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रायगढ़। रायगढ़ में आयोजित रामायण महोत्सव के दूसरे दिन इंडोनेशिया, बाली से आए कलाकारों ने प्रस्तुति दी। पहली बार भारत आई कलाकार श्रीयानी भगवान राम के स्वरूप में थीं। फीमेल आर्टिस्ट मंच पर मर्यादा पुरषोत्तम राम का किरदार निभा रहीं थीं। ये प्रस्तुति इंडोनेशियन गीतों से सजी थी। हर पल को संगीत और डांस के बैले फॉर्म में पेश किया गया।
मंच पर हल्के सफेद बालों से भरे हनुमान जी प्रस्तुति दे रहे कलाकार की एंट्री हुई। उनका मुकुट, उनकी वस्त्र सज्जा भारतीय समाज में मौजूद कला की तरह थी। इंडोनेशिया से आए कलाकारों की प्रस्तुति में प्रसंग जैसे-जैसे आगे बढ़ता है, संगीत तेज होता जाता है। आंखों की मुद्राओं से बताया गया कि किस तरह सीता जी का हरण हुआ।
इंडोनेशिया के जावा द्वीप के काकवीन रामायण और बाली द्वीप के रामायण प्रमुख हैं। यह भट्टी कवि के काव्य से प्रेरित है। बाली द्वीप में भारतीय सभ्यता स्थानीय प्रभाव के साथ हैं। बाली के कलाकारों में दक्षिण भारत का प्रभाव दिखा। इनकी भावमुद्रा दक्षिण के कत्थककली कलाकारों जैसी लगी। -
बिलासपुर। युवती मोबाइल से बात करते पैदल घर की ओर जा रही थी। रास्ते में बाइक सवार आया और उसके हाथ से मोबाइल छीनकर भाग निकला। घटना सरकंडा क्षेत्र की है।
पुलिस ने बताया कि खमतराई हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी संजना सलाम पिता टोभान सिंह (23) राजेंद्र नगर चौक स्थित आचार्य इंस्टीट्यूट में टैली कालर का काम करती है। पुलिस ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 8.55 बजे ड्यूटी खत्म होने पर इंस्टीट्यूट से घर आने के लिए निकली। वह आरके पेट्रोल पंप अशोक नगर के पास ऑटो से उतरकर मोबाइल में बात करते पैदल जा रही थी। जैसे ही वह डीएलएस कॉलेज के पास पहुंची पीछे से बाइक आई। इसमें स्लेटी कलर का शर्ट पहना आरोपी युवक था। वह मोबाइल छीनकर भाग निकला। युवती ने शोर मचाया पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
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अच्छी-खासी आमदनी अर्जित कर घरेलू कार्य में योगदान देने के अलावा बाड़ी विकास के कार्य में निभा रही हैं महत्वपूर्ण भूमिका
बालोद ।राज्य शासन की विशेष प्राथमिकता वाले महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना के अंतर्गत राज्य में लागू की गई बाड़ी विकास योजना आज महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का कारगर माध्यम बन गया है। बालोद जिले के अंतर्गत इस योजना के फलस्वरूप महिलाएं अच्छी-खासी आमदनी अर्जित कर घरेलु कार्यों में भी अपना योगदान दे रही है। इसके अलावा महिलाएं अब घरेलु कार्यों एवं पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के पश्चात् बाड़ी विकास के कार्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। राज्य शासन के बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत आज डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम भैंसबोड़ के जय माँ परमेश्वरी स्वसहायता समूह की महिलाएँ आर्थिक रूप से सशक्त होकर बाड़ी विकास कार्यक्रम को वृहद स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम भैंसबोड़ गौठान के समीप बाड़ी विकास कार्य संचालित होने से स्वसहायता समूह की महिलाओं को बाड़ी योजना के अलावा गौठान में संचालित विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों से जुड़कर स्वयं को सशक्त बनाने और आर्थिक रूप आत्मनिर्भर बनने का मौका मिला है। उल्लेखनीय है कि ग्राम भैंसबोड़ में गौठान के समीप लगभग 05 एकड़ में बनाए गए चारागाह में जय माँ परमेश्वरी स्वसहायता समूह की महिलाओं को बाड़ी विकास का कार्य मिला है। समूह की श्रीमती रूपवंतिन बाई निषाद ने बताया कि बाड़ी विकास का कार्य मिलने से उन्होंने चारागाह परिसर में अथक मेहनत से निरंतर ही सब्जी उत्पादन का कार्य किया है। इससे उन्हें नियमित रूप से आय अर्जित हो रही है। उन्होंने बताया कि वे मौसम के अनुरूप सब्जियों का उत्पादन कर रही हैं। इसमें उन्हें उद्यानिकी विभाग की योजना के तहत् ड्रिप सिंचाई सहित तकनीकी मार्गदर्शन समय-समय पर प्रदान किया जाता है।
उन्होंने बताया कि उनके बाड़ी में जैविक खाद का उपयोग किया जाता है, जिससे बाड़ी में उत्पादित सब्जियों की काफी माँग है। वे उत्पादित सब्जियों को ग्रामीण हाट-बाजारों के साथ ही सब्जी मण्डी में विक्रय करते है तथा ग्राम भैंसबोड़ के ग्रामीण उनके चारागाह में ही आकर सब्जी खरीद लेते हैं। रूपवंतिन बाई ने बताया कि सब्जी विक्रय से उन्हें बहुत मुनाफा हुआ है, घर के खर्चांे के साथ ही उन्होंने हाल ही में दो पहिया वाहन भी खरीदा है। जिसके माध्यम से वे सब्जी विक्रय का कार्य आसानी से कर लेते हैं। वाहन खरीदने के बाद से अब वे समय पर सब्जी मण्डी व बाजार पहुॅच जाते हैं, इससे उनके उत्पादित सब्जियों को अच्छा दाम भी बाजार में मिल जाता है। उन्होंने बताया कि शासन की यह योजना उनके जीवन में काफी बदलाव लेकर आई है, पहले वे रोजी-मजदूरी का कार्य करती थी, जिससे घर-खर्च भी बड़ी मुश्किल से निकल पाता था, लेकिन अब वह स्वयं ही बाड़ी में अन्य महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करा रही है, इससे वह बहुत खुश है। रूपवंतिन ने राज्य शासन की बाड़ी विकास योजना की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विनम्र आभार व्यक्त किया है। -
- गोधन न्याय योजना, नरवा-घुरवा-गरवा-बाड़ी योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं अन्य योजनाओं से किसानों के जीवन में आया सकारात्मक परिवर्तन
राजनांदगांव। शासन की किसान हितैषी योजनाओं का किसानों के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। किसानों ने आर्थिक समृद्धि और खुशहाली की दिशा में कदम बढ़ाये हैं। धान के बदले उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देकर डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम पारागांव खुर्द के प्रगतिशील किसान श्री ऐनेश्वर वर्मा ने सफलता की नई इबारत लिखी है। किसान श्री ऐनेश्वर वर्मा छत्तीसगढ़ शासन के डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान से सम्मानित किये गए हैं। उनके खेतों में कतार में लगे हुए वृक्ष की शाखाएं आम, अमरूद, पपीता से भरपूर हैं। उन्होंने अपने खेतों में विभिन्न तरह के नवाचार किये हैं एवं खेती-किसानी की आधुनिक पद्धति को अपनाया है। किसान श्री ऐनेश्वर वर्मा ने कहा कि शासन की किसान हितैषी योजनाएं बेहतरीन हैं। गोधन न्याय योजना, नरवा-घुरवा-गरवा-बाड़ी योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं अन्य योजनाओं से किसानों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। उन्होंने खेती-किसानी को बढ़ावा देने के लिए शासन को धन्यवाद दिया। वे कहते हैं कि शासन की योजनाओं से प्रोत्साहित एवं प्रेरित होकर युवाओं का रूझान खेती-किसानी में बढ़ा है। उन्होंने बताया कि वे 42-43 एकड़ में खेती कर रहे हैं और लगभग 6 एकड़ में उद्यानिकी फसल लगाई है, जो आमदनी का बड़ा जरिया है। राज्य पोषित उद्यानिकी विभाग की फल पौधरोपण हेतु अनुदान योजना के तहत आम, अमरूद, नीबू तथा चीकू लगाये हैं। जिससे अच्छी आमदनी हो रही है। उद्यानिकी फसलों से लगभग 3 लाख वार्षिक आमदनी हो रही है। वे मिनी स्पिं्रकलर से सिंचाई कर रहे हैं। उन्होंने अपने खेतों में मल्लिका, आम्रपाली, लंगड़ा, दशहरी एवं बाम्बेग्रीन वेरायटी लगाई है। वहीं काजू फल रहे और सीडलेस नीबू का उत्पादन बहुतायत हो रहा है। नारियल के 300 पौधे लगाए हैं।
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के केला विस्तार योजना के तहत 4 एकड़ में पपीता का रेड लेडी वेरायटी लगाये हैं। राज्य पोषित सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत खेतों में ड्रिप इरिगेशन लगाये हैं। अमरूद के जी-11 वेरायटी के 250 पौधे तथा ड्रेगन फ्रूट, बनारसी बेर वेरायटी, एप्पल बेर भी लगाये हैं। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत 2 हेक्टेयर में संरक्षित खेती के लिए अनुदान मिला है। जिसमें गंवारफल्ली, बरबट्टी, कुंदरू की फसल ले रहे हैं। किसान श्री वर्मा ने बताया कि वे अपने खेतों में वर्मी कम्पोस्ट बना रहे हैं। वर्मी कम्पोस्ट शेड में गोबर एवं सूखी पत्तियों से अच्छी गुणवत्ता का जैविक खाद तैयार कर रहे हैं। उन्होंने शासन के गोधन न्याय योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि जैविक खेती से बहुत फायदा है। शासन की योजना के तहत तालाब खुदवाये हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत जैविक खेती के लिए उन्होंने पक्का वर्मी कम्पोस्टिंग यूनिट लगाए हैं। जिसकी लागत 1 लाख रूपए है और शासन से उन्हें 50 हजार रूपए का अनुदान मिला है। उन्होंने बताया कि वे उदयपुर से रॉक फास्फेट लाये हैं। जिसमें 60 प्रतिशत गोबर, 40 प्रतिशत रॉक फास्केट मिलाकर एडवांस वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर रहे हैं, जो रीच आर्गेनिक कम्पोस्ट है। उन्होंने खेती बाड़ी के लिए मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत माली का प्रशिक्षण लिया है। घर में क्रेडा के तहत बायो गैस लगाये हैं। फसल के बाद उत्पादन का घर में ही प्रोसेसिंग भी कर रहे हैं। - रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दुर्घटना में दिवंगत जनों की आत्मा की शांति और घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
- -मुख्यमंत्री ने लेजर विथ म्यूजिकल फाऊंटेन का किया शुभारंभरायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज कुम्हारी में 26 करोड़ की लागत से निर्मित बड़े तरिया का लोकार्पण किया गया। यह तरिया 18 एकड़ रकबे में विस्तृत है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बड़े तरिया परिसर क्षेत्र के अंतर्गत लेजर विथ म्यूजिकल फाऊंटेन शो का शुभारंभ भी किया, जिसमें जीवंत लेजर की रोशनी, फाऊंटेन से छोड़े जा रहे पानी के फुहारों और मल्टी मीडिया शो के माध्यम से नगरवासियों का प्रतिदिन मनोरंजन होगा।मुख्यमंत्री ने बड़े तरिया का भ्रमण किया और इसे मेट्रो सिटी के तर्ज पर विकसित मनोरम स्थल बताया। उन्होंने परिसर के फूड स्टाल, ग्रीन वाकिंग टर्नल, टॉय ट्रेन, आर्च व सस्पेंशन ब्रिज इत्यादि का अवलोकन किया और कहा कि यह स्थल प्राकृतिक धरोहर, संस्कृति और आधुनिक अधोसंरचना का अदभुत संगम है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर लेजर विथ म्यूजिकल फाऊंटेन शो देखा। जिसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति का चित्रण शानदार तरीके से किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के खनिज और मनोरम पर्यटन स्थल का प्रदर्शन भी किया गया था। यहां मुख्यमंत्री के समक्ष विगत साढ़े 4 वर्षों में कुम्हारी नगर निगम परिषद द्वारा प्रस्तुत विकासगाथा का चित्रण भी किया गया।बड़ा तरिया में आने वाले आगंतुकों के मनोरंजन के दृष्टिकोण से प्रतिदिन संध्या 7ः30 बजे लेजर विथ म्यूजिकल फाऊंटेन शो होगा। इस मनमोहक कार्यक्रम की समय-सीमा 13 मिनट की होगी और एंट्री फीस 10 रूपए रखी गई है जो कि मूलतः एक प्रकार का मेंटनेंस चार्ज है। लेजर विथ म्यूजिकल फाऊंटेन में अलग-अलग थीम को प्रस्तुत किया जाएगा। जिसकी खासियत संगीत की धुन पर लेजर व फाऊंटेन के फहारों का नजारा होगा, जो कि उपस्थित लोगों के लिए मनमोहक होगा। बड़े तरिया के खुलने व बंद होने का समय संध्या 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक निर्धारित किया गया है।
- -45.44 करोड़ रूपए के 10 विकास कार्याे का लोकार्पण और 129 करोड़ के 9 विकास कार्याे का किया भूमिपूजनरायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज दुर्ग जिले के कुम्हारी में 174 करोड़ 45 लाख रूपए से ज्यादा की लागत के 19 कार्याे का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। इनमें 45 करोड़ 44 लाख 66 हजार रूपए के 10 विकास कार्याे का लोकार्पण व 129 करोड़ रूपए से अधिक के 9 विकास कार्याे का भूमिपूजन शामिल हैं।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जिन नये कार्याे का लोकार्पण किया, उनमें मुख्य रूप से 26 करोड़ 70 लाख रूपए की लागत से वार्ड क्रमांक 01 अंतर्गत बड़ा तालाब कुम्हारी का सौंदर्यीकरण एवं अन्य विकास कार्य, 1 करोड़ 8 लाख 91 हजार रूपए की लागत से जंजगिरी चौक से टोल प्लाजा तक म्यूरल आर्ट, लेेंड स्केपिंग एवं अन्य सौंदर्यीकरण कार्य, 35 लाख 47 हजार रूपए की लागत से डॉ. बी आर अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिक भवन में बाउंड्रीवॉल निर्माण कार्य, 50-50 लाख रूपए की लागत से महामाया उद्यान में अतिरिक्त विकास कार्य एवं मंदिर परिसर में डोम निर्माण कार्य, 31 लाख 9 हजार रूपए की लागत से कुगदा में उद्यान निर्माण कार्य, 19 लाख 50 हजार रूपए की लागत से वार्ड क्रमांक 14 में प्रेस क्लब के पास सामुदायिक भवन निर्माण कार्य, 88 लाख 52 हजार रूपए की लागत से वार्ड क्रं. 12 व 16 में विभिन्न विकास कार्य एवं 14 करोड़ 10 लाख 55 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका परिषद् कुम्हारी क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न विकास कार्य शामिल है।मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा 9 कार्याे का भूमिपूजन किया गया, जिसमें अमृत मिशन 2.0 के अंतर्गत जल प्रदाय योजना हेतु 124 करोड़ 4 लाख, बी.टी. रोड वाईंडिनिंग कार्य हेतु 3 करोड़ 31 लाख 52 हजार, वार्ड क्र. 17, 19, 23 एवं 24 में पाईप लाईन विस्तारीकरण कार्य हेतु 49 लाख 31 हजार, परसदा, कुगदा एवं जंजगिरी गौठान में कंपोस्टिंग शेड निर्माण हेतु प्रत्येक गौठान के लिए 12 लाख 38 हजार, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कुम्हारी में 05 अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य हेतु 43 लाख 81 हजार, बीटी रोड वाईंडिनिंग कार्य हेतु 11 लाख 14 हजार एवं वार्ड क्र. 16 परसदा में बीटी रोड रेनोवेशन कार्य हेतु 24 लाख 83 हजार रूपए के कार्य शामिल हैं।
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रायपुर /जिला पंचायत रायपुर की सामान्य सभा की बैठक 15 जून को सबेरे 11 बजे से कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रास सोसायटी के सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी।
बैठक में श्रम विभाग के अंतर्गत छ.ग. श्रम कल्याण मण्डल छ.ग. असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल व छ.ग. भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के द्वारा संचालित योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 के तहत हितग्राही,ग्राम उद्योग में आजीविका को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान में रायपुर जिला के अंतर्गत संचालित योजनाओं, खनिज विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 में कितना रायल्टी प्राप्त ग्राम की सूची ब्लॉकवार जानकारी,वर्षाऋतु के पूर्व पर्यावरण विभाग द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में इस वर्ष कितना वृक्षारोपण का लक्ष्य,सिंचाई विभाग द्वारा कृषि में सिंचाई क्षमता बढ़ाने हेतु वर्तमान में संचालित योजना, शिक्षा विभाग द्वारा उच्च शालाओं में जीर्णोधर / अतिरिक्त कक्ष बनाने के विषय में व शिक्षक की पूर्ति के संबंध में और कार्यपालन अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड द्वारा पेयजल की समस्या के निवारण के लिए वर्तमान में उठाये जा रहे कदम पर विस्तारपूर्वक चर्चा की जाएगी। -
बालोद। त्रिस्तरीय पंचायत उप निर्वाचन 2023 को ध्यान में रखते हुए जिले में पदस्थ सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के बिना अनुमति के अवकाश पर रहने एवं मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नही रहेगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुलदीप शर्मा द्वारा उक्ताशय का आदेश जारी किया गया है।
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बालोद। जिला कोषालय बालोद में भृत्य के 01 नियमित पद के भर्ती हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए थे। उक्त प्राप्त आवेदनों की दावा आपत्ति की सूची बालोद जिले की वेबसाईट बालोद डाॅट जीओवी डाॅट इन में उपलब्ध है। जिला कोषालय अधिकारी ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों को पात्र-अपात्र के संबंध में कोई आपत्ति हो तो वे निर्धारित समय में आपत्ति का निराकरण करा सकते है। -
दुर्ग/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लोकार्पण व भूमिपूजन कार्यक्रम में 02 जून को नगर पालिका परिषद् कुम्हारी क्षेत्रान्तर्गत कुल 174 करोड़ 45 लाख रूपए से ज्यादा की लागत के 19 कार्याे का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। 45 करोड़ 44 लाख 66 हजार रूपए के 10 विकास कार्याे का लोकार्पण व 129 करोड़ रूपए से अधिक के 9 विकास कार्याे का किया भूमिपूजन शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न कार्याे का लोकार्पण किया, जिसमें 26 करोड़ 70 लाख 62 हजार रूपए की लागत से वार्ड क्रमांक 01 अंतर्गत बड़ा तालाब कुम्हारी का सौंदर्यीकरण एवं अन्य विकास कार्य, 80 लाख रूपए की लागत से वार्ड 16 परसदा में राजीव भवन निर्माण, 1 करोड़ 8 लाख 91 हजार रूपए की लागत से जंजगिरी चौक से टोल प्लाजा तक म्यूरल आर्ट, लेेंड स्केपिंग एवं अन्य सौंदर्यीकरण कार्य, 35 लाख 47 हजार रूपए की लागत से डॉ. बी आर अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिक भवन में बाउंड्रीवॉल निर्माण कार्य, 50-50 लाख रूपए की लागत से महामाया उद्यान में अतिरिक्त विकास कार्य एवं मंदिर परिसर में डोम निर्माण कार्य, 31 लाख 9 हजार रूपए की लागत से कुगदा में उद्यान निर्माण कार्य, 19 लाख 50 हजार रूपए की लागत से वार्ड क्रमांक 14 में प्रेस क्लब के पास सामुदायिक भवन निर्माण कार्य, 88 लाख 52 हजार रूपए की लागत से वार्ड क्रं. 12 व 16 में विभिन्न विकास कार्य एवं 14 करोड़ 10 लाख 55 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका परिषद् कुम्हारी क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न विकास कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा 9 कार्याे का भूमिपूजन किया गया, जिसके अंतर्गत अमृत मिशन 2.0 के अंतर्गत जल प्रदाय योजना हेतु 124 करोड़ 4 लाख, बी.टी. रोड वाईंडिनिंग कार्य हेतु 3 करोड़ 31 लाख 52 हजार, वार्ड क्र. 17, 19, 23 एवं 24 में पाईप लाईन विस्तारीकरण कार्य हेतु 49 लाख 31 हजार, परसदा, कुगदा एवं जंजगिरी गौठान में कंपोस्टिंग शेड निर्माण हेतु प्रत्येक गौठान के लिए 12 लाख 38 हजार, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कुम्हारी में 05 अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य हेतु 43 लाख 81 हजार, वार्ड क्र. 16 में नीलकंठ साहू घर से राजेश यादव घर तक बीटी रोड वाईंडिनिंग कार्य हेतु 11 लाख 14 हजार एवं वार्ड क्र. 16 परसदा में जागृत होटल से लीला साहू घर तक बीटी रोड रेनोवेशन कार्य हेतु 24 लाख 83 हजार रूपए के कार्य सम्मिलित हैं। -
दुर्ग / समग्र शिक्षा कार्यालय रायपुर एवं आह्वान ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से दुर्ग जिले में बालवाड़ी कार्यक्रम को मजबूती देने के लिए सतत प्रयास जारी है जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी श्री अभय जायसवाल एवं समग्र शिक्षा जिला समन्वयक श्री सुरेंद्र पांडे जी का मार्गदर्शन से बालवाड़ी कार्यक्रम सुदृढ़ीकरण का कार्य जारी है । जिसमें नई शिक्षा नीति के तहत बुनियादी भाषा एवं संख्या ज्ञान की विभिन्न गतिविधियां एवं खेल खेल में सीखना सिखाना जारी रखा गया है । इस दौरान ग्रीष्म काल का सत्र आयोजित किया जा रहा है जिसमें बालवाड़ी के बच्चे एवं कक्षा 1,एवं 2 के बच्चे मजे के साथ शामिल हो रहे हैं ।
इस दौरान विद्यालय परिवार के सदस्य एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ साथ ग्राम पंचायत की समिति एवं जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त हो रहा है । इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य शाला में शत प्रतिशत नामांकन कराना । बच्चों के सीखने की ललक पैदा करना, भाषा और गणित की अवधारणा को स्पष्ट रूप से समझना एवं रचनात्मक कार्यों में बच्चों को आगे बढ़ाना । साथ ही बालवाड़ी एवं विद्यालय से समुदाय को जोड़ना और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना प्रमुख रूप से शामिल है।
इस कार्यक्रम के दौरान आहवान ट्रस्ट के जिला समन्वयक प्रदीप कुमार शर्मा साथी तुषार साहू एवं अभिषेक सिंह के साथ प्रधान पाठक नीलू थापा एवं सरपंच प्रतिनिधि इंद्रजीत साहू के साथ बड़ी संख्या में पालक अभिभावक उपस्थित रहे।
यह समुदाय को जोड़ने का काम दुर्ग में संचालित समस्त बालवाड़ी में किया जाएगा जिसमें समुदाय का जुड़ाव सुनिश्चित करने और बच्चों के सीखने में घर का वातावरण को भी जोड़ने का प्रयास जारी है।
बच्चों के साथ विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन-
ग्रीष्मकालीन सत्रों में बालवाड़ी के बच्चों के साथ उनके रूचि के अनुसार रोचक गतिविधि का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बुनियादी भाषा और गणित की रचनात्मक गतिविधि,मिट्टी के खिलौने बनाना, धागा पेंटिंग, पत्तियों से चित्रकारी करना, थंब पेंटिंग और स्वतंत्र खेल शामिल है। साथ ही पालक घर मे कैसे इन सभी गतिविधियों से बच्चों को सीखा सकता है इस पर चर्चा की जाती है। -
रायपुर/ प्रभु राम का जीवन चरित्र हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आत्म नियंत्रण कर जीवन कैसे जिया जाए। सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए संबंधों को कैसे निभाया जाए यह प्रभु राम हमे सिखाते है। इसीलिए आज के समय में सुखी रहने के लिए उनके जीवन आदर्शों पर चलने की महती आवश्यकता है। यह विचार पूर्व धर्मस्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सुधी मानस मंडली जय भैरव बाबा संस्थान मठ पुरैना द्वारा आयोजित दो दिवसीय अखंड रामायण के अवसर पर कही।
साथ ही उन्होंने भाई प्रेम का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रभु राम को 14 वर्ष का वनवास जाना पड़ा परंतु उनकी जगह पर उनके छोटे भाई भरत ने राज नहीं किया बल्कि प्रभु राम की खड़ाऊ को रखकर उसे राजा मानकर राजपाट संभाला।
उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष रामराज पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि रामराज का मतलब सुशासन होता है। ऐसा शासन जिसमें कोई दुखी ना हो। ऊंच नीच, छोटे बड़े का भेद ना हो। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार भारत में रामराज लाने की सोच के साथ आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ वालों का सौभाग्य है कि प्रभु राम की माता कौशल्य की जन्मभूमि यहां है। यही वजह है कि इस पवित्र छत्तीसगढ़ की भूमि में सभी भांजों को प्रभु राम मानकर उनका चरण स्पर्श किया जाता है।
सदियों बाद आया है हिंदू जागरण का काल
बृजमोहन ने कहा कि सदियों के बाद हिंदू जागरण का काल अब आया है। अयोध्या में प्रभु रामलला का भव्य मंदिर अब बन रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण हो चुका है। महाकाल मंदिर की भव्यता और दिव्यता अब देखते ही बन रही है। सोमनाथ मंदिर का भी कायाकल्प किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से वोट बैंक के लिए सनातन धर्म को ताक में रखकर शासन होता रहा। परंतु आज के दौर में सनातन धर्म व परंपराओं को आत्मसात करके सभी धर्म-समाज के हितों को ध्यान में रखकर मोदी सरकार चल रही है। -
दुर्ग / भारत शासन द्वारा मिशन शक्ति के अतंर्गत नवीन दिशा निर्देश जारी किए गए है, जिसमें प्रधानमंत्री मातृ योजना अंतर्गत आवश्यक संशोधन किया गया है। जारी नवीन निर्देशों के अनुसार सामाजिक एवं आर्थिक रूप् से कमजोर वर्गो के परिवारों के प्रथम बच्चे के जन्म पर माता को दी जाने वाली 5 हजार रूपये की राशि 3 किश्तों के बजाए अब 2 किश्तों में दिए जाने का निर्णय लिया गया है। नवीन निर्देशानुसार ऐसे चिन्हांकित परिवारों के प्रथम बच्चे हेतु, गर्भावस्था के पंजीयन पर एवं कम से कम एक बार प्रसव पूर्व जॉच कराए जाने पर (गर्भावस्था के 06 माह के अंदर) पहली किश्त की राशि 3 हजार रूपये दी जाएगी तथा दूसरी किश्त की राशि 2 हजार रूपये बच्चे के जन्म पंजीकरण तथा बीसीजी, पोलियों, डीटीपी एवं हेपेटाइटिस-बी या इसके समानान्तर/ विकल्प का प्रथम चक्र का टीका लगाए जाने के पश्चात देय होगा। इसके अतिरिक्त इस योजना के तहत अब 01 अप्रैल 2022 के बाद पूर्वतः चिन्हांकित सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो के परिवार में जन्मे द्वितीय संतान के बालिका होने पर एकमुश्त 6 हजार रूपये के लाभान्वित किया जायेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त योजना के तहत लाभ प्राप्त करने हेतु चिन्हांकित माता का आधार नम्बर, बैंक खाते की जानकारी जो आधार से लिंक हो, मातृ शिशु रक्षा कार्ड (एमसीपी कार्ड) का क्रमांक, द्वितीय संतान बालिका होने की स्थिति में जन्म प्रमाण पत्र, द्वितीय बालिका संतान को प्रथम चक्र हेतु निर्धारित सभी टीके लगे होने संबंधी प्रमाण पत्र एवं हितग्राही का जीवित मोबाईल नम्बर अनिवार्य है। इसके साथ ही संबंधित माता की योग्यता को प्रमाणित करने के लिए संबंधित महिला का ई-श्रम कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, 08 लाख रूपये से कम वार्षिक आय होने संबंधी आय प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र में से कोई भी 2 प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना अनिवार्य है। योजना से संबंधित अन्य जानकारियों प्राप्त करने तथा पात्रता अनुसार लाभ प्राप्त करने के लिए निकट के आंगनबाड़ी केन्द्र में आवश्यक अभिलेखों सहित स्वयं का पंजीकरण कराया जा सकता है। सभी जानकारियों व अभिलेख प्राप्त होने पर संबंधित महिला की जानकारियाँ संबंधित आंगनबाडी कार्यकर्ता के द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के नवीन सॉफ्टवेयर में दर्ज की जावेगी। संबंधित सेक्टर पर्यवेक्षक एवं परियोजना अधिकारी के द्वारा उपरोक्त जानकारी का परीक्षण सह सत्यापन के उपरांत जानकारी को अंतिम रूप से फारवर्ड कर दिया जावेगा। राज्य स्तर से परीक्षणोपंरात राशि सीधे महिला द्वारा उपलब्ध कराए गए आधार लिंक बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जावेगी। अधिक जानकारी हेतु संबंधित क्षेत्र के पर्यवेक्षक, परियोजना अधिकारी अथवा जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला-दुर्ग से संपर्क कर सकते हैं। -
सिलाई इकाई से महिलाओं को मिला आजीविका का आधार*
*शासन की मदद से स्वयंसिद्धा बनी दीदियां*
बिलासपुर/ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य शासन के मंशानुसार मस्तूरी विकासखण्ड के बेलटुकरी में संचालित महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) के तहत ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिल रहे है। रीपा अंतर्गत ग्राम बेलटुकरी में गारमेंट सिलाई इकाई की स्थापना की गयी है। महिलाएं घर की चार दीवारी से बाहर निकल कर स्वयंसिद्धा साबित हो रही है।
यहां बेलटुकरी रीपा में बिहान से जुड़ी दीदियों द्वारा सिलाई का किया जा रहा है। समूह की सचिव श्रीमती आशा बाई ने बताया कि हमारे द्वारा सिलाई का कार्य विगत अप्रैल माह से शुरू किया गया है। सिर्फ दो महीने में ही लगभग 36 हजार रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त हो चुका है। उत्पादित वस्तुओं की स्थानीय स्तर पर बिक्री की जा रही है। उनकी सिलाई का कारोबार अब चल पड़ा है। वर्तमान मंे स्वामी आत्मानंद स्कूलों से भी ऑर्डर मिल रहे है। महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रीपा के तहत हमे आजीविका का साधन मिला है, जिससे हम आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे है। परिवार एवं समाज में सम्मान मिल रहा हैं। -
एसटी, एससी वर्ग के विद्यार्थी 21 जून तक कर सकते हैं आवेदन*
बिलासपुर/राज्य के प्रतिभावान अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विद्यार्थी जो इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे है। ऐसे विद्यार्थियों को विभाग द्वारा प्रतिष्ठित संस्थान से कोचिंग करने का लाभ दिया जाएगा। विद्यार्थियों का चयन प्राक्चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा। जिसके लिए आवेदन 21 जून शाम 4 बजे तक आमंत्रित किये गये है। आवेदन के संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप विभाग की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ट्रायबल डॉट सीजी डॉट जीओवी डॉट इन (www.tribal.cg.gov.in) से प्राप्त एवं डाउनलोड कर सकते है।
आवेदक को छ.ग. राज्य का मूल निवासी, अनुसूचित जाति, जनजाति का स्थायी जाति प्रमाण होना आवश्यक है। आवेदक द्वारा 12 वीं मे कम से कम 70 प्रतिशंत अंक या समतुल्य ग्रेड गणित एवं जीव विज्ञान विषय में प्राप्त किया होना चाहिए। आवेदक के पालक की समस्त स्त्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपए से अधिक न हो। आवेदन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय में जमा किये जा सकते है। -
*जलाशय के गेट एवं स्ट्रक्चर्स के मरम्मत हेतु तालाबों और एनीकट में भरा गया जल
*किसी भी स्थिति में नहीं हुई जल की बर्बादी - मुख्य अभियंता*
बिलासपुर/चांपी जलाशय में डेम सेफ्टी पेनल की टीम के निरीक्षण में हेड स्लूस के मेशोनरी दीवार से अत्याधिक पानी का रिसाव होना पाया गया। मुख्य अभियंता हसदेव कछार जल संसाधन विभाग ने बताया कि पानी के रिसाव से गेट एवं स्ट्रक्चर्स धीरे-धीरे और कमजोर हो रहे थे, जिसके लिए पानी के स्तर को कम कर मरम्मत कराने हेतु 1 करोड़ 27 लाख 16 हजार रूपए का प्राक्कलन तैयार कर निविदा आमंत्रित की गयी। निविदा में हेड स्लूस के जैकेटिंग के अलावा नहर में स्केप एवं चैनल निर्माण का कार्य भी शामिल था। इस कार्य के लिए मेसर्स पावर टेक इंडिया बिलासपुर को अनुबंधित किया गया। ठेकेदार द्वारा नहर के कार्य पूर्णता की ओर होने पर स्लूस के कार्य को कराने हेतु सक्षम अधिकारी से स्वीकृति प्राप्त कर स्लूस गेट में जल स्तर कम करने हेतु 28 मार्च 23 को हेड स्लूस का गेट खोलकर नहर से होते हुये काल्हामार व्यपवर्तन, सिलदहा व्यपवर्तन एवं लक्षनपुर व्यपवर्तन के अलावा दो एनीकट एवं पांच तालाबों-जोगीड़बरी तालाब, साही तालाब, अमहा तालाब, गेवलाही तालाब एवं दुलहरा जलाशय में जल भरा गया।
अरपा नदी में निगम द्वारा निर्माणाधीन तटबंध में व्यवधान होने की आशंका से उनके अधिकारियों द्वारा मना करने से पानी को आगे के एनीकटों में ना ले जाकर 24 अप्रैल को हेड स्लूस का गेट बंद कर दिया गया। जलाशय से हेड स्लूस के द्वारा ही पानी नहर में छोड़ा जाता है, जिससे निस्तारी तालाबों को भरने के बाद नदी में निर्मित एनीकट एवं व्यपवर्तन को भरा गया और पानी का किसी भी तरह से दुरुपयोग नही किया गया। जलाशय में गेट बंद करने के उपरांत 40 प्रतिशत जल भराव रहा। जरूरत पड़ने पर निस्तारी हेतु पुनः तालाबों को भरा जा सकता है। चांपी जलाशय लो परसेंटेज जलाशय होने के कारण एक दो बारिश में ही भर जाता है। उन्होने बताया कि हेड स्लूस के रिपेयरिंग को कराये जाने हेतु बांध का लेवल कम किये जाने पर ही कार्य को भविष्य में किया जाना संभव होगा। जलाशय का लेवल स्लूस के माध्यम से कम किये जाने पर किसी भी स्थिति में जल की बर्बादी होने की संभावना नही रहती है। -
समस्याओं को लेकर लोगों से हुए रूबरू और निराकरण के लिए दिए निर्देश
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में निगम तुहर द्वार अंतर्गत महापौर संग गोठ के जरिए शिविर का आयोजन आज वार्ड 39 चंद्रशेखर आजाद नगर में किया गया। चंद्रशेखर आजाद नगर वार्ड का महापौर नीरज पाल ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया और लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। प्राप्त समस्याओं के निराकरण के लिए उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देशित किया। शिविर में आवेदन लेकर पहुंचे लोगों की समस्याओं को भी महापौर ने गंभीरता से सुना। महापौर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक आवेदनों का परीक्षण करते हुए निराकरण किया जाए। त्वरित समाधान योग्य आवेदन पर शीघ्रता से कार्यवाही की जाए। शिविर में सुभाष नगर के कुछ लोगों ने महापौर से पुरानी पाइप लाइन के जगह नई पाइप लाइन बिछाने की मांग की जिस पर महापौर ने नई पाइप लाइन बिछाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। शिविर में प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री मितान योजना, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, श्रम कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, शहरी आजीविका मिशन के तहत व्यक्तिगत लोन एवं अन्य योजना, नए नल कनेक्शन, गुमास्ता लाइसेंस एवं अनुज्ञप्ति लाइसेंस, भवन, दुकान, व्यापारिक प्रतिष्ठान का नियमितीकरण, स्ट्रीट लाइट संधारण, संपत्तिकर, भू भाटक, जलकर, यूजर चार्ज वसूली काउंटर, पाइपलाइन, बोर, पंप, हैंड पंप संधारण, वार्ड स्तर पर नाली रोड टूट-फूट संधारण, सफाई कार्य तथा मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना से संबंधित आवेदनों का निराकरण किया गया। शिविर में आज प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, महापौर परिषद की सदस्य रीता सिंह गेरा, जोन आयुक्त पूजा पिल्ले कार्यपालन अभियंता संजय बागड़े सहायक अभियंता अखिलेश चंद्राकर एवं उप अभियंता चंद्रकांत साहू आदि मौजूद रहे। -
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत सड़कों के डामरीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के निर्देश पर सड़कों को सुधारने का काम भिलाई निगम में तेज गति से हो रहा है। महापौर नीरज पाल की पहल से सड़कों के डामरीकरण का काम भिलाई के अलग-अलग क्षेत्रों में किया जा रहा है। सड़क कार्यों का महापौर जायजा भी ले रहे हैं। पहले फेज में नेशनल हाईवे से लगे प्रमुख सड़कों का डामरीकरण के कार्य को महत्व देकर इससे पूरा किया जा रहा है। प्रमुख सड़कों के बाद अब अंदरूनी इलाकों की सड़कों को भी दुरुस्त करने का काम प्रारंभ हो गया है। महापौर नीरज पाल ने अधिकारियों के साथ आज नेहरू नगर क्षेत्र में सड़कों के संधारण एवं दुरुस्ती करण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर अधिकारियों को निर्देश दिए कि शीघ्र अति शीघ्र सड़कों को सुधारने की दिशा में कार्य करें और बारिश से पूर्व कार्य को पूर्ण कर ले। मार्गों के निरीक्षण के दौरान जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, प्रभारी कार्यपालन अभियंता कुलदीप गुप्ता, सहायक अभियंता वसीम खान एवं उप अभियंता अर्पित बंजारे आदि मौके पर मौजूद रहे। गौरतलब है कि नेहरू नगर चौक से लेकर केपीएस चौक तक, प्रियदर्शनी परिसर पश्चिम की सड़कें, 18 नंबर रोड की सड़कें, नंदनी रोड की सड़कें, खमरिया जाने वाली मार्ग की सड़कों के साथ ही अन्य सड़कों का डामरीकरण कार्य किया जा चुका है। अब मार्गो में वाहनों के आवागमन में आसानी हो रही है तथा गड्ढों से निजात लोगों को मिल रहा है। -
सुबह 9 बजे पुलिस परेड ग्राउंड में वाहनों को भेजने के निर्देंश जारी*
रायपुर /रायपुर जिले में चल रहे सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं को लाने-लेजाने के काम में उपयोग हो रहे वाहनों की फिटनेस टेस्ट के लिए 11 जून को शिविर आयोजित किया जायेगा। यह शिविर पुलिस परेड ग्राउंड में सुबह 9 बजे से शुरू होगा। रायपुर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी शैक्षणिक संस्थानों को इस जांच शिविर में अपने संस्थानों के सभी वाहनों-यानों को पूरे दस्तावेजों के साथ भेजना होगा। आरटीओ कार्यालय से इस संबंध में जरूरी निर्देंश भी जारी कर दिए गए है।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री शलभ साहू ने बताया कि यदि वाहनों को फिटनेस टेस्ट के लिए इस जांच शिविर में नहीं भेजा जाता तो यह माना जाएगा कि वाहन-यान शैक्षणिक संस्थान में संचालन योग्य नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसी स्थिति में वाहन का उपयुक्तता प्रमाण-पत्र और अनुज्ञा पत्र निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद यदि वाहन संचालित होता पाया गया तो वाहन को निरूद्ध किया जाएगा। साथ ही उपयुक्तता प्रमाण पत्र रद्द होने के की तिथि से वाहन को साधारण श्रेणी में मानते हुए कर निर्धारण की कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने सभी शैक्षणिक संस्थाओं के संचालकों से अपने-अपने वाहनों को 11 जून को पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर में फिटनेस जांच के लिए अनिवार्यतः भेजने की अपील भी की है।-file photo
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पांच एकड़ रकबे में चटौद गौठान, लगभग 40 महिलाओं को मिला रोजगार*
रायपुर /रायपुर जिले के आरंग जनपद क्षेत्र के चटौद ग्राम पंचायत में पांच एकड़ रकबे में सुसज्जित गौठान बनाया गया है। चार स्व-सहायता समूहों की लगभग 40 महिलाएं इस गौठान में वर्मी कम्पोस्ट बनाने, केचुआ उत्पादन, सब्जी उत्पादन, मुर्गी पालन, मशरूम उत्पादन के साथ-साथ हल्दी पाउडर बनाने के काम में लगी है। बीते साल इन महिलाओं ने अपनी मेहनत से 30 लाख रूपये से अधिक का व्यवसाय किया है और लगभग 12 लाख रूपये से अधिक का शुद्ध लाभ कमाया है। गौठान में काम कर रहें सीता महिला संगठन की अध्यक्ष श्रीमती गीता वर्मा ने बताया कि गौठान और गौधन न्याय योजना से गांवों में ही महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। अपनी मेहनत से महिलाएं गौठानों में काम करके अतिरिक्त आमदनी भी पा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में बढ़ोत्तरी हुई है। श्रीमती वर्मा ने बताया कि गौठानों से हो रही आय का उपयोग महिलाएं घरेलू जरूरतों की पूर्ति के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी कर रही है।
ग्राम पंचायत के चटौद के गौठान में चार महिला समूह सीता महिला संगठन, किरण स्व-सहायता समूह, एकता स्व-सहायता समूह और कल्याण स्व-सहायता समूह द्वारा आजीविका मूलक काम किए जा रहें है। गौठान में गोबर खरीदी का काम प्रतिदिन किया जाता है। गौठान में दो रूपये किलो की दर से अभी तक 7 हजार 670 क्विंटल गोबर की खरीदी की जा चुकी है। इसमें से 7 हजार 210 क्विंटल गोबर से 2 हजार 647 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बनाया गया है। बनाये गये वर्मी कम्पोस्ट में से 2 हजार 280 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट किसानों और अन्य शासकीय संस्थाओं को बेंचकर महिलाओं को लगभग 23 लाख रूपये मिले है। 120 क्विंटल गोबर से 60 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट भी गौठान में ही बनाया गया है। वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट को बेंचकर महिला समूहों को लगभग 9 लाख रूपये का शुद्ध लाभ हुआ है। क्षेत्र में गौठान के वर्मी कम्पोस्ट की मांग बढ़ गई है। महिला समूह के सदस्य अब जैविक कीटनाशन भी बनाने लगी है। गौठान में उत्पादित केचुओं की मांग भी पूरे आरंग विकासखण्ड में है। आरंग विकासखण्ड के दूसरे गौठानों में केचुआ चटौद गौठान से ही दिए गये है। सीता महिला संगठन की 20 सदस्य चटौद गौठान में वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ केचुआ उत्पादन के काम में भी लगी है। इन महिलाओं को कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर और कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण और तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया जाता है। संगठन की महिलाओं कोे बीते साल केचुआ बेंचकर ही तीन लाख रूपये की आमदनी हुई है। गौठान में मुर्गी पालन का काम किरण स्व-सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है। समूह ने अभी तक मुर्गी पालन से लगभग 50 हजार रूपये का लाभ कमा लिया है। एकता स्व-सहायता समूह ने गौठान की बाड़ी में सब्जी उगाकर लगभग 10 हजार रूपये की आय अर्जित की है। कल्याण स्व-सहायता समूह की महिलाएं गौठान में मशरूम उत्पादन और हल्दी पाउडर बनाने के काम में लगी है। इससे इन महिलाओं को लगभग 10 हजार रूपये की आमदनी हो चुकी है। गौठान में आने वाले पशुओं की स्वास्थ्य जांच, नश्ल सुधार एवं टेगिंग का काम भी पशुधन विकास विभाग द्वारा गौठान में ही किया जा रहा है। गौठान में पशुओं के लिए चारागाह भी बनाया गया है। - -भगवान राम के वनवास, सीता हरण, जटायु-रावण युद्ध, शबरी प्रसंग की प्रस्तुति को लोगों ने सराहा, तालियां बजाई और कलाकारों का हौसला बढ़ायारायपुर /राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के दूसरे दिन कलाकरों के दल ने रामायण के विविधि प्रसंगों की शानदार प्रस्तुति देकर लोगों को भक्तिभाव से विभोर कर दिया। कार्यक्रम का आगाज झारखंड से आए कलाकार दल ने अरण्यकांड पर मनमोहक प्रस्तुति दी। सीता हरण और राम द्वारा शबरी के झूठे बेर खाने के प्रसंग की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।दूसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर लोकगायक दिलीप षडंगी ने अपनी टीम के साथ हनुमान चालीसा की प्रस्तुति दी। महोत्सव में उपस्थित सभी लोगों ने तालियों की थाप के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस अवसर पर मंत्री श्री अमरजीत भगत ने महोत्सव में उपस्थित दर्शकों को सम्बोधित किया और उपस्थित लोगों के स्वागत के लिए लोकगीत गाया।महाराष्ट्र के वर्धा से आए कलाकार दल ने श्रीराम के वनवास कथा से जुड़े प्रसंग की शानदार मंचन किया। मध्य प्रदेश से आए कलाकार दल ने अरण्यकांड पर जीवंत प्रस्तुति दी। उनकी भावपूर्ण प्रस्तुति ने उस दृश्य को दर्शकों के समक्ष जीवंत कर दिया जब दंडकारण्य में राम ने शबरी के जूठे बेर खाए थे। श्रीराम के वनवास कथा से जुड़े प्रसंग की जीवंत प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मध्यप्रदेश की रामायण मंडली अरण्य कांड से जुड़े सीताहरण प्रसंग में जटायु-रावण का युद्ध और घायल जटायु से राम के संवाद, शबरी प्रसंग को प्रस्तुत किया। असम के परफोर्मिंग आर्ट्स कॉलेज डिब्रूगढ़ और झारखण्ड के कलाकारों ने भी सीताहरण प्रसंग, जटायु प्रसंग और राम के वन-वन भटकने के प्रसंग की भावपूर्ण प्रस्तुति दी।असम से आए कलाकारों की टीम में कुल 21 कलाकार है, जिसमें 16 महिला कलाकार शामिल है। असम के कलाकारों की अरण्यकांड पर शानदार प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा और तालियां बाजाकर कलाकारों की हौसला अफजाई की। उड़ीसा के कलाकारों द्वारा मारीच प्रसंग की भावपूर्ण प्रस्तुति को भी दर्शकों ने खूब सराहा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के कलाकारों की अरण्य कांड की प्रस्तुति के दौरान माता सीता के प्रति भगवान श्रीराम का प्रेम, समर्पण और करुणा की भावाभिव्यक्ति ने दर्शकों को भावविभोर किया। स्वर्ण मृग बने हिरण की कथा रामायण के सबसे प्रेरक प्रसंगों में एक है। जब ऐसी घटना हो, जो अप्रत्याशित लगती हो तो इस पर आगे बढ़ने से पहले कई बार विचार करना चाहिये। लक्ष्मण रेखा का सिद्धांत भी गूढ़ अर्थ रखता है। जीवन में सेवा कार्य जरूरी है पर संशय भाव भी होना जरूरी है। सीता जी का अपहरण रावण कर लेता है। वह साधु बनकर आता है। कलाकरों की यह प्रस्तुति बेहद प्रशंसनीय रही। इस प्रस्तुति में शबरी का धैर्य भी दिखा। शबरी ने बरसों इंतज़ार किया और जितनी बड़ी उनकी तपस्या रही, उनका पुण्य उतना ही जागृत हुआ। भगवान उनकी कुटिया में आये। सबके हिस्से में शुभ हो, मीठा हो। सर्वे भवन्तु सुखिनः के वैदिक विचार से शबरी ने मीठे बेर खिलाये। प्रस्तुति के दौरान एक गहन आध्यात्मिक चर्चा हुई। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के मंच का यह दृश्य देखकर ऐसा लग रहा था कि रामलीला मैदान में हजारों की संख्या में रामकथा सुन रहे लोगों के मन में यह सुंदर विचार उतर रहा है।
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अरपा नदी में नौका विहार एवं वाटर स्पोर्ट्स की सुविधा जल्द
*रतनपुर के आसपास पर्यटकों के ठहरने बनेगा होटल*
*स्थानीय युवाओं को मिलेगा गाईड का प्रशिक्षण*
बिलासपुर /कलेक्टर श्री सौरभ कुमार की अध्यक्षता और छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव की विशेष उपस्थिति में जिला स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक मंथन सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में जिले में पर्यटन गतिविधियों के विकास के महत्वपूर्ण बिंदुओं में विचार-विमर्श कर स्वीकृति तथा कार्य योजना तैयार करने के संबंध में निर्णय लिया गया। नवगठित जिला स्तरीय समिति की यह प्रथम बैठक थी।
बैठक में बताया गया कि पर्यटन मण्डल अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव के विशेष प्रयास से स्वदेश दर्शन योजना 2.0 में चयनित बिलासपुर जिले के पर्यटन अधोसंरचना विकास कार्य के क्रियान्वयन के लिए राशि रूपए 70-75 करोड़ भारत सरकार द्वारा स्वीकृत किया जाएगा। जिसके लिए जिला स्तरीय पर्यटन समिति डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कमेटी के रूप भी कार्य करेगी। स्मार्ट सिटी बिलासपुर द्वारा शहर के मध्य अरपा नदी में नौका विहार एवं वाटर स्पोर्ट्स के संचालन किया जायेगा। जिसके लिए जल संसाधन विभाग को वर्ष भर जल भराव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर श्री सौरभ कुमार द्वारा बिलासपुर जिले के सभी पर्यटन स्थलों में आवश्यक मूलभूत सुविधाएं प्राथमिकता क्रम में पेयजल, पब्लिक टॉयलेट रोशनी की जानकारी लेकर तत्काल उसमें कार्य स्वीकृति करवाने के निर्देश दिये गये। जिले सहित राज्य से मुख्य धार्मिक पर्यटन केंद्र रतनपुर में आने वाले श्रद्धालुओं, दर्शनार्थियों के लिए धर्मशाला सह होटल का निर्माण रतनपुर, खूंटाघाट के समीप पर्यटकों के उपयुक्त चिन्हित स्थान पर किया जायेगा। श्री अटल श्रीवास्तव द्वारा भारत भवन की तर्ज पर प्राचीन राजधानी रतनपुर में भी भवन का निर्माण किए जाने का भी सुझाव दिया गया। जो क्षेत्र के पुरातात्विक, सांस्कृतिक, धार्मिक, विरासत का पर्यटन केंद्र बनेगा। बिलासपुर जिले के टूरिस्ट मैप तैयार कर शहरों में स्थित होटल को पर्यटन से जोड़ने हेतु बिलासपुर जिले के होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री प्रकाश सोंथलिया से पर्यटन प्रचार-प्रसार सामग्री एवं आसपास के पर्यटन स्थलों को लॉबी, रिसेप्शन, एरिया में डिस्प्ले करने हेतु अनुरोध किया गया।
जिले के पर्यटन स्थलों के आसपास स्थानीय निवासरत युवक-युवतियों व मितान क्लब के सदस्यों को पर्यटक गाइड, ट्रैकिंग अन्य हॉस्पिटेलिटी कार्य प्रशिक्षण तैयार करने हेतु पंचायत ग्रामीण विकास, कौशल विकास विभाग को वर्क प्लान तैयार कर क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी श्री वर्मा से समन्वय करने के निर्देश दिये गये। जिले के बांधो में जल पर्यटन हेतु बोटिंग और ट्रैकिंग, सफारी करने हेतु इच्छुक संस्था को आमंत्रित और दुर्घटना रहित कराने हेतु प्रशिक्षण कराने पर जोर दिया जाएगा। बैठक में सभी शासकीय सदस्यों के साथ-साथ श्री प्रकाश सौंथलिया, डॉ.श्वेता साव, सुश्री स्वर्णा शुक्ला पार्षद, श्री आनंद जायसवाल, श्री कल्याण सिंह ठाकुर और श्रीमती मीनू यादव उपस्थित थे। -
गोधन न्याय योजना से चरवाहा श्री चंद्रकांत यादव की खुली किस्मत
*कच्चा से पक्का मकान बनाने का सपना हुआ पूरा
दुर्ग/गोधन न्याय योजना गौपालकों और चरवाहों के जीवन में खुशहाली लेकर आया है। श्री चंद्रकांत यादव ने कभी नही सोचा था कि गोधन न्याय योजना से उसकी किस्मत का ताला खुल जाएगा। उसने सपने भी नही सोचा था कि वह गोबर बेचकर लाखों रूपए कमा सकेगा, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना श्री चंद्रकांत यादव के लिए एक वरदान साबित हुई।
दुर्ग जिले के ग्राम पंचायत भानपुरी के चरवाहा श्री चंद्रकांत यादव ने बताया कि इस योजना के शुरू होने के पहले अपने पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत जुझना पड़ता था। छत्तीसगढ़ सरकार ने जब से 2 रूपए प्रति किलो में गोबर की खरीदी प्रारंभ की तब से मैं अपने परिवार की छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा कर पा रहा हूॅ।
उन्होंने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत अब तक 2 लाख रूपए का गोबर विक्रय कर चुका हूॅ। मैं और मेरा परिवार गोबर इकठ्ठा कर उसे गौठान में विक्रय करने के लिए ले जाते हैं। गोबर के साथ-साथ दुध का भी व्यवसाय किया जा रहा है। पहले उनका घर खपरे वाला था, जिससे बारिश के दिनों में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। आज गोबर बिक्री से प्राप्त राशि से उन्होंने अपना पक्का घर बनवा लिया है।
गाय के दुध के साथ-साथ घी एवं दही भी आस पास के गांवों में बेचकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर रहे हैं। प्रतिदिन सुबह व शाम 17 लीटर दुध बेचकर प्रति माह 10 से 15 हजार की आय प्राप्त कर रहेे हैं। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुुए गोधन न्याय योजना की सराहना की। - -रीपा में 50 से अधिक लोगों को मिल रहा रोजगार, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का सपना हो रहा है साकाररायपुर /छत्तीसगढ़ सरकार की रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) योजना से गांवों में ग्रामीणों को रोजगार व स्व-रोजगार मिलने लगा है। गांवों को उत्पादन का केन्द्र और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गइ है यह योजना अब ग्रामीण परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव लाने लगी है। ग्रामीणजन रीपा के माध्यम से अपनी आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में बदलाव के लिए पूरे मनोयोग जुट गए हैं।छत्तीसगढ़ सरकार की रीपा योजना वास्तव में सुराजी गांव योजना के तहत गांवों में निर्मित गौठान में संचालित आयमूलक गतिविधियां का अभिसरण है। गौठानों में रीपा के माध्यम से आयमूलक गतिविधियों के संचालन के लिए शासन द्वारा आधारभूत संरचनाएं एवं संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे समूह की महिलाओं एवं ग्रामीणों को स्व-रोजगार की गतिविधियों के संचालन में मदद मिली है।मुंगेली जिले के ग्राम संबलपुर में संचालित ग्रामीण औद्योगिक पार्क में वर्तमान में 50 से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। वहां विभिन्न प्रकार की आयमूलक गतिविधियों का संचालन अलग-अलग समूह कर रहे हैं। प्रत्येक समूह को आजीविकामूलक गतिविधियों के संचालन के लिए प्रशिक्षण भी प्रदाय किया गया है। ग्राम संबलपुर के रीपा में स्व-सहायता समूह जैम-जैली, आचार, टेडी बियर, ब्लैक गार्लिक जैसे विभिन्न उत्पाद तैयार कर रहे हैं।आम, नींबू और कटहल का आचाररीपा में कौशल माता स्व सहायता समूह द्वारा बीते 25 मई से आम, कटहल, नींबू से आचार बनाया जा रहा है। समूह की 07 महिलाओं और तीन पुरुषों द्वारा अब तक 270 किलोग्राम आचार तैयार कर लिया गया है, जिसे पैकेजिंग के बाद सी मार्ट के माध्यम से विपणन किया जायेगा। इसके विक्रय से लगभग 11 हजार रूपए की आमदनी होने की उम्मीद है। आचार की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।ब्लैक गार्लिक का उत्पादन-सेहत के लिए लाभकारीसंबलपुर के रीपा में नवयुवक मंडल कौशल माता स्व सहायता समूह द्वारा औषधीय गुणों से परिपूर्ण ब्लैक गार्लिक का उत्पादन किया जा रहा है। समूह द्वारा लहसुन को 15 दिनों तक एक निश्चित ताप में मशीन में रखकर ब्लैक गार्लिक तैयार किया जाता है। जिसका बाजार मूल्य लगभग 600 रूपए किलो है। औषधि गुणों से भरपूर ब्लैक गार्लिक सेहत के लिए काफी लाभदायक है। इसके सेवन से शुगर, हृदयरोग, पाचन संबंधी रोग के नियंत्रण में मदद मिलती है। ब्लैक गार्लिक में एलिसिन पाया जाता है, जो खून को पतला रखने और हार्ट ब्लाकेज से बचाने में मदद करता है। ब्लैक गार्लिक तैयार करने के लिए समूह के लोगों को राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। ब्लैक गार्लिक के उपयोग से पैर-दर्द में राहत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।दस दिन में 200 से अधिक टेडी बियर बनाएंसंबलपुर के रीपा में जय शिवशक्ति समूह द्वारा टेडी बियर और कुशन बनाने का कार्य किया जा रहा है। समूह द्वारा मात्र 10 दिनों में 200 से अधिक टेडी बियर बनाया जा चुका है, जिसमे से 80 टेडी बियर का विक्रय किया जा चुका है और खर्च काटकर लगभग 4 हजार की आमदनी प्राप्त की गई है। टेडी बियर बनाने के लिए समूह की महिलाओं को 15 दिनों का विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया है। जय मां दुर्गा स्वसहायता समूह द्वारा रीपा में जैम, जैली, टोमैटो सॉस, एलोवीरा जैल, अर्क, फू्रट कैंडी, अनार मोलिसस, चिली सॉस, साबुन और शैम्पू का कच्चा पदार्थ, कटहल की बड़ी का निर्माण के साथ ही छीन बीज से काफी पावडर भी तैयार किया जा रहा है, जो कि औषधीय गुणों से परिपूर्ण है।