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रायपुर। बिग बी अमिताभ बच्चन 19 अगस्त से कौन बनेगा करोड़पति के 11वेें सीजन की शुरुआत करने जा रहे हैं। नए सीजन में शहर की डॉ. चित्ररेखा राठौर हॉटसीट पर बैठेंगी। 19 और 20 अगस्त को आने वाले एपीसोड में महानायक अमिताभ बच्चन के सामने डॉ. चित्ररेखा जवाब देंगी। डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि वे रामकृष्ण केयर में डॉक्टर हैं। डॉ. चित्ररेखा जांजगीर-चांपा जिले के पोंच गांव की बहू हैं। वे डॉ. अश्वनी राठौर की पत्नी हैं।
डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि अमिताभ बच्चन से मिलने की बहुत इच्छा थी। इसलिए लगातार प्रयास करती रहीं। इसी साल हॉटसीट पर बैठने का मौका मिला है। डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि अमिताभ ने उनसे कई तरह के सवाल पूछे। साथ ही घर और परिवार की चीजों के बारे में जाना। डॉ. चित्ररेखा ने बताया कि केबीसी में कौन-कौन से सवाल पूछे गए, इस पर बात नहीं कर सकतीं। केबीसी के साथ अनुबंध हुआ है, लेकिन अमिताभ के साथ खूब डांस किया है। उन्होंने कहा कि आप इतना अच्छा डांस करती हो मुझे पता नहीं था, लेकिन मंच का भी ध्यान रखें कि इतना तेज करोगे तो टूट जाएगा।
हाल ही में कौन बनेगा करोड़पति के ट्रेलर का लॉन्च था। डॉ. चित्रलेखा बिग बी के साथ चैनल द्वारा जारी प्रोमो शूट में भी दिखाई दे रही हैं। इस मौके अमिताभ बच्चन एक खुलासा किया। बॉलीवुड के मेगास्टार ने कहा कि मेरे घरवाले भी इस शो के दर्शक हैं। एक दर्शक तो बेहद ईमानदार है। वह कोई और नहीं मेरी पत्नी जया हैं। -
थिम्पू। भूटान दौरे के अपने दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान में छात्रों के बीच पहुंचे। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय विश्वविद्यालयों में चार हजार से ज्यादा भूटानी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। यह संख्या अब बढऩी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया भूटान को उसके ग्रॉस नेशनल हैपीनेस के कॉन्सेप्ट से जानती है। भूटान ने सामंजस्य, एकजुटता और करुणा की भावना को काफी बेहतर तरीके से समझा है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता और युवा हमारी शक्ति हैं। प्रधानमंत्री ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि वह परीक्षा में तनाव न लें।
प्रधानमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे आपके बीच आकर बहुत अच्छा लग रहा है। आज रविवार का दिन है और आप लोगों को लेक्चर अटेंड करना पड़ रहा है इसलिए मैं बहुत कम शब्दों में अपनी बात रखूंगा। आज मैं भूटान के भविष्य के साथ हूं। मैं आपकी ऊर्जा को महसूस कर रहा हूं। हम केवल भौगोलिक रूप से नहीं बल्कि सांस्कृतिक गहराई से जुड़े हुए हैं। भूटान आने वाले किसी भी व्यक्ति को यहां की प्राकृतिक सुंदरता और लोगों की सादगी मोह लेती है।
विकास के रास्ते पर बढ़ रहा है भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज कई क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। भारत में गरीबी तेजी से कम हो रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण का कार्य पांच साल में दोगुनी रफ्तार से बढ़ा है। हम नेक्स्ट जेनरेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर 15 अरब डॉलर खर्च करेंगे। भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना आयुष्मान भारत है। इसके तहत 500 मिलियन भारतीयों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है। भारत में दुनिया की सबसे सस्ती डेटा कनेक्टिविटी है, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को सशक्त बना रही है।
दोनों देशों की पनबिजली के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और भूटान का हाइड्रोपावर और एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग महत्वपूर्ण हैं। मगर इस संबंध की असली ताकत लोग हैं। हमेशा लोग इस संबंध के केंद्र में रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम अपने संबंधों को स्कूल से स्पेस, डिजिटल पेमेंट्स से आपदा प्रबंधन जैसे नए क्षेत्रों में आगे बढ़ा रहे हैं। इसका सीधा संबंध आप जैसे युवाओं से होगा। उन्होंने कहा कि भारत का चंद्रयान-2 चांद के रास्ते पर है। 2022 में हम भारतीय को भारतीय स्पेसक्राफ्ट से चांद पर भेजेंगे। हमारे लिए अंतरिक्ष कार्यक्रम केवल राष्ट्रीय गर्व का नहीं है बल्कि राष्ट्रीय विकास और वैश्विक सहयोग का विषय भी है। -
नागौर। राजस्थान के नागौर के डीडवाना इलाके में तालाब में पानी भरने गए तीन सगे भाई-बहनों की डूबने से मौत हो गई। घटना शनिवार शाम की है। पानी भरते वक्त एक बच्चे का पैर फिसल गया, जिससे वह पानी में चला गया और डूबने लगा। दो बच्चे उसे बचाने दौड़े, लेकिन वे भी डूब गए।
डीडवाना तहसीलदार दयानंद रुयल ने बताया कि हादसा डीडवाना के मौलासर थाना इलाके के मानकसर गांव में हुआ। वहां एक साथ भाई-बहन बसंती (13), धन्नी की (11) और गांधी (8) की तालाब में डूबने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि खानाबदोश परिवार के ये बच्चे उस समय डेरे में अकेले ही थे। उनके परिजन मजदूरी के लिए बाहर गए थे। परिजन घर लौटे तो बच्चे नहीं मिले। रात भर उनकी तलाश की गई, लेकिन सुबह जाकर तालाब में बर्तन दिखने पर बच्चों के डूबने के अंदेशा हुआ। तलाश करने पर दो बच्चों के शव ग्रामीणों ने पानी से निकाले। काफी देर पानी में तलाशने के बाद तीसरे बच्चे का भी शव मिल गया। तीनों के शव डीडवाना के बांगड़ अस्पताल लाए गए। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। -
प्रधानमंत्री की दो दिवसीय भूटान यात्रा
थिम्पू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की भूटान यात्रा पर शनिवार को राजधानी थिंपू पहुंचे। भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोते शेरिंग ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान में भी रूपे कार्ड की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा, भूटान जैसा पड़ोसी देश कौन नहीं चाहेगा। हम इस देश की विकास यात्रा में शामिल होकर गौरव महसूस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के अपने समकक्ष लोतै शेरिंग से शनिवार को विभिन्न विषयों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय भागीदारी को और प्रगाढ बनाने के कदमों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया,‘‘हमारे करीबी संबंधों में नयी ऊर्जा और विश्वास कायम हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री ल्योनचेन डॉ. लोतै शेरिंग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। विभिन्न क्षेत्रों में हमारी भागीदारी और बढ़ाने के कदमों पर चर्चा की गयी। कुमार ने कहा कि शब्दरूंग नामग्याल द्वारा 1629 में निर्मित सिमटोका जोंग में एमओयू पर दस्तखत होंगे। सिमतोका जोंग भूटान में सबसे पुराने स्थलों में एक है और यह मठ और प्रशासनिक मामलों का केंद्र है। मोदी दूसरी बार भूटान आए हैं और इस साल मई में फिर से चुने जाने के बाद उनकी यह पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ताशीचोजोंग पैलेस, भूटान में रस्मी स्वागत समारोह में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। कुमार ने ट्वीट किया कि भूटान नरेश के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पैलेस में पारंपरिक चिपड्रेल प्रदर्शन और स्वागत समारोह हुआ। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी का पारो एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ। भूटान के प्रधानमंत्री ने वहां उनकी अगवानी की। दोनों देशों के बीच हेल्थ, पॉवर, स्पेस सेटेलाइट, नॉलेज, रूपे कार्ड के इस्तेमाल समेत 9 करार हुए। प्रधानमंत्री मोदी और शेरिंग ने इसरो के ग्राउंड स्टेशन, मेंगदेछू पनबिजली परियोजना समेत 5 प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।
पीएम ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, एयरपोर्ट पर स्वागत करने के लिए मैं भूटान के प्रधानमंत्री का बहुत आभारी हूं। उनका व्यवहार दिल को छू गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भूटान में अविस्मरणीय स्वागत हुआ। यह ऐसी जगह है जो प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, यहां के लोग भी कमाल के हैं। यहां गजब का उत्साह है। भूटान के लोग भारत-भूटान दोस्ती को सफलता की नयी ऊंचाइयों पर जाते देखना चाहते हैं।
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर जाकर शुक्रवार को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
राष्ट्रपति कोविंद, पीएम मोदी और अमित शाह आज सुबह दिवंगत वाजपेयी के स्मारक स्थल सदैव अटल गए और श्रृद्धा सुमन अर्पित कर प्रार्थना सभा में शामिल हुए। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों के अलावा भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने भी वाजपेयी के स्मारक स्थल जाकर श्रृद्धांजलि अर्पित की। वहीं, भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष, असंख्य कार्यकतार्ओं के पथ प्रदर्शक एवं हमारे प्रेरणा स्रोत भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि।
पार्टी ने एक वीडियो के साथ अन्य ट्वीट में कहा, मां भारती को विश्व में गौरवान्वित करने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि। भाजपा ने अपने दिग्गज नेता द्वारा लिखी गईं कुछ कविताएं भी पोस्ट कीं। भारत जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता जागता राष्ट्रपुरुष है। इसका कंकर-कंकर शंकर है, इसका बिंदु-बिंदु गंगाजल है। हम जियेंगे तो इसके लिये मरेंगे तो इसके लिये।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का 94 वर्ष की आयु में गत वर्ष 16 अगस्त को निधन हो गया था। वाजपेयी पहली बार 1996 में 13 दिनों के लिए प्रधानमंत्री बने और उसके बाद वह 1998-2004 के बीच दो बार प्रधानमंत्री बने। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 73वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से तिरंगा फहराने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए दूसरे कार्यकाल के 10 सप्ताह में लिए गए अहम फैसलों को गिनाया तो साथ ही 5 साल की अपनी योजनाओं की जानकारी भी दी।
प्रधानमंत्री ने तीन तलाक और अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि जो काम 70 साल में नहीं हुए उन्हें 70 दिन से कम समय में किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र नई सरकार ने 10 सप्ताह भी पूरे नहीं किए हैं, लेकिन इस छोटे समय में सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। 10 सप्ताह के भीतर हमारी मुस्लिम माताओं- बहनों को उनका अधिकार दिलाने के लिए कानून बनाया। आतंकवाद से जुड़े कानूनों मे आमूलचूल परिवर्तन करके नई ताकत देकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करने का काम किया गया।
किसानों और व्यापारियों की मदद
प्रधानमंत्री ने कहा -किसान भाइयों-बहनों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि के तहत 90 हजार करोड़ रुपया किसानों के खाते में ट्रांसफर करने का काम आगे बढ़ा है। हमारे किसान और छोटे व्यापारी भाई बहन कभी कल्पना नहीं कर सकते थे के उनके जीवन में पेंशन की व्यवस्था हो सकती है। हमने पेंशन योजना को लागू किया है।
अब सपनों को पूरा करने का समय
उन्होंने कहा कि -2014 से 2019 पांच साल आपने मुझे सेवा का मौका दिया। अनेक चीजें ऐसी थी कि आम लोग निजी आकांक्षाओं के लिए जूझ रहे थे। हमने तय किया कि लोगों की रोजमर्रा की जरूरत है, उनपर हमने बल दिया और गाड़ी ट्रैक पर लाए। यदि 2014-19 आवश्यकताओं की पूर्ति का समय था तो अब उनके सपनों को साकार करने का कालखंड है। हमने पांच साल का खाका तैयार किया है और एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं।
तीन तलाक खत्म, मुस्लिम बेटियों को समान अधिकार
प्रधानमंत्री ने कहा- हमारी मुस्लिम बेटियों के सिर पर 3 तलाक की तलवार लटकी हुई थी। वे डरी हुई जिंदगी जीती थी। वे कभी भी 3 तलाक का शिकार हो सकती हैं, यह भय उनको जीने नहीं देता था। दुनिया के कई इस्लामिक देशों ने इस कुप्रथा को हमसे बहुत पहले खत्म कर दिया, लेकिन किसी ना किसी कारण से हम मुस्लिम माताओं-बहनों को हक देने से हम हिचकिचाते थे। अगर हम बाल विवाह, सती प्रथा को खत्म कर सकते हैं दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं तो क्यों ना हम 3 तलाक के खिलाफ भी आवाज उठाएं। इसलिए भारतीय संविधान की भावना का आदर करते हुए मुस्लिम महिलाओं को समान अधिकार मिले, हमने इस महत्वपूर्ण फैसले को लिया। यह निर्णय राजीतिक तराजू से तौलने का निर्णय नहीं होते हैं।
अनुच्छेद 370 को खत्म किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम समस्याओं को टालते नहीं हैं और ना ही समस्याओं को पालते हैं। अब समस्याओं टालने और पालने का वक्त नहीं है। जो काम 70 साल में नहीं हुआ। वह 70 दिन के भीतर हुआ। अनुच्छेद 370, 35्र को हटाने का काम लोकसभा और राज्यसभा ने दो तिहाई बहुमत से खत्म कर दिया। इसका मतलब है कि हर किसी के दिल में यह बात थी, लेकिन आगे कौन आए इसका इतंजार था। देशवासियों ने मुझे ये काम दिया। मैं वही करने आया हूं, जो आप चाहते हैं। हमने राज्य का पुनर्गठन भी किया। हर सरकार ने काम किया, लेकिन इच्छित परिणाम नहीं मिले हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को आशा-आकांक्षा पूरी हो यह हम सब की जिम्मेदारी है। 130 करोड़ लोगों को यह जिम्मेदारी उठानी है।
प्र्रधानमंत्री ने कहा कि 30 साल में इन व्यवस्थाओं ने अलगाववाद को बल दिया है। आतंकवाद को जन्म दिया है। परिवारवाद को पोसा है और भ्रष्टाचार और भेदभाव की नीति को जन्म दिया। वहां की महिलाओं, दलितों, जनजातीय समूह, गुर्जर-बक्करवाल, गद्दी, सिपी को अधिकार मिलने चाहिए। वहां के हमारे सफाई कर्मचारी भाई बहनों के साथ कानूनी रोक लगा दी गई थी। उनके सपनों को कुचल दिया गया था। आज हमने उन्हें यह आजादी दी है। भारत विभाजन हुआ, लाखों लोग विस्थापित हुए, जो लोग जम्मू-कश्मीर में बसे उन्हें कानूनी और मानवीय अधिकार नहीं मिले। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत की सुख शांति और प्रगति में बहुत योगदान दे सकता है। उसके पुराने महान दिवसों को लौटाने का हम प्रयास करें। उन प्रयासों के लिए यह नई व्यवस्था बनी है, सीधे नागरिकों के लिए सुविधा पैदा करेगी। जब जम्मू-कश्मीर का नागरिक सीधे दिल्ली सरकार से सवाल पूछ सकता है। बीच में कोई रुकावट नहीं आएगी।
श्री मोदी ने कहा कि जो लोग 370 की वकालत कर रहे हैं उनसे देश पूछ रहा है कि यदि यह अनुच्छेद इतना महत्वपूर्ण था उसी से भाग्य बदलने वाला था तो आप लोगों ने अब तक उसे स्थायी क्यों नहीं बनाया, अस्थायी क्यों रहने दिया? इसका मतलब यह है कि आप भी जानते थे कि जो हुआ है वह सही नहीं हुआ है, लेकिन सुधार करने की आपमें हिम्मत नहीं थी, इरादा नहीं था। मेरे लिए देश का भविष्य ही सब कुछ है। राजनीतिक भविष्य कुछ नहीं होता है। हमारे संविधान निर्माताओं ने, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश की एकता के लिए कठिन फैसले लिए। लेकिन अनुच्छेद 370 और 35्र की वजह से रुकावटें भी आईं।
प्र्रधानमंत्री ने कहा आज पूरा देश कह सकता है- वन नेशन-वन कॉन्स्टिट्यूशन। जीएसटी के माध्यम से वन नेशन वन टैक्स के सपने को पूरा किया। पिछले दिनों वन नेशन-वन ग्रिड को सफलतापूर्वक किया। वन नेशन वन मोबिलिटी कार्ड की व्यवस्था की। आज देश में व्यापक रूप से चर्चा है, वन नेशन वन इलेक्शन।
प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन की घोषणा करते हुए कहा -आज मैं लाल किले से घोषणा करता हूं कि हम आने वाले दिनों में जल जीवन मिशन को लेकर आगे बढ़ेंगे। इसके लिए केंद्र और राज्य साथ मिलकर काम करेंगे और इसके लिए साढ़े 3 लाख रुपये से ज्यादा रकम खर्च करने का संकल्प है। जल संचय, जल सिंचन हो वर्षा के बूंद-बूंद पानी बचाने का काम हो, समुद्री पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट हो, माइक्रो इरिगेशन हो, पानी बचाने का काम हो,पानी का महत्व को समझें, हम लगातार प्रयास करें और इस विश्वास के साथ बढ़ें कि पानी के क्षेत्र में जितना काम हुआ है, अगले 5 साल में चार गुना तेजी से बढऩा है। हम और इंतजार नहीं कर सकते हैं।
जनसंख्या विस्फोट
प्रधानमंत्री ने देश की बढ़की जनसंख्या पर अपनी फिक्र भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अब हमारा देश उस दौर में पहुंचा है, जिसमें चुनौतियों को सामने से स्वीकार करना है। कभी राजनीतिक नफा-नुकसान के इरादे से हम निर्णय करते हैं। इससे देश का बहुत नुकसान होता है। हमारे यहां बेतहासा जनसंख्या विस्फोट हो रहा है। यह आने वाली पीढिय़ों के लिए अनेक संकट पैदा करता है। हमारे देश में एक जागरूक वर्ग है जो इस बात को भली-भांति समझता है वह अपने घर में शिशु को जन्म देने से पहले सोचता है कि मैं उसकी जरूरतों को पूरा कर पाऊंगा कि नहीं। आज भी स्वंय प्रेरणा से एक छोटा वर्ग परिवार को सीमित रखकर अपना भी भला करता है और देश की भलाई में भी बड़ा योगदान देता है। छोटा परिवार रखकर भी वे देशभक्ति करते हैं। हम भी उनसे सीखें। हमारे घर में किसी भी शिशु को आने से पहले हम सोचें कि जो शिशु हमारे घर में आएगा क्या उसकी जरूरतों के लिए हमने खुद को तैयार कर लिया है? क्या मैं उसे समाज के भरोसे छोड़ दूंगा। एक समाजिक जागरूकता की आवश्यकता है। समाज के बाकी वर्गों को जोड़कर हमें जनसंख्या विस्फोट की चिंता करनी होगी। राज्यों और केंद्र सरकार को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इस काम को करना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद हमारे देश को कल्पना से अधिक नुकसान किया है। दीमक की तरह हमारे जीवन में घुस गया है, इसको निकालने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं, सफलताएं भी मिली हैं, लेकिन बीमारी इतनी गहरी है कि हमें और अधिक प्रयास करना होगा, सरकारी स्तर पर ही नहीं हर स्तर पर करना होगा। यह एक ऐसी बीमारी है, जिससे लगातार लडऩा होगा। पिछले 5 साल में, इस साल आते ही सरकार में बैठे बड़े-बड़े लोगों की छुट्टी कर दी गई, जो इसमें रुकावट बनते थे। -
दिल्ली। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने त्योहारी सीजन शुरु होने के पहले ही कर्मचारियों को तोहफे से नवाजा है।
केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को दिये जाने वाले महंगाई भत्ते यानी डीए में 5 फीसदी का इजाफा किया है । अब अगले महीने से सभी केंद्रीय कर्मचारियों को बढ़ी हुई सेलरी मिलेगी।
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को 12 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है। महंगाई भत्ते में पांच फीसदी का इजाफा होने से लाखों कर्मचारियों को 17 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा। -
नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हाल ही में किए परिवर्तनों से इन क्षेत्रों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इससे वहां के लोगों को देश के अन्य भागों के नागरिकों की तरह अधिकार, सुविधाएं और विशेषाधिकार मिलेंगे।
73-वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के निवासी बहुत अधिक लाभान्वित होंगे। वे भी अब उन सभी अधिकारों और सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे जो देश के दूसरे क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को मिलती हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक बहुत ही विशेष मोड़ पर अपनी आजादी के 72 वर्ष पूरे कर रहा है। श्री कोविंद ने कहा कि देश को आजादी दिलाने वाली महान पीढ़ी ने केवल राजीनतिक अधिकार हासिल करने के बारे में ही नहीं सोचा था, बल्कि उन्होंने इसे राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकता की दूरगामी और व्यापक प्रक्रिया की ओर बढ़ता कदम माना था।
राष्ट्रपति ने हाल में संपन्न संसदीय सत्र पर प्रसन्नता व्यक्त की। लोक सभा और राज्य सभा दोनों ही सदनों में लम्बी निर्णायक बैठकें हुईं। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किये गये और सभी दलों की ओर से सहयोग मिला तथा मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा की गयी। उन्होंने कहा-मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि संसद के हाल ही में संपन्न हुए सत्र में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों की बैठकें बहुत सफल रही हैं। राजनीतिक दलों के बीच परस्पर सहयोग के जरिए, कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए हैं। इस सफल शुरुआत से मुझे यह विश्वास हो रहा है कि आने वाले पांच वर्षों के दौरान संसद, इसी तरह से उपलब्धियां हासिल करती रहेगी। मैं चाहूंगा कि राज्यों की विधानसभाएं भी संसद की इस प्रभावी कार्य संस्कृति को अपनाएं।
राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि भारत कभी भी आलोचनात्मक समाज नहीं रहा। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा जीओ और जीने दो के सिद्धांत को मानता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का इतिहास, नियति, धरोहर और उसका भविष्य सभी में सह-अस्तित्व, सुलह-सफाई और मेलजोल का आधार है। देश के युवाओं के बारे में श्री कोविंद ने कहा कि हम युवाओं और भावी पीढिय़ों को जो सबसे बड़ा उपहार दे सकते हैं वह है -उन्हें प्रोत्साहित करना तथा उन्हें शिक्षा की कक्षाओं में जिज्ञासु बनाना।
श्री कोविंद ने समाज में आधारभूत सुविधाओं का सभी के लिए प्रयोग करने और उन्हें अधिक प्रभावी बनाने के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने कहा-देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए, सरकार अनेक बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर रही है। गरीब से गरीब लोगों के लिए घर बनाकर और हर घर में बिजली, शौचालय तथा पानी की सुविधा देकर, सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत बना रही है। हर देशवासी के घर में नल के जरिए पीने का पानी पहुंचाने, किसान भाई-बहनों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने और देश में कहीं बाढ़ तो कहीं सूखे की समस्या का प्रभावी समाधान करने के लिए जल-शक्ति के सदुपयोग पर विशेष बल दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि आधारभूत ढांचों से लाभान्वित होना और इन्हें सुरक्षित रखना, कड़ी मेहनत से प्राप्त आजादी का एक दूसरा पहलू होगा। -
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात के दौरान लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होंने प्रदेशवासियों को रक्षा बंधन और स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री बघेल को कई बहनों ने राखी बांधी। जहां धान से बनी राखी को पहनकर सीएम ने खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्या सुनने के बाद उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
इधर, जन चौपाल में दौरान दिव्यांग महिला सीमा भदौरिया ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राखी बांधी। भूपेश बघेल ने महिला को आर्शीवाद देने के साथ प्रदेशवासियों को 15 अगस्त और राखी की शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान अनेक जरूरतमंद मरीजों को स्वेच्छानुदान से आर्थिक सहायता मंजूर की। उन्होंने गुंडरदेही विकासखंड के ग्राम जुनवानी निवासी अमृत लाल साहू को पेट की बीमारी के इलाज के लिए बीस हजार रुपए, जशपुर जिले की कांसाबेल विकासखंड के ग्राम देवरी की लकवा से पीडि़त जोशीमती बाई को इलाज के लिए दस हजार रुपए की सहायता राशि मंजूर की।
मुख्यमंत्री बघेल ने ब्रेन हेमरेडज की शिकार भिलाई के रिसाली निवासी लक्ष्मी देवी चंद्राकर को इलाज के लिए बीस हजार रुपए की सहायता स्वेच्छानुदान से स्वीकृत की। इसी तरह राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम मेढ़ा के बोहरण देवांगन को इलाज के लिए दस हजार रुपए की राशि मंजूर की। वहीं, थैलेसीमिया रोग से ग्रसित रायपुर पुरानी बस्ती की भुनेश्वरी यादव को मुख्यमंत्री ने दस हजार रुपए की स्वीकृत प्रदान की. इसी तरह दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के देवादा के निवासी प्रकाश शर्मा को प्रोस्टेट के इलाज के लिए बीस हजार रूपए की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री ने मंजूर की। -
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को स्वतंत्रता दिवस पर वीर चक्र सम्मान से नवाजा जाएगा। वहीं, वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल को युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान में शहीद प्रकाश जाधव को मरणोपरांत कीर्ति चक्र और 8 सैनिकों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। इनमें से 5 को यह सम्मान मरणोपरांत मिलेगा। उल्लेखनीय है कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में की गई आतंकी कैंपों पर एयरस्ट्राइक के बाद उपजे तनाव के दौरान भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तानी एफ-16 विमान को गिरा दिया था। वहीं, भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने हाल ही में मेडिकल टेस्ट पास कर लिया है। इसके साथ ही अभिनंदन अब जल्द ही उड़ान भर सकेंगे।
पांच पायलटों को मिलेगा वायुसेना मेडल
पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के कैंप को तबाह करने वाले वायुसेना के पायलटों को सम्मानित किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विंग कमांडर अमित रंजन, स्क्वॉर्डन लीडर राहुल बसोया, पंकज भुजडे, बीकेएन रेड्डी, शशांक सिंह को वायु सेना पदक (वीरता) दिया जाएगा। ये सभी अधिकारी मिराज 2000 लड़ाकू विमान के पायलट हैं। इन्होंने ही पाकिस्तान के बालाकोट शहर में जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी शिविर पर बमबारी की थी।
तीसरा बड़ा सम्मान
वीर चक्र युद्धकाल में अदम्य साहस के लिए दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा सैन्य सम्मान है। पहले नंबर पर परमवीर चक्र और दूसरे पर महावीर चक्र हैं।
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फरीदाबाद। फरीदाबाद में एनआईटी के डीसीपी विक्रम कपूर ने बुधवार सुबह गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पुलिस के अनुसार डीसीपी कपूर ने अपने मुंह के अंदर रिवाल्वर रख कर खुद को गोली मारी, जो खोपड़ी में ऊपर से निकल गई। फिलहाल सुसाइड के कारणों का पता नहीं चल सका है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विक्रम कपूर ने बुधवार सुबह करीब 6 बजे फरीदाबाद के सेक्टर 30 पुलिस लाइन में अपने सरकारी आवास में सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। मौके से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है। पुलिस आस पास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। फिलहाल आत्महत्या की वजह साफ नहीं हो सकी है। विक्रम कपूर 2020 में रिटायर होने वाले थे। - गंगटोक/नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी को सिक्किम में एक बड़ी सफलता मिली है। विधानसभा में इस राय से एक भी सीट नहीं जीतने वाली भाजपा के अब वहां पर 10 विधायक हो गए हैं। दरअसल सिक्किम की प्रमुख पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के 10 विधायकों ने मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव राम माधव की मौजूदगी में इन विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया। इनमे पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग सहित 4 अन्य विधायकों को छोड़कर एसडीएफ के बाकी सभी विधायक शामिल हैं। पवन कुमार चामलिंग इस राÓय से 5 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने सिक्किम पर 25 सालों तक शासन किया था। पार्टी में अभी कुल 15 विधायक थे। वर्ष 199& में पवन चामलिंग ने एसडीएफ का गठन किया था। पार्टी ने 1994, 1999, 2004, 2009, 2014 के विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। हालांकि इस साल हुए विधानसभा चुनाव में एसडीएफ को अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखने में सफल नहीं हो पाई। एसडीएफ से बगावत कर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) बनाने वाले प्रेम कुमार तमांग ने एसडीएफ के 25 साल के राज को समाप्त करते हुए प्रदेश में सरकार बनाई। &2 सीटों वाले सिक्किम विधानसभा में एसडीएफ को 15 सीटें मिलीं, जबकि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 17 सीटें हासिल कर सरकार बनाने में सफल हो गया। प्रेम तमांग के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ। सिक्किम की एकमात्र लोकसभा सीट पर भी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा -एसकेएम का ही कब्जा है। गौरतलब है कि वर्ष 2016 में असम में पहली बार सरकार बनाने के बाद भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए ने नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस का गठन किया था। सिक्किम सहित अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, असम के मुख्यमंत्री इस गठबंधन का हिस्सा बने थे।
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जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया है। श्री सिंह का राज्यसभा का कार्यकाल 14 जून को खत्म हो गया, वे असम से लगातार पांच बार राज्यसभा सांसद रहे। फिलहाल वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। श्री सिंह मंगलवार सुबह जयपुर पहुंचे। यहां राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया। नामांकन दाखिल करते समय श्री सिंह के साथ मुख्यमंत्री श्री गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और अविनाश पांडे मौजूद थे। बताया जाता है कि राजस्थान में राज्यसभा की यह सीट मदनलाल सैनी के निधन के बाद खाली हुई है।
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बीजिंग। चीन में तूफान लीकिमा का कहर जारी है। तूफान से अब तक मरने वालों की संख्या 49 पहुंच गई है। इस प्राकृतिक आपाद में कम से कम 26 बिलियन युआन (&.7 बिलियन अमेरिकी डालर) का आर्थिक नुकसान का भी अनुमान जताया गया है।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार शनिवार को झिंजियांग प्रांत में हुए भूस्खलन के साथ ही लगभग 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रहीं हैं। समुद्री तटों के किनारे ऊंची-ऊंची लहरें कहर बरपा रहीं हैं। समाचार एजेंसी के मुताबिक तूफान उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। चीन के कई तटीय प्रांतों झिंजियांग, फुजियान, जिआंग्सु और शंघाई में इसका सर्वाधिक असर देखने को मिला है। बताया जाता है कि दस लाख से अधिक लोग कई शिविरों में अब भी शरण लिए हुए हैं। &5 हजार लोग बेघर हो गए हैं। उनके आवास या क्षतिग्रस्त हो गए हैं या फिर बाढ़ में उनका अस्तित्व ही समाप्त हो गया है। लीकिमा के चलते तटीय इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। पूरे इलाके में मूसलाधार बारिश के साथ तेज हवाएं चलने से तटीय इलाकों में हजारों पड़ों जड़ से उखड़ गए हैं। वर्ष 1952 के बाद चीन में सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है। -
अंबाला। हरियाणा के मुलाना से महिला भाजपा विधायक संतोष सारवान को एक कार्यक्रम में युवक ने थप्पड़ मार दिया। विधायक गांव सरदेहड़ी के पंचायत घर में एक उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचीं थी। कार्यक्रम के बाद जैसे ही सोफे से उठनी लगीं तो गांव के ही 25 वर्षीय आरोपी तलविंद्र सिंह ने मुंह पर थप्पड़ मारा। विधायक गिरते-गिरते बचीं और सुरक्षा कर्मी ने उन्हें संभाला। इसके बाद समर्थकों ने आरोपी युवक की पिटाई कर दी। पुलिस ने सरपंच जल सिंह की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मारपीट करने, लोकसेवक पर बल प्रयोग करने, जान से मारने की धमकी देने और साजिश रचने की धाराओं में केस दर्ज किया है।
एसपी अभिषेक जोरवाल ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को भी काबू कर लिया है। जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि आरोपी मानसिक रोगी है या नहीं।
घटना के बाद में आरोपी तलविंद्र के पिता महिंद्र सिंह और माता जसबीर कौर मुलाना रेस्ट हाउस में विधायक से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि आरोपी तलविंद्र 7 साल से मानसिक रूप से बीमार है। उसका उपचार चल रहा है। -
नई दिल्ली। आईसीएआई ने सीए फाइनल और सीए फाउंडेंशन कोर्स का परिणाम जारी कर दिया है। यह रिजल्ट ओल्ड और न्यू दोनों कोर्सेस का जारी किया है। रिजल्ट के साथ टॉप 50 छात्रों की लिस्ट भी जारी कर दी गई है। जिन छात्रों ने सीए फाइनल की परीक्षा पास कर ली है उनके अंकों की स्टेटमेंट उन्हें डाक के जरिए भेजी जाएगी।
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नई दिल्ली। भारतीय रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (आरआरबी) द्वारा आरआरबी जेई की परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। जो उम्मीदवार जूनियर इंजीनियर परीक्षा में शामिल हुए थे, वे बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।
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गंगटोक/नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी को सिक्किम में एक बड़ी सफलता मिली है। विधानसभा में इस राज्य से एक भी सीट नहीं जीतने वाली भाजपा के अब वहां पर 10 विधायक हो गए हैं।
दरअसल सिक्किम की प्रमुख पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के 10 विधायकों ने मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और महासचिव राम माधव की मौजूदगी में इन विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया। इनमेें पूर्व मुख्यमंंत्री पवन कुमार चामलिंग सहित 4 अन्य विधायकों को छोड़कर एसडीएफ के बाकी सभी विधायक शामिल हैं। पवन कुमार चामलिंग इस राज्य से 5 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने सिक्किम पर 25 सालों तक शासन किया था। पार्टी में अभी कुल 15 विधायक थे। वर्ष 1993 में पवन चामलिंग ने एसडीएफ का गठन किया था। पार्टी ने 1994, 1999, 2004, 2009, 2014 के विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। हालांकि इस साल हुए विधानसभा चुनाव में एसडीएफ को अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखने में सफल नहीं हो पाई। एसडीएफ से बगावत कर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) बनाने वाले प्रेम कुमार तमांग ने एसडीएफ के 25 साल के राज को समाप्त करते हुए प्रदेश में सरकार बनाई। 32 सीटों वाले सिक्किम विधानसभा में एसडीएफ को 15 सीटें मिलीं, जबकि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 17 सीटें हासिल कर सरकार बनाने में सफल हो गया। प्रेम तमांग के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ। सिक्किम की एकमात्र लोकसभा सीट पर भी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा -एसकेएम का ही कब्जा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2016 में असम में पहली बार सरकार बनाने के बाद भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए ने नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस का गठन किया था। सिक्किम सहित अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, असम के मुख्यमंत्री इस गठबंधन का हिस्सा बने थे।
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कोरिया। विधानसभा अध्यक्ष डाॅ चरणदास महंत ने एक बयान देते हुए कहा कि सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में फैली हुई निराषा खत्म दूर होगी। डाॅ महंत ने कहा कि वहीं इससे वो लोग कांगे्रस की तरफ लौटेंगे जो पार्टी को छोडकर चले गए थे। विधानसभा अध्यक्ष डाॅ महंत अपनी सांसद पत्नी ज्योत्सना महंत और बेटे सूरज महंत के साथ जिले के सोनहत के मेंड्रा स्थित शिव मंदिर में रुद्राभिषेक करने आए थे।आपको बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष डाॅ महंत ने सांसद रहते हुए हसदेव नदी के उदगम स्थल पर शिव मंदिर बनवाया था। तब से हर साल सावन माह में परिवार समेत पहुंचकर विशेष पूजा अर्चना करते हैं।रुद्राभिषेक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए विस अध्यक्ष महंत ने सोनिया गांधी को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने पर कहा, सोनिया गांधी कांग्रेस में फैली निराशा को दूर करेंगी। सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने के साथ ही अब पार्टी छोड़ चुके लोग कांग्रेस में वापसी करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि राहुल गांधी के इस्तीफे पर निराशा हुई। वो निराशा सोनिया जी दूर करेंगी। गौरतलब है कि डाॅ चरणदास महंत को सोनिया गांधी के करीबी माना जाता है।
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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए जाने के बाद पहली बार चीन-अमरीका, कश्मीर और अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी है. पीएम मोदी ने कहा है कि आने वाले समय में कश्मीर में आर्थिक प्रगति आएगी और सरकार का हालिया फ़ैसला इसमें मददगार साबित होगा. अंग्रेजी अख़बार इकोनॉमिक टाइम्स के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने कई मुद्दों पर बात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में निवेश की संभावनाओं पर कहा है कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर के युवा राज्य को नई ऊंचाइंयों पर ले जाएंगे. पीएम ने इस इंटरव्यू में कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि ये होकर रहेगा. यही नहीं, कई बड़े उद्यमियों ने अभी से ही जम्मू-कश्मीर में निवेश करने के प्रति अपना रुझान दिखाना शुरू कर दिया है. आज के दौर में एक बंद माहौल में आर्थिक प्रगति नहीं हो सकती. खुले दिमाग़ और खुले बाज़ार ये आश्वस्त करेंगे कि घाटी के युवा कश्मीर को प्रगति के रास्ते पर लेकर जाएं क्योंकि एकीकरण निवेश, अन्वेषण, और आमदनी को बढ़ावा देता है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 370 पर हालिया फ़ैसला आश्वस्त करता है कि घाटी में ये सभी तत्व मौजूद हों. ऐसे में निवेश होना निश्चित है. क्योंकि ये क्षेत्र कुछ ख़ास उद्योगों जैसे पर्यटन, आईटी, खेती और हेल्थकेयर के लिए काफ़ी मुफीद है. इससे एक ऐसा इको-सिस्टम तैयार होगा जो कि कौशल, प्रतिभा और क्षेत्रीय उत्पादों के लिए मुफीद साबित होगा. आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों के खुलने की वजह से युवाओं के लिए शिक्षा के बेहतर अवसर पैदा होंगे और कश्मीर को भी बेहतर कामगार मिलेंगे. हवाई-अड्डों और रेलवे के आधुनिकीकरण की वजह से यातायात करना बेहतर होगा. इससे इस क्षेत्र के उत्पाद पूरे देश में पहुंच पाएंगे जिससे आम आदमी को फायदा होगा. इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि ये पूरी तरह आंतरिक मामला है. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैंने ये निर्णय बहुत सोच-समझकर लिया है. मैं इसे लेकर पूरी तरह निश्चिंत हूं. इससे आने वाले दिनों में लोगों का भला होगा. पीएम मोदी से एक सवाल किया गया कि एनडीए सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में जल संरक्षण को अपना उद्देश्य बनाया है, क्या इससे भारतीय अर्थव्यवस्था की मॉनसून पर निर्भरता कम करने का व्यापक लक्ष्य साधा जा रहा है? इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा है कि जल-शक्ति अभियान सिर्फ़ एक सरकारी प्रक्रिया नहीं है. बल्कि, ये आम लोगों का आंदोलन है जिसमें केंद्र सरकार एक साझेदार की भूमिका निभा रही है. मोदी ने कहा, भारत को आगे ले जाने के लिए आर्थिक कदम उठाने के साथ-साथ व्यवहार में बदलाव करने की भी ज़रूरत है. जब एक किसान ड्रिप इरिगेशन शुरू करता है तो इसमें पानी का छिड़काव करने के लिए उपकरणों की खरीद एक आर्थिक पहलू को सामने लाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डेटा सिक्योरिटी और प्राइवेसी को लेकर भी सवाल किया गया. उनसे पूछा गया कि इस मुद्दे से उपजने वाले आर्थिक अवसर को लेकर उनकी क्या राय है. इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, मैं इसे इस तरह देखता हूं. जिस तरह 90 के दशक में सॉफ़्टवेयर और आईटी के क्षेत्र ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपना असर दिखाया था, ठीक उसी तरह डेटा का क्षेत्र निकट भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपना असर दिखाएगा. हमें डेटा को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए. जितनी ज़्यादा मात्रा में डेटा हासिल किया जा रहा है और सहेजा जा रहा है, वो अपने आप में नौकरियों, कंपनियों और उद्योगों के विशाल क्षेत्र का निर्माण कर रहा है. भारत अपने प्रतिभावान युवा, बढ़ती अर्थव्यवस्था, मुफ़ीद सरकार और विशाल बाज़ार के साथ दुनिया भर में डेटा साइंस, एनालिटिक्स और स्टोरेज़ का केंद्र बन सकता है. पीएम मोदी के साक्षात्कार पर वरिष्ठ पत्रकार आलोक पुराणिक कानज़रिया गहराई से देखें, तो पीएम मोदी की अर्थनीति एक गहन वामपंथी रुख ले चुकी है और उसमें गरीबों, किसानों, मजदूरों की बातें वैसी हैं, जैसी आम तौर पर वामपंथी नेता करते दिखते हैं. भाजपा अपनी नीतियों में जितनी वामपंथी दिखायी पड़ रही है, उतने तो वामपंथी भी वामपंथी दिखायी नहीं पड़ते. किसानों को सालाना छह हजार रुपए, 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपए सालाना तक की बीमा योजना की मदद. देश के महत्वपूर्ण आर्थिक अखबा़र इकोनोमिक टाइम्स में पीएम नरेंद्र मोदी का दो पेज का साक्षात्कार छपा है. मोटे तौर पर पीएम मोदी ने अपनी उन बातों को दोहराया है, जो वह तमाम मंचों से लगातार दोहराते रहे हैं. अस्तित्व के संकट से बचाने के लिए अर्थव्यवस्था में भरपूर इंतजाम हैं पर तमाम औद्योगिक क्षेत्रों में मांग को मजबूत करने के लिए जो नक्शा चाहिए, वह इस साक्षात्कार में नहीं है. आयुष्मान से लेकर किसानों के लिए छह हजार रुपये साल तक के जरिये सरकार न्यूनतम खर्च का इंतजाम कर देगी, पर तेज गति से विकास की ज़िम्मेदारी कौन उठाएगा यह नहीं मालूम. इस साक्षात्कार में विस्तार से इस बात पर विमर्श नहीं है कि किस तरह से ठीक ठाक नौकरियों का विकास होगा. किसानों को 6000 रुपये साल से उठा कर निर्यातक की श्रेणी में लाने की बात इस साक्षात्कार में है, पर इसे ठोस कार्ययोजना में कैसे बदला जायेगा, इस पर महीन विमर्श होना अभी बाकी है. पीएम मोदी राजनीतिक अर्थव्यवस्था का वह कोड खोल चुके हैं, जिसके तहत कुछ विपन्न तबकों को कुछ करोड़ रुपये सीधे ट्रांसफ़र करके वोट हासिल करना मुश्किल नहीं है. किसानों के खाते में ट्रांसफर से लेकर छोटे कारोबारियों के लिए शुरू हुई मुद्रा कर्ज़ की योजनाओं की राजनीतिक सफलता यह साफ करती है कि समग्र अर्थव्यवस्था भले ही धीमी गति से चले पर कुछ वर्गों के हाथों में अगर क्रय क्षमता है तो पीएम मोदी को राजनीतिक दिक्कत नहीं होगी. इसे लेन देन की राजनीतिक अर्थव्यवस्था भी कह सकते हैं. पीएम मोदी इस साक्षात्कार में एक बार फिर दोहरा रहे हैं कि आगामी पांच सालों में निवेश आधारित विकास होगा. 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश अनुमानित है. पर यह बात अलग है कि तमाम उद्योगपति निवेश को बढ़ाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. चीन और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वॉर में भारत को लाभ क्यों नहीं मिल रहा है? चीन से तमाम कंपनियां भारत की तरफ क्यों नहीं आ रही हैं? इन सवालों का जवाब दरअसल पीएम मोदी के पास भी नहीं है. केंद्र और राज्य के स्तर पर इतनी तरह की औपचारिकताएं हैं कि कारोबार करना आसान अब भी नहीं है. खास तौर पर विदेशी निवेशकों के लिए गति धीमी है और मौजूदा ढांचे में इसमें तेजी संभव नहीं है. यह साक्षात्कार ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए थोड़ी राहत की बात करता है. पीएम मोदी इस सेक्टर को एक न्यूनतम आश्वस्ति देते हैं कि परंपरागत तकनीक पर आधारित ऑटोमोबाइल वाहनों को एक झटके में ही बिजली चालित तकनीक पर नहीं लाया जायेगा. बिजली चालित तकनीक और परंपरागत तकनीक का अस्तित्व साथ साथ बना रह सकता है. ऑटोमोबाइल सेक्टर का समग्र मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर में बड़ा योगदान है. पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 से जुड़े सवाल का जो जवाब दिया है उसके विश्लेषण के लिए थोड़ा वक्त देना होगा. पीएम मोदी ने साक्षात्कार में जो कहा है, उसका आशय है कि नई स्थितियों में कश्मीर में निवेश बढ़ने की संभावनाएं हैं. सेंटर फॉर इंडियन इकॉनोमी यानी सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2016 से जुलाई 2019 के बीच जम्मू कश्मीर बेरोज़गारी के चार्ट में सबसे ऊपर है. इस अवधि में जम्मू कश्मीर में मासिक औसत बेरोज़गारी दर 15 प्रतिशत रही. इसी अवधि में राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 6.4 प्रतिशत रही है. पूरे देश के मुकाबले दोगुने से ज्यादा बेरोज़गार जम्मू कश्मीर में है. तीन-चार साल में अगर जम्मू कश्मीर की बेरोज़गारी का स्तर राष्ट्रीय स्तर पर आ जाता है, तो माना जाना चाहिए कि कम से रोजगार के स्तर पर जम्मू कश्मीर देश की मुख्यधारा में आ गया है.
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0 राहुल केरल में पीड़ितों से मिले
बेंगलुरु। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को कर्नाटक के बेलगावी पहुंचे। शाह ने यहां मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड पहुंचे। यहां से राहुल ने मलप्पुरम जिले के निलंबुर में पहुंचकर एक राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। मलप्पुरम में भूस्खलन के तीन दिन बाद 9 और शव निकाले गए हैं।
केरल और कर्नाटक में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से मरने वालों की संख्या 97 हो गई है। केरल में 67 और कर्नाटक में 30 लोगों ने जान गंवाई। जबकि महाराष्ट्र में चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। यहां सांगली और कोल्हापुर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। सेना की 123 टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं।
गुजरात के मोरबी में पुलिसकर्मी पृथ्वीराज जडेजा दो बच्चियों को कंधे पर बैठाकर 1.5 किमी से ज्यादा पैदल चले और बाढ़ से रेस्क्यू किया। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गुजरात में 19 और महाराष्ट्र में 29 लोगों की जान गई।
येदियुरप्पा ने मृतकों के परिजन को 5 लाख रु. के मुआवजे का ऐलान किया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मृतकों के परिजन को 5 लाख रु. के मुआवजे का ऐलान किया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता बी जनार्दन पुजारी को दक्षिण कन्नड़ जिले के बाढ़ प्रभावित बंतवाल में उनके घर से बचाया। वहीं, धारवाड़ जिला प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टियों को तीन दिनों के लिए और बढ़ा दिया है। लगातार हो रही बारिश को देखते हुए स्कूल-कॉलेज 13 अगस्त को खुलेंगे। येदियुरप्पा ने बाढ़ को राज्य में 45 साल की सबसे बड़ी आपदा बताया है। इसमें अब तक 6 हजार करोड़ रु. का नुकसान हो चुका है। कर्नाटक सरकार ने केंद्र से 3 हजार करोड़ रु. की मदद मांगी है।
केरल: भूस्खलन में दबे नौ लोगों के शव निकाले गए
पिछले तीन दिनों में राज्य के 8 जिलों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की 80 घटनाएं हुईं। मलप्पुरम में 8 अगस्त को भूस्खलन के बाद 30 से ज्यादा लोग लापता हो गए थे। एनडीआरएफ ने यहां रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। रविवार को नौ और शव मलबे से निकाले गए। इससे पहले वायनाड में जमीन धंसने से 8 लोगों की जान चली गई थी। केरल में रेलवे ट्रैक पर पेड़ और चट्टान गिरने की वजह से ट्रैफिक पर असर पड़ा है। 10 ट्रेनें पूरी तरह और 5 को आंशिक रूप से रद्द किया गया है।
मध्य प्रदेश: नर्मदा खतरे के निशान से 7 मीटर ऊपर बह रही
प्रदेश के धार और बड़वानी में नर्मदा नदी उफान पर है। इसकी वजह से 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य के 28 बांधों में से सात के गेट खोल दिए गए हैं। जबलपुर स्थित बरगी बांध के 15 गेट खोल दिए गए हैं। बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से 7 मीटर ऊपर बह रही है।
दक्षिण भारत में भारी बारिश क्यों हो रही है?
पश्चिम प्रशांत महासागर क्षेत्र में उठे दो तूफानों लेकिमा और क्रोसा के कारण देश के दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि पहले पश्चिम प्रशांत महासागर का भारतीय क्षेत्रों पर प्रभाव सीमित था। अब यह हिंद महासागर को डंप यार्ड के तौर पर इस्तेमाल करने लगा है। इसी का असर केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश के रूप में दिख रहा है।
केरल के तीन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को गुजरात, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, 12 से 14 अगस्त तक ओडिशा, दक्षिण झारखंड, उत्तर छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और केरल में तेज बारिश का अनुमान है। रविवार के लिए केरल के तीन जिलों में रेड अलर्ट और 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। -
बीजिंग पहुंचे जयशंकर....
नई दिल्ली विदेश मंत्री एस जयशंकर चीनी नेतृत्व के साथ वार्ता के लिए तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को बीजिंग पहुंचे। उनकी यात्रा के दौरान इस साल राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे के इंतजाम को अंतिम रूप देने सहित कई मुद्दों पर बातचीत होगी। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद जयशंकर चीन का दौरा करने वाले पहले भारतीय मंत्री हैं। यह दौरा ऐसे वक्त भी हो रहा है, जब भारत ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करते हुए उसे दो केंद्रशासित क्षेत्रों में बांट दिया है। राजनयिक से विदेश मंत्री बने जयशंकर 2009 से 2013 तक चीन में भारत के राजदूत रहे थे। उनकी वार्ता की शुरुआत सोमवार को होगी। वे चीनी स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
दोनों मंत्री सांस्कृतिक और लोगों के आपसी संपर्क पर उच्च स्तरीय तंत्र की दूसरी बैठक की सह अध्यक्षता करेंगे। पहली बैठक पिछले साल नई दिल्ली में हुई थी। जयशंकर की यात्रा के दौरान चार सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। 2017 में दोकलम में 73 दिनों तक चले गतिरोध के बाद मोदी और शी ने पिछले साल वुहान में पहली अनौपचारिक वार्ता कर द्विपक्षीय संबंधों को गति दी थी। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस साल पहली बार द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब डॉलर पार करने की उम्मीद है।
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जम्मू/श्रीनगर। कश्मीर में ईद-उल-अजहा से पहले रविवार को बैंक, एटीएम और कुछ बाजार खुले रहे और तमाम प्रतिबंधों में ढील दी गई ताकि लोगों को त्योहार की खरीदारी करने में आसानी हो। वहीं, प्रशासन ने कहा कि वह त्योहर के अवसर पर लोगों के लिए भोजन और अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध कराने और सोमवार को मस्जिदों में नमाज के लिए पूरी व्यवस्था करने में जुटा है। संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को संसद द्वारा निरस्त किए जाने के बाद बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती, प्रतिबंधों और संचार संपर्क सीमित किए जाने के कारण कश्मीर घाटी में त्योहार का चहल-पहल और उल्लास नजर नहीं आ रहा है। यह अनुच्छेद जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देता था। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में कहीं से भी हिंसा की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि जम्मू क्षेत्र में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। वहां पांच जिलों से निषेधाज्ञा पूरी तरह हटा ली गयी है। अन्य पांच जिलों में ईद को देखते हुए प्रतिबंधों/निषेधाज्ञा में छूट दी गयी है। श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि हालात शांतिपूर्ण हैं। पाबंदियों में ढील दी गयी है और सरकारी तथा निजी वाहन सड़कों पर दिख रहे हैं। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए प्रत्येक महत्वपूर्ण स्थान पर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गयी है। अधिकारियों ने बताया कि बकरीद को ध्यान में रखते हुए श्रीनगर शहर में छह मंडी/बाजार बनाए गए हैं और लोगों के लिए 2.5 लाख भेड़ें उपलब्ध करायी गयी हैं। लोगों के घरों तक सब्जियां, गैस सिलिंडर, मुर्गे-मुर्गियां और अंडे आदि पहुंचाने के लिए वाहनों का इंतजाम किया गया है। अनुच्छेद 370 पर पांच अगस्त को हुए फैसले के बाद से घाटी में संचार संपर्क सीमित होने की पृष्ठभूमि में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल प्रशासन ने 300 विशेष टेलीफोन बूथ लगाने को कहा है ताकि लोग अपने प्रियजन से बातचीत कर सकें।
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नई दिल्ली। राहुल गांधी के इस्तीफे के 75 दिन बाद सोनिया गांधी कांग्रेस की नई अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष होंगी। वे 20 महीने बाद फिर कांग्रेस की बागडोर संभालेंगी। शनिवार रात कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक खत्म होने के पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी के हर नेता की राय थी कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर सेवाएं देते रहें। उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया। अधिवेशन में नए अध्यक्ष के फैसले तक सोनिया जिम्मेदारी संभालेंगी। अगले अध्यक्ष पर एआईसीसी के अधिवेशन में फैसला होगा। लोकसभा चुनाव के बाद से ही करीब ढाई महीने तक बिना अध्यक्ष के रही कांग्रेस को आखिरकार गांधी परिवार से ही नया अध्यक्ष मिल गया है। कांग्रेस कार्यसमिति ने सोनिया गांधी को नया कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष चुना है। कांग्रेस अधिवेशन में नियमित अध्यक्ष के चुनाव तक वह पार्टी की बागडोर संभालेंगी। इससे पहले लंबे समय तक गैर गांधी परिवार से कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा रही। सीडब्लूसी बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सोनिया गांधी सबसे तजुर्बेकार नेता हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस के संविधान के मुताबिक कांग्रेस कार्यसमिति के पास सिर्फ अंतरिम अध्यक्ष चुनने का ही अख्तियार है। सीडब्लूसी की बैठक के बाद रात करीब 11.05 मिनट पर कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला और महासचिव सी. वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। वेणुगोपाल ने बताया, कांग्रेस कार्यसमिति की दूसरी बैठक साढ़े 8 बजे शुरू हुई और अभी-अभी खत्म हुई है। बैठक में सर्वसम्मति से 3 प्रस्ताव पास किए गए।
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तीन प्रस्ताव पारित
00 कांग्रेस कार्यसमिति में पास हुए पहले प्रस्ताव में राहुल गांधी के नेतृत्व की तारीफ की गई।
00 दूसरा प्रस्ताव राहुल गांधी को अध्यक्ष पद न छोड़ने की अपील संबंधी पास किया गया। बाद में सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाने का फैसला किया गया। वह नियमित अध्यक्ष चुने जाने तक पार्टी की कमान संभालेंगी।
00 तीसरा प्रस्ताव जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात को लेकर पास किया गया। प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर के हालात पर चिंता जताई गई।
-- - रायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी को ‘भारत रत्न’ अलंकरण से सम्मानित किए जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति जी को सम्मानित किया जाना गर्व की बात है। उन्होंने कई दशकों तक विभिन्न भूमिकाओं में अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करते हुए देश की सेवा की। श्री बघेल ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति श्री मुखर्जी ने देश सेवा के लिए अथक परिश्रम किया, जो उन्हें भारत का एक महान रत्न बनाता है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने आज शाम राष्ट्रपति भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में श्री प्रणब मुखर्जी, श्री नानाजी देशमुख (मरणोपरांत) और डॉ. भूपेन्द्र कुमार हजारिका (मरणोपरांत) को ‘भारत रत्न’ अलंकरण प्रदान किया।