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- लंदन। इंग्लैंड के स्टार हरफनमौला बेन स्टोक्स की टूटी हुई ऊंगली का दूसरा आपरेशन हुआ है जिससे उनका एशेज श्रृंखला से बाहर रहना तय लग रहा है । भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला से बाहर रहने के बाद से क्रिकेट से अनिश्चितकाल का ब्रेक लेने वाले स्टोक्स को चार महीने पहले राजस्थान रॉयल्स के लिये आईपीएल खेलते समय बायें हाथ की तर्जनी ऊंगली में चोट लगी थी । टेब्लायड ‘ डेली मिरर' के अनुसार ,‘‘ अप्रैल में स्टोक्स की ऊंगली का पहला आपरेशन करने वाले लीड्स के डॉक्टर डग कैंपबेल ने दूसरा आपरेशन भी किया है ।'' रिपोर्ट में कहा गया कि स्टोक्स की ऊंगली अब तेजी से ठीक होगी और उन्हें दर्द से भी राहत मिलेगी । उनके निकट भविष्य में मैदान पर लौटने की संभावना नहीं है ।एशेज श्रृंखला दिसंबर जनवरी में खेली जायेगी । स्टोक्स ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी क्लेयर के साथ फोटो भी डाली है जिसमें उनकी तर्जनी में पट्टी बंधी हुई है ।
- वाशिंगटन। विश्व की करीब आधी के आबादी के पास मधुमेह, उच्च रक्तचाप, एचआईवी और तपेदिक(टीबी) जैसे कई रोगों की पहचान के लिए मूलभूत जांच की सुविधाएं नहीं हैं। द लॉंसेट कमीशन ऑन डायग्नोस्टिक्स के नेतृत्व वाले एक विश्लेषण में यह दावा किया गया है। कमीशन 16 देशों के करीब 25 विशेषज्ञों को एक मंच पर लेकर आया है, जिन्होंने इस बात का जिक्र किया कि सटीक, उच्च गुणवत्ता और वहनीय जांच के अभाव में कई लोगों का अत्यधिक उपचार, कम उपचार या बिल्कुल ही उपचार नहीं होगा। कमीशन ने नैदानिकी अंतराल को पाटने, पहुंच बढ़ाने और उच्च आय वाले देशों के अलावा अन्य देशों में नैदानिकी का विकास करने की अपील की है। नैदानिकी अहम जांचों का एक समूह है जो मरीज के स्वास्थ्य को समझने के लिए आवश्यक है।रिपोर्ट के लेखकों ने यह जिक्र किया है कि कोविड-19 महामारी का एक तत्काल सबक समय पर और सटीक जांच का महत्व है। उन्होंने कहा कि उच्च आय वाले देशों में निजी क्षेत्र के अतिरिक्त मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशलाओं का उपयोग जांच की सुविधा तेजी से बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहा है। हालांकि, इस बुनियादी ढांचे के अभाव का सामना कर रहे निम्न और मध्यम आय वाले कई देश जांच की पूर्ण क्षमता प्राप्त करने तक नहीं पहुंच पाए हैं। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्राध्यापक व कमीशन प्रमुख केनीथ फ्लेमिंग ने कहा, ‘‘दुनिया के ज्यादातर देशों में अहम जांच की सुविधा नहीं रहने की स्थिति में ही मरीज का इलाज किया जाता है। यह आंख मूंद कर इलाज करने जैसा है। यह न सिर्फ मरीजों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है बल्कि मेडिकल संसाधनों की भी बर्बादी है। '' विश्लेषण में कई हैरान कर देने वाली चुनौतियों का जिक्र किया गया है और रिपोर्ट में इनसे निपटने के लिए सुझाव दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने जांच को राजनीतिक एवं वैश्विक स्वास्थ्य एजेंडा के शीर्ष पर ला दिया और यह सभी रोगों के लिए जांच सुनिश्चित करने का एक अहम मोड़ हो सकता है।
- कराची ।पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के पहाड़ी इलाके में बृहस्पतिवार तड़के आए 5.9 तीव्रता के भूकंप में कई माकन ढह गए, जिससे कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक लोग घायल हो गए। ‘जियो न्यूज' की खबर के अनुसार, आपदा प्रबंधन अधिकारियों का कहना है कि मृतक संख्या अभी और बढ़ सकती है। भूकंप विज्ञान केन्द्र के अनुसार, भूकंप का केन्द्र हरनाई में 15 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप से हुए नुकसान का अभी तक आकलन नहीं लगाया जा सका है। भूकंप के झटके बलूचिस्तान के क्वेटा, सिबी, हरनाई, पिशिन, किला सैफुल्ला, चमन, जियारत और झोब में महसूस किए गए। इससे सबसे अधिक लोग उत्तर-पूर्वी जिले हरनाई में हताहत हुए हैं। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 5.9 मापी गई है और इसका केन्द्र उथली गहराई पर ही था। ऐसे में इससे अधिक नुकसान होने की आशंका है। हरनाई के उपायुक्त सुहैल अनवर हाशमी के बताया कि भूकंप संबंधी घटनाओं में 22 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से छह बच्चे हैं। प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने कहा कि मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।समाचार पत्र ‘डॉन' की खबर के अनुसार, सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में क्वेटा में भूकंप के बाद लोग सड़कों पर नजर आ रहे हैं। भूकंप के बाद कई इलाकों में झटके महसूस किए जा रहे हैं। शुरुआती झटके तड़के तीन बजकर 20 मिनट पर महसूस किए गए थे, जिससे घबराए लोग घरों से बाहर निकल आए। हाशमी के अनुसार, कई लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हरनाई में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं। कई लोग मलबे में भी दब गए। 100 से अधिक मिट्टी के मकान भी ढह गए, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं। इलाके में बिजली आपूर्ति भी निलंबित है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल खान आल्यानी ने कहा कि वहां मदद मुहैया कराई जा रही है और लोगों को निकालने के प्रयास भी जारी हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि रक्त की व्यवस्था की गई है, एम्बुलेंस मौजूद हैं, हेलीकॉप्टर सहित अन्य आपात सेवाओं और अन्य आवश्यक चीजों का इंतजाम किया गया है। सेना ने एक बयान में कहा कि सैनिक हरनाई के भूकंप प्रभावित इलाके में पहुंच गए हैं और तलाश एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। बयान में कहा गया कि खाद्य पदार्थ एवं अन्य आवश्यक समान भूकंप प्रभावित लोगों के लिए भेजा गया है। सेना के चिकित्सक तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मी आवश्यक दवाइयों के साथ मौके पर पहुंचे हैं और नगर प्रशासन की मदद कर रहे हैं। प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के महानिदेशक नसीर अहमद नासिर ने ‘जियो न्यूज' को बताया कि पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन भी हुए हैं। गृह मंत्री मीर जियाउल्ला लांगोवे ने बताया कि पांच से छह जिलों में ‘‘व्यापक स्तर'' पर नुकसान हुआ है और उसका अब भी आकलन किया जा रहा है। पाकिस्तान, भारतीय और यूरेशियन ‘टेक्टोनिक प्लेटों' के बीच है और सिंधु-त्सांगपो सिवनी क्षेत्र पर स्थित है, जो ‘हिमालय फ्रंट' से लगभग 200 किलोमीटर उत्तर में है, जो इस क्षेत्र को भूकंप के लिए अतिसंवेदनशील बनाता है। गौरतलब है कि आठ अक्टूबर 2005 को आए भीषण भूकंप में 74,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
- लंदन। मुगल काल के भारत के एक अज्ञात शाही खजाने के 17वीं सदी के दुर्लभ रत्नों वाले दो चश्मों को पहली बार नीलामी के लिए पेश किया जाएगा। सोथबीज लंदन ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा की। अनुमान है कि उनकी कीमत 15 लाख और 25 लाख पाउंड होगी। हीरे लगे चश्मे को ‘हलो ऑफ लाइट' नाम दिया गया है वहीं पन्ना वाले चश्मे को ‘गेट ऑफ पैराडाइज' कहा गया है। दोनों को 22 अक्टूबर से सोथबीज लंदन में प्रदर्शित किया जाएगा तथा 27 अक्टूबर को उन्हें नीलामी के लिए रखा जाएगा। मध्य पूर्व और भारत के लिए सोथबीज के अध्यक्ष एडवर्ड गिब्स ने कहा कि निस्संदेह रत्नों के विशेषज्ञों और इतिहासकारों के लिए ये चमत्कार हैं। उन्होंने कहा कि इन खजानों को सामने लाना और दुनिया को उनके निर्माण के पीछे के रहस्य पर आश्चर्य करने का अवसर प्रदान करना एक वास्तविक रोमांच है। अनोखे चश्मे की कहानी 17वीं शताब्दी के मुगल भारत में शुरू हुयी जब शाही धन, वैज्ञानिक ज्ञान और कलात्मक प्रयास सभी एक साथ अपने चरम पर पहुंच गए थे। एक अज्ञात राजकुमार के कहने पर एक कलाकार ने एक हीरे को यह आकार दिया जिसका वजन 200 कैरेट से अधिक था। वहीं शानदार पन्ने का वजन कम से कम तीन सौ कैरेट था। उन्होंने उत्कृष्ट कौशल के साथ यह रूप दिया गया।
- ह्यूस्टन (अमेरिका)। पश्चिम ह्यूस्टन में एक डाकघर का नाम बदलकर भारतीय-अमेरिकी सिख पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल के नाम पर रखा गया है, जिनकी 2019 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।धालीवाल (42) को 27 सितंबर 2019 में उस वक्त गोली मारी गई जब वह ड्यूटी पर थे। वह 2015 में सुर्खियों में आए थे, जब वह पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने का अधिकार पाने वाले टेक्सास के पहले सिख पुलिस अधिकारी बनने थे।उनकी याद में मंगलवार को एक समारोह आयोजित किया गया, जहां अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में नाम बदलने का प्रस्ताव लाने वाली महिला सांसद लिज़ी फ्लेचर ने कहा कि 315 एडिक्स हॉवेल रोड स्थित डाकघर का नाम उनके नाम पर रखना उपयुक्त है, क्योंकि उन्होंने समुदाय की सेवा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।फ्लेचर ने कहा, ‘‘ धालीवाल के निस्वार्थ सेवा वाले उल्लेखनीय जीवन को यादगार बनाने में एक भूमिका निभाकर, मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं। उन्होंने हमारे समुदाय का बेहतरीन प्रतिनिधित्व किया, उन्होंने दूसरों की सेवा के माध्यम से समानता, संबंधों और समुदाय के लिए काम किया। इस इमारत का नाम बदलकर ‘डिप्टी संदीप सिंह धालीवाल पोस्ट ऑफिस’ रखने के वास्ते विधेयक पारित करने के लिए, मुझे द्विदलीय प्रतिनिधिमंडल, हमारे सामुदायिक भागीदारों और सिख समुदाय के लोगों के साथ काम करके खुशी हुई।’’
- अर्लिंगटन। अमेरिका के टेक्सास में एक हाईस्कूल में हुई गोलीबारी में चार लोग घायल हो गए। वहीं, 18 वर्षीय हमलावर घटना के बाद फरार हो गया। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि घटना अर्लिंगटन में टिंबरव्यू हाईस्कूल में हुई, जो डलास फोर्ट वर्थ महानगर क्षेत्र के अंतर्गत आता है। अधिकारियों ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्कूल में झगड़ा होने के बाद गोलीबारी हुई। उन्होंने कहा कि पुलिस संदिग्ध हमलावर की तलाश कर रही है जिसकी सकी पहचान टिमोथी जॉर्ज सिंपकिंस के रूप में हुई है।
- स्टाकहोम। रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट के जर्मन वैज्ञानिक बेंजामिन लिस्ट और प्रिंसटन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डेविड डब्ल्यूसी मैकमिलन को दिये जाने की बुधवार को घोषणा की गई। मैकमिलन का जन्म स्कॉटलैंड में हुआ था। उन्हें ‘‘एसिमेट्रिक ऑर्गेनोकैटलिसिस'' नामक अणुओं के निर्माण के लिए एक नया तरीका विकसित करने में उनके उल्लेखनीय काम के लिए इस सम्मान के लिए चुना गया है। विजेताओं की घोषणा ‘रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज' के महासचिव गोरान हैन्सन ने की।नोबेल समिति ने कहा कि लिस्ट और मैकमिलन ने 2000 में स्वतंत्र रूप से कैटेलिसिस का एक नया तरीका विकसित किया था। नोबेल समिति के एक सदस्य, पर्निला विटुंग-स्टाफशेड ने कहा, ‘‘यह पहले से ही मानव जाति को बहुत लाभान्वित कर रहा है।'' पुरस्कार की घोषणा के बाद लिस्ट ने कहा कि उनके लिए पुरस्कार एक ‘‘बहुत बड़ा आश्चर्य'' है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी।'' उन्होंने कहा कि जब स्वीडन से फोन आया तो वह अपने परिवार के साथ एम्स्टर्डम में छुट्टियां मना रहे थे। लिस्ट ने कहा कि उन्हें शुरू में नहीं पता था कि मैकमिलन उसी विषय पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्हें लगा कि जब तक यह काम नहीं करता है तब तक उनका यह प्रयास एक खराब विचार हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगा कि यह कुछ बड़ा हो सकता है।'' संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले कई वैज्ञानिकों के लिए पुरस्कार साझा करना आम बात है। पिछले साल, रसायन विज्ञान पुरस्कार फ्रांस के इमैनुएल चार्पेंटियर और अमेरिका के जेनिफर ए डौडना को एक जीन उपकरण विकसित करने के लिए दिया गया था जिसने डीएनए को बदलने का एक तरीका प्रदान करके विज्ञान में क्रांति ला दी है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनोर (11.4 लाख डॉलर से अधिक) की राशि दी जाती है। पुरस्कारों की स्थापना 1895 में स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल ने की थी। नोबेल पुरस्कार समिति ने सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र में अमेरिकी नागरिकों डेविड जूलियस और आर्डम पातापूशियन को नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की थी। जलवायु परिवर्तन की समझ को बढ़ाने समेत जटिल प्रणालियों पर काम करने के लिए जापान, जर्मनी और इटली के तीन वैज्ञानिकों को इस वर्ष भौतिकी के नोबेल पुरस्कार के लिए मंगलवार को चुना गया था। आने वाले दिनों में साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम घोषित किये जाएंगे।
- कैनरी द्वीप। स्पेन के एक द्वीप पर स्थित ज्वालामुखी ने फटने की ताकत मंगलवार को और बढ़ा ली तथा इसमें से गाढ़ा लावा निकलने लगा। ज्वालामुखी में 19 सितंबर से विस्फोट शुरू हुआ था, जिसके बाद उत्तर पश्चिम अफ्रीका तट पर कैनरी द्वीप समूह के ला पालमा द्वीप पर छह हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। इस वजह से करीब 946 घर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं, जबकि किसान अपनी केले की फसल को बचाने के लिये मशक्कत कर रहे हैं, क्योंकि लावा नष्ट सड़कों और पानी के पाइपों में बह रहा है। कैनरी द्वीप ज्वालामुखी संस्थान, इन्वॉलकैन ने मंगलवार को कहा कि ला पालमा ज्वालामुखी में गतिविधि ‘विस्फोटक' हो गई है और उसमें से ज्वलखण्डाश्म गिर रहे हैं। इनवॉल्कन की गणना के अनुसार, ज्वालामुखी ने कम से कम 250,000 टन सल्फर डाइऑक्साइड और 35 मिलियन क्यूबिक मीटर मैग्मा उत्सर्जित किया है। कैमरों में कैद हुआ है कि ज्वालामुखी से गाढ़ा लावा निकल रहा है। द्वीप के पर्यटन प्रमुख आर कमाचो ने मंगलवार को बताया कि द्वीप सैलानियों के लिए खुला है और उन्होंने पर्यटकों से द्वीप आते रहने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि ला पालमा सुरक्षित द्वीप है, जहां बच्चे स्कूल जाते हैं और सामान की आपूर्ति की जाती है। उन्होंने कहा कि द्वीप का सिर्फ 10 फीसदी इलाका प्रभावित है और द्वीप के अन्य हिस्सों में जिंदगी सामान्य तरीके से चल रही है।
- दुबई। संयुक्त अरब अमीरात ने ब्रह्मांड की उत्पत्ति के संबंध में आंकड़े एकत्र करने के लिए मंगल और बृहस्पति के बीच एक क्षुद्रग्रह पर अंतरिक्ष यान भेजने की योजना की मंगलवार को घोषणा की। यह तेल के मामले में समृद्ध देश के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम की नवीनतम परियोजना है।इस मिशन के सफल हो जाने पर संयुक्त अरब अमीरात यूरोपीय संघ, जापान और अमेरिका के विशिष्ट क्लब में शामिल हो जाएगा जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली है। अंतरिक्ष यान की बैटरी जब तक चार्ज रहेगी, तब तक यान क्षुद्रग्रह की संरचना के संबंध में पृथ्वी पर जानकारी भेजता रहेगा। इस परियोजना के तहत 2028 में प्रक्षेपण और 2033 में लैंडिंग (उतरने) का लक्ष्य है। पांच साल की यात्रा में अंतरिक्ष यान करीब 3.6 अरब किलोमीटर की दूरी तय करेगा।संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अंतरिक्ष एजेंसी की अध्यक्ष तथा राज्य मंत्री सारा अल-अमीरी ने कहा कि इस पर अभी विचार किया जा रहा है कि अमीरात कौन सी जानकारी एकत्र करेगा। लेकिन यह मिशन चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि अंतरिक्ष यान सूर्य के पास और उससे दूर दोनों स्थानों की यात्रा करेगा। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि वह इस परियोजना के लिए कोलोरैडो विश्वविद्यालय में वायुमंडलीय विज्ञान और भौतिकी प्रयोगशाला के साथ साझेदारी करेगी। एजेंसी ने इस पर आने वाली लागत के बारे में बताने से इनकार किया। अल-अमीरी ने कहा कि इस बारे में अभी विचार किया जा रहा है कि अंतरिक्ष यान से कौन उपकरण भेजे जाएं। इस परियोजना से पहले संयुक्त अरब अमीरात ने फरवरी में अपने एक अंतरिक्ष यान को मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया था। वह यान एक कार के आकार का था और उसे तैयार करने और प्रक्षेपण पर करीब 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर का खर्च आया। क्षुद्रग्रह मिशन की चुनौतियों को देखते हुए इस पर अधिक लागत आने की संभावना है। अमीरात की योजना 2024 में चंद्रमा पर एक मानव रहित अंतरिक्ष यान भेजने की भी है। उसने 2117 तक मंगल ग्रह पर एक मानव कॉलोनी बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी निर्धारित किया है।
- मास्को। अंतरिक्ष में दुनिया की पहली फिल्म की शूटिंग करने के लिए रूसी अभिनेत्री और निर्देशक मंगलवार को अंतरिक्ष के अपने सफर पर रवाना हुए। उनका अंतरिक्ष यान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ चुका है। क्रेमलिन का कहना है कि इस घटना से अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश की प्रतिष्ठा और गौरव बढ़ेगा।अभिनेत्री यूलिया पेरेसील्द और निर्देशक क्लिम शिपेन्को मंगलवार को रूसी सोयुज अंतरिक्ष यान से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन रवाना हुए। उनके साथ तीन अंतरिक्ष यात्राएं पूरी कर चुके अनुभवी यात्री एंतन शकाप्लेरोव भी गए हैं। उनका यान सोयुज एमएस-19 तय कार्यक्रम के अनुसार कजाखस्तान के बैकोनूर स्थित रूसी अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण केन्द्र से दोपहर एक बज कर 55 मिनट (मानक समयानुसार सुबह 8:55 बजे) पर रवाना हुआ और साढ़े तीन घंटे बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ा। स्वचालित डॉकिंग प्रणाली में कुछ दिक्कत आने के बाद शकाप्लेरोव ने अंतरिक्ष यान की कमान संभाली और उसे आसानी से अंतरिक्ष स्टेशन के साथ जोड़ा। यान पर गए तीनों यात्रियों ने बताया कि वे अच्छा महसूस कर रहे हैं और अंतरिक्ष यान की सभी प्रणालियां सही काम कर रही हैं। अभिनेत्री यूलिया और निर्देशक शिपेन्को एक नयी फिल्म ‘चैलेंज' का एक हिस्सा वहां फिल्माएंगे। फिल्म में, डॉक्टर की भूमिका निभा रही यूलिया दिल की बीमारी से जूझ रहे क्रू के एक सदस्य अर्थात अंतरिक्ष यात्री को बचाने के लिए अंतरिक्ष स्टेशन जाती हैं। ये लोग 12 दिन तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहने के बाद दूसरे अंतरिक्ष यात्री के साथ वापस लौटेंगे। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्रि पेस्कोव ने कहा कि यह मिशन अंतरिक्ष के क्षेत्र में रूस का ताकत दिखाने में मदद करेगा। पेस्कोव ने कहा, ‘‘हम हमेशा से अंतरिक्ष के क्षेत्र में आगे रहे हैं और इस स्थिति को हमेशा बरकरार रखा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे मिशन जो हमारी उपलब्धियों को दिखाने और अंतरिक्ष के क्षेत्र में ज्ञान को बढ़ाने में मदद करते हैं वे सामान्य रूप से देश के लिए अच्छे हैं।'' उड़ान भरने से पहले सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में अभिनेत्री यूलिया पेरेसील्द ने यह स्वीकार किया कि प्रशिक्षण के दौरान कड़ा अनुशासन और बेहद कठिन प्रशिक्षण से तालमेल बनाना मुश्किल था। अभिनेत्री ने कहा, ‘‘यह मानसिक, शारीरिक और सभी रूपों में मुश्किल था।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि एक बार हम लक्ष्य प्राप्त कर लें, तो सब कुछ इतना मुश्किल नहीं लगेगा और हमें यह सब सिर्फ एक मुस्कुराहट के साथ याद रहेगा।'' व्यावसायिक रूप से सफल कई फिल्में बना चुके शिपेन्को (38) ने भी महज चार महीने में अंतरिक्ष यान में उड़ान भरने के उनके प्रशिक्षण को बहुत कठिन बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह सच है कि पहले प्रयास में हम बहुत कुछ नहीं कर सकते, और कई बार तीसरे प्रयास में भी, लेकिन यह सामान्य बात है।'' अंतरिक्ष स्टेशन में फिल्म का एक हिस्सा फिल्माने के बाद शिपेन्को काकी की शूटिंग पृथ्वी पर पूरी करेंगे। उन्होंने बताया कि शकाप्लेरोव के अलावा स्टेशन पर मौजूदा दो अन्य रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेग नोवित्स्की और पोत्र दुब्रोव भी फिल्म का हिस्सा होंगे। इस फिल्म के निर्माण में शामिल रूस के सरकारी टीवी चैनल ‘वन' ने क्रू के प्रशिक्षण और यान के प्रक्षेपण का विस्तार से कवरेज किया है। यान प्रक्षेपित होने के बाद पेरेसील्द की बेटी एना ने टीवी पर प्रसारित एक टिप्पणी में कहा, ‘‘मैं आश्चर्य में हूं। मै अभी तक कल्पना नहीं कर पा रही हूं कि मेरी मां वहां (अंतरिक्ष में) है।'' रूस के सरकारी अंतरिक्ष कॉरपोरेशन रोसकॉसमोस के प्रमुख दमित्रि रोगोजिन इस परियोजना को मूर्त रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में रूसी मीडिया की आलोचनाओं को खारिज करते हुए इसे अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश के लिए गौरव की बात कहा। कुछ लोगों ने टिप्पणी की है कि फिल्म परियोजना से अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद सदस्यों को दिक्कत होगी और अंतरिक्ष स्टेशन के रूसी हिस्से में शूटिंग मुश्किल भी हो सकती है क्योंकि अमेरिकी हिस्से के मुकाबले यह छोटा है। जुलाई में नया रूसी मॉड्यूल ‘नौका' स्टेशन में जोड़ा गया है लेकिन वह अभी तक पूरी तरह से स्टेशन के साथ नहीं जुड़ा है। अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने के बाद तीनों नये यात्री वहां पहले से मौजूद यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के थॉमस पेस्केट, नासा के अंतरिक्ष यात्रियों मार्क वांडे हेई, शान किमबरॉ और मेगन मैकऑर्थर, रोसकॉसमॉस के ओलेग नोवित्स्की और पोत्र दुब्रोव और जापान एरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के अकी होशिदे से मिलेंगे। रोसकॉसमॉस के ओलेग नोवित्स्की ‘चैलेंज' में बीमार अंतरिक्ष यात्री की भूमिका निभाएंगे और वह 17 अक्टूबर को पृथ्वी पर लौट रहे सोयुज के कैप्टन भी होंगे।
- स्टाकहोम। इस वर्ष भौतकी के नोबेल पुरस्कार के लिए जापान, जर्मनी और इटली के तीन वैज्ञानिकों को चुना गया है। स्यूकूरो मनाबे (90) और क्लॉस हैसलमैन (89) को ‘पृथ्वी की जलवायु की भौतिक ‘मॉडलिंग', ग्लोबल वॉर्मिंग के पूर्वानुमान की परिवर्तनशीलता और प्रामाणिकता के मापन' क्षेत्र में उनके कार्यों के लिए चुना गया है। पुरस्कार के दूसरे भाग के लिए जॉर्जियो पारिसी (73) को चुना गया है। उन्हें ‘परमाणु से लेकर ग्रहों के मानदंडों तक भौतिक प्रणालियों में विकार और उतार-चढ़ाव की परस्पर क्रिया की खोज' के लिए चुना गया है। निर्णायक मंडल ने कहा कि मनाबे और हैसलमैन ने ‘पृथ्वी की जलवायु और मनुष्य के इस पर प्रभाव के बारे में हमारे ज्ञान की बुनियाद रखी'। मनाबे ने 1960 के दशक की शुरुआत में दर्शाया था कि वातावरण में कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से वैश्विक तापमान किस तरह बढ़ेगा और इस तरह उन्होंने मौजूदा जलवायु मॉडलों की बुनियाद रखी थी। इसके करीब एक दशक बाद हैसलमैन ने एक मॉडल बनाया जिसमें मौसम और जलवायु को जोड़ा गया। इससे यह समझने में मदद मिली कि मौसम की तेजी से बदलाव वाली प्रकृति के बाद भी जलवायु संबंधी मॉडल किस तरह प्रामाणिक हो सकते हैं। उन्होंने जलवायु पर मनुष्य के प्रभाव के विशेष संकेतों का पता करने के तरीके भी खोजे।पारिसी ने एक गहन भौतिक और गणितीय मॉडल तैयार किया जिससे जटिल प्रणालियों को समझना आसान हुआ।पुरस्कारों की घोषणा के बाद पारिसी ने कहा, ‘‘इस बात की बहुत आवश्यकता है कि हम जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए बहुत कठोर फैसले लें और बहुत तेज रफ्तार से बढ़ें।'' उन्होंने कहा, ‘‘भावी पीढ़ियों के लिए संदेश है कि हमें अब काम करना होगा।''रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के महासचिव गोरन हैन्सन ने मंगलवार को विजेताओं के नाम घोषित किये।किसी एक विषय के संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले एक से अधिक वैज्ञानिकों को साझा तरीके से पुरस्कार दिया जाना आम बात है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनोर (11.4 लाख डॉलर से अधिक) की राशि दी जाती है। पुरस्कारों की स्थापना 1895 में स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल ने की थी। नोबेल पुरस्कार समिति ने सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र में अमेरिकी नागरिकों डेविड जूलियस और आर्डम पातापूशियन को नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की थी। आने वाले दिनों में रसायन विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम घोषित किये जाएंगे।=
- वाशिंगटन। फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप की सेवाएं करीब छह घंटे तक बंद रहने के बाद आखिरकार बहाल हुईं। इस दौरान विश्वभर में लाखों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा , जिसको लेकर फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग सहित कम्पनी के कई अधिकारियों ने माफी मांगी है। फेसबुक के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया मंच सोमवार रात ठप पड़ गए थे।कैलिफोर्निया स्थित कम्पनी ने सोमवार देर रात कहा, ‘‘ सेवाएं ठप होने का मूल कारण एक दोषपूर्ण ‘कॉन्फ़िगरेशन' (विन्यास-व्यवस्था) परिवर्तन था। सेवाएं ठप पड़ने के कारण उपयोगकर्ताओं की जानकारी में सेंधमारी के कोई सबूत नहीं है।'' फेसबुक के उपाध्यक्ष (इंफ्रास्ट्रक्चर) संतोष जनार्दन ने कहा, ‘‘ हमारी सेवाएं बहाल हो गई हैं और हम उसे पूर्ण रूप से पटरी पर लाने के लिए काम कर रहे हैं। हम पर निर्भर दुनियाभर के लोगों और व्यवसायों....आज सेवाएं ठप होने से आपको हुई परेशानी को लेकर हमें खेद है। हम अपनी सेवाओं को बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं और हमारी सेवाएं अब बहाल हो गई हैं। '' भारतीय-अमेरिकी अधिकारी ने एक बयान में कहा, ‘‘ हम प्रभावित सभी लोगों से क्षमा चाहते हैं और हम आज जो हुआ, उसके बारे में अधिक समझने के लिए काम कर रहे हैं ताकि हम अपने बुनियादी ढांचे को अधिक लचीला बनाना जारी रख सकें।'' तीनों सेवाओं का स्वामित्व फेसबुक के पास है और वेब या स्मार्टफोन ऐप पर यह काम नहीं कर रही थीं। ‘आईफोन' और ‘एंड्रॉइड' दोनों पर व्हाट्सऐप उपयोगकर्ता फोन या वीडियो कॉल नहीं कर पा रहे थे और ना ही संदेश भेज या प्राप्त कर पा रहे थे। इन तीनों सोशल मीडिया मंच के उपयोगकर्ता काफी समय तक परेशान रहे, क्योंकि उन्हें बार-बार ‘एरर' (त्रुटि) के संदेश आ रहे थे। इसके परिणामस्वरूप सिलिकॉन वैली स्थित फर्म फेसबुक के शेयरों में लगभग पांच प्रतिशत की गिरावट भी आई। इससे पहले, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने भी सेवाएं बंद होने से प्रभावित हुए लोगों से माफी मांगी थी। मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘ फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और मैसेंजर की सेवाएं बहाल हो गई हैं। आज हुई असुविधा के लिए माफी चाहता हूं। मुझे पता है कि अपने प्रियजन से जुड़े रहने के लिए हमारी सेवाओं पर आप कितना निर्भर हैं।'' वहीं, फेसबुक ने ट्विटर पर कहा था, ‘‘ दुनिया भर के लोगों और व्यवसायों के विशाल समुदाय जो हम पर निर्भर हैं.. उनके लिए हमें खेद है। हम अपनी ऐप और सेवाओं तक पहुंच बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं और यह जानकारी देकर खुशी हो रही है कि वे अब बहाल हो रही हैं। संयम रखने के लिए आप सभी का शुक्रिया।'' फेसबुक के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी माइक श्रोफर ने ट्वीट किया, ‘‘फेसबुक संचालित सेवाओं के बंद होने से प्रभावित सभी लोगों से माफी मांगता हूं। हम नेटवर्किंग समस्याओं का सामना कर रहे हैं और टीमें इसे जल्द से जल्द ठीक करने और पुन: स्थापित करने के लिए काम कर रही हैं।'' श्रोफर ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘फेसबुक सेवाएं अब बहाल हो गई हैं...पूरी तरह ठीक होने में थोड़ा समय लग सकता है। हम पर निर्भर हर छोटे और बड़े व्यवसाय, परिवार और हरेक व्यक्ति से....मैं माफी चाहता हूं।'' व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम ने भी अपने उपयोगकर्ताओं को सेवाएं बंद होने की जानकारी ट्विटर पर ही दी थी।‘द वॉल स्ट्रीट' पत्रिका के अनुसार, सेवाएं बंद होने के कारण फेसबुक के आंतरिक संचार उपकरणों में भी व्यापक व्यवधान पैदा हुआ, जिसमें कुछ ‘वॉयस कॉल' और ‘कैलेंडर अपॉइंटमेंट' तथा अन्य कार्यों के लिए उपयोग किए जाने वाली ऐप शामिल हैं।--
- मॉस्को। रूस ने एक हाइपरसोनिक मिसाइल का पहली बार परमाणु पनडुब्बी से सफलतापूर्वक परीक्षण किया। सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेवेरोडविंस्क पनडुब्बी से जिरकॉन मिसाइल के दो परीक्षण किये गये और बेरेंट्स सागर के तट पर स्थित छद्म (मॉक) लक्ष्यों को सटीक तरीके से निशाना बनाया। यह पहली बार है जब जिरकॉन मिसाइल का प्रक्षेपण पनडुब्बी के जरिये किया गया। इससे पहले जुलाई में नौसेना के युद्धपोत से इसका कई बार परीक्षण किया गया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि जिरकॉन ध्वनि की गति से नौ गुना तेज उड़ान भरने में सक्षम होगी और यह 1,000 किलोमीटर (620 मील) सीमा क्षेत्र में लक्ष्य को निशाना बना सकती है। पुतिन ने कहा कि इसकी तैनाती से रूसी सैन्य क्षमता में काफी वृद्धि होगी। अधिकारियों ने कहा कि जिरकॉन के परीक्षण इस साल के अंत में पूरे होने हैं और इसे 2022 में रूसी नौसेना में शामिल किया जाएगा। जिरकॉन का उद्देश्य रूसी क्रूजर, युद्धपोत और पनडुब्बियों को अधिक शक्तिशाली बनाना है। यह रूस में विकसित कई हाइपरसोनिक मिसाइलों में से एक है।-file phooto
- स्टॉकहोम। इस वर्ष का चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिकों डेविड जूलियस और आर्डम पातापुतियन को दिए जाने की घोषणा की गयी है। उन्हें तापमान और स्पर्श के लिए ‘रिसेप्टर' की खोज के लिए यह सम्मान दिया गया है। इन ‘रिसेप्टर' से इंसान तापमान और स्पर्श को महसूस करता है। दोनों वैज्ञानिकों का अध्ययन ‘सोमैटोसेंसेशन' क्षेत्र पर केंद्रित था जो आंख, कान और त्वचा जैसे विशेष अंगों की क्षमता से संबंधित है। नोबेल समिति के महासचिव थॉमस पर्लमैन ने सोमवार को इन विजेताओं के नामों की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘इससे वास्तव में प्रकृति के रहस्यों में से एक का खुलासा होता है... यह वास्तव में ऐसा कुछ है जो हमारे अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए यह एक बहुत ही अहम और गहन खोज है।" समिति ने कहा कि जूलियस (65) ने तंत्रिका सेंसर की पहचान करने के लिए मिर्च के घटक कैप्साइसिन का इस्तेमाल किया। तंत्रिका सेंसर से त्वचा पर तापमान की प्रतिक्रिया होती है। उसने कहा कि पातापुतियन ने कोशिकाओं में अलग दबाव-संवेदनशील सेंसर का पता लगाया। पिछले साल इसी जोड़ी को ‘न्यूरोसाइंस' के लिए प्रतिष्ठित कवली पुरस्कार दिया गया था।नोबेल समिति के पैट्रिक अर्नफोर्स ने कहा, "कल्पना कीजिए कि आप गर्मी के मौसम में किसी दिन सुबह मैदान में नंगे पांव चल रहे हैं... आप सूरज की गर्मी, सुबह की ओस की ठंडक, हवा और अपने पैरों के नीचे घास को महसूस कर सकते हैं। तापमान, स्पर्श और हरकत के ये प्रभाव सोमैटोसेंसेशन पर निर्भर भावनाएं हैं।" उन्होंने कहा, "त्वचा और अन्य गहरे ऊतकों से इस तरह की सूचना लगातार निकलती है और हमें बाहरी और आंतरिक दुनिया से जोड़ती है। यह उन कार्यों के लिए भी आवश्यक है, जिन्हें हम सहजता से और बिना ज्यादा सोचे-समझे करते हैं।” पर्लमैन ने कहा कि उन्होंने पुरस्कारों की घोषणा से पहले दोनों विजेताओं से बातचीत की थी। उन्होंने कहा, ‘‘उनसे बातचीत करने के लिए मेरे पास कुछ मिनट ही थे... वे काफी खुश थे और शायद कुछ हैरान भी।'' पिछले साल का पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को दिया गया था, जिन्होंने लीवर को खराब करने वाले हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज की। वह ऐसी कामयाबी थी, जिससे घातक बीमारी के इलाज का रास्ता प्रशस्त हुआ और ब्लड बैंकों के माध्यम से इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए परीक्षण किए गए। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 11.4 लाख अमेरिकी डॉलर) दिए जाते हैं। पुरस्कार की राशि स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से दी जाती है। नोबेल का 1895 में निधन हो गया था। नोबेल पुरस्कार चिकित्सा के अलावा भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिए जाते हैं।
- तोक्यो। जापान की संसद ने पूर्व विदेश मंत्री फुमिओ किशिदा को सोमवार को देश का नया प्रधानमंत्री चुना।किशिदा पर आसन्न राष्ट्रीय चुनाव से पहले कोरोना वायरस वैश्विक महामारी और सुरक्षा चुनौतियों से तेजी से निपटने की चुनौती है।किशिदा ने योशिहिदे सुगा का स्थान लिया है। सुगा और उनकी कैबिनेट ने दिन की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था। किशिदा और उनकी कैबिनेट के सदस्य आज ही, बाद में शपथ ग्रहण करेंगे।कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के तरीकों और संक्रमण के बाजवूद ओलंपिक खेलों के आयोजन पर अड़े रहने की वजह से लोकप्रियता में कमी आने के कारण सुगा ने केवल एक साल पद पर रहने के बाद ही इस्तीफा दे दिया था। जापान के पूर्व विदेश मंत्री किशिदा ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता पद का चुनाव पिछले सप्ताह जीत लिया था।किशिदा ने पार्टी के नेता पद के मुकाबले में लोकप्रिय टीकाकरण मंत्री तारो कोनो को हराया था। उन्होंने पहले चरण के चुनाव में दो महिला उम्मीदवारों सना तकाइची और सेइको नोडा को पराजित किया था। उनकी जीत से प्रदर्शित होता है कि किशिदा को अपनी पार्टी के दिग्गजों का समर्थन मिला, जिन्होंने कोनो द्वारा समर्थित बदलाव के बजाय स्थिरता को चुना। कोनो को स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति के तौर पर जाना जाता है। किशिदा को एक शांत उदारवादी के रूप में जाना जाता था, लेकिन जाहिर तौर पर पार्टी में प्रभावशाली रूढ़िवादियों का समर्थन हासिल करने के लिए उन्होंने आक्रामक नेता की छवि बनाई।जापानी मीडिया ने बताया कि सुगा की 20 सदस्यीय कैबिनेट के दो सदस्यों को छोड़ कर शेष सभी के स्थान पर नए नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। अधिकतर पदों पर उन नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जिन्होंने पार्टी में हुए चुनाव में किशिदा को समर्थन दिया था। कैबिनेट में केवल तीन महिला नेता शामिल होंगी।जापान की कूटनीति और सुरक्षा नीतियों की निरंतरता सुनिश्चित करते हुए विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और रक्षा मंत्री नोबुओ किशी को कैबिनेट में बनाए रखा जाएगा। जापान, क्षेत्र में चीन की गतिविधियों और बढ़ते तनाव के मद्देनजर अमेरिका के साथ मिलकर द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर निकटता से काम करना चाहता है।
- रोम। इटली में रोम के टाइबर नदी पर बने ऐतिहासिक पुल का एक हिस्सा रविवार सुबह आग लगने से क्षतिग्रस्त हो गया। यह आग गैस कनस्तर में विस्फोट होने के कारण लगी। दमकलकर्मियों ने बताया कि शनिवार आधी रात से पहले ओस्टेइंसे के निकट आग लगी और तड़के चार बजे उन्होंने आग पर काबू पा लिया। इटली की सरकारी टेलीविजन ने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन ऐहतियात के तौर पर नदी किनारे बने तीन नाइट क्लब को खाली कराया गया। माना जा रहा है कि पुल के निकट नदी तट पर अस्थायी निवास बना कर रह रहे बेघर लोगों में से एक की झुग्गी में आग लगी और बाद में यह फैल गई। रेडियो स्टेशन ने बताया कि अधिकारियों का मनना है कि खाना बनाने वाले सिलेंडर में विस्फोट के बाद आग लगी। इस घटना में पुल का एक हिस्सा टूट कर नदी में गिर गया।दमकलकर्मियों ने ट्वीट करके बताया कि पुल का इस्तेमाल अब खतरनाक हो सकता है। उन्होंने पुल की मरम्मत का काम पूरा होने तक इसके नीचे से किसी भी प्रकार की आवाजाही पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि देश के लोग इसे ‘आयरन ब्रिज' कहते हैं और पहले यह रेलवे पुल हुआ करता था, बाद में इस पुल में ढांचे में बदलाव कर कार और पैदल यात्रियों के इस्तेमाल योग्य भी बनाया गया।
- बुखारेस्ट। रोमानिया के बंदरगाह शहर कोन्स्तांता के एक अस्पताल में शुक्रवार सुबह लगी आग में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।रोमानिया के आपातकालीन स्थिति निरीक्षण कार्यालय ने कहा कि सभी मरीजों को संक्रामक रोगों के कोन्स्तांता अस्पताल से निकाल लिया गया है और मध्याह्न तक आग बुझा ली गई थी।स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ज्यादा जानकारी प्रेस वार्ता में दी जाएगी। उसका समय अभी नहीं बताया गया है।बयान में कहा गया कि 113 मरीज अस्पताल की चिकित्सा इकाई में थे, जिनमें से 10 गहन चिकित्सा इकाई के मरीज थे।1.9 करोड़ की आबादी वाले यूरोपीय संघ के देश रोमानिया में पिछले एक साल के भीतर दो अन्य अस्पताल में घातक आग लगी है, जिसने देश के पुराने अस्पतालों के बुनियादी ढांचों के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं।पिछले नवंबर में, उत्तरी शहर पियात्रा नीमत में कोविड-19 रोगियों के लिए गहन देखभाल इकाई में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। जनवरी में एक और आग ने बुखारेस्ट के मातेइ बाल्स अस्पताल के एक वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया था, जिसमें कम से कम पांच लोग मारे गए थे। मातेइ बाल्स की आग के बाद, राष्ट्रपति क्लाउस इओहानिस ने तत्काल और "गहन" सुधार का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि इस तरह की त्रासदी "फिर से नहीं होनी चाहिए।”
- लंदन। भारत के 20 वर्षीय वास्तुशास्त्र के एक छात्र को इस वर्ष सतत विकास के लिए राष्ट्रमंडल पुरस्कार से नवाजा गया है। उसने कोविड-19 पृथक-वास और भूकंप तथा बाढ़ जैसे कठिन मौसम में आवास के लिए सस्ते घर का आविष्कार किया है। यह पुरस्कार दुनिया भर में 15 लोगों को दिया गया है। नयी दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रहे कैफ अली को प्रीफैब्रिकेटेड सतत आवास ‘स्पेसइरा' की डिजाइनिंग के लिए पुरस्कृत किया गया है। यह घर न केवल खतरनाक वायरस के संचरण को कम करता है बल्कि भविष्य में दुनिया भर के शरणार्थियों के लिए आवास की समस्या को भी दूर कर सकता है। विजेता के तौर पर कैफ को तीन हजार ब्रिटिश पाउंड की राशि मिलेगी और वह राष्ट्रमंडल देशों के सहयोगियों के साथ मिलकर अपने आविष्कार को और उन्नत बना सकेगा। उसने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल अनुसंधान पुरस्कार जीतने से मेरा विश्वास काफी बढ़ गया है तथा मुझे और अधिक मेहनत करने और सतत भविष्य के लिए अभूतपूर्व समाधान खोजने की प्रेरणा मिली है।
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बिलिंग्स। अमेरिका में आईवरी-बिल्ड वूडपेकर(कठफोड़वा की प्रजाति) समेत 23 परिंदों, मछलियों और अन्य प्रजातियों को बुधवार को विलुप्त घोषित कर दिया। सरकार के वैज्ञानिकों का कहना है कि वे इन 23 प्रजातियों को खोजने में थक गए हैं। उन्होंने चेताया कि मुख्य तौर पर जलवायु परिवर्तन की वजह से ये प्रजातियां तेजी से विलुप्त हुई हैं क्योंकि धरती के गर्म होने से पौधों और वन्यजीवों के लिए खतरा बढ़ता है। आईवरी-बिल्ड वूडपेकर शायद सबसे प्रसिद्ध प्रजाति है जिसे अमेरिकी मत्स्य पालन एवं वन्यजीव विभाग ने विलुप्त घोषित किया है। इस परिंदे को हाल के दशकों में अर्कांसस, लुइसियाना, मिसिसिपी और फ्लोरिडा में काफी खोजा गया गया है, लेकिन यह विलुप्त हो गया है। अन्य में फ्लैट पिगटो शामिल है जो दक्षिण पूर्वी अमेरिका में मीठे पानी का शंबुक (मसल्स) है। इसे कुछ ही बार देखा गया है और फिर कभी नहीं देखा गया। इसका मतलब है कि इसका अस्तित्व लुप्त हो रहा है। टेनेसी में अमेरिकी मत्स्य एवं वन्य सेवा में जीवविज्ञानी एंथोनी ‘एंडी' फोर्ड' ने कहा, “ जब भी मैं इस दुलर्भ जीव को देखता हूं तो मेरे दिमाग में आता है कि शायद में वह आखिरी शख्स हूं जो इस जीव को फिर देख रहा है।” बहरहाल, इन प्रजातियों के विलुप्त होने के कारण अलग अलग हैं, जिसमें अधिक विकास से लेकर, जल प्रदूषण, पंखों के लिए पक्षियों का वध और पशुओं को पकड़ा शामिल है। हर मामले में इंसान ही अंतिम कारण है। एक और बात जो उन्होंने साझा की है कि 1960 के दशक में शुरू की गई लुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में शामिल किए जाने वाले 23 जीवों के बचे रहने की संभावना बहुत कम है। विलुप्त प्रजाति कानून बनने के बाद इसमें से सिर्फ 11 प्रजातियों को हटाया गया है।
- वाशिंगटन। फाइजर ने अपने कोविड-19 टीके के बच्चों पर असर संबंधी अनुसंधान के परिणाम अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) को सौंप दिए हैं, लेकिन यह टीका संभवत: नवंबर तक उपलब्ध नहीं हो सकेगा।कंपनी ने मंगलवार को बताया कि उसने पांच से 11 साल तक के बच्चों को टीका लगाए जाने को लेकर हाल में किए गए एक अध्ययन के आंकड़े स्वास्थ्य नियामकों को मुहैया कराए थे। अधिकारियों ने इससे पहले कहा था कि वे आगामी सप्ताह में टीकों का इस्तेमाल करने की अनुमति के लिए एफडीए से निवेदन करेंगे।कंपनी द्वारा आवेदन दायर करने के बाद अमेरिकी नियामक और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी सबूतों की समीक्षा करेंगे और सार्वजनिक बैठकों में अपनी सलाहकार समितियों से परामर्श करेंगे ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि टीके सुरक्षित और पर्याप्त रूप से प्रभावी हैं या नहीं। सभी मापदंडों पर खरे उतरने के बाद ही बच्चों के लिए टीके की सिफारिश की जा सकेगी।प्रक्रिया की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि इस प्रक्रिया का अर्थ है कि टीके ‘थैंक्सगिविंग’ से पहले संभवत: उपलब्ध नहीं होंगे, लेकिन एफडीए यदि तेजी से कार्रवाई करता है, तो टीकों के नवंबर की शुरुआत में उपलब्ध होने की उम्मीद है। दवा निर्माता और उसकी सहयोगी कंपनी जर्मनी की बायोएनटेक ने कहा कि वे ‘‘आगामी सप्ताह में’’ पांच से 11 साल के बच्चों के लिए अपने टीके के आपात इस्तेमाल की अनुमति के लिए अनुरोध कर सकते हैं। कंपनी की ‘यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी’ और अन्य नियामकों को भी आंकड़े मुहैया कराने की योजना है। फाइजर का टीका अभी 12 साल या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए उपलब्ध है। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने बताया कि करीब 10 करोड़ लोगों को फाइजर का टीका लग चुका है।
- मुजफ्फरनगर (उप्र)। मुजफ्फरनगर में तेज गति से आ रही कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी जिससे मोटरसाइकिल पर सवार 12 वर्षीय लड़के की मौत हो गयी और उसका एक रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने बुधवार को बताया कि यह हादसा मंगलवार की शाम को तावली गांव के समीप शाहपुर-मुजफ्फरनगर रोड पर हुआ। उन्होंने बताया कि अहमद की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी जबकि जबीर को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के समय दोनों तावली गांव से मुजफ्फरनगर जा रहे थे। कार का चालक घटनास्थल से फरार हो गया। इस बीच, गुस्साए गांववालों ने दोषी को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए शाहपुर-मुजफ्फरनगर सड़क अवरुद्ध कर दी। मुजफ्फरनगर के उपमंडलीय मजिस्ट्रेट दीपक कुमार ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया जिसके बाद सड़क फिर से खोली गयी।
- ईगल रिवर (अमेरिका)। उत्तरी विस्कॉन्सिन में मंगलवार दोपहर से पहले एक छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) की प्रवक्ता एम्मा डंकन ने बताया कि दो इंजन वाला विमान ‘रॉकवेल 690बी' ईगल रिवर के पूर्व में 12 मील (19 किलोमीटर) दूर एक दलदल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे के समय विमान में तीन लोग सवार थे। ‘डब्ल्यूएसएडब्ल्यू टीवी' की खबर के अनुसार, डंकन ने कहा कि संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) और राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) घटना की जांच करेंगे। एनटीएसबी जांच का नेतृत्व करेगा। अभी घटना से जुड़ी विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है।
- क्वीटो (इक्वाडोर) । इक्वाडोर के तटीय शहर ग्वायाकिल में जेल में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में 30 कैदियों की मौत हो गई जबकि 47 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस कमांडर फाबियान बस्तोस ने संवाददाताओं को बताया कि करीब पांच घंटों के बाद पुलिस और सेना ने अभियान चलाकर जेल पर फिर से नियंत्रण किया। उन्होंने कहा कि कई हथियार भी जब्त किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि जेल के ‘लॉस लोबोस' और ‘लॉस चोनेरोस' गिरोह के बीच हुए विवाद के बाद शुरू हुई हिंसा के दौरान बंदूकों और चाकूओं का इस्तेमाल किया गया और धमाके भी किए गए। टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों में कैदी जेल की खिड़कियों से गोलियां चलाते दिखाई दे रहे थे और इस दौरान धुआं उठ रहा था व गोलियां चलने व विस्फोटों की आवाज भी आ रही थी। गुआस सरकार ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिसमें जेल के एक हिस्से से छह रसोइयों को निकाले जाते देखा जा सकता है। इससे पहले जुलाई में जेल में हुई हिंसा के दौरान भी 100 से ज्यादा कैदियों की मौत हो गई थी। इसके बाद राष्ट्रपति गिलेर्मो लेस्सो ने इक्वाडोर की जेल प्रणाली में आपाताकाल की घोषणा की थी।-file photo
- तोक्यो। जापान की सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू आपातकाल को बृहस्पतिवार को समाप्त कर दिया जाएगा ताकि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके। प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने मंगलवार को कहा कि आपातकाल गुरुवार को समाप्त हो जाएगा और वायरस प्रतिबंधों को धीरे-धीरे कम किया जाएगा "ताकि वायरस की उपस्थिति के बावजूद दैनिक जीवन फिर से शुरू हो सके।" उन्होंने कहा कि सरकार अधिक अस्थायी कोविड--19 उपचार केंद्र बनाएगी और भविष्य में किसी भी प्रसार से निपटने की तैयारी के लिए टीकाकरण जारी रखेगी। सुगा ने कहा कि सरकार के अधिकारी वैक्सीन पासपोर्ट और वायरस परीक्षण जैसी अन्य योजनाएं भी शुरू कर रहे हैं। इस रियायत के बाद, जापान छह महीनों से ज्यादा वक्त में पहली बार आपातकाल की जरूरतों से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। अप्रैल से प्रभावी, जापान में आपातकाल की मौजूदा स्थिति को बार-बार बढ़ाया गया और विस्तारित किया गया। उपायों को लेकर सार्वजनिक हताशा एवं निराशा के बावजूद, जापान ने कोविड-19 से लगभग 16.9 लाख मामले और 17,500 मौतें दर्ज करते हुए और अधिक प्रतिबंधात्मक लॉकडाउन से बचने में कामयाबी हासिल की है। आपातकाल में मुख्य रूप से रेस्तरां और बार के लिए अपने घंटे कम करने और शराब नहीं परोसने के अनुरोध शामिल थे। तोक्यो, ओसाका, ह्योगो और क्योटो के गवर्नरों ने कहा है कि वे वायरस की स्थिति की बारीकी से निगरानी करते हुए उन अनुरोधों पर विचार करने की योजना बना रहे हैं। संक्रमण की एक और लहर को रोकने की आवश्यकता को संतुलित करते हुए जापान सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों का विस्तार करने के लिए उत्सुक है। सरकार पर अगले दो महीने में संसदीय चुनावों से पहले एक प्रभावी वायरस रणनीति बनाए रखने का दबाव है। सत्तारूढ़ पार्टी इस हफ्ते के अंत में सुगा के स्थान पर किसी और का चयन कर सकती है। अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में जिन भोजनालयों और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को जल्दी बंद करने का अनुरोध किया गया है उन्हें धीरे-धीरे सामान्य घंटों के अनुरूप काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए जब तक अधिकारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को सुदृढ़ कर रहे हैं। सरकार के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार ने संवाददाताओं से कहा, “आपातकाल हटाने का मतलब यह नहीं है कि हम 100 प्रतिशत सुरक्षित हैं।” उन्होंने प्रसार बढ़ने की किसी भी आशंका के मद्देनजर तुरंत नियंत्रण कड़े करने की अधिकारियों से अपील की है।
- लंदन। दीवाली के मौके पर अब विदेशों में भी धन की देवी लक्ष्मी वाले सोने के सिक्के और छड़ों की बिक्री की जा रही है। ब्रिटेन की रॉयल मिंट ने मंगलवार को पहली बार देवी लक्ष्मी की छवि वाली स्वर्ण ‘बार रेंज' की बिक्री शुरू की है। सोने की यह ‘बार' 20 ग्राम में है जिसमें धन की देवी लक्ष्मी की छवि अंकित है। रॉयल मिंट के डिजाइनर एम्मा नोबल ने इसका डिजाइन तैयार किया है। इस स्वर्ण बिस्कुट की खुदरा कीमत 1,080 पाउंड है, जिसे रॉयल मिंट द्वारा विविधता और समावेश के प्रति उसकी सतत प्रतिबद्धता और देश में विविध सांस्कृतिक समारोहों के विस्तार के रूप में वर्णित किया है। रॉयल मिंट में बहुमूल्य धातु खंड के ‘डिवीजनल डायरेक्टर' एंड्रयू डिकी ने कहा, ‘‘दिवाली त्योहार के दौरान सोना एक पारंपरिक और शुभ उपहार होने के साथ, हम एक ऐसा उत्पाद विकसित करना चाहते थे, जिसमें सुंदरता और परंपरा दोनों शामिल हों और इसमें आधुनिकता का समावेश भी हो।






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