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- नई दिल्ली। "आजादी का अमृत महोत्सव" के तहत सुरक्षा जागरूकता और कौशल विकास पहल के एक भाग के रूप में एनटीपीसी ने सुरक्षा कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की- जिसे प्रत्येक सप्ताह में कम से कम एक बार आयोजित करना है। यह खदान में कोयला खनन के दौरान सुरक्षा के प्रति टीम की वचनबद्धता को व्यक्त करता है।इस तरह के तकनीकी प्रशिक्षण सत्रों के आयोजन का उद्देश्य एनटीपीसी की कोयला खनन परियोजनाओं में सर्वोत्तम सुरक्षा प्रथाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इनके कार्यान्वयन के माध्यम से एक मजबूत सुरक्षा संस्कृति बनाने के लिए विभिन्न कोयला खनन परियोजनाओं में तैनात इन-हाउस अधिकारियों के बीच सूचना का प्रसार तथा ज्ञान साझा करना है, जिससे यहां "घटनाओं की संभावनाओं को नगण्य" किया जा सके।ओईएम सहित आंतरिक और इनके साथ ही बाह्य संकायों द्वारा विभिन्न सत्रों का आयोजन "खदान सुरक्षा एवं सर्वोत्तम प्रथाओं", "सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग/खानों में डिजिटल पहल", "सतत खनन" आदि से संबंधित विभिन्न विषयों पर आयोजित प्रशिक्षण के एक हिस्से के रूप में किया जा रहा है।"डंप ढलान की निगरानी के लिए स्थलीय लेजर स्कैनर का उपयोग", "ई-एसएमपी", "सुरक्षा प्रबंधन योजना कार्यान्वयन", "खदानों में मॉनसून के लिए तैयारी", "विद्युत सुरक्षा", "एचईएमएम की सुरक्षा विशेषताएं" जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्यक्रम के भाग के रूप में आयोजित किये गए हैं, जिसकी प्रतिभागियों ने सराहना की है।इस दिशा में आगे बढऩे और एनटीपीसी की कोयला खानों में सुरक्षा में सुधार के लिए आगामी सत्र खान योजना, पर्यावरण सामाजिक शासन, खनन एवं उद्योग के पर्यावरण संबंधी पहलू, ओपनकास्ट खानों में ब्लास्टिंग के डिजाइन व अनुकूलन, फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम और हॉल रोड मैनेजमेंट तथा योग्यता परीक्षाओं के प्रथम श्रेणी प्रमाण पत्र में उपस्थित होने के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।आगामी सत्रों में खान योजना, पर्यावरण सामाजिक शासन, खनन और उद्योग के पर्यावरण संबंधी पहलू, ओपनकास्ट खानों में ब्लास्टिंग के डिजाइन और अनुकूलन, फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम और हॉल रोड मैनेजमेंट, योग्यता परीक्षाओं के प्रथम श्रेणी प्रमाण पत्र में उपस्थित होने के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- नयी दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को कुछ विशिष्ट कृषि उत्पादों के लिये परिवहन और विपणन सहायता (टीएमए) योजना का दायरा बढ़ते हुये डेयरी उत्पादों को इसमें शामिल किया है। इसके साथ ही सहायता की दरों को भी बढ़ाया गया है। एक सरकारी बयान के अनुसार योजना को 31 मार्च, 2022 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। बयान में कहा गया है कि संशोधित योजना के तहत बढ़ी हुई सहायता से कृषि उत्पादों के भारतीय निर्यातकों को महंगी होती माल ढुलाई और लॉजिस्टिक्स की लागत में मदद मिलने की उम्मीद है। वर्ष 2019 में, सरकार ने यूरोप और उत्तरी अमेरिका के कुछ देशों में कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के मकसद से इन उत्पादों के परिवहन और विपणन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की योजना की घोषणा की थी। टीएमए योजना के तहत, सरकार माल भाड़ा शुल्क के एक निश्चित हिस्से की प्रतिपूर्ति करती है और कृषि उपज के बिक्री कार्यों में सहायता प्रदान करती है। बयान में कहा गया है, ‘‘अब वाणिज्य विभाग ने एक अप्रैल, 2021 को या उसके बाद 31 मार्च, 2022 तक प्रभावी रहने वाले निर्यात के लिए निर्दिष्ट कृषि उत्पाद योजना के लिए संशोधित टीएमए को अधिसूचित किया है।'' डेयरी उत्पाद, जो पहले की योजना के तहत शामिल नहीं थे, अब सहायता पााने के पात्र होंगे, उन्होंने कहा कि सहायता की दरों में - समुद्र के रास्ते निर्यात के मामले में 50 प्रतिशत और हवाई मार्ग से भेजे जाने वाले सामान के लिये 100 प्रतिशत वृद्धि की गई है। योजना शुरू में एक मार्च 2019 से 31 मार्च 2020 के दौरान हुये निर्यात के लिये लागू की गई थी बाद में इसका लाभ बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक कर दिया गया। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) जल्द ही संशोधित योजना के तहत सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया को अधिसूचित करेगा।
- नयी दिल्ली। देश की प्रमुख ऑटो कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) ने शुक्रवार को कहा कि उसकी मध्यम आकार की सेडान सियाज ने 2014 में बाजार में आने के बाद से तीन लाख इकाइयों की कुल बिक्री का आंकड़ा पर कर लिया है। सियाज 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित है और यह सुजुकी की ‘स्मार्ट हाइब्रिड' तकनीक से लैस है, जो ईंधन दक्षता को बढ़ाती है। इस गाड़ी की दिल्ली में शोरूम कीमत 8.72 लाख रुपये से 11.71 लाख रुपये के बीच है। एमएसआईएल के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि 2014 में पेशकश के बाद से सियाज ने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी प्रीमियम सेडान खंड में शानदार सफलता हासिल की है।
- नयी दिल्ली। भारत में अपनी पहचान बनाने के लिए लगभग तीन दशकों के संघर्ष के बाद, अमेरिका की प्रमुख वाहन कंपनी फोर्ड मोटर कंपनी ने गुरुवार को कहा कि वह देश के अपने दो संयंत्रों में वाहन उत्पादन बंद कर देगी और केवल आयातित वाहनों को ही बेचेगी। कंपनी, जिसने अपने चेन्नई (तमिलनाडु) और साणंद (गुजरात) संयंत्रों में लगभग 2.5 अरब डॉलर का निवेश किया है, उसे विगत 10 वर्षो के दौरान करीब दो अरब डॉलर का एकीकृत परिचालन नुकसान हुआ है। कंपनी के इस फैसले से करीब 4,000 कर्मचारी और ऐसे 150 डीलर प्रभावित होंगे जो करीब 300 बिक्री केन्द्रों का कामकाज संभालते हैं। हालांकि, यह अपने साणंद संयंत्र से इंजन का निर्माण जारी रखेगी जिसे कंपनी के वैश्विक परिचालन के लिए निर्यात किया जाएगा। वाहन विनिर्माण परिचालन को बंद करने के साथ यह प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी इन संयंत्रों से उत्पादित इकोस्पोर्ट, फिगो और एस्पायर जैसे वाहनों की बिक्री बंद कर देगी। एक घोषणा में, फोर्ड ने कहा कि वह वर्ष 2021 की चौथी तिमाही तक साणंद में वाहन असेंबली और वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण के कार्य को बंद कर देगी। फोर्ड मोटर कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिम फ़ार्ले ने एक बयान में कहा, "हमारी फोर्ड प्लस योजना के हिस्से के रूप में, हम दीर्घकालिक तौर पर टिकाऊ लाभदायक व्यवसाय करने के लिए कठिन लेकिन आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं और अपनी पूंजी को सही क्षेत्रों में बढ़ने और मूल्य सृजित करने के लिए आवंटित कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि भारत में महत्वपूर्ण निवेश के बावजूद, फोर्ड ने पिछले दस वर्षों में दो अरब डॉलर से अधिक का परिचालन घाटा उठाया है। उन्होंने कहा कि नए वाहनों की मांग पूर्वानुमान की तुलना में बहुत कमजोर रही है। इस प्रमुख ऑटोनिर्माता कंपनी ने कहा कि वह देश में अपनी फोर्ड बिजनेस समाधान क्षमताओं और टीम के साथ-साथ निर्यात के लिए इंजीनियरिंग और इंजन निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगी। मौजूदा समय में भारत में 11,000 से अधिक टीम सदस्यों के साथ, फोर्ड बिजनेस सॉल्यूशंस की योजना सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, डेटा वैज्ञानिकों, आरएंडडी इंजीनियरों और वित्त और लेखा पेशेवरों के लिए और अधिक अवसर प्रदान करने के लिए विस्तार करने की है, ताकि फोर्ड प्लस योजना के समर्थन में फोर्ड को वैश्विक स्तर पर बदलने और आधुनिक बनाने के प्रयास का समर्थन किया जा सके। एक आभासी संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, फोर्ड इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनुराग मेहरोत्रा ने कहा कि कंपनी को भारत में वाहन निर्माण में निवेश जारी रखने के लिए उसके लिए आवश्यक है कि निवेश पर उचित लाभ प्राप्ति का रास्ता दिखाये। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से, हम ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं और अब हमारे पास भारत में व्यवसाय के पुनर्गठन के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है।" जब उनसे रोजगार गंवाने वाले कर्मचारियों को कंपनी द्वारा दिये जाने वाले विच्छेद पैकेज के बारे में पूछा गया तो मेहरोत्रा ने कहा कि प्रभावित कर्मचारियों को "एक समान और उचित पैकेज की पेशकश की जाएगी।" फोर्ड इंडिया के पास सालाना 6,10,000 इंजन और 4,40,000 वाहनों की स्थापित विनिर्माण क्षमता है।कंपनी ने फिगो, एस्पायर और इकोस्पोर्ट जैसे अपने मॉडलों को दुनिया भर के 70 से अधिक बाजारों में निर्यात किया है। इस साल जनवरी में फोर्ड मोटर कंपनी और महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने पूर्व में घोषित वाहन संयुक्त उद्यम को समाप्त करने और भारत में स्वतंत्र परिचालन जारी रखने का फैसला किया था। जनरल मोटर्स के बाद भारत में कारखाना बंद करने वाली फोर्ड दूसरी अमेरिकी वाहन कंपनी है। वर्ष 2017 में जनरल मोटर्स ने घोषणा की कि वह भारत में वाहनों की बिक्री बंद कर देगी क्योंकि दो दशकों से अधिक समय तक संघर्ष करने के बाद भी उसकी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।
- नयी दिल्ली । इटली की सुपरबाइक विनिर्माता कंपनी डुकाटी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उस अपनी नयी नवेली 'सुपरस्पोर्ट 950' सुपरबाइक भारतीय बाजार में उतार दी है और इसकी एक्स-शोरूम कीमत 13.49 लाख रुपये रखी गई है। कंपनी ने अपनी इस सुपरबाइक को दो मॉडल सुपरस्पोर्ट 950 और सुपरस्पोर्ट 950 एस में पेश किया है, जिनकी कीमत क्रमशः 13.49 लाख रुपये और 15.49 लाख रुपये है। डुकाटी इंडिया के प्रबंध निदेशक बिपुल चंद्रा ने एक बयान में कहा, “पैनिगेल श्रृंखला के रेसिंग डीएनए को और अधिक सुलभ पैकेज में पेश करने के लिए नयी सुपरस्पोर्ट 950 उतारी गई है।'' उन्होंने कहा, “सुपरस्पोर्ट 950 के साथ हम एक ऐसी स्पोर्ट्स बाइक पेश करना चाहते थे जो पैनिगेल की तरह नहीं है लेकिन भारत में बाइक चलाने वालों के लिए रोजमर्रा की स्पोर्ट्स मशीन हो सकती है।'' उन्होंने बताया कि सुपरस्पोर्ट 950 में 937 सीसी का दो सिलेंडर इंजन लगाया है और भारत-छह मानकों के अनुरूप है।
- देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को वायु प्रदूषण कम करने में योगदान के लिए निजी प्रयोग हेतु इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है। 'हिमालय दिवस' के अवसर पर आयोजित एक वेबिनार में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए निजी इलेक्ट्रिक दुपहिया व चार पहिया वाहनों की खरीद पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह प्रोत्साहन राशि निजी प्रयोग में लाये जाने वाले प्रथम पांच हजार दुपहिया और प्रथम एक हजार चार पहिया वाहनों को दी जाएगी। दुपहिया वाहनों के लिए यह प्रोत्साहन राशि वाहन मूल्य का 10 प्रतिशत अथवा 7500 रुपये, जो भी कम हो, और चार पहिया वाहनों के लिए वाहन मूल्य का पांच प्रतिशत अथवा 50,000 रुपये, जो भी कम हो, होगी। धामी ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए स्थापित किये जाने वाले चार्जिंग स्टेशन के विद्युत अधिभार को दो वर्षों तक के लिए घरेलू श्रेणी में रखा जायेगा और यह प्रथम 250 चार्जिंग स्टेशनों के लिए लागू होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए हम सभी को अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभानी होगी जिसके लिए जनसामान्य में जागरुकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हिमालयी राज्यों के साथ सम्मेलन पर भी विचार किया जा रहा है। प्रकृति संरक्षण के लिए हिमालय के संरक्षण को जरूरी बताते हुए धामी ने कहा, ‘‘वह हमारी विरासत और भविष्य दोनों ही हैं।'' धामी ने कहा कि राज्य सरकार, प्रसिद्ध पर्यावरणविद दिवंगत सुंदरलाल बहुगुणा की स्मृति में ‘सुंदर लाल बहुगुणा प्रकृति संरक्षण पुरस्कार' प्रारम्भ करने जा रही है।
- नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 196 रुपये टूटकर 45,952 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46,148 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 830 रुपये लुढ़ककर 62,715 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। चांदी पिछले कारोबारी सत्र में 63,545 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मामूली तेजी के साथ 1,793 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 24.05 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। मोतीलाल ओस्वाल फाइनेंसियल सर्विसेज के जिंस शोध विभाग के उपाध्यक्ष, नवनीत दमानी ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने तथा फेडरल बैंक के अधिकारियों द्वारा इस वर्ष के अंत से पहले कुछ बदलाव करने संबंधी संकेत वाली टिप्पणियों के दबाव में सोने की कीमत 1,800 डॉलर के नीचे मंडराती रहीं।''
- नयी दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि उसने 17 राज्यों को 9,871 करोड़ रुपये के राजस्व घाटा अनुदान की छठी मासिक किस्त जारी कर दी है। संविधान के अनुच्छेद 275 के तहत राज्यों को अंतरण के बाद राजस्व घाटा अनुदान (पीडीआरडी) प्रदान किया जाता है।यह अनुदान 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार केन्द्रीय करों में राज्यों की हिस्सेदारी के अंतरण के बाद राज्यों के राजस्व खाते में अंतर को दूर करने के लिए मासिक किस्त में जारी किया जाता है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि व्यय विभाग ने आज 17 राज्यों को 9,871 करोड़ रुपये के पीडीआरडी अनुदान की छठी मासिक किस्त जारी की है। इस किस्त से चालू वित्त वर्ष में पात्र राज्यों को कुल 59,226 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है। मंत्रालय के अनुसार इस अनुदान को प्राप्त करने की राज्यों की पात्रता और अनुदान की मात्रा का निर्धारण वित्त आयोग द्वारा राज्य के राजस्व और व्यय के आकलन में अंतर के आधार पर किया गया था। पंद्रहवें वित्त आयोग ने पीडीआरडी अनुदान के लिए आंध्र प्रदेश, असम, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों की सिफारिश की है। 15वें वित्त आयोग ने वर्ष 2021- 22 के दौरान 17 राज्यों को कर हिस्सेदारी हस्तांतरण के बाद राजस्व घाटे की भरपाई के लिये 1,18,452 करोड़ रुपये का अनुदान दिये जाने की सिफारिश की है।
- मुंबई। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में गुरुवार को सेंसेक्स और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक बाजारों में निवेशक अब जोखिम लेने से कतरा रहे हैं, जिससे भारतीय बाजार की धारणा भी प्रभावित हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सीमित दायरे में कारोबार के बीच 54.81 अंक यानी 0.09 प्रतिशत के लाभ से 58,305.07 अंक पर बंद हुआ। यह इसका कारोबार की समाप्ति पर नया रिकॉर्ड है। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 15.75 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,369.25 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल का शेयर सबसे अधिक लाभ में रहा। नेस्ले इंडिया, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक तथा आईटीसी के शेयर भी बढ़त में रहे। वहीं दूसरी ओर टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक तथा एक्सिस बैंक के शेयरों में गिरावट आई। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 18 लाभ में रहे, जबकि 12 में नुकसान रहा। कम कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह में सेंसेक्स साप्ताहिक आधार पर 175.12 अंक यानी 0.30 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं निफ्टी 45.65 अंक यानी 0.26 प्रतिशत के लाभ में रहा है। शुक्रवार को 'गणेश चतुर्थी' के मौके पर बाजार बंद रहेंगे।बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.56 प्रतिशत तक चढ़ गए।जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच घरेलू बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव रहा। इस दौरान विशेष रूप से रियल्टी और फार्मा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। हालांकि, मिड और स्मॉलकैप शेयर खरीदारों को आकर्षित कर रहे हैं।'' जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ''पिछले कुछ दिन से वैश्विक बाजार जोखिम नहीं उठा रहे हैं। इससे भारतीय बाजारों की धारणा प्रभावित हुई है।'' कई विशेषज्ञों का मानना है कि बड़ी कंपनियों यानी लार्ज कैप शेयरों में कुछ 'करेक्शन' आ सकता है। इन शेयरों ने इस साल बाजार की तेजी में मुख्य योगदान दिया है। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। वहीं चीन के शंघाई कम्पोजिट में लाभ रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 10 पैसे बढ़कर 73.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
- बेंगलुरु। रिलायंस रिटेल ने महिलाओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए पारंपरिक परिधान और साडिय़ों के स्टोर 'अवंत्रा बाय ट्रेंड्स की शुरुआत की है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि यहां खुला फ्लैगशिप स्टोर 9,500 वर्ग फुट में फैला है।बयान के मुताबिक, अवंत्रा बाय ट्रेंड्स में 25-40 वर्ष आयु वर्ग की भारतीय महिलाओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए परिधान हैं, जो परंपरा, संस्कृति और विरासत को महत्व देती हैं और जो भी भारतीय तथा पारंपरिक है, उसको पसंद करती हैं। अवंत्रा बाय ट्रेंड्स इस समय 80 से अधिक बुनकरों, डिजाइनरों, कारीगरों, मास्टर शिल्पकारों और निर्माताओं के साथ काम कर रहा है, जिसमें देश भर के 25 से अधिक साड़ी शिल्प कल्स्टर के 10 पुरस्कार विजेता कारीगर या मास्टर शिल्पकार शामिल हैं। रिलायंस रिटेल ने कहा कि शुरुआत में चालू वित्त वर्ष के अंत तक अवंत्रा बाय ट्रेंड्स के करीब 30 स्टोर दक्षिण भारत में खोले जाएंगे और फिर इसका पूरे भारत में विस्तार किया जाएगा।
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नयी दिल्ली। एक्जिम बैंक ने हर्ष बांगरी को अपना नया प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है। एक्जिम बैंक ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि बांगरी ने बुधवार को भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) की प्रबंध निदेशक का पदभार संभाल लिया है। इससे पहले, बांगरी बैंक की उप-प्रबंध निदेशक थी। वह एक्जिम बैंक की मुख्य महाप्रबंधक और मुख्य वित्तीय अधिकारी भी रह चुकी हैं। वह 1995 में एक्जिम बैंक से जुड़ी थी। उनके पास वित्तीय क्षेत्र का 26 साल का अनुभव है। -
नयी दिल्ली। आयकर विभाग ने बुधवार को कहा कि नये आईटीआर पोर्टल पर कई तकनीकी मुद्दों का समाधान किया गया है और वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अब तक 1.19 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं। पोर्टल पर करदाताओं की गतिवधियों की जानकारी देते हुए आयकर विभाग ने कहा कि सात सितंबर तक 8.83 करोड़ विशिष्ट करदाताओं ने पोर्टल पर 'लॉगइन' किया। सितंबर में औसतन प्रतिदिन 15.55 लाख करदाता पोर्टल पर 'लॉगइन' किये। आयकर रिटर्न फाइलिंग सितंबर 2021 में दैनिक आधार पर 3.2 लाख पहुंच गयी है।
विभाग ने कहा, ''कई तकनीकी मुद्दों का समाधान किया गया है और पोर्टल पर फाइलिंग के जो आंकड़े हैं, वह काफी सकारात्मक है... आकलन वर्ष 2021-22 के 1.19 करोड़ आईटीआर भरे गये हैं।'' केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा, ''इनमें से 76.2 लाख करदाताओं ने रिटर्न भरने के लिये पोर्टल की 'ऑनलाइन' विशेषताओं का उपयोग किया।'' उल्लेखनीय है कि नई ई-फाइलिंग पोर्टल 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट इंकमटैक्स डॉट गॉव डॉट इन' (www.incometax.gov.in) की शुरूआत सात जून को हुई। शुरूआत में करदाताओं और पेशेवरों ने तकनीकी गड़बड़ी की शिकायतें की। बयान के अनुसार वित्त मंत्रालय लगातार इन्फोसिस के साथ मुद्दों के समाधान पर नजर रखे हुए हैं।
पोर्टल विकसित करने का ठेका 2019 में इन्फोसिस को दिया गया था। विभाग के अनुसार, ''यह उत्साहजनक है कि 94.88 लाख से अधिक आईटीआर ई-सत्यापित किये जा चुके हैं। यह केंद्रीकृत प्रसंस्करण केंद्र द्वारा प्रसंस्करण के लिए आवश्यक है। इसमें से 7.07 लाख आईटीआर प्रसंस्कृत किए जा चुके हैं। -
मुंबई। रिजर्व बैंक ने बुधवार को यूको बैंक को अपनी त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई व्यवस्था (पीसीएएफ) के प्रतिबंधों से मुक्त कर दिया। बैंक के विभिन्न कार्य मानदंडों में सुधार आने और बैंक की तरफ से न्यूनतम पूंजी नियमों का अनुपालन करने के बारे में लिखित प्रतिबद्धता व्यक्त किये जाने के बाद यह कदम उठाया गया। रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि यूको बैंक के कामकाज की समीक्षा के बाद वित्तीय निगरानी बोर्ड ने बेंक के 2020- 21 के प्रकाशित वित्तीय परिणामों के आधार पर यह पाया कि बैंक पीसीए मानदंडों का उल्लंघन नहीं कर रहा है। बयान में कहा गया है कि बैंक ने न्यूनतम नियामकीय पूंजी नियमों, शुद्ध एनपीए और दूसरे नियमों का पालन करने को लेकर लिखित में अपनी प्रतिबद्धता जताई है। बैंक ने अपने ढांचागत और प्रणालीगत सुधारों के बारे में भी रिजर्व बैंक को अवगत कराया है जिससे कि बैंक को वित्तीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। केन्द्रीय बैंक ने कहा कि उपरोक्त सभी बातों पर विचार करते हुये यह निर्णय लिया गया कि यूको बैंक को पीसीए प्रतिबंधों से बाहर कर दिया जाये। हालांकि, इसके साथ ही कुछ शर्तें और लगातार निगरानी जारी रहेगी। कोलकाता मुख्यालय वाला यूको बैंक मई 2017 से पीसीए मानदंडों के दायरे में है। -
नयी दिल्ली। कंपनी कानून के तहत गठित नयी कंपनियों की संख्या 2020-21 में इससे पिछले साल के मुकाबले 26 प्रतिशत बढ़कर 1.55 लाख से अधिक हो गई। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। रूबिक्स डाटा साइंसेस ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले वित्त वर्ष में कंपनियों के पंजीकरण के मामले में शुरूआत धीमी रही और अप्रैल 2020 में केवल 3,209 कंपनियों का पंजीकरण हुआ। लेकिन मार्च 2021 में यह संख्या रिकार्ड 17,324 तक पहुंच गयी। इसमें कहा गया है, ‘‘भारत में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 1,55,377 नयी कंपनियों का पंजीकरण हुआ। यह इससे पूर्व वित्त वर्ष में पंजीकृत 1,22,721 कंपनियों की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक है।'' रूबिक्स डाटा साइंसेस प्रौद्योगिकी और विश्लेषण आधारित बी2बी (कंपनियों के बीच) जोखिम प्रबंधन और निगरानी मंच है। रिपोर्ट के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में नयी कंपनियों का पंजीकरण 2020-21 में 45 प्रतिशत बढ़कर 33,483 रहा जो एक साल पहले 2019-20 में 23,014 था। इसमें कहा गया है, ‘‘सेवा क्षेत्र में, नयी कंपनी के पंजीकरण में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कृषि और संबद्ध गतिविधियों में पंजीकृत नयी कंपनियों की संख्या में 112 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई।'' रिपोर्ट के अनुसार नयी सीमित देनदारी भागीदारी (एलएलपी) की संख्या पिछले वित्त वर्ष में लगभग 17 प्रतिशत बढ़कर 42,185 हो गई, जो 2019-20 में 36,176 थी।
- नयी दिल्ली। दोपहिया वाहन विनिर्माता कंपनी एलएमएल ने बुधवार को कहा कि वह इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन श्रेणी में प्रवेश के साथ बाजार में वापसी की योजना बना रही है। एलएमएल ने कहा कि वह अवसरों के एक अलग सेट के साथ बाजार में फिर से प्रवेश करने के लिए आधार तैयार कर रही है और उसे इसमें निवेश भागीदार के साथ बड़े निवेश का समर्थन प्राप्त है। एलएमएल इलेक्ट्रिक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश भाटिया ने एक बयान में कहा, ‘‘हम शहरी मोबिलिटी श्रेणी को सक्षम और मजबूत करने को लेकर सर्वोत्तम तकनीक से लैस एक अत्यधिक नया उत्पाद पेश करने के लिए उत्पाद विकास रणनीतियों पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।'' कंपनी इससे पहले इटली के पियाजियो और सी स्पा कंपनी के सहयोग से प्रतिष्ठित एलएमएल वेस्पा बनाती थी। वह हालांकि, पियाजियो के साथ समझौते टूटने और 2006 में कानपुर के कारखाने के बंद होने के बाद से मुश्किलों का सामना कर रही है।
- नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में कमजोरी के रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को सोना 264 रुपये घटकर 46,140 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 46,404 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।दूसरी ओर, चांदी की कीमत 22 रुपये की मामूली बढ़त के साथ 63,486 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। चांदी पिछले कारोबारी सत्र में 63,464 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मामूली तेजी के साथ 1,798 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 24.37 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘सोने की कीमत में कुछ सुधार होने से पहले की हानि कम हो गयी। डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमत अभी भी 1,800 डॉलर प्रति औंस से नीचे चल रही है।
- नयी दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का उत्पादन अगस्त में सालाना आधार पर आठ प्रतिशत घटकर 1,13,937 इकाई रह गई। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से माह के दौरान उसका उत्पादन प्रभावित हुआ। एक साल पहले समान महीने में कंपनी ने 1,23,769 वाहनों का उत्पादन किया था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जे की कमी की वजह से अगस्त में उसका उत्पादन प्रभावित हुआ। सेमीकंडक्टर सिलिकन चिप है जिसका इस्तेमाल वाहन, कंप्यूटर और मोबाइल फोन तथा विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों में कंट्रोल तथा मेमोरी के लिए किया जाता है। हाल के समय में नए इलेक्ट्रॉनिक फीचर्स मसलन ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और ड्राइवर एसिस्ट की वजह से वाहन उद्योग में सेमीकंडक्टरों का इस्तेमाल बढ़ा है। मारुति ने कहा कि अगस्त में उसका यात्री वाहनों का कुल उत्पादन घटकर 1,11,368 इकाई रह गया, जो अगस्त, 2020 में 1,21,381 इकाई था। माह के दौरान मिनी कारों....आल्टो तथा एस-प्रेसो का उत्पादन 20,332 इकाई रहा, जो एक साल पहले समान महीने में 22,208 इकाई था। इसी तरह कॉम्पैक्ट कारों....वैगनआर, सेलेरियो, इग्निस, स्विफ्ट, बलेनो और डिजायर का उत्पादन घटकर 47,640 इकाई रह गया, जो अगस्त, 2020 में 67,348 इकाई था। यूटिलिटी वाहनों जिप्सी, एर्टिगा, विटारा ब्रेजा और एक्सएल 6 का उत्पादन हालांकि बढ़कर 29,965 इकाई पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान महीने में 21,737 इकाई था। इसी तरह ईको वैन का उत्पादन भी बढ़कर 10,430 इकाई पर पहुंच गया, जो एक साल पहले 8,898 इकाई था। कंपनी ने कहा कि उसके हल्के वाणिज्यिक वाहन सुपर कैरी का उत्पादन 2,569 इकाई रहा। एक साल पहले समान महीने में यह 2,388 इकाई था। जुलाई में मारुति का उत्पादन सालाना आधार पर 58 प्रतिशत बढ़कर 1,70,719 इकाई रहा था।
- मुंबई। अमेरिका की ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमेजन की इकाई अमेजन पे इंडिया अपने ग्राहकों को जमा बुकिंग सेवाओं की पेशकश करने जा रही है। हालांकि, उसकी प्रतिद्वंद्वी गूगल पे द्वारा शुरू की गई इसी तरह की सेवा नियामक की निगरानी में है। भुगतान ऐप अमेजन पे इंडिया ने बुधवार को निवेश मंच कुवेरा.इन के साथ गठजोड़ की घोषणा की। बयान में कहा गया है कि इससे उसके ग्राहक म्यूचल फंड और मियादी जमाओं (एफडी) में निवेश कर सकेंगे। गूगल पे ने अपने ग्राहकों को जमा की बुकिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक से करार किया था। हालांकि, अभी यह पता नहीं चला है कि अमेजन पे के ग्राहकों की जमाओं को किन बैंकों में जमा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि गूगल पे की इसी तरह घोषणा के बाद ऐसी खबरें आई हैं कि बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनी तथा बैंक के बीच करार पर रिजर्व बैंक की निगाह है क्योंकि इसका प्रभाव व्यापक वित्तीय परिदृश्य पर पड़ सकता है।
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नयी दिल्ली। केंद्र ने मंगलवार को कहा कि उसने कोयला आधारित हाइड्रोजन उत्पादन के लिये खाका तैयार करने को लेकर एक कार्यबल और एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ मंत्रालय ने मंगलवार को दो समितियों का गठन किया है। एक समिति कार्यक्रम की निगरानी के लिए है और दूसरी विशेषज्ञों की समिति है, जो मंत्रालय को मार्गदर्शन प्रदान करेगी।'' मंत्रालय का यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पर्यावरण के अनुकूल स्वच्छ तरीके से हाइड्रोजन आधारित अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के एजेंडा के अनुरूप है। मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने संबोधन में राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की थी। कोयला मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विनोद कुमार तिवारी की अध्यक्षता में कार्यबल का गठन किया गया है। इसके लिये निर्धारित शर्तों में कोयला आधारित हाइड्रोजन उत्पादन और उपयोग को लेकर गतिविधियों की निगरानी तथा ‘कोल गैसीफिकेशन मिशन' और नीति आयोग के साथ समन्वय करना शामिल है। बयान के अनुसार विशेषज्ञ समिति के लिये निर्धारित नियम एवं शर्तों में देश में विशेषज्ञों की पहचान करना और सदस्यों के रूप में चयन, हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी में प्रगति तथा हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी में चल रही अनुसंधान परियोजनाओं की समीक्षा करना शामिल है। विशेषज्ञ समिति द्वारा तीन महीने में रिपोर्ट दिये जाने की संभावना है।
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नयी दिल्ली। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि कैग जी सी मुर्मू को 2024 से 2027 तक के लिए एशियन ऑर्गनाइजेशन ऑफ सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस (एएसओएसएआई) की सभा का अध्यक्ष चुना गया है। .
बयान में कहा गया कि भारत 2024 में एएसओएसएआई की 16वीं सभा की मेजबानी करेगा।
बयान के मुताबिक, ‘‘एएसओएसएआई के 56वें प्रशासनिक बोर्ड ने जी सी मुर्मू को अध्यक्ष चुना और आज (मंगलवार) एएसओएसएआई की 15वीं सभा ने इसे मंजूरी दी। सीएजी, अध्यक्ष के रूप में एएसओएसएआई के मुख्य कार्यकारी होंगे और एएसओएसएआई का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करेंगे।'' इस चुनाव के बाद कैग ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि एएसओएसएआई के अध्यक्ष के तौर पर तीन साल के अपने कार्यकाल में भारत पर्यावरण अनुकूल लेखा परीक्षा अपनाने और लेखा परीक्षा में उभरती नवीन प्रौद्योगिकीयों का लाभ उठाने पर काम करेगा। -
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कार्ड के आंकड़े की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के प्रयास के तहत टोकन व्यवस्था (टोकनाइजेशन) का दायरा बढ़ाया है। इसके तहत कार्ड जारी करने वालो को टोकन सेवा प्रदाता (टीएसपी) के रूप में काम करने की अनुमति दी गयी है। टोकन व्यवस्था के तहत कार्ड के जरिये लेन-देन को सुगम बनाने को लेकर विशेष वैकल्पिक कोड सृजित होता है। इसे टोकन कहा जाता है। इसके तहत लेन-देन को लेकर कार्ड का ब्योरा देने की जरूरत नहीं पड़ती। रिजर्व बैंक ने मंगलवार को उपकरण आधारित टोकन व्यवस्था को ‘कार्ड-ऑन-फाइल टोकनाइजेशन' (सीओएफटी) सेवाओं तक बढ़ा दिया। इस कदम से व्यापारी वास्तविक कार्ड का ब्योरा अपने पास नहीं रख पाएंगे। ‘कार्ड-ऑन-फाइल' का मतलब है कि कार्ड से जुड़ी सूचना भुगतान सुविधा देने वाले (गेटवे) और व्यापारियों के पास होगी। इसके आधार पर वे भविष्य में होने वाले लेन-देन को पूरा करेंगे। आरबीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘...कार्ड जारी करने वालों को कार्ड टोकन सेवा उपलब्ध कराने की अनुमति दी गयी है। यानी वे टोकन सेवा प्रदाता का काम कर सकेंगे। कार्ड ब्योरे के लिये टोकन व्यवस्था ग्राहक की सहमति से काम करेगी। इसके लिये सत्यापन के लिये अतिरिक्त उपाय (एएएफ) की जरूरत होगी।'' केंद्रीय बैंक के अनुसार इस निर्णय से कार्ड का विवरण सुरक्षित होगा जबकि कार्ड के जरिये लेन-देन की सुविधा पहले की तरह बनी रहेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने आरबीआई ने मोबाइल फोन और टैबलेट के अलावा टोकन व्यवस्था के दायरे में लैपटॉप, डेस्कटॉप, हाथ घड़ी, बैंड और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) आधारित उत्पादों आदि को भी शामिल किया था। -
हैदराबाद । डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज ने मंगलवार को कहा कि उसने रूस की कोविड-19 वैक्सीन स्पुतनिक- वी की पहली खुराक की आपूर्ति पूरे देश के साझेदार अस्पतालों में शुरू कर दी है। इससे पहले खबर आई थी कि पैनेसिया बायोटेक ने भारत में बिक्री के लिए उसके द्वारा विनिर्मित रूसी स्पुतनिक वी वैक्सीन के दूसरे घटक की पहली खेप की आपूर्ति की है। डॉ रेड्डीज ने इससे पहले रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष से आपूर्ति बाधाओं के बाद स्पुतनिक वी की पहली खुराक की आपूर्ति को टाल दिया था। डॉ रेड्डीज के प्रवक्ता ने कहा कि पहली खुराक की आपूर्ति के बाद बराबर मात्रा में दूसरी खुराक की आपूर्ति की जाएगी। कंपनी ने स्पुतनिक-वी टीके की उपलब्धता को लेकर लोगों को ताजा जानकारी देने के लिये वेबसाइट भी शुरू की है। इसमें शहरों, अस्पतालों की सूची होगी जहां टीका उपलब्ध होगा। यह जानकारी www.drreddys.com/sputnik-vaccine साइट पर उपलब्ध होगी। प्रवक्ता ने कहा कि ‘‘जैसा कि हमारे भागीदार -आरडीआईएफ और पेनेसिया बायोटेक ने घोषणा की है पेनेसिया बायोटेक द्वारा विनिर्मित दूसरी खुराक के घटक की आपूर्ति अब शुरू हो गई है। डा. रेड्डीज ने पहली खुराक के घटक की देशभर में स्थित अपने भागीदार अस्पतालों को आपूर्ति शुरू कर दी है, इसके साथ ही इतनी ही मात्रा में दूसरी खुराक के घटक की भी आपूर्ति होगी।
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नयी दिल्ली। निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने मंगलवार को कहा कि उसने सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के लिये कर्ज सहायता उपलब्ध कराने को लेकर राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसएआईसी) के साथ समझौता किया है। इस समझौते के तहत एचडीएफसी बैंक एमएसएमई की प्रतिस्पर्धी क्षमता बढ़ाने को लेकर उनके लिये विशेष रूप से तैयार योजनाएं उपलब्ध कराएगा। निजी क्षेत्र के देश के सबसे बड़े बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘एचडीएफसी बैंक ने देश भर में एमएसएमई को कर्ज सहायता उपलब्ध कराने को लेकर राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।'' एचडीएफसी बैंक के समूह प्रमुख (वाणिज्यिक और ग्रामीण बैंकिंग) राहुल शुक्ल ने कहा कि आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के लिहाज से एमएसएमई देश की रीढ़ हैं। ऐसे में एनएसआईसी के साथ भागीदारी से क्षेत्र की वृद्धि में मदद मिलेगी। फलत: अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। - नयी दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के झटके के बावजूद भारतीय कंपनियों ने जबर्दस्त जुझारू क्षमता का प्रदर्शन किया है। एक सर्वे में कहा गया है कि महामारी के झटके के बावजूद भारतीय कंपनियां इस साल अपने कर्मचारियों के वेतन में औसतन 8.8 प्रतिशत की वृद्धि करेंगी। वहीं अगले साल यानी 2022 में वेतन वृद्धि 9.4 प्रतिशत रहेगी। एऑन के मंगलवार को जारी 26वें वार्षिक वेतन वृद्धि सर्वे के अनुसार, 2022 को लेकर ज्यादातर कंपनियां आशान्वित हैं। अगले साल 98.9 प्रतिशत कंपनियां अपने कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी करेंगी। वहीं 2021 में 97.5 प्रतिशत कंपनियों ने कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने की बात कही है। सर्वे में कहा गया है कि विभिन्न क्षेत्रों की धारणा सकारात्मक है और भारतीय कंपनियां पुनरुद्धार की राह पर हैं। ज्यादातर कंपनियों का मानना है कि 2021-22 में वेतन वृद्धि 2018-19 के स्तर पर पहुंच जाएगी। एऑन के मानव पूंजी कारोबार में भागीदार रूपंक चौधरी ने कहा, ‘‘यह वित्तीय सेहत और अर्थव्यवस्था में तेजी का मजबूत संकेत है। स्पष्ट रूप से चीजें बेहतर हो रही हैं। 2020 में वेतन वृद्धि 6.1 प्रतिशत रही थी। 2021 में इसके 8.8 प्रतिशत तथा 2022 में 9.4 प्रतिशत पर पहुंचने की उम्मीद है। यह 2018 और 2019 के महामारी-पूर्व के स्तर के बराबर होगा।'' सर्वे में कहा गया है कि महामारी की वजह से कंपनियों की डिजिटल यात्रा तेज हुई है और इससे लघु अवधि में डिजिटल प्रतिभाओं के लिए ‘जंग' छिड़ी है। इससे वेतन बजट बढ़ रहा है और साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी बदलने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। चौधरी ने कहा कि कंपनियों को अपनी प्रतिभा रणनीति को नए सिरे से परिभाषित करना होगा जिससे वे इस ‘जंग' में टिकी रह सकेंगी। उन्होंने कहा कि परंपरागत और गैर-परंपरागत क्षेत्रों की भारतीय कंपनियां डिजिटल क्षमताओं में निवेश कर रही हैं ताकि वे वृद्धि की रफ्तार को कायम रख सकें।
- मुंबई। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने अपनी 184.4 सीसी की पूरी तरह नई सीबी200एक्स बाइक की घरेलू बाजार में आपूर्ति शुरू कर दी है। इस बाइक की कीमत 1.44 लाख रुपये है। इसका अनावरण पिछले महीने किया गया था। इसकी आपूर्ति कंपनी की ‘रेड विंग' डीलरशिप के जरिये की जा रही है।कंपनी ने मंगलवार को बयान में कहा कि इस बाइक के लिए ग्राहक को पहली चाबी सौंपने के समारोह का आयोजन फरीदाबाद (हरियाणा) में फरीदाबाद-होंडा में किया गया। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लि. के निदेशक (बिक्री एवं विपणन) यादविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा, ‘‘उस बाइक को पेश जाने के पहले दिन से ही हमारे डीलर नेटवर्क पर इसको लेकर काफी पूछताछ आ रही है। विशेषरूप से नई पीढ़ी के ग्राहक बाइक के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। अब स्थिति सामान्य हो रही है और लोग कामकाज के लिए घर से बाहर निकलने लगे हैं, उन्हें ऐसे वाहन की जरूरत महसूस हो रही है जो उनकी सभी उम्मीदों को पूरा कर सके।




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