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काठमांडू। नेपाल में 2015 में आये विनाशकारी भूकंप के बाद सहायता एवं पुनर्वास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत भारत ने करीब 96 करोड़ रुपये दिये हैं। भारतीय दूतावास ने यह जानकारी दी। इस विनाशकारी भूकंप में नेपाल में 9,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। यह वित्तीय सहायता आवास एवं विद्याालय क्षेत्र सहायता के रूप में मुहैया की गई। प्राकृतिक आपदा में प्रभावित हुए शैक्षणिक संस्थानों एवं भवनों के मरम्मत कार्य में इससे सहायता मिलेगी। दूतावास ने एक बयान में कहा, भारत सरकार ने भूकंप बाद की पुनर्निर्माण सहायता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए 1.54 अरब नेपाली रुपये (भारतीय मुद्रा में करीब 96 करोड़ रुपये) नेपाल को मुहैया किये। भारतीय दूतावास में उप मिशन प्रमुख नामग्याल खाम्पा ने 1.54 अरब नेपाली रुपये का चेक नेपाल के वित्त मंत्री के सचिव शिशिर कुमार धुनगणा को सौंपा। बयान में कहा गया है कि भारत ने गोरखा और नुवाकोट जिलों में 50,000 निजी आवास का पुनर्निर्माण कराने में मदद करने की भी अपनी प्रतिबद्धता जताई। इनमें 92 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। बयान में कहा गया है, भारत भूकंप से उबरने में नेपाल के लोगों और सरकार की सहायता जारी रखने के लिये प्रतिबद्ध है।
- वाशिंगटन। अमरीकी सदन हाऊस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने मंगलवार को चीन की वस्तुओं के अमरीका में आयात पर पाबंदी लगाने का विधेयक सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इसके संभावित आर्थिक असर को लेकर चिंताओं के बावजूद विधेयक को मंजूरी दी गई।सदन में तीन के मुकाबले 406 मतों से विधेयक को मंजूरी दी गई। विधेयक के प्रावधानों में उत्तर-पश्चिम चीन के शिनजियांग क्षेत्र में तैयार वस्तुओं को नजरबंद रखे गए उइगर और अन्य जातीय अल्पसंख्यक समुदाय के बंधुआ मजदूरों के शोषण से निर्मित बताया गया है और अमरीका में उनका आयात प्रतिबंधित करने को कहा गया है। अमरीकी कांग्रेस के सदस्यों ने कहा कि दस लाख से अधिक उइगर और अन्य मुस्लिम समुदाय के लोगों को अमानवीय स्थिति में रखे जाने से रोकने के लिए चीन पर दबाव बनाना जरूरी है। शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों के शोषण को लेकर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सांसदों ने एक स्वर से चीन की निंदा की।---
- लॉस एंजिलिस। कोरोना महामारी के बीच मनोरंजन की दुनिया के बड़े समारोहों में शामिल एमी अवार्ड-2020 का आयोजन ऑनलाइन किया गया। कॉमेडी श्रेणी में 'स्चिट्स क्रीक', ड्रामा श्रेणी में 'सक्सेशन' और लिमिटेड सीरिज की श्रेणी मे ' वॉचमैन' ने शीर्ष पुरस्कार हासिल किये हैं। यह समारोह पहले माइक्रोसॉफ्ट थियेटर में आयोजित होने वाला था लेकिन आयोजकों ने जुलाई में घोषणा की थी कि इसका आयोजन जिमी किमेल की मेजबानी में ऑनलाइन होगा। किमेल 2012, 2016 के बाद तीसरी बार इसकी मेजबानी कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में किमेल के एकल संचालन में फर्जी हंसी को भी पीछे से जोड़ा गया था ताकि यह लाइव जैसा दिख सके। वहीं पुराने समारोहों के वीडियो भी जोड़े गए थे। कॉमेडी सेक्शन में सभी शीर्ष पुरस्कार अपने नाम करके 'स्चिट्स क्रीक' ने इतिहास रचा है। बेहतरीन कॉमेडी सीरिज के पुरस्कार से लेकर मुख्य अभिनेता और अभिनेत्री का पुरस्कार भी इस सीरिज के ही ओगेंस लेवी और कैथरीन ओ हारा ने अपने नाम किया। वहीं ‘स्चिट्स क्रीक' के ही कलाकारों को बेहतरीन सह अभिनेता और अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला है। एचबीओ शो 'सक्सेशन' का दबदबा ड्रामा श्रेणी में देखने को मिला। उसकी झोली में सर्वश्रेष्ठ ड्रामा सीरिज, लेखन, निर्देशन का पुरस्कार आया। इसके निर्देशन के लिए एंद्रिज पारेख को पुरस्कार से नवाजा गया। भारतीय मूल के सिनेमेटोग्राफर ने कहा, '' वैसे लोग जो अपने सहपाठी को पसंद नहीं करते हैं और उन्हे बाहरी बताते हैं...यह सबूत है कि आप ताल्लुक रखते हैं और यह एमी हमारा है।'' वहीं लिमिटेड सीरिज श्रेणी में एचबीओ का 'वॉचमैन' अपना जलवा कायम करने में सफल रहा। उसकी झोली में सर्वश्रेष्ठ लिमिटेड सीरिज पुरस्कार के साथ ही सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी आया।
- वाशिंगटन। अमरीका ने चीन के मैसेजिंग और भुगतान ऐप टिकटॉक और वी चैट से देश की सुरक्षा को खतरा बताते हुए इन्हें प्रतिबंधित कर दिया है। यह प्रतिबंध रविवार की रात से लागू होगा। रविवार से टिकटॉक चीनी ऐप की और वी चैट की डाउनलोडिंग पर प्रतिबंध लग जाएगा।अमरीका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने कहा कि इन ऐप से राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अमरीकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो रहा था। व्यावहारिक रूप से वी चैट ऐप कल रात से बंद होगा। टिकटॉक ऐप का 12 नवंबर तक उपयोग किया जा सकेगा। श्री रॉस ने कहा कि रविवार रात से टिकटॉक ऐप के लिए कोई अपडेट उपलब्ध नहीं होगा।गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही भारत ने टिकटॉक पर बैन लगा दिया था। चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के बीच बड़ा फैसला लिया गया था। भारत सरकार ने जून के अंत में टिकटॉक समेत कुल 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था। चीनी ऐप्स पर बैन लगाने के फैसले पर भारत सरकार का कहना था कि सुरक्षा के मद्देनजर ये कदम उठाया गया है।इसके बाद पिछले दिनों चीन के 47 और ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके अलावा बताया गया था कि पबजी समेत 250 ज्यादा ऐप्स की केंद्र सरकार समीक्षा करते हुए हाल ही में बैन किया है। बता दें कि सरकार ने इन चीनी एप्स पर आईटी एक्ट 2000 के तहत बैन लगाया है।----
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वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने पहली बार बृहस्पति के आकार के एक ऐसे ग्रह का पता लगाया है जो पृथ्वी से लगभग 80 प्रकाश वर्ष दूर एक श्वेत एवं छोटे या मृत तारे के चक्कर लगा रहा है। इस खोज से संबंधित खबर नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुई है। इस ग्रह को डब्ल्यूडी 1856 बी नाम दिया गया है जो हर 34 घंटे में छोटे तारे के ध्वंसाशेष के चक्कर लगा रहा है।
अमेरिका के कंसास विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर इयान क्रॉसफील्ड ने कहा, यह ग्रह लगभग बृहस्पति के आकार का है, लेकिन इसकी परिक्रमा अवधि बहुत कम है और इस ग्रह पर एक वर्ष केवल 1.4 दिन का होता है। क्रॉसफील्ड ने कहा, इस खोज से पता चलता है कि श्वेत छोटे तारों के भी अपने ग्रह हो सकते हैं जिसके बारे में अब तक हमें जानकारी नहीं थी। - काठमांडू। नेपाल की राजधानी काठमांडू और इसके आस-पास के इलाकों में बुधवार को जोरदार भूकंप आया, जिसकी तीव्रता छह मापी गई है। भूकंप के चलते लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा।राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र के अनुसार तड़के 5 बजकर 19 मिनट पर तिब्बत सीमा के निकट सिंधुपालचौक जिले में भूकंप आया, जिसकी तीव्रता छह मापी गई है। भूकंप का केन्द्र काठमांडू से 120 किलोमीटर दूर सिंधुपालचौक जिले का रामचे गांव था। सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर भी इसी जगह 3.8 तीव्रता का हल्का भूकंप आया। मध्य और पूर्वी नेपाल में महसूस किये गए तेज झटकों ने काठमांडू घाटी को हिलाकर रख दिया, जिसके चलते तड़के लोगों को घरों से बाहर निकलना पड़ा।
- लंदन। दुबई में रहने वाली भारतीय मूल की लेखिका अवनि दोशी का नाम 2020 के बुकर पुरस्कार की दौड़ में शामिल अंतिम छह लोगों की सूची में शामिल है। उनको अपने पहले उपन्यास बन्र्ट शुगर के लिये यह पुरस्कार मिल सकता है।ब्रिटेन या ऑयरलैंड में अक्टूबर 2019 से सितंबर 2020 के बीच प्रकाशित 13 उपन्यासों की सूची के फिर से मूल्यांकन के बाद ज्यूरी ने मंगलवार को लंदन में डिजिटल तरीके से अंतिम छह नामों का चयन किया। नवंबर में दिये जाने वाले इस साहित्यिक पुरस्कार के तौर पर विजेता को 50 हजार ग्रेट ब्रिटेन पाउंड की रकम भी मिलेगी। दोशी की किताब पर ज्यूरी ने कहा, पूरी तरह से पढऩे के लिये मजबूर करने वाली यह किताब जटिल और असामान्य मां-बेटी के रिश्तों पर ईमानदारी, बेदाग यथार्थवाद के साथ रोशनी डालती है- कई बार भावनात्मक रूप से निचोडऩे वाली , लेकिन भावनाओं को अभिव्यक्त करने वाली भी, मार्मिकता के साथ लिखी गई याद रखने योग्य।अमेरिका में जन्मी दोशी फिलहाल दुबई में रहती हैं और पूर्व में उन्होंने अपने पहले उपन्यास के लंबे सफर के बारे में बात की थी। भारत में इस किताब का पिछले साल गर्ल इन व्हाइट कॉटन के नाम से विमोचन हुआ था और जुलाई में यह ब्रिटेन में जारी की गई थी। बुकर पुरस्कार की दौड़ में दोशी के अलावा द न्यू वाइल्डरनेस के लिये डायने कुक, जिम्बाब्वे की लेखिका टी डंगरेम्बगा, डगलस स्टुअर्ट, ब्रैंडन टायलर और माजा मेंगिस्ते भी शामिल हैं।
- टोक्यो। जापान के संसद ने योशिहिदे सुगा को नया प्रधानमंत्री चुन लिया है। सुगा के प्रधानमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि जापान के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति पर योशिहिदे सुगा को हार्दिक बधाई। मैं संयुक्त रूप से हमारी विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तत्पर हूं।सुगा ने कहा है कि उनकी शीर्ष प्राथमिकताएं कोरोना वायरस से लड़ाई लडऩा और इस महामारी से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना है। उनका कहना है कि वह एक सुधारवादी हैं और उन्होंने नौकरशाही की क्षेत्रीय बाधाओं को तोड़ कर नीतियां हासिल करने का काम किया है।इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और उनके मंत्रिमंडल ने इस्तीफा दे दिया है। संसद की पुष्टि के बाद अगले प्रधानमंत्री के पद ग्रहण करने का रास्ता साफ हो गया है। जापान में अब तक सबसे लंबे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री रहे शिंजो आबे ने पिछले महीने स्वास्थ्य कारणों से पद छोडऩे की घोषणा की थी इसके बाद मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा को सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नया अध्यक्ष चुना गया था। पार्टी के बहुमत के कारण आज संसदीय मतदान में उनका प्रधानमंत्री चुना जाना तय है।श्री योशिहिदे ने आम लोगों और ग्रामीण समुदायों के हित में काम करने का वायदा किया है। उन्होंने कहा कि वे श्री शिंजो आबे के अधूरे कार्यों को पूरा करेंगे। कोरोना महामारी से संघर्ष और अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाना उनकी प्राथमिकता होगी। श्री योशिहिदे ने कहा कि वे नये मंत्रिमंडल में सुधार समर्थक और कठिन परिश्रमी लोगों को नियुक्त करेंगे।एक स्ट्रॉबरी किसान के परिवार में पैदा हुए योशिहिदे सुगा की शीर्ष तक पहुंचने की कहानी उन्हें उस राजनीतिक अभिजात्य वर्ग से अलग करती है जिसका लंबे समय से जापान की राजनीति में दबदबा रहा है। उनका राजनीतिक सफऱ उस समय शुरू हुआ जब उन्होंने टोक्यो के होसेई यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन करने के तुरंत बाद संसदीय चुनाव अभियान के लिए काम किया। बाद में उन्होंने लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के एक सांसद के सेक्रेटरी के रूप में काम किया। इसके बाद उन्होंने ख़ुद के राजनीतिक सफऱ की शुरुआत की। वर्ष 1987 में वे योकोहामा सिटी काउंसिल के लिए चुने गए और 1996 में वे पहली बार जापान की संसद के लिए चुने गए। वर्ष 2005 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जुनिचिरो कोइज़ुमी ने उन्हें आंतरिक मामलों और संचार विभाग का वरिष्ठ उप मंत्री बनाया। इसके बाद पीएम पद संभालने वाले शिंजो आबे ने सुगा को तीन कैबिनेट पोस्ट देकर वरिष्ठ मंत्री का दर्जा दिया और वे 2007 तक ये जिम्मेदारी निभाते रहे। प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ उनके अच्छे रिश्ते बने रहे. जब 2012 में आबे फिर से पीएम बने तो उन्होंने सुगा को मुख्य कैबिनेट सेक्रेटरी का प्रभावी पद सौंपा। पिछले आठ साल से शिंजो आबे के दाहिने हाथ माने जाने वाले सुगा सुर्खयि़ों में बने रहे. उन्हें हर दिन दो बार मीडिया ब्रीफि़ंग करनी पड़ती थी. ये भी माना जाता था कि जापान की जटिल नौकरशाही का प्रबंधन भी उनके ही जिम्मे था। जब इस साल 28 अगस्त को पीएम शिंजो आबे ने खऱाब स्वास्थ्य के कारण पद छोडऩे की घोषणा की तो उसी समय से ये माना जा रहा था कि आबे के उत्तराधिकारी सुगा ही होंगे।-----
- टोक्टो। जापान में सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ने योशीहिदे सुगा को आज अध्यक्ष चुन लिया है। प्रधानमंत्री शिंजो आबे के उत्तराधिकारी के रूप में चुने जाने के लिए श्री सुगा को 377 वोट मिले हैं।शिंजो आबे ने पिछले महीने स्वास्थ्यगत कारणों से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। अन्य दो उम्मीदवारों को संयुक्त रूप से 157 मत मिले। श्री सुगा ने इस समय शिंजो आबे सरकार में मुख्य कैबिनेट सचिव हैं। बुधवार को देश की संसद के विशेष सत्र में प्रधानमंत्री के रूप में उनकी पुष्टि हो जाएगी।
- नई दिल्ली। चीन की सेना ने अरुणाचल प्रदेश में इस महीने के शुरू में ऊपरी सुबनसिरी जिले में नाचो से लापता हुए पांच नौजवानों को शनिवार को भारतीय सेना को लौटा दिया।भारतीय सेना ने इस बारे में 8 सितंबर को चीन की सेना से संपर्क किया था। इनका पता लगने के बाद चीन की सेना ने शनिवार को इन्हें सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरा करने के बाद किबिटू में भारतीय सेना को सौंप दिया। अब उन्हें 14 दिन तक क्वारेंटीन में रखने के बाद उनके परिवारों को सौंप दिया जाएगा।----
- बीजिंग। चीन और हांगकांग में काम कर रहे अमेरिका के राजनयिकों की गतिवधियों पर चीन ने नए प्रतिबंधों की घोषणा की है और इसे पिछले साल अमेरिका में चीन के राजनयिकों पर लगे इसी तरह के प्रतिबंध की प्रतिक्रिया के रूप में उचित कदम करार दिया है।शुक्रवार देर रात जारी ऑनलाइन बयान में विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह नियम बीजिंग में अमेरिकी दूतावास और पूरे चीन में स्थित वाणिज्य दूतावासों के वरिष्ठ राजनयिकों एवं अन्य कर्मियों पर लागू होगा। हालांकि प्रवक्ता ने कहा कि चीन ने दोनों देशों के बीच सभी क्षेत्रों में सामान्य आदान-प्रदान और सहयोग का समर्थन किया है। अगर अमेरिका पिछले साल अक्टूबर में लागू कदमों को वापस ले ले तो यह प्रतिबंध हटाया जा सकता है।प्रवक्ता की पहचान जाहिर नहीं की गई है। प्रवक्ता ने कहा, एक बार फिर हम अमेरिका से अपील करते हैं कि वह अपनी गलतियों को सुधारें और चीन के दूतावास और उसके कर्मियों पर लगे अनुचित प्रतिबंध हटाएं और चीन भी अमेरिका के कदमों पर परस्पर कदम उठाएगा। हालांकि अभी नए प्रतिबंधों के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। अमेरिका के राजनयिकों पर पहले से ही चीन के किसी भी हिस्से में जाने और कॉलेज परिसरों तक पहुंचने पर प्रतिबंध है।---
- वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के लिए उड़ान भरने वाले एक अमेरिकी व्यावसायिक मालवाहक अंतरिक्षयान का नाम नासा की दिवंगत अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला के नाम पर रखा गया है। मानव अंतरिक्षयान में उनके प्रमुख योगदानों के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है।कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला थीं। अमेरिकी वैश्विक एरोस्पेस एवं रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी, नॉर्थग्रुप ग्रमैन ने घोषणा की कि इसके अगले अंतरिक्षयान सिग्नेस का नाम मिशन विशेषज्ञ की याद में एस.एस कल्पना चावला रखा जाएगा जिनकी 2003 में कोलंबिया में अंतरिक्षयान में सवार रहने के दौरान चालक दल के छह सदस्यों के साथ मौत हो गई थी। कंपनी ने ट्वीट किया, आज हम कल्पना चावला का सम्मान कर रहे हैं जिन्होंने भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्षयात्री के तौर पर नासा में इतिहास बनाया था। मानव अंतरिक्षयान में उनके योगदान का दीर्घकालिक प्रभाव रहेगा।कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर कहा, नॉर्थरोप ग्रमैन एनजी-14 सिग्नस अंतरिक्षयान का नाम पूर्व अंतरिक्षयात्री कल्पना चावला के नाम पर रख गर्व महसूस कर रहा है। यह कंपनी की परंपरा है कि वह प्रत्येक सिग्नस का नाम उस व्यक्ति के नाम पर रखता है जिसने मानवयुक्त अंतरिक्षयान में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कल्पना चावला का चयन इतिहास में उनके प्रमुख स्थान को सम्मानित देने के लिए किया गया है जो अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला थीं।---
- तेहरान। ईरान की सेना ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हरमूज जलडमरूमध्य के निकट आज से तीन दिन का सालाना नौसैनिक अभ्यास शुरू किया। सरकारी टीवी ने इसकी खबर दी है। खबर में बताया गया है कि नौसेना, वायुसेना और थल सेना की इकाइयों ने ओमान की खाड़ी में सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया।जानकारी में यह भी बताया गया कि इस अभ्यास के दौरान पनडुब्बियों और ड्रोनों का भी इस्तेमाल किया गया। ईरान की नौसेना ओमान की खाड़ी में होने वाले सभी अभियानों का आयोजन हरमूज जलडमरूमध्य के पूर्वी हिस्से में करती है। यह क्षेत्र तेल के कारोबार के लिए बहुत अहम है। खरीदे गए तेल के 20 फीसद हिस्से का परिवहन यहां से हो कर होता है। यहां अगस्त महीने में ईरान की नौसेना के कर्मी लाइबेरिया के झंडे वाले तेल के एक टैंकर पर कुछ समय के लिए चढ़ गए थे और उसे हिरासत में ले लिया था।
- ओरोविल (अमेरिका)। उत्तरी कैलिफोर्निया में जंगल में लगी आग से तीन लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग अपने घरों को छोडऩे को मजबूर हो गए। बुट्टे काउंटी के शेरिफ कोरी होनिया ने बताया कि दो लोगों के शव एक स्थान पर मिले हैं जबकि तीसरे व्यक्ति का शव किसी अन्य स्थान पर मिला है। हालांकि उन्होंने इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी जबकि कैलिफोर्निया राजमार्ग गश्त अधिकारी बेन ड्रेपर ने बे एरिया न्यूज ग्रुप को बताया कि एक व्यक्ति का शव कार में मिला है और प्रत्यक्ष तौर पर वह व्यक्ति उस समय आग से बचने की कोशिश कर रहा था।सैन फ्रांसिस्को के उत्तरपूर्वी हिस्से की आग यहां रहने वाले कई समुदायों के लिए खतरा पैदा कर रही है। तेज हवाओं के साथ यह आग पर्वतीय क्षेत्र और सूखे इलाके के 25 मील क्षेत्र को जला चुकी है। अग्निशमन अधिकारियों ने शाम को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ऐसा लगता है कि सैकड़ों घर और इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गई हैं।
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मोगादिशू। सोमालिया की राजधानी मोगादिशू में एक रेस्तरां में हुए आत्मघाती बम हमले में एक किशोर समेत तीन लोगों की मौत हो गयी।
सूचना मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल मुख्तार ने बताया कि यहां राष्ट्रपति महल के समीप एक सुरक्षा चौकी के पास रेस्तरां के बाहर आत्मघाती बम हमलावर ने विस्फोट किया, जिसमें सात अन्य घायल भी हो गये। पुलिस अधिकारी अहमद अदन ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने इलाके को घेर लिया है और वहां एंबुलेंस के आने जाने की आवाज सुनाई दे रही है। फिलहाल किसी ने भी इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। - नई दिल्ली। देश में बाल मृत्युदर में 1990 और 2019 के बीच निरंतर कमी हो रही है। भारत में 1990 में प्रत्येक एक हजार जीवित शिशुओं के जन्म के बाद पांच वर्ष की उम्र से पहले के एक सौ 26 शिशुओं की मृत्यु हो जाती थी।यह मृत्यु दर घटकर 2019 में केवल 34 रह गई। युनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र विकास और सामाजिक कार्य विभाग के जनसंख्या प्रभाग तथा विश्व बैंक समूह की नई रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में 1990 से 2019 के बीच पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्युदर में सालाना साढ़े चार प्रतिशत कमी आई है। 1990 में पांच वर्ष से कम उम्र के 34 लाख शिशुओं की मृत्यु हुई थी जबकि 2019 में आठ लाख 24 हजार शिशुओं की मौत हुई।भारत में प्रत्येक एक हजार जीवित जन्म पर नवजात मृत्युदर 1990 में 89 थी जो घटकर 2019 में 28 हो गई।---
- नई दिल्ली। जी 20 सदस्य देशों के शिक्षा मंत्रियों ने एक साथ मिल कर काम करने और शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों को साझा करने के प्रति संकल्प जाहिर किया है जिससे कि सदस्य देश संकट के समय में भी समवोशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कर सकें और सभी के लिए जीवन पर्यंत अध्ययन अवसरों को बढ़ावा दे सकें।संकट के समय में शिक्षा की निरंतरता, बाल्यावस्था शिक्षा एवं शिक्षा में अंतरराष्ट्रीयकरण के तीन चिन्हित क्षेत्रों पर चर्चा करने एवं सदस्य देशों के अनुभवों को साझा करने के लिए जी 20 सदस्य देशों के शिक्षा मंत्रियों की कल वर्चुअल रूप से एक बैठक आयोजित हुई। कल की बैठक इन विषय वस्तुओं पर वर्तमान में जारी चर्चाओं की परिणति थी जिसका आयोजन कोविड 19 महामारी के कारण वर्चुअल तरीके से किया गया।भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि ये विषय वस्तुएं प्राथमिकता क्षेत्र भी हैं जिन्हें सरकार आगे बढ़ाती रही है। इन विषय वस्तुओं पर भारत की प्रतिबद्धता नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी परिलक्षित हुई है जिसमें देश के शिक्षा परिदृश्य में रूपांतरकारी बदलाव लाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत उन प्रयासों को जारी रखेगा जिसे उसने अपनी शिक्षा प्रणाली में सुधार एवं बदलाव लाने और कोविड 19 महामारी द्वारा प्रस्तुत चुनौती को कम करने के लिए किया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में जी 20 सदस्य देशों के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।शिक्षा मंत्रियों ने बैठक के अंत में एक शासकीय सूचना को अंगीकार किया। संकट के समय में शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने के संबंध में शासकीय सूचना दूरस्थ और मिश्रित शिक्षण एवं अध्ययन के महत्व को स्वीकार करती है और उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुविधा को बढ़ाने, शिक्षकों के लिए व्यावसायिक विकास, डिजिटल अवसंरचना एवं कंटेंट, साइबर सुरक्षा जागरूकता, उपयुक्त शिक्षण पद्धतियां एवं सक्रिय अध्ययन के महत्व को रेखांकित करती है तथा स्वीकार करती है कि ये दृष्टिकोण आमने सामने के अध्ययन के पूरक हैं। अध्ययन परिणामों और दूरस्थ शिक्षा की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए अनुसंधान डाटा के महत्व पर भी बल दिया गया है।आरंभिक बाल्यावस्था शिक्षा (ईसीई) के महत्व पर शासकीय सूचना में सभी बच्चों, विशेष रूप से निर्बल वर्गों से संबंधित बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण ईसीई की पहुंच एवं सुगम्यता में सुधार लाने के महत्व पर भी जोर दिया गया है। इसमें गुणवत्तापूर्ण ईसीई की अहम भूमिका के बारे में परिवार एवं समुदाय की जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया है जिसकी प्रदायगी प्रत्येक चरण में बच्चे की विकास संबंधी आवश्यकता के अनुरूप होती है।शासकीय सूचना में शिक्षा में सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों को साझा करने एवं ऐसे प्रचलनों को स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीयकरण स्तरों पर, जैसा उपयुक्त हो, अंगीकारण के द्वारा शिक्षा में अंतरराष्ट्रीयकरण को प्रोत्साहित करने का संकल्प भी व्यक्त किया गया है। यह के-12 स्तर पर अंतरराष्ट्रीयकरण पर चर्चा को आगे बढ़ाने का भी समर्थन करता है। शासकीय सूचना में छात्रों के अंत:संस्कृति संबंधी तथा वैश्विक क्षमताओं के विस्तारीकरण में तथा सभी के लिए समान अध्ययन अवसर एवं अनुभव उपलब्ध कराने में किसी देश में अंतरराष्ट्रीयकरण प्रचलनों के प्रभाव पर भी जोर दिया गया है।सऊदी अरब 2020 में जी 20 लीडर्स समिट की मेजबानी कर रहा है। जी 20 के सदस्य देश हैं -अर्जेन्टीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया गणराज्य , रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, टर्की, ब्रिटेन, अमेरिका एवं यूरोपीय संघ (ईयू)।
- वाशिंगटन। भारतीय अमेरिकियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे संबंधों का हवाला देते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए तीन नवंबर को होने वाले मतदान में भारतीय अमेरिकी समुदाय उन्हें ही वोट देगा।उन्होंने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, हमें भारत से बहुत समर्थन मिला है। हमें प्रधानमंत्री मोदी से समर्थन प्राप्त है। मुझे लगता है कि भारतीय (अमेरिकी) ट्रंप को वोट देंगे। पिछले महीने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में ट्रंप के चुनाव अभियान के दौरान जारी वीडियो चार साल और के बारे में किए गए एक सवाल का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ने उक्त बात कही। इस वीडियो में पिछले साल ह्यूस्टन में हाउडी मोदी और इस वर्ष अहमदाबाद में ट्रंप के दौरे की वीडियो क्लिप शामिल हैं। इसे ट्रंप विक्ट्री इंडियन अमेरिकन फाइनेंस कमेटी के अल मेसन ने बनाया है और इसे ट्रंप विक्ट्री फाइनेंस कमेटीÓ के राष्ट्रीय अध्यक्ष किम्बर्ले गिलफॉय ने ट्विटर पर साझा किया था जिसे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने रीट्वीट किया।राष्ट्रपति से सवाल किया गया था, भारतीय-अमेरिकी समुदाय में काफी लोकप्रिय किम्बर्ले, डोनाल्ड ट्रंप जूनियर और इवांका ट्रंप भारत-अमेरिकी संबंधों पर आपके विचारों के समर्थन में भारतीय अमेरिकियों के बीच आपकी ओर से प्रचार करेंगे? ट्रंप ने कहा मैं भारत को जानता हूं और जिन युवाओं (किम्बर्ले, डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर और इवांका) का आपने जिक्र किया, उन्हें समझता हूं। वे बहुत अच्छे हैं और मुझे पता है कि भारत के साथ उनके संबंध बहुत अच्छे हैं, मेरे संबंध भी मजबूत हैं।राष्ट्रपति ने कहा कि मोदी के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी मेरे दोस्त हैं और वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। कुछ भी आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है। वह पिछले साल ह्यूस्टन में हाउडी मोड़ी कार्यक्रम में अपने संबोधन का संदर्भ दे रहे थे। ट्रंप ने कहा, आप सभी जानते हैं कि हमने ह्यूस्टन में एक शानदार आयोजन किया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे आमंत्रित किया... और यह अद्भुत था। यह प्रधानमंत्री की उदारता थी। हमें भारत और प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन प्राप्त है। इसके बाद राष्ट्रपति ने इस साल की शुरुआत में अपनी भारत यात्रा का उल्लेख किया।उन्होंने कहा, जैसा कि आप जानते हैं, महामारी फैलने से ठीक मैं पहले भारत गया था और ठीक हफ्ते पहले वापस आया था। फिलहाल भारत महामारी से बुरी तरह प्रभावित है। वह दौरा बेहतरीन था। हमने देखा कि वहां के लोग कितने शानदार हैं यह वास्तव में एक अविश्वसनीय देश है और निश्चित रूप से काफी बड़ा है। ट्रंप ने कहा, आपको एक महान नेता मिला है और वह एक शानदार व्यक्ति हैं।----
- वाशिंगटन। अमेरिका के कारखानों में पिछले महीने 2018 के आखिरी महीनों की तुलना में तजी से उत्पादन बढ़ा है। कोरोना वायरस से आई मंदी के बाद यह उद्योग धंधों में आ रही तेजी को दर्शाता है।खरीद प्रबंधकों के संघ, दि इंस्टीट्यूट फार सप्पलाई मैनेजमेंट (आईएसएम) ने मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि उसका विनिर्माण सूचकांक अगस्त में बढ़कर 56 पर पहुंच गया जबकि जुलाई में यह 54.2 पर था। यह नवंबर 2018 के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। इस सूचकांक में 50 अंक से ऊपर वृद्धि का सूचक है। इस प्रकार अमेरिका के विनिर्माण खेत्र में लगातार तीसरे महीने विस्तार हुआ है। यह आंकड़ों अर्थशास्त्रियों ने जितना अनुमान व्यक्त किया था उससे ऊंचा है। महामारी पर काबू पाने के लिये किये गये उपायों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अपंग बना दिया। सर्वेक्षण में इसका असर दिखा और मार्च, अप्रैल और मई माह के दौरान विनिर्माण क्षेत्र में संकुचन हुआ वहीं जून से यह वृद्धि के रास्ते पर आगे बढऩे लगी। आईएसएम रिपोर्ट के मुताबिक अगस्ते में आर्डर, उत्पादन और निर्यात आर्डर सभी तेजी से बढ़े हैं लेकिन सर्वे के नौकरी के मानक में रोजगार में कमी आई है। यह लगातार 13वां महीना रहा जब रोजगार कम हुये हैं। अगस्त में 18 में से 15 उद्योगों में वृद्धि दर्ज की गई। इसमें लकड़ी और प्लास्टिक निर्माता उद्योग सबसे आगे रहे हैं।
- टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री श्री आबे ने शुक्रवार को स्वास्थ्य संबंधी कारणों से अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना और कामना भी की है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्हें अपने प्रिय मित्र शिंजो आबे के अस्वस्थ होने की खबर से बड़ी तकलीफ पहुंची है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्हें अपने प्रिय मित्र शिंजो आबे के अस्वस्थ होने की खबर से बड़ी तकलीफ पहुंची है। जापान के प्रधानमंत्री श्री आबे ने आज स्वास्थ्य संबंधी कारणों से अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। एक ट्वीट में श्री मोदी ने कहा है कि हाल के वर्षों में श्री आबे के दूरदर्शी नेतृत्व और उनकी व्यक्तिगत वचनबद्धता की वजह से भारत-जापान साझेदारी और अधिक प्रगाढ़ तथा सुदृढ़ हुई है। प्रधानमंत्री ने शिंजो आबे के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना और कामना भी की है।
- लंदन। नीदरलैंड की 29 वर्षीय मारिके लुकास रिजनेवेल्ड अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली सबसे कम उम्र की लेखक बन गई हैं।यह पुरस्कार मूल बुकर पुरस्कार से अलग है और इसका लक्ष्य विश्वभर में अच्छे उपन्यास के अधिक प्रकाशन और उसे पढऩे के लिए प्रोत्साहित करना है। रिजनेवेल्ड की किताब द डिस्कम्फर्ट ऑफ इवनिंग को विजेता घोषित किया गया। यह ग्रामीण नीदरलैंड के एक कट्टर ईसाई समुदाय के एक किसान परिवार की कहानी है।नियमों के अनुसार पुरस्कार की इनाम राशि 50 हजार पाउंड लेखक और अनुवादक मिशेल हचिसन के बीच बराबर बंटेगी। इस साल 30 भाषाओं से अनुवाद की गई 124 किताबें बुकर पुरस्कार की दौड़ में थीं।----
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1.55 करोड़ ब्रिटिश पाउंड स्टर्लिंग रखी कई कीमत
लंदन। महाराजा दलीप सिंह के बेटे प्रिंस विक्टर अल्बर्ट जय दलीप सिंह का लंदन स्थित पूर्व पारिवारिक महल बिकने जा रहा है और इसकी कीमत 1.55 करोड़ ब्रिटिश पाउंड स्टर्लिंग रखी गई है। महाराजा रणजीत सिंह के छोटे बेटे दलीप सिंह इंग्लैंड निर्वासित किये जाने तक और अपना साम्राज्य ब्रिटिश राज के तहत आने तक सिख साम्राज्य के अंतिम महाराजा थे। उनके साम्राज्य में 19 वीं सदी में लाहौर (पाकिस्तान) भी शामिल था। दलीप सिंह के बेटे प्रिंस विक्टर का जन्म 1866 में लंदन में हुआ था और ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया उनकी गॉडमदर के समान थी। कई साल बाद जब प्रिंस विक्टर ने नौवें अर्ल ऑफ कोवेंट्री की बेटी लेडी एनी कोवेंट्री के साथ अपने मिश्रित नस्ल की शादी से वहां के समाज में खलबली पैदा की, तब ब्रिटिश अधिकारियों ने नवविवाहित जोड़े को दक्षिण-पश्चिम केनसिंगटन के लिटिल बॉल्टन इलाके में उनके ससुराल के नये घर के रूप में एक आलीशान महल पट्टे पर दे दिया।
इस महल की बिक्री का आयोजन कर रहे बाउशैम्प एस्टेट के प्रबंध निदेशक जेरेमी गी ने कहा, लाहौर के निर्वासित क्राउन प्रिंस के इस पूर्व आलीशान महल की छत ऊंची हैं, इसके अंदर रहने के लिये विशाल जगह है और पीछे 52 फुट का एक बगीचा भी है। यह महल 1868 में बन कर तैयार हुआ था और इसे अद्र्ध सरकारी ईस्ट इंडिया कंपनी ने खरीदा था और इसे पट्टे पर देकर किराये से आय अर्जित करने के लिये एक निवेश संपत्ति के रूप में पंजीकृत कराया गया था। उस समय भारत पर राज करने वाली ईस्ट इंडिया कंपनी ने यह महल मामूली किराये पर निर्वासित दलीप सिंह के परिवार को दे दिया था।
उल्लेखनीय है कि महाराजा दलीप सिंह को 1849 में द्वितीय आंग्ल-सिख युद्ध के बाद निर्वासन में लंदन भेज दिया गया था। प्रिंस विक्टर अल्बर्ट जय दलीप सिंह, महारानी बंबा मूलर से उनके सबसे बड़े बेटे थे। बंबा से उन्हें एक बेटी -सोफिया दलीप सिंह- भी थी, जो ब्रिटिश इतिहास में एक प्रमुख महिला अधिकार कार्यकर्ता के रूप में प्रसिद्ध रही। प्रिंस विक्टर जुआ खेलना, घुड़सवारी और बड़े होटलों में जश्न मनाने जैसे आलीशान जीवन शैली को लेकर जाने जाते थे। वर्ष 1902 में कुल 117,900 ब्रिटिश पाउंड स्टर्लिंग (जो उस वक्त एक बड़ी रकम थी) के कर्ज के साथ उन्हें दिवालिया घोषित कर दिया गया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान प्रिंस और उनकी पत्नी मोनाको में थे, जहां 51 वर्ष की आयु में प्रिंस की 1918 में मृत्यु हो गई। वर्ष 1871 की जनगणना के मुताबिक यह महला ईस्ट इंडिया कंपनी के मालिकाना हक में पंजीकृत था, जहां एक बटलर और दो नौकर, अंग्रेजी भाषा सिखाने के लिये एक गर्वनेस और एक माली नियुक्त थे। एस्टेट के मुताबिक 2010 में इस महल का जीर्णोद्धार और आधुनिकीकरण कराया गया। 5,613 वर्ग फुट आकार के इतालवी शैली के विला में दो औपचारिक स्वागत कक्ष, एक अनौपचारिक परिवार कक्षा, एक पारिवारिक रसोई और एक नाश्ता कक्ष, पांच शयनकक्ष, एक जिम और दो कर्मचारी शयनकक्ष हैं। -
लंदन। ब्रिटेन के एक नीलामी घर द्वारा सोने की परत चढ़े एक चश्मे की 2,60,000 पौंड (करीब दो करोड़ 55 लाख रुपए) में नीलामी की गई। माना जाता है कि इस चश्मे को महात्मा गांधी ने पहना था और उन्होंने इसे किसी को तोहफे में दिया था। अमेरिका के एक व्यक्ति ने बोली में इस चश्मे को खरीदा। चश्मे के 10,000 से 15,000 पौंड तक मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी लेकिन ऑनलाइन नीलामी में बोली बढ़ती गई। नीलामी घर ने कहा कि इसके लिए भारत, कतर, अमेरिका, रूस और कनाडा समेत दुनिया भर के लोगों ने बोली लगाई। ईस्ट ब्रिस्टल ऑक्शन्स के नीलामीकर्ता एंडी स्टोव ने शुक्रवार को बोली लगाने की प्रक्रिया का समापन करते हुए कहा, अविश्वसनीय चीज का अविश्वसनीय दाम! जिन्होंने बोली लगाई उन सभी का धन्यवाद। स्टोव ने कहा कि ईस्ट ब्रिस्टल ऑक्शन के लिए यह एक कीर्तिमान था और उन्होंने इस नीलामी को सदी की सबसे बड़ी नीलामी करार दिया। उन्होंने कहा, यह चश्मा पचास सालों तक आलमारी में रखा था। विक्रेता ने मुझसे कहा था कि यदि यह किसी काम का न हो तो फेंक देना। अब उसे इतने पैसे मिलेंगे कि उसकी जिंदगी बदल जाएगी। चश्मे के नए अनाम मालिक अमेरिका के एक संकलनकर्ता हैं।
दक्षिण पश्चिमी इंग्लैंड के साउथ ग्लूसेस्टरशायर के मंगोट्सफील्ड के एक वृद्ध ने यह चश्मा नीलामी के लिए दिया था। उन्होंने कहा कि वह 2,60,000 पौंड का एक हिस्सा अपनी बेटी को देंगे अनाम विक्रेता के परिवार में यह चश्मा बहुत पहले से था। उनके पिता ने उन्हें बताया था कि उनके एक रिश्तेदार को यह तोहफे में मिला था जब वह दक्षिण अफ्रीका में 1910 से 1930 के बीच ब्रिटिश पेट्रोलियम में काम करते थे। चश्मे की प्रमाणिकता के बारे में स्टोव ने बताया कि विक्रेता ने जो कहानी बताई वह एकदम वैसी ही प्रतीत होती है जो उनके पिता ने उन्हें 50 साल पहले सुनाई थी। माना जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका में शुरुआती वर्षों में गांधी जी के पास यह चश्मा था। - सैन फ्रांसिस्को। उत्तरी कैलिफोर्निया के वनों में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है और शुक्रवार को यह बड़े क्षेत्र में फैल गई। वन में लगी यह आग राज्य के इतिहास में दावानल की सबसे बड़ी घटनाओं में शामिल है।इससे बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को छोडऩे के लिए मजबूर हुए हैं। हैलीकॉप्टरों और हवाई टैंकरों से 12 हजार से अधिक अग्निशामक पूरे कैलिफोर्निया में जंगल की आग को बुझाने का काम कर रहे हैं। यहां 780 वर्ग मील (2,020 वर्ग किलोमीटर) इलाका आग की चपेट में आ गया है। इससे 500 से अधिक संरचनाएं नष्ट हो गई हैं और पांच लोगों की मौत हो गई है। क्षेत्र के 1 लाख 40 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।---
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संयुक्त राष्ट्र। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को जानकारी दी है कि वह ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रतिबंधों को फिर से बहाल करने के लिए पहल करेगा।
अमेरिका ने कहा कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश को खुले आम किसी भी तरह के पारम्परिक हथियार (युद्ध में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले) खरीदने और बेचने नहीं देगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय पहुंचे और उन्होंने महासचिव गुतारेस तथा अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष इंडोनेशिया के राजदूत डियान त्रियानस्याह डजानी से मुलाकात की। पोम्पिओ ने उन्हें वे पत्र सौंपे, जिसमें ईरान पर एक तरह से संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रतिबंधों को बहाल करने के अमेरिका के फैसले की जानकारी दी गयी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 के तहत ईरान पर से ये प्रतिबंध हटा लिये गये थे।
इसके तहत 20 अगस्त से 30 दिन के भीतर ये सभी प्रतिबंध दोबारा लागू हो जाएंगे।
संयुक्त राष्ट्र में पोम्पिओ ने संवाददाताओं से कहा, हमारा संदेश बेहद ही सरल है। अमेरिका आतंकवाद को सरकार के स्तर से प्रायोजित करने वाले विश्व के सबसे बड़े देश को कभी खुले आम विमान, टैंक, मिसाइल या अन्य प्रकार के पारम्परिक हथियार खरीदने या बेचने नहीं देगा। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध बहाल होने से ईरान की अन्य निंदनीय गतिविधियों को लेकर भी जवाबदेही तय होगी। ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रशिक्षण पर फिर प्रतिबंध लगेगा। ईरान की परमाणु गतिविधियों पर भी फिर पाबंदी लगेगी।
गौरतलब है कि ईरान पर प्रतिबंध लगाने संबंधी प्रस्ताव पर पिछले सप्ताह हुए मतदान में अमेरिका के पक्ष में सिर्फ एक सदस्य ने वोट किया था, रूस और चीन ने इसका विरोध किया जबकि 11 सदस्य अनुपस्थित रहे थे।