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- मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में नुकसान तथा वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच सोमवार को सेंसेक्स 124 अंक फिसल गया। चीन ने प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ नियामकीय अंकुश बढ़ाए हैं जिससे वैश्विक बाजारों में गिरावट आई। इसके अलावा बाजार भागीदारों को इस सप्ताह होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक का भी इंतजार है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 123.53 अंक या 0.23 प्रतिशत के नुकसान से 52,852.27 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में दो कारोबारी सत्रों के बाद गिरावट आई है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 31.60 अंक या 0.20 प्रतिशत टूटकर 15,824.45 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स की कंपनियों में एसबीआई का शेयर सबसे अधिक 1.36 प्रतिशत नीचे आया। रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, भारती एयरटेल, एचडीएफसी तथा इंडसइंड बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, टाइटन, और टाटा स्टील के शेयर 2.46 प्रतिशत चढ़ गए। कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में एक प्रतिशत का लाभ रहा। बैंक का पहली तिमाही का शुद्ध लाभ करीब 32 प्रतिशत बढ़कर 1,641.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध (बुनियादी) प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘एशियाई बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच भारतीय बाजारों की शुरुआत नुकसान के साथ हुई। हालांकि, दोपहर के कारोबार में बाजार सकारात्मक और नकारात्मक दायरे में घूमता रहा। बाजार के निवेशक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के रुख को लेकर चिंतित हैं। एफपीआई ने जुलाई में अबतक भारतीय शेयरों से 5,689 करोड़ रुपये की निकासी की है।'' जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बाजार लाभ-हानि के बीच झूलता रहा। वैश्विक बाजारों में भी कमजोरी का रुख रहा। नायर ने कहा कि सरकार द्वारा नियमनों को सख्त किए जाने के बाद चीन में शिक्षा, संपत्ति और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के शेयरों में जबर्दस्त गिरावट आई। बीएसई स्मॉलकैप 0.34 प्रतिशत चढ़ गया। मिडकैप में 0.06 प्रतिशत का लाभ रहा।अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग तथा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। जापान के निक्की में लाभ रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में चल रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.34 प्रतिशत के नुकसान से 73.85 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया दो पैसे टूटकर 74.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 163.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
- नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप से पैदा हुए मौजूदा आर्थिक संकट से उबरने के लिए सरकार की मुद्रा नोटों को छापने की कोई योजना नहीं है।वित्त मंत्री से पूछा गया था कि क्या आर्थिक संकट से उबरने के लिए मुद्रा नोटों के मुद्रण की कोई योजना है। प्रश्न के लिखित उत्तर में उन्होंने कहा, नहीं।अनेक अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों ने सरकार को सुझाव दिया है कि कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था में मदद के लिए और अधिक मुद्रा नोटों को छापा जाए।
- मुंबई। एचडीएफसी बैंक के आदित्य पुरी वित्तीय वर्ष 2020-21 में अपने सेवानिवृत्ति के वर्ष में निजी क्षेत्र के शीर्ष तीन बैंकों के अधिकारियों में सबसे अधिक वेतन-भत्ता कमाने वाले अधिकारी रहे। उनकी कुल कमाई 13.82 करोड़ रुपये थी। पुरी के उत्तराधिकारी शशिधर जगदीशन ने बीते वित्तीय वर्ष में 4.77 करोड़ रुपये का वेतन हासिल किया। जगदीशन 27 अक्टूबर, 2020 को एचडीएफसी बैंक के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक बने थे। इसमें उनकी पदोन्नति तक समूह प्रमुख के रूप में हासिल किया गया भुगतान शामिल है। वर्ष के दौरान पुरी की कमाई में सेवानिवृत्ति लाभ के 3.5 करोड़ रुपये शामिल हैं।कोविड-19 से काफी प्रभावित हुए इस काल में आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ संदीप बख्शी ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपने मूल और अनुपूरक भत्तों के अपने तय हिस्से को खुद छोड़ दिया।" बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि, बख्शी को 38.38 लाख रुपये के भत्ते और अनुलाभ प्राप्त हुए। उन्हें आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से वित्तीय वर्ष 2016-17 और वित्त वर्ष 2017-18 के लिए विलंबित परिवर्तनीय वेतन के रूप में 63.60 लाख रुपये का परफॉर्मेंस बोनस भी मिला। निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक एक्सिस बैंक के प्रमुख अमिताभ चौधरी को वेतन-भत्ते में 6.52 करोड़ रुपये मिले।बैंक ने साथ ही अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि उसके शीर्ष प्रबंधन के परितोषिक में 2020-21 में कोई वेतन वृद्धि नहीं की । जगदीशन को प्राप्त वेतन भत्ता उनके बैंक के कर्मचारियों के औसत वेतन का 139 गुना , चौधरी का 104 गुना और आईसीआईसीआई बैंक के बख्शी का वेतन-भत्ता 96 गुना था।
- नई दिल्ली। स्मार्ट फोन बनाने वाली कंपनी रियलमी ने कहा कि ग्राहकों की सौ प्रतिशत मांग को पूरा करने पर वह देश की सबसे बड़ी मोबाइल विनिर्माता कंपनी बन सकती है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कुछ हिस्से-पुर्जों की कमी बने रहने के करण उन्हें उत्पादन में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।भारत और यूरोपीय बाजार के लिए रियलमी के उपाध्यक्ष एवं सीईओ माधव सेठ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में हिस्से-पुर्जों की कमी दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा, 'बिक्री एक ही साथ कई बातों पर निर्भर करती है। हमने अपना उत्पादन नहीं बढ़ाया है लेकिन अगर मैं मांग का आकलन करता हूं तो मांग के हिसाब से हम सबसे बड़ी फोन विनिर्माता कंपनी हो सकते हैं।' सेठ ने कहा, 'रियलमी के उत्पादों की भारी मांग हैं। अगर हम ग्राहकों की मांग को पूरा कर सकें तो हम सबसे बड़ी कंपनी बन जाएंगे, लेकिन हमारे पास उस मांग को पूरा करने के लिए सामान की आपूर्ति नहीं है।' उन्होंने कहा कि वर्तमान में कंपनी मांग का केवल 70 प्रतिशत ही पूरा कर पा रही है। आईडीसी के एक अनुसंधान के अनुसार 2021 की पहली तिमाही में रियलमी भारतीय बाजार में स्मार्ट फोन हिस्सेदारी के मामले में पांचवें स्थान पर थी।
- मुंबई। गुरुग्राम की रिवोल्ट मोटर अपनी मोटरसाइकल आरवी 300 का एक कम कीमत वाला नया माडल पेश करेगी। उम्मीद है कि आरवी1 नाम से इस माडल का उत्पादन अगले साल के शुरू में हो जाएगा। यह जानकारी कंपनी का समर्थन कर रही रत्तनइंडिया एंटरप्राइजेज की प्रवर्तक अंजलि रतन ने दी। रिवोल्ट मोटर वर्तमान में आरवी 400 और आरवी 300 माडल की मोटरसाइकलें पेश करती है। रत्तनइंडिया एंटरप्राइजेज ने 150 करोड़ रुपये में रिवोल्ट मोटर की 43 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। अंजलि रतन ने कहा, हम आरवी300 के नए संस्करण को बाजार में उतारेंगे। इसे कम दाम में पेश करेंगे जो कुल मिलाकर एक नया संस्करण होगा।'' उन्होंने कहा कि इस नए संस्करण का उत्पादन अगले वर्ष की शुरुआत में शुरू होगा और यह पूरी तरह से भारत में विकसित ई-बाइक होगी।
- नयी दिल्ली। जापान की परिधान क्षेत्र की खुदरा कंपनी यूनिक्लो भारतीय बाजार में अपनी पहुंच मजबूत करने के लिए अपने ऑनलाइन स्टोर शुरू करेगी। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य कुल बिक्री में से 15 प्रतिशत ई-कॉमर्स के जरिये हासिल करने का है। यूनिक्लो इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तोमोहिको सेई ने कहा कि इसके अलावा कंपनी अपने मौजूदा स्टोर की संख्या भी बढ़ाएगी और अन्य शहरों में उन्हें खोलने के लिए तलाश जारी रखेगी। कंपनी के वर्तमान में दिल्ली-एनसीआर में छह स्टोर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ग्राहक हमारी उच्च गुणवत्ता के प्रति लगाव रखते हैं। हमें विश्वास है कि हमारा ई-कॉमर्स बिक्री अनुपात आने वाले समय में प्रत्येक स्टोर की औसत बिक्री को आसानी से पार कर जाएगा।'' उन्होंने कहा कि कंपनी का पहला लक्ष्य ई-कॉमर्स के जरिये 15 प्रतिशत बिक्री हासिल करना है।
- -भारत में इलेक्ट्रिक कारों को मिले रिस्पांस से उत्साहित ऑडी, मर्सिडीज बेंजनई दिल्ली। लग्जरी कार विनिर्माता कंपनियां ऑडी और मर्सिडीज-बेंज भारत में यात्री वाहनों के विद्युतीकरण की यात्रा को लेकर काफी उत्साहित हैं। भारत में अब और राज्य ऐसी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीतियां लेकर आ रहे हैं जो इलेक्ट्रिक चारपहिया वाहनों को प्रोत्साहन देने वाली हैं। कंपनी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।इन कंपनियों का कहना है कि केंद्र की फेम-दो योजना के तहत हालांकि व्यक्तिगत यात्री वाहनों को सीधे लाभ की पेशकश नहीं की गई है लेकिन इलेक्ट्रिक कारों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में पांच प्रतिशत के प्रोत्साहन जैसे कदमों से मदद मिलेगी। ऑडी ने भारत में अपनी विद्युतीकरण की यात्रा शुरू कर दी है। कंपनी ने पिछले सप्ताह ई-ट्रॉन ब्रांड के तहत तीन इलेक्ट्रिक एसयूवी उतारी हैं। वहीं मर्सिडीज-बेंज पिछले साल अक्टूबर से अपनी पूर्ण इलेक्ट्रिक एसयूवी ईक्यूसी की बिक्री कर रही है।ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लो ने कहा कि मौजूदा समय में कुल नीति दोपहिया और तिपहिया वाहनों को प्रोत्साहन देने पर केंद्रित है। हालांकि, कई राज्य सरकारें इलेक्ट्रिक कारों पर भी प्रोत्साहन देने के लिए आगे आ रही हैं। ढिल्लो ने कहा, जब राज्यों ने पहले ही यह घोषणा कर दी है कि कारों के पंजीकरण पर कोई लागत नहीं लगेगी। आप जानते हैं कि इलेक्ट्रिक कारों पर जीएसटी पांच प्रतिशत है। ऐसे में सरकार पहले ही कुछ प्रोत्साहन दे चुकी है। इससे लग्जरी कार कंपनियां भी इलेक्ट्रिक खंड में कारें बेचने को लेकर प्रोत्साहित होंगी। ये निश्चित रूप से सकारात्मक कदम हैं। हाल में गुजरात और महाराष्ट्र ने अपनी ईवी नीतियों की घोषणा की है।व्यक्तिगत यात्री वाहनों के विद्युतीकरण से उत्साहित ढिल्लो ने कहा कि निश्चित रूप में भारत में इलेक्ट्रिक भविष्य है। विशेष रूप से लग्जरी वाहन श्रेणी में। निश्चित रूप में हम इलेक्ट्रिक कारों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसी तरह की राय जताते हुए मर्सिडीज-बेंज इंडिया के उपाध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन) संतोष अय्यर ने कहा, मर्सिडीज-बेंज भारतीय ग्राहकों के लिए अपने उत्पादों में वैश्विक पोर्टफोलियो की नई प्रौद्योगिकियों को लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कंपनी भारत में ईक्यूसी को लेकर उपभोक्ताओं की सकारात्मक प्रक्रिया से काफी संतुष्ट है।अय्यर ने कहा, हमारे पास ईक्यूसी के लिए पहले ही बड़ा ऑर्डर है। इससे पता चलता है कि भारत में पहली लग्जरी ईवी के लिए ग्राहकों में उत्साह है। ईक्यूसी की अगली खेप सितंबर तक आने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार 5 सीटर इस इलेक्ट्रिक कार की कीमत 1 करोड़ 6 लाख रुपए से शुरू होगी।
- कोच्ची। दोपहिया वाहन विनिर्माता टीवीएस मोटर ने शनिवार को कोच्चि में अपना बिजलीचालित टीवीएस आईक्यूब स्कूटर बाजार में उतार दिया। केरल के परिवहन मंत्री एंटनी राजू और टीवीएस मोटर कंपनी के संयुक्त प्रबंध निदेशक सुदर्शन वेणु ने संयुक्त रूप से इस स्कूटर को पेश किया।कंपनी ने एक बयान में कहा, ''टीवीएस आईक्यूब एक बिजली से चलने वाला और पर्यावरण अनुकूल स्कूटर है जो उन्नत इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन और अगली पीढ़ी के टीवीएस स्मार्टएक्सोनेक्ट प्लेटफॉर्म द्वारा संचालित है। वेणु ने कहा कि टीवीएस मोटर एक डिजिटल पीढ़ी की कंपनी के रूप में बदल रही है और विश्वस्तरीय पर्यावरण अनुकूल ओर कनेक्टेड उत्पाद पेश कर रही है। वही कंपनी ने बताया कि आईक्यूब स्कूटर 4.4 किलोवॉट की मोटर से लैस है। साथ ही स्कूटर की अधिकतम गति 78 किलोमीटर प्रति घंटा है और पूरी तरह चार्ज होने के बाद यह 75 किलोमीटर तक चल सकता है। टीवीएस मोटर ने बताया कि स्कूटर को उनकी आधिकारिक वेबसाइट के जरिये पांच हजार रुपये के बुकिंग शुल्क के साथ बुक कराया जा सकता है।
- नयी दिल्ली। सरकार द्वारा कोविड-19 के इलाज एवं रोकथाम में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले पल्स ऑक्सीमीटर और डिजिटल थर्मामीटर जैसे पांच जरूरी चिकित्सा उपकरणों पर व्यापार लाभ या मार्जिन को 70 प्रतिशत पर सीमित करने के साथ अब तक करीब 620 ब्रांडों की कीमतों में कमी आयी है। रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि यह सीमा 20 जुलाई से लगायी गयी है।गत 13 जुलाई को राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने औषधि मूल्य नियंत्रण आदेश (डीपीसीओ), 2013 के पैरा 19 के तहत मिले असाधारण अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए पांच चिकित्सा उपकरणों - ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर, बीपी मॉनिटर, नेबुलाइजर और डिजिटल थर्मामीटर के व्यापार मार्जिन पर सीमा लगा दी थी। प्राइस टू डिस्ट्रिब्यूटर (पीटीडी) या वितरक को मिलने वाली कीमत के स्तर पर लाभ को 70 प्रतिशत तक सीमित किया गया था। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "इसके अनुसार, 23 जुलाई, 2021 तक इन चिकित्सा उपकरणों के कुल 684 उत्पादों/ब्रांडों की रिपोर्ट की गई है और 620 उत्पादों/ब्रांडों (91 प्रतिशत) ने अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में कमी की जानकारी दी है।" पल्स ऑक्सीमीटर के एक आयातित ब्रांड द्वारा अधिकतम कमी की जानकारी दी गयी है। इसमें प्रति इकाई 2,95,375 रुपये की कमी देखी गई है। मंत्रालय ने कहा कि सभी श्रेणियों में आयातित और घरेलू ब्रांडों ने एमआरपी कम करने की जानकारी दी है।आयातकों ने कीमतों में सबसे ज्यादा कमी पल्स ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग मशीन और नेबुलाइजर पर की है। रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख एल मंडाविया ने ट्विटर पर लिखा, "व्यापक जनहित में, सरकार ने 20 जुलाई से प्रभावी, पांच चिकित्सा उपकरणों के लिए व्यापार लाभ को सीमित कर दिया है। इससे चिकित्सा उपकरणों की कीमतों में भारी कमी आएगी।
- भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने खारे पानी की जलीय कृषि की उपलब्ध क्षमता का दोहन करने के लिए एक गतिशील और सुविधाजनक नीति तैयार करने का फैसला किया है। इस क्षेत्र ने पिछले 10 वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।मुख्य सचिव एस सी महापात्र की अध्यक्षता में डिजिटल तरीके से हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास सचिव आर रघु प्रसाद ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में इस क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। खारे पानी की मछली का उत्पादन वर्ष 2011-12 के 11,460 टन से बढ़कर वर्ष 2020-21 में 97,125 टन हो गया है, जो रिकॉर्ड वृद्धि दर्शाता है। इसी अवधि के दौरान खारे पानी की जलीय कृषि का क्षेत्र भी 5,860 हेक्टेयर से बढ़कर 17,780 हेक्टेयर हो गया। कोविड-19 के कारण आर्थिक मंदी के बावजूद ओडिशा से समुद्री खाद्य निर्यात मूल्य भी वर्ष 2011-12 के 801 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2020-21 में 3,107 करोड़ रुपये हो गया। वर्ष 2011-12 में निर्यात की मात्रा लगभग 21,311 टन थी जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 60 हजार 718 टन हो गई।श्री प्रसाद ने कहा, "ओडिशा समुद्री भोजन ने विशेष रूप से जापान, चीन, अमेरिका, यूरोपीय संघ, दक्षिण-पूर्व एशिया और मध्य-पूर्व के देशों में वैश्विक बाजार पर कब्जा जमाया है।" उन्होंने यह भी कहा: "राज्य में सरकारी और निजी भूमि दोनों में ही खारे जलीय कृषि की अधिक संभावना है। यह क्षेत्र अधिक निजी निवेश को आकर्षित कर सकता है।'' क्षेत्र की क्षमता को ध्यान में रखते हुए, मुख्य सचिव ने राजस्व और आपदा प्रबंधन, मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास, वन और पर्यावरण विभाग और ओडिशा औद्योगिक बुनियादी ढांचा विकास निगम (आईडीसीओ) के विभागों को राज्य में खारे पानी की जलीय कृषि की उपलब्ध क्षमता के दोहन के लिए एक गतिशील और सुविधाजनक नीति तैयार करने का निर्देश दिया।
- नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि ईमानदार करदाताओं को जिम्मेदारी से अपने कर का भुगतान करने के लिए सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने विभिन्न सुधारों के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए आयकर विभाग की सराहना की।वित्त मंत्री ने 161वें आयकर दिवस पर आयकर विभाग को दिए अपने संदेश में विभिन्न प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए काम करने को लेकर विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रक्रियाओं के सरलीकरण से विभाग का कामकाज अड़चन मुक्त, पक्षपात रहित और पारदर्शी हुआ है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, वित्त मंत्री ने कहा कि ईमानदार करदाताओं का राष्ट्र की प्रगति में उनके योगदान के लिए सम्मान किया जाना चाहिए। सीतारमण ने महामारी के कारण पैदा हुई मुश्किलों के बावजूद अनुपालन की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए भी करदाताओं की सराहना की।वहीं वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि विभाग की ज्यादातर प्रक्रियाएं और अनुपालन की जरूरतें अब ऑनलाइन माध्यम पर स्थानांतरित हो गई हैं तथा करदाताओं के लिए कर कार्यालय आने की जरूरत लगभग समाप्त हो गई है या काफी सीमित रह गई है।राजस्व सचिव तरुण बजाज ने भी खुद को अर्थव्यवस्था में आए बदलावों के अनुरूप ढालने के लिए आयकर विभाग की सराहना की। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन जे. बी. महापात्रा ने राजस्व कमाने वाली इकाई तथा करदाता सेवाप्रदाता की दोहरी भूमिका निभाने के लिए कर अधिकारियों की सराहना की।
- नयी दिल्ली ।इंडसइंड बैंक ने शनिवार को कहा कि वह अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए इक्विटी और कर्ज के जरिये 30,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रहा है। बैंक ने शेयर बाजार को दी गयी जानकारी में कहा कि उसके बोर्ड ने ऋण प्रतिभूतियों या इक्विटी इक्विटी माध्यमों या परिवर्तनीय ऋण प्रतिभूतियों से पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) या अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स (एडीआर) या ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट्स (जीडीआर) के जरिये वित्त जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह कोष निजी नियोजन के आधार पर जुटाया जाएगा।बैंक का शेयरधारकों की मंजूरी और नियामकीय मंजूरी के बाद 30,000 करोड़ रुपये या इसके बराबर राशि विदेशी मुद्राओं में जुटाने का प्रस्ताव है। हालांकि बैंक ने कर्ज और इक्विटी पूंजी जुटाने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की है। प्रस्ताव पर 26 अगस्त को बैंक की वार्षिक आम सभा में विचार किया जाएगा।
- हैदराबाद। डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज के चेयरमैन के. सतीश रेड्डी ने शनिवार को कहा कि भारतीय फार्मा उद्योग तीन गुना होकर वर्ष 2030 तक 130 अरब डॉलर का हो जाएगा। उन्होंने अनुमान लगाते हुए कहा, ‘‘वर्तमान में हम देखे तो भारतीय दवा उद्योग 42 अरब डॉलर का है। इसमें आधी घरेलू बिक्री और आधा हिस्सा निर्यात का हैं। हमें उम्मीद है कि मौजूदा दशक में उद्योग तीन गुना होकर वर्ष 2030 तक 120 से 130 अरब डॉलर का हो जाएगा। एनआईपीईआर-हैदराबाद के गवर्नर बोर्ड के चेयरमैन रेड्डी ने संस्थान के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की आत्मनिर्भर भारत नीति, उद्योग को प्रोत्साहन और नवाचार पर जोर देने समेत कई सारे सुधार उद्योग के लिए शुभ संकेत हैं। रेड्डी ने कहा कि भारतीय दवा उद्योग ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम किया। उन्होंने इस दौरान केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया समेत अन्य संबंधित अधिकारियों के उद्योग की क्षमता बढ़ाने में मदद करने के लिए किये गए प्रयासों की सराहना भी की।
- नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में तेजी के रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 256 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 698 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोने का पिछला बंद भाव 46 हजार 442 रुपये प्रति 10 ग्राम था। चांदी भी 662 रुपये के उछाल के साथ 66 हजार 111 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इसका पिछला बंद भाव 65 हजार 449 रुपये था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,808 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी 25.33 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित थी।सोना की वायदा कीमतों में भी रही तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की, जिससे स्थानीय वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 34 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 668 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अगस्त महीने की डिलिवरी के लिये सोने की कीमत 34 रुपये यानी 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 47,668 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 5,447 लॉट के लिये कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से सोना वायदा कीमतों में लाभ दर्ज हुआ।पिछले महीने सोने की कीमत में करीब 2,700 रुपये की गिरावट आई थी। पिछले साल अगस्त में यह 56 हजार 200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिेकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया था, लेकिन उसके बाद से इसकी कीमत करीब 8 हजार रुपये कम हो चुकी है। सोने की कीमतों में इन दिनों काफी उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। पिछले दिनों कोरोना के मामले बढऩे के साथ ही सोने की कीमत तेजी से बढ़ रही थी। लेकिन अब कोरोना की स्थिति सुधरने और डॉलर के मजबूत होने से सोने में एक बार फिर गिरावट आ रही है।
- नयी दिल्ली। ब्रिटेन के इलेक्ट्रिक बाइक और लाइफस्टाइल ब्रांड गोजीरो मोबिलिटी ने गुरुवार को भारत में स्केलिंग लाइट ई-बाइक पेश की, जिसकी कीमत 19,999 रुपये है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि नया मॉडल उत्पाद गुणवत्ता और कीमत के बीच एक सही संतुलन बनाता है और शहर क्षेत्रों में सवारी के लिए सबसे उपयुक्त है। बयान में कहा गया कि ई-बाइक 25 किमी प्रति घंटे (पेडल-असिस्ट के मध्यम स्तर पर) की अधिकतम गति देती है। गोजीरो के सीईओ अंकित कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लोग अपने स्वास्थ्य को पहले से कहीं अधिक गंभीरता से ले रहे हैं और ई-बाइक निजी शहरी परिवहन के रूप में सेहत के अनुकूल है तथा कोविड संबंधित जोखिमों से सुरक्षा देती है।
- नयी दिल्ली। वाहन विनिर्माता कंपनी फोर्ड इंडिया ने बृहस्पतिवार को अपने हैचबैक वाहन फिगो के स्वचालित (ऑटोमैटिक) ट्रांसमिशन वाले दो नए संस्करण पेश किए। दिल्ली में इनकी शोरूम कीमत 7.75 लाख रुपये और 8.2 लाख रुपये रखी गई है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि फिगो एटी के टाइटेनियम और टिटेनियम प्लस ट्रिम्स स्वचालित ट्रांसमिशन के साथ छह स्पीड व टॉर्क परिवर्त्तक स्वचालित ट्रांसमिशन प्रणाली से लैंस हैं । इनमें 1.2 लीटर का पेट्रोल बीएस छह इंजन लगा है। फोर्ड ने बताया कि 96 हॉर्सपावर और 119 एनएम का उच्चतम टॉर्क पैदा करने वाली फिगो एटी हैचबैक श्रेणी में प्रमुख वाहन बनी हुई है। फोर्ड इंडिया के विपणन, बिक्री और सेवा के कार्यकारी निदेशक विनय रैना ने कहा कि फोर्ड भारत में ग्राहकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी को इस श्रेणी में ग्राहकों के लिए विश्व स्तरीय स्वचालित तकनीक पेश करने पर गर्व है।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लग्जरी कार विनिर्माता ऑडी ने गुरुवार को ई-ट्रॉन श्रृंखला की तीन नई इलेक्ट्रिक एसयूवी पेश की, जिनकी कीमत 99.99 रुपये से शुरू हैं। ऑडी इंडिया ने एक बयान में कहा कि ये इलेक्ट्रिक एसयूवी ई-ट्रॉन 50, ई-ट्रॉन 55 और ई-ट्रॉन स्पोर्टबैक हैं, और इनकी शोरूम कीमत क्रमश: 99.99 लाख रुपये, 1.16 करोड़ रुपये और 1.18 करोड़ रुपये है। इस पेशकश पर ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा, ‘‘हम इलेक्ट्रिक गाड़ियों की अपनी यात्रा की शुरूआत करते हुए एक नहीं, बल्कि तीन एसयूवी की पेशकश की है।'' उन्होंने कहा कि ये तीनों एसयूवी में लक्जरी, शून्य उत्सर्जन, शानदार प्रदर्शन और रोजमर्रा की उपयोगिता का सही मेलजोल है। कंपनी ने तीन साल के अंदर इन गाड़ियों को दोबारा खरीदने की पेशकश भी कर रही है और आठ साल की बैटरी वारंटी दी जाएगी। ऑडी क्यूरेटेड स्वामित्व पैकेज के तहत ऑडी इंडिया दो साल से लेकर पांच साल तक के लिए सर्विस योजनाओं का विकल्प भी दे रही है।
- नयी दिल्ली। ई-कॉमर्स क्षेत्र के फ्लिपकार्ट समूह और फैशन ई-टेलर मिंत्रा ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग और अन्य सामग्री लेने के लिए गैर-लाभकारी संगठन कैनोपी के साथ साझेदारी की है। एक बयान में कहा गया कि कैनोपी के पैक4गुड (पैकेजिंग) और कैनोपी स्टाइल (फैशन) पहल के तहत फ्लिपकार्ट समूह की दो कंपनियां वन आधारित उत्पादों की जगह वैकल्पिक साधनों को अपनाएंगे और इसके तहत कच्चे माल के लिए जंगलों पर निर्भरता कम की जाएगी। बयान के मुताबिक, ‘‘फ्लिपकार्ट और मिंत्रा जलवायु स्थिरता कायम रखने, जैव विविधता को संरक्षित करने और स्थानीय समुदायों के अधिकारों की रक्षा में दुनिया के जंगलों की भूमिका को पहचानते हैं।'' फ्लिपकार्ट और मिंत्रा अगले तीन वर्षों में नालीदार कागज और पेपरबोर्ड के इस्तेमाल को कम करेंगे और इसकी जगह दोबारा इस्तेमाल के योग्य शिपिंग बॉक्स के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।-
- नयी दिल्ली। भारत में किराए की वेयरहाउस (भंडारण सुविधा) का सालाना कारोबार अगले तीन वर्षों में 10 करोड़ वर्ग फुट के स्तर तक पहुंच सकता है और ई-कॉमर्स एवं तीसरे पक्ष के लॉजिस्टिक वृद्धि को रफ्तार देंगे। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी। रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 में वेयरहाउस लीजिंग 3.2 करोड़ वर्ग फुट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी थी और इसके 2023 तक करीब 10 करोड़ वर्ग फुट होने की उम्मीद है। शीर्ष रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड ने ताजा रिपोर्ट में कहा है कि विनिर्माण, ई-कॉमर्स और तीसरे पक्ष की लॉजिस्टिक्स सुविधाओं के क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि से देश में पिछले कुछ वर्षों में औद्योगिक एवं वेयरहाउसिंग गतिविधियों में तेजी आयी है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत वैश्विक विनिर्माताओं के लिए एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के तौर पर उभर रहा है। इसकी वजह देश में अनुकूल जनसांख्यिकी, बेहतर वैश्विक निवेश प्रतिस्पर्धा का माहौल, व्यापक डिजिटलीकरण, व्यापार करने में आसानी के रैंकिंग में सुधार और बढ़ती व्यापार क्षमता हैं। साथ ही सरकार अलग-अलग पहलों के जरिए राष्ट्रीय विनिर्माण तंत्र को मजबूत कर रही है। इसमें यह भी कहा गया कि बुनियादी ढांचे में सुधार और ऑनलाइन रिटेल की वृद्धि की वजह से वेयरहाउस स्थापित करने वाली इकाइयां टियर 2 और टियर 3 शहरों में अपनी मौजूदगी बढ़ाएंगी। सीबीआरई के भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका इकाई के अध्यक्ष अंशुमन मैगजीन ने कहा, "बीते दशक में भारत ने लगातार, सेवा आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़ते हुए एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक वैकल्पिक विनिर्माण गंतव्य बनने का लक्ष्य रखा है। नतीजतन भारत में आद्यौगिक एवं वेयरहाउसिंग क्षेत्र में वृद्धि हुई है और यह रियल एस्टेट क्षेत्र की वृद्धि को रफ्तार देने वाले सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक बन गया है।-
- नयी दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि आरबीआई अपनी खुद की डिजिटल मुद्रा चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने की रणनीति पर काम कर रहा है और इसे पायलट आधार पर थोक तथा खुदरा क्षेत्रों में पेश करने की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) को लेकर सोच- विचार काफी आगे बढ़ चुका है और दुनिया के कई केंद्रीय बैंक इस संदर्भ में काम कर रहे हैं। शंकर ने कहा कि सीबीडीसी के तहत उपभोक्ताओं को उन कुछ डिजिटल मुद्राओं में देखी गई ‘अस्थिरता के भयावह स्तर' से बचाने की आवश्यकता है, जिन्हें कोई सरकारी गारंटी प्राप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक सीबीडीसी की संभावना तलाशने में लगे हैं और कुछ देश इस प्रकार की धारणा पेश की है। उन्होंने ‘विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी' के ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि संभवत: सीबीडीसी को लेकर विचार क्रियान्वयन के करीब है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी समिति ने नीति और कानूनी ढांचे का परीक्षण किया है और देश में सीबीडीसी को डिजिटल मुद्रा के रूप में पेश करने की सिफारिश की है। डिप्टी गवर्नर ने कहा, ‘‘अन्य केंद्रीय बैंकों की तरह आरबीआई भी काफी समय से सीबीडीसी की विभिन्न पहलुओं पर गौर कर रहा है।'' सामान्य तौर पर कुछ देशों ने विशिष्ट उद्देश्य के लिये सीबीडीसी को लागू किया है। उन्होंने कहा कि आरबीआई अपनी खुद की डिजिटल मुद्रा चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने की रणनीति पर काम कर रहा है और इसे इस रूप से लागू किया जा सकता है जिससे बैंक व्यवस्था और मौद्रिक नीति पर कोई प्रभाव नहीं पड़े। शंकर ने कहा, ‘‘...थोक और खुदरा क्षेत्रों में पायलट आधार पर इसे निकट भविष्य में लागू किया जा सकता है....।'' डिप्टी गवर्नर ने कहा कि इसके लिये कानूनी बदलाव की जरूरत होगी क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम के तहत मौजूदा प्रावधान मुद्रा को भौतिक रूप से ध्यान में रखते हुए बनाये गये है। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप सिक्का अधिनियम, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम में भी संशोधन की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ये कुछ चीजें हैं जिन्हें हम आंतरिक रूप से देख रहे हैं।''शंकर ने डिजिटल मुद्राओं से जुड़े कुछ जोखिम का भी जिक्र किया। जैसे दबाव की स्थिति में बैंक से पैसे को अचानक से निकाल लेना। उन्होंने कहा, ‘‘जोखिम जुड़े हैं लेकिन संभावित लाभों को देखते हुए उनका सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने की आवश्यकता है।
- नयी दिल्ली। स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए पूंजी जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास आवेदन किया है। ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के मसौदे के अनुसार आईपीओ के तहत 2,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे तथा प्रवर्तकों और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 60,104,677 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है। ब्रिकी पेशकश के जरिए शेयरों की पेशकश करने वाले प्रवर्तकों में सेफक्रॉप इंवेस्टमेंट्स इंडिया एलएलपी, कोणार्क ट्रस्ट, एमएमपीएल ट्रस्ट और मौजूदा निवेशक एपिस ग्रोथ 6 लिमिटेड, एमओओ चार स्टार, यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रे डेम डू लैक, मियो स्टार, आरओसी कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, वेंकटसामी जगन्नाथन, साई सतीश और बर्जिस मीनू देसाई शामिल हैं। ताजा निर्गम से मिली राशि का इस्तेमाल कंपनी के पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य बीमा कंपनी स्टार हेल्थ का स्वामित्व वेस्टब्रिज कैपिटल और राकेश झुनझुनवाला जैसे निवेशकों के एक संघ के पास है।
- नयी दिल्ली। वाहन विनिर्माता कंपनी फोर्ड इंडिया ने बृहस्पतिवार को अपने हैचबैक वाहन फिगो के स्वचालित (ऑटोमैटिक) ट्रांसमिशन वाले दो नए संस्करण पेश किए। दिल्ली में इनकी शोरूम कीमत 7.75 लाख रुपये और 8.2 लाख रुपये रखी गई है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि फिगो एटी के टाइटेनियम और टिटेनियम प्लस ट्रिम्स स्वचालित ट्रांसमिशन के साथ छह स्पीड व टॉर्क परिवर्त्तक स्वचालित ट्रांसमिशन प्रणाली से लैंस हैं । इनमें 1.2 लीटर का पेट्रोल बीएस छह इंजन लगा है। फोर्ड ने बताया कि 96 हॉर्सपावर और 119 एनएम का उच्चतम टॉर्क पैदा करने वाली फिगो एटी हैचबैक श्रेणी में प्रमुख वाहन बनी हुई है। फोर्ड इंडिया के विपणन, बिक्री और सेवा के कार्यकारी निदेशक विनय रैना ने कहा कि फोर्ड भारत में ग्राहकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी को इस श्रेणी में ग्राहकों के लिए विश्व स्तरीय स्वचालित तकनीक पेश करने पर गर्व है।
- नई दिल्ली। शोध फर्म कैनालिस के अनुसार भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच इस साल अप्रैल-जून तिमाही में इससे पिछली तिमाही के मुकाबले स्मार्टफोन की आवक 13 प्रतिशत घटकर 3.24 करोड़ इकाई रह गई।रिपोर्ट में कहा गया कि हालांकि एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले स्मार्टफोन की आवक में 87 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। गौरतलब है कि अप्रैल-जून 2020 तिमाही में सख्त लॉकडाउन के चलते दो महीने कारोबार लगभग पूरी तरह बंद था। जून 2021 तिमाही में शाओमी 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी (95 लाख इकाई की आवक) के साथ शीर्ष पर थी, जबकि इसके बाद सैमसंग 17 प्रतिशत (55 लाख) हिस्सेदारी के साथ दूसरे और विवो (54 लाख) के साथ तीसरे स्थान पर रहे। रिपोर्ट के मुताबिक रियलमी चौथे स्थान और ओप्पो पांचवे स्थान पर रहे।
- नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर में गिरावट और रुपये में मजबूती से दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 264 रुपये टूट कर 46 हजार 452 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछला बंद भाव 46 हजार 716 रुपये प्रति 10 ग्राम था।चांदी चार रुपये बढ़कर 65 हजार 484 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई जबकि पिछला भाव 65 हजार 480 रुपये था।शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे बढ़कर 74.43 के स्तर पर चल रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट लेकर 1,797 डॉलर प्रति औंस पर रहा जबकि चांदी 25.17 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल के अनुसार, ''अमेरिकी बांड प्रतिफल और डॉलर सूचकांक में वृद्धि के साथ बिकवाली से सोने की कीमतें दो सप्ताह में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं।''
- मुंबई। आईटी ,सीमेंट और धातु क्षेत्र के शेयरों को बाजार में समर्थन के बीच बीएसई सेंसेक्स में गुरुवार को 639 अंक का उछाल आया। इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 638.70 अंक यानी 1.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 52,837.21 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 191.95 अंक यानी 1.23 प्रतिशत उछलकर 15,824.05 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स के शेयरों में 5 प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में टेक महिंद्रा का शेयर रहा। इसके अलावा, बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, एल एंड टी, टाटा स्टील और इन्फोसिस में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ, एचयूएल, एशियन पेंट्स, बजाज ऑटो और महिंद्रा एंड महिंद्रा में गिरावट रही।जुलिसए बेयर के कार्यकारी निदेशक मिलिंद मुचाला ने कहा कि वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख और कंपनियों के 2021-22 की पहली तिमाही के बेहतर परिणामों से घरेलू बाजार में तेजी लौटी। उन्होंने कहा, ‘‘बाजार में स्पष्ट रूप से उन शेयरों में तेजी है, जहां कमाई बेहतर है। इसमें आईटी खासकर मझोली आईटी कंपनियां, सीमेंट और धातु शामिल हैं। या फिर वृद्धि स्थिति बेहतर दिख रही है। इसमें रसायन, स्वास्थ्य क्षेत्र की कंपनियां आदि शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सियोल और तोक्यो बढ़त में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी मध्याह्न कारोबार में सकारात्मक रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड एक प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.95 पर पहुंच गया।