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- रायपुर। स्वास्थ्य विभाग ने रिश्वत लेने के आरोप में एक चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, डॉ. राजेन्द्र कुमार पटेल, पद प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा, जिला सक्ती को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) बिलासपुर द्वारा 17 अक्टूबर 2025 को डॉ. पटेल को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद वे 48 घंटे से अधिक समय तक पुलिस अभिरक्षा में रहे। इस आधार पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की गई है।राज्य शासन ने आदेश जारी करते हुए डॉ. पटेल को 17 अक्टूबर 2025 से प्रभावशील निलंबित किया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं, संभाग बिलासपुर को निर्धारित किया गया है। इस अवधि में वे मूलभूत नियम के अंतर्गत जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करने के पात्र होंगे।
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-महाविद्यालय भवन के बाउण्ड्रीवॉल के लिए 30 लाख देने की घोषणा की
रायपुर। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव के मुख्य आतिथ्यि में गुरुवार को नगर पालिका कुम्हारी में 16 करोड़ 30 लाख 51 हजार रुपए की लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन संपन्न हुआ। इनमें वार्ड क्रमांक 15 में 30 लाख रूपए की लागत से अटल परिसर निर्माण कार्य, 5 करोड़ 32 लाख 68 हजार रूपए के लागत सेे जंजगिरी तालाब का सौंदर्यीकरण एवं अन्य विकास कार्य, 16 लाख 92 हजार रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 13 जी.ई.रोड कुम्हारी टोल प्लाजा के पास आकांक्षीय शौचालय निर्माण कार्य, 03 करोड़ 01 लाख 21 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका कुम्हारी क्षेत्रांतर्गत विभिन्न वार्डों में सी.सी. रोड एवं बी.टी. रोड निर्माण कार्य, 01 करोड़ 67 लाख 72 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका कुम्हारी क्षेत्रातंर्गत विभिन्न वार्डों में आर.सी.सी. नाली निर्माण कार्य, 01 करोड़ 16 लाख 14 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका कुम्हारी क्षेत्रातंर्गत पेवर ब्लाक, चबूतरा, शेड, सामुदायिक भवन निर्माण कार्य का लोकार्पण तथा 04 करोड़ 65 लाख 84 हजार रूपए की लागत से स्वर्गीय श्रीमती बिन्देश्वरी बघेल शासकीय महाविद्यालय भवन का भूमिपूजन शामिल है। उन्होंने महाविद्यालय भवन बाउण्ड्रीवॉल हेतु 30 लाख रूपए की घोषणा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद श्री विजय बघेल ने की।समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि आज नगर पालिका कुम्हारी के अंतर्गत 11 करोड़ 64 लाख रुपए लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया है। साथ ही 04 करोड़ 65 लाख लागत के स्वर्गीय श्रीमती बिन्देश्वरी बघेल शासकीय महाविद्यालय भवन का भूमिपूजन भी संपन्न हुआ है। उन्होंने भूमिपूजन का महत्व बताते हुए कहा कि भूमिपूजन के माध्यम से हम धरती माता से क्षमा याचना करते हैं। निर्माण कार्य के दौरान अनेकों जीव-जन्तु मारे जाते हैं, उनकी आत्मा की शांति के लिए भूमिपूजन किया जाता है।इसके अलावा स्थान छोड़कर जाने वाले जीव-जन्तु के लिए प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा कि धरती का भार शेषनाग ने उठाया है, इसके लिए भी हम प्रार्थना करते हैं। साथ ही भवन का निर्माण वास्तुशास्त्र के अनुरूप हो, इसके लिए भी भूमिपूजन के माध्यम से कामना की जाती है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय परिवार के लिए यह खुशी की बात है कि आज स्वयं के भवन का निर्माण होने जा रहा है। प्रदेश सरकार विद्यार्थियों का भविष्य गढ़ने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयास कर रही है। श्री साव ने उम्मीद जताई कि महाविद्यालय भवन निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण होगा और विद्यार्थियों को नये भवन में विद्या अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने सांसद श्री विजय बघेल एवं महाविद्यालय की प्राचार्य की मांग का जिक्र करते हुए महाविद्यालय भवन के बाउण्ड्रीवॉल निर्माण कार्य के लिए 30 लाख रूपए की घोषणा किया।सांसद श्री विजय बघेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार का विकास कुम्हारी में दिख रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर बढ़ रहा है। यह महाविद्यालय भी बहुत जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने महाविद्यालय भवन के बाउण्ड्रीवॉल निर्माण हेतु प्राचार्य की मांग का समर्थन करते हुए मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री साव से आवश्यक राशि की घोषणा करने का आग्रह किया।महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती सुनीता सोनवती ने स्वागत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने महाविद्यालय भवन के लिए बाउण्ड्रीवॉल निर्माण हेतु मुख्य अतिथि श्री साव का ध्यान आकृष्ट किया। इस अवसर पर नगर पालिका कुम्हारी की अध्यक्ष श्रीमती मीना वर्मा, अहिवारा विधायक प्रतिनिधि श्री संजय बघेल तथा श्री सुरेन्द्र कौशिक एवं अन्य जनप्रतिनिधि, महाविद्यालय के प्राध्यापकगण और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। - - बीमित राशि का 25 प्रतिशत कृषकों को त्वरित भुगतान के प्रावधान के तहत प्रकरण तैयार किया गयाराजनांदगांव । कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव के समक्ष डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम बरनालाकला के किसानों द्वारा जनदर्शन में अधिक वर्षा से फसल क्षति होने तथा क्षतिपूर्ति हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था। कलेक्टर के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कृषि विभाग एवं बीमा कंपनी के मैदानी अधिकारियों द्वारा ग्राम बरनालाकला में किसानों द्वारा खेतों में काटकर रखे धान फसल के क्षति का आकलन करने निरीक्षण किया गया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अधिसूचित बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के टोल फ्री नंबर 14447 में शिकायत दर्ज करवाकर प्रावधान अनुसार फसल क्षति आकलन पर बीमित राशि का 25 प्रतिशत कृषकों को त्वरित भुगतान के प्रावधान के तहत प्रकरण तैयार किया गया। फसल क्षति आकलन निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री जीवन चंद्रवंशी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री सुनील शर्मा एवं बीमा कंपनी से श्री छबि लाल चंद्रवंशी, श्री गजेंद्र कंवर, श्री महेंद्र सलामे तथा ग्राम के किसान श्री छगन साहू, श्री देव कुमार झाधव, श्री रजलाल निषाद, श्री मूलचंद सोनवाने, श्री कृष्णा यादव एवं अन्य किसानों उपस्थित थे।कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत फसल बीमा करवाने वाले गैर ऋणी व ऋणी कृषकों को बारिश व आपदा से फसल कटाई के 14 दिवस तक खेत में पड़ी कटाई उपरांत फसल खराब होने की दशा में टोल फ्री नंबर 14447 या क्रॉप इंश्योरेंस ऐप या पीएमएफबीवाय वाट्सएप चेटबोट 7065514447 पर शिकायत 72 घंटे के भीतर दर्ज कराने की अपील की गई है। जिससे कंपनी द्वारा खराब फसल का निर्धारित समय में सर्वे कर किया जा सके और किसान को उचित मुआवजा प्राप्त हो सके।कैसे करें शिकायत-कृषक अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप चौट बॉट नंबर 7065514447 पर मैसेज कर सीधे ही फसल खराब की शिकायत दर्ज करवा सकते है। किसान कृषि रक्षक पोर्टल हेल्पलाइन नंबर 14447 पर कॉल कर आधार कार्ड नंबर से फसल खराब की शिकायत दर्ज करवा सकते है। ऋणी कृषक जिस बैंक से केसीसी उठा रखा है, उस बैंक शाखा से पॉलिसी नंबर प्राप्त कर खराब फसल की शिकायत दर्ज करवाए जबकि ऋणी व गैर ऋणी कृषक पीएमएफबीवाय पोर्टल पर फार्मर कॉर्नर ऑप्शन पर अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से अपने पॉलिसी नंबर का पता कर खराब फसल की शिकायत दर्ज करा सकते है। कृषक पीएमएफबीवाय फसल बीमा ऐप पर अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लॉग इन कर फसल खराब की शिकायत दर्ज करवा सकते है।
- - ग्राम पंचायत सरपंच से चर्चा कर विकास कार्यों की ली जानकारी- ग्राम पंचायत में सही तरीके से पंजी संधारण के लिए दिए आवश्यक निर्देश- कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत निर्माणाधीन आवासों का किया निरीक्षण- हितग्राहियों से चर्चा कर आवास शीघ्र पूर्ण करने के दिए निर्देशराजनांदगांव । कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत उपरवाह कार्यालय का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने ग्राम पंचायत में उपस्थित सरपंच से चर्चा कर गांव में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम पंचायत में संधारित पंजीयों का निरीक्षण किया। उन्होंने सही तरीके से पंजी संधारण करने के लिए ग्राम पंचायत सचिव को निर्देश दिए। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत गांव में पूर्ण, निमार्णाधीन एवं स्वीकृत आवासों की जानकारी ली। उन्होंने योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन आवासों को शीघ्र पूर्ण करने एवं अप्रारंभ आवासों को प्रारंभ कराने के लिए ग्राम पंचायत सचिव को निर्देशित किया।कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने ग्राम उपरवाह के करेलापारा में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण अंतर्गत निर्माणाधीन आवासों का निरीक्षण किया। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण तरीके से समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के लिए कहा। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से चर्चा कर शीघ्र पूर्ण करने कहा। इस दौरान ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती पुनीता साहू, सीईओ जनपद पंचायत श्री मनीष साहू उपस्थित थे।
- - कलेक्टर शिक्षा गुणवत्ता को जांचने 10वीं कक्षा के बच्चों के साथ बैठे- परीक्षा परिणामों की तैयारियों को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर कीराजनांदगांव । कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने राजनांदगांव विकासखंड के शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूल सलोनी का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री यादव ने आगामी परीक्षा परिणामों की तैयारियों को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने इस शिक्षण सत्र में स्कूल का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कक्षा 10वीं के अंग्रेजी एवं गणित विषय की कक्षाओं में विद्यार्थियों के साथ बैठकर शिक्षा गुणवत्ता को जांचा। उन्होंने अंग्रेजी विषय के शिक्षण कार्य पर असंतोष व्यक्त की। उन्होंने कक्षा 10वीं के बच्चों को अंग्रेजी विषय पढऩे का सरल तरीका बताया। स्कूल के पिछले वर्ष कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणाम अच्छे नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने आगामी परीक्षा परिणाम में प्रगति लाने के लिए साप्ताहिक एवं मासिक टेस्ट की अच्छे से समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूल में बंद प्रोजेक्टर को शीघ्र ठीक कर बच्चों के अध्ययन-अध्यापन कार्य में उपयोग करने के लिए प्राचार्य को निर्देश दिए।
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राजनांदगांव । महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के नवीन पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ दिलाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा नवीन पात्र हितग्राहियों एवं आवेदकों से प्राप्त शिकायतों के सुगम निवारण के लिए नवीन टोल फ्री हेल्प लाईन नंबर 1515 जारी किया गया है। हितग्राही नवीन टोल फ्री हेल्प लाईन नम्बर के माध्यम से अपनी शिकायतों व समस्याओं का समाधान आसानी से प्राप्त कर सकते है। नवीन टोल फ्री हेल्प लाईन नम्बर की सभी सुविधाए पूर्व में जारी हेल्प लाईन नम्बर के अनुसार ही होगी। नवीन हेल्प लाईन नम्बर 1515 का व्यापक प्रचार-प्रचार किया जा रहा है, ताकि शिकायतों का प्रभावी निराकरण कर अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ दियाया जा सके। इससे पूर्व प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए टोल फ्री नम्बर 14408 जारी किया गया था।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना केन्द्र एक महत्वकांक्षी योजना है। जिसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार एवं मजदूरी के क्षति के एवज में नकद राशि के रूप में आंशिक क्षतिपूर्ति प्रदान करना है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से जिले की पात्र गर्भवती एवं शिशुवती महिलाएं लाभांवित हो रही है। योजना के तहत पात्र महिला को पहले बच्चें के जन्म पर 2 किस्तों में, गर्भावस्था के पंजीयन पर एवं 6 महिने के भीतर एक बार प्रसव पूर्व जांच कराये जाने पर पहली किस्त के रूप में 3000 रूपए एवं दूसरी किस्त के रूप में 2000 रूपए बच्चें के जन्म के पंजीकरण तथा बीसीजी, पोलियो, डीटीपी एवं हिपेटाइसिस बी या इसके समानांतर प्रथम चक्र का टीका लगाये जाने के बाद प्रदान की जाती है। वही दूसरी संतान बालिका होने पर एकमुश्त 6000 रूपए की राशि प्रदान की जाती है। योजना का लाभ लेने महिला का बैंक खाता आधार सिडिंग होना आवश्यक है। राशि का भुगतान डीबीटी मोड के माध्यम से लाभार्थी के खाते में किया जाता है। हितग्राही को आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकरण कराना आवश्यक है। फर्म के साथ स्वयं, पति या परिवार के सदस्य का मोबाईल नंबर, महिला के बैंक खाते का विवरण, जच्चा-बच्चा कार्ड, आधार कार्ड का विवरण जमा करना होता है। पात्रता हेतु राशनकार्ड, आयुष्मान कार्ड, ई-श्रम कार्ड या मनरेगा जॉब कार्ड जमा करना होगा। साथ ही दूसरी संतान बालिका के जन्म पंजीकरण एवं बालिका के प्रथम चक्र का संपूर्ण टीकाकरण पूर्ण होना आवश्यक है। योजना का लाभ लेने हेतु एलएमपी (अंतिम माहवारी) से 570 दिवस अथवा बच्चें के जन्म के 270 दिवस के भीतर आवेदन किया जा सकता है। निर्धारित अवधि और पात्रता को पूरा करने वाले हितग्राही जो योजना का लाभ लेने से वंचित रह गये हो, वह योजना का लाभ लेने के लिए अपने निकटस्थ आंगनबाड़ी केन्द्र से सीधे संपर्क कर सकते है अथवा मोबाईल एप (https://pmmvy.wcd.gov.in/apk/PMMVYsoft.apk) के माध्यम से भी आवेदन कर सकते है। अधिक जानकारी हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग के दूरभाष क्रमांक 9406136904 और 7804905439 पर कार्यालयीन समय पर या हेल्प लाईन नंबर 1515 पर भी संपर्क कर योजना का लाभ उठा सकते है। - - किसानों से तहसील कार्यालय में मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में ली प्रतिक्रिया- तहसीलदार, कर्मचारी, च्वाईस सेंटर के कर्मचारियों को प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निराकरण करने के दिए निर्देश- राजस्व प्रकरणों को समय-सीमा में निराकरण करने के दिए निर्देशराजनांदगांव । कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव गुरुवार को बिना सूचना दिए राजनांदगांव विकासखंड के घुमका तहसील कार्यालय अचानक पहुंचे। कलेक्टर श्री यादव ने राजस्व प्रकरणों को समय-सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने तहसील कार्यालय में आए किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने अधिकारियों से उनके आवेदन पर जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके साथ ही किसानों से तहसील कार्यालय में मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में प्रतिक्रिया भी ली। उन्होंने कहा कि तहसील कार्यालय आने वाले नागरिकों एवं किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि 15 नवम्बर से धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों से धान खरीदी की जाएगी। इससे संबंधित किसानों के समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों एवं नागरिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए तहसील कार्यालय में एक हेल्प डेस्क लगाने के निर्देश तहसीलदार को दिए। जिससे किसानों एवं नागरिकों की समस्याओं का मॉनिटरिंग किया जा सके। उन्होंने ग्रामीणों से पटवारियों के कार्यों के संबंध में प्रतिक्रिया ली। उन्होंने पटवारियों को अपने हल्का से संबंधित समस्याओं का समय-सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान तहसीलदार श्री मुकेश ठाकुर, सीईओ जनपद पंचायत श्री मनीष साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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महाविद्यालय भवन के बाउण्ड्रीवॉल के लिए 30 लाख देने की घोषणा की
बिलासपुर/उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव के मुख्य आतिथ्यि में आज नगर पालिका कुम्हारी में 16 करोड़ 30 लाख 51 हजार रुपए की लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन संपन्न हुआ। इनमें वार्ड क्रमांक 15 में 30 लाख रूपए की लागत से अटल परिसर निर्माण कार्य, 5 करोड़ 32 लाख 68 हजार रूपए के लागत सेे जंजगिरी तालाब का सौंदर्यीकरण एवं अन्य विकास कार्य, 16 लाख 92 हजार रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 13 जी.ई.रोड कुम्हारी टोल प्लाजा के पास आकांक्षीय शौचालय निर्माण कार्य, 03 करोड़ 01 लाख 21 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका कुम्हारी क्षेत्रांतर्गत विभिन्न वार्डों में सी.सी. रोड एवं बी.टी. रोड निर्माण कार्य, 01 करोड़ 67 लाख 72 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका कुम्हारी क्षेत्रातंर्गत विभिन्न वार्डों में आर.सी.सी. नाली निर्माण कार्य, 01 करोड़ 16 लाख 14 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका कुम्हारी क्षेत्रातंर्गत पेवर ब्लाक, चबूतरा, शेड, सामुदायिक भवन निर्माण कार्य का लोकार्पण तथा 04 करोड़ 65 लाख 84 हजार रूपए की लागत से स्वर्गीय श्रीमती बिन्देश्वरी बघेल शासकीय महाविद्यालय भवन का भूमिपूजन शामिल है। उन्होंने महाविद्यालय भवन बाउण्ड्रीवॉल हेतु 30 लाख रूपए की घोषणा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद श्री विजय बघेल ने की।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि आज नगर पालिका कुम्हारी के अंतर्गत 11 करोड़ 64 लाख रुपए लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया है। साथ ही 04 करोड़ 65 लाख लागत के स्वर्गीय श्रीमती बिन्देश्वरी बघेल शासकीय महाविद्यालय भवन का भूमिपूजन भी संपन्न हुआ है। उन्होंने भूमिपूजन का महत्व बताते हुए कहा कि भूमिपूजन के माध्यम से हम धरती माता से क्षमा याचना करते हैं। निर्माण कार्य के दौरान अनेकों जीव-जन्तु मारे जाते हैं, उनकी आत्मा की शांति के लिए भूमिपूजन किया जाता है। इसके अलावा स्थान छोड़कर जाने वाले जीव-जन्तु के लिए प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा कि धरती का भार शेषनाग ने उठाया है, इसके लिए भी हम प्रार्थना करते हैं। साथ ही भवन का निर्माण वास्तुशास्त्र के अनुरूप हो, इसके लिए भी भूमिपूजन के माध्यम से कामना की जाती है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय परिवार के लिए यह खुशी की बात है कि आज स्वयं के भवन का निर्माण होने जा रहा है। प्रदेश सरकार विद्यार्थियों का भविष्य गढ़ने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयास कर रही है। श्री साव ने उम्मीद जताई कि महाविद्यालय भवन निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण होगा और विद्यार्थियों को नये भवन में विद्या अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने सांसद श्री विजय बघेल एवं महाविद्यालय की प्राचार्य की मांग का जिक्र करते हुए महाविद्यालय भवन के बाउण्ड्रीवॉल निर्माण कार्य के लिए 30 लाख रूपए की घोषणा किया।
सांसद श्री विजय बघेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार का विकास कुम्हारी में दिख रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर बढ़ रहा है। यह महाविद्यालय भी बहुत जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने महाविद्यालय भवन के बाउण्ड्रीवॉल निर्माण हेतु प्राचार्य की मांग का समर्थन करते हुए मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री साव से आवश्यक राशि की घोषणा करने का आग्रह किया।
महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती सुनीता सोनवती ने स्वागत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने महाविद्यालय भवन के लिए बाउण्ड्रीवॉल निर्माण हेतु मुख्य अतिथि श्री साव का ध्यान आकृष्ट किया। इस अवसर पर नगर पालिका कुम्हारी की अध्यक्ष श्रीमती मीना वर्मा, अहिवारा विधायक प्रतिनिधि श्री संजय बघेल तथा श्री सुरेन्द्र कौशिक एवं अन्य जनप्रतिनिधि, महाविद्यालय के प्राध्यापकगण और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
- मंत्री गजेन्द्र यादव ने कार्यकर्ताओं को दी बधाई
दुर्ग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम "मन की बात" के 127वें एपिसोड को लेकर दुर्ग विधानसभा क्षेत्र ने पूरे छत्तीसगढ़ में प्रथम स्थान प्राप्त कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस उपलब्धि पर शिक्षा, ग्रामोद्योग एवं विधी विधायी मंत्री गजेन्द्र यादव ने भारतीय जनता पार्टी दुर्ग के समस्त पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर दुर्ग शहर के भाजपा कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह रहता है। प्रत्येक माह समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बैठकर इस संवाद को सुनने की परंपरा दुर्ग में बनी है।केबिनेट मंत्री गजेन्द्र यादव स्वयं जनसंपर्क एवं सार्वजनिक आयोजनों के माध्यम से आमजन को मन की बात सुनने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल विचारों का आदान-प्रदान है, बल्कि यह देश के युवाओं, वैज्ञानिकों, किसानों, महिलाओं और जनसाधारण के नवाचारों और सफल प्रयासों को उजागर करने का एक प्रेरणादायी माध्यम है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के इस संवाद में बदलते भारत की तस्वीर, विज्ञान, तकनीक, कौशल विकास और सामाजिक समरसता के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हो रहे प्रयासों की झलक मिलती है, जो भावी कार्ययोजनाओं के निर्धारण में दिशा प्रदान करती है। दुर्ग विधानसभा की यह उपलब्धि भाजपा कार्यकर्ताओं की निष्ठा, सक्रियता और समाज के प्रति समर्पण का प्रतिफल है।मन की बात पर दुर्ग को उपलब्धि मिलने पर मंत्री गजेन्द्र यादव ने दुर्ग जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक, जिला प्रभारी संतोष सोनी एवं सह प्रभारी रजा खोखर, विधान सभा प्रभारी राहुल पंडित, सह प्रभारी आसिफ़ अली सैय्यद, मंडल अध्यक्ष बंटी चौहान, मनमोहन शर्मा, कौशल साहू, महेन्द्र लोढ़ा, कमलेश फेकर, मंडल के प्रभारी, मन के बात के अतिथि, बूथ कार्यक्रम के प्रभारी, बूथ अध्यक्ष कार्यकर्ता के साथ साथ प्रत्येक कार्यकर्ता जिन्होंने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया उन सभी को बधाई दिए है। - दुर्ग, / शासकीय वि.या.ता. स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग के प्राणीशास्त्र विभाग द्वारा विगत ए.बी.आई.एस. (आई.बी. समूह) में औद्योगिक भ्रमण कराया गया। इस भ्रमण में एम.एससी. प्राणीशास्त्र के 48 विद्यार्थी एवं 5 संकाय सदस्य सम्मिलित हुए। भ्रमण का नेतृत्व विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या के. मिन्ज ने किया। उनके साथ डॉ. नीरू अग्रवाल, डॉ. संजू सिन्हा, श्री सुदेश साहू एवं श्री गोपाल वर्मा भी उपस्थित रहे। इस दौरान विद्यार्थियों ने पोल्ट्री फीड, श्रिम्प फीड तथा मछली फीड उत्पादन इकाइयों का अवलोकन किया। जहाँ उन्हें पशु आहार के निर्माण की वैज्ञानिक प्रक्रियाओं, गुणवत्ता नियंत्रण एवं पैकेजिंग की जानकारी दी गई। तत्पश्चात विद्यार्थियों ने राइस ब्रान ऑयल प्रोसेसिंग इकाई का भ्रमण कर तेल निर्माण की तकनीकी एवं शुद्धिकरण प्रक्रिया को समझा। इस भ्रमण से विद्यार्थियों को पशु पोषण, औद्योगिक उत्पादन, रोजगार एवं अनुसंधान के क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ। कार्यक्रम राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (RUSA 2.0) योजना के अंतर्गत प्राप्त निधि से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या के. मिन्ज ने बताया कि विभाग भविष्य में भी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु इस प्रकार के शैक्षणिक एवं औद्योगिक भ्रमणों का आयोजन निरंतर करता रहेगा।
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दुर्ग / राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्रदेशभर के सभी जिला मुख्यालयों में स्थित शासकीय भवनों में रोशनी करने के निर्देश जारी किया गया है। इस अवसर पर 01 से 05 नवम्बर 2025 तक की रात्रियों में सभी सरकारी भवनों पर 25 वर्षों की विकास यात्रा की थीम के अनुरूप रोशनी की जाएगी। स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में शासकीय भवनों के साथ-साथ निजी संस्थाओं को भी अपने कार्यालय भवनों में रोशनी करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस व्यवस्था पर होने वाला व्यय संबंधित विभाग अपने विभागीय बजट से वहन करेंगे। सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने अधीनस्थ कार्यालयों में रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा अधीनस्थ निजी संस्थाओं को भी कार्यालय भवनों में रोशनी करने प्रोत्साहित करें।
- दुर्ग / छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस रजत महोत्सव-2025 के अवसर पर जिले के हजारों हितग्राहियों को एक साथ अपने सपनों के गृह में प्रवेश मिलने जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत पूरे प्रदेश में 1 नवम्बर को सामूहिक गृह प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। राज्य स्तरीय मुख्य समारोह नवा रायपुर, अटल नगर में आयोजित होगा, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के हितग्राहियों का गृह प्रवेश कराएंगे। यह क्षण उनके जीवन का उत्सव होगा।जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत 1 नवम्बर को 4500 से अधिक आवासों में गृह प्रवेश किया जाएगा। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिले के सभी ग्राम पंचायतों में पारंपरिक उत्सवमय वातावरण रहेगा। नवनिर्मित घरों को दीपों से सजाया जाएगा, रंगोलियों से आंगन सुसज्जित होंगे और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हितग्राही अपने-अपने नए घर में प्रवेश करेंगे। कार्यक्रम के दौरान आभार पत्र, स्मृति चिन्ह एवं खुशियों की चाबी भी प्रदान की जाएगी। यह सामूहिक गृह प्रवेश केवल ईंट और गारे का उत्सव नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन में स्थायित्व, सम्मान और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। एक सशक्त छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
- -विभागीय स्टॉल होंगे मुख्य आकर्षण, रंगारंग कार्यक्रमों की होगी प्रस्तुति-हितग्राहीमूलक योजनाओं से हितग्राही होंगे लाभान्वितदुर्ग, / छत्तीसगढ़ राज्य गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती के अवसर पर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही दुर्ग जिला मुख्यालय में भी 02 से 04 नवंबर तक जिला स्तरीय राज्योत्सव का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक में तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आमंत्रण पत्र छपाई एवं वितरण, मंच, स्टॉल, बेरिकेटिंग, सोफा-कुर्सी, माइक, लाइटिंग, सांस्कृतिक दलों एवं कलाकारों के चयन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा, कार्यक्रम स्थल पर वाहन पार्किंग एवं निर्गम स्थल पर यातायात व्यवस्था, अतिथियों हेतु साल-श्रीफल एवं मोमेंटो की व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल पर फर्स्ट एड किट एवं एम्बुलेंस व्यवस्था, अतिथियों एवं कलाकारों के सत्कार, पानी टैंकर एवं पेयजल की व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल पर अबाध विद्युत/जनरेटर की व्यवस्था आदि की समीक्षा की। साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि विभाग के अंतर्गत 25 वर्षों की विकास यात्रा की थीम पर योजनाओं तथा उपलब्धियों की पोस्टर-बैनर अथवा लाईव प्रदर्शन व प्रदर्शनी स्टॉल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। विभागीय स्टॉल 02 नवंबर को दोपहर 12 बजे तक तैयार कर लिए जाएं। प्रदर्शनी में राज्य सरकार की योजना जिससे लोग लाभान्वित हो रहे हैं, प्रदर्शित किए जाएं। वहीं हितग्राही मूलक योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जाए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति में यहां की संस्कृति की झलक हो। कार्यक्रम के दौरान परिसर स्थल की सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। प्रत्येक विभागीय स्टॉल में डस्टबिन रखना सुनिश्चित किया जाए।रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की होगी प्रस्तुति-जिला स्तरीय राज्योत्सव के दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति होगी। 02 नवंबर 2025 को सोनाली सेन द्वारा सरगम-ए-म्यूजिकल, आद्या पाण्डेय द्वारा कत्थक, कमलेश कुमार दिल्लीवार द्वारा भरतनाट्यम, स्कूली बच्चों का नृत्य कार्यक्रम, माघवी देवांगन द्वारा भरतनाट्यम, और लोकधारा की गायन एवं नृत्य की प्रस्तुति होगी। 03 नवंबर 2025 को स्वरॉजलि संगीत द्वारा हिन्दी बॉलीवुड म्युजिकल, विनय गायकवाड़ द्वारा ओड़िसी नृत्य, स्कूली बच्चों के कार्यक्रम, सृष्टि बिश्वास द्वारा कत्थक, प्रतिमा बारले द्वारा पंडवानी गायन, माटी की महिमा सांस्कृतिक दल द्वारा गायन एवं नृत्य और लोककला मंच द्वारा गायन एवं नृत्य की प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार 04 नवंबर 2025 को लोक माया की गायन एवं नृत्य प्रस्तुति, स्कूली बच्चों का कार्यक्रम, आद्या सिंह द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य, रेणु साहू द्वारा पंडवानी गायन और ज्यीति ध्रुव द्वारा म्युजिकल फाउंडेशन गायन व नृत्य की प्रस्तुति होगी।विभागीय स्टॉल होंगे मुख्य आकर्षण-जिला स्तरीय राज्योत्सव में विभागीय स्टॉल मुख्य आकर्षण का केन्द्र होंगे। इस दौरान जिला पंचायत दुर्ग, स्वास्थ्य विभाग, जल संसाधन विभाग, पीएचई विभाग, कृषि, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग, उद्योग विभाग, शिक्षा विभाग सहित 26 विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं पर आधारित उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए प्रदर्शनी लगाई जाएगी।बैठक में अपर कलेक्टर श्री विरेन्द्र सिंह एवं श्रीमती योगिता देवांगन, एसडीएम छावनी भिलाई श्री हितेश पिस्दा, तहसीलदार दुर्ग श्री प्रफुल्ल गुप्ता सहित समस्त जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
- - भारतीय ज्ञान परंपराएं आध्यात्मिकता, नैतिकता और व्यावहारिकता पर आधारित है- नई नीति शिक्षा को रोजगार, संस्कृति और अध्यात्म से जोड़ने का प्रयास करेगीदुर्ग / छत्तीसगढ़ की भारतीय ज्ञान परंपरा-सृजन और संरक्षण की अंतर्यात्रा विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का कार्यक्रम आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, पुनर्वास, उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंक राम वर्मा शामिल हुए।उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने राष्ट्रीय संगोष्ठी का सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज और राष्ट्र निर्माण की सबसे मजबूत नींव है। छत्तीसगढ़ की स्मृति और भारतीय संस्कृति दोनों ही अत्यंत समृद्ध हैं। हमारी मूल अवधारणा ‘अतिथि देवो भवः’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के भाव पर आधारित है।मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि भारतीय सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है, जो भौगोलिक या राजनीतिक सीमाओं से नहीं, बल्कि अपनी ज्ञान परम्पराओं और आध्यात्मिक मूल्यों से पहचानी जाती है। उन्होंने कहा कि भारत की परम्पराएँ केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि जीवन जीने की दिशा भी प्रदान करती हैं। उन्होंने वेद, उपनिषद, आयुर्वेद, ज्योतिष, खगोलशास्त्र, गणित और दर्शन जैसे विषयों की समृद्ध परम्परा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान परम्पराओं का आधार आध्यात्म, नैतिकता और व्यवहारिकता है। प्राचीन गुरुकुलों में शिक्षा का लक्ष्य केवल आजीविका नहीं, बल्कि व्यक्ति के भीतर चरित्र, अनुशासन और समाज के प्रति समर्पण का संस्कार स्थापित करना था। नई शिक्षा नीति 2020 इसी परम्परा को आधुनिक रूप में आगे बढ़ रही है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सोच पर आधारित यह नई नीति शिक्षा को रोजगार, संस्कृति और अध्यात्म से जोड़ने का कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि आज का सृजन ही कल के विश्वगुरु भारत का आधार बनेगा। उन्होंने सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि वे ज्ञान परम्परा के सबसे बड़े संरक्षक और सृजनकर्ता बनें। उन्होंने कहा कि प्रश्न करना ही ज्ञान की पहली सीढ़ी है। प्रश्न करने से ही ज्ञान में वृद्धि होती है। राजा जनक के दरबार में भी सवाल और विचार-विमर्श ही ज्ञान का आधार थे।भारतीय विद्वानों का उल्लेख करते हुए वक्ता ने कहा कि आर्यभट्ट के शून्य और दशमलव पद्धति से लेकर कालिदास, तुलसीदास, कबीर, रहीम और मीराबाई की रचनाओं तक भारत की ज्ञान परम्परा ने विश्व को नई ऊँचाइयाँ दी हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मनुष्य को केवल बुद्धिमान ही नहीं बल्कि विवेकवान बनाती है और यह भारतीय संस्कृति को उसकी जड़ों से जोड़े रखने का माध्यम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है वर्ष 2047 तक भारत को विकसित, सक्षम और स्वच्छ राष्ट्र बनाना। इस दिशा में केन्द्र और राज्य सरकार भी सक्रियता से कार्य कर रही है और यह लक्ष्य तभी संभव होगा जब हम सभी मिलकर कार्य करें। इस अवसर पर साईंस कॉलेज के प्राचार्य श्री अजय कुमार सिंह, संयोजक डॉ. प्रज्ञा कुलकर्णी, हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग के कुलपति डॉ. संजय तिवारी, श्री महेन्द्र कपूर सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।
- - छत्तीसगढ़ में भी कार्बाइड गन से आंखों में चोट का मामलारायपुर। प्रदेश के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने शासन से मांग की है कि मध्य प्रदेश की तरह छत्तीसगढ़ में भी कार्बाइड गन पर बैन लगाया जाए। इस वर्ष दीपावली में पटाखे चलाने में कार्बाइड गन के प्रयोग से हुए हादसों में मध्य प्रदेश में सैंकड़ों बच्चों की आंखों की रोशनी गई है तथा अनेक बच्चे घायल भी हुए हैं।डॉ दिनेश मिश्र ने कहा कि रायपुर में भी कार्बाइड गन से आतिशबाजी करने में पुरानी बस्ती के एक युवक की आंखों में गंभीर चोटे आई है ,जो उनके पास इलाज के लिए पहुंचा था। समय रहते चिकित्सा सुविधा मिलने से उसकी आंखों की रोशनी तो ठीक हो जाएगी, पर उसे पूरी तरह से स्वस्थ होने में समय लगेगा। पर लापरवाही बरतने से ऐसे मामले बढ़ सकते हैं। डॉ दिनेश मिश्र ने कहा कि इसलिए बच्चों व उनके पालकों को और अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। साथ ही छत्तीसगढ़ में भी राज्य शासन को कार्बाइड गन पर बैन लगाने की आवश्यकता है।डॉ .दिनेश मिश्र ने कहा कि कार्बाइड गन में कैल्शियम कार्बाइड को पटाखे की तरह उपयोग किया जाता है , जिसे डालने के बाद गन में पानी डाला जाता है और हिलाने से रासायनिक क्रिया होती है तथा एसिटिलीन गैस बनती है। इससे प्रेशर बन जाता है और वह गैस तथा विस्फोट दोनों पैदा करती है जिससे कोई भी व्यक्ति घायल हो सकता है । सोशल मीडिया के द्वारा कार्बाईड चैलेंज जैसी थीम प्रचारित की गई जिससे देश भर में अनेक बच्चों ने कार्बाइड गन खरीदा , कार्बाइड को पटाखे की तरह उपयोग किया और घायल हो गए। कार्बाइड का प्रयोग पहले ग्रामीण अंचल में पशुओं और पक्षियों को डरा कर भगाने के लिए होता रहा हैडॉ दिनेश मिश्र ने कहा कि यह कार्बाइड गन एक तरह का खिलौना है, जिसे आज कल लोग पटाखे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें कैल्शियम कार्बाइड नामक रसायन का इस्तेमाल होता है, जो पानी के संपर्क में आने पर ज्वलनशील गैस बनाता है। इसी गैस से धमाका होता है। लेकिन, अगर यह गन ठीक से न बने या इस्तेमाल करने में लापरवाही हो, तो यह बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो देखकर बच्चे इसे और भी खतरनाक तरीके से इस्तेमाल करने लगे हैं, जिससे चोटें लगने का खतरा बढ़ गया है। मध्य प्रदेश सहित कुछ प्रदेशों में कार्बाइड गन से हुई चोटों के कारण चिंताजनक स्थिति बन गई है।डॉ दिनेश मिश्र ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को ऐसी खतरनाक चीजें न खरीदने दें और सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाले ऐसे ट्रेंड्स से सावधान रहें। बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले है और किसी भी तरह के खतरे से उन्हें बचाना माता-पिता की जिम्मेदारी है।डॉ दिनेश मिश्र ने राज्य सरकार से मांग की है कि मध्य प्रदेश की तरह छत्तीसगढ़ में भी कार्बाइड गन के प्रयोग पर बैन लगाया जाए।
- रायपुर - आज नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने नगर निगम जोन 4 अंतर्गत डॉक्टर विपिन बिहारी सूर वार्ड क्रमांक 64 के अंतर्गत वीरभद्र नगर में 11 लाख रूपये की स्वीकृत लागत से 10 सीटर शौचालय निर्माण शीघ्र करने वार्ड 64 के पार्षद एवं एमआईसी सदस्य श्री मनोज वर्मा और नगर निगम जोन 4 जोन अध्यक्ष श्री मुरली शर्मा सहित जोन कमिश्नर श्री अरुण ध्रुव, कार्यपालन अभियंता श्री शेखर सिंह, सहायक अभियंता श्री दीपक देवांगन, श्री गुलाबचंद कर्ष और वार्डवासी गणमान्यजनों, सामाजिक कार्यकर्त्ताओं, महिलाओं,नवयुवकों, आमजनों सहित श्रीफल फोड़कर और कुदाल चलाकर भूमिपूजन करते हुए कार्यारम्भ करवाया.महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने सम्बंधित जोन 4 अधिकारियों को वीरभद्र नगर में विद्युत शवदाह गृह के समीप तत्काल स्वीकृति अनुसार नए शौचालय का निर्माण प्रारम्भ करवाकर तय समयसीमा के भीतर सतत मॉनिटरिंग करते हुए गुणवत्तायुक्त तरीके से प्राथमिकता से वार्डवासियों को जीवन में स्वस्थ परिवेश शीघ्र उपलब्ध करवाने निर्देशित किया.
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-केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू होंगे शामिल
बिलासपुर /बिलासपुर डाक संभाग द्वारा 31 अक्टूबर से 1 नवम्बर 2025 तक राघवेन्द्र राव सभा भवन में सवेरे 11 बजे से लगाये जा रहे दो दिवसीय जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी ‘‘बिलासापेक्स-2025’’ में विशेष आवरण विमोचन एवं विरूपण कार्यक्रम में शाम 4 बजे केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू शामिल होंगे। मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू भक्त माता कर्मा के डाक टिकट विशेष का आवरण एवं विमोचन करेंगे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर गुरू घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल भी शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य पोस्टमास्टर जनरल छत्तीसगढ़ परिमंडल रायपुर के श्री शुभेंदु स्वाई करेंगे।प्रदर्शनी का समापन 1 नवम्बर को दोपहर 3 बजे किया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। प्रदर्शनी में डाक संभाग के सभी डाक टिकट संग्रहकर्ता भाग लेंगे। उक्त प्रदर्शनी के माध्यम से डाक टिकट के क्रमशः विकास एवं समग्र इतिहास की झलक, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय ऐतिहासिक घटनाक्रम इत्यादि की जानकारी प्राप्त होगी। file photo - बिलासपुर /जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में दिव्यांगजनों के लिए 6 नवम्बर से 26 नवम्बर तक सवेरे 10 बजे से शाम 5 बजे तक विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में दिव्यांगजनों का प्रमाणीकरण करने के साथ ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी बनाये जाएंगे। शिविर में चिन्हांकित दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किया जाएगा। मस्तुरी ब्लॉक के हिण्डाडीह में 6 नवम्बर, बिल्हा के धौराभाठा में 10 नवम्बर, तखतपुर के दैजा में 12 नवम्बर, कोटा के चपोरा में 13 नवम्बर, मस्तुरी के चिल्हाटी में 17 नवम्बर, बिल्हा के टेकर में 19 नवम्बर, तखतपुर के घुटकू में 24 नवम्बर एवं कोटा के करगीकला में 26 नवम्बर को शिविर लगेंगे।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ राज्य जीव-जंतु कल्याण बोर्ड की टीम द्वारा रायपुर में संचालित पालतू पशु दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान पालतू पशु दुकानों में पेट शॉप कानून 2018 के अनुपालन की स्थिति की जांच की गई। दुकानदारों को निर्देश दिए गए कि दुकानों में रखे गए पशु-पक्षियों के लिए स्वच्छ पिंजरे, साफ पानी और उचित भोजन की व्यवस्था अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें।इसके साथ ही अपंजीकृत पालतू पशु दुकान संचालकों को सात दिवस के भीतर पंजीयन कराने का नोटिस जारी किया गया। निर्धारित समय में पंजीयन नहीं कराने पर विधिक कार्यवाही की चेतावनी दी गई। इस दौरान बोर्ड के अधिकारी एवं स्टाफ संयुक्त रूप से उपस्थित रहे।
- -मुख्यमंच और शिल्पग्राम मंच में कलाकार बिखेरेंगे मनमोहक छटा-पहले दिन पार्श्व गायक श्री हंशराज रघुवंशी होंगे आकर्षण का केन्द्र-छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय कलाकार भी देंगे अपनी प्रस्तुतिरायपुर, / छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के रजत महोत्सव में देश एवं प्रदेश के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। एक नवम्बर से 5 नवम्बर तक मुख्यमंच के अलावा शिल्पग्राम मंच पर भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। राज्योत्सव में इस बार छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय कलाकारों के साथ ही देश के जाने-माने कलाकार, श्री हंशराज रघुवंशी, श्री आदित्य नारायण, श्री अंकित तिवारी, श्री कैलाश खेर, सुश्री भूमि त्रिवेदी अपनी शानदार प्रस्तुति देंगे।राज्योत्सव के शुभारंभ अवसर पर नवा रायपुर के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाणिज्य एवं व्यापार परिसर में बनाये गए मुख्यमंच से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत सुबह 11 बजे सुश्री ऐश्वर्या पंडित के गायन से होगी। इसके बाद श्री पीसी लाल यादव, सुश्री आरू साहू, श्री दुष्यंत हरमुख, श्रीमती निर्मला ठाकुर तथा शाम 8 बजे राष्ट्रीय कलाकार श्री हंशराज रघुवंशी की प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार 2 नवम्बर को सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक श्री आदित्य नारायण प्रमुख आकर्षण के केन्द्र होंगे। उनके द्वारा गीतों की प्रस्तुति रात्रि 9 बजे से दी जाएगी। इस दिन सांस्कृति कार्यक्रमों की शुरूआत शाम 6.30 बजे से होगी। सबसे पहले श्री सुनील तिवारी, सुश्री जयश्री नायर चिन्हारी द गर्ल बैंड, पद्मश्री डोमार सिंह कंवर नाचा दल का कार्यक्रम होगा।इसी प्रकार 3 नवम्बर को पार्श्व गायिका सुश्री भूमि त्रिवेदी रात्रि 9 बजे से प्रस्तुति देंगी। इस दिन सांस्कृति संध्या में शाम 6 बजे से पद्मश्री उषा बारले पण्डवानी, श्री राकेश शर्मा सूफी-भजन गायन, श्री कुलेश्वर ताम्रकार लोकमंच की प्रस्तुति होगी तथा 4 नवम्बर को रात्रि 9 बजे पार्श्व गायक श्री अंकित तिवारी प्रस्तुति देंगे। इस दिन शाम 6 बजे कला केन्द्र रायपुर बैण्ड, श्रीमती रेखा देवार की लोकगीत, श्री प्रकाश अवस्थी की प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार 5 नवम्बर को रात्रि 9 बजे पार्श्व गायक श्री कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देंगे। सांस्कृतिक संध्या में शाम 6 बजे से श्रीमती पूनम विराट तिवारी, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का कार्यक्रम होगा।शिल्पग्राम मंच की प्रस्तुतियां-शिल्पग्राम मंच में 1 नवम्बर को श्री मोहम्मद अनस पियानो वादन, श्रीमती बासंती वैष्णव द्वारा कत्थक, सुश्री रमादत्त जोशी और श्रीमती सोनाली सेन का गायन, सुश्री स्वीटी पगारिया कत्थक, श्री मंगलूराम यादव की बांसगीत, सुश्री चारूलता देशमुख भारत नाट्य, श्री दुष्यंत द्विवेदी की पण्डवानी, श्री लोकेश साहू की भजन, श्रीमती बॉबी मंडल की लोक संगीत तथा श्री चन्द्रभूषण वर्मा लोकमंच की प्रस्तुति होगी।2 नवम्बर को श्रीमती रेखा जलक्षत्रीय की भरथरी, श्री ईकबाल ओबेराय की म्यूजिक ग्रुप, श्री बसंतबीर उपाध्याय मानस बैंड, संश्री दीपाली पाण्डेय की कत्थक, श्री लिलेश्वर सिंहा की लोक संगीत, सुश्री अंविता विश्वकर्मा भारतनाट्यम, सुश्री आशिका सिंघल कत्थक, श्री प्रांजल राजपूत भरथरी, सुश्री प्रसिद्धि सिंहा कत्थक, श्री जीवनदास मानिकपुरी लोकमंच एवं श्री जितेन्द्र कुमार साहू सोनहा बादर की प्रस्तुति होगी।3 नवम्बर को श्री सुरेश ठाकुर भजन, डॉ. आरती सिंह कत्थक, श्रीमती राखी राय भरतनाट्यम, श्री पुसउराम बंजारे पण्डवानी, सुश्री इशिका गिरी कत्थक, श्री गिरवर सिंह ध्रुव भंुजिया नृत्य, सुश्री राधिका शर्मा कत्थक, श्रीमती शांतिबाई चेलक पण्डवानी, श्री दुष्यंतकुमार दुबे सुआ नृत्य, श्रीमती गंगाबाई मानिकपुरी पण्डवानी, सुश्री संगीता कापसे शास्त्रीय नृत्य, श्री महेन्द्र चौहान की चौहान एव बैंड तथा श्री घनश्याम महानंद फ्यूजन बैंड की प्रस्तुति होगी।4 नवम्बर को सुश्री भुमिसूता मिश्रा ओडिसी, श्री चैतुराम तारक नाचा दल, सुश्री आशना दिल्लीवार कत्थक, सुश्री पुष्पा साहू लोक संगीत, श्री महेन्द्र चौहान पण्डवानी, सुश्री प्रिति गोस्वामी कत्थक, सुश्री पृथा मिश्रा शास्त्रीय गायन, श्री महेश साहू लोकमंच, श्री विजय चंद्राकर लोक संगीत तथा श्री तिलक राजा साहू लोकधारा की प्रस्तुति होगी।5 नवम्बर को सुश्री दुर्गा साहू पण्डवानी, सुश्री डाली थरवानी कत्थक, श्री संजय नारंग लोकसंगती, सुश्री सारिका शर्मा कत्थक, सुश्री महेश्वरी सिंहा लोकमंच, श्री चंद्रशेखर चकोर की लोक नाट्य, श्री नीतिन अग्रवाल लोकसंगीत, श्री द्वारिकाप्रसाद साहू की डंडा नृत्य, सुश्री महुआ मजुमदार की लोकसंगीत तथा श्री नरेन्द्र जलक्षत्रीय लोकसंगीत की प्रस्तुति देंगे।
- -छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल के सम्मान में दिया गया विष्णु देव रूट नामरायपुर / छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले के आदिवासी युवाओं के एक दल ने भारतीय पर्वतारोहण के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। इस दल ने हिमाचल प्रदेश की दूहंगन घाटी (मनाली) में स्थित 5,340 मीटर ऊँची जगतसुख पीक पर एक नया आल्पाइन रूट खोला, जिसे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल के सम्मान में “विष्णु देव रूट” नाम दिया गया है। टीम ने यह चढ़ाई बेस कैंप से केवल 12 घंटे में पूरी की — वह भी आल्पाइन शैली में, जो तकनीकी रूप से अत्यंत कठिन मानी जाती है।यह ऐतिहासिक अभियान सितंबर 2025 में आयोजित हुआ, जिसका आयोजन जशपुर प्रशासन ने पहाड़ी बकरा एडवेंचर के सहयोग से किया। इस अभियान को हीरा ग्रुप सहित अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों का सहयोग प्राप्त हुआ।यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष है क्योंकि इस दल के पाँचों पर्वतारोही पहली बार हिमालय की ऊँचाइयों तक पहुँचे थे। सभी ने “देशदेखा क्लाइम्बिंग एरिया” में प्रशिक्षण प्राप्त किया, जो जशपुर प्रशासन द्वारा विकसित भारत का पहला प्राकृतिक एडवेंचर खेलों के लिए समर्पित प्रशिक्षण क्षेत्र है। विश्वस्तरीय मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने भारतीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को जोड़ा, जिनमें बिलासपुर के पर्वतारोही एवं मार्गदर्शक स्वप्निल राचेलवार, न्यूयॉर्क (USA) के रॉक क्लाइम्बिंग कोच डेव गेट्स, और रनर्स XP के निदेशक सागर दुबे शामिल रहे। इन तीनों ने मिलकर तकनीकी, शारीरिक और मानसिक दृष्टि से युवाओं को तैयार करने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाया। दो महीनों की कठोर तैयारी और बारह दिनों के अभ्यास पर्वतारोहण के बाद टीम ने यह चुनौतीपूर्ण चढ़ाई पूरी की।अभियान प्रमुख स्वप्निल राचेलवार ने बताया कि जगतसुख पीक का यह मार्ग नए पर्वतारोहियों के लिए अत्यंत कठिन और तकनीकी था। मौसम चुनौतीपूर्ण था, दृश्यता सीमित थी और ग्लेशियरों में छिपी दरारें बार-बार बाधा बन रही थीं। इसके बावजूद टीम ने बिना फिक्स रोप या सपोर्ट स्टाफ के यह चढ़ाई पूरी की — यही असली आल्पाइन शैली है। यह अभियान व्यावसायिक पर्वतारोहण से अलग था, जहाँ पहले से तय मार्ग और सहायक दल पर निर्भरता होती है; इस दल ने पूरी तरह आत्मनिर्भर रहते हुए नई मिसाल कायम की।अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली। स्पेन के प्रसिद्ध पर्वतारोही टोती वेल्स, जो इस अभियान की तकनीकी कोर टीम का हिस्सा थे और स्पेन के पूर्व वर्ल्ड कप कोच रह चुके हैं, ने कहा कि “इन युवाओं ने, जिन्होंने जीवन में कभी बर्फ नहीं देखी थी, हिमालय में नया मार्ग खोला है। यह साबित करता है कि सही प्रशिक्षण और अवसर मिलने पर ये पर्वतारोही विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।”“विष्णु देव रूट” के अलावा दल ने दूहंगन घाटी में सात नई क्लाइम्बिंग रूट्स भी खोले। इनमें सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि रही एक अनक्लाइम्ब्ड (पहले कभी न चढ़ी गई) 5,350 मीटर ऊँची चोटी की सफल चढ़ाई, जिसे टीम ने ‘छुपा रुस्तम पीक’ नाम दिया। इस पर चढ़ाई के मार्ग को ‘कुर्कुमा (Curcuma)’ नाम दिया गया — जो हल्दी का वैज्ञानिक नाम है और भारतीय परंपरा में सहनशक्ति और उपचार का प्रतीक माना जाता है।यह अभियान इस बात का प्रमाण है कि यदि सही दिशा, अवसर और संसाधन मिलें तो भारत के सुदूर ग्रामीण और आदिवासी इलाकों से भी विश्वस्तरीय पर्वतारोही तैयार हो सकते हैं। बिना किसी हिमालयी अनुभव के इन युवाओं ने आल्पाइन शैली में जो उपलब्धि हासिल की है, उसने भारतीय साहसिक खेलों को नई दिशा दी है। इस पहल ने तीन बातों को सिद्ध किया — आदिवासी युवाओं में प्राकृतिक शक्ति, सहनशीलता और पर्यावरण से जुड़ी सहज समझ उन्हें एडवेंचर खेलों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त बनाती है; “देशदेखा क्लाइम्बिंग सेक्टर” जैसे स्थानीय प्रशिक्षण केंद्र पेशेवर पर्वतारोही तैयार करने की क्षमता रखते हैं; और हिमालय की अनदेखी चोटियाँ भारत में सतत एडवेंचर पर्यटन की नई संभावनाएँ खोल सकती हैं।अभियान का नेतृत्व स्वप्निल राचेलवार ने किया, उनके साथ राहुल ओगरा और हर्ष ठाकुर सह-नेता रहे। जशपुर के पर्वतारोही दल में रवि सिंह, तेजल भगत, रुसनाथ भगत, सचिन कुजुर और प्रतीक नायक शामिल थे। अभियान को प्रशासनिक सहयोग डॉ. रवि मित्तल (IAS), रोहित व्यास (IAS), शशि कुमार (IFS) और अभिषेक कुमार (IAS) से मिला। तकनीकी सहायता डेव गेट्स, अर्नेस्ट वेंटुरिनी, मार्टा पेड्रो (स्पेन), केल्सी (USA) और ओयविंड वाई. बो (नॉर्वे) ने दी। पूरे अभियान का डॉक्यूमेंटेशन और फोटोग्राफी ईशान गुप्ता की कॉफी मीडिया टीम ने किया।प्रमुख सहयोगी और प्रायोजक संस्थानों में पेट्ज़ल, एलाइड सेफ्टी इक्विपमेंट, रेड पांडा आउटडोर्स, रेक्की आउटडोर्स, अडवेनम एडवेंचर्स, जय जंगल प्राइवेट लिमिटेड, आदि कैलाश होलिस्टिक सेंटर, गोल्डन बोल्डर, क्रैग डेवलपमेंट इनिशिएटिव और मिस्टिक हिमालयन ट्रेल शामिल रहे।यह अभियान केवल एक पर्वतारोहण उपलब्धि नहीं, बल्कि उस सोच का प्रतीक है कि भारत के गाँवों और आदिवासी क्षेत्रों से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सफलता प्राप्त की जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि “भारत का भविष्य गाँवों से निकलकर दुनिया की ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है।”इस उल्लेखनीय उपलब्धि के साथ अब जशपुर को एक सतत एडवेंचर एवं इको-टूरिज़्म केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
- -बस्तर में महिलाओं को मिली रेडी-टू-ईट पोषण आहार निर्माण की जिम्मेदारीरायपुर/ राज्य शासन द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पहल कर उन्हें रेडी-टू-ईट निर्माण का दायित्व सौंपा गया है। जो महिलाओं के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा प्रदान करेगी। गुरुवार को उप मुख्यमंत्री एवं बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा ने तुरेनार स्थित ग्रामीण औद्योगिक पार्क परिसर में प्रगति महिला स्व सहायता समूह द्वारा संचालित रेडी-टू-ईट इकाई का फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया। यहां उत्पादित पौष्टिक भोजन 409 आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचेगा, जहां प्रति माह 70 से 75 टन की खपत होगी। इससे बच्चों के पोषण के साथ-साथ महिला स्व सहायता समूहों को रोजगार और आर्थिक स्वावलंबन मिलेगा। इकाई की मशीनरी की कुल लागत लगभग 55 लाख रुपये है, जिसमें 35 प्रतिशत अनुदान प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के तहत उद्योग विभाग से प्राप्त हुआ। शेष राशि जीवन ज्योति क्लस्टर संगठन के माध्यम से बैंक लोन से जुटाई गई है। इकाई की उत्पादन क्षमता प्रति घंटे 5 क्विंटल है।उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में वर्तमान शासन ने बच्चों एवं महिलाओं के सुपोषण को मद्देनजर रखते हुए फिर से महिला शक्ति के हाथों पोषण आहार तैयार करने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है। छत्तीसगढ़ सरकार महिला स्व सहायता समूहों को तकनीकी, वित्तीय और बाजार सहायता देकर रेडी-टू-ईट उद्योग से जोड़ रही है। यह बस्तर की महिलाओं को आर्थिक सक्षमता और सशक्तता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।इस उद्घाटन समारोह में पूर्व विधायक डाॅ. सुभाऊ कश्यप, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रतीक जैन, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री राजकुमार देवांगन सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी और स्व सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहे।
- -बस्तर की महिलाओं को सशक्त बनाएगा ग्रोथ सेंटर, स्थानीय उत्पादों से बनेगी नई पहचान - उपमुख्यमंत्री श्री शर्मारायपुर, / छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा ने गुरुवार को बस्तर जिले के ग्राम तुरेनार में स्थित ग्रामीण औद्योगिक केंद्र में संचालित ग्रोथ सेंटर का निरीक्षण किया। यहां महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे उत्पादों के प्रसंस्करण का जायजा लेते हुए उन्होंने कहा कि मूल्यवर्धन हमारा मूल उद्देश्य है। बस्तर के स्थानीय उत्पादों को बाजार में बेहतर कीमत दिलाकर हम ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और महिलाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।प्रभारी मंत्री श्री शर्मा ने ग्रोथ सेंटर में चल रही गतिविधियों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वर्तमान में केंद्र में हल्दी, मिर्च और धनिया का प्रसंस्करण हो रहा है जल्द ही तीखुर का प्रसंस्करण भी शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त बस्तर की विशिष्ट पहचान बेलमेटल के भी उत्पाद तैयार किए जाएंगे।इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने महिला समूह की दीदीयों से चर्चा भी की। जहां महिला समूह की सदस्यों ने उन्हें मसालों की खरीदी, प्रसंस्करण तथा बिक्री प्रक्रिया की विस्तारपूर्वक जानकारी दी और उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी के उत्कृष्ट कार्य और मेहनत के लिए सभी की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि बस्तर में प्रचुरता से उपलब्ध स्थानीय उत्पादों के प्रसंस्करण पर कार्य करें, जिससे आय में वृद्धि के साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति प्राप्त होगी।भविष्य की योजनाओं को गति देते हुए उन्होंने केंद्र में इमली प्रसंस्करण इकाई को जल्द स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्व-सहायता समूहों को इमली का बीज, तीखुर की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए इनके उत्पादक क्षेत्रों की मैपिंग कर महिला समूहों के माध्यम से संग्रहण करवाकर प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग कराने को कहा। जिससे मूल्यवर्धन हो और महिलाओं को उनकी उपज का उचित मूल्य प्राप्त हो सके।उन्होंने महिला समूहों के लिए कोल्ड स्टोरेज बनाने और महुआ से लड्डू, कुकीज़, काजू एवं रागी प्रीमिक्स तथा अन्य स्थानीय उत्पादित उत्पादों का प्रसंस्करण कराकर मूल्यवर्धन कराने को कहा ताकि ग्रामीण महिलाओं को घर बैठे रोजगार प्राप्त हो और बस्तर की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।इस मौके पर पूर्व विधायक श्री सुभाऊ कश्यप, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रतीक जैन सहित, जनपद सीईओ श्री अमित भाटिया, जनप्रतिनिधि, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला कार्यक प्रबंधक, पी डब्ल्यू सी टीम एवं अन्य कर्मचारी और महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य मौजूद रहीं।
- रायपुर। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, क्षेत्रीय कार्यालय, रायपुर द्वारा गुरुवार को भवन्स आर के सारडा विद्या मंदिर, सड्डू में पेास्टर बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के नई दिल्ली मुख्यालय के निदेशानुसार कार्यालय में मनाए जा रहे ‘सतर्कता जागरुकता सप्ताह’ (Vigilance Awareness Week) के अंतर्गत यह आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस कार्यक्रम में भविष्य निधि कार्यालय की ओर से श्री आकाश अग्रवाल, सहायक भविष्य निधि आयुक्त, एंव विद्यालय के प्राचार्य श्री दलजिंदर सिंग एंव श्रीमती पुष्पा राजावत उपस्थित थी। श्री आकाश अग्रवाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जानकारी दी कि इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह की थीम ‘सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी’ है तथा इसके संबंध में विस्तृत जानकारी उपस्थित छात्रो को प्रदान की।इस प्रतियोगिता में 25 छात्रों ने भाग लिया जिसमें विजेता छात्रों को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा पुरस्कृत किया गया साथ ही प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किए गए। सतर्कता जागरूकता सप्ताह हर साल अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश में पारदर्शिता को बढ़ावा देना और हर नागरिक को भ्रष्टाचार मुक्त समाज के निर्माण में अपनी साझा जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित करना है।
- - उन्नत क्रिटिकल केयर और बहु-विषयक टीमवर्क से बचाई गई जानरायपुर। एम्स रायपुर ने क्रिटिकल केयर मेडिसिन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है, जहां संस्थान ने छत्तीसगढ़ के किसी सरकारी संस्थान में पहली बार वीनो-आर्टेरियल एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (VA-ECMO) का सफल प्रबंधन किया। एक 35 वर्षीय महिला, जो उच्च जोखिम गर्भावस्था (High-Risk Pregnancy) से गुजर रही थी, प्रसव के तुरंत बाद पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी यानी जीवन-घातक हृदय विफलता से पीड़ित हो गई। जब सामान्य उपचार असफल रहे, तब एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर मेडिसिन, सीटीवीएस, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रो-सर्जरी और नर्सिंग सेवाओं की बहु-विषयक टीम ने उन्हें ईसीएमओ पर रखा और उन्नत किडनी सपोर्ट प्रदान किया।गंभीर जटिलताओं के बावजूद, रोगी की स्थिति धीरे-धीरे सुधरी और 65 दिनों के आईसीयू प्रवास के बाद उन्हें सफलतापूर्वक वेंटिलेटर से हटा दिया गया।ईसीएमओ (ECMO) एक अत्याधुनिक जीवनरक्षक तकनीक है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब हृदय या फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं और अन्य सभी उपचार विफल हो जाते हैं। यह मशीन अस्थायी रूप से इन अंगों का कार्य संभालती है, जिससे मरीज को स्वस्थ होने का महत्वपूर्ण अवसर मिलता है।यह केस डॉ. सुभ्रता सिंघा और डॉ. चिन्मय के. पांडा के नेतृत्व में प्रबंधित किया गया, जिनके साथ विशेषज्ञ सलाहकार डॉ. नितिन कश्यप, डॉ. प्रणय मेसरे (CTVS), डॉ. रमेश चंद्राकर (ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन), डॉ. विनय राठौर (नेफ्रोलॉजी), डॉ. सौविक पॉल (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी) और डॉ. विनिता सिंह (स्त्री एवं प्रसूति रोग) शामिल थे।ले. जनरल अशोक जिंदल (से.नि.), कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एम्स रायपुर ने पूरी टीम को बधाई दी, जिनके प्रयासों से इस गंभीर मरीज का जीवन सफलतापूर्वक बचाया जा सका।यह सफलता सीसीयू टीम की समर्पित मेहनत का परिणाम है — सीनियर रेज़िडेंट्स डॉ. साईनाथ, डॉ. सतीश, डॉ. चेतन, डॉ. गौरव, डॉ. रुपेन्द्र, नर्सिंग इंचार्ज श्री महेश तथा स्टाफ जिबिन, जसीम, सृष्टि, इतिश्री, गोविंद, विनोद, खूमेंद्र, अजू, परफ्यूज़निस्ट्स श्री विनोद खांडे, श्री राजकुमार, श्री अजीत, और समर्पित स्वास्थ्य सहायकों के योगदान से यह उपलब्धि संभव हुई।











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