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वाशिंगटन. धरती की सतह का औसत तापमान वर्ष 2022 में वर्ष 2015 के तापमान के बराबर हो गया। वर्ष 2022 को अब तक के पांचवें सबसे गर्म साल के रूप में दर्ज किया गया है। यह दावा नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के एक विश्लेषक ने किया है। पृथ्वी के दीर्घावधि ताप में बढ़ोतरी का रुख जारी रहने के बीच वर्ष 2022 में वैश्विक ताप 1.6 डिग्री फारेनहाइट या 0.89 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो नासा के आधार अवधि (1951 से 1980) के औसत ताप से अधिक है। नासा के न्यूयॉक स्थित गोड्डार्ड इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस स्ट्डीज (जीआईएसएस) के वैज्ञानिकों ने यह जानकारी दी। नासा के प्रशासक बिन नेल्सन ने कहा कि ताप में बढ़ोतरी का यह रुख एक चेतावनी है। नेल्सन ने कहा, ‘‘ हमारी गर्म होती जलवायु पहले से खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है: जंगल में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं, समुद्री तूफान और अधिक ताकतवर हो गए हैं, सूखे से तबाही और समुद्र का जल स्तर भी बढ़ रहा है। नासा हमारी प्रतिबद्धता को और गहन कर रहा है ताकि हम जलवायु परिवर्तन पर लगाम लगाने में अपना योगदान दे सकें।'' वर्ष 1880 में आधुनिक रिकॉर्ड दर्ज करने की शुरुआत होने के बाद के सालों में पिछले नौ साल सबसे अधिक गर्म साल रहे। अध्ययन के मुताबिक इसका मतलब है कि धरती का ताप वर्ष 2022 में 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के औसत ताप के मुकाबले करीब दो डिग्री फॉरेनहाइट या करीब 1.11 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। जीआईएसएस के निदेशक गेविन श्मिट ने कहा, ‘‘ताप में बढ़ोतरी के रुख का कारण मानवीय गतविधियां हैं जिसके कारण बड़ी मात्रा में ग्रीन हाऊस गैसों का वायुमंडल में पहुंचना जारी है।'' अध्ययन में कहा गया कि वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान मानवीय गतिविधियों से संबंधित ग्रीन हाऊस गैसों के उत्सर्जन में थोड़े समय के लिए कमी आई थी, लेकिन अब यह फिर वही स्थिति हो गई है। अध्ययन में कहा गया है कि हाल ही में नासा के वैज्ञानिकों समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों ने वर्ष 2022 में कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा सर्वाधिक दर्ज की थी। अध्ययन में कहा गया कि ‘अर्थ सर्फेस मिनरल डस्ट सोर्स इन्वेस्टीगेशन इंस्ट्रूमेंट' का इस्तेमाल करके नासा ने मिथेन (एक ताकतवर ग्रीन हाऊस गैस) के कुछ बहुत अधिक उत्सर्जक स्रोतों की पहचान की है। ‘अर्थ सर्फेस मिनरल डस्ट सोर्स इन्वेस्टीगेशन इंस्ट्रूमेंट' को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पिछले साल शुरू किया गया था। जीआईएसएस की ओर से वर्ष 2022 की वार्षिक बैठक में पेश शोध रिपोर्ट के मुताबिक आर्कटिक क्षेत्र के ताप में जबरदस्त बढ़ोतरी का रुख जारी है जो वैश्विक औसत का करीब चार गुना है। नासा की ओर से वैश्विक ताप का यह विश्लेषण उन आंकड़ों पर आधारित है जिसे मौसम केंद्रों, अंटार्कटिक शोध केंद्रों, पोतों पर लगाए गए उपकरणों आदि से लिया गया है। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओए) ने अपने एक अलग और स्वतंत्र विश्लेषण में पाया कि वर्ष 2022 के दौरान धरती का वैश्विक तापमान वर्ष 1880 के बाद छठा सबसे अधिक तापमान था।
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नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तानी आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया है। मक्की लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख और 26-11 आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज़ सईद का बहनोई है। पिछले साल प्रतिबंध समिति के तहत मक्की को आतंकी की सूची में शामिल किए जाने के प्रस्ताव का चीन ने विरोध किया, जिसके बाद भारत द्वारा निंदा किये जाने के बाद यह फैसला आया है। भारत, विशेषकर जम्मू-कश्मीर में हमले की योजना बनाने के लिए युवाओं की भर्ती करने और धन जुटाने में मक्की संलग्न रहा है। मक्की को भारत और अमरीका पहले ही आंतकी की सूची में डाल चुके हैं। मक्की आतंकी संगठन में विभिन्न साजिशों को अंजाम देता है।
- काठमांडू,। नेपाल के खोज एवं बचाव कर्मियों ने रविवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में सवार चार लापता लोगों की तलाश का काम सोमवार सुबह फिर शुरू किया। इससे पहले बचाव अभियान को रविवार रात रोक दिया गया था। आज पोखरा में खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू हो गया है। कल यति एयरलाइंस का एक विमान यहां दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।दुर्घटनाग्रस्त हुए एटीआर-72 विमान में चालक दल के चार सदस्यों समेत 72 लोग सवार थे, जिनमें से 68 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है।नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) के अनुसार, ‘यति एयरलाइंस’ के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान ने पूर्वाह्न 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। पोखरा हवाई अड्डे पर उतरते वक्त विमान पुराने हवाई अड्डे और नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।इस हादसे में पांच भारतीयों अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27) सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल की मौत हो गई। ये सभी उत्तर प्रदेश के निवासी थे।विमान के पायलट कैप्टन कमल केसी ने करीब 110 किलोमीटर की दूरी से पोखरा नियंत्रण टावर से पहली बार संपर्क किया।समाचार पत्र ‘काठमांडू पोस्ट’ ने पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवक्ता अनूप जोशी के हवाले से कहा, ‘‘ मौसम साफ था। हमने रनवे30 पर उन्हें उतरने को कहा…सब कुछ सही था।’’उन्होंने कहा कि कोई परेशानी सामने नहीं आई थी।जोशी ने बताया कि विमान के कप्तान ने बाद में रनवे12 पर उतरने की अनुमति मांगी। उन्होंने कहा, ‘‘ हमें नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। अनुमति दे दी गई और फिर विमान उतरने लगा।’’कास्की के जिला प्रशासन कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए गंडकी अस्पताल भेजा गया है।सरकार के प्रवक्ता एवं वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल ने रविवार को बताया कि सरकार ने हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। पूर्व विमानन सचिव नागेंद्र घिमिरे की अध्यक्षता वाली जांच समिति को दुर्घटना की जांच करने और 45 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है।गौरतलब है कि पिछले साल 29 मई को ‘तारा एयर’ का एक विमान पर्वतीय मुस्तांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें एक भारतीय परिवार के चार सदस्यों समेत इसमें सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई थी। वर्ष 2016 में इसी एयरलाइन का एक विमान इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। मार्च 2018 में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटना में 51 लोगों की मौत हुई थी। सितंबर 2012 में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपात स्थिति में उतरते समय समय ‘सीता एयर’ का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई थी। पोखरा से जोमसोम के लिए उड़ान भरते समय एक विमान 14 मई 2012 को जोमसोम हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी।
- काठमांंडो । नेपाल के पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर काठमांडू से आ रहा 72 सीटों वाला यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बचाव कार्य जारी है।जिससे कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई। फिलहाल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। हादसे की वजह का अब तक पता नहीं चल सका है। हवाईअड्डा प्राधिकरण के मुताबिक, विमान में 53 नेपाली, पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई, एक-एक आयरिश, अर्जेंटीना और फ्रांसीसी नागरिक सवार थे।हादसे की जानकारी देते हुए येती एयरलाइंस के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने बताया कि यति एयरलाइंस के विमान में कुल 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। इसमें दो बच्चों समेत 10 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। विमान पुराने हवाई अड्डे और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। अब तक 25 शवों को बरामद कर लिया गया है।नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने बताया कि येती एअरलाइंस के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान ने सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी। पोखरा इस हिमालयी देश में एक मशहूर पर्यटक स्थल है।जानकारी के मुताबिक, विमान पहाड़ी से टकरा गया। लैंडिंग से पहले हुई इस दुर्घटना के बाद विमान में आग लग गई। पोखरा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हुआ यात्री विमान ATR-72 यति एयरलाइंस का बताया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई तस्वीरों और वीडियो में दुर्घटनास्थल से धुएं का गुबार उठता दिख रहा है। हेलीकॉप्टर से दुर्घटनास्थल पर एक बचाव दल तैनात किया गया है।भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नेपाल के हादसे पर दुख जताया। उन्होंने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
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बीजिंग. चीन ने शनिवार को सूचना दी कि देश में दिसंबर की शुरुआत से लेकर अब तक 59,938 लोगों की मौत कोविड-19 से हुई है। महामारी की स्थिति पर आंकड़े जारी करने में सरकार की विफलता को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की जा रही आलोचनाओं के बाद यह कदम सामने आया है। आधिकारिक मीडिया में आई खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को कहा कि देश के अस्पतालों में आठ दिसंबर से 12 जनवरी तक कोविड-19 के कारण 59,938 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य आयोग के वरिष्ठ अधिकारी जियाओ याहुई ने कहा कि मरने वालों में सांस संबंधी दिक्कत के कारण 5,503 लोगों और कोविड-19 के साथ अन्य बीमारियों के चलते 54,435 लोगों की मौत हुई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि ये मौत अस्पतालों में हुईं। इससे यह संभावना भी है कि घरों में भी लोगों की मौत हुई होगी। चीन सरकार ने महामारी रोधी कदमों को अचानक हटाने के बाद दिसंबर की शुरुआत में कोविड-19 के मामलों और इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा देना बंद कर दिया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन से इस बारे में अधिक जानकारी देने को कहा था।
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न्यूयॉर्क। बैठे रहने के नकारात्मक असर को कम करने के लिए हर आधे घंटे पर पांच मिनट तक हल्का टहलना चाहिए। यह अहम निष्कर्ष हमारे नए शोध में निकला है, जो जर्नल मेडिसिन ऐंड साइंस इन स्पोर्ट्स ऐंड एक्सरसाइज में प्रकाशित हुआ है। हमने 11 स्वस्थ अधेड़ उम्र के और उम्रदराज वयस्कों को काम करने के आदर्श समय आठ घंटे तक अपनी प्रयोगशाला में पांच दिन बैठने को कहा।
पहले दिन प्रतिभागी पूरे आठ घंटे तक बैठे रहे और केवल मूत्रालय जाने के लिए ही कुछ समय के लिए विराम लिया। बाकी दिनों में हमने उनके लगातार बैठने की परिपाटी को तोड़ने और हलका टहलने के लिए अलग-अलग रणनीति बनाई। उदाहरण के लिए एक दिन हमने प्रतिभागियों को हर आधे घंटे पर एक मिनट टहलने को कहा ,जबकि अन्य दिन उन्हें हर घंटे पांच मिनट टहलने को कहा।
हमारा उद्देश्य इस बात का पता लगाना था कि न्यूनतम कितना टहलने से बैठे रहकर काम करने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है। खासतौर पर हमने इस दौरान ,खून में शर्करा का स्तर और रक्त चाप मापा, जो हृदय संबंधी बीमारियों के लिए अहम जोखिमपूर्ण कारक हैं। हमने पाया कि प्रत्येक आधे घंटे में पांच मिनट हल्का टहलना ही एकमात्र रणनीति है, जिससे दिनभर बैठकर काम करने के मुकाबले रक्तचाप और खून में शर्करा की मात्रा को कम किया जा सकता है।
खासतौर पर प्रत्येक आधे घंटे पर पांच मिनट टहलने से खाने के बाद रक्त शर्करा में होने वाली वृद्धि में 60 प्रतिशत तक कमी आई। इस रणनीति से दिन भर बैठे रहने के मुकाबले रक्तचाप में भी चार से पांच अंक की कमी आई। लेकिन कम अवधि के लिये, परंतु अनियमित रूप से टहलने से भी रक्त चाप में सुधार होता है। प्रत्येक एक घंटे पर एक मिनट टहलने से भी रक्तचाप में पांच अंकों की कमी देखी गई। शारीरिक स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ नियमित अंतराल पर टहलने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
अध्ययन के दौरान हमने प्रश्नावली की मदद से प्रतिभागियों की मानसिक स्थिति का भी आकलन किया। हमने पाया कि दिन भर बैठकर काम करने के मुकाबले प्रत्येक आधे घंटे पर पांच मिनट टहलने से प्रतिभागी कम थकान महसूस कर रहे थे और उनका मूड बेहतर था और इससे उन्हें अधिक ऊर्जावान बने रहने में मदद मिली। हमने पाया कि हर एक घंटे में थोड़ा सा टहलने से भी मूड बेहतर रहता है और थकान कम महसूस होती है। क्यों यह मायने रखता
लंबे समय तक बैठकर काम करने वाले लोग मधुमेह और हृदय सहित अन्य गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। जो लोग दिनभर बैठकर काम करते हैं, उनमें दिनभर चलने-फिरने वालों के मुकाबले उपरोक्त बीमारी की दर अधिक होती है। कम शारीरिक गतिविधि समयपूर्व मौत के खतरे भी बढ़ाती है और केवल रोजाना व्यायाम करने भर से बैठे रहने के दुष्प्रभाव को खत्म नहीं किया जा सकता।
प्रौद्योगिकी विकास के कारण अमेरिका जैसे देशों में कई दशकों से वयस्कों के बैठकर काम करने की अवधि लागातार बढ़ी है। कई वयस्क अब अधिकतर समय बैठकर व्यतीत करते हैं। कोविड-19 महामारी आने के बाद यह समस्या और बढ़ी है। लोग दूर-दराज घर से काम करने लगे हैं और इन दिनों घर से कम बाहर निकलते हैं। इसलिए यह स्पष्ट है कि यह रणनीति 21 वीं सदी में उपजी स्वास्थ्य समस्या से निपटने के लिए अपनाने की जरूरत है। मौजूदा दिशानिर्देशों में सिफारिश की गई है कि वयस्कों को ‘‘कम बैठना और अधिक चलना फिरना चाहिए''; लेकिन इन सिफारिशों में कोई विशेष सलाह या रणनीति नहीं बताई गई है कि कितने अंतराल पर चलना-फिरना चाहिए।
हमारे अध्ययन ने आसान और व्यावहारिक रणनीति प्रस्तुत की है। प्रत्येक आधे घंटे में पांच मिनट हलका टहलें। अगर आपकी नौकरी या जीवनशैली लंबे समय तक बैठने की है, तो इस एक व्यावहारिक बदलाव से बैठने के स्वास्थ्य खतरे को कम किया जा सकता है। हमारा अध्ययन नियोक्ताओं के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश पेश करता है कि कैसे वह स्वस्थ कार्यस्थल को प्रोत्साहित कर सकते हैं। हालांकि, यह प्रतिकूल दृष्टिकोण लग सकता है, लेकिन नियमित तौर पर विराम लेने से वास्तव में कर्मचारियों के लिए काम को रोके बिना अधिक प्रभावी कार्य करने में मददगार साबित हो सकते हैं। अबतक किसकी जानकारी नहीं
हमारा अध्ययन प्राथमिक तौर पर हल्का टहलने के लिए विराम लेने पर केंद्रित है। कुछ टहलने की रणनीतियों जैसे हर घंटे एक मिनट टहलने से रक्तचाप में कमी नहीं आई। हम नहीं जानते कि क्या तेज चलने से इसका स्वास्थ्य पर असर होगा या नहीं। आगे क्या
मौजूदा समय में हम लंबे समय तक बैठने के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को कम करने के लिए 25 रणनीतियों पर काम कर रहे हैं। कई वयस्क ट्रक, टैक्सी चलाने जैसे काम करते हैं, जिनके लिए प्रत्येक आधे घंटे में टहलना संभव नहीं है। ऐसे में वैकल्पिक रणनीति पर काम किया जा रहा है, जो अलग-अलग विकल्पों के साथ जनता को अच्छे नतीजे दे और अंतत: लोगों को उनकी जीवनशैली के अनुरूप बेहतरीन रणनीति चुनने का मौका दे।फाइल फोटो
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हांगकांग. हांगकांग के रेडियो पर छह दशकों तक डिस्क जॉकी (डीजे) के रूप में काम करने वाले रे कॉर्डिरो का निधन हो गया है। वह 98 वर्ष के थे। रे कॉर्डिरो के नाम दुनिया में सबसे लंबे समय तक डिस्क जॉकी (डीजे) के रूप में काम करने का अनूठा कीर्तिमान है। रे कॉर्डिरो ने अपने करियर में ब्रिटेन के प्रसिद्ध बैंड 'बीटल्स' समेत संगीत की दुनिया के कई दिग्गजों का साक्षात्कार भी किया। ‘रेडियो टेलीविजन हांगकांग' के अनुसार, रे कॉर्डिरो का शुक्रवार को निधन हो गया। उन्होंने इस रेडियो स्टेशन पर 2021 तक काम किया। उनके निधन के कारणों के बारे में अब तक नहीं बताया गया है। रे कॉर्डिरो ने 1960 में हांगकांग के सरकारी रेडियो प्रसारक में काम करना शुरू किया। इससे पहले उन्होंने जेल वार्डन और बैंक क्लर्क के रूप में भी काम किया। उन्होंने सेवानिवृत्त होने से पहले करीब 51 वर्षों तक 'आरटीएचके रेडियो-3' रेडियो स्टेशन पर "ऑल द वे विद रे" नामक शो के प्रस्तोता के रूप में काम किया। समाचार एजेंसी 'द एसोसिएटेड प्रेस' को 2021 में दिए गए साक्षात्कार में रे कॉर्डिरो ने कहा था, ‘‘दर्शकों ने मेरा अनुसरण किया, मेरे साथ बड़े हुए और अब वे पूरी दुनिया में हैं। इंटरनेट के जरिये वे आज भी मुझे सुनते हैं।
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कोलंबो। श्रीलंका ने जापान के साथ ऋण पुनर्गठन वार्ता पूरी कर ली है और इस महीने भारत के साथ भी वह इस तरह की बैठक करेगा। राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को यह घोषणा की। गौरतलब है कि श्रीलंका इस वक्त नकदी संकट से जूझ रहा है और वित्तीय संकट से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहा है। श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 2.9 अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज हासिल करने की कोशिश कर रहा है और इसके लिए उसका चीन, जापान और भारत जैसे अपने प्रमुख लेनदारों से वित्तीय आश्वासन हासिल करना जरूरी है।
विक्रमसिंघे ने यहां मजदूर संगठनों को संबोधित करते हुए कहा कि चीन के एक्जिम बैंक के साथ ऋण पुनर्गठन वार्ता इस सप्ताह हुई है और आगे की बातचीत जारी है। उन्होंने कहा, ''19 जनवरी को भारतीय विदेश मंत्री के आने की उम्मीद है और हम भारत के साथ भी ऋण पुनर्गठन को लेकर वार्ता जारी रखेंगे।'' कुछ दिनों पहले विक्रमसिंघे ने कहा था कि ऋण पुनर्गठन के श्रीलंका के अनुरोध पर भारत की प्रतिक्रिया इस महीने के अंत तक आने की उम्मीद है। -
बर्कले (अमेरिका)। बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के परिसर में एक बंद इमारत से मंगलवार को एक मानव कंकाल मिला। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। विश्वविद्यालय के पुलिस विभाग ने एक बयान में कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि क्लार्क केर परिसर में स्थित इस इमारत में मानव कंकाल कितने वर्षों से था।
बयान में कहा गया है कि बर्कले परिसर से जुड़े किसी व्यक्ति के लापता होने का कोई मामला लंबित नहीं है और इमारत ‘‘कई वर्षों से बंद है।'' अल्मेडा काउंटी के विशेषज्ञ कंकाल की जांच कर मौत के कारण का पता लगाने की कोशिश करेंगे। विश्वविद्यालय सैन फ्रांसिस्को शहर से लगभग 16.09 किलोमीटर दूर है। -
सेल्मा। अमेरिका के दक्षिण क्षेत्र में भयंकर तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी चपेट में आने से मध्य अलबामा में कम से कम छह लोगों की जान चली गई और जॉर्जिया में एक अन्य की मौत हो गई। बृहस्पतिवार को हजारों लोगों को बिजली न होने की वजह से परेशानी का सामना भी करना पड़ा। काउंटी के आपात सेवा के प्रबंधन निदेशक एर्नी बगेट ने कहा कि सेल्मा से 66 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में अलबामा के ऑटुगा काउंटी में कम से कम छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और तूफान से अनुमानित 40 से 50 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बगेट ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस' को बताया कि कम से कम 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें आपात सेवा के कर्मियों ने अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने बताया कि कर्मी बृहस्पतिवार शाम को गिरे पेड़ों को हटाने काम कर रहे हैं, ताकि ऐसे लोगों की तलाश की जा सके जिन्हें मदद की जरूरत हो। ऑटुगा काउंटी कोरोनर बस्टर बार्बर ने देर रात बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘कई मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनका अभी कुछ पता भी नहीं चल पाया है।
मलबे को हटाने का काम जारी है।'' ‘पॉवर आउटेज़ यूएस' के अनुसार, बृहस्पतिवार को अलबामा में करीब 40,000 लोगों ने बिना बिजली के रात काटी। जॉर्जिया में करीब 86,000 लोगों ने बिजली न होने के कारण परेशानी झेली। - लॉस एंजिलिस (अमेरिका)। गायिका लीज़ा मैरी प्रेस्ली का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 54 वर्ष की थीं। लीज़ा मैरी प्रेस्ली की मां प्रिसिला ने उनके निधन की जानकारी दी।अभिनेत्री प्रिसिला ने एक बयान में कहा, ‘‘ मैं भारी मन से यह दुखद समाचार दे रहीं हूं कि मेरी खूबसूरत बेटी लीज़ा मैरी हमें छोड़कर चली गई हैं। वह बेहद भावुक, मजबूत और प्यारी महिला थीं। '' लीज़ा मैरी मशहूर अमेरिकी गायक एल्विस प्रेस्ली की एकलौती संतान थी, जिन्होंने संगीत की दुनिया में अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाया। लीज़ा मैरी मंगलवार को आयोजित गोल्डन ग्लोब पुरस्कार समारोह में भी नजर आईं थी। इससे पहले आठ जनवरी को ग्रेस्कलैंड के मेम्फिस में उन्होंने अपने पिता एल्विस की जयंती भी मनायी थी। एल्विस का निधन अगस्त 1977 में हो गया था, तब लीज़ा बस नौ साल की थीं।लीज़ा मशहूर गायक माइकल जैक्सन की पूर्व पत्नी थीं। लीज़ा ने चार बार शादी के रिश्ते को मौका दिया। वह कई बार मादक पदार्थों व अपनी शादियों से जुड़ी समस्याओं को लेकर चर्चा में रहीं।
- वाशिंगटन। शोधकर्ताओं ने नये अणु तैयार किये हैं, जिन्हें सार्स-सीओवी-2 वायरस को फेफड़ों में प्रवेश करने और संक्रमण पैदा करने से रोकने के लिए नाक में ‘स्प्रे' किया जा सकता है। जब लोग सांस लेते हैं तो कोविड-19 के वायरस श्वसन मार्ग के जरिये फेफड़ों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप बीमारी होती है। अमेरिका में जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के इंजीनियर ने अब ‘सुपरमॉलेक्यूलर फिलामेंट्स' कही जाने वाली अणुओं की पतली, धागे जैसी किस्में बनाई हैं, जो वायरस को उसके रास्ते में आने से रोकने में सक्षम हैं। जॉन्स हॉपकिंस व्हिटिंग स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के एक सहयोगी प्रोफेसर होंगगैंग कुई ने कहा, ‘‘उद्देश्य यह है कि फिलामेंट्स हमारे श्वसन मार्ग में कोविड-19 वायरस और अन्य वायरस को कोशिकाओं में तब्दील होने का मौका देने से पहले उन्हें अवशोषित करने के लिए स्पंज की तरह काम करेंगे।''‘मैटर' नामक पत्रिका में प्रकाशित शोध का नेतृत्व करने वाले कुई ने कहा, ‘‘उपचारात्मक उपाय वायरस को एक या दो घंटे के लिए रोक सकता है, लेकिन इसका इस्तेमाल उन जगहों पर ज्यादा प्रभावी हो सकता है, जहां लोगों की ज्यादातर उपस्थिति हो।'' इस शोध की कुंजी यह है कि ‘फिलामेंट्स एंजियोटेंसिन कनवर्टिंग एंजाइम'-दो या एसीई-दो नामक एक ‘रिसेप्टर' ले जाते हैं, जो नाक की परत, फेफड़ों की सतह और छोटी आंत की कोशिकाओं में भी पाए जाते हैं। उनकी कई जैविक भूमिकाएं हैं, जैसे रक्तचाप और सूजन को नियंत्रित करना। कोरोना वायरस मुख्य रूप से इस रिसेप्टर के जरिये हमारे शरीर में प्रवेश करता है। शोधकर्ताओं को यह ज्ञात है कि श्वसनमार्ग में अतिरिक्त एसीई-2 शामिल करने से वायरस का प्रवेश अवरुद्ध हो सकता है। चूंकि] एसीई-दो के जैविक कार्य हैं, इसलिए शरीर को अधिक एसीई-दो देने से अप्रत्याशित जटिलताएं भी हो सकती हैं। कुई ने कहा, ‘‘हमारी योजना यह है कि इसे नाक या मौखिक स्प्रे के रूप में इस्तेमाल किया जाए, जिससे ये फेफड़ों में आच्छादित रह सकें या श्वसन मार्ग और फेफड़ों की सतह पर स्थित रहे। जब कोई व्यक्ति सांस के जरिये कोविड-19 वायरस के सम्पर्क में आता है, तो वायरस बाधित किया जा सकेगा।'' शोधकर्ताओं ने कहा कि चूंकि फिलामेंट्स सार्ससीओवी-2 के विशिष्ट स्पाइक प्रोटीन को आकर्षित करते हैं, इसलिए यह किसी भी वर्तमान या भविष्य के स्वरूप पर समान रूप से काम कर सकेगा।
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बमाको. माली में इस्लामी चरमपंथियों द्वारा किए गए विभिन्न हमलों में माली के 14 सैनिक मारे गए और लगभग एक दर्जन अन्य घायल हो गए। सेना के जनसंपर्क निदेशक कर्नल सौलेमेन डेम्बेले ने बुधवार को एक बयान में कहा कि मध्य माली में दीया और दिआफराबे गांवों तथा कौमारा और मैकिना कस्बों में कई विस्फोट हुए। उन्होंने बताया कि इन हमलों में 14 सैनिक मारे गए और लगभग एक दर्जन अन्य घायल हो गए।
डेम्बेले ने कहा कि इस सप्ताह के शुरू में हुए इन हमलों के दौरान माली की सेना ने 30 से अधिक "आतंकवादियों" को मार गिराया। पश्चिम अफ्रीकी राष्ट्र एक दशक से अलकायदा और इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़ी हिंसा से जूझ रहा है जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं। -
बोलिंगब्रूक (अमेरिका). अमेरिका में उपनगरीय शिकागो टोलवे पर एक छोटे विमान को आपात स्थिति में उतारा गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। बोलिंगब्रूक के दमकल अधिकारियों ने कहा कि विमान में केवल पायलट ही सवार था। इलिनोइस राज्य पुलिस ने बताया कि बीचक्राफ्ट बोनांजा विमान बोलिंगब्रूक के पास दक्षिण की ओर अंतरराज्यीय टोलवे 355 के दाहिनी ओर स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजे उतरा। पुलिस ने कहा कि जमीन पर कोई व्यक्ति, वाहन या अन्य वस्तु विमान की चपेट में नहीं आया तथा दोपहर में भीड़-भाड़ वाले समय के शुरू होने से ठीक पहले टोलवे पर यातायात बहाल कर दिया गया। विमान निगरानी वेबसाइट ‘फ्लाइट अवेयर डॉट कॉम' के मुताबिक, विमान विस्कॉन्सिन के मिडलटन से इलिनोइस के डाउनर्स ग्रोव में ब्रुकरिज एयर पार्क की तरफ उड़ान भर रहा था। बोलिंगब्रूक दमकल विभाग ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि विमान के इंजन में खराबी आ गई, जिसके चलते इसकी आपात लैंडिंग करानी पड़ी। घटना के संबंध में तत्काल कोई अन्य विवरण उपलब्ध नहीं कराया गया है।
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पेरिस। पेरिस के व्यस्त गारे डू नॉर्ड रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह एक शख्स ने बिना किसी उकसावे के चाकू जैसे हथियार से हमला कर छह लोगों को घायल कर दिया। फ्रांस के गृह मंत्री ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हमलावर को गोली मार कर घायल कर दिया है।
गृह मंत्री गेराल्ड डर्मेनिन ने घटनास्थल पर पत्रकारों को बताया कि हमलावर ने एक पुलिस अधिकारी सहित कई लोगों पर सुबह व्यस्त समय के दौरान “धारदार हथियार” से हमला किया था। उनके साथ पेरिस की महापौर एनी हिडाल्गो भी थीं। फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक, उन्होंने कहा कि अनाम हमलावर वर्तमान में एक अस्पताल में भर्ती है, उसे सीने में गोली लगी है। डर्मेनिन ने पुलिस की “प्रभावी व साहसी प्रतिक्रिया” के लिये सराहना की।
उन्होंने कहा, “तुरंत जवाबी कार्रवाई नहीं की जाती तो निश्चित रूप से लोगों की जान जाती।” उन्होंने बताया कि हमला करने के एक मिनट के अंदर आरोपी पर काबू पा लिया गया। उन्होंने कहा, “हमले की जानकारी सबसे पहले 6 बजकर 42 मिनट पर मिली। उसकी हिंसा के बाद छह बजकर 43 मिनट पर पुलिस ने अपने हथियार का इस्तेमाल किया।” डर्मेनिन ने कहा कि हमलावर का हथियार “चाकू नहीं था” लेकिन संभवत: घर पर बनाया गया हथियार था।
उन्होंने कहा कि संदिग्ध ने कथित तौर पर हमले के दौरान कुछ नहीं कहा और हमलावर के किसी चरमपंथी संपर्क के बारे में जांचकर्ताओं को अभी कुछ नहीं मिला है। फ्रांसीसी मीडिया की खबर के अनुसार, संदिग्ध पहले ट्रेन स्टेशन के सामने एक व्यक्ति से टकराया फिर उस पर धारदार हथियार से 15 बार वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। हमलावर इसके बाद स्टेशन के अंदर गया और चार अन्य लोगों के साथ ही एक पुलिसकर्मी पर हमला किया। डर्मेनिन ने कहा कि शोर सुनकर वहां मौजूद दो अन्य पुलिस अधिकारी हरकत में आए और हमलावर को रोकने के लिये दखल दिया।
उस वक्त हमलावर पुलिसकर्मी पर हमला कर रहा था। फ्रांस के सीमा प्रहरी विभाग के अधिकारी की पीठ में छुरा घोंपा गया था, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट के कारण वह गंभीर रूप से घायल होने से बच गया। अधिकारियों ने कहा कि जिस व्यक्ति पर आरोपी ने स्टेशन के बाहर हमला किया था, केवल उसे ही गंभीर चोट आई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गारे डू नॉर्ड फ्रांस की राजधानी के सबसे व्यस्त यात्री स्टेशनों में से एक है। हमले की वजह से यहां रेल सेवाएं भी प्रभावित हुईं। -
मॉस्को। रूसी अंतरिक्ष निगम ‘रॉसकॉसमॉस' ने बुधवार को कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के चालक दल के कुछ सदस्यों को वापस पृथ्वी पर लाने के लिए एक नया अंतरिक्षयान भेजेगा। चालक दल के सदस्यों के यान के क्षतिग्रस्त होने के चलते रूस ने यह फैसला किया है।
रूसी अंतरिक्ष यात्री सर्गेई प्रोकोपयेव तथा दिमित्री पेटेलिन और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा' के अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रुबियो सितंबर में ‘सोयूज एमएस -22' यान पर सवार होकर अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे और उनकी योजना इसी यान के जरिये पृथ्वी पर वापस लौटने की थी। हालांकि, पिछले महीने यान से ‘कूलेंट' (शीतलक) का रिसाव हो गया था। ‘रॉसकॉसमॉस' के प्रमुख यूरी बोरिसोव ने संवाददाताओं से कहा कि हालात का जायजा लेने और नासा के साथ विचार-विमर्श के बाद रूस ने यह फैसला किया है कि 20 फरवरी को चालक दल रहित यान ‘सोयूज एमएस -23' को अंतरिक्ष स्टेशन रवाना किया जाएगा ताकि तीनों अंतरिक्ष यात्री इसकी मदद से पृथ्वी पर वापस लौट सकें।
इससे पहले ‘रॉसकॉसमॉस' ने इस यान को मार्च में भेजने की योजना बनाई थी। बोरिसोव ने कहा कि ‘सोयूज एमएस-23' कुछ आवश्यक सामान को भी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचाएगा।फाइल फोटो
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काठमांडू. नेपाल के नवनियुक्त प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने मंगलवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। सीपीएन-माओवादी सेंटर के 68 वर्षीय नेता प्रचंड ने पिछले साल 26 दिसंबर को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उस समय, उन्होंने नाटकीय ढंग से नेपाली कांग्रेस नीत चुनाव-पूर्व गठबंधन से नाता तोड़कर विपक्ष के नेता के. पी. शर्मा ओली से हाथ मिला लिया था। प्रतिनिधि सभा (एचओआर) में मतदान के दौरान मौजूद 270 सदस्यों में से 268 ने प्रचंड के पक्ष में मत दिया जबकि दो सदस्यों ने उनके खिलाफ मतदान किया। सदन के वरिष्ठतम सदस्य पशुपति शमशेर जेबी राणा ने बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि सभा ने प्रचंड द्वारा पेश गए विश्वास प्रस्ताव को पारित कर दिया है। बैठक की अध्यक्षता कर रहे राणा ने मतदान नहीं किया, जबकि चार अन्य सांसद मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे। प्रचंड को 275 सदस्यीय संसद में विश्वास मत हासिल करने के लिए 138 मतों की आवश्यकता थी।
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काठमांडू. नेपाल के नवनियुक्त प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने मंगलवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। सीपीएन-माओवादी सेंटर के 68 वर्षीय नेता प्रचंड ने पिछले साल 26 दिसंबर को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उस समय, उन्होंने नाटकीय ढंग से नेपाली कांग्रेस नीत चुनाव-पूर्व गठबंधन से नाता तोड़कर विपक्ष के नेता के. पी. शर्मा ओली से हाथ मिला लिया था। प्रतिनिधि सभा (एचओआर) में मतदान के दौरान मौजूद 270 सदस्यों में से 268 ने प्रचंड के पक्ष में मत दिया जबकि दो सदस्यों ने उनके खिलाफ मतदान किया। सदन के वरिष्ठतम सदस्य पशुपति शमशेर जेबी राणा ने बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि सभा ने प्रचंड द्वारा पेश गए विश्वास प्रस्ताव को पारित कर दिया है। बैठक की अध्यक्षता कर रहे राणा ने मतदान नहीं किया, जबकि चार अन्य सांसद मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे। प्रचंड को 275 सदस्यीय संसद में विश्वास मत हासिल करने के लिए 138 मतों की आवश्यकता थी। -
काठमांडू. नेपाल ने रविवार को कहा कि वह आठ सदस्यीय क्षेत्रीय समूह दक्षेस को सक्रिय करने का प्रयास कर रहा है जो 2016 से बहुत प्रभावी नहीं रहा है। नेशनल असेंबली के अंतर्गत ‘नेशनल कंसर्न एंड कोऑर्डिनेशन कमेटी' की बैठक में विदेश मंत्रालय के सचिव और प्रवक्ता भरत राज पौडेल ने कहा कि सभी सदस्य राष्ट्रों के बीच आम सहमति की कमी के कारण दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) को प्रभावी नहीं बनाया जा सका। ‘माई रिपब्लिका' अखबार ने पौडेल के हवाले से कहा, ‘‘नेपाल इस संगठन को सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम दक्षेस की अध्यक्षता कर रहे हैं। हालांकि, ऐसे स्थान हैं जहां प्रक्रियाएं आगे नहीं बढ़ी हैं। इस बहुपक्षवाद और क्षेत्रवाद में कुछ बाधाएं हैं। उनमें से एक यह है कि जब हमने दक्षेस का गठन किया था, तो हम दक्षेस की संहिता को परिभाषित करते हुए एक मौलिक सिद्धांत पर सहमत हुए थे।'' पौडेल ने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि जब तक हर कोई किसी विषय पर सहमत नहीं होता तब तक कुछ भी आगे नहीं बढ़ता है। मूल रूप से, यह समान नहीं हो सकता। दक्षेस के अध्यक्ष की भूमिका कुछ खास नहीं है। हम आठ देशों में से केवल एक हैं। इसलिए इस पर प्रयास किए जा रहे हैं।'' वर्ष 2016 का दक्षेस शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद में होना था। हालांकि उस वर्ष 18 सितंबर को जम्मू कश्मीर के उरी में भारतीय सेना के शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने ‘‘मौजूदा परिस्थितियों'' के कारण शिखर सम्मेलन में भाग लेने में असमर्थता व्यक्त की। बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान द्वारा इस्लामाबाद बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया था। क्षेत्रीय समूह में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
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डकार (सेनेगल) . सेनेगल में एक बस दुर्घटना में कम से कम 40 व्यक्तियों की मौत हो गई और करीब 78 अन्य घायल हो गए। यह जानकारी देश के राष्ट्रपति की ओर से रविवार को दी गई। राष्ट्रपति मैकी सॉल ने एक ट्वीट में कहा कि हादसा कैफरीन क्षेत्र के गनीवी गांव में तड़के करीब साढ़े तीन बजे हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘मैं गनीबी में आज हुए सड़क हादसे से बहुत दुखी हूं, जिसमें 40 लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'' उन्होंने सोमवार से तीन दिनों के शोक की घोषणा की और कहा कि वह सड़क सुरक्षा उपायों पर चर्चा करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी परिषद का आयोजन करेंगे। लोक अभियोजक शेख डिएंग ने कहा कि दुर्घटना राष्ट्रीय सड़क संख्या एक पर हुई जब एक सार्वजनिक बस का टायर पंक्चर हो गया और उक्त वाहन विपरीत दिशा से आ रही एक अन्य बस से टकरा गया। उन्होंने कहा कि कम से कम 78 लोग घायल हुए हैं जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। सोशल मीडिया पर आयी दुर्घटना की तस्वीरों में एकदूसरे से टकरायी क्षतिग्रस्त बसें और सड़क के किनारे मलबा दिखा। स्थानीय लोगों का कहना है कि खराब सड़कों, खराब कारों और चालकों द्वारा नियमों का पालन नहीं करने के कारण पश्चिम अफ्रीकी देश में नियमित रूप से मोटर दुर्घटनाएं होती हैं। 2017 में, दो बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने से कम से कम 25 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। -
न्यूयॉर्क. विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने मोटे अनाजों के मूल्यवान पोषण एवं स्वास्थ्य लाभों को मान्यता देने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा और स्थिरता के लिए इन अनाजों का बहुत महत्व है। वर्ष 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' के रूप में नामित किया गया है, इसके लिए भारत द्वारा एक प्रस्ताव लाया गया था और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के शासी निकाय के सदस्यों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में भी इसका अनुमोदन किया गया था। ‘मैजिक मिलेट' द्वारा आयोजित ‘आइकोनिक वीक ऑन मिलेट्स मैजिक' के डिजिटल कार्यक्रम में मुरलीधरन ने शुक्रवार को कहा, ‘‘शिक्षा, अनुसंधान और प्रचार के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि मोटे अनाजों को वह मान्यता मिले जिसके वे हकदार हैं और ये दुनियाभर में खाद्य सुरक्षा और स्थिरता में सुधार करने में मदद करते हैं।'' मुरलीधरन ने कहा कि मोटा अनाज अन्य अनाजों की तुलना में अधिक सार्थक होता है और जलवायु परिवर्तन तथा मौसम की अनिश्चितता के मद्देनजर अधिक विश्वसनीय फसल होती है। उन्होंने कहा, ‘‘यह उपज और आय में वृद्धि करने की दृष्टि से किसानों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है। मोटा अनाज एक सस्ता और सुलभ खाद्य स्रोत है।'' उन्होंने कहा कि मोटे अनाजों के मूल्यवान पोषण एवं स्वास्थ्य लाभों को मान्यता देने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज (मिलेट) वर्ष' को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा और स्थिरता के लिए इन अनाजों का बहुत महत्व है। मुरलीधरन ने कहा, ‘‘हमें अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज (मिलेट) वर्ष को एक जन आंदोलन बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए और ऐसा करने में सामुदायिक संगठनों और गैर सरकारी संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है।'' उन्होंने कहा, ‘‘एक साथ, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि भारत और दुनियाभर में मोटा अनाज हमारी खाद्य संस्कृति के प्रमुख के रूप में फिर से उभरे।''
- केप केनवरल (अमेरिका)। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) का 38 साल पुराना सेवानिवृत्त उपग्रह इस सप्ताह के अंत तक धरती पर गिर सकता है। हालांकि, नासा ने शुक्रवार को कहा कि उपग्रह का मलबा किसी पर भी गिरने की आशंका बहुत कम है।अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने से पहले 5,400 पौंड (2,450 किलोग्राम) वजन वाले इस उपग्रह का अधिकांश हिस्सा जल जाएगा, लेकिन कुछ टुकड़ों के बचकर धरती पर भी गिरने की संभावना है। नासा का कहना है कि किसी के मलबे की चपेट में आने और घायल होने की आशंका लगभग 9,400 में से एक है।अमेरिकी रक्षा विभाग के अनुसार, उपग्रह के रविवार रात नीचे आने की उम्मीद है और इसके मलबे को धरती तक का सफर तय करने में 17 घंटे लगेंगे। कैलिफोर्निया स्थित एयरोस्पेस कॉरपोरेशन ने हालांकि, उपग्रह के मलबे के सोमवार तक अफ्रीका, खाड़ी क्षेत्र और उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका के विभिन्न हिस्सों में गिरने का अनुमान जताया है।
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वाशिंगटन. वैज्ञानिक कैंसर कोशिकाओं को शक्तिशाली, कैंसर-रोधी एजेंट में बदलने के लिए एक नए तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं। एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। अध्ययन के अनुसार, जांचकर्ताओं ने ट्यूमर को खत्म करने तथा दीर्घकालिक प्रतिरक्षा को प्रेरित करने, प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए एक नया सेल-थेरेपी दृष्टिकोण विकसित किया है, ताकि यह कैंसर की पुनरावृत्ति को रोक सके। अध्ययन में कहा गया है कि ब्रिघम और महिला अस्पताल के नवीनतम प्रयास के तहत शोधकर्ताओं की टीम ने घातक मस्तिष्क कैंसर ग्लियोब्लास्टोमा के मामले में चूहों पर कैंसर-रोधी टीके का परीक्षण किया है, जिससे संबंधित निष्कर्ष ‘साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। सेंटर फॉर स्टेम सेल एंड ट्रांसलेशनल इम्यूनोथेरेपी (सीएसटीआई) के निदेशक खालिद शाह ने कहा, ‘‘हमारी टीम ने एक सरल विचार अपनाया है: कैंसर कोशिकाओं को लेना और उन्हें कैंसर-रोधी (एजेंट) और टीकों में तब्दील करना।'' वह ब्रिघम में न्यूरोसर्जरी विभाग में शोध के उपाध्यक्ष और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल एवं हार्वर्ड स्टेम सेल इंस्टीट्यूट (एचएससीआई) में प्रोफेसर हैं। शाह ने कहा, ‘‘जीन इंजीनियरिंग का उपयोग करके, हम कैंसर कोशिकाओं को एक चिकित्सीय एजेंट के रूप में विकसित करने के लिए फिर से इस्तेमाल कर रहे हैं, जो ट्यूमर कोशिकाओं को मारता है और प्राथमिक ट्यूमर को नष्ट करने तथा कैंसर को रोकने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को तीव्र करता है।'' शाह ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य एक अभिनव, लेकिन रूपांतरणीय दृष्टिकोण अपनाना है, ताकि हम एक चिकित्सीय, कैंसर-रोधी टीका विकसित कर सकें, जिसका अंततः चिकित्सा में स्थायी प्रभाव पड़ेगा।'' शाह और सहयोगियों ने कहा कि यह चिकित्सीय रणनीति ठोस ट्यूमर की विस्तृत श्रृंखला पर लागू होती है और इसके अनुप्रयोगों की आगे की जांच जरूरी है। अध्ययन में कहा गया है कि कैंसर के टीके कई प्रयोगशालाओं के लिए अनुसंधान का एक सक्रिय क्षेत्र हैं, लेकिन शाह और उनके सहयोगियों ने जो दृष्टिकोण अपनाया है वह अलग है। -
बर्लिन। देश की मुख्य डाक सेवा डॉयचे पोस्ट ने बुधवार को कहा कि जर्मनी में टेलीग्राम के युग का अंत हो गया है और इस सेवा के संचालन के आखिरी दिन हजारों लोगों ने कभी बेहद लोकप्रिय रही इस सेवा का लाभ उठाया। डॉयचे पोस्ट ने कहा कि नए साल की पूर्व संध्या पर सेवा के अंतिम दिन 3,228 टेलीग्राम भेजे गए थे।
यह हाल के वर्षों में मासिक औसत 200--300 टेलीग्राम से काफी ज्यादा था। मुख्य डाक सेवा डॉयचे पोस्ट ने कहा कि वह दुनिया भर में अंतिम डाक सेवाओं में से एक थी जो अब तक टेलीग्राम सेवा की पेशकश कर रही थी और हाल के वर्षों में यह केवल घरेलू स्तर पर सिमट चुकी थी।
2018 से विदेशों में गंतव्यों के लिए कोई टेलीग्राम सेवा नहीं है। टेलीग्राम 19वीं सदी का एक आविष्कार है जो काफी समय से व्यापक रूप से अप्रचलित माना जाता रहा है क्योंकि इसके लिए काफी शुल्क चुकाना पड़ता था। हाल के वर्षों में, जर्मनी में 160 अक्षरों तक का टेलीग्राम भेजने पर करीब 1100 रुपये (12.57 यूरो) का खर्च आता था। -
पेशावर. पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक मकान की छत ढह जाने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। घटना प्रांत के बाजौर इलाके की है। पुलिस ने बताया कि छत ढहने की घटना में पांच बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई वहीं कई लोग घायल भी हुए। शवों को मलबे में से निकाल लिया गया है और घायलों को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रांत के राज्यपाल हाजी गुलाम अली और मुख्यमंत्री महमूद खान ने घटना पर दुख व्यक्त किया है।