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पटना। खगडिय़ा और सहरसा में हुए नाव हादसे में डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों के लापता होने की खबर है। खगडिय़ा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एकनियां घाट के पास मंगलवार की शाम नाव डूबने से लगभग एक दर्जन लोग लापता हो गए, वहीं सहरसा के चिड़ैया ओपी के बगुलबा टोल के पास मंगलवार की शाम आंधी आने से नाव पलट गई, जिससे महिला, पुरुष व बच्चे लापता हो गए। बुधवार सुबह एनडीआरएफ की टीम ने खगडिया में छह और सहरसा हादसे के शिकार तीन लोगों के शव को बरामद कर लिया है। वहीं समाचार लिखे जाने तक अन्य लापता लोगों की तालाश जारी है। डीएम आलोक रंजन घोष ने बताया कि पांच किलोमीटर के समीप से टीकारामपुर के लिए नाव खुली थी। नाव पर 25-30 लोग सवार थे। कितने लोग लापता हैं तथा कितने लोग सुरक्षित निकल पाए। सही आंकड़ा सामने नहीं आया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार खगडिय़ा में हुए नाव हादसे के बाद नाव पर सवार लगभग डेढ़ दर्जन लोग तैर कर किनारे आ गए, जबकि करीब दर्जन भर लोग नदी में बह गए लापता लोगों में अधिकतर महिलाएं व पुरुष शामिल हैं। एसडीआरएफ की टीम ने छह शवों को निकाला है़ दो मृतक की पहचान सोसाइटी टोला निवासी कोहल यादव की पत्नी रूपम देवी तथा छोटकी यादव की पत्नी विवेका देवी के रूप में गयी है। हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि शंभू यादव का पुत्र सुशांत कुमार, रंजीत यादव की पुत्री शिवानी कुमारी, दीक्षा कुमारी, रौशन यादव की पत्नवी दुलारी देवी आदि लापता हैं। लापता लोगों में मुंगेर जिले के भी तीन लोग शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार शाम की है। जब सोनवर्षा टीकारामपुर के ग्रामीण मानसी बाजार में जरूरत की सामग्री खरीद कर नाव से घर लौट रहे थे। इसी दौरान तेज हवा के कारण नाव एकनियां घाट के समीप बूढ़ी गंडक में पलट गई। पुलिस के अनुसार इंगलिश टोला, देबन टोला, सोनवर्षा, टीकारामपुर पूर्व टोला के दर्जनों लोग मानसी बाजार में जरूरत की सामग्री खरीद कर पांच किलोमीटर के समीप नाव पर सवार हुए थे। एकनियां घाट के समीप जैसे ही नाव पहुंची तेज हवा चलने लगी। तेज हवा के कारण नाव पलट गई। नाव पर सवार लगभग डेढ़ दर्जन लोग तैर कर निकल गए। हालांकि, डीएम की मानें तो नाव पर लगभग 25 से 30 लोग सवार थे।
सहरसा में छह लापता
दूसरी ओर सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से आ रही जानकारी के अनुसार चिड़ैया ओपी के बगुलबा टोल के पास मंगलवार की शाम आंधी आने से नाव पलट गयी, जिससे महिला, पुरुष व बच्चे लापता हैं। तीन मृतकों में एक चार वर्षीय बच्चा अलानी पंचायत की सरपंच चिड़ैया गांव निवासी सीता देवी का नाती है। ग्रामीणों ने मृत बच्चे के अलावा पांच महिलाओं व चार पुरुषों को बचा लिया गया। लेकिन छह लोग अब भी लापता हैं। ग्रामीणों के अनुसार करीब तीन बजे शाम में सहुरी गांव के लोग हाट-बाजार करने चिड़ैया आये थे। करीब छह बजे शाम में सभी चढ़कर वापस सहुरी गांव जा रहे थे। नाव बगुलबा टोल से करीब आधा किलोमीटर दूर आगे बढ़ा ही था कि आंधी-तूफान के साथ बारिश में फंस कर डूब गया। - भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद भोपाल के चिरायु अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों ने उन्हें घर पर खुद को अलग रखने और सात दिनों के लिए अपने स्वास्थ्य की निगरानी करने की सलाह दी है।शिवराज सिंह चौहान की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई है। 25 जुलाई को शिवराज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उसके बाद वह भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती थे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर यह जानकारी दी और कोरोना वॉरियर को शुक्रिया कहा। उन्होंने लिखा- मैं आज पूर्ण स्वस्थ होकर घर वापस लौटा। मैं डॉक्टर्स, नर्सेज़ सहित पूरी टीम को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने मेरा सदैव ध्यान रखा। कोरोना वॉरियर नि:स्वार्थ भाव से अस्पताल के प्रत्येक मरीज़ की देखभाल कर रहे हैं। आप भगवान का रूप हैं। आपका यह ऋण मैं कभी नहीं चुका सकता हूं।
- नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय ने आर्किटेक्चर के स्नातक कोर्स में दाखिले के मानदंडों में छूट प्रदान करने की घोषणा की । यह छूट कोविड-19 महामारी और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के आंशिक तौर पर रद्द किये जाने के मद्देनजर दी गई ।केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट किया, कोविड-19 महामारी और देश में कई बोर्डो द्वारा 12वीं कक्षा की परीक्षा के आशिंक तौर पर रद्द किये को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने काउंसिल आफ आर्किटेक्चर की सिफारिशों के आधार पर वर्ष 2020-21 के लिये बी.आर्क कोर्स में दाखिले की पात्रता में छूट देने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि अब ऐसे उम्मीदवार, जिन्होंने भौतिकी, रसायन शास्त्र और गणित विषयों से 10+2 परीक्षा पास की होगी या गणित के साथ 10+3 डिप्लोमा किया होगा, वे 2020-21 के लिये बी.आर्क कोर्स प्रथम वर्ष में दाखिले के पात्र होंगे ।
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सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर प्रदीप सिंह ने बताए सफलता के फंडे...
अपना ध्यान हमेशा केन्द्रित रखिए और एकाग्रता बनाए रखिए
चंडीगढ़। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर प्रदीप सिंह का कहना है कि उनके लिए नौकरी और परीक्षा की तैयारी में संतुलन कायम करना काफी कठिन रहा। कई बार ऐसा लगा कि उनका ध्यान हट रहा है, लेकिन ऐसे में उनके पिता उन्हें हमेशा प्रेरित करते थे। हरियाणा के सोनीपत जिले के निवासी 29 वर्षीय सिंह का सिविल सेवा परीक्षा में यह चौथा प्रयास था। 2019 में वह भारतीय राजस्व सेवा (सीमाशुल्क एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क) के लिए चुने गए थे। वह फरीदाबाद में राष्ट्रीय अकादमी सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं स्वापक विभाग में परिवीक्षा पर थे। उन्होंने प्रतिष्ठित सिविल सेवा के लिए चुने गए 829 अभ्यर्थियों में शीर्ष स्थान हासिल किया है जिसमें आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसी सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन किया जाता है। इस उपलब्धि को सपना सच होने जैसा करार देते हुए सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में जाना चाहते हैं और समाज के गरीब तथा वंचित तबके के लिए काम करने को उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए अध्ययन में निरंतरता और एकाग्रचित्तता बहुत जरूरी है। सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, यह मेरे लिए सपना सच होने जैसा है। यह मेरे लिए सुखद आश्चर्य है। मैं हमेशा से आईएएस अधिकारी बनना चाहता था। मैं समाज के गरीब और वंचित तबके के लिए काम करना चाहूंगा। उनके पिता सुखबीर सिंह किसान हैं और वह सिंह के दिल के बेहद करीब हैं।
सिंह ने कहा, यूपीएससी के लिए अध्ययन में निरंतरता और साथ में फोकस चाहिए। जब मैं नौकरी कर रहा था तो एक समय ऐसा आया जब मुझे लगा कि मैं परीक्षा में ध्यान लगाने में विफल हो सकता हूं। लेकिन मेरे पिता मुझे प्रेरित करते रहे। उन्होंने कहा, आज मेरे पिता बहुत खुश हैं। मेरा पूरा परिवार बहुत खुश है। सिंह की मां गृहिणी हैं, उनके बड़े भाई बीमा क्षेत्र में काम करते हैं और छोटी बहन गणित में एमएससी कर रही हैं। उन्होंने कहा, मैं अपनी बहन को भी बिना किसी दबाव के अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करता हूं। सिंह ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि जब कोई पढ़ाई और नौकरी के बीच तालमेल बैठाता है तो चुनौतियां बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा, ध्यान केन्द्रित रखना मुश्किल लग सकता है, लेकिन लक्ष्य हासिल करने के लिए किसी को भी दृढ़ निश्चयी होना होता है। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए अपने संदेश में सिंह ने कहा कि अपना ध्यान हमेशा केन्द्रित रखिए और एकाग्रता बनाए रखिए। ऐसा वक्त भी आएगा जब आपको लगेगा कि आप नहीं कर पाएंगे, लेकिन उस वक्त आपका दृढ़ निश्चय आपकी मदद करेगा। गर्व से भरे सुखबीर सिंह ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की क्षमताओं पर विश्वास करना चाहिए और वे जो भी प्राप्त करना चाहते हैं, उसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए।
हरियाणा के सीएम खट्टर ने दी बधाई
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सिंह को बधाई दी और उम्मीद व्यक्त की कि राज्य के अन्य युवा भी उनसे प्रेरणा लेंगे। खट्टर ने ट्वीट किया, यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल करने के लिए हरियाणा के बेटे प्रदीप को मेरी ओर से हार्दिक बधाई। मुझे उम्मीद है कि अन्य युवा भी उच्च लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आपसे प्रेरणा लेंगे। - - आडवाणी ने रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक की अपनी राम रथ यात्रा का स्मरण कियानई दिल्ली। अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास से ठीक एक दिन पहले वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 1990 में रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक की राम रथ यात्रा में अपनी भूमिका का स्मरण करते हुए कहा कि यह उनके और सभी भारतीयों के लिए ऐतिहासिक और भावपूर्ण दिन है।पूर्व उप प्रधानमंत्री ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि उनका मानना है कि राम मंदिर एक शांतिपूर्ण सौहार्दपूर्ण राष्ट्र के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा जहां सबके लिए न्याय होगा और कोई भी बहिष्कृत नहीं होगा, ताकि देश राम राज्य की ओर अग्रसर हो, जो सुशासन का प्रतिमान है।आडवाणी को रामजन्मभूमि आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। भाजपा अध्यक्ष के रूप में राम मंदिर निर्माण के लिए जनता को लामबंद करने के मकसद से आडवाणी ने साल 1990 में राम रथ यात्रा निकाली थी। उन्होंने कहा, मैं विनम्रता का अनुभव करता हूं कि नियति ने मुझे वर्ष 1990 में रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथ यात्रा का दायित्व प्रदान किया और इस यात्रा ने असंख्य लोगों की आकांक्षा, उर्जा और अभिलाषा को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, श्री राम का स्थान भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धरोहर में सर्वोच्च है और वे विनीत, मर्यादा और शिष्टाचार के मूर्तरूप हैं। मेरा मानना है कि यह मंदिर सभी भारतीयों को भगवान राम के गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करेगा।उल्लेखनीय है कि 92 वर्षीय आडवाणी को कोरोना महामारी के मद्देनजर उनकी उम्र को देखते हुए शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित सदस्यों की सूची में नहीं रखा गया है। अब जबकि उनकी यात्रा के तीन दशक के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ होने जा रहा है, आडवाणी ने कहा कि जीवन के कुछ सपने पूरा होने में बहुत समय लेते हैं, लेकिन जब वो चरितार्थ होते हैं तो लगता है कि प्रतीक्षा सार्थक हुई। उन्होंने कहा, ऐसा ही एक सपना जो मेरे हृदय के बहुत पास है अब पूरा हो रहा है। राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण भारतीय जनता पार्टी का सपना रहा है और मिशन भी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे सभी संतों, नेताओं और देश-विदेश के जनमानस के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में योगदान और बलिदान दिया। उन्होंने कहा, मुझे इस बात की भी खुशी है कि नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गए स्पष्ट निर्णय के स्वरूप राम मंदिर का निर्माण बहुत शांतिपूर्ण वातावरण में शुरू हो रहा है। यह भारतीयों के परस्पर संबंधों को मजबूत करने में बहुत सहायक होगा। आडवाणी ने जय श्री राम लिखकर अपने बयान की इतिश्री से पहले उम्मीद जताई श्री राम भारत और उसके लोगों को हमेशा आशीर्वाद दें।---
- -भूमि पूजन समारोह दोपहर ठीक साढ़े 12 बजे शुरू होगानई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन समारोह में भाग लेने कल उत्तर प्रदेश के अयोध्या जाएंगे। भूमि पूजन समारोह दोपहर ठीक साढ़े 12 बजे होगा और 12 बजकर 45 मिनट तक चलेगा। समारोह के लिए विभिन्न आध्यात्मिक पीठों के 135 संतों सहित 175 अतिथि बुलाए गए हैं।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी समारोह से पहले हनुमानगढ़ी में पूजा और दर्शन करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री श्री राम जन्मभूमि जाएंगे जहां वह भगवान श्री रामलला विराजमान की पूजा और दर्शन में शामिल होंगे। इसके बाद वे पारिजात का पौधा लगाएंगे और फिर भूमि पूजन करेंगे।प्रधानमंत्री श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की आधारशिला रखने के लिए एक पट्टिका का अनावरण करेंगे और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे।प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या की सीमाएं आज आधी रात से ही सील कर दी जाएंगी।इस बीच, श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुनियाभर के राम भक्तों से अपील की है कि वे कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानी बरतते हुए अपने गांव और शहरों में ही भजन-कीर्तन करें तथा प्रसाद बांटें। मुख्यमंत्री और ट्रस्ट की अपील के बाद राज्य के लोग अपने घरों में मिट्टी के दीप जला रहे हैं। अयोध्या में विशेष दीपोत्सव आयोजित किया जा रहा है।
- -नितिन गड़करी , शिवराज सिंह, दिग्विजय सिंह, नवीन जिंदल, बैजेन्द्र कुमार ने ट्वीट कर श्री प्रधान के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना कीनई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। यह जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट कर दी है। उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर कहा, कोविड- 19 के लक्षण दिखने पर मैंने टेस्ट करवाया जिसमें मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉक्टरों की सलाह पर मैं अस्पताल में भर्ती हूं और स्वस्थ हूं।नितिन गड़करी, शिवराज सिंह, दिग्विजय सिंह, नवीन जिंदल, बैजेन्द्र कुमार ने ट्वीट कर श्री प्रधान के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना कीकेन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर मिलते ही लोग उनके जल्द स्वास्थ लाभ की कामना के साथ उन्हें सोशल मीडिया पर संदेश भेजने लगे। केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी, मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह, जेएसपीएल के डायरेक्टर नवीन जिंदल और एनएमडीसी के पूर्व अध्यक्ष -सह-प्रबंध निदेशक एन.बैजेन्द्र कुमार ने ट्वीट कर श्री प्रधान से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।पूर्व आईएएस एन.बैजेन्द्र कुमार ने ट्वीट किया- -मेरी प्रार्थना है कि आप तेजी से स्वस्थ होकर लौटेंगे। आप अपना ध्यान रखिए सर।गौरतलब है कि धर्मेन्द्र प्रधान दूसरे केन्द्रीय मंत्री हैं जो कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह में कोरोना के हल्के लक्षण देखे गए थे। उन्हें भी मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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- सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सब में हैं, राम सबके साथ हैं-- प्रियंका
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सब में हैं, राम सबके साथ हैं।उन्होंने आज एक बयान जारी कर कहा कि पांच अगस्त को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने।गौरतलब है कि अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने का कार्यक्रम है।कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने अपने बयान में कहा, दुनिया और भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति में रामायण की गहरी और अमिट छाप है। भगवान राम, माता सीता और रामायण की गाथा हजारों वर्षों से हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों में प्रकाशपुंज की तरह आलोकित है। उनके मुताबिक, भारतीय मनीषा रामायण के प्रसंगों से धर्म, नीति, कर्तव्यपरायणता, त्याग, उदात्तता, प्रेम, पराक्रम और सेवा की प्रेरणा पाती रही है। उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक रामकथा अनेक रूपों में स्वयं को अभिव्यक्त करती चली आ रही है। श्रीहरि के अनगिनत रूपों की तरह ही रामकथा हरिकथा अनंता है।उन्होंने कहा, युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोडऩे का सूत्र रहा है। भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी। राम सबरी के हैं, सुग्रीव के भी। राम वाल्मीकि के हैं और भास के भी। राम कंबन के हैं और एषुत्तच्छन के भी। राम कबीर के हैं, तुलसीदास के हैं, रैदास के हैं। सबके दाता राम हैं। प्रियंका ने कहा, गांधी के रघुपति राघव राजा राम सबको सन्मति देने वाले हैं। वारिस अली शाह कहते हैं जो रब है वही राम है। राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त राम को निर्बल का बल कहते हैं। महाप्राण निराला वह एक और मन रहा राम का जो न थका की कालजयी पंक्तियों से भगवान राम को शक्ति की मौलिक कल्पना कहते हैं।उन्होंने इस बात पर जोर दिया, राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं। राम सबके हैं, राम सबमें हैं। भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं। इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा, आगामी 5 अगस्त, 2020 को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने। जय सियाराम। -
-कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर बढ़कर 66.3 प्रतिशत हुई
नई दिल्ली। देशभर में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 महामारी के छह लाख 61 हजार आठ सौ 92 परीक्षण किए गए हैं, जो एक नया रिकॉर्ड है। देश में महामारी के प्रकोप के बाद किसी एक दिन में किये गए परीक्षणों की यह सबसे अधिक संख्या है। अब तक देशभर में कोविड-19 के दो करोड़ आठ लाख 64 हजार परीक्षण किए जा चुके हैं।रोजाना एक सौ से कम परीक्षण से शुरुआत करने के बाद आज दैनिक परीक्षणों की संख्या में कई गुना बढोतरी हुई है, जो चिकित्सा अनुसंधान संस्थाओं, मेडिकल कॉलेजों, परीक्षण प्रयोगशालाओं, मंत्रालयों और डाक सेवा कर्मियों की संयुक्त टीमों के मिलेजुले प्रयासों से संभव हो पाया है। सरकार ने बहुत कम समय में कोविड-19 महामारी की कारगर रोकथाम के लिए मजबूत बुनियादी ढांचा खड़ा कर लिया है।इस साल जनवरी में देश में कोविड-19 का परीक्षण करने के लिए सिर्फ एक प्रयोगशाला थी। आज एक हजार तीन सौ 56 प्रयोगशालाएं कोविड रोगियों के नमूनों के परीक्षण का कार्य कर रही हैं। इनमें से 917 सरकारी और 439 निजी प्रयोगशालाएं हैं।कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर बढ़कर 66.3 प्रतिशत हुईदेश में अब तक कोरोना वायरस महामारी से संक्रमित कुल 12 लाख 30 हजार 509 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। यह संख्या इस समय इलाज करा रहे 5 लाख 86 हजार 298 रोगियों की संख्या के दोगुने से भी अधिक है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज बताया कि पिछले 24 घंटों में देशभर में 44 हजार 306 रोगी कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हुए हैं। इस तरह देश में स्वस्थ होने की दर बढ़कर 66 .30 प्रतिशत और मृत्यु दर घटकर 2.09 प्रतिशत हो गई है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले एक दिन में कुल 52 हजार 50 नये मामले सामने आए हैं, जिससे देशभर में इस महामारी से अब तक संक्रमित हुए रोगियों की कुल संख्या बढ़कर 18 लाख 55 हजार 7 सौ 45 हो गई है। पिछले चौबीस घंटों में महामारी से 803 मौत भी हुई हैं, जिससे देशभर में अब तक मृतकों की संख्या 38 हजार नौ सौ 38 हो गई है।---- -
नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग-यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा-2019 के परिणामों की घोषणा कर दी है। विभिन्न सिविल सेवाओं में कुल 8 सौ 29 उम्मीदवारों का चयन किया गया है। प्रदीप सिंह प्रथम स्थान पर रहे जबकि महिलाओं में प्रतिभा वर्मा पहले स्थान पर रहीं। आयोग ने शीर्ष स्थान प्राप्त करने वालों का और अधिक ब्यौरा साझा नहीं किया । परिणाम यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
यूपीएससी के अनुसार, कुल 829 प्रतिभागियों की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित अन्य लोक सेवाओं के लिए अनुशंसा की गई है।सिविल सेवा परीक्षा हर साल तीन चरणों में आयोजित की जाती है जिसमें प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार शामिल होता हैं । इसमें चयनित उम्मीदवार प्रतिष्ठित लोक सेवा में योगदान करते हैं ।--- -
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में छपार थाना अंतर्गत कासमपुर गांव में हाई-टेंशन तार की चपेट में आकर करंट लगने के कारण 48 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को बताया कि रविवार शाम को हादसा उस समय हुआ, जब राशिद दुकान से अपने घर लौट रहा था। वह दुर्घटनावश हाई-टेंशन तार की चपेट आ गया। वहीं, एक अन्य हादसे में जिले के रतनपुरी इलाके के कैलाश नगर गांव में करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई। युवक ट्रैक्टर ट्रॉली में लकड़ी लाद रहा था और इसी दौरान बिजली के तार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि जिले के तितावी क्षेत्र के दाइदपुरा खुर्द गांव में सोमवार को 22 वर्षीय युवक बिजली के तार की चपेट आ गया, जिससे करंट लगने से उसकी मौत हो गई। मृतक रोहित अपने घर की छत पर सो रहा था और इसी दौरान बिजली का तार टूटकर उस पर आ गिरा। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। -
भुवेश्वर। ओडिशा के बालासोर और भद्रक जिलों में सोमवार को आकाशीय बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गये। पुलिस ने बताया कि बालासोर जिले में दो बच्चों और एक किसान की मौत हो गई, जबकि पड़ोसी भद्रक जिले में तीन अन्य लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतकों में 12 साल की एक लड़की भी शामिल है, जो अपने चचेरे भाई को राखी बांधने गई थी। यह घटना बालासोर जिले के खंतापाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र में हुई। पुलिस ने बताया कि घायलों को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- -हरे और भगवा रंगों की मखमल की दो पोशाक हुई है तैयारअयोध्या। राम मंदिर भूमि पूजन के ऐतिहासिक समारोह में रामलला शंकरलाल और भगवत लाल द्वारा तैयार की गई नवरत्न जडि़त विशेष पोशाक में सजेंगे। पिछले करीब 35 सालों से पूज्य प्रतिमाओं के परिधान सिल रहे इन दर्जी बंधुओं की अभीष्ट इच्छा आगामी पांच अगस्त को पूरी होने जा रही है।अयोध्या के बड़ी कुटिया इलाके में अपने पिता बाबूलाल के नाम से सिलाई की दुकान चलाने वाले शंकरलाल और भगवत लाल सिर्फ मूर्तियों और साधु संतों के लिए ही कपड़े सिलते हैं। करीब 54 वर्षीय शंकरलाल ने बताया कि उनके पिता बाबूलाल ने वर्ष 1985 में रामलला के परिधान सिलना शुरू किया था। वह राम जन्मभूमि में अपनी सिलाई मशीन लेकर जाते थे। इस दौरान वह और उनके भाई भगवत लाल अपने पिता के साथ मिलकर रामलला के परिधान सिलते थे। आगामी बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए होने जा रहे भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर बेहद उत्साहित शंकरलाल ने कहा कि यह उनके मन की मुराद है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो और उसके भूमि पूजन के दिन रामलला उनके हाथों से सिले परिधान धारण करें।शंकरलाल ने बताया कि भूमि पूजन के दिन के लिए रामलला की पोशाक के दो सेट तैयार किए गए हैं। इनमें से एक हरे रंग का है जबकि दूसरा भगवा रंग का। उन्होंने बताया कि यह परिधान मखमल से बनाए गए हैं। हरे रंग की पोशाक उस दिन के रंग को ध्यान में रखकर तैयार की गई है जबकि भगवा को पवित्र रंग माना जाता है। बुधवार को रामलला पहले हरी पोशाक और बाद में भगवा पोशाक धारण करेंगे। शंकरलाल ने बताया कि रामलला के परिधान का रंग हर दिन के हिसाब से बदलता है। सोमवार को वह सफेद पोशाक धारण करते हैं जबकि मंगलवार को लाल और बुधवार को हरा। गुरुवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम रंग का, शनिवार को नीला और रविवार को उन्हें गुलाबी वस्त्र पहनाया जाता है।शंकरलाल ने बताया कि भूमि पूजन समारोह के लिए तैयार की गई विशेष पोशाक में स्वर्ण धागे पर नवरत्न जड़े गए हैं, क्योंकि राम लला की वस्त्रों की शोभा इनसे और खिलती है। इस बीच, रामलला मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि समारोह के लिए सिली गई पोशाकें रविवार को उनके सुपुर्द कर दी गई हैं। शंकरलाल ने बताया कि रामलला की पोशाक बनाने के लिए पहले 11 मीटर लंबा कपड़ा चाहिए था, लेकिन अब हमें 17 मीटर कपड़े की जरूरत है। अयोध्या में जब भव्य राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा तो पता नहीं भगवान राम तथा अन्य प्राण-प्रतिष्ठित मूर्तियों की पोशाकों के लिए कितने कपड़े की जरूरत पड़ेगी।शंकर लाल के बड़े भाई भगवत लाल ने परिधान सिलने की विशेषज्ञता का श्रेय भगवान को दिया। उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार इसी काम में लगा हुआ है। वह सिर्फ देवी-देवताओं की प्रतिमाओं और साधु-संतों के लिए ही कपड़े सिलते हैं। ताज्जुब की बात यह है कि उनका पूरा परिवार अपने कपड़े सिलवाने के लिए दूसरे दर्जियों पर निर्भर करता है। भगवत लाल ने कहा कि रामलला की सेवा करने का मौका मिलने की खुशी को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। बहरहाल इन दोनों दर्जी बंधुओं की दुकान देश-विदेश के मीडिया के लिए इन दिनों आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
- अयोध्या। श्रीरामलला परिसर सहित अयोध्या के खास स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एसपीजी तैनात कर दिए गए हैं। मंदिर के भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को देखते हुए पूरी अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसपीजी ने अयोध्या में कोने-कोने की खाक छानी। तमाम संवेदनशील इलाकों में स्नाइपर्स की तैनाती है, जो चप्पे-चप्पे पर नजर रख रहे हैं। रक्षाबंधन के दिन सोमवार से ही अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गई हैं। वहीं मंगलवार को आम एंट्री बंद कर दी जाएगी। सिर्फ विशेष अनुमति वाले व्यक्तियों को ही अंदर जाने की अनुमति मिलेगी। एक प्रकार से करीब 3500 विशेष सुरक्षा अधिकारियों की देखरेख में अयोध्या होगी। नगर में 500 खुफिया कैमरों और करीब 3500 सुरक्षा जवानों को लगाया गया है। वहीं ड्रोन कैमरे से भी आसमान से निगरानी की जा रही है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को 11.40 पर अस्थाई हेलीपैड साकेत महाविद्यालय में उतरेंगे जिसके बाद हनुमानगढ़ी पर पूजा अर्चना कर रामलला की आरती करेंगे। इसके बाद पीएम रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए निर्धारत आधारशिला कार्यक्रम में शामिल होंगे।
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ट्वीट पर लिखा-पहली बार मैं अपनी बहनों से दूर हूं, लेकिन भावनात्मक रूप से, हृदय से, अपनी बहनों के ही पास हूं
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को रक्षाबंधन पर अस्पताल में कोरोना योद्धा नर्स सरोज यादव से राखी बंधवाई। इस दौरान सरोज पीपीई किट पहनी हुई थीं। चौहान कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद से अस्पताल में भर्ती हैं। कोरोना वायरस नियमों के चलते चौहान इस बार अपनी बहन से राखी नहीं बंधवा सके। चौहान ने अपनी बहन शशि सहित प्रदेश की अन्य बहनों को याद करते हुए चौहान ने ट्वीट किया, आज रक्षाबंधन के पर्व पर पहली बार मैं अपनी बहनों से दूर हूं, लेकिन भावनात्मक रूप से, हृदय से, अपनी बहनों के ही पास हूं। प्रिय बहनों, मैं सदैव आपके कल्याण और समृद्धि के लिए कार्य करता रहूं, ये आशीर्वाद आप अपने इस भाई को दें। उन्होंने आगे लिखा, आज बहन शशि ने फोन पर ही राखी के पावन त्यौहार की शुभकामनाएं दी। बहन औऱ भाई का पवित्र बंधन और स्नेह ऐसा होता है कि जब आज हम नहीं मिल सके, तो दोनों फोन पर ही भावुक हो गये। बहन शशि और प्रदेश की सभी बहनों को रक्षा बंधन की बहुत-बहुत बधाई! -
काठमांडू। नेपाल के सिंधुपाल चौक जिले में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक भारतीय नागरिक सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि चीन सीमा के पास मेलामची में रविवार को हुए भूस्खलन में आठ मजदूरों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मरने वालों में से सात लोग बीरगंज के रहने वाले हैं, जबकि एक भारतीय नागरिक है। उन्होंने बताया कि बचावकर्मियों ने मलबे से सभी आठ शव बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने बताया कि भूस्खलन की एक अन्य घटना में एक दंपत्ति जिंदा दफन हो गया।
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- - प्रति मिलियन आबादी पर कोविड टेस्ट की संख्या बढ़कर 14 हजार 640 के आंकड़े को छू गई है
नई दिल्ली। भारत ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर अब तक 2 करोड़ 2 लाख 2 हजार 858 कोविड-19 सैंपल का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह कोविड-19 से निपटने के लिए केंद्र के मार्गदर्शन में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा इस अत्यंत कारगर रणनीति को अपनाने से ही संभव हो पाया हैपिछले 24 घंटों में 3,81,027 सैंपल का परीक्षण होने के साथ ही टेस्ट प्रति मिलियन (टीपीएम) की संख्या बढ़कर 14 हजार 640 के आंकड़े को छू गई है। मौजूदा समय में, भारत में प्रति मिलियन कोविड टेस्टिंग की संख्या 14 हजार 640 है। देश भर में टीपीएम में निरंतर वृद्धि का रुख देखा जा रहा है जो तेजी से विस्तृत होते टेस्टिंग नेटवर्क को दर्शाता है। एक और विशेष बात यह है कि 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रति मिलियन आबादी पर कोविड टेस्ट की संख्या राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक आंकी गई है।देश में टेस्टिंग लैब नेटवर्क निरंतर विस्तृत एवं मजबूत हो रहा है। देश भर में 1348 लैब हैं जिनमें से 914 लैब सरकारी क्षेत्र में और 434 लैब निजी क्षेत्र में हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल है-- वास्तविक समय में आरटी पीसीआर आधारित टेस्टिंग लैब- 686 (सरकारी 418 + निजी- 268)-ट्रूनैट आधारित टेस्टिंग लैब- 556 (सरकारी: 465 + निजी- 91)-सीबीनैट आधारित टेस्टिंग लैब- 106 (सरकारी: 31 + निजी-75) -
मुंबई। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं शिवसेना नेता मनोहर जोशी की पत्नी अनघा जोशी का कल देर रात उनके आवास पर निधन हो गया। वह 75 वर्ष की थी।
उनके परिवार के एक करीबी सहयोगी ने बताया कि वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं और उनका घर पर ही इलाज चल रहा था।
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बालेश्वर। ओडिशा के बालेश्वर जिले म आज सुबह एक कार और एक ट्रक की टक्कर में कार में सवार दो व्यक्तियों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। चालक सहित सभी चारों लोग पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के मुकुंदपुर से कटक जा रहे थे। उन्होंने बताया कि सुबह लगभग 5 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर चालक ने कार से नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद कार पीछे से एक ट्रक में जा टकराई। उन्होंने बताया कि उनमें से दो - शेख मुर्तजा और जमाल साहा की मौके पर ही मौत हो गई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायलों में से एक का इलाज जिले के सोरो इलाके के एक अस्पताल में चल रहा है, जबकि चालक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, जिसे मामूली चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
- - उपराष्ट्रपति ने अयोध्या में राम मंदिर के पुनर्निर्माण पर संतोष जाहिर कियानई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने लोगों से आग्रह किया है कि वे रामायण में जिस धर्म या मर्यादित सदाचार का वर्णन है उसे अपने जीवन में आत्मसात करें और उसके सार्वभौमिक संदेश का प्रचार प्रसार करें। उन्होंने लोगों से कहा है कि इस कालातीत महाकाव्य में जिन आधारभूत मूल्यों और आदर्शों का वर्णन है उससे अपने जीवन को समृद्ध करें।17 भाषाओं में अपने फेसबुक पोस्ट श्री राम मंदिर का पुनर्निर्माण और उन आदर्शों की स्थापना में उपराष्ट्रपति ने 5 अगस्त से प्रस्तावित राम मंदिर के पुनर्निर्माण पर संतोष जाहिर किया है। उन्होंने लिखा है कि यदि हम रामायण को सही परिपेक्ष्य में देखें तो यह अवसर समाज के आध्यात्मिक अभ्युदय का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह ग्रंथ धर्म और सदाचरण के भारतीय जीवन दर्शन का विस्तार समग्रता में दिखाता है।उन्होंने लिखा कि रामायण एक कालजई रचना है जो हमारे समाज की साझा चेतना का अभिन्न अंग है। उन्होंने लिखा है कि श्री राम मर्यादा पुरुष हैं, वे उन मूल्यों के साक्षात मूर्त स्वरूप हैं जो किसी भी न्यायपूर्ण और संतुलित सामाजिक व्यवस्था का आधार हैं। दो सहस्त्राब्दी पूर्व लिखे गए इस महाकाव्य की महिमा के विषय में लिखते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा है कि रामायण के आदर्श सार्वभौमिक हैं जिन्होंने दक्षिण पूर्व एशिया के अनेक समाजों पर अमिट सांस्कृतिक प्रभाव छोड़ा है।वेद और संस्कृत के विद्वान आर्थर एंटनी मैक्डोनल्ड को उद्दृत करते हुए वे लिखते हैं कि भारतीय ग्रंथों में जिन राम का वर्णन है वो मूलत: पंथ निरपेक्ष हैं और उन्होंने विगत ढाई सहस्त्राब्दी में जन सामान्य के जीवन और विचारों पर अमिट प्रभाव छोड़ा है। उन्होंने लिखा है कि राम कथा देश विदेश के कलाकारों, कथाकारों, लोक कला, संगीत, काव्य, नृत्य के लिए अनुकरणीय कथानक रहा है। इस क्रम में उन्होंने दक्षिण पूर्व एशिया के बाली, मलाया, म्यांमार, थाईलैंड, कंबोडिया, लाओस जैसे देशों में राम कथा पर आधारित विभिन्न कला विधाओं का उल्लेख किया है, जो राम कथा की सार्वभौमिक लोकप्रियता का परिचायक है। इस महाकाव्य का अलेक्जेंडर बारानिकोव द्वारा रूसी भाषा में अनुवाद किया गया तथा रूसी थिएटर कलाकार गेनेडी पेंचनिकोव ने इसका मंचन किया।कंबोडिया के प्रसिद्ध अंकोरवाट मंदिर की दीवारों पर राम कथा को उकेरा गया है। तथा इंडोनेशिया के प्रंबनान मंदिर की राम कथा पर आधारित नृत्य नाटिका प्रसिद्ध है। ये सभी विश्व के सांस्कृतिक पटल पर रामायण के प्रभाव को दर्शाते हैं। उन्होंने लिखा है कि बौद्ध, जैन और सिक्ख परम्पराओं में भी राम कथा का समावेश किया गया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न भाषाओं में इस महाकाव्य के इतने सारे संस्करण होना, यह साबित करता है कि इस कथानक में ऐसा कुछ तो है जो उसे आज भी लोगों में लोकप्रिय तथा समाज के लिए प्रासंगिक बनाता है। उन्होंने लिखा है कि श्री राम उन मर्यादाओं और गुणों के साक्षात मूर्ति हैं जिनके लिए हर व्यक्ति प्रयास करता है, हर समाज अपेक्षा करता है।ाम कथा के बारे में श्री नायडू ने लिखा है कि यह वन गमन के दौरान राम के जीवन में हुई घटनाओं में गुंथी हुई उनकी मर्यादाओं की कथा है जिसमें सत्य, शांति, सहयोग, समावेश, करुणा, सहानुभूति, न्याय, भक्ति, त्याग जैसे सार्वकालिक सार्वभौमिक गुणों के दर्शन होते हैं, जो भारतीय जीवन दर्शन का आधार हैं। श्री नायडू ने लिखा है कि इन्हीं कारणों से रामायण आज भी प्रासंगिक है।उपराष्ट्रपति ने लिखा है कि महात्मा गांधी ने राम राज्य को ऐसी जन केंद्रित लोकतांत्रिक व्यवस्था के मानदंड के रूप में देखा जो शांतिपूर्ण सह अस्तित्व, समावेशी सद्भाव तथा जन सामान्य के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत रहती है। उनका मानना है कि राम कथा समाज में लोकतांत्रिक मूल्यों को स्थापित करने के लिए हमारी राजनैतिक, न्यायिक और प्रशासकीय व्यव्स्था के लिए एक अनुकरणीय मानदंड है।
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नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का दिल्ली के छतरपुर में परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की उपस्थिति में आज अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर हुआ और सिंह की दोनों बेटियों ने चिता को मुखाग्नि दी। उनकी पत्नी पंकजा सिंह भी वहां मौजूद थी। कोरोना वायरस की महामारी की चलते लागू नियमों की वजह से उनका अंतिम संस्कार सीमित लोगों की उपस्थिति में हुआ। उल्लेखनीय है कि 64 वर्षीय अमर सिंह का शनिवार को सिंगापुर में निधन हो गया था। वह सिंगापुर के अस्पताल में गत छह महीने से इलाज करा रहे थे।
वर्ष 2013 में उनके गुर्दे का प्रतिरोपण भी हुआ था। अमर सिंह का पार्थिव शरीर रविवार शाम को विशेष विमान से दिल्ली लाया गया था। राजनेताओं, परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और जया प्रदा उन लोगों में शामिल रहे जिन्होंने पूर्व समाजवादी पार्टी नेता के छतरपुर आवास जाकर सबसे पहले श्रद्धांजलि अर्पित की।
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- लता मंगेशकर ने प्रधानमंत्री को ट्वीट कर रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दी और एक वीडियो साझा किया
नई दिल्ली। सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने रक्षा बंधन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश को और ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा मांगा, जिसके जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि करोड़ों माताओं एवं बहनों के आशीर्वाद से देश नित नयी ऊंचाइयां छूएगा और नयी सफलताएं प्राप्त करेगा।कोराना वायरस महामारी के कारण राखी नहीं भेज पाने का दर्द बयां करते हुए लता मंगेशकर ने प्रधानमंत्री को ट्वीट कर रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दी और एक वीडियो साझा किया। प्रधानमंत्री के साथ अपनी कुछ पुरानी तस्वीरों को वीडियो के रुप में प्रस्तुत कर उन्होंने अपना संदेश भेजा। लता ने कहा, नरेंद्र भाई, आज राखी के शुभ अवसर पर मैं आपको प्रणाम करती हूं। राखी तो मैं आपको भेज नहीं सकी और उसकी वजह सारी दुनिया जानती है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए लता ने कहा कि आपने देश के लिए इतना काम किया है और इतनी अच्छी चीजें की हैं कि देशवासी कभी भूल नहीं सकते। उन्होंने कहा, आज भारत की लाखों-करोड़ों औरतों के हाथ उन्हें राखी बांधने के लिए आगे हैं, लेकिन राखी बांधना मुश्किल है। पर आप समझ सकते हैं। और अगर हो सके तो आप राखी के दिन हमसे वादा कीजिए कि आप भारत को और ऊंचा ले जाएंगे। नमस्कार।लता मंगेशकर के संदेश के जवाब में प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि दीदी आपका भावपूर्ण संदेश असीम प्रेरणा और ऊर्जा देने वाला है। मोदी ने कहा, करोड़ों माताओं-बहनों के आशीर्वाद से हमारा देश नित नई ऊंचाइयों को छूएगा, नयी-नयी सफलताएं प्राप्त करेगा। आप स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है। - नई दिल्ली। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के पम्पोर इलाके में उगायी जाने वाली केसर बेहतरीन किस्म की मानी जाती है। हाल में केन्द्र सरकार ने कश्मीर घाटी में उगने वाली केसर के लिए जी.आई. यानी जियोग्रेफिकल इंडीकेशन पंजीयन प्रमाणपत्र जारी किया है। इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने कहा है कि यह कश्मीर घाटी में उगने वाली केसर को प्रमाण पत्र के साथ विश्व मानचित्र पर लाने की दिशा में पहला प्रमुख कदम है।जी. आई. टैग मिल जाने के बाद निर्यात बाजार में कश्मीर की केसर का महत्व और बढ़ जायेगा और इससे किसान अपनी उपज के लिए बेहतर दाम भी हासिल कर सकेंगे। उपराज्यपाल ने जी. आई. प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए प्रदेश के कृषि निदेशक की सराहना की है और कहा है कि कश्मीर की केसर को फिर से उसका गौरवपूर्ण स्थान दिलाना, केन्द्र सरकार और प्रदेश प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।इसी महीने अत्याधुनिक मसाला पार्क का कार्य पूरा होने और इसके उद्घाटन से कश्मीर में केसर उत्पादन के क्षेत्र में भारी बदलाव आने की संभावना है। जी. आई. प्रमाण पत्र से किसी खास क्षेत्र में पैदा होने वाली खास वस्तुओं को विशेष पहचान मिलती है। यह प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेने के बाद उस नाम का इस्तेमाल कोई और नहीं कर सकता। भौगोलिक संकेतक प्रमाण पत्र मिलने से कश्मीरी केसर में मिलावट नहीं की जा सकेगी और खरीदारों को प्रमाणिक सामग्री तथा किसानों को बेहतर दाम मिल सकेंगे।
- नई दिल्ली। भारतीय औषधि महानियंत्रक - डीसीजीआई ने पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित ऑस्ट्रा जेनेका कोविड टीके- कोवीशील्ड के दूसरे और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण की अनुमति दे दी है। इससे देश में आम जनता के लिए कोविड का टीका जल्दी लाने में मदद मिलेगी।केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि देश में कोविड से होने वाली मृत्युदर- सीएफआर में लगातार सुधार हो रहा है। दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में यह अभी भी सबसे कम है। सीएफआर आज घटकर दो दशमलव एक-एक प्रतिशत पर पहुंच गया।मंत्रालय के अनुसार कोविड से निपटने के लिए बनाई गई रणनीति में संक्रमण का शुरूआती स्तर पर पता लगाने और उच्च जोखिम वाली आबादी की प्राथमिकता के आधार पर देखभाल पर पर जोर दिया गया है। जिससे स्वस्थ होने वालो की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 40 हजार पांच सौ 74 से अधिक लोग कोविड से ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 11 लाख 86 हजार दो सौ तीन हो गई है। कोविड के रोगियों के स्वस्थ होने की दर 65 दशमलव सात-सात प्रतिशत पर पहुंच गई है।प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों के ठीक होने से संक्रमित लोगों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या छह लाख से अधिक हो गई है। पांच लाख 79 हजार लोगों का उपचार किया जा रहा है।----
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नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने राम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन से तीन दिन पहले रविवार को बताया कि नए अयोध्या स्टेशन के पहले चरण का निर्माण जून, 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। रेलवे ने बताया कि स्टेशन दिखने में राम जन्मभूमि मंदिर जैसा होगा और यहां आने वाले यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि पहले चरण में प्लेटफॉर्म संख्या 1, 2 और 3 का काम, मौजूदा बरामदा, सीढिय़ों और पैसेज आदि का काम तथा परिसर निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। चौधरी ने बताया कि इस स्टेशन के निर्माण को 2017-18 में मंजूरी मिली थी और इसे बनाने में करीब 104 करोड़ रुपए की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि नये अयोध्या स्टेशन के पहले चरण का काम जून, 2021 तक पूरा हो जाएगा। उत्तर रेलवे द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, महत्व को ध्यान में रखते हुए रेलवे अयोध्या स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं, यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं, स्वच्छता, सुन्दरता और उच्च गुणवत्ता वाली तमाम अन्य अपेक्षित सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में बढ़ रहा है।