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- विलमिंगटन (अमेरिका)।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ‘‘बेहद सार्थक'' बैठक की और इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया। मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। राष्ट्रपति बाइडन ने शनिवार को डेलावेयर के ग्रीनविले स्थित अपने आवास पर उनका स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया। इसके बाद बाइडन मोदी का हाथ थामकर उन्हें आवास के अंदर ले गए जहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। मोदी और बाइडन के बीच एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत हुई, इसके बाद बाइडन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी पहले के मुकाबले अधिक मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है। जब भी हम मिलते हैं मैं सहयोग के नए क्षेत्रों को तलाशने की हमारी क्षमता से प्रभावित होता हूं। आज भी ऐसा ही हुआ।'' विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि दोनों नेताओं ने यहां क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की और आपसी हितों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ चर्चा आपसी हितों के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित रही। दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श किया।'' बैठक के बाद एक संयुक्त बयान भी जारी किया गया।
- तेहरान। पूर्वी ईरान में एक कोयला खदान में मीथेन गैस लीक होने के कारण हुए विस्फोट में कम से कम 34 मजदूरों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने इसे ईरान के इतिहास की सबसे बड़ी खदान दुर्घटना करार देते हुए रविवार को कहा कि विस्फोट के घंटों बाद भी कई मजदूर लापता हैं।अधिकारियों ने बताया कि राजधानी तेहरान से करीब 540 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व में स्थित तबास की कोयला खदान में शनिवार देर रात विस्फोट हुआ। उन्होंने बताया कि विस्फोट के दौरान लगभग 70 लोग खदान में काम कर रहे थे।सरकारी टेलीविजन चैनल ने बाद में अपनी खबर में बताया कि 700 मीटर (2,300 फुट) गहरी खदान में 17 मजदूरों के 200 मीटर (650 फुट) की गहराई पर फंसे होने की आशंका है। हालांकि, हादसे से प्रभावित मजदूरों की संख्या के बारे में दिन भर अलग-अलग आंकड़े सामने आते रहे।प्रांत के एक आपातकालीन अधिकारी मोहम्मद अली अखून्दी ने सरकारी समाचार एजेंसी को रविवार दोपहर बताया कि बचाव अभियान जारी है और हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। खदान से निकाले गए मजदूरों ने सरकारी टेलीविजन चैनल से बातचीत में विस्फोट के बाद के भयानक मंजर को बयां किया।कोयले के काले चूरे में लिपटे एक मजदूर ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, “हम खदान में काम कर रहे थे। अचानक धुआं उठने लगा। इसके बाद मैंने महसूस किया कि मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। मैं फौरन अपनी जान बचाने के लिए भागा और तब तक लगातार दौड़ता रहा, जब तक एक सुरक्षित स्थान पर नहीं पहुंच गया। मेरे सहकर्मी वहीं फंसे रह गए।”प्राधिकारियों के मुताबिक, यह विस्फोट मीथेन गैस लीक होने के कारण हुआ। हालांकि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि हादसे के समय निजी खदान मंदानजू को में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम उपलब्ध थे या नहीं। हादसे पर प्रतिक्रिया के लिए खदान के मलिकाना हक वाली कंपनी से अभी संपर्क नहीं किया जा सका है।ईरान के नये सुधारवादी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने कहा कि उन्होंने खदान में फंसे लोगों को बचाने और उनके परिजन की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि विस्फोट की जांच शुरू कर दी गई है।
- विलमिंगटन (अमेरिका) .प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की, जिन्होंने भारत-अमेरिका साझेदारी को इतिहास में किसी भी समय की तुलना में अधिक मजबूत, घनिष्ठ और सर्वाधिक गतिशील बताया। भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए नए तरीकों की समीक्षा और पहचान करने के वास्ते दोनों नेताओं ने यहां क्वाड शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “एक महत्वपूर्ण यात्रा की विशेष शुरुआत। राष्ट्रपति जो बाइडन ने ग्रीनविले, डेलावेयर में अपने आवास पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।” डेलावेयर के विलमिंगटन में स्थित बाइडन ने अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया और दोनों नेता एक दूसरे से गले मिले। इसके बाद बाइडन मोदी का हाथ पकड़कर उन्हें अपने घर के अंदर लेकर गए। बाइडन ने ‘एक्स' पर कहा, “ भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी इतिहास में किसी भी समय की तुलना में अधिक मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ जब भी हम बैठते हैं, मैं सहयोग के नए क्षेत्रों को खोजने की हमारी क्षमता से बहुत प्रसन्न होता हूं। आज भी कुछ अलग नहीं था।” इधर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “एक अहम यात्रा की गर्मजोशी से और खास शुरुआत। एक विशेष भाव के तहत जो बाइडन ने अपने आवास पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मेजबानी की। द्विपक्षीय बैठक से पहले ग्रीनविले, डेलावेयर में जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।” अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के अनुसार, द्विपक्षीय बैठक में युद्ध और मोदी की हालिया यूक्रेन यात्रा पर प्रमुखता से चर्चा होने की उम्मीद है। मोदी ने अमेरिका के लिये रवाना होने से पहले दिल्ली में अपने वक्तव्य में कहा था, “राष्ट्रपति बाइडन के साथ मेरी बैठक हमें अपने लोगों के लाभ और वैश्विक भलाई के लिए भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए, नए तरीकों की समीक्षा करने और उनकी पहचान करने का मौका देगी।” मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी मौजूद हैं। अमेरिकी दल में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के लिए राष्ट्रपति के सहायक टी एच जेक सुलिवन और भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी शामिल हैं। अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर यहां आए मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। दोनों नेता क्वाड शिखर सम्मेलन के शिरकत करने के लिए यहां आए हैं। राष्ट्रपति बाइडन अपने गृहनगर विलमिंगटन में वार्षिक क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं। उम्मीद है कि इस बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न नयी पहल की शुरूआत की जाएगी। इसके अलावा यूक्रेन और गाजा में संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के तरीके तलाशे जाएंगे। चार सदस्यीय क्वाड एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने की वकालत करता है। चीन इसे विरोधी समूह के रूप में देखता है। दिल्ली से अमेरिका रवाना होने के समय मोदी ने कहा कि वह क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए अपने सहयोगियों राष्ट्रपति जो बाइडन, प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा के साथ शामिल होने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, “यह मंच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए काम करने वाले समान विचारधारा वाले देशों के एक प्रमुख समूह के रूप में उभरा है।” इससे पहले, भारतीय प्रवासियों के एक बड़े समूह ने फिलाडेल्फिया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मोदी का स्वागत किया। मोदी ने पारंपरिक परिधान पहने लोगों के समूह का अभिवादन किया, जिनमें से कई लोगों ने भारतीय तिरंगा थाम रखा था। वह सुरक्षा घेरे में चले, उनमें से कुछ को ‘ऑटोग्राफ' दिए और कुछ अन्य से हाथ मिलाया। मोदी ने ‘एक्स' पर एक अन्य पोस्ट में कहा, “फिलाडेल्फिया में जोरदार स्वागत! हमारे प्रवासी समुदाय के आशीर्वाद को हम बहुत संजोकर रखते हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, “भारतीय समुदाय ने अमेरिका में अपनी अलग पहचान बनाई है और विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डाला है। उनके साथ बातचीत करना हमेशा खुशी की बात होती है। आइये उन बंधनों का जश्न मनाएं जो हमारे देशों को जोड़ते हैं!” विलमिंगटन से मोदी न्यूयॉर्क जाएंगे जहां वह 22 सितंबर को लॉन्ग आइलैंड में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके अगले दिन उनका संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री के अन्य कार्यक्रमों में लॉन्ग आइलैंड में भारतीय प्रवासी समुदाय के एक कार्यक्रम में शामिल होना तथा कृत्रिम बुद्धिमता, क्वांटम कंप्यूटिंग और सेमीकंडक्टर जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों पर काम कर रही अमेरिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ एक गोलमेज बैठक में भाग लेना शामिल है।
- मॉस्को । रूस के दो नागरिकों ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में सबसे लंबे समय तक लगातार रहने का रिकॉर्ड बनाया।रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ‘रॉसकॉस्मोस’ ने कहा कि ओलेग कोनोनेंको और निकोलाई चूब ने 370 दिन, 21 घंटे और 22 मिनट का पुराना रिकॉर्ड तोड़ा, जो सितंबर 2023 में रूस के सर्गेई प्रोकोपीव और दमित्री पेटेलिन तथा अमेरिकी फ्रांसिस्को रुबियो द्वारा स्थापित किया गया था। चूब और कोनोनेंको के रिकॉर्ड में सोमवार को पृथ्वी पर लौटने से पहले कई दिन और जुड़ जाएंगे। कोनोनेंको (59) के नाम अंतरिक्ष में बिताए गए समय के अन्य रिकॉर्ड भी हैं। अगले सप्ताह कजाकिस्तान पहुंचने तक वे पांच अभियानों के दौरान 1,110 दिन अंतरिक्ष में बिता चुके होंगे।
- वाशिंगटन। अमेरिका की कंप्यूटर सूचना प्रणाली की छात्रा ध्रुवी पटेल को मिस इंडिया वर्ल्डवाइड 2024 का विजेता घोषित किया गया है, जो भारत के बाहर सबसे लंबे समय तक चलने वाली भारतीय प्रतियोगिता है।ध्रुवी बॉलीवुड अभिनेत्री और यूनिसेफ एम्बेसडर बनने की इच्छा रखती हैं।ध्रुवी ने न्यू जर्सी के एडिसन में अपने ताज के बाद कहा, "मिस इंडिया वर्ल्डवाइड जीतना अविश्वसनीय सम्मान है। यह एक ताज से कहीं अधिक है - यह मेरी विरासत, मेरे मूल्यों और वैश्विक स्तर पर दूसरों को प्रेरित करने के अवसर का प्रतिनिधित्व करता है।"इसी दौड़ में सूरीनाम की लिसा अब्दोएलहाक को प्रथम उपविजेता घोषित किया गया, जबकि नीदरलैंड की मालविका शर्मा को द्वितीय उपविजेता घोषित किया गया।श्रीमती श्रेणी में त्रिनिदाद और टोबैगो की सुआन मौटेट विजेता रहीं, जबकि स्नेहा नांबियार प्रथम और यूनाइटेड किंगडम की पवनदीप कौर द्वितीय स्थान पर रहीं।किशोर वर्ग में, ग्वाडेलोप की सिएरा सुरेट को मिस टीन इंडिया वर्ल्डवाइड का ताज पहनाया गया।नीदरलैंड की श्रेया सिंह और सूरीनाम की श्रद्धा टेडजो को प्रथम और द्वितीय उपविजेता घोषित किया गया।इस सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन न्यूयॉर्क स्थित इंडिया फेस्टिवल कमेटी द्वारा किया जाता है और इसका नेतृत्व भारतीय-अमेरिकी नीलम और धर्मात्मा सरन करते हैं। इस वर्ष यह ताज अपनी 31वीं वर्षगांठ मना रहा है।
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वाशिंगटन. अमेरिका के दो सांसदों ने पिछले सप्ताह डलास में ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस' के सदस्यों द्वारा एक भारतीय पत्रकार के साथ कथित मारपीट की घटना की निंदा की और कहा कि उसकी रिकॉर्डिंग मिटाना ‘प्रथम संशोधन' का उल्लंघन है। यह देश में प्रेस की स्वतंत्रता से जुड़ा कानून है।
भारत और भारतीय अमेरिकियों पर ‘कांग्रेसनल इंडिया कॉकस' के सह-अध्यक्ष एवं सांसद रो खन्ना ने कहा, ‘‘ मैं इंडिया टुडे समूह के रिपोर्टर रोहित शर्मा के साथ हूं और ‘प्रथम संशोधन' के प्रति अडिग हूं।'' खन्ना ने कहा, ‘‘वह निष्पक्ष पत्रकार हैं। उनका फोन छीना जाना, उन्हें धक्का देना और उनकी रिकॉर्डिंग मिटाना अनैतिक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ विश्वासघात है।'' अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भी घटना की निंदा की और कहा कि इस प्रकार का हमला ‘‘पूरी तरह अस्वीकार्य'' है। उन्होंने कहा, ‘‘ सुरक्षा कर्मचारियों को यह अवश्य पता होना चाहिए कि अमेरिका में काम करने वाले पत्रकारों को ‘प्रथम संशोधन' के तहत संरक्षण प्राप्त है चाहे वह किसी भी देश का हो।'' थानेदार ने कहा कि शर्मा ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के साथ ‘‘ऑन-द-रिकॉर्ड साक्षात्कार'' किया था और साक्षात्कार की विषयवस्तु या अवधि को नियंत्रित करने में सुरक्षा टीम की कोई भूमिका नहीं होती। नेशनल प्रेस क्लब की अध्यक्ष एमिली विल्किंस ने कहा, ‘‘ उनके पास शर्मा का फोन छीनने या सामग्री को हटाने का कोई अधिकार नहीं है।'' -
ह्यूस्टन . भारत के ऊर्जा मंत्री हरदीप पुरी ने विश्व की ऊर्जा जरूरतों पर विचार-विमर्श के लिए आयोजित बहुराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि अगले दो दशकों में भारत वैश्विक ऊर्जा मांग में 25 प्रतिशत का योगदान देगा। यहां जॉर्ज आर. ब्राउन कन्वेंशन सेंटर में 52वीं गैसटेक एग्जीबिशन एंड कॉन्फ्रेंस भारत सहित विश्व के पांच प्रमुख ऊर्जा मंत्रियों की रणनीतिक अंतर्दृष्टि के साथ मंगलवार को शुरू हुई। ‘दृष्टिकोण, नवाचार और कार्रवाई के जरिये ऊर्जा में बदलाव' विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में वैश्विक ऊर्जा स्थिरता तथा तेजी से कार्बन मुक्त बनने की आवश्यकता पर गौर किया गया। अपने मुख्य भाषण में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य में भारत की बढ़ती प्रभावशाली भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ यदि वैश्विक मांग एक प्रतिशत बढ़ रही है, तो हमारी मांग तीन गुना तेजी से बढ़ रही है। अगले दो दशकों में भारत ऊर्जा मांग में वैश्विक वृद्धि में 25 प्रतिशत का योगदान देगा।'' मंत्री ने भारत की चुनौती को ‘‘ऊर्जा त्रिविधता'' के रूप में पेश किया और उपलब्धता, सामर्थ्य तथा सफल हरित बदलाव के बीच संतुलन स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया। पुरी ने कहा, ‘‘ हमें हरित बदलाव को प्रबंधित करने और इसमें सफलता प्राप्त करने की अपनी क्षमता पर पूरा भरोसा है।'' सम्मेलन की पहली मंत्रिस्तरीय समिति में अमेरिका, भारत, मिस्र, नाइजीरिया और तुर्किये के अधिकारी शामिल रहे। इन्होंने महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक और उद्योग चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया। इस बीच, भारत और अमेरिका ने न्यायसंगत तथा व्यवस्थित ऊर्जा बदलाव के लिए ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों का पता लगाने पर सहमति व्यक्त की है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ऊर्जा संसाधन के लिए सहायक विदेश मंत्री ज्योफ्री प्याट से यहां मुलाकात की। पुरी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘... आज ह्यूस्टन में मेरे मित्र और अमेरिका के ऊर्जा संसाधन के लिए सहायक विदेश मंत्री ज्योफ्री प्याट से मुलाकात की। हमने मौजूदा ऊर्जा सहयोग की समीक्षा की और एक न्यायसंगत तथा व्यवस्थित ऊर्जा बदलाव के लिए ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों का पता लगाने पर सहमति व्यक्त की।'' प्याट ने भी सोशल मीडिया पर पुरी से मुलाकात और दोनों देशों के बीच बनी सहमति की जानकारी दी।
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केप केनवरल. अरबपति प्रौद्योगिकी उद्यमी जेरेड आइजैकमैन अपने साथियों के साथ पांच दिन की अंतरिक्ष की सैर करके रविवार को धरती पर लौट आए। ‘स्पेसएक्स' का ‘ड्रैगन' नामक एक यान आइजैकमैन, स्पेसएक्स के दो इंजीनियरों और वायुसेना के पूर्व पायलट को लेकर रविवार तड़के फ्लोरिडा के ड्राई टॉर्टुगस द्वीप के निकट मैक्सिको की खाड़ी में उतरा। उन्होंने पृथ्वी से लगभग 460 मील (740 किलोमीटर) ऊपर, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन और हबल स्पेस टेलीस्कोप से भी अधिक ऊंचाई पर पहली निजी यात्रा की। मंगलवार को उड़ान भरने के बाद उनका अंतरिक्ष यान 875 मील (1,408 किलोमीटर) की ऊंचाई पर पहुंच गया था। आइजकमैन अंतरिक्ष की सैर करने वाले 264वें व्यक्ति बन गए हैं। 1965 में पूर्व सोवियत संघ ने अंतरिक्ष सैर की शुरुआत की थी। ‘स्पेसएक्स' की साराह गिलिस अंतरिक्ष की सैर करने वाली 265वीं व्यक्ति बनी हैं। अब तक अंतरिक्ष की सैर करने वाले सभी व्यक्ति पेशेवर अंतरिक्ष यात्री थे।
- कोलंबो। श्रीलंका अगले साल फरवरी तक चरणबद्ध तरीके से सभी वाहनों के आयात पर प्रतिबंध हटा लेगा। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। श्रीलंका ने "अर्थव्यवस्था में सामान्य स्थिति बहाल करने" के प्रयासों के तहत यह फैसला लिया है।राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) कार्यक्रम से जुड़ी व्यापक आर्थिक सुधार रणनीति के तहत एक अक्टूबर से तीन चरणों में प्रतिबंध हटाया जाएगा। राष्ट्रपति के मीडिया प्रभाग ने कहा कि मोटर वाहन आयात की अनुमति देने के लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी चार साल के "कड़े आयात प्रतिबंधों" के बाद आई है, जो तीव्र आर्थिक संकट के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार को संरक्षित करने के लिए लगाए गए थे। साल 2020 में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के साथ, श्रीलंका ने विदेशी मुद्रा भंडार को संरक्षित करने के लिए आयात प्रतिबंध लगाए। तब दवा, ईंधन और भोजन जैसे आवश्यक आयातों के लिए घटते विदेशी भंडार का उपयोग करने की जरूरत थी।
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फ्रैंकफर्ट (जर्मनी)। यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) ने मुद्रास्फीति में नरमी के बीच आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए प्रमुख ब्याज दर में गुरुवार को 0.25 प्रतिशत की कटौती की। इससे कंपनियों और मकान खरीदारों के लिए कर्ज की लागत कम होगी। ईसीबी की नीतिगत दर निर्धारित करने वाली समिति की यहां हुई बैठक में ब्याज दर को 3.75 प्रतिशत से घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दिया गया। यह दूसरा मौका है जब नीतिगत दर में कटौती की गयी है। इससे पहले बैंक ने दहाई अंक में पहुंची मुद्रास्फीति को कम करने के लिए नीतिगत दरों में वृद्धि की थी। मुद्रास्फीति बढ़ने का प्रमुख कारण यूक्रेन पर हमले के बाद लगायी गयी पाबंदियों के जवाब में रूस का प्राकृतिक गैस की आपूर्ति को रोकना था। उल्लेखनीय है कि यूरो मुद्रा का उपयोग करने वाले 20 देशों में मुद्रास्फीति घटकर 2.2 प्रतिशत रही। अक्टूबर, 2022 में यह 10.6 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। मुख्य रूप से कच्चे तेल के दाम में नरमी से मुद्रास्फीति में कमी आई है।
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लंदन. प्रसिद्ध भारतीय लेखक अमिताव घोष का नाम मंगलवार को ‘ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज फॉर ग्लोबल कल्चरल अंडरस्टैंडिंग 2024' के संभावित विजेताओं में चुना गया। यह कथेतर (नॉन फिक्शन) साहित्य के क्षेत्र में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है जिसमें 25,000 पाउंड की इनाम राशि प्रदान की जाती है। घोष की कृति ‘स्मोक एंड एशेज: ओपियम्स हिडेन हिस्ट्रीज' का मुकाबला पांच अन्य अंतरराष्ट्रीय कृतियों के साथ है। यह पुरस्कार विश्व में कहीं भी रहने वाले और किसी भी भाषा में काम करने वाले किसी भी नागरिकता वाले लेखक के लिए खुला है। रचना अंग्रेजी भाषा में लिखी होनी चाहिए। कोलकाता में जन्मे घोष अमेरिका में रहते हैं। पुरस्कार के निर्णायकों ने ‘‘इस अत्यंत पठनीय यात्रा वृतांत, संस्मरण और इतिहास को जीवंत बनाने में उनके कहानी कहने के कौशल'' की प्रशंसा की। ‘ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज' के एक बयान में कहा गया है कि घोष ने अपने इस उपन्यास में दशकों के अभिलेखीय शोध का उपयोग किया है जिनमें 18वीं शताब्दी से लेकर वर्तमान अफीम संकट और अमेरिका में ऑक्सीकॉन्टिन घोटाले तक वैश्विक अफीम व्यापार के आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव का पता लगाने का प्रयास किया गया है। इस वर्ष के पुरस्कार की दौड़ में शामिल अन्य लेखकों में एड कॉनवे को ‘मटेरियल वर्ल्ड: ए सब्सटेंशियल स्टोरी ऑफ अवर पास्ट एंड फ्यूचर' के लिए; केट कितागावा और टिमोथी रेवेल को ‘द सीक्रेट लाइव्स ऑफ नंबर्स: ए ग्लोबल हिस्ट्री ऑफ मैथमेटिक्स एंड इट्स अनसंग ट्रेलब्लेजर्स' के लिए चुना गया है। पुरस्कार की दौड़ में ‘द टेम एंड द वाइल्ड: पीपुल एंड एनिमल्स आफ्टर 1492' के लिए मार्सी नॉर्टन को; ‘लैंग्वेज सिटी: द फाइट टू प्रिजर्व एन्डेंजर्ड मदर टंग्स' के लिए रॉस पर्लिन को तथा ‘डिवाइडेड: रेसिज्म, मेडिसिन एंड व्हाई वी नीड टू डीकोलोनाइज हेल्थकेयर' के लिए एनाबेल सोवेमिमो को चुना गया है।
- लंदन। वेल्स की राजकुमारी केट ने कहा है कि उन्होंने कीमोथेरेपी पूरी कर ली है। आने वाले महीनों में वह कुछ सार्वजनिक कर्तव्यों का निर्वहन करेंगी। उम्मीद है कि प्रिंस विलियम की 42 वर्षीय पत्नी (केट) इस वर्ष के अंत तक कुछ छोटे व संक्षिप्त कार्यक्रमों में भाग लेंगी। केट ने मार्च में घोषणा की थी कि वह कैंसर का इलाज करा रही हैं। केट ने जून में किंग चार्ल्स तृतीय के जन्मदिन पर आयोजित समारोह में भाग लिया था।इसके अगले महीने उन्होंने विम्बलडन टेनिस चैंपियनशिप में पुरुष वर्ग की विजेता ट्रॉफी प्रदान की थी।
- काहिरा. संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा कि सूडान में 16 महीने से अधिक समय से चल रहे युद्ध में 20,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पूर्वोत्तर अफ्रीकी देश में विनाशकारी संघर्ष के बीच यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने सूडान के लाल सागर के शहर पोर्ट सूडान में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। पोर्ट सूडान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त, सैन्य समर्थित सरकार की सीट के रूप में कार्य करता है। उन्होंने कहा कि सूडान में जारी युद्ध में मृतकों की संख्या अधिक हो सकती है।टेड्रोस ने सूडान की अपनी दो दिवसीय यात्रा के समापन के अवसर पर यह बात कही।टेड्रोस ने कहा, ‘‘सूडान संकट के एक भयंकर तूफान से जूझ रहा है।''उन्होंने कहा, ‘‘सूडान में आपातकाल जैसे हालात बेहद चौंकाने वाले हैं, तथा इस संघर्ष को रोकने के लिए की जा रही कार्रवाई भी अपर्याप्त है। '' पिछले वर्ष अप्रैल में सूडान में उस समय अराजकता फैल गई थी, जब सेना और एक शक्तिशाली अर्धसैनिक समूह, रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच बढ़ते तनाव ने पूरे देश में एक युद्ध का रूप ले लिया था।
- वाशिंगटन. नवगठित संगठन ‘हिंदूज फॉर अमेरिका फर्स्ट' ने घोषणा की है कि वह राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करेगा और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के खिलाफ अभियान शुरू करेगा। ‘हिंदूज फॉर अमेरिका फर्स्ट' के अध्यक्ष और संस्थापक उत्सव संदूजा ने बृहस्पतिवार को इस निर्णय की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ट्रंप ‘‘भारत के समर्थक हैं उनके विपरीत हैरिस ने भारत और भारत के लोगों के लिए ‘‘अपमानजनक बयानबाजियां'' की हैं। उन्होंने कहा कि बाइडन-हैरिस प्रशासन ने सीमा को सुरक्षित नहीं रखा । हैरिस राष्ट्रपति जो बाइडन के बाद दूसरे नंबर की ताकतवर नेता हैं लेकिन उन्होंने अमेरिका में अवैध प्रवासियों को आने से रोकने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘अवैध तरीके से लोगों के आने पर अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है और इसका असर अल्पसंख्यक समुदायों पर पड़ रहा है, विशेष रूप से कई एशियाई-अमेरिकी कारोबारियों पर।'' उन्होंने कहा, ‘‘ट्रंप भारत के समर्थक हैं। उनके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बेहतरीन संबंध हैं और उन्होंने कई रक्षा परियोजनाओं पर सहयोग किया, जिससे भारत को चीन का सामना करने में मदद मिलेगी।'' संदूजा ने कहा कि इसके उलट ‘‘कमला हैरिस ने भारत सरकार और भारतीय लोगों के बारे में कई ‘अपमानजनक टिप्पणियां' कीं जबकि ट्रंप ने देश के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया।'' उन्होंने कहा कि ‘हिंदूज फॉर अमेरिका फर्स्ट' जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, एरिजोना और नेवादा जैसे राज्यों में हिंदू समुदाय के बीच हैरिस के पक्ष में मतदान नहीं करने का अनुरोध करेंगे।
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पेरिस. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बृहस्पतिवार को यूरोपीय संघ के पूर्व ब्रेक्जिट वार्ताकार मिशेल बार्नियर को फ्रांस का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। मैक्रों ने 50 से ज्यादा दिनों से चल रही कार्यवाहक सरकार के बाद नए प्रधानमंत्री के नाम का ऐलान किया। मैक्रों और उनके सहयोगियों द्वारा कई हफ्तों तक किए गए गहन प्रयासों के बाद बार्नियर (73) की नियुक्ति की गयी है। वे एक ऐसे उम्मीदवार की तलाश में थे जो मैक्रों के विरोधियों द्वारा नयी सरकार को गिराने की कोशिशों को नाकाम कर सके। मैक्रों के कार्यालय ने बार्नियर की नियुक्ति की घोषणा करते हुए एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें “देश और फ्रांसीसी लोगों की सेवा के लिए एक एकीकृत सरकार बनाने का काम सौंपा गया है।” बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति ने अपने संवैधानिक कर्तव्य के तहत अप्रत्याशित विचार विमर्श के बाद सुनिश्चित किया है कि प्रधानमंत्री और भावी सरकार जहां तक संभव हो सके, स्थिर रहें। बार्नियर फ्रांस के अल्पाइन क्षेत्र हाउते-सावोई से आते हैं और अनुभवी राजनीतिज्ञ हैं। वह यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने को लेकर चली बातचीत में मुख्य वार्ताकार थे। वह गैब्रियल एटल की जगह लेंगे, जिन्होंने 16 जुलाई को चुनावों में त्रिशंकु संसद आने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था।
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ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में बैठकर जिस प्रकार की राजनीतिक टिप्पणियां कर रही हैं वह उचित नहीं है। यूनुस ने यह भी कहा कि जब तक ढाका उनके प्रत्यर्पण का अनुरोध नहीं करता, तब तक उन्हें चुप रहना चाहिए ताकि दोनों देशों के बीच संबंध असहज नहीं हों। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस ने कहा, ‘‘अगर भारत हसीना को तब तक अपने पास रखना चाहता है जब तक बांग्लादेश (सरकार) उन्हें वापस नहीं बुला ले, तो शर्त यह होगी कि उन्हें (हसीना को) चुप रहना होगा।’’
ढाका में अपने आधिकारिक आवास पर साक्षात्कार में यूनुस ने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ मजबूत संबंधों को महत्व देता है लेकिन नयी दिल्ली को ‘‘उस विमर्श से आगे बढ़ना चाहिए जो अवामी लीग को छोड़कर शेष अन्य राजनीतिक दलों को इस्लामिक के रूप में चित्रित करता है और यह कि देश शेख हसीना के बिना अफगानिस्तान के समान हो जाएगा।’’देश में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत में शरण ली थी। इसके बाद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। यूनुस ने कहा, ‘‘भारत में कोई भी उनके रुख से सहज नहीं है….। वह भारत में हैं और कुछ बयान देती हैं जो कि समस्या पैदा करते हैं। अगर वह चुप रहतीं, तो हम इसे भूल जाते। लेकिन भारत में बैठकर वह बोल रही हैं और निर्देश दे रही हैं। यह किसी को रास नहीं आ रहा।’’ - जॉर्जिया। अमेरिका के जॉर्जिया में एक हाई स्कूल में 14 वर्षीय एक छात्र ने बुधवार को गोलीबारी कर दी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि घटना के कारण छात्रों को अपनी कक्षा में शरण लेनी पड़ी जिसके बाद उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें फुटबॉल स्टेडियम में भेजा गया। घटना के बाद अपने बच्चों की सलामती जानने के लिए अभिभावक भी स्कूल पहुंच गए। मृतकों में अपालाची हाई स्कूल के दो छात्र और दो शिक्षक शामिल हैं।आठ विद्यार्थियों और एक शिक्षक समेत नौ अन्य लोग घायलविंडर अटलांटा से करीब एक घंटे की दूरी पर है। घटना में आठ विद्यार्थियों और एक शिक्षक समेत नौ अन्य लोग घायल भी हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोफोमोर कायली एबनर ज्यामिती की कक्षा में थीं जब उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी। आवाज सुनकर एबनर और उनकी दोस्त अपनी शिक्षक की डेस्क के नीचे छिप गईं।इसके बाद शिक्षक ने दरवाजे के सामने डेस्क को लगाकर अवरोधक तैयार किया ताकि कोई कक्षा में प्रवेश नहीं कर सके। एबनर ने बताया कि विद्यार्थियों के फुटबॉल स्टेडियम में इकट्ठा होने के बाद उन्होंने देखा कि शिक्षकों ने अपनी कमीज उतारकर घायलों के जख्मों पर पट्टी की।जॉर्जिया जांच ब्यूरो के निदेशक क्रिस होजी ने बताया कि गोली चलने की सूचना मिलने के कुछ ही मिनटों के भीतर स्कूल के दो अधिकारियों ने हमलावर छात्र को रोकने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि संदिग्ध एक स्कूली छात्र है। उसने तुरंत आत्मसमर्पण कर दिया और उसे हिरासत में ले लिया गया है। आरोपी छात्र पर वयस्क के समान हत्या का मामला दर्ज किया गया है।घटना के बाद दोपहर को संवाददाता सम्मेलन में अधिकारियों ने बताया कि वे इस बात का पता लगा रहे हैं कि संदिग्ध को बंदूक कैसे मिली और वह बैरो काउंटी में स्कूल में कैसे घुसा? इस दौरान बैरो काउंटी के शेरिफ जुड स्मिथ घटना की जानकारी देते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि इसी जगह वह पले-बढ़े हैं और उनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं।यह बहुत ही अपमानजनक: कमला हैरिसउपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने न्यू हैंपशायर में एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कहा, ‘‘यह बहुत ही अपमानजनक है कि हमारे देश अमेरिका में हर दिन माता-पिता को अपने बच्चों को इस चिंता में स्कूल भेजना पड़ता है कि बच्चा जीवित घर लौट पाएगा या नहीं।’’सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक संदेश में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘‘इन प्यारे बच्चों को एक बीमार और विक्षिप्त राक्षस ने बहुत जल्दी हमसे छीन लिया।’’जॉर्जिया के गवर्नर ब्रायन केम्प ने एक बयान में कहा, ‘‘यह एक ऐसा दिन है जिससे हर माता-पिता डरेंगे और इस दुखद घटना के कारण हर जगह जॉर्जिया के लोग अपने बच्चों को कसकर गले लगाएंगे और उन्हें खुद से दूर नहीं जाने देंगे।’’संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के अटलांटा कार्यालय ने कहा कि उसके अधिकारी स्कूल में मौजूद हैं और ‘‘स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय और सहयोग कर रहे हैं।’’
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बीजिंग. पूर्वी चीन में मंगलवार को एक बस ने छात्रों के एक समूह को टक्कर मार दी, जिसके कारण कम से कम 10 लोग हताहत हो गए। सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। ‘शिंहुआ' समाचार एजेंसी ने बताया कि छात्र सुबह करीब सात बजे शांदोंग प्रांत के ताईआन शहर में एक स्कूल के मुख्य द्वार पर खड़े थे। उसने बताया कि हादसे में शामिल बस को छात्रों को लाने-ले जाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया था। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। चीन में स्कूल बस में क्षमता से अधिक छात्रों को लाना-ले जाना और खराब तरीके से डिजाइन की गई इमारतों समेत अन्य मुद्दों के कारण स्कूल संबंधी सुरक्षा लंबे समय से चिंता का विषय बनी हुई है।
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समरकंद (उज्बेकिस्तान) .मध्य एशिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक महोत्सव, 13वें अंतरराष्ट्रीय संगीत महोत्सव ‘शर्क तारोनलाराई' में गायिका शिबानी कश्यप के गानों पर यहां ऐतिहासिक ‘रेगिस्तान स्क्वायर' पर संगीत प्रेमियों ने बॉलीवुड की धुनों पर नृत्य किया। कश्यप संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के तत्वावधान में आयोजित महोत्सव के समापन समारोह में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली पहली भारतीय कलाकार हैं। “शर्क तारोनालारी”, का अर्थ है “पूर्व का मधुर संगीत”। यह एक अंतरराष्ट्रीय महोत्सव है, जो विश्व की समृद्ध संगीत परंपराओं को प्रदर्शित करने और उनका उत्सव मनाने के लिए समर्पित है। वर्ष 1997 में शुरुआत के बाद से यह महोत्सव काफी समृद्ध हो चुका है। इस महोत्सव का पहली बार जब आयोजन हुआ था, तो 31 देशों के कलाकारों ने भाग लिया था। साल 2019 तक इसमें शामिल होने वाले देशों की संख्या बढ़कर 75 हो गई, जिससे इस आयोजन का वैश्विक महत्व रेखांकित हुआ। महोत्सव के 13वें संस्करण में 70 से अधिक देशों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिष्ठित ‘रेगिस्तान स्क्वायर' पर अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया। ‘रेगिस्तान स्क्वायर' अपनी अद्भुत वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने कहा कि ‘शर्क तारोनलारी' उत्सव सार और सही अर्थ में वैश्विक मधुर संगीतों का उत्सव बन गया है। उन्होंने कहा, “समरकंद के तारों भरे आसमान के नीचे कितनी ही मनमोहक, सुंदर धुनें गूंजी हैं! इस महोत्सव ने दर्जनों प्रतिभाशाली गायकों और संगीतकारों को पहचान दी, प्रतिभाशाली युवाओं को उड़ान भरने के लिए पंख दिए, उनकी रचनात्मकता को शक्ति और प्रेरणा दी।
- नई दिल्ली। ब्राजील के उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश ने देश में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ की सेवाएं निलंबित करने का शुक्रवार को आदेश दिया। फैसले की प्रति के मुताबिक, न्यायाधीश एलेक्जांद्रे डि मोरेस ने ‘एक्स’ के मालिक एलन मस्क द्वारा ब्राजील में कंपनी के एक कानून प्रतिनिधि को नामित करने से इनकार करने के बाद यह कदम उठाया।इस कदम से अभिव्यक्ति की आजादी, धुर-दक्षिणपंथी खातों और गलत सूचनाओं के प्रवाह को लेकर मस्क और न्यायमूर्ति मोरेस के बीच महीनों से जारी मतभेद और गहरा गया है। न्यायमूर्ति मोरेस ने मस्क को बुधवार रात चेतावनी दी थी कि अगर वह ब्राजील में एक कानून प्रतिनिधि नामित करने के उनके आदेश पर अमल नहीं करते हैं, तो देश में ‘एक्स’ के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। उन्होंने आदेश के अनुपालन के लिए 24 घंटे की समयसीमा भी निर्धारित की थी। ब्राजील में इस महीने की शुरुआत से कंपनी का कोई कानून प्रतिनिधि नहीं है।न्यायमूर्ति मोरेस ने अपने फैसले में लिखा, “एलन मस्क ने ब्राजील की संप्रभुता और खासतौर पर न्यायपालिका के प्रति पूर्ण अनादर दिखाया है। इस प्रकार उन्होंने दिखाया है कि जैसे वह वास्तव में कोई ‘सुपरानेशनल इकाई’ हैं, जिसे प्रत्येक देश के कानून से छूट प्राप्त है।” ‘सुपरानेशनल इकाई’ का मतलब ऐसी इकाइयों से होता है, जो राष्ट्रीय सीमाओं और हितों से परे जाकर निर्णय लेने की शक्ति और प्रभाव रखती हैं।न्यायमूर्ति मोरेस ने कहा कि ब्राजील में ‘एक्स’ की सेवाएं तब तक निलंबित रहेंगी, जब तक कंपनी उनके आदेश का अनुपालन नहीं करती। उन्होंने वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिये देश में ‘एक्स’ का इस्तेमाल करने की कोशिश करने वाले लोगों और कंपनियों पर प्रतिदिन 8,900 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाने का भी आदेश दिया है।बाद में एक अन्य आदेश में न्यायमूर्ति मोरेस अपने एक शुरुआती फैसले से पीछे हट गए, जिसके तरह उन्होंने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं और दूरसंचार नियामक को ‘एक्स’ तक पहुंच अवरुद्ध करने तथा ‘ऐप स्टोर’ को वीपीएन हटाने के लिए पांच दिन की मोहलत दी थी।नये आदेश में कहा गया कि ब्राजील के दूरसंचार नियामक ‘एनाटेल’ के पास फैसले पर अमल करने के लिए 24 घंटे का समय होगा। ‘एनाटेल’ के चेयरमैन कार्लोस बेगोर्री ने समाचार चैनल ‘ग्लोबोन्यूज’ से कहा कि देश के बड़े सेवा प्रदाता तुरंत कार्रवाई करेंगे, लेकिन छोटी कंपनियों को ‘एक्स’ की सेवाएं निलंबित करने के लिए अधिक समय की जरूरत पड़ सकती है।माना जा रहा है कि ब्राजील के उच्चतम न्यायालय की एक पूर्ण पीठ इस मामले पर फैसला देगी, लेकिन सुनवाई के लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है। ‘एक्स’ ने गुरुवार देर रात अपने आधिकारिक ‘ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स’ पेज पर पोस्ट किया था कि कंपनी को आशंका है कि मोरेस ब्राजील में ‘एक्स’ के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, “क्योंकि हम राजनीतिक विरोधियों को सेंसर करने के इरादे से जारी उनके अवैध आदेशों का पालन नहीं करेंगे।”
- लुसाका. जाम्बिया में एक खदान में काम करते समय बजरी का बड़ा ढेर गिर गया, जिसके नीचे दब जाने से नौ लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह हादसा रविवार को राजधानी लुसाका से लगभग 50 किलोमीटर दूर चोंगवे स्थित एक खदान में हुआ।पुलिस प्रवक्ता आर. हामून्गा ने बताया कि ये लोग खदान में अवैध रूप से काम कर रहे थे और ट्रक पर बजरी लाद रहे थे। उन्होंने बताया कि हादसे में ट्रक का चालक घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया।
- काठमांडू. नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने सोमवार को कहा कि उनका देश भारत और चीन दोनों के साथ “संतुलित” तरीके से मैत्रीपूर्ण संबंध रखता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पड़ोसियों के बीच कभी-कभार होने वाली समस्याएं “स्वाभाविक” हैं और उन्हें ‘खुले मन से बातचीत” के जरिए सुलझाया जा सकता है। यहां एक पुस्तक विमोचन समारोह में ओली ने कहा, “हम अपनी जमीन का इस्तेमाल अपने किसी भी पड़ोसी के खिलाफ नहीं होने देंगे।” उन्होंने कहा कि हिमालयी राष्ट्र “ईमानदारी और तटस्थता का पालन करते हुए संतुलित तरीके से दोनों पड़ोसियों के साथ अच्छे और मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखता है।” चार बार प्रधानमंत्री रह चुके 72 वर्षीय ओली ने कहा कि पड़ोसियों के साथ कभी-कभी समस्याएं होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा, “हम खुली बातचीत के जरिए उन्हें सुलझा सकते हैं।” पुस्तक विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ओली ने कहा, “यदि हम मामले पर अधिक विस्तार से चर्चा किए बिना अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को बनाए रखते हुए तथ्यों और प्रमाणों के आधार पर न्यायोचित और उपयुक्त समाधान तलाशेंगे तो समस्या उत्पन्न नहीं होगी।” उन्होंने कहा, “हम संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों का पालन करते हैं और समस्याओं का तटस्थ और शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आंतरिक कमजोरी को छिपाने के लिए हमेशा भूराजनीति को दोष देना उचित नहीं है। उन्होंने भारतीय पक्ष से नेपाल-भारत प्रतिष्ठित व्यक्ति समूह (ईपीजी रिपोर्ट) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को स्वीकार करने को भी कहा, जिसमें अन्य बातों के अलावा 1950 की शांति और मैत्री संधि की समीक्षा से संबंधित मामला भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इससे सीमा संबंधी मुद्दों और अन्य मामलों को सुलझाने के लिए बातचीत में सुविधा होगी। प्रधानमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान चीन के साथ व्यापार और पारगमन संधि पर हस्ताक्षर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि यह वास्तव में एक बड़ी उपलब्धि थी। ओली को व्यापक रूप से चीन समर्थक माना जाता है, उन्होंने 2016 में पारगमन और परिवहन समझौते (टीटीए) पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे चारों ओर से स्थल से घिरे हिमालयी देश को अपने विदेशी व्यापार के लिए चीनी समुद्र और स्थल बंदरगाहों तक पहुंच प्राप्त हुई थी।
- कराची. पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को दो अलग-अलग हमलों में हथियारबंद हमलावरों ने कम से कम 37 लोगों की हत्या कर दी। सरकार और सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक रविवार और सोमवार की दरमियानी रात चरमपंथी समूहों से जुड़े उग्रवादियों ने चार हमले किए अबतक 37 लोगों के मारे गए हैं। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस' ने एक बयान में कहा कि हमलों के बाद शुरू किए गए अभियानों में 21 आतंकवादी भी मारे गए। इससे पहले, बलूच बंदूकधारियों ने रविवार- सोमवार की दरमियानी रात को बलूचिस्तान प्रांत में दो अलग-अलग हमलों में कम से कम 37 लोगों की हत्या कर दी थी। पहली घटना में बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में बंदूकधारियों ने बसों से यात्रियों को उतारकर और उनके पहचान पत्र देखने के बाद पंजाब प्रांत के कम से कम 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मूसाखेल के सहायक आयुक्त नजीब काकर के मुताबिक भारी हथियारों से लैस करीब 10 हमलावारों ने जिले के राराशिम इलाके में अंतर सूबाई राजमार्ग को बाधित कर दिया और कई बसों से यात्रियों को उतार लिया। उन्होंने बताया, ‘‘खबरों के मुताबिक मारे गए लोग पंजाब सूबे से हैं।'' काकर के मुताबिक हमलावरों ने कुछ वाहनों में भी आग लगा दी। मूसाखेल बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से करीब 450 किलोमीटर उत्तर पूर्व अवस्थित है। बलूचिस्तानी अलगाववादी नियमित रूप से पंजाब प्रांत के लोगों को निशाना बनाते हैं और आरोप लगाते हैं कि प्रांत में आतंकवादियों से लड़ने वाले सशस्त्र बलों में पंजाबियों का दबदबा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयूब खोसो ने बताया, ‘‘यात्रियों को बसों से उतरने के लिए कहा गया और राष्ट्रीय पहचान पत्र देखने के बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी।'' खोसो ने बताया, ‘‘मृतकों में से ज्यादातर लोग दक्षिणी पंजाब के और कुछ खैबर पख्तूनख्वा के हैं जिससे पता चलता है कि उनकी जातीय पृष्ठभूमि के कारण उनकी हत्या की गयी है।'' प्राधिकारियों ने बताया कि एक अन्य हमले में बलूचिस्तान के कलात जिले में बंदूकधारियों ने चार पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 11 लोगों की हत्या कर दी गयी। कलात राजधानी क्वेटा से करीब 150 किलोमीटर दक्षिण में स्थिति है और बलूच कबीलों का इलाके में दबदबा है। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। दोनों हमले बलूच कबाइली नेता नवाब अकबर खान बुगती की 18वीं बरसी के समय हुए हैं। खान पाकिस्तानी सेना के अभियान में मारे गए थे। उग्रवादी समूहों ने अपनी हिंसा को ‘ऑपरेशन हेरूफ' नाम दिया है और एक साथ प्रांत के विभिन्न जिलों में सिलसिलेवार हमले शुरू किए हैं। कलात में यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब आतंकवादियों ने सोमवार को मूसाखेल जिले के राराशिम क्षेत्र में बसों और ट्रकों को रोका, 23 यात्रियों को उतारा और उनकी पहचान पंजाब के यात्रियों के रूप में करने के बाद उन्हें गोली मार दी। कलात के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दोस्तैन दश्ती ने फोन पर बताया, ‘‘उग्रवादियों ने सुबह हमले को अंजाम दिया और इसके बाद नजदीकी पहाड़ो की ओर भाग गए।'' ये हमले मूसाखेल जिले के राराशिम क्षेत्र में हुए, जहां आतंकवादियों ने अधिकतर पंजाब के यात्रियों को उतार दिया और उनमें से 23 को गोली मार दी, जबकि कलात जिले में एक सुरक्षा चौकी पर एक अन्य हमले में उन्होंने अर्धसैनिक बल के जवानों और पुलिसकर्मियों सहित 10 लोगों की हत्या कर दी। बोलन जिले के कोलपुर क्षेत्र में हुए एक अन्य हमले में चार अन्य सुरक्षाकर्मी मारे गए, जबकि मस्तुंग जिले के कडकुचा क्षेत्र में भी आतंकवादियों ने एक चुंगी चौकी परिसर पर हमला किया जहां एक व्यक्ति की मौत हुई। उग्रवादियों ने बोलन में मुख्य रेलवे ट्रैक पर बने एक पुल को भी उड़ा दिया। बलूचिस्तान प्रांत पिछले कुछ समय से अलगाववादी समूहों और सुरक्षाकर्मियों के बीच संघर्ष का केंद्र बना हुआ है। उग्रवादी अक्सर बलूचिस्तान से गुजरने वाले या यहां काम करने वाले श्रमिकों, मजदूरों या तीर्थयात्रियों को निशाना बनाकर हमले करते रहे हैं। इन समूहों ने प्रांत के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा और सरकारी कर्मियों तथा प्रतिष्ठानों को भी अक्सर निशाना बनाया है। मूसाखेल में हमले से करीब चार महीने पहले पंजाब के लोगों को निशाना बनाते हुए ऐसा ही हमला किया गया था। अप्रैल में नोश्की के समीप एक बस से नौ यात्रियों को उतारा गया था और बंदूकधारियों ने उनके पहचान पत्र देखने के बाद उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। पिछले साल अक्टूबर में अज्ञात बंदूकधारियों ने बलूचिस्तान में तेच जिले के तुरबत में पंजाब के छह श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मई में, पंजाब के ही सात नाइयों की अज्ञात बंदूकधारियों ने उस समय हत्या कर दी थी, जब वे ग्वादर बंदरगाह से लगभग नौ मील दूर, सरबंदन के तटीय क्षेत्र में अपने क्वार्टर में सो रहे थे। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता सादिक रिंद ने कहा कि मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने आतंकवादी समूहों के खिलाफ निरंतर अभियान चलाने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘इन कायर आतंकवादियों ने रात का फायदा उठाया और राजमार्ग पर ट्रकों को रोककर लोगों की हत्या कर दी।'' ‘रेडियो पाकिस्तान' ने बताया कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की कड़ी निंदा की है। हमलों में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। जरदारी ने कहा कि निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या पूरी मानवता की हत्या है और उन्होंने दोषियों को सजा दिलाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को शोक संतप्त परिवारों के साथ पूरा सहयोग करने और घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को घटना की तुरंत जांच करने का भी निर्देश दिया। शहबाज शरीफ ने कहा, ‘‘इस घटना के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को कड़ी सजा दी जाएगी।'' उन्होंने कहा कि देश में किसी भी प्रकार का आतंकवाद स्वीकार्य नहीं है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ने आतंकवाद की समस्या को खत्म करने की पाकिस्तान की अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त की। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने आतंकवाद की इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने आतंकवाद के कायरतापूर्ण कृत्य में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त की हैं। बुगती ने कहा कि आतंकवाद और उनके मददगार बच नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान सरकार आतंकवादियों को पकड़ लेगी। पुलिस ने बताया कि एक अन्य आतंकवादी हमले में बोलन के डोजन इलाके में एक रेलवे पुल को बम से उड़ा दिया गया। बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है लेकिन अन्य प्रांतों से अधिक संसाधन होने के बावजूद यह सबसे कम विकसित है। बीएलए और अन्य बलूच अलगाववादियों ने क्षेत्र में काम कर रहे पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत के लोगों पर हमले तेज कर दिए हैं। पाकिस्तान संघर्ष और सुरक्षा अध्ययन संस्थान के अनुसार, बलूचिस्तान में पिछले साल 170 आतंकवादी हमले हुए थे जिनमें 151 नागरिकों और 114 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गयी थी।
- इस्लामाबाद/कराची. पाकिस्तान में रविवार को हुई दो अलग-अलग बस दुर्घटनाओं में 11 श्रद्धालुओं सहित कम से कम 37 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। पाकिस्तान में पहली दुर्घटना उस वक्त हुई जब ईरान से 70 शिया जायरीन को लेकर आ रही बस बलूचिस्तान प्रांत में मकरान तटीय राजमार्ग से रास्ता भटक गई थी। इस हादसे में भी 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 श्रद्धालु घायल हो गए हैं। इन श्रद्धालुओं को पंजाब की ओर जाना था। मकरान तटीय राजमार्ग 653 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है जो पाकिस्तान के अरब सागर तट के साथ सिंध प्रांत के कराची से बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर तक फैला हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बस में बैठे ज्यादातर लोग लाहौर या गुजरांवाला के निवासी थे।सबसे बड़ी निजी एम्बुलेंस सेवा चलाने वाली एधी फाउंडेशन के कमर नदीम ने बताया कि पाकिस्तान में दूसरी दुर्घटना उस दौरान हुई जब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 35 लोगों को ले जा रही एक बस खाई में गिर गई थी। इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार, इस हादसे के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है।सधनोती के उपायुक्त उमर फारूक ने बताया कि मृतकों में बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल हैं और ये सभी सधनोती जिले के निवासी थे। पुलिस, प्रशासन और बचाव दल के कर्मी घटनास्थल पर मौजूद हैं। कानून प्रवर्तकों ने बताया कि कुछ लोगों की पहचान कर ली गई है।पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने राहत-बचाव अभियान में तेजी लाने की जरुरत पर जोर देते हुए कहा, "दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।'' पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने भी इन दुर्घटनाओं पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ये दुर्घटनाएं पाकिस्तानी श्रद्धालुओं को ले जा रही एक अन्य बस के ईरान में दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ ही दिनों बाद हुई हैं। इस हादसे में 35 लोग मारे गए थे और 15 घायल हुए थे।
- दुबई. पाकिस्तानी मूल के एक प्रमुख अमेरिकी कारोबारी साजिद तरार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और पाकिस्तान को उनके जैसे नेता की जरूरत है। अमेरिका के बाल्टीमोर में रहने वाले तरार ने कहा, ‘‘मोदी के राष्ट्रवाद के नारे ने भारत में रहने वाले भारतीयों और अमेरिका में रह रहे भारतीयों के लिए अच्छा काम किया है, जहां वे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शीर्ष पदों पर हैं।'' पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समर्थक रिपब्लिकन पार्टी के नेता एवं ‘अमेरिकन मुस्लिम्स फॉर डोनाल्ड ट्रंप' के संस्थापक तरार ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत ने तरक्की की है और अगर उनके जैसा कोई नेता सामने आता है तो इससे पाकिस्तान को मदद मिलेगी। तरार ने कहा कि किसी भी राष्ट्र का उत्थान वाशिंगटन में सत्ता के गलियारों में लॉबिंग की उसकी क्षमता से परिलक्षित होता है तथा भारतीय प्रौद्योगिकी उद्यमियों की संख्या में वृद्धि ने उसके प्रवासी समुदाय को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस उदाहरण से सीख लेनी चाहिए और शिक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए।उन्होंने कहा, ‘‘भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों के साथ उभरते राष्ट्र के सपने ने देश को दीर्घकालिक लाभ पहुंचाया है। ऐसा तब होता है जब आप दीर्घकालिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा में निवेश करते हैं।'' तरार 1990 के दशक में अमेरिका चले गए थे और सत्तारूढ़ पाकिस्तानी प्रतिष्ठान से उनके अच्छे संबंध हैं।राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप की उम्मीदवारी पर तरार ने कहा कि सत्ता में उनकी वापसी अमेरिका को फिर से महानता के मार्ग पर ले जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति में आने से पहले ट्रंप ने पैसा कमाया और अब उन्हें अमेरिका को फिर से महान बनाने की चिंता है। डेमोक्रेटिक पार्टी के राजनीतिक नेताओं के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं है।'' तरार ने यह भी कहा कि ट्रंप (78) का राष्ट्रपति पद पर लौटना चीन के लिए एक चुनौती होगी, क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति विभिन्न क्षेत्रों में बीजिंग की नीतियों को चुनौती देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप आप्रवासियों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अमेरिकी सरकार जिस तरह से इस मुद्दे से निपट रही है उससे वह सहमत नहीं हैं।