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- - जल संचयन के बेहतर प्रयास के लिए जिले को मिली सराहनाबलौदाबाजार / केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल ने मंगलवार क़ो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक लेकर जल संचय, जनभागीदारी अभियान की समीक्षा की। उन्होने सितम्बर 2024 से 31 मई 2025 तक जल संचयन हेतु देश भर के जिलों में निर्मित विभिन्न संरचनाओं की समीक्षा करते हुए सर्वाधिक संरचना निर्माण करने वाले जिलों तथा बेहतर प्रयास करने वाले जिलों की सराहना की। बैठक में अभियान के तहत बेहतर प्रदर्शन करने वाले 10 जिले के कलेक्टर व सीईओ जिला पंचायत ऑनलाइन जुड़े थे।केंद्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ में जल संचयन हेतु सर्वाधिक संरचना निर्माण के लिए बालोद जिला तथा बेहतर प्रयास के लिए बलौदाबाजार-भाटापारा जिले की सराहना की। उन्होने कहा कि जनभागीदारी से जल संचयन क़ो बढ़ावा देने के लिए लोगों क़ो जागरूक करना और उनकी सहभागिता से इस अभियान क़ो सफल बना सकते हैं। उन्होने बताया कि आने वाले दिनों में घर का पानी घर में अभियान भी चलाया जाएगा।कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि जिले में जल संचयन हेतु कुल 28816 संरचना का निर्माण किया जाना है जिसमें अब तक 26319 संरचना का निर्माण पूरा हो गया है। मोर गांव,मोर पानी महाभियान अंतर्गत जल संचयन के लिए जागरूकता अभियान, जनसहभागिता से जनांदोलन का स्वरुप दिया जा रहा है। बेहतर कार्य करने वाले पंचायतों क़ो पुरस्कृत भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नलकूपों के पास अब तक 6076 सोखता गड्ढे का निर्माण,पीएम आवास के हितग्राहियों ने 5415 मकानों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, मनरेगा से 11022, कैम्पा मद से 12832सहित अन्य संरचनाओ का निर्माण किया गया है।
- -राजस्व मंत्री ने किया स्थल निरीक्षण,अधिकारियों के दिये जरुरी निर्देशबलौदाबाजार / जिला मुख्यालय बलौदाबाजार में करोड़ों के लागत के महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों क़ो अमालीजामा पहनाने के लिए राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने मंगलवार क़ो संध्या में शहर के कई स्थानों का भ्रमण कर स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण हेतु उपयुक्त स्थल सहित अन्य जरुरी निर्देश अधिकारियों क़ो दिये। इस दौरान कलेक्टर दीपक सोनी, नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, भारत स्काउट गाइड के राज्य उपाध्यक्ष विजय केशरवानी भी साथ थे।नालंदा परिसर निर्माण हेतु वार्ड क्रमांक 20 स्थित 29 क्वार्टऱ के पास के स्थान क़ो उपयुक्त मानते हुए स्थल निर्धारित किया गया। यहां 4 करोड़ से अधिक की लागत से राजधानी रायपुर की तर्ज पर नालंदा परिसर का निर्माण होगा। परिसर में सुसज्जित 250 सीटर लाइब्रेरी के साथ इंटरनेट सहित कई सुविधाएं मिलेंगी।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर प्रदेश के जिलों में नालंदा परिसर का निर्माण किया जा रहा है। लाइब्रेरी का निर्माण उन विद्यार्थियों के लिए लाभदायक होगा जो छोटे शहरों में रहकर उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करना चाहते हैं या फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।इसीतरह खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा पंद्रह करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले मल्टी परपज हॉल निर्माण हेतु आउट डोर स्टेडियम ग्राउंड के पीछे खाली जमीन क़ो चिन्हांकित किया गया। वहीं स्टेडियम ग्राउंड में 9 करोड़ की लागत से बनने वाले एथलेटिक्स ट्रैक का भी जायजा लिया।राजस्व मंत्री ने यहां जमीन के एक किनारे स्थित मुक्ति धाम के लिए शेड निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करने नगर पालिका अधिकारी क़ो निर्देशित किया।राजस्व मंत्री ने फायर स्टेशन निर्माण हेतु शाश्वत स्कूल के पास खाली जमीन का भी मुआयना किया और फायर स्टेशन के लिए स्थल निर्धारित किया।वर्तमान में फायर स्टेशन सकरी में है जो शहर से करीब 4 किलोमीटर दूर है।दूर होने के कारण फायर ब्रिगेड क़ो पहुंचने में देर हो जाती है जिससे शहर में किसी दुर्घटना या आपातकालीन स्थिति से निपटने में तत्काल सुविधा नहीं मिल पाता। अब जो फायर स्टेशन के लिए स्थान चयनित किया गया है वह शहर के मध्य स्थित है जिससे सुविधा होगी।
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केंद्रीय जल शक्ति मंत्री एवं केंद्रीय सचिव ने वीडियो कान्फ्रंेसिंग लेकर की कार्यों की समीक्षा
बालोद जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन हेतु किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की भूरी-भूरी सराहना की
बालोद/ बालोद जिले में जल जतन अभियान अंतर्गत समाज के सभी वर्गों के सहभागिता से किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों के फलस्वरूप जल संचय-जनभागीदारी के कार्य में बालोद जिला पूरे देश में तीसरा स्थान पर है। जिला प्रशासन के विशेष प्रयासों से जिले में कैच द रेन अभियान के तहत बारिश के बूँदों को सहजने के लिए तालाब, कूप, सोकपिट, गड्ढा निर्माण, रैन वाटर हार्वेस्टिंग आदि महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने के फलस्वरूप बालोद जिले को यह उपलब्धि प्राप्त हुआ है। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल एवं जल शक्ति मंत्रालय की सचिव सुश्री देवाश्री मुखर्जी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग लेकर जल संचय-जनभागीदारी के तहत बेहतर कार्य करने वाले पूरे देश के 34 जिलों के अधिकारियों की बैठक लेकर अपने-अपने जिलों में इस संबंध में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री एवं केन्द्रीय सचिव ने बालोद जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन हेतु किए जा रहे कार्यों की भूरी-भूरी सराहना की। संयुक्त जिला कार्यालय के एनआईसी कक्ष से वर्चुअल बैठक में शामिल होकर कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने बालोद जिले मेें सामुदायिक भागीदारी से जल संरक्षण हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में पे्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री एवं केन्द्रीय सचिव ने बालोद जिले में जल के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु किए जा रहे उपायों के संबंध में कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किए गए पे्रजेंटेशन की मुक्तकंठ से सराहना की। वर्चुअल बैठक के दौरान संबंधित जिलों के कलेक्टरों के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
इस दौरान कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने जिले के पे्रजेंटेशन प्रस्तुत करते हुए वर्ष 2023-24 के भूजल सर्वेक्षण रिपोर्ट की भी जानकारी दी। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने बताया कि इसके अंतर्गत जिले के डौण्डीलोहारा एवं डौण्डी विकासखण्ड को सेफ जोन, गुण्डरदेही एवं बालोद विकासखण्ड को सेमी क्रिटीकल जोन तथा गुरूर विकासखण्ड को क्रिटीकल जोन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन बालोद द्वारा जिले में चलाए जा रहे जल जतन अभियान अंतर्गत जल संरक्षण, जन जागरूकता अभियान तथा फसल चक्र परिवर्तन के अलावा सघन पौधरोपण भी किया जा रहा है। श्रीमती मिश्रा ने पानी के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी देेते हुए कहा कि बालोद जिले में
विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 01 लाख 06 हजार 677 नवीन जल संरचनाओं का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही पूर्व निर्मित 30 हजार 849 जल स्त्रोतों में सामूहिक श्रम के माध्यम से मरम्मत एवं साफ सफाई की व्यवस्था की गई। ग्राम पंचायतों के माध्यम से जल भराव वाले स्थानों का चिन्हांकन कर नवीन जल स्त्रोतों का निर्माण किया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित आवासों में 10 हजार वाटर रिचार्ज पिट का निर्माण किया गया है। वन क्षेत्र में जल संरचनाओं के साथ मृदा एवं जल संरक्षण के कार्य अंतर्गत 03 लाख 88 हजार पौधरोपण किया गया। जिले में इस अभियान से प्रेरित होकर ग्रामीणों द्वारा स्वपे्ररणा एवं निजी राशि से 27 हजार से अधिक घरों में सोकपिट संरचना का निर्माण किया गया है। इसके अलावा जिले में 01 लाख 09 हजार 0273 स्टेगर्ड कंटूर टेंªच का निर्माण किया गया है। जिले मंे कुल 140 अमृत सरोवर का निर्माण किया गया है। जिले में 01 हजार 944 सामुदायिक तालाब, 06 हजार 160 निजी डबरी/तालाब निर्माण किया गया है। जिले में 399 मिनी परकुलेशन टैंक, 06 हजार 614 लूज बोल्डर चैक डेम, 672 नदियों का पुनरूद्धार किया गया है। जिले में 69 स्टाॅप डेम, 316 गेबियन चेक डेम, 423 कुंआ का निर्माण किया गया है। जिले में कुल 44 हजार 49 वाटर रिचार्ज पिट का निर्माण किया गया है।
इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिले फसल चक्र परिवर्तन अंतर्गत किए जा रहे विभिन्न कार्यों के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के गुरूर विकासखण्ड में 36 ग्रामों में ग्रीष्मकालीन धान के रकबे को शून्य कर शत-प्रतिशत दलहन-तिलहन फसलों का क्षेत्र विस्तार किया गया है। इस प्रकार जिले में कुल 5733 हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन-तिलहन फसलों का क्षेत्र विस्तार किया गया। जिले में कुल 7833 कृषकों को अभियान के माध्यम से जोड़ा गया है। जिले में कुल 491 कृषक चैपाल का आयोजन किया गया है। जिले में जन जागरूकता अभियान चलाया गया है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में कुल 436 जल वाहिनी समिति तथा जल जतन समिति का गठन किया गया है। जल के उपयोग/संचय के तरीके के संबंध में ग्रामीणों से चर्चा एवं लघु फिल्म की प्रस्तुति के माध्यम से जल संचय के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही स्कूल, महाविद्यालय, एनसीसी, एनएसएस स्तर के विद्यार्थियों को जलमित्र के रूप में भागीदारी सुनिश्चित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 01 लाख 06 हजार 677 जल संरचनाओं का निर्माण किया गया है। इसके फलस्वरूप जिले में कुल 7442 हेक्टेयर भूमि अन्य फसल में परिवर्तित होने से 65-70 प्रतिशत भूमिगत जल की अनुमानित बचत हुई। अभियान के माध्यम से किये गए प्रयासों से जल संरक्षण एवं जल संचय के प्रति जन सामान्य के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री एवं केन्द्रीय सचिव ने बालोद जिले में जल संरक्षण अभियान के तहत किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की सराहना करते हुए सभी के लिए अनुकरणीय बताया। -
कलेक्टर ने किया व्यवस्थाओं का अवलोकन, प्रभारी सीईओ जिला पंचायत, अपर कलेक्टर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित
दूसरे दिन आज ई एवं टी संवर्ग के प्राथमिक शाला के प्रधानपाठकों एवं सहायक शिक्षकों का किया गया कांउसलिंग
बालोद/ राज्य शासन के निर्देशानुसार बालोद जिले में युक्तियुक्तिकरण के तहत चिन्हांकित अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न हुआ। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार जिले में काउंसलिंग प्रक्रिया के शांतिपूर्ण ढंग से एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न करने हेतु सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई थी। इसके अंतर्गत शिक्षकांे को रिक्त पदों की जानकारी प्रदान करने हेतु जिला पंचायत सभाकक्ष में बनाए गए शिक्षकों के पंजीयन कक्ष के अलावा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के कक्ष में काउंसलिंग हेतु निर्धारित स्थल में प्रोजेक्टर के माध्यम से रिक्त शालाओं की जानकारी निरंतर प्रदर्शित की गई। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने आज जिला पंचायत कार्यालय में पहुँचकर काउंसलिंग प्रक्रिया का अवलोकन किया। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरा करने वाले कुछ शिक्षक-शिक्षिकाओं को आदेश पत्र सौंप कर उन्हें शुभकामनाएं दी। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार जिला पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चंद्रकांत कौशिक एवं अपर कलेक्टर श्री अजय किशोर लकरा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण पूरे कांउसलिंग प्रक्रिया के दौरान मौके पर उपस्थित रहकर कार्यों का सतत माॅनिटरिंग करते रहे।
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री डीपी कोसरे ने बताया कि काउंसलिंग के दूसरे दिन 03 जून को जिले में ई एवं टी संवर्ग के प्राथमिक शाला के प्रधान पाठकों एवं सहायक शिक्षकों का काउंसलिंग किया गया। उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत ई संवर्ग प्राथमिक शाला के कुल 13 प्रधान पाठकों एवं 191 सहायक शिक्षकों तथा टी संवर्ग के प्राथमिक शाला के कुल 02 प्रधान पाठकों एवं 69 सहायक शिक्षकों का काउंसलिंग किया गया। श्री कोसरे ने बताया कि काउंसलिंग के उपरांत प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबंधित शालाओं के पदस्थापना के संबंध में आदेश पत्र भी प्रदान किया गया। -
रायपुर/ कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह की अध्यक्षता में शहर की विभिन्न सोसाइटियों से आए नागरिकों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य आम जनता को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना और उनके सुझावों को सुनना था।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है जहां आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने सभी नागरिकों को आयुष्मान कार्ड की सुविधा दी है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए "आयुष्मान वय वंदना कार्ड" के माध्यम से 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, वे जल्द से जल्द बनवाएं, प्रशासन इस कार्य में हरसंभव सहायता करेगा।
डॉ. सिंह ने नागरिकों से सोसाइटी स्तर पर पहल करने का आग्रह किया, जिससे विभिन्न सेवाएं जैसे आयुष्मान कार्ड, आधार अपडेट, लर्निंग लाइसेंस, एचएसआरपी नंबर, आंख व दांतों की जांच और AI आधारित टीबी जांच जैसी सुविधाएं उन्हें उनकी निर्धारित जगह पर उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने कहा, “आप जगह तय करें, प्रशासन आपके पास पहुंचकर दस्तावेज़ बनाएगा।”
बैठक में ट्रैफिक नियमों को लेकर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट लगाना चाहिए तथा ओवरस्पीड और सिग्नल जंप से बचना जरूरी है, क्योंकि ये नियम आपकी सुरक्षा के लिए हैं। उन्होंने सोसाइटीवासियों से अनुरोध किया कि वे अपने आस-पास, घर के कर्मचारियों और रिश्तेदारों को भी इन नियमों के पालन के लिए प्रोत्साहित करें।
एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि शहर में ITMS कैमरे लगे हैं जो ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर निगरानी रखते हैं। उन्होंने सोसाइटी स्तर पर रोड सेफ्टी, साइबर अवेयरनेस और ट्रैफिक विषयों पर व्याख्यान आयोजित करने का सुझाव दिया, जिसमें पुलिस विभाग अपने विशेषज्ञों के साथ सहयोग करेगा।
बैठक में पर्यावरण संरक्षण पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग पर्यावरण के लिए घातक है और यह नालियों के जाम का प्रमुख कारण भी बनता है। इस समस्या से निपटने के लिए नगर निगम रायपुर ने नवाचार करते हुए "ट्रैश टू कैश" पहल शुरू की है, जिसके तहत अब तक 3597 किलोग्राम प्लास्टिक की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने 'मोर रायपुर' पोर्टल पर उपलब्ध ब्लड डोनेशन लिंक की भी जानकारी दी और लोगों से रक्तदान कर ज़रूरतमंदों की मदद करने की अपील की। साथ ही सभी से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग को अपनाने का आग्रह भी किया।
बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप, नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा सहित अन्य अधिकारी और शहर की विभिन्न सोसाइटियों के सदस्य उपस्थित रहे। कलेक्टर डॉ. सिंह ने आश्वासन दिया कि प्रशासन, नगर निगम और पुलिस – सभी मिलकर नागरिकों को सहयोग देने के लिए तत्पर हैं। -
रायपुर/ छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग एवं लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देशानुसार राज्य के अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया 4 जून 2025, बुधवार को आयोजित की जा रही है। यह काउंसिलिंग रायपुर में तीन अलग-अलग स्थानों पर, शिक्षक संवर्ग के अनुसार निर्धारित समय पर संपन्न होगी।
प्राथमिक शालाओं के प्रधान पाठक एवं सहायक शिक्षकों की काउंसिलिंग पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, साइंस कॉलेज मैदान, पूर्व माध्यमिक शालाओं के प्रधान पाठक एवं शिक्षकों के लिए काउंसिलिंग पं. जवाहरलाल नेहरू ऑडिटोरियम, मेडिकल कॉलेज, जेल रोड तथा हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के व्याख्याताओं के लिए काउंसिलिंग पं. गिरजा शंकर मिश्र शासकीय अंग्रेजी माध्यम उच्चतर विद्यालय, रायपुरा (ऑडिटोरियम), रायपुर में प्रातः 10:00 बजे से शुरू होगी।
लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी संबंधित अतिशेष शिक्षकों को निर्देशित किया है कि वे निर्धारित समय एवं स्थान पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर काउंसिलिंग प्रक्रिया में भाग लें, ताकि उन्हें युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत नवीन विद्यालय में पदस्थापना मिल सके। -
बिलासपुर/राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजनांतर्गत जिला स्तर पर स्वीकृत सहायक जिला समन्वयक एडीपीएम-आरजीएसए के संविदा पदों की भर्ती हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों को वेबसाईट में डालकर आवेदकों से दावा आपत्ति प्रस्तुत करने हेतु 10 दिन का समय दिया गया हैं। प्राप्त आवेदन पत्रों को जिला बिलासपुर के वेबसाईट www.bilaspur.gov.in पर अपलोड कर दिया गया है। उक्त सूची में किसी प्रकार का दावा या आपत्ति करना हो तो आवेदक 13 जून 2025 तक कार्यालयीन दिवस में सवेरे 11 बजे से शाम 5 बजे तक कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बिलासपुर जिला बिलासपुर छ.ग. के नाम से पंजीकृत डाक या स्पीड पोस्ट अथवा कार्यालय जिला पंचायत बिलासपुर में उचित दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। नियत तिथि के उपरांत दावा आपत्ति के प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जावेगा।
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बिलासपुर/कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने साप्ताहिक जनदर्शन में दूर-दराज से आये लोगों की समस्याएं सुनी। कलेक्टर ने सभी की समस्याओं को इत्मीनान से सुना। निराकरण योग्य आवेदनों का मौके पर ही संबंधित अधिकारियों द्वारा निराकरण किया गया। साप्ताहिक जनदर्शन में 100 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए जिसके त्वरित निराकरण के लिए कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
साप्ताहिक जनदर्शन में आज रतनपुर नगर पालिक परिषद के वार्ड क्रमांक 05 के पार्षद ने शासकीय प्राथमिक शाला रानीपारा स्कूल मैदान में समतलीकरण एवं फिलिंग कराने संबंधी आवेदन दिए। उन्होंने बताया कि स्कूल मैदान में गड्ढे होने के कारण प्रवेश गेट के सामने 2-3 फीट पानी भर जाता है जिससे स्कूली बच्चों को स्कूल परिसर के अंदर जाने में परेशानी होती है। कलेक्टर ने सीएमओ रतनपुर को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सिरगिट्टी निवासियों ने निस्तारी के लिए रास्ता दिलाने संबंधी आवेदन कलेक्टर को दिए। उन्होंने बताया कि रेल्वे द्वारा बाउंड्री वाल खड़ा कर रास्ता बंद कर दिया गया है इस रास्ते से ही 3000 से अधिक परिवारों के आवाजाही का रास्ता बंद हो गया है स्कूली बच्चों के लिए यह एकमात्र रास्ता था। इस मामले को कलेक्टर ने एसडीएम बिलासपुर को सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कोटा ब्लॉक के ग्राम आमागोहन निवासी श्री राजेन्द्र गुप्ता ने उनके निजी भूमि को शासकीय भूमि घोषित कर अवैध प्लॉटिंग करने संबंधी शिकायत कलेक्टर से की। कलेक्टर ने एसडीएम कोटा को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। वार्ड क्रमांक 04 सिद्धी विनायक फेस 2 निवासियों ने मोहल्ले में मूलभूत सुविधाएं प्रदान कराने संबंधी आवेदन कलेक्टर को दिए। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में पानी, नाली और बिजली संबंधी समस्याएं है। कलेक्टर ने आवेदन नगर निगम कमिश्नर को आवश्यक कार्यवाही के लिए दिए। जूनी लाईन निवासी श्री कुंज बिहारी सोन्थलिया ने अरपा नदी के दोनों किनारों पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कराने एवं पुराना बस स्टैण्ड और तेलीपारा से सिटी बस संचालित कराने संबंधी आवेदन दिए। कलेक्टर ने आवेदन नगर निगम कमिश्नर को देते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। नूतन चौक सरकण्डा निवासी राजेश द्वारा ताइक्वांडो खेल के नियमित प्रशिक्षण के लिए राजा रघुराज सिंह स्टेडियम स्थित इंडोर हॉल की अनुमति देने संबंधी आवेदन कलेक्टर को दिए। कलेक्टर ने आवेदन नगर निगम कमिश्नर को देते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। -
- संगोष्ठीः महाराष्ट्र मंडल की पर्यावरण समिति कर रही ज्ञानवर्धक आयोजन
रायपुर। घर में गार्डनिंग कर रहे हैं, वो भी खूबसूरत पौधों और फूलों के साथ। तो महाराष्ट्र मंडल के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में गुरुवार की शाम छह बजे आयोजित संगोष्ठी आप के लिए ही है। संगोष्ठी में कृषि विश्व विद्यालय के विशेषज्ञ हमें मार्गदर्शन देंगे कि घर में ऐसे कौन से पौधे लगाएं, जिससे हमें प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन मिल सके। इसके अलावा वर्तमान परिवेश में पर्यावरण के प्रति लोगों का रुझान बढ़ाने की दिशा में किए जा सकने वाले प्रयासों व प्रत्यक्ष कार्यों पर भी विश्व पर्यावरण दिवस पर चर्चा की जाएगी।महाराष्ट्र मंडल की उपाध्यक्ष गीता श्याम दलाल ने बताया कृषि विशेषज्ञ हमें बताएंगे कि पोर्च, सीढ़ी, ड्राइंग रूम, बाल्कनी में ऐसे कौन- कौन से पौधे लगाए जा सकते हैं, जो हमें भरपूर ऑक्सीजन देने के साथ ही घर की खूबसूरती भी बढाए। पर्यावरण समिति की प्रमुख अनघा करकशे ने बताया कि संगोष्ठी में मुख्य वक्ता वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. विजय जैन, हर्टिकल्टरिस्ट- पर्यावरणविद् और विशेष वक्ता डॉ. जेएस उरकुरकर, पूर्व प्राध्यापक इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले करेंगे। - दुर्ग / जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र मालवीय नगर चौक दुर्ग में 06 जून 2025 को प्रातः 10.30 बजे से प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया जाएगा। इस प्लेसमेंट केम्प में रिलायंस निप्पोन लाईफ इंश्युरेंस कं. लि. के 08 पद एवं स्वीग्गी लिमिटेड के 72 पद, कुल 80 रिक्त पदों हेतु भर्ती की प्रक्रिया की जाएगी। जिसमें डेव्हलपमेंट ऑफिसर के 08 पद, एच.आर. एक्सक्यूटिव के 02 पद एवं डिलीवरी एक्क्यूटिव के 70 पद है। उक्त सभी पदों हेतु वेतन 15000 रूपए से 40000 तक है तथा 10वीं, 12वीं एवं कोई भी स्नातक शैक्षणिक योग्यता धारी आवेदक उक्त प्लेसमेंट कैम्प में सम्मिलित हो सकतें है। विस्तृत जानकारी छत्तीसगढ़ रोजगार एप एवं सोशल मीडिया facebook.com/mccdurg अथवा रोजगार कार्यालय के सूचना पटल के माध्यम से प्राप्त कर सकते है। इच्छुक आवेदक समस्त शैक्षणिक मूल प्रमाण/अंकसूची, पहचानपत्र (मतदाता परिचय पत्र/आधार कार्ड/पेनकार्ड/ड्रायविंग लाइसेंस/राशन कार्ड), रोजगार कार्यालय का पंजीयनपत्रक, छ.ग. निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र समस्त दस्तावेजों की (छायाप्रति) के साथ प्लेसमेंट/रोजगार मेला में में उपस्थित हो सकते हैं।
- दुर्ग / दुर्ग संभाग के आयुक्त श्री सत्यनारायण राठौर ने कलेक्टर दुर्ग के प्रतिवेदन के आधार पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी दुर्ग श्री गोविंद साव को शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण अंतर्गत अपनी पत्नी को अतिशेष से मुक्त रखने परिशिष्ट-02 में तैयार की गई जानकारी को कर्त्तव्य निर्वहन में गंभीर लापरवाही एवं कदाचार बरतने के आरोप में छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकृत, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 (1) (क) के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन अवधि में श्री साव का मुख्यालय कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग निर्धारित किया गया है। साथ ही इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वह भत्ते की पात्रता होगी।ज्ञात हो कि श्री गोविंद साव विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी दुर्ग के द्वारा अपनी पत्नी श्रीमती कुमुदनी साव उच्च वर्ग शिक्षक (हिन्दी) शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सेक्टर-09 भिलाई जिला दुर्ग को अतिशेष से मुक्त रखने के उद्देश्य से युक्तियुक्तकरण हेतु परिशिष्ट-02 में तैयार की गई जानकारी में श्रीमती कुमुदनी साव को उच्च वर्ग शिक्षक (गणित)की जानकारी प्रदर्शित की गई। इस प्रकार विकाखण्ड शिक्षा अधिकारी के जिम्मेदार पद पर आसीन होते हुए अपनी पत्नी को अतिशेष से मुक्त रखने हेतु कुटरचना की गई। श्री साव का उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम-1965 के नियम 03 के प्रतिकूल है।
- रायपुर - आज नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश पर नगर निगम जोन 2 नगर निवेश विभाग नगर निगम मुख्यालय नगर निवेश उड़न दस्ता की टीम द्वारा यातायात पुलिस बल की उपस्थिति में नगर निगम जोन 2 के अंतर्गत शहीद हेमू कालाणी वार्ड के तहत पंडरी कपड़ा बाजार में सड़क की ओर दुकान का शटर खोलकर सड़क यातायात बाधित कर रही 19 दुकानों में पुनः ताला लगाकर सीलबंदी करने की कार्यवाही स्थल पर जोन 2 जोन कमिश्नर डॉक्टर आर. के डोंगरे, नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा, कार्यपालन अभियंता श्री आशुतोष सिंह, श्री पी. डी.धृतलहरे, नगर निवेश उप अभियंता सुश्री अंजलि बारले सहित अन्य सम्बंधित अधिकारियों की उपस्थिति में की गयी. सम्बंधित 19 दुकानों में दुकान की दोनों ओर शटर को खोला गया था, इसमें सड़क की ओर खोले गए शटर से सड़क यातायात में बाधा आ रही थी, जिसे हटाने अभियान चलाया गया. जानकारी दी गयी कि माननीय न्यायालय के आदेश के परिपालन में उक्त कार्यवाही नगर निगम रायपुर द्वारा की गयी.
- बिलासपुर, /विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून को शहर स्थित राघवेन्द्र सभा भवन में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पर्यावरण जागरूकता हेतु स्कूली बच्चों तथा आम नागरिकों के लिए चित्रकला, निबंध आदि प्रतियोगिताएं रखी गई है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण एवं फोटोग्राफी हेतु उल्लेखनीय कार्य करने वाले नागरिकों, विद्यार्थियों एवं संस्थानों को पर्यावरण रत्न, पर्यावरण मित्र एवं छत्तीसगढ़ छायाकार रत्न, छत्तीसगढ़ कला रत्न सम्मान 2025 से सम्मानित किया जाएगा।
- -स्कूलों में समुचित व्यवस्था के निर्देशबिलासपुर /राज्य शासन के निर्देशासनुसार छात्र-छात्राओं को स्वच्छ व सुंदर वातावरण में गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने स्कूल शिक्षा विभाग लगातार कार्य कर रहा है। प्रतिवर्ष की भंाति इस वर्ष भी शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन 16 जून 2025 से प्रत्येक स्तर पर किया जाना है। शाला प्रवेश उत्सव की प्रारंभिक तैयारी के साथ-साथ पर्याप्त प्रचार-प्रसार के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने दिशा निर्देश जारी किया गया है।जारी दिशा-निर्देश अनुसार समस्त स्कूलों में शिक्षण सत्र प्रारंभ होने के पूर्व शाला भवन परिसर, अध्यापन कक्षों की साफ-सफाई एवं मरम्मत कराने कहा गया है। शाला को आकर्षक एवं परिसर में प्रिन्ट-रिच वातावरण बनाने, मरम्मत योग्य भवनों की मरम्मत 10 जून 2025 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। शाला प्रवेश उत्सव का जोर-शोर से एवं व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा यथासंभव बैनर-पोस्टर लगाने, रैली निकाली संबंधी निर्देश दिए। गांवों में तथा शहरी वार्डों में मुनादी कराई कराने, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं शाला विकास समिति एवं पालकों को विशेष रूप से आमंत्रित करने कहा गया है। शाला स्तर, संकुल स्तर, ब्लॉक स्तर एवं जिला स्तर पर शाला प्रवेश उत्सव मनाया जावे ताकि सत्र के प्रारंभ से ही अध्ययन-अध्यापन के लिए बेहतर माहौल तैयार हो सके, इसके लिए जिला स्तर पर आवश्यक रूप रेखा तैयार कर ली जाये। विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजी पहले से ही संधारित कर ली जावे। कक्षा पहली के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र से बच्चों की सूची प्राप्त कर तथा प्रवेश देने की कार्यवाही करने के साथ ही शाला त्यागी बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित कर शैक्षणिक गतिविधियों से जोड़ने निर्देशित किया गया है।
- बिलासपुर /प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025 के लिए 31 जुलाई तक ऑनलाईन नामांकन आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक एवं पात्र युवा निर्धारित अवधि तक अधिकृत ऑनलाईन राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल में आवेदन कर सकते हैं। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा असाधारण प्रतिभा एवं उपलब्धियों वाले बच्चों को सम्मानित करने हेतु प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार छह श्रेणियों में दिया जाता है जो साहस, सामाजिक सेवा, पर्यावरण, खेल एवं कला एवं संस्कृति विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी हैं। वे बच्चे जो इस साल 31 जुलाई 2025 को 18 वर्ष से कम आयु के हैं और उपरोक्त क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे चुके हैं, वे इस पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। नामांकन केवल राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल- https://awards.gov.in के जरिए स्वीकार किए जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी अनिल तिवारी ने सभी स्कूलों के प्राचार्यों को परिपत्र जारी कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं।
- बिलासपुर /राज्य के प्रगतिशील किसानों को कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु छ.ग. शासन द्वारा प्रति वर्ष डॉ. खूबचंद बघेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष पर भी प्रगतिशील किसानों से डॉ. खूबचंद बघेल पुरस्कार 2025 के तहत आवेदन आमंत्रित किये गये है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 तक है। इच्छुक कृषक आवेदन पत्र अपने विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय से निःशुल्क प्राप्त कर एवं पूर्ण रूप से भरे आवेदन सहपत्रों सहित जमा कर सकते है। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
- - सुशासन तिहार अंतर्गत विभागों को प्राप्त शासन स्तर के आवेदनों के निराकरण हेतु पहल करने दिये निर्देश- मादक प्रदार्थों की रोकथाम हेतु जन-जागरूकता कार्यक्रम करे आयोजितदुर्ग / संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर ने आज संभाग आयुक्त कार्यालय के सभा कक्ष में संभाग स्तरीय अधिकारियों की बैठक में समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। श्री राठौर ने सुशासन तिहार के दौरान आवेदनों के गुणवत्तापूर्वक निराकरण पर अधिकारियों को बंधाई दी। साथ ही शासन स्तर के लंबित आवेदनों के शीघ्र निराकरण हेतु आवश्यक पहल करते रहने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से मादक पदार्थों की रोकथाम हेतु विभागीय कार्यवाही की जानकारी ली। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास मादक पदार्थों की बिक्री पर कड़ी नजर रखने और लोगों में नशा की प्रवृत्ति की रोकथाम हेतु जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। संभाग आयुक्त ने उच्च शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को संयुक्त कार्ययोजना बनाकर एनसीसी, एनएसएस एवं स्काऊट गाईड के वि़द्यार्थियों का नशा के खिलाफ जन-जागरूकता रैली सभी नगरीय निकायों में आयोजित करने कहा। उन्होंने अधिकारियों को नशे के आदी और नशे के हालत में माहौल खराब करने या किसी प्रकार की गड़बड़ होने की संभावना हो तो गोपनीय तौर पर जानकारी उपलब्ध कराने कहा। ताकि ऐसे व्यक्तियों के विरूद्ध समय पर कड़ी कार्यवाही किया जा सके।संभाग आयुक्त ने संभाग के प्रत्येक पंचायत में प्राथमिक सहकारी समिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों में अधिक से अधिक दुग्ध समिति गठित किया जाए। संयुक्त आयुक्त सहकारिता ने अवगत कराया कि संभाग के 2444 पंचायत में से 1349 पंचायत प्राथमिक सहकारी समितियों से कव्हर कर लिये गये हैं। लक्ष्य के मुताबिक वर्ष 2026 तक सभी पंचायते कव्हर कर लिये जाएंगे। संभाग आयुक्त श्री राठौर ने अभी भी विभिन्न कार्यालयों में शिक्षकों को अटैच किए जाने पर चिंता जाहिर करते हुए उक्त शिक्षकों की सेवाए संबंधित शालाओं में सौपने तत्काल कार्यवाही करने संयुक्त संचालक शिक्षा को निर्देशित किया। यदि शिक्षक शाला में नहीं लौटते तो कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जाएगा। संभागायुक्त ने कहा कि कार्यालयों में बेहतर कार्य व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए, कार्यालयीन गतिविधियों से सुशासन झलकना चाहिए। बैठक में उपायुक्त (रा.) श्री पदुम यादव, संयुक्त आयुक्त सहकारिता श्री मुकेश ध्रुव, संयुक्त संचालक शिक्षा श्री आर.एल. ठाकुर, संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा श्री राठौर सहित समस्त विभाग के संभाग स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
- -आम की 200 से अधिक किस्मों एवं 56 भोग का प्रदर्शन किया जाएगा-इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होगा राष्ट्रीय आम महोत्सवरायपुर । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर तथा संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 6, 7 एवं 8 जून, 2025 को कृषि महाविद्यालय परिसर रायपुर में ‘‘फलों के राजा’’ आम के राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय आम महोत्सव में आम की 200 से अधिक किस्मों एवं आम से बने 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया जायेगा। इस कार्यक्रम में आम की विभिन्न किस्मों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है जिसमें छत्तीसगढ़ एवं देश के विभिन्न राज्यों के आम उत्पादक शामिल होंगे। अवसर पर आम से बने विभिन्न व्यंजनों की प्रतियोगिताएं भी आयोजित हैं। आम की सजावट प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है जिसमें विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थी, महिलाएं तथा अन्य सामान्यजन भी पंजीयन कर भागीदारी कर सकते है। इस महोत्सव में पंजीयन एवं प्रवेश पूर्णतया निःशुल्क है। राष्ट्रीय आम महोत्सव में संस्थागत एवं व्यक्तिगत प्रतियोगी भी सहभागी हो सकते हैं।राष्ट्रीय आम महोत्सव में 6 से 8 जून, 2025 तक विभिन्न श्रेणियों में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा जिसमें किसानों द्वारा उत्पादित आम की व्यावसायिक किस्मों के अंतर्गत दशहरी, लंगडा, बाम्बे ग्रीन, चौसा, मालदा, हिमसागर, सुन्दरजा, केसर, अलफान्सो, तोतापरी, नीलम बैगनफल्ली, पैरी, सिन्दूरी, फज़ली किस्मों की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। संकर किस्मों की प्रतियोगिता के अंतर्गत मल्लिका, आम्रपाली, पूसा अरूणिमा, अम्बिका, रत्ना, सिंधु, अर्का पुनीत किस्मों को शामिल किया गया है। विशिष्ट किस्मों की प्रतियोगिता के अंतर्गत हाथीझुल, नूरजंहा, लड्डु, गुलाब खास किस्मों के उत्पादक भाग ले सकते हैं। एक्जोटिक (आयातित किस्म) की प्रतियोगिता में मियाजाकी, टॉमी एटकिन्स एवं गोल्डन नगेट्स किस्मों को शमिल किया गया है। इस अवसर पर आम से निर्मित उत्पादों की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रतिभागी आम से निर्मित उत्पाद - नेक्टर/आर.टी.एस., शर्बत, पना, आम के अचार, आम की चटनी, आम पापड़, आमरस, जैम एवं मिठ्ाई आदि व्यंजनों के साथ प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय आम महोत्सव में प्रतिभागियों हेतु आम आधारित मॉडल एवं बोनसाई, आम आधरित सजावट प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रकृति की ओर सोसायटी की ओर से आम की पांच गुठलियाँ लाने वाले व्यक्तियों को एक उन्नत किस्म के आम का पौधा दिया जाएगा।आयोजन के प्रथम दिवस 6 जून को प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक प्रविष्टियों का पंजीयन किया जाएगा। इसके पश्चात सामान्यजनों के लिए प्रदर्शनी अवलोकनार्थ तीनों दिन सायः 9 बजे तक खुली रहेगी। प्रदर्शनी में आम की विभिन्न किस्मों के फल, आम के विभिन्न उत्पाद एवं आम के पौधे भी विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे। द्वितीय दिवस 7 जून को आम उगाने वाले कृषकों एवं जिज्ञासुओं के लिए 12 बजे से 4 बजे तक ‘‘आम उत्पादन : समस्या एवं समाधान’’ विषय पर तकनीकी मार्गदर्शन एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ में उच्च गुणवत्ता के आम की विभिन्न किस्मों का उत्पादन, आम के विभिन्न उत्पाद एवं उनके विपणन के साथ ही आम उत्पादन हेतु छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की जायेगी, जिससे नयी पीढ़ी के लोग आम उत्पादन की ओर आकृष्ट हो सकें। आम उत्पादन को पर्यावरण के संरक्षण के साथ एक स्वास्थ्यवर्धक व्यवसाय के रूप में अपनाने की जानकारी आम लोगों को प्रदान की जा जाएगी। तृतीय दिवस 8 जून को आम उत्पादक कृषकों एवं उद्यामियों की सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी 12 से 4 बजे तक आयोजित होगा।राष्ट्रीय आम महोत्सव के अंतिम दिन प्रदर्शनी के अवलोकन के साथ ही प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह का आयोजन भी किया जायेगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय फल ‘‘आम’’ जो कि आम जनता का प्रिय फल है उसकी समस्त सामान्य एवं खास किस्मों, विशिष्ट उत्पादों एवं भविष्य में अधिक उत्पादन के लिए रोजगार के साधनों की जानकारी नागरिकों, महिलाआें, विद्यार्थियों, नव उद्यमियों एवं कृषकों को प्रदान करना है। राष्ट्रीय आम महोत्सव के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभागी न्यूनतम 5 से 10 आम प्रति किस्म के साथ भाग ले सकते हैं। आम से बने विभिन्न व्यंजनों की प्रतियोगिता में न्यूनतम 250 ग्राम आम के उत्पाद के साथ पंजीयन कर इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं। इस आयोजन में पंजीयन एवं प्रवेश निशुल्क है अतः इस अवसर का लाभ प्राप्त करने हेतु सहभागी बनें।
- रायपुर /कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने जिले में बाढ़ और आपदा से राहत के लिए तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि कुछ दिनों के भीतर मानसून आने की संभावना है। जिले की सभी तहसीलों और नगर निगम में बाढ़ के संभावित स्थानों को चिन्हित करें। सभी एसडीएम अपने राजस्व अमलों के साथ स्वयं तहसीलों का दौैरा करें और ग्रामीणों से चर्चा कर आपदा राहत की कार्ययोजना बनाएं। गांव-नदीतट में गोताखोरों की तैनाती रखें। तैयारियां समय से पूर्व कर ले जिससे बाढ़ जैसी आपदा का सामना सक्षमता और प्रभावी ढंग से कर सके।डॉ सिंह ने कहा कि संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र और संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान कर ले। दिव्यांग, बीमार व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं एवं धातृ माताओं की सूची विशेष रूप से तैयार कर ले। अभी से ऐसे स्थल को चिन्हांकित कर ले जिनका उपयोग सुरक्षित स्थान के लिए किया जा सके और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि बाढ़ से सबसे अधिक मवेशी प्रभावित होते हैं। उनके लिए भी सुरक्षित स्थान रखें। साथ ही पशुओं को होने वाले संक्रामक बीमारी से बचाव के लिए दवाईयों का इंतजाम कर लें। खाद्य विभाग उचित मूल्य की दुकानों में राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करें और यह भी जायजा लें कि बाजार में चना, चावल, आटा, गुड, दाल, नमक आदि खाद्य पदार्थ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो, ताकि आवश्यकता एवं समयानुसार उपलब्धता में विलंब ना हो।कलेक्टर डॉ सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हेतु परिवहन आदि से संबंधित व्यवस्था पूर्व से ही सुनिश्चित कर ली जाए। पेयजल की गुणवत्ता शुद्धता को सुनिश्चित करने हेतु पर्याप्त संख्या में क्लोरिन टेबलेट की व्यवस्था कर ली जाए। चिकित्सा विभाग अभी से बारिश के समय फैलने वाली महामारी जैसे डायरिया, मलेरिया, पीलिया आदि के लिए दवाईयों तथा टेस्ट किट इत्यादि की व्यवस्था कर लें, ताकि उस समय किसी प्रकार परेशानी का सामना ना करना पड़े। साथ ही मोबाइल मेडिकल टीम का गठन कर कर ले। कलेक्टर डॉ सिंह ने कहा कि बाढ़ से पूर्व जिले की मुख्य सड़कों विशेषकर जिला मुख्यालय से ब्लॉक, तहसीलों, गांवों को जोडने वाली सड़कों की मरम्मत करा ली जाए। पुल-पुलिया की भी मरम्मत करके उन्हें यातायात के लिए सुगम बना लिया जाए। उन्हींने कहा कि बाढ़ के दौरान राहत, बचाव कार्य के लिए मोटर बोट की आवश्यकता होती है अतः बोटों की मरम्मत कर लें साथ ही जेनरेटर, पेट्रोमेक्स, टेंट, खाली सीमेंट की बोरी, लाइफ जैकेट की उपलब्धता सुनिश्चित हो। जिला स्तरीय अधिकारियों का टास्क फोर्स गठित हो, जो समय समय बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा करें।निगम आयुक्त श्री विश्वदीप ने कहा कि निगम के निचली बस्तियों और कुछ विशेष स्थानों में जो बाढ़ के स्थिति निर्मित होने की संभावना रहती है। इन जगहों पर साफ-सफाई की व्यवस्था कर ली जाए। ताकि पानी का जमाव ना हो। साथ ही स्वास्थ्य विभाग अपनी टीम को अलर्ट करें।उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है जो जिला कार्यालय रायपुर के कक्ष क्रमांक-6 में कार्यरत है। आम नागरिक आपात स्थिति में 0771-2413233 पर संपर्क कर सकते हैं।बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुमार विश्वरंजन, अपर कलेक्टर एवं बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी श्री मनीष मिश्रा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
- रायपुर — कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह की अध्यक्षता में आज रेडक्रॉस भवन, कलेक्ट्रेट परिसर रायपुर में दो दिवसीय संभाग स्तरीय GeM वर्कशॉप का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों को Government e-Marketplace (GeM) पोर्टल तथा भंडार क्रय नियमों की विस्तृत जानकारी प्रदान करना है।कार्यक्रम के प्रथम दिवस में रायपुर संभाग के विभिन्न विभागों से आए 126 प्रतिभागियों ने भाग लिया। GeM पोर्टल की तकनीकी कार्यप्रणाली, पारदर्शी खरीद प्रक्रिया और विभागीय अनुपालन से जुड़ी जानकारियाँ प्रतिभागियों को दी गईं। प्रशिक्षण का संचालन श्री राकेश तिवारी, GeM प्रशिक्षक (CSIDC) द्वारा किया गया। प्रशिक्षण का द्वितीय सत्र विक्रेताओं हेतु GeM पोर्टल पर कार्यशाला कल 04 जून को रेडक्रॉस सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी।
- रायपुर / आबकारी आयुक्त सह प्रबंध संचालक (CSMCL) श्री श्याम धावडे, कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के निर्देश पर आबकारी विभाग जिला रायपुर द्वारा अवैध मदिरा के विरुद्ध कार्यवाहियां जारी हैं । दिनांक 03/06/2025 को मुखबिर की सूचना पर रामसागर पारा अंतर्गत रामजी हलवाई मार्ग में आदेश्वर काम्प्लेक्स के पीछे आयल मिल रोड में एक व्यावसायिक परिसर में आबकारी विभाग के संयुक्त दल द्वारा छापामार कार्यवाही की गई। मौके पर आरोपी अनिल जैन के आधिपत्य के किराए के कमरे से मध्यप्रदेश प्रान्त की 21 नग बोतल ब्लेंडर प्राइड अल्ट्रा व्हिस्की , 27 नग बोतल रॉयल चैलेंज व्हिस्की, 22 नग रॉयल स्टैग व्हिस्की एवं 09 नग बोतल मैकडॉवेल नंबर वन व्हिस्की, कुल 79 बोतल अवैध मदिरा मात्रा 59.25 बल्क लीटर मूल्य ₹ 75060/- जब्त की गई । आरोपी अनिल जैन प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है, जिसकी आड़ में अवैध मदिरा के कारोबार से भी जुड़ा होना पाया गया। आरोपी के कमरे से ट्रवेल बैग, मदिरा की खाली पेटियां और दर्जनों की संख्या में मदिरा की खाली बोतलें भी बरामद हुई हैं। अवैध मदिरा के इस कारोबार में अन्य कौन-कौन संदिग्ध शामिल हैं इसकी जांच करने के लिए आरोपी के मोबाइल फोन को जब्त किया गया है और नौकरों से पूछताछ की जा रही है। आरोपी के विरुद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 36, 59(क ) के तहत आबकारी उपनिरीक्षक विक्रम ठाकुर द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में लिया गया है | उक्त कार्यवाही में सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री टेक बहादुर कुर्रे , श्री आशीष सिंग आबकारी उपनिरीक्षक श्री कौशल सोनी, सुश्री नीलम स्वर्णकार, श्री प्रकाश देशमुख की महत्वपूर्ण भूमिका रही |
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-जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़ने का किया आग्रह
रायपुर। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह की अध्यक्षता में शहर की विभिन्न सोसाइटियों से आए नागरिकों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य आम जनता को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना और उनके सुझावों को सुनना था।कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है जहां आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने सभी नागरिकों को आयुष्मान कार्ड की सुविधा दी है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए "आयुष्मान वय वंदना कार्ड" के माध्यम से 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, वे जल्द से जल्द बनवाएं, प्रशासन इस कार्य में हरसंभव सहायता करेगा।डॉ. सिंह ने नागरिकों से सोसाइटी स्तर पर पहल करने का आग्रह किया, जिससे विभिन्न सेवाएं जैसे आयुष्मान कार्ड, आधार अपडेट, लर्निंग लाइसेंस, एचएसआरपी नंबर, आंख व दांतों की जांच और AI आधारित टीबी जांच जैसी सुविधाएं उन्हें उनकी निर्धारित जगह पर उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने कहा, “आप जगह तय करें, प्रशासन आपके पास पहुंचकर दस्तावेज़ बनाएगा।”बैठक में ट्रैफिक नियमों को लेकर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट लगाना चाहिए तथा ओवरस्पीड और सिग्नल जंप से बचना जरूरी है, क्योंकि ये नियम आपकी सुरक्षा के लिए हैं। उन्होंने सोसाइटीवासियों से अनुरोध किया कि वे अपने आस-पास, घर के कर्मचारियों और रिश्तेदारों को भी इन नियमों के पालन के लिए प्रोत्साहित करें।एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि शहर में ITMS कैमरे लगे हैं जो ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर निगरानी रखते हैं। उन्होंने सोसाइटी स्तर पर रोड सेफ्टी, साइबर अवेयरनेस और ट्रैफिक विषयों पर व्याख्यान आयोजित करने का सुझाव दिया, जिसमें पुलिस विभाग अपने विशेषज्ञों के साथ सहयोग करेगा।बैठक में पर्यावरण संरक्षण पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग पर्यावरण के लिए घातक है और यह नालियों के जाम का प्रमुख कारण भी बनता है। इस समस्या से निपटने के लिए नगर निगम रायपुर ने नवाचार करते हुए "ट्रैश टू कैश" पहल शुरू की है, जिसके तहत अब तक 3597 किलोग्राम प्लास्टिक की खरीद की जा चुकी है।कलेक्टर ने 'मोर रायपुर' पोर्टल पर उपलब्ध ब्लड डोनेशन लिंक की भी जानकारी दी और लोगों से रक्तदान कर ज़रूरतमंदों की मदद करने की अपील की। साथ ही सभी से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग को अपनाने का आग्रह भी किया।बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप, नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा सहित अन्य अधिकारी और शहर की विभिन्न सोसाइटियों के सदस्य उपस्थित रहे।कलेक्टर डॉ. सिंह ने आश्वासन दिया कि प्रशासन, नगर निगम और पुलिस – सभी मिलकर नागरिकों को सहयोग देने के लिए तत्पर हैं। - रायपुर । कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने आज कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर जिले के विभिन्न विभागों की कार्यप्रगति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को लंबित प्रकरणों के शीघ्र समाधान हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।कलेक्टर ने विशेष रूप से जिला स्तरीय कॉल सेंटर में लंबित मामलों की जानकारी लेते हुए उनके त्वरित निपटान के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जिले में अतिक्रमण, अवैध खनन, शासकीय भूमि एवं सड़कों पर अवैध कब्जों के विरुद्ध निरंतर कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने सड़क किनारे खड़े कंडम वाहनों को हटाने तथा दुकानों के बाहर रखे सामान के कारण बाधित हो रहे यातायात को सुचारू करने के भी निर्देश दिए।डॉ सिंह ने राजस्व विभाग से जुड़े लंबित प्रकरणों के शीघ्र निपटान की आवश्यकता पर बल दिया साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूली छात्रों के जाति प्रमाणपत्र अधिक से अधिक संख्या में तैयार किए जाएं ताकि उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप, जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन, अपर कलेक्टर श्री कीर्तिमान सिंह राठौर, श्री उमाशंकर बंदे, श्री मनीष मिश्रा, श्रीमती अभिलाषा पैकरा, आरटीओ श्री आशीष देवांगन सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
- रायपुर ।छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग एवं लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देशानुसार राज्य के अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया 4 जून 2025, बुधवार को आयोजित की जा रही है। यह काउंसिलिंग रायपुर में तीन अलग-अलग स्थानों पर, शिक्षक संवर्ग के अनुसार निर्धारित समय पर संपन्न होगी।प्राथमिक शालाओं के प्रधान पाठक एवं सहायक शिक्षकों की काउंसिलिंग पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, साइंस कॉलेज मैदान, पूर्व माध्यमिक शालाओं के प्रधान पाठक एवं शिक्षकों के लिए काउंसिलिंग पं. जवाहरलाल नेहरू ऑडिटोरियम, मेडिकल कॉलेज, जेल रोड तथा हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के व्याख्याताओं के लिए काउंसिलिंग पं. गिरजा शंकर मिश्र शासकीय अंग्रेजी माध्यम उच्चतर विद्यालय, रायपुरा (ऑडिटोरियम), रायपुर में प्रातः 10:00 बजे से शुरू होगी।लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी संबंधित अतिशेष शिक्षकों को निर्देशित किया है कि वे निर्धारित समय एवं स्थान पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर काउंसिलिंग प्रक्रिया में भाग लें, ताकि उन्हें युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत नवीन विद्यालय में पदस्थापना मिल सके।
- रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज नवा रायपुर के मंत्रालय महानदी भवन में भारतीय प्रशासनिक सेवा 2024 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय को अपर मुख्य सचिव तथा छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा के महानिदेशक श्री सुब्रत साहू ने बताया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा 2024 के पाँच अधिकारियों—श्री फड़तरे अनिकेत अशोक, श्री अरविंद कुमारन टी., श्री अक्षय डोसी, श्री क्षितिज गुरभेले और श्री विपिन दुबे को छत्तीसगढ़ कैडर मिला है। छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा में इन अधिकारियों को 28 अप्रैल से 20 जून तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके पश्चात इनकी पदस्थापना सहायक कलेक्टर के पद पर जशपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और बस्तर जिलों में की जाएगी।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं और उनसे प्रशिक्षण तथा छत्तीसगढ़ के अनुभवों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आप ऐसे समय में छत्तीसगढ़ में अपने करियर की शुरुआत कर रहे हैं, जब यहाँ बहुत सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं। पिछले डेढ़ साल में छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य हुआ है। खासकर, छत्तीसगढ़ की नक्सल-प्रभावित राज्य की छवि अब बदल रही है। जल्द ही छत्तीसगढ़ नक्सलमुक्त होगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में सुशासन तिहार सम्पन्न हुआ है। इसके तीसरे चरण में हमने पूरे प्रदेश का दौरा करके जनता से फीडबैक लिया और उनकी समस्याओं का निराकरण किया। मुख्यमंत्री को प्रशिक्षु अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान उन्हें भी समाधान शिविर में जाने का अवसर मिला। प्रशिक्षण संचालक श्रीमती सीमा सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक संरचना, नियम-कायदे और प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। उन्हें अलग-अलग विभागों के कार्यों, शासन की नीतियों और विभिन्न योजनाओं तथा जिलों की प्रशासनिक कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया।इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत और छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी के संचालक श्री टी.सी. महावर उपस्थित थे।