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- लाहौर। पूर्वी पाकिस्तान में शनिवार को एक यात्री वैन में आग लगने से दो बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई। एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मृतकों में एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आठ लोग झुलस गये हैं। अधिकारी नबील भट्टी ने कहा कि यह घटना पंजाब प्रांत के सरगोधा जिले में वाहन में लगे तरलीकृत पेट्रोलियम गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण हुई और इसके बाद उसमें विस्फोट हो गया। उन्होंने बताया कि वैन में तुरंत आग लग गई। उन्होंने बताया कि हादसे में पांच यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य की मृत्यु अस्पताल में हुई। उन्होंने बताया कि तीन शव इतने जले हुए थे कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका। पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
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कोलंबो,। पिछले साल अभूतपूर्व आर्थिक संकट के दौरान श्रीलंका को बचाने और ‘खून-खराबा' रोकने के लिए ‘भरोसेमंद दोस्त' भारत के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने कहा है कि नयी दिल्ली ने कोलंबो को जिस तरह की मदद प्रदान की उस तरह की मदद किसी अन्य देश द्वारा नहीं की गई। पिछले साल श्रीलंका को भीषण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था। इस दौरान भारत ने ‘पड़ोसी प्रथम' की अपनी नीति के तहत विभिन्न माध्यमों से कोलंबो को लगभग चार अरब डॉलर की मदद प्रदान की थी।
इंडियन ट्रैवल कांग्रेस के प्रतिनिधियों के लिए यहां आयोजित भव्य रात्रिभोज समारोह में अपने संबोधन में अभयवर्धने ने कहा कि भारत ने वित्तीय संकट के दौरान ‘‘हमें बचा लिया'', अन्यथा ‘‘हम सभी को एक और रक्तपात का सामना करना पड़ता।'' उन्होंने नकदी संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को दी गई मदद के लिए भारत को धन्यवाद दिया और दोनों देशों तथा उनकी संस्कृतियों के बीच सभ्यतागत संबंधों तथा समानताओं को याद किया। अभयवर्धने ने कहा, ‘‘श्रीलंका और भारत सांस्कृतिक, राष्ट्रीय और नीतिगत रूप से बहुत करीब से जुड़े हुए देश हैं तथा सबसे ऊपर, भारत श्रीलंका का एक बहुत करीबी सहयोगी और भरोसेमंद दोस्त रहा है। जब भी हम मुसीबत में पड़े भारत ने हमेशा मदद की।'' उन्होंने कहा, ‘‘और, इस बार भी, आज, मैंने सुना है कि भारत हमारे ऋणों के पुनर्गठन को 12 वर्ष के लिए बढ़ाने को तैयार है। कभी ऐसी उम्मीद नहीं थी और न ही इतिहास में भी किसी देश ने इस तरह की सहायता दी है।'' -
हेग. नीदरलैंड में आव्रजन के मुद्दे पर चार दलों के गठबंधन में परस्पर मतभेद के कारण सरकार गिर गई है। देश में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे मार्क रट के शुक्रवार को इस्तीफा देने से देश में इस साल अब आम चुनाव होंगे। रट और उनके नेतृत्व वाली सरकार नई सरकार बनने तक कामकाज संभालेगी। उन्होंने हेग में पत्रकारों से कहा, ‘‘आव्रजन की नीति पर गठबंधन सहयोगियों के बीच मतभेद कोई छिपी हुई बात नहीं है। आज दुर्भाग्य से हम इसी नतीजे पर पहुंचे कि ये मतभेद परस्पर विरोधी हैं। इसलिए मैंने तुरंत महाराजा को पत्र लिखकर समूची कैबिनेट के इस्तीफे की पेशकश की।'' विपक्षी दलों के सांसदों ने भी बिना समय गंवाए नए चुनावों की मांग की। यहां तक कि उन्होंने रट के औपचारिक इस्तीफे का इंतजार भी नहीं किया। आव्रजन विरोधी ‘पार्टी फॉर फ्रीडम' के नेता गीर्ट विल्डर्स ने ट्वीट किया, ‘‘जल्द चुनाव हों।'' ‘ग्रीन लेफ्ट' पार्टी के नेता जेस्सी क्लावेर ने भी चुनाव का आह्वान किया और नीदरलैंड के प्रसारक ‘एनओएस' से कहा, ‘‘इस देश को बदलाव की जरूरत है।'' रट ने बुधवार और बृहस्पतिवार देर रात तक बैठकें कीं लेकिन आव्रजन नीति पर कोई नतीजा नहीं निकल सका। शुक्रवार शाम को अंतिम दौर की वार्ता में पार्टियों ने एक स्वर में कहा कि वे सहमत नहीं हैं और गठबंधन में नहीं रह सकती हैं।
- मेन (अमेरिका)। विश्व में तापमान का रिकॉर्ड रखे जाने की शुरूआत होने के बाद से इस हफ्ते सोमवार और मंगलवार अनाधिकारिक रूप से सर्वाधिक गर्म दिन रहे। ‘क्लाइमेट रीएनालाइजर' परियोजना में शामिल मेन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह दावा किया। लगातार दो दिन, वैश्विक औसत तापमान नये स्तर पर पहुंच गया। वैज्ञानिकों के सोमवार के अत्यधिक गर्म दिन रहने की बात करने के बाद मंगलवार को यह 0.17 डिग्री सेल्सियस और बढ़ गया, जो वैश्विक औसत एवं रिकॉर्ड के मामले में तापमान में अत्यधिक वृद्धि है। उपग्रह डेटा और कंप्यूटरीकृत गणना पर आधारित विश्वविद्यालय के जलवायु कैलकुलेटर ने बुधवार को भी इसी तरह का तापमान रहने का अनुमान जताया है। जर्मनी के ‘पोट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट रिसर्च' में जलवायु वैज्ञानिक स्टीफन रैमस्टोर्फ ने कहा, ‘‘जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल से हमारे ग्रह के इस कदम गर्म होना अप्रत्याशित नहीं है, 19वीं सदी में ही इसका पूर्वानुमान किया जा चुका था।'' मेन विश्वविद्यालय के ‘क्लाइमेट रीएनालाइजर' के अनुसार, मंगलवार को पृथ्वी का औसत तापमान बढ़कर 17.18 डिग्री सेल्सियस हो गया, जबकि तीन जुलाई को यह 17.01 डिग्री सेल्सियस था।
- लंदन। ब्रिटेन के नए महाराजा के राज्याभिषेक के जश्न के तहत स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग में आयोजित ऐतिहासिक उत्सव में बुधवार को महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला को देश का राजमुकुट प्रदान किया गया। ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर ऐबे में मई में हुए राज्याभिषेक की तरह ही स्कॉटलैंड में आयोजित समारोह में भी सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। एडिनबर्ग के संत गिल्स कैथेड्रल में ‘नेशनल सर्विस ऑफ थैंक्सगिविंग एंड डेडिकेशन' स्कॉटलैंड के साथ महाराजा के सांकेतिक संबंध का प्रतीक है। ईसाई धर्म के अनुरूप आयोजित इस समारोह में हिन्दू पुजारी, मुस्लिम इमाम, यहूदी राब्बी और बौद्ध भिक्षु ने भी हिस्सा लिया। ग्लासगो में स्थित हिन्दू मंदिर के पुजारी डॉक्टर श्रीहरी वल्लभाजोसुला ने अपनी प्रार्थना में कहा, ‘‘यूनाइटेड किंगडम और राष्ट्रमंडल देशों की जनता के कल्याण हेतु काम करने के लिए देवी श्री लक्ष्मी और भगवान श्री वेंकटश्वर महाराज और राज परिवार को विचारों, शब्दों और कर्म की शुद्धता और एकात्मकता प्रदान करें।'' स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर हमजा युसूफ (पाकिस्तानी मूल के) ने प्रार्थना सभा के दौरान बाइबल के ‘ओल्ड टेस्टामेंट' के कुछ हिस्सों को पढ़ा।
- न्यूयॉर्क। अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में एक दुकान में काम करने वाले भारतीय मूल के 36 वर्षीय व्यक्ति की हथियार बंद लूट के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस सिलसिले में दो किशोरों को हिरासत में लिया है। मीडिया में आयी खबरों से यह जानकारी मिली। ‘द अगस्टा क्रॉनिकल' अखबार में पिछले सप्ताह आयी खबर के अनुसार, जॉर्जिया के व्रेन्स शहर में किराने की दुकान ‘व्रेन्स' में काम करने वाले मंदीप सिंह को 28 जून को 15 साल के दो किशोरों ने दो गोलियां मारीं। व्रेन्स पुलिस के प्रमुख जॉन मेनार्ड के अनुसार, अगस्टा शहर के रहने वाले सिंह एक महीने से भी कम समय से दुकान में काम कर रहे थे।
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फिलाडेल्फिया (अमेरिका). अमेरिका के फिलाडेल्फिया शहर में सोमवार रात को ‘बुलेफप्रूफ जैकेट' पहने एक बंदूकधारी ने अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें पांच लोगों की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने के बाद हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आयुक्त डेनियल आउटलॉ ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह गोलीबारी किंगसेसिंग शहर की कुछ गलियों में हुई। अधिकारियों ने लगातार गोली चला रहे संदिग्ध हमलावर का पीछा किया और आत्मसमर्पण करने के बाद उसे एक गली से गिरफ्तार कर लिया। आउटलॉ ने कहा, ‘‘ ईश्वर का शुक्र है कि हमारे अधिकारी घटनास्थल पर थे और उन्होंने जल्द से जल्द प्रतिक्रिया दी। जिस साहस का उन्होंने प्रदर्शन किया उसे मैं बयां नहीं कर सकती। '' उन्होंने कहा कि पीड़ितों तथा बंदूकधारी के बीच फिलहाल किसी तरह के संबंध का पता नहीं चला है। उन्होंने बताया कि संदिग्ध ने ‘बुलेटप्रूफ जैकेट' पहन रखी थी, उसके पास कई मैगजीन, एक ‘एआर-टाइप राइफल', एक हैंडगन और एक पुलिस स्कैनर था। उन्होंने कहा कि किंगसेसिंग शहर से गोलीबारी की विभिन्न कॉल मिलने के बाद रात करीब 8.30 बजे अधिकारियों को मौके पर भेजा गया। ऑउट ला ने कहा कि पुलिस को गोलीबारी के कुछ पीड़ित मिले और उन्होंने उनकी सहायता की जबकि इस दौरान गोलियां चलने की और आवाज सुनी गई। संदिग्ध हमलावर की आयु 40 वर्ष बतायी जा रही है। ऑउटलॉ ने बताया कि एक और व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है जो संदिग्ध पर गोली चला सकता था, लेकिन पुलिस को नहीं पता है कि इन दोनों व्यक्तियों के बीच संबंध है या नहीं। आउटलॉ ने बताया कि तीन मृतक पुरुषों की उम्र 20 से 59 वर्ष के बीच है, चौथे मृतक व्यक्ति की उम्र 16 से 21 साल के बीच है पर इसकी पहचान नहीं हो सकी है। अपने घर में पाए गए पीड़ित की उम्र 31 साल थी। अस्पताल में भर्ती दो लड़कों की उम्र दो तथा 13 साल है, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। उनका हमलावर तथा पीड़ितों से कोई संबंध नहीं दिखायी दे रहा है। अधिकारियों के अनुसार, इस घटना से एक दिन पहले बाल्टीमोर में गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 28 अन्य लोग घायल हुए थे। आंकड़ों के अनुसार, फिलाडेल्फिया में गोलीबारी देश में इस साल सामूहिक गोलीबारी की 29वीं घटना है।
- लंदन। केरल मूल की अपनी नर्स पत्नी और अपने दो बच्चों की हत्या करने का अपराध कबूल करने वाले 52 वर्षीय व्यक्ति को ब्रिटेन की एक अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है जिसके तहत उसे कम से कम 40 साल जेल में बिताने होंगे। केरल मूल का साजू चेलावालेल सोमवार को पूर्वी इंग्लैंड की नॉर्थम्प्टन क्राउन अदालत में पेश हुआ। उसने पहले ही पत्नी अंजू असोक (35) और दो बच्चों जीवा साजू (छह) तथा जानवी साजू (चार) की हत्या का अपराध स्वीकार कर लिया था। न्यायमूर्ति एडवर्ड पेप्परॉल ने अंजू की मौत के समय ली गई एक ऑडियो रिकॉर्डिंग का जिक्र किया, जिसे सजा पर सुनवाई के दौरान अदालत में चलाया गया था। न्यायाधीश ने सजा सुनाते हुए कहा, ‘‘जब तुम अपनी पत्नी की जान ले रहे थे, तो पीछे से तुम्हारे बच्चों को अपनी मां के लिए रोते-चीखते हुए सुना जा सकता है। यह स्पष्ट है कि जो हो रहा था उसे उन्होंने सुना और जानते थे कि तुम उसे चोट पहुंचा रहे थे।'' अदालत को बताया गया कि 15 दिसंबर, 2022 को नॉर्थम्प्टन के केटरिंग में भारतीय परिवार के घर पर आपातकालीन सेवा के कर्मियों को यह बताने के लिए बुलाया गया था कि एक महिला और दो बच्चों को गंभीर चोट आई हैं। नॉर्थम्प्टनशायर पुलिस ने कहा कि उसके अधिकारियों ने प्रवेश पाने के लिए दरवाजा तोड़ दिया और पाया कि साजू चेलावालेल के हाथ में चाकू है। चाकू नीचे रखने के लिए बार-बार कहने के बावजूद, उसने चिल्लाते हुए चाकू चलाना जारी रखा और कहता रहा-तुम मुझे गोली मारो। लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अंजू को मौके पर ही मृत घोषित कर दिया गया था, लेकिन दोनों बच्चों को थोड़ी देर बाद मृत घोषित किया गया था।
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बाल्टीमोर (अमेरिका) .अमेरिका के बाल्टीमोर शहर में रविवार सुबह एक कार्यक्रम में एकत्र हुए लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 28 अन्य जख्मी हुए हैं। बाल्टीमोर पुलिस विभाग के कार्यवाहक आयुक्त रिचर्ड वर्ली ने मौके से एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मृतकों की संख्या की पुष्टि की। गोलीबारी की घटना ‘ग्रेटना एवेन्यू' के ब्लॉक 800 में हुई है।
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सैन फ्रांसिस्को.। सोशल मीडिया मंच ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने ज्यादातर उपयोगकर्ताओं पर एक दिन में 600 ट्वीट ही देखने की सीमा तय कर दी है जिसके बाद हजारों उपयोगकर्ताओं ने ट्वीट पढ़ने में दिक्कत होने की शनिवार को शिकायत की। मस्क ने इस कदम को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट से संभावित रूप से कीमती डेटा चोरी करने से रोकने की कवायद बताया। शनिवार सुबह से ही इस कदम का असर दिखना शुरू हो गया जिससे एक वक्त में 7,500 से अधिक लोगों ने सोशल मीडिया सेवा के इस्तेमाल को लेकर शिकायत की। इसे लेकर दुनिया के कई हिस्सों में ‘ट्विटरडाउन' हैशटैग ट्रेंड करता रहा। इससे एक दिन पहले ट्विटर ने ट्वीट पढ़ने और प्रोफाइल देखने के लिए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लॉगइन करने की अनिवार्यता लागू कर दी थी। मस्क ने शुक्रवार को ट्वीट करके नयी पाबंदियों को अस्थायी कदम बताया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे डेटा को चुराया जा रहा था जिससे सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए सेवा की गुणवत्ता में कमी आ रही थी।'' उन्होंने शनिवार को ट्वीट करके घोषणा की कि असत्यापित खाते के उपयोगकर्ता अस्थायी रूप से हर दिन 600 पोस्ट ही पढ़ पाएंगे जबकि सत्यापित खाते के उपयोगकर्ता हर दिन 6,000 पोस्ट पढ़ पाएंगे। गौरतलब है कि मस्क ने इस साल की शुरुआत में ट्विटर का राजस्व बढ़ाने के लिए सत्यापित खातों पर आठ अमेरिकी डॉलर प्रति महीने का शुल्क लगाया था और लागत में कटौती के लिए तीन चौथाई कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी।
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नैरोबी. पश्चिमी केन्या में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाजार में कई वाहनों और व्यापारियों को टक्कर मार दी, जिससे कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। यह दुर्घटना पश्चिमी केन्या के रिफ्ट वैली प्रांत के लोंदियानी शहर के पास शुक्रवार शाम में हुई, जो राजधानी नैरोबी से लगभग 200 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है। रिफ्ट वैली के पुलिस कमांडर टॉम ओडेरा ने बताया कि घटनास्थल से अधिकारियों ने अब तक 51 लोगों के शव बरामद किए हैं, लेकिन मलबे में और लोगों के फंसे होने की आशंका है। केन्या रेड क्रॉस सोसाइटी ने शनिवार को कहा कि इस दुर्घटना में 32 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेड क्रॉस ने लोगों से रक्त दान करने की अपील की है। रेड क्रॉस सोसाइटी ने कहा कि भारी बारिश के कारण राहत कार्य बाधित हुआ है और लोग अभी भी क्षतिग्रस्त वाहनों में फंसे हुए हैं। केन्या के परिवहन मंत्री किपचुंबा मुर्कोमेन ने शनिवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि सरकार भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बाजारों को राजमार्गों से दूर स्थानांतरित करेगी। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने ट्वीट करके दुर्घटना को 'दुखद' बताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जतायी। उन्होंने मोटर चालकों से 'अधिक सतर्क' रहने का आग्रह किया। स्थानीय मीडिया ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि ट्रक मुख्य राजमार्ग से हट गया और कई वाहनों को टक्कर मारने के बाद इसने पैदल यात्रियों और व्यापारियों को टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने वाहन के मलबे की तस्वीरें साझा कीं।
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एक ही परिवार के नौ लोगों की हत्या
पेशावर. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने एक घर में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी कर बुधवार को एक परिवार के नौ सदस्यों की हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि मलाकंड जिले की बटखेला तहसील में अज्ञात हमलावरों ने तीन महिलाओं और छह पुरुषों समेत एक ही परिवार के नौ सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर स्थानीय ‘लेवीज़' बल मौका-ए-वारदात पर पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए बटखेला अस्पताल भेजा। पुलिस के मुताबिक, हत्या के कारण का फिलहाल पता नहीं है और मामले की जांच की जा रही है। - बर्लिन । जर्मनी उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के पूर्वी मोर्चे को मजबूत बनाने के लिए स्थायी आधार पर लगभग चार हजार सैनिक लिथुआनिया भेजना चाहता है। जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने सोमवार को लिथुआनिया की राजधानी विलनियस की यात्रा के दौरान यह बात कही। पिस्टोरियस ने कहा, “जर्मनी लिथुआनिया में स्थायी रूप से एक मजबूत ब्रिगेड तैनात करने के लिए तैयार है।” उन्होंने कहा कि सैनिकों और उनके परिवारों के लिए बुनियादी ढांचे तथा सुविधाओं की व्यवस्था करने की जरूरत है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध पर जर्मनी की सरकार ने पिछले साल जून में कहा था कि लिथुआनिया पर हमला होने की स्थिति में एक लड़ाकू ब्रिगेड उसकी रक्षा करने के लिए तैयार है। तब से लेकर अब तक इस बात को लेकर मतभेद रहे हैं कि क्या लिथुआनिया में स्थायी रूप से सैनिकों को तैनात किया जाए या फिर अस्थायी रूप से उन्हें वहां भेजा जाए। लिथुआनिया सरकार स्थायी रूप से सैनिकों की तैनाती की मांग कर रही है जबकि जर्मन सरकार लंबे समय तक ऐसा करने से इनकार करती रही है। पिस्टोरियस ने कहा कि जर्मन सरकार ने केवल यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के चलते लिथुआनिया में ब्रिगेड तैनात करने का फैसला नहीं लिया, बल्कि इसके पीछे उसका खुद का इतिहास भी है। उन्होंने कहा कि शीतयुद्ध का अंत होने तक जर्मनी नाटो का पूर्वी मोर्चा हुआ करता था।
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काहिरा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को तय कार्यक्रम से हटकर दुनिया के सात अजूबों में शामिल गीजा के पिरामिड देखने पहुंचे, जिसका निर्माण 4000 साल से भी पहले हुआ था। मिस्र के पिरामिड, ताजमहल या पेरिस में एफिल टावर जैसे दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में शामिल हैं। तीन पिरामिड में से सबसे बड़ा काहिरा के ठीक बाहर एक चट्टान पर बना ‘ग्रेट पिरामिड' है, जिसकी ऊंचाई 146.5 मीटर है। इसका निर्माण उस समय मिस्र के फराओ खुफू ने करवाया था। नयी दिल्ली में 13वीं सदी की शुरुआत में बनी कुतुब मीनार 72.5 मीटर ऊंची है। तीनों पिरामिड का निर्माण 2600 ईसा पूर्व और 2500 ईसा पूर्व के बीच प्राचीन साम्राज्य के चौथे राजवंश के शासन के दौरान किया गया था। प्राचीन मिस्र के इतिहास को तीन मुख्य काल प्राचीन साम्राज्य (लगभग 2700 से 2200 ईसा पूर्व), मध्य साम्राज्य (2050 से 1800 ईसा पूर्व) और नया साम्राज्य (1550 से 1100 ईसा पूर्व) में विभाजित किया गया है। प्राचीन मिस्र के साम्राज्यों पर सर्वशक्तिमान फराओ या राजाओं का शासन था, जिन्हें दैवीय शख्सियतों के रूप में देखा जाता था। वे अपने शासन और विरासत को अमर बनाने के लिए, मंदिरों सहित शानदार निर्माण परियोजनाओं में शामिल रहे। खुफू के पूर्ववर्तियों ने भी छोटे पिरामिड बनवाए, लेकिन वे अपूर्ण संरचनाएं थीं, जो अब खंडहर हो चुकी हैं। खुफू का ‘ग्रेट पिरामिड' अपनी कलात्मकता, आकार और रूपरेखा के लिए उल्लेखनीय है। फराओ द्वारा पिरामिड का निर्माण अपने मकबरे के रूप में किया जाता था, जिसमें उन्हें सोने के आभूषणों और सजावट की अनगिनत संपत्ति के साथ इस विश्वास के साथ दफनाया जाता था कि उन्हें बाद के जीवन में उनकी आवश्यकता होगी। आधुनिक इमारतों के बनने से पहले ‘ग्रेट पिरामिड' 4,000 से अधिक वर्षों तक दुनिया की सबसे ऊंची संरचना थी। अन्य दो पिरामिड 136.4 मीटर ऊंचे और 65 मीटर ऊंचे हैं, जो क्रमश: फराओ खफरे और फराओ मेक्योर के हैं। लगभग तीन टन वजन वाले विशाल पत्थर के खंड से बने पिरामिड, एकमात्र प्राचीन आश्चर्य हैं, जो काफी हद तक मूल स्वरूप में बरकरार हैं। काहिरा शहर के ठीक बाहर, गीजा नेक्रोपोलिस या कब्रिस्तान में स्थित, पिरामिड मानव सभ्यता में एक गौरवशाली समय का प्रतीक हैं। गीजा के पिरामिड और आधे मानव-आधे शेर की आकृति वाले स्फिंक्स समेत मेम्फिस क्षेत्र के प्राचीन खंडहर को सामूहिक रूप से 1979 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। हर साल दुनिया भर से लाखों पर्यटक पिरामिड देखने आते हैं। अमेरिका की सफल राजकीय यात्रा के बाद, मोदी मिस्र की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा के दूसरे दिन पिरामिड को देखने पहुंचे। मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली पिरामिड की यात्रा के दौरान मोदी के साथ थे। प्रधानमंत्री ने यात्रा के बाद ट्वीट किया, ‘‘मैं पिरामिड की यात्रा पर मेरे साथ आने के लिए प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली को धन्यवाद देता हूं। हमने अपने राष्ट्रों के सांस्कृतिक इतिहास और आने वाले समय में इन संबंधों को कैसे गहरा किया जाए, इस पर गहन चर्चा की।'
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इस्लामाबाद. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो यात्री बसों की भिड़ंत में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई जबकि 42 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बेनजीराबाद के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीजीआईपी) मोहम्मद यूनुस चांडियो ने कहा कि दुर्घटना तड़के करीब चार बजे नवाबशाह के निकट मेहरान राजमार्ग पर हुई जब कराची और पेशावर जा रहीं दो यात्री बसें एक-दूसरे से भिड़ गईं। ‘डॉन न्यूज' ने उनके हवाले से कहा कि घायलों का पीपुल्स मेडिकल एवं साइंस विश्वविद्यालय में इलाज किया जा रहा है। डीजीआईपी के अनुसार वाहनों की तेज रफ्तार के कारण भिड़ंत हुई।
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काहिरा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को काहिरा के हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान का दौरा किया और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र और फलस्तीन में बहादुरी से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। मोदी ने कब्रिस्तान में शहीद भारतीय सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की और वहां रखी आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। इस कब्रिस्तान में हेलियोपोलिस (पोर्ट तौफीक) स्मारक और हेलियोपोलिस (अदन) स्मारक शामिल हैं। हेलियोपोलिस (पोर्ट तौफीक) स्मारक उन लगभग 4,000 भारतीय सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र और फलस्तीन में लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी। वहीं, हेलियोपोलिस (अदन) स्मारक राष्ट्रमंडल देशों के उन 600 से अधिक जवानों की याद में बनाया गया है, जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अदन में लड़ते हुए शहीद हो गए थे। हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान के रखरखाव का जिम्मा ‘कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन' के हाथों में है। ‘कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन' की वेबसाइट के मुताबिक, इस कब्रिस्तान में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शहीद हुए राष्ट्रमंडल देशों के 1,700 जवानों को भी दफनाया गया है। कब्रिस्तान में कई अन्य देशों के शहीद सैनिकों की कब्रें भी मौजूद हैं। स्वेज नहर के दक्षिणी छोर पर स्थित मूल पोर्ट तौफीक स्मारक का उद्घाटन 1926 में किया गया था।
‘कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन' की वेबसाइट के अनुसार, सर जॉन बर्नेट द्वारा डिजाइन किया गया मूल स्मारक 1967-1973 के इज़राइल-मिस्र संघर्ष के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था और इसे अंततः ध्वस्त कर दिया गया था। अक्टूबर 1980 में मिस्र में भारत के तत्कालीन राजदूत ने हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव कब्रिस्तान में शहीद भारतीय सैनिकों के नाम वाले ‘पैनल' से युक्त एक नये स्मारक का उद्घाटन किया था। पिछले साल अक्टूबर में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान में श्रद्धांजलि अर्पित की थी। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। यह 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मिस्र यात्रा है। -
काहिरा. मिस्र में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भरपूर प्रशंसा की और उन्हें “भारत का नायक” बताया। वह 26 वर्षों में रणनीतिक रूप से स्थित पश्चिम एशियाई देश की द्विपक्षीय यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की राजकीय यात्रा के समापन के बाद शनिवार को यहां पहुंचे मोदी का रिट्ज कार्लटन होटल में जोरदार स्वागत किया गया, जहां उन्होंने अलग-अलग समूहों में प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत की। अधिकांश सदस्यों ने अमेरिकी कांग्रेस (संसद) में मोदी के ऐतिहासिक संबोधन और उनके नेतृत्व में देश की आर्थिक प्रगति की सराहना की। मोदी बृहस्पतिवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दो बार संबोधित करने वाले पहले भारतीय नेता बन गये। अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को उन्होंने 2016 में पहली बार संबोधित किया था। भारतीय समुदाय के एक सदस्य ने मोदी से कहा, “आप भारत के नायक हैं”, इसके जवाब में मोदी ने कहा कि विदेश में रह रहे लोगों समेत प्रत्येक भारतीय ने देश की सफलता में योगदान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सारा हिंदुस्तान सबका हीरो है। देश के लोग मेहनत करते हैं, देश की तरक्की होती है।” उन्होंने कहा, “यह आपकी मेहनत का नतीजा है। आपकी तपस्या काम कर रही है।” मोदी ने बोहरा समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात की, जिनका उनके गृह राज्य गुजरात से गहरा नाता है। इससे पहले, जब प्रधानमंत्री यहां होटल पहुंचे, तो भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भारतीय तिरंगा लहराते हुए ‘मोदी, मोदी', ‘वंदे मातरम' के नारों से उनका स्वागत किया। साड़ी पहने मिस्र की एक महिला जेना ने फिल्म ‘शोले' के लोकप्रिय गीत ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे' गाकर मोदी का स्वागत किया। फिल्म ‘शोले' में यह गीत किशोर कुमार और मन्ना डे ने गाया है। इस गीत की प्रस्तुति से प्रभावित होकर, प्रधानमंत्री ने उस समय आश्चर्य व्यक्त किया, जब जेना ने कहा कि वह बहुत कम हिंदी जानती हैं और कभी भारत नहीं गईं। मोदी ने कहा, “किसी को पता नहीं चलेगा कि आप मिस्र की बेटी हो या हिंदुस्तान की बेटी।”
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “मिस्र में भारतीय प्रवासियों के गर्मजोशी भरे स्वागत से मैं बहुत प्रभावित हुआ। उनका समर्थन और स्नेह वास्तव में हमारे राष्ट्रों के शाश्वत बंधन का प्रतीक है। यह भी उल्लेखनीय है कि मिस्र के लोग भारतीय पोशाक पहनते थे। सचमुच, यह हमारे साझा सांस्कृतिक संबंधों का उत्सव है।” मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने के प्रयासों के तहत इस देश का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के यहां हवाई अड्डा पर पहुंचने पर मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया था। मिस्र पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का परंपरागत स्वागत किया गया और उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया था। -
काहिरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिस्र में ‘इंडिया यूनिट' के साथ पहली बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा की। ‘इंडिया यूनिट' मिस्र के शीर्ष मंत्रियों का एक समूह है जिसके प्रमुख मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली हैं। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के बाद मिस्र पहुंचे।
मैडबौली की अगुवाई में मिस्र मंत्रिमंडल के सात सदस्य मोदी के साथ हुई बैठक में मौजूद रहे। मोदी ने समर्पित उच्चस्तरीय इंडिया यूनिट के गठन के लिए मिस्र का आभार व्यक्त किया और साथ ही सरकार के रुख की प्रशंसा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘व्यापार एवं निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल लेनदेन मंच, दवा तथा लोगों के बीच संपर्क सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करने पर चर्चा हुई। गौरतलब है कि मिस्र अफ्रीकी महाद्वीप में भारत का सबसे अहम कारोबारी साझेदार है। - वाशिंगटन । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमरीका की साझेदारी से 21वीं सदी में विश्व समुदाय की स्थिति बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की भागीदारी केवल लाभ-आधारित नहीं है, बल्कि विश्वास, करूणा और दोनों देशों की समान भावना पर आधारित है।राजधानी वाशिंगटन डी.सी. में रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय समुदाय के साथ चर्चा में श्री मोदी ने कहा कि भारत की सफलता की सबसे बड़ी प्रेरणा स्वयं भारतवासी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बेहतर भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, घनिष्ठ विनिर्माण सहयोग और औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखला में सहयोग बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।भारत और अमरीका के बीच रक्षा सहयोग की संभावना के संबंध में श्री मोदी ने कहा कि जनरल इलेक्ट्रिक द्वारा लड़ाकू जेट इंजन के निर्माण का फैसला भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि भारत और अमरीका के बीच हुई आर्टमिस संधि से अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए कई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। श्री मोदी ने कहा कि गूगल, माइक्रोन, अल्पाईड मैटेरियल्स जैसी कई अमरीकी कंपनियों ने भारत में बड़े निवेश की घोषणा की है जिससे भारत में रोजगार के कई अवसर सृजित होंगे।प्रधानमंत्री ने कहा कि बेंगलुरु और अहमदाबाद में अमरीका अपने वाणिज्य दूतावास खोलेगा। यह निर्णय भी लिया गया है कि एच1 बी वीजा का नवीकरण अमरीका में ही करने का निर्णय लिया गया है। श्री मोदी ने कहा कि अब एच1 बी वीजा के नवीकरण के लिए भारतीयों को अमरीका से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी जिससे सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े पेशेवरों को काफी सहायता मिलेगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर तेज है और इससे लोगों के जीवन में बदलाव आ रहा हैं। उन्होंने कहा कि सशक्त और विकसित भारत विश्व समुदाय के लिए भी अच्छा है। श्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में अभूतपूर्व डिजिटल क्रांति हुई है। उन्होंने कहा कि एक सौ 40 करोड़ लोगों के आत्मविश्वास से देश की आर्थिक प्रगति हुई है और नये भारत को अपनी दिशा पता है। श्री मोदी ने कहा कि नया भारत अब अपनी क्षमता को कार्यरूप दे रहा है।भारत-अमरीका संबंधों को बेहतर बनाने में भारतीय समुदाय की भूमिका की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में बने उत्पादों को अमरीका में देखना और भारतीय प्रतिभाओं को वैश्विक कंपनियों का नेृतत्व करते देखना, भारत के लिए गर्व की बात है।
- वाशिंगटन । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका मिलकर विश्व को बेहतर भविष्य प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत-अमरीकी साझेदारी लोकतंत्र के भविष्य के लिए शुभ है। उन्होंने कहा कि अमरीका सबसे पुराना और भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इसकी संस्कृति ही विचार और अभिव्यक्ति आगे बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारी रगों में है और हम अमेरिका के साथ खास रिश्ता साझा करते हैं। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलती है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज आधुनिक भारत में महिलाएं हमें बेहतर भविष्य की ओर ले जा रही हैं। भारत का दृष्टिकोण सिर्फ महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाला विकास नहीं है। यह महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का है जहां महिलाएं प्रगति की यात्रा का नेतृत्व करती हैं। एक साधारण आदिवासी पृष्ठभूमि से निकलकर एक महिला हमारी राष्ट्रप्रमुख बनी हैं। लोकतंत्र, समावेश और स्थिरता की भावना हमें परिभाषित करती है। भारत अपने ग्रह के लिए जिम्मेदार होते हुए भी विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पृथ्वी हमारी माता है और हम उसकी संतान हैं। भारतीय संस्कृति पर्यावरण और हमारे ग्रह का गहरा सम्मान करती है।श्री मोदी ने कहा कि दुनिया में परिवर्तन के साथ हमारी संस्थाओं को भी बदलना होगा। श्री मोदी ने कहा कि दो शताब्दियों में महान अमरीकी और भारतीय शख्सियतों के जीवन ने दोनों देशों को प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर और महात्मा गांधी जैसे महान व्यक्तियों के जीवन से भारत और अमरीका दोनों ही प्रेरित हुए हैं जिससे दोनों देशों के बीच संबंध गहरे बने हैं।इससे पहले, उन्होंने व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों के बीच भारत-अमेरिका साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर भी चर्चा की गई ।संबोधन के बाद प्रधानमंत्री राजकीय भोज के लिए व्हाइट हाउस पहुंचें। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पत्नी जिल बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में राजकीय रात्रि भोज का आयोजन किया। इस आयोजन के लिए दोनों को धन्यवाद देते हुए श्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के लोगों की उपस्थिति ने इस शाम को और विशेष बना दिया है।अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बहुत अच्छा समय बिताया और आज का यह आयोजन भारत और अमरीका के बीच मैत्री के अटूट बंधन का जश्न मनाने का अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी 23 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे।
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लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत की किफायती विमानन कंपनी इंडिगो की ओर से एयरबस को दिए गए 500 विमानों के अरबों डॉलर के ऑर्डर का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे ब्रिटेन में हजारों नौकरियों के साथ आर्थिक वृद्धि को समर्थन मिलेगा। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो और ब्रिटेन की सबसे बड़ी विमानन विनिर्माता कंपनियों में से एक एयरबस ने 500 ए320 विमानों की खरीद संबंधी समझौते की घोषणा की है। यह दुनिया में नागर विमानन के क्षेत्र में विमान खरीद के सबसे बड़े सौदों में से एक है। इसके बाद इंडिगो की ओर से एयरबस को ऑर्डर किए गए कुल विमानों की संख्या बढ़कर 1,330 हो गई है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, “यह समझौता हमारे विमानन क्षेत्र के लिए एक बड़ी जीत है। इंडिगो के साथ एयरबस का समझौता ब्रिटेन के लिए अरबों डॉलर मूल्य का है और इससे देश भर में हजारों नौकरियों को समर्थन मिलेगा जो अर्थव्यवस्था को भी बढ़ाने में मदद करेगा।” यह विमान खरीद समझौता इसी सप्ताह पेरिश एयर शो में दोनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ था। -
काठमांडू. नेपाल में कारोबारियों ने भारत से प्याज का आयात दो सप्ताह के बाद फिर से शुरू कर दिया है। नेपाल सरकार की ओर से पिछले महीने आयातित सब्जियों एवं फलों पर 13 प्रतिशत वैट लगाने के फैसले के बाद व्यापारियों ने भारत से प्याज खरीदना बंद कर दिया था। सब्जी विक्रेता सोमवार से ही काठमांडू की मुख्य सब्जी मंडी कालीमाटी फल एवं सब्जी मंडी में प्याज लाने लगे। इसके बाद मंगलवार व बुधवार को प्याज की सबसे बड़ी खेप मंडी में पहुंची। मंडी विकास समिति के उप कार्यकारी निदेशक अर्जुन प्रसाद आर्यल ने कहा, “कालीमाटी सब्जी मंडी में भारत से प्याज आने लगा है। मंगलवार और बुधवार को काठमांडू में थोक की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में कुल 145 टन प्याज पहुंचा है।” उन्होंने कहा कि मंडी में सब्जी की सुचारू आपूर्ति है क्योंकि व्यापारियों ने मूल्य-वर्द्धित कर (वैट) चुकाकर प्याज लाना शुरू कर दिया है। नेपाल की संसद में गत 29 मई को पेश वित्त विधेयक के अनुसार, आयातित प्याज, आलू और अन्य सब्जियों और फलों पर 13 प्रतिशत की दर से वैट लगेगा। थोक बाजार में 48 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकने वाला प्याज खुदरा बाजारों में 70 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बिक रहा है। कालीमाटी बाजार में एक सब्जी विक्रेता भरत उप्रेती ने कहा, “हम तीन-चार दिनों से भारत से प्याज लाने लगे हैं। आयातित सब्जियों पर 13 प्रतिशत वैट चुकाने से पहले हमें नौ प्रतिशत सब्जी आयात शुल्क और पांच प्रतिशत अग्रिम कर भी चुकाना होता है।” उन्होंने कहा, “वैट हटाने की हमारी मांग अब भी कायम है, लेकिन हमने ग्राहकों के हित में प्याज आयात करना शुरू कर दिया है।” -
न्यूयॉर्क (अमेरिका). दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला इंक भारत में उल्लेखनीय निवेश की तैयारी कर रही है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने यह बात कही है। मस्क का मानना है कि दुनिया के किसी अन्य बड़े देश की तुलना में भारत में अधिक संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बाद मस्क ने कहा कि उनकी अगले साल भारत जाने की योजना है। यह पूछे जाने पर कि क्या टेस्ला (वाहन कंपनी) भारतीय बाजार में प्रवेश करेगी, मस्क ने कहा कि वह अगले साल देश की यात्रा की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि टेस्ला भारत में होगी।'' भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है। चीन और अमेरिका में बढ़ते तनाव के बीच भारत खुद को अमेरिकी कंपनियों के लिए वैकल्पिक निवेश गंतव्य के रूप में पेश कर रहा है। मस्क टेस्ला के अगले कारखाने के लिए स्थान की तलाश कर रहे हैं। वह फ्रांस, दक्षिण कोरिया और इंडोनेशिया में संभावित गंतव्य की तलाश में हैं। उन्होंने कहा कि भारत में सौर सहित हरित ऊर्जा के लिए मजबूत संभावनाएं हैं। मस्क ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री का उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और उम्मीद है कि हम निकट भविष्य में साथ काम करने में सक्षम होंगे।'' एक अलग वीडियो बयान में मस्क ने मोदी की सराहना करते हुए कहा, ‘‘वह वास्तव में भारत की परवाह करते हैं क्योंकि वह भारत में उल्लेखनीय निवेश करने के लिए हमसे बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं मोदी का प्रशंसक हूं।
मस्क ने प्रधानमंत्री के साथ अपनी बातचीत को बेहतरीन बताते हुए कहा कि भारत सौर ऊर्जा निवेश के मामले में बेहतरीन काम कर रहा है। मस्क के साथ मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘आज आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा एलन मस्क। हमने ऊर्जा से लेकर आध्यात्मिकता तक के कई मुद्दों पर व्यापक बातचीत की।'' इसपर मस्क ने जवाब दिया, ‘‘आपसे एक बार फिर मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है। -
नई दिल्ली। भारत आने वाले दशकों में अमरीका के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार होगा। अमरीका ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीका यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे और निकटतम साझेदारी को मजबूत बनाएगी।श्री मोदी, राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमरीका की पहली महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर 21 से 24 जून तक अमरीका दौरे पर हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमरीका की पहली महिला जिल बाइडेन ने श्री मोदी के लिए 22 जून को रात्रि भोज का आयोजन किया है। 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरीकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।
श्री मोदी ने अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और अमरीका की पहली महिला जिल बाइडेन के विशेष निमंत्रण पर अमरीका का यह दौरा दोनों लोकतंत्रों की साझेदारी की शक्ति और उत्साह को दिखाता है।राष्ट्रीय कूटनीतिक संपर्कों की सुरक्षा परिषद के समन्वयक- एनएससीसीएससी जॉन किर्बी ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आने वाले दशकों में भारत अमरीका के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार होगा। उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्वाड सहित एक अधिक सक्रिय अंतर्राष्ट्रीय भूमिका निभाने की भारत की प्रतिबद्धता दिखती है। यह प्रतिबद्धता एक स्वतंत्र, उनमुक्त और नियम आधारित वैश्विक व्यवस्था के लिए साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने और उसकी रक्षा करने के लिए अमरीका के साथ जुड़ने की बढ़ती इच्छा दर्शाती है।श्री किर्बी ने कहा कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी के लिए लचीली आपूर्ति श्रृंखला वर्धन, सेमीकंडक्टर्स, जलवायु परिवर्तन, हमारे कार्यबलों के भविष्य और वैश्विक स्वास्थ्य, ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा के भविष्य को लेकर सोचते हैं। ऐसे में भारत से ज्यादा उपयुक्त साझेदार कोई नहीं दिखता है।श्री किर्बी ने कहा कि दोनों नेता शैक्षणिक आदान-प्रदान और लोगों से लोगों के संपर्कों को बढ़ाने तथा जलवायु परिवर्तन से लेकर कार्यबल का विकास तथा स्वास्थ्य सुरक्षा की साझा चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़़े लोकतंत्र हिंद-प्रशांत में महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। श्री किर्बी ने कहा कि हम एक स्वतंत्र और उन्मुक्त हिन्द-प्रशांत कायम रखने के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने की आशा करते है। उन्होंने कहा कि हम नवाचार को बढ़ावा देने के साथ कोविड महामारी जैसी वैश्विक चुनौतियों से मिलकर निपटेंगे। - वाशिंगटन। अमेरिका में नियुक्त भारत के राजदूत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की अगले हफ्ते होने वाली बैठक में पांच व्यापक महत्व के क्षेत्रों--स्वास्थ्य देखभाल, प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा--पर चर्चा होने की उम्मीद है, जो संयुक्त बयान में प्रदर्शित होगा। भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा से एक दिन पहले आई है। मोदी 20 जून को न्यूयॉर्क पहुंचेंगे और 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोहों का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री वाशिंगटन डीसी जाएंगे, जहां उनकी अगवानी राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला (उनकी पत्नी) जिल बाइडन करेंगी। वहां मोदी अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे और ऐतिहासिक रात्रिभोज में शामिल होंगे। संधू ने कहा, ‘‘इस साल की शुरूआत में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों--अजीत डोभाल और जेक सुविलन--ने महत्वपूर्ण व उभरती प्रौद्योगिकियों पर एक पहल की शुरूआत की। सुविलन, डोभाल के साथ वार्ता के लिए भारत आये थे। भारतीय राजदूत ने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी का न केवल एक वाणिज्यिक पहलू है बल्कि यह एक बहुत मजबूत रणनीतिक पक्ष भी है। प्रौद्योगिकी साझा करने के लिए विश्वास महत्वपूर्ण आधार है।''प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान चर्चा किये जाने वाले पांच बड़े मुद्दों में स्वास्थ्य देखभाल, प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और रक्षा शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वहनीय स्वास्थ्य देखभाल सुविधा, वहनीय दवाइयां, वहनीय टीके, और प्रशिक्षण, शोध आदि इसका हिस्सा होंगे। दूसरे स्थान पर प्रौद्योगिकी है जो आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी), डिजिटल स्टार्टअप नवाचार है।ये सभी एक समूह में हैं।'' संधू ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘इसके बाद नवीकरणीय समूह है, जिसमें सौर और हाइड्रोजन (ऊर्जा) शामिल है।'' उन्होंने शिक्षा के विषय पर कहा, ‘‘भारत में, हमारी एक नयी शिक्षा नीति है। बेशक, यहां मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि अभी दो लाख भारतीय छात्र (अमेरिका में) हैं...यह एक महत्वपूर्ण संबंध है। लेकिन नयी शिक्षा नीति के तहत संयुक्त डिग्री और शोध कार्य के लिए दोनों देशों के शिक्षण संस्थानों के बीच संबंध स्थापित करने की दिशा में बढ़ा जा रहा।'' संधू ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अमेरिका के कई कुलपतियों और शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों से बात की है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में अमेरिका एक प्रौद्योगिकी महाशक्ति है और भारत उभरती प्रौद्योगिकी वाला देश है। इसलिए, यह समन्वय संपर्क स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि संबंध अब नयी ऊंचाइयों को छूने जा रहे हैं और यात्रा के कई पहलू हैं, जो उस ओर इंगित करते हैं। संधू ने कहा, ‘‘...यह (यात्रा) दोनों नेताओं को एकसाथ समय बिताने और परस्पर हित के कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘आप कई क्षेत्रों में यह देखेंगे कि काफी सहयोग हो रहा है, साथ मिल कर काम किया जा रहा, और इसका ना सिर्फ अमेरिका और भारत पर, बल्कि कई तीसरे देशों पर भी प्रभाव पड़ेगा।'' उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि दोनों नेताओं के बीच एक मजबूत संबंध है और इस दौरान वे कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। संधू ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में अमेरिका और भारत साझेदारी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए कोरबेवैक्स नाम का एक टीका है, जिसे बेयलर कॉलेज ने विकसित किया है लेकिन इसका भारी मात्रा में उत्पादन भारतीय जैवप्रौद्योगिकी एवं बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी बीआईओई कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कई बार अमेरिका का दौरा किया है और उनकी हर यात्रा एक अलग तरह की यात्रा रही है। प्रत्येक यात्रा में हमेशा कुछ न कुछ नया पहलू रहा है। लेकिन यह एक (आधिकारिक) राजकीय यात्रा है और इसके अपने विशेष मायने हैं।'

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