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इस्लामाबाद. पाकिस्तान के एक यू ट्यूबर से बातचीत में वहां के नागरिक द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुले दिल से की गई प्रशंसा का वीडियो दोनों देशों में तेजी से प्रसारित हो रहा है। सना अमजद के यू ट्यूब चैनल से बातचीत में पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि वह दुआ करता है कि उसके देश को भी मोदी जैसा नेता मिले। यह वीडियो प्रसारित होने के बाद उक्त पाकिस्तानी नागरिक ने एक दूसरे साक्षात्कार में यू ट्यूबर से कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री के साथ दोस्ती से उसके देश के हालात भी सुधरेंगे। उस व्यक्ति ने बताया कि पहले साक्षात्कार के बाद कुछ लोगों ने कहा कि पाकिस्तानी होने के नाते उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था, लेकिन उसने जोर देकर कहा कि वह मोदी की प्रशंसा के रुख पर अब भी कायम है। व्यक्ति ने कहा कि मोदी अपने देश को पिछले आठ साल में नयी ऊंचाई पर ले गए हैं।
उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान और भारत की तुलना की जाती थी लेकिन अब तुलना लायक स्थिति नहीं है। भारतीय विदेश में भी शानदार काम कर रहे हैं। पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि मोदी ने अपने देश के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों के हित में वहां के प्रधानमंत्री ने अमेरिका की नाराजगी की परवाह किए बिना रूस से तेल खरीदा। पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट और मंहगाई के दौर से गुजर रहा है। इस पर पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि अगर बंटवारा नहीं हुआ होता तो पाकिस्तानियों को भी सस्ती खाद्य सामग्री और ईंधन मिलता। पाकिस्तानी नागरिक ने कहा, ‘‘ मैं मोदी को पंसद करता हूं, मैं उनसे प्यार करता हूं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को नवाज शरीफ, बेनजीर भुट्टो और परवेज मुशर्रफ नहीं चाहिए बल्कि मोदी चाहिए। पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि वह चाहता है कि पाकिस्तान भी भारत की तरह बेहतर करे। पहले वीडियो को बड़ी संख्या में लोगों ने देखा जिसके बाद शनिवार को यू ट्यूबर ने दूसरा वीडियो साझा किया जिसे जारी करने के महज पांच घंटे के भीतर 50 हजार से अधिक लोग देख चुके हैं।
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नई दिल्ली। एक वर्ष से चल रहे रूस-यूक्रेन संघर्ष को देखते हुए यूरोपीय संघ ने रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त की है। यूरोपीय संघ परिषद के वर्तमान अध्यक्ष स्वीडन ने बताया कि नए प्रतिबंधों में युद्ध का समर्थन करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं पर सीमित प्रतिबंध लगाना शामिल है। अमरीका ने भी कल सैकड़ों रूसी कम्पनियों, बैंकों, निर्माताओं, व्यक्तियों और प्रतिबंधों के दौरान रूस को सहायता पहुंचाने वाली कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। ये प्रतिबंध रूस के धातु और खनन क्षेत्र सहित शस्त्र विक्रेताओं, तकनीक से जुड़ी कंपनियों तथा हथियार निर्माताओं पर खासतौर से लगाए गए हैं। इन प्रतिबंधों से रूस के सबसे बड़े गैर-सरकारी बैंक सहित लगभग 12 वित्तीय संस्थानों तथा माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स के आयातकों और रक्षा क्षेत्र के लिए आवश्यक कार्बन फाइबर के उत्पादकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
- लंदन. ब्रिटेन में खराब मौसम और यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण सब्जियों और फलों की आपूर्ति प्रभावित होने से कुछ प्रमुख सुपरमर्केट ने इनकी खरीद की सीमा तय कर दी है। ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को आगाह किया कि यह स्थिति महीने भर भी चल सकती है। टमाटर, मिर्च या शिमला मिर्च, खीरा, ब्रोकली, फूलगोभी और रसभरी का उत्पादन सीमित रह गया है। इससे एक ग्राहक के लिए खरीद सीमा तय की गई है। इस कमी का कारण दक्षिणी यूरोप और अफ्रीका में खराब मौसम के साथ-साथ ब्रिटेन और नीदरलैंड में महंगी बिजली के कारण प्रतिबंधित हुई ग्रीनहाउस खेती को माना गया है। संसद में एक सवाल के जवाब में पर्यावरण मंत्री थेरेसे कॉफी ने बताया, “हमारा अनुमान है कि यह स्थिति अगले दो से चार सप्ताह तक जारी रह सकती है।” उन्होंने कहा, “यह महत्वपूर्ण है कि हम कोशिश करें और सुनिश्चित करें कि हमें कोई वैकल्पिक स्रोत मिल जाए।” मंत्री ने कहा कि इस संकट से उबरने और भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए उनका विभाग खुदरा वितरकों से बातचीत कर रहा है। विपक्षी लेबर पार्टी ने जनता की थाली से मूलभूत खाद्य वस्तुओं की कमी के मुद्दे को उठाया।
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नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यूक्रेन में व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति तक पहुंचने की आवश्यकता पर एक प्रस्ताव पारित किया। इसमें रूस से दुश्मनी समाप्त करने और यूक्रेन से अपनी सेना वापस लेने का आह्वान किया गया है। 141 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया जबकि सात सदस्यों ने इसका विरोध किया। भारत सहित 32 सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया। 75 से अधिक देशों के विदेश मंत्रियों और राजनयिकों ने बहस के दो दिनों के दौरान महासभा को संबोधित किया, जिसमें कई नेताओ ने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने वाले प्रस्ताव के समर्थन का आग्रह किया।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत यूक्रेन की स्थिति को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा कि संघर्ष के कारण अनगिनत लोगों की जान चली गई और लाखों लोग बेघर हो गए। सुश्री कंबोज ने कहा कि नागरिक प्रतिष्ठानों पर हमले बेहद चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में संघर्ष का एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर हम खुद से कुछ प्रासंगिक प्रश्न पूछें कि क्या हम दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य संभावित समाधान के करीब हैं। क्या कोई ऐसी कोई प्रक्रिया है जिसमें दोनों पक्ष एक विश्वसनीय समाधान के लिए कभी आगे बढ़ सकते हैं। सुश्री कंबोज ने पूछा कि क्या 1945 के विश्व निर्माण पर आधारित संयुक्त राष्ट्र प्रणाली और महासभा को वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए समकालीन चुनौतियों का समाधान करने के लिए अप्रभावी नहीं बनाया गया है।संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष के प्रति भारत की अवधारणा जनकेंद्रित रहेगी। उन्होंने कहा कि भारत, यूक्रेन को मानवीय सहायता और संघर्ष के कारण ग्लोबल साउथ के अपने पड़ोसियों को जो खाद्यान, ईंधन और उर्वरक की कीमत बढ़ने से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है उन्हें आर्थिक समर्थन दे रहा है।संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों का पालन करता है और वह हमेशा बातचीत और कूटनीति को ही एकमात्र रास्ता मानता है। - नयी दिल्ली। डेनमार्क के शहजादे फ्रेडरिक आंद्रे हेनरिक क्रिश्चियन और शहजादी मैरी एलिजाबेथ रविवार को भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पिछले दो दशकों में डेनमार्क के शाही परिवार से यह भारत की पहली यात्रा होगी। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, डेनमार्क के शाही दंपति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के निमंत्रण पर भारत आ रहे हैं। उनके साथ वहां के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन, पर्यावरण मंत्री मैगनस हेउनिके और जलवायु, ऊर्जा मंत्री लार्स आगार्ड आयेंगे। इसमें कहा गया है कि डेनमार्क के शहजादे फ्रेडरिक आंद्रे हेनरिक क्रिश्चियन और शहजादी मैरी एलिजाबेथ 26 फरवरी से 2 मार्च तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर आ रहे हैं।
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साओ पाउलो. ब्राजील के उत्तरी साओ पाउलो राज्य में बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि हताहतों की संख्या अभी बढ़ सकती है। साओ पाउलो राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि साओ सेबस्टियाओ शहर में 35 लोगों की मौत हुई है जबकि उबातुबा में सात वर्षीय लड़की की मौत की खबर है। खबरों के अनुसार, साओ सेबस्टियाओ, उबातुबा, इल्हाबेला और बर्टिओगा के शहर सबसे बुरी तरह प्रभावित कुछ इलाकों में शामिल हैं। यहां आपदा के हालात हैं जिसके मद्देनजर कार्निवल उत्सव रद्द कर दिया गया है। वहीं, बचाव दल लापता, घायल और मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं। साओ सेबेस्टियाओ के महापौर फेलिप ऑगस्टो ने कहा, “हमारे बचाव दल कई स्थानों पर नहीं पहुंच पा रहे हैं, यह अफरा-तफरी की स्थिति है।” उन्होंने बताया कि भूस्खलन के कारण दर्जनों लोग लापता हैं और 50 से ज्यादा घर ढह गए हैं। ऑगस्टो ने सोशल मीडिया पर शहर में व्यापक तबाही के कई वीडियो पोस्ट किए, जिसमें एक बच्चे को बाढ़ के पानी में डूबी सड़क पर स्थानीय लोगों द्वारा बचाए जाने का वीडियो भी शामिल है। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला डा सिल्वा ने ट्विटर पर कहा कि वह प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे। साओ पाउलो राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि क्षेत्र में एक दिन में 600 मिलीमीटर (23.6 इंच) से अधिक बारिश हुई है जो इतनी कम अवधि में ब्राजील में अब तक हुई सबसे ज्यादा बारिश है। राज्य सरकार ने कहा कि अकेले बर्टियोगा में इस अवधि के दौरान 687 मिलीमीटर बारिश हुई।
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लाहौर. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बारातियों को ले जा रही एक तेज रफ्तार बस खाई में गिरने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस्लामाबाद से लाहौर जा रही बस रविवार देर रात लाहौर से लगभग 240 किलोमीटर दूर कल्लार कहार साल्ट रेंज क्षेत्र में पलट गई। बचाव सेवा के अधिकारी मुहम्मद फारूक ने सोमवार को बताया, “बस पलटने से पहले विपरीत दिशा से आ रहे तीन वाहनों से टकराई और खाई में गिर गई।“ बस में शादी समारोह से लौट रहे लोग सवार थे।
आपातकालीन बचाव सेवा ‘ रेस्क्यू 1122' ने बताया कि ब्रेक के काम बंद कर देने के कारण दुर्घटना हुई।फारूक ने कहा कि मृतकों और कई घायलों को बस काटकर बाहर निकाला गया ।उन्होंने कहा, “घायलों को रावलपिंडी और इस्लामाबाद के अस्पतालों में ले जाया गया है, जहां उनमें से 11 की हालत गंभीर है।” उन्होंने कहा कि मृतकों में छह महिलाएं शामिल हैं।पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हादसे पर दुख जताया है।उन्होंने अधिकारियों को घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया - लंदन। जाने माने अनिवासी भारतीय उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल ने यहां ऐतिहासिक ‘इंडियन जिमखाना क्लब' में अपनी दिवंगत पत्नी अरुणा की याद में एक भव्य नए हॉल का उद्घाटन किया है। पश्चिम लंदन में 60 साल से अधिक पुराने जिमखाना क्लब में शनिवार को लॉर्ड पॉल के 92वें जन्मदिन के मौके पर एक विशेष कार्यक्रम में लेडी अरुणा स्वराज पॉल हॉल का उद्घाटन हुआ, जिसमें ब्रिटिश सांसद और राजनयिक भी शामिल हुए थे। लेडी अरुणा का 86 वर्ष की आयु में पिछले साल मई में लंदन में अपने आवास में निधन हो गया था।लॉर्ड पॉल ने कहा, ‘‘यह हॉल मेरी अद्भुत पत्नी को एक श्रद्धांजलि है जिसे मुझे बहुत याद आती है। हमारी शादी के 65 साल के दौरान हमारे बीच कभी कोई बहस नहीं हुई।'' उन्होंने वॉल्वरहैम्प्टन विश्वविद्यालय में एक भवन का नाम अपनी दिवंगत पत्नी के नाम पर रखने की योजना की घोषणा की, जहां वह चांसलर हैं। अमेरिका, भारत, कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कारोबार करने वाली ब्रिटेन स्थित कपारो ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के संस्थापक पॉल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई चर्चा के बाद वाराणसी में एक नया नर्सिंग कॉलेज और अस्पताल खोलने का अपना दृष्टिकोण भी सामने रखा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे भारत से बहुत प्यार है, जहां जालंधर में मेरा जन्म हुआ था। इसलिए भारत मेरे दिल में है, अमेरिका मेरे दिल में है और ब्रिटेन एक ऐसा देश है जिसे मैं प्यार करता हूं।'' कार्यक्रम में शामिल हुए कुछ विशिष्ट अतिथियों में दक्षिण एशिया के लिए ब्रिटेन के प्रभारी विदेश राज्य मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद, ब्रिटेन के लिए भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी एवं उनकी पत्नी संगीता और ब्रिटेन के लिए बांग्लादेशी उच्चायुक्त सईदा मुना तस्नीम शामिल थीं। ‘इंडियन जिमखाना क्लब' 1916 में स्थापित हुआ था और भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे प्रमुख क्रिकेटरों और हॉकी खिलाड़ियों का एक समय इसके मैदान में खेलने का इतिहास रहा है, जिसमें विजय मर्चेंट, विजय हजारे, पटौदी के नवाब और हाल में सुनील गावस्कर, कपिल देव और इमरान खान के नाम शामिल हैं।
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लंदन. भारतीय मूल की चिकित्सक प्रोफेसर मेघना पंडित को ब्रिटेन के सबसे बड़े शैक्षणिक अस्पतालों का संचालन करने वाले ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया है। पंडित इस ट्रस्ट की पहली महिला प्रमुख हैं और वह इसकी सीईओ नियुक्त होने वालीं भारतीय मूल की पहली सीईओ हैं। वह जुलाई 2022 से ही ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स की अंतरिम सीईओ के तौर पर काम कर रही थीं। डॉ पंडित ने इस नियुक्ति को अपने लिए एक बड़ा सम्मान बताते हुए कहा कि वह मरीजों के लिए आला दर्जे की स्वास्थ्य गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर देंगी।
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वाशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज को संयुक्त राष्ट्र के सामाजिक विकास आयोग के 62वें सत्र का अध्यक्ष चुना गया है। कंबोज को इस सप्ताह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संयुक्त राष्ट्र सामाजिक विकास आयोग के 62वें सत्र की पहली बैठक में अध्यक्ष चुना गया। इसके साथ ही नॉर्थ मैसेडोनिया से जॉन इवानोवस्की, डोमिनिक गणराज्य से कार्ला मारिया कार्लसन और लक्समबर्ग से थॉमस लैमर को 62वें सत्र का उपाध्यक्ष चुना गया। इससे पहले, सामाजिक विकास आयोग ने अपने 61वें सत्र के अंतिम दिन संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद को चार मसौदा प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजे थे। जिन मसौदा प्रस्तावों को सर्वसम्मति से अपनाया जाना है उनमें असमानताओं को दूर करने के लिए पूर्ण रोजगार सृजित करना और कोविड-19 महामारी के बाद सामान्य स्थिति बहाली पर जोर देना शामिल है। आयोग के 62वें सत्र की पिछली बैठक के दौरान ‘‘भविष्य के संगठन और सामाजिक विकास के लिए आयोग के कार्य करने के तरीके'' को मंजूरी दी गई थी।
- तोक्यो । जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने शुक्रवार को सहायक बूस्टर इंजन चालू नहीं होने के कारण अगली पीढ़ी के अपने रॉकेट ‘एच3' का प्रक्षेपण रोक दिया। ‘जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी' ने कहा कि अवलोकन उपग्रह और मिसाइल प्रक्षेपण का पता लगाने के लिए एक प्रायोगिक सेंसर ले जा रहे रॉकेट का मुख्य इंजन पहले ही शुरू हो चुका था। एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर मसाशी ओकाडा ने एक संवाददाता सम्मेलन में आंसू पोंछते हुए कहा, “मुझे पता है कि बहुत से लोग इस दिन की प्रतीक्षा कर रहे थे । मुझे खेद है। हम भी बहुत दुखी और निराश महसूस कर रहे हैं।” ओकाडा ने कहा, “हम जितनी जल्दी हो सकेगा, कारण की जांच करेंगे और फिर से प्रयास करेंगे।
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नांदी (फ़िजी). विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उम्मीद जताई है कि विश्व हिंदी सम्मेलन आने वाले समय में हिंदी का महाकुंभ बनेगा और हिंदी को विश्व भाषा बनाने में लगे हिंदी प्रेमियों को महत्वपूर्ण मंच उपलब्ध कराएगा। जयशंकर ने यहां आयोजित 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी को विश्व भाषा बनाने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए ज़रूरी है कि सभी हिंदी प्रेमी मिलजुल कर काम करें। फ़िजी के इस प्रमुख शहर में 15 से 17 फ़रवरी तक तीन दिन चले सम्मेलन में तीस से अधिक देशों के एक हज़ार से अधिक हिंदी विद्वानों व लेखकों ने भाग लिया। समापन समारोह में फ़िजी के उप प्रधानमंत्री बिमान प्रसाद भी मौजूद थे और उन्होंने सम्मेलन को फ़िजी के लिए ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सितवेनी रबूका के नेतृत्व वाली सरकार देश में हिंदी को मज़बूत करने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है। अपने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने टिप्पणी की कि पिछले 10-15 वर्षों में हिंदी को यहां कमजोर करने की कोशिशें की गईं। जयशंकर ने उम्मीद जताई कि विश्व हिंदी सम्मेलन आगामी समय में हिंदी का महाकुंभ बन कर उभरेगा और हिंदी को विश्व भाषा बनाने की कोशिशों में जुटे हिंदी प्रेमियों को महत्वपूर्ण मंच उपलब्ध कराएगा। जयशंकर ने फ़िजी नेतृत्व से बुधवार को हुई चर्चा का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री रबूका को आश्वस्त किया है कि भारत फ़िजी के साथ सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती देने के लिए कदम उठाएगा। जयशंकर ने खुलासा किया कि प्रधानमंत्री रबूका ने दोनों देशों के बीच दोस्ती की तुलना के लिए सत्तर के दशक में आई बॉलीवुड की बेहद लोकप्रिय फ़िल्म ‘शोले' का ज़िक्र किया। विदेश मंत्री के अनुसार, प्रधानमंत्री रबूका ने उन्हें बताया कि ‘शोले' उनकी सबसे पसंदीदा फ़िल्म है और उसका गाना ‘ये दोस्ती, हम नहीं तोड़ेंगे ' उन्हें विशेष रूप से प्रिय है।
जयशंकर ने सम्मेलन में भाग लेने वालों का आभार प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘दुनिया भर से 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में भाग लेने के लिए फ़िजी आये हिन्दी के विद्वानों और हिन्दी प्रेमियों से मिलकर अच्छा लगा। हिन्दी के प्रति उनका प्रेम और इसके प्रचार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उल्लेखनीय है।'' उन्होंने इस समारोह में शामिल होने के लिए फ़िजी के राष्ट्रपति रातू विलीमे कटोनिवेरी, प्रधानमंत्री सितवेनी रबूका और उप्र प्रधानमंत्री प्रसाद समेत फिजी सरकार का आभार व्यक्त किया। जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘तीन दिवसीय इस सम्मेलन में फ़िजी और भारत के सशक्त सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों की छवि स्पष्ट रूप से दिखाई दी।'' उन्होंने कहा, ‘‘ दोनों देशों की संस्कृति और परंपरागत विशेषताएं परस्पर सम्मान और सहयोग का मज़बूत आधार हैं।'' समापन समारोह में देश - विदेश में हिंदी के प्रचार, प्रसार व विकास के लिये काम कर रहे 25 विद्वानों व संस्थाओं को सम्मानित भी किया गया। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि सम्मेलन के दौरान 10 सत्रों में विभिन्न मामलों पर गंभीर चर्चा हुई और यह निष्कर्ष निकल कर आया कि हिंदी काफ़ी सशक्त भाषा है और तकनीक के साथ सामंजस्य बैठाने में सक्षम है। सम्मेलन के अंत में जारी एक प्रतिवेदन में कहा गया कि भारत और फ़िजी समेत विश्व के अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने यहां 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन में एक सुर में यह बात कही कि कृत्रिम मेधा (एआई) जैसी आधुनिक सूचना, ज्ञान एवं अनुसंधान तकनीक का हिंदी माध्यम में प्रयोग कर भारतीय ज्ञान परंपरा और अन्य पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों को विश्व की बहुत बड़ी जनसंख्या तक पहुंचाया जा सकता है। प्रतिवेदन के अनुसार, सम्मेलन में विश्व हिंदी सचिवालय को बहुराष्ट्रीय संस्था के रूप में विकसित करने तथा प्रशांत क्षेत्र सहित विश्व के अन्य भागों में इसके क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। हिंदी के प्रति लगाव रखने वाले विश्व के सभी नागरिकों के बीच हिंदी को संपर्क-संवाद की भाषा के रूप में विकसित करने के लिए नियमित अंतराल पर आयोजित विश्व हिंदी सम्मेलनों की कड़ी में 15 से 17 फरवरी 2023 तक प्रशांत क्षेत्र के फ़िजी देश के नांदी शहर में 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रतिवेदन में कहा गया कि प्रतिस्पर्धा पर आधारित विश्व व्यवस्था को सहकार, समावेशन और सह-अस्तित्व पर आधारित वैकल्पिक दृष्टि प्रदान करने में हिंदी एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकती है। इसमें कहा गया है कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्' (पूरी पृथ्वी ही परिवार है) और ‘सर्वे भवन्तु सुखिन:' (सभी प्राणी सुखी रहें) के आधार पर अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वैश्विक बाजार का निर्माण किया जा सकता है। प्रतिवेदन में कहा गया कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं एआई जैसी आधुनिक ज्ञान प्रणालियों का समुचित उपयोग करते हुए हिंदी मीडिया, सिनेमा और जनसंचार के विविध नए माध्यमों ने हिंदी को विश्व भाषा के रूप में विस्तारित करने की नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं।
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वाशिंगटन. अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की नेता एवं राष्ट्रपति पद के चुनाव में पार्टी उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल निक्की हेली ने कहा है कि अमेरिकियों को देश में नयी पीढ़ी के नेता की जरूरत है। हेली ने ‘फॉक्स न्यूज' के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमने कई नेताओं को देखा है जिन्होंने पूर्व में हमारा नेतृत्व किया है। हमें कांग्रेस में कार्यकाल की सीमाएं रखनी होंगी। हमें 75 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी निर्वाचित अधिकारी के लिए योग्यता परीक्षण कराने की आवश्यकता है।'' अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले ही चुनाव लड़ने के अपने फैसले की घोषणा कर चुके हैं, वे 75 साल से अधिक उम्र के हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरिन ज्यां-पियरे ने हेली के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने पहले भी इस तरह के हमले या टिप्पणियां सुनी हैं।'' उन्होंने कहा कि बाइडन अपनी क्षमता साबित कर इस बार इस प्रकार के आलोचकों को चुप कराने में कामयाब रहे हैं। ‘फॉक्स न्यूज' के साथ साक्षात्कार में हेली ने कहा कि अमेरिका को नयी पीढ़ी के नेता की जरूरत है। उन्होंने कहा, हमें इस यथास्थिति को बदलना होगा। हमें इस अव्यवस्था को पीछे छोड़ना होगा और भविष्य के बारे में बात करनी होगी।
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इस्लामाबाद. पाकिस्तान में बृहस्पतिवार को लोगों को पेट्रोल और गैस की कीमतों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी के रूप में जोरदार झटका लगा। नकदी की कमी से जूझ रहे पड़ोसी देश ने आईएमएफ को खुश कर कर्ज पाने के लिए यह कदम उठाया। हालांकि, इस फैसले से महंगाई और बढ़ने की आशंका है, जो पहले ही विकराल स्थिति में पहुंच चुकी है। सरकार द्वारा नए करों के जरिए लोगों से 170 अरब रुपये जुटाने के लिए संसद में 'मिनी-बजट' पेश करने के कुछ घंटों बाद पेट्रोल उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया गया। बिजली और गैस की कीमतों में भी वृद्धि की गई है। वित्त विभाग द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक पेट्रोल के भाव 22.20 रुपये बढ़कर 272 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए हैं। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये के अवमूल्यन के कारण यह वृद्धि की गई। हाईस्पीड डीजल (एचएसडी) की कीमत में 17.20 रुपये प्रति लीटर, मिट्टी के तेल की कीमत में 12.90 रुपये प्रति लीटर और लाइट डीजल ऑयल (एलडीओ) में 9.68 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। एचएसडी की नई कीमत 280 रुपये प्रति लीटर होगी। मिट्टी का तेल 202.73 रुपये प्रति लीटर और एलडीओ 196.68 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचा जाएगा। बयान में कहा गया है, ''कीमत में वृद्धि पाकिस्तानी रुपये के अवमूल्यन के कारण हुई है। नई कीमतें 16 फरवरी से प्रभावी होंगी।
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वाशिंगटन. अमेरिका ने बुधवार को कहा कि एअर इंडिया और बोइंग का वाणिज्यिक विमान समझौता भारत और अमेरिका के बीच पहले से ही मजबूत संबंधों को और गहरा करने का अवसर प्रदान करता है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह साझा हितों, साझा मूल्यों, हमारे साझा आर्थिक संबंधों पर आधारित पहले से मजबूत संबंधों को और गहरा करने का अवसर है। बोइंग और एअर इंडिया के बीच समझौते की कल हुई घोषणा के बाद ये संबंध और गहरे हुए हैं।'' अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस' की एक घोषणा के अनुसार, बोइंग और एअर इंडिया के बीच एक सहमति बनी है, जिसके तहत एअर इंडिया बोइंग से 34 अरब डॉलर में 220 विमान खरीदेगी। इनमें 190 बी737 मैक्स 20 बी787, और 10 बी777एक्स शामिल हैं। समझौते के तहत 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा जिससे कुल लेन-देन मूल्य 45.9 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यह समझौता अमेरिका के 44 राज्यों में 10 लाख नौकरियां पैदा करेगा। प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमने इसकी शुरुआत की है। यह न केवल अमेरिकी अर्थव्यवस्था और इस देश के कर्मचारियों के लिए एक अवसर है, बल्कि यह भारत के लोगों के लिए भी एक मौका है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में वाणिज्यिक कूटनीति के जरिए विश्व के अन्य देशों के साथ अपने आर्थिक संबंधों को गहरा करने के लिए ऐसे ठोस एवं व्यावहारिक तरीके खोजने की कोशिश कर रहा है, जिनसे यहां अमेरिकियों को लाभ हो।'' प्राइस ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि बोइंग और एअर इंडिया के बीच कल जिस समझौते की घोषणा की गई, वह इसका एक ज्वलंत उदाहरण है। इससे यहां नौकरियां पैदा होंगी, भारत में अवसर पैदा होंगे तथा यह समझौता इस साझेदारी को और गहरा करने का अवसर प्रदान करता है।
- अंताक्या। तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने मंगलवार को घोषणा की कि पिछले सप्ताह आए भूकंप के कारण देश में अब तक 35 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह 100 साल पहले देश की स्थापना के बाद से सबसे घातक आपदा है। मृतकों की संख्या में और वृद्धि होना तय है क्योंकि मलबे को हटाने का काम अब भी पूरा नहीं हुआ है। वहीं भूकंप के बाद बेघर हुए हज़ारों लोगों में से कई अभी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और ऐसे में भीषण ठंड उनके लिये और मुसीबत खड़ी कर रही है। तुर्किये में 1939 में एर्जिंकन भूकंप में लगभग 33 हजार लोग मारे गए थे। हालिया भूकंप में पुष्ट मौतों के आंकड़ों में यह संख्या पीछे छूट गई है। एर्दोआन ने कहा कि छह फरवरी को कहारनमारस और उसके बाद के झटकों के परिणामस्वरूप 1 लाख 5 हजार 505 घायल हुए थे। पड़ोसी देश सीरिया में लगभग 3,700 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। दोनों देशों में संयुक्त रूप से मरने वालों का आंकड़ा 39 हजार से अधिक हो गया है। तुर्किये के राष्ट्रपति ने इस भूकंप को “सदी की आपदा” करार देते हुए कहा कि 13 हजार से ज्यादा लोगों का अब भी अस्पताल में उपचार चल रहा है।.
- नई दिल्ली । अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी में मारबर्ग वायरस का कहर टूटा है। इस वायरस के संक्रमण के चलते अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग बीमार हैं। बता दें कि मारबर्ग वायरस संक्रमण के लक्षण इबोला वायरस की तरह हैं। जिसमें मरीज को बुखार, छाती में दर्द की समस्या रहती है। हालात बिगड़ने पर मरीज की मौत भी हो जाती है। डब्लूएचओ ने बयान जारी कर कहा है कि मारबर्ग वायरस का इतने बड़े पैमाने पर यह पहला संक्रमण फैला है। प्रभावित इलाकों में एडवांस टीमें तैनात कर दी गई हैं, जो वायरस संक्रमितों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट कर रही है और उन्हें इलाज भी मुहैया करा रही हैं।मारबर्ग वायरस कितना खतरनाक साबित हो सकता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डब्लूएचओ ने स्वास्थ्य आपातकाल विशेषज्ञ, संक्रमण को फैलने से रोकने वाली टीमें, लैब और कम्यूनिकेशन सपोर्ट सिस्टम मारबर्ग वायरस से प्रभावित इलाकों में तैनात कर दी हैं ताकि इसके प्रसार को रोका जा सके।डब्लूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मातशिदिसो मोइती ने बताया कि मारबर्ग वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है और इसके संक्रमण की मृत्यु दर 88 फीसदी तक जा सकती है। मारबर्ग वायरस, इबोला वायरस परिवार से ही संबंधित है। इस वायरस के संक्रमण के लक्षणों की बात करें तो इसमें मरीज को तेज बुखार, सिरदर्द की समस्या होती है। कई मरीजों में संक्रमण के सात दिनों के भीतर हेमेरेजिक लक्षण भी दिख सकते हैं।यह वायरस चमगादड़ों से इंसानों में फैला है और संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से यह अन्य लोगों में भी फैल सकता है। अभी तक इस वायरस का कोई इलाज या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है लेकिन समय पर इलाज मिलने से मरीज की जान बच भी सकती है।
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दमिश्क। तुर्किये और सीरिया में पांच दिन पहले आए भीषण भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 28,000 के पार हो गई है तथा और लोगों के जीवित बचने की तेजी से लगातार धूमिल होती उम्मीदों के बीच बचाव कार्य जारी है। भूकंप के बाद लोगों का जीवन बचाने के लिए बचावकर्मी पिछले पांच दिन से कड़ाके की ठंड में लगातार काम कर रहे हैं। बचाव कार्य के दौरान शनिवार को 12 से अधिक लोगों को बचा लिया गया।
बार-बार बेहोश हो रहे और होश में आ रहे इब्राहिम जकारिया नाम के व्यक्ति को इस बात का पता नहीं था कि वह कितने दिन से अपने घर के मलबे के नीचे दबा था। जकारिया को शुक्रवार रात को बचाया गया। जकारिया ने शनिवार को अस्पताल में ‘द एसोसिएटेड प्रेस' से कहा, ‘‘मुझे लगा था कि मैं मरने वाला हूं और मेरे लिए फिर से जीना असंभव होगा।''
भूकंप के बाद शनिवार को बचाए गए लोगों में अतांक्या में बचाया गया सात महीने का एक बच्चा और कहरामनमारस का एक परिवार शामिल है। टेलीविजन नेटवर्क ‘हैबरटर्क' ने बताया कि सीरिया की सीमा से सटे गाजियांटेप प्रांत में नुरदागी शहर की एक इमारत के मलबे से एक परिवार के पांच लोगों को बचाया गया। इस्लाहिये कस्बे के मलबे से एक व्यक्ति और उसकी तीन वर्षीय बेटी को बाहर निकाला गया।
सात वर्षीय एक बच्ची को हाते प्रांत में बचाया गया। इल्बिस्तान में 20 वर्षीय मेलिसा उल्कु और एक अन्य व्यक्ति को मलबे में 132 घंटे फंसे रहने के बाद बचाया गया। तुर्किये के टीवी स्टेशन ‘एनटीवी' ने बताया कि हाते प्रांत के इस्केंदेरुन में 138 घंटे से मलबे में फंसे 44 वर्षीय एक व्यक्ति को बाहर निकाला गया।
बचावकर्मियों ने इसे एक चमत्कार बताया और कहा कि उन्हें किसी के मिलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन वे खोदते गए और उन्हें एक व्यक्ति की आंखें दिखीं, जो अपना नाम बता रहा था। एनटीवी ने बताया कि इसी प्रांत में भूकंप के 140 घंटे बाद अंताक्या में एक बच्चे को मलबे से बाहर निकाला गया।
इस बीच 50 घंटे की मशक्कत के बाद मलबे से निकाली गई जेयनेप काहरमन नाम की महिला ने रात में अस्पताल में दम तोड़ दिया। ये बचाव कार्य भूकंप के बाद तुर्किये सरकार की प्रतिक्रिया को लेकर लोगों के बढ़ रही हताशा के बीच जारी हैं। इस भूकंप से केवल तुर्किये में 24,617 लोगों की मौत हुई है और कम से कम 80,000 लोग घायल हुए हैं। -
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने फिर कहा है कि चीन के विकास मॉडल में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। मुद्रा कोष के अनुसार, चीन की वृद्धि दर कम हो रही है और काफी समय तक इसके कम ही रहने की संभावना है। एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा मौका है जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चीन को लेकर आगाह किया है।
मुद्रा कोष का कहना है कि सरकारी कंपनियों की कम उत्पादकता और रिएल एस्टेट क्षेत्र की कम वृद्धि दर के बावजूद उन पर चीन की अत्यधिक निर्भरता के कारण चीन का निवेश-आधारित विकास मॉडल लाभकारी नहीं रह गया है।चीन की वृद्धि दर 2005-06 में लगभग 10 प्रतिशत थी जो 2021 में घटकर 4 दशमलव सात प्रतिशत रह गई। अगले पांच वर्षों में इसके लगभग चार प्रतिशत रह जाने का अनुमान है। मुद्रा कोष का अनुमान है कि 2028 से 2037 के बीच चीन की औसत वृद्धि दर महज तीन प्रतिशत रह जाएगी।चीन की अर्थव्यवस्था विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन उसे कम होती जनसंख्या, युवा कामगारों के आभाव और समग्र उत्पादकता में कमी का सामना करना पड़ रहा है। अमरीका के साथ चीन के व्यापार से जुड़े जोखिमों और चीन को चिप की आपूर्ति पर अमरीकी प्रतिबंध के कारण भी चीन की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। -
नई दिल्ली। तुर्किए और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या 23 हजार सात सौ से अधिक हो गई है। इन दोनों देशों में सोमवार को सात दशमवल आठ तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था। पिछले दो दशक में यह सर्वाधिक तीव्रता वाला भूकंप था। राहत और बचाव एजेंसियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग अभी भी मलबे में दबे हैं। भयंकर शीतलहर के कारण बचाव कार्यों और जीवित लोगों की तलाश में बाधा आ रही है।
सीरिया सरकार ने देश के उत्तर पश्चिम में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में भूकंप पीड़ितों को अंतरराष्ट्रीय सहायता भेजने की अनुमति दे दी है। सरकारी मीडिया के अनुसार, सीरियाई कैबिनेट ने विद्रोही नियंत्रित क्षेत्रों सहित देश के सभी हिस्सों में मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति दे दी है। सहायता एजेंसियों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति देने की अपील की थी। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने सीरियाई सरकार के इस कदम की सराहना की है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने कहा कि सोमवार के भूकंप से सीरिया में कम से कम 53 लाख लोगों के बेघर होने का अनुमान है। - मॉस्को। दक्षिण-मध्य रूस के नोवोसिबिर्स्क शहर में गुरुवार को सुबह एक आवासीय इमारत में हुए गैस विस्फोट के कारण लगी आग की चपेट में आकर दो साल के बच्चे सहित कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। प्रांतीय गृह विभाग ने यह जानकारी दी। गवर्नर एंड्रे ट्रावनिकोव ने कहा कि घटना में घायल नौ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। अधिकारियों ने कहा कि सुबह सात बजकर 43 मिनट पर हुए विस्फोट के समय इमारत में मौजूद रहे दो बच्चों सहित दस लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। उन्होंने बताया कि विस्फोट के कारण पांच मंजिला इमारत के दो प्रवेश द्वार ढह गए, जिसके चलते लगी आग से 30 फ्लैट क्षतिग्रस्त हो गए। इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है और प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि गैस रिसाव के कारण यह घटना हुई।
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जकार्ता । इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत पापुआ में गुरुवार को आए 5.1 तीव्रता के भूकंप में चार लोगों की मौत हो गई। वे एक तैरते रेस्तरां पर थे जो समुद्र में गिर गया और वे उससे बाहर नहीं निकल सके। अमेरिकी भूभर्गीय सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 5.1 थी जो पापुआ के उत्तरी तट के पास जयापुरा के आवासीय इलाके में आया। उसके मुताबिक, इसका केंद्र 22 किलोमीटर की गहराई में था। इस तरह के भूकंप पृथ्वी की सतह पर अक्सर अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। पापुआ की राजधानी जयापुरा की निवासी टी आसीह ने कहा, “ लोग दहशत में आ गए थे। मैं कार में थी और मुझे महसूस हुआ कि कार के पहिये उठ गए हैं।” अधिकारियों ने बताया कि भूकंप की वजह से तैरता रेस्तरां समुद्र में गिर गया जिस वजह से उस पर मौजूद चार लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय आपदा शमन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने पत्रकार वार्ता में कहा, “ चारों शव निकाल लिए गए हैं। पीड़ित कैफे के मलबे में फंस गए थे और उनपर छत गिर पड़ी थी।” गोताखोर रेस्तरां के आसपास के हिस्से की तलाशी लेकर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं वहां और कोई तो नहीं था।
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अमेरिका ने पोलैंड को 10 अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री की अनुमति दी
वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने रूस के यूक्रेन पर जारी हमलों के बीच अपने नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) सहयोगी पोलैंड को 10 अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री की मंगलवार को मंजूरी दे दी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कांग्रेस को अधिसूचित किया कि मध्यम दूरी की, हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम्स (एचआईएमएआरएस), अन्य गोला-बारूदों और उपकरणों की पोलैंड को बिक्री किए जाने की अनुमति दी गई है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को एक साल पूरा होने वाला है और ऐसे में पोलैंड तथा अन्य नाटो सहयोगी यूक्रेन पर रूस की बढ़ती आक्रामकता की आशंका को लेकर चिंतित हैं। मंत्रालय ने कहा कि यह बिक्री नाटो सहयोगी पोलैंड की रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाकर अमेरिकी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन करेगी। पोलैंड यूरोप में राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक प्रगति के लिए अहम है। -
कराची. पाकिस्तान के कराची शहर में एक धारावाहिक की शूटिंग कर रहे सदस्यों पर हथियारबंद लोगों ने हमला कर दिया। मनोरंजन उद्योग और कलाकारों ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की। यह घटना कराची की घनी आबादी वाली पीआईबी कॉलोनी में जमशेद क्वाटर्स इलाके में सोमवार को हुई। जाने-माने फिल्म निर्माता नबील कुरेशी ने बताया कि 50 से 60 हथियारबंद लोगों की भीड़ एक मकान में घुसी जिसे क्रू सदस्यों ने किराये पर लिया था। उन्होंने गालीगलौज की और वहां मौजूद लोगों से हाथापायी की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पूर्व, जुबैर नजीर शेख ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ‘द न्यूज इंटरनेशनल' अखबार की खबर के मुताबिक, भीड़ में मौजूद लोग इलाके के निवासी थे जो अपने इलाके में शूटिंग होने देना नहीं चाहते थे। -
पेशावर. उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के पेशावर में मंगलवार को कार से टक्कर के बाद एक बस गहरी खाई में गिर गयी। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में कम से कम 30 लोग मारे गए हैं। दुर्घटना गिलगित बाल्टिस्तान इलाके के दिआमीर क्षेत्र में शतियाल चौक के पास हुई। पुलिस ने बताया कि गिलगिट से रावलपिंडी जा रही एक तेज रफ्तार बस की चौक के पास कार से टक्कर हो गयी और दोनों वाहन गहरी खाई में गिर गए। उन्होंने बताया कि बचावकर्मियों को अंधेरे के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक जताया है।
सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान' के अनुसार, प्रधानमंत्री शरीफ ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जतायी है और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने अधिकारियों को घायल का उचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक जताया है।