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नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों के लिए आयोजित एक कार्यशाला में शामिल हुए, जिसमें सांसदों ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों की सराहना की। यह कार्यशाला पार्टी के देशव्यापी जनसंपर्क अभियान से पहले आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य जीएसटी के फायदों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। मोदी कई घंटों तक सांसदों के बीच ही रहे। कई सदस्यों ने कहा कि मोदी पार्टी के साधारण सदस्य की तरह आखिरी पंक्ति में बैठे। गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने मोदी की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, "यही भाजपा की ताकत है कि यहां सभी कार्यकर्ता हैं।" दो दिवसीय कार्यशाला के अलग-अलग सत्र में कई मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें सांसदों का काम और सरकार की सफलताओं की मुख्य बातें शामिल हैं। आयोजन स्थल पर नवीनतम जीएसटी सुधारों और ‘ऑपरेशन सिंदूर' जैसी अन्य उपलब्धियों के फायदों को दर्शाने वाले कई सामग्री प्रदर्शित की गईं। सांसदों को मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
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चंडीगढ़. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए नौ सितंबर को राज्य का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी पंजाब में बाढ़ की स्थिति को लेकर बेहद चिंतित हैं और इस पर कड़ी नजर रख रहे हैं। जाखड़ ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया,‘‘पंजाब के लोगों को अधिकतम सहायता प्रदान करने के लिए वह (मोदी) स्थानीय परिस्थितियों का व्यक्तिगत रूप से आकलन करने और जमीनी हकीकत को समझने के लिए नौ सितंबर को पंजाब का दौरा कर रहे हैं।'' इससे पहले, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब की स्थिति का आकलन करने के लिए राज्य का दौरा किया था। जाखड़ ने कहा,‘‘पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने आई केंद्र सरकार की दो टीम अपने दौरे के बाद केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी। भारत सरकार पूरी तरह पंजाब के लोगों के साथ खड़ी है।'' चौहान ने चार सितंबर को पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था और फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया था। उन्होंने इसे ‘जल प्रलय' की स्थिति बताया था। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया था कि केंद्र उन्हें इस संकट से उबारने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा। मंत्री ने अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था ।
पंजाब इस समय दशकों में आई सबसे भीषण बाढ़ आपदाओं में से एक का सामना कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद सतलुज, व्यास और रावी नदियों और मौसमी नालों में उफान के कारण पंजाब के बड़े हिस्से में बाढ़ आयी हुयी है। इसके अलावा, पिछले कुछ दिनों से पंजाब में हो रही भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति और बिगाड़ दी है।
अधिकारियों के अनुसार, पंजाब में बाढ़ के कारण अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1.75 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं। -
जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताते हुए रविवार को इसे रोकने का आह्वान किया। पायलट ने अपने 48वें जन्मदिन के मौके पर चित्तौड़गढ़ के श्री सांवलिया सेठ जी मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने देश एवं प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। श्री सांवलिया सेठ जी मंदिर प्रांगण में मौजूदा लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जाहिर करते हुए युवाओं को नशे की गिरफ्त में आने से रोकने का आह्वान किया। कांग्रेस नेता ने ''आज युवाओं का युद्ध ड्रग्स के विरुद्ध'' संकल्प नारा भी दिया।
प्रवक्ता के अनुसार पायलट ने कहा, '' समाज में एक ऐसी मुश्किल समस्या है जिसका समाधान हमें करना पड़ेगा। लोग अक्सर इसके बारे में चर्चा नहीं करते, लेकिन हमें चर्चा करनी पड़ेगी और इसको स्वीकार करना पड़ेगा।'' उन्होंने कहा कि बच्चों को नशे की गिरफ्त से निजात दिलाने के लिए लोगों को दलगत राजनीति, जाति, धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर बचाना होगा। यह तब संभव होगा जब प्रशासन इस पर अंकुश लगाएगा। पायलट ने अभिभावकों से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की अपील की ताकि वे बच्चे उन पदों पर पहुंचे जहां से देश की नीति निर्धारित होती है। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने फोन कर पायलट को जन्मदिन की बधाई दी। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी सोशल मीडिया मंच 'एक्स' के जरिए पायलट को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। -
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा इकाई 21 सितंबर को ‘नमो युवा दौड़ : नशा मुक्त भारत के लिए' का आयोजन करेगी, ताकि युवाओं को नशीले पदार्थों के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जा सके और लोगों को ‘स्वदेशी' उत्पादों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कार्यक्रम की शुरुआत की घोषणा करते हुए रविवार को कहा कि यह दौड़ देशभर में 75 स्थानों पर आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि ‘भारतीय युवा डायस्पोरा' की ओर से दुनिया के 75 शहरों में भी इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मांडविया ने कहा कि युवाओं में नशे की लत के खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करने और लोगों को स्वदेशी उत्पादों को अपनाने के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में लाखों युवा हिस्सा लेंगे। उन्होंने यहां भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इस आयोजन के माध्यम से देश के युवा संकल्प के साथ अपनी मिट्टी (राष्ट्र) से जुड़ेंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछले 11 वर्षों में देश के प्रति निभाए गए कर्तव्य को याद करेंगे।” अभिनेता-मॉडल मिलिंद सोमन, जिन्हें आधिकारिक तौर पर इस पहल का ‘राष्ट्रीय रन एम्बेसडर' नियुक्त किया गया है, अन्य लोगों के साथ संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे।
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जम्मू। जम्मू-कश्मीर की समृद्ध पाक कला को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने आईआरसीटीसी के साथ मिलकर रविवार से कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस में स्थानीय शाकाहारी व्यंजन परोसना शुरू कर दिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मेन्यू (व्यंजन सूची) में प्रसिद्ध कश्मीरी ‘कहवा', ताजा बेकरी आइटम, कश्मीरी पुलाव, राजमा एवं बाबरू/अंबल (खट्टा कद्दू) जैसे व्यंजन और ताजे सेब शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी, वंदे भारत ट्रेन में नाश्ते और दोपहर के भोजन के दौरान यात्रियों के लिए पारंपरिक स्थानीय व्यंजन तैयार करेंगे और परोसेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छह जून को कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। इस पहल को उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली और कटरा से श्रीनगर के बीच यात्रा करने वाले अधिकांश लोगों ने स्थानीय मेनू को चुना तथा भोजन की गुणवत्ता एवं स्वाद की प्रशंसा की। आईआरसीटीसी के अध्यक्ष हरजोत सिंह संधू ने बताया, “इस सुविधा का उद्देश्य कश्मीर में यात्रियों को यादगार यात्रा अनुभव प्रदान करना है, जिससे उन्हें अपने गंतव्य स्टेशन से पहले ही जायके का आनंद लेने का सही अवसर मिल सके।” जम्मू संभाग के वरिष्ठ संभागीय वाणिज्यिक प्रबंधक उचित सिंघल ने बताया कि इस पहल में अत्याधुनिक स्वच्छ रसोई शामिल की गयी हैं। उन्होंने बताया, ‘‘खाने की पैकिंग में भी सुधार किया जाएगा, जिसमें एल्युमिनियम फॉइल से लेकर ‘एयरलाइन-शैली के टेफ्लॉन-कोटेड कैसरोल' और प्लास्टिक की जगह पर्यावरण-अनुकूल ‘कॉयर ट्रे' शामिल हैं।” सिंघल ने बताया कि पेशेवर पर्यवेक्षक उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए संचालन और कर्मचारियों के प्रशिक्षण की देखरेख करेंगे। उन्होंने बताया कि कुछ विशेष स्थानीय व्यंजन जैसे डोगरा शैली में बनने वाली खट्टी-मीठी कद्दू की सब्जी ‘अम्बल कद्दू', पहाड़ी इलाकों में लोकप्रिय भरवां पूरी बाबरू, नाश्ते में जम्मू पराठा और दोपहर के भोजन में पनीर चमन, कश्मीरी दम आलू और जम्मू राजमा शामिल हैं। सिंघल ने बताया, “यात्रियों को क्षेत्र का असली स्वाद देने के लिए ये व्यंजन पारंपरिक मसालों और पाक कला विधियों का उपयोग करके तैयार किए जा रहे हैं।” अधिकारी ने बताया कि जो यात्री उपमा, पोहा और शाकाहारी कटलेट जैसे पारंपरिक भोजन पसंद करते हैं, उनके लिए ये व्यंजन नए क्षेत्रीय मेन्यू में भी उपलब्ध होंगे।
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शिमला. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूस्खलन और लगातार बारिश के कारण हुए व्यापक नुकसान का जायजा लेने के लिए नौ सितंबर को राज्य का दौरा करेंगे। ठाकुर ने एक प्रेस बयान में कहा कि वह राज्यभर में हुई तबाही के बारे में जानकारी देने के लिए धर्मशाला में भी मौजूद रहेंगे। ठाकुर ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश की जनता की ओर से हम प्रधानमंत्री मोदी का हार्दिक स्वागत करते हैं। मैं उन्हें लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण विभिन्न क्षेत्रों में हुई तबाही से अवगत कराऊंगा।'' उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर भी तीखा हमला किया और सत्ता में आने के बाद से लोगों के अधिकारों और लाभों को छीनने का आरोप लगाया। ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (डीए), चिकित्सा प्रतिपूर्ति, उच्च ग्रेड वेतन और दो साल बाद नियमितीकरण का अधिकार वापस ले लिया है, जबकि संविदा कर्मचारियों को प्रशिक्षुओं में बदल दिया गया है। उन्होंने सरकार पर केवल ढाई वर्षों में विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, स्कूलों, अस्पतालों और प्रशासनिक कार्यालयों समेत 2,000 से अधिक संस्थानों को बंद करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार राज्य में सुविधाओं को मजबूत करने के बजाय उन्हें कमजोर कर रही है। मुख्यमंत्री का तथाकथित ‘व्यवस्था परिवर्तन' पीड़ा और पतन की सरकार में बदल गया है।
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नयी दिल्ली. भारत के उपराष्ट्रपति का पद संभवत: एकमात्र ऐसा पद है जिसे नियमित वेतन का लाभ नहीं मिलता है। देश में दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद उपराष्ट्रपति को संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा के पदेन सभापति के रूप में अपनी भूमिका के लिए वेतन मिलता है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन और विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन की ओर से उम्मीदवार पी सुदर्शन रेड्डी नौ सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मैदान में हैं। यह चुनाव 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफे के कारण आवश्यक हो गया है।
उपराष्ट्रपति का वेतन और भत्ते संसद अधिकारियों के वेतन और भत्ते अधिनियम, 1953 के तहत निर्धारित किए जाते हैं। अधिकारियों ने बताया, ‘‘उपराष्ट्रपति के लिए किसी विशिष्ट वेतन का प्रावधान नहीं है; इसके बजाय, उन्हें राज्यसभा के सभापति के रूप में उनकी भूमिका के अनुरूप पारिश्रमिक और लाभ मिलते हैं।'' उपराष्ट्रपति, कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका में कार्यभार संभालने पर, भारत के राष्ट्रपति का वेतन पाने के हकदार होते हैं। ऐसी स्थिति में, उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति नहीं रह जाते। राज्यसभा के सभापति को चार लाख रुपये प्रति माह वेतन मिलता है।
उपराष्ट्रपति को कई सुविधाएं और भत्ते मिलते हैं, जैसे निःशुल्क आवास, चिकित्सा देखभाल, रेल और हवाई यात्रा, लैंडलाइन कनेक्शन, मोबाइल फोन सेवा, व्यक्तिगत सुरक्षा और कर्मचारी। पूर्व उपराष्ट्रपति को लगभग दो लाख रुपये प्रति माह पेंशन, टाइप-8 बंगला, एक निजी सचिव, एक अतिरिक्त निजी सचिव, एक निजी सहायक, एक चिकित्सक, एक नर्सिंग अधिकारी और चार निजी परिचारक मिलते हैं। पूर्व उपराष्ट्रपति की मृत्यु की स्थिति में, उनके जीवनसाथी को जीवनपर्यन्त एक छोटे टाइप-7 मकान का अधिकार प्राप्त होता है। अचानक दिये इस्तीफे के बाद जगदीप धनखड़ ने हाल में राजस्थान के पूर्व विधायक के रूप में पेंशन के लिए आवेदन किया था। वर्ष 1993 से 1998 तक कांग्रेस विधायक के रूप में किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले धनखड़ को जुलाई 2019 तक पूर्व विधायक के रूप में पेंशन मिलती रही। पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद इसे बंद कर दिया गया था। एक अधिकारी ने बताया था कि 74 वर्षीय धनखड़ पूर्व विधायक होने के नाते 42,000 रुपये प्रति माह पेंशन के हकदार हैं। -
नयी दिल्ली. लाल किले के निकट एक जैन धार्मिक समारोह से करीब एक करोड़ रुपये मूल्य के स्वर्ण और रत्न से जड़ित कलश की चोरी के संबंध में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। दिल्ली पुलिस ने संदिग्ध की गतिविधियों का पता लगाया और उसके ठिकाने के बारे में महत्वपूर्ण सुराग हासिल किए। यह चोरी तीन सितंबर को एक प्रार्थना समारोह के दौरान हुई जिसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थे। श्रद्धालुओं के साथ घुलने-मिलने के लिए पारंपरिक धोती-कुर्ता पहने संदिग्ध ने कथित तौर पर बिड़ला के कार्यक्रम में पहुंचने पर मची आपाधापी का फायदा उठाया और बर्तन लेकर भाग गया। यह कलश 760 ग्राम सोने तथा 150 ग्राम हीरे, माणिक और पन्ने से जड़ा है और जैन समुदाय के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व रखता है। यह समारोह 28 अगस्त को शुरू हुआ और नौ सितम्बर को समाप्त होगा। काफी खोजबीन के बाद भी कलश का पता न चलने पर कोतवाली पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति कई दिनों से टोह ले रहा था और संदेह से बचने के लिए आयोजकों के बीच घुल-मिल गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले पर कई टीमें काम कर रही हैं और घटनास्थल तथा आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज से जांचकर्ताओं को चोरी के बाद आरोपियों द्वारा अपनाए गए मार्ग का पता लगाने में मदद मिली है। अधिकारी ने बताया, ‘‘हमें महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और छापेमारी की जा रही है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।'' उन्होंने आगे बताया कि आरोपी की गतिविधियों का पता लगा लिया गया है। समारोह के आयोजकों ने कहा कि चोरी से समुदाय को बहुत परेशानी हुई है। आयोजकों में से एक पुनीत जैन ने कहा, भौतिक मूल्य के अलावा इस कलश का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। हमें उम्मीद है कि पुलिस इसे बरामद कर लेगी।'' - जम्मू .जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में मौसम संबंधी परामर्श की ताजा समीक्षा के बाद त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा अगले सप्ताह फिर से शुरू होने की संभावना है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। वैष्णो देवी यात्रा शनिवार को लगातार 12वें दिन भी स्थगित रही। मौसम वैज्ञानिकों ने सात और आठ सितंबर को देर रात या सुबह के समय जम्मू संभाग के कुछ जिलों में मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया है। श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला अगले सप्ताह लिया जाएगा। हाल ही में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से हुए नुकसान के बाद, ट्रैक से मलबा हटा दिया गया है और उसे नया रूप दिया जा रहा है।'' गौरतलब है कि 26 अगस्त को अर्धकुंवारी में यात्रा के पुराने मार्ग पर हुए भूस्खलन से कुछ घंटे पहले यात्रा स्थगित कर दी गई थी। भूस्खलन में 34 लोगों की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे।
- नयी दिल्ली. निर्वाचन आयोग के शीर्ष अधिकारी अखिल भारतीय स्तर पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के क्रियान्वयन की तैयारियों पर राज्यों के अपने प्रतिनिधियों के साथ अगले हफ्ते चर्चा करेंगे। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि आयोग ने बुधवार को राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की बैठक बुलाई है। फरवरी में ज्ञानेश कुमार के मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभालने के बाद राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की यह तीसरी बैठक है। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि 10 सितंबर को होने वाली बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें अखिल भारतीय स्तर पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी।आयोग ने कहा है कि बिहार के बाद पूरे देश में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण किया जाएगा। ऐसे संकेत हैं कि यह प्रक्रिया इस साल के अंत में और असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले शुरू कर दी जाएगी। एसआईआर का मकसद अवैध प्रवासियों के जन्मस्थान की जांच करके उन्हें वापस भेजना है। यह कदम विभिन्न राज्यों में बांग्लादेश और म्यांमा सहित अन्य देशों के अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के मद्देनजर महत्वपूर्ण है। अधिकारियों ने कहा कि निर्वाचन आयोग “मतदाता सूचियों की शुचिता की रक्षा के अपने संवैधानिक कर्तव्य के निर्वहन के वास्ते” पूरे देश में एसआईआर शुरू करेगा। उन्होंने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत चुनाव अधिकारी त्रुटिरहित मतदाता सूची सुनिश्चित करने के लिए घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मदद के लिए मतदाताओं से जुड़े आंकड़ों में हेरफेर के विपक्षी दलों के आरोपों के बीच निर्वाचन आयोग गहन पुनरीक्षण के तहत अतिरिक्त कदम उठाए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अवैध प्रवासियों का नाम मतदाता सूची में दर्ज न हो। मतदाता बनने के इच्छुक या राज्य के बाहर से आने वाले आवेदकों की श्रेणी के लिए एक अतिरिक्त ‘घोषणा पत्र' पेश किया गया है। उन्हें यह शपथपत्र देना होगा कि उनका जन्म एक जुलाई 1987 से पहले भारत में हुआ था और जन्मतिथि और/या जन्मस्थान को प्रमाणित करने वाला कोई भी दस्तावेज पेश करना होगा।
- नयी दिल्ली. दिल्ली के सबसे बड़े रामलीला मंच ‘लव-कुश रामलीला समिति' ने इस बार भी आयोजन को भव्य और नया रूप देने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके तहत लाल किले स्थित आयोजन स्थल पर इस बार सोमनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाई जाएगी और भगवान राम, सीता तथा लक्ष्मण की जगह थल सेना, वायु सेना और नौसेना की तस्वीरों वाले आमंत्रण पत्र छापे जाएंगे। दिल्ली-एनसीआर में रामलीलाओं का आयोजन 22 सितंबर से तीन अक्टूबर तक किया जाएगा।तीन मंजिला मंच में एक लाख से अधिक एलईडी लाइट्स, 3डी प्रोजेक्शन और लाइट शो की व्यवस्था रहेगी। नवरात्रि के दौरान होने वाले इस रामलीला मंचन में राजनीतिक नेता और टीवी कलाकार भी विभिन्न किरदार निभाएंगे। रामलीला समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' से प्रेरित होकर इस साल के आमंत्रण कार्ड और तस्वीरों में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के शौर्य को दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बार के आयोजन को अपने नायकों को समर्पित करना चाहते हैं। इसलिए, भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की तस्वीरों वाले पारंपरिक आमंत्रण कार्ड के बजाय, हमने देश के नायकों की तस्वीरों वाले कार्ड बनाने का निर्णय लिया है।''कुमार ने बताया, ‘‘इस साल हमारे पास एक विशेष लाइट निर्देशक भी होंगे, जो रोशनी की व्यवस्था का प्रबंधन करेंगे और ऐसा माहौल बनाएंगे जैसे हम किसी भव्य महल में हों, जिसे एक लाख लाइटों की चमक और भी शानदार बनाएगी।'' गुजरात, काशी, राजस्थान और मथुरा-वृंदावन के कलाकारों और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम पिछले एक महीने से इस अनोखे मंच को तैयार करने का काम कर रही है। लगभग 140 फुट लंबे और 45 फुट ऊंचे तीन मंजिला मंच को लगभग 1.25 लाख एलईडी लाइट से सजाया गया है। कुमार ने बताया कि गुजरात के खास कारीगरों ने सोमनाथ मंदिर की जटिल नक्काशी की है, सोने की परत चढ़ा गुंबद तैयार किया है और रंग-बिरंगी एलईडी लाइट के जरिए माहौल को खुशनुमा बना दिया है।उन्होंने बताया कि आधुनिक 3डी इफेक्ट्स और कृत्रिम मेधा (एआई) तकनीक का इस्तेमाल करके कुछ दृश्य इस तरह प्रस्तुत किए जाएंगे कि दर्शकों को ऐसा लगेगा जैसे वे सच में मंदिर के अंदर बैठे हों। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की रामलीला में उच्च तकनीक वाला डिजिटल मंचन किया जाएगा, जिसका लगभग 100 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनलों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। लगभग 40 बॉलीवुड कलाकार भी इस मंचन में अपनी प्रस्तुति देंगे। लव-कुश रामलीला समिति ने पिछले माह दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में लाल किले पर भूमि पूजन किया था।
- नयी दिल्ली. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आगामी त्योहारों के मौसम से पहले शनिवार को रामलीला और दुर्गा पंडाल समितियों की मदद के लिए कई उपायों की घोषणा की। इन उपायों में मुफ्त बिजली, ‘सिंगल-विंडो' प्रणाली के जरिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) और बेहतर नागरिक सुविधाएं शामिल हैं। गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर 17 सितंबर से शुरू हो रहे सेवा पखवाड़े के तहत रामलीला और दुर्गा पूजा के दौरान एक दिन उनके सम्मान में समर्पित किया जाएगा। यह अभियान दो अक्टूबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि रामलीला समितियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार 1,200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देगी, जबकि केवल 25 प्रतिशत सुरक्षा राशि जमा करने पर मीटर लगाए जाएंगे।इसके अतिरिक्त सरकार ने भूमि सुरक्षा राशि को 20 रुपये प्रति वर्ग मीटर से घटाकर 15 रुपये कर दिया है। उन्होंने कहा, “सभी रामलीला और दुर्गा पंडाल समितियों के लिए यह खुशखबरी है।” गुप्ता ने दिल्ली सचिवालय में रामलीला और दुर्गा पूजा कमेटियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अड़चनों को दूर करने के लिए सरकार विभिन्न सेवाओं के वास्ते एनओसी ‘सिंगल-विंडो' प्रणाली के जरिए जारी करेगी, जिससे आयोजकों को विभिन्न विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, "त्योहारों से संबंधित समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए छह सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया है। सभी आयोजन स्थलों पर स्वच्छता, फॉगिंग, चिकित्सा सुविधाएं, अग्नि सुरक्षा, पुलिस तैनाती और यातायात प्रबंधन सहित व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।" मुख्यमंत्री ने समितियों से आग्रह किया कि वे इस मंच का उपयोग राष्ट्रीय और सामाजिक महत्व के संदेशों को फैलाने के लिए करें। गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि ये कदम न केवल आयोजकों पर बोझ कम करने के लिए हैं, बल्कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत के आह्वान के अनुरूप उनकी सरकार के "विकसित दिल्ली" के व्यापक दृष्टिकोण को भी दर्शाते हैं।
- प्रयागराज . जिले के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बमरौली रसूलपुर में शनिवार को गंगा नदी में स्नान करते समय तीन बच्चों की डूबने से मृत्यु हो गई। एसीपी (धूमनगंज) अजेंद्र यादव ने बताया कि बच्चों के डूबने की सूचना मिलते ही जल पुलिस और (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बच्चों की तलाश में जुट गई। देर शाम तक तीनों बच्चों के शव बाहर निकाल लिए गए। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान अमन (15), मनीष (13) और शौर्य पाल (14) के रूप में की गई है जो धूमनगंज थाना अंतर्गत मुंडेरा इलाके के थे।
- भुवनेश्वर. ओडिशा के पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर के पदाधिकारियों ने शनिवार को इस्कॉन से आग्रह किया कि वह शास्त्रों की अनदेखी करते हुए भगवान जगन्नाथ की 'रथ यात्रा' और 'स्नान यात्रा' को ‘‘अनियमित तिथियों'' पर आयोजित न करे। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष गजपति महाराजा दिव्य सिंह देब ने यहां संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) को पत्र लिखा है। देब ने कहा, ‘‘यह देखा गया है कि इस्कॉन 50 वर्षों से अधिक समय से अनियमित तिथियों पर भगवान जगन्नाथ की 'रथ यात्रा' और 'स्नान यात्रा' (स्नान अनुष्ठान) आयोजित कर रहा है, जिससे असंख्य श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं।''उन्होंने कहा, ‘‘हम इस्कॉन से आग्रह करते हैं कि वह जल्द से जल्द कदम उठाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दुनिया भर के सभी इस्कॉन मंदिरों/केंद्रों में ये उत्सव शास्त्रों और परंपराओं के अनुसार मनाए जाएं।'' संवाददाता सम्मेलन में उनके साथ श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी भी थे। देब ने दावा किया कि हालांकि शास्त्रों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि पर होनी चाहिए, लेकिन इस्कॉन मंदिर इसे ‘‘अपनी मनमर्जी'' से आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह पाया गया है कि 2025 से सितंबर तक, भारत और विदेशों में विभिन्न स्थानों पर कम से कम 40 इस्कॉन मंदिरों ने शास्त्रों और परंपराओं का उल्लंघन करते हुए स्नान यात्राएं आयोजित की हैं।'' इसी तरह, उन्होंने कहा कि यह भी देखा गया है कि कई देशों में कम से कम 68 इस्कॉन मंदिरों में 'रथ यात्रा' शास्त्रों के विरुद्ध आयोजित की गई है। देब ने जोर देकर कहा, ‘‘साल के किसी भी दिन रथ यात्रा आयोजित करने का कोई वैध औचित्य नहीं हो सकता।''
- गढ़वा. झारखंड के गढ़वा जिले में 26 वर्षीय एक युवक ने शनिवार को अपनी प्रेमिका की कथित तौर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी और फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि चैनपुर के सेमरटांड़ गांव निवासी सुमित कुमार का 24 वर्षीय एक युवती से प्रेम संबंध था, जो शादीशुदा थी। उन्होंने बताया कि हाल ही में सुमित की शादी तय हुई थी और जब युवती को इस बात का पता चला, तो उसने सुमित को मिलने के लिए बुलाया।गढ़वा पुलिस थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी के मुताबिक, “सुमित और युवती बनपुरवा गांव में एक सुनसान जगह पर मिले। जल्द ही उनके बीच झगड़ा शुरू हो गया। सुमित ने युवती पर चाकू से तीन बार वार किया और फिर खुद को गोली मार ली।” तिवारी के अनुसार, सुमित और युवती के शव गढ़वा-शाहपुर रोड पर परसाहा मोड़ के पास मिले।उन्होंने बताया कि पलामू जिले के पनकी थाना क्षेत्र के सागालिम गांव की रहने वाली युवती का अपने पति से अक्सर झगड़ा होता था, क्योंकि उसे सुमित के साथ उसके रिश्ते के बारे में पता था। तिवारी ने बताया कि दोनों पति-पत्नी एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए तीन बार थाने भी गए थे। उन्होंने बताया कि अपराध में इस्तेमाल पिस्तौल और चाकू को बरामद कर लिया गया है।
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नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की भविष्य की आर्थिक वृद्धि अब स्टार्टअप-लिंक्ड इकोनाॅमी पर आधारित होगी, जिसे मजबूत उद्योग साझेदारी के जरिए आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह बातें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आयोजित कैम्पस टैंक के लॉन्च कार्यक्रम के दौरान कहीं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार ने इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार किया है, लेकिन स्टार्टअप्स की लंबी उम्र और सफलता तभी संभव है जब शुरुआती दौर से ही उन्हें उद्योग जगत का साथ और निवेश मिले। उन्होंने कहा, “कैम्पस टैंक की शुरुआत उद्योग-स्टार्टअप साझेदारी को मजबूत करेगी। यह केवल स्टार्टअप फंडिंग नहीं, बल्कि उद्योग-आधारित स्टार्टअप इकोनॉमी की दिशा में एक कदम है।”
उन्होंने जोर दिया कि केवल विचार और रिसर्च से स्टार्टअप्स लंबे समय तक नहीं टिक सकते, इसके लिए उद्योगों का वित्तीय सहयोग, बाजार तक पहुंच और स्केलेबिलिटी जरूरी है। उन्होंने बायोटेक्नोलॉजी, कृषि और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों का उदाहरण दिया, जहां सरकार और उद्योग की साझेदारी से ठोस नतीजे देखने को मिले हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम सिर्फ मेट्रो शहरों या टेक्नोलॉजी हब तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे शहर और विविध सेक्टर भी इसमें बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। यह दर्शाता है कि नया भारत नवाचार को अपनाकर विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है।उन्होंने भारत की बढ़ती वैश्विक साख का जिक्र करते हुए बताया कि देश ने ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में अपनी रैंकिंग 81 से बढ़ाकर 39 कर ली है। यह कम समय में एक बड़ी उपलब्धि है। साथ ही, उन्होंने बताया कि लगभग 60% पंजीकृत स्टार्टअप्स महिलाओं के नेतृत्व में हैं। महिलाएं अब सिर्फ भागीदार ही नहीं, बल्कि बड़े प्रोजेक्ट्स की कमान संभाल रही हैं। जितेंद्र सिंह ने इस दौरान महिला वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का भी जिक्र किया, जिन्होंने आदित्य L1 और चंद्रयान-3 जैसे राष्ट्रीय अभियानों का नेतृत्व किया। उन्होंने यह भी बताया कि अब अधिकांश पेटेंट भारतीय इनोवेटर्स द्वारा फाइल किए जा रहे हैं, जबकि पहले विदेशी कंपनियां इस क्षेत्र में आगे थीं।- -
नई दिल्ली। झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। आज रविवार को सरंडा जंगल में गोइलकेरा थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 10 लाख रुपए के इनामी माओवादी अमित हासदा उर्फ आप्तन को मार गिराया। पुलिस अधीक्षक पारस राणा ने इसकी पुष्टि की। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने एक एसएलआर राइफल, विस्फोटक और अन्य हथियार बरामद किए हैं। इसके बाद पूरे जंगल में अन्य माओवादी ठिकानों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। फिलहाल जांच जारी है और आगे की जानकारी का इंतजार है।
यह मुठभेड़ उस समय हुई जब कुछ दिन पहले ही झारखंड के पालामू जिले में प्रतिबंधित तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) के माओवादियों के साथ पुलिस की हिंसक भिड़ंत हुई थी। वहीं 3 सितंबर को रात लगभग 1 से 1:30 बजे के बीच मनातू थाना क्षेत्र के केदल जंगल में हुए ऑपरेशन के दौरान पुलिस और माओवादियों के बीच भारी गोलीबारी हुई थी।उस समय सुरक्षाबलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि टीएसपीसी का जोनल कमांडर शशि कांत गंजू, जिस पर 10 लाख रुपए का इनाम है, कर्मो त्योहार पर अपने पैतृक गांव केदल आ सकता है। पुलिस टीम के वहां पहुंचते ही गंजू और उसके साथियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई।इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत डाल्टनगंज के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दो पुलिसकर्मियों संतन कुमार और सुनील राम को मृत घोषित कर दिया। इनमें से एक जवान पलामू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का बॉडीगार्ड था। लगातार हो रही इन मुठभेड़ों से साफ है कि झारखंड पुलिस और सुरक्षाबल माओवादी नेटवर्क को कमजोर करने और बड़े कमांडरों को पकड़ने या मार गिराने में सक्रिय अभियान चला रहे हैं। -
मुंबई. मुंबई में 10 दिवसीय गणपति उत्सव के अंतिम दिन शनिवार को अनंत चतुर्दशी पर बारिश के बीच लोग भगवान गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए ढोल-ताशे के साथ और गुलाल उड़ाते हुए सड़कों पर उमड़ पड़े। अधिकारियों ने बताया कि अपराह्न तीन बजे तक मुंबई के विभिन्न जलाशयों में 2,100 से अधिक गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। प्रतिमाएं शहर के समुद्र तटों और अन्य जलाशयों की ओर ले जाते समय बड़ी संख्या में लोग भव्य समापन समारोह के दौरान एक झलक पाने के लिए सड़क के डिवाइडरों, इमारतों की छतों, बालकनी, पेड़ों और खंभों पर बैठे देखे गए। इससे पहले, दिन में सड़कों पर रंगोली बनाई गई। वहीं, शहर के कुछ हिस्सों में सुबह से ही हल्की से मध्यम बारिश हो रही थी। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अनुसार, अपराह्न तीन बजे तक 2,198 गणपति प्रतिमाएं, जिनमें 59 सार्वजनिक मंडलों (स्थानीय सामुदायिक समूह) की और 87 देवी प्रतिमाएं शामिल हैं, प्राकृतिक जलाशयों और नगर निकाय द्वारा बनाए गए कृत्रिम तालाबों में विसर्जित कर दी गईं। मध्य मुंबई में प्रतिष्ठित गणपति मंडलों के लिए प्रसिद्ध लालबाग में यात्रा की शुरुआत तेजुकाया, गणेश गली और कई अन्य मंडलों की प्रतिमाओं के साथ हुई। बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘विसर्जन प्रक्रिया के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। लालबाग की सड़कों और अन्य प्रमुख यात्रा मार्गों पर प्रिय देवता को विदाई देने के लिए हजारों लोग नाचते-गाते, ढोल-ताशे बजाते व गुलाल उड़ाते हुए उमड़ पड़े। लालबागचा राजा, चिंचपोक्लिचा चिंतामणि, बाल गणेश मंडल के बल्लालेश्वर, गणेश गली के मुंबईचा राजा, कालाचौकी के महागणपति, रंगारी बडक चॉल गणपति और तेजुकाया गणपति समेत लालबाग के प्रसिद्ध गणपतियों की शोभायात्रा दोपहर एक बजे तक मुख्य सड़क पर पहुंच गई थी। लालबाग स्थित श्रॉफ बिल्डिंग में भीड़ जमा हुई, जहां पारंपरिक तरीके से पुष्पवर्षा की गई।
सेवा सदन मंडल ने अपनी शोभायात्रा के लिए "अभिजात मराठी" की एक प्रतिमा का इस्तेमाल किया, क्योंकि इस वर्ष मराठी को शास्त्रीय भाषा घोषित किया गया है। लालबाग, परेल, कालाचौकी और मध्य मुंबई के अन्य इलाकों से प्रमुख शोभायात्राएं दोपहर 1:30 बजे के बाद समुद्र तटों की ओर बढ़ने लगीं। पुणे में अनंत चतुर्दशी की शुरुआत गणेश मंडल की पहली 'मनाचा' (प्रतिष्ठित और पूजनीय) मूर्ति के विसर्जन के साथ हुई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल और मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सुबह 'ढोल ताशे' की थाप के बीच शुरू हुई कस्बा गणपति यात्रा में भाग लिया। पुणे पुलिस ने मंडलों से आग्रह किया था कि वे अपनी यात्रा जल्दी शुरू करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पूरी प्रक्रिया समय पर समाप्त हो और यह अगले दिन तक जारी न रहें। विसर्जन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में 21,000 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। एक अधिकारी ने बताया कि शहर की पुलिस उस धमकी भरे संदेश के बाद अलर्ट पर थी, जिसमें दावा किया गया था कि 14 आतंकवादी 34 वाहनों में 400 किलोग्राम आरडीएक्स लेकर शहर में घुस आए हैं। बाद में, पुलिस ने कथित तौर पर धमकी भरा संदेश भेजने के आरोप में उत्तर प्रदेश के नोएडा से 50 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। अधिकारी ने बताया कि अपराध शाखा ने धमकी भरा संदेश मिलने के 24 घंटे के भीतर आरोपी को नोएडा स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान, दोनों नेताओं ने यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में हाल के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। पीएम मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, आज टेलीफ़ोन पर हुई वार्ता में पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रो ने आर्थिक, रक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की और उसका सकारात्मक मूल्यांकन किया। दोनों नेताओं ने क्षितिज 2047 रोडमैप, हिंद-प्रशांत रोडमैप और रक्षा औद्योगिक रोडमैप के अनुरूप भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2026 में भारत द्वारा आयोजित एआई इम्पैक्ट शिखर सम्मेलन के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए राष्ट्रपति मैक्रों को धन्यवाद दिया और भारत में राष्ट्रपति मैक्रों का स्वागत करने के लिए उत्सुकता व्यक्त की। इसके अलावा, दोनों नेताओं ने वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए संपर्क में बने रहने और मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। -
अयोध्या।. महाराष्ट्र के मालेगांव विस्फोट मामले में हाल ही में बरी हुए लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर में दर्शन किये और मंदिर को ‘पूरे देश की आस्था का प्रतिबिंब' करार दिया। लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, “अयोध्या में बहुत ही पावन माहौल है। राम मंदिर की भव्यता, जो मैंने पहले कभी सुनी या तस्वीरों में देखी थी, उससे कहीं बढ़कर है। यह पूरे देश की आस्था का प्रतिबिंब है।” उन्होंने कहा, “जिस तरह से श्रद्धालु आ रहे हैं, जो स्वयंसेवक काम कर रहे हैं, उनकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। राम मंदिर में भारत की सच्ची भावना दिखाई देती है, जहां हर क्षेत्र के लोग दिखाई देते हैं।” पुरोहित ने कहा, “मैं पहले भी काम के सिलसिले में अयोध्या आ चुका हूं। उस समय यहां ज्यादा विकास नहीं हुआ था। आज अयोध्या मानो ‘राजमाता' जैसी लगती है।” उन्होंने कहा, “जिस तरह लोग गहरी आस्था के साथ रामलला के दर्शन के लिए आते हैं, उसी तरह हम भी उसी समर्पण भाव से राष्ट्र की सेवा करते हैं। आम लोगों और सेवा करने वालों में कोई अंतर नहीं है, और भावनाएं एक जैसी हैं।” मुंबई की एक विशेष अदालत ने 31 जुलाई को मालेगांव विस्फोट मामले के सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया था। यह फैसला 29 सितंबर, 2008 को मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर मालेगांव शहर में एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल में विस्फोटक लगाकर धमाका करने के मामले में 17 साल बाद आया था। विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी और 101 अन्य लोग घायल हुए थे।इस मामले में बरी होने वाले अन्य लोगों में भाजपा की पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय राहिरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी शामिल थे।
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हलोल।. गुजरात के पंचमहल जिले के प्रसिद्ध पावागढ़ पहाड़ी मंदिर में शनिवार को एक सामान ढुलाई रोपवे का तार टूट जाने से छह लोगों की मौत हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) हरेश दुधात ने हादसे में छह मौतों की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पुलिस और अग्निशमन दल राहत एवं बचाव कार्यों के लिए मौके पर मौजूद हैं। पावागढ़ मंदिर लगभग 800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। श्रद्धालु मंदिर पहुंचने के लिए या तो लगभग 2000 सीढ़ियां चढ़ते हैं या फिर केबल कार का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण रोपवे को सुबह से ही आम जनता के लिए बंद कर दिया गया था। पावागढ़ पहाड़ी की चोटी पर देवी काली को समर्पित एक भव्य मंदिर है। यहां हर साल लगभग 25 लाख आगंतुक आते हैं।
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नयी दिल्ली.। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि वह भारत-अमेरिका संबंधों के “सकारात्मक” आकलन के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सराहना करते हैं। इससे पहले ट्रंप ने दोनों देशों के “विशेष” संबंध की सराहना की थी, जिसे दोनों देशों रिश्तों में आए तनाव को खत्म करने के प्रयास के तौर पर देखा गया। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह हमेशा "मोदी के मित्र" रहेंगे, लेकिन मोदी इस समय जो कर रहे हैं, वह उन्हें पसंद नहीं आया। ट्रंप ने हालांकि विस्तार से नहीं बताया कि वह किस बारे में बात कर रहे हैं। मोदी ने कहा, "हम राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों को लेकर उनकी सकारात्मक राय की सराहना करते हैं और उसका पूरी तरह से समर्थन करते हैं।" उन्होंने कहा, "भारत और अमेरिका के बीच बहुत सकारात्मक, दूरदर्शी, व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।" दोनों नेताओं ने 17 जून को फोन पर हुई बातचीत के बाद पहली बार एक दूसरे के बारे में बयान दिए हैं।
भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने के ट्रंप के फैसले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। इसमें से 25 प्रतिशत शुल्क रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर लगाया गया था। भारत ने अमेरिकी कार्रवाई को “अनुचित और विवेकहीन” बताया था। इससे पहले, भारत के साथ संबंधों को पुनः स्थापित करने की संभावना के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच विशेष संबंध हैं और "चिंता की कोई बात नहीं है।" ट्रंप ने कहा, "मैं हमेशा (नरेन्द्र) मोदी का मित्र रहूंगा, वह एक महान प्रधानमंत्री हैं। लेकिन वह इस समय जो कर रहे हैं, मुझे पसंद नहीं है।” उन्होंने ओवल ऑफिस में कहा, "भारत और अमेरिका के बीच विशेष संबंध हैं। चिंता की कोई बात नहीं है।"ट्रंप ने बृहस्पतिवार कहा था कि अमेरिका भारत को चीन के हाथों खो रहा है।इस पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि ऐसा हुआ है। मैं इस बात से बहुत निराश हूं कि भारत रूस से इतना तेल खरीद रहा है।" उन्होंने कहा, “मैंने उन्हें बताया कि हमने भारत पर बहुत बड़ा शुल्क लगाया है - 50 प्रतिशत शुल्क, बहुत ज्यादा सुल्क। जैसा कि आप जानते हैं, मोदी के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं, वह कुछ महीने पहले यहां आए थे।" - नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के महत्व पर एक लेख साझा किया और कहा कि यह भारत की आत्मनिर्भरता और विकास की यात्रा का मुख्य स्तंभ है। यह लेख केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा है, जिसमें उन्होंने बदलती दुनिया में शिक्षकों की भूमिका और उनकी जिम्मेदारी पर विस्तृत विचार रखे हैं।प्रधानमंत्री ने धर्मेंद्र प्रधान का लेख ‘द टीचर इन अ चेंजिंग वर्ल्ड’ साझा करते हुए लिखा कि इसमें एनईपी 2020 की अहमियत बताई गई है और यह भी समझाया गया है कि कैसे आज के शिक्षक डिजिटल क्लासरूम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), बदलते पाठ्यक्रम और विविध शिक्षण आवश्यकताओं को तेजी से अपना रहे हैं। इसके लिए पीएम ई-विद्या, दीक्षा और स्वयं जैसे प्लेटफॉर्म उनकी मदद कर रहे हैं।केंद्रीय मंत्री ने अपने लेख में लिखा कि एनईपी 2020 भारत की आत्मनिर्भरता (आत्मनिर्भरता मिशन 2047) की मुख्य कड़ी है और इसे एक महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय प्रयास माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीति में शिक्षकों को सुधारक बताया गया है, जो आने वाली पीढ़ियों को जिम्मेदार, कुशल और संतुलित नागरिक बनाएंगे।धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, “माता-पिता जन्म देते हैं, गुरु जीवन देते हैं। ये जीवनदाता उस भव्य इमारत की आत्मा हैं। स्कूल की इमारत सरकार बना सकती है, लेकिन उसमें प्राण फूंकने का काम शिक्षक करते हैं।” गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के भाषण और अन्य मंचों से भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने का आह्वान किया था। उन्होंने ‘आत्मनिर्भरता’ और ‘स्वदेशी अपनाने’ की अपील भी बार-बार दोहराई। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू हुए पांच साल पूरे हो गए हैं। इस नीति ने भारत की शिक्षा प्रणाली को बदलने के लिए एक महत्वाकांक्षी खाका तैयार किया है। इसमें 5+3+3+4 संरचना और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 शामिल है, जो बच्चों में अनुभवात्मक और दक्षता-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देती है और उन्हें केवल किताबों, अंकों या रटने तक सीमित नहीं रखती।
- नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है। अमूमन चार महीने के चक्र के अंतिम माह सितंबर के पहले सप्ताह में पीछे हटना शुरू हो जाता है लेकिन इस बार मौसम विभाग ने इसकी संभावित वापसी 17 तारीख तक बताई है और यह पूरे सीजन की तरह झमाझम वर्षा के साथ विदाई की तैयारी में दिख रहा है। अत्यधिक बारिश से जहां देश के बड़े हिस्से में फसलों को सीधा फायदा हुआ, वहीं कई राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण खेतों, घरों और आम जनजीवन को व्यापक नुकसान भी हुआ है।झमाझम वाला सीजनमौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि केवल सात वर्षों 1986, 1991, 2001, 2004, 2010, 2015 और 2019 को छोड़ दें तो 1980 के बाद से सितंबर में कभी 167.9 मिलीमीटर (मिमी) के दीर्घकालिक औसत से अधिक बारिश नहीं हुई। लेकिन इस वर्ष पूरे सीजन औसत से अधिक वर्षा हुई है। जून में सामान्य से 8.9 प्रतिशत, जुलाई में 4.8 प्रतिशत और अगस्त में 5.2 प्रतिशत अधिक पानी बरसा है। बिहार, असम, त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर जैसे राज्यों के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी देश में सामान्य या इससे अधिक बरसात हुई है। खास बात है कि यह न केवल बारिश की मात्रा बल्कि इसके फैलाव और समयबद्धता के मामले में भी यह लगभग सभी क्षेत्रों को कवर करने वाले मॉनसून सीजन में से एक बन गया है।प्रचुर मात्रा में वर्षा से न केवल खरीफ का बुआई रकबा बढ़ा है, बल्कि जलाशय भी लबालब हो गए और मिट्टी में अच्छी नमी बन गई है जो आगामी रबी की बुआई के लिए शुभ संकेत है। सरकार के 22 अगस्त तक के आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, हरियाणा, पंजाब, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और दक्षिणी बिहार के अधिकांश हिस्सों में पिछले नौ वर्षों के औसत के समान या उससे बेहतर रूट-ज़ोन मिट्टी की नमी बन गई है। लेकिन, यह उत्तरी बिहार, असम के कुछ हिस्सों, गुजरात के सौराष्ट्र, राजस्थान के कुछ इलाकों और दक्षिणी ओडिशा में यह औसत से कम है। बीते 29 अगस्त तक खरीफ की फसलें 10.92 करोड़ हेक्टेयर से अधिक में बोई गईं, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 32.5 लाख हेक्टेयर अधिक है, जिसमें धान और मक्का सबसे अधिक बोई गई। इस साल धान की बोआई 4.31 करोड़ हेक्टेयर में हुई जो पिछले वर्ष की इस अवधि से 26.6 लाख हेक्टेयर अधिक है। इसी तरह मक्का क्षेत्रफल 10 लाख हेक्टेयर बढ़कर 94 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया।अच्छी बारिश और मिट्टी में शानदार नमी का लाभ उठाने की हड़बड़ी ने उर्वरक की मांग बढ़ा दी है। यूरिया की बिक्री अप्रैल और जुलाई के बीच 14.2 प्रतिशत बढ़कर पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.24 करोड़ टन हो गई, जबकि डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की बिक्री 12.9 प्रतिशत गिरकर 25.6 लाख टन हो गई। इसके बदले एनपीकेएस (नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, सल्फर) उर्वरकों की बिक्री भी अधिक हुई जो 27.2 प्रतिशत बढ़कर 50 लाख टन दर्ज की गई। आमतौर पर खरीफ यूरिया और एनपीकेएस का मौसम होता है, जबकि रबी में डीएपी अधिक बिकता है। इस बार किसानों को यूरिया और डीएपी दोनों की ही कमी का सामना करना पड़ा जिससे खुदरा बिक्री केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं। रिपोर्ट के अनुसार इस आपाधापी ने वैश्विक स्तर पर यूरिया की कीमतें बढ़ा दी हैं।सीजन के शुरू में अधिक बारिश खेती के लिए जहां वरदान साबित हुई, तो अगस्त के मध्य से हुई मूसलाधार ने बड़ा नुकसान कर दिया। एक तरफ कीट लग गए, दूसरी ओर, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की स्थिति बन गई, जिससे फसलें तबाह हो गईं। अकेले पंजाब में अनुमानित 150,000 हेक्टेयर खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिससे बासमती और गैर-बासमती चावल की पैदावार प्रभावित होने की आशंका है।अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हरियाणा में 12 जिलों के 1,402 गांवों में लगभग 250,000 एकड़ फसलें बरबाद हो गईं, जबकि हिमाचल प्रदेश में 25,000 एकड़ सेब के बागानों को नुकसान हुआ है। इसी तरह जम्मू-कश्मीर में हजारों एकड़ धान डूब गया। कृषि ही नहीं, बाढ़ और भूस्खलन ने पहाड़ी राज्यों में कहर बरपाया है, जहां राजमार्ग, पुल और बड़ी संख्या में घर-मकान बह गए। सैकड़ों मौतें भी हुईं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बाढ़ प्रभावित जम्मू-कश्मीर का दौरा किया है। वह प्रभावित राज्यों के साथ नियमित समीक्षा कर रहे हैं। केंद्र ने पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में नुकसान का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी टीम बनाई है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फसल हानि की शिकायतों के लिए एक विशेष निगरानी प्रकोष्ठ की स्थापना की है।कई विशेषज्ञ जहां अत्यधिक वर्षा का कारण जलवायु परिवर्तन को बता रहे हैं, वहीं देश के प्रमुख मॉनसून विशेषज्ञों में से एक और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव माधवन नायर राजीवन इससे इनकार करते हैं। बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगस्त और सितंबर में उत्तर भारत और हिमालयी बेल्ट में अतिरिक्त बारिश जलवायु परिवर्तन से जुड़ी नहीं है, बल्कि यह बंगाल की खाड़ी से प्रचुर नमी वाली पूर्वी हवाओं के साथ पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क में आने से जुड़ी है।सामान्य तौर पर अगस्त में एक या दो पश्चिमी विक्षोभ ही आते हैं, लेकिन इस बार इनकी संख्या चार रही। राजीवन ने कहा कि कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि मॉनसून के दौरान पश्चिमी विक्षोभ में वृद्धि वैश्विक तापन के कारण आर्कटिक समुद्री बर्फ के पिघलने से जुड़ी हो सकती है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि इसका अभी तक कोई निर्णायक प्रमाण नहीं है।
- गुरुग्राम। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को गुरुग्राम में 27 स्टेशनों को जोड़ने वाली एक नयी मेट्रो लाइन के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लिया।खट्टर ने भूमि पूजन के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी होते हुए द्वारका एक्सप्रेसवे तक 28.5 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर पर करीब 5,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।यह परियोजना चार साल में पूरी होगी और सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार, पालम विहार आदि स्थानों पर स्टेशन बनाए जाएंगे।हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि नयी मेट्रो लाइन गुरुग्राम को एक विशिष्ट पहचान प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि नयी मेट्रो लाइन से गुरुग्राम और दिल्ली तथा पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के बीच संपर्क में सुधार होगा।आवास और शहरी मामलों के मंत्री खट्टर ने घोषणा की कि केंद्र सरकार देश भर में रियायती दरों पर 10,000 बसें उपलब्ध कराएगी, जिनमें से 450 बसें हरियाणा को आवंटित की जाएंगी। इनमें 100 बसें गुरुग्राम के लिए होंगी।गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड ने शुक्रवार को गुरुग्राम विश्वविद्यालय परिसर सभागार में शिलान्यास समारोह का आयोजन किया।एक आधिकारिक बयान के अनुसार इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की और खट्टर मुख्य अतिथि थे।इस कार्यक्रम में हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर और पटौदी की विधायक बिमला चौधरी ने भी शिरकत की।मुख्यमंत्री सैनी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस मेट्रो सेवा से सड़कों पर भीड़भाड़ कम होगी वहीं यात्रा में लगने वाले समय की बचत होगी, प्रदूषण में कमी आएगी तथा रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम भारत के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्रों में से एक बन गया है, जहां प्रमुख ‘आईटी’, ‘बीपीओ’, ‘स्टार्टअप’ और वाहन कंपनियां स्थित हैं। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में 250 से ज़्यादा ‘फॉर्च्यून 500’ कंपनियां हैं।




















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