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- नयी दिल्ली. हीरो इलेक्ट्रिक ने अगले एक साल में 50,000 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए बोल्ट के साथ साझेदारी की है। बोल्ट एक अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग नेटवर्क है। हीरो इलेक्ट्रिक ने बुधवार को कहा कि इस साझेदारी के तहत पूरे भारत में 750 से अधिक हीरो इलेक्ट्रिक के टच प्वाइंट में बोल्ट चार्जर लगाए जाएंगे। इससे 4.5 लाख से अधिक ग्राहकों को फायदा मिलेगा। इसके अलावा लगभग 2,000 हीरो इलेक्ट्रिक चालक अपने घरों में बोल्ट चार्जिंग इकाइयों का निशुल्क लाभ ले सकेंगे। हीरो इलेक्ट्रिक के सीईओ सोहिंदर गिल ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारा मिशन कार्बन मुक्त गतिशीलता को बढ़ावा देना और एक मजबूत ईवी सफर का अनुभव देने के लिए मजबूत चार्जिंग नेटवर्क का निर्माण करना है।'' उन्होंने कहा कि इस गठजोड़ से लाखों हीरो इलेक्ट्रिक ग्राहकों का सफर आसान होगा।
- नयी दिल्ली. इफको किसान संचार लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसने उत्पादन बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत किसानों की मदद से लगभग 25 स्मार्ट प्रौद्योगिकी आधारित खेत विकसित किए हैं। इससे लागत में कमी होगी और आय बढ़ेगी।इफको किसान संचार लिमिटेड चार प्रमुख क्षेत्रों - स्मार्ट कृषि समाधान, पशु चारा व्यवसाय, कृषि-तकनीक और कॉल सेंटर सेवाएं, में काम करती है। कंपनी इन स्मार्ट खेतों में स्वचालित वायरलेस मौसम केंद्र (एडब्ल्यूडब्ल्यूएस), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) आधारित स्वचालित ड्रिप सिंचाई प्रणाली, मिट्टी की नमी सेंसर और जीआईएस आधारित रिमोट सेंसिंग उपग्रह चित्र विश्लेषण जैसी स्मार्ट तकनीकों का इस्तेमाल करती है। इन 25 स्मार्ट खेतों में प्रत्येक पांच एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है।इफको किसान संचार लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संदीप मल्होत्रा ने कहा, ‘‘हमारी कोशिश उत्कृष्टता के ऐसे प्रतीकों को स्थापित करना है, जहां विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों और फसलों में सटीक कृषि प्रौद्योगिकियों को लागू किया जाए।'' उन्होंने कहा कि कंपनी किसानों को उन्नत और लाभकारी प्रथाओं के संबंध में सेवाएं देने के लिए काम कर रही है। भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) ने भारती एयरटेल और स्टार ग्लोबल रिसोर्सेज लिमिटेड के साथ मिलकर इफको किसान संचार लिमिटेड का गठन किया है।
- मुंबई. घरेलू शेयर बाजार में उछाल और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बीच बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे चढ़कर 76.21 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मजबूती के साथ 76.41 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 76.16 प्रति डॉलर के उच्च स्तर तक गया और अंत में यह 76.21 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ। यह पिछले कारोबारी दिन की तुलना में 29 पैसे की मजबूती को दर्शाता है। इससे पिछले कारोबारी दिवस यानी मंगलवार को रुपया 21 पैसे की गिरावट के साथ 76.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के एवीपी (बुनियादी मुद्रा) और जिंस विश्लेषक प्रवीण सिंह ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और घरेलू शेयर बाजार में तेजी से रुपया बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है।'' इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट लेकर 100.35 पर कारोबार कर रहा था। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.76 प्रतिशत बढ़कर 108.06 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 574.35 अंक की वृद्धि के साथ 57,037.50 अंक पर बंद हुआ तथा निफ्टी भी 177.90 अंक चढ़कर 17,136.55 अंक पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 5,871.69 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
- मुंबई. शेयर बाजारों में पिछले पांच कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर बुधवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 574.35 अंक उछलकर बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, टीसीएस, एचडीएफसी लि. तथा एचडीएफसी बैंक में लिवाली से बाजार में तेजी लौटी। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख से भी बाजार को मजबूती मिली है।तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 574.35 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,037.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक एक समय 753.36 अंक यानी 1.33 प्रतिशत चढ़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 177.90 अंक यानी 1.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,136.55 अंक पर बंद हुआ। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘एचडएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में निचले स्तर पर लिवाली हुई, जिसका बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा। विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे हैं, जबकि बाजार को घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) से मदद मिल रही है। इससे कुछ हद तक संतुलन बन रहा है।'' सेंसेक्स के तीस शेयरों में से अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लि., भारती एयरटेल, एचडीएफसी और डॉ. रेड्डीज प्रमुख रूप से लाभ में रहे। इसके उलट नुकसान में रहने वाले शेयरों में बजाज फाइनेंस , आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील और आईटीसी शामिल हैं। इससे पहले, दोनों मानक सूचकांक...बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी... में लगातार पांच कारोबारी सत्रों में गिरावट दर्ज की गयी थी। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट नुकसान में रहे, जबकि जापान का निक्की फायदे में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.89 प्रतिशत लाभ के साथ 108.2 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 5,871.69 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
- नयी दिल्ली। एचडीएफसी लिमिटेड अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआईए) की सहायक कंपनी को एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगा।एचडीएफसी ने बुधवार को बताया कि यह सौदा 184 करोड़ रुपये में हुआ।एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स की स्थापना 2016 में हुई थी, और यह एचडीएफसी कैपिटल अफोर्डेबल रियल एस्टेट फंड 1, 2 और 3 की निवेश प्रबंधक है। एचडीएफसी कैपिटल द्वारा प्रबंधित फंड के जरिए किफायती और मध्यम आय वाली आवास परियोजनाओं को वित्त दिया जाता है।
- नयी दिल्ली। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) ने फोर्टिस हेल्थकेयर मामले में उद्यमी मालविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह समेत नौ लोगों पर कुल 24 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। सेबी ने मंगलवार को 109 पन्नों का अंतिम आदेश पारित करते हुए दोनों सिंह बंधुओ पर पांच-पांच करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया और आरएचसी होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड पर 2.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। आदेश के अनुसार फोर्टिस हेल्थकेयर पर एक करोड़ रुपये और फोर्टिस हॉस्पिटल्स पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा मालव होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड पर 2.5 करोड़ रुपये, शिवी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड पर 2.5 करोड़ रुपये, गगनदीप सिंह बेदी पर 2.5 करोड़ रुपये और भवदीप सिंह पर 2.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। गौरतलब है कि अक्टूबर 2018 में, सेबी ने फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड को सिंह बंधुओं और विभिन्न अन्य संस्थाओं से ब्याज सहित 403 करोड़ रुपये की वसूली के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया था। सेबी ने साथ ही सिंह बंधुओं को प्रतिभूति बाजार से तीन साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। उन्हें किसी सूचीबद्ध कंपनी में निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक के रूप में या किसी मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर संस्थान के सेबी के साथ पंजीकृत मध्यस्थ के रूप में संबद्ध होने से भी रोक दिया गया है।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को कहा कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) रियल एस्टेट क्षेत्र को तभी कर्ज दें, जब उन्हें उनकी परियोजनाओं के लिये सभी जरूरी मंजूरियां मिल गयी हों। आरबीआई ने साफ किया कि एनबीएफसी को कर्ज मंजूरी से पहले सरकार तथा अन्य नियामकीय प्राधिकरणों से उनकी परियोजनाओं को मंजूरी को सुनिश्चित करने की जरूरत होगी। इसके अलावा आरबीआई ने यह भी कहा कि एनबीएफसी को अपने चेयरमैन और प्रबंध निदेशक या उनके रिश्तेदारों तथा संबंधित इकाइयों समेत अपने निदेशकों को पांच करोड़ रुपये और उससे अधिक कर्ज नहीं देना चाहिए। ये नियम अक्टूबर से अमल में आएंगे।कर्ज देने को लेकर एनबीएफसी पर संशोधित नियामकीय पाबंदियों पर जारी अधिसूचना में केंद्रीय बैंक ने कहा कि पांच करोड़ रुपये से कम के ऋण के लिये इन कर्जदारों को उचित प्राधिकरण के जरिये मंजूरी दी जा सकती है लेकिन मामले को निदेशक मंडल (बोर्ड) के संज्ञान में लाने की जरूरत होगी। आरबीआई ने कहा, ‘‘रियल एस्टेट क्षेत्र के कर्ज आवेदन पर गौर करते हुए एनबीएफसी यह सुनिश्चित करेंगी कि संबंधित कर्जदारों को उनकी परियोजनाओं को सरकार/स्थानीय प्राधिकरण/अन्य सांवधिक प्राधिकारों से जरूरी मंजूरी मिल गयी है।'' शीर्ष बैंक ने कहा कि कर्ज की मंजूरी सामान्य स्थिति में दी जा सकती है लेकिन वितरण तभी होगा, जब कर्जदार ने सरकार/अन्य सांवधिक निकायों से अपनी परियोजना को लेकर जरूरी मंजूरी हासिल कर ली हो। ये दिशानिर्देश एक अक्टूबर, 2022 से अमल में आएगा और मझोले स्तर (एमएल) तथा उच्च स्तर (यूएल) की एनबीएफसी पर लागू होगा। बुनियादी स्तर (बीएल) की एनबीएफसी वे हैं, जो जमा स्वीकार नहीं करतीं और उनकी संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये से कम है। वहीं मझोले स्तर की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां भी जमा स्वीकार नहीं करती, पर उनका संपत्ति आकार 1,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक होता है। वहीं, उच्च स्तर की एनबीएफसी वे हैं, जिन्हें रिजर्व बैंक ने नियामकीय जरूरत बढ़ाने को लेकर चिन्हित किया है।
- नयी दिल्ली. डाबर इंडिया लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए अगले एक साल में 100 इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को बेड़े में शामिल करेगी। कंपनी ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों को पहले उत्तर भारत में उसके बेड़े में शामिल किया गया है और हरियाणा के सोनीपत क्षेत्र में इन वाहनों की आपूर्ति शुरू हो गई है। डाबर इंडिया लिमिटेड के सीईओ मोहित मल्होत्रा ने एक बयान में कहा कि अगले 12 महीनों में पूरे देश में सभी 100 इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल कर लिया जाएगा। कंपनी ने कहा कि इस कदम से उसके सालाना कार्बन उत्सर्जन में काफी कमी आएगी।
- नयी दिल्ली . भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपनी सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) में 10 आधार अंक (बीपीएस) या 0.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इस कदम से कर्ज लेने वालों के लिए ईएमआई में वृद्धि होगी। इसके साथ ही आने वाले दिनों में दूसरे बैंकों द्वारा भी उधारी दर में संशोधन किए जाने की संभावना है। एसबीआई के इस फैसले के बाद जिन लोगों ने एमसीएलआर पर कर्ज लिया है, उनकी ईएमआई बढ़ जाएगी। हालांकि, जिन लोगों ने अन्य मानकों के आधार पर ऋण लिया है, उनकी ईएमआई पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। एसबीआई की ईबीएलआर (वाह्य मानक आधारित उधारी दर) 6.65 प्रतिशत है, जबकि रेपो से जुड़ी उधारी दर (आरएलएलआर) 6.25 प्रतिशत है। ये दर एक अप्रैल से प्रभावी है। आवास और ऑटो ऋण सहित किसी भी प्रकार का ऋण देते समय बैंक ईबीएलआर और आरएलएलआर पर ऋण जोखिम प्रीमियम (सीआरपी) को जोड़ते हैं। एसबीआई की वेबसाइट पर दी जानकारी के अनुसार संशोधित एमसीएलआर दर 15 अप्रैल से प्रभावी है। इस संशोधन के साथ एक वर्षीय एमसीएलआर सात प्रतिशत से बढ़कर 7.10 प्रतिशत हो गया है। ओवरनाइट, एक महीने और तीन महीने की एमसीएलआर 10 बीपीएस बढ़कर 6.75 फीसदी हो गई, जबकि छह महीने की एमसीएलआर बढ़कर 7.05 फीसदी हो गई। ज्यादातर कर्ज एक साल की एमसीएलआर दर से जुड़े होते हैं। इसी तरह दो साल की एमसीएलआर 0.1 प्रतिशत बढ़कर 7.30 प्रतिशत और तीन साल की एमसीएलआर 0.1 प्रतिशत बढ़कर 7.40 प्रतिशत हो गई।
- नयी दिल्ली . होंडा कार्स ने अपनी लोकप्रिय सेडान सिटी के आगामी इलेक्ट्रिक हाइब्रिड संस्करण का उत्पादन शुरू कर दिया है। होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) ने मंगलवार को कहा कि नई 'होंडा सिटी ई:एचईवी' को अगले महीने की शुरुआत में बाजार में उतारा जाएगा। इस गाड़ी को राजस्थान के टपुकारा स्थित कंपनी के विनिर्माण संयंत्र में बनाया जा रहा है।एचसीआईएल ने एक बयान में कहा कि ग्राहक 21,000 रुपये की बुकिंग राशि के साथ देश भर के डीलरशिप पर नई होंडा सिटी ई:एचईवी बुक कर सकते हैं। इस कार को कंपनी की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन भी बुक किया जा सकता है। एचसीआईएल के अध्यक्ष और सीईओ ताकुया त्सुमुरा ने कहा कि यह पहल भारतीय ग्राहकों के लिए उन्नत तकनीकों को लाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ‘‘एक कंपनी के रूप में हम हमेशा भारत सरकार के मेक इन इंडिया दृष्टिकोण के साथ ही पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देंगे।
- मुंबई । ई-मोबिलिटी प्रौद्योगिकी मुहैया कराने वाली कंपनी मूविंग ने सोमवार को पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात एवं तमिलनाडु के विभिन्न टियर-2 शहरों में अपने विस्तार की घोषणा की। मूविंग ने एक बयान में कहा कि उसका इस साल टियर-2 बाजारों में करीब 5,000 इलेक्ट्रिक वाहनों को उतारने की योजना है। पहले से ही उसके 1,000 से अधिक दोपहिया एवं तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहन परिचालन में हैं। कंपनी की फिलहाल 11 राज्यों के 16 शहरों में मौजूदगी है। अब उसकी चंडीगढ़, लुधियाना, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद एवं कोयंबटूर में भी मौजूदगी हो गई है। जल्द ही सूरत, मेरठ, आगरा एवं जालंधर में भी नेटवर्क के विस्तार की उम्मीद है। मूविंग के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास मिश्रा ने कहा, "हमारी कंपनी वाणिज्यिक वाहनों को इलेक्ट्रिक दायरे में ला रही है ताकि टियर-2 शहरों में भी इलेक्ट्रिक वाहनों को गति मिले।
- नयी दिल्ली । वाहन विनिर्माता जीप इंडिया ने अपने लोकप्रिय मॉडल जीप कम्पास का एक नया संस्करण 21.95 लाख रुपये की शोरूम कीमत पर उतारा है। जीप इंडिया ने सोमवार को एक बयान में कहा कि कम्पास का नाइट ईगल संस्करण 2 लीटर डीजल इंजन के साथ छह स्पीड वाले मैनुअल ट्रांसमिशन और 1.4 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ सात स्पीड ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में भी उपलब्ध है। कंपनी के मुताबिक, नाइट ईगल संस्करण कम्पास मॉडल की बढ़ती मांग को देखते हुए पेश किया गया है। दरअसल कम्पास के ट्रेलहॉक संस्करण के लिए ग्राहकों को करीब चार महीनों तक इंतजार करना पड़ रहा था। जीप ब्रांड के भारतीय प्रमुख निपुण जे महाजन ने कहा, "कम्पास नाइट ईगल संस्करण एक नए तरह का अंदाज लेकर आया है। ट्रेलहॉक संस्करण को उतारने के दो महीने के भीतर ही पूरा बिक जाना कम्पास मॉडल के प्रति उत्सुकता को दर्शाता है। हमें उम्मीद है कि ग्राहक नए संस्करण का भी उसी तरह स्वागत करेंगे।
- मुंबई । देश में विदेशी मुद्रा भंडार के उच्च स्तर पर होने से विदेशों से कर्ज की लागत के साथ-साथ तथा कंपनियों के लिये जोखिम प्रबंधन की लागत भी कम हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एक लेख में यह कहा गया है। आरबीआई 2019 से विदेशी मुद्रा भंडार पर जोर दे रहा है और यह तीन सितंबर, 2021 को रिकॉर्ड 642.453 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह दिसंबर, 2018 के मुकाबले दोगुना से अधिक है। हालांकि मार्च, 2022 में विदेशी मुद्रा भंडार 14.272 अरब डॉलर घट गया। इसका कारण विकसित देशों में ब्याज दर बढ़ने और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण घरेलू बाजार से पूंजी निकासी है। ‘उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं में विदेशी मुद्रा भंडार बफर: चालक, उद्देश्य और निहितार्थ' शीर्षक से प्रकाशित लेख में कहा गया है, ‘‘भारत के लिये विदेशी मुद्रा भंडार के उच्च स्तर को विदेशी उधारी के साथ-साथ जोखिम प्रबंधन की कम लागत के रूप में देखा जाता है।'' इस लेख को आरबीआई के आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग के डी केशो राउत और दीपिका रावत ने लिखा है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि लेख में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और कोई जरूरी नहीं है कि उसके दृष्टिकोण के अनुरूप हों। लेख के अनुसार हाल के वर्षों में भारत के मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण शुद्ध पूंजी प्रवाह के मुकाबले चालू खाता घाटे (सीएडी) का मामूली स्तर पर होना है। इसके अनुसार यह मोटे तौर पर कोविड के बाद की अवधि में कुछ उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमई) में देखी गई प्रवृत्ति के अनुरूप है। यह आंशिक तौर पर विकसित अर्थव्यवस्थाओं में काफी सस्ती मौद्रिक नीति का नतीजा है। इसके कारण अधिक रिटर्न की तलाश में वहां से पूंजी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में आई। देश का चालू खाते का घाटा 2019-20 में उल्लेखनीय रूप से कम हुआ और 2020-21 में अधिशेष में रहा। दूसरी तरफ प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के साथ पूंजी खाते में इन दोनों साल अधिशेष की स्थिति रही।
- नयी दिल्ली। जीवन बीमा कंपनियों की नए कारोबार से प्रीमियम आय वित्त वर्ष 2021-22 में करीब 13 फीसदी बढ़कर 3,14,263 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने सोमवार को ये आंकड़े जारी किए।आंकड़ों के मुताबिक, 24 जीवन बीमा कंपनियों ने वित्त वर्ष 2020-21 में नए कारोबार से कुल 2,78,277.98 करोड़ रुपये की प्रीमियम आय हासिल की थी। आंकड़ों के मुताबिक, जल्द ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने जा रही सार्वजनिक बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने समाप्त वित्त वर्ष में नए कारोबार से सर्वाधिक 1,98,759.85 करोड़ रुपये का प्रीमियम जुटाया। यह एक साल पहले के 1,84,174.57 करोड़ रुपये की तुलना में करीब आठ फीसदी अधिक है। एलआईसी को छोड़कर बाकी 23 जीवन बीमा कंपनियां निजी क्षेत्र की हैं। इनकी नए कारोबार से कुल प्रीमियम आय 1,15,503.15 करोड़ रुपये रही जो वित्त वर्ष 2020-21 की 94,103.42 करोड़ रुपये की प्रीमियम आय से करीब 23 प्रतिशत अधिक है। अगर जीवन बीमा कारोबार में हिस्सेदारी के नजरिये से देखें तो एलआईसी का इस बाजार के 63.25 फीसदी हिस्से पर कब्जा है जबकि बाकी 36.75 फीसदी हिस्सा 23 निजी कंपनियों के पास है।
- मुंबई | भारत के निर्यात-आयात कारोबार में श्रीलंका की हिस्सेदारी सिर्फ 0.64 प्रतिशत है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि श्रीलंका में गहराते आर्थिक संकट का घरेलू कंपनियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत का निर्यात-आयात कारोबार 1,000 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है।उल्लेखनीय है कि श्रीलंका विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के बाद मार्च के बाद से संकट का सामना कर रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार घटने के कारण श्रीलंका ने पिछले सप्ताह 44 अरब डॉलर के अपने सभी विदेशी ऋण के भुगतान में चूक की है। संकट इतना विकट है कि नोटबुक और स्याही के अभाव में इसके स्कूल बंद हैं, अखबारों ने अखबारों का प्रकाशन बंद कर दिया है और हिंद महासागर स्थित इस राष्ट्र में भोजन, ईंधन और बिजली की राशनिंग हो चली है। श्रीलंका बहुत हद तक पर्यटन पर निर्भर है। वर्ष 2019 में इस्लामिक मिलिशिया द्वारा ईस्टर के मौके पर श्रीलंका पर भारी बमबारी की थी और उसके बाद अब यह देश महामारी का कहर झेल रहा है। इसके अलावा श्रीलंकाई का रुपया, जिसका मूल्य संकट से पहले एक अमेरिकी डॉलर पर 195 होता था, वह तेज गिरावट के साथ मौजूदा समय में लगभग 325 श्रीलंकाई रुपये प्रति डॉलर पर आ गया है।
- मुंबई. लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंडरोवर इंडिया (जेएलआर) ने अपने नए डिस्कवरी मेट्रोपॉलिटन संस्करण की बुकिंग 1.26 करोड़ रुपये की शोरूम कीमत पर शुरू कर दी है। जेएलआर ने सोमवार को एक बयान में कहा कि सात सीटों वाले इस एसयूवी मॉडल में कई बदलाव किए गए हैं और नए दौर को ध्यान में रखते हुए कई नई खूबियां एवं फीचर जोड़े गए हैं। जेएलआर का डिस्कवरी मेट्रोपॉलिटन संस्करण पी360 इंजेनियम पेट्रोल इंजन के साथ डी300 इंजेनियम डीजल इंजन के साथ भी उपलब्ध है। इसका मेट्रोपॉलिटन संस्करण 12.3 इंच के इंटरैक्टिव ड्राइवर डिस्प्ले, वायरलेस फोन चार्जिंग एवं क्लाइमेट कंट्रोल जैसी खूबियों के साथ आता है। जेएलआर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रोहित सूरी ने कहा, ‘‘लैंड रोवर डिस्कवरी भारतीय बाजार में उपलब्ध शायद सबसे ज्यादा खूबियों वाली सात सीटों की एसयूवी है। इसका मेट्रोपॉलिटन संस्करण हमारे ग्राहकों के लिए कई मायने में मूल्यवर्द्धन करता है।
- नयी दिल्ली. ऑटो उद्योग के संगठन सिआम के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत से यात्री वाहनों का निर्यात वित्त वर्ष 2021-22 में 43 प्रतिशत बढ़ गया, जिसमें मारुति सुजुकी इंडिया 2.3 लाख से अधिक इकाइयों के साथ अग्रणी रही। आंकड़ों के मुताबिक 2021-22 में कुल यात्री वाहनों (पीवी) का निर्यात 5,77,875 इकाई रहा, जबकि 2020-21 में यह आंकड़ा 4,04,397 इकाई था। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सिआम) के आंकड़ों के मुताबिक यात्री कार खंड में 42 प्रतिशत वृद्धि के साथ 3,74,986 इकाइयों का निर्यात किया गया, जबकि उपयोगिता वाहन खंड में निर्यात 46 प्रतिशत बढ़कर 2,01,036 इकाइयों पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2021-22 में वैन का निर्यात बढ़कर 1,853 इकाई हो गया, जो वित्त वर्ष 2020-21 में 1,648 इकाई था। निर्यात के लिहाज से मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) अग्रणी रही, जबकि इसके बाद हुंडई मोटर इंडिया और किआ इंडिया रहे। एमएसआई ने समीक्षाधीन अवधि में 2,35,670 यात्री वाहनों का निर्यात किया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले दोगुने से अधिक है।
- नयी दिल्ली. देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने तत्काल प्रभाव से अपने सभी मॉडलों की कीमतों में वृद्धि की है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने लागत में बढ़ोतरी के चलते यह फैसला किया। कंपनी ने कहा कि सभी मॉडलों की कीमतों में औसतन 1.3 प्रतिशत (दिल्ली में शोरूम कीमत) बढ़ोतरी की गई है। एमएसआई ने छह अप्रैल को शेयर बाजार को बताया था कि कच्चे माल में तेजी के चलते उसके वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। एमएसआई ने जनवरी 2021 से मार्च 2022 तक अपने वाहनों की कीमतों में लगभग 8.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।
- नयी दिल्ली. थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) मार्च में चार महीने के उच्च स्तर 14.55 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से कच्चे तेल और जिंसों की कीमतों तेजी के चलते हुई, जबकि इस दौरान सब्जियों की कीमतों में कमी देखी गई। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल 2021 से लेकर लगातार 12वें महीने में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति दो अंकों में बनी हुई है। इससे पहले नवंबर 2021 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति 14.87 प्रतिशत थी। फरवरी 2022 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति 13.11 प्रतिशत थी, जबकि मार्च 2021 में यह 7.89 प्रतिशत थी। समीक्षाधीन माह में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 8.06 प्रतिशत रही, जो फरवरी में 8.19 प्रतिशत थी। इस दौरान सब्जियों की महंगाई दर 26.93 फीसदी से घटकर 19.88 फीसदी रही। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "मार्च 2022 में ऊंची मुद्रास्फीति मुख्य रूप से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, मूल धातुओं आदि की कीमतों में वृद्धि के चलते रही। रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के कारण भी महंगाई बढ़ी।" समीक्षाधीन माह में विनिर्मित वस्तुओं की मुद्रास्फीति 10.71 प्रतिशत रही, जो फरवरी में 9.84 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति 34.52 प्रतिशत थी। कच्चे तेल की मुद्रास्फीति मार्च में बढ़कर 83.56 प्रतिशत हो गई, जो फरवरी में 55.17 प्रतिशत थी। पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति 6.95 प्रतिशत रही। यह लगातार तीसरा महीना है, जब उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति आरबीआई द्वारा तय छह प्रतिशत की सीमा से अधिक है।
- मुंबई. घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 1,172.19 अंक का गोता लगाकर बंद हुआ। एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले इन्फोसिस, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक में गिरावट के साथ बाजार नुकसान में रहा। यह लगातार चौथा कारोबारी सत्र है, जब बाजार नीचे आया है। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,172.19 अंक यानी 2.01 प्रतिशत लुढ़क कर 57,166.74 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,496.54 अंक यानी 2.56 प्रतिशत तक नीचे चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 302 अंक यानी 1.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,173.65 अंक पर बंद हुआ। नुकसान में रहने वाले सेंसेक्स के शेयरों में इन्फोसिस, एचडीएफसी लि., एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, विप्रो और टीसीएस प्रमुख रूप से शामिल हैं। दूसरी तरफ एनटीपीसी, टाटा स्टील, मारुति, टाइटन, नेस्ले और महिंद्रा एंड महिंद्रा लाभ में रहने वाले शेयरों में शामिल हैं। इन्फोसिस के चौथी तिमाही के परिणाम के बाद कंपनी का शेयर 7.14 प्रतिशत नीचे आया। कंपनी का वित्तीय परिणाम बाजार की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। एचडीएफसी बैंक 4.53 प्रतिशत टूटकर 1,398.50 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि शनिवार को की गयी घोषणा के अनुसार निजी क्षेत्र के बैंक का शुद्ध लाभ मार्च, 2022 को समाप्त तिमाही में 22.8 प्रतिशत उछलकर 10,055.2 करोड़ रुपये रहा है। इस बीच, रूस-यूक्रेन युद्ध से वैश्विक आपूर्ति व्यवस्था बाधित होने के चलते कच्चे तेल और अन्य जिंसों के दाम बढ़ने से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मार्च महीने में चार माह के उच्चस्तर 14.55 प्रतिशत पर पहुंच गयी। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की नुकसान में रहे। हांगकांग का हैंगसेंग अवकाश के कारण बंद था। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.18 प्रतिशत फिसलकर 111.5 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।शेयर बाजार बृहस्पतिवार को महावीर जयंती और डॉ. आंबेडकर जयंती तथा शुक्रवार को गुड फ्राइडे के मौके पर बंद रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 2,061.04 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
- नयी दिल्ली. इंडियाबुल्स रियल एस्टेट ने सोमवार को कहा कि वह संस्थागत निवेशकों को शेयर जारी कर जुटाए गए 865 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मुख्य रूप से जमीन अधिग्रहण और कर्ज के भुगतान के लिए करेगी। इंडियाबुल्स रियल एस्टेट लिमिटेड (आईबीआरईएल) सात मार्च को अपना पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) निर्गम लेकर आई थी जो 12 अप्रैल को बंद हुआ था। कंपनी ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा है कि उसने क्यूआईपी के जरिेये 101.10 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 865 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई है। इन शेयरों का सोमवार को बीएसई एवं एनएसई में कारोबार भी शुरू हो गया। बहरहाल क्यूआईपी के जरिये हिस्सेदारी बेचने से इंडियाबुल्स के मौजूदा प्रवर्तकों की हिस्सेदारी में कुल 15.8 फीसदी की कमी आई है। आईबीआरईएल ने कहा, ‘‘कंपनी के पास पर्याप्त नकदी है और क्यूआईपी से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल भूमि अधिग्रहण, भूमि विकास अधिकार खरीदने, दीर्घकालिक कार्यशील पूंजी की जरूरत और कर्ज के भुगतान के लिए किया जाएगा।'' क्यूआईपी दौर में ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, निप्पन लाइफ इंडिया ट्रस्टी लिमिटेड, कॉपथाल मॉरीशस इन्वेस्टमेंट लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनले एशिया (सिंगापुर), सोसायटी जनरल और बैली गिफॉर्ड पैसिफिक फंड ने शिरकत की। आईबीआरईएल के गैर-कार्यकारी चेयरमैन एवं स्वतंत्र निदेशक के जी कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘‘हम मौजूदा भू-राजनीतिक चुनौतियों और अस्थिर बाजार के बीच निवेशक समुदाय से मिले समर्थन एवं विश्वास के लिए उनके आभारी हैं।'' मुंबई और एनसीआर क्षेत्र के रियल एस्टेट बाजार में मौजूदगी रखने वाली आईबीआरईएल एक सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनी है और मध्यम आय से लेकर प्रीमियम एवं लग्जरी आवासीय खंड में सक्रिय है।
- नयी दिल्ली. एलएमएल इलेक्ट्रिक ने जर्मनी की इलेक्ट्रिक हाइपरबाइक विनिर्माता ईरॉकेट एजी के साथ संयुक्त उपक्रम बनाने के लिए आशय-पत्र (ईओआई) पर दस्तखत किए हैं। संयुक्त उपक्रम को लेकर यदि दोनों पक्षों के बीच सहमति बन जाती है, तो इस तरह की बाइक का भारत में एलएमएल के केंद्रों में बड़े पैमाने पर उत्पादन हो सकेगा। एलएमएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी योगेश भाटिया ने बयान में कहा, ‘‘इस करार के साथ प्रौद्योगिकी, विनिर्माण और उपभोक्ता अनुभव को नए आयाम मिलेंगे।'' पैडल से चलने वाली इलेक्ट्रिक मोटरबाइक ‘ईरॉकेट' की सर्वाधिक गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक है, इसमें आधुनिक बैटरी और इलेक्ट्रिक डायरेक्ट ड्राइव मोटर है।
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मुंबई। स्पाइसजेट 26 अप्रैल से अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर अतिरिक्त नॉन-स्टॉप उड़ानें शुरू करेगी। विमानन कंपनी ने सोमवार को कहा कि वह नई एवं उभरती मांगों को पूरा करने के लिए नई उड़ानें शुरू करेगी।चरणबद्ध रूप से शुरू की जा रही इन उड़ानों में अहमदाबाद को मस्कट से, मुंबई को ढाका से, कोझीकोड को जेद्दा और रियाद से तथा मुंबई को सऊदी अरब में रियाद और जेद्दा से जोड़ने वाली सेवाएं शामिल हैं।स्पाइसजेट ने बताया कि घरेलू नेटवर्क में अहमदाबाद से गोवा, बागडोगरा और शिरडी के लिए नई उड़ानें शुरू की जाएंगी। इसके साथ ही तिरुपति और गुवाहाटी को मुंबई से जोड़ा जाएगा। कंपनी ने कहा कि दिल्ली-जबलपुर, दिल्ली-लेह, अहमदाबाद-देहरादून, हैदराबाद-शिरडी, मुंबई-गोवा और मुंबई-श्रीनगर रूट पर उड़ानों की संख्या बढ़ाई जा रही है। सभी नई और अतिरिक्त उड़ानों के लिए बुकिंग पहले ही शुरू हो चुकी है। स्पाइसजेट की मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी शिल्पा भाटिया ने कहा कि इस पहल से आम यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ेगी और साथ ही पर्यटन तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लग्जरी कार कंपनी बीएमडब्यू ने सोमवार को एक्स4 मॉडल का ‘सिल्वर शेडो’ संस्करण बाजार में उतारा। इसकी शुरुआती शोरूम कीमत 71.9 लाख रुपये है।इस मॉडल का विनिर्माण चेन्नई में बीएमडब्ल्यू समूह के संयंत्र में किया जाता है। इसका नया विशेष संस्करण पेट्रोल और डीजल दोनों तरह के इंजन विकल्पों में उपलब्ध है।कंपनी ने बयान में कहा कि पेट्रोल इंजन वाले मॉडल में दो लीटर का इंजन है जिसकी क्षमता 252 हॉर्सपावर की है। यह गाड़ी मात्र 6.6 सेकंड में शून्य से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी कीमत 71.9 लाख रुपये से शुरू है।वहीं डीजल इंजन में तीन लीटर का इंजन और 265 हॉर्सपावर की क्षमता है। यह गाड़ी मात्र 5.8 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर पहुंच सकती है। इसकी कीमत 73.9 लाख रुपये से शुरू है। कंपनी ने बताया कि सोमवार से गाड़ी की बुकिंग ऑनलाइन की जा सकती है।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लग्जरी कार विनिर्माता कंपनी ऑडी अपनी लोकप्रिय सेडान ए8 का नया संस्करण भारत में उतारने की योजना बना रही है। यह भारतीय बाजार में इस साल ऑडी द्वारा उतारी जाने वाली दूसरी गाड़ी होगी।कंपनी अगले कुछ दिनों में नई ए 8 के लिए बुकिंग शुरू करेगी और इसके कुछ हफ्तों बाद गाड़ी पेश की जाएगी। ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लन ने कहा, '' ए8 हमारी लोकप्रिय गाड़ी है। हमारे पोर्टफोलियो में यह बहुत महत्वपूर्ण कार है। इस कार में तीन लीटर का पेट्रोल इंजन होगा और इसे पूर्ण रूप से तैयार इकाई के रूप में आयात किया जाएगा। इससे पहले ऑडी ने इसी साल फरवरी में एसयूवी क्यू7 का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा था।