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नई दिल्ली। उत्तराखंड में केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट इस महीने की 27 तारीख को भाई दूज के दिन बंद कर दिए जाएंगे, जबकि गंगोत्री को इस महीने की 26 तारीख को गोवर्धन पूजा के दिन बंद किया जाएगा। बद्रीनाथ धाम के कपाट अगले महीने की 19 तारीख को सर्दियों के लिए बंद किए जाएंगे। मंदिर समिति ने विजयादशमी के अवसर पर यह घोषणा की।श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष रावल हरीश सेमवाल ने बताया कि बुधवार को पंचांग देखकर शीतकाल के लिए होने वाली कपाटबंदी का समय तय किया गया। उन्होंने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्तूबर को अन्नकूट पर्व पर 12:01 मिनट पर बंद किए जाएंगे। धाम से मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा 12:05 बजे शीतकालीन पड़ाव मुखबा (मुखीमठ) के लिए रवाना होगी जो कि एक दिन लंका स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन मुखबा पहुंचेगी। यमुनोत्री पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि धाम के कपाट 27 अक्तूबर को भैया दूज पर 12:09 बजे सर्व सिद्धि योग और अभिजीत मुहूर्त में बंद किए जाएंगे। मां यमुना की डोली अपने शीतकालीन पड़ाव खरसाली के लिए प्रस्थान करेगी।
बदरीनाथ के रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी और धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने धाम के कपाट बंद होने की तिथि की घोषणा की। इस दौरान आगामी वर्ष की तीर्थयात्रा के संचालन के लिए बदरीनाथ में बारीदार (हक-हकूकधारी) को पगड़ी भी भेंट की गई। ये बारीदार आगामी वर्ष की बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा में भंडार से लेकर भोग तक की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। केदारनाथ मंदिर के कपाट 27 अक्तूबर को भैयादूज पर बंद किए जाएंगे। इसी दिन बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली ओंकारेश्वर मंदिर के लिए प्रस्थान करते हुए रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी। 28 को गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर में रात्रि प्रवास करेगी। 29 को बाबा केदार ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होंगे। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि इस वर्ष बदरीनाथ धाम के कपाट मीन लग्न में 19 नवंबर को अपराह्न 3:35 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। 20 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, कुबेर और उद्धव की उत्सव डोली धाम से अपने शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान करेगी।
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नई दिल्ली। कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि सरकार जन प्रतिनधित्व कानून में संशोधन के माध्यम से बड़े चुनावी बदलाव लाने के लिए निर्वाचन आयोग के साथ विचार-विमर्श कर रही है। श्री रिजिजू ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में यह बात कही। उन्होंने कहा, बदलते समय और स्थितियों की मांग है कि कुछ चुनावी कानूनों में आमूल-चूल परिवर्तन किए जाएं, जिससे अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विचार-विमर्श के बाद नई परिस्थितियों और समय की मांग के अनुसार कदम उठाएगी।
- श्रीनगर। गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ बातचीत से इनकार किया है। बारामूला में एक रैली को सम्बोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार क्षेत्र से आतंकवाद का सफाया करेगी और पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। गृह मंत्री ने कहा कि वे जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ हैं, न कि पाकिस्तान के। श्री शाह ने कहा कि जिन्होंने पिछले 70 वर्ष तक कश्मीर पर शासन किया वे सरकार को पाकिस्तान के साथ बातचीत की सलाह दे रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद पूरी पारदर्शिता के साथ विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लोकतांत्रिक व्यवस्था जमीनी स्तर तक पहुंची है।गृह मंत्री ने कल श्रीनगर में लगभग दो हजार करोड़ रुपये की 240 विकास परियोजनाओं को शिलान्यास किया। उन्होंने बारामूला में करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी। गृह मंत्री तीन दिन की कश्मीर दौरे पर थे।
- बिलासपुर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने इस अस्पताल की आधारशिला प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा की केन्द्रीय योजना के अंतर्गत अक्तूबर 2017 में रखी थी।इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि विजय दशमी पर शुरू की गई ये परियोजनाएं भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।उन्होंने कहा कि आज बिलासपुर को शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं की दो सौगात मिली हैं। श्री मोदी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में सरकार ने देश के दूर-दराज के इलाकों के लोगों तक विकास का लाभ पहुंचाने का काम किया है। श्री मोदी ने जिक्र किया कि बिलासपुर में एम्स के बनने से हिमाचल के लोगों को किफायती चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। ये संस्थान पर्यावरण अनुकूल भी है और इसे ग्रीन एम्स के नाम से जाना जायेगा।एम्स बिलासपुर का निर्माण एक हजार चार सौ सत्तर करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। यह एक अत्याधुनिक अस्पताल है जिसमें 18 स्पेशयलिटी और 17 सुपर स्पेशियलिटी विभाग, 18 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और 64 आईसीयू बिस्तर के साथ 750 बिस्तर हैं।दो सौ 47 एकड़ में फैले इस अस्पताल में 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं सहित आधुनिक नैदानिक मशीनें जैसे -अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई हैं। यहां अमृत फार्मेसी, जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरोंवाले आयुष ब्लॉक भी है।एम्स के उद्घाटन में हिमाचल प्रदेश केराज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और सूचना औरप्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर मौजूद थे।मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश को एम्स का उपहार देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हर क्षेत्र में राष्ट्र की प्रगति के लिए प्रधानमंत्री के कार्यों को रेखांकित किया।सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने पिछले वर्षों में केन्द्र सरकार द्वारा की पहलों पर प्रकाश डाला।
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नयी दिल्ली. सरकार ने 15 वर्ष की लाइसेंस अवधि के दौरान एक ही प्रबंधन समूह के तहत एफएम रेडियो अनुमतियों के नवीनीकरण के लिए तीन साल की ‘विंडो' अवधि को समाप्त करने की मंगलवार को घोषणा की। इस कदम से निजी एफएम रेडियो स्टेशन के विस्तार के लिए मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पिछले सप्ताह हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में निजी एजेंसी के जरिए एफएम रेडियो प्रसारण सेवा के विस्तार (तीसरा चरण) पर नीतिगत दिशानिर्देशों में संशोधन करने का फैसला लिया गया। संशोधन के जरिये ‘सी' और ‘डी' श्रेणी के शहरों के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया में एक करोड़ रूपये की कुल संपत्ति वाली कंपनी को भाग लेने की अनुमति दी गयी है। अब से पहले, बोली लगाने की प्रक्रिया में भाग लेने वाली कंपनी की संपत्ति 1.5 करोड़ रुपये होनी चाहिए थी। एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि सरकार ने रेडियो उद्योग की, चैनल के स्वामित्व पर 15 फीसदी की राष्ट्रीय सीमा को हटाने की लंबे समय से की जा रही मांग को भी स्वीकार कर लिया है। इसमें कहा गया है कि निजी एजेंसी के जरिए एफएम रेडियो प्रसारण सेवाओं के विस्तार पर नीतिगत दिशानिर्देशों (तृतीय चरण) पर तीन संशोधनों से निजी एफएम रेडियो उद्योग को एफएम रेडियो के विस्तार में मदद मिलेगी। बयान में कहा गया है, ‘‘इससे न सिर्फ रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे, बल्कि देश के दूरदराज के हिस्सों में रेडियो के जरिए संगीत एवं मनोरंजन आम आदमी को उपलब्ध कराया जा सकेगा।
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रांची। दिल्ली के विभिन्न इलाकों से खूंटी जिले की 12 अल्पवयस्क लड़कियों एवं एक बच्चे को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराने के बाद झारखंड सरकार की मदद से उनके गांव भेजा जा रहा है। झारखंड के एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र, नई दिल्ली के नोडल अधिकारी नचिकेता ने बताया कि जिला समाज कल्याण विभाग, बाल संरक्षण विभाग एवं मानव तस्करी निरोधी इकाई (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) ने दिल्ली पुलिस की मदद से राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न स्थानों से मानव तस्करी की शिकार खूंटी की 12 बालिकाओं एवं एक बालक को मुक्त कराया गया। उन्होंने बताया कि इसके लिए गठित टीम लगभग 15 दिनों से दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर छापा मारकर इन बच्चों को मुक्त कराने और दशहरे पर उन्हें उनके गांव भेजने में जुटी हुई थी। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में कई अवैध रूप से संचालित प्लेसमेंट एजेंसियों का भी पता चला है जो छोटी बच्चियों को दिल्ली में लाकर बेच देते थे। उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली से मुक्त करायी गयी बालिकाओं में एक बालिका मात्र 14 साल की है और वह तीन महीने की गर्भवती भी है। खूंटी के जिला बाल संरक्षण अधिकारी शिवाजी प्रसाद ने बताया कि इन सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) खूंटी के समक्ष पेश कर प्रशासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
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नयी दिल्ली. मसाले और खाने में इस्तेमाल होने वाली जड़ी-बूटियों पर गठित कोडेक्स समिति ने जायफल, केसर और मिर्च (काली मिर्च तथा शिमला मिर्च) के लिये गुणवत्ता मानदंडों की सिफारिश की है। समिति (सीसीएससीएच) ने इन मानकों को ‘कोडेक्स एलेमेंट्रिस कमीशन' (सीएसी) के पास अंतिम मंजूरी और उसको लागू करने के लिये भेजा है। कोडेक्स मानक वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इसका उपयोग अंतरराष्ट्रीय व्यापार विवादों के निपटान में किया जाता है। साथ ही यह कोडेक्स सदस्य देशों के राष्ट्रीय मानकों में एकरूपता के लिये आधार बनाता है। समिति का काम मसाले और खाने-पीने की जड़ी बूटियों के लिये दुनिया भर में मानकों का विकास और विस्तार करना है। इसका गठन 2013 में भारत के साथ 100 से अधिक देशों के समर्थन के साथ किया गया था। इसका अध्यक्ष भारत है और भारतीय मसाला बोर्ड उसके सचिवालय के रूप में काम करता है। कोडेक्स समिति ने पिछले पांच सत्रों में आठ मसालों और खाने में इस्तेमाल होने वाली जड़ी-बूटियों के लिये मानकों को तैयार किया और उसे अंतिम रूप दिया है। ये मसाले और जड़ी-बूटियां हैं जीरा, अजवायन, लहसुन, लौंग, अदरक और ओरगैनो हैं। ‘कोडेक्स एलेमेंट्रिस कमीशन' संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित एक अंतर-सरकारी निकाय है। इसका गठन खाद्य व्यापार में बेहतर मानक सुनिश्चित करने और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिये संयुक्त राष्ट्र के खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के ढांचे के तहत किया गया है।
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लखनऊ. फिल्म 'मोदी जी की बेटी' के कलाकारों समेत पूरी टीम इसके प्रमोशन के लिए मंगलवार को लखनऊ पहुंची और स्पष्ट किया कि इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। निर्देशक एडी सिंह की अगुवाई में फिल्म 'मोदी जी की बेटी' की टीम ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस किया।
इस दौरान सिंह ने फिल्म के शीर्षक को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘‘इस फिल्म का राजनीति से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। यह पूरी तरह से मनोरंजक फिल्म है।" उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी पहली फीचर फिल्म है। कहानी बहुत अनोखी है और हम चाहते हैं कि हर कोई यह फिल्म देखे।" आगामी 14 अक्टूबर को रिलीज हो रही इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली अवनि मोदी ने एक सवाल पर कहा, "मोदी जी की बेटी एक वास्तविक घटना पर आधारित है। यह सच है कि मैं मोदी जी की बेटी हूं लेकिन दरअसल पूरे देश की लड़कियां मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) की बेटियां हैं। हम आप सभी से फिल्म के लिए समर्थन चाहते हैं।" संवाददाता सम्मेलन में अवनि मोदी और निर्देशक एडी सिंह के साथ-साथ विक्रम कोचर, पितोबाश और तरुण खन्ना भी मौजूद थे। फिल्म 'मोदी जी की बेटी' का निर्माण एई क्रिएटिव्स द्वारा किया गया है। -
चंडीगढ़. हरियाणा की ‘सर्वजातीय खाप महापंचायत' ने मंगलवार को मांग की कि हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन कर एक ही गांव के भीतर और एक ही ‘गोत्र' के लोगों के बीच विवाह पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। सर्वखाप के राष्ट्रीय संयोजक टेक राम कंडेला की अध्यक्षता में ‘महापंचायत' हरियाणा के जींद में आयोजित की गई। इसमें कुल 150 खापों, विभिन्न सामाजिक संगठनों और उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों के अन्य लोगों ने भाग लिया। कंडेला ने कहा कि महापंचायत के दौरान कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने सरकार से मांग की है कि एक ही गांव के भीतर और एक ही गोत्र में विवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए।'' -
नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाके में आर्मी का एक चीता हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि हादसे में एक पायलट की मौत हुई है। हादसा किस वजह से हुआ अभी तक इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
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गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मंगलवार को एक युवक ओमेंद्र की टीवी फटने से मौत हो गई। उसके दोस्त और उसकी मां जख्मी हो गए। धमाका इतना तेज था कि एक दीवार पूरी तरह से टूट गई। कमरे की बाकी दीवारों में दरारें आ गईं। टीवी क्यों फटी इसकी वजह की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है।
टीला मोड़ थाने के प्रभारी भुवनेश कुमार ने बताया कि यह मामला गाजियाबाद के हर्ष विहार का है। पुलिस के मुताबिक, ओमेंद्र के दोस्त करण को सोमवार को कुत्ते ने काट लिया था। ओमेंद्र उसे दिल्ली गुरु तेग बहादुर अस्पताल हॉस्पिटल में रेबीज इंजेक्शन लगवाने ले गया था। दोपहर ढाई बजे दोनों करण के घर लौटे और पहली मंजिल पर टीवी देखने लगे। करण की मां ओमवती भी वहीं मौजूद थीं। दोपहर 3 बजे के करीब अचानक टीवी की स्क्रीन में जोरदार धमाका हुआ। हादसे के बाद नीचे कमरे में मौजूद करण का भाई सुमित और भाभी मोनिका सबसे पहले मौके पर पहुंचे। देखा तो करण, ओमवती और ओमेंद्र लहूलुहान जमीन पर पड़े थे। कमरे की दीवार क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। सोफा, बेड समेत अन्य सामान खराब हो चुका था। इसके बाद उन्हें दिल्ली के अस्पताल में ले जाया गया। जहां ओमेंद्र की मौत हो गई, जबकि मां-बेटे का इलाज चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि हमने धमाके की वजह पता लगाने के लिए पूरे कमरे की छानबीन की, लेकिन कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली। टीला मोड़ थाने के प्रभारी भुवनेश कुमार ने बताया कि जब उन्होंने घायल को देखा तो उसके चेहरे में कांच के टुकड़े घुसे हुए थे। देखने से ऐसा ही प्रतीत हो रहा था कि टीवी स्क्रीन ही फटी है।
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आगरा। आगरा के शाहगंज इलाके में बुधवार तड़के आर. मधुराज हॉस्पिटल में भीषण आग लग गई। हादसे में हॉस्पिटल संचालक डॉ. राजन, उनकी बेटी और बेटे की मौत हो गई। तीनों के शव अग्निशमन विभाग के दमकलकर्मियों ने निकाले। वहीं, ग्राउंड फ्लोर से 3 मरीज और उनके तीमारदारों को भी रेस्क्यू किया गया। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है। अग्निकांड के बाद बचाए हुए मरीजों को नजदीक के दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराया गया। धुआं से दम घुटने से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। डॉ. राजन के पिता डालचंद इस हादसे में सुरक्षित बच गए। उन्होंने कहा,मैं फस्र्ट फ्लोर के बाहर वाले कमरे में सो रहा था। राजन और बच्चे पीछे के कमरों में सो रहे थे। बच्चों में 15 साल की बेटी शालू और 14 साल का बेटा ऋषि था। सुबह करीब 4 बजे मैं उठा था। बाहर आकर गेट खोला तो सामने आग लग चुकी थी। उन्होंने बताया, मैं बहुत तेज चिल्लाया। इसके बाद अंदर कमरे से राजन की आवाज सुनाई दी। उसने खुद को अंदर कमरे में बंद कर लिया। ताकि आग न फैले। बच्चों ने भी यहीं किया। शायद यही गलती हो गई। पहले धुआं कमरों में भरा, फिर आग फैल गई। फिर किसी को बचाया नहीं जा सका।
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नैनीताल। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में मंगलवार रात एक बस 500 मीटर गहरी खाई में गिर गई। ये बस 50 बारातियों को लेकर हरिद्वार के लालढांग से काड़ागांव जा रही थी। सिमड़ी गांव के पास ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और हादसा हो गया। स्थानीय लोगों ने वो रोल निभाया, जिसके बिना जिंदगियों को बचाना मुश्किल था। हादसे में 32 की मौत हुई है, लेकिन 18 जानें बचाई गई हैं।
रात का वक्त था। गहरी खाई और मुश्किल पहाड़ी हालात। बारातियों के रेस्क्यू में यही बड़ी चुनौतियां थीं। लेकिन, रेस्क्यू टीम से पहले स्थानीय लोग पहले ही घटना स्थल पर पहुंचे। इन्हें इलाके की भी जानकारी थी पर गहरी खाई का डर भी। लेकिन, मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर ये बरातियों को ढूंढते रहे। एक चश्मदीद ने बताया कि जब हमने मोबाइल की लाइट में बारातियों को खोजना शुरू किया तो कुछ शव ऐसे दिखे, जो कई टुकड़ों में बंट चुके थे। कई घायल भी थे, जिन्हें वक्त पर इलाज मिल गया।
कुछ और रिपोट्र्स में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों की आंखोंदेखी बताई गई है। एक रिपोर्ट में दूल्हे की कार चला रहे ड्राइवर ने कहा कि जब हम लौट रहे थे, तब कार के सामने सांप आ गया। ड्राइवर ने कहा कि मैंने ब्रेक मार दिया था। इसके बाद पीछे आ रही बस ने हमें ओवर टेक किया। चंद मिनट बाद ही वह खाई में गिर गई थी।
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सीतापुर। सीतापुर में मंगलवार की देर रात गांव के बाहर पुलिस को एक युवक का शव मिला। युवक का खून से लथपथ शव खेत से बरामद किया गया है। गर्दन धड़ से अलग और हाथ भी कई जगहों से कटे हुए थे। शव की हालत देखकर बताया जा रहा है कि हमलवारों ने बड़ी ही बेरहमी से हत्या को अंजाम दिया है।
एएसपी दक्षिणी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि घटना मछरेहटा थाना क्षेत्र के मामूपुर इलाके की है। यहां गांव के बाहर एक युवक का शव क्षत विक्षत हालत में मिला। मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की देर रात मछरेहटा की यूनिट पुलिस गश्त कर रही थी। तभी सड़क किनारे शव मिला जो खून से लथपथ था।शव मिलने की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। जहां शव की शिनाख्त की गई। कई घण्टों की कड़ी मशक्कत के बाद युवक की पहचान 32 वर्षीय रामलखन गुप्ता निवासी संदना के रूप में हुई। पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल से कुछ दूरी तक खून के धब्बे मिलने से पुलिस हर ऐंगल से जांच पड़ताल कर रही है।
एएसपी दक्षिणी नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि परिजनों के मुताबिक रामलखन दोपहर 2 बजे घर से निकला गया था। युवक केरल सहित अन्य प्रांतों में ट्रक चलाने का काम करता था। पुलिस हत्या के पीछे महिला से प्रेम संबंध की आशंका जता रही है। निर्मम हत्या के पीछे पुलिस हर पहलू पर जांच पड़ताल में जुटी हुई है। -
नयी दिल्ली. गोवा और जम्मू कश्मीर समेत 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभी कोई नेत्र बैंक नहीं है। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। बहरहाल, डॉक्टरों का कहना है कि अकेले ऐसे बैंकों से उद्देश्य पूरा नहीं होता है क्योंकि खासतौर से कोविड-19 महामारी को देखते हुए नेत्रदान करने वालों की मांग बढ़ गयी है। मध्य प्रदेश के एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा दाखिल सूचना का अधिकार (आरटीआई) आवेदन पर मिले जवाब के अनुसार देश में अभी कुल 320 नेत्र बैंक हैं। इसमें कहा गया है कि 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश - अंडमान और निकोबार द्वीप, अरुणाचल प्रदेश, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, गोवा, जम्मू कश्मीर, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड और सिक्किम में कोई नेत्र बैंक नहीं है। डॉ. श्रॉफ्स चैरिटी आई हॉस्पिटल में नेत्र बैंक की चिकित्सा निदेशक डॉ. मनीषा आचार्य ने कहा कि भारत में कुल 750 नेत्र बैंक हैं लेकिन उनमें से कुछ ही पूरी तरह काम कर रहे हैं, सभी साजोसामान से लैस हैं और देशभर में 80 प्रतिशत कॉर्निया संग्रह के लिए जिम्मेदार हैं। आचार्य ने ‘ एक न्यूज़ एजेंसी' से कहा, ‘‘देशव्यापी नेत्र बैंकिंग नेटवर्क वक्त की जरूरत है और साजोसामान से लैस एक नेत्र बैंक में नेत्र संग्रह के लिए प्रशिक्षित पेशेवर होने चाहिए। यह एक समाधान हो सकता है क्योंकि एक नेत्र बैंक स्थापित करने में बड़े निवेश और कई सरकारी नियामक संस्थाओं की मंजूरी की आवश्यकता होती है।'' आंकड़ों के अनुसार, त्रिपुरा, उत्तराखंड तथा मिजोरम जैसे राज्यों में महज एक नेत्र बैंक है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 77 नेत्र बैंक हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 41, कर्नाटक में 32 और गुजरात में 25 नेत्र बैंक हैं। गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में नेत्र रोग विज्ञान की निदेशक डॉ. अनिता सेठी ने कहा कि असल समस्या नेत्रदान को लेकर जागरूकता की कमी की है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को पता ही नहीं है कि नेत्रदान क्या होता है। जब अधिक से अधिक नेत्रदान होंगे, और लोग अपनी आंखों को दान देने के लिए आगे आएंगे, तभी हमारे पास सैकड़ों और नेत्र बैंक हो सकते हैं इसलिए हमें नेत्र बैंक के बजाय नेत्रदान के बारे में अधिक जागरूकता फैलानी चाहिए क्योंकि नेत्र बैंक केवल एक जगह है जहां दान किए गए नेत्र रखे जाते हैं।'' आचार्य ने कहा कि राष्ट्रीय दृष्टिहीनता और दृष्टिबाधित सर्वेक्षण (2019) के अनुसार, करीब 48 लाख लोग नेत्रहीनता से जूझ रहे हैं और कॉर्नियल नेत्रहीनता दृष्टिहीनता का दूसरा सबसे बड़ा प्रकार है। करीब 25,000 लोग हर साल मोतियाबिंद से प्रभावित होते हैं। दान किए गए नेत्रों से केवल कॉनियल नेत्रहीनता वाले लोगों को फायदा मिलता है। कॉर्नियल नेत्रहीनता आंख के आगे के हिस्से को कवर करने वाले ऊत्तक यानी कॉर्निया में क्षति के कारण दृष्टि चले जाने को कहते हैं। आरटीआई पर मिले जवाब के अनुसार, 2016-17 तक 3,35,940 कॉर्निया संग्रहण किए गए जबकि इस अवधि के दौरान 1,56,419 कॉर्निया प्रतिरोपण हुए।
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वडोदरा. गुजरात के वडोदरा शहर में मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कंटेनर ट्रक ने एक तिपहिया वाहन को टक्कर मार दी। इस हादसे में दो बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हुए। पुलिस ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना में तिपहिया वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके चलते इसमें फंसे शवों को निकालने में मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि घायलों को शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हरनी थाने के निरीक्षक एस.आर. वेकारिया ने कहा, ‘‘दोपहर के समय कंटेनर ट्रक एक कार से टकराने के बाद संतुलन खो बैठा और डिवाइडर तोड़कर सड़क के दूसरी तरफ चला गया और एक ‘चक्र' (तिपहिया वाहन) से जा टकराया। हादसे में दो बच्चों और दो महिलाओं समेत 10 लोगों की मौत हो गई। सात अन्य घायलों का अस्पताल में उपचार जारी है।'' ‘चक्र' एक खुला तिपहिया वाहन है, जिसका उपयोग गुजरात के कुछ हिस्सों में माल की ढुलाई और परिवहन के लिए किया जाता है। इस वाहन में मोटरसाइकिल का अगला आधा भाग होता है, जिसके पीछे दो पहिया गाड़ी जुड़ी होती है। दुर्घटना में जान गंवाने वाले और सभी घायल तिपहिया वाहन में सवार थे।
वेकारिया ने कहा कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि तिपहिया वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और इसमें फंसे यात्रियों को निकालने के लिए दमकल विभाग की टीम बुलाई गई। उन्होंने कहा कि चालक समेत सात घायलों का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिनमें से दो की हालत नाजुक है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने कहा, ‘‘जान गंवाने वालों में 10 साल और 15 साल के दो लड़के शामिल हैं। मरने वालों में ज्यादातर की उम्र 40-55 साल के बीच थी। -
मुंबई. महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मंगलवार को राज्य में राशन कार्डधारकों को आगामी दिवाली त्योहार के लिए 100 रुपये में किराने का सामान देने का फैसला किया। इस सौ रुपये के पैकेट में एक किलो रवा (सूजी), मूंगफली, खाद्य तेल और पीली दाल होगी। यह प्रस्ताव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा लाया गया था।
मंत्रिमंडल के बयान में कहा गया है, ''राज्य में ऐसे 1.70 करोड़ परिवार या सात करोड़ लोग हैं, जिनके पास राशन कार्ड की सुविधा है। वे राज्य द्वारा संचालित राशन की दुकानों से खाद्यान्न खरीदने के पात्र हैं।'' इसमें कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के अनुसार, देश की खुदरा मुद्रास्फीति दर सात प्रतिशत है। इस पृष्ठभूमि में राज्य सरकार के सब्सिडी दरों पर आवश्यक वस्तुओं की पेशकश करने के फैसले से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को किराने के सामान के पैकेज का उपयोग करके दिवाली के लिए नाश्ता और मिठाई तैयार करने में मदद मिलेगी। -
मुंबई. महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक कार के राज्य परिवहन की बस से टकराने के बाद दो महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हादसा सुबह करीब साढ़े आठ बजे हैबतपुर गांव में उदगीर-नालेगांव मार्ग पर हुआ। कार में दो महिलाओं समेत छह लोग सवार थे। वे तुलजापुर में एक मंदिर में दर्शन करके नांदेड़ लौट रहे थे, जब रास्ते में उनकी कार महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम की एक बस से टकरा गई। उन्होंने बताया कि टक्कर इतनी भयंकर थी कि उनकी कार पलट गई। उदगीर से चाकुर जा रही बस के आठ यात्रियों को मामूली चोटें आयी हैं। घायलों को उदगीर के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया। हादसे में घायल कार सवार एक अन्य यात्री का इलाज चल रहा है। अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम जांच कर रहे हैं और मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान उदगीर के आलोक खेडकर और नागेश गुंडेवर, रवंकोला के अमोल देवकत्ते, मुखेड की कोमल कोडारे और यवतमाल की यशोमती देशमुख के रूप में की गयी है।
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नई दिल्ली। रेलवे इस वर्ष छठ पूजा तक के त्योहारी मौसम के दौरान कुल दो हजार 279 ट्रिप की दो जोड़े में 179 विशेष रेलगाड़ियां चलाएगी। रेल यात्रियों की सुविधा और यात्रियों की अधिक भीड़ के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। विशेष रेलगाड़ियों की देशभर में दिल्ली-पटना, दिल्ली-भागलपुर, दिल्ली-मुज्जफरपुर, दिल्ली-सहरसा जैसे रेलमार्गों पर स्थित प्रमुख स्टेशनों को जोड़ने के लिए योजना बनाई गई है। रेल मंत्रालय के बयान के अनुसार भीड़ पर काबू पाने के उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख स्टेशनों पर रेलवे पुलिस बल के अतिरिक्त कर्मी तैनात किए गए हैं।
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नई दिल्ली। केंद्र ने गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत हिज्ब-उल-मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा संगठनों के 10 सदस्यों को आतंकवादी गतिविधियों में उनकी भूमिका के लिए आतंकवादी घोषित किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें आतंकवादी घोषित करते हुए अधिसूचना जारी की है। ये आतंकवादी वर्तमान में पाकिस्तान में रह रहे हैं। इनमें से पांच हिज्ब-उल-मुजाहिदीन, दो तहरीक-उल-मुजाहिदीन से और एक-एक लश्कर-ए तैयबा, जम्मू-कश्मीर इस्लामिक फ्रंट और हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी से जुड़े हैं। हिज्ब-उल- मुजाहिदीन का प्रमुख शौकत अहमद शेख पाकिस्तान से गतिविधियां चला रहा है।
- नयी दिल्ली। मुफ्त चुनावी सौगातों को लेकर देश में जारी बहस के बीच निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों के समक्ष आदर्श चुनाव संहिता में संशोधन का एक प्रस्ताव रखा है। आयोग ने इसके तहत चुनावी वादों की वित्तीय व्यवहार्यता के बारे में मतदाताओं को प्रामाणिक जानकारी देने को लेकर राजनीतिक दलों की राय मांगी है। सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों को लिखे गए एक पत्र में आयोग ने उनसे 19 अक्टूबर तक उनके विचार साझा करने को कहा है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि वह चुनावी वादों पर अपर्याप्त सूचना और वित्तीय स्थिति पर अवांछित प्रभाव की अनदेखी नहीं कर सकता है, क्योंकि खोखले चुनावी वादों के दूरगामी प्रभाव होंगे।पत्र के अनुसार आयोग ने कहा, ‘‘चुनावी घोषणा पत्रों में स्पष्ट रूप से यह संकेत मिलना चाहिए कि वादों की पारदर्शिता, समानता और विश्वसनीयता के हित में यह पता लगना चाहिए कि किस तरह और किस माध्यम से वित्तीय आवश्यकता पूरी की जाएगी।'' आयोग के आदर्श चुनाव संहिता में प्रस्तावित संशोधन के अनुसार चुनाव घोषणा पत्रों में चुनावी वादों का औचित्य दिखना चाहिए। निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि सरकारों को करदाताओं का पैसा नेताओं, उनके परिवार के सदस्यों और मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि जनता को सुविधाएं प्रदान करने के लिए खर्च करना चाहिए। पार्टी ने कहा कि लोगों को बिजली, पानी, स्कूल और अन्य सुविधाएं मुहैया कराना किसी भी सरकार की ‘मुख्य जिम्मेदारी' होती है। आयोग के प्रस्ताव पर पार्टी की राय के बारे में पूछे जाने पर पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता आतिशी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी (निर्वाचन आयोग के समक्ष) अपना विचार रखेगी।'' आयोग ने यह पत्र ऐसे समय में लिखा है, जब कुछ दिन पूर्व ही प्रधानमंत्री ने ‘‘रेवड़ी संस्कृति'' का उल्लेख करते हुए कुछ राजनीतिक दलों पर कटाक्ष किया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दलों के बीच इसे लेकर वाद-विवाद आरंभ हो गया था। राजनीतिक दलों द्वारा किए गए चुनावी वादों की घोषणा संबंधी प्रस्तावित प्रारूप में तथ्यों को तुलना योग्य बनाने वाली जानकारी की प्रकृति में मानकीकरण लाने का प्रयास किया गया है। प्रस्तावित प्रारूप में वादों के वित्तीय निहितार्थ और वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता की घोषणा करना अनिवार्य है। सुधार के प्रस्ताव के जरिये, निर्वाचन आयोग का मकसद मतदाताओं को घोषणापत्र में चुनावी वादों की वित्तीय व्यवहार्यता के बारे में सूचित करने के साथ ही यह भी अवगत कराना है कि क्या वे राज्य या केंद्र सरकार की वित्तीय क्षमता के भीतर हैं या नहीं। आयोग ने चुनाव घोषणा पत्र में किए गए वादों से जुड़ी वित्तीय आवश्यकता का विवरण देने के लिए राजनीतिक दलों के लिए एक प्रारूप भी प्रस्तावित किया है। उसने कहा है कि यदि निर्धारित समयसीमा के भीतर राजनीतिक दलों का जवाब नहीं आता है, तो यह मान लिया जाएगा कि उनके पास इस विषय पर कहने के लिए कुछ विशेष नहीं है। आयोग ने कहा है कि निर्धारित प्रारूप, सूचना की प्रकृति और सूचनाओं की तुलना के लिए मानकीकरण हेतु आवश्यक है। निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा कि किए गए वादों के वित्तीय प्रभाव पर पर्याप्त सूचना मिल जाने से मतदाता विकल्प चुन सकेंगे। आयोग ने यह भी कहा कि वह चुनावी वादों पर अपर्याप्त सूचना और वित्तीय स्थिति पर अवांछित प्रभाव की अनदेखी नहीं कर सकता। आयोग ने कहा कि ज्यादातर राजनीतिक दल चुनावी घोषणाओं का ब्योरा समय पर उसे उपलब्ध नहीं कराते।
- भोपाल। भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) के परिसर में एक बाघ के देखे जाने की खबर के बाद दहशत फैल गई। इस खबर के बाद वन विभाग ने परिसर में कैमरे लगा दिए हैं। भोपाल के वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) आलोक पाठक ने मंगलवार को बताया कि यहां एक जानवर है लेकिन अभी यह नहीं पता चल सका है कि यह बाघ है या तेंदुआ। उन्होंने कहा कि सोमवार देर रात उन्हें परिसर के अंदर बाघ होने के सूचना मिली थी और जांच में पता चला कि इस जानवर ने एक गाय पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि परिसर में स्थित कर्मचारियों और छात्रावासों के आवासों में करीब छह हजार विद्यार्थी रहते हैं। उन्होंने कहा कि परिसर के सुरक्षाकर्मियों, निवासियों और विद्यार्थियों को परिसर में किसी भी तरह की दहशत से बचने की सलाह दी गयी है एवं जरूरी परामर्श दिया गया है। डीएफओ ने कहा कि परिसर में कैमरे लगा गए हैं तथा जानवर के पगमार्क दर्ज करने के लिए पैड लगाए गए हैं। उनके मुताबिक इसके अलावा एक पिंजरा भी लगाया गया है तथा वन अमला निगरानी कर रहा है। इस बीच, मैनिट प्रबंधन ने एक सर्कुलर जारी कर छात्रों और कर्मचारियों को सतर्क रहने को कहा है क्योंकि परिसर में एक जानवर देखा गया है। सर्कुलर में सलाह दी गई है कि वे परिसर में घने जंगल वाले इलाके में नहीं जाएं। इससे पहले पिछले सप्ताह मैनिट परिसर से करीब एक किलोमीटर दूर कलियासोत बांध के पास एक बाघ की मौजूदगी के खबरें आई थीं। भोपाल का यह इलाका रातापानी राष्ट्रीय अभयारण्य से सटा हुआ है इसलिए कई दफा जंगल से बाघ यहां चला आता है।
- अमरावती। आंध्र प्रदेश में बापतला जिले के सूर्यलंका तट क्षेत्र में तीन किशोर मंगलवार को बंगाल की खाड़ी में बह गए जबकि तीन अन्य अब भी लापता हैं। पुलिस के मुताबिक, दो अन्य लोग घटना में सुरक्षित बच गए बापतला जिला पुलिस अधीक्षक विकुल जिंदल के मुताबिक, समूह विजयवाड़ा से छुट्टी मनाने के लिए सूर्यलंका पहुंचा था। उन्होंने फोन पर कहा, “ वे (किशोर) गहरे समुद्र में बह गए। हमने अब तक तीन शव बरामद किए हैं जबकि तीन अन्य अब भी लापता हैं।” स्थानीय उपमंडल पुलिस अधिकारी ने कहा, “वे (किशोर) एक भोजन प्रबन्धक के साथ काम करते थे। उन्होंने अपने परिवारों को बताया था कि वे सूर्यलंका में एक शादी समारोह में शामिल हो रहे हैं और मंगलवार सुबह विजयवाड़ा से ट्रेन से यहां पहुंचे। (प्रतीकात्मक फोटो)
- औरंगाबाद (महाराष्ट्र)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि मध्य महाराष्ट्र के लातूर स्थित मराठवाड़ा रेल कोच फैक्टरी आने वाले वर्षों में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उन्नत संस्करण के लिए करीब 1,600 डिब्बों का निर्माण करेगी और इनमें से प्रत्येक पर आठ करोड़ रुपये से लेकर नौ करोड़ रुपये की लागत आएगी। वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन का उन्नत संस्करण 200 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति हासिल करने में सक्षम होगा। वह सोमवार शाम औरंगाबाद में चैंबर ऑफ मराठवाड़ा इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर (सीएमआईए) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘वंदे भारत ट्रेन के अगले संस्करण का निर्माण मराठवाड़ा में किया जाएगा। लातूर स्थित कारखाने में लगभग 1,600 कोच का निर्माण किया जाएगा। प्रत्येक कोच की लागत आठ करोड़ रुपये से नौ करोड़ रुपये होगी। यह परियोजना 400 किलोमीटर से 500 किलोमीटर के दायरे में स्थित कंपनियों के लिए अवसर पैदा करेगी।'' वैष्णव ने वंदे भारत एक्सप्रेस की अगली पीढ़ी के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘इन रेलगाड़ियों की अधिकतम गति वर्तमान के 180 किलोमीटर प्रति घंटे की तुलना में 200 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। इस संस्करण का पहला कोच अगले 15 से 16 महीनों में तैयार हो जाएगा।'
- तिरुवनंतपुरम। यहां कल्लार नदी में मंगलवार को एक सिविल पुलिस अधिकारी समेत एक ही परिवार के तीन सदस्यों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि फिरोज मोन (31), उनके भाई अब्दुल (36) और उनकी बहन के बेटे सफन (16) ने अपने रिश्तेदार को बचाने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी। फिरोज मोन यहां पेरुरकडा में विशेष सशस्त्र पुलिस (एसएपी) कैंप से जुड़े अधिकारी थे।स्थानीय लोगों ने उनकी एक रिश्तेदार लड़की को तो सुरक्षित बचा लिया, लेकिन बाकी तीनों की जान चली गई।पुलिस ने कहा, ''यह क्षेत्र पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए पूरी तरह से बंद है। हालांकि, इलाके में चेतावनी बोर्ड हैं, बावजूद इसके परिवार ने नदी में प्रवेश किया।'' स्थानीय लोगों ने कहा, ''वे लोग यहां भोजन करने के लिए रुके और नदी को देख कर उसमें स्नान करने चले गए। क्षेत्र में नदी में प्रवेश नहीं करने के चेतावनी देने वाले साइनबोर्ड भी मौजूद हैं, लेकिन, फिर भी वे लोग नदी में गये। लड़की डूबने लगी तो उसे बचाने के लिये ये तीनों गए और इनकी डूबने से मौत हो गई।'' बचाई गई लड़की को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। (प्रतीकात्मक फोटो)