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- -प्रधानमंत्री आवास योजना ने सुमित्रा कोर्राम के पक्के घर का सपना किया पूरारायपुर । प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने पेण्ड्रा जनपद की ग्राम पंचायत दमदम की सुमित्रा कोर्राम जैसी कई गरीब महिलाओं के जीवन में स्थायी बदलाव की कहानी लिखी है। कच्चे घर में रहने से लेकर पक्के आशियाने तक का यह सफर विष्णुदेव साय सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का सशक्त उदाहरण बन गया है।सुमित्रा पहले मिट्टी के घर में रहती थीं, जहां बारिश और ठंड के मौसम में उनका परिवार असुरक्षित महसूस करता था। प्रधानमंत्री आवास योजना से उन्हें पक्का घर बनाने के लिए आर्थिक सहयोग मिला। पंचायत सचिव और ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से घर का निर्माण तय समय में पूरा हुआ। इस दौरान सुमित्रा ने स्वयं मेहनत मजदूरी कर निर्माण में भागीदारी निभाई। मनरेगा के तहत 90 दिन की मजदूरी के रूप में अतिरिक्त आय भी प्राप्त हुई, जिससे परिवार को आर्थिक संबल मिला। सुमित्रा कहती हैं, “अब हमारे पास मजबूत छत है, घर में सुरक्षा और सम्मान दोनों हैं। यह सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।” अब उनका परिवार मौसम की किसी भी मार से सुरक्षित है और बच्चों के पढ़ने-लिखने के लिए भी बेहतर माहौल मिला है।विष्णुदेव साय सरकार की प्राथमिकता ग्रामीणों के जीवनस्तर में सुधार लाना है। प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे कार्यक्रमों ने छत्तीसगढ़ के हजारों परिवारों को अपना घर देने का सपना साकार किया है। राज्य में आवास निर्माण कार्यों को गति देने के लिए पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जा रही है, जिससे पात्र हितग्राहियों को बिना देरी के लाभ मिल सके।इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण गरीबों को पक्का घर निर्माण के लिए वित्तीय सहायता, निर्माण सामग्री और तकनीकी सहयोग, मनरेगा के तहत मजदूरी एवं रोजगार के अवसर, गाँव के स्तर पर पंचायतों का सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।विष्णुदेव साय सरकार के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में “हर गरीब के सिर पर मजबूत छत” का लक्ष्य नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है। सुमित्रा कोर्राम जैसी महिलाओं की कहानियां दिखाती हैं कि यह योजना केवल आवास निर्माण तक सीमित नहीं, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत के ग्रामीण स्वप्न को साकार करने की दिशा में मजबूत कदम है।
- रायपुर,। छत्तीसगढ़ शासन, संस्कृति विभाग के आदेशानुसार वंदे मातरम् की 150 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 07 नवम्बर 2025 को देशभर में “वंदे मातरम्” आधारित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानमंत्री के द्वारा वर्चअल रूप से दिल्ली से किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर कार्यालय में सचिव श्रीमती पुष्पा साहू (आईएएस), उपसचिव डॉ. बी. रघु, प्रभारी उपसचिव (प्रशासनिक) श्रीमती प्रीति शुक्ला, पंजीयक श्री बी.के. राज, सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रदीप कुमार साहू, श्रीमती मनीषी सिंह, श्रीमती शिवा सोमवंशी, श्रीमती अलका जैन, कक्ष अधिकारी संतराम ध्रुव, सहायक सचिव श्री राजेन्द्र कुमार सोंधिया, श्री अशोक बोरकर सहित अधिकारी एवं कर्मचारयिों ने सभा कक्ष में इस कार्यक्रम में शामिल हुए।प्रधानमंत्री के प्रेरणादायक संबोधन के पश्चात् मण्डल के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा “वंदे मातरम्” का सामूहिक गायन किया गया एवं इसे ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किया गया। वंदे मातरम् का सामूहिक गान अपलोड करते ही छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर को इस उपलब्धि पर प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
- रायपुर । मां भारती को समर्पित राष्ट्रगीत “वन्देमातरम” की 150वीं वर्षगाठ के शुभ अवसर पर आज कृषि महाविद्यालय रायपुर में राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण (Live Telecast) प्रातः 10ः00 बजे से 11ः00 बजे तक किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माननीय प्रधानमंत्री जी के संबोधन के सीधे प्रसारण के साथ हुआ। कृषि महाविद्यालय, रायपुर के सेमिनार हॉल में आयोजित इस प्रसारण कार्यक्रम में डॉ. आरती गुहे, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, रायपुर, डॉ. संजय शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगण, स्नातक, स्नातकोत्तर एवं पी.एच.डी. के 200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगीत से हुआ, जिसके पश्चात माननीय प्रधानमंत्री जी के उद्बोधन का सीधा प्रसारण किया गया। इस अवसर पर संचालक, अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री जी के विचारों को आत्मसात करते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प को दोहराया। महाविद्यालय परिसर में देशभक्ति एवं सांस्कृतिक एकता का माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के उपरांत महाविद्यालय के अधिष्ठाता, प्राध्यापक, वैज्ञानिक एवं छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक “वंदे मातरम” का गायन किया। अंत में डॉ. संजय शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने सभी को इस ऐतिहासिक अवसर पर बधाई देते हुए राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी हेतु प्रेरित किया।
- -मुख्यमंत्री ने ली जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठकरायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने प्रदेश में संचालित सभी निर्माणाधीन एवं प्रगतिरत सिंचाई परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की और निर्देश दिए कि सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण ढंग से संपन्न हों तथा निर्माण कार्यों की गति में तेजी लाई जाए।मुख्यमंत्री श्री साय ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश देते हुए कहा कि जल संसाधन परियोजनाएँ प्रदेश के सर्वांगीण विकास की धुरी हैं। उन्होंने कहा कि जनता को स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता और कृषि कार्यों के लिए पर्याप्त जलापूर्ति सुनिश्चित करने हेतु सिंचाई परियोजनाओं का निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण होना अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी निर्माणाधीन एवं प्रगतिरत सिंचाई परियोजनाओं के कार्यों में गति लाने के स्पष्ट निर्देश दिए।बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव श्री राजेश सुकुमार टोप्पो ने मुख्यमंत्री को पावर पॉइंट प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से प्रदेश की निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जानी-मानी अभिनेत्री और सिंगर सुक्षणा पंडित के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपने शोक संदेश में श्री साय ने कहा- भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री, मधुर स्वर साधिका छत्तीसगढ़ की बेटी सुलक्षणा पंडित जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है।संगीत और अभिनय की उनकी यात्रा की जड़ें छत्तीसगढ़ के रायगढ़ की उस सांस्कृतिक मिट्टी से जुड़ी थीं, जहाँ संगीत एक परंपरा नहीं एक जीवनधारा है। रायगढ़ की पुरानी बस्ती के रामगुड़ी पारा स्थित अशर्फी देवी महिला चिकित्सालय में जन्मी सुलक्षणा जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रायगढ़ के पैलेस रोड स्थित शासकीय बालिका विद्यालय में प्राप्त की।
उनके पिता श्री प्रताप नारायण पंडित जी राजा चक्रधर सिंह के दरबार के प्रसिद्ध तबला वादक थे। उनके परिवार के लिए संगीत केवल एक कला नहीं, बल्कि जीवन का संस्कार था और सुलक्षणा जी ने उसी संस्कार को सुरों में ढालकर पूरी दुनिया तक पहुँचाया और छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया। उनकी आवाज़ में सादगी थी, भाव था, और इस मिट्टी की सुगंध थी।छत्तीसगढ़ उनकी इस अमर संगीत यात्रा को नमन करता है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति दें। - रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने सुप्रसिद्ध फिल्म नायिका सुलक्षणा पण्डित के देहावसान पर गहन शोक व्यक्त कर इसे छत्तीसगढ़ की अपूरणीय क्षति बताया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में जन्म लेकर और विद्यालयीन पढ़ाई कर देश-विदेश में अपनी अदाकारी से सुलक्षणा पण्डित ने भारत और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया। अदाकारी के साथ-साथ संगीत व गायन के क्षेत्र में भी उनका अहम योगदान रहा। श्री देव ने कहा कि उनकी प्रतिभा छत्तीसगढ़स की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा की परिचायक रही। उनका पूरा परिवार भारतीय सिनेमा को समृद्ध करने में जुटा रहा है। श्री देव ने पण्डित-परिवार के प्रति सम्वेदना व्यक्त कर परमपिता परमेश्वर से उनकी आत्मा को चिरशांति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
- 0- जिले की लोक श्रृंगार भारती संस्था को मिला आमंत्रणबिलासपुर. स्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उड़ीसा शासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बालीजात्र कटक महोत्सव में इस वर्ष बिलासपुर की सुप्रसिद्ध लोक कला संस्था ‘लोक श्रृंगार भारती’ को गेड़ी लोक नृत्य प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रण प्राप्त हुआ है। यह संस्था लगातार तेरहवें वर्ष इस प्रतिष्ठित मंच पर अपनी प्रस्तुति देने जा रही है।लोक श्रृंगार भारती संस्था के अध्यक्ष अनिल कुमार गढ़ेवाल के नेतृत्व में 18 सदस्यीय दल आगामी 10 नवंबर को महानदी के तट पर आयोजित इस भव्य महोत्सव में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक गेड़ी नृत्य का प्रदर्शन करेगा, अनिल गढ़ेवाल स्वयं दल का नेतृत्व करते हुए गेड़ी नृत्य का गायन करेंगे। दल में मुख्य मांदल वादक मोहन डोंगरे, बांसुरी वादक महेश नवरंग, हारमोनियम वादक सौंखी लाल कोसले, तथा सहगायक भारत वस्त्रकार और द्वारिका कोसले शामिल हैं। वहीं प्रभात बंजारे और चेतन कुर्रे मुख्य गेड़ी नर्तक के रूप में प्रस्तुति देंगे। इनके साथ लक्ष्मी नारायण माण्डले, फूलचंद ओगरे, मनोज माण्डले, चंद्रशेखर केवट, शुभम भार्गव, सुराज खांडे, शुभम भारद्वाज और उदय खांडे नृत्य में भाग लेंगे। नर्तक पारंपरिक कौड़ियों एवं चीनी मिट्टी की मालाएँ, पटसन वस्त्र, सिक बंध और मयूर पंख धारण कर छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा की झलक प्रस्तुत करेंगे।उल्लेखनीय है कि हाल ही में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित लोक महोत्सव हैदराबाद में भी इस दल ने अपनी प्रस्तुति दी थी। इसके अतिरिक्त राज्योत्सव 2025 रायपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस गेड़ी नृत्य का अवलोकन किया था। अब तक 22 राज्यों में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकी लोक श्रृंगार भारती संस्था ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक संस्कृति को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- रायपुर। ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पूरे देश के लिए गर्व और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय अवसर है। इसी तारतम्य में महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर विद्यालय में बच्चों के साथ शिक्षक- शिक्षिकाओं ने वंदे मातरम् का सामूहिक गान किया।शिक्षिका रचना तिवारी ने बताया कि राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आज मार्निंग असेंबली में वंदे मातरम् का सामूहिक गान किया गया। असेंबली का संचालन कामना सिंह और स्पीच हिमांशी लोढ़ा ने दिया। सभी ने एक स्वर में “वंदे मातरम्” गाते हुए देशप्रेम और एकता का संदेश दिया।इस मौके पर प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने कहा कि वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि यह राष्ट्र के प्रति समर्पण, एकता और गर्व का प्रतीक है। ऐसे आयोजन नागरिकों में देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा की भावना को और सशक्त करते हैं।
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-वन्देमातरम् संस्मरणोत्सव कार्यक्रम
-वन्देमातरम हमारे स्वभाव का मूलमंत्र बना है : प्रदेश अध्यक्ष देवरायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस बात पर बल दिया है कि हमें अपना इतिहास कभी नहीं भूलना चाहिए। वन्देमातरम् की 150वीं वर्षगाँठ के इस आयोजन के माध्यम से हम सब लोग आने वाली पीढ़ी को वन्देमातरम् राष्ट्रगीत की महत्ता समझा पाएंगे, इसलिए यह आयोजन बहुत सार्थक सिद्ध हो रहा है। श्री साय शुक्रवार को यहाँ इनडोर स्टेडियम में प्रदेश भारतीय जनता पार्टी द्वारा आहूत वन्देमातरम् संस्मरणोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वन्देमातरम् हमारी आजादी की लड़ाई में मूलमंत्र रहा है। इसके गायन से सबके हृदय में राष्ट्रभक्ति का भाव संचरित होता था। हमारे महापुरुषों ने वन्देमातरम् का जयघोष करते हुए आजादी के लिए अपनी कुर्बानी दे दी, फाँसी के फन्दे को चूम लिया। यह शक्ति और भक्ति इस वन्देमातरम के गायन में थी। यह भारत की आत्मा की आवाज है। श्री साय ने कहा कि सन् 1875 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने राष्ट्रगीत वन्देमातरम् की रचना की थी। यह मूलत: 1875 से पहले इस देश में अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध आदि शंकराचार्य के आह्वान पर सँन्यासियों द्वारा किए गए विद्रोह पर केंद्रित उपन्यास 'आनन्द मठ' में वन्देमातरम् गीत की रचना की। आदि शंकराचार्य जी ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र और शास्त्र, दोनों की शिक्षा दी, जिसका इस गीत में समावेश है। श्री साय ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज छत्तीसगढ़ के पाँच सम्भाग मुख्यालयों समेत पूरे देश में 150 स्थानों पर वन्देमातरम् का सामूहिक रूप से सस्वर गायन हुआ है। यह समारोह आगामी एक वर्ष तक चलेगा।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश जब गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, तब बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने वंदेमातरम की कल्पना कर इसकी रचना की। बंकिम जी ने तत्कालीन परिस्थितियों में वन्देमातरम की रचना करके देश के सभी लोगों, समाजों को देशभक्ति से ओत-प्रोत कर दिया। इस गीत से सबके मन में भारत माता के गौरव की दृष्टि से भाव जागृत हो, देश की स्वतंत्रता के आंदोलन में हम सब अपनी भूमिका निभाएं, यह आह्वान चट्टोपाध्याय जी ने किया। यह गीत हमारा आंदोलन बना और यह सिर्फ देश ही नहीं, अपितु विश्व में भी चर्चित हुआ। श्री देव ने कहा कि स्वतंत्रता के पश्चात सुचेता कृपलानी और सरदार वल्लभभाई पटेल के आग्रह पर पहली बार यह गीत आकाशवाणी पर प्रसारित हुआ। 1947 में प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 1950 में वंदेमातरम व अनगणमन को क्रमशः राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान के रूप में मान्यता दी। वन्देमातरम हमारे स्वभाव का मूलमंत्र बना है। श्री देव ने कहा कि नई पीढ़ी और आधुनिक भारत को वन्देमातरम की महत्ता, इतिहास और इसके अंतर्निहित हमारी राष्ट्रीय और आध्यात्मिक चेतना पुनर्स्थापित हो, यह हम सबका गीत बने। प्रधानमंत्री नरेंद्रकी यह सोच हम सब आत्मसात करें।कार्यक्रम के अंत में फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष मोना सेन और उनकी टीम ने वन्देमातरम् गीत का सुमधुर सस्वर गायन किया। इसके बाद हाथ में तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज लेकर उपस्थित जनों ने देशभक्ति गीत का गायन किया।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी, श्याम बिहारी जायसवाल, ना के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्रीराम गर्ग, प्रदेश उपाध्यक्ष नंदन जैन, विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, सुनील सोनी, महापौर श्रीमती मीनल चौबे, प्रदेश मंत्री जयंती पटेल, श्रीचंद सुंदरानी, सच्चिदानंद उपासने, जिलाध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर, जिला महामंत्री गुंजन प्रजापति, अमित मैशेरी, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, तुषार चोपड़ा सहित भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।जैन ने आभार मानाभाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व वंदेमातरम कार्यक्रम के प्रदेश प्रभारी नंदन जैन ने शुक्रवार को प्रदेश भर में वंदेमातरम के सामूहिक गायन में स्वस्फूर्त भागीदारी के लिए प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त किया। श्री जैन ने कहा कि वंदे मातरम् हमारे आत्मसम्मान का प्रतीक है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान करोड़ों भारतीयों में देशप्रेम की ज्वाला जगाई थी।ग आज पुनः उसी भावना को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य भाजपा के कार्यकर्ता पूरे समर्पण के साथ कर रहे हैं। आज का यह आयोजन प्रदेश की राष्ट्रीय चेतना और सांस्कृतिक गौरव का उत्कृष्ट उदाहरण है। - 0- राष्ट्रीय गीत का सामूहिक गायन कर राष्ट्रीय एकता और गौरव का दिया संदेशबालोद. राष्ट्रीय गीत ’वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर जिला पंचायत बालोद के सभाकक्ष में राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर राष्ट्रव्यापी स्मरणोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर वंदे मातरम् 150 साल पूरे होेने पर आगामी दिनों में चलने वाले उत्सव का उद्घाटन किया तथा वंदे मातरम् के अर्थ पर बात की। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् का मतलब संकल्पों की सिद्धी है। वंदे मातरम् गुलामी के दौरान भारत की आजादी के संकल्प का उद्घोष बन गया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम शब्द हमारे भीतर आत्मविश्वास जगाता है। हमें यह शक्ति देता है कि कोई भी लक्ष्य असंभव नही है। उन्होंने कहा कि यह गीत पीढ़ियों से भारतीयों के दिल में जोश और राष्ट्र प्रेम भरता है। कार्यक्रम के उपरांत जिला पंचायत सभाकक्ष में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी-कर्मचारियों ने पूरे उत्साह एवं सम्मान के साथ राष्ट्रीय गीत ’वंदे मातरम्’ का सामूहिक गायन किया। इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती तारणी पुष्पेंद्र चंद्राकर, राज्य लघु वनोपज संघ के उपाध्यक्ष श्री यज्ञदत्त शर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री तोमन साहू, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री यशवंत जैन, श्री चेमन देशमुख, श्री राकेश यादव, कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत श्री सुनील चंद्रवंशी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती मधुहर्ष, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती प्राची ठाकुर सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।
- बालोद. राष्ट्रीय गीत ’वंदेमातरम’ के 150वीं वर्षगाठ के अवसर पर जनपद पंचायत डौण्डी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम प्रसारण का प्रसारण किया गया। इसके पश्चात् उपस्थित जनों द्वारा एक साथ राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् का किया गया गायन। इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री मुकेश कौड़ो, जनपद पंचायत डौण्डी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डीडी मण्डले, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री डाॅ. रूपेश नायक, महावीर ठाकुर सहित हिंसाराम साहू, मनीष झा, रत्ना हिरवानी, झमित धलनिया, तुलेश्वर हिचामी के अलावा बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।
- 0- गंगा मईया मंदिर झलमला से शुरू होकर नया बस स्टैण्ड बालोद पहुँचकर होगा यूनिटी मार्च पदयात्रा का समापनबालोद. जिला प्रशासन बालोद एवं ख्ेाल एवं युवा कल्याण विभाग माय भारत बालोद के संयुक्त तत्वाधान में जिले में 10 नवंबर 2025 को सुबह 07 बजे से यूनिटी मार्च 2025 का आयोजन किया जाएगा। अपर कलेक्टर ने बताया कि जिले में युनिटी मार्च माँ गंगा मैय्या मंदिर प्रांगण झलमला से शुरू होकर झलमला बस स्टैण्ड, झलमला हायर सेकण्ड्री स्कूल से ग्राम सिवनी ग्राम होते हुए मुख्य मार्ग जिसके पश्चात् मुख्य मार्ग बालोद की ओर गंजपारा स्थित दुर्गा मंदिर बालोद से दांया सदर बाजार, सब्जी मार्केट से मधु चैक, कचहरी चैक से नया बस स्टैण्ड बालोद पहुंचकर युनिटी मार्च पदयात्रा का समापन होगा। उल्लेखनीय है कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के 150वीं जयंती के अवसर पर युवाओं में राष्ट्रीय गौरव जगाने, समाज के प्रति जिम्मेदारी बढ़ाने और एकता की भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से युवाओं की भूमिका पर विशेष ध्यान देते हुए पूरे राज्य में यूनिटी मार्च का आयोजन किया जा रहा है। यूनिटी मार्च में गणमान्य नागरिक, स्कूली छात्र-छात्राएं खिलाड़ी, अधिकारी-कर्मचारी, समाज के पदाधिकारी व समान्नीय जन, ग्रीन कमाण्डो, स्वच्छता दीदी, नल-जल मित्र इत्यादि सभी वर्गों के लोग शामिल होंगे। उन्होंने जिले के सभी गणमान्य नागरिकों, बच्चे, युवा वर्ग को इस अखण्ड भारत की एकता यात्रा में अधिक से अधिक शामिल होकर ’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ को एकजुट होकर साकार करने को कहा है।
- - पश्चिम विधायक राजेश मूणत और महापौर मीनल चौबे ने विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम के 150 वर्ष के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं ने वन्दे मातरम की सुमधुर प्रस्तुति देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दियारायपुर। पश्चिम विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत और महापौर मीनल चौबे ने आज पं. दीनदयाल उपाध्याय वार्ड (सरस्वती शिशु मंदिर रोहिणीपुरम के सामने) में 101.81 लाख रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।इन कार्यों में सरस्वती शिशु मंदिरर के पास मुख्य मार्ग में 50 लाख में डामरीकरण, सेंचुरी कॉलोनी के पास जलभराव समस्या दूर करने 31 लाख 81 हजार में नाला निर्माण, हॉल, कार्यालय भवन निर्माण शामिल है।इस अवसर पर नगर निगम महापौर श्रीमती मीनल चौबे , वार्ड के पार्षदआशु चंद्रवंशी के अलावा वार्ड के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री मूणत ने कहा कि उनका प्रयास है कि रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का हर वार्ड तेजी से विकास करे और वहाँ के नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं के लिए भटकना न पड़े। उन्होंने नागरिकों से रायपुर शहर को सुन्दर और स्वच्छ बनाने के कार्य में रायपुर नगर निगम के साथ सहभागों बनने की अपील की। पश्चिम विधायक ने नगर निगम जोन 5 जोन कमिश्नर को निर्देशित किया है कि डी डी नगर वार्ड 40 का क्षेत्र आवासीय क्षेत्र है। आवासीय क्षेत्र में व्यवसायिक दुकानें खोलने वालों पर नियमानुसार कार्यवाही करें। पश्चिम विधायक ने कहा कि पहले डीडी नगर वार्ड क्षेत्र हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी क्षेत्र में था और विकास की लगातार बांट जोह रहा था। अब डीडी नगर वार्ड नगर निगम रायपुर क्षेत्र अंतर्गत है और यहां लगातार विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। शहर को सुन्दर और स्वच्छ बनाये रखने में सहभागी बनने से विकास की सार्थकता यहां अवश्य सिद्ध हो सकेगी।महापौर मीनल चौबे ने डीडी नगर वार्ड क्षेत्र के तेज विकास के लिए रायपुर पश्चिम विधायक ाजेश मूणत के कार्यों और पार्षद आशु चंद्रवंशी के सतत निरन्तर प्रयासों को सराहा। महापौर ने एकमुश्त 1 करोड़ 1 लाख रूपये के नए विकास कार्य प्रारम्भ होने पर सभी वार्डवासियों को हार्दिक बधाई दी। श्रीमती चौबे ने कहा कि डीडी नगर वार्ड क्षेत्र के रहवासी नागरिक सौभाग्यशाली हैँ कि यहां गर्मी में जलसंकट की समस्या नहीं रहती। अब सेंचुरी सीमेंट कॉलोनी के पास पक्का नाला बन जाने से वार्ड क्षेत्र में बारिश में जलभराव की समस्या भी शीघ्र दूर हो जाएगी. महापौर ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड ने डीडी नगर कॉलोनी क्षेत्र में बहुत से गार्डन बनाय हैं जिन्हें सुव्यवस्थित कर रहवासियों के लिए सुविधायुक्त बनाने कार्य किया जायेगा। जनसहयोग से रायपुर शहर को विकसित कर संवारने का कार्य किया जायेगा।पार्षद आशु चंद्रवंशी ने सभी वार्डवासियों की ओर से वार्ड 40 के क्षेत्र में एकमुश्त 1 करोड़ 1 लाख रूपये के नए विकास कार्य भूमिपूजन कर प्रारम्भ किये जाने पर रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत और महापौर मीनल चौबे को हार्दिक धन्यवाद दिया।राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम के 150 वर्ष के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं ने वन्दे मातरम की सुमधुर प्रस्तुति देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया
- बालोद. भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के निर्देेशानुसार निर्वाचक नामावलियों का विशेष गहन पुनरीक्षण अंतर्गत जिले में निर्वाचक नामावलियों का विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्य किया जा रहा है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक ने बताया कि निर्वाचक नामावलियों का विशेष गहन पुनरीक्षण अंतर्गत 04 नवंबर से 04 दिसंबर 2025 तक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) अपने मतदान केन्द्र के प्रत्येक घरों में जाकर मतदाताओं से गणना पत्रक भराया जाएगा। इस अवधि में फार्म वितरण कर एकत्र भी किया जाएगा। उन्होंने जिले के मतदाताओं से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर त्रुटिरहित मतदाता सूची निर्माण करने की अपील की है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवार के माध्यम से मुनादी एवं नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता वाहन के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए है।
- बालोद. शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बालोद में भारत सरकार की शिक्षुता प्रशिक्षण अधिनियम 1961 के अंतर्गत नेशनल अप्रेंटिसशीप प्रमोशन स्कीम अंतर्गत 10 नवंबर 2025 को सुबह 10 बजे से अपे्रटिंसशीप मेला का आयोजन किया जा रहा है। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बालोद के प्राचार्य ने बताया कि अपे्रटिंसशीप मेला में शासकीय एवं निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं से आईटीआई उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थी के अलावा 10वीं, 12वीं एवं स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी भी अपने समस्त शैक्षणिक तथा आवश्यक प्रमाण-पत्र के साथ अप्रेंटिसशीप मेला में शामिल होकर अवसर का लाभ प्राप्त कर सकते हंै।
- बालोद. शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बालोद में 13 नवंबर को प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया जाएगा। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बालोद के प्राचार्य ने बताया कि निजी कंपनी द्वारा 13 नवंबर 2025 को सुबह 10.30 बजे से प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 18 से 27 वर्ष की आयु वाले 12वीं, आईटीआई एवं डिप्लोमा उत्तीर्ण अभ्यर्थी प्लेसमेंट कैंप में शामिल हो सकते हैं।
- 0- जनजातीय गौरव दिवस एवं राज्य स्तरीय कार्यक्रमों की तैयारियों को लेकर दिए आवश्यक निर्देश0- 21.73 करोड़ की लागत से जरहाभाठा में बनेगा 300 सीटर बालक छात्रावासबिलासपुर. आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणी बोरा ने आज जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में विभागीय योजनाओं में प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बिलासपुर संभाग सहित कुल 10 जिलों बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़, बलौदाबाजार, मुंगेली, कबीरधाम, रायगढ़ एवं कोरबा के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ, संबंधित सहायक आयुक्त एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे। श्री बोरा ने अधिकारियों से कहा कि विभागीय योजनाओं की निगरानी नियमित समीक्षा एवं फील्ड निरीक्षण के माध्यम से की जाए। उन्होंने अधिकारियों से जनजातीय समुदाय के बीच जाकर योजनाओं की जानकारी देने, संपर्क एवं संवाद बढ़ाने पर भी बल दिया। शासन की योजनाओं का लाभ तभी सार्थक होगा जब वह अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे। सभी अधिकारी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ कार्य करें।प्रमुख सचिव श्री बोरा ने योजनाओं की विभागवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अपूर्ण कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि जो कार्य नियोजित अवधि में पूर्ण नहीं किए जा सकते, उन्हें निरस्त किया जाए, और जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनके उपयोगिता प्रमाणपत्र (यूसी) तत्काल प्रस्तुत किए जाएँ। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाएँ सीधे जनहित से जुड़ी हैं, अतः इनके क्रियान्वयन में पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं समयबद्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए। प्रमुख सचिव ने बताया कि 15 नवम्बर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती के अवसर पर पूरे राज्य में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर जनजातीय समाज की गौरवशाली परंपरा और संस्कृति के संरक्षण हेतु विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।प्रमुख सचिव ने कहा कि बिलासपुर जिले में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सम्मिलित होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस दिन सभी आश्रमों और छात्रावासों में विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे। राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम 19 एवं 20 नवम्बर को अंबिकापुर में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के आगमन की संभावना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा। जिनमें बैगा, गुनिया, हड़जोड़ सम्मान योजना, मुख्यमंत्री जनजातीय ग्राम अखरा विकास योजना शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य पारंपरिक जनजातीय समाज को सामाजिक सम्मान, सांस्कृतिक संरक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ाना है।प्रमुख सचिव श्री बोरा ने कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ बैठक लेकर छात्रवृत्ति योजनाओं में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पात्र विद्यार्थियों को समय पर छात्रवृत्ति का लाभ मिलना विभाग की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि जरहाभाठा में 21.73 करोड़ की लागत से 300 सीटर अनुसूचित जाति बॉयज हॉस्टल बनाया जाएगा। इसके साथ ही 300 सीटों की क्षमता वाला गर्ल्स हॉस्टल बनाने की कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है। इन अधोसंरचनात्मक कार्यों से छात्रों को सुरक्षित आवास, बेहतर शिक्षा वातावरण और सुविधाजनक संसाधन उपलब्ध कराए जा सकेंगे।
- रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में शनिवार, आठ नवंबर को वंदे मातरम् का सामूहिक गान किया जाएगा। शाम सात बजे होने वाला यह आयोजन वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया जाएगा। कार्यक्रम के समन्वयक श्याम सुंदर खंगन ने बताया कि महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर स्कूल की प्रात:कालीन प्रार्थना सभा में वंदे मातरम् का सामूहिक गान बच्चों के साथ शिक्षक- शिक्षिकाओं ने किया है।वहीं महाराष्ट्र मंडल में भी शुक्रवार शाम को यह आयोजन किया जाने वाला था, लेकिन ज्यादातर कार्यकारिणी सदस्यों व समितियों के पदाधिकारियों की व्यस्तता अथवा शहर से बाहर होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। वंदे मातरम् के सामूहिक गायन न होने की एक वजह आयोजन के समय ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, साइंस कालेज में नाटक ‘युग प्रवर्तक डॉ. हेडगेवार’ का मंचन भी रहा।खंगन के अनुसार वंदे मातरम् सामूहिक गान से पहले ही मंडल के कार्यकारिणी सदस्य, समितियों के पदाधिकारी व सभासद लगभग दो वर्षों से चली जा रही परंपरानुसार पहले राम रक्षा स्त्रोत और हनुमान चालीसा पाठ का सामूहिक पाठ करेंगे। उसके बाद ही राष्ट्र गान का सस्वर गायन किया जाएगा।
- भिलाईनगर। राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर नगर पालिक निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय सभागार कक्ष एवं जोन कार्यालयों में कार्यक्रम आयोजित की गई। माननीय प्रधानमंत्री के लाईव प्रसारण के माध्यम से वंदे मातरम का उत्साहपूर्वक गायन किया गया। राष्ट्रगीत बंदे मातरम केवल एक गीत ही नही। यह भारत की आत्मा एवं एकता का प्रतीक है। सभी भारतीय नागरिको को इसका सम्मान करना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से निगम आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, अपर आयुक्त राजेन्द्र कुमार दोहरे, अधीक्षण अभियंता अजीत कुमार तिग्गा एवं अन्य अधिकारी सहित कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
- 0- सभी शासकीय कार्यालयों, स्कूलों एवं महाविद्यालयों में आयोजन0- जिला स्तरीय आयोजन जिला पंचायत सभाकक्ष मेंदुर्ग. राष्ट्रीय गीत वंदे-मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आज देश एवं प्रदेश के साथ दुर्ग जिले के सभी नगरीय निकायों, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों में सामूहिक राष्ट्रीय गीत गायन का आयोजन पूर्वान्ह 10 बजे किया गया। दुर्ग जिले में जिला स्तरीय आयोजन जिला पंचायत सभा कक्ष में किया गया। जिसमे प्रदेश के अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अहिवारा विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती बंजारे, सदस्य सुश्री प्रिया साहू सहित अन्य सदस्य गण तथा कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह, जिला पंचायत के सीईओ श्री बजरंग दुबे, जनपद पंचायत के सीईओ श्री रूपेश पाण्डे, जिला एवं जनपद पंचायत कार्यालय के समस्त अधिकारी व कर्मचारी सम्मलित हुए। उपस्थित सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी कर्मचारियों ने कार्यक्रम के शुभारम्भ एवं अंत मे सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गीत वंदे-मातरम् गायन किये। कार्यकम का शुभारंभ प्रातः 10 बजे देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया। प्रधान मंत्री श्री मोदी जी ने राष्ट्रीय गीत के पंक्तियों की भावार्थ से देश वासियों को अवगत कराया। राष्ट्रीय गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 150 रूपए का सिक्का तथा डाक टिकट जारी किया गया।जिला मुख्यालय में कलेक्टोरेट सहित समस्त कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारियों ने सामूहिक राष्ट्रीय गीत गायन किये और दिल्ली से लाईव प्रसारित कार्यक्रम का दृश्य श्रवण किये।उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गीत वंदे-मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर भारत सरकार के संस्कृति मार्ग-दर्शन में इस ऐतिहासिक पर्व को वर्ष भर चलने वाले महा अभियान के रूप में मनाया जा रहा है। देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी यह आयोजन जन भागीदारी के साथ चार चरणों में ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक भव्य रूप में संपन्न किया जाएगा। प्रथम चरण 07 से 14 नवंबर 2025, द्वितीय चरण 19 से 26 जनवरी 2026, तृतीय चरण 07 से 15 अगस्त 2026 (हर घर तिरंगा अभियान के साथ) और चतुर्थ चरण 1 से 7 नवंबर 2026 तक चलेगा। इस दौरान राज्य के सभी जिलों, जनपदों, ग्राम पंचायतों, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में राष्ट्रीय गीत के सामुहिक गायन के साथ विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे।
- 0- एक चौथाई सदी में बच्चों के जीवन में आया क्रांतिकारी बदलाव0- 25 वर्षों में कुपोषण दर में 50.4 प्रतिशत से 7.95 प्रतिशत तक की ऐतिहासिक गिरावट0- कुपोषण दर गिरावट में दुर्ग जिला अव्वल0- आँगनबाड़ी केंद्रों की संख्या दोगुनी हुई, 1193 भवन अब विभाग के अपने0- बाल विवाह मुक्त हुए 300 ग्राम पंचायतदुर्ग. महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पिछले 25 वर्षों (वर्ष 2000 से 2025) में दुर्ग ज़िले में अविस्मरणीय उपलब्धि हासिल की गई है, जिसने ज़िले के बाल स्वास्थ्य परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है। शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन तथा विभाग की अथक मेहनत का परिणाम है कि दुर्ग ज़िले का ’’कुपोषण दर राज्य में सबसे कम’’ है। यह सफलता कई बच्चों को कुपोषण के अँधेरे से निकालकर सुपोषण के उजाले की ओर ले जाने की एक प्रेरक गाथा है।कुपोषण से सुपोषण की ओर- यक्ष की प्रेरक कहानीजिले की 77 पंचायतों को कुपोषण से मुक्त करने के लक्ष्य के तहत, ग्राम पंचायत करेला के आँगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत बालक यक्ष मध्यम कुपोषण की श्रेणी में था। उसका वजन मात्र 9.800 किलोग्राम था। मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के अंतर्गत हुए परीक्षण में यह पाया गया कि यक्ष घर का पोषक खाना न खाकर बाजार के पैकेट वाले खाद्य पदार्थों पर अधिक निर्भर था। पर्यवेक्षक श्रीमती ममता साहू और कार्यकर्ता श्रीमती दुर्गेश्वरी वर्मा ने गृहभेंट कर यक्ष के माता-पिता को पोषण के प्रति जागरूक किया। उन्हें घर के बने पोषक भोजन, अंकुरित अनाज और रेडी-टू-ईट के महत्व को समझाया गया। ग्राम सरपंच डॉ. राजेश बंछोर ने भी पोषण खजाना योजना के तहत फूटा चना, मूंग, गुड़ आदि उपलब्ध कराया। इन समेकित प्रयासों का परिणाम यह हुआ कि यक्ष को नया जीवन मिला। वर्तमान में यक्ष का वजन 11.500 किलोग्राम है, वह सामान्य श्रेणी में आ गया है और पूरी तरह स्वस्थ है। यह कहानी दर्शाती है कि शासन की योजनाएँ किस प्रकार ज़मीनी स्तर पर बच्चों का भविष्य बदल रही हैं।विभाग की ऐतिहासिक उपलब्धियाँ और विस्तार25 वर्षों की इस यात्रा में, महिला एवं बाल विकास विभाग ने अपनी पहुँच और सेवाओं में अभूतपूर्व विस्तार किया है। वर्ष 2000 में ज़िले में एकीकृत बाल विकास सेवा की केवल 5 परियोजनाएँ संचालित थीं, जिनकी संख्या वर्ष 2025 में बढ़कर 8 हो गई है, जबकि सेक्टरों की संख्या 35 से बढ़कर 59 तक पहुँच गई है। इन प्रयासों के तहत, स्वीकृत और संचालित आँगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 819 से बढ़कर 1551 हो गई है। यह विस्तार गुणवत्ता के साथ हुआ है, जहाँ स्वयं के भवन में संचालित आँगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 286 से बढ़कर 1193 हो गई है, जो किराए पर निर्भरता को कम करते हुए कार्यक्रमों को एक स्थिर आधार प्रदान करता है। आधारभूत संरचना के क्षेत्र में क्रांति आई है। वर्ष 2000 में शून्य पर रहे बिजली और शौचालय की उपलब्धता को विभाग ने सुनिश्चित किया है, जहाँ 2025 तक क्रमशः 1539 और 1491 आँगनबाड़ी भवनों में ये मूलभूत सुविधाएँ पहुँच चुकी हैं। साथ ही, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता भी 311 केंद्रों से बढ़कर 1513 केंद्रों तक पहुँच गई है। इन केंद्रों में अब 16 पालना केंद्र भी संचालित किए जा रहे हैं, जिनकी शुरुआत वर्ष 2000 में नहीं हुई थी। इस व्यापक प्रयास का सबसे बड़ा प्रभाव बाल स्वास्थ्य पर देखा गया है। वर्ष 2000 में कुपोषण का डरावना प्रतिशत 50.4 था, जो वर्ष 2025 में ऐतिहासिक रूप से गिरकर मात्र 7.95 प्रतिशत रह गया है। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 5688 से घटकर केवल 748 रह गई है, वहीं मध्यम कुपोषित बच्चों की संख्या भी 17431 से घटकर 5448 रह गई है। इस दौरान, ज़िले में सामान्य बच्चों की संख्या 23099 से बढ़कर 72987 हो गई है, जो ज़िले के भविष्य के लिए एक उज्जवल संकेत है। विभाग ने कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में भी भारी वृद्धि की है, जो सेवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध हुई है। इसके अलावा विभाग ने सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध भी मोर्चा संभाला है। ज़िले में अब 300 ग्राम पंचायतों और 332 वार्डों को बाल विवाह से मुक्त घोषित किया जा चुका है। 43 आँगनबाड़ी केंद्र कुपोषण मुक्त भी घोषित किए गए हैं। विभाग की यह सफलता दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प और अथक प्रयासों से कोई भी चुनौती असंभव नहीं है। यह रजत जयंती ज़िले में स्वास्थ्य और सुपोषण के एक नए और उज्जवल अध्याय की शुरुआत है।
- दुर्ग. परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग (शहरी) के अंतर्गत पंचशील नगर, नयापारा आंगनबाड़ी केन्द्र क्र. 01 दुर्ग में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पद पर भर्ती किया जाना है। उक्त पद पर आवेदन 21 नवंबर 2025 तक एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय दुर्ग (शहरी) पांच बिल्डिंग, बाल संरक्षण गृह परिसर, महिला एवं बाल विकास विभाग में सीधे अथवा पंजीकृत डॉक द्वारा कार्यालयीन समय 10 से 5.30 बजे तक (शासकीय अवकाश को छोड़कर) जमा किया जा सकता है। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना से मिली जानकारी अनुसार आवेदन किये जाने हेतु शासन द्वारा निर्धारित आवश्यक गाईडलाईन के तहत आवेदिका की आयु 18 से 44 वर्ष के मध्य होनी चाहिए (एक वर्ष या अधिक सेवा का अनुभव रखने वाली कार्यकर्ता/सहायिका/सह-सहायिका/संगठिका को आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट दी जाएगी)। आवेदिका उसी वार्ड की स्थायी निवासी होनी चाहिए जिस वार्ड में आंगनबाड़ी केन्द्र स्थित है। निवासी होने के प्रमाण में ग्राम की अद्यतन मतदाता सूची में दर्ज नाम एवं नगरीय क्षेत्र में होने पर संबंधित वार्ड की अद्यतन मतदाता सूची में नाम दर्ज हो तो आवेदन पत्र में उसके क्रमांक का उल्लेख कर प्रतिलिपि लगाई जाए अथवा ग्राम पंचायत के सरपंच तथा सचिव द्वारा संयुक्त हस्ताक्षरित अथवा पटवारी तथा नगरीय निकायों में वार्ड पार्षद अथवा पटवारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र जिसमें वार्ड में निवासरत् रहने का पता सहित स्पष्ट उल्लेख हो, मान्य किया जाएगा। आवेदिका की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आंगनबाड़ी सहायिका पद हेतु 8वीं बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण निर्धारित की गई है। अनुभवी कार्यकर्ता/सहायिका/सह सहायिका होने पर, गरीबी रेखा परिवार, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति परिवार की महिला होने पर तथा विधवा, परित्यक्ता अथवा तलाकशुदा महिला होने पर अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे।
- दुर्ग. कैलाश नगर, भिलाई के निवासी निषाद टंडन एक जागरूक और पर्यावरण-प्रेमी व्यक्ति हैं। एनएमडीसी बैलाडीला में वर्षों तक सेवा देने के बाद वे साल 2012 में सेवानिवृत्त हुए। तीनों बच्चे आज अपनी-अपनी सेवाओं में कार्यरत हैं। एक दिन उन्होंने अख़बार में सौर ऊर्जा (सोलर पैनल) योजना के बारे में पढ़ा। बच्चों ने भी उन्हें प्रोत्साहित किया। पापा सोलर पैनल लगाने से बिजली बिल कम होगा और बचत भी होगी। फिर निषाद टंडन ने आवेदन दिया, वेंडर से बात की और बिजली विभाग से भी सहयोग प्राप्त किया। उन्होंने 13 दिसम्बर 2024 को अपने घर में 2 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया। इसके बाद से उनका अनुभव बेहद सकारात्मक रहा। अब तक उनका सोलर सिस्टम 3590 यूनिट बिजली का उत्पादन कर चुका है, जिसमें से 1000 यूनिट बिजली विभाग को बेची गई है।राज्य सरकार द्वारा 8 सितम्बर 2025 को उन्हें 30,000 रुपये की राज्य सब्सिडी और 60,000 रुपये की केंद्र सरकार की सहायता प्राप्त हुई। श्री निषाद जी बताते हैं कि उन्होंने सारा खर्च खुद वहन किया, किसी बैंक से लोन नहीं लिया। वे सोलर पैनल की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं और कहते हैं कि पहले की तुलना में अब बिजली बिल बहुत कम आ रहा है। यह योजना बहुत अच्छी है और भविष्य के लिए बेहद जरूरी भी। श्री निषाद मानते हैं कि इनवर्टर और सोलर ऊर्जा के माध्यम से बिजली की बचत न केवल आर्थिक दृष्टि से लाभदायक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण का उपहार भी है। सौर ऊर्जा अपनाना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। इससे आने वाली पीढ़ियों को बिजली की कमी का सामना नही करना पड़ेगा। वे अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को भी सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। यदि हर घर इस दिशा में कदम बढ़ाए तो देश ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकता है।
- 0- वंदे मातरम् गीत की 150वीं वर्षगांठ पर जिलेभर में उमड़ा राष्ट्रप्रेम का भावबिलासपुर. राष्ट्रीय चेतना और स्वाभिमान के प्रतीक ‘वंदे मातरम्’ गीत की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुक्रवार को पूरे देश में भव्य स्मरणोत्सव मनाया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम से स्मरणोत्सव का औपचारिक शुभारंभ किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर बिलासपुर जिले में भी विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय लिंगियाडीह सहित जिले के सभी शिक्षण संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और सामाजिक संगठनों ने एक साथ जुड़कर इस राष्ट्रीय गीत का सामूहिक गान किया। वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रेरणादायक उद्बोधन को अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सुना।आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय लिंगियाडीह में छात्र-छात्राओं ने सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का सामूहिक गान किया। गीत के गूंजते सुरों के बीच देशभक्ति का वातावरण बना रहा। विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री के वर्चुअल संबोधन को ध्यान से सुना और उनके संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया। छात्र छात्राओं ने कहा कि वन्देमातरम् को पहले वे केवल राष्ट्र गीत के रूप में जानते थे लेकिन इस आयोजन से उन्हें राष्ट्र गीत के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी मिली हैकि कैसे यह गीत हमारे देश के गौरव,अस्मिता और शक्ति, सम्मान का प्रतीक है स्कूली छात्रों सृष्टि, प्रवीण साहू और देव ने कहा कि आज इस कार्यक्रम ने उन्हें गौरान्वित होने का अवसर दिया है। लिंगियाडीह स्कूल के साथ ही जिले के सभी विकासखंड के शासकीय, निजी स्कूलों, महाविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों व विभिन्न विभागों में वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़कर वन्देमातरम का सामूहिक गान किया गया व राष्ट्रगीत की 150 वीं वर्षगांठ मनाई गई। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में भी कुलपति सहित शिक्षकों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन को सुना और वन्देमातरम का सामूहिक गान किया।
- बिलासपुर. आबकारी विभाग द्वारा वर्ष 2025-26 की शेष अवधि एवं वर्ष 2026-27 के लिए देशी कम्पोजिट मदिरा दुकान पौंसरा, बंधवापारा, देशी-विदेशी मदिरा दुकान बेलतरा से संलग्न मदिरा अहाता के लिए पुनः ऑनलाईन निविदा आमंत्रित किये गये है। ऑनलाईन आवेदन 8 नवम्बर को सवेरे 10.30 से प्रारंभ होगी, जो 24 घंटे और सप्ताह के सभी सातों दिन अनवरत जारी रहेगी। ऑनलाईन आवेदन https://excise.cg.nic.in/eAhata/indes.aspx पर कर सकते है।लाइसेंस का आबंटन छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 एवं इसके अधीन बनाए गए छत्तीसगढ़ आबकारी देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर बिक्री के अनुज्ञापनों के व्यवस्थापन नियम, 2018 (संशोधित) के अंतर्गत किया जाएगा। यह प्रक्रिया ऑनलाईन के माध्यम से पहले आओ पहले पाओ के आधार पर निष्पादित की जाएगी। अनुज्ञप्तियों की वैधता वित्तीय वर्ष 2025-26 की शेष अवधि एवं वर्ष 2026-27 तक होगी।





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