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- लंदन। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कुछ दिन आराम करने का चिकित्सीय परामर्श अंतत: स्वीकार कर लिया है और उत्तरी आयरलैंड का अपना दौरा रद्द कर दिया है। ब्रिटेन के राजमहल ‘बकिंघम पैलेस' ने बुधवार को यह जानकारी दी। राजमहल के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘महारानी ने कुछ दिन आराम करने का चिकित्सीय परामर्श अनिच्छापूर्वक मान लिया है।'' उन्होंने कहा कि 95 वर्षीय एलिजाबेथ ‘‘अच्छी स्थिति में हैं तथा इस बात को लेकर निराश हैं कि वह अब उत्तरी आयरलैंड का दौरा नहीं कर पाएंगी जहां उन्हें बुधवार और गुरुवार को कई कार्यक्रमों में शामिल होना था।'' प्रवक्ता ने कहा कि महारानी ने उत्तरी आयरलैंड के लोगों के लिए शुभकामनाएं भेजी हैं और वह भविष्य में वहां का दौरा करने को लेकर आशान्वित हैं। एलिजाबेथ को कुछ दिन पहले एक सार्वजनिक कार्यक्रम में छड़ी के सहारे चलते देखा गया था जिसके बाद उनका यह निर्णय आया है। वह उत्तरी आयरलैंड के दौरे की वजह से कुछ दिन के लिए आराम करने का चिकित्सा परामर्श मानने की इच्छुक नहीं थीं, लेकिन अब उन्होंने इसे मान लिया है।
- कोलंबो। श्रीलंका की नौसेना ने बुधवार को बताया कि उन्हें नौका हादसे के बाद से लापता भारतीय मछुआरे का शव मिला है। दो अन्य व्यक्तियों के साथ गए भारतीय मछुआरे की नौका को उत्तरी तट पर श्रीलंकाई नौसेना के जहाज ने टक्कर मार दी थी और घटना के बाद से वह लापता था। घटना सोमवार देर रात नेदुनथीवू के पास हुई। श्रीलंकाई नौसैना का जहाज भारतीय मछुआरों की नाव से जा टकराया, जिससे उसमें सवार तीन लोग समुद्र में जा गिरे। उनमें से दो को श्रीलंका के कर्मियों ने तुरंत बचा लिया और तीसरे मछुआरे की तलाश शुरू की गई। यह मछुआरा तमिलनाडु के पुथुकोट्टई जिले के कोट्टईपट्टिनम का रहने वाला था। श्रीलंकाई नौसेना ने बुधवार को बताया कि लापता भारतीय मछुआरे का शव मिल गया है। तत्काल आगे की कोई विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है। दोनों देशों के मछुआरे अनजाने में एक दूसरे के जल क्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में अक्सर गिरफ्तार किए जाते हैं। श्रीलंकाई मत्स्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि वे भारतीय पक्ष के साथ नए सिरे से बातचीत करने की योजना बना रहे हैं जिससे उन्हें उम्मीद है कि इसका स्थायी समाधान निकल पाएगा। मंत्रालय के सचिव इंदु रत्नायके ने बताया कि मछली पकड़ने वाली आठ भारतीय नौकाएं हैं जिन्हें अवैध शिकार के आरोप में श्रीलंका ने कब्जे में रखा है। जनवरी में इसी तरह की एक घटना में चार भारतीय मछुआरे मारे गए थे।
- काठमांडू। नेपाल के कई हिस्सों में पिछले सप्ताह से लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के कारण कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई जबकि 43 अन्य लापता हैं। मीडिया की खबरों में बुधवार को यह जानकारी दी गयी। नेपाल के आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 22 लोग घायल भी हुए हैं। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख हमकाला पांडे ने यहां संवाददाताओं को बताया ‘‘अब तक बारिश और इससे जुड़ी घटनाओं के कारण 31 लोगों की मौत हुई है। इलम में सात, पंचथर में छह, डोटी में सात, धनकुटा में छह, सुनसारी में तीन और कालीकोट और दडेलधुरा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।'' उन्होंने कहा कि भूस्खलन की वजह से हुमला में छह, बजहांग में 23 और कैलाली में चार लोगों सहित देश के विभिन्न जिलों के कुल 43 लोग लापता हो गए हैं। इस दौरान विभिन्न जिलों से कुल 700 लोगों को बचाया गया है। दैनिक समाचार पत्र ‘‘द हिमालयन टाइम्स'' की एक खबर के मुताबिक, लगातार हो रही बारिश के कारण कुछ पुल ढह गए और राजमार्ग बाधित हो गए। कुछ शहरों और हवाईअड्डों में पानी भर गया है। इसके अलावा कुछ जिलों में रिहायशी बस्तियों में बाढ़ का पानी भर गया है। अधिकारियों के मुताबिक, बारिश संबंधी घटनाओं से नेपाल के 19 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
- संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन का तकनीकी सलाहकार समूह भारत में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल किए जा रहे कोवैक्सीन टीके को आपत इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध करने पर विचार करने के मकसद से 26 अक्टूबर को बैठक करेगा। वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने यह जानकारी दी।कोवैक्सीन का निर्माण करने वाली कंपनी ‘भारत बायोटेक’ ने इस टीके के लिए 19 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन को ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) सौंपा था।स्वामीनाथन ने रविवार को ट्वीट किया कि कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध करने पर विचार करने के मकसद से तकनीकी सलाहकार समूह 26 अक्टूबर को बैठक करेगा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘डब्ल्यूएचओ दस्तावेजों को पूरा करने के लिए भारत बायोटेक के साथ निकटता से मिलकर काम कर रहा है। हमारा लक्ष्य आपात इस्तेमाल के लिए स्वीकृत टीकों का एक व्यापक पोर्टफोलिया रखना और सब जगहों की आबादी तक इसकी पहुंच का विस्तार करना है।’’हाल में भारत बायोटेक ने कहा था कि उसने आपात इस्तेमाल के उद्देश्य से सूचीबद्ध करने के लिए डब्ल्यूएचओ को कोवैक्सीन से जुड़े सभी आंकड़ें दे दिए और वह वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी संस्थान से जवाब का इंतजार कर रही है। दुनियाभर में टीकों के सबसे बड़े उत्पादक भारत ने अपने देश की आबादी को टीके लगाने के लिए इनका निर्यात निलंबित कर दिया था। पिछले महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एलान किया कि भारत विदेशों में टीके की आपूर्ति बहाल करेगा।
- कोलंबो। विदेशी मुद्रा संकट का सामना कर रहे श्रीलंका ने अपने कच्चे तेल की खरीद का भुगतान करने के लिए भारत से 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा मांगी है। श्रीलंका की तरफ से यह कदम ऊर्जा मंत्री उदय गम्मनपिला के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने चेतावनी देते कहा था कि देश में ईंधन की मौजूदा उपलब्धता की गारंटी अगले साल जनवरी तक ही दी जा सकती है।श्रीलंका की सरकारी तेल कंपनी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) पर पहले से देश के दो प्रमुख सरकारी बैंकों-बैंक ऑफ़ सीलोन और पीपल्स बैंक का लगभग 3.3 अरब डॉलर का बकाया है। सीपीसी पश्चिमी एशिया से कच्चे तेल और सिंगापुर समेत अन्य क्षेत्रों से परिष्कृत उत्पादों का आयात करती है।स्थानीय समाचार वेबसाइट न्यूज़फर्स्ट.एलके ने सीपीसी के चेयरमैन सुमित विजेसिंघे के हवाले से कहा, ‘‘हम भारत-श्रीलंका आर्थिक साझेदारी व्यवस्था के तहत 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा प्राप्त करने के लिए वर्तमान में यहां भारतीय उच्चायोग के साथ बातचीत कर रहे है।’’उन्होंने कहा कि इस ऋण सुविधा का उपयोग पेट्रोल और डीजल आवश्यकताओं की खरीद के लिए किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने श्रीलंका को इस साल तेल आयात पर अधिक खर्च करने के लिए मजबूर किया है। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष के पहले सात महीनों में देश का तेल बिल 41.5 प्रतिशत बढ़कर दो अरब डॉलर हो गया है।
- न्यूयॉर्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को न्यूयॉर्क में विश्व की कई प्रमुख कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात की, और इस दौरान भारत में हाल ही में शुरू हुए 100 लाख करोड़ रुपये के गति शक्ति मास्टर प्लान, डिजिटलीकरण और 'मेक इन इंडिया' जैसी पहल पर चर्चा हुई। सीतारमण वाशिंगटन डीसी की अपनी यात्रा के बाद शुक्रवार की देर रात यहां पहुंचीं। वाशिंगटन डीसी में उन्होंने विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की वार्षिक बैठकों में भाग लिया। उन्होंने शनिवार को यहां मास्टरकार्ड के कार्यकारी अध्यक्ष अजय बंगा और मास्टरकार्ड के सीईओ माइकल मिबैक से मुलाकात की। वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वित्तीय समावेशन और डिजिटल परिवर्तन की दिशा में की गईं पहल और प्रगति चर्चा का हिस्सा रहीं।'' फेडेक्स कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) राज सुब्रमण्यम के साथ उनकी बैठक में हाल ही में शुरू की गई परियोजना, राष्ट्रीय अवसंरचना मास्टर प्लान 'गति शक्ति' और भारत के तीसरे सबसे बड़े स्टार्ट-अप इकोसिस्टम और तेज गति से विकास कर रही स्टार्ट-अप कंपनियों पर चर्चा हुई। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘सिटीग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जेन फ्रेजर के साथ सीतारमण की बैठक में, ‘मेक इन इंडिया' के प्रति बैंकिंग कंपनी की प्रतिबद्धता और डिजिटल परिवर्तन की दिशा में डिजिटलीकरण पर चर्चा की गई।'' बाद में सीतारमण ने आईबीएम के चेयरमैन और सीईओ अरविंद कृष्ण से भी मुलाकात की।उल्लेखनीय है कि 13 अक्टूबर को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए 100 लाख करोड़ रुपये का राष्ट्रीय मास्टर प्लान लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य लॉजिस्टिक लागत को कम करने और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करना है।
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बेरूत। सीरिया की सरकार ने तुर्की की सीमा के पास एक शहर में शनिवार को विद्रोहियों पर गोले बरसाए जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनभर से ज्यादा घायल हो गए। सीरिया के विपक्षी कार्यकर्ताओं ने यह जानकारी दी। सरमादा शहर पर गोलाबारी ऐसे समय में हो रही है जब सीरिया के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में तनाव बढ़ रहा है। इस इलाके में पिछले साल मार्च में संघर्ष विराम की घोषणा की गई थी जिसका हाल के हफ्तों में उल्लंघन किया गया है। ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार संस्था ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी' ने कहा कि मृतकों में से तीन स्थानीय पुलिसकर्मी थे जिनके स्टेशन पर सीधा हमला हुआ। संस्था ने कहा कि हमले में 17 लोग भी घायल हो गए।
- बीजिंग ।चीन की एक महिला समेत तीन अंतरिक्ष यात्री छह महीने के रिकार्ड मिशन पर शेनझोउ-13 से शनिवार को अंतरिक्ष केंद्र के कोर मॉड्यूल तियान्हे पहुंच गए। चीनी अंतरिक्ष यात्री झाई झिगांग, वांग यापिंग और ये ग्वांग्फू अंतरिक्ष केंद्र के निर्माणाधीन कोर मॉड्यूल तियान्हे पहुंच गए। वे तियान्हे का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए छह महीने तक वहां रहेंगे। यह चीन के इतिहास में अंतरिक्ष का सबसे लंबा मानव अभियान है। वांग अंतरिक्ष केंद्र जाने वाली चीन की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री हैं। ‘चाइना मैन्ड स्पेस एजेंसी' (सीएमएसए) ने बताया कि लॉन्ग मार्च-2एफ रॉकेट से शुक्रवार देर रात 12 बजकर 23 मिनट पर अंतरिक्ष यान को भेजा गया और करीब साढ़े छह घंटे बाद शनिवार सुबह छह बजकर 56 मिनट पर यान तियांगोंग अंतरिक्ष केंद्र के कोर मॉड्यूल पहुंचा। क्रू के कमांडर झाई ने कहा कि इस मिशन की अवधि अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इस मिशन की अवधि पहले के मिशन से दोगुनी है। झाई ने अंतरिक्ष केंद्र के लिए रवाना होने से पहले कहा, ‘‘बिना गुरुत्वाकर्षण के अंतरिक्ष में छह महीने तक रहना अंतरिक्ष यात्री के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य तथा उपकरण की विश्वसनीयता की अभूतपूर्व परीक्षा है।'' हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट अखबार की खबर के मुताबिक, अंतरिक्ष एजेंसी तियांगोंग में कोई आपात स्थिति होने पर कम अवधि में प्रक्षेपण के लिए एक और अंतरिक्ष यान तैयार रखेगी। अंतरिक्ष यात्री छह महीने की अवधि के दौरान सैकड़ों अंतरिक्ष औषधि और भौतिक प्रयोग करने के अलावा दो से तीन स्पेसवॉक भी करेंगे और भविष्य के निर्माण अभियान में मदद के लिए एक रोबोटिक उपकरण स्थापित करेंगे। चीन के निर्माणाधीन अंतरिक्ष केंद्र के लिए यह दूसरा मानवयान भेजा गया है। इससे पहले तीन अंतरिक्ष यात्री नी हईशेंग, लियु बोमिंग और तांग होंग्बो तीन महीने तक अंतरिक्ष केंद्र में रहने के बाद 17 सितंबर को पृथ्वी पर लौटे थे। देश के हाल के मंगल और पूर्व के चंद्र मिशनों के बाद इस अंतरिक्ष परियोजना को चीन के लिए सबसे प्रतिष्ठित और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। कम ऊंचाई वाली कक्षा में स्थित यह अंतरिक्ष केंद्र आसमान में देश की आंख होगा और दुनिया पर चौबीसों घंटे नजर रखने में उसकी मदद करेगा। इस अंतरिक्ष केंद्र के अगले साल तक तैयार होने की उम्मीद है। जब यह तैयार हो जाएगा तो चीन इकलौता देश होगा, जिसका अपना अंतरिक्ष केंद्र होगा जबकि पुराना हो रहा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) कई देशों की संयुक्त परियोजना है। इसके आईएसएस का प्रतिस्पर्धी बनने की उम्मीद है और आईएसएस के काम न करने के बाद कक्षा में संभवत: यह इकलौता अंतरिक्ष केंद्र होगा। तियान्हे का प्रक्षेपण 29 अप्रैल को किया गया था और इसके लिए एक मालवाहक अंतरिक्ष यान 29 मई को भेजा गया था। जब यह अंतरिक्ष केंद्र तैयार हो जाएगा तो इसके चीन के करीबी सहयोगियों जैसे पाकिस्तान और अन्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग साझेदारों के लिए खुलने की संभावना है। सीएमएसए के सहायक जी किमिंग ने पिछले महीने कहा था कि रूस के साथ करीबी सहयोग के अलावा फ्रांस, इटली, पाकिस्तान समेत अन्य देशों के साथ भी चीन के द्विपक्षीय सहयोग हैं। सरकारी मीडिया ने यहां बताया कि चंद्रमा पर एक अंतरिक्ष केंद्र बनाने की भी चीन और रूस की योजना है। इस अंतरिक्ष केंद्र का उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर अनुसंधान की सुविधाएं विकसित करना है। पहले शेनझोउ-12 मिशन के तीन अंतरिक्ष यात्रियों से बात करने वाले चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इस परियोजना को देश के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम में ‘‘मील का पत्थर'' बताया था। उन्होंने कहा था, ‘‘इस अंतरिक्ष केंद्र का निर्माण चीन के अंतरिक्ष उद्योग में मील का पत्थर है, जो मानव जाति द्वारा अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग में अग्रणी योगदान देगा।
- वाशिंगटन। कोविड-19 के टीके के विनिर्माण को प्रोत्साहन देने के क्वाड के प्रयासों के तहत अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय विकास वित्त निगम (डीएफसी) के प्रमुख डेविड मार्किक इस महीने भारत यात्रा पर जाएंगे। डीएफसी एक सरकारी विकास वित्त संस्थान है, जो निम्न और मध्यम आय वर्ग वाले देशों में विकास परियोजनाओं में निवेश करता है। डीएफसी के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) मार्किक 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत यात्रा पर जाएंगे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हैदराबाद में यह प्रतिनिधिमंडल भारतीय टीका विनिर्माता बायोलॉजिकल-ई के कार्यालय जाएगा और टीका विनिर्माण की नयी सुविधा खोलने के लिए आयोजित समारोह में भाग लेगा। डीएफसी ने बयान में कहा, ‘‘राष्ट्रपति जो बाइडन तथा ‘क्वाड' में उनके समकक्षों....ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान ने जो ऐतिहासिक प्रतिबद्धता जताई है, यह यात्रा उसी परिप्रेक्ष्य में हो रही है।‘‘ बाइडन ने 24 सितंबर को व्हाइट हाउस में क्वाड नेताओं की शिखर बैठक की मेजबानी की थी। बाइडन के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया से उनके समकक्ष स्कॉट मॉरीसन और जापान से योशिहिदे सुगा इस शिखर बैठक में शामिल हुए थे। इस बैठक के समापन पर क्वाड नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा था कि कोवैक्स के जरिये खुराकों के वित्तपोषण के अतिरिक्त चार राष्ट्रों का ब्लॉक वैश्विक स्तर पर सुरक्षित और प्रभावी कोविड-19 वैक्सीन की 1.2 अरब खुराक उपलब्ध कराएगा। अभी तक इस पहल के तहत 7.9 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की जा चुकी है।
- जकार्ता। इंडोनेशिया के पश्चिम जावा प्रांत में नदी की सफाई अभियान पर गए एक स्कूल के 11 छात्र डूब गए और 10 अन्य को बचा लिया गया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि एक इस्लामिक जूनियर हाई स्कूल के 150 छात्र शुक्रवार को सिलियूर नदी के तट पर सफाई अभियान में हिस्सा ले रहे थे, तभी इनमें 21 छात्र फिसलकर नदी में गिर गए। बांडुंग तलाश एवं बचाव कार्यालय के प्रमुख डेडेन रिडवानस्याह ने बताया, ‘‘मौसम ठीक था और अचानक बाढ़ की कोई आशंका नहीं थी। जो बच्चे डूबे, उन्होंने एक दूसरे का हाथ पकड़ा था। उनमें से एक बच्चे का पैर फिसल गया जिससे अन्य भी नदी में फिसल गए।'' पास के निवासियों एवं बचाव दल ने 10 छात्रों को बचा लिया जिन्हें निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव दल ने छात्रों को बचाने के लिए बड़ी नौकाओं का इस्तेमाल किया और शुक्रवार रात को अभियान खत्म होने तक नदी में डूबे सभी छात्रों का पता लगा लिया गया।
- नई दिल्ली। अमरीका, पूर्ण टीकाकरण करा चुके विदेशी नागरिकों के लिए आठ नवम्बर से यात्रा प्रतिबंध हटा लेगा। अमरीकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने शुक्रवार की रात यह घोषणा की।आठ नवम्बर से भारत, ब्रिटेन, आयरलैंड, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के साथ-साथ यूरोप के 26 शेनेगन देशों से हवाई मार्ग से आने वाले और कोविड वैक्सीन की पूरी डोज ले चुके यात्रियों को प्रवेश की अनुमति दी जायेगी। अमरीका के स्वास्थ्य प्राधिकरणों ने कहा है कि खाद्य और औषध प्रशासन तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन से अनुमोदित सभी वैक्सीन हवाई मार्ग से प्रवेश के लिए स्वीकृत मानी जाएंगी। कनाडा या मैक्सिको भूमि सीमा से अमरीका आने वाले जिन यात्रियों ने कोविड रोधी टीके नहीं लगाएं हैं उनका प्रवेश अभी प्रतिबंधित रहेगा। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सीमा मार्ग से गैर-जरूरी यात्रियों के प्रवेश पर मार्च 2020 से प्रतिबंध जारी है।गैर-अमरीकी नागरिकों की यात्रा पर पाबंदी सबसे पहले जनवरी 2020 में चीन से हवाई मार्ग से आने वाले यात्रियों पर लगाई गई थी, इसके बाद इसे बढ़ाकर अन्य कई देशों पर लागू किया गया था।
- कोलंबो। श्रीलंका की एक जेल में बंद दो ईरानी लोगों ने कथित तौर पर सेनिटाइजर पीकर आत्महत्या कर ली। इस संबंध में कोलंबो रिमांड जेल के प्रवक्ता चंदना एकनायके ने गुरुवार को बताया कि दोनों ईरानी लोगों को मादक पदार्थ तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि सेनिटाइजर पीने वाले 12 कैदियों को जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से 10 का इलाज चल रहा है और दो ईरानी कैदियों की मौत हो गई। ये सभी लोग मादक पदार्थ तस्करी के मामले में रिमांड पर थे। file photo
- लंदन,।ब्रिटेन के राजकुमार विलियम ने धरती की समस्याओं को दूर करने के प्रयास करने की जगह अंतरिक्ष में सैर-सपाटा करने के लिए धन खर्च करने पर दुनिया के सबसे धनी लोगों की निंदा की है। विलियम ने बीबीसी के साथ बातचीत में यह टिप्पणी तब की जब बुधवार को पूर्व स्टार ट्रेक अभिनेता विलियम शैटनर अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस द्वारा निर्मित रॉकेट से अंतरिक्ष की उड़ान भरने वाले सबसे अधिक आयु के व्यक्ति बन गए। बीबीसी ने राजकुमार विलियम की टिप्पणियां गुरुवार को प्रसारित कीं। ब्रिटिश राजगद्दी के दावेदारों में दूसरे नंबर पर आने वाले विलियम ने कहा, ‘‘हमें विश्व के महानतम मस्तिष्क वाले व्यक्तियों और ऐसे लोगों की जरूरत है जो इस ग्रह की समस्याओं को दूर करने के लिए काम करें, न कि जाने और रहने के लिए कोई दूसरी जगह तलाशें।
- कोपेनहेगन (डेनमार्क)। नॉर्वे के एक छोटे शहर में एक व्यक्ति ने कथित तौर पर दुकानदारों पर तीर-कमान से हमला कर दिया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। कांग्सबर्ग के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों और हमलावर का आमना-सामना हुआ। हालांकि उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। हमले में दो लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक पुलिसकर्मी भी है जिसकी ड्यूटी खत्म हो चुकी थी और वह उन दुकानों में से एक के अंदर था जिन पर हमला हुआ। पुलिस प्रमुख ऑयविंग आस ने कहा, ‘‘पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। हमें जो सूचना मिली है, उसके मुताबिक इस हमले में केवल एक ही व्यक्ति शामिल था।'' देश की कार्यवाहक प्रधानमंत्री इरना सोलबर्ग ने इसे भयावह हमला बताया और कहा कि इस हमले के पीछे के इरादे का अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी।
- वाशिंगटन। फेसबुक ने बुधवार को कहा कि कंपनी अपनी साइट से हानिकारक सामग्री हटाने के प्रयास के तहत उत्पीड़न के खिलाफ अपनी नीतियों में विस्तार करेगी।फेसबुक का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कंपनी के पूर्व डेटा वैज्ञानिक फ्रांसेस हौगेन ने कांग्रेस के समक्ष पिछले सप्ताह बयान दिया था कि कंपनी ने अपनी साइट पर हानिकारक सामग्री का प्रसार रोकने की अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने की दिशा में पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं और वह अकसर अपने लाभ को अपने उपभोक्ताओं के हितों से अधिक महत्व देती है।फेसबुक की उत्पीड़न के खिलाफ नई एवं विस्तारित नीति के तहत उन सामग्रियों पर रोक लगेगी, जिनके जरिए सेलिब्रिटी और निर्वाचित अधिकारियों समेत सार्वजनिक हस्तियों को लोगों की नजरों में नीचा दिखाने की कोशिश की जाती है। यह बदलाव दुनिया भर में सरकार से असंतुष्ट लोगों, पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को उत्पीड़न से सुरक्षा प्रदान करेगा। कई देशों में पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को चुप कराने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें परेशान किया जाता है। कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क से संचालित कंपनी ने घोषणा की कि वह उन सभी सामग्रियों पर प्रतिबंध लगाएगी, जिनके जरिए कुछ लोग मिलकर किसी व्यक्ति को परेशान करने की कोशिश करते हैं। फेसबुक के वैश्विक सुरक्षा प्रमुख एंटिगोन डेविस ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘‘हम अपने मंच पर धौंस जमाने और उत्पीड़न की अनुमति नहीं देते हैं, लेकिन जब ऐसा होता है, तो हम कार्रवाई करते हैं।’’
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न्यूयॉर्क। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में एक विमान दुर्घटना में भारतीय मूल के हृदय रोग विशेषज्ञ समेत दो लोगों की मौत हो गई और दुर्घटना के कारण पास के मकानों में आग लग गई जिससे काफी क्षति हुई। मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई। अरिजोना के युमा रीजनल मेडिकल सेंटर (वाईआरएमसी) के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त हुआ दो इंजन का यह विमान संस्थान में कार्यरत डॉ. सुगाता दास का ही था। सोमवार को हुए हादसे में दास की भी मौत हो गई है। सीबीएस-एनबीसी से संबंद्ध टीवी स्टेशन ने बताया कि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि हादसे के वक्त दास विमान चला रहे थे या नहीं। वाईआरएमसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी भरत मागू ने एक बयान में कहा, ‘‘स्थानीय हृदय रोग विशेषज्ञ सुगाता दास के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सुनकर हमें गहरा दुख हुआ है। विमान सैंटी (कैलिफोर्निया) के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ।'' मागू ने कहा, ‘‘वह एक बेहतरीन हृदय रोग विशेषज्ञ और परिवार के प्रति समर्पित व्यक्ति थे। इस मुश्किल वक्त में हम उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों के प्रति संवेदना जताते हैं।'' सैंटी में संताना हाई स्कूल के पास हुए हादसे के बाद आग लगने से दो मकान जलकर खाक हो गए और पांच अन्य मकानों एवं कई वाहनों को क्षति पहुंची। हालांकि आग अन्य मकानों तक फैलती, उससे पहले ही दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। हादसे में मारा गया अन्य व्यक्ति एक यूपीएस कर्मी था जो घटना के वक्त जमीन पर काम कर रहा था। यूपीएस ने यह पुष्टि की है कि विमान हादसे में उसके एक कर्मी की मौत हो गई। एबीसी से संबद्ध केएक्सटीवी ने यूपीएस के बयान के हवाले से बताया, ‘‘हम अपने एक कर्मी की मृत्यु की खबर से दुखी हैं और उनके परिवार एवं मित्रों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं। हादसे के शिकार हुए अन्य व्यक्तियों के परिवार एवं मित्रों के प्रति भी हम संवेदना जताते हैं।'' खबर के अनुसार, दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अधिकारियों को ग्रीनकैसल स्ट्रीट के पास के क्षेत्र में विमान हादसे की सूचना मिली। संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) के अनुसार यह विमान दो इंजन वाला सेसना सी 340 था जो दोपहर करीब सवा 12 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। एफएए के अनुसार, ‘‘विमान में कितने लोग सवार थे, इस बारे में अभी ज्ञात नहीं है।'' सेसना सी 340 विमान आमतौर पर व्यवसाय के लिए उपयोग किया जाता है। विमान में छह यात्रियों के बैठने की क्षमता है, जिसमें दो सीटें आगे और दो पीछे होती हैं। संस्थान की वेबसाइट के अनुसार, बंगाली परिवार में जन्मे दास पुणे में पले-बढ़े। वह ‘‘पावर ऑफ लव फाउंडेशन'' के निदेशक भी थे। यह एक अमेरिकी गैर-लाभकारी संगठन है जो विदेशों में एड्स और एचआईवी से संक्रमित या प्रभावित महिलाओं और बच्चों की मदद करता है। वेबसाइट पर बताया गया है कि दास के दो बेटे हैं और वे सैन डिएगो में रहते थे। वह दो इंजन वाले सेसना 340 के मालिक थे और एक प्रशिक्षित पायलट थे, जिन्होंने अपने घर और युमा के बीच उड़ान भरी थी। - काठमांडू ।नेपाल के मुगु जिले के गमगाधी जा रही एक यात्री बस मंगलवार को सड़क से फिसल कर 300 मीटर नीचे नदी में जा गिरी। दुर्घटना में कम से कम 32 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य लोग घायल हुए हैं। ‘माई रिपब्लिका' वेबसाइट की खबर के अनुसार, नेपालगंज से गमगाधी की ओर आ रही बस पिना झयारी नदी में गिर गयी। दुर्घटना छायानाथ रारा नगर निगम क्षेत्र में हुई। खबर के अनुसार, ‘‘ताजा सूचना के अनुसार दुर्घटना में 32 लोगों की मौत हुई है। घायलों की संख्या भी बढ़ रही है।'' बस में सवार यात्रियों में से ज्यादातर लोग दुर्गा पूजा के अवसर पर विभिन्न जगहों से अपने घर लौट रहे थे। सुरखेत से नेपाली सेना का हेलीकॉप्टर राहत कार्य के लिए रवाना कर दिया गया है।नेपालगंज हवाई अड्डे के सुरक्षा गार्ड संतोष शाह ने बताया कि गंभीर रूप से घायल 10 लोगों को, जिनके सिर में चोट आयी है, उन्हें कोल्हापुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है जबकि पांच अन्य को नेपालगंज के नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है।'' मुगु काठमांडू से 650 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित रारा झील के लिए प्रसिद्ध है।
- पेरिस। दक्षिण पश्चिमी फ्रांस में मंगलवार सुबह एक ट्रेन की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गया। स्थानीय मेयर ने बताया कि माना जाता है कि पीड़ित प्रवासी हैं जो पटरियों पर आराम कर रहे थे।राष्ट्रीय रेलवे कंपनी एसएनसीएफ ने बताया कि ट्रेन उस लाइन पर थी जो स्पेन से लगती फ्रांस की सीमा के शहर हेंदाये को बोर्डेक्स नगर से जोड़ती है। उसने कहा कि ट्रेन ने सुबह करीब साढ़े पांच बजे पटरियों पर मौजूद चार लोगों को टक्कर मार दी। सिबोर के मेयर एनेको एल्डाना-डौआटो ने कहा कि माना जाता है कि पीड़ित प्रवासी हैं जो रेल की पटरियों पर सो रहे थे या लेटे हुए थे। उन्होंने कहा कि सीमा के पास उस क्षेत्र में प्रवासियों का आना असामान्य नहीं है।
- बागुओ । फिलीपीन के उत्तरी किनारों पर चक्रवात के कारण बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 11 लोगों की मौत हो गई और सात व्यक्ति लापता हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बाढ़ और बारिश से पेड़ उखड़ गए हैं तथा बिजली आपूर्ति बंद हो गई है। इसके अलावा कई शहरों से 6,500 से ज्यादा लोगों को बचाकर निकाला गया है। सरकारी मौसम विभाग के अनुसार, उष्ण कटिबंधीय चक्रवात ‘कोमपासू' को दक्षिण चीन सागर के ऊपर देखा गया और वह चीन के हेनान द्वीप तथा वियतनाम की ओर बढ़ रहा है। आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने कहा कि बेंगुएट प्रान्त में भूस्खलन से छह ग्रामीणों की जान चली गई और तीन अन्य लापता हैं। उन्होंने कहा कि बंदरगाह पर जांच कर रहा एक सुरक्षाकर्मी तेज लहरों के बहाव में बह गया। पलवान प्रान्त में बाढ़ से चार लोगों की मृत्यु हो गई तथा चार अन्य लापता हो गए।
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यावने (इजराइल)। इजराइली पुरातत्वविदों ने सोमवार को बताया कि उन्होंने शराब बनाने के एक बड़े प्राचीन परिसर का पता लगाया है जहां करीब 1,500 साल पहले शराब बनायी जाती थी। उन्होंने बताया कि मध्य यावने शहर में इस परिसर में शराब बनाने के गोदामों को पता चला है। शराब का भंडार करने के लिए मिट्टी के बर्तन बनाने वाली भट्टियों और हजारों टुकड़े तथा सुराहियां भी मिली हैं। इजराइल के पुरावशेष प्राधिकरण ने बताया कि यह खोज दिखाती है कि यावने बाइजेंटाइन साम्राज्य के दौरान शराब बनाने का बड़ा केंद्र हुआ करता था। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि इस परिसर में एक साल में करीब 20 लाख लीटर शराब का उत्पादन होता होगा। खुदाई के अभियान से जुड़े जॉन सेलिगमन ने कहा कि इस इलाके में बनी शराब को ‘‘गाजा'' शराब के नाम से जाना जाता था और इसका पूरे क्षेत्र में निर्यात किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मशहूर शराब थी, सफेद रंग की शराब और इसे मिस्र, तुर्की, यूनान और संभवत: दक्षिण इटली समेत भूमध्यसागर के आसपास के कई देशों में भेजा जाता था।'' प्राधिकरण ने बताया कि तेल अवीव के दक्षिण में स्थित शहर यावने के विकास के तौर पर चल रही खुदाई के दौरान पिछले दो वर्षों में इस परिसर का पता चला।
- स्टाकहोम। तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों को अनपेक्षित प्रयोगों, या तथाकथित ‘‘प्राकृतिक प्रयोगों'' से निष्कर्ष निकालने पर काम करने के लिए सोमवार को अर्थशास्त्र के 2021 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नोबोल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले अर्थशास्त्रियों में बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के डेविड कार्ड, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के जोशुआ डी. एंग्रिस्ट और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के गुइडो इम्बेन्स शामिल हैं। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस ने कहा कि तीनों ने ‘‘आर्थिक विज्ञान में अनुभवजन्य कार्य को पूरी तरह से बदल दिया है।'' आर्थिक विज्ञान समिति के अध्यक्ष पीटर फ्रेड्रिक्सन ने कहा, ‘‘समाज के लिए अहम सवालों के संबंध में कार्ड के अध्ययन और एंग्रिस्ट और इम्बेन्स के पद्धतिगत योगदान से पता चला है कि प्राकृतिक प्रयोग ज्ञान का एक समृद्ध स्रोत हैं।'' उन्होंने आगे कहा, ‘‘उनके शोध ने महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने की हमारी क्षमता में काफी सुधार किया है, जो समाज के लिए बहुत फायदेमंद है।'' अन्य नोबेल पुरस्कारों के विपरीत अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत में स्थापित नहीं किया गया था बल्कि स्वीडिश केंद्रीय बैंक द्वारा 1968 में उनकी स्मृति में इसकी शुरुआत की गई थी, जिसमें पहले विजेता को एक साल बाद चुना गया था। यह प्रत्येक वर्ष घोषित नोबेल का अंतिम पुरस्कार है। पिछले साल का पुरस्कार स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो अर्थशास्त्रियों पॉल आर मिल्ग्रोम और रॉबर्ट बी विल्सन को मिला, जिन्होंने नीलामी को अधिक कुशलता से संचालित करने की मुश्किल समस्या का समाधान प्रस्तुत किया। पिछले हफ्ते, 2021 का नोबेल शांति पुरस्कार फिलीपीन की पत्रकार मारिया रेसा और रूस के दिमित्री मुरातोव को उन देशों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उनकी लड़ाई के लिए दिया गया था, जहां पत्रकारों को लगातार हमलों, उत्पीड़न और यहां तक कि हत्या का सामना करना पड़ा है। साहित्य का नोबेल तंजानिया के लेखक, ब्रिटेन में रहने वाले अब्दुलरजाक गुरनाह को दिया गया।
- न्यूयॉर्क । परमाणु हथियारों पर शोध करने वाले जाने माने विद्वान और पुलित्जर से सम्मानित मार्टिन जे शेरविन का 84 साल की उम्र में निधन हो गया है। शेरविन ने जापान पर अमेरिकी परमाणु बम हमले के समर्थन को चुनौती दी थी और उन्होंने भौतिक विज्ञानी जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर पर शोध में करीब दो दशक का समय बिताया तथा उनकी जीवनी ‘‘अमेरिकन प्रोमेथियस'' के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीता। शेरविन के मित्र और इलिनॉय यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर एंड्रयू हार्टमैन के अनुसार शेरविन का निधन बुधवार को वाशिंगटन में उनके घर पर हुआ। वह 84 साल के थे और फेफड़े के कैंसर से जूझ रहे थे। ‘‘अमेरिकन प्रोमेथियस'' के सह लेखक एवं शेरविन के करीबी मित्र काई बर्ड ने उन्हें परमाणु युग का संभवत: सबसे श्रेष्ठ इतिहासकार'' बताया है। बर्ड ने कहा, ‘‘जब हमने अमेरिकन प्रोमेथियस पर काम शुरू किया तो उन्होंने मुझसे कहा कि हमारे पास शोध के लिए काफी कुछ है लेकिन कुछ कमियां हैं। हालांकि जब मैंने सारी सामग्री को देखना शुरू किया तो मुझे कहीं कोई कमी नजर नहीं आयी।'' शेरविन न्यूयॉर्क सिटी के रहने वाले थे। वह नौसेना में जूनियर अधिकारी थे। डार्टमाउथ कॉलेज में स्नातक के समय से ही परमाणु अनुसंधान को लेकर उनमें रूचि थी। उन्हें 2005 में प्रकाशित ‘‘अमेरिकन प्रोमेथियस'' से अधिक पहचान मिली और इस आत्मकथा के कारण वह पुलित्जर से सम्मानित हुए।
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सैन फ्रांसिस्को। कोविड-19 महामारी के कारण 19 महीने के अंतराल के बाद क्रूज जहाजों ने अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को की ओर लौटना शुरू कर दिया है। सैन फ्रांसिस्को की मेयर लंदन ब्रीड ने इसकी घोषणा कर बताया कि मैजेस्टिक प्रिंसेस नामक क्रूज जहाज सोमवार को सैन फ्रांसिस्को बंदरगाह के लिए रवाना होगा। यह मार्च 2020 के बाद से सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र की ओर जाने वाला पहला क्रूज जहाज होगा। गौरतलब है कि मार्च 2020 में ग्रैंड प्रिंसेज नामक क्रूज जहाज ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था जब उस पर सवार कुछ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद कैलिफ़ोर्निया तट से दूर होने के कारण जहाज पर सवार हजारों लोगों को पृथक-वास में रखना पड़ा था। मैजेस्टिक प्रिंसेस नामक क्रूज लॉस एंजिल्स से कैलिफोर्निया तट की एक सप्ताह की यात्रा के लिए रवाना होगा जिसमें सैन फ्रांसिस्को में रात भर का ठहराव शामिल होगा। सैन फ्रांसिस्को के बंदरगाह पर इस वर्ष के शेष तीन महीनों के दौरान 21 क्रूज जहाजों के पहुंचने की उम्मीद है। मैजेस्टिक प्रिंसेस क्रूज पर सवार होने से पहले यात्रियों को अपने संपूर्ण टीकाकरण का प्रमाण-पत्र दिखाना होगा। टीकाकरण कम से कम 14 दिन पहले होना चाहिए। पोत का संचालन करने वाली कॉर्निवल कॉर्प की सहायक कंपनी प्रिंसेस क्रूज के एक बयान के अनुसार, यात्रियों को जहाज में सवार होने से पहले कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट भी दिखानी होगी, जोकि दो दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।
- वाशिंगटन। व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ग्रीन कार्ड जारी करने से जुड़ी प्रणाली में देरी की समस्या को दूर करना चाहते हैं। हजारों प्रतिभाशाली भारतीय प्रौद्योगिकी पेशेवरों को ग्रीन कार्ड देने में अत्यधिक देरी भारतीय-अमेरिकियों और यहां रहने वाले उनके आश्रित बच्चों की चिंता का प्रमुख कारण है। ऐसे लोगों को ग्रीन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में कभी कभी दशकों लग जाते हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शुक्रवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “राष्ट्रपति निश्चित तौर पर ग्रीन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में देरी को भी दूर करना चाहते हैं।'' साकी 1 अक्टूबर को लगभग 80,000 अप्रयुक्त रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड की बर्बादी पर एक सवाल का जवाब दे रहीं थी, जिसे आधिकारिक तौर पर कानूनी स्थायी निवास कहा जाता है। यह बर्बादी इसलिए हुई क्योंकि यूएस सिटीजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा कर रहे कई लाखों लोगों को इन्हें आवंटित करने में असमर्थ हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी पेशेवरों ने बाइडन प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस से उन ग्रीन कार्ड स्लॉट को समाप्त नहीं होने देने के लिए आवश्यक विधायी परिवर्तन करने का आग्रह किया था, इनमें से हजारों के लिए यह इंतजार दशकों का है। इस सप्ताह की शुरुआत में, कांग्रेस सदस्य मैरिएननेट मिलर-मीक्स ने रोजगार वीजा सुरक्षा विधेयक पेश किया, जो यूएससीआईएस को वित्तीय वर्ष 2020 और 2021 में उपयोग के लिए अप्रयुक्त रोजगार-आधारित वीजा को संरक्षित करने की अनुमति देगा। इससे पहले, वित्तीय वर्ष 2020 में, कुल 1,22,000 परिवार-वरीयता वीजा अप्रयुक्त रह गए थे।
- , मारिया रेसा और दिमित्री मुरातोव कोशांति का नोबेल पुरस्कारआस्लो। 2021 का नोबेल शांति पुरस्कार फिलीपींस के समाचार संगठन 'रैपलर' की सीईओ मारिया रेसा और रूसी पत्रकार दिमित्री मुरातोव को दिया गया। उन्हें 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का बचाव करने के प्रयासों' के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।नोबेल कमेटी ने बताया कि मारिया रेसा और उनके मीडिया संगठन को राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतर्ते की सरकार के कामों की आलोचनात्मक रिपोर्टिंग के लिए कई बार निशाना बनाया जा चुका है। वह गलत जानकारियों के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का भी एक अहम हिस्सा हैं। कमेटी की ओर से रूसी पत्रकार दिमित्री मुरातोव को बढ़ती चुनौतियों के बीच रूस में बोलने की आजादी को बचाने के उनके योगदान की बात भी कही गई।कमेटी ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा, "मारिया रेसा ने साल 2012 में रैपलर नाम की एक न्यूज वेबसाइट की शुरुआत की थी, जो राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतर्ते के शासनकाल की विवादास्पद, जानलेवा, एंटी-ड्रग अभियान पर गंभीरता से नजर रखती थी। " रेसा और रैपलर के बारे में कमेटी ने यह भी कहा कि उन्होंने यह भी दर्ज किया कि फेक न्यूज फैलाने, विपक्षियों को परेशान करने और वहां की आम बहसों से छेड़छाड़ करने के लिए कैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा है।मारिया को एक पत्रकार के तौर पर तीन दशकों का अनुभव है। वह एशिया के लिए सीएनए की प्रमुख खोजी रिपोर्टर और फिलीपीन ब्रॉडकास्टर एबीएस-सीबीएन की समाचार प्रमुख भी रह चुकी हैं।दिमित्री मुरातोव रूसी अखबार नोवाया गजेटा के एडिटर-इन-चीफ हैं. दिमित्री के अखबार को कमेटी ने 'आज के रूस में सच्चा आलोचनात्मक नजरिया रखने वाला अकेला अखबार' बताया। दिमित्री ने साल 1993 में नोवाया गजेटा की स्थापना की थी। उनके बारे में कमेटी कहा, "अखबार की तथ्यपरक पत्रकारिता और पेशेवर निष्ठा ने इसे रूसी समाज के निंदनीय पहलुओं के बारे में जानकारी का एक महत्वपूर्ण स्रोत बना दिया है, जिसके बारे में शायद ही कभी अन्य मीडिया में चर्चा भी होती है। " इस समाचार पर प्रतिक्रिया देते हुए दिमित्री मुरातोव ने कहा, "हम उन लोगों की मदद करने की कोशिश करते रहेंगे, जिन्हें अब (रूस में) विदेशी एजेंट करार दिया जा रहा है, जिन पर हमले हो रहे हैं और जिन्हें देश निकाला दिया जा रहा है। "






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