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- -समारोह की तैयारी हेतु बैठक में दिए गए जरुरी निर्देशबलौदाबाजार / कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा मे प्रतिवर्षानुसार सन्त समागम समारोह (माघ मेला )का आयोजन बसंत पंचमी से प्रारम्भ होग़ा। इस वर्ष 23 जनवरी 2026 से माघ पूर्णिमा 1फरवरी 2026 तक संपन्न होग़ा। पंथ श्री प्रकाशमुनि नाम साहब की अध्यक्षता एवं कलेक्टर दीपक सोनी की उपस्थिति में शुक्रवार को सद्गुरु कबीर धर्मदास साहब वंशवली प्रतिनिधि सभा प्रांगण में अधिकारियों की बैठक आयोजित हुईं। बैठक में संत समागम समारोह क़ी तैयारी के सम्बन्ध में जरुरी निर्देश दिए गए।पंथ श्री ने प्रकाशमुनि नाम साहब ने बताया कि इस वर्ष समारोह में 23 जनवरी2026 को नवोदित वंशाचार्य उदितमुनि नाम साहब का चादर तिलक समरोह भी होग़ा जिससे अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे।सभी व्यवस्थाओं सहित सुरक्षा व्यवस्था हेतु बलों की संख्या बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि समरोह में प्रतिवर्ष जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मिलता है इस वर्ष भी सहयोग मिलेगा और सफल आयोजन सम्पन्न होग़ा।कलेक्टर श्री सोनी ने समारोह की भव्यता अनुरूप सभी संबधित अधिकारियों क़ो शत प्रतिशत तैयारी मेला प्रारंभ होने के तीन दिन पूर्व ही करने कहा।उन्होंने मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश पीएचई विभाग के अधिकारियों को दिए। सम्पूर्ण मेला स्थल में पेयजल हेतु 700 से ज्यादा स्टैंड पोस्ट की व्यवस्था,15 नग पावर पंप एवं 2 से 3 स्पेयर में पंप रखने कहा ताकि ख़राब होने पर तत्काल बदला जा सके। इसके साथ ही 5-6 टैंकर की भी व्यवस्था करने कहा। मेला क्षेत्र में नगर पालिका भाटापारा एवं सिमगा द्वारा 100 नग एलईडी लाइट लगाए जाबिजली कटौती एवं लो वोल्टेज की समस्या समाधान हेतु जनरेटर की ब्यवस्था रहेगी।पुलिस विभग द्वारा सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी।सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सिविल ड्रेस में सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। वाहन पार्किंग हेतु बेमेतरा रोड बिलासपुर रोड, रायपुर रोड में पर्याप्त व्यवस्था किया जाएगा। मुख्य कंट्रोल रूम के साथ ही पार्किंग के लिये भी कंट्रोल रूम बनाए जाएंगेमेला में आने वाले श्रद्धालुओं को आस-पास के गांवों के स्कूल, सामुदायिक भवन और हाॅस्टलों में भी ठहराया जाएगा। साफ-सफाई की समुचित तैयारी रहेगी। सिमगा और भाटापारा नगरीय निकाय से सफाई कर्मचारी दिन-रात तैनात रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 24 घण्टे चिकित्सा सुविधा एवं एम्बुलेंस मुहैया कराई जाएगी। मेला स्थल पर अस्थाई शौचालय अैार स्नानागार बनाया जाएगा। फायर ब्रिगेड भी तैनात रहेगी।बताया गया कि संत समागम समारोह में 23 जनवरी 2026को नवोदित वंशाचार्य उदितमुनि नाम साहब का चादर तिलक समारोह प्रातः 9बजे एवं संध्याकाल में गुलालोत्सव एवं नवोदित वंशाचार्य उदितमुनि नाम साहब का प्रगटोत्सव, 24 जनवरी से 1 फरवरी 2026 तक प्रतिदिन प्रातः काल में गुपाठ एवं संत महात्माओं द्वारा भजन किर्तन, सत्संग प्रवचन आदि, दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक प्रतिदिन वरिष्ठ कड़िहार संतो द्वारा अनुराग सागर पाठ, संध्या 4 बजे से प्रतिदिन संध्यापाठ तत्पश्चात् नवोदित वंशाचार्य उदितमुनि नाम साहब के दर्शन बंदगी एवं भजन कीर्तन होगा।28जनवरी 2026 से प्रतिदिन रात्रि कालीन सभा में पंथ श्री हुजूर प्रकाशमुनि नाम साहब का दर्शन एवं आशीर्वचन प्राप्त होगा। 30जनवरी 2026, शाम 4.30 बजे सद्गुरु कबीर धर्मदास वंशावली मिशन की आमसभा होगी । 31जनवरी 2026 सुबह 10बजे से दोपहर 12 बजे तक आमिन माता महिला मंडल की आमसभा होगी।1 फरवरी 2026 प्रातः गुरु महिमा पाठ के उपरान्त वरिष्ठ कड़िहार द्वारा पुनोमहात्तम पाठ के माध्यम से पूर्णिमा व्रत के महत्व की कथा सुबह 12 बजे से दर्शन बंदगी एवं भजन कीर्तन का कार्यक्रम,संध्याकाल में संध्या पाठ के पश्चात सात्विक यज्ञ आनंदी चौका आरती का कार्यक्रम सम्पन्न होगा । 2फरवरी को सामूहिक दीक्षांत समारोह एवं 3 फरवरी 2026 को सामूहिक चलावा चौकी आरती एवं आनंदी चौका आरती होगी।बैठक में पंथ प्रकश छोटे साहब डॉ भानुप्रताप साहब, डीएफओ गणवीर धम्मशील, सीईओ सुश्री दिव्या अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार, एसडीएम अतुल शेट्टे सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- बलौदाबाज़ार /जिले में धान खरीदी कार्य को बेहतर और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशन में राजस्व, खाद्य एवं मंडी विभाग की संयुक्त टीम द्वारा लगातार उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज सोनाखान तहसील के अंतर्गत रिकोकला और थारगांव उपार्जन केंद्रों का एसडीएम और नायब तहसीलदार द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मौके पर धान के भौतिक सत्यापन के साथ-साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन रिकॉर्ड का मिलान किया, जिसमें स्टॉक की स्थिति पूरी तरह सही पाई गई।प्रशासन का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि धान विक्रय के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके लिए केंद्रों पर बारदाने की उपलब्धता, तौल कार्य की शुद्धता और किसानों के लिए बुनियादी सुविधाओं की निरंतर निगरानी की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा की जा रही इस सतत कार्रवाई से खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी हुई है और बिचौलियों पर लगाम कसने के साथ-साथ वास्तविक किसानों को सुगमता से लाभ मिल रहा है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि पूरी खरीदी प्रक्रिया के दौरान प्रशासनिक टीम मुस्तैद रहेगी। किसी भी केन्द्र में कोई गडबड़ी पाए जाने पर सम्बधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
- -विकसित भारत-जी राम जी’ अधिनियम 2025 की दी गई जानकारीबलौदाबाजार / कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दिव्या अग्रवाल के मार्गदर्शन में शुक्रवार को जिले की समस्त 519 ग्राम पंचायतों में विकसित भारत-रोजगार एवं आजीविका मिशन ग्रामीणअधिनियम 2025 के संबंध में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया। इन बैठकों के माध्यम से ग्रामीणों को नए कानून के प्रावधानों, इससे होने वाले लाभों और भविष्य में इसके क्रियान्वयन के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।यह नया कानून ग्रामीण भारत में रोजगार और आजीविका को नई दिशा देने के उद्देश्य से लाया गया है जो अब मनरेगा का स्थान लेगा। इस अधिनियम की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि अब ग्रामीण परिवारों को वर्ष में 100 दिन के स्थान पर 125 दिन का गारंटीड रोजगार प्रदान किया जाएगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को अभूतपूर्व मजबूती मिलेगी।योजना का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण परिवारों को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराकर उनका सशक्तिकरण करना है। कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए इसमें डिजिटलाइजेशन और आधुनिक टेक्नोलॉजी का व्यापक उपयोग किया जाएगा। इस अधिनियम के अंतर्गत मुख्य रूप से जल संरक्षण, भू-जल पुनर्भरण, वाटरशेड विकास, सिंचाई सुविधाओं के विस्तार, वनीकरण और पारंपरिक जल स्रोतों के जीर्णोद्धार जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन प्रयासों से न केवल जिले की मूलभूत ग्रामीण अवसंरचना सुदृढ़ होगी, बल्कि जलवायु परिवर्तन के प्रति अनुकूलन क्षमताओं का भी विकास होगा।वित्तीय व्यवस्था के संदर्भ में यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसमें केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी 60:40 के अनुपात में निर्धारित की गई है। अधिनियम में श्रमिकों के हितों का विशेष ध्यान रखते हुए सात दिवस के भीतर मजदूरी भुगतान की गारंटी दी गई है और तय समय सीमा में काम उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में बेरोजगारी भत्ता देने का कड़ा प्रावधान भी शामिल किया गया है। इन विशेष सभाओं के माध्यम से ग्रामीणों को आजीविका के नए अवसरों और कौशल विकास के प्रति जागरूक किया गया, ताकि जिले के प्रत्येक ग्रामीण परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार सुनिश्चित किया जा सके।
- बलौदाबाजार/ कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी अतुल परिहार के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन बलौदाबाजार विकासखण्ड अंतर्गत नगर पंचायत लवन में किया गया। कार्यशाला में वीर बाल दिवस के वेबकास्ट का प्रसारण किया गया एवं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संदेश वाचन को सभी प्रतिभागियों के द्वारा सुना गया।जिला कार्यक्रम अधिकारी अतुल परिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, 7 बाल विकास परियोजना कार्यलयों, सखी वन स्टाप सेंटर, जिला बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड, बालक कल्याण समिति, चाईल्ड हेल्पलाईन कार्यालय, जिला महिला शसक्तिकरण केन्द्र मे उक्त वेबकास्ट का प्रसारण देखा गया।जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रकाश दास के द्वारा वीर बाल दिवस के आयोजन के इतिहास और महत्व के बारे मे उपस्थित आगुंतको को अवगत कराया गया। जिला मिशन समन्वय प्रीति नवरत्न के द्वारा गुरू गोविंद सिंह के मुगल साम्राज्य का डटकर मुकाबला करने एवं अपने पुत्रो की आहूति दे देने की शौर्यपरक दृष्टांत के बारे में जानकारी प्रदान की गई।जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रकाश दास द्वारा मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत शासन के द्वारा संचालित योजनाओं एवं वैधानिक निकायों के बारे में प्रतिभागियांे को अवगत कराया गया। वीर बाल दिवस के जिला स्तरीय कार्यशाला में आयु प्रवर्ग के अनुसार गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। वीर बाल दिवस थीम पर रंगोली प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। तीनो प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरूस्कार का वितरण किया गया।जिला स्तरीय कार्यशाला में बलौदाबाजार विकासखण्ड के समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, लवन परियोजना के समस्त पर्यवेक्षक, जिला बाल संरक्षण इकाई, चाईल्ड हेल्पलाईन एवं जिला महिला सशक्तिकरण केन्द्र के अधिकारी उपस्थित रहे।
- बलौदाबाजार / जिले में संचालित समस्त शासकीय,अशासकीय महाविद्यालय,पॉलीटेक्नीक, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था आदि के संस्था प्रमुख व छात्रवृति प्रभारी को शिक्षा सत्र 2025-2026 हेतु पोस्ट मेट्रिक छात्रवृति हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2025 एवं संस्थाओं द्वारा प्रपोजल लॉक कर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को प्रेषित करने की अंतिम तिथि 5 फरवरी 2025 तक निर्धारित की गई है। ऑनलाइन आवेदन एवं स्वीकृति की कार्यवाही http://postmatric-scholarship.cg.nic.in पर की जाएगी।
- -अधिकतम मांग भी 1,605 मेगावाट बढ़ीरायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के द्वारा विगत 2 वर्षों में विद्युत अधोसंरचना विस्तार की दिशा में अति महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की गई है जिसके तहत अति उच्चदाब के 5 उपकेंद्र तथा निम्नदाब के 28,715 उपकेंद्रों की स्थापना की गई। अति उच्चदाब की 782 सर्किट किलोमीटर पारेषण लाइनें स्थापित की गई। वहीं निम्नदाब की 33,457 सर्किट किलोमीटर वितरण लाइनें स्थापित की गई। विगत 2 वर्षों में प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या 2,94,318 बढ़ी, वहीं विद्युतीकृत पंपों की संख्या में 3,04,786 का इजाफा हुआ।मुख्यमंत्री तथा ऊर्जा मंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रदेश में विद्युत अधोसंरचना के विस्तार के कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए थे जिसके कारण प्रदेश में विगत 2 वर्षों में पारेषण उपकेंद्र, वितरण उपकेंद्र, लाइनों तथा संबंधित तंत्र के विकास का काम तेजी से पूर्ण किया गया। अति उच्चदाब विद्युत अधोसंरचना के तहत 400 केवी क्षमता का 5वां उपकेंद्र धरदेही जिला मुंगेली में पूर्ण किया गया। 400 केवी उपकेंद्र की क्षमता 3,150 एमवीए से बढ़कर 4,410 एमवीए, लाइन की लंबाई 1,918 से बढ़कर 1,938 सर्किट किलोमीटर, 220 केवी उपकेंद्रों की संख्या 26 नग से बढ़कर 27 नग एवं इनकी क्षमता 10,160 एमवीए से बढ़कर 11,280 एमवीए, लाइन की लंबाई 4,085 सर्किट किलोमीटर से बढ़कर 4,383 सर्किट किलोमीटर हो गई। इसी तरह 132 केवी उपकेंद्र की संख्या 102 नग से बढ़कर 105 नग, क्षमता 10,917 एमवीए से बढ़कर 12,130 एमवीए, लाइन की लंबाई 7,931 सर्किट किलोमीटर से बढ़कर 8,395 सर्किट किलोमीटर हो गई।विद्युत वितरण के क्षेत्र में भी उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति हेतु 33 केवी उपकेंद्रों की संख्या 1,352 नग से बढ़कर 1,474, क्षमता 9,075 एमवीए से बढ़कर 10,295 एमवीए, 11 केवी उपकेंद्र की संख्या 2,23,131 नग से बढ़कर 2,51,724 नग, उपकेंद्र की क्षमता 12,507 एमवीए से बढ़कर 14,595 एमवीए हो गई। इसी के साथ उपभोक्ताओं की संख्या (निम्नदाब) 62,37,336 से बढ़कर 65,31,180 एवं (उच्चदाब) की संख्या 3,719 से बढ़कर 4,193 हो गई। विद्युतीकृत पंपों की संख्या 5,35,206 से बढ़कर 8,39,992 हो गई। विगत 2 वर्षों में अधिकतम मांग में 1,605 मेगावॉट की वृद्धि हुई है।छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के अध्यक्ष (ट्रांसमिशन) श्री सुबोध कुमार सिंह एवं अध्यक्ष (डिस्ट्रीब्यूशन एवं जनरेशन) डॉ. रोहित यादव एवं प्रबंध निदेशकगण श्री आर.के. शुक्ला एवं श्री भीमसिंह कंवर के दिशा-निर्देश में विगत 2 वर्षों में विद्युत अधोसंरचना में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
- -प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजनान्तर्गत समग्र कृषि विकास को नई दिशा देने के लिए प्रशासन के प्रयास तेज-भूमगादी जैविक कृषक उत्पादक कंपनी इकाई भी का भी कलेक्टर ने किया अवलोकनदंतेवाड़ा, । प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजनान्तर्गत चयनित जिला दंतेवाड़ा में समग्र कृषि विकास को नई दिशा देने तथा कृषि के अलावा उद्यानिकी,मत्स्य,पशुपालन विभागों की योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन और एकरूपता लाने के मद्देनजर कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने आज जैविक कृषि ग्राम झोडि़याबाड़म में स्थित भूमगादी जैविक कृषक उत्पादक कंपनी मर्यादित का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मिलेट्स प्रसंस्करण मशीन, धान एवं पोहा प्रसंस्करण इकाई सहित अन्य स्थापित मशीनों की कार्यप्रणाली, क्षमता एवं वर्तमान उत्पादन की स्थिति की जानकारी ली। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों एवं कंपनी प्रबंधन से कच्चे माल की उपलब्धता, उत्पादों की गुणवत्ता, भंडारण व्यवस्था तथा विपणन की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। कलेक्टर श्री धु्रव ने जैविक उत्पादों के बाजार मूल्य संवर्धन पर विशेष जोर देते हुए कहा कि मिलेट्स एवं धान आधारित उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग को और बेहतर बनाया जाए, ताकि स्थानीय किसानों को अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने एफपीओ के माध्यम से किसानों की आय वृद्धि, रोजगार सृजन एवं स्थानीय संसाधनों के अधिकतम उपयोग को जिले के लिए महत्वपूर्ण बताया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मशीनों के नियमित संचालन, समय पर मेंटेनेंस एवं सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, भविष्य में प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाने एवं नए उत्पाद विकसित करने की संभावनाओं पर भी विचार करने को कहा।प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना के तहत जैविक कृषि ग्राम बिंजाम के प्रगतिशील कृषकों, समलूर में स्व सहायता समूहों द्वारा जैव उत्पाद निर्माण के प्रयासों को मिला कलेक्टर से प्रोत्साहन, जैविक कृषि के साथ-साथ पशुपालन पालन को बढ़ावा देने तथा भूमिगत जल संरक्षण हेतु कुआं निर्माण को जरूरी बताया कलेक्टर नेइस क्रम में कलेक्टर ने ग्राम बिंजाम पहुंचकर वहां पीढ़ियों से जैविक कृषि कर रहे कृषकों में से एक श्री शनि राम नेताम के कृषि क्षेत्र पहुंचकर जैविक खेती की प्रगति, उनके द्वारा अपनाई जा रही पद्धतियों एवं योजना के जमीनी क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान श्री कृषक श्री शनि राम नेताम ने कलेक्टर को बताया कि उसके द्वारा वर्षों से जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट, जीवामृत एवं प्राकृतिक कीट नियंत्रण विधियों का उपयोग किया जा रहा है तथा इससे उत्पादन एवं आय में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है। उन्होंने आगे बताया कि वे कृषि,उद्यानिकी तथा भूमगादी संगठन से जुड़कर वर्तमान में एटीएम विधि से साग-सब्जी का उत्पादन कर रहे है। इससे भी कृषि उत्पादन में आशाजनक बढ़ोत्तरी हुई है। यह अन्य प्रगतिशील कृषक श्री हरसिंह ओयाम, राजूराम नेताम ने भी जैविक कृषि को स्थानीय कृषकों को लाभप्रद बताते हुए कहा कि इससे ना केवल लागत में कमी आई है, साथ-साथ ही फसलों की गुणवत्ता, भूमि उर्वरता भी बेहतर हुई है। इसके अलावा उन्हें बाजार में उचित मूल्य भी प्राप्त हो रहा है। मौके पर कलेक्टर ने सभी कृषकों को जैविक खेती को निरंतर अपनाने, फसल विविधीकरण करने एवं समूह आधारित खेती को प्रोत्साहित करने तथा अन्य कृषकों को भी प्रेरित करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने कृषि,उद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों से सभी इच्छुक कृषकों को धन धान्य योजना अतंर्गत आवश्यक तकनीकी मार्गदर्शन, प्रशिक्षण एवं विपणन सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने यह भी कहा कि इन सभी कृषकों को चिन्हांकित करते हुए इनकी जैविक कृषि उपलब्धियों को रोल मॉडल के रूप में तैयार करें। ताकि अधिक से अधिक कृषक इससे जुड़े और एक बड़े समुदाय में आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन दृष्टिगत हो। उन्होंने कृषको से आग्रह किया भूमिगत जल संरक्षण की दृष्टि से अपनी कृषि में कुंआ निर्माण कार्य को भी प्राथमिकता देवें ताकि भविष्य को देखते हुए भूमिगत जल स्तर एक मानक में बना रहे। इस दौरान कृषकों ने भी कृषि से संबंधित मांगों एवं समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया। जिसके संबंध में कलेक्टर ने अधिकारियों को निराकरण करने को कहा।इसके साथ ही कलेक्टर ने ग्राम समलूर में महिला स्व सहायता समूह एकता महिला ग्राम संगठन द्वारा निर्मित किये जा रहे जैव उत्पाद, खाद-दवा संसाधन केन्द्र का भी अवलोकन किया। ज्ञातव्य है कि उक्त स्व सहायता समूह द्वारा राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन अंतर्गत विभिन्न प्रकार के जैव उत्पाद जैसे जीवामृत,घन जीवामृत,नीमास्त्र,ब्रह्मास्त्र एवं मछली दवा (फिश टॉनिक) जैसे प्राकृतिक खेती के अनुकूल जैविक उत्पाद का निर्माण किया जा रहा है। इस अवसर पर कलेक्टर ने समूहो के सदस्यों से जैव उत्पाद के निर्माण की प्रक्रिया, बिक्री हेतु बाजार प्रबंधन के विषय में जानकारी ली और उन्हें प्रोत्साहित करते हुए प्रशासन द्वारा हर संभव मदद हेतु आश्वस्त किया। समूहों के सदस्यों ने कलेक्टर को बताया कि इस समूह के अंतर्गत 30 सदस्य जुड़े हुए है। जो सभी प्रकार के जैविक खाद दवा का निर्माण करने में सहयोग करते है। साथ ही उन्होंने उत्पाद के विक्रय हेतु मुख्य मार्ग दुकान आबंटित करने की भी मांग रखी। इसके लिए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को उचित कार्यवाही करने को निर्देशित किया।अत: में कलेक्टर ने पशुधन विकास विभाग को निर्देशित किया कि कृषक वर्ग में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशु सखियों के माध्यम व्यापक विभागीय प्रचार-प्रसार करने के साथ-साथ उनके के लिए प्रशिक्षण सत्र, पशुओं में होने वाली बीमारियों के उपचार,देखभाल के बारे में जागरूक किया जाना सुनिश्चित करे।
- -केंद्र प्रभारी एवं संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश-अब तक 4 लाख 21 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी, धान उठाव जारीमहासमुंद / कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आज बागबाहरा विकासखंड अंतर्गत आमाकोनी धान उपार्जन केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने धान खरीदी की समस्त व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए केंद्र प्रभारी एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर एसडीएम बागबाहरा श्रीमती नमिता मारकोले, समिति प्रबंधक, कर्मचारी एवं कृषकगण मौजूद थे।कलेक्टर श्री लंगेह ने उपार्जन केंद्र में किसानों के पंजीयन, तौल प्रक्रिया, नमी परीक्षण, बारदाना उपलब्धता, स्टॉक संधारण एवं ऑनलाइन एंट्री की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने तौल कांटे की जांच कर उसकी शुद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखने कहा। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप धान खरीदी कार्य पारदर्शी, सुचारु एवं समयबद्ध तरीके से संपन्न किया जाए। उन्होंने केंद्र में उपस्थित किसानों से चर्चा कर खरीदी प्रक्रिया, भुगतान एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में फीडबैक भी लिया।कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि उपार्जन केंद्रों में धान का अनावश्यक भंडारण न होने दिया जाए। उन्होंने मिलर्स एवं परिवहन एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर नियमित एवं तेज गति से धान उठाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि बारिश अथवा अन्य कारणों से धान को नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि जिन केंद्रों में उठाव की गति धीमी है, वहां तत्काल सुधार किया जाए तथा दैनिक प्रगति की सतत निगरानी की जाए। कलेक्टर श्री लंगेह ने निर्देश दिए कि धान खरीदी में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उल्लेखनीय है कि जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी सुचारू रूप से जारी है। आज धान खरीदी का 29वां दिन है। धान खरीदी के लिए 22 दिन शेष है। अब तक जिले के 182 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से कुल 4217789.60 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। जिसमें मोटा धान 3439240.40 क्विंटल, पतला धान 198 क्विंटल एवं सरना धान 778351.20 क्विंटल खरीदा गया है। इसी प्रकार अब तक 729869.38 क्विंटल धान का उठाव कर लिया गया है।
- - 5 जनवरी से 13 गांवों के लिए कोडार जलाशय से छोड़ा जाएगा पानीमहासमुंद / महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा की पहल पर एवं किसानों की मांग और आवश्यकताओं को देखते हुए कोडार जलाशय से रबी फसल के लिए खेतों में पानी देने पर निर्णय लिया गया। विधायक श्री सिन्हा ने कहा कि किसानों की मांग के मद्देनजर किसानों को पानी देना आवश्यक है। अतः 5 जनवरी से ही खेतों में पानी दिया जाए। इसके लिए जिले के कोडार जलाशय परियोजना (बायीं तट नहर प्रणाली से) वृहद परियोजना अंतर्गत पानी दिया जाएगा। इसके लिए कोटवार के माध्यम से मुनादी करके किसानों तक जानकारी पहुंचाई जाए। अंतिम छोर तक पानी पहुंचे इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए।कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला जल उपयोगिता समिति श्री विनय कुमार लंगेह ने कहा कि समय-समय पर किसानों द्वारा रबी फसल के लिए पानी की मांग के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए एवं समिति द्वारा सर्वसम्मति से आगामी 5 जनवरी से पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है। विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि किसानों की मांग और जलभराव के आधार पर रबी फसल सिंचाई हेतु किसानों को जल प्रदाय किया जाए। उन्होंने कहा कि नहर में जल प्रवाह के दौरान किसी तरह नहर के तटों को काटकर पानी के उपयोग पर पाबंदी लगाया जाए। यदि कोई तट काटकर पानी ले जाने की कोशिश करते है तो उन पर भी कार्यवाही की जाए। कोशिश हो कि अंतिम छोर तक पानी खेतों तक पहुंचे। जल संसाधन के मुख्य कार्यपालन अभियंता श्री अजय कुमार खरे ने बताया कि रबी सिंचाई के लिए कोडार वृहद परियोजना में बांयी तट नहर प्रणाली से 13 गांवों के 1600 हेक्टेयर क्षेत्र का रकबा सिंचाई सुविधा के लिए प्रस्तावित किया गया है। इन गांवों में बंजारी, घोंघीबाहरा, बनसिवनी, कौंदकेरा, सोरिद, चोरभट्ठी, नयापारा, परसदा, बेमचा, मुस्की, कांपा, खरोरा एवं बरोंडाबाजार शामिल हैं।
- दंतेवाड़ा। गीदम निवासी पशुपालक श्री तिलेश्वर पाण्डे पिछले पाँच वर्षों से पशुपालन के क्षेत्र से जुड़े हुये है। प्रारंभ में उनके पास केवल देशी नस्ल की कुछ ही गायें थीं, जिनसे सीमित मात्रा में दुग्ध उत्पादन हो पाता था। पशुपालन व्यवसाय को आधुनिक रूप देने तथा आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने की प्रबल इच्छा के चलते उन्होंने पशुधन विकास विभाग से संपर्क किया जहाँ से उन्हें कृत्रिम गर्भाधान एवं नस्ल सुधार की वैज्ञानिक जानकारी प्राप्त हुई। इस प्रकार विभागीय मार्गदर्शन में श्री पाण्डे ने अपनी देशी गायों में कृत्रिम गर्भाधान करवाया। जिसके परिणामस्वरूप देषी नस्ल के गायों से उच्च नस्ल की बछियाओं का जन्म हुआ। कुल मिलाकर इन संकर नस्ल की बछियाओं के वयस्क होने पर उनका दुग्ध व्यवसाय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। धीरे-धीरे उनका डेयरी व्यवसाय एक संगठित और लाभकारी स्वरूप लेने लगा।वे मानते है कि पषु नस्ल सुधार से बढ़े दुग्ध उत्पादन ने उनकी आमदनी के नए रास्ते खोले। इस प्रकार उन्होंने विभाग के सहयोग और प्राप्त आर्थिक लाभ से उन्होंने नई नस्ल की गायें भी खरीदीं। वर्तमान में उनके पास बछिया सहित लगभग 12 गायें हैं। आज उनकी डेयरी में प्रतिदिन लगभग 40 से 50 लीटर दुग्ध का उत्पादन हो रहा है, जिससे उन्हें प्रतिमाह करीब 30,000 से 40,000 रुपये की आय प्राप्त हो रही है। आज श्री तिलेश्वर पाण्डे की आर्थिक स्थिति में स्पष्ट सुधार हुआ है और वे आत्मनिर्भर बन चुके हैं। वे अपनी डेयरी की सभी गायों में नियमित रूप से कृत्रिम गर्भाधान करवा रहे हैं। अपनी सफलता से प्रेरित होकर वे अन्य पशुपालकों से भी अपील करते हैं कि पशुधन विकास विभाग के संपर्क में रहकर कृत्रिम गर्भाधान जैसी वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाएं और पशुपालन को लाभ का व्यवसाय बनाएं। श्री पाण्डे की यह यात्रा साबित करती है कि सही मार्गदर्शन, वैज्ञानिक सोच और निरंतर प्रयास से ग्रामीण क्षेत्र में भी समृद्धि की नई कहानी लिखी जा सकती है।
- -नल जल वितरण संचालक का कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर युवा बनेगें आत्मनिर्भरदंतेवाड़ा, । पीएचई विभाग द्वारा दी गई जानकारी अनुसारं भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्रामों में जल जीवन मिशन योजना के संचालन के लिए नल जल वितरण संचालक चयनित किए जायेगें। इस क्रम में इन चयनित व्यक्तियों युवाओं को लाइवलीहुड कॉलेज दंतेवाड़ा में नल जल वितरण संचालक का कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। कौशल प्रशिक्षण उपरांत कॉलेज द्वारा टूलकिट प्रदान कर पंचायत द्वारा नियुक्ति प्रदान की जाएगी। जिला प्रशासन के माध्यम से इस कौशल प्रशिक्षण में वर्तमान में आत्मसमर्पित नक्सली युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाये जाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे जीवन को नए सपनों से संजोकर आगे बढ़े। इस अंतर्गत इन युवाओं को कौशल नल जल वितरण संचालक के रूप में उनकी इच्छा अनुसार अपने-अपने निवास ग्रामों में सेवाएं देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि प्रशासन द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनरुद्धार के उद्देश्य से लाइवलीहुड कॉलेज में आवासीय प्रशिक्षण के साथ-साथ विभिन्न ट्रेडों जैसे नल जल वितरण संचालक, सोलर, इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर एवं अन्य ट्रेड में प्रशिक्षित किया जा रहा है। चुंकि आत्मसमर्पित युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़ साधारण जीवन जीने हेतु प्रशासन का हाथ थाम कर एक नई दिशा में कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। अतः प्रशासन द्वारा भी इन युवाओं पुनर्स्थापन के लिए रोजगार के नये अवसर तलाशे जा रहे है। उन्हें नल जल वितरण संचालक का कौशल प्रशिक्षण दिया जाना भी इसी का सार्थक प्रयास है।
- रायपुर ।छत्तीसगढ़ शासन, जल संसाधन विभाग द्वारा सक्ती जिले के विकासखण्ड डभरा के अंतर्गत घटोई नाला में कर्राखाई स्टापडेम के निर्माण कार्य के लिए दो करोड़ 21 लाख 60 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना से निस्तारी, भू-जल संवर्धन एवं किसानों द्वारा स्वयं के साधन से 58 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। जल संसाधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन से योजना का कार्य पूर्ण कराने के लिए मुख्य अभियंता हसदेव कछार जल संसाधन विभाग बिलासपुर को प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है।
- दंतेवाड़ा । विगत दिवस जनपद पंचायत कुआकोंडा के ग्राम पंचायत श्यामगिरी, में क्लस्टर स्तरीय सम्मिलित 9 पंचायत का सुशासन सप्ताह शिविर एवं जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर संपन्न हुआ। उक्त शिविर में 9 ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, जनप्रतिनिधि, बिहान की दीदीया, ग्रामीण जन, किसान सम्मिलित हुए। शिविर के तहत कृषि विभाग द्वारा 15 किसानों को मिनी किट मूंग, मसूर, खाद वितरण, श्रम विभाग द्वारा 11 पंजीकृत श्रमिकों को श्रम कार्ड, समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरण एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गोद भराई एवं अन्नप्राशन, कार्यक्रम किया गया। शिविर में कुल 214 आवेदन प्राप्त हुआ,जिसमें से 82 आवेदनो का शिविर में त्वरित निराकरण किया गया एवं शेष लंबित आवेदनों को संबंधित विभागों में प्रेषित कर समय सीमा में निराकरण के निर्देश दिए गए। इस मौके पर राजस्व विभाग, वन विभाग,पंचायत एवं ग्रामीण विकास, शिक्षा विभाग, मत्स्य विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग आदि विभागों द्वारा अपने विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई।
- -दो वर्षों में विद्युत ढांचे को मिली ऐतिहासिक मजबूती, प्रदेश का पांचवां 400/220 केवी उपकेंद्र हर्राडांड में स्वीकृतरायपुर ।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के दूरदर्शी और जनहितकारी नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के विद्युत अधोसंरचना क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति दर्ज की जा रही है। बीते दो वर्षों में जशपुर जिला बिजली ढांचे के सशक्तिकरण की दृष्टि से एक पावर हब के रूप में उभरकर सामने आया है। राज्य सरकार द्वारा लिए गए रणनीतिक और दीर्घकालिक निर्णयों के परिणामस्वरूप जिले में बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण व्यवस्था को नई मजबूती मिली है, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है।साय सरकार ने जशपुर जिले के हर्राडांड में प्रदेश के पांचवें 400/220 केवी उच्च क्षमता वाले विद्युत उपकेंद्र की स्थापना को स्वीकृति प्रदान की है। निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद इस परियोजना का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। यह उपकेंद्र न केवल जशपुर बल्कि पूरे सरगुजा संभाग के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि सिद्ध होगा और क्षेत्रीय विद्युत आपूर्ति को सुदृढ़ बनाएगा।इसके साथ ही फरसाबहार एवं झिक्की-बगीचा में 132/33 केवी विद्युत उपकेंद्रों की स्थापना को भी मंजूरी दी गई है, जिससे बढ़ते विद्युत भार का संतुलन बेहतर ढंग से किया जा सकेगा। वहीं जिले के सलिहाटोली, विपतपुर, भगोरा, समडमा, मैनी, रेड़े (पथलगांव), पालीडीह, खुटेरा एवं चेटवा में 33/11 केवी विद्युत सब-स्टेशनों के निर्माण हेतु करोड़ों रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। इन सभी परियोजनाओं के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं पूर्ण की जा रही हैं और जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।कुनकुरी को मिला मिनी डिपो स्टोर, विद्युत व्यवस्था में आई गतिमुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर कुनकुरी विकासखंड में उप-क्षेत्रीय भंडार (मिनी डिपो स्टोर) की स्थापना को स्वीकृति दी गई है। इसके संचालन में आने से अब जले या खराब वितरण ट्रांसफार्मरों के प्रतिस्थापन के लिए विश्रामपुर और सूरजपुर जैसे दूरस्थ भंडारों पर निर्भरता समाप्त हो गई है। इससे समय और लागत दोनों की बचत हो रही है तथा विद्युत आपूर्ति शीघ्र बहाल की जा रही है।प्रशासनिक ढांचे को भी मिली मजबूतीजिले में विद्युत प्रशासन को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से कुनकुरी में वृत्त कार्यालय, संभागीय कार्यालय, एसटीएम संभागीय कार्यालय, सतर्कता संभागीय कार्यालय, वितरण भंडार, तपकरा उप-संभागीय कार्यालय तथा वितरण केंद्र कुनकुरी की स्थापना की गई है। इन कार्यालयों के संचालन से निगरानी, रखरखाव और उपभोक्ता सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।117 नए ट्रांसफार्मर स्थापित, लो वोल्टेज की समस्या से राहतग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में वर्षों से चली आ रही लो वोल्टेज की समस्या के समाधान के लिए 117 नए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर स्थापित किए जा चुके हैं। इससे किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली मिल रही है, वहीं घरेलू उपभोक्ताओं, व्यापारियों और लघु उद्योगों को भी स्थिर विद्युत आपूर्ति का लाभ मिल रहा है।बिजली से विकास को मिली नई रफ्तारजिलेवासियों का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जशपुर को मिली विद्युत सौगातों से न केवल बिजली व्यवस्था मजबूत हुई है, बल्कि कृषि, व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग जैसे क्षेत्रों में भी विकास को नई गति मिली है। निर्बाध बिजली आपूर्ति से आमजन के जीवन में सकारात्मक बदलाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।निस्संदेह, साय सरकार की ये पहलें जशपुर को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाते हुए राज्य के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
- -केन्द्रीय सहकारी बैंक शाखा खरोरा के अंतर्गत बनाये गये 16 धान खरीदी केन्द्रों में से अधिकांश में प्रभावी परिवहन नहीं होने के कारण धान जामरायपुर । केन्द्रीय सहकारी बैंक शाखा खरोरा के अंतर्गत बनाये गये 16 धान खरीदी केन्द्रों में से अधिकांश में प्रभावी परिवहन नहीं होने के कारण धान जाम हो गया है जिसके कभी भी खरीदी प्रभावित होने की आंशका है । बीते 23 दिसंबर तक खरीदे गये कुल धान लगभग 3 लाख क्विंटल में से महज 40 प्रतिशत का ही परिवहन हो पाया है और शेष लगभग 2 लाख क्विंटल धान का उठाव बाकी है । सर्वाधिक धान तकरीबन 30 हजार क्विंटल बुड़ेनी में जाम है तो सबसे कम धान बुडेरा में लगभग 2 हजार क्विंटल उठाव हेतु शेष है ।बुड़ेनी में खरीदे गये धान मे से महज 3 सौ क्विंटल का ही उठाव हो पाया है और यहां उठाव महज 01 प्रतिशत ही हुआ है । कुम्हारी में खरीदे गये लगभग 23 हजार क्विंटल धान में से महज 25 सौ क्विंटल धान का ही परिवहन हो पाया है जो खरीदे गये धान का महज 12 प्रतिशत ही है और लगभग 20 हजार क्विंटल धान जाम है । फरहदा में खरीदे गये तकरीबन 28 हजार क्विंटल धान में से लगभग 20 हजार क्विंटल धान का उठाव होना बाकी है और उठाव का प्रतिशत महज 30 है । अड़सेना में खरीदे गये 21 हजार क्विंटल धान में से महज 10 प्रतिशत का ही उठाव हो पाया है और करीब 18 हजार क्विंटल धान उठाव के इंतजार में है । पचरी में खरीदे गये 25 हजार क्विंटल धान में से सिर्फ 25 प्रतिशत का ही परिवहन हुआ है और लगभग 19 हजार क्विंटल परिवहन हेतु प्रतीक्षारत है । बंगोली में खरीदे गये 17 हजार क्विंटल धान में से सिर्फ 05 प्रतिशत को ही अब तक उठवा पाने में विपणन संघ सफल रहा है और लगभग 16 हजार क्विंटल धान जाम है । असौंदा में खरीदे जा चुके 18 हजार क्विंटल धान में से 13 प्रतिशत का ही उठाव हो पाया है और लगभग 15 हजार क्विंटल धान उठाव के इंतजार में है । गनियारी में खरीदे गये 15 हजार क्विंटल धान में से महज 08 प्रतिशत के लिये ही विपणन संघ द्वारा डी ओ जारी किया गया है शेष बचे लगभग 14 हजार के लिये डी ओ जारी नहीं हुआ है । छड़िया में खरीदे गये 20 हजार क्विंटल धान में से 37 प्रतिशत का परिवहन हो चुका है और 13 हजार के आसपास का परिवहन शेष है । कनकी में खरीदे गये 20 हजार क्विंटल धान में से लगभग 87 प्रतिशत का परिवहन हो चुका है और मात्र 27 सौ क्विंटल का उठाव होना है । माठ में खरीदे गये 17 हजार क्विंटल में से तकरीबन 13 हजार क्विंटल का उठाव हो गया है और महज 25 प्रतिशत का ही उठाव होना है । खरोरा में खरीदे गये 22 हजार क्विंटल में से लगभग 81 प्रतिशत का उठाव हो गया है और महज 19 प्रतिशत का ही उठाव होना है । नवागांव में खरीदे गये 15 हजार क्विंटल में से 76 प्रतिशत का उठाव हो चुका है और महज 35 सौ क्विंटल का उठाव शेष है । पाडाभाट केन्द्र में खरीदे गये 10 हजार क्विंटल में से 7 हजार का परिवहन हो गया है और महज 27 प्रतिशत का ही उठाव शेष है । बुडेरा में खरीदे गये 17 हजार क्विंटल धान में से 80 प्रतिशत का उठाव हो चला है और सिर्फ 22 सौ क्विंटल का उठाव होना शेष है । फरहदा सोसायटी के अध्यक्ष योगेश चंद्राकर और किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने यह जानकारी देते हुये कहा है कि मनमाना बफर स्टाक लिमिट तय कर विपणन संघ द्वारा डी ओ जारी करने में अनियमितता बरतने के चलते कई केन्द्रों में जाम धान की वजह से खरीदी व्यवस्था लड़खड़ाने की नौबत आ पहुंचा है । श्री चंद्राकर ने आगे बतलाया कि किसानों को होने वाले संभावित परेशानी व होने वाले अव्यवस्था के मद्देनजर किसानों व किसान प्रतिनिधियों की मांग पर शाखा प्रबंधक ने संबंधित विपणन संघ अधिकारी को पत्र लिखकर हालात से अवगत कराते हुये जाम धान के उठाव के लिये मिलर्स को डी ओ जारी कर धान का उठाव करवाने का आग्रह किया है । फरहदा केन्द्र के संबंध में पूर्व में ही जिलाधीश गौरव कुमार सिंह को ज्ञापन सौंप दिये जाने की भी जानकारी उन्होंने दी है । बुड़ेनी के सरपंच प्रतिनिधि रवीन्द्र शर्मा व किसान टेनूराम वर्मा ने सभी केन्द्रों में से बुडेनी में सर्वाधिक धान जाम होने की बात कहते हुये किसानों को परेशानी से बचाने अविलंब उठाव का आग्रह शासन - प्रशासन से किया है ।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति द्वारा आयोजित गौ विज्ञान परीक्षा–2025 के लिए तैयार किए गए संदर्भ ग्रंथ “गाय धर्म एवं विज्ञान” के नवीनतम संस्करण का अपने निवास कार्यालय में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में विमोचन किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रंथ को गौ विज्ञान के क्षेत्र में विद्यार्थियों और समाज के लिए उपयोगी बताते हुए समिति के प्रयासों की सराहना की और इसे ज्ञानवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।इस अवसर पर ग्रंथ के संपादक श्री सुबोध राठी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुस्तक में गौ की उत्पत्ति से जुड़े पौराणिक तथ्यों के साथ-साथ गाय के दूध, दही, घी, गोबर और गोमूत्र पर हुए विभिन्न वैज्ञानिक शोधों को प्रमाणों सहित बच्चों के अध्ययन हेतु सरल एवं व्यवस्थित रूप में संकलित किया गया है। इसके साथ ही गौ-आधारित कृषि, पंचगव्य उत्पादों का वैज्ञानिक विश्लेषण तथा गौ के पर्यावरणीय महत्व को भी विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।विमोचन कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रांत संयोजक श्री अन्ना सपारे, श्री मनोज पाण्डेय, श्री हार्दिक कोटक, श्री मन्मथ शर्मा, श्री दुलार सिंह सिन्हा, श्री हेमराज सोनी, श्री विक्रम केवलानी, श्री अनुज तुलावी, श्रीमती रेवा यादव, श्री विक्रांत शर्मा, श्री श्याम अड़ेपवार, श्री शंभु दास महंत सहित संपादक मंडल के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में रायपुर की प्रथम महिला विधायक स्वर्गीय श्रीमती रजनी दत्तात्रेय उपासने के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री “अनटोल्ड स्टोरी ऑफ स्व. रजनी दत्तात्रेय उपासने” का विमोचन किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय श्रीमती उपासने के सामाजिक, राजनीतिक एवं जनसेवा से जुड़े योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्ष, समर्पण और प्रेरणा का प्रतीक रहा है। आपातकाल जैसे कठिन दौर में लोकतंत्र की रक्षा से लेकर रायपुर के विकास, महिलाओं और वंचित वर्गों के उत्थान तक उनका योगदान सदैव प्रेरणा देता रहेगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कि यह डॉक्यूमेंट्री आने वाली पीढ़ियों को उनके व्यक्तित्व और कार्यों से परिचित कराने का सशक्त माध्यम बनेगी। विमोचन कार्यक्रम के दौरान श्री सच्चिदानंद उपासने सहित उनके परिजन उपस्थित थे।
- -जूडो में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर योगिता मंडावी राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी बधाई और शुभकामनाएं- योगिता छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बालिका गृह कोंडागांव में निवासरत हैरायपुर / छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव जिले की प्रतिभाशाली बालिका योगिता मंडावी ने जूडो खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का नाम गौरवान्वित किया है। छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बालिका गृह, कोण्डागांव में पली-बढ़ी योगिता को उनकी उल्लेखनीय खेल उपलब्धियों के लिए प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा योगिता मंडावी को यह राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया। समारोह में देशभर से चयनित प्रतिभाशाली बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे खेल, नवाचार, सामाजिक सेवा, कला एवं संस्कृति आदि में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।उल्लेखनीय है कि योगिता मंडावी ने कम उम्र में ही जूडो खेल में अपनी विलक्षण प्रतिभा का परिचय दिया है। मात्र 13 वर्ष की आयु में उन्होंने राज्य की श्रेष्ठ जूडो खिलाड़ी का दर्जा प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में लगातार पदक अर्जित कर अपनी निरंतर प्रगति और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने योगिता मंडावी की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है तथा कहा कि प्रतिभाशाली बच्चों की सफलता से नई पीढ़ी को आगे बढ़ने और अपने सपनों को साकार करने की प्रेरणा मिलती है। योगिता की उपलब्धि न केवल छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है, बल्कि बालिका गृह एवं बाल कल्याण संस्थाओं में रह रहे बच्चों के लिए प्रेरणा का सशक्त स्रोत भी है। उन्होंने यह साबित किया है कि संसाधनों की सीमाएँ नहीं, बल्कि सपनों के प्रति लगन और परिश्रम ही सफलता का वास्तविक आधार है।
- - जिला चिकित्सालय बलरामपुर में लेप्रोस्कोपिक पद्धति से 18 महिलाओं की हुई सफल नसबंदी-हर बुधवार होंगी एलटीटी सेवाएं उपलब्धरायपुर। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर बलरामपुर जिला अस्पताल के चिकित्सकों के नेतृत्व में परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत महिला नसबंदी (एलटीटी) का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि तिवारी एवं डॉ. अनिमेष सिंह की टीम के समन्वय से कुल 12 महिलाओ का लेप्रोस्कोपिक पद्धति से नसबंदी सफलतापूर्वक की गई। सभी हितग्राही सुरक्षित एवं स्वस्थ हैं। लंबे अंतराल के पश्चात अब जिला चिकित्सालय बलरामपुर में परिवार नियोजन के स्थायी साधनों की सेवाएं नियमित रूप से साप्ताहिक रूप में प्रारंभ की गई हैं।इसके अंतर्गत अब सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को महिला हितग्राहियों की एलटीटी महिला नसबंदी जिला चिकित्सालय में की जाएगी। अब तक कुल 18 महिलाओं का सफलपूर्वक नसबंदी किया गया है। साथ ही जिला चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा महिला प्रसूति रोग, बच्चादानी एवं अंडकोष से संबंधित जांच एवं उपचार की सुविधा भी लेप्रोस्कोपिक विधि से उपलब्ध कराई जा रही है। गर्भाशय की जांच एवं आवश्यक ऑपरेशन भी अब दूरबीन पद्धति से बिना चीरा लगाए किए जा रहे हैं, जिससे मरीजों को कम दर्द, शीघ्र स्वस्थ होने और सुरक्षित उपचार का लाभ मिल रहा है। शासन की यह पहल जिले में सुरक्षित मातृत्व, परिवार नियोजन और उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज लोकभवन में वीर बाल दिवस के अवसर पर पुष्पाजंलि अर्पित की। वीर बाल दिवस गुरू गोविंद सिंह के साहिबज़ादों के बलिदान, पराक्रम और अत्याचार के सामने न झुकने की सीख को याद करने का अवसर है। इन्होंने बाल्यकाल में ही धर्म और राष्ट्र की मर्यादा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी याद में वीर बाल दिवस मनाया जाता है।इस अवसर पर लोकभवन के अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।
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नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिवस पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व तथा राज्य सरकार की उपलब्धियों पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन राजधानी रायपुर के मरीन ड्राइव (तेलीबांधा तालाब) में किया गया। इस छाया चित्र प्रदर्शनी का बड़ी संख्या में लोगों ने अवलोकन किया।
- - पोषण भी, पढ़ाई भी” कार्यक्रम अंतर्गत जिला स्तरीय तीन दिवसीय कार्यशालामोहला । कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण भी, पढ़ाई भी कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय तीन दिवसीय शिशु एवं बाल आहार एवं प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा कार्यशाला का आयोजन जिला अस्पताल स्थित प्रशिक्षण हॉल में किया गया।कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में श्री रूपेश चक्रधारी, जिला पोषण समन्वयक ,AIIMS रायपुर एवं सुश्री अमृता भोयर द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण सत्रों के दौरान शिशु एवं बाल आहार से संबंधित प्रमुख विषयों, व्यवहार परिवर्तन संचार, माताओं को सही पोषण परामर्श देने की प्रक्रिया तथा बच्चों के समग्र विकास पर विस्तृत चर्चा की गई। शिशु एवं बाल आहार का उद्देश्य जन्म से लेकर 2 वर्ष तक के बच्चों को उचित पोषण प्रदान करना है, जिसमें पहले 6 माह तक केवल स्तनपान तथा इसके पश्चात स्तनपान के साथ उपयुक्त पूरक आहार देना शामिल है। प्रशिक्षण में बताया गया कि शिशु एवं बाल आहार की सही पद्धतियाँ अपनाकर बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सकता है तथा उनके शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है।जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सी. एस. मिश्रा ने बताया कि बच्चों में कुपोषण को दूर करने में मां का स्तनपान एवं समय पर दिया गया उपयुक्त पूरक आहार अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं समुदाय तक प्रभावी रूप से पहुंचाया जाए। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिशु एवं छोटे बच्चों के पोषण स्तर में सुधार, कुपोषण की रोकथाम तथा पोषण एवं प्रारंभिक शिक्षा के प्रभावी समन्वय को सुदृढ़ करना रहा।कार्यशाला में जिले के समस्त परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक उपस्थित रहे।तीन दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला से प्रतिभागियों की क्षमता में वृद्धि होगी, जिसका सकारात्मक प्रभाव जिले में संचालित पोषण एवं बाल विकास कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन पर पड़ेगा।
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मोहला । जब जिंदगी अंधेरे से शुरू होती है, तब हर छोटा सहारा रोशनी की किरण बन जाता है। ऐसी ही एक प्रेरक कहानी है विकास खंड मोहला अंतर्गत ग्राम गुहाटोला की निवासी इंद्राणी निषाद की, जो बचपन से ही नेत्रहीन हैं। 40 वर्ष की उम्र में भी उन्होंने अपने साहस, धैर्य और आत्मविश्वास के बल पर जीवन की कठिन राहों को पार किया है।
इंद्राणी निषाद सीमित संसाधनों वाले एक साधारण कृषक परिवार से आती हैं। उनका पूरा परिवार खेती-किसानी का कार्य करता है। नेत्रहीन होने के कारण जीवन के हर कदम पर चुनौतियां रही हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपनी कमजोरी को अपनी पहचान नहीं बनने दिया।
सुशासन सप्ताह 2025 के अंतर्गत आयोजित “प्रशासन गांव की ओर” जिला स्तरीय शिविर ग्राम माडिंग पिंडीग में समाज कल्याण विभाग द्वारा इंद्राणी को ब्लाइंड स्टिक सहायक उपकरण प्रदान किया गया। यह उपकरण उनके जीवन में आत्मनिर्भरता और सम्मान की नई राह खोलने वाला साबित होगा। ब्लाइंड स्टिक प्राप्त करते समय इंद्राणी की आंखों में संतोष और चेहरे पर आत्मविश्वास की झलक साफ दिखाई दी। उन्होंने शासन-प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे शिविर जरूरतमंदों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
इंद्राणी की मां ने भी भावुक होकर बताया कि इस सहायता से उनकी बेटी का जीवन अब पहले से अधिक सुरक्षित और सहज हो जाएगा। - रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ओडिशा के कंधमाल-गंजाम सीमावर्ती वन क्षेत्रों में संचालित संयुक्त सुरक्षा अभियान में सीपीआई (माओवादी) संगठन के शीर्ष नेतृत्व में शामिल गणेश उइके के न्यूट्रलाइज किए जाने को नक्सलवाद के विरुद्ध चल रही निर्णायक लड़ाई में महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई नक्सल तंत्र की रीढ़ पर सीधा प्रहार है तथा स्पष्ट संदेश है कि अब नक्सल हिंसा के लिए देश में कहीं भी सुरक्षित ठिकाना शेष नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा कि 31 मार्च 2026 तक नक्सल उन्मूलन के राष्ट्रीय संकल्प को साकार करने की दिशा में यह एक ठोस और निर्णायक कदम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दृढ़ नेतृत्व एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के सशक्त मार्गदर्शन में देश नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन की ओर तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। एक-भारत श्रेष्ठ-भारत की भावना के साथ केंद्र और राज्य सरकारों के समन्वित प्रयासों से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति एवं विकास की नई धारा प्रवाहित हो रही है।मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अभियान में शामिल सभी सुरक्षा बलों के जवानों और अधिकारियों के अदम्य साहस, पराक्रम और पेशेवर दक्षता को नमन किया तथा उनके उत्कृष्ट मनोबल की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार का संदेश बिल्कुल स्पष्ट है—“हिंसा का रास्ता छोड़िए, मुख्यधारा से जुड़िए; अन्यथा कानून अपना कार्य करेगा।”उन्होंने कहा कि शांति, विकास और विश्वास ही नए भारत की पहचान है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास के नए अवसर निरंतर सृजित किए जा रहे हैं। साथ ही हिंसा के मार्ग पर भटके युवाओं के पुनर्वास और मुख्यधारा में सम्मानजनक वापसी के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि जनता-जनार्दन के सहयोग, सुरक्षा बलों के साहस तथा स्पष्ट नीतिगत प्रतिबद्धता के बल पर नक्सल-मुक्त भारत का संकल्प शीघ्र ही पूर्णतः साकार होगा।
- -महायज्ञ हेतु 51 यज्ञ कुंड एवं विशेष प्रदर्शनी बनकर तैयाररायपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में रायपुर के बीरगांव में स्थानीय गायत्री परिजनों के द्वारा व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण, एवं राष्ट्र के नव निर्माण के उद्देश्य से राष्ट्रीय शौर्य समृद्धि हेतु दिनांक 27 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया है। गायत्री महायज्ञ आयोजन समिति के संयोजक श्री शंकरलाल साहू ने बताया कि 27 दिसम्बर को 1008 महिलाओं द्वारा मंगल कलश एवं भव्य शोभा यात्रा होगी। 28 दिसम्बर को प्रातः काल में देवस्थापना एवं वेदी पूजन कर यज्ञ प्रारंभ होगा, दोपहर 02 से 04ः30 तक युवा उत्कर्ष सम्मेलन होगा। 29 दिसम्बर को नारी जागरण सम्मेलन में ’’नारियों जागो अपने को पहचानों’’ विषय गोष्ठी कार्यक्रम एवं सांयकाल अखण्ड ज्योति एवं वंदनीया माताजी भगवती देवी शर्मा के जन्म शताब्दी हेतु मातृ श्रद्धांजली संकल्प एवं दीपमहायज्ञ होगा। 30 दिसम्बर को महायज्ञ की पूर्णाहुति एवं शांतिकुंज हरिद्वार के ऋषिपुत्रों की विदाई होगी। यज्ञ का क्रम 28 से 30 दिसम्बर तक प्रतिदिन प्रातः 08ः30 से 01ः00 बजे तक चलेगा। यज्ञ के दौरान गुरुदीक्षा के साथ-साथ पुंसवन, नामकरण, अन्नप्राशन, मुण्डन, विद्यारंभ, यज्ञोपवीत, विवाह, जन्मदिवस, विवाह दिवस इत्यादि समस्त संस्कार निःशुल्क किये जायेंगें। संस्कार हेतु हेतु पूर्व पंजीयन कराना होगा।जिला समन्वयक श्री लच्छूराम निषाद एवं ब्लॉक समन्वयक श्रीमती हेमलता साहू ने बताया कि यज्ञ हेतु पूर्व तैयारी जैसे वेदी बनाना, कलश सजाना, भोजनालय निर्माण, मुख्य मण्डप इत्यादि का कार्य तेजी से चल रहा है इसी के साथ स्थानीय परिजनों द्वारा घर-घर भी संपर्क किया जा रहा है। यज्ञ की तैयारी के संबंध में गुरुवार को बैठक भी रखी गई, जिसमें बीरगांव नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष श्री ओमप्रकाश साहू, स्थानीय पार्षद श्री वेदराम साहू गायत्री शक्ति पीठ समता कॉलोनी के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी श्री श्याम बैस, के साथ श्री मोहन उपारकर, रामभरोसा निषाद, उमेन्द्र यदु, डागेश्वर साहू, खोमन साहू, चुरावन साहू, कमल सिंह पैकरा, घनश्याम केशरवानी, मोहनलाल साहू, डॉ. हरिशंकर ,संदीप साहू एवं अन्य वरिष्ठ गायत्री परिजन व क्षेत्रवासी उपस्थित थे।












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