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- अमरावती। आंध्र प्रदेश सरकार ने बुधवार को मौजूदा 13 जिलों में से 13 नए जिले बनाने के लिए अधिसूचना का मसौदा जारी किया, जिसके बाद राज्य में जिलों की कुल संख्या 26 हो जाएगी। मुख्य सचिव समीर शर्मा ने मसौदा अधिसूचना में कहा, 'सरकार, एपी जिला (गठन) अधिनियम, 1974 की धारा 3 (5) के तहत संबंधित क्षेत्रों के बेहतर प्रशासन और विकास को ध्यान में रखते हुए एक नया जिला बनाने का प्रस्ताव करती है।' प्रत्येक जिले के लिए अलग से मसौदा अधिसूचना जारी की जाएगी।उन्होंने मौजूदा जिलों के भीतर रहने वाले उन लोगों से 30 दिनों के भीतर आपत्तियां और सुझाव मांगे हैं, जो नए जिले बनाने से प्रभावित हो सकते हैं। राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन ने अपने गणतंत्र दिवस के संबोधन में नए जिलों के निर्माण का उल्लेख किया और कहा कि वे इस तेलुगु नव वर्ष के दिन उगादी (2 अप्रैल को) पर यह काम पूरा हो जाएगा। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा, 'लोगों को अधिक कुशल सेवाएं और सुशासन प्रदान करने के लिए, हम उगादी के शुभ दिन पर राज्य में 13 और जिले बनाएंगे। दो जिले विशेष रूप से आदिवासी आबादी के लिए होंगे।'
- नयी दिल्ली। भारत के 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर क्रिकेटरों जोंटी रोड्स और क्रिस गेल को पत्र लिखकर भारत से उनके ‘प्रगाढ संबंधों’ की सराहना की है । दक्षिण अफ्रीका के रोड्स मुंबई इंडियंस के पूर्व क्षेत्ररक्षण कोच हैं और साल में काफी समय भारत में रहते हैं ।उन्होंने अपनी बेटी का नाम भी ‘इंडिया’ रखा है । वहीं वेस्टइंडीज के क्रिस गेल आईपीएल में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के कारण भारत में काफी लोकप्रिय है । मोदी ने रोड्स को लिखे पत्र में लिखा ,‘‘ मैं आपको हमारे गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें देता हूं ।’’ उन्होंने लिखा ,‘‘इतने वर्षों में भारत और इसकी संस्कृति से आपका प्रगाढ संबंध हो गया है । यह साबित हो गया जब आपने अपनी बेटी का नाम इस महान देश के नाम पर रखा । आप हमारे देशों के बीच मजबूत संबंधों के विशेष दूत हैं ।’’रोड्स ने यह पत्र सोशल मीडिया पर साझा किया है । इसमें आगे लिखा है,‘‘ भारत ऐतिहासिक सामाजिक आर्थिक बदलाव के दौर से गुजर रहा है । मुझे यकीन है कि इससे जीवन का सशक्तिकरण होगा और वैश्विक कोष में योगदान दे सकेंगे ।’’ रोड्स और गेल दोनों ने प्रधानमंत्री मोदी को इस पत्र के लिये धन्यवाद दिया है । रोड्स ने ट्वीट किया ,‘‘ आपके इन शब्दों के लिये धन्यवाद नरेंद्र मोदीजी । हर बार भारत आकर मैं एक इंसान के रूप में काफी परिपक्व होता गया हूं । मेरा पूरा परिवार भारत के साथ गणतंत्र दिवस मना रहा है । भारत के लोगों के अधिकारों की रक्षा करने वाले संविधान के महत्व का सम्मान । जय हिंद ।’’गेल ने ट्वीट किया ,‘‘ मैं भारत को 73वें गणतंत्र दिवस की बधाई देता हूं । सुबह उठा तो प्रधानमंत्री मोदी का निजी संदेश मिला जिसमें उनके और भारत के लोगों के साथ मेरे करीबी व्यक्तिगत संबंधों का जिक्र था । यूनिवर्सल बॉस की ओर से बधाई और प्यार ।’’ गेल, डेविड वॉर्नर और एबी डिविलियर्स जैसे क्रिकेटरों के चाहने वालों की भारत में कमी नहीं है । आईपीएल की वजह से दुनिया भर के स्टार क्रिकेटर काफी समय भारत में बिताते हैं जिससे उन्हें भारत के करीब आने का मौका मिला है ।
- नयी दिल्ली। गणतंत्र दिवस के अवसर पर बुधवार को राजपथ पर परेड में निकली वायु सेना की झांकी में देश की पहली महिला राफेल लड़ाकू विमान पायलट शिवांगी सिंह ने भी भाग लिया। वह वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनने वाली दूसरी महिला लड़ाकू विमान पायलट हैं।पिछले साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनने वाली देश की पहली महिला लड़ाकू विमान पायलट थीं। वाराणसी से ताल्लुक रखने वाली शिवांगी सिंह 2017 में वायु सेना में शामिल हुई थीं और महिला लड़ाकू विमान पायलटों के वायु सेना के दूसरे बैच में शामिल हुईं। राफेल उड़ाने से पहले वह मिग-21 बाइसन विमान उड़ाती रही हैं।वह पंजाब के अंबाला स्थित वायु सेना के गोल्डन ऐरोज स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं। वायु सेना की झांकी का शीर्षक 'भारतीय वायु सेना, भविष्य के लिए परिवर्तन' है। झांकी में मिग-21, जी-नेट, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और राफेल विमान के स्केल डाउन मॉडल के साथ-साथ अश्लेषा रडार भी प्रदर्शित किए गए हैं। राफेल लड़ाकू विमान का पहला बैच 29 जुलाई, 2020 में भारत पहुंचा था। फ्रांस से 36 लड़ाकू विमानों के सौदे के क्रम में देश में अब तक 32 राफेल विमान आ चुके हैं और चार राफेल विमान इस साल अप्रैल तक आ सकते हैं।
- नयी दिल्ली।गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय नौसेना की झांकी में 1946 के नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया गया, जिसने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इसकी मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व एक महिला अधिकारी ने किया।गौरतलब है कि 18 फरवरी, 1946 को रॉयल इंडियन नेवी के ‘तलवार’ जहाज पर सवार नौसैनिकों द्वारा विद्रोह शुरू किया गया था और बाद में 78 जहाज इसका हिस्सा बन गए। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान झांकी में नौसेना की ‘कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल एंड कोहेसिव’ (युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और एकजुटता) नीति को प्रदर्शित किया गया।नौसैनिक दल में 96 पुरुष, तीन प्लाटून कमांडर और एक टुकड़ी कमांडर शामिल थे। इसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा ने किया, जो भारतीय नौसेना वायु स्क्वाड्रन (आईएनएएस) 314 में तैनात एक पर्यवेक्षक अधिकारी हैं। आंचल शर्मा 2016 में नौसेना में शामिल हुईं थी। 22 जनवरी को उन्होंने कहा था कि उनकी टुकड़ी का उत्साह एवं ऊर्जा अद्वितीय है और गणतंत्र दिवस परेड में इसका नेतृत्व करना वास्तव में एक सम्मान की बात है। देश, स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मना रहा है और इसके मद्देनजर झांकी में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नौसेना के योगदान का विशेष उल्लेख था।झांकी के आगे के हिस्से में नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया गया है, जबकि झांकी के पिछले हिस्से में भारतीय नौसेना की ‘मेक इन इंडिया’ पहलों को दर्शाया गया है। इसमें 1983 से 2021 की अवधि के दौरान के समय को विशेष रूप से दिखाया गया।हवा में हल्के लड़ाकू विमान के साथ स्वदेशी विमानवाहक पोत विक्रांत का मॉडल झांकी का आकर्षण केंद्र रहा।झांकी में बांयी तरफ स्वदेशी मिसाइल कार्वेट कोरा, विध्वंसक पोत विशाखापत्तनम, फ्रिगेट शिवालिक और दांयी तरफ पी-75 पनडुब्बी कलवरी, फ्रिगेट गोदावरी और विध्वंसक पोत दिल्ली के मॉडल भी दिखाए गए। निचले हिस्से पर लगे फ्रेम में नौसेना के विभिन्न मंचों द्वारा किए स्वदेशी निर्माण को दर्शाया गया।परेड में, भारतीय नौसेना के 72-पुरुष बैंड का नेतृत्व मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर संगीतकार एवं उप लेफ्टिनेंट विन्सेंट जॉनसन ने किया। इस दौरान नौसेना के ब्रास बैंड ने भारतीय नौसेना का गीत ‘जय भारती’ बजाया। जॉनसन ने ड्रम मेजर के रूप में नौसैनिक बैंड का नेतृत्व किया। यह 18वीं बार था, जब वह गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बने।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने निर्माण उद्योग में डीजल के उपयोग पर चिंता जताते हुए मंगलवार को कहा कि क्षेत्र को जीवाश्म ईंधन की जगह जैव-एथनॉल, एलएनजी और सीएनजी जैसे वैकल्पिक ईंधन के उपयोग की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह न केवल खतरनाक उत्सर्जन को कम करेगा बल्कि भारी आयात बिल में भी कटौती करेगा। उद्योग मंडल सीआईआई के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि फिलहाल भारत अपनी कुल जरूरत का 85 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है। इस पर सालाना आठ लाख करोड़ रुपये खर्च होते हैं। यह अर्थव्यवस्था पर काफी बड़ा बोझ है। उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल, डीजल का बड़े पैमाने पर निर्माण उद्योग में उपयोग हो रहा है। दुर्भाग्य से, यह ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के लिये भी काफी जिम्मेदार है।'' मंत्री ने कहा, ‘‘...हमें डीजल के स्थान पर अन्य वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करना होगा। खतरनाक उत्सर्जन को कम करने के साथ भारी आयात बिल में कमी लाने के लिये यह जरूरी है।'' सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि अगर हम डीजल के स्थान पर जैव ईंधन का उपयोग नहीं करते हैं, तो अगले पांच साल में देश का कच्चे तेल का आयात बिल 25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। गडकरी ने यह भी कहा कि वह अपने चीनी कारखानों में बायोडीजल का उपयोग कर रहे हैं, और ट्रैक्टरों को सीएनजी पर चलाने के लिये उसमें जरूरी बदलाव किये गये हैं।
- नयी दिल्ली । सेवामुक्त किए गए भारतीय नौसैन्य पोत (आईएनएस) खुखरी को बुधवार को दीव प्रशासन को सौंप दिया जाएगा ताकि इसे एक पूर्ण संग्रहालय के रूप में विकसित किया जा सके। भारतीय नौसेना ने यह जानकारी दी। नौसेना द्वारा मंगलवार को जारी बयान में कहा गया कि 32 साल की सेवा के बाद पिछले साल 23 दिसंबर को मिसाइल कार्वेट ‘आईएनएस खुखरी' को सेवामुक्त कर दिया गया था। आईएनएस खुखरी को अपनी सेवा के दौरान पश्चिमी और पूर्वी दोनों बेड़ों का हिस्सा होने का गौरव प्राप्त हुआ। भारतीय नौसेना ने कहा, "एक पोत कभी नहीं मरता, ऐसा कहा जाता है। वह एक नए अवतार में फिर से जन्म लेता है।" इसने कहा कि खुखरी संग्रहालय विकसित करने के लिए दीव प्रशासन ने 2019 में रक्षा मंत्रालय से इसे सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए उपहार में देने के वास्ते संपर्क किया था। बयान में कहा गया, "जब देश अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, तो वह खुखरी संग्रहालय में आयोजित होने वाले एक समारोह में दीव प्रशासन को सौंप दिया जाएगा। पोत को एक पूर्ण संग्रहालय के रूप में विकसित करने की योजना है।
- कोलकाता। भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची में शामिल नए मतदाताओं को डाक के माध्यम से मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) भेजने का निर्णय लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सेवा 25 जनवरी को शुरू की जाएगी जिस दिन राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा, “हम मतदाता पहचान पत्र लोगों को डाक से सीधे भेजना शुरू करेंगे। सेवा आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर शुरू की जाएगी।” अधिकारी ने कहा कि आयोग नए मतदाताओं को पहचान पत्र के साथ एक किट भी भेजेगा। उन्होंने कहा कि पैकेट में ईवीएम, मतदान का तरीका समेत अन्य जानकारियां होंगी। अधिकारी ने कहा कि इस साल के मतदाता दिवस की थीम 'हमारे मतदाताओं को सशक्त, सतर्क बनाना और सुरक्षा तथा सूचना प्रदान करना' है।
- नयी दिल्ली। पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों के अलावा रेलवे में रिश्वत के बड़े मामलों का भंडाफोड़ करने वाले एक अधिकारी एजेंसी के उन 29 कर्मियों में शामिल हैं जिन्हें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री शीला कौल से कथित रूप से जुड़े आवास घोटाले, नेवल वार रुम लीक मामले, एक प्रवासी व्यवसायी के अपहरण और उसकी रिहाई के अलावा अन्य उच्च प्रोफ़ाइल भ्रष्टाचार रोधी मामलों की जांच का नेतृत्व करने वाले संयुक्त निदेशक रमनीश गीर को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का प्रतिष्ठित पुलिस पदक मिला है। वह सीबीआई के उन चार संयुक्त निदेशकों में शामिल हैं जिन्हें पिछले साल पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा चुनाव के बाद सामने आये हिंसा के मामलों की निगरानी के लिए दिल्ली से पश्चिम बंगाल भेजा गया था। पदक से सम्मानित अन्य व्यक्तियों में अतिरिक्त एसपी सतीश कुमार राठी, अनिल कुमार यादव, डिप्टी एसपी नट राम मीणा, एएसआई बंसीधर बिजार्निया और हेड कांस्टेबल महबूब हसन शामिल हैं। सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक डीआईजी अखिलेश कुमार सिंह सहित एजेंसी के 23 अधिकारियों को दिये गए, जो पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के कई मामलों के प्रभारी भी हैं। एक अन्य डीआईजी नितिन दीप ब्लागन को भी सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है जिन्होंने पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के एक वरिष्ठ इंजीनियर से जुड़े एक करोड़ रुपये रिश्वत मामले सहित कई हाई प्रोफाइल भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की। पदक पाने वाले अन्य कर्मियों में अतिरिक्त एसपी अरविंद कुमार उपाध्याय, डिप्टी एसपी आनंद कृष्णन टीपी, संजय कुमार गौतम, विकास कुमार पाठक, आलोक कुमार शाही और सुब्रमण्यम देवेंद्रन, इंस्पेक्टर नकुल सिंह यादव, अमित कुमार, राकेश रंजन और महेश विजय पारकर, उप निरीक्षक अनिल कुमार, एएसआई धर्मिंदर सिंह, हेड कांस्टेबल चंदर पाल, लोगनाथन रंगासामी, के वी जगन्नाथ रेड्डी, हरभान सिंह और महेश माधवराव गजरलवार, कांस्टेबल आर. जयशंकर और कौशल्या देवी, कार्यालय अधीक्षक ओम प्रकाश नैथानी और अपराध सहायक सत्यब्रत साहा शामिल हैं।
- -सम्मानित होने वालों में राजनांदगांव के 3 जवान भी शामिलनयी दिल्ली। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के अठारह कर्मियों को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पदक सहित विभिन्न पुलिस सेवा पदकों से अलंकृत किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि तीन कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) से सम्मानित किया गया है, तीन को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 12 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में फरवरी, 2018 में एक भीषण मुठभेड़ के दौरान माओवादियों का मुकाबला करने के लिए सहायक कमांडेंट अशोक कुमार, निरीक्षक सुरेश लाल और नीला सिंह की टीम को पीएमजी दिया गया है। इस अभियान में दो वांछित माओवादी मारे गये थे और इस दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया था। विशिष्ट सेवा पदक पाने वालों में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अजय पाल सिंह हैं, जो 1990 में एक अधिकारी के रूप में इसमें शामिल हुए थे। सिंह वर्तमान में उत्तराखंड के मसूरी में आईटीबीपी अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी में तैनात हैं। उन्होंने आईटीबीपी की विभिन्न प्रशिक्षण इकाइयों के अलावा अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों सेवाएं दी है। डीआईजी रमाकांत शर्मा और जी. सी. उपाध्याय को भी विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
- ठाणे। महाराष्ट्र में ठाणे जिले की शाहपुर तालुका के लाहे गांव में हथियारबंद डकैतों ने एक कंपनी के कारखाने से 40 लाख रुपये मूल्य का तांबा लूट लिया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार और सोमवार की दरमियानी रात कम से कम 12 डकैत कारखाने में घुसे और उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को बांधकर तांबे को अपनी गाड़ियों में भरा और वहां से फरार हो गए। घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
- नयी दिल्ली। एक नवीनतम अध्ययन में खुलासा हुआ है कि देश में वर्ष 2012 से 2019 के बीच गधों की आबादी में 61 प्रतिशत की कमी आई है और इसके कारणों में उनकी उपयोगिता में कमी, चोरी, गैर कानूनी तरीके से वध, चारागाहों की कमी शामिल है। यह अध्ययन ब्रिटेन स्थित अंतरराष्ट्रीय अश्व धर्मार्थ संस्था ‘ब्रुक' की भारत में इकाई ब्रुक इंडिया (बीआई)ने किया है जिसका उद्देश्य भारत में गधों की खाल के व्यापार की मौजूदगी को समझना था। अध्ययन के लिए महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के इलाकों का दौरा किया गया और लोगों का साक्षात्कार लिया गया। ये वे इलाके हैं जहां पर जीविकोपार्जन गणना के मुताबिक वर्ष 2012 से 2019 के बीच गधों की आबादी में कमी आई है। अध्ययन में रेखांकित किया गया कि साक्षरता दर में वृद्धि, ईंट भट्टों में मशीनीकरण और सामान ढोने के लिए गधों के बजाय खच्चर के इस्तेमाल भी इनकी आबादी में कमी आने के कारणों में शामिल हैं। अध्ययन के मुताबिक महाराष्ट्र में इन आठ सालों के दौरान गधों की आबादी में 39.69 प्रतिशत की कमी आई है जबकि आंध्रप्रदेश में गधों की आबादी में 53.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसी प्रकार, राजस्थान में वर्ष 2012-2019 के बीच गधों की आबादी में 71.31 प्रतिशत, गुजरात में 70.94 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 71.72 प्रतिशत और बिहार में 47.31 प्रतिशत की कमी आई है। अध्ययन में कहा गया कि नेपाल की खुली सीमा और गधों की खरीद-बिक्री के लिए मेला का आयोजन भी इस धारणा को खारिज करता है कि देश गधों की अवैध हत्या से मुक्त है। अध्ययन में पाया गया कि जिंदा गधों, उनकी खाल और मीट का अवैध निर्यात सीमापार आसान रास्तों से हो रहा है। अध्ययन में रेखांकित किया गया, ‘‘ गधों के कारोबारी और उनके पालक दावा करते हैं कि वे गधों की अवैध परिवहन और खरीद-बिक्री के बारे में जानते हैं। वे निश्चित हैं कि गधों का सामान्य इस्तेमाल जैसे सामान या लोगों को ढोने में नहीं होगा।'' जांच में पता चला कि गधों की खाल की तस्करी अन्य देशों के लिए की जाती है जिसका इस्तेमाल विभिन्न बीमारियों के इलाज में होता है।
- नयी दिल्ली। सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन के पुरुष एकल के फाइनल को एक खिलाड़ी के कोविड-19 पॉजिटिव पाये जाने के बाद ‘कोई मुकाबला नहीं' घोषित कर दिया गया है और अब पुरस्कार राशि दोनों खिलाड़ियों के बीच बांटी जाएगी। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, ‘‘सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय 2022 के पुरुष एकल के फाइनल में पहुंचे दोनों खिलाड़ियों को विश्व रैंकिंग के अंक और पुरस्कार राशि का समान हिस्सा मिलेगा।'' इसमें कहा गया है, ‘‘एक फाइनलिस्ट को कोविड-19 के लिये पॉजिटिव पाया गया था, जबकि अन्य फाइनलिस्ट को उसका करीबी संपर्क माना गया है, इसलिए पुरुष एकल फाइनल को ‘कोई मुकाबला नहीं' घोषित किया गया है।'' फाइनल मुकाबला रविवार को फ्रांस के दो खिलाड़ियों अर्नाड मर्कल और लुकास क्लियरबोट के बीच खेला जाना था। भारतीय स्टार पी वी सिंधू ने हमवतन मालविका बंसोड़ को हराकर महिला एकल का खिताब जीता था।
- भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार गणतंत्र दिवस पर जेलों में उम्रकैद की सजा काट रहे 215 कैदियों को रिहा करेगी। राज्य के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हालांकि बलात्कार और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पोक्सो) के तहत उम्रकैद की सजा काटने वाले को रिहा नहीं किया जाएगा। मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा कि गणतंत्र दिवस पर रिहा होने वाली पांच महिलाओं सहित इन कैदियों की शेष सजा इनके अच्छे आचरण के कारण माफ की जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार हर साल गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर जेलों से चुनिंदा कैदियों को उनके अच्छे आचरण और अन्य मापदंडों के आधार पर रिहा करती है। गृहमंत्री ने कहा, ‘‘ मुझे उम्मीद है कि वे (कैदी) जेलों से रिहा होने के बाद अपराध से दूर रहकर और राष्ट्रीय निर्माण में योगदान देकर समाज में अपना पुनर्वास करेंगे।'
- मुंबई। मुंबई पुलिस के एक सेवानिवृत्त अधिकारी के 23 वर्षीय पुत्र को, एक महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपी का महिला के साथ संबंध था। उन्होंने कहा कि महिला, बृहन्मुंबई महानगर पालिका के एक अधिकारी की बेटी थी और उसे सोमवार सुबह प्रताप नगर इलाके में स्थित उसके आवास पर लटका हुआ पाया गया था। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि कथित तौर पर महिला द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है जिसमें उसने अपने प्रेमी को जीवन में समस्याएं पैदा करने का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया और सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार किया।
- नयी दिल्ली।पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। करीब 32 साल तक कांग्रेस में रहे और विधायक से लेकर सांसद और केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय करने वाले सिंह ने आज ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा। भाजपा में शामिल होने को उन्होंने एक नयी शुरुआत करार दिया और कहा कि पहले जो कांग्रेस थी, अब वह नहीं रही और ना ही उसकी सोच रही। सिंह ने भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इससे पहले, सिंह ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की।सिंह के साथ ही कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता शशि वालिया और सचिव राजेंद्र अवाना ने भी भाजपा का दामन थामा। भाजपा में पूर्व केंद्रीय मंत्री का स्वागत करते हुए प्रधान ने कहा कि विधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में और कांग्रेस में सांगठनिक स्तर पर प्रमुख जिम्मेदारी निभाने वाले सिंह का भाजपा में आना शुभ संकेत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए सिंह ने कहा पहले जो सपने में सोचा जाता था, उसे जमीन पर अब उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं 32 सालों तक एक पार्टी में रहा और ईमानदारी और मेहनत से अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया। लेकिन अब वह वैसी रह नहीं गई जो थी...ना ही वह सोच रह गई है, जब मैंने वहां शुरुआत की थी।'' पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मंत्रिपरिषद के सदस्य रहे आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें पिछले कुछ समय से लगाई जा रही थी। वह कांग्रेस में अलग-थलग महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘देर आए, दुरुस्त आए।''भाजपा ने शामिल होने से पहले ही सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए तत्पर हूं।'' वह अब तक कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता और झारखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे। कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश के लिए जारी की गई स्टार प्रचारकों की सूची में भी उनका नाम था। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जारी प्रचार अभियान के बीच आरपीएन सिंह का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस को बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। सिंह से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरे और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद भाजपा का दामन थाम चुके हैं। वह वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। कुशीनगर जिले के पडरौना राजघराने से ताल्लुक रखने वाले आरपीएन सिंह का पूरा नाम कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह है। उन्होंने पडरौना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर वर्ष 1996, 2002 और वर्ष 2007 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद वह कुशीनगर से 2009 के लोकसभा चुनाव में जीतकर वह सांसद बने और मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में गृह राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली। हालांकि, इसके बाद के चुनावों में उन्हें लगातार हार का ही सामना करना पड़ा।भाजपा में शामिल होने से पहले सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र की प्रति ट्विटर पर साझा की और कहा, ‘‘आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं। जय हिंद।'' उन्होंने इस्तीफे में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा है, ‘‘मैं राष्ट्र, लोगों और पार्टी की सेवा करने का अवसर प्रदान करने के लिए आपका (सोनिया) धन्यवाद करता हूं।
- नयी दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारतीय वायुसेना के 75 विमानों का भव्य फ्लाई-पास्ट, प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के माध्यम से चयनित 480 नर्तकों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन, 75 मीटर लंबाई के 10 स्क्रॉल का प्रदर्शन और 10 बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाने जैसे कार्यक्रम बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार होंगे। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि गणतंत्र दिवस परेड-2022 भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में हो रही है जिसे पूरे देश में 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है। इसने उल्लेख किया, "ग्रैंड फिनाले और परेड के सर्वाधिक प्रतीक्षित खंड फ्लाई-पास्ट में पहली बार भारतीय वायुसेना के 75 विमान 'आजादी का अमृत महोत्सव' के हिस्से के रूप में दिखेंगे।" मंत्रालय ने कहा कि पहली बार भारतीय वायुसेना ने फ्लाई-पास्ट के दौरान कॉकपिट का वीडियो दिखाने के लिए दूरदर्शन के साथ समन्वय किया है। बयान में कहा गया कि राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा जैसे पुराने और वर्तमान आधुनिक विमान फ्लाई-पास्ट में राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत सहित विभिन्न संयोजन (फॉर्मेशन) का प्रदर्शन करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि पहली बार परेड के दौरान राजपथ पर 75 मीटर लंबाई और 15 फुट ऊंचाई के 10 स्क्रॉल प्रदर्शित किए जाएंगे। बयान में कहा गया, "वे (स्क्रॉल) रक्षा और संस्कृति मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 'कला कुंभ' कार्यक्रम के दौरान तैयार किए गए थे।" ये स्क्रॉल दो चरणों में भुवनेश्वर और चंडीगढ़ में देशभर के 600 से अधिक प्रसिद्ध कलाकारों और युवा कलाकारों द्वारा चित्रित किए गए थे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पहली बार परेड में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शन करने वाले कलाकारों का चयन राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता के जरिए किया गया है। इसने कहा कि प्रतियोगिता 'वंदे भारतम' 323 समूहों में लगभग 3,870 नर्तकों की भागीदारी के साथ जिला स्तर पर शुरू हुई थी जिसमें कलाकार नवंबर और दिसंबर में दो महीने की अवधि में राज्य और जोनल स्तर तक के कार्यक्रमों में पहुंचे। बयान में कहा गया, "अंतत:, 480 नर्तकों का चयन किया गया। वे राजपथ पर परेड के दौरान अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।" रक्षा मंत्रालय ने उल्लेख किया कि परेड को अच्छी तरह से देखने के लिए 10 बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे जो पांच-पांच की संख्या में राजपथ के दोनों ओर स्थापित होंगे। इसने कहा, "पिछले गणतंत्र दिवस परेड की फुटेज, सशस्त्र बलों पर लघु फिल्मों और गणतंत्र दिवस परेड-2022 से पहले के संबंधित विभिन्न घटनाक्रम की कहानियों को लेकर बनाई गईं फिल्मों को परेड से पहले प्रदर्शित किया जाएगा।" मंत्रालय ने कहा कि इसके बाद स्क्रीन पर परेड का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा।
- हैदराबाद।आंध्र प्रदेश महेश को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक के सर्वर कुछ लोगों ने हैक कर लिया। इसके बाद लगभग 12 करोड़ रुपये की राशि देशभर के कई बैंक खातों में कथित तौर पर स्थानांतरित कर दी गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एपी महेश को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हैकर्स ने बैंक की राशि को स्थानांतरित किया, लेकिन ग्राहकों के खातों से कोई राशि नहीं निकली है। अधिकारियों ने कहा कि कई बैंकों के कई व्यक्तिगत खातों में लगभग 12 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए गए। इनमे से ज्यादातर बैंक खाते अन्य राज्यों और तेलंगाना में स्थित हैं। उन्होंने बताया कि बैंक के अधिकारियों ने रविवार रात को संदिग्ध लेनदेन का पता लगाने के बाद धन/लेनदेन के आगे हस्तांतरण को रोक दिया। साथ ही ऐसे खातों को ब्लॉक करने के लिए अन्य बैंकों के प्रबंधन से भी संपर्क किया, जिससे कुछ राशि को जब्त कर लिया गया। बैंक अधिकारी ने कहा, पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई है। अन्य बैंकों को सूचित कर दिया गया है और धन को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम तुरंत उठाये गए है। साइबर हमले के खिलाफ बैंक के कोष का बीमा किया जाता है।
- नयी दिल्ली। भारत में 86 फीसदी लोग चाहते हैं कि मतदान को अनिवार्य बना दिया जाए। मंगलवार को 12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर जारी एक नये सर्वेक्षण से यह बात सामने आई है। ‘पब्लिक ऐप' की ओर से देशभर में चार लाख से अधिक लोगों पर की गई रायशुमारी में 81 फीसदी प्रतिभागियों ने मौजूदा मतदान प्रणाली पर भरोसा जताया। इनमें 60 फीसदी प्रतिभागियों की उम्र 30 साल से कम थी। भारत में 2011 से चुनाव आयोग के स्थापना दिवस को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका मकसद नए और युवा मतदाताओं के पंजीकरण को बढ़ावा देना है। चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को हुई थी। सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘‘नागरिक कर्तव्य के रूप में मतदान नागरिकों द्वारा सामाजिक विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान है। यह पूछे जाने पर कि क्या देश में मतदान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए, 86 प्रतिशत प्रतिभागियों ने सहमति व्यक्त की। 81 फीसदी प्रतिभागियों ने मौजूदा मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी बताया।'' सर्वेक्षण मतदाताओं का रुख तय करने वाले अहम कारकों पर भी रोशनी डालता है। इससे पता चलता है कि वोटिंग के समय 34 फीसदी मतदाता पिछले कार्यकाल में उम्मीदवारों के प्रदर्शन पर गौर फरमाते हैं। वहीं, 31 प्रतिशत वोटर चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों का तुलनात्मक अध्ययन कर फैसला लेते हैं। सर्वेक्षण में यह भी देखा गया कि 4.96 प्रतिभागियों के लिए उम्मीदवारों की लोकप्रियता सबसे ज्यादा मायने रखती है। वहीं, 11.92 वोटर इस बात को ज्यादा अहमियत देते हैं कि प्रत्याशी किस पार्टी से ताल्लुक रखता है। मतदान के लिए न जाने के सवाल पर 30.04 प्रतिभागियों ने कहा कि शहर से बाहर होना इसकी मुख्य वजह थी। हालांकि, सर्वेक्षण में शामिल 56.3 फीसदी प्रतिभागियों ने दावा किया कि उन्होंने मतदान का एक भी मौका नहीं गंवाया है। वहीं, 79.5 प्रतिशत प्रतिभागियों ने माना कि उन्होंने जीवन में कम से कम एक बार मतदान जरूर किया है। सर्वेक्षण के मुताबिक 5.22 फीसदी प्रतिभागियों ने चुनाव की जानकारी न होने तो 7.19 प्रतिशत ने किसी भी दल का समर्थन न करने के चलते मतदान के लिए न जाने की बात कही। वहीं, 1.27 फीसदी प्रतिभागियों ने जवाब में ‘आलस्य/कोई फर्क नहीं पड़ता' का विकल्प चुना।
- लखनऊ। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 और 2022 के कुल 61 विजेताओं के लिए यह अवॉर्ड एक और मामले में खास है। इस बार उन्हें आईआईटी कानपुर द्वारा विकसित 'ब्लॉकचेन-प्रौद्योगिकी' का इस्तेमाल कर तैयार किए गए डिजिटल प्रमाण पत्र बांटे गए हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के निदेशक अभय कांडीकर ने मंगलवार को कहा कि ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल भविष्य में सभी डिग्रियां और प्रमाण-पत्र वितरित करने में किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की और उन्हें ‘ब्लॉकचेन' प्रौद्योगिकी आधारित प्रमाण पत्रों का वितरण डिजिटल तरीके से किया। कांडीकर ने बताया, “इन डिजिटल प्रमाण पत्रों को इनके प्राप्तकर्ताओं के मोबाइल फोन में ‘इंस्टॉल वॉलेट' में भेजा गया। ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी वैश्विक स्तर पर सत्यापन योग्य होने के साथ-साथ बेहद सुरक्षित भी मानी जाती है। इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल पहली बार प्रमाण पत्र बांटने में किया गया है।” कांडीकर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 28 दिसंबर 2021 को संस्थान के 54वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की थी और ‘ब्लॉकचेन' आधारित डिजिटल डिग्रियां जारी की थी। उन्होंने कहा “ कोविड-19 महामारी के बाद से डिग्रियों तथा अन्य शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के ऑनलाइन सत्यापन की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। इस प्रक्रिया को आसान और बेहतर बनाने के लिए ब्लॉकचेन और सेल्फ सॉवरेन आईडेंटिटी की मदद से छात्रों को डिजिटल वॉलेट में अपनी डिग्रियां और प्रमाण पत्र रखने और प्रबंधित करने में मदद मिलती है।
- रतलाम । मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में पुलिस हिरासत से कथित रूप से भागने की कोशिश कर रहे एक आरोपी के पैर में पुलिस ने गोली मार दी। उसे जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव तिवारी ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले सप्ताह दर्ज हत्या के प्रयास के एक मामले में सोमवार को राजस्थान के प्रतापगढ़ से आरोपी अकबर घोसी और दो अन्य लोगों को हिरासत में लेकर मध्य प्रदेश के नागदा ले जाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि आरोपियों को अपराध में प्रयुक्त वाहन को बरामद करने के लिए नागदा ले जाया जा रहा था। तिवारी ने कहा कि घोसी के अनुरोध पर पुलिसकर्मियों ने वाहन को पिपलोदा और जावरा के बीच रोका। उनके मुताबिक, वाहन से नीचे उतरने के बाद घोसी ने पुलिसकर्मियों की आंखों में धूल झोंक दी और एक पुलिसकर्मी की सर्विस राइफल छीनने की कोशिश की। एसपी ने कहा कि इसके बाद पुलिसकर्मियों ने शुरु में चेतावनी के तौर पर हवा में गोली चलाई लेकिन घोसी के आत्मसमर्पण नहीं करने पर उसके पैर में गोली मारी गई। उन्होंने बताया कि घोसी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसपी के मुताबिक, घोसी के साथ हाथापाई में कुछ पुलिसकर्मियों को भी मामूली चोटें आई हैं। तिवारी ने कहा कि घोसी के खिलाफ हत्या और रंगदारी सहित कम से कम आठ मामले दर्ज हैं। घोसी और उसके दो साथियों के खिलाफ 21 जनवरी को रतलाम के माणिक चौक थाना क्षेत्र में एक दुकानदार पर गोली चलाने का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम था।file photo
- - सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उप्र पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार-4 हस्तियों को पद्म विभूषण, 17 लोगों को पद्म भूषण और 107 हस्तियोंं को दिया जाएगा पद्मश्री सम्माननई दिल्ली। .गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने आज पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है। पूर्व प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और गीता प्रेस के पूर्व अध्यक्ष राधे श्याम खेमका को मरणोपरांत, पद्मविभूषण से सम्मानित किया जा रहा है। शास्त्रीय गायक प्रभा आत्रे को भी पद्मविभूषण से सम्मानित किया जाएगा।वहीं 17 व्यक्तियों को पद्मभूषण पुरस्कार दिए जाएंगे, इनमें को-वैक्सीन बनाने वाली कम्पनी भारत बायोटेक के कृष्णा और सुचित्रा इल्ला और कोविशील्ड बनाने वाली कम्पनी सीरम इंस्टीट्यूट के सायरस पूनावाला, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राजीव महर्षि, पैरालिम्पिक पदक विजेता देवेन्द्र झाझरिया, उडिया लेखिका प्रतिभा राय, माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी अधिकारी सत्या नडेला और गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई शामिल हैं। इसके अलावा 107 हस्तियों को पद्मश्री से नवाजा जाएगा।
- नयी दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए भारत आज बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी जलवायु परिवर्तन के युग में बदल रही है और भारत ने इस संबंध में राह दिखाने के लिए विश्व का नेतृत्व किया है और विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा को बढावा देने के लिए साहसिक और महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए हैं।देश के 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर हम में से प्रत्येक नागरिक गांधीजी की सलाह का स्मरण कर सकता है और अपने आसपास की दुनिया को सुधारने में सहायता कर सकता है।राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि सार्वभौमिक भाइचारे की भावना से प्रेरणा लेकर भारत और सम्पूर्ण वैश्विक समुदाय अधिक समतापूर्ण और समृद्ध भविष्य की दिशा में आगे बढेगा।कोविड महामारी की चुनौती के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि देश ने कोरोना वायरस से निपटने में अतुलनीय दृढ निश्चय का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि देश में टीकाकरण अभियान अच्छी प्रगति कर रहा है और महामारी के दौरान भारत ने कई देशों में वैक्सीन और अन्य चिकित्सा सहायता पहुंचाई। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी भारत के योगदान की सराहना की है।श्री कोविंद ने कहा कि दुर्भाग्य से वायरस नए रूप बदलकर फिर से फैल रहा है। उन्होंने सचेत किया कि महामारी अभी गई नहीं है इसलिए लोगों को सावधान रहना चाहिए तथा कोताही नहीं बरतनी चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड महामारी से लडाई में प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य बन गया है कि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के सुझावों का पालन करे तथा इस संकट से निपटने के लिए अपना कर्तव्य निभाए।राष्ट्रपति ने समय पर हस्तक्षेप करने के लिए केंद्र और राज्य स्तरों पर नेताओं, नीति निर्माताओं, प्रशासकों और अन्य लोगों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था ने एक बार तेजी पकडी है। उन्होंने कहा कि यह विपरीत स्थिति का सामना करने की भारत की क्षमता का प्रमाण है कि पिछले वर्ष के संकुचन के उपरांत इस वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण वृद्धि की संभावना है। उन्होंने कहा कि इससे पिछले वर्ष शुरू किए गए आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का पता चलता है।राष्ट्रपति ने कहा कि लघु और मध्यम उद्यमियों ने लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हमारे नवाचारी युवा उद्यमियों ने स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी का प्रभावी उपयोग करके नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश की युवा जनसंख्या का लाभ उठाने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ सही वातावरण बनाया है। यह पारंपरिक मूल्यों और आधुनिक कौशल का आदर्श संगम है। श्री कोविंद ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत विश्व की 50 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है।राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले वर्ष देश के खिलाडियों ने ओलिम्पिक खेलों में देश का गौरव बढाया। उन युवाओं के आत्मविश्वास ने आज लाखों लोगों को प्रेरित किया है।राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं जब लोगों ने अपनी प्रतिबद्धता और जीवन के विविध क्षेत्रों में कार्यों के माध्यम से देश और समाज को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि नौसेना और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड की समर्पित टीम ने स्वदेशी अत्याधुनिक विमानवाहक पोत आईएसी विक्रांत का निर्माण किया है जिसे नौसेना में शामिल किया जाना है। उन्होंने कहा कि इन आधुनिक सैन्य क्षमताओं के कारण भारत अब विश्व की अग्रणी नौसैनिक शक्ति बन गया है। यह रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढने का प्रभावशाली उदाहरण है। राष्ट्रपति ने हरियाणा के भिवानी जिले के सुई गांव के उदाहरण को मर्मस्पर्शी बताया जिसमें कुछ प्रबुद्ध नागरिकों ने स्व-प्रेरित आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव का कायाकल्प किया और संवेदनशीलता तथा कृतज्ञता दिखाई। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नया- सशक्त और संवदेनशील भारत उभर रहा है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि यदि भारत के सभी सफल लोग अपने-अपने जन्म-स्थान का विकास करें तो ऐसे स्थानीय विकास का लाभ पूरे देश को होगा।राष्ट्रपति ने कहा कि आज हमारे सैनिक और सुरक्षाकर्मी देशाभिमान की विरासत को आगे बढा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब साहसिक सैनिक कर्तव्य निभाते हुए शहीद होते हैं तो समूचा देश दुखी होता है। पिछले महीने दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में देश के जांबाज कमांडर जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और कई सैनिक शहीद हो गए। उस दुर्घटना से पूरे देश को गहरा सदमा लगा।राष्ट्रपति ने कहा कि देशप्रेम की भावना देशवासियों की कर्तव्यनिष्ठा को और मजबूत बनाती है। उन्होंने कहा कि आप डॉक्टर हों या वकील, दुकानदार हों या ऑफिस-वर्कर, सफाई कर्मचारी हों या मजदूर, अपने कर्तव्य का निर्वहन निष्ठा और कुशलता से करना देश के लिए आपका प्राथमिक और सबसे महत्वपूर्ण योगदान है।राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में यह उल्लेख करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की कि यह वर्ष सशस्त्र बलों में महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से विशेष महत्वपूर्ण रहा है।श्री कोविंद ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होंगे तो हम अपने राष्ट्रीय इतिहास का महत्वपूर्ण पडाव पार करेंगे। इस अवसर को हम आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल अगली पीढी के लिए बल्कि हम सभी के लिए अपने अतीत के साथ पुन: जुडने का शानदार अवसर है। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वाधीनता का यह 75वां वर्ष उन जीवन मूल्यों को पुन: जागृत करने का समय है जिनसे हमारे महान राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरणा मिली थी।राष्ट्रपति ने कहा कि दो दिन पहले 23 जनवरी को हम सभी देशवासियों ने जय-हिंद का उदघोष करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उनका पुण्य स्मरण किया है। स्वाधीनता के लिए उनकी ललक और भारत को गौरवशाली बनाने की महत्वाकांक्षा हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है।राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे संविधान का कलेवर विस्तृत है क्योंकि उसमें राज्य के कामकाज की व्यवस्था का भी विवरण है। लेकिन संविधान की संक्षिप्त प्रस्तावना में लोकतंत्र, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मार्गदर्शक सिद्धांत, सार गर्भित रूप से उल्लिखित हैं। उन्होंने कहा कि इन आदर्शों से उस ठोस आधारशिला का निर्माण हुआ है जिस पर हमारा भव्य गणतंत्र मजबूती से खडा है। इन्हीं जीवन-मूल्यों में हमारी सामूहिक विरासत भी परिलक्षित होती है।राष्ट्रपति ने कहा कि जब देश को स्वतंत्रता मिली तो औपनिवेशिक शासन के कारण लोग गरीब थे लेकिन इन 75 वर्षों में हमने शानदार प्रगति की है और नई पीढी के लिए नए अवसर प्रतीक्षा कर रहे हैं। श्री कोविंद ने विश्वास व्यक्त किया कि इस ऊर्जा, आत्मविश्वास और उद्यमशीलता के साथ हमारा देश प्रगति पथ पर आगे बढता रहेगा तथा अपनी क्षमताओं के अनुरूप विश्व समुदाय में अपना अग्रणी स्थान अवश्य प्राप्त करेगा।भारत और विदेश में रह रहे नागरिकों को बधाई देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे विविधतापूर्ण और सफल लोकतंत्र की सराहना पूरी दुनिया में की जाती है। उन्होंने कहा कि हर साल हम गणतंत्र दिवस के दिन अपने गतिशील लोकतंत्र तथा राष्ट्रीय एकता की भावना का उत्सव मनाते हैं। महामारी के कारण इस वर्ष के उत्सव में धूम-धाम भले ही कुछ कम हो परंतु हमारी भावना हमेशा की तरह सशक्त है।
- नयी दिल्ली। गणतंत्र दिवस के अवसर पर इस वर्ष नौ सौ 39 पुलिसकर्मियों को पदक से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इनमें से 189 को वीरता के लिए जबकि 662 पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवाओं के लिए चयनित किया गया है। उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 88 कर्मियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान किया जाएगा। वीरता पुरस्कार के लिए 189 में से 134 पुलिसकर्मियों को जम्मू-कश्मीर में उनकी साहसिक कार्रवाई के लिए सम्मानित किया जा रहा है। 47 पुलिसकर्मियों को वाम उग्रवाद प्रभावित इलाकों में उनकी बहादूरी के लिए और पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक पुलिसकर्मी को उसकी शौर्यपूर्ण कार्रवाई के लिए सम्मानित किया गया है। वीरता पुरस्कार पाने वालों में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सौ पन्द्रह, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के तीस, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के तीन, सीमा सुरक्षा बल के दो, सशस्त्र सीमा बल के तीन, छत्तीसगढ़ पुलिस के दस, ओडिशा पुलिस के नौ, महाराष्ट्र पुलिस के सात और शेष अन्य राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के पुलिसकर्मी शामिल हैं।
- नयी दिल्ली। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 53 जवानों को वीरता सहित विभिन्न पुलिस सेवा पदकों से सम्मानित करने की घोषणा की गई। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक दो जवानों को वीरता के लिए पुलिस पदक(पीएमजी), पांच जवानों को विशिष्ठ सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 46 जवानों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा।अधिसूचना के मुताबिक कांस्टेबल आनंद ओरांव और सुंदर सिंह को पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए पीएमजी पदक से सम्मानित किया जाएगा।ओरांव ने अगस्त 2019 में घायल होने के बावजूद सात बांग्लादेशी मवेशी तस्करों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जबकि सिंह ने ‘‘ अकेले पांच-छह तस्करों को चुनौती दी’’और पिछले साल जनवरी में उसी इलाके में बांग्लादेशी मादक पदार्थ तस्करों को पकड़ा।सराहनीय सेवा के लिए पदक से सम्मानित जवानों में सेकेंड इन कमान रैंक के अधिकारी वरुणेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं जो वर्ष 1997 में बतौर अधिकारी बीएसएफ से जुड़े थे। उन्होंने पाकिस्तान से लगती जम्मू, पंजाब, गुजरात के अलावा कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भी अपनी सेवाएं दी हैं और इस समय बीएसफ के मुख्यालय में खुफिया शाखा में तैनात हैं। वह संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत वर्ष 2014-15 में हैती में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सिंह के पिता भी सीआरपीएफ में सेवा की है।
- लुधियाना। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को सोमवार शाम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जहां उन्हें पिछले सप्ताह कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद भर्ती कराया गया था। बादल का इलाज कर रहे चिकित्सकों की टीम के प्रभारी डॉ. राजेश महाजन ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के संरक्षक 94 वर्षीय बादल आज शाम अच्छा महसूस कर रहे थे। इससे पहले बादल कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाये गए थे।महाजन ने कहा था कि बादल के नमूने जांच के लिए पटियाला प्रयोगशाला भेजे गए थे और जांच में वह ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाये गए। शिअद नेता पिछले हफ्ते कोविड-19 से संक्रमित पाये गए थे जिसके बाद उन्हें दयानंद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था।