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- - कलेक्टर ने किया स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल हिर्री का निरीक्षण- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने स्कूल प्रबंधन को दिए सख्त निर्देशदुर्ग / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज अपने धमधा विकासखण्ड प्रवास के दौरान स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, हिर्री का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल प्रबंधन से शैक्षणिक गतिविधियों और अन्य सह-शैक्षणिक कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर ने बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ कौशल उन्नयन और नवाचारों पर विशेष कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सुश्री चौधरी ने कक्षाओं में जाकर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं से बातचीत करते हुए गणित के कुछ महत्वपूर्ण फार्मूलों को सरल तरीके से समझाया। उन्होंने बच्चों को समय प्रबंधन का महत्व बताते हुए कहा कि “सफलता का सबसे बड़ा मंत्र समय का सदुपयोग है। यदि आप समय का सही उपयोग नहीं करते हैं, तो आपकी मेहनत कभी भी सफलता में परिवर्तित नहीं हो पाएगी।”कक्षा 11वीं की छात्रा गुंजन निषाद से बातचीत करते हुए उन्होंने पूछा कि वह भविष्य में क्या बनना चाहती हैं। गुंजन ने बताया कि वह बैंक में अकाउंटेंट बनना चाहती हैं। कलेक्टर ने उनकी सराहना करते हुए कहा कि ऐसे सपने देखकर ही बच्चे अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। कक्षाओं में बच्चों द्वारा उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया देने पर कलेक्टर ने शिक्षकों और छात्रों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।कलेक्टर ने स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य से चर्चा करते हुए स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने और इसके लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि परीक्षा परिणामों में किसी प्रकार की कमी या गड़बड़ी पाई गई तो प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी श्री सोनल डेविड सहित स्कूल के शिक्षक मौजूद थे।
- - सेवा सहकारी समिति मर्यादित लिटिया, उपार्जन केन्द्र शाखा नगपुरा व हिर्री का किया अवलोकनदुर्ग, / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज धमधा विकासखण्ड के विभिन्न धान उपार्जन और संग्रहण केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस क्रम में उन्होंने ग्राम पंचायत बोरी शाखा के सेवा सहकारी समिति मर्यादित लिटिया के धान संग्रहण केन्द्र का दौरा किया। केन्द्र में अब तक 29,498 मीट्रिक टन धान का भंडारण किया जा चुका है, जो लिटिया, सेमरिया, जोगीगुफा, पुरदा, गाडाडीह और करेली ग्राम पंचायतों से लाया गया है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने समिति प्रबंधक और किसानों से चर्चा करते हुए उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना। उन्होंने भंडारित धान को सुरक्षित रखने के लिए उसे ढॅककर रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।संग्रहण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के निर्देशकलेक्टर सुश्री चौधरी ने संग्रहण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के संबंध में निर्देशित किया कि प्रतिदिन आने वाले वाहनों को शीघ्रता से खाली कराया जाए और भंडारण प्रक्रिया को स्टैकिंग प्लान के अनुसार व्यवस्थित रूप से संचालित किया जाए। उन्होंने किसानों से धान खरीदी प्रक्रिया का अनुभव जाना और किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर समिति प्रबंधक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।नगपुरा और हिर्री धान उपार्जन केन्द्र का निरीक्षणइसके पश्चात, कलेक्टर ने उपार्जन केन्द्र शाखा नगपुरा का निरीक्षण किया। इस केन्द्र के अंतर्गत हिर्री, मड़ियापार और सेवती ग्राम पंचायतों से धान लाया जा रहा है। प्रबंधक ने जानकारी दी कि अब तक 834 किसानों ने 39,226 क्विंटल धान बेचा है, और सभी धान का उठाव पूर्ण हो चुका है। हिर्री केन्द्र में निरीक्षण करते हुए कलेक्टर ने नए स्टॉक के लिए उपयुक्त स्थान का चयन कर वहां केन्द्र स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने पर बल दिया कि धान की नमी और गुणवत्ता की नियमित जांच की जाए और इसी आधार पर खरीदी की प्रक्रिया संचालित हो।ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और प्रभारी को रोजाना आने वाले धान की स्टैकिंग और उसकी गुणवत्ता जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी कहा कि धान की खरीदी में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए सतर्कता बरती जाए। इस दौरान कलेक्टर के साथ धमधा अनुविभागीय अधिकारी श्री सोनल डेविड, प्रभारी खाद्य नियंत्रक श्री टी.एस. अत्री, डीएमओ श्री भौमिक बघेल और अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
- रायपुर। गीतांजलि नगर, शंकर नगर निवासी श्रीमती कुंदन दवे का बुधवार, 15 जनवरी को निधन हो गया। वे जाने-माने चित्रकार स्वर्गीय गुलाब राय दवे की पत्नी, दैनिक भास्कर भोपाल के कार्यकारी संपादक मनीष दवे और शैलेन्द्र दवे की माताश्री थी। उनका अंतिम संस्कार आज देवेन्द्र नगर मुक्तिधाम में किया गया।
- दुर्ग / संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर ने आज तहसील कार्यालय धमधा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौके पर उपस्थित तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार को राजस्व मामले विशेषकर त्रुटि सुधार के प्रकरणों को समय सीमा में निराकृत करने निर्देशित किया गया है।
- दुर्ग, / छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा पुरानी पेंशन योजना को लागू करते हुए एक नवम्बर 2004 से लेकर 31 मार्च 2022 तक के नियुक्त कर्मचारियों को पुराने पेंशन योजना के लाभ दिए जाने हेतु विकल्प भरे जाने का प्रावधान किया गया था। जिसमें एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों द्वारा पुराने पेंशन योजना का विकल्प भर गया था। जिन कर्मचारियों के मृत्यु हो चुकी थी उनके नॉमिनी के द्वारा विकल्प का चयन किया गया था। विकल्प के आधार पर पुराने पेंशन योजना के लाभ दिए जाने हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नियम निर्देश जारी किया गया ।इस नियम निर्देश को आज विस्तृत रूप से समस्त आहरण एवं संवितरण अधिकारियों की कार्यशाला आयोजित कर पीपीटी के माध्यम से अवगत कराया गया। प्रत्येक बिंदु पर चर्चा की गई एवं उपस्थितों से आने वाले समस्या के संबंध में भी पूछा गया । साथ ही समस्त प्रकरणों की निराकरण हेतु निर्देशित किया गया।संभागीय कोष लेख एवं पेंशन दुर्ग संयुक्त संचालक डॉ. दीवाकर सिंह राठौर ने कार्यशाला में बताया कि शासकीय सेवक/नामिनी द्वारा विकल्प का चयन कर शपथ पत्र एवं सहमति पत्र भराया जाना सुनिश्चित करें। पुरानी पेंशन योजना को स्वीकार करने हेतु शपथ पत्र एवं पुरानी पेंशन योजना स्वीकार करने पर शासन को देय राशि के समायोजन हेतु सहमति पत्र भराना सुनिश्चित करें। कार्यशाला में पेंशन प्रकरणों के त्वरित निराकरण हेतु निर्देशित किया गया। जिस पेंशन प्रकरण में संयुक्त संचालक कार्यालय से आपत्ति कर डीडीओ को वापस किया गया है, उसके निराकरण हेतु तथा निराकृत कर तत्काल संयुक्त संचालक कार्यालय को भेजे जाने हेतु निर्देशित किया गया।कोष लेखा एवं पेंशन उप संचालक श्री देवेन्द्र चौबे ने पेंशन निराकरण के संबंध में बताया कि पेंशन प्रस्ताव में त्रुटियां होने के मुख्य कारण निर्धारित प्रपत्र में नामांकन नही होने तथा सर्विस बुक में पुत्र-पुत्री का नाम अंकित नही होना व जन्म प्रमाण पत्र संलग्न नहीं होने, पति/पत्नी की अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी जानकारी न होना, ओपीएस में ईडब्ल्यूआर/चालान सत्यापन की प्रविष्टि सेवा पुस्तिका में नहीं किया जाना, ओपीएस विकल्प संलग्न कर सेवापुस्तिका में एंट्री नही होना, वेतन निर्धारण की जांच कराए बिनापेंशन प्रकरण प्रस्तुत किया जाना और पेंशन/उपादान की पात्रता नहीं होते हुए भी पेंशन प्रकरण प्रस्तुत करना है। पेंशन प्रकरण तैयार करने के लिए अभिदाता के वेतन निर्धारण, अवकाश नगदीकरण, मेडिकल इत्यादि की जानकारी सर्विस बुक में इन्द्राज करना आवश्यक है।पुराने पेंशन योजना के तहत पेंशन प्रकरण तैयार कर पेंशन भुगतान में होने वाले विलंब को गंभीरता से लेते हुए इस पर गति लाने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने समस्त डीडीओ से भी आग्रह किया कि पुरानी पेंशन योजना के तहत मिलने वाले पेंशन का लाभ अभिदाता को या उनके नामिनी को अविलंब प्राप्त हो जाए । कार्यशाला में दुर्ग संभाग के सभी जिलों के विभिन्न डीडीओ, सहायक ग्रेड एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर उपस्थित थे।
- - दुर्ग जिला अस्पताल में एक्सरे की सुविधा निरंतर उपलब्ध हैदुर्ग / जिले से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक समाचार पत्र में विगत दिवस प्रकाशित खबर दुर्ग के 23 अस्पतालों में सी.बी.सी. जांच बंद के संबंध में सीविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. एच.के. साहू ने अवगत कराया है कि जिला अस्पताल दुर्ग एवं लाल बहादुर शास्त्री हास्पिटल सुपेला में सी.बी.सी. मशीन जो मोक्षित कंपनी के सीजीएमएससी के द्वारा प्रदान किया गया है। जिसमें बार कोड लगा हुआ है, जो संपूर्ण छत्तीसगढ़ में रिजेंट के अभाव में जांच नहीं हो पा रहा है। सीजीएमएससी के माध्यम से संपूर्ण छ.ग. में जब रिजेंट मोक्षित कंपनी का ही प्रदाय किया जाएगा तभी जांच किया जाना संभव है। वर्तमान में जिला अस्पताल दुर्ग में 02 सी.बी.सी. मशीन बिना बार कोड वाले है जिसके माध्यम से प्रतिदिन 200 से 220 सी.बी.सी. टेस्ट/जांच किया जा रहा है। सिविल हास्पिटल सुपेला भिलाई के मरीजों का सैंपल संग्रहण कर जिला अस्पताल दुर्ग में जांच किया जा रहा है।इसी प्रकार एक अन्य दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार जिला अस्पताल की दोनों एक्सरे मशीन बंद प्राइवेट सेंटर में भेजे जा रहे मरीज के संबंध में बताया गया है कि जिला अस्पताल दुर्ग की डिजीटल एक्सरे मशीन 09 जनवरी 2025 को खराब हो गया था एवं मैनुवल एक्सरे मशीन से 23 लोगों का ईमरजेंसी में एक्सरे किया गया। एक्सरे मशीन का रिपेयर कर उसी दिन सुधार किया गया। उसके बाद 10 जनवरी 2025 को 69 एक्सरे हुआ और 11 जनवरी 2025 को 83 लोगों का एक्सरे किया गया। वर्तमान में एक्सरे की सुविधा निरंतर मरीजों को प्रदान किया जा रहा है।
- -नवनियुक्त पॉवर कंपनीज अध्यक्ष ने की समीक्षा बैठकरायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद श्री सुबोध कुमार सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली और विद्युत उत्पादन, पारेषण और वितरण कंपनी की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पॉवर कंपनी का दायित्व है कि उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण और सस्ती बिजली की निरन्तर आपूर्ति हो। इसके लिए फोकस होकर कार्य करें। बिजली आपूर्ति से राज्य के विकास को और गति देने पॉवर कंपनियां अपनी कार्यक्षमता को बढ़ाएं। उन्होंने अधिकारियों को अगली बैठक में बिजली के लाइन लाॅस में कमी लाने और सस्ती बिजली के साथ ही राजस्व बकाया वसूली के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिये।प्रदेश के प्रमुख सचिव, ऊर्जा तथा पॉवर कंपनी के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार माननीय मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सिंह को सौंपा गया है। श्री सिंह ने छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज (उत्पादन, पारेषण एवं वितरण) के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने आज पॉवर कंपनी के मुख्यालय सेवाभवन में तीनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली और योजनावार समीक्षा की।बैठक में पॉवर कंपनी के प्रबंध निदेशकगण सर्वश्री एसके कटियार, राजेश कुमार शुक्ला एवं भीम सिंह कंवर उपस्थित थे। उन्होंने पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रदेश में विद्युत उत्पादन, पारेषण और आपूर्ति की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही नए विद्युत संयंत्रों की स्थापना की प्रगति की जानकारी दी गई। प्रदेश में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की योजना पीएम कुसुम और पीएम सूर्यघर के बारे में भी चर्चा की गई।इस पर अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि सभी कंपनियों का फोकस उपभोक्ताओं को निर्बाध और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने में होना चाहिए। कोई भी योजना बनाते समय ध्यान रखें कि उससे बिजली की लागत में कितनी कमी लायी जा सकती है। आमतौर पर परियोजनाओं के समय पर पूरा नहीं होने से उसकी लागत अनावश्यक रूप से बढ़ती है, यदि उसे समय से पूर्व पूरा कर लिया जाए तो हमें केपिटल पर ब्याज कम देना पड़ता है और उससे हमारी आय भी बढ़ती है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में सौर ऊर्जा से संबंधित योजनाओं को और सरल बनाया जाए ताकि उपभोक्ता उसे आसानी से अपने घरों में स्थापित कर सकें।उन्होंने लाइन लाॅस की समीक्षा में कहा कि इसे और कम करने लिए विशेष प्रयास किये जाएं, ताकि इसका भार जनता पर न पड़े। लाइन लाॅस कम होने से लागत में कमी आएगी। श्री सिंह ने कृषि पंपों के लिए पीएम कुसुम योजना के तहत 2-2 मेगावाट के संयंत्र अलग-अलग फीडर में लगाने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सौर ऊर्जा से संबंधित योजनाओं को और बेहतर तरीके से लागू करने की बात कही और कहा कि दूसरे राज्यों में इस दिशा में विशेष प्रयास किये गए हों तो उनका अध्ययन करें और उनके अच्छे विकल्पों को प्रदेश में लागू करें। श्री सिंह ने बकाया राशि की वसूली के लिए अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। बैठक में कार्यपालक निदेशक सर्वश्री वीके साय, केएस मनोठिया, संजय पटेल, जेएस नेताम, आर ए पाठक, आलोक सिंह, एमएस चौहान, संदीप मोदी, संदीप वर्मा, एस के ठाकुर, आर सी अग्रवाल, श्रीमती ज्योति नन्नौरे, एम एस कंवर, सी एल नेताम, एम आर बागड़े, जी आनंद राव, मुख्य अभियंता सर्वश्री एम जामुलकर, वी के दीक्षित, एस के गजपाल, के बी पात्रे, श्रीमती शारदा सोनवानी, पी वी सजीव, अतिरिक्त महाप्रबंधक(जनसंपर्क) श्री उमेश कुमार मिश्र सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
- रायपुर / उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ गुरूघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के दीक्षांत समारोह में शामिल होने आज बिलासपुर पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बिलासपुर में निर्मित हेलीपेड पर उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का आत्मीय स्वागत किया।
- -जशपुर जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के संकल्प के साथ आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से 'स्वस्थ माता-तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का किया गया शुभारंभरायपुर / माताओं एवं बच्चों का उत्तम स्वास्थ्य प्रदेश की उन्नति और समृद्धि का आधार बनेगा। माताओं एवं बच्चों का उत्तम स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ के लोककल्याणकारी राज्य की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के बगिया स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से आईआईटी बॉम्बे-जशपुर पोषण मिशन अंतर्गत 'स्वस्थ माता- तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का शुभारंभ करते हुए यह बात कही।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गर्भवती माताओं और बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर बनाने जशपुर जिले में 'स्वस्थ माता-तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का शुभारंभ किया।स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से संचालित इस अभियान के तहत 9500 से अधिक स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आईआईटी बॉम्बे के माध्यम से पोषण संबंधी ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत माताओं और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अभियान के तहत 300 से अधिक मास्टर ट्रेनर जिले में स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं को सतत प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस पहल का मुख्य उद्देश्य जशपुर जिले में कुपोषण को पूरी तरह समाप्त करना और माताओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाना है। अभियान के तहत् गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं और 6 वर्ष तक के बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य है। इसमें विशेष रूप से स्तनपान, पोषण आहार और पूरक आहार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस पहल के जरिए गर्भवती माताओं को सही पोषण की जानकारी दी जाएगी, जिससे बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बन सके।मुख्यमंत्री श्री साय ने 'स्वस्थ माता- तंदुरुस्त बच्चा' अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल जिले में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता को बढ़ाएगी, साथ ही कुपोषण को खत्म करने और गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं तथा 6 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक होगी।
- -मैनपुर के दुर्गम वनांचल डुमरपड़ाव से जागड़ा तक पक्की सड़क का निर्माण प्रारंभ-आजादी के 75 वर्ष बाद सड़क निर्माण की प्रभावी पहल: मुख्यमंत्री श्री साय का ग्रामीणों ने जताया आभाररायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के कुशल और संवेदनशीलता नेतृत्व में गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड के नक्सल प्रभावित दुर्गम वनांचल क्षेत्रों में पक्की सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है। नेशनल हाईवे 130सी के डुमरपड़ाव से जागड़ा तक 4.7 किमी लंबी सड़क के निर्माण के लिए 3.02 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। दशकों से सड़क की मांग कर रहे ग्रामीणों ने इस ऐतिहासिक पहल के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार प्रकट किया है। क्षेत्र के दर्जनभर गांवों के हजारों लोग इस सड़क के अभाव में आवागमन और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित थे। अब इस सड़क के निर्माण से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जगी है।ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के 75 वर्षों बाद यह पहली बार है जब उनकी सड़क निर्माण की मांग पर गंभीरता से ध्यान दिया गया है। ग्राम पंचायत जागड़ा के सरपंच मिथुला बाई नेताम, उपसरपंच भानु प्रताप सिन्हा और अन्य ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उनकी वर्षों पुरानी मांग को पूरा करके ग्रामीणों के हित के लिए बहुत बड़ा कार्य किया है। ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय ने हमारी समस्या के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते इसे हल करने की तत्काल पहल की है।उल्लेखनीय है कि गरियाबंद जिले के मैनपुर विकास खंड मुख्यालय से 40 किमी दूर पयलीखंड और जांगड़ा जैसे गांव अब पक्की सड़क से जुड़ने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने स्पेशल केंद्रीय सहायता फंड से इस सड़क निर्माण कार्य को मंजूरी दी है। सड़क बन जान से न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और बिजली जैसी सुविधाओं का लाभ भी ग्रामीणों को मिल सकेगा। यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रही है। 3.02 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन सड़क निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा होने की उम्मीद है।पक्की सड़क निर्माण कार्य शुरू होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी उत्साह है। जागड़ा और आसपास के गांवों के लोगों ने इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन और दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है। ग्रामीणों ने कहा कि यह सड़क उनके लिए विकास और उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगी। ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन और संवेदनशीलता ने दुर्गम क्षेत्रों तक विकास की पहुंच सुनिश्चित की है। इस सड़क निर्माण के जरिए न केवल ग्रामीणों को राहत मिली है, बल्कि उनके जीवन स्तर को सुधारने का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है।
- -क्षेत्रीय कैंसर संस्थान के कैंसर सर्जरी विभाग में पहली बार पाइपेक विधि से पेट की झिल्ली के कैंसर का किया सफल उपचार :ओडिशा की महिला मरीज हुई लाभान्वित-लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया के जरिये महिला मरीज के पेट में सीधे पहुंचा कीमोथेरेपी, उपचार के बाद महिला की स्थिति पहले से बेहतररायपुर । प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार सशक्तिकरण हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के अथक प्रयासों से राज्य की जनता को सहज और सर्वसुलभ स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है। वहीं नित नये वैज्ञानिक शोध, परीक्षण और निष्कर्ष पर आधारित आधुनिक चिकित्सा प्रणाली की मदद से आज मनुष्य कई गंभीर बीमारी से ठीक होकर निकल रहे हैं। डॉक्टरों की उपचार प्रक्रिया और मरीज की सकारात्मक सोच की बदौलत कैंसर जैसे असाध्य रोग भी अब साध्य हो चले हैं। इसी क्रम में हाल ही में पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित क्षेत्रीय कैंसर संस्थान के आंकोसर्जरी (कैंसर सर्जरी) विभाग के डॉक्टरों की टीम ने पेट की झिल्ली के (पेरिटोनियम) कैंसर से पीड़ित महिला का उपचार पाइपेक (PIPAC) पद्धति से कर महिला के बहुमूल्य जीवन को बचाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। संभवतः मध्य भारत के किसी भी शासकीय कैंसर अस्पताल में इस पद्धति से पहली बार इलाज कर डॉक्टरों ने मरीज के पेट की झिल्ली के कैंसर का इलाज किया है। पाइपेक यानी प्रेशराइज्ड इंट्रापेरिटोनियल एरोसोलाइज़्ड कीमोथेरेपी, कैंसर बीमारी में दी जाने वाली कीमोथेरेपी का ही एक प्रकार है। यह उदर गुहा में दबाव के साथ कीमोथेरेपी को पहुंचाती है जिससे कैंसर कोशिकाओं को फैलने से रोकने में मदद मिलती है। कैंसर सर्जन डॉ.(प्रो.) आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में लेप्रोस्कोपिक विधि से न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया के अंतर्गत किये गये इस उपचार विधि में कीमोथेरेपी को एक मशीन के जरिये एरोसोल के रूप में दिया जाता है जिससे कैंसर उत्तकों में दवा का प्रभाव ज्यादा होता है और कैंसर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ओड़िशा की रहने वाली 54 वर्षीय महिला मरीज को उपचार के पांच दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। उपचार के बाद वह अब ठीक है और फॉलोअप के लिए आ रही है।पाइपेक एक लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया है। इसका मतलब है कि डॉक्टर मरीज के पेट में एक या दो छोटे छेद करके इस प्रक्रिया को पूरी करते हैं जिन्हें एक्सेस पोर्ट भी कहा जाता है।क्षेत्रीय कैंसर संस्थान के संचालक एवं पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने पहली बार इस नये विधि से किये गये सफल उपचार के लिए कैंसर सर्जरी विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है। साथ ही उन्होंने कहा है कि यह एक सुरक्षित और प्रभावी उपचार प्रक्रिया है जो कीमोथेरेपी के प्रभाव को बढ़ाता है। कोलोरेक्टल कैंसर, डिम्बग्रंथि का कैंसर और गैस्ट्रिक कैंसर जैसे कैंसर बीमारियों में कीमोथेरेपी के नये विकल्प के रूप में इसे अपनाया जा सकता है। प्रयास करेंगे कि भविष्य में कैंसर के अन्य मरीजों को भी इस उपचार सुविधा का लाभ मिल सके।अम्बेडकर अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने कहा कि अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा मरीजों के उपचार हेतु किये जा रहे निष्ठापूर्ण प्रयासों ने लोगों का विश्वास इस संस्था के प्रति सदा से ही बनाये रखा है।कैंसर सर्जन डॉ. आशुतोष गुप्ता के अनुसार, प्रेशराइज्ड इंट्रापेरिटोनियल एरोसोलाइज़्ड कीमोथेरेपी एक तकनीक है जो दबाव के तहत एरोसोल के रूप में उदर गुहा में कीमोथेरेपी को पहुंचाती है। एरोसोल दो शब्दों से मिलकर बना है। एयरो यानी विशेष हवा और सोल अर्थात् द्रव में अत्यंत छोटे कणों के रूप में पदार्थ का मिश्रण। दबावयुक्त एरोसोल पूरे पेट में कीमोथेरेपी को समान रूप से वितरित करता है। एडवांस पेरिटोनियम कैंसर, जीआई कैंसर और एडवांस ओविरयन कैंसर जैसी बीमारियों में उपचार की इस नई प्रक्रिया के कई संभावित लाभ हो सकते हैं। कीमोथेरेपी की उच्च सांद्रता के कारण कैंसर कोशिकाओं से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है और अन्य अंगों को नुकसान कम होता है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण जैसे मतली, उल्टी, कब्ज, दस्त और भूख न लगना जैसी स्थितियां कम होती हैं। लीवर और किडनी जैसे अंगों को कम नुकसान होता है।ऐसे संपन्न की जाती है प्रक्रियाडॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया कि सबसे पहले प्रक्रिया के लिए एक्सेस पोर्ट बनाते हैं फिर पेरिटोनियम (पेट की परत वाली झिल्ली) को फुलाने के लिए पोर्ट का उपयोग करते हैं। एक एक्सेस पोर्ट में दबावयुक्त कीमोथेरेपी देने वाला उपकरण डालते हैं। दबावयुक्त एरोसोल कीमोथेरेपी को लगभग 30 मिनट तक पेरिटोनियम के भीतर दिया जाता है। इसके बाद मरीज के पेट से सभी उपकरणों को बाहर निकाल देते हैं और छोटे छेद/चीरे को बंद कर देते हैं। उपचार करने वाली टीम में कैंसर सर्जन डॉ. आशुतोष गुप्ता के साथ डॉ. किशन सोनी, डॉ. राजीव जैन, डॉ. गुंजन अग्रवाल और एनेस्थीसिया से डॉ. शशांक शामिल रहे।
- रायपुर के सड्डू स्थित प्रयास आवासीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रमआदिम जाति विकास मंत्री ने सड्डू के प्रयास विद्यालय में 40 कम्प्यूटरों का नवादिम लैब का किया उद्घाटनरायपुर। आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए एकाग्रता और कठिन परिश्रम जरूरी है। विद्यार्थी जीवन में संयम के साथ ईमानदारी और लगन से परिश्रम करते है, तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि सभी के साथ अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के निर्माण का सपना जुड़ा होता है। विद्यार्थियों को भी अपने माता-पिता तथा रिश्ते-नातेदारों के सपने को साकार करने के लिए शांत मन से अर्जुन की भांति केवल चिड़िया के नेत्र को केन्द्र में रखकर लक्ष्य को भेदने का प्रयास करना चाहिए। इस प्रयास में राज्य सरकार भी हर संभव सहयोग प्रदान कर रही है। उक्त बातें आज राजधानी रायपुर के सड्डू स्थित प्रयास आवासीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कही।मंत्री श्री नेताम ने लगभग 34 लाख रूपए की लागत से निर्मित 40 सीटर नवादिम कम्प्यूटर लैब का उद्घाटन किया। इससे विद्यार्थियों को इंटरनेट के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी के लिए सहायता मिलेगी। इस अवसर पर मंत्री श्री नेताम ने नववर्ष की सौगात के रूप में वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को इंग्लिश डिक्शनरी प्रदान की और बच्चों से चर्चा कर उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी ली।मंत्री श्री नेताम ने कहा कि पढ़ाई का उद्देश्य सिर्फ नौकरी नहीं होना चाहिए, बल्कि शिक्षा लेकर औरों को भी रोजगार देने की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज आवासीय विद्यालयों में सरकार शैक्षणिक वातावरण के साथ-साथ बेहतर सुविधाएं प्रदान कर रही है। यहां रहने वाले विद्यार्थी हजारों बच्चों में चयन करके शिक्षा के लिए यहां लाया जाता है। विद्यार्थियों को भी अपने मंजिल को ध्यान में रखकर आगे बढ़ना चाहिए।कार्यक्रम को रायपुर ग्रामीण के विधायक श्री मोतीलाल साहू ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में आधुनिक स्तर की पढ़ाई करने की जरूरत है। सफलता के लिए हमें शिक्षा के तकनीकी पहलुओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना राज्य सरकार कमजोर वर्ग के बच्चों को उच्चतर शिक्षा प्रदान करने निरंतर प्रयास कर रही है। विद्यार्थियों को भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन परीश्रम के साथ आगे बढ़ना चाहिए।गौरतलब है कि राज्य सरकार प्रयास विद्यालय के माध्यम से प्रदेश के संपूर्ण अनुसूचित क्षेत्र सहित गैर अनुसूचित क्षेत्र में स्थित नक्सल प्रभावित जिले के आदिवासी उपयोजना क्षेत्र के विद्यार्थियों को कक्षा 9वीं से 12वीं तक शालेय शिक्षा के साथ-साथ इंजीनियरिंग मेडिकल, राष्ट्रीय प्रतिभा खोज, एनटीएसई, सीए, सीएस, सीएमए, क्लैट इत्यादि प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग प्रदान कर इन विद्यार्थियों के स्वयं के प्रतिभा के बल पर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हेतु योग्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है। राजधानी रायपुर के सड्डू स्थित प्रयास आवासीय विद्यालय में 884 विद्यार्थी अध्ययनरत है। यहां पढ़ाई के साथ-साथ इंजीनियरिंग तथा मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा हेतु निःशुल्क कोचिंग भी प्रदान की जाती है।इस वर्ष आयोजित छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 06 अभ्यर्थियों ने सफलता पाई है, जो पहले प्रयास विद्यालय में रह कर पढ़ाई कर चुके हैं। इसी प्रकार यहां 9वीं, 10वीं के शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को एनटीएसई, ओलंपियाड, गणित एवं विज्ञान पहेली की तैयारी कराई जा रही है, ताकि इससे इंजीनियरिंग एवं मेडिकल (नीट) की बेसिक तैयारी कराई जा सके। इसी तरह 11वीं, 12वीं के विद्यार्थियों को जेईई (मेंस/एडवांस) की तैयारी कराई जा सके। वर्तमान में 173 विद्यार्थियांें को जेईई मेंस और 61 विद्यार्थियों को एनडीए प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराया जा रहा है।प्रयास विद्यालय का 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम लगभग शत्-प्रतिशत रहा है। वर्ष 2024 में 10वीं में 174 विद्यार्थी में से 123 विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे। इनमें 74 विद्यार्थी 90 प्रतिशत से भी अधिक अंक अर्जित किए। वहीं कक्षा 12वीं में 95 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए तथा जेईई मेंस में 62 विद्यार्थी क्वालीफाई हुए तथा इन 62 विद्यार्थियों में 33 विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस क्वालीफाई किया। इसी तरह यहां के विद्यार्थियों ने आईआईटी में 05, एनआईटी में 04 तथा ट्रिपल आईटी में 09 विद्यार्थी ने प्रवेश प्राप्त करने में सफलता पाई है।इस अवसर पर आदिम जाति कल्याण विभाग के आयुक्त श्री पी.एस. एल्मा, अपर संचालक श्री संजय गौड़, प्रयास आवासीय विद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी श्री अरविन्द जायसवाल, वार्ड पार्षद श्रीमती सुशीला धींवर सहित छात्र-छात्राएं व कर्मचारी उपस्थित थे।
- रायपुर प्रेस क्लब के ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में हुए शामिलबिलासपुर। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव रायपुर प्रेस क्लब के ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने रायपुर के मोतीबाग स्थित प्रेस क्लब में सवालों के बेबाकी से जवाब देने के साथ ही पत्रकारों के साथ कैरम में भी हाथ आजमाया। श्री साव ने कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री और राज्य शासन में चार विभागों के मंत्री के रूप में अपने कार्यों के साथ ही विद्यार्थी जीवन से लेकर उप मुख्यमंत्री तक के अपने सफर के बारे में भी खुलकर बात की। उन्होंने राज्य में नगरीय निकायों और पंचायतों के आम निर्वाचन की तैयारियों की भी जानकारी दी।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने प्रेस क्लब के पदाधिकारियों के साथ प्रेस क्लब का पूरा परिसर देखा। रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री प्रफुल्ल ठाकुर, उपाध्यक्ष श्री संदीप शुक्ला, महासचिव श्री वैभव शिव पाण्डेय, कोषाध्यक्ष श्री रमन हलवाई और सचिव सुश्री तृप्ति सोनी सहित विभिन्न मीडिया संस्थानों के अनेक पत्रकार भी बड़ी संख्या में इस दौरान मौजूद थे।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का एक वर्ष कई उपलब्धियों से भरा रहा है। सरकार ने इस एक वर्ष में मोदी की गांरटी के कई प्रमुख वादों को पूरा किया है। सरकार ने 3100 रुपए में किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी के साथ ही दो वर्षों के बकाया बोनस के भुगतान का वादा निभाया है। महतारी वंदन योजना के जरिए 70 लाख महिलाओं को हर माह एक हजार रुपए दिए जा रहे हैं। अब तक इसकी 11 किस्तें दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपने वादे के मुताबिक 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता की खरीदी कर रही है। पीएससी भर्ती घोटाला की सीबीआई जांच भी करा रही है।श्री साव ने कार्यक्रम में कहा कि सरकार ने राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए नई औद्योगिक नीति लागू की है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है जिससे अधोसंरचना विकास और रोजगार को गति मिलेगी। श्री साव ने कहा कि राज्य सरकार को नक्सल मोर्चे पर भी लगातार सफलता मिल रही है। बीते एक साल में 200 से अधिक नक्सली मारे गए हैं, कई गिरफ्तारियां और आत्म-समर्पण हुए हैं। नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से विकास की रोशनी बस्तर के अंदरूनी गांवों तक पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के साथ विकसित छत्तीसगढ़ भी बनेगा।
- *रानीगांव केन्द्र में अब तक 45 हजार क्विंटल धान की हुई खरीदी*बिलासपुर/जिले में धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किये गये हैं। शीघ्र टोकन कटने, माईक्रो एटीएम की सुविधा और केंद्रों में सभी सुविधाएं मिलने से किसान खुश हैं। रानीगांव सेवा सहकारी समिति केन्द्र में धान बेचने पहुंचे किसानों ने खरीदी केन्द्रों में व्यवस्था, समय पर भुगतान और किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार जताया है।कोटा ब्लॉक के रानीगांव धान उपार्जन केन्द्र में धान बेचने पहुंचे ग्राम कलमीटार के किसान श्री ऋषि कुमार मानिकपुरी ने बताया कि वे 35 क्विंटल धान बेचने केंद्र आए हैं, उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के तहत 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदने से किसानों को लाभ मिल रहा है।साथ ही किसान सम्मान निधि से मिलने वाली राशि से भी समय समय पर खेती कार्य के लिए मदद मिल जाती है। ग्राम पचरा के किसान श्री मथुरा प्रसाद साहू ने बताया कि वे 60 क्विंटल धान बेचने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के लिए धान खरीदी केंद्रों में सभी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। सरकार द्वारा संवदेनशील पहल करते हुए किसानों को समय पर राशि का भुगतान किया जा रहा है जिससे किसानों को राहत मिल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से किसान आर्थिक प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार जताया।चपोरा उपकेंद्र में धान बेचने पहुंचे ग्राम पचरा के किसान शिव शंकर जायसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा किसानों के हित में चलाए जा रहे विभिन्न योजनों से खुश है सभी योजनाएं किसानों के हित में है,उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए जो कदम उठाए गए हैं, उससे किसानों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद दिया।समिति के प्रबंधक श्री महेंद्र मणि देवांगन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार केन्द्र में अब तक लगभग 45 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की जा चुकी है जिसमें 34 हजार 240 क्विंटल धान का परिदान किया जा चुका है। शेष 9130 क्विंटल धान का शीघ्र उठाव कर संग्रहण केन्द्रों में पहुँचाने की भी त्वरित व्यवस्था की जा रही है। प्रबंधक ने बताया कि किसानों को तीन दिनों के भीतर भुगतान किया जा रहा है, और केंद्रों में किसानों की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा ही।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जिले में धान खरीदी के लिए व्यापक इंतजाम किये गये हैं साथ ही धान के अवैध संग्रहण के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना एवं बीएसयूपी योजना में किये जा रहे कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण करवाने निर्देशरायपुर/ रायपुर जिला कलेक्टर एवं नगर निगम प्रशासक डा. गौरव कुमार सिंह के निर्देषानुसार नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा ने नगर निगम मुख्यालय महात्मा गांधी सदन के तृतीय तल सभाकक्ष में साप्ताहिक टी एल बैठक लेकर कार्यो की समीक्षा करते हुए आवष्यक निर्देश निगम अधिकारियों को दिये ।आयुक्त ने जोन कमिष्नरों एवं जोन स्वास्थ्य अधिकारियों को राजधानी शहर रायपुर के सभी प्रमुख मार्गो एवं बाजारों में सफाई व्यवस्था को सुधारने का कार्य प्राथमिकता से करवाना सुनिष्चित करने के निर्देष दिये है। आयुक्त ने निर्देषित किया है कि सफाई कार्य की जोन कमिष्नरगण जोन स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ जोन क्षेत्र में मार्गो व बाजारों में प्रतिदिन सतत माॅनिटरिंग करें एवं सफाई की अच्छी व्यवस्था कायम करना सुनिष्चित करवाये । यदि सफाई में लापरवाही मिलती है तो संबंधित सफाई ठेकेदार को नोटिस देकर जुर्माना किया जाये एवं उसके बाद में सफाई व्यवस्था नहीं सुधरने पर नियमानुसार अनुबंध निरस्त कर काली सूची में डालने की कडी कार्यवाही व्यवस्था सुधार हेतु प्रस्तावित की जाये। राजधानी के अनुरूप सफाई व्यवस्था सुधारने में कोई कोताही कदापि सहन नहीं की जायेगी। इसमें जवाबदेही तय कर कार्यवाही की जायेगी। खाली भूखण्डों में और नाले नालियों में कचरा डालने पर संबंधितों को चेतावनी देकर जुर्माना की कार्यवाही की जाये। मुख्य मार्गो में और बाजारों में कही भी गंदगी नहीं दिखनी चाहिए यह सुनिष्चित किया जाये।आयुक्त ने निर्देषित किया कि केन्द्र प्रवर्तित प्रधानमंत्री आवास योजना और बीएसयूपी योजना में आवासीय परिसरों में कराये जा रहे संधारण, सुधार, मरम्मत , विकास के आवष्यक कार्यो को सतत माॅनिटरिंग कर गुणवत्ता के साथ शीघ्रता से पूर्ण करवाना संबंधित अधिकारीगण प्राथमिकता बनाकर सुनिष्चित करें। बैठक में अपर आयुक्त सर्वश्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, यू.एस. अग्रवाल, विनोद पाण्डेय, श्रीमती कृष्णा खटीक, उपायुक्त डाॅ. अंजलि शर्मा, श्रीमती राजेष्वरी पटेल, अधीक्षण अभियंता श्री राजेष राठौर, श्री संजय बागड़े, सभी जोन कमिष्नरों, कार्यपालन अभियंताओं की उपस्थिति रही ।
- रायपुर। रायपुर शहर छत्तीसगढ़ की राजधानी होने के साथ-साथ 10 लाख जनसंख्या से अधिक जनसंख्या वाले शहरो में शामिल है। रायपुर शहर का विस्तार 70 वार्डो में तथा 178 वर्ग कि.मी. क्षेत्रफल में फैला है। वर्तमान में रायपुर शहर की जनसंख्या लगभग 14,67,370 है। जिसमें आवासीय यूनिट 3,23,227 तथा व्यासायिक यूनिट 13,900 इस प्रकार कुल यूनिट 3,37.127 है। जनसंख्या का और उत्पन्न होने वाले कचरे की मात्रा का आपस में सीधा संबंध होता है। इसलिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 के अनुपालन को सुनिश्चित करने हेतु नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के क्रियान्वयन हेतु पीपीपी मोड पर डीबीएफओटी के आधार पर संस्था मेसर्स डेल्ही एम.एस. डब्ल्यू सॉल्यूशन लिमिटेड से 22.02.2018 को अनुबंध कारित किया जाकर अनुबंध अनुसार संस्था द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कार्य, सेकंड्री कलेक्शन एवं ट्रांसपोर्टेशन कार्य तथा एकत्रित कूडे के प्रोसेसिंग एवं डिस्पोजल का सम्पूर्ण कार्य सकरी स्थित प्लांट में किया जा रहा है।ग्राम सकरी स्थित 27.045 हेक्टेयर भूमि नगर पालिक निगम द्वारा छत्तीसगढ का सबसे बड़ा अपशिष्ट प्रसंस्करण एवं निपटान संयत्र 1200 एमटी क्षमता स्थापित किया गया है। जिसमें प्रतिदिन के कूडे का प्रसंस्करण एवं निपटान किया जाता है। प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व एवं उपमुख्यमंत्री नगरीय प्रषासन एवं विकास विभाग श्री अरूण साव के मार्गदर्षन में राज्य नगरीय प्रषासन एवं विकास विभाग के दिषा निर्देष पर रायपुर जिला प्रषासन के निर्देषन में उक्त कार्य की सतत माॅनिटरिंग प्रतिदिन की जा रही है। प्रभावी क्रियान्वयन हेतु रायपुर जिला कलेक्टर एवं नगर निगम प्रषासक डाॅ. गौरव कुमार सिंह एवं नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाष मिश्रा के निर्देषानुसार कार्य की सतत माॅनिटरिंग स्वच्छ भारत मिषन शाखा के कार्यपालन अभियंता श्री रधुमणी प्रधान एवं सहायक अभियंता श्री योगेष कडु द्वारा की जा रही है।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने रिकॉर्ड के लिए डॉ. दिनेश मिश्र को संस्था द्वारा जारी पदक व प्रमाण-पत्र प्रदान कर किया सम्मानितरायपुर। विगत 33 वर्षों से हर वर्ष दीपावली एवं होली त्यौहारों के समय निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन अपने नयापारा, फूल चौक, रायपुर स्थित अस्पताल में लगातार करने को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने अपने आप में अद्वितीय जनसेवा का कार्य मानते हुए इस कार्य के लिए प्रसिद्ध वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस रिकॉर्ड के लिए डॉ. दिनेश मिश्र को संस्था द्वारा जारी पदक व प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्था की छत्तीसगढ़ हेड श्रीमती सोनल राजेश शर्मा तथा विधानसभा अध्यक्ष के सचिव श्री विक्रम सिसोदिया सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।इस अवसर पर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि डॉ. दिनेश मिश्र द्वारा काफी लंबे समय से समाजसेवा का कार्य किया जा रहा है। निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविरों के अलावा अंधविश्वास उन्मूलन और टोनही प्रताड़ित महिलाओं के पुनर्वास के लिए उनके द्वारा बहुत सराहनीय कार्य किए गए हैं। संस्था की छत्तीसगढ़ प्रमुख श्रीमती शर्मा ने कहा कि डॉ. दिनेश मिश्र ने पिछले 33 वर्षों में हर वर्ष दीपावली व होली में निःशुल्क नेत्र शिविर आयोजित किए। यह 66 शिविर एक तरह से बहुत ही आवश्यकता और आपातकालीन परिस्थितियों में किए गए जब बड़े-बड़े त्यौहारों के कारण चिकित्सकों की उपलब्धता नहीं होती है। ऐसी स्थिति में मरीज और उनके रिश्तेदार दुर्घटनाग्रस्त हालत में भटकते हैं। डॉ. मिश्र ने अपनी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं से विश्वसनीय मदद प्रदान करते हुए मानवता की बड़ी सेवा की है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने डॉ. दिनेश मिश्र को पदक, प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया एवं उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि उन्होंने वर्ष 1991 में यह सेवा शुरू की थी। उन्होंने देखा था कि त्यौहारों की खुशियों को गम में बदलने से बहुत ही निराशा का माहौल बनता है। ऐसे में शहर के बीच ऐसे निःशुल्क शिविर लगाने की जरूरत थी जहां आपात स्थिति के नाम पर बेहद जरूरतमंद और आपात स्थिति में पहुंचे मरीजों के साथ किसी भी तरह की उपेक्षा या धोखाधड़ी न हो। निःशुल्क शिविर करने से मरीजों को इस बात का भी विश्वास हुआ कि दुर्घटना के नाम से उनसे किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। इन शिविरों की चर्चा प्रदेश के दूर-दूर के जिलों और गांवों में पहुंची और लोग लंबी-लंबी दूरी तय कर राहत के लिए पहुंचने लगे। दिवाली में पटाखें हो या होली में रंग के कारण दुर्घटनाएं, दोनों परिस्थितियों में मरीजों के नेत्रहीन होने का खतरा रहता है इसलिए उन्हें तुरंत उपचार देना जरूरी होता है। डॉ. मिश्र द्वारा इन शिविरों के लिए कभी भी, किसी व्यक्ति या संस्था से कोई भी आर्थिक मदद नहीं ली गई। जिसमें निशुल्क, परीक्षण, उपचार, दवाईयां, यहां तक ऑपरेशन भी किया गया है। 4 हजार से अधिक घायल मरीजों का इलाज हुआ है। अपने सेवा कार्यों के लिए डॉ. मिश्र को प्रदेश शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण रविशंकर शुक्ल सम्मान 2006, एवं राष्ट्रीय स्तर पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवॉर्ड 2008, महिला आयोग 2007 द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें रेड एंड व्हाइट ब्रेवरी गोल्ड अवॉर्ड भी प्राप्त हो चुका है। समय-समय पर विभिन्न मीडिया हाउस व अन्य समाजसेवी संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया गया है।
- रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व एवं उपमुख्यमंत्री नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग श्री अरूण साव, के मार्गदर्षन में राज्य के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के दिषा निर्देश अनुसार रायपुर जिला प्रशासन के निर्देषन में नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा राजधानी शहर में लोककल्याणकारी पीएम स्वनिधि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। पीएम स्वनिधि योजना के माध्यम से पथ विक्रेताओं के जीवन में खुशियां आ रही है।नगर निगम रायपुर के क्षेत्र में जोन 1 के तहत खमतराई में ब्रम्हदेई पारा में पीएम स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेता फल व्यवसायी श्री सोहन लाल साहू ने नोवल कोरोना वायरस के कार्य में 10 हजार रू. की राशि का ऋण प्राप्त किया। उन्होने समय पर ऋण की अदायगी की । जिससे उन्हें 20 हजार रू. का द्वितीय चरण में ऋण प्राप्त हुआ। जिससे पथ विके्रता श्री सोहन लाल साहू ने अपने फल व्यवसाय में वृद्धि करते हुए एक और ठेला क्रय कर लिया और वर्तमान में वे 2 ठेले में फल का व्यवसाय कर रहे है और इस क्षेत्र में उत्रोत्तर प्रगति कर रहे है। पथ विक्रेता श्री सोहन लाल साहू के जीवन में पीएम स्वनिधि योजना के माध्यम से खुषियां आयी है वे योजना के तहत तृतीय चरण में 50 हजार रू. का ऋण प्राप्त कर अपना व्यवसाय और अधिक बढाकर प्रगति करना चाहते है। उन्होने पीएम स्वनिधि योजना से उनके जीवन में खुषियां आने पर इसे लेकर राज्य शासन के नगरीय प्रषासन एवं विकास विभाग रायपुर जिला प्रषासन और रायपुर नगर निगम के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
- डॉ. प्रांजल व डॉ. सृष्टि द्वारा जाँच एवं उपचाररायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी डंगनिया रायपुर स्थित औषधालय में निःशुल्क नेत्र, चर्म व बालों के रोगों के लिए जाँच व उपचार शिविर रायपुर नेत्र चिकित्सालय एवं डॉ. मिश्राज हॉस्पिटल के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर में डॉ. प्रांजल मिश्र (नेत्र रोग, कैटरेक्ट एवं रेटिना सर्जन) तथा डॉ. सृष्टि मिश्र (स्किन, हेयर एवं सौंदर्य विशेषज्ञ) द्वारा पॉवर कंपनियों के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों का निःशुल्क जाँच तथा उपचार किया जाएगा।यह शिविर 23 जनवरी 2025 को प्रातः 10 बजे से 2 बजे तक डंगनिया स्थित छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के औषधालय में संचालित किया जाएगा। इस शिविर में जाँच के आधार पर अधिकारियों, कर्मचारियों तथा उनके परिजनों को पॉवर कंपनी द्वारा की गई व्यवस्था के तहत विडाल कंपनी के माध्यम से कैशलेस उपचार की सुविधा भी प्राप्त होगी। जिन बीमारियों का उपचार कैशलेस व्यवस्था में सूचीबद्ध नहीं है उसके लिए सीजीएचएस रेट पर प्रचलित नियमों के अनुसार व्यय प्रतिपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.एल. पंचारी द्वारा अपील की गई है कि विद्युत कंपनी परिवार के सदस्य इस सुविधा का लाभ अधिक से अधिक संख्या में उठाएं।
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर नई सुविधा
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा किये गये सुशासन के आव्हान से प्रेरित होकर छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा उपभोक्ता सेवाओं में विस्तार करते हुए ‘बिजली मितान बॉट‘ की सुविधा अपने लगभग 64 लाख उपभोक्ताओं के लिए प्रारम्भ की जा रही है। वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीमसिंह कंवर द्वारा समस्त उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि इस सुविधा का अधिकाधिक लाभ उठायें। श्री कंवर द्वारा विद्युत कर्मियों से अपील की गई है कि वे इस नई सुविधा के संबंध में उपभोक्ताओं को समुचित जानकारी प्रदान करते हुए उन्हें इसका लाभ लेने हेतु प्रेरित करें।व्हाट्सऐप बॉट का उपयोग करने के लिए पावर कंपनी के व्हाट्सऐप बॉट (Whatsapp Bot) नंबर 9425551912 पर Hi लिखकर भेजना होगा, वही वेब बॉट का उपयोग करने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की वेबसाइट cspdcl.co.in विजिट करना होगा। पहले चरण में उपभोक्ता बिजली मितान बॉट के माध्यम से बिजली आपूर्ति, ट्रांसफार्मर खराबी एवं बिजली दुर्घटना से सम्बंधित शिकायत आसानी से दर्ज कर सकते हैं, साथ ही साथ उसकी स्थिति भी इस बॉट के माध्यम से जान सकते हैं। अगर उपभोक्ता को अपनी बकाया राशि, अंतिम बिल और अंतिम भुगतान की जानकारी जाननी हो तो भी ‘बिजली मितान बॉट‘ के माध्यम से जान सकते हैं।कुछ उपभोक्ताओं को बिल प्राप्त न होने की शिकायत रहती है वे भी अब बड़ी आसानी से इस बॉट के माध्यम से बिल की पीडीएफ प्रति यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की विस्तृत जानकरी भी इस बॉट के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। निकट भविष्य में इस बिजली मितान बॉट में बिजली बिल भुगतान, मोबाइल नंबर पंजीकरण, नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन, लोड परिवर्तन, नाम परिवर्तन, टैरिफ की जानकारी, बिजली चोरी की सूचना देने की सुविधा, स्मार्ट मीटर से संबंधित जानकारी के साथ-साथ अन्य कई प्रकार की उपभोक्ता सेवाएं इस बॉट के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी।व्हाट्सऐप बॉट (Whatsapp Bot) का उपयोग कैसे करेंसर्वप्रथम पॉवर कंपनी के व्हाट्सऐप बॉट नंबर 9425551912 को अपने Contact लिस्ट में सेव करें। सेव करने के बाद ऊपर दिए गए नंबर पर Hi लिखकर भेजे। इसके बाद आपको भाषा (हिंदी/English) का चयन करना होगा। भाषा चयन के बाद आपके द्वारा जिस नंबर से चैट किया जा रहा है, उस नंबर से पंजीकृत उपभोक्ता क्रमांक प्रदर्शित होने लगेगा, जिस उपभोक्ता क्रमांक की जानकारी आपको लेनी है उसे सेलेक्ट करना होगा। इसके बाद आपको बॉट में उपलब्ध उपभोक्ता सेवाओं की लिस्ट प्रदर्शित होने लगेगी, इसके पश्चात आपके इनपुट के आधार पर बॉट उपभोक्ता सेवाओं की जानकारी आपको उपलब्ध करा दी जाएगी। ऐसे उपभोक्ता जिनका उपभोक्ता क्रमांक मोबाइल नंबर के साथ पंजीकृत नहीं है वे अपने मोबाइल नंबर का पंजीकरण मोर बिजली ऐप, कंपनी की वेबसाइट (cspdcl.co.in), कॉल सेंटर 1912 एवं अपने बिजली ऑफिस के माध्यम से कर सकते हैं। - रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को जशपुर जिले के पगुराबहार गांव में आयोजित 9 वें सशस्त्र सेना वयोवृद्ध दिवस पर सेना के वीर जवानों के साहस और बलिदान को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपनी वीरता का प्रदर्शन कर राष्ट्रपति द्वारा सेना मेडल से सम्मानित भागलपुर निवासी 81 वर्षीय श्री अरुण कुमार का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र भेंटकर उनके अदम्य साहस की सराहना की। अरुण कुमार ने अपने युद्ध के अनुभव साझा कर देशसेवा के गौरवशाली क्षणों को याद किया।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जिले के तीन शहीद सेनानियों के परिवारों को सम्मानित किया। इनमें शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टा, शहीद राजेश बारा और शहीद अशोक राम भगत के परिजन शामिल थे। मुख्यमंत्री ने इन परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। शहीद हवलदार शिमोन केरकेट्टा की पत्नी तेरेसा केरकेट्टा को चलने में हो रही कठिनाई को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें व्हीलचेयर प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टा के अदम्य साहस को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 1966 में मिजोरम में देश के दुश्मनों से लड़ते हुए प्राणों की आहुति दी। वहीं शहीद राजेश बारा ने 2002 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्योछावर किए। शहीद अशोक राम भगत ने 2020 में सिक्किम के ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान देश की रक्षा करते हुए शहादत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वीर सपूतों के बलिदान और योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।मुख्यमंत्री ने भारतीय सशस्त्र सेनाओं के पहले कमांडर इन चीफ फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा के योगदान को याद करते हुए कहा कि सशस्त्र सेना वयोवृद्ध दिवस हमारे जवानों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन है। यह दिन शांति और स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष और बलिदान को स्मरण करता है। कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गोमती साय और जिला भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के अधिकारी व सदस्यगण उपस्थित थे।
- रायपुर / मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में 300 बेटियों का सामूहिक विवाह छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत धार्मिक रीति रिवाजों के साथ विधि विधान से संपन्न हुआ।मुख्यमंत्री श्री साय ने नवदम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह के आयोजन से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहारा मिल रहा है। कुसमी विकासखंड की दिव्यांग कन्या सुश्री कुंती नगेशिया ने अपने विवाह पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मेरी आर्थिक स्थिति और दिव्यांगता के कारण विवाह संभव नहीं हो पा रहा था। मुख्यमंत्री के आशीर्वाद और योजना की मदद से आज मेरा सपना साकार हुआ। अन्य नव दम्पत्तियों और उनके परिजनों ने भी इस आयोजन की सराहना की।इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री श्री रामविचार नेताम, अन्य जनप्रतिनिधि और हजारों नागरिक इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी बने। मुख्यमंत्री ने नवदम्पतियों को आपसी सम्मान और जिम्मेदारी से वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि तातापानी महोत्सव ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों का दामन नई उम्मीदों और खुशियों से भर दिया है।
- -फरसाबहार में स्नेक पार्क और तपकरा को तहसील बनाने की घोषणा-जशपुर जिले में 87.31 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन-पमशाला में अखिल भारतीय कंवर समाज के वार्षिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री हुए शामिल-रायपुर / प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता में आदिवासी समाज का उत्थान शामिल है। उन्होंने देश के सर्वाेच्च पद राष्ट्रपति के लिए आदिवासी महिला को अवसर दिया। आज देश की राष्ट्रपति एक आदिवासी है, छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री एक आदिवासी है, यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सोच का ही परिणाम है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारी सरकार का ध्येय वाक्य है। इसके माध्यम से हम विजन-2047 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने में आप सबके सहयोग से सफल होंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जशपुर जिले के पमशाला में आयोजित अखिल भारतीय कंवर समाज के वार्षिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। इससे लोगों को राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों की योजनाओं का भरपूर लाभ मिल रहा है। हमने पिछले एक साल में मोदी जी की अधिकांश गारंटियों को पूरा कर दिया है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी समुदाय के समग्र विकास और उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने के लिए पीएम जनमन, धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। उन्होंने इन योजनाओं में आदिवासियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण आहार, रोजगार और मकान से लेकर हर जरूरत का ध्यान रखा है। छत्तीसगढ़ सरकार इन योजनाओं में तेजी से आदिवासी समुदाय को लाभान्वित कर रही है। हमारी सरकार आदिवासी समुदाय के साथ ही सभी वर्गों के जीवन में खुशहाली लाने और उनके उत्थान के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर फरसाबहार में स्नेक पार्क और तपकरा को तहसील बनाने और पमशाला के स्टेडियम के समतलीकरण के लिए 20 लाख रूपए की घोषणा की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने 87 करोड़ 31 लाख 98 हजार रूपए लागत् के 507 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें 85.08 करोड़ रूपए की लागत के 483 कार्यों का भूमिपूजन एवं 2.23 करोड़ की लागत से निर्मित 24 कार्यों का लोकार्पण शामिल हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने शपथ-ग्रहण के दूसरे ही दिन कैबिनेट की पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना से प्रदेश के 18 लाख परिवारों को लाभान्वित करने तत्काल निर्णय ले लिया था। हमने तेंदूपत्ता संग्रहण दर को चार हजार रूपये से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए प्रति मानक बोरा कर दिया है। इससे वनवासी भाईयों के जीवन स्तर में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि हम 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी की गारंटी के अनुरूप प्रदेश में धान की खरीदी कर रहे हैं। हम किसानों को समर्थन मूल्य का भुगतान तत्काल कर रहे हैं। धान खरीदी समाप्त होते ही अंतर की राशि भी उनके बैंक खातों में जमा करा दी जाएगी।मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में कहा कि आदिवासी कंवर समाज तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी दिशा और दशा पर लगातार चिंतन करता है, आपस में विचार-विमर्श करता है, कुरीतियों को दूर करता है, विकास के अवरोधों को चिन्हित करते हुए उन्हें दूर करने का जतन करता है, उस समाज को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि यह अवसर अपनी उपलब्धियों को साझा करने और एक दूसरे के अनुभवों से सीखने और एक दूसरे को प्रेरित करने का भी अवसर है।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की श्रीमती गोमती साय ने कंवर समाज को विकास कार्यों के लिए 20 लाख रूपए देने की घोषणा की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्री महेश्वर साय द्वारा लिखित पुस्तक 'कंवर जनजाति के सामाजिक एवं आर्थिक विकास' तथा 'बदलता अबूझमाड़ एवं अन्य कहानियां' का विमोचन किया। कार्यक्रम में पूर्व सांसद श्री नंदकुमार साय, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, कंवर समाज के अध्यक्ष श्री भरत साय सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज तातापानी महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन कर स्थानीय कला, संस्कृति और सरकारी योजनाओं के प्रभाव को करीब से देखा।मुख्यमंत्री श्री साय ने राजपुर के आरा ग्राम के निवासी शिवमंगल से मुलाकात की, जो 25 वर्षों से कुम्हार का काम कर रहे हैं। शिवमंगल ने बताया कि विद्युत चाक मिलने से उनकी जीविका चलाना आसान हुआ है। उनका परिवार पारंपरिक मिट्टी के बर्तन बनाकर सालाना 2-3 लाख रुपये की आय अर्जित कर रहा है। शिवमंगल की कला को महोत्सव में प्रदर्शित किया गया, जहां मटके, कुल्हड़ और अन्य मिट्टी के बर्तनों की जीवंत प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री ने पारंपरिक कला को प्रोत्साहन देने के लिए उनकी सराहना की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बुनकर सौदन सिंह के आग्रह पर गांधीजी के आत्मनिर्भरता के प्रतीक चरखे को भी चलाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।मुख्यमंत्री ने 28 विभागों द्वारा लगाए गए थीम-आधारित स्टॉलों का अवलोकन किया। इन स्टॉलों में आजीविका मॉडल, अमृत सरोवर, जैव विविधता संरक्षण, जैविक खेती, उन्नत कृषि तकनीक, फूलों की खेती, सौर सुजला योजना, जल जीवन मिशन, यातायात जागरूकता, पशु रोग नियंत्रण और नालंदा परिसर मॉडल जैसी योजनाओं का प्रदर्शन किया गया। श्रृंगार सदन स्टॉल में लाइव बैंगल और चूड़ियां बनाने की विधि का प्रदर्शन किया गया। मिलेट कैफे में स्थानीय मिलेट से बने स्वादिष्ट भोज्य पदार्थों की प्रदर्शनी लगी, जबकि ट्राइबल फूड स्टॉल में आदिवासी परंपरा, वाद्य यंत्र, बांस की कलाकृतियां और देवगुड़ी की झलक प्रस्तुत की गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रदर्शनियों के माध्यम से स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने स्टॉल संचालकों और प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन स्थानीय कला, संस्कृति और सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का बढ़िया माध्यम है।
- -सभी कार्यो को पूर्ण गुणवत्ता के साथ तेजी से पूर्ण करने के दिए निर्देश-योजना से फिंगेश्वर नगर पंचायत में तीन हजार घरों को मिलेगा शुद्ध पेयजल-योजना का 60 प्रतिशत काम पूर्ण, इस साल जून तक पूरा होगा कामरायपुर । उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने आज गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर नगर पंचायत पहुंचकर मिशन अमृत 2.0 के तहत निर्माणाधीन जल प्रदाय योजना के कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सरगी नाला एनीकट पर प्रगतिरत इंटेकवेल और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के कार्यों का जायजा लेकर अधिकारियों और निर्माण एजेंसी को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने दर्रीपार रोड किनारे निर्माणाधीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर निर्माणाधीन पंप हाउस, फिल्टर टैंक, रिजर्वायर टैंक इत्यादि का बारिकी से निरीक्षण किया। राजिम के विधायक श्री रोहित साहू, नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. और गरियाबंद के कलेक्टर श्री दीपक अग्रवाल भी निरीक्षण के दौरान मौजूद थे।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्माण कार्यो तथा निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों की सुविधा और मजबूती को ध्यान में रखते हुए अच्छी सामग्रियों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने वरिष्ठ मैदानी अधिकारियों को कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए। श्री साव ने सभी कार्यों में तेजी लाते हुए निर्माण एजेंसी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी और उप अभियंता को समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने को कहा। उन्होंने आगामी ग्रीष्म ऋतु के पहले योजना का काम खत्म कर जल प्रदाय शुरू करने के निर्देश दिए।उप मुख्यमंत्री श्री साव के निरीक्षण के दौरान राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ श्री शशांक पाण्डेय, नगरीय प्रशासन विभाग के संयुक्त संचालक श्री लोकेश्वर साहू, अधीक्षण अभियंता श्री रमेश सिंह और फिंगेश्वर के मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री चंदन मानकर सहित नगरीय प्रशासन विभाग और निर्माण एजेंसी के अधिकारी भी मौजूद थे।मिशन अमृत से हर घर पहुंचेगा नल से जल, फिंगेश्वर की 13 हजार आबादी होगी लाभान्वितभारत सरकार की महत्वाकांक्षी मिशन अमृत 2.0 के अंतर्गत निर्माणाधीन इस जल प्रदाय योजना से फिंगेश्वर शहर के तीन हजार परिवारों तक नल से स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। सरगी नाला एनीकट पर इंटेकवेल बनाकर पाइपलाइन से पानी तीन किमी दूर फिंगेश्वर शहर लाया जाएगा। फिंगेश्वर के दर्रीपार में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में उच्च तकनीक एवं निर्धारित मापदण्डों के अनुसार जल का शुद्धिकरण कर घरों में आपूर्ति की जाएगी। शहर की करीब 13 हजार आबादी को इसका लाभ मिलेगा। अब तक योजना का 60 प्रतिशत काम पूर्ण कर लिया गया है। विभाग द्वारा इस साल जून तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।फिंगेश्वर नगर पंचायत में 37 करोड़ आठ लाख रुपए की लागत से यह जल प्रदाय योजना विकसित की जा रही है। योजना का काम पूर्ण होने के बाद पांच वर्ष तक संचालन एवं मरम्मत का कार्य भी संबंधित फर्म द्वारा किया जाएगा। योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन 4.69 एमएलडी क्षमता के इंटेकवेल का 86 प्रतिशत और तीन एमएलडी क्षमता के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का 57 प्रतिशत काम पूर्ण कर लिया गया है। इन दोनों कार्यों के साथ ही पाइपलाइन बिछाने और नल कनेक्शन प्रदान करने का काम भी जारी है। योजना के तहत 3.8 किमी रॉ-वॉटर पाइपलाइन, 3.7 किमी क्लीयर-वॉटर पाइपलाइन, 48 किलोमीटर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और दो ओवरहेड पानी टंकिया भी निर्मित की जा रही हैं। स्कॉडा सिस्टम के माध्यम से संपूर्ण जल प्रदाय योजना की तकनीकी मॉनिटरिंग की जाएगी।