपुर, /हमारे बुुजुर्ग हमारी धरोहर थीम पर आज जिले के सरकारी अस्पतालों और वृद्धाश्रमों में दाई बबा दिवस मनाया गया। हेल्थ मेला के अंतर्गत दाई बबा दिवस का आयोजन जिले के समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों में किया गया। इसके साथ ही 05 वयोवृद्ध आश्रमों में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वृद्धआश्रम में 52 आयुष्मान कार्ड एवं 5 वय वंदन कार्ड बनाया गया। कार्यक्रम में 60 वर्ष से अधिक उम्रदराज वृद्धजनों का पुष्प गुच्छ एवं तिलक के साथ अभिनंदन किया गया। इसके बाद वयोवृद्ध जनों का एनसीडी स्क्रीनिंग, मानसिक स्वास्थ्य जांच, वयोवृद्ध कार्ड, आंख जांच, पुनर्वास सेवाएं इत्यादि चिकित्सक दल द्वारा किया। जिसमें 5353 वृद्धजनों को लाभान्वित किया गया जिसमे उच्च रक्तचाप के 3668, मधुमेह के 3584, मुख कैंसर स्क्रीनिंग 2824 जाँच किया गया। मानसिक काउंसलिंग 2211, आँख जाँच 1079, टी बी स्पुटम 853, लेप्रोसी 383, संजीवनी टेलीकाउंसलेशन 133 एवं आयुष परामर्श 295 को दिया गया।
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बिलासपुर /जिला प्रशासन द्वारा मोर गांव मोर पानी अभियान के तहत लोगों को जल संरक्षण के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। इस जागरूकता कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, ग्रामीण सभी अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। इसी कड़ी में सभी ब्लॉक में पशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। सभी ब्लॉक में इस संबंध में पशिक्षण आयोजित किया गया। मस्तूरी ब्लॉक के क्लस्टर चिल्हाटी में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्रामीणों ने एकजुट होकर पानी की हर बूंद सहेजने और हरित क्रांति लाने दृढ़ संकल्प इस दफा कर लिया है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 32 गांवों के कुल 135 सदस्य शामिल हुए। जनपद सभापति श्रीमती सरिता नायक, चिल्हाटी सरपंच श्रीमती मधु पैकरा, सोन सरपंच श्रीमती तारा बाई के अलावा तहसीलदार प्रकाश साहू, कार्यक्रम अधिकारी रूचि विश्वकर्मा सहित सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। प्रशिक्षण में ग्रामीणों ने भी भाग लिया इसमें जल संचयन और प्रबंधन के सम्बन्ध में जागरूकता, समुदायों क़ो जल संसाधनों के संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर संतोष देवांगन, बाल्मिकी धीवर, अखिलेश सिंह, प्रवीण वस्त्रकार इस सभी ने मोर गांव मोर पानी महाअभियान, भू जल संरक्षण अभियान, पानी की एक एक बूंद बचाओ कल को सुरक्षित करो, जल बचाओ पेड़ लगाओ जीवन और कल बचाओ इन सभी विषयांे की विस्तृत से जानकारी दी।
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राजनांदगांव । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना अंतर्गत राजनांदगांव विकासखंड के 6 ग्रामों में विकास कार्यों के लिए 34 लाख 50 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इसके अंतर्गत ग्राम ठाकुरटोला, बेलटिकरी एवं खैरझिटी में सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 6.50-6.50 लाख रूपए तथा ग्राम भैंसातरा, अ.भांठापारा एवं गठुला में अटल डिजीटल सुविधा केन्द्र व सीएससी भवन निर्माण हेतु 5-5 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने निर्माण एजेंसी को नियमों व प्रावधानों का पालन करते हुए समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के निर्देश दिए हैं।
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राजनांदगांव । विकसित कृषि संकल्प अभियान के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी के वैज्ञानिक एवं संबंधित विभागीय अधिकारी किसानों के गांव एवं खेतों में पहुंचकर कृषकों से सीधा संवाद कर कृषि एवं कृषि से संबंधित नवीन तकनीक की जानकारी प्रदान कर रहे है। विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत वैज्ञानिकों एवं कृषि विशेषज्ञों के तीन दल अलग-अलग विकासखंडों में पहुंचकर कृषि के नवीन तकनीक एवं शासन द्वारा कृषकों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दे रहे है। जिसके तहत राजनांदगांव विकासखंड में डॉ. नूतन रामटेके एवं श्रीमती अंजलि घृतलहरे, डोंगरगढ़ विकासखंड में डॉ. अतुल डांगे एवं श्री जीतेन्द्र मेश्राम, छुरिया विकासखंड में डॉ. योगेन्द्र श्रीवास एवं श्री आशीष गौरव शुक्ला द्वारा विभिन्न ग्रामों में पहुंचकर किसानों के उन्नयन हेतु उन्नत कृषि तकनीक, आधुनिक कृषि उपकरणों, केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी दे रहे है। साथ ही अभियान के दौरान खरीफ मौसम की प्रमुख फसलों की उन्नत एवं वैज्ञानिक तकनीक, प्राकृतिक खेती के विभिन्न घटकों का जीवंत प्रदर्शन, बीज उपचार, धान की सीधी बुआई विधि, पशुपालन एवं उन्नत पशु नस्ल की जानकारी, कृषि ड्रोन तकनीक, मत्स्य पालन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार फसल में संतुलित पोषक तत्वों का उपयोग एवं नवाचारों की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। अभियान को सफल बनाने के लिए जिले एवं विकासखंड के जनप्रतिनिधि एवं प्रगतिशील किसान शिविरों में उपस्थित होकर किसानों को कृषि की नवीन तकनीक अपनाने हेतु प्रेरित कर रहे है। विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत आयोजित शिविरों में बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित होकर कृषि के नवीन तकनीक एवं शासकीय योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रहे है।
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राजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में तहसील कार्यालयों में जनसामान्य के सुविधा की दृष्टिगत तहसील स्तरीय राजस्व शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरूवार 5 जून 2025 को तहसील कार्यालय डोंगरगढ़ में तहसील स्तरीय राजस्व शिविर का आयोजन किया गया है। कलेक्टर ने शिविर में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, कोटवार को उपस्थित रहकर राजस्व प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश दिए है। तहसील स्तरीय राजस्व शिविर में अविवादित नामांतरण, अविवादित बंटवारा, धारा 115 के तहत त्रुटि सुधार सीमांकन, डायवर्सन, आरबीसी 6-4, किसान किताब, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, अतिक्रमण हटाये जाने से संबंधित आवेदन प्रमुख रूप से प्राप्त कर अतिशीघ्र निराकरण करना सुनिश्चित किया जाएगा। जिन आवेदनों का निराकरण मौके पर ही किया जाना संभव हो, उसे तत्काल शिविर स्थल में ही निराकृत किया जाएगा। शिविर में संबंधित न्यायालय के रीडर, भुईयां ऑपरेटर द्वारा त्वरित किये जा सकने वाले न्यायालयीन संबंधी कार्य तत्काल पूर्ण किए जाएंगे।
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राजनांदगांव । ग्रामोद्योग विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्था चाम्पा एवं वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित बरगढ़ (उड़ीसा) में जुलाई 2025 से प्रारंभ होने वाले डिप्लोमा इन हैण्डलूम एण्ड टेक्सटाईल टेक्नोलॉजी के त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम के प्रथम सेमेस्टर एवं लेटेराल एण्ट्री के माध्यम से सीधे तृतीय सेमेस्टर मेें प्रवेश हेतु छत्तीसगढ़ राज्य के निवासियेां से आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। डिप्लोमा इन हैण्डलूम एण्ड टेक्सटाईल टेक्नोलॉजी के प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश हेतु कक्षा 10वीं अथवा समकक्ष परीक्षा अंग्रेजी विषय सहित उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके लिए आयु सीमा 15 से 23 वर्ष, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा 17 से 25 वर्ष के बीच होना आवश्यक है।
डिप्लोमा इन हैण्डलूम एण्ड टेक्सटाईल टेक्नोलॉजी के त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम के लेटेराल एण्ट्री के माध्यम से सीधे तृतीय सेमेस्टर मेें प्रवेश हेतु गणित, भौतिकी एवं रसायन विषय सहित कक्षा 12वीं की परीक्षा के साथ वस्त्र प्रौद्योगिकी में अतिरिक्त विषय सहित 10वीं परीक्षा के साथ 2 वर्ष का औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) से प्रशिक्षण प्राप्त या 12वीं परीक्षा के साथ 2 वर्ष का औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) से प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी प्रवेश हेतु पात्र होंगे। इसके लिए आयु सीमा 17 से 25 वर्ष, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा 17 से 27 वर्ष के बीच होना आवश्यक है। इस संबंध में अन्य जानकारी एवं आवेदन पत्र संस्थान के वेबसाईट www.iihtchampa.org.in से प्राप्त की जा सकती है। स्वप्रमाणित आवेदन पत्र स्पीड पोस्ट, ईमेल [email protected] या स्वयं उपस्थित होकर 10 जून 2025 को शाम 5 बजे तक प्राचार्य भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान मड़वा प्लांट रोड लछनपुर चौक चाम्पा जिला जांजगीर-चाम्पा (छत्तीसगढ़) पिन 495669 में जमा किया जा सकता है। इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए ग्रामोद्योग संचालनालय हाथकरघा इन्द्रावती भवन नवा रायपुर एवं जिले में जिला हाथकरघा अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। - -"हमारे बुजुर्ग, हमारी धरोहर" थीम पर स्वास्थ्य मेले का आयोजनमहासमुंद, / जिले भर में आयोजित "दाई-बाबा दिवस" के अवसर पर कुल 5115 बुजुर्गों ने स्वास्थ्य परीक्षण एवं सेवाओं का लाभ उठाया। यह आयोजन बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने के साथ-साथ समाज में उनके प्रति सम्मान, संवेदनशीलता एवं संवाद की भावना को भी सशक्त बनाने में सफल रहा।यह विशेष दिवस राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर के संयुक्त निर्देशन में आयोजित किया गया। इस दिन की थीम "हमारे बुजुर्ग, हमारी धरोहर" रखी गई, जिसका उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान, सामाजिक सहभागिता और पीढ़ियों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को मजबूत करना था।स्वास्थ्य मेला जिले के जिला चिकित्सालय , पांचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सभी 258 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र) में एक साथ आयोजित किया गया।बुजुर्गों को समर्पित इस दिवस में उन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोतियाबिंद, हड्डियों की मजबूती, मानसिक स्वास्थ्य एवं संज्ञानात्मक क्षमता की जांच जैसी सेवाएं प्रदान की गईं। साथ ही वृद्धावस्था पोषण एवं आयुष आधारित परामर्श भी उपलब्ध कराया गया।जिन बुजुर्गों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं था, उनका मौके पर पंजीयन कर डिजिटल हेल्थ आईडी (आभा आईडी ) से लिंक किया गया। ताकि वे भविष्य में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निःशुल्क उपचार का लाभ प्राप्त कर सकें।स्वास्थ्य केंद्रों पर बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जैसे – छाया, बैठने की उचित व्यवस्था, पेयजल सुविधा, प्राथमिक चिकित्सा किट, व्हीलचेयर एवं सहायक दल। दूरदराज के क्षेत्रों से बुजुर्गों को मोबाइल हेल्थ टीम द्वारा लाया गया। साथ ही ANM, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व मितानिनों की सहायता से बच्चों को प्रेरित किया गया कि वे अपने दादा-दादी, नाना-नानी को स्वास्थ्य केंद्र लेकर आएं।कार्यक्रम के दौरान बुजुर्गों को वयोवृद्ध पहचान पत्र (पीला कार्ड), श्रीफल और जरूरतमंदों को वॉकिंग स्टिक भी प्रदान की गई।इस आयोजन का सफल संचालन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशियां, जिला नोडल अधिकारी (NPHCE) डॉ. अनिरुद्ध सिंह कसार एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती नीलू घृतलहरे के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ
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- शिविर में किसान किताब, त्रुटिसुधार आदेश की प्रति, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र का किया गया वितरण
- कलेक्टर ने राजस्व शिविर में नागरिकों की सुनी समस्याएं, समय-सीमा में निराकरण के दिए निर्देश
- शिविर में कुल 467 आवेदन हुए प्राप्त, जिसमें से 131 आवेदनों का तत्काल मौके पर ही किया गया निराकरण
राजनांदगांव । जनसामान्य की समस्याओं का निराकरण करने तथा उन्हें तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी तहसील कार्यालय में राजस्व शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिससे नागरिकों को राजस्व से संबंधित समस्याओं के लिए भटकना न पड़े और उनके कार्य तत्काल पारदर्शिता के साथ शीघ्र पूरा हो सके। इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज राजनांदगांव तहसील कार्यालय में आयोजित राजस्व शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने राजस्व शिविर में सभी पटवारी हल्के के टेबल में पहुंचकर प्राप्त आवेदनों की वस्तुस्थिति जानकारी ली और उसे समय-सीमा में नियमानुसार निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर डॉ. भुरे ने स्वयं नागरिकों से आवेदन लिया और उनकी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना। उन्होंने नागरिकों की समस्याओं का निराकरण करने अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व शिविर में एक साथ सभी राजस्व निरीक्षक और पटवारी उपलब्ध है। इसके साथ ही सभी राजस्व अधिकारी उपस्थित है। जिससे राजस्व से संबंधित आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया जाएगा। शिविर में प्राप्त आवेदनों को पंजीबद्ध किया जा रहा है। प्राप्त आवेदनों के निराकरण के लिए समय-सीमा भी निर्धारित की जा रही है।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने शिविर में उपस्थित किसानों एवं नागरिकों को राजस्व से संबंधित समस्याओं का निराकरण करते हुए किसान किताब, संबंधितों को राजस्व अभिलेख में त्रुटि सुधार के आदेश की प्रति, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, सहायता अनुदान राशि, सड़क दुर्घटना से प्रभावित परिजनों को सहायता राशि प्रदान की। इसके साथ ही तालाब में डुबने से दो लोगों की मृत्यु होने पर 4-4 लाख रूपए की सहायता अनुदान राशि प्रदान की। राजस्व शिविर राजनांदगांव में कुल 467 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें नामांतरण के 87, बंटवारा के 27, सीमांकन के 15, बटांकन के 58, त्रुटि सुधार के 85, आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र के लिए 72, अतिक्रमण से संबंधित 35, पट्टा के 16, ऋण पुस्तिका के लिए 38 तथा अन्य समस्याओं के 34 आवेदन प्राप्त हुए।
उल्लेखनीय है कि तहसील स्तरीय राजस्व शिविर में अविवादित नामांतरण, अविवादित बंटवारा, धारा 115 के तहत त्रुटि सुधार सीमांकन, डायवर्सन, आरबीसी 6-4, किसान किताब, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, अतिक्रमण हटाये जाने से संबंधित आवेदन प्रमुख रूप से प्राप्त कर अतिशीघ्र निराकरण करना सुनिश्चित किया जाएगा। जिन आवेदनों का निराकरण मौके पर ही किया जाना संभव हो, उसे तत्काल शिविर स्थल में ही निराकृत किया जाएगा। शिविर में संबंधित न्यायालय के रीडर, भुईयां ऑपरेटर द्वारा त्वरित किये जा सकने वाले न्यायालयीन संबंधी कार्य तत्काल पूर्ण किए जाएंगे। - -मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से विकास कार्यों को मिली रफ्ताररायपुर । महिला एवं बाल विकास मंत्री और भटगांव विधानसभा की विधायक श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से क्षेत्र में आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 20 करोड़ 56 लाख 55 हजार रूपए की मंजूरी दी गई है। इन कार्यों में एन.एच. 43 से नया कृष्ण मंदिर सिलफिली बनारस रोड तक 5 किलोमीटर लंबे पहुँचमार्ग का निर्माण कार्य, जिसकी लागत 690.68 लाख रूपये है। इसी प्रकार एन.एच. 43 से मायापारा दुर्गाबाड़ी होते हुए रविंद्र नगर (नवापारा) तक 4 किलोमीटर का पहुँच मार्ग 448.95 लाख रूपए की लागत से तैयार किया जाएगा। बीरमताल से उमेशपुर के बीच गोबरी नदी पर पुलिया निर्माण कार्य हेतु 307.19 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई है। सूरजपुर के कुप्पा जमघरपारा से चौकीदार पारा नवापारा गिरहूलपारा तक 6.10 किलोमीटर तक पहुंचमार्ग 593.73 लाख रूपए की स्वीकृति दी गई है।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि इन निर्माण कार्यों के पूरा होने से न सिर्फ क्षेत्र में यातायात सुविधा बेहतर होगी, बल्कि ग्रामीणों को सुगम आवागमन के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार जनता से किए गए हर वादे को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है।
- रायपुर।, रायपुर जिले में आज “आरोग्य मेला” के अंतर्गत दाई-बबा दिवस का आयोजन जिले के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य बुजुर्गों के स्वास्थ्य, सम्मान और सहभागिता को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम जिला कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन एवं मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मिथलेश चौधरी के निर्देशन में आयोजित किया गया।इस अवसर पर चंगोरा भाटा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित केंद्रीय समारोह का शुभारंभ पार्षद श्रीमती ममता तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। “हमारे बुजुर्ग, हमारी धरोहर” थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में बुजुर्गों ने अपने बच्चों और पोते-पोतियों के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया।प्रमुख गतिविधियाँ:स्वास्थ्य कार्ड वितरण: बुजुर्गों के लिए विशेष स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए जिसमें जांच रिपोर्ट और परामर्श शामिल थे।स्वास्थ्य जांच शिविर: बीपी, शुगर, हड्डी-जोड़, मानसिक स्वास्थ्य, याददाश्त परीक्षण, आयुर्वेद, योग और जीवनशैली संबंधी परामर्श प्रदान किया गया।डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं: डिजिटल हेल्थ आईडी, आभा कार्ड, और वय वंदन कार्ड बनाए गए।संवेदनशीलता गतिविधियाँ: “हम अपने बड़ों का ध्यान कैसे रखें” विषय पर संवाद और “मेरे दादा मेरी प्रेरणा हैं” विषय पर बच्चों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी गईं।सम्मान समारोह: सबसे वरिष्ठ, सबसे सक्रिय और प्रेरक जोड़ी वाले बुजुर्गों को मंच पर सम्मानित किया गया।सुविधाएं: बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर और परिवहन की विशेष व्यवस्था की गई थी।इस दौरान रायपुर स्थित वृद्धाश्रम में विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें तीन अलग-अलग टीमों ने निवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। वहीं जो बुजुर्ग आयोजन स्थल तक नहीं आ सके, उनके लिए होम विजिट की सुविधा भी दी गई ताकि कोई भी सेवा से वंचित न रह जाए।कार्यक्रम में डॉ. संजीव मेश्राम, डॉ. प्रीति नारायण, और डीपीएम श्री मनीष मेजर वार सहित स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम का सराहनीय योगदान रहा।जिला स्वास्थ्य विभाग रायपुर ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने परिवार के बुजुर्गों को नियमित रूप से स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ें और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करें।
- बिलासपुर/निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान प्रतिशत रुझानों (VTR) साझा करने की प्रक्रिया को उन्नत किया जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग अब एक सुव्यवस्थित, प्रौद्योगिकी-संचालित प्रणाली की शुरुआत कर रहा है, जिससे अनुमानित मतदान प्रतिशत रुझानों पर समयबद्ध अद्यतन प्रदान किए जा सकें। यह नई प्रक्रिया पुराने मैनुअल रिपोर्टिंग तरीकों से जुड़ी समय की देरी को काफी हद तक कम कर देगी। यह पहल आयोग की समय पर सार्वजनिक संचार सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जिस पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार कई अवसरों पर जोर दे चुके हैं।बताया गया कि 1961 के निर्वाचन नियमों के अंतर्गत नियम 49S के तहत, पीठासीन अधिकारी (PRO) को मतदान समाप्ति के बाद मतदान केंद्र पर उपस्थित उम्मीदवारों द्वारा नामित मतदान एजेंटों को फॉर्म 17C में दर्ज मतों का विवरण देना आवश्यक होता है। यह कानूनी आवश्यकता यथावत बनी रहेगी, लेकिन विटिआर ऐप को अद्यतन करने की प्रक्रिया, जो अब तक एक सहायक, गैर-संवैधानिक तंत्र के रूप में विकसित हुई थी, को तेज करने के लिए सुव्यवस्थित किया जा रहा है।इस नई पहल के तहत, प्रत्येक मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी अब मतदान के दिन हर दो घंटे में ईसीआई नेट ऐप में मतदान प्रतिशत दर्ज करेंगे ताकि मतदान रुझानों के अद्यतन करने में लगने वाले समय में कमी आएगी। यह जानकारी स्वतः निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर संकलित की जाएगी। मतदान प्रतिशत के अनुमानित रुझान पहले की तरह हर दो घंटे में प्रकाशित होते रहेंगे।विशेष रूप से, मतदान समाप्त होने के बाद पीठासीन अधिकारी अब मतदान केंद्र छोड़ने से पहले ई सी आई नेट ऐप में मतदान डेटा दर्ज करेंगे, जिससे देरी में कमी आएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मतदान समाप्ति के बाद निर्वाचन क्षेत्रवार अनुमानित मतदान प्रतिशत अद्यतन वी टी आर ऐप पर नेटवर्क कनेक्टिविटी उपलब्ध होने की स्थिति में उपलब्ध हो। जहाँ मोबाइल नेटवर्क अनुपलब्ध है, वहाँ डेटा ऑफलाइन दर्ज किया जा सकता है और कनेक्टिविटी बहाल होने पर सिंक किया जा सकता है। यह अद्यतन वीटीआर ऐप बिहार चुनावों से पहले इ सी आर नेट का एक अभिन्न अंग बन जाएगा।पूर्व में मतदान प्रतिशत डेटा सेक्टर अधिकारियों द्वारा मैन्युअल रूप से एकत्र किया जाता था और फोन कॉल, एसएमएस या मैसेजिंग ऐप्स के माध्यम से रिटर्निंग अधिकारियों को भेजा जाता था। इस जानकारी को हर दो घंटे में संकलित करके वीटीआर ऐप पर अपलोड किया जाता था। प्रायः मतदान प्रतिशत रुझानों को देर रात या अगले दिन फिजिकल रिकॉर्ड मिलने के बाद अपडेट किया जाता था, जिससे 4–5 घंटे या उससे अधिक की देरी होती थी, जिससे कुछ लोगों के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती थी।की प्रक्रिया को उन्नत किया जाएगा
- बिलासपुर,/जिले में 07 एवं 08 जून 2025 को ईद-उल-जूहा पर्व के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कलेक्टर ने इस आशय के आदेश जारी किये हैं। जारी आदेश अनुसार तहसीलदार एवं कार्यपालिक दंडाधिकारी श्रीमती गरिमा ठाकुर मो0न0 9713655935 की ड्यूटी सिविल लाईन एवं सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लगाई गई है। इसी प्रकार अतिरिक्त तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री लखेश्वर प्रसाद किरण मो0न0 9406206222 की ड्यूटी सरकण्डा एवं कोनी थाना क्षेत्र, नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री विभोर यादव मो0न0 7000582399 की ड्यूटी तोरवा एवं तारबाहर थाना क्षेत्र, नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री राहुल शर्मा मो0न0 7898881523 की ड्यूटी सिरगिट्टी थाना क्षेत्र, नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी सुश्री नेहा विश्वकर्मा मो0न0 9131179578 की ड्यूटी पुलिस कंट्रोल रूम और महिला थाना क्षेत्र में लगाई गई है।
- -छत्तीसगढ़ में रूफटॉप सोलर सिस्टम से उपभोक्ता हो रहे आत्मनिर्भर, बिजली बिल से मिल रही बड़ी राहतरायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस योजना ने प्रदेश के आम नागरिकों को अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाकर खुद बिजली पैदा करने की सुविधा दी है, जिससे न केवल पर्यावरण को फायदा हो रहा है, बल्कि उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से लाभ पहुंच रहा है। घरों में रूफटॉप सोलन सिस्टम लगाए जाने से बिजली बिल शुन्य हो रहा है, इससे उपभोक्ता बिजली के लिए आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं।सरकार से मिल रही है सब्सिडीइसी योजना से लाभान्वित हुए हैं जांजगीर-चांपा जिले के चांपा नगर निवासी श्री रजनीकांत राठौर। उन्होंने अपने मकान की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाया है, जिसकी कुल लागत 1.80 लाख रुपए रही। इसमें उन्हें सरकार की ओर से 78 हजार रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई। श्री राठौर ने बताया कि पहले उनका बिजली बिल काफी ज्यादा आता था, लेकिन अब बिल पूरी तरह शून्य हो गया है। उन्होंने इस योजना को आमजन के लिए आर्थिक रूप से राहत देने वाली और पर्यावरण हितैषी बताते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया है।प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के अंतर्गत राज्य के पात्र उपभोक्ताओं को 78 हजार रूपए तक की सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान की जा रही है। योजनांतर्गत 0 से 105 यूनिट मासिक खपत के लिए 1 से 2 किलोवाट सोलर प्लांट पर 30 हजार से 60 हजार रुपए तक अनुदान, 150 से 300 यूनिट मासिक खपत के लिए 2 से 3 किलोवाट सोलर प्लांट पर 60 हजार से 78 हजार रुपए तक अनुदान, औसत मासिक विद्युत खपत 300 से अधिक यूनिट के लिए 3 किलो वॉट से अधिक रूफटॉप सोलर प्लांट क्षमता हेतु 78 हजार रूपए तक का अनुदान का प्रावधान है।इस योजना ने छत्तीसगढ़ में न केवल ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया है, बल्कि लाखों घरों को आर्थिक रूप से सशक्त करने का मार्ग भी प्रशस्त किया है। श्री रजनीकांत की तरह प्रदेश के अनेक परिवार अब अपने बिजली बिल से पूरी तरह मुक्ति पा चुके हैं।
- -राजधानी रायपुर में हो रही सप्लाई-अन्य लोगों को अपने अभिनव प्रयोग का दे रहीं प्रशिक्षणरायपुर ।औषधीय गुणों से भरपूर सुपर फुड मुनगा की फसल लेकर धमतरी जिले के ग्राम कोकड़ी की महिलाएं अपनी आमदनी दुगुना कर रहीं हैं। मुनगा को सब्जी के तौर पर तो उपयोग किया ही जाता है। इसके साथ ही मुनगे की पत्तियों का पावडर मल्टीविटामिन सप्लीमेंट के साथ ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और बीपी को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। यही वजह है कि महिलाएं मुनगा की बिक्री ना केवल आसपास के बाजारों में कर रहीं हैं, बल्कि राजधानी रायपुर में भी इसकी सप्लाई कर रहीं हैं। इससे उन्हें दुगुनी आमदनी मिल रही है।सरकार में मिल रही है मददधमतरी जिले के कुरूद विकासखण्ड स्थित ग्राम पंचायत कोकड़ी की जय मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती रामेश्वरी साहू बतातीं हैं कि उनके समूह में 12 सदस्य हैं, जो मिल-जुलकर मुनगे की खेती कर रहीं हैं। उन्होंने बताया कि गांव के खाली पड़े लगभग साढ़े तीन एकड़ से अधिक की भाठा जमीन पर मिश्रित खेती करने के लिए उन्हें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत वर्ष 2022-23 में 11 लाख 44 हजार रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति मिली। इसके बाद महिलाओं ने इस भाठा जमीन पर साल भर मेहनत किया और उनके द्वारा लगाए गए पौधे लहलहाने लगे। इन पौधों में मुनगा के अलावा करौंदा, आंवला और नींबू के पौधे शामिल हैं। मुनगे के पेड़ों में फल जल्दी लगने लगे और साल में दो फसल मिलने लगी। इससे महिलाओं को दुगुनी आय मिल रही है। श्रीमती साहू बताती हैं कि उनके इस अभिनव प्रयोग को देखने के लिए जिले के अन्य गांव के लोग भी आते हैं और उनसे इसका प्रशिक्षण भी लेकर जाते हैं।आजकल खेती के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है और आधुनिक तरीके से भी लोग खेती कर रहे हैं। धान, गेहूं, दलहन-तिलहन के अलावा अब लोग सब्जियों की फसल लेने में आगे आ रहे हैं और मुनाफा भी कमा रहे हैं। मुनगा का पौधा किसी भी जमीन पर आसानी से उगने और कम पानी में भी जल्द फल देने वाला पौधा है। इसमें प्रोटिन, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी, सी और ए की मात्रा भरपूर होती है। मुनगा के जड़, छाल, फूल, पत्तियां और फल सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि सेहत से भी सीधा रिश्ता रखता है। मुनगे के इसी गुण के कारण इसकी अच्छी खासी मांग रहती है।
- रायपुर ।राज्यपाल श्री रमेन डेका ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले रायपुर निवासी स्वर्गीय श्री दिनेश अग्रवाल की पत्नी श्रीमती नेहा अग्रवाल को स्वेच्छानुदान मद से गत दिवस 2 लाख रूपए की सहायता राशि संबंधी चेक प्रदान किया।
- दंतेवाड़ा । जिला परिवहन विभाग द्वारा सड़कों पर अंधाधुंध गति से वाहन चलाने अथवा वाहनों पर बेतरतीब तरीके से सामान लोडिंग कराने वाले वाहनों पर कड़ी कार्यवाही की जा रही हैं इस क्रम में विगत दिवस विभाग द्वारा एक्शन लेते हुए असुरक्षित ढंग से बाहर निकले हुए पाइप और रॉड ले जारी वाहन पर मोटरयान अधिनियम के तहत 20 हजार रुपये का चालान काटा गया। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने जानकारी दी कि रोड सेफ्टी के तहत सड़कों को आम जनों के लिए सुरक्षित बनाने एवं लापरवाह वाहन चालकों पर लगाम कसने के लिए विभाग द्वारा आगे भी इस प्रकार की कार्यवाही जारी रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने वाहन मालिकों एवं वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया।
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-मुख्यमंत्री साय, विस अध्यक्ष डॉ. सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष देव समेत प्रदेश के मंत्रियो, सांसदों, विधायकों और महापौर की रहेगी उपस्थिति
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेता श्रीनिवास मद्दी का आगामी 07 जून को छत्तीसगढ़ बेवरेजेस कॉर्पोरेशन के नवनियुक्त अध्यक्ष के तौर पर पदभार ग्रहण समारोह रखा गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। छत्तीसगढ़ बेवरेजेस कॉर्पोरेशन के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री मद्दी के पदभार ग्रहण के सुबह 10.30 बजे पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम (साइंस कॉलेज परिसर) में होने वाले इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, उप मुख्यमंत्री द्वय अरुण साव व विजय शर्मा, कैबिनेट मंत्रीगण रामविचार नेताम, केदार कश्यप, ओ.पी. चौधरी, श्याम बिहारी जायसवाल, लक्ष्मी राजवाड़े व टंकराम वर्मा, सांसद द्वय बृजमोहन अग्रवाल व महेश कश्यप, विधायकगण लता उसेण्डी, राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, सुनील सोनी, पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, चैतराम अटामी व विनायक गोयल तथा महापौर द्वय संजय पाण्डेय व मीनल चौबे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगीं।
- -सेंटरिंग सामग्री किराए पर देकर शुरू किया स्वरोजगाररायपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अब सिर्फ आवास प्रदान करने तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम बन रही है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पुसौर विकासखंड अंतर्गत बड़े हल्दी और मिड़मिड़ा की महिलाओं ने इस योजना को स्वरोजगार का जरिया बना लिया है।यहां की सुधा महिला ग्राम संगठन और चंद्रहासिनी महिला संकुल ने महिला स्व-सहायता समूहों के सहयोग से निर्माण कार्यों में उपयोग होने वाले सेंटरिंग सामान की खरीदी कर, उसे प्रधानमंत्री आवास निर्माण स्थलों में किराए पर उपलब्ध कराना शुरू किया है। इससे उन्हें नियमित आय प्राप्त हो रही है और उनके जीवनस्तर में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।संगठन की शुरुआत वर्ष 2019 में केवल 10 समूहों के साथ हुई थी, जो अब बढ़कर 18 समूहों तक पहुंच गई है। इनसे लगभग 200 महिलाएं प्रत्यक्ष रूप से जुड़ चुकी हैं। संगठन ने 4 लाख 20 हजार रुपये का लोन लेकर सेंटरिंग सामग्री की खरीदी की है, जिसे पीएम आवास निर्माण में उपयोग किया जा रहा है।महिलाओं का कहना है कि बिहान योजना के अंतर्गत मिली सहायता और पीएम आवास की बढ़ती संख्या के कारण उन्हें रोजगार के स्थायी अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार प्रकट करते हुए कहा कि शासन की योजनाओं ने उन्हें आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाई है।
- -कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक रजनीश सिंह ने बताया : छत्तीसगढ़ में भाजपा प्रदेश इकाई द्वारा विविध कार्यक्रमों की संरचना की गईरायपुर। भारतीय जनता पार्टी आगामी 9 जून से 'संकल्प से सिद्धि' अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के विकसित भारत के अमृत काल और सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण के गौरवपूर्ण 11 साल पूरे होने पर देशव्यापी सघन अभियान चलाएगी। कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक रजनीश सिंह ने बताया कि इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी भाजपा प्रदेश इकाई द्वारा विविध कार्यक्रमों की संरचना की गई है। इस हेतु समग्र मार्गदर्शन के लिए प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव जी की उपस्थिति में 3 जून को एकात्म परिसर में प्रदेशस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। जिसमे मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाने के लिए 9 जून से 21 जून तक यह अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 'विकसित भारत का अमृत काल एवं सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल' पर आधारित होगा।अभियान के प्रदेश संयोजक श्री सिंह ने बताया कि विश्व योग दिवस के निमित्त सभी मंडलों में योग शिविर का आयोजन रखा गया है। ग्राम / वार्ड / शक्ति केन्द्र / बूथ स्तर पर 15 से 17 जून तक प्रत्येक शक्ति केंद्र पर एक चौपाल कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और शहरों में मोहल्ला चौपाल एवं पंचायत केंद्रों में ग्राम चौपाल का आयोजन होगा। इन कार्यक्रमों में 11 वर्ष की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। आयुष्मान योजना (वय वंदन) में शत-प्रतिशत वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण एवं कार्ड वितरण किया जाएगा और लोगों को विकसित भारत का संकल्प दिलाया जाएगा। मोदी सरकार की 11 वर्ष की उपलब्धियों का साहित्य घर-घर वितरित करेंगे। इन कार्यक्रमों के लिए प्रदेश की राजधानी एवं बड़े नगरों में केंद्रीय मंत्री/राष्ट्रीय पदाधिकारी/मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री प्रवास होगा और जिला स्तर पर प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश सरकार के मंत्री, सांसदों का प्रवास होगा। मंडल पर जिला पदाधिकारी, विधायक, मेयर, निर्वाचित जनप्रतिनिधि, मोर्चा प्रदेश पदाधिकारी और शक्तिकेंद्र पर मंडल स्तर से ऊपर के सभी पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि का प्रवास होगा। जिला स्तर पर सेमिनार, लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान कार्यक्रम के अतिरिक्त छात्रों / कॉलेजों / शैक्षणिक संस्थाओं को लक्षित कर कार्यक्रम किए जाएंगे और प्रदर्शनी लगाई जाएगी।