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पारामारिबो. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत, सूरीनाम के साथ अपने अनुभवों को साझा करने और उसकी प्रगति एवं विकास में सहयोग करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि दोनों देश भौगोलिक रूप से एक दूसरे से अलग हो सकते हैं लेकिन साझा इतिहास और धरोहर के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े हैं। राष्ट्रपति मुर्मू तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर रविवार को सूरीनाम पहुंचीं। पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। राष्ट्रपति मुर्मू और उनके समकक्ष चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने मंगलवार को यहां भारतीय समुदाय और फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के लिए भारतीय दूतावास की मेजबानी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम से पहले, ओडिशा के बालासोर में रेल दुर्घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस रेल दुघर्टना में कम से कम 278 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में आधारभूत संरचना, डिजिटल सेवा, नयी प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत में आए बदलाव और प्रगति को रेखांकित किया और कहा कि भारत, सूरीनाम के साथ अपने अनुभवों को साझा करने और उसकी प्रगति एवं विकास में सहयोग करने को तैयार है। मुर्मू ने कहा, ‘‘ हम भौगोलिक रूप से एक दूसरे से अलग हो सकते हैं लेकिन साझा इतिहास और धरोहर के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े हैं। सूरीनाम और सूरीनाम के लोगों का हमारे दिलों में विशेष स्थान है। आप सभी दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग के लिए सेतु के रूप में काम कर रहे हैं। एक तरह से आप सूरीनाम में भारत के स्थायी दूत हैं।'' राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार की प्राथमिकता दुनियाभर में भारतीय समुदाय के साथ स्थायी सम्पर्क का निर्माण करना है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमें यह देखकर गर्व है कि सूरीनाम में भारतीय मूल के लोग सेवा के शिखर तक पहुंचे हैं।'' उन्होंने राष्ट्रपति संतोखी के भारतीय मूल का होने का उल्लेख किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर का हिस्सा बनना उनके लिए खास बात है और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि सूरीनाम में भारतीय शीर्ष स्तर तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय, सूरीनाम के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र सहित यहां के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
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इस्लामाबाद. अफगानिस्तान के बदख्शान प्रांत में बृहस्पतिवार को एक कार्यक्रम के दौरान हुए विस्फोट में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। यह कार्यक्रम कुछ दिन पहले कत्ल कर दिए गए प्रांत के उप गवर्नर निसार अहमद अहमदी की याद में आयोजित किया गया था। गृह मंत्रालय के तालिबान द्वारा नियुक्त प्रवक्ता अब्दुल नफी तकोर ने बताया कि नवाबी मस्जिद के पास हुए विस्फोट में जान गंवाने वालों में तालिबान पुलिस के एक पूर्व अधिकारी भी शामिल हैं तथा 30 लोग घायल हुए हैं। तकोर ने अंदेशा जताया कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।
इस हमले में जाहिर तौर पर निसार अहमद अहमदी की याद में आयोजित कार्यक्रम को निशाना बनाया गया है। अहमदी की मंगलवार को कार बम विस्फोट के जरिए हत्या कर दी गई थी। यह हमला बदख्शान प्रांत की राजधानी फैज़ाबाद में हुआ था जिसमें उनका चालक भी मारा गया था तथा 10 अन्य जख्मी हुए थे। तालिबान के सूचना और संस्कृति के प्रभारी मोअजुद्दीन अहमदी ने बृहस्पतिवार को हुए विस्फोट और इसमें बगलान के पूर्व पुलिस प्रमुख सैफीउल्लाह शमीम के मारे जाने की पुष्टि की। इस हमले की फौरन किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। मगर तालिबान के प्रतिद्वंद्वी इस्लामिक स्टेट ने मंगलवार को किए गए कार बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने हमले की निंदा करते हुए एक ट्वीट में कहा कि मस्जिदों पर बमबारी "आतंकी" कृत्य है और "मानवीय और इस्लामी मानकों के खिलाफ" है। तालिबान के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को निसार अहमद अहमदी की तदफीन (दफन करने) में हिस्सा लिया था। सेना के तालिबान प्रमुख फसीहुद्दीन फितरत ने बदख्शान में आईएस के हमलों की निंदा की और लोगों से तालिबान सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने और अपने क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी देने को कहा। -
वाशिंगटन. विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अपने अनुमान को घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। यह विश्व बैंक के जनवरी में लगाए गए पिछले अनुमान से 0.3 प्रतिशत अंक कम है। इसके साथ ही विश्व बैंक ने मंगलवार को कहा कि भारत में निजी उपभोग और निवेश में अप्रत्याशित जुझारूपन देखने को मिल रहा है। साथ ही सेवाओं की वृद्धि भी मजबूत है। विश्व बैंक ने वैश्विक आर्थिक संभावनाओं पर अपनी ताजा रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है। इसमें कहा गया है कि 2023 में वैश्विक वृद्धि दर घटकर 2.1 प्रतिशत रहेगी, जो 2022 में 3.1 प्रतिशत रही थी। चीन के अलावा उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं (ईएमडीई) में वृद्धि दर पिछले साल के 4.1 प्रतिशत से कम होकर इस वर्ष 2.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह वृद्धि दर में व्यापक गिरावट को दर्शाता है। विश्व बैंक ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2023-24 में भारत में वृद्धि दर और धीमी होकर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह जनवरी के अनुमान से 0.3 प्रतिशत अंक कम है।'' विश्व बैंक समूह के नव-नियुक्त अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा, ‘‘गरीबी को कम करने और समृद्धि के प्रसार का सुनिश्चित तरीका रोजगार है। वृद्धि दर धीमी होने का मतलब है कि रोजगार सृजन भी मुश्किल होगा।'' इसके साथ ही उन्होंने कहा, "यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वृद्धि दर के अनुमान ‘नियति' नहीं हैं। हमारे पास इसे बदलने का अवसर है, लेकिन इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत होगी।" भारतीय मूल के बंगा ने शुक्रवार को ही विश्व बैंक के अध्यक्ष का पदभार संभाल था।
विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में वृद्धि दर में सुस्ती की वजह ऊंची मुद्रास्फीति और कर्ज की लागत बढ़ने की वजह से निजी खपत का प्रभावित होना है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘मुद्रास्फीति के संतोषजनक दायरे के मध्य बिंदु तक आने तथा सुधारों की वजह से वित्त वर्ष 2025-26 में वृद्धि दर कुछ रफ्तार पकड़ेगी। उभरती प्रमुख विकासशील अर्थव्यवस्थाओं (ईएमडीई) में भारत कुल मिलाकर और प्रति व्यक्ति जीडीपी..दोनों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।'' विश्व बैंक ने कहा है कि भारत में 2023 की शुरुआत में वृद्धि महामारी पूर्व के दशक में हासिल स्तर से कम रही। इसकी वजह यह है कि ऊंचे मूल्य और कर्ज की लागत बढ़ने से निजी निवेश प्रभावित हुआ। हालांकि, 2022 की दूसरी छमाही में गिरावट के बाद 2023 में विनिर्माण क्षेत्र की स्थिति सुधर रही है। -
वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश को देनदारियों में चूक से बचाने के लिए ऋण सीमा बढ़ाने संबंधी अहम विधेयक पर शनिवार को हस्ताक्षर किए। अमेरिकी राजस्व विभाग ने चेतावनी दी थी कि अगर यह विधेयक समय रहते पारित नहीं हुआ तो देश अपने बिलों का भुगतान करने के लिए संघर्ष करेगा। व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने विधेयक पर हस्ताक्षर किए और सांसदों की भागीदारी के लिए उनका आभार जताया। इस विधेयक को अमेरिकी सीनेट ने 36 के मुकाबले 63 मतों से पारित किया।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने कहा कि विधेयक के पारित होने का मतलब है कि ‘‘अमेरिका राहत की सांस ले सकता है।'' उन्होंने कहा कि देनदारियों में चूक न हो, इसलिए यह समझौता किया गया है।
बाइडन ने शुक्रवार शाम कहा था, “इस बजट समझौते को पारित करना महत्वपूर्ण था।”
उन्होंने कहा कि देश के ऋण चूक से ज्यादा विनाशकारी कुछ नहीं होता है।
बाइडन और प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष केविन मैकार्थी के बीच जिस समझौता पैकेज पर सहमति बनी है, उससे रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सांसद, दोनों ही पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे लेकिन डेमोक्रेटिक की प्रमुख वरीयताओं को देखते हुए इस पर बात बनी। -
लंदन/मॉस्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित दुनिया भर के नेताओं ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों और भारत सरकार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार रात कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हो गई। देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में 800 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। रूस के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजे संदेश में अपनी संवेदना प्रकट की। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन' की वेबसाइट पर प्रकाशित ‘टेलीग्राम' संदेश में कहा गया है, ‘‘ओडिशा में त्रासद ट्रेन दुर्घटना पर हमारी गहरी संवेदना स्वीकार करें। हम उन लोगों के दुख को साझा करते हैं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने रिश्तेदारों और करीबियों को खो दिया और हम सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।'' ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने बचाव कार्यों में अथक परिश्रम करने वालों की सराहना की। सुनक ने ट्वीट किया, ‘‘मेरी संवेदना प्रधानमंत्री मोदी, ओडिशा में दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मारे गए लोगों के परिवार और दोस्तों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। बचाव कार्य के लिए अथक प्रयास करने वालों की सराहना करता हूं।'' ‘शिन्हुआ' समाचार एजेंसी के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी ने रेल दुर्घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी को अलग-अलग शोक संदेश भेजे। जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने रेल दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री मोदी को एक शोक संदेश भेजा। किशिदा ने एक बयान में कहा, ‘‘ओडिशा में रेल दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु और लोगों के घायल होने के समाचार से मुझे गहरा दुख हुआ है। जापान सरकार और उसके लोगों की ओर से, मैं हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति शोक प्रकट करता हूं और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।'' जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने भी हादसे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को शोक संदेश भेजा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में उनके देश के लोग भारत के साथ खड़े हैं। ट्रूडो ने कहा, ‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की तस्वीरों और खबरों से व्यथित हूं। मैं अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।'' भारत के चार दिवसीय दौरे पर गए नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘‘प्रचंड'' ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में ट्रेन हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं। मैं दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सरकार और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।'' पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और दुर्घटना में घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की। शरीफ ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में ट्रेन दुर्घटना में सैकड़ों लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ। मैं इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।'' पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में त्रासद ट्रेन दुर्घटना में मृतकों की संख्या के बारे में जानकर दुख हुआ। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'' श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे के बारे में जानकर उन्हें गहरा दुख हुआ। उन्होंने हादसे में प्रभावित सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में दुखद ट्रेन दुर्घटना का पता चला। भारत के लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं। हादसे के पीड़ितों के परिजनों को शक्ति मिले। हम आपका दुख साझा करते हैं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करते हैं।'' इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने भी ट्रेन हादसे पर शोक व्यक्त किया। ताजानी ने ट्वीट किया, ‘‘बालासोर में हुई दुखद ट्रेन दुर्घटना के लिए इटली सरकार भारत के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। मैं पीड़ितों और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं, मुझे उम्मीद है कि जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें बचा लिया जाएगा।'' संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने भी रेल दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों और घायलों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ। मेरी भावनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों के साथ हैं। भारत सरकार और लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।'' ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने भी पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ताइवान भारत में ट्रेन दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहा है। मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और आशा करती हूं कि बचाव अभियान उन सभी जरूरतमंदों को बचा सकता है।'' मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत में ट्रेन दुर्घटना की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ, जहां कई लोगों की जान चली गई और घायल हो गए। पीड़ितों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'' - लंदन। छह गज की शान ‘साड़ी' के शौकीनों के लिए ब्रिटेन में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर एक खास प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 90 से अधिक किस्म की आधुनिक भारतीय साड़ियों का दीदार किया जा सकता है। यह प्रदर्शनी सितंबर तक आयोजित की जाएगी। लंदन में डिजाइन म्यूजियम ने ‘द ऑफबीट साड़ी' प्रदर्शनी में भारत के विभिन्न डिजाइनरों तथा स्टूडियो से साड़ी मंगायी गयी है और पहले कभी ब्रिटेन में इस तरह की प्रदर्शन का आयोजन नहीं किया गया। कपड़ों की बनावट, बुनाई, रंग और उन्हें पहनने के तरीकों के जरिए इस प्रदर्शनी से फैशन में क्रांति का एक अनूठा रूप देखने को मिल सकता है। डिजाइन म्यूजियम में प्रबंधकीय प्रमुख और प्रदर्शनी की अध्यक्ष प्रिया कंचनदानी ने कहा, ‘‘अपने 5,000 साल के इतिहास में साड़ी सबसे अधिक तेजी से अपना रूप बदल रही है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसने साड़ी आंदोलन को आज की सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक फैशन कहानियों में से एक बनाया है लेकिन फिर भी दक्षिण एशिया के परे इसकी वास्तविक प्रकृति के बारे में बहुत कम जानकारी है। शहरों में जो महिलाएं पहले साड़ी को किसी खास मौके पर पहनने वाली ड्रेस के रूप में जानती थी वे अब इसे नए अंदाज में हर दिन पहन रही है जो उन्हें अपनी पहचान बताने का मौका देती है।'' इस प्रदर्शनी में अब्राहम एंड ठाकोर, रॉ मैंगो, अकारो और नॉर ब्लैक नॉर व्हाइट, अमित अग्रवाल, दीक्षा खन्ना जैसे डिजाइनरों की साड़ियों का प्रदर्शन किया गया है।
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अम्मान। जॉर्डन के युवराज हुसैन की शादी में लोग उस समय आश्चर्यचकित हो गए, जब ब्रिटेन के राजकुमार विलियम अपनी पत्नी केट के साथ विवाह समारोह में शामिल होने पहुंचे। जॉर्डन शाही परिवार में गुरुवार को हुए विवाह समारोह में ब्रिटिश शाही परिवार के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी जिल बाइडन ने भी शिरकत की। इसके अलावा, दुनिया भर की कई मशहूर हस्तियां और शाही परिवारों के सदस्य भी शाही शादी में शामिल हुए। विलियम औरी केट के शामिल होने की सूचना को सार्वजनिक नहीं किया गया था। जॉर्डन की सरकारी मीडिया ने विलियम और केट के जॉर्डन पहुंचने से चंद घंटे पहले इस बाबत जानकारी साझा की। हुसैन (28) सऊदी अरब के शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाली रजवा अल सेफ (29) के साथ गुरुवार को शादी के बंधन में बंध गए। शाही शादी में शामिल होने वाले मेहमान बृहस्पतिवार सुबह अम्मान स्थित एक आलीशान होटल पहुंचे।
दुल्हन की एक रिश्तेदार नोरा अल सुदैरी ने कहा, ‘‘हम इस शादी को लेकर बेहद उत्साहित और खुश हैं। यह हमारे परिवारों के लिए बेहद खुशी का मौका है। यह जॉर्डन और सऊदी अरब के बीच रिश्तों के लिए भी अहम पल है।'' शाही परिवार में शादी के चलते जॉर्डन में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था ताकि आम लोग भी शाही जोड़े के निकाह के बाद उनके दीदार करने आ सकें। शादी समारोह का प्रसारण देखने के लिए देशभर में कई जगहों पर विशाल स्क्रीन लगाई गईं। - तोक्यो। जापान की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि मेटल डिटेक्टर और सामान की जांच करने के लिए उपकरणों की कमी जैसी मौलिक सुरक्षा खामियों की वजह से इस साल अप्रैल में चुनावी सभा के दौरान हमलावर प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पर पाइप बम फेंकने में सफल रहा। उल्लेखनीय है कि हमलावर द्वारा फेंका गया बम किशिदा के नजदीक गिरा था और उसमें धमाके से ऐन पहले विशेष पुलिस ने उन्हें पीछे धकेल दिया था जिससे वह बाल-बाल बचे। संदिग्धा रियुजी किमुरा (24) को 15 अप्रैल को पश्चिमी प्रीफेक्चर वाकायामा के साइकाजाकी बंदरगाह स्थित घटनास्थल से गिरफ्तार किया गया था। किशिदा वहां स्थानीय उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे। किमुरा इस समय पुलिस हिरासत में है और अदालत के निर्देश पर उसका मानसिक विश्लेषण किया जा रहा है जो एक सितंबर तक चलेगा। गौरतलब है कि 2022 में नारा शहर में एक चुनावी भाषण के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के एक साल के भीतर किशिदा पर यह हमला हुआ था। राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी गणमान्य लोगों की सुरक्षा में सुधार की योजना पर भी काम कर रही है।राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के प्रमुख यसुहिरो त्सुयूकी ने कहा, ‘‘हमने एक साल (आबे की हत्या) के भीतर हुई इस घटना को गंभीरता से लिया है।'' रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री तक हथियारों के साथ पहुंचने से रोकने या पता लगाने की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं की गई थी।
- सिंगापुर। सिंगापुर के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक ‘श्री थेंदयुथापानी मंदिर' में अभिषेक समारोह में गुरुवार को करीब 12,000 हिंदू श्रद्धालु शामिल हुए। इस मंदिर को सरकार ने वर्ष 2014 में राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया था। श्री थेंदयुथापानी मंदिर का निर्माण वर्ष 1859 में किया गया था और इसका थाईपुसम से घनिष्ठ संबंध है। यह समारोह भगवान मुरुगन को समर्पित है जिन्हें हिंदू धर्म में साहस, शक्ति और सदगुण का प्रतीक माना जाता है। सरकार की ओर से वर्ष 2014 में इस मंदिर को सिंगापुर का 67वां राष्ट्रीय स्मारक घोषित किये जाने के बाद से मंदिर में यह पहला अभिषेक समारोह आयोजित किया गया।उत्सव की परंपरागत पदयात्रा के दौरान मंदिर अंतिम गंतव्य स्थल होता है और प्रत्येक 12 वर्ष में एक बार अभिषेक समारोह आयोजित किया जाता है। समारोह के पहले हिस्से की शुरुआत सात बजे सुबह एक बड़े तंबू में हुई जहां पुजारियों ने पाठ किया और पवित्र जल से आशीर्वाद दिया। ‘द स्ट्रेट टाइम्स' अखबार की खबर के मुताबिक इसके बाद कुम्भाभिषेकम किया गया जिसके तहत गोपुरम (मंदिर के प्रवेश द्वार का स्तंभ) के शीर्ष से पवित्र जल प्रवाहित किया गया और इस दौरान श्रद्धालुओं ने अरोकारा (भगवान मुरुगन की स्तुति में श्रद्धालुओं द्वारा की जाने वाली प्रार्थना) का उच्चारण किया गया। ‘श्री थेंदयुथापानी मंदिर' का प्रबंधन करने वाले ‘चेट्टियार टेंपल सोसायटी' के अध्यक्ष एम. सामीनाथन ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराने के लिए 1000 स्वयंसेवियों को लगाया गया है। अभिषेक में कानून और गृह मामलों के मंत्री के. षणमुगम के अलावा संस्कृति, समुदाय और युवा मंत्री और कानून के द्वितीय मंत्री एडविन टोंग और जोआन पेरेरिया शामिल हुए। प्रधानमंत्री ली सीन लूंग भी समारोह में शामिल होने वाले थे, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के कारण वह शामिल नहीं हो सके।
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केप केनरवल . अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आसमान में उड़ती नजर वाली अज्ञात वस्तुओं (यूएफओ) का अध्ययन शुरू करने के एक साल बाद बुधवार को उनपर अपनी प्रथम सार्वजनिक बैठक की। अंतरिक्ष एजेंसी ने विशेषज्ञों की एक स्वतंत्र समिति की भागीदारी वाली घंटे भर चली बैठक को टेलीविजन पर प्रसारित किया। टीम में 16 सदस्य और सेवानिवृत्त अंतरिक्ष यात्री स्कॉट केली सहित नासा द्वारा चुने गये अन्य विशेषज्ञ शामिल थे। केली, पहले अमेरिकी हैं जिन्होंने करीब एक साल अंतरिक्ष में समय बिताया था।
नासा में ‘असिस्टेंट डिप्टी एसोसिएट एडमिंस्ट्रेटर फॉर रिसर्च' डॉ डेनियल एवांस ने कहा, ‘मुख्य रूप से साक्ष्य आधाारित रुख ने तथ्य को कल्पना से अलग किया है।'' आसमान में रहस्यमय रूप से नजर आने वाली इन वस्तुओं (उड़न तश्तरियों) के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की यह प्रथम कोशिश है।
साइमन फाउंडेशन का संचालन करने वाले एवं समिति के अध्यक्ष, खगोल विज्ञानी डेविड स्पेरगेल के मुताबिक, समूह इस पर गौर कर रहा है कि इस विषय पर क्या गोपनीय सूचना उपलब्ध है और आसमान में जो कुछ हो रहा है उसे समझने के लिए और क्या किये जाने की जरूरत है। बैठक वाशिंगटन स्थित नासा के मुख्यालय में हुई, जिसमें लोगों ने डिजिटल माध्यम से हिस्सा लिया। जुलाई के अंत तक एक अंतिम रिपोर्ट आने की उम्मीद है। -
लंदन. बर्मिंघम के इतिहास में पहली बार ब्रिटिश भारतीय नागरिक चमन लाल ने लॉर्ड मेयर का पद संभाल लिया है। इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स शहर के स्थानीय पार्षदों ने उनका चुनाव किया है।
ब्रिटिश सिखों के रविदासिया समुदाय से आने वाले लाल का जन्म पंजाब के होशियारपुर में पखोवल गांव में हुआ था। बाद में वह ब्रिटेन आ गए थे जहां कई वर्षों तक स्थानीय पार्षद रहे। लेबर पार्टी के नेता को सबसे पहले 1994 में निर्वाचित किया गया था। पिछले सप्ताह मेयर चुने जाने के लिये आयोजित एक समारोह में लाल ने कहा, ‘‘यह मेरे और हमारे परिवार के लिए बहुत गर्व का क्षण है कि सेना अधिकारी के बेटे के रूप में भारत में जन्म हुआ लेकिन बर्मिंघम में सेवा करने का मौका मिला।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं गोद लिया हुआ ‘ब्रुमी' हूं और मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन में अपने गोद लिए हुए शहर का लॉर्ड मेयर बनूंगा। मैं अपने और हमारे महान शहर के प्रथम नागरिक के रूप में मुझे चुनने के लिए साथी पार्षदों को धन्यवाद देना चाहता हूं जो किसी पार्षद को दी जाने वाली सर्वोच्च नागरिक भूमिका होती है।'' गौरतलब है कि बर्मिंघम के लोगों को ब्रुमी भी कहा जाता है।बर्मिंघम सिटी काउंसिल के अनुसार, चमन लाल के पिता सरदार हरनाम सिंह बंगा ब्रिटिश भारतीय सेना के अधिकारी थे जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एक इतालवी अभियान में भाग लिया था। लाल के पिता 1954 में इंग्लैंड आए थे और बर्मिंघम में बस गए थे। चमन लाल अपनी मां सरदारनी जय कौर के साथ 1964 में इंग्लैंड आए और तब से बर्मिंघम में रह रहे हैं।लाल ने अपना इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार भी शुरू किया। उन्होंने 1971 में विद्यावती से शादी की और उनकी तीन बेटियां तथा दो बेटे हैं। वह 1989 में लेबर पार्टी में शामिल हुए और समानता तथा भेदभाव को चुनौती देने के लिए कई सामाजिक न्याय अभियानों में भाग लिया। -
अबुजा. बोला टीनूबू (71) ने अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश नाइजीरिया के नये राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। कई चुनौतियों से जूझ रहे नाइजीरिया के नागरिकों को उम्मीद है कि नयी सरकार के आने के बाद उनका जीवन बेहतर होगा और यह सरकार पिछली सरकार से बेहतर काम करेगी। टीनूबू ने हजारों नाइजीरियाई नागरिकों और सरकारों के प्रमुखों की उपस्थिति में राजधानी अबुजा में राष्ट्रपति पद की शपथ ली। वह, नाइजीरिया के आर्थिक केंद्र लागोस के गवर्नर रह चुके हैं। नव नियुक्त राष्ट्रपति टीनूबू, मुहम्मदु बुहारी की जगह लेंगे और एक ऐसे देश का नेतृत्व करेंगे जिसके 2050 तक दुनिया में तीसरा सबसे आबादी वाला देश बनने का अनुमान जताया गया है। उन्होंने, पूर्व राष्ट्रपति बुहारी के लोकतांत्रिक प्रयासों को आगे बढ़ाने का वादा किया।
उनके घोषणापत्र में बड़ी संख्या में रोजगार सृजन करने और वस्तुओं का स्थानीय उत्पादन बढ़ाने को प्राथमिकता दी गयी है। इसमें कृषि और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में निवेश पर भी जोर है। हालांकि एक विशेषज्ञ के अनुसार टीनूबू की महत्वाकांक्षी योजना के सामने वित्तीय संकट, गरीबी और जनता के बढ़ते असंतोष की अपार चुनौतियां भी हैं। नाइजीरिया वर्तमान समय में गंभीर सुरक्षा संकट, गरीबी और भुखमरी से जूझ रहा है। -
काठमांडू. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्रियों, विदेश मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की और भारत की अपनी आगामी यात्रा से संबंधित मामलों पर चर्चा की। यह जानकारी उनके सहयोगियों ने दी। प्रचंड अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं के साथ बातचीत करने और सदियों पुराने, बहुमुखी और सौहार्दपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने के लिए बुधवार को चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत जाएंगे। दिसंबर 2022 में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा होगी। सूचना एवं संचार मंत्री रेखा शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री 'प्रचंड' की आधिकारिक भारत यात्रा की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है। सोमवार को होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक में यात्रा के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा।'' उन्होंने कहा कि विभिन्न मंत्रालय यात्रा के लिए एजेंडा तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान ऊर्जा सहयोग से लेकर सीमा मुद्दे तक के विषय उठेंगे।'' उनके सहयोगियों के अनुसार, प्रधानमंत्री प्रचंड ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्रियों झालानाथ खनल, के पी शर्मा ओली, बाबूराम भट्टराई और शेर बहादुर देउबा से अलग-अलग मुलाकात की और भारत की अपनी आगामी यात्रा से संबंधित मामलों पर चर्चा की। इसी तरह, प्रधानमंत्री ने लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष महंत ठाकुर, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के अध्यक्ष रवि लामिछाने और पूर्व विदेश मंत्रियों भेश बहादुर थापा, प्रकाश चंद्र लोहानी और बिमला राय पौडेल सहित अन्य लोगों के साथ भी विचार-विमर्श किया। सूत्रों ने बताया कि इस बीच, विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री को सलाह दी है कि वह ऊर्जा सहयोग, आर्थिक मुद्दों, कृषि उत्पादों सहित नेपाली सामानों के लिए भारतीय बाजार तक आसान पहुंच और व्यापार घाटे से जुड़े मुद्दों को उठाएं। प्रचंड (68) के साथ उनकी बेटी गंगा दाहाल भी होंगी। वह मंत्रियों, सचिवों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। वह एक जून को मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। वार्ता के बाद दोनों प्रधानमंत्रियों की एक संयुक्त प्रेस वार्ता होगी। भारत के लिए नेपाल इस क्षेत्र में उसके समग्र रणनीतिक हितों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है और दोनों देशों के नेता अक्सर सदियों पुराने "रोटी बेटी" संबंध का उल्लेख करते आए हैं।
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इस्लामाबाद. पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में शनिवार को हिमस्खलन की घटना में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। उसने बताया कि गिलगित-बाल्टिस्तान के अस्तोर जिले के शंटर टॉप इलाके में हुए हिमस्खलन में जान गंवाने वाले 10 लोगों में तीन महिलाएं शामिल हैं। उसने कहा, “स्थानीय लोगों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया। बाद में पाकिस्तानी सेना के जवान भी बचाव अभियान में शामिल हो गए।” गिलगित-बाल्टिस्तान के प्रमुख सचिव मोहिउद्दीन वानी ने हिमस्खलन की घटना की पुष्टि की और कहा कि प्रभावित क्षेत्र में बचाव दल काम कर रहे हैं। गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने हिमस्खलन में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश भी दिया।
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लंदन. ब्रिटेन में शिक्षकों के रिक्त पद भरने के लिए चलाए जा रहे एक विदेशी अभियान के तहत भारत उन देशों में शामिल है, जिसके गणित और विज्ञान के योग्य शिक्षकों को 10,000 पाउंड के ‘‘अंतरराष्ट्रीय पुनर्वास भुगतान'' के जरिये लुभाया जा रहा है। यह जानकारी ब्रिटिश मीडिया में प्रकाशित एक खबर से सामने आई है। समाचार पत्र ‘द टाइम्स' की खबर में कहा गया है कि इस साल भारत और नाइजीरिया जैसे देशों से गणित, विज्ञान और भाषा के सैकड़ों शिक्षकों को ब्रिटेन लाया जाएगा। खबर में यह भी कहा गया है कि इस अभियान का अन्य देशों और विषयों में भर्ती के संबंध में विस्तार करने की योजना है। शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में प्रयोगिक तौर पर चलाया जा रहा ‘इंटरनेशनल रिलोकेशन पेमेंट्स' (आईआरपी) अभियान विदेशी शिक्षकों को ब्रिटेन में नौकरी की पेशकश करता है और इसके तहत वीजा, प्रवासन स्वास्थ्य अधिभार और अन्य स्थानांतरण खर्चे शामिल होते हैं। ब्रिटिश अधिकारी आगामी शैक्षणिक वर्ष में आईआरपी के तहत 300 से 400 शिक्षकों की भर्ती की उम्मीद करते हैं और अगर यह अभियान विदेशी कर्मचारियों को आकर्षित करने में सफल साबित होता है, तो इसे अन्य विषयों में भी लागू किया जा सकता है। ‘द टाइम्स' की खबर के अनुसार, शिक्षकों की संख्या बढ़ाने के प्रयास में ब्रिटिश सरकार ने एक विदेशी भर्ती पहल शुरू की है, जिसके तहत भारत, घाना, सिंगापुर, जमैका, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे से गणित, विज्ञान और भाषा-शिक्षण योग्यता के शिक्षकों को ब्रिटेन में नौकरी की पेशकश की जा रही है। योग्य शिक्षकों के पास एक डिग्री, मान्यता प्राप्त शिक्षक-प्रशिक्षण योग्यता और कम से कम एक वर्ष का अनुभव होना चाहिए। ऐसे शिक्षकों को इंटरमीडिएट स्तर तक की अंग्रेजी बोलना आना भी अनिवार्य है।
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वाशिंगटन. पुरस्कार विजेता गैर-लाभकारी संगठन ‘सेवा इंटरनेशनल' ने स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने और अमेरिका में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए एक अकादमी खोलने की योजना की घोषणा की है। ‘सेवा इंटरनेशनल' के अध्यक्ष अरुण कांकणी ने हाल में अटलांटा में संपन्न 17वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान कहा कि आपदा, राहत और स्वयंसेवी व सामुदायिक विकास से जुड़े संगठन सेवा इंटरनेशनल का लक्ष्य 2027 तक अपनी विकास रणनीति के तहत अपनी शाखाओं की संख्या 100 तक पहुंचाना और 250 से अधिक महिलाओं को संगठन में नेतृत्व वाली भूमिका प्रदान करना है। कांकणी ने इस महीने की शुरुआत में 130 से अधिक प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन अपने स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए एक “सेवा अकादमी” खोलने की योजना बना रहा है। उन्होंने, “संगठन सेवा कार्यक्रम के माध्यम से बड़े मेट्रो क्षेत्रों में आने वाले छोटे शहरों में शाखा खोलने पर ध्यान केंद्रित करने की भी योजना बना रहा है।” फिलहाल अमेरिका में सेवा इंटरनेशनल की 43 शाखाएं हैं।
- वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की शीर्ष भारतीय-अमेरिकी सहयोगी नीरा टंडन ने कहा कि व्हाइट हाउस अगले महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आधिकारिक राजकीय यात्रा की तैयारी में जुटा है और ‘‘अविश्वसनीय रूप से समृद्ध'' समुदाय वास्तव में भारत और अमेरिका दोनों के लिए एक संपत्ति है। भारतीय अमेरिकी समुदाय अमेरिकी आबादी का लगभग एक प्रतिशत हैं और कहा जाता है कि इस समुदाय की अमेरिका में विभिन्न जातीय समूहों के बीच प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक है। भारतीय समुदाय ने वर्षों से भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इस तथ्य को राष्ट्रपति बाइडन सहित शीर्ष स्तर पर स्वीकार किया गया है। राष्ट्रपति जो बाइडन की वरिष्ठ सलाहकार 52 वर्षीय टंडन ने कहा, ‘‘एक चीज जो वास्तव में दोनों देशों के लिए संपत्ति है, वह है अमेरिका में अविश्वसनीय रूप से समृद्ध समुदाय। मैं उन संगठनों के साथ जुड़ी हुई हूं, जिन्होंने वास्तव में अमेरिका में समुदाय पर ध्यान केंद्रित किया है। भारतीय अमेरिकियों और यहां पैदा हुए पहली, दूसरी पीढ़ी के भारतीयों तथा भारत में जिनके परिवार हैं, उनके बीच समृद्ध संबंध हैं। यह इस रिश्ते के लिए एक प्रमुख संपत्ति है।''राष्ट्रपति की वरिष्ठ सलाहकार और स्टाफ सेक्रेटरी के रूप में शुक्रवार का दिन इस पद पर उनके कार्यकाल का आखिरी दिन था। सोमवार से टंडन व्हाइट हाउस की घरेलू नीति सलाहकार का पद संभालेंगी जो व्हाइट हाउस में उन्हें सबसे शक्तिशाली भारतीय अमेरिकियों में से एक बनाएगा। व्हाइट हाउस घरेलू नीति सलाहकार के रूप में वह पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी राजदूत सुजैन राइस की जगह लेंगी। टंडन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी की राजकीय यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित हूं।'' मोदी को राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन ने 22 जून को राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। टं
- काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड' चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार 31 मई को भारत की यात्रा पर जायेंगे। इस दौरान वह बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। दिसंबर 2022 में कार्यभार संभालने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा होगी। प्रचंड (68) के साथ उनकी बेटी गंगा दहल भी होंगी। वह प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर भारत की यात्रा करेंगे। वह मंत्रियों, सचिवों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार भेंट करने का कार्यक्रम है। बयान के अनुसार, प्रचंड एक जून को मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। इसके अनुसार वार्ता के बाद दोनों प्रधानमंत्रियों की एक संयुक्त प्रेस वार्ता होगी। बयान में कहा गया है कि कि मोदी नेपाल के अपने समकक्ष और उनके प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में दोपहर के भोजन की मेजबानी करेंगे। इसमें कहा गया है, ‘‘नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री ‘प्रचंड' की यह चौथी भारत यात्रा है। यह यात्रा नेपाल और भारत के बीच सदियों पुराने, बहुमुखी और सौहार्दपूर्ण संबंधों को और मजबूत करेगी।'' बयान में कहा गया है कि प्रचंड भारत में नेपाल के राजदूत शंकर प्रसाद शर्मा द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में भारत में नेपाली समुदाय के साथ बातचीत करेंगे। इसके अनुसार तीन जून को काठमांडू लौटने से पहले प्रधानमंत्री का मध्य प्रदेश के उज्जैन और इंदौर का दौरा करने का भी कार्यक्रम है।
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वाशिंगटन. अमेरिका के भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना ने विश्वास जताया है कि प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष (स्पीकर) केविन मैक्कार्थी अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित करेंगे। मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन द्वारा अगले महीने आधिकारिक राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया गया है। ‘कांग्रेसनल इंडिया कॉकस' के सह-अध्यक्ष के रूप में खन्ना ने मंगलवार को मैक्कार्थी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वह मोदी को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करें। मैक्कार्थी के साथ बुधवार को एक बैठक के बाद खन्ना ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि अध्यक्ष संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए मोदी को निमंत्रण देंगे। संबोधन की तारीखों को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल ने 27 अप्रैल, 2023 को कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति और प्रथम महिला मोदी के सम्मान में 22 जून को राजकीय रात्रिभोज का आयोजन करेंगे। -
लंदन. मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान के निजी कक्ष से मिली तलवार ने लंदन में बोनहम्स के लिए भारतीय वस्तुओं की नीलामी के सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिए हैं। यह इस सप्ताह हुई इस्लामी एवं भारतीय कला बिक्री में 1.4 करोड़ पौंड (जीबीपी) में बिकी है। वर्ष 1782 से 1799 तक शासन करने वाले टीपू सुल्तान की तलवार को ‘सुखेला'- सत्ता का प्रतीक कहा जाता है। तलवान स्टील की है और इस पर सोने से बेहतरीन नक्काशी की गई है। यह टीपू सुल्तान के निजी कक्ष में मिली थी और ईस्ट इंडिया कंपनी ने हमले में उनके साहस और आचरण के प्रति अपने उच्च सम्मान के प्रतीक के तौर पर जनरल डेविड बेयर्ड को भेंट की गयी थाी। इस हमले में टीपू सुल्तान की मौत हो गई थी जिन्हें ‘टाइगर ऑफ मैसूर' के नाम से जाना जाता है। यह हमला मई 1799 में हुआ था। बोनहम्स के इस्लामी और भारतीय कला के प्रमुख और नीलामकर्ता ओलिवर व्हाइट ने मंगलवार को बिक्री से पहले एक बयान में कहा था कि यह शानदार तलवार टीपू सुल्तान से जुड़े उन सभी हथियारों में सबसे बेहतरीन है जो आज भी निजी हाथों में है। उन्होंने कहा कि सुल्तान का इसके साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत जुड़ाव था और इसका उत्कृष्ट शिल्प कौशल इसे अद्वितीय और अत्यधिक वांछनीय बनाता है। तलवार का मूल्य जीबीपी 1,500,000 और 2,000,000 के बीच था लेकिन इसे अनुमानित तौर पर 14,080,900 में बेचा गया। इस्लामी एवं भारतीय कला की समूह प्रमुख नीमा सागरची ने कहा कि तलवार का असाधारण इतिहास और बेजोड़ शिल्प कौशल है। उन्होंने कहा कि फोन के जरिए दो लोगों ने जबकि कक्ष में मौजूद एक व्यक्ति ने बोली लगाई और उनके बीच गर्मजोशी से मुकाबला हुआ। मई 1799 में टीपू सुल्तान का शाही गढ़ श्रीरंगपट्ट्नम तबाह होने के बाद उनके महल से कई हथियारों को हटाया गया था। इसमें कुछ हथियार उनके बेहद करीब थे। सोहलवीं शताब्दी में भारत में पेश किए गए जर्मन ब्लेड के मॉडल के बाद मुगल तलवार निर्माताओं ने इसे बनाया था और इसकी मूठ पर सोने से कैलिग्रफी हुई है और अल्लाह का गुणगान किया गया है।
- सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के विपक्ष के नेता पीटर डटन ने बुधवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मोदी ने भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को प्राप्त मजबूत द्विदलीय समर्थन की सराहना की। पीएमओ के मुताबिक, विपक्ष के नेता के साथ हुई चर्चा में लोगों के बीच संबंध सहित द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर भी विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी राजकीय अतिथि के रूप में 22-24 मई तक ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर हैं।मोदी ने बुधवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज से द्विपक्षीय वार्ता की। इससे पहले मंगलवार को उन्होंने प्रवासी भारतीयों के एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया था। अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने ऑस्ट्रेलिया की कई गणमान्य हस्तियों से भी मुलाकात की।
- सिडनी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल डेविड हर्ले से मुलाकात की। इस दौरान, दोनों नेताओं ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के लोगों के बीच संपर्क और लंबे समय से जारी द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ व्यापक बातचीत के बाद मोदी ने हर्ले से मुलाकात की।अल्बनीज के साथ बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, रक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों के अलावा समग्र द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने पर चर्चा की। भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, “सिडनी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल हर्ले के बीच वार्ता हुई। दोनों नेताओं ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के लोगों के बीच संपर्क और लंबे समय से चली आ रही द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की।” मोदी ने भी कहा कि हर्ले से मिलकर उन्हें बेहद खुशी हुई।मोदी ने ट्वीट किया, “गवर्नर जनरल डेविड हर्ले से मिलकर और भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों पर चर्चा करके प्रसन्नता हुई। हमारे राष्ट्रों के बीच मजबूत संबंध एक बेहतर दुनिया के निर्माण में योगदान देंगे।” मोदी ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ कुडोस बैंक एरिना में प्रवासी भारतीयों के एक कार्यक्रम को संबोधित किया था। इस दौरान, मोदी और अल्बनीज दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में ऑस्ट्रेलिया में बसे भारतीय प्रवासियों के योगदान की सराहना की थी।
- वाशिंगटन। ‘कांग्रेशनल इंडिया कॉकस' के सह अध्यक्षों ने प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनकी आगामी राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने का मंगलवार को आग्रह किया। डेमोक्रेटिक पार्टी से भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना और रिपब्लिकन पार्टी के सांसद माइकल वाल्ट्ज ने मैक्कार्थी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी व साझा मूल्यों के महत्व को रेखांकित करते हुए हम आपसे सम्मानपूर्वक अनुरोध करते हैं कि आप कांग्रेस में एक संयुक्त सत्र के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित करने पर विचार करें। '' उन्होंने कहा, ‘‘ 22 जून को (अमेरिका के) राष्ट्रपति जो बाइडन, प्रधानमंत्री मोदी की आधिकारिक राजकीय यात्रा और राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।'' दोनों सांसदों ने अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और कांग्रेस के संयुक्त सत्र के जरिए साझेदारी बढ़ाने के महत्व को भी रेखांकित किया। अगर मैक्कार्थी, प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित करते हैं तो यह कांग्रेस के संयुक्त सत्र में उनका दूसरा संबोधन होगा। इसके बाद वह विश्व के उन कुछ नेताओं में शामिल हो जाएंगे जिन्हें अमेरिकी सांसदों को दो बार संबोधित करने का अवसर मिला है।
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सिडनी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि आज भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों की सबसे मजबूत और सबसे बड़ी नींव ‘परस्पर विश्वास व परस्पर सम्मान' है और इसका श्रेय ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले हर एक प्रवासी भारतीय और ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों को जाता है। अपने ऑस्ट्रलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी ने यहां के कूडोस बैंक एरिना में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाने की भी घोषणा की। इस कार्यक्रम में समूचे ऑस्ट्रेलिया से आए, करीब 21000 लोग मौजूद थे। इस दौरान उत्साहित लोगों ने 'मोदी-मोदी' के नारे भी लगाएं। ‘नमस्ते ऑस्ट्रेलिया' के संबोधन से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि एक समय था जब भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों की व्याख्या ‘ट्रिपल सी' यानी कॉमनवेल्थ (राष्ट्रमंडल), क्रिकेट और करी से होती थी और उसके बाद कहा गया कि दोनों देशों के संबंध ‘थ्री डी' पर आधारित हैं यानी डेमोक्रेसी (लोकतंत्र), डायस्पोरा (प्रवासी) और दोस्ती। मोदी ने कहा कि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध ‘थ्री ई' यानी एनर्जी (ऊर्जा), इकोनॉमी (अर्थव्यस्था) और एजुकेशन (शिक्षा) पर आधारित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कभी ‘सी' कभी ‘डी' और कभी ‘ई'। भारत और ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक संबंधों का विस्तार इससे कहीं ज्यादा बड़ा है। सच्चाई यह है कि दोनों देशों के संबंधों की वास्तविक गहराई सी डी और ई से परे है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस रिश्ते की सबसे मजबूत और सबसे बड़ी नींव वास्तव में परस्पर विश्वास और परस्पर सम्मान है और यह सिर्फ भारत-ऑस्ट्रेलिया के कूटनीतिक रिश्तों से विकसित नहीं हुआ है। इसकी असली वजह है ऑस्ट्रेलिया में रहने वाला हर एक भारतीय...इसकी असली वजह हैं ऑस्ट्रेलिया के ढाई करोड़ से ज्यादा नागरिक।'' मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच भौगोलिक दूरी जरूर है, लेकिन हिंद महासागर इन्हें आपस में जोड़ता है, जीवनशैली भले अलग-अलग हों पर अब योग भी इन्हें जोड़ता है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट से तो दोनों देश ना जाने कब से जुड़े हुए हैं, लेकिन अब टेनिस और फिल्में भी इन्हें जोड़ रही हैं। मोदी ने कहा कि जब ऑस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज शेन वार्न का निधन हुआ तो लाखों भारतीय भी दुखी थे। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का चमकता सितारा बताए जाने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि विश्व बैंक के अनुसार अगर कोई देश वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहा है तो वह भारत है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने सबसे चुनौतीपूर्ण समय में भी रिकॉर्ड निर्यात किया है।'' उन्होंने कहा कि भारत के पास क्षमता की कोई कमी नहीं है और संसाधनों की भी कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘आज, जिस देश में दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे कम उम्र की प्रतिभा का कारखाना है... वह भारत है।'' प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ऑस्ट्रेलिया के शहर ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाने और आने वाले दिनों में दोनों देशों के प्रमुख शहरों के बीच विमानों की संख्या बढ़ाए जाने की भी घोषणा की। मोदी ने कहा, सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों के साथ जुड़ना बेहद खुशी की बात है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं आपके पास आया हूं, तो एक घोषणा भी करने जा रहा हूं। ब्रिस्बेन में भारतीय समुदाय की बहुत समय से जो मांग थी, उसे पूरा किया जाएगा। जल्द ही ब्रिस्बेन में भारत का एक वाणिज्य दूतावास खोला जाएगा।'' उन्होंने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया की गहरी होती साझेदारी प्रत्येक भारतीय को सशक्त करेगी, क्योंकि उनके पास प्रतिभा और कौशल की ताकत है और साथ ही अपने सांस्कृतिक मूल्य भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह मूल्य आपको ऑस्ट्रेलिया के लोगों के साथ घुल मिलकर रहने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।'' मोदी ने सिडनी के उपनगर ‘लिटिल इंडिया' की आधारशिला रखने में उनका समर्थन करने के लिए अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष अल्बनीज को धन्यवाद दिया। हैरिस पार्क को ‘लिटिल इंडिया' घोषित करने की घोषणा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज ने सामुदायिक कार्यक्रम में मोदी का स्वागत करते हुए की। हैरिस पार्क पश्चिमी सिडनी में एक केंद्र है, जहां भारतीय समुदाय दिवाली और ऑस्ट्रेलिया दिवस जैसे त्योहार और कार्यक्रम मनाता है। मोदी ने सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान कहा, धन्यवाद मेरे दोस्त एंथनी।'
उन्होंने कहा, 'मैं न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर, पेरामेटा शहर के मेयर और उप मेयर और पार्षदों को इस विशेष सम्मान के लिए धन्यवाद देता हूं।'' प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में रह रहे प्रवासी भारतीयों को भारत का ‘सांस्कृतिक दूत' और भारत का ‘ब्रांड एंबेसडर' करार दिया और उनसे आग्रह किया कि वह जब भी अपने वतन आएं किसी न किसी अपने ऑस्ट्रेलियाई मित्र को साथ जरूर लेकर आएं। उन्होंने कहा, ‘‘इससे उन्हें भारत को समझने और जानने का और ज्यादा बेहतर मौका मिलेगा।
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बैंकॉक. उत्तरी थाइलैंड में आंधी के कारण एक स्कूल की छत गिरने से सोमवार को चार बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बैंकॉक से 300 किलोमीटर उत्तर में स्थित फिचित प्रांत के जन संपर्क कार्यालय के अनुसार, यह हादसा वाट नेर्न पोर प्राथमिक स्कूल में हुआ। सोमवार देर रात को अस्पताल में भर्ती छह साल के लड़के की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ गई। आधिकारिक आपदा रोकथाम विभाग के एक फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, बारिश से बचने के लिए कई छात्रों ने स्कूल परिसर के गतिविधि केंद्र में शरण ले रखी थी, तभी छत गिर गई, जिससे 18 लोग घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रांतीय जनसंपर्क विभाग के स्टाफ सदस्य पतचरीन सिरी ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों में चार छात्र, दो अभिभावक और स्कूल का एक सफाई कर्मी शामिल हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तरी थाइलैंड में इस सप्ताह भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।