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- नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रोड शो, पद यात्राओं और साइकिल तथा वाहन रैलियों पर प्रतिबंध बढ़ा दिया है, लेकिन चुनाव के लिए परिसरों के अंदर और खुले में राजनीतिक सभाओं के नियमों में ढील दी है।आयोग ने कहा है कि परिसरों के अंदर और खुले में बैठकों और रैलियों के लिए प्रतिबंधों में कुछ शर्तों पर ढील दी गई है। इनके तहत हॉल के अंदर होने वाले आयोजनों में भाग लेने वाले व्यक्तियों की संख्या हॉल की क्षमता के अधिकतम 50 प्रतिशत और खुले मैदान के 30 प्रतिशत तक सीमित होगी। घर-घर जा कर प्रचार के लिए व्यक्तियों की सीमा पहले की तरह 20 ही रहेगी। चुनाव प्रचार का समय भी सवेरे 8 बजे से रात 8 बजे तक ही रहेगा।
- झुमरी तिलैया (झारखंड)। झुमरी तिलैया संगीत प्रेमियों के लिए एक जाना पहचाना नाम है। झारखंड में प्रकृति की गोद में बसे इस कस्बे ने नयनाभिराम झीलों के दृश्य से प्रकृति प्रेमियों के बीच एक अलग पहचान बनाई है। इस छोटे से कस्बाई शहर को 1950 के दशक की शुरुआत में रेडियो सीलोन और आकाशवाणी ने भी खासी प्रसिद्धि दिलाई।आकाशवाणी के विविध भारती पर उस समय फरमाइशी गानों के कार्यक्रम में झुमरी तिलैया से सबसे अधिक महान गायिका लता मंगेशकर द्वारा गाए गानों को बजाने की मांग की जाती थी। पीढिय़ों से संगीत को परिभाषित करने वाली भारत कोकिला के निधन की खबर जैसे ही इस छोटे से शहर में पहुंची, देवी सरस्वती की पूजा के लिए बने पंडालों, दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों में लाउडस्पीकरों से लता दीदी के गाने बजाए जाने लगे। लोग सड़कों पर गमगीन नजर आ रहे थे।भारत के अधिकतर हिस्सों में भले ही आज रेडियो की जगह टेलीविजन ने ले ली हो , लेकिन झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 165 किलोमीटर दूर झुमरी तिलैया में आज भी सड़क किनारे ढाबों, छोटी दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों में रेडियो सेट पर गाने सुनने के शौकीन मिल जाएंगे। रेडियो सीलोन पर अमीन सयानी और विविध भारती पर अन्य उद्घोषकों को अक्सर यह घोषणा करते सुना जाता था- अगली फरमाइश है झुमरी तिलैया से। जब रेडियो लोकप्रिय हो गए, तो इस कस्बे में पोस्टकार्ड पर गाने के लिए अनुरोध भेजना लोगों का एक प्रमुख शौक बन गया।झुमरी तिलैया के एक खदान मालिक, रामेश्वर प्रसाद बरनवाल ने रेडियो सीलोन पर अमीन सयानी के बिनाका गीतमाला कार्यक्रम के लिए फरमाइशों ं के साथ पोस्टकार्ड भेजना शुरू किया, जिससे शहर के अन्य लोग भी पोस्टकार्ड भेजने को लेकर प्रेरित हुए। जल्द ही झुमरी तिलैया में रेडियो प्रेमियों ने एक छोटा रेडियो श्रोताओं का क्लब बना लिया।क्षेत्र के एक प्रमुख उद्योगपति राहुल मोदी के दादा रामेश्वर मोदी उस समय अभ्रक के प्रमुख कारोबारी थे। राहुल ने बताया, मेरे दादा और अन्य लोग एक-दूसरे के साथ शर्त लगाते थे, किसके नाम की घोषणा संगीत के फरमाइशी कार्यक्रम में की जाएगी। राहुल मोदी ने कहा कि ज्यादातर फरमाइशें लता मंगेशकर के गानों की होती थी। उन्होंने कहा, यह क्षेत्र के लिए एक दुखद दिन है। यह बहुत बड़ी क्षति है... झुमरी तिलैया और लता दीदी के गीत का रिश्ता अटूट है। संयुक्त राष्ट्र की संस्था के एक प्रमुख चिकित्सक डॉ. दीपक कुमार ने कहा, झुमरी तिलैया की पहचान रेडियो और लता जी के गीतों के कारण है।
- जयपुर। राजस्थान के कई इलाकों में ठंड का प्रकोप जारी है। राज्य में करौली में शनिवार रात को न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार रात को चित्तौड़गढ़ में न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 5.0 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 5.2 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 6.0 डिग्री सेल्सियस, सवाईमाधोपुर में 6.2 डिग्री सेल्सियस, डबोक (उदयपुर) में 6.6 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 7.8 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 7.9 डिग्री सेल्सियस और अन्य प्रमुख स्थानों पर 8 डिग्री सेल्सियस से लेकर 12.3 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, बीते 24 घंटे में राज्य के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस से लेकर 28.8 डिगी सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में कोहरा छाये रहने की संभावना जताई है।
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ठाणे (महाराष्ट्र),। ठाणे पुलिस ने महाराष्ट्र और देश के अन्य राज्यों में कम से कम 50 लोगों से कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। कल्याण संभाग के मनपाड़ा थाना के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शेखर बागड़े ने बताया कि गुजरात का रहने वाला एक आरोपी अन्य आरोपियों को बड़ी जमाराशि वाले खाताधारकों की जानकारी देता था, ताकि उन्हें निशाना बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके बाद वे एक लैपटॉप और एक प्रिंटर का उपयोग करके फर्जी चेक जेनरेट करते और पीड़ितों के खातों से पैसे निकालने के लिए बैंकों को भेजते थे। आठ आरोपियों में से कुछ को हाल में तब पकड़ा गया जब उन्होंने ठाणे जिला के मनपाड़ा इलाके के एक बैंक में 34 करोड़ रुपये का चेक मंजूरी के लिए दिया। अधिकारी ने बताया कि बाद में पुलिस ने उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपियों ने महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक के लोगों को ठगा है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरिश्चंद्र कडवे, नितिन शेलार, अशोक चौधरी, मजहर उर्फ मुजाहिद मोहम्मद हुसैन खान, उमर फारूक, सचिन सालस्कर, ए. अनिल ओटारी (सभी महाराष्ट्र से) और भावेशकुमार ढोलकिया (गुजरात के भावनगर से) के रूप में हुई है। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और इस बात की जांच की जा रही है कि क्या उन्होंने और लोगों को भी ठगा है।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को बताया कि भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने देश में कोविड रोधी एकल खुराक वाले टीके ‘स्पुतनिक लाइट' के आपातकालीन उपयोग की अनुमति दे दी है। भारत के केंद्रीय दवा प्राधिकरण के एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद यह कदम उठाया गया। सिफारिश में विभिन्न नियामक प्रावधानों के तहत स्पुतनिक लाइट के सीमित आपातकालीन उपयोग की अनुमति देने को लेकर सुझाव दिया गया। स्पुतनिक-लाइट पूरी तरह स्पुतनिक वी के घटक-एक के समान है। मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘डीसीजीआई ने भारत में कोविड-19 रोधी टीके स्पुतनिक लाइट के एकल खुराक के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है। यह देश में नौवां टीका है।'' मंत्री ने कहा कि इस टीके से कोरोना वायरस के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई को मजबूती मिलेगी।एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि 31 जनवरी को एक बैठक के बाद विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की सिफारिशों के मद्देनजर डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने ‘स्पुतनिक लाइट' टीके का आयात करने की अनुमति देने के लिए अपना प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। डॉ. रेड्डीज ने सीमित आपातकालीन उपयोग और बूस्टर खुराक टीकाकरण के लिए टीके की प्रभावशीलता और सुरक्षा से संबंधित आंकड़ा भी पेश किया। कंपनी ने बताया कि ‘स्पुतनिक लाइट' टीका रूस और अर्जेंटीना सहित 29 देशों में स्वीकृत है।
- बैतूल (मध्य प्रदेश)। बैतूल जिले में एक नदी पर बने रेलवे पुल पर चढ़कर सेल्फी ले रहे दो युवकों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। शाहपुर थाने के प्रभारी शिवनारायण मुकाती ने रविवार को बताया कि घटना बैतूल जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर शाहपुर में माचना नदी पर बने रेलवे पुल पर शनिवार शाम को हुई। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान मुकेश सिंह उइके (21) और मनिल मर्सकोले (19) के रूप में हुई है। मुकाती ने बताया कि ये दोनों आपस में अच्छे दोस्त थे और घर से शादी में जाने का कहकर रेलवे पुल पर पहुंचकर सेल्फी ले रहे थे। इसी दौरान अचानक बागमती एक्सप्रेस आयी जिससे कटकर दोनों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। file photo
- सुलतानपुर (उत्तर प्रदेश)। जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर एक कार में डिवाइडर से टकराने के बाद आग लग गई। रविवार की शाम हुए इस हादसे में तीन लोगों की जलकर मौत हो गई। पुलिस उपाधीक्षक के. के. सरोज ने बताया कि रविवार शाम करीब सात बजे गोसाईगंज थाना क्षेत्र में पूर्वांचल एक्सप्रेस- वे के माइल स्टोन-127 के पास (अरवलकीरी करवत गांव के निकट) लखनऊ से आज़मगढ़ जा रही कार डिवाइडर से जा टकराई। उन्होंने बताया कि टक्कर के कारण कार में आग लग गई जिससे वाहन में सवार तीन लोगों की जलने से मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि कार के नम्बरप्लेट की मदद से एक मृतक की पहचान लखनऊ के कपूरथला निवासी आदित्य कोठारी के रूप में की गई है। अन्य लोगों की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं।
- नयी दिल्ली,। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार से 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए स्कूल फिर से खुलेंगे क्योंकि कोविड-19 के मामलों में बढोतरी होने के कारण दिसंबर में उन्हें बंद कर दिया गया था। हालांकि, स्कूली क्षेत्र से जुड़े हितधारकों ने पठन पाठन के ‘हाइब्रिड मॉडल' को लेकर कुछ सवाल भी उठाए हैं। कई शिक्षकों और अभिभावकों ने बताया कि जब ऑनलाइन शिक्षण विकल्प के कारण स्कूलों को फिर से खोला गया था तब उपस्थिति कम थी और यदि प्रत्यक्ष कक्षाएं पूरी तरह से फिर से शुरू नहीं की गईं तो पठन-पाठन के नुकसान की भरपाई करना मुश्किल होगा। दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि स्कूल फिर से खुल जाएं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से स्कूल चलाने की बात की है, बेहतर होगा कि वे कॉलेजों की तरह ही यह सब ऑफलाइन कर दें। छात्र बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।'' दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने शुक्रवार को सात फरवरी से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए स्कूलों के साथ-साथ उच्च शैक्षणिक संस्थानों और कोचिंग सेंटर को फिर से खोलने का फैसला किया था। इसके साथ ही 14 फरवरी से नर्सरी से 8वीं तक की कक्षाएं फिर से शुरू करने का भी फैसला किया गया। नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कॉन्फ्रेंस (एनपीएससी) की अध्यक्ष सुधा आचार्य ने कहा कि वह सशर्त स्कूल खोलने के फैसले से निराश हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पठन पाठन के हाइब्रिड मॉडल के विकल्प के साथ, हम कभी भी शिक्षा के नुकसान में अंतर को पाटने में सक्षम नहीं होंगे।'' एनपीएससी के सदस्य के रूप में दिल्ली के 122 स्कूल हैं। एमआरजी स्कूल, रोहिणी की प्रधानाचार्य अंशु मित्तल ने कहा, ‘‘स्कूली शिक्षा के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक अब छात्रों और अभिभावकों दोनों के लिए परामर्श सत्र की योजना बनानी होगी क्योंकि यह बदलती जीवनशैली ज्यादातर समय बेहद परेशान कर सकती है।''
- नयी दिल्ली,। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सोमवार से केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों के लिए कार्यालय में उपस्थिति बहाल कर दी गयी है। उन्होंने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।कार्मिक राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘महामारी की स्थिति की समीक्षा आज की गयी और कोविड मामलों के साथ ही संक्रमण दर में गिरावट के मद्देनजर ऐसा फैसला किया गया है कि कल से कार्यालय में पूर्ण उपस्थिति बहाल की जाएगी और सभी स्तरों पर कर्मचारियों को बिना किसी छूट के सात फरवरी 2022 से नियमित आधार पर कार्यालय में उपस्थित रहना होगा।'' उन्होंने कहा कि बहरहाल विभागों के प्रमुखों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कर्मचारी हर वक्त चेहरे पर मास्क पहने और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करते रहें। केंद्र ने अवर सचिव स्तर से नीचे के अपने 50 प्रतिशत कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की व्यवस्था को 31 जनवरी को 15 फरवरी तक बढ़ाया था। सिंह ने कहा, ‘‘लेकिन संबंधित वर्गों से राय लेने और स्थिति की समीक्षा करने के बाद कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने एक नया कार्यालय ज्ञापन जारी किया जिसमें यह सूचित किया गया है कि सभी स्तर के सभी कर्मचारी बिना किसी छूट के कल से यानी सात फरवरी से कार्यालय में उपस्थिति होंगे।'' उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी के लिए अब ‘‘घर से काम'' करने का विकल्प नहीं होगा।
- नयी दिल्ली। खुशी, दुख, देशभक्ति, उदासीनता, लुभावने या आनंद से भरने वाले : लता मंगेशकर ने विभिन्न तरह की भावनाओं से ओतप्रोत गीतों को अपनी आवाज दी। महान गायिका लता मंगेशकर (92) ने रविवार सुबह मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली।मराठी फिल्म ‘‘किती हसाल'' से 1942 में संगीत की दुनिया में कदम रखने वाली 13 वर्षीय मंगेशकर ने इस क्षेत्र की बुलंदियों को छूआ। उन्होंने न केवल हिंदी भाषा में बल्कि प्रत्येक प्रमुख भारतीय भाषा में गीत गाए और वह मधुबाला, वहीदा रहमान, मीना कुमारी, जया बच्चन से लेकर काजोल और प्रीति जिंटा तक मशहूर अभिनेत्रियों की पार्श्वगायिका बनीं। इन दशकों में उनके कुछ मशहूर गीत इस प्रकार रहे :1. महल फिल्म (1949) का ‘‘आएगा आने वाला''यह गीत निराशा, आशा और प्रतीक्षा की दास्तां बयां करता है। इसका संगीत खेमचंद प्रकाश ने दिया और गीत नक्शाब ने लिखे। मंगेशकर ने इस फिल्म के दो और गीत ‘‘दिल ने फिर याद किया'' और ‘‘मुश्किल है बहुत मुश्किल'' भी गाए लेकिन कामयाबी उन्हें ‘आएगा आने वाला' से मिली। 2. बरसात (1949) का ‘‘हवा में उड़ता जाए मोरा लाल दुपट्टा मलमल का''यह गीत अभिनेत्री बिमला कुमारी पर फिल्माया गया था और मंगेशकर की गायिकी के कारण यह काफी हिट हुआ था।3. दिल अपना और प्रीत पराई का ‘‘अजीब दास्तां है ये''1960 में आयी फिल्म का यह गीत मीना कुमारी और राजकुमार पर फिल्माया गया और उसे मंगेशकर के सर्वश्रेष्ठ गानों में से एक माना जाता है। 4. ‘‘ऐ मेरे वतन के लोगों''कवि प्रदीप का लिखा यह गीत उन भारतीय जवानों की स्मृति में गाया गया जिन्होंने 1962 के चीन-भारत युद्ध में सर्वोच्च बलिदान दिया था। मंगेशकर ने 27 जनवरी 1963 में नेशनल स्टेडियम में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एस राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मौजूदगी में यह गीत गाया था। ऐसा बताया जाता है कि इस गीत को सुनकर नेहरू जी की आंखें भीग गयी थीं। 5. मुगल-ए-आजम (1960) का ‘‘प्यार किया तो डरना क्या''दमनकारी शासन के बीच विद्रोह को स्वर देने वाले इस गीत का संगीत नौशाद ने दिया था और शकील बदायूंनी ने इसे लिखा था तथा मंगेशकर ने इसे अपनी सुरीली आवाज दी थी। 6. वो कौन थी? फिल्म का ‘‘लग जा गले''मदन मोहन के संगीत और राजा मेहदी अली खान द्वारा लिखे इस गीत को अपनी सुरीली आवाज देकर मंगेशकर ने इसके बोल अमर कर दिए थे। 7. जब जब फूल खिले (1965) का ‘‘ये समां''नंदा पर फिल्माए इस गाने को मंगेशकर ने बड़ी खूबसूरती से गाया था।8. गाइड (1972) का ‘‘आज फिर जीने की तमन्ना है''अनुभवी गायिका के इस गीत में आजादी और मुक्ति की अभिव्यक्ति है और इसमें अभिनेत्री वहीदा रहमान के अभिनय ने इसे लोकप्रिय बना दिया था। 9. पाकीजा (1972) का ‘‘चलते चलते यूं ही कोई''इस फिल्म के ज्यादातर गीतों को मंगेशकर ने अपनी आवाज दी और इनके बोल कैफी आजमी, मजरूह सुल्तानपुरी और कैफ भोपाली ने लिखे थे। 10. शोर (1972) का ‘‘एक प्यार का नगमा है''प्यार भरे इस गीत में वायलिन की धुनों ने लाखों दिलों को छूआ था। इसमें लक्ष्मीकांत प्यारेलाल की जोड़ी ने संगीत दिया था। 11. अनामिका (1973) का ‘‘बाहों में चले आओ''मंगेशकर ने आरडी बर्मन के साथ यह रोमांटिक गीत गाया था।12. मुकद्दर का सिकंदर (1978) का ‘‘सलाम-ए-इश्क मेरी जान''गायिका का एक और क्लासिक गीत जो उन्होंने किशोर कुमार के साथ गाया। यह गीत रेखा पर फिल्माया गया था।13. बाजार (1982) का ‘‘फिर चढ़ी रात'मंगेशकर ने तलत अजीज के साथ यह रोमांटिक गीत गाया था।14. सिलसिला (1981) का ‘‘देखा एक ख्वाब''यश चोपड़ा की इस हिट फिल्म का यह हर दौर में लोकप्रिय गीत अमिताभ बच्चन और रेखा पर फिल्माया गया। यह गीत अभी तक लोकप्रिय है। यश चोपड़ा अपनी फिल्मों के लिए दिवंगत मंगेशकर की ही आवाज रिकॉर्ड करते थे। 15. दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे का ‘‘तुझे देखा तो''कुमार सानू के साथ गाया मंगेशकर का यह गीत 1995 में फिल्म रिलीज होने के तुरंत बाद हिट हो गया था। यह गीत शाहरुख खान और काजोल पर फिल्माया गया था। 16. रुदाली (1993) का ‘‘दिल हूम हूम करे''मंगेशकर ने भूपेन हजारिका के साथ इस गीत को गाया था।17. दिल से (1998) का ‘‘जिया जले''प्रीति जिंटा पर फिल्माया मंगेशकर के इस गीत से शाहरुख खान की एक और फिल्म को काफी फायदा मिला। इस गीत के बोल गुलजार ने लिखे थे तथा संगीत ए आर रहमान ने दिया था। 18. कभी खुशी कभी गम का (2001) ‘‘कभी खुशी कभी गम''मंगेशकर ने फिल्म निर्मात करण जौहर की फिल्म के इस गीत को एक परिवार के खुशी के साथ-साथ गम के पलों को भी अपनी आवाज से संजोया। 19. वीर जारा (2004) का ‘‘तेरे लिए''यश चोपड़ा की रोमांस ड्रामा से भरपूर इस फिल्म में मंगेशकर ने नौ गीत गाए। यह आखिरी फिल्म एल्बम थी जो मंगेशकर ने गायी थी। 20. रंग दे बसंती (2006) का ‘‘लुक्का छुपी''मंगेशकर ने इस गीत में शोक संतप्त एक मां की भावनाओं को आवाज दी जिसमें अपने बेटे को खो दिया था।गायिका के निधन पर प्रशंसकों के शोकाकुल होने पर सोशल मीडिया पर यह गीत ट्रेंड करने लगा।
- भुवनेश्वर।ओडिशा के मशहूर शास्त्रीय गायक पंडित दामोदर होता का रविवार को यहां निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे और आयु संबंधी बीमारियों से ग्रस्त थे। दामोदर के परिवार ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दामोदर के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। पटनायक ने लता मंगेशकर के निधन का जिक्र करते हुए कहा कि देश ने रविवार को दो महान हस्तियों को खो दिया। पंडित दामोदर होता का जन्म 25 दिसंबर 1935 को पुरी में हुआ था और उन्होंने अपने पिता गोपीनाथ होता से ओडिसी शास्त्रीय संगीत के गुर सीखे।==
- नयी दिल्ली। सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर से जुड़ी यादें एक बार फिर ताजा हो आयी हैं। लता ने हाल में एक साक्षात्कार में 'मल्लिका-ए-तरन्नुम' के रूप में मशहूर गायिका नूर जहां के साथ अपनी पहली मुलाकात का जिक्र किया था, जब उन्होंने नूर जहां के सामने गाना भी गाया था। इसके अलावा कम ही लोग जानते होंगे कि मंगेशकर ने पहली भोजपुरी फिल्म ''गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इबो'' में गीतों को अपनी आवाज दी थी। इस फिल्म में दिग्गज गायक मोहम्मद रफी ने भी गीत गाए थे। मंगेशकर ने ''लागी नहीं छूटे राम'' समेत कई अन्य भोजपुरी फिल्मों में भी अपनी सुनहरी आवाज का जादू बिखेरा था। लता मंगेशकर नूर जहां की बड़ी प्रशंसक थीं। नूर जहां 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान चली गई थीं। एक यूट्यूब चैनल पर पिछले महीने साझा किए गए एक साक्षात्कार में लता मंगेशकर ने पुराने दिनों को याद करते हुआ बताया था कि मशहूर गायिका नूर जहां से उनकी पहली मुलाकात महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 1944 में फिल्म ''बड़ी मां'' के सेट पर हुई थी। मंगेशकर ने इस फिल्म में अभिनय भी किया था। साक्षात्कार के दौरान मंगेशकर ने कहा था, '' मैं बतौर कलाकार प्रफुल पिक्चर्स के साथ काम कर रही थी। नूर जहां इस फिल्म में मुख्य भूमिका में थीं और वह शूटिंग के लिए कोल्हापुर आई थीं। फिल्म निर्माता ने नूर जहां से मिलवाने के लिए मुझे बुलाया और इस दौरान नूर जहां ने मुझे कुछ शास्त्रीय गीत और फिल्मी गीत गाने के लिए कहा था।'' साक्षात्कार के दौरान मंगेशकर ने नूर जहां के साथ बांबे (अब मुंबई) में हुई और मुलाकातों को भी याद किया था।
- जम्मू। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में अनधिकृत तरीके से ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के चलते स्वास्थ्य विभाग के नौ कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया, जिनमें दो डॉक्टर भी शामिल हैं। एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। रियासी के उपायुक्त चरणदीप सिंह ने अनुपस्थित रहे कर्मचारियों के निलंबन का आदेश जारी किया।प्रवक्ता ने बताया कि गोटा स्थित जनस्वास्थ्य केंद्र पर कर्मचारियों के अनाधिकृत तरीके से अनुपस्थित रहने के संबंध में कुछ लोगों द्वारा शिकायत की गई थी और सोशल मीडिया पर भी डॉक्टरों समेत अन्य कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने वाले वीडियो सामने आए थे। इसके चलते ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
- इंदौर । स्वर कोलिला के रूप में मशहूर महान गायिका लता मंगेशकर के गीतों के 7,600 दुर्लभ ग्रामोफोन रिकॉर्ड सहेजकर उनके नाम पर इंदौर में संग्रहालय बनाने वाले सुमन चौरसिया रविवार को उनके निधन के बाद शोक में डूब गए। चौरसिया (69) ने कहा,‘‘अपना दु:ख बयान करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। वसंत पंचमी के अगले दिन लता दीदी के निधन से मुझ जैसे लाखों संगीतप्रेमियों के मन को गहरा धक्का लगा है।'' उन्होंने बताया कि मंगेशकर के जीवनकाल में वह उनसे कई बार मिले थे। चौरसिया ने बताया,‘‘मेरी वर्ष 2019 में लता दीदी से आखिरी बार मुलाकात हुई थी। इसके बाद कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते मैं उनसे नहीं मिल सका।" चौरसिया ने बताया कि उन्होंने मंगेशकर के गीतों के ग्रामोफोन रिकॉर्ड वर्ष 1965 से सहेजने शुरू किए थे। उन्होंने बताया, ‘‘फिलहाल मेरे पास ऐसे करीब 7,600 ग्रामोफोन रिकॉर्ड का संग्रह है जो लता दीदी ने 32 देशी-विदेशी भाषाओं और बोलियों में गाए हैं। इनमें उनके कई दुर्लभ गीत भी हैं ।" चौरसिया ने बताया कि वर्ष 2008 में उन्होंने इस संग्रह को व्यवस्थित करने के लिए संग्रहालय का रूप दे दिया था और इसे नाम दिया था-"लता दीनानाथ मंगेशकर ग्रामोफोन रिकॉर्ड संग्रहालय"। चौरसिया ने बताया कि उनके पास मंगेशकर के गीतों का जो संग्रह है, उसमें वर्ष 1946 में परदे पर उतरी हिन्दी फिल्म "जीवन यात्रा" का गीत "चिड़िया बोले चूं-चूं-चूं" शामिल है। उन्होंने बताया कि उनके संग्रह में श्रीलंका में बोली जाने वाली सिंहली भाषा में मंगेशकर का गाया गीत भी है। शहर के पिगडंबर इलाके में 1,600 वर्ग फुट पर बने संग्रहालय में मंगेशकर के गीतों के अलावा उनके जीवन से जुड़ी तस्वीरें और उन पर लिखी किताबें भी सहेजी गई हैं। इंदौर में 28 सितंबर 1929 को जन्मीं लता मंगेशकर का मुंबई के एक अस्पताल में रविवार को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। पार्श्व गायन की दुनिया में उनका सफर वर्ष 1942 से शुरू हुआ था। अपने सात दशक से भी लम्बे करियर में उन्होंने अलग-अलग भाषा-बोलियों के 30,000 से अधिक गीतों को स्वर दिया है। मंगेशकर को वर्ष 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न" से नवाजा गया था।
- धौलपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले के बाड़ी सदर थाना क्षेत्र में बीती देर रात एक ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जनकारी दी । पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार फौजी (18) और बल्लू (22) की मौत हो गयी । उन्होंने बताया कि रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सोंप दिए गये हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- नयी दिल्ली। भारतीय वैज्ञानिकों ने एक ऐसा सार्वभौमिक टीका विकसित करने का दावा किया है जोकि कोरोना वायरस के सभी स्वरूपों के खिलाफ प्रभावी हो सकता है। वायरस के नये स्वरूपों के कारण बढ़ते संक्रमण के मामलों की चिंता के बीच पश्चिम बंगाल में आसनसोल के काजी नजरुल विश्वविद्यालय और भुवनेश्वर स्थित भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा टीका विकसित किया है, जिसे लेकर उनका दावा है कि यह टीका भविष्य के किसी भी कोरोना वायरस के स्वरूप के खिलाफ प्रभावी रहेगा। शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन के दौरान ऐसे तरीके का उपयोग किया गया जोकि कोरोना वायरस समेत वायरल के लिए जिम्मेदार वायरस के सभी छह समूहों के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में सहायक रहेगा। काजी नजरुल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं अभिज्ञान चौधरी और सुप्रभात मुखर्जी के साथ ही आईआईएसईआर के पार्थ सारथी सेन गुप्ता, सरोज कुमार पांडा और मलय कुमार राणा ने कहा कि विकसित किया गया टीका बेहद स्थिर और रोग प्रतिरक्षाजनक पाया गया है। चौधरी ने कहा कि शोधकर्ताओं के दल ने संगणक सिद्धांतों का उपयोग करके टीका विकसित किया है। उन्होंने कहा कि टीके के परीक्षण के बाद अगले चरण में इसके उत्पादन की तरफ कदम बढ़ाया जाएगा।
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर रविवार को स्वर कोकिला लता मंगेशकर और उनके ''खास रिश्ते'' को याद किया गया। इसमें कहा गया कि महान गायिका ने वर्ष 2013 में कहा था कि वह मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देखने की ईश्वर से प्रार्थना करती हैं। वेबसाइट पर ''एक खास रिश्ता'' शीर्षक के साथ साझा किए गए लेख में कहा गया, ''लता दीदी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपार स्नेह था।'' इसमें कहा गया, ''लता दीदी स्वर्गलोक के लिए प्रस्थान कर चुकी हैं। यह भारतीय फिल्म उद्योग के शानदार और मधुर युग का अंत है। उनकी भावपूर्ण आवाज पूरे देश में गूंजी और देश में लाखों दिल जीते। अपने प्रशंसकों द्वारा 'स्वर कोकिला' के रूप में बुलाए जाने पर, लता दीदी ने उनके साथ एक विशेष अमूर्त रिश्ता साझा किया। लता दीदी को अपने प्रशंसकों से ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी से भी बेहद लगाव था।'' इसमें कहा गया कि मोदी और लता दीदी के जन्मदिन का महीना एक ही है। वह प्यार से मोदी को 'नरेन्द्र भाई' कहकर बुलाती थीं। वर्ष 2013 में, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब लता और उनके परिवार ने पुणे में एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया था, जिसे उनके दिवंगत पिता दीनानाथ मंगेशकर की याद में बनाया गया था। अस्पताल लता दीदी के दिल के बहुत करीब था क्योंकि इसे उनके दिवंगत पिता की याद में बनाया गया था। कार्यक्रम का वीडियो साझा करते हुए लेख में कहा गया, ''कार्यक्रम के दौरान लता दीदी ने कहा था, ''मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि हम नरेंद्र भाई को प्रधानमंत्री के रूप में देखें।'' लेख के मुताबिक, वह हर साल रक्षाबंधन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामनाएं देती थीं। अपने एक वीडियो संदेश में लता ने इस बात पर दु:ख व्यक्त किया था कि वह कोविड महामारी के कारण मोदी को राखी नहीं भेज सकीं। इसके मुताबिक, वर्ष 2019 में 'मन की बात' के एक एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के साथ टेलीफोन पर एक बातचीत साझा की थी, जो उन्होंने अमेरिका की यात्रा पर जाने से पहले लता के साथ की थी। तब मोदी ने इस बातचीत को ''एक छोटे भाई का अपनी बड़ी बहन से प्यार से बात करने जैसा'' करार दिया था। लेख के मुताबिक, मोदी ने इसी बातचीत में लता के साथ अपने घनिष्ठ स्नेही संबंधों का जिक्र किया। उन्होंने याद किया था कि जब भी उन्हें लता दीदी से मिलने का अवसर मिला तो उन्होंने (लता) हमेशा गुजराती व्यंजन खिलाया। इसके मुताबिक, लता ने यह भी कहा था कि उन्होंने अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री की मां का आशीर्वाद लिया था। वेबसाइट पर कहा गया, ''लता दीदी का निधन वास्तव में देश के लिए एक दुखद दिन है। लेकिन, उनकी आवाज अब भी पूरे देश में गूंजेगी। इस साल बीटिंग रिट्रीट समारोह में प्रधानमंत्री के कहने पर 'ऐ मेरे वतन के लोगों..' की धुन बजाई गई। लता दीदी द्वारा गाया गया यह गीत हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना भर देता है।''
- नयी दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,07,474 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 4,21,88,138 हो गई, जबकि उपचाराधीन रोगियों की संख्या कम होकर 12,25,011 रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, महामारी से 865 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 5,01,979 हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि उपचाराधीन रोगियों की संख्या कुल संक्रमितों का 2.90 प्रतिशत है जबकि संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर सुधरकर 95.91 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान उपचाराधीन रोगियों की संख्या में 1,06,637 की गिरावट आई है। मंत्रालय के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 7.42 प्रतिशत जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 10.20 प्रतिशत दर्ज की गई। संक्रमण से उबर चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,04,61,148 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत दर्ज की गई। राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में 169.46 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। मंत्रालय के अनुसार, मौत के 865 नए मामलों में से केरल से 444 और महाराष्ट्र से 68 मामले सामने आए।देश में अब तक कुल 5,01,979 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इनमें से महाराष्ट्र में 1,43,008, केरल में 57,740, कर्नाटक में 39,300, तमिलनाडु में 37,733, दिल्ली में 25,969, उत्तर प्रदेश में 23,303 और पश्चिम बंगाल में 20,789 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
- इंदौर। "सुरों की मल्लिका" के रूप में मशहूर लता मंगेशकर ने वर्ष 1960 के आस-पास अपने स्वर-रज्जु (वोकल कॉर्ड) में परेशानी के चलते कुछ समय तक "मौनव्रत" लिया था। गले को आराम देने के बाद जब वह माइक्रोफोन पर लौटी थीं, तो उन्होंने मशहूर गीत ‘‘कहीं दीप जले, कहीं दिल" के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था। मंगेशकर के छोटे भाई और संगीत निर्देशक हृदयनाथ मंगेशकर ‘‘सुरों की मल्लिका'' की जन्मस्थली इंदौर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान खुद इस बात का खुलासा कर चुके हैं। इंदौर में 28 सितंबर 1929 को जन्मीं लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में रविवार को निधन हो गया। हृदयनाथ ने इंदौर में 21 फरवरी 2010 को ‘‘मैं और दीदी'' के शीर्षक से आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम में यादों के ‘गलियारे' में कदम रखते हुए बताया था कि 1960 के आस-पास एक बार ऊंचा सुर लगाते वक्त लता को उनके स्वर-रज्जु में किसी परेशानी के चलते अपनी आवाज फटती महसूस हुई। लता के साथ यह वाकया पहली बार हुआ था और उन्होंने अपनी परेशानी इंदौर के मशहूर शास्त्रीय गायक उस्ताद अमीर खां से बयान की थीं। हृदयनाथ ने कहा था कि खां ने लता को सलाह दी थी कि बेहतर होगा कि वह अपनी इस परेशानी के मद्देनजर कुछ समय तक मौन रहें और कोई गाना न गाएं। ‘मैं औ दीदी' कार्यक्रम का संचालन इंदौर के ही संस्कृतिकर्मी संजय पटले ने किया था। पटेल ने भी आज इस बात की पुष्टि की भी हृदयनाथ मंगेशकर ने लता के मौनव्रत की बात कही थी। हृदयनाथ के मुताबिक ‘‘सुरों की मल्लिका'' का करियर उस वक्त बुलंदियों पर था, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने खां की सलाह पर अमल किया और इसके लिए वह मायानगरी मुंबई से कुछ समय तक बाहर भी रही थीं। हृदयनाथ ने बताया था कि इस ‘‘मौनव्रत'' की समाप्ति के बाद पार्श्वगायन की दुनिया में लौटीं लता ने हेमंत कुमार के संगीत निर्देशन में फिल्म ‘‘बीस साल बाद'' (1962) का गीत ‘‘कहीं दीप जले, कहीं दिल" गाया था। इस गीत के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था।
- ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे शहर में दो अज्ञात लोगों ने किराने की एक दुकान के मालिक को गोली मारकर घायल कर दिया। शहर पुलिस नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि चेतन ठक्कर (30) शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे अपनी दुकान बंद करने के बाद दो लाख रुपये नकद लेकर कोलबाद इलाके स्थित अपने घर की ओर जा रहे थे कि तभी दो लोग एक दोपहिया वाहन पर सवार होकर वहां पहुंचे और उन्हें तीन गोलियां मारने के बाद फरार हो गए। अधिकारी ने बताया कि पीड़ित को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि राबोदी पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 307 (हत्या का प्रयास) और 34 (सामान्य इरादा) तथा शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि अपराधियों की तलाश की जा रही है।
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मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में शनिवार देर रात एक सड़क हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक दिल्ली देहरादून हाईवे पर शनिवार देर शाम वैन में ट्रैक्टर ट्रॉली ने टक्कर मार दी। हादसे में शादी समारोह से वापस लौट रहे कार सवार 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए।
प्रभारी निरीक्षक केपी सिंह ने बताया कि शहर के जनकपुरी निवासी अंतरपाल, नरेशपाल, पूरन सिंह, जयंत सिंह सभी लोग बुढ़ाना निवासी मांगेराम व उसके पुत्र बृजेश सिंह के साथ शनिवार को ओमनी गाड़ी से हरिद्वार के धनपुरा में शादी समारोह में शामिल होने गए थे। शनिवार देर रात खादर में शेरपुर से आगे सोलानी नदी के पास ट्रैक्टर ट्राली ने साइड में टक्कर मारकर गाड़ी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। दुर्घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। प्रभारी निरीक्षक केपी सिंह ने बताया कि ओमनी वैन में सवार मांगेराम (65) की मौके पर ही मौत हो गई। -
उन्नाव। उन्नाव में बारात से घर लौट रहे पति-पत्नी की सड़क हादसे में मौत हो गई। बाइक से बारात के बाद दोनों घर लौट रहे थे कि तेज रफ्तार कार ने सामने से टक्कर मार दी। हादसे में मौके पर ही पति-पत्नी की मौत हो गई। सीओ बीघापुर मौके पर पहुंचे।
अचलगंज थाना प्रभारी संदीप शुक्ला ने बताया कि उन्नाव के अचलगंज थाना क्षेत्र के भैंसई नौबस्ता के पास हादसा हुआ। हादसे में बीघापुर के सिकंदरपुर कर्ण निवासी गुड्डू बाजपेयी उर्फ ब्रजेश शंकर (45) और उनकी पत्नी सीता की मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर अचलगंज थाना प्रभारी संदीप शुक्ला अपनी फोर्स के साथ पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। इसके बाद सीओ बीघापुर डीपी सिंह मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। -
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने निर्देश दिया है कि निजी चिकित्सा कॉलेजों और मानद (डीम्ड) विश्वविद्यालयों में 50 प्रतिशत सीटों की फीस उस राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के सरकारी चिकित्सा कॉलेजों की फीस के बराबर होनी चाहिए। एनएमसी के एक आधिकारिक ज्ञापन में कहा गया है कि इस फीस व्यवस्था का लाभ सबसे पहले उन उम्मीदवारों को मिलेगा, जिन्होंने सरकारी कोटा की सीटों का लाभ उठाया है लेकिन संस्थान की स्वीकृत सीटों की संख्या के 50 प्रतिशत तक सीमित है। तीन फरवरी के ज्ञापन में कहा गया है कि हालांकि, अगर सरकारी कोटा की सीटें कुल स्वीकृत सीटों के 50 प्रतिशत से कम रहती है तो बाकी के उम्मीदवार पूरी तरह से मेरिट के आधार पर सरकारी चिकित्सा कॉलेजों के बराबर फीस देने का लाभ उठाएंगे। -
गाजियाबाद (उप्र) । मोदीनगर में नई दिल्ली-देहरादून जनशताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आने से दो छात्राओं की मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हादसे में मारी गई छात्राओं की पहचान प्रिया (17) और शिवानी (20) के रूप में की गई है और वे गाजियाबाद के मोदीनगर की नंदनगरी कॉलोनी की रहने वाली थीं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की शाम लगभग साढ़े चार बजे यह घटना उस समय हुई जब वे घरेलू सामान खरीदकर घर लौट रही थीं। उत्तर रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन चालक से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि जब ट्रेन अप लाइन पर थी तो डाउन लाइन पर एक मालगाड़ी थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मालगाड़ी को देखकर लड़कियां क्रॉसिंग पर रुक गईं, लेकिन जनशताब्दी ट्रेन को नहीं देख पाईं। अधिकारियों ने कहा कि चालक ने दावा किया कि उसने दो लड़कियों को पटरियों पर खड़ा देखा जहां से जनशताब्दी गुजर रही थी और अपने बयान में उसने कहा है कि उसने कई बार हॉर्न बजाया और यहां तक कि आपातकालीन ब्रेक भी लगाए, लेकिन लड़कियों को बचाने के लिए समय पर ट्रेन को नहीं रोका जा सका। रेलवे ने कहा कि उसने अनधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए पटरियों के दोनों ओर सीमाएं बनाई हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रिया 12वीं कक्षा में थी और शिवानी बीएससी कर रही थी। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) मोदीनगर के चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक बाबूराम सिंह ने बताया कि शव माता-पिता को सौंप दिए गए है। रेलवे ने कहा कि उनके माता-पिता के अनुरोध के बाद, दोनों लड़कियों के शव बिना पोस्टमार्टम किए उन्हें सौंप दिए गए। - नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सुरीली आवाज अमर है, जो उनके प्रशंसकों के दिलों में हमेशा गूंजती रहेगी। मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। 92 वर्षीय गायिका कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे। उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'लता मंगेशकर जी के निधन की दुखद खबर मिली। उनकी आवाज कई दशकों तक भारत में सबसे प्रिय रही।' कांग्रेस नेता ने कहा, 'उनकी सुरीली आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में हमेशा गूंजती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।'