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- बीजिंग । चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि देश में सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि फ्लू और अन्य ज्ञात रोगाणुओं के कारण हुई है, न कि किसी नये वायरस के कारण। चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का ध्यान आकर्षित किया है।राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा कि श्वसन संबंधी संक्रमण के हालिया मामले इन्फ्लूएंजा वायरस, राइनोवायरस, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस या आरएसवी, एडेनोवायरस के साथ-साथ माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया जैसे सामान्य जीवाणुओं के कारण हुए हैं, जो श्वसन पथ के संक्रमण के लिए जिम्मेदार होते हैं। मंत्रालय ने स्थानीय अधिकारियों से बुखार के इलाज के लिए अधिक से अधिक क्लीनिक खोलने और बच्चों एवं बुजुर्गों के बीच टीकाकरण को बढ़ावा देने का आह्वान किया, क्योंकि चीन कोविड-19 महामारी के कारण लगे प्रतिबंध के हटने के बाद पहली सर्दियों में श्वसन संबंधी बीमारियों की तीव्र लहर से जूझ रहा है। मंत्रालय के प्रवक्ता मी फेंग ने कहा, ‘‘प्रासंगिक क्लीनिक और उपचार केंद्र खोलने, सेवा के घंटे बढ़ाने और दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए।'' उन्होंने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी और स्थानीय अधिकारियों से स्कूलों तथा नर्सिंग होम जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बीमारियों को फैलने से रोकने पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। डब्ल्यूएचओ ने इस सप्ताह की शुरुआत में औपचारिक रूप से अनुरोध किया था कि चीन बच्चों में श्वसन संबंधी बीमारियों और निमोनिया में चिंताजनक बढ़ोतरी के बारे में जानकारी प्रदान करे, जैसा कि कई मीडिया रिपोर्ट और एक वैश्विक संक्रामक रोग निगरानी सेवा द्वारा उल्लेख किया गया है। चीनी अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में श्वसन संबंधी बीमारियों में वृद्धि के लिए कोविड-19 संबंधी लॉकडाउन प्रतिबंध हटाने को जिम्मेदार ठहराया था। इस प्रतिबंध के समाप्त होने पर अन्य देशों में भी आरएसवी जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों में उछाल देखा गया था। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक टेलीकांफ्रेंस के दौरान अनुरोधित डेटा प्रदान किया। अक्टूबर के बाद से जीवाणु संक्रमण, आरएसवी, इन्फ्लूएंजा और सामान्य जुकाम वायरस सहित विभिन्न बीमारियों के कारण बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में वृद्धि देखी गयी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, चीनी अधिकारियों का दावा है कि मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण देश के अस्पतालों पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के लिए सार्वजनिक रूप से विभिन्न देशों से अधिक विस्तृत जानकारी मांगना दुर्लभ है, क्योंकि ऐसे अनुरोध आमतौर पर आंतरिक रूप से किए जाते हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय कानूनी तंत्र के माध्यम से चीन से और अधिक डेटा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि बच्चों में सांस की बीमारी के बारे में रिपोर्ट किए गए मामलों के जोखिम का सही आकलन करने के लिए फिलहाल बहुत कम जानकारी है।
- सियोल । दक्षिण कोरिया, जापान और चीन के विदेश मंत्रियों ने चार साल में पहली बार रविवार को एक साथ बैठक करके तीनों देशों के बीच त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन को फिर से शुरू करने तथा इन देशों के बीच सहयोग बहाल करने पर सहमति जताई, लेकिन इसके लिए कोई समय नहीं निर्धारित किया। आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से एक-दूसरे से गहराई से जुड़े तीनों देशों का वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 25 प्रतिशत योगदान है। लेकिन जापान के रुख तथा चीन और अमेरिका के बीच रणनीतिक प्रतिस्पर्धा से जुड़े विवादों सहित कई मुद्दों के कारण त्रिपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों में अक्सर रुकावट आती रही है। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री पार्क जिन ने बुसान में जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ अपनी बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम तीन मंत्री जल्द से जल्द तीनों देशों के बीच सहयोग को बहाल करने और इसे सामान्य करने पर सहमत हुए हैं।'' कामिकावा ने कहा, ‘‘मंत्रियों ने शिखर सम्मेलन को ‘जल्द और उपयुक्त समय पर' आयोजित करने के लिए अपने काम में तेजी लाने पर सहमति व्यक्त की।'' तीनों देशों ने वर्ष 2008 में अपना पहला त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया था। तीनों देशों के नेताओं को सालाना मिलना था, लेकिन शिखर सम्मेलन 2019 से निलंबित या रुका हुआ है। रविवार की बैठक भी 2019 के बाद से पहली बैठक थी। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि वे त्रिपक्षीय सहयोग को बहाल करने पर जोर देंगे। चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, वांग ने चीन को इस क्षेत्र में ‘स्थिरता बनाये रखने वाली शक्ति' बताया है।
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पेशावर. पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर कबायली इलाके में शनिवार को मोर्टार बम फटने से कम से तीन बच्चों की मौत हो गई और अन्य चार घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। यह घटना अफगानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जनजातीय जिले में हुई जब बच्चे एक खेत में मिले मोर्टार के गोले के साथ खेल रहे थे। बच्चों को पता नहीं था कि यह एक बम है। बम में हुए धमाके में तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने कहा,''ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। आज बच्चे मोर्टार बम से खेल रहे थे तभी वह फट गया और उनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई। चार अन्य घायल हो गये।'' पुलिस ने लावारिस मोर्टार बम से हुए विस्फोट की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि पहाड़ी गांव मटखोजा में दो जनजातियों के बीच हाल में हुई लड़ाई में गिरा मोर्टार का गोला तब नहीं फटा था। -
नई दिल्ली। ईंधन की पहली खेप गाजा पट्टी में पहुंच गई है। इस्राइल के युद्ध मंत्रिमंडल ने अमरीकी दबाव के बीच इस क्षेत्र में एक दिन में ईंधन से लदे दो ट्रक प्रवेश करने की अनुमति दी थी।
मिस्र से रवाना यह खेप शुक्रवार को गाजा में पहुंच गई। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने भी करीब 24 लाख फिलिस्तीनियों की गंभीर स्थिति के बारे में आगाह किया था और युद्ध विराम का अनुरोध किया था।फलीस्तीन की एक दूरसंचार कंपनी ने कहा है कि ईंधन की कमी के कारण 24 घंटे ब्लैकआउट के बाद अब इस क्षेत्र में फोन और इंटरनेट सेवाएं बहाल हो रही हैं।इस बीच, उत्तरी गाजा के अल-शिफा अस्पताल पर इस्राइल की कार्रवाई जारी है। उसने अल-शिफा पर अपनी कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा है कि उसे अस्पताल परिसर की सुरंग में राइफलें, गोला-बारूद और विस्फोटक मिले हैं। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आरोप लगाया है कि बंधकों को भी इसी अस्पताल में रखा गया है। हालांकि हमास ने इन आरोपों से इंकार किया है और इसे झूठा बताया है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गाजा पट्टी में जारी हिंसा में नागरिकों के मारे जाने की कल कडी निंदा की थी। दूसरी ग्लोबल साउथ वर्चुअल शिखर बैठक के उद्घाटन भाषण में श्री मोदी ने सात अक्टूबर को इस्राइल पर हमास के हमले की फिर निंदा की और कहा कि ग्लोबल साउथ को इन जटिल मुद्दों पर एक ही आवाज में बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से नई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं तथा बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संयम बरतते हुए इस समस्या का समाधान करना चाहिए। -
न्यूयॉर्क. टाइम पत्रिका की जलवायु के क्षेत्र में योगदान को लेकर दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में आठ भारतीय और भारतीय मूल के नागरिक (पीआईओ) जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। इनमें विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा और ओला इलेक्ट्रिक के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल भी शामिल हैं। ‘टाइम 100 जलवायु' सूची में दुनियाभर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ), संस्थापक, परोपकारी, संगीतकार, नीति निर्माता और सरकारी अधिकारी शामिल हैं। यह सूची संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 30 नवंबर से शुरू हो रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन से पहले जारी हुई है। सूची में बंगा और अग्रवाल के अलावा, द रॉकफेलर फाउंडेशन के अध्यक्ष राजीव जे शाह, बोस्टन कॉमन एसेट मैनेजमेंट की संस्थापक और अध्यक्ष गीता अय्यर, अमेरिकी ऊर्जा विभाग ऋण कार्यक्रम कार्यालय के निदेशक जिगर शाह, हस्क पावर सिस्टम्स के सीईओ और सह-संस्थापक मनोज सिन्हा, कैसर परमानेंट के लिए पर्यावरण प्रबंधन की कार्यकारी निदेशक सीमा वाधवा और महिंद्रा लाइफस्पेसेज के प्रबंध निदेशक (एमडी) और सीईओ अमित कुमार सिन्हा भी शामिल हैं। टाइम ने बयान में कहा कि जून में विश्व बैंक के अध्यक्ष बने बंगा (64) संस्था के लिए जलवायु परिवर्तन से लड़ते हुए गरीबी उन्मूलन के एक नए मिशन की शुरुआत कर रहे हैं। बंगा ने मोरक्को में 2023 की विश्व बैंक समूह-आईएमएफ की वार्षिक बैठक में कहा था, “यदि आप सांस नहीं ले सकते और साफ पानी नहीं पी सकते, तो गरीबी मिटाने का कोई मतलब नहीं है।”
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दुबई. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अलग-अलग शहरों में रहने वाले कम से कम पांच भारतीयों के या तो साप्ताहिक ड्रॉ निकले या उनकी लॉटरी निकली है। इनमें से एक व्यक्ति एक नियंत्रण कक्ष का ‘ऑपरेटर' है जिसकी 45 करोड़ रुपये की लौटरी निकली है। यूएई में बड़ी संख्या में भारतीय लॉटरी में धन लगाते हैं और इसमें से मध्यम वर्ग या फिर निम्न मध्यम वर्ग के व्यक्तियों की काफी संख्या होती है। पिछले कुछ वर्षों में कई भारतीयों ने बड़ी धनराशि जीती है। बुधवार को 154वें ड्रॉ की घोषणा की गई और इसके मुताबिक, तेल व गैस उद्योग में नियंत्रण कक्ष ‘ऑपरेटर' के रूप में कार्यरत श्रीजू ने ‘महजूज सैटरडे मिलियन्स' में करीब 45 करोड़ रुपये जीते हैं। केरल के रहने वाले 39 वर्षीय श्रीजू पिछले 11 वर्षों से फुजैराह में रहकर काम कर रहे हैं। उन्हें जब ड्रॉ जीतने की खबर मिली तब वह काम पर थे। श्रीजू ने कहा कि वह यह जानकर स्तब्ध रह गए कि उन्होंने सिर्फ पुरस्कार ही नहीं बल्कि शीर्ष पुरस्कार जीता है। ‘गल्फ न्यूज' ने श्रीजू के हवाले से कहा, ''मैं अपनी कार में बैठने ही वाला था कि मैंने अपना महजूज अकाउंट चेक किया और मुझे अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था। जब मैंने अपनी जीत देखी तो मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ। मैंने महजूज से कॉल का इंतजार किया ताकि मेरी जीती हुई राशि की पुष्टि हो सके।'' श्रीजू, छह साल के जुड़वां बच्चों के पिता हैं। अब वह बिना किसी वित्तीय देनदारी के भारत में घर खरीदने की योजना बना रहे हैं। ‘गल्फ न्यूज' के मुताबिक, एक अन्य भारतीय ने पिछले शनिवार को ‘इमेरेट्स ड्रा फास्ट5' में राफ्फेल पुरस्कार जीता। दुबई में रहने वाले केरल के 36 वर्षीय सरत शिवदासन ने करीब 11 लाख रुपये की पुरस्कार राशि जीती है। इससे पहले नौ नवंबर को मुंबई के रहने वाले 42 वर्षीय मनोज भावसार ने फास्ट5 राफ्फेल में करीब 16 लाख रुपये जीते थे। भावसार पिछले 16 साल से अबू धाबी में रह रहे हैं। ‘गल्फ न्यूज' की खबर के मुताबिक, आठ नवंबर को एक अन्य भारतीय अनिल जियानचंदानी ने दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आयोजित ‘दुबई ड्यूटी फ्री मिलेनियम मिलियनेयर' प्रमोशन में 10 लाख अमेरिकी डॉलर जीते थे। आठ नवंबर को एक खबर में बताया गया था कि ‘महजूज सैटरडे मिलियंस' के विजेताओं में दो भारतीय भी शामिल हैं, जिन्होंने करीब 22 लाख रुपये जीते हैं।
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बीजिंग. उत्तरी चीन के शांक्सी प्रांत में एक कोयला खदान कंपनी की इमारत में बृहस्पतिवार को आग लगने से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। चीन के सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। मीडिया की खबरों के मुताबिक, ल्युलियांग सिटी के लिशी जिले में स्थित पांच मंजिला इमारत की दूसरी मंजिल पर आग सुबह करीब छह बजकर 50 मिनट पर लगी। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि आग लगने से 26 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए जिनको इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा गया। ग्लोबल टाइम्स अखबार ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और बचाव प्रयास जारी हैं। यह इमारत एक निजी कोयला खदान कंपनी की है। चीन में कमजोर सुरक्षा मानकों के कारण औद्योगिक दुर्घटनाएं आम हैं।
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लंदन. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत से चुराई गईं और हाल ही में इंग्लैंड में बरामद की गईं आठवीं सदी की दो मूर्तियों को स्वदेश भेजने के लिए बुधवार को लंदन में आयोजित एक समारोह की अध्यक्षता की। करीब 1970 के दशक के अंत और 1980 के दशक की शुरुआत के बीच उत्तर प्रदेश के लोखरी में एक मंदिर से चोरी हुई योगिनी चामुंडा और योगिनी गोमुखी की मूर्तियों को लंदन में भारतीय उच्चायोग ने इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट और आर्ट रिकवरी इंटरनेशनल के सहयोग से बरामद किया। जयशंकर ने ब्रिटेन की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन इंडिया हाउस में मूर्तियों का अनावरण किया और कहा कि वह उनके स्वदेश लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जयशंकर ने कहा, ‘‘आज यह महत्वपूर्ण है कि हम एक-दूसरे की संस्कृति की सराहना करने की ओर अग्रसर हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान कानूनी, पारदर्शी और नियम-आधारित हो।'' उन्होंने कहा, ‘‘जब कभी भी विचलन हुआ है और जब भी इन्हें ठीक किया गया है, मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है।'' 'योगिनी' योग कला महिला गुरुओं को संदर्भित करती है, जिसमें 64 दिव्य योगिनियों को लोखरी जैसे योगिनी मंदिरों में देवी के रूप में पूजा जाता है। यह शब्द थोड़ा अलग है क्योंकि यह देवी और निपुण उपासकों दोनों पर लागू होता है, जिनके बारे में माना जाता था कि वे मूर्तियों के सामने गुप्त अनुष्ठान करके देवी की कुछ शक्तियों को हासिल करने में सक्षम थे। माना जाता है कि लोखरी मंदिर में 20 योगिनी मूर्तियां हैं, जिन्हें जानवरों के सिर के साथ सुंदर महिलाओं के रूप में चित्रित किया गया है। 1970 के दशक में, मंदिर को लुटेरों के एक समूह ने निशाना बनाया था, जिनके बारे में माना जाता है कि वे राजस्थान और महाराष्ट्र से बाहर काम करते थे और स्विट्जरलैंड के माध्यम से यूरोप में तस्करी करते थे। उस समय अज्ञात संख्या में मूर्तियां चुरा ली गई थीं, अन्य को तोड़ दिया गया था, शेष मूर्तियों को बाद में हटा दिया गया था और स्थानीय ग्रामीणों द्वारा छिपा दिया गया था। ‘आर्ट रिकवरी इंटरनेशनल' के क्रिस मैरिनेलो ने कहा, ‘‘यह पांचवीं बार है जब हम मिलान, ब्रसेल्स और लंदन में तीन बार सांस्कृतिक विरासत की महत्वपूर्ण चीजों को भारत लौटाने में सफल रहे हैं। हम ‘इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट' के साथ मिलकर काम करते हैं और जब वे इनमें से एक की पहचान करते हैं, तो हम एक सौहार्दपूर्ण समाधान तक पहुंचने के प्रयास में मालिकों के साथ बातचीत करते हैं।'' लंदन में भारतीय उच्चायोग में व्यापार और अर्थशास्त्र के प्रथम सचिव जसप्रीत सिंह सुखीजा भारत की खोई हुई कलाकृतियों को खोजने के लिए काम करने वाले संगठन ‘इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट' के साथ इन मूर्तियों की खोज पर काम कर रहे हैं। ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दुरईस्वामी ने कहा, ‘‘इन अवसरों पर हम जो करना चाहते हैं, उसका उद्देश्य कुछ स्वीकार्य और सौहार्दपूर्ण समाधान खोजना है ताकि हमारी विरासत वहां वापस जा सके जहां यह सबसे उपयुक्त है, जहां से यह आती है और जहां इसकी सबसे अधिक सराहना की जाती है।
- लंदन. । ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शनिवार को एक उज्ज्वल कल की आशा व्यक्त करते हुए दिवाली और बंदी छोड़ दिवस की शुभकामनाएं दीं। सुनक (43) ने ब्रिटेन और दुनिया भर में हिंदुओं और सिखों के लिए 10 डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री निवास) से दिये अपने पारंपरिक संदेश में अपनी भारतीय विरासत का उल्लेख किया। सुनक ने कहा, ‘‘दुनिया भर और पूरे ब्रिटेन में जश्न मनाने वाले सभी लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं और सिख समुदाय के हमारे मित्रों को बंदी छोड़ दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।'' उन्होंने कहा, ‘‘दीयों की रोशनी के साथ, यह एक ऐसा पल हो जब हम एक उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद करें। प्रधानमंत्री के रूप में मेरी प्रतिबद्धता चीजों को बेहतरी के लिए बदलने की है। मेरा मानना है कि अंधकार पर प्रकाश के विजय के प्रतीक के तौर पर दिवाली एक उज्ज्वल कल के प्रयास का एक प्रतीक है।'' उन्होंने कहा, ‘‘आपका पहला ब्रिटिश एशियाई प्रधानमंत्री और एक धर्मपरायण हिंदू के रूप में, मुझे यह भी उम्मीद है कि यह जातीय और सांस्कृतिक विविधता का एक शानदार उत्सव हो सकता है जो ब्रिटेन को वह स्थान बनाता है जो वह आज है।'' इस सप्ताह की शुरुआत में, सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट में एक विशेष दिवाली जश्न की मेजबानी की थी, जिसमें प्रमुख प्रवासी भारतीयों और बॉलीवुड सितारों-- अक्षय कुमार, ट्विंकल खन्ना और प्रीति जिंटा ने भी भाग लिया था। प्रधानमंत्री कार्यालय-सह-निवास को बुधवार शाम को गेंदे के फूलों, रंगोली और मोमबत्तियों से सजाया गया था। सुनक के ब्रिटेन के पहले भारतीय प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के एक साल पूरे हो गए हैं। एक दिन बाद, बृहस्पतिवार को उद्यमी एवं नूर ग्रुप ऑफ होटल्स ब्रिटेन के प्रमुख रूप प्रताप चौधरी ने कहा कि वह डाउनिंग स्ट्रीट पर सुनक एवं उनकी पत्नी द्वारा आयोजित विशेष "दिवाली मिलन" कार्यक्र के चुनिंदा मेहमानों में शामिल थे।
- लॉस एंजिलिस । वाशिंगटन के एक उद्यमी और ट्रक कंपनी के मालिक जग बैंस ने रियलिटी शो ‘बिग ब्रदर’ जीतने वाला पहला सिख-अमेरिकी बनकर इतिहास रच दिया। बैंस (25) ने पेशेवर तैराक मैट क्लॉट्ज और डीजे बॉवी जेन को हराकर 100 दिवसीय कार्यक्रम में शीर्ष स्थान हासिल किया।बैंस अमेरिका में ‘बिग ब्रदर’ हाउस में प्रवेश करने वाले पहले सिख-अमेरिकी थे और अब वह अंतरराष्ट्रीय रियलिटी सीरीज के 25वें सीज़न में अमेरिकी संस्करण में जीत हासिल करने वाले पहले सिख-अमेरिकी बन गए हैं।‘बिग ब्रदर’ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक हैंडल पर कार्यक्रम के परिणामों की घोषणा की। बैंस को 7,50,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि मिलेगी।बैंस ने कार्यक्रम के अंत में होस्ट जूली चेन-मूनवेज़ से कहा, ‘और यह सीजन हमारे नाम!! हमारे बीबी 25 प्रतिभागियों को बधाई और धन्यवाद! ‘बैंस अब ‘बिग ब्रदर’ के अमेरिकी संस्करण में इतिहास रचने वाले लगातार तीसरे विजेता हैं। 2021 में, जेवियर प्रैथर कार्यक्रम में जीत हासिल करने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति बने थे, जबकि उससे पिछले साल टेलर हेल शो जीतने वाली पहली अश्वेत महिला बनी थीं। ‘बिग ब्रदर’ सीजन-25 अमेरिका में सीबीएस पर प्रसारित हुआ।
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लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट (ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास) पर एक विशेष समारोह में दिवाली के दीपक जलाए। इस समारोह में कई भारतीय प्रवासी, सांसद, उद्यमी और बॉलीवुड हस्तियां शामिल हुईं। सुनक के ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के एक साल पूरे करने के मौके पर 10 डाउनिंग स्ट्रीट को बुधवार शाम गेंदे के फूलों और मोमबत्तियों से सजाया गया। दिवाली मनाते समय सुनक ने उस ‘‘शानदार पल'' को याद किया, जब वह भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के लिए नयी दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। सुनक ने कहा, “दिवाली हम सभी के लिए और हमारे परिवारों के लिए एक शानदार पर्व है, लेकिन मेरे लिए यह पिछले साल इस अवधि में प्रधानमंत्री बनने की अद्भुत यादों को भी ताजा कर देता है।” उन्होंने कहा, “यह अविश्वसनीय रूप से कड़ी मेहनत, कुछ वास्तविक प्रगति और निश्चित रूप से ऐसी यादों का साल रहा है, जो जीवनभर मेरे साथ रहेंगी...। भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत जाना और विश्व मंच पर भारत के लिए इस बड़े पल के दौरान मोदी जी के साथ रहना एक अविश्वसनीय क्षण था।” सुनक ने कहा, “वह हम सभी के लिए बहुत खास पल था, क्योंकि हमने देखा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में विकास के लिहाज से क्या हुआ है। यह हर किसी के लिए गर्व का पल था। यह एक अविश्वसनीय सफलता थी।
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वाशिंगटन. व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा कि भारत हमेशा से अमेरिका का प्रमुख रणनीतिक साझेदार रहा है और अब यह नयी दिल्ली को तय करना है कि मध्य-पूर्व सहित दुनिया के किसी भी कोने में किसी विशेष संकट या आकस्मिक स्थिति पर उसका क्या रुख होगा। व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संवाद के समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा, ''भारत एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार है और मुझे लगता है कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां आए थे, तब आप इस बात को अच्छे से देख और महसूस कर चुके हैं।'' किर्बी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ''लेकिन मध्य-पूर्व सहित दुनिया के किसी भी कोने में कोई संकट पैदा होता है, तो उस पर अपना रुख तय करने का जिम्मा हम भारत की सरकार और उसके प्रधानमंत्री पर छोड़ेंगे।'' किर्बी ने कहा, ''वह (भारत) एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार बना हुआ है और हम हर दिन इस साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में एक पब के बाहरी हिस्से में बनाए गए भोजन करने के स्थान पर एसयूवी कार के घुसने से दो बच्चों सहित भारतीय मूल के दो परिवारों के पांच सदस्यों की मौत हो गई। ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड' ने खबर दी है कि र फुटपाथ पर बीएमडब्ल्यू कार चढ़ गई और उसने रॉयल डेलेसफोर्ड होटल के सामने के लॉन में खाना खा रहे लोगों को टक्कर मार दी जिसमें विवेक भाटिया (38), उनका बेटा विहान (11), प्रतिभा शर्मा (44), उनकी बेटी अवनी (9) और साथी जतिन चुघ (30) की मौत हो गई। खबर के मुताबिक, शर्मा और उनका परिवार, दूसरे पारिवारिक मित्रों भाटिया और उनके बेटे विहान के साथ छुट्टी मनाने आया था। घटना में भाटिया की 36 वर्षीय पत्नी रुचि और उनका छह वर्षीय बेटे अबीर को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है। शुरू में तो अबीर की हालत गंभीर थी और उसके दोनों पैरों की हड्डियां टूट गईं और अंदरूनी चोटें आई थी लेकिन अब वह स्थिर है। हादसे में एक शिशु समेत कई लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीएमडब्ल्यू स्पोर्ट यूटिलिटि व्हिकल (एसयूवी) के चालक से पुलिस ने अस्पताल में पूछताछ की है। फिलहाल, माउंट मैसेडोन के 66 वर्षीय चालक के नाम को उजागर नहीं किया गया है और उसे पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है और न ही उसपर कोई आरोप लगाया गया है। ‘हेरोल्ड सन' को उपलब्ध कराए गए पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि फिलहाल चालक पर कोई आरोप नहीं लाया गया है और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उससे पूछताछ जारी रहेगी। इस बीच शर्मा के पिता विकास ने कहा कि प्रतिभा ने अपनी मौत से दो घंटे पहले अपनी मां उर्मिला से बात की थी। शर्मा विक्टोरियन संसद की वेरिबी सीट के लिए एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप मैदान में थी। वह पंजीकृत प्रवासी एजेंट थी और हाल में वकील बनी थी। इस भयानक दुर्घटना के कारण मेलबर्न के उत्तर में स्थित छोटा सा विक्टोरियन शहर सदमे और शोक की स्थिति है। उनकी मृत्यु के बाद भारतीय समुदाय शोक में है, कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपना दुख व्यक्त किया है।
- इस्लामाबाद. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शिया बहुल इलाके में एक मिनी बस में हुए विस्फोट में कम से कम सात लोग मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस प्रवक्ता खालिद जादरान ने बताया कि विस्फोट शहर के पश्चिमी हिस्से दश्ती बारची इलाके में हुआ।जादरान ने कहा कि विस्फोट के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।किसी ने अभी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
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नैरोबी. केन्या और सोमालिया में भारी बारिश व अचानक आई बाढ़ में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और दस हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। राहत एवं बचाव एजेंसियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सोमालिया में संघीय सरकार ने बिगड़े मौसम से हुई तबाही के बाद राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की। सोमालिया में आपदा की वजह से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में मकान, सड़कें और पुल तबाह हुए हैं। आपात एवं बचाव कर्मी दक्षिणी सोमालिया के जुबालैंड राज्य के लुक जिले में बाढ़ के पानी में फंसे करीब 2400 लोगों तक पहुंच बनाने के प्रयास में जुटे हैं। मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने जुबा और शबेले नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को बाढ़ की चेतावनी दी और सभी लोगों को वहां से निकालने का आदेश दिया। एजेंसी के प्रबंध निदेशक हसन इस्से ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया, ''सोमालिया आपदा प्रबंधन एजेंसी संकट से निपटने के लिए सुचारू रूप से काम कर रही है और लोगों को बाहर निकलाने में मदद करने के लिए उसने डोलो के वास्ते एक विमान को रवाना करने, किसमायो से लुक तक दो नाव और बारधीरे तक एक नाव भेजने की योजना बनाई है।'' हसन ने बताया, ''अगले कुछ दिनों में मौजूदा बाढ़ की स्थिति और बिगड़ने की संभावना है क्योंकि ऊंचाई पर स्थित इथियोपियाई हाइलैंड्स से ज्यादा पानी नीचे की ओर आ सकता है।'' सोमालिया में लगातार चार वर्षों तक पड़े सूखे के बाद इस साल हुई भारी बारिश ने देश को अकाल के कगार पर ला खड़ा किया है। पड़ोसी देश केन्या में केन्या रेड क्रॉस ने बताया कि शुक्रवार से शुरू हुई भारी बारिश से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। रेड क्रॉस के मुताबिक, केन्या का बंदरगाह शहर मोम्बासा, उत्तरपूर्वी शहर मंदेरा और वजीर भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले शहर हैं। केन्या रेड क्रॉस ने बताया कि रविवार को अचानक आई बाढ़ ने 241 एकड़ कृषि भूमि को नष्ट कर दिया और 1067 जानवरों की मौत हो गई। केन्या के मौसम विभाग ने सितंबर में चेतावनी दी थी कि अक्टूबर और दिसंबर के बीच आमतौर पर कुछ दिनों तक होने वाली वर्षा इस बार पहले के मुकाबले काफी ज्यादा होगी।
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काठमांडू. नेपाल के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र में शुक्रवार को आए भूकंप के कारण कम से कम 157 लोगों की मौत होने और भीषण तबाही मचने के बीच हिमालयी देश के प्राधिकारी बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हैं। नेपाल में शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र काठमांडू के 500 किलोमीटर पश्चिम में स्थित जाजरकोट जिले में था। भूकंप के कारण पर्वतीय क्षेत्र में सैकड़ों मकान नष्ट हो गए और कई लोगों को शनिवार को खुले आसमान के नीचे रात बितानी पड़ी। इस त्रासदी में मारे गए कुल 157 लोगों में से 120 लोगों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इस भूकंप में करीब 253 लोग घायल हुए हैं। यह 2015 के बाद देश में आया सबसे विनाशकारी भूकंप है। मृतकों के रिश्तेदार शवों के अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे हैं। भूकंप ने जाजरकोट और रुकुम पश्चिम जिलों में सबसे अधिक तबाही मचाई है, लेकिन जाजरकोट में एक नगर निकाय क्षेत्र ऐसा भी है, जहां इस त्रासदी के कारण कोई हताहत नहीं हुआ। ‘काठमांडू पोस्ट' समाचारपत्र ने बताया कि बारेकेट ग्रामीण नगर निकाय में मकानों और सार्वजनिक बुनियादी ढांचों को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन वहां एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। ग्रामीण निकाय के प्रमुख बीर बहादुर गिरि ने कहा, ‘‘जब हम बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए मकानों को देखते हैं तो यह विश्वास करना मुश्किल होता है कि हममें किसी की जान नहीं गई। यह देवभूमि है और कई लोगों का मानना है कि ईश्वर ने उनकी रक्षा की है।'' उन्होंने बताया कि ग्रामीण निकाय क्षेत्र में पांच लोग घायल हुए हैं जहां लगभग 3,500 मकान हैं। गिरि ने कहा, शायद ही कोई ऐसा मकान बचा हो जो भूकंप के कारण क्षतिग्रस्त न हुआ हो। कम से कम 90 प्रतिशत मकानों को फिर से बनाने की जरूरत है। लगभग 1,000 मकान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और लोग खुली जगहों पर रह रहे हैं।'' जाजरकोट के जिला प्रशासन कार्यालय (डीएओ) ने पुष्टि की कि बारेकोट निकाय क्षेत्र में कोई मौत नहीं हुई। अधिकारियों ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड' ने रविवार को एक कैबिनेट बैठक की जिसमें उन्होंने भूकंप में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को तत्काल राहत के रूप में दो-दो लाख रुपये नकद देने का फैसला किया। नेपाल सरकार ने भूकंप में घायल हुए लोगों का नि:शुल्क उपचार कराए जाने का निर्णय लिया।
देश के स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्री मोहन बहादुर बस्नेत ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा, ‘‘सभी घायलों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा, चाहे इसमें कितना भी खर्चा आए।'' मंत्री ने बताया कि भूकंप पीड़ितों के बचाव के प्रयास पूरे हो चुके हैं लेकिन बचावकर्मी अब भी ऐसे लोगों की तलाश कर रहे हैं जो ढही इमारतों के मलबे में फंसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन, तिरपाल और तंबू पहुंचाने का काम शुरू हो चुका है। आगे भी इनका वितरण जारी रखने की योजना पर काम किया जा रहा है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि जीवित बचे लोगों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाए।'' मंत्री ने कहा कि सरकार 2015 के भूकंप बाद की प्रतिक्रिया के दौरान हुई खामियों की पुनरावृत्ति इस बार नहीं होने देगी। नेपाल के निकटतम पड़ोसियों-भारत और चीन के अलावा अमेरिका ने हिमालयी देश को रसद संबंधी मदद मुहैया कराने और बचाव दल भेजकर पीड़ितों की तलाश में सहयोग करने की पेशकश की है। मंत्री ने बताया कि विभिन्न देशों ने भूकंप पीड़ितों को सहायता मुहैया कराने की इच्छा व्यक्त की है, इसलिए सरकार स्वीकार किए जाने योग्य सहायता के लिए मानक बनाएगी।स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने बताया कि आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त साधन नहीं होने के कारण शनिवार सुबह अराजक स्थिति रही। जाजरकोट में सहायक मुख्य जिला अधिकारी हरिश्चंद्र शर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल इतनी बड़ी संख्या में घायलों का उपचार करने के लिए अपर्याप्त संसाधन होने और खराब सुविधाओं की समस्या से जूझ रहा है। शर्मा ने कहा, ‘‘आपदा में अपने घर खोने वाले लोगों को ठंड में खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है। हमें उन्हें राहत सामग्री प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हम इस दिशा में काम कर रहे हैं।'' जाजरकोट के मुख्य जिला अधिकारी सुरेश सुनार ने कहा कि बचाव प्रयास शुक्रवार रात शुरू कर दिए गए थे और शनिवार रात तक इन्हें सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया जिसके बाद रविवार को राहत वितरण शुरू हो सका। उन्होंने बताया कि भूकंप में 1,000 से अधिक घर प्रभावित हुए हैं।
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काठमांडू. पश्चिमी नेपाल के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में शुक्रवार आधी रात को आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप के तेज झटकों के कारण कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र के अनुसार, भूकंप आधी रात 11 बजकर 47 मिनट पर आया, जिसका केंद्र जाजरकोट जिले में था। भूकंप का असर काठमांडू, इसके आसपास के जिलों और यहां तक कि पड़ोसी देश भारत की राजधानी नयी दिल्ली तक महसूस किया गया। सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन' के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुए। गृह मंत्रालय ने बताया कि दोनों जिलों में 128 लोगों की मौत हो गई और 140 अन्य लोग घायल हो गए। अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि भूकंप के कारण कितने मकान क्षतिग्रस्त हुए। मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है।
अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड' शनिवार सुबह एक चिकित्सकीय दल के साथ घटना स्थल रवाना हुए। उन्होंने बताया कि नेपाल सेना और नेपाल पुलिस को बचाव कार्य में लगाया गया है। देश की तीनों सुरक्षा एजेंसियों- नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल को बचाव कार्य में लगाया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ने शुक्रवार रात को आए भूकंप में जान-माल का नुकसान होने पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने तत्काल राहत एवं बचाव के लिए तीनों सुरक्षा निकायों को तैनात किया है।'' अधिकारियों ने बताया कि घायलों का सुरखेत जिला अस्पताल में इलाज जारी है। प्रधानमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को बचाव और राहत कार्य तुरंत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सड़कें अवरुद्ध होने और पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण घटना स्थल पर बचाव और राहत कार्य बाधित हो गया है। भूकंप के बाद जाजरकोट में चार से अधिक तीव्रता वाले भूकंप बाद के कम से कम चार झटके और आए।
नेपाल में अक्सर भूकंप आते रहते हैं। दरअसल नेपाल उस पर्वत श्रृंखला पर स्थित है जहां तिब्बती और भारतीय टेक्टोनिक प्लेट मिलती हैं और ये हर सदी एक-दूसरे के तकरीबन दो मीटर पास खिसकती हैं जिसके परिणामस्वरूप दबाव उत्पन्न होता है और भूकंप आते हैं। नेपाल में 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए झटकों के कारण लगभग 9,000 लोगों की मौत हो गई थी। -
लंदन. ब्रिटेन द्वारा आयोजित कृत्रिम मेधा (एआई) शिखर सम्मेलन में बृहस्पतिवार को वार्ता का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत समेत 28 देशों के साथ हुए ब्लेचले घोषणापत्र समझौते की सराहना की और इसे “ऐतिहासिक” बताया। यह घोषणापत्र कृत्रिम मेधा से जुड़े जोखिमों से निपटने की साझा जिम्मेदारी से संबंधित है।
बकिंघम शायर के ब्लेचले पार्क में दो दिवसीय एआई सुरक्षा शिखर सम्मेलन में सुनक ने पहले ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नीति निर्धारकों को सूचित करने के लिए नए प्रकार के एआई की जांच, मूल्यांकन और परीक्षण करने के वास्ते ब्रिटेन में दुनिया का पहला एआई सुरक्षा संस्थान स्थापित करने की घोषणा की थी। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य कृत्रिम मेधा के लिए अंतरराष्ट्रीय प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करना है। शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन दुनिया भर के सरकारी प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के अलावा सुनक एआई, शिक्षा जगत और नागरिक संस्थाओं में अग्रणी कंपनियों से चर्चा करेंगे, जो एआई सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक ठोस कार्रवाई पर केंद्रित होगी। सम्मेलन में भाग लेने वालों में ओपनएआई, एंथ्रोपिक, गूगल डीपमाइंड, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी एआई क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां शामिल हैं। टेक अरबपति और ‘एक्स' प्रमुख एलन मस्क सुनक के साथ एक विशेष व्यक्तिगत सत्र में भाग लेंगे। केंद्रीय उद्यमिता, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया । भारत, समझौते का समर्थन करने वाले 28 देशों में से एक था। चंद्रशेखर ने शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा, “हम निश्चित रूप से चाहते हैं कि एआई और व्यापक इंटरनेट एवं तकनीक अच्छाई, सुरक्षा और विश्वास का प्रतिनिधित्व करें। और, उन सभी को रेखांकित करते हुए, इसका उपयोग करने वाले सभी लोगों के लिए मंच और नवोन्मेष करने वाले कानून के तहत जवाबदेही प्रदर्शित करें। -
अकापुल्को. मैक्सिको के दक्षिणी प्रशांत तटीय क्षेत्र में चक्रवात ‘ओटिस' के प्रभाव के कारण कम से कम 48 लोगों की मौत हो गई जिनमें से अधिकतर की जान अकापुल्को में गई। मैक्सिको के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि प्राकृतिक आपदा के कारण जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मैक्सिको की नागरिक रक्षा एजेंसी ने एक बयान में कहा कि मृतकों में से 43 अकापुल्को शहर से और पांच पास के कोयुका दे बिनेतेज शहर से हैं। गुएरेरो राज्य के गवर्नर ने इससे पहले लापता लोगों की संख्या 10 बताई थी जो बढ़कर अब 36 हो गई है। अधिकारियों ने शनिवार को मृतक संख्या 39 बताई थी जिसके बाद इसमें फिर से इजाफा हुआ है। अकापुल्को में परिजनों ने रविवार को अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार किया। वहीं सरकारी कर्मचारी और स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं ने शक्तिशाली पांच श्रेणी के चक्रवात के कारण सड़कों पर जमा मलबे और गंदगी को साफ किया। कैथी बरेरा (30) ने रविवार को कहा कि उनकी चाची का परिवार भूस्खलन में दब गया, जब मिट्टी और चट्टानें उनके घर पर गिरीं। उसकी चाची का शव उनके दो से 21 वर्ष की उम्र के तीन बच्चों के शवों के साथ मिला था। उसके चाचा अब भी लापता हैं। इसके अलावा, बरेरा की अपनी मां और भाई भी लापता हैं। रविवार को अधिकारियों ने बरेरा की चाची ओर उनके दो छोटे बच्चों के शव परिजनों को सौंपे।
राष्ट्रपति एंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्राडोर ने शनिवार को कहा कि उनके विरोधी उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाने के लिए मृतकों की संख्या बढ़ा चढ़ाकर बताने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सैकड़ों परिवार अब भी अपने प्रियजनों के संदेश का इंतजार कर रहे हैं और मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है। चक्रवात ‘ओटिस' बुधवार तड़के 266 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तट पर पहुंचा और लोगों के पास चक्रवात से बचाव की तैयारी के लिए बहुत कम समय था। -
सिंगापुर. ऑर्चर्ड रोड बिजनेस एसोसिएशन के अध्यक्ष मार्क शॉ ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद सिंगापुर में आने वाले पर्यटकों में भारतीयों की संख्या काफी बढ़ी है। शॉ ने कहा, ‘‘ वास्तव में इस साल भारतीय पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई।'' उन्होंने कहा, ‘‘ भारतीय यात्री देश के कई नए आकर्षणों का आनंद लेने के लिए सिंगापुर आते हैं। हालांकि हमें लगता है कि वे हमारी संस्कृति तथा विरासत में अपनापन महसूस करते हैं और यहां उन्हें घर जैसा लगता है।'' सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल के पहले नौ महीनों में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में भारतीय पर्यटकों का आगमन 15.5 प्रतिशत बढ़कर 792,935 हो गया। शॉ ने कहा कि एक उद्योग सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय यात्री विश्व स्तर पर सबसे अधिक खर्च करने वालों में से हैं।
- रियो डी जेनेरियो. ब्राजील के अमेजन क्षेत्र में रविवार सुबह एक छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार 12 लोगों की मौत हो गई। गवर्नर ग्लैडसन कैमेली के प्रेस कार्यालय के मुताबिक, विमान एकर राज्य की राजधानी रियो ब्रैंको में मुख्य हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ। प्रेस कार्यालय के मुताबिक, विमान हादसे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें जंगल में विमान का जलता हुए मलबा दिखाई दे रहा है।
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काहिरा,काहिरा और भूमध्यसागर शहर सिकन्दरिया को जोड़ने वाले राजमार्ग पर शनिवार को कई कारों के एक के पीछे एक टकराने से कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। बयान में कहा गया है कि इस दुर्घटना में कम से कम 63 अन्य घायल हो गए। बयान के अनुसार इस दुर्घटना में एक यात्री बस और अन्य वाहन शामिल थे, साथ ही इस दौरान कुछ वाहनों में आग भी लग गई।
- गाजा। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर मानवीय आधार पर, इजरायल और हमास के बीच तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया है और गाजा तक सहायता पहुंचाने की मांग की है। प्रस्ताव के पक्ष में 120 देशों ने, जबकि इजरायल और अमरीका सहित 14 देशों ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया। 45 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।इस बीच इजरायल ने कहा है कि जमीन पर उसकी सेनाएं अपनी गतिविधियां बढ़ा रही हैं और हमले तेज किए जा रहे हैं क्योंकि कल गाजा पट्टी में जबरदस्त विस्फोट हुए। हमास के एक शीर्ष अधिकारी ने भी कहा कि वह इजरायल के जमीनी हमले के लिए तैयार है।फलस्तीन की मोबाइल फोन सेवा प्रदाता कम्पनी जव्वाल ने कहा है कि भारी बमबारी की वजह से फोन और इंटरनेट सहित कई सेवाएं बंद कर दी गई हैं। फलस्तीनी रेड क्रिसेंट का कहना है कि वह गाजा में अपनी टीमों से संवाद नहीं कर सकता। इजरायल रक्षा बल-आईडीएफ के प्रवक्ता ने गाजा शहर के निवासियों को फिर से अपनी सुरक्षा के लिए दक्षिणी देशों में जाने के लिए कहा है।
- सिंगापुर । सिंगापुर की एक अदालत ने 26 वर्षीय भारतीय नागरिक को 2019 में एक छात्रा से दुष्कर्म के जुर्म में 16 साल की जेल और 12 कोड़े मारने की सजा सुनाई है। अदालत ने अपहरण और चोरी के आरोपों को भी ध्यान में रखकर सजा सुनाई।टुडे’ अखबार की खबर के मुताबिक, आरोपी सफाईकर्मी चिन्नैया ने विश्वविद्यालय की एक छात्रा का तब पीछा किया था, जब वह देर रात को एक बस अड्डे की ओर जा रही थी और फिर उस पर वार कर उसे एक जंगल की ओर घसीटकर ले गया था तथा उसके साथ दुष्कर्म किया था। पीड़िता को चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर इतनी बुरी तरह से चोटें आई थीं कि तब उसका प्रेमी भी अस्पताल में उसे पहचान नहीं पाया था। यह घटना चार मई 2019 को हुई थी। अदालत को इस मामले की सुनवाई में चार साल का वक्त लगा, क्योंकि मनोरोगी आरोपी चिन्नैया का इलाज किया जा रहा था।उप लोक अभियोजक (डीपीपी) कायल पिल्लै ने बताया कि दुष्कर्म करने के बाद आरोपी चिन्नैया पीड़िता का सामान भी अपने साथ ले गया था। पीड़िता को किसी तरह अपना मोबाइल फोन मिल गया था, जिसके बाद उसने अपने प्रेमी को फोन किया और पुलिस को इसकी सूचना देने को कहा। पुलिस ने छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपी चिन्नैया को पांच मई 2019 को गिरफ्तार कर लिया गया था। file photo
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लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनका देश कृत्रिम मेधा (एआई) के नए स्वरूपों के परीक्षण के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और यहीं दुनिया के पहले ‘एआई सुरक्षा संस्थान' का मुख्यालय स्थापित किया जाएगा। भारतीय मूल के ब्रितानी नेता सुनक अगले सप्ताह पहले ‘वैश्विक एआई सुरक्षा शिखर सम्मेलन' की मेजबानी करेंगे। इससे पहले, उन्होंने लंदन में कहा कि उनका मानना है कि एआई जैसी प्रौद्योगिकियां ‘‘औद्योगिक क्रांति, बिजली आने या इंटरनेट की खोज जितनी'' ही परिवर्तनकारी साबित होंगी। उन्होंने कहा कि लेकिन सकारात्मक पहलुओं के साथ साथ कृत्रिम मेधा ‘‘नए खतरे और नए डर'' भी पैदा करती है, जिनसे सीधे तौर पर निपटे जाने की आवश्यकता है। सुनक ने कहा, ‘‘यदि इसका गलत इस्तेमाल हुआ, तो एआई रासायनिक या जैविक हथियार बनाना आसान कर सकती है। आतंकवादी संगठन और भी बड़े पैमाने पर आतंक फैलाने एवं विनाश करने के लिए एआई का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपराधी साइबर हमलों, दुष्प्रचार, धोखाधड़ी या यहां तक कि बाल यौन शोषण के लिए भी एआई का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने प्रौद्योगिकी पर से मानवता का नियंत्रण खोने और ‘सुपर इंटेलिजेंस' (प्रौद्योगिकी की बुद्धिमत्ता मनुष्य से भी अधिक हो जाने) जैसे एआई से जुड़े ऐसे डर का भी जिक्र किया, जिनके वास्तविकता में बदलने की ‘‘बहुत कम संभावना है और जो चरम स्थिति है।'' सुनक ने कहा, ‘‘यह ऐसा जोखिम नहीं है, जिसे लेकर अभी से लोगों की नींद उड़ जानी चाहिए, लेकिन इसे लेकर वास्तव में बहस हो रही है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं होगा, लेकिन ये जोखिम भले ही कितने भी अनिश्चित क्यों न हों और इनकी संभावना भले ही कितनी भी कम क्यों न हो, यदि ये वास्तविकता में बदल गए, तो इनके अप्रत्याशित रूप से गंभीर परिणाम होंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘जब इस प्रौद्योगिकी को विकसित करने वाले दिग्गज स्वयं इन जोखिमों के बारे में चेतावनी देते हैं, तो नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें गंभीरता से लें और कदम उठाएं। मैं भी यहीं कर रहा हूं।'' सुनक ने नए एआई सुरक्षा संस्थान की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘यह एआई सुरक्षा के बारे में दुनिया का ज्ञान बढ़ाएगा और इसके नए प्रकारों की सावधानीपूर्वक समीक्षा, आकलन और परीक्षण करेगा, ताकि हम समझ सकें कि प्रत्येक नया मॉडल क्या करने में सक्षम है और पूर्वाग्रह एवं गलत सूचना जैसे सामाजिक नुकसान समेत सभी जोखिमों का पता लगा सकें।