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- *- सड़कों पर बैठने वाली मवेशियों के मालिकों की पहचान किया जाए**- यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों का लायसेंस निलंबित किया जाए**- जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न*दुर्ग/ जिले में यातायात नियमों के प्रभावी क्रियान्वयन और सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम हेतु आवश्यक व्यवस्था के संबंध में आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल भी शामिल हुए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराने सहित सड़क दुर्घटनाओं को रोकने, प्रभावी उपाय किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्य सड़क मार्ग से मिलने वाली ग्रामीण सड़कों पर स्पीड ब्रेकर बनायी जाए। कलेक्टर ने इस संबंध में पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई एवं सीएमजीएसवाई के अधिकारियों को संबंधित सड़कों पर स्पीड ब्रेकर निर्माण उपरान्त इस संबंध में प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में सड़कों पर मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मवेशी मालिकों को चिन्हांकित कर उन्हें खुले में मवेशी नहीं छोड़ने की समझाईश दी जाए। सड़कों पर मवेशी पाये जाने पर मालिकों के विरूद्ध नियमतः कड़ी कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों का लायसेंस निलंबित किया जाए। साथ ही लायसेंस निलंबन तिथि व अवधि की जानकारी रखी जाए। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य सड़कों पर चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट्स पर सुधारात्मक कार्य की जानकारी ली। साथ ही जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में यातायात जागरूकता बढ़ाने तथा नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिये हैं। दुर्घटना से बचने के लिए दुपहियां वाहन चालकों को अनिवार्य रूप से हेलमेट लगाने व कार चालकों को शीट बेल्ट लगाने अवगत करायी जाए। साथ ही इस संबंध में समय-समय पर जांच भी किया जाए। बैठक में जिले की सड़कों में यातायात सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए विभिन्न सुझावों पर विचार विमर्श कर कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये। कलेक्टर ने जिले में घटित हिट एण्ड रन सड़क दुर्घटना के प्रकरण भी बैठक के एजेण्डा में शामिल करने पर जोर दिया। ताकि पीड़ित/गंभीर/घायल/मृतक के कानूनी प्रतिनिधि की मुआवजा राशि हेतु दावा निपटान प्रक्रियाओं को शीघ्र निपटायी जा सकें।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अग्रवाल ने जिले के संभावित दुर्घटना क्षेत्रों को चिन्हांकित कर सड़क सुरक्षा की दृष्टि से व्यापक इंतजाम करने के निर्देश दिये। उन्होंने सड़क दुर्घटना पर रोक लगाने हेतु राष्ट्रीय राजमार्गाे को सहायक सड़कों से जोड़ने वाले पॉइंट पर गति अवरोधक रम्बल्ड स्ट्रिप बनाने को कहा। इस हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को चिन्हांकित स्थानों में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए कहा। बैठक में नगर निगम दुर्ग के आयुक्त श्री सुमीत अग्रवाल, नगर निगम भिलाई चरोदा के आयुक्त श्री डी. राजपूत, नगर निगम रिसाली की आयुक्त सुश्री मोनिका वर्मा, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती लता उर्वशा, श्री हरवंश सिंह मिरी, डिप्टी कलेक्टर श्री लवकेश ध्रुव एवं श्री महेश राजपूत, आरटीओ श्री एस.एल. लकड़ा, ट्रेफिक डीएसपी सहित लोक निर्माण विभाग, एन.एच.ए.आई., बीएसपी, विद्युत, स्वास्थ्य एवं संबंधित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
- दुर्ग/ स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत 38 पदों पर संविदा भर्ती हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी के अनुसार समस्त पदों की दावा आपत्ति निराकरण सूची, अमान्य आवेदनों की सूची एवं ई-मेल में प्राप्त निरंक आवेदनों की सूची दुर्ग जिले की विभागीय वेबसाइट www.durg.gov.in पर देखा व डाउनलोड किया जा सकता है। भर्ती प्रक्रिया से संबंधित जानकारी के लिये अभ्यर्थी वेबसाइट का निरंतर अवलोकन करते रहे।
- 0- हर साल आठ हजार बहुएं हो रहीं दहेज मृत्यु की शिकारः शताब्दी0- वैष्णवी दहेज आत्महत्या कांड पर महाराष्ट्र मंडल में हुई महिलाओं की परिचर्चारायपुर। बेटी के प्रेम विवाह को लेकर सबसे पहले माता- पिता को अपना नजरिया बदलना होगा। यदि ससुराल में बेटी से कुछ गलत हो रहा है, तो तुरंत उसका प्रतिकार करें। बेटी की गृहस्थी बचाने की जगह उसके आत्मसम्मान और जिंदगी को बचाएं। काउंसलर डॉ. वर्षा वरवंडकर ने महाराष्ट्र मंडल में वैष्णवी आत्महत्या प्रकरण को लेकर हुई परिचर्चा में इस आशय के विचार व्यक्त किए।डॉ. वरवंडकर ने कहा कि पुणे का वैष्णवी आत्महत्या प्रकरण प्रेम विवाह का है। लड़की निर्णय लेने में समर्थ थी, लेकिन लोग क्या कहेंगे की उलझन में वो रिवर्स डिसिजन नहीं ले पाई। जिंदगी में हमेशा यू-टर्न रहता है। निर्णय लेने की कला सीखनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रेमी से पति बनने का सफर अलग रहता है। जब आपका जोड़ीदार आपकी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर रहा है, तो चर्चा कीजिए। समझौता व्यवहार में होता है लेकिन जब प्रताड़ना हो रही है, तो उसका प्रतिकार कीजिए। लड़कियों को जागरूक होना होगा। उसे कानून की जानकारी भी होनी चाहिए। लड़कियों को भी स्वयं शादी में फालतू खर्चे और दहेज के लिए खुद मना करना होगा।*दहेज से हर साल आठ हजार बहुओं की मौत*परिचर्या का संचालन कर रहीं महाराष्ट्र मंडल की परिवार परामर्श समिति की प्रभारी शताब्दी पांडेय ने कहा कि दहेज की मांग आज भी समाज में किसी न किसी रूप में व्याप्त है। इसका संबंध मनुष्य की लालची प्रवृत्ति से है। आंकड़े बताते हैं कि आज भी प्रतिवर्ष आठ हजार बहुएं दहेज मृत्य की शिकार होती हैं। माता-पिता की ओर से ससुराल पक्ष की मांगे पूरी करना भी अपने आप में अपराध है।*पीड़िता को नि:शुल्क सहायता*एडवोकेट मनीषा भंडारकर के अनुसार आजकल ज्यादातर युवा प्रेम विवाह कर रहे हैं। बिना सोचे समझे किए गए विवाह में आने वाली परेशानियों को सहते रहते हैं। गुस्सा किसी भी व्यक्ति का क्षणिक होता है। यदि पीड़िताएं किसी भी प्रकार की सहायता चाहती हैं, तो उन्हें महाराष्ट्र मंडल की परिवार परामर्श समिति की ओर से निःशुल्क कानूनी सहायता दी जाएगी।*मन के साथ बुद्धि का भी प्रयोग करें*परिवार परामर्श समिति की डॉ. मंजरी बक्षी के मुताबिक जन जागरूकता के कार्यक्रम अधिक से अधिक आयोजित किए जाएं। युवा पीढ़ी प्रेम विवाह के मामले में मन के साथ बुद्धि का प्रयोग करें। महाराष्ट्र मंडल की उपाध्यक्ष गीता दलाल ने कहा कि एक जोड़ीदार ऐसा हो जो आपका समर्थन करें। आपकी भावना को समझे और आपके साथ एक स्वस्थ सन्मानजनक संबंध रखे।*शादी अर्थात जिम्मेदारी से मुक्ति नहीं*समाजसेवी व परिवार परामर्श समिति की सदस्य शुभांगी रुद्रजवार कहतीं हैं कि किसी भी पत्नी का सच्चा सुख सिर्फ बंगला, गाड़ी, गहने, पैसे से नहीं, प्यार, इज्ज़त देने वाले समर्पित और निर्व्यसनी पति से होता है। शादी कर दी, मतलब जिम्मेदारी से मुक्त हो गए, ऐसा नहीं है। परामर्श समिति के ओपी कटारिया ने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं के लिए काउंसलिंग बहुत आवश्यक हो गई है।*कहीं न कहीं हम दोषी*काउंसलर शुभांगी आप्टे ने कहा कि दहेज को लेकर आए दिन हम घटनाएं सुनते है। उसके लिए कहीं न कहीं हम दोषी हैं। कई बार दोनों की आर्थिक परिस्थिति में बहुत अंतर होता है, तो लड़की को तकलीफ न हो, ये सोचकर माता-पिता धन और वस्तुएं देते हैं।जाल में फंसाने हथकंडे अपनाते हैं।एडवोकेट प्रियंका डोंगरे ने कहा कि आज कल के कुछ लड़के शादी को एक बिजनेस की तरह लेते हैं। इसलिए जब भी वह शादी करते हैं या दोस्ती करते हैं, शादी के उद्देश्य से पहले लड़की का ब्रेकग्राउंड उसकी सोच को पकड़ लेते हैं। यदि उनको लगता है कि यह उनके लिए परफेक्ट है तो वह उसको अपने जाल में फंसाने के लिए सब तरीके के हथकंडे अपनाते हैं।
- -टी सहदेवभिलाई नगर। आंध्र साहित्य समिति ने शुक्रवार को सेक्टर 05 स्थित बालाजी मंदिर की 51 वीं वर्षगांठ पर भगवान बालाजी तथा माताओं श्रीदेवी-भूदेवी की भव्य शोभायात्रा निकाली। अध्यक्ष पीवी राव एवं सचिव पीएस राव के नेतृत्व में रंगबिरंगे फूलों, झालरों, झूमरों तथा सतरंगी लाइटों से सजे वाहन से निकाली गई इस अभूतपूर्व शोभायात्रा में दक्षिण भारतीयों समेत विभिन्न प्रांतों के सैकड़ों भक्तगण शामिल हुए। पारंपरिक वाद्ययंत्रों, ढोल-नगाड़ों, गाजे-बाजों एवं आतिशबाजी के बीच शोभायात्रा बालाजी मंदिर से शुरू होकर सेंट्रल एवन्यू रोड, जेपी चौक, अंडर ब्रिज, घड़ी चौक, जीई रोड, न्यू बसंत टाकीज रोड, जलेबी चौक, सुभाष चौक, 18 नंबर सड़क, अमरजीवी पोट्टि श्रीरामुलु चौक, कैंप के तेलुगु बहुल क्षेत्रों के सभी प्रमुख मार्गों से होते हुए श्रीराम मंदिर तक निकाली गई, जहां से मध्यरात्रि को वापस बालाजी मंदिर लौटी। शेषनाग आसन पर विराजमान इष्टदेव की शोभायात्रा के इस अद्भुत नजारे को लोगों ने घर की छतोंं और बाल्कनियों से देखा। मंदिर के कपाट बंद होने से पहले भगवान बालाजी को एकांत सेवा अर्पित की गई।स्वागत में बिछाए गए पलक पांवड़ेइस दौरान आंध्र महिला मंडली के सदस्यों ने भगवान को प्रसन्न करने के लिए गरबा की तर्ज पर दक्षिण भारतीय पारंपरिक नृत्य कोलाटम पेश किया। आमतौर पर यह नृत्य धार्मिक कार्यक्रमों में प्रस्तुत किया जाता है। वहीं युवक-युवतियां, बच्चे और पुरुष भी ढोल-नगाड़ों की धुन पर भगवान की भक्ति में लीन होकर जमकर नाचे। भगवान के स्वागत में महिलाओं तथा युवतियों ने रास्तों को पारंपरिक एवं आधुनिक रंगोलियों से सजाया। शोभायात्रा का स्वागत न केवल दक्षिण भारतीयों, वरन विभिन्न समुदायों के लोगों ने भी किया। जहां-जहां से शोभायात्रा गुजरी भक्तगणों द्वारा पुष्पवर्षा की गई। रास्ते भर नगर भ्रमण में शामिल श्रद्धालुओं के लिए स्टाॅल लगाकर शीतलपेय, फलाहार, हलवा तथा खिलाड़ी का प्रबंध किया गया। जगह-जगह उनकी आरती भी उतारी गई। भगवान बालाजी की माताओं सहित तेलुगुबहुल कैंप क्षेत्रों में यह पहली शोभायात्रा थी। इससे पहले खुर्सीपार में शोभायात्रा निकाली जाती थी। शोभायात्रा को भव्यता देने में उपाध्यक्षों बीए नायडु व के सुब्बाराव एवं कोषाध्यक्ष टीवीएन शंकर, सह कोषाध्यक्ष एनएस राव तथा संयुक्त सचिवों के लक्ष्मीनारायण व एस रवि की अहम भूमिका रही।सुप्रभातम से हुआ अनुष्ठानारंभधार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ ब्रह्ममुहूर्त में सुप्रभातम से हुआ, जिसमें भगवान बालाजी से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रार्थना की गई कि हे गोविंद उठो! हे गरुड़ध्वज जागो! हे कमलाकांत उठकर तीनों लोकों को मंगलमय बनाओ। सुप्रभातम के पश्चात पंडित गोपालाचारी ने भगवान बालाजी के उत्सव विग्रह को पंचामृत तथा शिवनाथ नदी से लाए अभिमंत्रित पवित्र जल से स्नान कराकर नूतन वस्त्र पहनाए। उसके बाद जल से भरे सौ कलशों को भगवान के सामने स्थापित किया गया और पंडित ने बड़ी श्रद्धा से मंत्रों का उच्चारण करते हुए प्रधान कलशों सहित प्रत्येक कलश के जल से भगवान का अभिषेक किया। कलशाभिषेक के बाद पंडित के साथ-साथ भक्तों ने भगवान बालाजी की कृपा पाने के लिए सहस्रनामार्चना की। इस दौरान श्रीकाकुलम से आए के गोविंदराव और के उपेंद्र ने नादस्वरम पर तथा साईं कुमार ने ढोल पर संगति की।सनातन रस्मों के साथ कल्याणोत्सवसहस्रनामार्चना के बाद भगवान बालाजी और श्रीदेवी-भूदेवी का कल्याणोत्सव (विवाहोत्सव) शुरू हुआ। जिसमें विधिविधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रभु बालाजी के उत्सव विग्रह को वर के रूप में नए वस्त्रों तथा स्वर्णाभूषणों से अलंकृत किया गया और श्रीदेवी-भूदेवी के विग्रहों का वधू के रूप में श्रृंगार किया गया। मंदिर के मंडप में भगवान बालाजी को विशेष आसन पर, जबकि श्रीदेवी-भूदेवी को शेषनाग आसन पर स्थापित किया गया, जहां उनके दिव्य सौंदर्य की एक झलक पाने के लिए भक्तों में होड़ मच गई। वर-वधुओं के अलौकिक और अप्रतिम सौंदर्य से अभिभूत भक्तों ने इस दौरान गोदान, वस्त्रदान एवं कन्यादान समेत सभी सनातन रस्में निभाईं। वहीं पंडितों ने इष्टदेव बालाजी की ओर से प्रतीकात्मक रूप से दोनों देवियों को मंगलसूत्र अर्पित किया। इस अनुष्ठान में टीवीएन शंकर दंपति मुख्य यजमान के रूप में बैठे। विवाहोत्सव संपन्न होने के बाद दोपहर को भोग वितरण किया गया।
- नृत्य नाटिका की शानदार प्रस्तुति से प्रभावित किया महाराष्ट्र मंडल के महिला केंद्रों की प्रतिभाओं नेरायपुर। महाराष्ट्र मंडल के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में पुण्यश्लोका लोकमाता रानी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस मौके पर मंडल के महिला केंद्रों की प्रतिभाशाली सभासदों ने रानी अहिल्या बाई पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की।महाराष्ट्र मंडल की महिला प्रमुख विशाखा मदन तोप९खानेवाले के निर्देशन और रंगसाधक रंजन मोडक के विशेष सहयोग से सजी नृत्य नाटिका में लक्ष्मी जिल्लारे, गीता दलाल, अर्चना भाकरे, विशाखा तोपखानेवाले, अपर्णा देशमुख, नमिता शेष ने अहिल्याबाई के जीवन प्रसंगों से बताया कि कैसे लोकमाता न्यायप्रिय थीं। गाय के बछड़े की मृत्यु के बाद उन्होंने अपने पुत्र मालेराव को मृत्युदंड की सजा सुनाई। नृत्य नाटिका में इन दृश्यों को प्रभावी अंदाज में प्रस्तुत किया गया।कार्यशाला के मुख्य वक्ता लौह शिल्प कला बोर्ड के अध्यक्ष प्रफुल्ल विश्वकर्मा और विशेष वक्ता विशाखा तोपखानेवाले ने लोकमाता रानी अहिल्या बाई के जीवन के उन रोचक प्रसंगों का स्मरण किया, जो आज भी हम सभी के लिए प्रेरक और अनुकरणीय हैं।
- आम की 200 से अधिक किस्मों एवं 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया जाएगा*इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में ओयोजित होगा राष्ट्रीय आम महोत्सव_*रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 6, 7 एवं 8 जून को कृषि महाविद्यालय परिसर रायपुर में ‘‘फलों के राजा’’ आम के राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय आम महोत्सव में आम की 200 से अधिक किस्मों एवं आम से बने 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया जायेगा। इस कार्यक्रम में आम की विभिन्न किस्मों की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है जिसमें छत्तीसगढ़ एवं देश के विभिन्न राज्यों के आम उत्पादक शामिल होंगे। अवसर पर आम से बने विभिन्न व्यंजनों की प्रतियोगिता भी आयोजित है। आम की सजावट प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है जिसमें विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थी, महिलाएं तथा अन्य सामान्यजन भी पंजीयन कर भागीदारी कर सकते है। इस महोत्सव में पंजीयन एवं प्रवेश पूर्णतया निःशुल्क है। राष्ट्रीय आम महोत्सव में संस्थागत एवं व्यक्तिगत प्रतियोगी भी सहभागी हो सकते हैं।आयोजन के प्रथम दिवस 6 जून को प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक प्रविष्टियों का पंजीयन किया जाएगा। इसके पश्चात सामान्यजनों के लिए प्रदर्शनी अवलोकनार्थ तीनों दिन सायः 9 बजे तक खुली रहेगी। प्रदर्शनी में आम की विभिन्न किस्मों के फल, आम के विभिन्न उत्पाद एवं आम के पौधे भी विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे। द्वितीय दिवस 7 जून को आम उगाने वाले कृषकों एवं जिज्ञासुओं के लिए 12 बजे से 4 बजे तक तकनीकी मार्गदर्शन एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ में उच्च गुणवत्ता के आम की विभिन्न किस्मों का उत्पादन, आम के विभिन्न उत्पाद एवं उनके विपणन के साथ ही आम उत्पादन हेतु छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की जायेगी, जिससे नयी पीढ़ी के लोग आम उत्पादन की ओर आकृष्ट हो सकें। आम उत्पादन को पर्यावरण के संरक्षण के साथ एक स्वास्थ्यवर्धक व्यवसाय के रूप में अपनाने की जानकारी आम लोगों को प्रदान की जा जाएगी। तृतीय दिवस 8 जून को आम उत्पादक कृषकों एवं उद्यामियों की सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी 12 से 4 बजे तक आयोजित होगा।राष्ट्रीय आम महोत्सव के अंतिम दिन प्रदर्शनी के अवलोकन के साथ ही प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह का आयोजन भी किया जायेगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय फल ‘‘आम’’ जो कि आम जनता का प्रिय फल है उसकी समस्त सामान्य एवं खास किस्मों, विशिष्ट उत्पादों एवं भविष्य में अधिक उत्पादन के लिए रोजगार के साधनों की जानकारी नागरिकों, महिलाआें, विद्यार्थियों, नव उद्यमियों एवं कृषकों को प्रदान करना है। राष्ट्रीय आम महोत्सव के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभागी न्यूनतम 5 से 10 आम प्रति किस्म के साथ भाग ले सकते हैं। आम से बने विभिन्न व्यंजनों की प्रतियोगिता में न्यूनतम 250 ग्राम आम के उत्पाद के साथ पंजीयन कर इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं। इस आयोजन में पंजीयन एवं प्रवेश निशुल्क है अतः इस अवसर का लाभ प्राप्त करने हेतु सहभागी बनें।
- कृषि महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों की समस्याओं के निराकरण हेतु सहयोग का अनुरोध कियारायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने आज उनके निवास कार्यालय में सौजन्य भेंट कर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित शिक्षण, अनुसंधान एवं प्रसार गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की। कुलपति डॉ. चंदेल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में 6 से 8 जून, 2025 तक आयोजित राष्ट्रीय आम महोत्सव के शुभारंभ समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित भी किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने आम महोत्सव में शामिल होने हेतु सहर्ष मंजूरी प्रदान की।डॉ. चंदेल ने मुख्यमंत्री श्री साय को कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्यरत 27 कृषि विज्ञान केन्द्रों में कार्यरत वैज्ञानिकों एवं अन्य कर्मचारियों के वेतन एवं पेंशन में आ रही समस्याओं के संबंध में अवगत कराते हुए इन समस्याओं के निराकरण हेतु राज्य शासन की ओर से वित्तीय मदद दिये जाने का अनुरोध किया। इसी प्रकार उन्होंने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंगर्तगत संचालित महाविद्यालयों से सेवानिवृत्त होने वाले प्राध्यापकों एवं अन्य कमर्चारियों को पेंशन प्रदान करने हेतु भी राज्य सरकार की ओर से वित्तीय सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने डॉ. चंदेल को इन समस्याओं के निराकरण हेतु सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए हर संभव मदद दिये जाने का आश्वासन दिया।
- -सिर्फ 166 स्कूलों का होगा समायोजन-शेष 10,297 स्कूल पूरी तरह से चालू रहेंगे-विभाग ने कहा युक्तियुक्तकरण शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयासरायपुर / शिक्षा विभाग ने कतिपय संगठनों एवं व्यक्तियों द्वारा युक्तियुक्तकरण से हजारों की संख्या में स्कूलों के बंद होने की बात को पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने कहा है कि असलियत इससे बिलकुल अलग है। प्रदेश सरकार की ओर से जारी युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया का उद्देश्य किसी की पढ़ाई रोकना नहीं, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करना है।राज्य के कुल 10,463 स्कूलों में से सिर्फ 166 स्कूलों का समायोजन होगा। इन 166 स्कूलों में से ग्रामीण इलाके के 133 स्कूल ऐसे हैं, जिसमें छात्रों की संख्या 10 से कम है और एक किलोमीटर के अंदर में दूसरा स्कूल संचालित है। इसी तरह शहरी क्षेत्र में 33 स्कूल ऐसे हैं, जिसमें दर्ज संख्या 30 से कम हैं और 500 मीटर के दायरे में दूसरा स्कूल संचालित है। इस कारण 166 स्कूलों को बेहतर शिक्षा के उद्देश्य से समायोजित किया जा रहा है, इससे किसी भी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। शेष 10,297 स्कूल पूरी तरह से चालू रहेंगे। उनमें केवल प्रशासनिक और शैक्षणिक स्तर पर आवश्यक समायोजन किया जा रहा है। स्कूल भवनों का उपयोग पहले की तरह ही जारी रहेगा और जहाँ आवश्यकता होगी, वहाँ शिक्षक भी उपलब्ध रहेंगे।यहाँ स्पष्ट करना जरूरी है कि स्कूलों का “समायोजन” और “बंद” होना अलग चीज है। समायोजन का अर्थ है पास के स्कूलों को एकीकृत कर बेहतर संसाधनों का उपयोग। इसका मकसद बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है, न कि स्कूल बंद करना। शिक्षा विभाग ने लोगों से अफवाहों से सावधान रहने की अपील की है। सच्चाई यह है कि राज्य सरकार स्कूलों को मजबूत करने, पढ़ाई की गुणवत्ता बढ़ाने और हर बच्चे को बेहतर शिक्षा देने की सुदृढ व्यवस्था में जुटी है।शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की पहलदरअसल छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए स्कूलों और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण यानि तर्कसंगत समायोजन कर रही है। इसका उद्देश्य यह है कि जहां जरूरत ज्यादा है, वहां संसाधनों और शिक्षकों का बेहतर ढंग से उपयोग सुनिश्चित हो। उन स्कूलों को जो कम छात्रों के कारण समुचित शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं, उन्हें नजदीकी अच्छे स्कूलों के साथ समायोजित किया जाए, ताकि बच्चों को बेहतर माहौल, संसाधन और पढ़ाई का समान अवसर उपलब्ध हो सके। इससे बच्चों को ज्यादा योग्य और विषय के हिसाब से विशेषज्ञ शिक्षक मिलेंगे। स्कूलों में लाइब्रेरी, लैब, कंप्यूटर आदि की सुविधाएं सुलभ होंगी। शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में अब पर्याप्त शिक्षक मिलेंगे। जिन स्कूलों में पहले गिनती के ही छात्र होते थे, वे अब पास के अच्छे स्कूलों में जाकर बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में इस बदलाव से शिक्षा का स्तर सुधरेगा।सरकार की मंशा साफ है, हर बच्चे को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। यही वजह है कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि शिक्षकों की तैनाती सिर्फ संख्या के हिसाब से नहीं बल्कि जरूरत के हिसाब से हो। छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग का मानना है कि यह कदम सिर्फ एक प्रशासनिक सुधार नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में एक ठोस बदलाव है, जिससे आने वाली पीढ़ी को मजबूत नींव मिलेगी।
- -नवा रायपुर रेल्वे स्टेशन के पास 2.65 लाख वर्गफीट में निर्मित है सीबीडी, मल्टीप्लेक्स, रेस्टोरेंट और एएसपी कार्यालय हो रहे संचालित-जल्द शुरू होगा इमर्सिव होलोग्राफिक एंटरटेनमेंट, हर तरह की खरीदारी के लिए सुपर मार्केट भी-स्मार्ट सिटी के अनुरूप एक ही जगह पर विविध सुविधाएं, 100 से अधिक रिटेल दुकानें आबंटित-नवा रायपुर की नई पहचान बनने अग्रसर सीबीडी, रोजगार, पर्यटन, सांस्कृतिक-तकनीकी केंद्र और नवाचार आधारित स्टार्ट-अप्स के लिए नया मंचरायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर के सेक्टर-21 में 2.65 लाख वर्गफीट में निर्मित छह मंजिला सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (CBD) देश के इस पहली स्मार्ट सिटी की नई पहचान बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। नवा रायपुर का नवनिर्मित रेल्वे स्टेशन इसके पास ही है, जिस वजह से यह सीबीडी रेल्वे स्टेशन के नाम से ही जाना जाता है। अभी सीबीडी में मिराज मल्टीप्लेक्स, आईपी क्लब रेस्टोरेंट और एएसपी कार्यालय संचालित हो रहे हैं। मनोरंजन के अद्वितीय अनुभव के लिए यहां जल्द ही इमर्सिव होलोग्राफिक एंटरटेनमेंट सेंटर प्रारंभ होने जा रहा है। हर तरह की खरीदारी के लिए गोकुल सुपर मार्केट भी शीघ्र शुरू होगा।स्मार्ट सिटी के अनुरूप सीबीडी में एक ही जगह पर विविध सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। स्थानीय व्यवसाईयों को 100 से अधिक रिटेल दुकानें आबंटित की गई हैं जो यहां तेजी से फुटफाल बढ़ाएंगी। सीबीडी नवा रायपुर के आर्थिक विकास को गति देने के साथ ही रोजगार, पर्यटन, सांस्कृतिक-तकनीकी केंद्र और नवाचार आधारित स्टार्ट-अप्स के लिए नया मंच प्रदान करेगा। स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को साकार करने वाला यह कॉम्प्लेक्स आने वाले वर्षों में नवा रायपुर की नई पहचान बनेगा जहां शिक्षा, मनोरंजन और दैनिक जरूरतें जैसी सभी चीजें एक ही स्थान पर सुलभ होंगे। इमर्सिव टेक्नोलॉजी, तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान और शॉपिंग की सहुलियतों से सुसज्जित यह भविष्य के नए आकर्षण का केंद्र है।सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट का कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स चार विंग्स में फैला हुआ है, जिसका कुल कारपेट एरिया दो लाख 65 हजार वर्गफीट है। यहां हर तल की योजना नागरिकों की अलग-अलग जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। भू-तल में लगभग पांच हजार वर्गफीट एरिया गोकुल सुपर मार्केट को आबंटित किया गया है जो शीघ्र ही प्रारंभ होने वाला है। इसी तल पर नवा रायपुर का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी संचालित है। भू-तल पर 100 से अधिक रिटेल दुकानें भी आबंटित की गई हैं।सीबीडी का द्वितीय तल एनआईईएलआईटी (National Institute of Electronics & Information Technology) को आबंटित किया गया है, जो युवाओं को इलेक्ट्रॉनिक्स, डेटा एनालिटिक्स और आईटी में प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाएगा। इस तल पर आईपी क्लब रेस्टोरेंट भी संचालित है, जो लोगों को विभिन्न तरह के खानपान उपलब्ध कराता है। तृतीय तल पर पांच करोड़ 33 लाख रुपए की लागत से इमर्सिव होलोग्राफिक एंटरटेनमेंट सेंटर बनाया जा रहा है। यह वीआर (VR), एआर (AR) और होलोग्राफिक तकनीकों के माध्यम से प्रदेशवासियों को मनोरंजन का अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा। चौथे व छटवें फ्लोर पर संचालित मिराज सिनेमा ने सीबीडी को नवा रायपुर में मनोरंजन के लोकप्रिय स्थल के रूप में स्थापित कर दिया है।सीबीडी केवल शॉपिंग डेस्टिनेशन नहीं है। यह छत्तीसगढ़ की आधुनिक राजधानी नवा रायपुर को निकट भविष्य में आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से गहरे तक प्रभावित करेगा। देश की पहली स्मार्ट सिटी नवा रायपुर अटल नगर तेजी से भविष्य के शहर के रूप में उभर रहा है, जहां मुख्यमंत्री निवास, मंत्रालय, सचिवालय, विभागाध्यक्ष भवन और अन्य सरकारी कार्यालय संचालित हैं। विधानसभा का नया भवन भी यहां निर्माणाधीन है। शिक्षा, स्वास्थ्य, तकनीकी विकास और निवेश के क्षेत्र में भी नवा रायपुर नई ऊचांईयाँ छू रहा है। वर्ष 2018 में सीबीडी का निर्माण पूर्ण होने के बाद वर्तमान सरकार ने 2025 में ही गोकुल सुपर मार्केट, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसे कई स्थानों को आबंटित किया है। कॉम्प्लेक्स के अन्य बिल्ड-अप स्पेस के आबंटन की कार्यवाही भी तेजी से प्रक्रियाधीन है।
- रायपुर। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में अवैध कोयला परिवहन और भंडारण के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। कलेक्टर के निर्देश और पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में खनिज विभाग एवं पुलिस की संयुक्त टीम लगातार कार्रवाई कर रही है।खनिज अधिकारी दयानंद तिग्गा ने बताया कि पोड़ी-चिरमिरी क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान ग्राम चिताझोर में एक ट्रैक्टर को रोका गया। यह महिंद्रा 275 डीआई लाल रंग का ट्रैक्टर रेत से भरा हुआ नजर आ रहा था, लेकिन जांच करने पर ट्रॉली के भीतर रेत की आड़ में कोयला छिपाकर रखा गया था। जांच के दौरान ट्रैक्टर का चालक मौके से फरार हो गया। ट्रैक्टर को तत्काल जब्त कर पोड़ी थाना के सुपुर्द कर दिया गया है।गौरतलब है कि खनिज विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम कोयले के अवैध कारोबार पर लगातार कार्रवाई कर रही है। हाल ही में की गई छापेमारी में लगभग 20 टन कोयला जब्त किया गया था। संबंधित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस मामले में पुलिस ने भी प्रकरण दर्ज किया है।
- -मुख्यमंत्री ने कोंडागांव, बस्तर एवं सुकमा जिलों की समीक्षा कीरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सुशासन तिहार का उद्देश्य सरकार द्वारा बीते डेढ़ वर्ष में किए गए कार्यों की जमीन हकीकत का मूल्यांकन और जनता जनार्दन से संवादकर फीडबैक प्राप्त करना है। राज्य शासन का लक्ष्य जनसेवा है और इसके लिए प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी को सजगता और संवेदनशीलता से काम करने की जरूरत है। जनसुविधाओं का ध्यान, समस्याओं का तत्परता से समाधान और गुणवत्तापूर्ण सेवा से ही सुशासन है। मुख्यमंत्री श्री साय ने यह बातें कोंडागांव कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में शुक्रवार को आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कहीं।मुख्यमंत्री ने बस्तर क्षेत्र में वनोपज आधारित रोजगार पर जोर देते हुए कहा कि इमली एवं रेशम कोकून जैसे उत्पादों पर विशेष रणनीति बनाकर वैल्यू एडिशन करें, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिकाधिक अवसर प्राप्त हों। उन्होंने रेशम, मधुमक्खी पालन, लाख उत्पादन जैसे उत्पादों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। स्थानीय स्तर पर निर्मित वस्तुओं के प्रचार-प्रसार एवं विपणन के माध्यम से व्यवसायिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने जनसामान्य से उज्ज्वला योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में प्राप्त आवेदनों के मद्देनजर अधिकारियों को रिफिलिंग प्रतिशत बढ़ाने एवं गैस सब्सिडी के प्रचार-प्रसार हेतु विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। राजस्व प्रकरणों, विशेषकर सीमांकन से संबंधित मामलों को 15 जून के पूर्व निराकृत करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर संभाग में मक्का प्रमुख फसल है, इसे उन्न्त तकनीक से जोड़कर उत्पादकता में वृद्धि की जाए। उन्होंने कहा कि जैविक सुगंधित धान की खेती को बढ़ावा देने हेतु कलेक्टर व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करें तथा सर्टिफिकेशन, मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग के लिए भी विशेष प्रयास करें।प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह ने त्रुटि सुधार कार्यों, विशेषकर नाम वर्तनी संबंधी त्रुटियों को शीघ्र सुधारने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत कोंडागांव जिले में अप्रारंभ आवासों की संख्या अधिक होने पर इसका त्वरित निराकरण तथा राजमिस्त्री की कमी को देखते हुए स्थानीय युवाओं को इसका प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने बीजापुर में आत्मसमर्पित माओवादियों को राजमिस्त्री प्रशिक्षण दिए जाने की सराहना करते हुए इसे अन्य जिलों को भी अपनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए गए कि फॉरेस्ट क्लियरेंस, रिटेंडर प्रक्रिया, मुआवजा प्रकरणों का शीघ्र निराकरण किया जाए, जिससे निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा सके।बैठक में बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप, केशकाल विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजू एस., कमिश्नर श्री डोमन सिंह, आई.जी. श्री सुंदरराज पी., तीनों जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, सीईओ जिला पंचायत, वनमंडलाधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- -उप मुख्यमंत्री अरुण साव और वन मंत्री केदार कश्यप ने वृक्षारोपण कार्यक्रम की समीक्षा कीरायपुर। ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के तहत प्रदेश में करीब दो करोड़ 75 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा। पौधों की उपलब्धता वन विभाग के नर्सरियों और विभागीय स्त्रोतों से सुनिश्चित की जाएगी। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने शुक्रवार को मंत्रालय में आयोजित बैठक में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की गहन समीक्षा की। बैठक में अभियान के तहत शासकीय विभागों द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप वृक्षारोपण के निर्देश दिए गए।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने बैठक में अधिकारियों से ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के तहत जनभागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पौधरोपण करने वालों को उस पौधे के ग्रोथ की निगरानी से जोड़ें, जिससे वृक्षारोपण के वास्तविक लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों और अन्य महाविद्यालयों से अनेक लोग निकलकर आज कामयाबी के शिखर पर हैं। इन सभी संस्थाओं को ऐसे लोगों को संस्था में वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान अवश्य आमंत्रित करना चाहिए। नगरीय निकायों में शहरों के बड़े व्यवसाईयों, उद्योगपतियों और अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में वृक्षारोपण कराया जाना चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने स्कूलों में वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहयोग प्रदान करने वालों की भागीदारी सुनिश्चित करने और सभी को वृक्षारोपण के दौरान रोपे गए पौधों के ग्रोथ की भी जानकारी देना सुनिश्चित करने को कहा।वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने वृक्षारोपण में महत्वपूर्ण सहयोग देने वाले लोगों को 15 अगस्त और वानिकी दिवस पर सम्मानित किए जाने की बात कही। उन्होंने आगामी पर्यावरण दिवस 5 जून को होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रमों में व्यापक जनसहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने वृक्षारोपण अभियान के दौरान कलेक्ट्रेट परिसरों, राष्ट्रीय राजमार्गों, पर्यटन स्थलों, धार्मिक स्थलों, औद्योगिक क्षेत्रों, माइनिंग परिसरों, जल स्त्रोतों के आसपास, स्कूल परिसरों तथा अन्य संस्थाओं एवं स्थानों को चिन्हित कर व्यापक कार्ययोजना के तहत कार्य करने को कहा।वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती ऋचा शर्मा ने वृक्षारोपण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए सभी विभागों के अधिकारियों को समन्वय एवं सहयोग से कार्य करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, लोक निर्माण, आवास एवं पर्यावरण, नगरीय प्रशासन एवं विकास, खनिज, पर्यटन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वन एवं जलवायु परिवर्तन और जल संसाधन विभाग द्वारा ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया। पीसीसीएफ श्री अरूण पाण्डेय ने वृक्षारोपण अभियान में किए जाने वाले कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी.दयानंद और उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री एस. भारतीदासन सहित वन विभाग, वन विकास निगम, आवास एवं पर्यावरण, पर्यटन, वाणिज्य एवं उद्योग, संस्कृति, स्कूल शिक्षा, कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।
- -राष्ट्रीय आम महोत्सव में शामिल होने का दिया न्यौता-कृषि महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों की समस्याओं के निराकरण हेतु सहयोग का अनुरोध कियारायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने शुक्रवार को उनके निवास कार्यालय में सौजन्य भेंट कर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित शिक्षण, अनुसंधान एवं प्रसार गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की। कुलपति डॉ. चंदेल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में 6 से 8 जून, 2025 तक आयोजित राष्ट्रीय आम महोत्सव के शुभारंभ समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित भी किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने आम महोत्सव में शामिल होने हेतु सहर्ष मंजूरी प्रदान की।डॉ. चंदेल ने मुख्यमंत्री श्री साय कोकृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्यरत 27 कृषि विज्ञान केन्द्रों में कार्यरत वैज्ञानिकों एवं अन्य कर्मचारियों के वेतन एवं पेंशन में आ रही समस्याओं के संबंध में अवगत कराते हुए इन समस्याओं के निराकरण हेतु राज्य शासन की ओर से वित्तीय मदद दिये जाने का अनुरोध किया। इसी प्रकार उन्होंने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंगर्तगत संचालित महाविद्यालयों से सेवानिवृत्त होने वाले प्राध्यापकों एवं अन्य कमर्चारियों को पेंशन प्रदान करने हेतु भी राज्य सरकार की ओर से वित्तीय सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। मुुख्यमंत्री श्री साय ने डॉ. चंदेल को इन समस्याओं के निराकरण हेतु सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए हर संभव मदद दिये जाने का आश्वासन दिया।
- -बस्तर के नारायणपाल में लगाई चौपाल, जानी योजनाओं की जमीनी हकीकतरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि हर जरूरतमंद के साथ राज्य सरकार खड़ी है, जनकल्याण ही हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सुशासन मतलब है अच्छा शासन। सुशासन तिहार के अंतिम चरण के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज बस्तर जिले के ग्राम नारायणपाल पहुंचे। उन्होंने नारायणपाल के देवगुड़ी परिसर में आम के पेड़ के नीचे अपनी चौपाल लगाई और ग्रामीणों से जीवंत संवाद कर योजनाओं की जानकारी ली।मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से बिजली व्यवस्था, राशन वितरण, पीएम आवास योजना और महतारी वंदन योजना के साथ ही गांव में राशन कार्ड की स्थिति, राशन की उपलब्धता, शिक्षकों और पटवारियों की उपस्थिति जैसे बुनियादी मुद्दों पर भी जानकारी ली। ‘महतारी वंदन योजना’ की लाभार्थी श्रीमती सरिता कश्यप ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, महतारी वंदन से मिलने वाली राशि का उपयोग घरेलू खर्चों और बच्चों के इलाज में करती हैं। श्री जगमोहन कश्यप ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान निर्माण पूरा होने की जानकारी दी।श्रीमती ललिता बघेल ने बताया कि पहले उन्हें बेल मेटल का काम करने के लिए अपने गहने गिरवी रखने पड़ते थे। अब बिहान योजना के तहत उन्हें 15,000 रूपए की सहायता और बैंक से 1.5 लाख रूपए तक का ऋण मिल रहा है, जिससे उनका काम बेहतर तरीके से चल रहा है। श्रीमती पदमिनी ठाकुर ने बताया कि वे ऑर्गेनिक खाद और कीटनाशक दवाओं के निर्माण से जुड़ी हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने इस मौके पर मुख्यमंत्री को फूड बास्केट भेंट किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी जरूरतमंदों को आवास मिलेगा, ‘आवास प्लस’ में जिनका नाम है, उन्हें भी आवास दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘महतारी वंदन योजना’ में जिन महिलाओं का नाम नहीं जुड़ा है, उनके नाम भी जोड़े जाएंगे। उन्होंने बताया कि सरकार तकनीक के उपयोग से भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर रही है। पंजीयन की नई प्रक्रिया से रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया को सरल किया गया है। उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल से 1460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं। जल्द ही इसका विस्तार सभी ग्राम पंचायतों में होगा।अनेक विकास कार्यों की घोषणामुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर अनेक घोषणाएं की, जिनमें नारायणपाल माध्यमिक शाला भवन के लिए 20 लाख रूपए, प्राथमिक शाला मंदिरपारा के लिए 20 लाख रूपए, स्ट्रीट लाईट, हाई मास लाईट के लिए 15 लाख रूपए, व्यावसायिक परिसर हेतु 20 लाख रूपए, सी.सी. रोड 600 मी. (गोवर्धन भाटा से बोधघरा घर तक) 15 लाख रूपए, पुलिया 2 मी. स्पान 2 नग के लिए 12 लाख रुपए, सी.सी सड़क धरमु घर से नाव घाट तक 9 लाख रूपए, इस प्रकार कुल 1 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत के कार्यों की घोषणा की।नारायणपाल में मुख्यमंत्री ने कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की वन समिति के 11 हितग्राहियों को वाहन का वितरण किया। इसमें कोटमसर, तीरथगढ़ और कामानार के वन समिति के हितग्राही शामिल थे। उन्होंने कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के मेधावी छात्र छात्राओं को टैबलेट और किताबें देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद श्री महेश कश्यप, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री बसवराजू एस सहित अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन उपस्थित थे।
- -बेलमेटल कलाकृतियों की सराहना कीरायपुर ।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज शिल्पनगरी कोण्डागांव के आगमन पर शबरी एंपोरियम का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने बेलमेटल, रॉट आयरन, बांस एवं काष्ठ शिल्प के बस्तर की जीवन शैली और समृद्ध जनजातीय संस्कृतियों को दर्शाती कलाकृतियों को देखा और इसकी सराहना की। उन्होंने यहां शिल्पियों से मुलाकात कर बेलमेटल सहित विभिन्न कलाकृतियों की निर्माण प्रक्रिया और उनकी मार्केटिंग के संबंध में जानकारी ली। शिल्पकारों ने मुख्यमंत्री को बेलमेटल से बने कलाकृति भेंट की।इस अवसर पर बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप, केशकाल विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, नगर पालिका अध्यक्ष श्री नरपति पटेल, उपाध्यक्ष श्री जसकेतु उसेंडी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसव राजू, कमिश्नर श्री डोमन सिंह, पुलिस महानिरीक्षक श्री सुंदरराज पी, कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना, पुलिस अधीक्षक श्री वाय अक्षय कुमार, पूर्व विधायक श्री सेवकराम नेताम सहित जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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*विभिन्न योजनाओं से हितग्राही हुए लाभान्वित, खिले चेहरे*
बिलासपुर/अपर मुख्य सचिव, जेल गृह विभाग एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज पिंगुआ सुशासन तिहार के तहत मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम बकरकुदा में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सुशासन स्थापित करना सुशासन तिहार तक ही न सीमित रहे। अंतिम छोर के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहंुचाना ही सुशासन तिहार का उद्देश्य है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की समस्याओं का तत्परता से निराकरण करें। उन्होंने ग्रामीणों से जल संरक्षण की अपील की। गरमी के मौसम में धान की जगह कम पानी लेने वाले लाभदायी फसल लगाने की बात कही। शिविर में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सतकली बावरे, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसएसपी श्री रजनेश सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, जनपद पंचायत सदस्य श्री ज्वाला प्रसाद बंजारे, सरपंच श्रीमती काजल भास्कर, एडीशनल एसपी श्रीमती अर्चना झा, एसडीएम श्री प्रवेश पैकरा सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। शिविर में 14 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण किया गया। इनमें टिकारी, चौहा, अकोला, बकरकुदा, डोडकी, ईटवा, पाली, विद्याडीह, कुटेला, चकरबेड़ा, डगनिया, सरसेनी, मटिया और बूढ़ीखार शामिल है। शिविर में 4656 आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई जिनमें से 98 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण कर लिया गया है।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने ग्रामीणों से जल संरक्षण की अपील की। उन्होंने सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों के निराकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि प्राप्त आवेदनों में प्रधानमंत्री आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशन कार्ड और शौचालय निर्माण की मांग की संख्या ज्यादा है। कलेक्टर ने कहा कि जो पहले चरण में मांग और शिकायतों से संबंधित आवेदन नहीं दे पाए हैं वे शिविर में ही अपने आवेदन दे सकते हैं। शिविर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा समूह की दीदियों को 4 लाख 80 हजार रूपए का चेक, कृषि विभाग द्वारा किसानों को लपेटा पाईप सहित अन्य सामग्री का वितरण कर लाभान्वित किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी गई। ग्रामीणों ने शिविर में बड़ी संख्या में बीपी, शुगर की जांच कराई। स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग द्वारा दवाईयों का वितरण किया गया।gm -
बिलासपुर/नारकोटिक्स दवाईयों की अवैध बिक्री पर निगरानी बढ़ाने के लिए मेडिकल दुकानों पर सीसीटीवी लगाना अनिवार्य किया गया है। बावजूद इसके तखतपुर की एक दवाई दुकान श्री मेडिकल एवं जनरल स्टोर में सीसीटीवी स्थापित होना नहीं पाया गया। खाद्य एवं औषधि प्रशासन निरीक्षक श्री सुनील पण्डा ने आज तखपुर के 16 दवाई दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने श्री मेडिकल स्टोर के संचालक को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों में सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं सीएमएचओ डॉ0 प्रमोद तिवारी के निर्देश पर सभी मेडिकल दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है। अवैध नारकोटिक्स दवाईयों के सेवन से युवा पीढ़ी के स्वास्थ्य पर विपरित असर होता है। असमय वे काल के गाल में समा जाते हैं। एन कार्ड समिति की बैठक में इन दवाईयों के स्रोत मेडिकल दुकानों पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। तखतपुर के शेष 15 मेडिकल दुकानों में सीसीटीवी होना पाया गया। श्री पण्डा ने सभी दुकान मालिकों को हिदायत देते हुए कहा कि ये उपकरण केवल दिखावे के लिए नहीं होने चाहिए। सही तरीके से ये काम करते रहें, इन्हें देखने का काम उनका है। कभी भी जरूरत पड़ने पर डेटा उन्हें उपलब्ध कराना होगा।
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*कलेक्टर ने की जल संसाधन विभाग के कामकाज की समीक्षा*
*तेजी से कार्य पूर्ण करने कलेक्टर ने दिए निर्देश**सतही जल के संरक्षण में सिंचाई विभाग की अहम भूमिका**निर्माण स्थलों की सतत निगरानी करें अधिकारी*बिलासपुर/कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में सिंचाई विभाग के काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले के सिंचाई परियोजनाओं के मरम्मत और रख रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने अधूरे कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि अधूरी सिंचाई परियोजनाएं भी भू जल के नीचे चले जाने का एक कारण है। सतही जल के संरक्षण में सिंचाई विभाग की अहम भूमिका है। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्माण स्थल की सतत निगरानी के निर्देश दिए। कहा कि कामों की गुणवत्ता से कदापि समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने बारिश के पानी को रोकने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, एडीएम श्री आर ए कुरुवंशी भी मौजूद थे।कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा डेम और एनिकट के गेट में जो भी मरम्मत कार्य किया जाना है वो जल्द कर ले। उन्होंने बारिश के पानी को रोकने के लिए फोकस करने कहा। नाला बंधान, पर्कुलेशन टैंक जैसे स्ट्रक्चर बनानें के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि भू जल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। पानी के अंधाधुंध दोहन से ऐसी स्थिति निर्मित हुई है। हम भूमि के नीचे का पानी बहुत निकाल चुके हैं। अब हमें पानी भूमि के नीचे डालना है। राजनांदगांव जिले में इस दिशा में बहुत अच्छा काम हुआ है। हम समाज के लिए जो भी बेहतर कर सकते हैं, हमें करना चाहिए। पौधरोपण एवं जल संरक्षण हर तरह के कार्य का अनिवार्य हिस्सा है। किसानों को फसल चक्र परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित करे। हर गांव में एक-एक पर्काेलेशन टैंक बनाना है। उन्होंने सभी सब इंजीनियर और एसडीओ को इस पर गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गांव का पानी गांव में रुकना चाहिए, यह हमारा लक्ष्य है। जब तक हम गांव वालों को अभियान से नहीं जोड़ेंगे तब तक हमें जल संरक्षण के कार्यों में सफलता नहीं मिलेगी। कलेक्टर ने अधूरे कामों को समय में पूरा करने के निर्देश दिए। कहा उनकी गुणवत्ता से कतई समझौता नहीं किया जाये। बैठक में जल संसाधन विभाग के ईई श्री मधु चंद्रा सहित सभी एसडीओ एवं सब इंजीनियर उपस्थित थे। -
*जनभागीदारी से कुपोषण मुक्त समाज बनाने की अभिनव पहल*
बिलासपुर/ जनभागीदारी से कुपोषण मुक्त समाज बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने अभिनव पहल की है। पोंठ लईका अभियान के नाम से जिले में एक अभियान शुरू किया गया है। प्रथम चरण में 250 आंगनबाड़ी केन्द्रों की मध्यम एवं गंभीर रूप से कुपोषित लगभग 4 हजार बच्चों को लक्ष्य में लिया गया है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने प्रार्थना सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला में अभियान के अमल में लाने की रूपरेखा बताई। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों के व्यवहार परिवर्तन से कुपोषण के दुष्चक्र से बाहर निकालना संभव है। इसके लिए भारी भरकम बजट की जरूरत नहीं है। स्थानीय रूप से उपलब्ध संसाधनों और प्रचलित सरकारी योजनाओं के तालमेल से इस अभियान को सफल किया जा सकता है। अभियान का जिले में संचालन एम्स रायपुर, यूनिसेफ और स्को4एन के सहयोग से किया जायेगा। आगामी छह महीनों में लक्षित बच्चों को सुपोषित करने की समय-सीमा रखी गई है। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल, सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी, यूनिसेफ के पोषण समन्वयक डॉ. महेन्द्र प्रजापति,एम्स रायपुर के समन्वयक श्री वरूण एलेक्जेण्डर सहित महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। -
*उन्नत कृषि तकनीक से अवगत हुए किसान*
*अभियान के पहले दिन काठाकोनी और बकरकूदा में जागरूकता शिविर***किसानों को दी गई वैज्ञानिक खेती की तकनीक की जानकारी**कृषि कार्य में ड्रोन के उपयोग का जीवंत प्रदर्शन*बिलासपुर/किसानों को उन्नत तकनीकों, प्राकृतिक खेती, फसल विविधीकरण और सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के उद्देश्य से विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान के पहले दिन ग्राम काठकोनी और ग्राम पंचायत बकरकूदा में कृषि जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जहां स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।शिविर में किसानों को धान की कतार बोनी (DSR), पैडी ट्रांसप्लांटर से रोपाई, तथा सोयाबीन की बीबीएफ पद्धति जैसी उन्नत तकनीकों पर भी किसानों को प्रशिक्षित किया गया।पराली जलाने से होने वाले नुकसान से किसानों को अवगत कराते हुए मल्चर यंत्र का प्रदर्शन भी किया गया।शिविर में किसानों को प्राकृतिक व जैविक खेती, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार संतुलित उर्वरक के उपयोग, कृषि ड्रोन के माध्यम से उर्वरक छिड़काव, और आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग की जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केंद्र एवं इफको के सहयोग से ड्रोन का लाइव प्रदर्शन कर किसानों को इसकी कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया।शिविर में विशेष रूप से फसल चक्र परिवर्तन, फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, ऑयल पाम मिशन, एग्रीस्टैक योजना, पराली प्रबंधन, एवं जल संरक्षण तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की गई। आईसीटी माध्यमों से किसानों को कृषि जानकारी उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयासों की जानकारी दी गई। शिविर के अंत में किसानों को बीज, उर्वरक और अन्य कृषि आदान सामग्री का वितरण भी जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों ने किसानों से आग्रह किया कि वे उन्नत तकनीकों को अपनाएं, सरकारी योजनाओं का लाभ लें और सतत कृषि की ओर अग्रसर हों। बकरकूदा में आयोजित शिविर में कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल शामिल हुए।इस अवसर पर ग्राम सरपंच श्री प्रवीण कौशिक, कृषि विज्ञान केंद्र से वैज्ञानिक श्री जयंत साहू, सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी श्रीमती मांझी, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्री सत्यपाल, पशुपालन विभाग से श्री कुजूर, मत्स्य विभाग, फसल बीमा प्रतिनिधि, संस्था प्रबंधक कुरेली एवं काठकोनी, ग्राम सचिव, कृषक मित्र नंद कुमार कौशिक एवं राधेश्याम, तथा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री साहू एवं श्री तिर्की उपस्थित रहे। -
भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई अंतर्गतत नागरिकों को शासकीय योजनाओं का लाभ घर बैठे कम समय में देने के लिए मोर संगवारी सेवा योजना चलाया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से क्षेत्र नागरिक घर बैठे टाॅल फ्री नबंर 14545 पर काॅल कर मोर संगवारी के एजेंट को बुला सकते है। आवश्यकता अनुसार जो भी प्रमाण पत्र बनवाना है, उससे संबंधित दस्तावेज देकर प्रमाण पत्र बनवा सकते है। एजेंट दस्तावेज लेकर कम से कम समय में आपके घर पर ही प्रमाण पत्र डिलिवर कर देगें। जिससे आपको कही आने जाने एवं सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं है। इससे समय एवं पैसे की भी बचत होगी। शासन की यह सबसे सस्ता एवं अच्छा योजना है, नागरिक इसका भरपुर लाभ उठावें।
मोर संगवारी से नागरिको को 27 प्रकार के सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है, अभी तक घर बैठे बैठे कितने प्रकार के लोग सुविधा पा चुके हैं। विवाह प्रमाण पत्र 2856, मृत्यु प्रमाण पत्र 1339, जन्म प्रमाण पत्र 2182, दुकान एवं स्थापना पंजीयन/गुमस्ता लाइसेंस 355, 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का आधार पंजीयन 12857, पैन कार्ड सेवा 271, आधार मोबाईल नबंर अपडेट 13462, मूल निवासी प्रमाण पत्र 1358, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र 61, पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र 284, आय प्रमाण पत्र 3420, एपीएल राशन कार्ड 266, विवाह सुधार 133 इस प्रकार कुल 41208 प्रमाण पत्र बनाकर नागरिकों को लाभान्वित किया जा चुका है।नागरिको को पहले यही सब प्रमाण पत्र बनाने नगर निगम भिलाई में आकर अपना समय एवं पैसा खर्च करना पड़ता था। अब यही काम घर बैठे कम से कम समय पर हो जा रहा है। इसके लिए मात्र 50 रूपये खर्च करके घर पर ही प्रमाण पत्र डिलिवर कर दिया जा रहा है। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, महापौर नीरज पाल एवं आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय का क्षेत्र के सभी नागरिको से अपील है कि शासन द्वारा यह योजना आपके सब के लिए चलाया जा रहा है। इसमें कम से कम समय पर अपने आवश्यकता के सभी प्रमाण पत्र बनवा सकते है। इसका लाभ अवश्य उठावें। -
भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई में प्रधानमंत्री आवास येाजना अंतर्गत लोगो को मकान आबंटित करके दिया गया है। जिसमें लोग अपने परिवार सहित निवास कर रहे है। आज आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा, उपअभियंता दीपक देवांगन को लेकर वहां के निवासियों की मूलभूत आवश्यकताओ की पूर्ति हो रही है कि नहीं की जानकारी लेने गये। सर्वप्रथम आम्रपाली फेस-02 स्वप्निल बिल्डर्स, एनारा स्टेट खम्हरिया के निवासरत परिवारो से मिले एवं उनकी समस्याओ की जानकारी प्राप्त किए। स्वप्निल बिल्डर्स के नागरिको की शिकायत थी कि उन्हे पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है, कुछ देर आने के बाद बंद हो जाता है। संबंधित एजेंसी को तत्काल पानी सप्लाई बहाल करने निर्देश किया गया। यह भी जानकारी दी गई थी आने-जाने का जो मार्ग है वह घूम करके आना पड़ता है जिससे बहुत परेशानी होती है स्वप्निल बिल्डर के प्रबंधन द्वारा आने जाने का रास्ता के मध्य में दिवाला खड़ा कर दी गई है उसके बारे में भूखंड निगम को स्थानांतरित करते समय नियम एवं शर्तें क्या थी आवा गमन का मार्ग क्या था इसका पता करने के लिए आयुक्त ने निर्देशित किया है। उसके बाद संबंधित एजेंसी को रास्ता खोलने के लिए कहा जाएगा
आम्रपली के निवासीयो की शिकायत थी कि उनके सामने रिक्त भूखण्ड पर किसी अन्य सामाजिक संस्था द्वारा अवैध कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। टेम्प्रेरी रूप से फैसिंग लगाकर तार की जाली बना दी गई थी और कुछ पेड़ो को भी काट दिया गया था। जोन आयुक्त येशा लहरे को अवैध कब्जा रिक्त करने संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करने का निर्देश किये। आयुक्त वहां के निवासियों से कहे कि निगम आप लोगो को पेड़ उपलब्ध करा देगा। वहां खाली जगह पर सब लोग मिलकर वृक्षारोपण कर दें, जिससे वहां कोई अवैध कब्जा न कर सकें।एनार स्टेट खमरिया के निवासियो का पानी पर्याप्त नहीं आने की शिकायत थी। उसके साथ ही कुछ जगहो पर बरसात का जल भराव हो गया था। वहां पर मच्छर बहुत पनप रहे थे। जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना को आइल का छिड़काव करने के लिए निर्देशित किये। पानी की समस्या का भी निराकरण किया गया। आगामी मानसून को देखते हुए सभी प्रधानमंत्री आवास कालोनियों में सघन वृक्षारोपण किया जाएगा। जिससे क्षेत्र हरा-भरा रहे एवं बच्चो के खेलने के लिए मैदान, पार्क इत्यादि का भी निर्माण किया जाएगा। - -कर्मियों का अनुभव हमारी बहुमूल्य पूंजी - आर.के.शुक्लारायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी डंगनिया मुख्यालय के भारप्रेषण कक्ष में आज 7 कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति पश्चात् विदाई दी गई। इस अवसर पर पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला ने सेवानिवृत्तजनों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृतिचिन्ह भेंट कर उनके सुखमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि तीन से चार दशकों तक तक सेवा करने वाले बिजली कर्मियों के पास बहुमूल्य अनुभव की पूंजी है। उनके योगदान से उपभोक्ता संतोष के लक्ष्य को हम प्राप्त कर रहे हैं।आज सेवानिवृत्त कर्मचारियों में भिलाई से वरिष्ठ पर्यवेक्षक श्री हरिनंदन मंडल, कनिष्ठ पर्यवेक्षक श्री राजेंद्र कुमार तिवारी, लाइन सहायक श्रेणी-2 श्री श्याम लाल निषाद, श्री राजेश कुमार चिंदेकर, दफ्तरी, बिलासपुर से श्री राजेंद्र प्रसाद पाण्डेय, दफ्तरी, रायपुर से श्री नेहरू बेहरा, दफ्तरी एवं जगदलपुर से श्री चैतराम नाग, भृत्य शामिल हैं।विदाई समारोह में कार्यपालक निदेशक श्री के.एस.मनोठिया, श्री एमएस चौहान, श्रीमती ज्योति नंनौरे, श्री वीके दीक्षित, मुख्य अभियंता श्रीमती शारदा सोनवानी, श्री ए.एम.परियल एवं श्री संजय तिवारी आदि भी उपस्थित थे। संचालन प्रकाशन अधिकारी श्री गोविंद पटेल ने किया।
- बेमेतरा । जिले में सुशासन समाधान शिविरों का आयोजन 05 मई 2025 से 31 मई 2025 तक आयोजित किया गया, कल अंतिम 31 मई तक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा | अभी तक जिले में कुल 64 शिविरों का आयोजन हुआ इन शिविरों में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अभियान चलाकर भारतीय डॉक विभाग के समन्वय से 222 कन्याओं का सुकन्या समृद्धि योजना अंतर्गत खाते खुलवाये गये। उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाकर जिले में महतारी वंदन योजना के 2.5 लाख से अधिक महतारियों को प्रोत्साहित करके 17.5 हजार से अधिक सुकन्या समृद्धि के खाते खोले गये है। जिसमें महतारियों द्वारा प्रतिमाह महतारी वंदन योजना से प्राप्त राशि का सदुपयोग करते हुए अपनी कन्याओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बचत की जा रही है।इसी प्रकार समाधान शिविरों में नोनी सुरक्षा योजना अंतर्गत 68 नोनीयों को नोनी सुरक्षा योजना का बांड पेपर वितरित किया गया। योजना का प्रचार-प्रसार करते हुए 81 नोनीयों का नोनी सुरक्षा योजना नवीन पंजीयन किया गया। जब ये नोनी 18 साल की होगी और 12 वीं पास कर लेगी तो उसे 1 लाख रु. की राशि राज्य शासन के द्वारा प्रदाय की जावेगी। इस प्रकार जिले के नोनीयों को 81 लाख रू. की राशि प्राप्त होगी। इसी तरह किशोरी बालिकाओं की स्वास्थ्य का चिन्ता करते हुए जिले की 466 नोनीयों का हिमोग्लोबिन का परीक्षण किया गया एवं उन्हे मासिक धर्म स्वच्छता एवं साफ-सफाई का विशेष जागरूक करते हुए 616 नोनीयों को सेनेटरी नेपकीन का निशुल्क वितरण किया गया।इसी प्राकर 569 नोनीयों का आधार कार्ड बनवाया गया। इस तरह सुशासन समाधान शिविर के माध्यम से जिले के नोनीयों के सुखद भविष्य संवारने हेतु सकारात्मक प्रयास किया गया।
- जशपुर। विदेशी नागरिकों की निगरानी और सुरक्षा नियमों के बीच एक गंभीर मामला जिले में सामने आया है, जहाँ नाइजीरियन मूल का एक व्यक्ति बिना वीजा और पासपोर्ट के अवैध रूप से भारत में घूमता पाया गया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर विदेशियों विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि 29 मई को रात्रि लगभग 8 बजे सिटी कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नेशनल हाइवे 43 स्थित गम्हरिया गर्ग उद्यान के पास एक काले रंग की स्कूटी (क्रमांक CG14MT7848) में दो संदिग्ध व्यक्ति घूम रहे हैं, जिनमें से एक अफ्रीकन मूल का प्रतीत हो रहा है। सूचना पुलिस मौके पर पहुँची और संदेहियों को रोककर पूछताछ की।उन्होंने बताया कि पूछताछ में स्कूटी चालक ने अपना नाम राहुल खलखो, उम्र 21 वर्ष, निवासी ग्राम कस्तूरा खूंटीटोली, थाना दुलदुला बताया, जबकि दूसरा व्यक्ति — जो कि अफ्रीकन मूल का प्रतीत हो रहा था — ने अपना नाम गैरी पिता इकवाबोर, उम्र 46 वर्ष, निवासी इंडम्बो ऑफ साकपोड़ा रोड, बैनी सिटी, नाइजीरिया बताया। जब पुलिस ने उससे वीजा, पासपोर्ट और अन्य पहचान दस्तावेज मांगे, तो वह कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।उन्होंने बताया कि पुलिस ने गैरी को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ की। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह अपनी एक महिला मित्र के साथ जो कि मुंबई में निवासरत है ग्राम खूंटीटोली (थाना दुलदुला क्षेत्र) घूमने आया था। उसकी महिला मित्र ने ही उसे गांव लाकर ठहराया था, लेकिन किसी भी प्रकार की सूचना पुलिस को नहीं दी गई।मामले में पुलिस ने विदेशियों विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14 के अंतर्गत अपराध दर्ज कर विदेशी नागरिक गैरी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। और आगे कि जांच जारी हैंएसएसपी शशि मोहन सिंह ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि "विदेशी नागरिक के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा रही है। जिस परिवार के पास वह रह रहा था, उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। यह नियमों का उल्लंघन है।"उन्होंने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा, "यदि आपके पास या क्षेत्र में कोई भी विदेशी नागरिक आता है, तो उसका विवरण फार्म नंबर 'C' में भरकर नजदीकी थाना या पुलिस कार्यालय को तत्काल सूचित करें।