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- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 3 जून को रायगढ़ में आयोजित ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव 2023‘ के समापन समारोह और ‘केलो महाआरती‘ में शामिल होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री बघेल रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से शाम 4 बजे विमान द्वारा रवाना होकर 4.30 बजे रायगढ़ पहुंचेंगे और वहां रायगढ़ के सर्किट हाऊस में शाम 5.45 बजे से विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री शाम 6.30 बजे रायगढ़ में ‘केलो महाआरती‘ में शामिल होंगे। श्री बघेल इस कार्यक्रम के बाद रामलीला मैदान में ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव 2023‘ के समापन समारोह में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री रायगढ़ में रात्रि विश्राम करेंगे।
- रायपुर /राज्य शासन द्वारा 4 जून को कबीर जयंती के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया गया है।वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग मंत्रालय महानदी भवन द्वारा आज जारी आदेश के अनुसार शुष्क दिवस के दौरान प्रदेश में समस्त देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों तथा होटल बार व क्लबों को बंद रखा जाएगा। साथ ही दुकान, होटल, रेस्टोरेंट, क्लबों में मदिरा बेचने व परोसने की अनुमति नहीं होगी। गैरमालिकाना क्लबों, रेस्टोरेंट, स्टार होटलों और किसी भी व्यक्ति द्वारा संचालित होटलों में मदिरा विक्रय या परोसने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस दिन मदिरा के व्यक्तिगत और गैर लायसेंस प्राप्त परिसरों में मदिरा भण्डारण पर सख्ती से रोक लगाने और उन्हें जप्त कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। आबकारी विभाग के उड़नदस्ता टीमों द्वारा शुष्क दिवस में अवैध रूप से मदिरा के परिवहन और विक्रय पर कार्यवाही करने को कहा गया है।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्र के स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों को निःशुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है। इस योजना के माध्यम से अब तक 49 लाख 5 हजार 123 लोगों का इलाज की सुविधा मिली है।मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है। इस योजना के माध्यम से अब तक 12 लाख 94 हजार 263 मरीजों की पैथालॉजी टेस्ट किया जा चुका है। साथ ही 42 लाख 6 हजार 604 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं भी दी गई हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित इस योजना में अब तक राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में उपचार के लिए 64 हजार 507 कैम्प लगाएं जा चुके हैं।गौरतलब है कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी। इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं दवा वितरण की शुरूआत की गई थी। 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया। जिससे शहरी क्षेत्र के गरीबों और जरूरतमंद लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी।
- -स्लम स्वास्थ्य योजना और दाई-दीदी क्लीनिक के माध्यम से राज्य के 51 लाख से अधिक लोगों को मिला मुफ्त इलाज-श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल से दवा खरीदकर लोगों ने बचाए 102 करोड़ रूपए-अस्पतालों और कार्यालयों में लंबी लाईनों से मिला छुटकारारायपुर / प्रदेश में लोगों को समय, पैसे और श्रम से राहत देने मुख्यमंत्री मितान योजना, स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई-दीदी क्लीनिक और श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना का संचालन किया जा रहा है। नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से संचालित इन योजनाओं के माध्यम से अब तक 51 लाख से ज्यादा लोगों को मोहल्ले में ही एम्बुलेंस के जरिए निःशुल्क इलाज मिला है। इन योजनाओं से अस्पतालों और शासकीय कार्यालयों में लाइन में खड़े होने और अनावश्यक खर्चों से लोगों को राहत मिली है। गौरतलब है कि लोगों को घर बैठे शासकीय दस्तावेजों से संबंधित सेवाएं देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मितान योजना का मई 2022 को शुभारंभ किया गया है।घर तक पहुंच रहे मितान-लोगों को शासकीय सेवाओं का लाभ उठाने के लिए बार-बार नगर निगमों, तहसीलों और अन्य सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता न पड़े। इसलिए राज्य सरकार ने प्रदेश के 14 नगर पालिक निगमों में मुख्यमंत्री मितान योजना शुरू किया है, जिसमें योजना के प्रथम चरण में 17 नागरिक सेवाओं को प्रारंभ किया गया है। योजना के अंतर्गत 92 हजार 172 नागरिकों को उनकी आवश्यकता के शासकीय दस्तावेज घर बैठे ही प्रदान किए गए हैं। अब तक एक लाख 05 हजार 821 नागरिकों ने योजना के लिए जारी टोल फ्री नंबर 14545 पर दस्तावेज बनाने कॉल किया है। योजना का उद्देश्य एक प्रभावी होम डिलीवरी मॉडल की मदद से नागरिकों को लगभग 100 सरकारी सेवाएं प्रदान करना है। इसीलिए यह योजना मजदूरों, किसानों, महिलाओं और आम नागरिकों को अपना बहुमूल्य समय, धन तथा ऊर्जा बचाने में मददगार है। वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग, शारीरिक रूप से कमजोर वर्ग कार्यालयों में जाने से असमर्थ होने के कारण, इस योजना से अत्याधिक लाभान्वित हो रहा है।मुख्यमंत्री मितान योजना के तहत शासकीय सेवाओं को नागरिकों के घर पर उपलब्ध कराने के लिए राज्य के बेरोजगार युवाओं को मितान एजेंट के रूप में तैनात करके लाभान्वित किया जा रहा है, जो आवश्यक दस्तावेज लेने और प्रमाण पत्र पहुंचाने के लिए नागरिकों के घर जा रहे हैं। यह योजना युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही है, साथ ही आम नागरिकों को उनके घर पर सरकारी सेवाओं का लाभ प्रदान कर रही है।यह योजना राज्य सरकार द्वारा एक अनुकरणीय पहल है। इस योजना के तहत नागरिकों को उनके घरों में आराम से जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, दुकान एवं स्थापना, आधार कार्ड पंजीकरण (5 वर्ष तक के बच्चों के लिए) आधार के मोबाइल नंबर में सुधार आदि जैसे प्रासंगिक प्रमाण पत्र प्राप्त होंगे। उन्हें विवाह और मृत्यु प्रमाण पत्र में सुधार जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं भी प्राप्त हो रही है। मुख्यमंत्री मितान योजना से लाभान्वित होने के लिए आवेदक को मितान की सेवा लेने अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए टोल-फ्री नंबर 14545 पर कॉल करना होता है और आवश्यकतानुसार प्रमाणपत्र के लिए कॉल सेंटर प्रतिनिधि को निवेदन करते है। कॉल करने पर मितान प्रतिनिधि बताते है कि सेवाओं का लाभ लेने के लिए आप 50 रूपए सेवा शुल्क के साथ संबंधित दस्तावेज तैयार रखे। इसके बाद मितान के प्रतिनिधि तय समय और तिथि पर आवेदक के घर पहुंचते है। दस्तावेज लेकर वे प्रमाण पत्र बनने के बाद मितान प्रतिनिधि घर पहुंचाने आते है।51 लाख से ज्यादा मरीजों का हुआ निःशुल्क इलाज-मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना और दाई-दीदी क्लीनिक के अंतर्गत स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों को निःशुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है। इन योजनाओं के जरिए अब तक 51 लाख से ज्यादा मरीजों का निःशुल्क इलाज हुआ है।मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के जरिए प्रदेश में अब तक 64 हजार से ज्यादा शिविर आयोजित किए जा चुके हैं और 49 लाख से ज्यादा मरीजों का इलाज किया गया है। साथ ही 12.94 लाख मरीजों का निशुल्क पैथालौजी टेस्ट और करीब 42.06 लाख मरीजों को दवा वितरण किया गया है। अब इस सेवा को विस्तार देते हुए 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से झुग्गी बस्तियों में ही मरीजों का निःशुल्क परामर्श, ईलाज, दवाईयां और पैथालॉजी लैब की सुविधा सभी नगरीय निकायों में उपलब्ध है। योजना का उद्देश्य प्रदेश के नगरीय निकायों में निवासरत शहरी गरीब परिवारों को उनके घरों के समीप ही मुफ्त चिकित्सीय जांच, लैब टेस्ट एवं मुफ्त दवाईयां मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है। योजना का विस्तार करने के उद्देश्य सभी नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में 31 मार्च 2022 से प्रारंभ किया गया है। योजना के पात्र हितग्राही निकाय क्षेत्र के सभी नागरिक है। योजनांर्तगत स्लम क्षेत्र में निवास करने वाले नागरिकों को प्राथमिकता प्रदान की जाती है।1.52 लाख महिलाओं को मिली घर पहुंच स्वास्थ्य सेवा-दाई-दीदी क्लीनिक योजना अंतर्गत संपूर्ण महिला स्टाफ के साथ मेडिकल यूनिट झुग्गी-बस्तियों में जाकर महिलाओं का इलाज कर रही है। अब तक 2,036 शिविरों के माध्यम से 1.52 लाख हजार महिलाओं को निशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराई गई है। योजना अंतर्गत शिविर लगाकर अब तक 29 हजार से ज्यादा महिलाओं का लैब टेस्ट और 1.44 लाख से ज्यादा महिलाओं को निशुल्क दवा का वितरण किया जा चुका है।60 लाख लोगों को मिली सस्ती दवाईयां-श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना अंतर्गत प्रदेश के सभी 169 नगरीय निकायों में 195 दुकानें शुरू की जा चुकी हैं। इन दुकानों में 329 जेनेरिक दवाएं, 28 सर्जिकल आइटम आदि उपलब्ध है। यह योजना आमजनों को ब्रांडेड जेनेरिक दवाईयां और सर्जिकल आइटम्स की सस्ती दरों पर नियमित आपूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इन दुकानों में शासकीय चिकित्सकों को पर्ची पर जेनेरिक दवाई लिखना अनिवार्य किया गया है। श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना के तहत 167.52 करोड़ रूपए एमआरपी की दवाइयों के विक्रय पर 60 लाख से ज्यादा हितग्राहियों को 101.89 करोड़ रूपए की राशि की बचत का लाभ मिल चुका है। दवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इन दुकानों में देश की ख्यातिप्राप्त कंपनियों की जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने की शर्त रखी गई है। उपलब्ध दवाइयों में सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड प्रेशर, इंसुलीन आदि सम्मिलित रहेगी। साथ ही साथ गंभीर बीमारियों की दवा, एंटीबायोटिक, सर्जिकल आइटम भी न्यूनतम 50 प्रतिशत की भारी छूट के साथ उपलब्ध है।
- रायपुर / भगवान राम के वनवास से लौटने पर अयोध्या नगरी को जिस तरह दीपों, तोरण और फूलों से दुल्हन की तरह सजाया गया था, उसी तरह राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के आयोजन पर छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति की नगरी रायगढ़ के चौक-चौराहों और घरों के द्वार दीपों और रंग-बिरंगी रौशनी से सजाए गए हैं।राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के आयोजन के दौरान रायगढ़ शहर राम भक्ति के रस में सराबोर नजर आ रहा है। लोगों में इस तीन दिवसीय महोत्सव के आयोजन को लेकर अद्भुत उमंग और उल्लास है। शहर के नागरिकों ने भगवान राम से जुड़े इस आयोजन पर स्व-स्फूर्त रूप से श्रद्धा और भक्ति के भाव के साथ अपने घरों के प्रवेश द्वारों को दीपों और रंग-बिरंगी रौशनी से सजाया है। चौक-चौराहों पर भी आकर्षक रौशनी की गई है। देश-विदेश के रामायण दलों की उपस्थिति ने इस महोत्सव के आयोजन में चार चांद लगा दिए हैं। रामकथा के अलग-अलग राज्यों और देशों में कहने के अंदाज और उनकी नाट्य प्रस्तुति को देखने का आकर्षण लोगों को बरबस ही रामलीला मैदान की ओर खींच रहा है। देश और विदेश के कलाकारों द्वारा राम कथा के अरण्यकाण्ड पर दी जा रही प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
- रायपुर। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव, रायगढ़ : गोवा से आये कलाकारों की प्रस्तुतिकोंकण क्षेत्र में महाराष्ट्र के भक्ति आंदोलन का गहरा प्रभाव हुआ। संत रामदास जैसे भक्त हुए।महाराष्ट्र के भक्ति आंदोलन जैसी सुंदर प्रस्तुति यहां भी हो रही है।महाराष्ट्र में नीलमत पुराण का गहरा प्रभाव है और कोंकण में भी।इसमें गणपति की पूजा की परंपरा है।यही वजह है कि यहां रामकथा में गणपति भी दिखे हैं।
- -कलाकारों ने अपनी भावभंगिमा से दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध-रायगढ़ में चल रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के दूसरे दिन इंडोनेशिया की रामायण पर आधारित अरण्य कांड का मंचनरायपुर। रायगढ़ के रामलीला मैदान में चल रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के दूसरे दिन इंडोनेशिया से आए कलाकारों ने इंडोनेशिया की रामायण के आधार पर सीता हरण और राम-रावण युद्ध की अविस्मरणीय प्रस्तुति दी। इस पूरे प्रसंग को इंडोनेशियाई कलाकरों ने अपनी भावभंगिमा के माध्यम से इतना प्रभावी बना दिया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कलाकारों की यह प्रस्तुति अद्भूत धुनों के साथ आरंभ हुई। इंडोनेशिया के जावा द्वीप के काकवीन रामायण और बाली द्वीप के रामायण प्रमुख हैं। यह भट्टी कवि के काव्य से प्रेरित है। बाली द्वीप में भारतीय सभ्यता स्थानीय प्रभाव के साथ अक्षत हैं। विद्वान मानते हैं कि इस पर दक्षिण का प्रभाव अधिक है। अतएव इनकी भावमुद्रा दक्षिण के कत्थककली कलाकारों जैसी है।
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव राष्ट्रीय रामायण महोत्सवइंडोनेशियाई रामायण की प्रस्तुति में संगीत बेहद शानदार है। राम और सीता जी के बाद मंच पर आए हनुमान। इस प्रस्तुति में हनुमान जी की बड़ी भूमिका हैं। उनका मुकुट, उनकी वस्त्र सज्जा बताती है कि भारतीय समाज की तरह ही बाली का समाज भी प्रकृति का गहरा आदर करता है। हाथों की मुद्रा संगीत के साथ बदल रही है। यहां का संगीत बिल्कुल अलग और विशिष्ट है। केवल संगीत के साथ ताल में भाव मुद्रा के माध्यम से राम कथा कही जा रही है। इंडोनेशिया से आए कलाकारों की प्रस्तुति में प्रसंग जैसे-जैसे आगे बढ़ता है, संगीत तीव्र होता जाता है। आंखों की मुद्राओं से बताया जा रहा है कि किस तरह सीता जी का हरण हुआ। दर्शकों के लिए चकित करने वाला दृश्य। बांसुरी जैसे वाद्ययंत्रों के अद्भुत सुरों के साथ रामकथा आगे बढ़ते जाती है। कलाकार केवल भाव मुद्रा में ही पूरे प्रसंग का जीवंत वर्णन करते हैं। यह बड़ी बात है कि इस कला में उनकी सांस्कृतिक धरोहर भी है और राम जैसे उदात्त चरित्र को अपनाने की चेष्टा भी। खास बात यह है कि सीता जी का स्पर्श किये बगैर अपनी चेष्टाओं से ही रावण की अदाकारी कर रहे कलाकार ने हरण का दृश्य दिखाया। यह एक बैले जैसी प्रस्तुति है। आखिर में स्थानीय भाषा में प्रस्तुत गीत से पूरी कथा स्पष्ट होती है।प्रस्तुति के दौरान अशोक वाटिका के दृश्य में हनुमान जी मुद्रिका लेकर जाते हैं। हनुमान जी ने लंका दहन किया और भयंकर ऊर्जा से लंका का नाश किया़। हनुमान जी मुद्रिका श्री राम को दिखाते हैं। आखिर चरण में राम रावण युद्ध होता है। लक्ष्मण राम के हाथों धनुष देते हैं। यहां यह रोचक प्रसंग भी देखने को मिला कि हनुमान जी भी रावण के साथ द्वंद्व कर रहे हैं। राम और सीता पुनः एक होते हैं। आगे राम सीता, फिर लक्ष्मण, पीछे हनुमान जी। तुमुल ध्वनि से लोगों ने जयजयकार किया। गौरतलब है कि इंडोनेशिया की रामायण प्रस्तुति में भगवान श्रीराम का यह चरित्र एक महिला कलाकार श्रीयानी ने निभाया, जो बाली द्वीप की रहने वाली हैं। उन्होंने आज अपने साथी कलाकारों के साथ ऐसी यादगार प्रस्तुति दी कि पूरा वातावरण राममय हो गया था। - -बाली से आये कलाकारों ने अपने द्वीप में भारतीय सांस्कृतिक प्रभाव पर बताया, कहा रामकथा के परिधान जगह जगह तैयार होते हैं-यूरोपियन यूनियन, अमेरिका सहित अनेक देशों में देते हैं प्रस्तुति-कहा पहली बार उस धरती पर आए जहां से रामकथा सृजित हुई, छत्तीसगढ़ वही धरती जहां अरण्य कांड रचा गयारायपुर / भारत से लगभग साढ़े आठ हजार किलोमीटर की दूरी पर बसे इंडोनेशिया के बाली द्वीप में भी किसी लड़की का नाम पद्मा हो सकता है या फिर श्रीयानी हो सकता है यह सोचना भी चकित कर देता है लेकिन बाली द्वीप में ऐसा हो सकता है। 2000 बरस पहले यहां भारतीय उपमहाद्वीप का सांस्कृतिक प्रभाव पड़ा और बाली ने भारत के सांस्कृतिक मूल्यों को अपना लिया। वाल्मीकि की रामायण कथा बाली द्वीप में आज ही उसी तरह से सुनी सुनाई जाती है और स्थानीय संस्कृति के अनुरूप इसका सुंदर मंचन किया जाता है। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के मौके पर बाली से आए दल की सदस्य ने बताया कि मेरा नाम पद्मा है हमारे यहां बिल्कुल वैसे ही पूजा होती है जैसे भारत में होती है। हमारे यहां भी लोग मंदिर जाते हैं और हम सब भगवान राम के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं। बाली से ही आई श्रीयानी ने बताया कि लक्ष्मी जो विष्णु जी की पत्नी है उनकी विशेष पूजा बाली द्वीप में होती है और इसी वजह से बहुत सारी लड़कियों के नाम श्री से हैं जैसे श्रीयानी या पदमा।श्रीयानी ने बताया कि उनके दल द्वारा मंचित की गई राम कथा केवल इंडोनेशिया में ही नहीं सुनाई जाती, इसका मंचन आसपास के देशों जैसे सिंगापुर आदि में भी होता है यही नहीं वह यूरोपियन यूनियन तथा अमेरिका में भी अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं। श्रीयानी ने बताया कि जब उनका दल राम कथा सुनाता है तब उनकी कलात्मक प्रस्तुति और उनका वस्त्र विन्यास लोगों को बहुत भाता है। इसके अलावा श्रीराम का अद्भुत चरित्र सब को बहुत पसंद आता है। श्रीयानी ने बताया कि उन्हें रामकथा इसलिए अच्छी लगती है क्योंकि श्रीराम हमेशा अपनी पत्नी सीता का ध्यान रखते हैं। जब उनका अपहरण होता है तब वह उन्हें वापस लाने लंका तक चले जाते हैं लंका में पुल का निर्माण करते हैं। इस तरह से जब भावपूर्ण कथा की प्रस्तुति होती है तो लोगों के लिए अद्भुत दृश्य बनता है।श्रीयानी से जब उनके परिधानों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बाली में रामकथा से जुड़े हुए जुड़ी हुई सामग्री बनाने का कुटीर उद्योग है यहां न केवल कलाकारों के लिए मुकुट तैयार होते हैं अपितु यहां पर उनके लिए सुंदर वस्त्र भी तैयार होते हैं।श्रीयानी ने वस्त्र दिखाते हुए कहा कि देख लीजिये, सालों से इसी तरह के वस्त्र रामकथा में पहने जा रहे हैं और इन वस्त्रों की विशेषता यह है कि ऐसे ही परिधान हमारे मंदिरों में भी देवताओं ने धारण किए हैं। अपने मुकुट की तरफ इशारा करते हुए श्रीयानी ने बताया कि इसे देखिए, यह वैसा ही है जैसे बाली के मंदिरों में बनी मूर्तियों में दिखता है। फिर उन्होंने बताया कि यह मुकुट दुकानों में बिकते हैं। फूलों की ओर इशारा करते हुए मुस्कुराते हुए उन्होंने कहा कि बस यह फूल ही है जिन्हें हम चुनकर अपने मुकुट में लगाते हैं हमारा इतना ही काम है और फिर उसके बाद अपनी अपनी प्रस्तुति में लग जाते हैं।श्रीयानी ने बताया कि वह पहली बार भारत आई हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगा। यह श्रीराम का देश है। मुझे बताया गया कि रामकथा में वर्णित अरण्यकांड का स्थल दंडकारण्य ही है। यह छत्तीसगढ़ ही है जहां मैं आई हूँ। यह सोचकर ही मुझे बहुत अच्छा लग रहा है हम सब छत्तीसगढ़ में आकर और यहां हुए भव्य स्वागत से अभिभूत हैं।
- -रामायण को यहां नृत्य के रूप में दर्शाया जाता है-भगवान राम की महिमा की गाथा है रिमकररायपुर/ भारत से करीब 4500 किमी की दूरी पर स्थित देश कम्बोडिया में विश्व का सबसे बड़ा विशाल अंगकोर वाट (विष्णु) मंदिर है। यहां की संस्कृति में भगवान राम घर-घर और लोगों के दिलों मे बसते हैं, यहां राम को हर आम आदमी की कहानी से जोड़कर देखा जाता है।कम्बोडिया से पहुंची 12 सदस्यीय टीम ने बताया कि यहां जिस तरह से भगवान राम को पूजते हैं, उसी तरह वहां भी राम की मान्यता है, हमारे यहां राम को रिमकर के नाम से जाना जाता है। यह एक कम्बोडियन महाकाव्य से उद्घृत कविता है जो संस्कृत के रामायण से प्रेरित है। रिमकर यानी राम की महिमा होती है। कम्बोडिया में भी सरकार यहां की कला और संस्कृति को प्रोत्साहित करती है। यहां भगवान की कहानी को आम लोगों से जोड़कर दिखाया जाता है। कम्बोडिया से आए के रामकथा के एक कलाकार ने बताया कि इस तरह की प्रस्तुति देने पहली बार भारत आए हैं, लेकिन इससे पूर्व वे पारिवारिक यात्रा में वे भारत आ चुके हैं।अंतराष्ट्रीय रामायण महोत्सव में शुभारंभ अवसर पर 1 जून को कम्बोडिया की अंतरराष्ट्रीय रामायण टीम ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी थी। आकर्षक वेशभूषा के साथ 25 मिनट की प्रस्तुति के दौरान टीम ने दर्शकों का दिल जीत लिया। कम्बोडिया रामायण टीम द्वारा अहिरावण प्रसंग की संगीतमय प्रस्तुति की गयी, इस प्रसंग में रावण का भाई अहिरावण राम को मूर्छित कर पाताल लोक ले जाते हैं। तब हनुमान राम को लाने पाताललोक जाते हैं, जहां उनका सामना अपने ही पुत्र मकरध्वज से होता है। युद्ध में दोनों की लड़ाई होती है, लेकिन इसमें किसी जीत या हार नहीं होती। अंत में हनुमान राम को वापस लाते हैं।कम्बोडिया की टीम ने इस प्रसंग को बड़े ही भावपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। भावों को समझने भाषा आड़े नहीं आई। लोग कम्बोडिया के रामायण में भी उसी भावधारा में बहते रहे जैसे मानस कथा सुनकर अभिभूत हो जाते हैं।
- -सभी को गंभीरता और एहतियात से निर्वाचन कराने दिया मार्गदर्शन-नगरीय निकायों और त्रिस्तरीय पंचायतों के आम और उप निर्वाचन के मद्देनज़र आरओ और एआरओ का प्रशिक्षणरायपुर / छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकायों के आम और उप निर्वाचन के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। आज दोपहर तीन बजे से छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त श्री ठाकुर राम सिंह और सचिव श्री मोहम्मद कैसर अब्दुल हक की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी आरओ तथा एआरओ को इस संबंध में वर्चुअल बैठक के ज़रिये प्रशिक्षण दिया गया। आयुक्त श्री सिंह ने उपस्थित लोगों को पूरी गंभीरता से निर्वाचन कार्य संपन्न कराने पर ज़ोर दिया। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि जिन नगरीय निकायों और पंचायत के क्षेत्रों में चुनाव होना है वहां आदर्श आचरण संहिता का पालन सुनिश्चित किया जाये।बैठक में स्थानीय चुनाव को निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से संपन्न कराने और मतदान संबंधी तैयारियों के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा मतगणना स्थल की व्यवस्था पर भी ज़रूरी दिशा-निर्देश दिये गये। बैठक में चुनाव के दौरान उपयोग में आने वाले विभिन्न प्रपत्रों की जानकारी दी गयी। साथ ही आयोग में भेजे जाने वाले प्रारूप और प्रतिवेदन के बारे में भी विस्तार से बताया गया।गौरतलब है कि आज से स्थानीय निर्वाचन के लिये नाम निर्देशन पत्र लिये जा रहे है, जो कि 9 जून तक लिए जाएंगे। पूरे राज्य के 8 जिलों की नौ नगरपालिकाओं के नौ वार्डों में नगरीय निकाय के तथा राज्य के 33 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायतों के रिक्त 763 पदों पर निर्वाचन किया जाना है। इसमें 621 पदों पर उप निर्वाचन और 142 रिक्त पदों पर आम निर्वाचन होना है। आज के प्रशिक्षण सत्र में आयोग के उप सचिव श्री दीपक अग्रवाल सहित अवर सचिव श्री आलोक श्रीवास्तव और प्रणय वर्मा तथा आयोग के अन्य अधिकारी और ज़िलों से रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
- रायपुर / त्रिस्तरीय पंचायतों एवं नगरीय निकायों के आम एवं उप निर्वाचन 2023 के लिए छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। नवा रायपुर स्थित आयोग के कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के प्रभारी श्री विजय कुमार कोष्टा, निज सचिव एवं सहायक कर्मचारी के रूप में श्री ईश्वर कुमार साहू, स्टेनोटायपिस्ट की तैनाती की गई है। इस कंट्रोल रूम का दूरभाष नबंर 0771-2880400 है। इसमें स्थानीय निर्वाचन संबंधी जानकारी के लिए कार्यालयीन समय में सुबह 10 बजे से शाम 05.30 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर नवा रायपुर के निर्देशानुसार अगामी मानसुन वर्ष 2023 में जिला स्तरीय प्राकृतिक आपदा अतिवृष्टि से बचाव एवं राहत व्यवस्था के संबंध में जिला कलेक्टोरेट कार्यालय रायपुर के कक्ष क्रमांक-6 में बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना किया गया है। जिसका संचालन 24 घंटे रहेगा। कक्ष का दूरभाष क्रमांक 077-2413233 है।कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष हेतु श्रीमति रुचि शर्मा डिप्टी कलेक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
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*सभी विकासखण्डों हेतु अधिकारियों को सौंपी गई है जिम्मेदारी*
रायपुर/ ग्रीष्म काल के दौरान मैदानी स्तर पर पेयजल समस्याओं के त्वरित निराकरण तथा जिले में पेयजल की सुचारू व्यवस्था बनाए रखने हेतु उपखंड स्तर पर एवं विकासखंड स्तर पर कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जिला रायपुर द्वारा जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है उसमें सहायक अभियंता श्री एस. के सोनी (मो.नं. 93404-07562) को विकासखण्ड धरसींवा/तिल्दा हेतु, उप अभियंता श्री अविनाश एक्का (मो.नं. 94252-16040) को विकासखंड तिल्दा हेतु, उप अभियंता श्री एस.के. वर्मा (मो.नं. 93405-03357) एवं श्री मिलन घृतलहरे (मो.नं. 98261-81269) को विकासखण्ड धरसींवा हेतु, सहायक अभियंता श्री दीपक कोहली (मो.नं. 91312-79292) को विकासखण्ड अभनपुर/आरंग हेतु, उप-अभियंता श्री सरीता महेश कुमार, (मो.नं. 79878-95255) एवं विकासखंड प्रभारी श्री नेतराम वर्मा ( मों.नं. 93027-33014) को विकासखण्ड अभनपुर हेतु, उप-अभियंता सुश्री रानू दिनकर (मों.नं. 87709-22811) एवं श्रीमती शुभ्रा बघेल (मो.नं 94258-88356) को विकासखण्ड आरंग हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम के प्रभारी मानचित्रकार (सिविल) श्री आलोक जाधव (मो.नं. 98264-71043) को नियुक्त किया गया है। तथा खंड कार्यालय के (दूरभाष नम्बर 0771-2582223) पर भी संपर्क किया जा सकता है।
- रायपुर । सिंचाई बांधों से खेतों तक पानी पहुंचाने वाले अधिकांश नहर नालियों के क्षतिग्रस्त होने व गाद आदि जमा होने से आसन्न खरीफ फसल हेतु बांधों से छोड़े जाने वाला पानी खेतों तक पहुंच पाना मुश्किल है । इस स्थिति को देखते हुये जल संसाधन मंत्री रवीन्द्र चौबे को रायपुर जिला जल उपभोक्ता संस्था संघ के अध्यक्ष रहे भूपेन्द्र शर्मा ने ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में श्री शर्मा ने धान बोनी शुरू होने के पहले नहर नालियों की मरम्मत व गाद आदि हटाने के लिए प्रभावी व्यवस्था करने की मांग की है ।मेल से प्रेषित ज्ञापन में नहर नालियों की हालत की जानकारी देते हुए बताया गया है कि बांधों से पानी छोडऩे के पहले इनकी मरम्मत व साफ सफाई का काम नहीं किया गया तो खेतों तक सिंचाई पानी पहुंचना मुश्किल हो जाएगा । अधिकतर नहर नालियों तक पहुंचने किसानों के खेतों से होकर आने -जाने की स्थिति को देखते हुये किसानो द्वारा धान बोनी शुरू करने के पहले मरम्मत कार्य पूरा करवा लेने का आग्रह करते हुये आगाह किया है कि धान बोनी होने के बाद किसान अपने खेतों से किसी वाहन को गुजरने नहीं देंगे और इस स्थिति में मरम्मत हेतु आवश्यक सामग्रियों का नहर नालियों तक पहुंचाना मुश्किल हो जाएगा और अतिरिक्त खर्च भी होगा । श्री शर्मा ने जानकारी दी है कि निस्तारी पानी ले जाने अधिकतर नहर नालियों को क्षतिग्रस्त ग्रामीणों द्वारा कर दिया जाता है । इसके साथ ही देखरेख के अभाव में भी ये नहर नालियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं । इसके अतिरिक्त इन नहर नालियों में मिट्टी आदि का जमाव तो होता ही है , किसान इन नहर नालियों को कूड़ादान समझ अपने खेतों का कचरा आदि भी इसमें डाल देते हैं जिसके चलते प्रभावी सिंचाई में रुकावट होती है । कई माइनरों और वितरक शाखाओं के गेट भी चोरी होने की जानकारी उन्होंने दी है ।इधर जल प्रबंध संभाग क्रमांक 1 के अधीन आने वाले बंगोली सिंचाई उपसंभाग के सिंचाई पंचायतों के अध्यक्ष रहे हिरेश चंद्राकर , थानसिंह साहू , गोविंद चंद्राकर , धनीराम साहू , चिंता वर्मा , प्रहलाद चंद्राकर , भारतेन्दु साहू , तुलाराम चंद्राकर सहित श्री शर्मा आदि ने कार्यपालन अभियंता एम बोरकर व अनुविभागीय अधिकारी ए के पाटिल से बंगोली सिंचाई उपसंभाग के अधीन आने वाले सभी माइनरों व वितरक शाखाओं का अविलंब निरीक्षण करवा मरम्मत आदि कार्य तत्काल कराने की मांग की है ।
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दुर्ग/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (नगर पालिका) श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने नगर पालिका निर्वाचन नियम के प्रावधानानुसार जिले में नगरीय निकाय उप निर्वाचन हेतु रिटर्निंग ऑफिसर एवं सहायक रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त किया है। जिला निर्वाचन अधिकारी कि आदेशानुसार नगर पालिका निगम दुर्ग के पार्षद वार्ड क्रमांक 42 हेतु कलेक्टर दुर्ग रिटर्निंग ऑफिसर तथा आयुक्त नगर पालिका निगम दुर्ग एवं अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) दुर्ग सहायक रिटर्निंग ऑफिसर होंगे।
इसी प्रकार नगर पालिका परिषद् अहिवारा के पार्षद वार्ड क्रमांक 14 हेतु श्री डी.के. साहू, तहसीलदार अहिवारा रिटर्निंग ऑफिसर तथा श्री कुंदन शर्मा नायब तहसीलदार अहिवारा एवं श्रीमति सीमा बक्शी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद् अहिवारा सहायक रिटर्निंग ऑफिसर होंगे।आदेशानुसार उक्त रिटर्निंग ऑफिसर एवं सहायक रिटर्निंग ऑफिसर नाम निर्देशन पत्रों की प्राप्ति से निर्वाचन कार्य सम्पन्न होने तक विहित प्रावधानों एवं दिशा निर्देशों के अनुरूप समस्त दायित्वों का निर्वहन करेंगे। -
दुर्ग/ जिला पंचायत दुर्ग की सामान्य सभा की बैठक 8 जून को दोपहर 12 बजे जिला पंचायत के सभा कक्ष में आयोजित की गई है। बैठक में एजेण्डावार कृषि, शिक्षा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग में जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्य और जिला पंचायत विकास निधि अंतर्गत वर्ष 2022-23 में प्रस्तावित किए गए कार्यो व अन्य विषयों पर समीक्षा की जाएगी। संबंधित अधिकारियों को आवश्यक विभागीय जानकारियों के साथ बैठक में उपस्थित होने कहा गया है।
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*राज्य के जरूरतमंद होनहार बच्चों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए दी जा रही आर्थिक सहायता*
रायपुर/ रायपुर जिले के धरसीवां विकासखंड के ग्राम परसतराई का होनहार छात्र खिलेश को अब एमबीबीएस की पढ़ाई में आर्थिक संकटों का सामना नहीं करना पड़ेगा,अब उनका डॉक्टर बनने का सपना आसानी से पूरा हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने खिलेश को मेडिकल के पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद की है। खिलेश ने इस वर्ष नीट की परीक्षा पास कर एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया है। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण मेडिकल की पढ़ाई शासन द्वारा मिली आर्थिक सहायता के बिना संभव नहीं था। साधारण परिवार से आने वाले खिलेश के पिता की आकस्मिक मृत्यु वर्ष 2013 में हो गई। जिसके बाद उनकी मां हीरामणी वर्मा ने घर और अपने दोनों बच्चों की जिम्मेदारियां संभाली।दिव्यांग हीरामणी ने अपने दोनों बच्चों की 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करवाई और उनको उच्च शिक्षा के लिए तैयार भी किया।वर्तमान में खिलेश का भाई सिविल इंजिनियरिंग की पढ़ाई जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से कर रहा है वही खिलेश अपनी मेहनत से डॉक्टर बनने के सपने की ओर अपने कदम बढ़ा लिए है।
आर्थिक कठिनाईयों के कारण उसका परिवार मेडिकल कॉलेज का फीस वहन करने की चिंता थी। इस बात की जानकारी होने पर क्षेत्रीय विधायक श्रीमती अनिता योगेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक यह बात पहुंचाई। मुख्यमंत्री जी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल 4 लाख रुपए की राशि खिलेश के पढ़ाई और फीस के लिए जारी की।इससे खिलेश और उसके परिवार का सपना पूरा होने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य के जरूरतमंद होनहार बच्चों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। छात्र खिलेश वर्मा ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आर्थिक संकटों की वजह से उनकी उच्च शिक्षा का शुल्क देना संभव नहीं हो पा रहा था,पर अब सहायता मिल जाने से मेडिकल की पढ़ाई आसानी से हो पाएगी।
इसी तरह खिलेश की मां हीरामणि कहती है कि खिलेश के पिता का भी सपना था की उनका बेटा डॉक्टर बने। उनकी मृत्यु के बाद परिवार जनों से बहुत सहारा मिला जिससे वह अपने दोनों बच्चों की 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करवा पाई। खिलेश ने अपनी लगन और मेहनत से नीट की परिक्षा तो पास कर ली पर हमें मेडिकल की फीस भरपाने में समस्या हो रही थी। जब मुख्यमंत्री जी तक यह बात पहुंची तो उन्होंने तुरंत फीस के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की। जिसके लिए वह उनका बहुत बहुत आभार व्यक्त करतीं हैं।
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*निलजा की महिलाएं वर्मी खाद निर्माण, मुर्गी पालन और गोमूत्र से किट नाशक बनाकर हो रही है आर्थिक रूप से संपन्न*
रायपुर / रायपुर जिला के धरसीवां विकासखंड के ग्राम निलजा की जागृति स्व सहायता समूह की महिलाएं राज्य सरकार द्वारा दिए गए अवसर का लाभ उठाकर आर्थिक रूप से संपन्न हो रही है। समूह की अध्यक्ष श्रीमति सकून वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें आगे बढ़ने के बेहतर माहौल उपलब्ध कराएं हैं। उन्होंने बताया कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़ने पर उन्हें आजीविका गतिविधियों की जानकारी मिली। उनके समूह में 11 महिलाएं काम करती हैं। गौठान में विभिन्न आय मुलक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। उनके समूह की दीदियों द्वारा वर्मी कंपोस्ट निर्माण और मुर्गी पालन किया जाता ह। अब गौ मूत्र से ब्रह्मास्त्र नाम से कीटनाशक भी बनाया जा रहा हैं, जो कि सब्जी उत्पादन एवं खेती के लिए बहुत ही उपयोगी एवं कारगर साबित हो रहा है।
समूह की दीदियों ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट का निर्माण शासन द्वारा बताए गए मापदंडों के अनुरूप किया जाता है। समय-समय पर उन्हें शासकीय विभागों द्वारा प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाता है। वर्मी कंपोस्ट विक्रय से सात लाख रुपए से अधिक की राशि दीदियों के खातों में आ चुकी है। पशुओं के चारा के लिए समूह की दीदियों द्वारा चारा उत्पादन भी किया जाता है उनके द्वारा चारा के लिए नेपियर घास और मक्का भी लगाया जाता है।
समूह की दीदियां अब वर्मी कंपोस्ट निर्माण के साथ ही अन्य आजीविका मुलक गतिविधियों में भी संलग्न है। उनके समूह की दीदियों द्वारा मुर्गी पालन तथा गोमूत्र से कीटनाशक भी बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग से चूजा आसानी से मिल जाता है उनके द्वारा देसी मुर्गी का पालन किया जा रहा है। मुर्गी पालन से भी दस हजार रुपए से अधिक का आय उन्हें प्राप्त हुआ है।
समूह की दीदियों ने कहा कि विभिन्न आय मुलक गतिविधियों से जूड़कर एक निश्चित आय अर्जित कर रही है यह उनके तथा परिवार के लिए बेहद ही खुशी की बात है। जिससे उनका सामाजिक एवं आर्थिक विकास हो रहा है तथा मान सम्मान भी बढ़ रहा है। उन्होंने राज्य सरकार को काम करने का बेहतर माहौल उपलब्ध कराने तथा एक स्थायी आय का जरिया उपलब्ध कराने के लिए तहे दिल से धन्यवाद ज्ञापित किया है।
- भिलाई नगर/ छत्तीसगढ़ सरकार की घोषणा के अनुरूप आईटी सेक्टर की ओर बढ़ते भिलाई में बीपीओ कॉल सेंटर खुलने जा रहा है। इसके लिए आज बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार प्रदान करने के लिए विधायक देवेंद्र यादव एवं महापौर नीरज पाल की पहल से इंटरव्यू लेने के लिए तथा जॉब प्रदान करने के लिए साक्षात्कार का आयोजन खुर्सीपार के मंगल भवन में किया गया था। टेक्नोटास्क बिजनेस सालूशन संस्था के द्वारा बेरोजगार युवक एवं युवतियों का वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से साक्षात्कार लिया गया। इंटरव्यू में सिलेक्ट हुए प्रथम बैच के 25 लोगों को महापौर नीरज पाल ने मौके पर ही नियुक्ति पत्र सौंपा और उन्हें नियुक्ति होने पर बधाई तथा शुभकामनाएं प्रेषित की। इंटरव्यू में लगभग 1200 युवक एवं युवतियां शामिल हुए थे। अन्य जिले तथा अन्य शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में रोजगार पाने के लिए व्यक्ति साक्षात्कार में शामिल होने खुर्सीपार के मंगल भवन में पहुंचे थे। चयनित युवक एवं युवतियों को बैच के मुताबिक उन्हें सूचना देकर जॉइनिंग के लिए बुलाया जाएगा। जॉइनिंग के लिए बुलाने के पश्चात इनकी प्रशिक्षण होगी और प्रशिक्षण के उपरांत इन्हें जॉब प्रदान किया जाएगा। चयनित युवक और युवतियों को बैच के मुताबिक सेलेक्ट किया जाएगा एक बैच में 25 लोगों को शामिल किया जाएगा और इसी के मुताबिक इन्हें सूचना देकर जॉइनिंग के लिए ऑफर दिया जाएगा। आज नियुक्ति पत्र सौंपने के दौरान विशेष रूप से जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, खुर्सीपार की जोन आयुक्त पूजा पिल्ले आदि मौजूद रहे।
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*15 जून तक लिये जाएंगे आवेदन*
बिलासपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर यहां जिला कार्यालय में भी विभिन्न 132 रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आवेदन लेने का काम 1 जून से शुरू हो गया है, जो अंतिम तिथि 15 जनू तक चलेगा। अतिरिक्त कलेक्टर श्री आर.ए. कुरूवंशी ने आज यहां बताया कि रिक्त पदों में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सहायक ग्रेड-तीन के 56 पद, भृत्य के 25 पद, वाहन चालक के 12 पद, प्रोसेस सर्वर 9 पद, चौकीदार के 8 पद, फर्रास के 7 पद, स्टेनो टायपिस्ट के 4 पद, शीघ्रलेखक वर्ग-तीन के 2 पद एवं अर्दली के 1 पद शामिल है। इसी प्रकार भू-अभिलेख शाखा के सहायक ग्रेड-तीन के 8 पद शामिल है। उक्त पदों में भर्ती हेतु अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं, दिव्यांगों एवं भूतपूर्व सैनिकों के लिए नियमानुसार आरक्षण का प्रावधान रखा गया है। आवेदन पत्र केवल रजिस्टर्ड डाक अथवा स्पीड पोस्ट के माध्यम से निर्धारित प्रारूप में ही स्वीकार की जाएगी। आवेदन पत्र का प्रारूप, पात्रता आदि की जानकारी जिला प्रशासन की वेबसाईट- डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट बिलासपुर डॉट जीओवी डॉट इन (www.bilaspur.gov.in) का अवलोकन किया जा सकता है।
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बिलासपुर/शासकीय महिला आईटीआई कोनी में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत डॉमेस्टिक डॉटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स के लद्युअवधि प्रशिक्षण हेतु एक-एक पद अस्थायी अंशकालीन प्रशिक्षक रखा जाना है। प्रशिक्षक के लिए निर्धारित योग्यता कम्प्यूटर साइंस में डिग्री अथवा डिप्लोमा अथवा आईटीआई कोपा के साथ सीटीआई या टीओटी उत्तीर्ण एवं अनुभव होना अनिवार्य है। 9 जून को दोपहर 12 बजे शासकीय महिला आईटीआई कोनी में साक्षात्कार रखा गया है। इच्छुक अभ्यर्थी आवश्यक समस्त संबंधित दस्तावेजों के साथ साक्षात्कार में उपस्थित हो सकते है।
- बिलासपुर/एकीकृत बाल विकास परियोजना सकरी अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता एवं सहायिका पदों पर नियुक्ति से पूर्व दावा आपत्ति मंगाये गये है। नगर निगम बिलासपुर अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र घुरू 1 एवं उस्लापुर 4 में कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी केंद्र घुरू 1, 2, अमेरी 1 एवं सकरी 3 में सहायिका पदों पर दावा आपत्ति 7 जून से 16 जून तक प्रस्तुत कर सकते है। दावा आपत्ति कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना सकरी में कार्यालयीन समय में जमा किये जा सकते है।
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27 ने किया जमा 49 को 3 दिन के भीतर टैक्स की राशि जमा करने मोहलत, अन्यथा निगम एक्ट के तहत होगी कार्यवाही और एफआईआर दर्ज करने की भी होगी प्रक्रिया*
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 76 करदाताओं के द्वारा टैक्स जमा करने के लिए चेक का उपयोग किया गया था लेकिन खाते में पर्याप्त राशि नहीं रखी गई थी। जिसके चलते निगम के खाते में राशि जमा नहीं हो पाई है। ऐसे करदाताओं को नोटिस जारी किया गया था और राशि जमा करने कहा गया था इनमें से 27 करदाताओं ने टैक्स की राशि जमा कर दी है परंतु 49 ऐसे करदाता है जिन्होंने अभी तक टैक्स की राशि जमा नहीं की है। इन करदाताओं को 3 दिन की मोहलत मयब्याज टैक्स की राशि जमा करने के लिए दी जा रही है उसके बाद भी टैक्स नहीं दिया गया तो निगम अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत कार्यवाही की जाएगी और संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया भी की जाएगी। बता दे कि भिलाई निगम में टैक्स की राशि जमा करने के लिए कुछ करदाताओं ने चेक का उपयोग किया है परंतु खाता में पर्याप्त बैलेंस नहीं होने के चलते निगम के खाते में इस राशि का आहरण नहीं किया जा सका है। ऐसे सभी करदाताओं को निगमायुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर नोटिस जारी किया गया था। आयुक्त ने ऐसे करदाताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी परिपेक्ष में ऐसे करदाताओं की सूची तैयार की गई है। सूची के मुताबिक सुनीता यादव, जय शेखरन, अनिल कुमार, संजीव विश्वकर्मा, श्यामाचरण पांडे, सुनीता यादव, ममता निर्मलकर, पवन कुमार चौधरी, खजाना सिंह, गणेश लाल दास गुप्ता, गायत्री सिंह, फत्तू, भावना जैन, अशोक कुमार गुप्ता, सोमनाथ गुप्ता, रविंद्र सिंह कुशवाहा, आशा यादव कौशल, भावना जैन, वेंकटेश्वरलू, रवेंद्र सिंह कुशवाहा, राजेश अग्रवाल, मुरलीधर, रमजान खान, कामिनी वर्मा, ठाकुर सिंह, रविंद्र सिंह कुशवाहा, अशोक अग्रवाल, तेजू बाई जैन एवं मेघा जैन, आशा देवी, अजय चौहान, मंजीत सिंह बग्गा, वीरेंद्र कुमार वर्मा, मंजू जयसवाल, सर्ब्जित सिंह, मंजू जयसवाल, हिंसा राम वर्मा, अलका नंदा, शेखलाल अशरफी, सरोज साहनी, उपकार सिंह, कमलादेवी गणेशनी, पैवहरी शरण सिंघानी, नवल दास मानिकपुरी, श्यामलाल, नजमा खातून, सुमा पाल के द्वारा राशि निगम कोष में जमा नहीं की गई है इन्हें तीन दिवस के भीतर टैक्स की राशि ब्याज सहित निगम कोष में जमा करनी होगी अन्यथा इन करदाताओं के विरुद्ध निगम एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया भी की जाएगी। - भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 30 एवं 32 सुभाष चौक से जलेबी चौक तक आकर्षक पेवर ब्लॉक लगाया जाएगा। इस कार्य का भूमि पूजन आज महापौर नीरज पाल ने किया और कार्य की शुरुआत कराई। शीघ्र ही इस स्थल पर पेवर ब्लॉक लग जाएगा आज से इस कार्य का शुभारंभ महापौर के हाथों हो चुका है। भूमि पूजन के दौरान जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, जोन अध्यक्ष जलंधर सिंह, पार्षद सत्या देवी जायसवाल, जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, कार्यपालन अभियंता वेशराम सिन्हा, सहायक अभियंता वसीम खान एवं उप अभियंता वीरेंद्र गुप्ता आदि मौजूद रहे। सुभाष चौक से जलेबी चौक तक जाने वाले मार्ग पर स्थल को धूल रहित, कचरा मुक्त, कीचड़ मुक्त और आकर्षक स्वरूप देने के लिए पेवर ब्लॉक लगाने की मांग स्थानीय निवासियों ने की थी। महापौर नीरज पाल ने मांग को सहज स्वीकार करते हुए अधिकारियों को प्राक्कलन तैयार एक निर्देश दिए थे। सक्षम स्वीकृति प्राप्त करने उपरांत आज कार्य प्रारंभ हो गया है अब शीघ्र ही पेवर ब्लॉक लगने का काम हो जाएगा और स्थल सुंदर और धूल रहित हो जायेगा।
- -प्रदेश अध्यक्ष साव ने कहा : यह छत्तीसगढ़ में भाजपा के लिए शुभ संकेतरायपुर। भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति से प्रभावित होकर गुरुवार को छत्तीसगढ़ की जानी-मानी हस्तियों ने सैकड़ों साथियों-प्रशंसकों के साथ भाजपा प्रवेश किया। भाजपा में प्रवेश करने वालों में पद्मश्री सम्मान प्राप्त हस्तियां, पूर्व आईएएस, समाज प्रमुख, जन प्रतिनिधि, किसान, छात्र, अधिवक्ता, फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, प्रोडक्शन मैनेजर,व्यापार जगत की मशहूर हस्तियां, राज्यअलंकरण पुरस्कार से पुरस्कृत और अंतरराष्ट्रीय ख्यति प्राप्त छत्तीसगढ़ी लोककला के अग्रणी कलाकार शामिल हैं।गुरुवार को भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में हुए एक भव्य समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव,प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ,प्रदेश महामंत्री द्वय केदार कश्यप व विजय शर्मा, सांसद सुनील सोनी, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत,प्रदेश मंत्री किशोर महानंद, सहित वरिष्ठ नेतागण उपस्थित थे।भाजपा प्रवेश करने वालों में विभिन्न विधाओं के राज्य अलंकरण पुरस्कार से सम्मानित हस्तियां, पद्मश्री राधेश्याम बारले के नेतृत्व में, दुर्ग संभाग के 169 कलाकारों के साथ ही रायपुर संभाग के लगभग 100 व बिलासपुर संभाग के 28 कलाकारों सहित 309 कलाकारों ने भाजपा प्रवेश किया। इसी तरह पद्मश्री अनुज शर्मा के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्रीज के एक दर्जन कलाकारों और आधा दर्जन प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, प्रोड्क्शन मैनेजर , एक दर्जन कृषकों सहित 52 लोगों ने भाजपा प्रवेश किया जिनमें छात्र, व्यापारी और अधिवक्ता भी शामिल हैं।भाजपा शामिल होने वालों में अनेक जिलों के कलक्टर रहे, पूर्व संयुक्त सचिव, एडमिनिस्ट्रेटिव रिफार्म्स कमीशन के पूर्व सेक्रेटरी राजपाल सिंह त्यागी भी शामिल हैं।अखिल भारतीय मरार, माली, कुशवाहा, मौर्य, सैनी महासभा छत्तीगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र नायक पटेल के नेतृत्व में पिछड़ा वर्ग के रायपुर संभाग के 28 समाज प्रमुखों ने भाजपा में प्रवेश लिया।रायपुर संभाग के गोंड आदिवासी समाज के प्रमुख युवा समाजसेवी विजय ध्रुव के नेतृत्व में धमतरी-सिहावा क्षेत्र के साहू समाज, निषाद समाज, सेन समाज, कुर्मी समाज और अनुसूचित जाति वर्ग के 35 युवाओं ने भाजपा की सदस्यता ली।रायपुर नगर निगम के निर्दलीय पार्षद अमर बंसल के नेतृत्व में 28 समाजसेवियों ने भी भाजपा का दामन थामा। स्वामी कृष्ण प्रपन्नाचार्य, हाईकोर्ट एडवोकेट निशांत श्रीवास्तव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सेवानिवृत्त शासकीय सेवक अभनपुर क्षेत्र के ईश्वरलाल साहू, रायपुर के अधिवक्ता त्रय दीनबंधु गौर, प्रवीण पाल व रामकृष्ण ध्रुव ने भी भाजपा की सदस्यता ली।भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री साव ने इस अवसर पर भाजपा की सदस्यता लेने वाले सभी गणमान्य लोगों का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में भाजपा के लिए शुभ संकेतों का प्रारंभ है ।श्री साव ने कहा कि प्रदेश का जनमानस भाजपा की रीति-नीति, कार्यक्रमों और विचारधारा से प्रभावित हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार के 9 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों व सुशासन ने देशवासियों के भीतर विश्वास उत्पन्न किया है ।