- Home
- देश
-
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि जन भागीदारी, देश से टीबी रोग के उन्मूलन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने देश से 2025 तक टीबी उन्मूलन के मिशन पर पुन: बल देने के लिए प्रधानमंत्री टी बी मुक्त भारत अभियान का .शुक्रवार को वर्चुअली शुभारंभ किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने नि-क्षय 2.0 पहल की भी शुरूआत की। नि-क्षय वेबपोर्टल है जो उपचाराधीन टीबी मरीजों को विभिन्न प्रकार का समर्थन उपलब्ध कराने के इच्छुक दानदाताओं के लिए मंच है।
राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व की सबसे बडी आयुष्मान भारत योजना के तहत टी बी के उन्मूलन की दिशा में कार्य करने के लिए आरोग्य केंद्रों को विशेष रूप से तैयार किया गया है। टी बी पर नियंत्रण पाने के लिए नए भारत की प्रतिबद्धता पर बल देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड महामारी से निपटने के भारत के प्रयास इस मामले में देश की गंभीरता का प्रमाण है। उन्होंने टी बी के उन्मूलन की सफलता में जनप्रतिनिधियों की भूमिका के महत्व पर बल दिया। सदियों पुरानी कहावत - बचाव ही बेहतर उपचार है, को स्मरण करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि जल्द ही टी बी से बचाव का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। उन्होंने लोगों से कहा कि बिना संकोच के टी बी का जल्दी पता लगाने और इसका उन्मूलन करने में सहायता के लिए आगे आएं। राष्ट्रपति ने कहा कि लोगों को आसानी से सूचना उपलब्ध कराने के लिए नि-क्षय पोर्टल को उन्नत बनाया गया है।इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ० मनसुख मांडविया ने 2030 के सतत विकास लक्ष्य से पांच वर्ष पहले देश से टीबी समाप्त करने के प्रधानमंत्री के आहवान को दोहराया। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी से भारत, टी बी को हराएगा। नि-क्षय मित्र पहल टी बी की बीमारी को समाप्त करने के लिए सामुदायिक समर्थन जुटाने की परिकल्पना पर आधारित है। नि-क्षय मित्र बनने के लिए मार्गदर्शक को www.nikshay.in या www.tbcindia.gov.in. पर पंजीकरण कराना होगा। नि-क्षय मित्र पौष्टिक नैदानिक, व्यवसायिक और अतिरिक्त पोषण, अनुपूरक समर्थन चुन सकते हैं। वे एक वर्ष से तीन वर्ष की अवधि तक समर्थन करने का विकल्प चुन सकते हैं। उन्हें राज्य, जिला, ब्लॉक या स्वास्थ्य केंद्र का भी विकल्प चुनना होगा। जिला टी बी अधिकारी नि-क्षय मित्र बनने की प्रक्रिया सुगम बनाएंगे। -
नयी दिल्ली. दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के बदरपुर इलाके में एक युवा महिला कथित रूप से उसका मोबाइल फोन छीनने की कोशिश कर रहे एक व्यक्ति से भिड़ गई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संबंधित घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद झपटमारी के प्रयास का यह मामला सामने आया। वीडियो में, महिला मोबाइल फोन छीनने की कोशिश कर रहे व्यक्ति से भिड़ती हुई दिखाई दे रही है। उसने उस व्यक्ति की टी-शर्ट पकड़ रखी है और फोन जमीन पर पड़ा हुआ है। इसके बाद बदमाश वहां से भाग जाता है। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) ईशा पांडे ने कहा कि चार सितंबर को रात करीब 11 बजे घटना के बारे में सूचना मिली थी। पांडे ने कहा कि टीकरी की रहने वाली महिला ताजपुर पहाड़ी में मित्र से मिलने जा रही थी। उसने बहादुरी दिखाई और अपना मोबाइल फोन छीनने वाले से भिड़ गई। पुलिस ने कहा कि बदरपुर थाने में धारा 379, 356 और 511 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है।
-
वर्ष 2022 में सबसे अधिक भारतीयों को छात्र वीजा जारी किए : अमेरिकी दूतावास
नयी दिल्ली. भारत में अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि अमेरिका ने वर्ष 2022 में रिकार्ड 82,000 भारतीयों को छात्र वीजा जारी किया है जो किसी भी देश की तुलना में सर्वाधिक है। भारत में अमेरिकी दूतावास में प्रभारी अधिकारी (चार्ज द अफेयर्स) पैट्रिसिया लेसिना ने कहा, ‘‘ हमें यह देखकर काफी खुशी है कि इतनी अधिक संख्या में छात्र वीजा प्राप्त करने और अपने विश्वविद्यालय पहुंचने में सफल रहे जिसमें कोविड-19 महामारी के कारण पिछले वर्षो में देरी हुई ।'' उन्होंने कहा, ‘‘ हमने इस गर्मी में ही 82,000 भारतीयों को छात्र वीजा जारी किया जो पिछले किसी वर्ष की अपेक्षा अधिक है।'' लेसिना ने कहा कि यह हमारे दोनों देशों में भारतीय छात्रों के योगदान को रेखांकित करता है।गौरतलब है कि एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में पढ़ने वाले कुल अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारतीय छात्र करीब 20 प्रतिशत हैं । दूतावास के बयान के अनुसार, नयी दिल्ली में भारतीय दूतावास और चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता एवं मुम्बई स्थित महावाणिज्य दूतावास ने मई से अगस्त के बीच प्राथमिकता के आधार पर वीजा आवेदनों की जांच की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिक से अधिक पात्र छात्र समय पर अपने पाठ्यक्रम में शामिल होने जा सकें । -
तेलंगाना की खदान से ग्रेनाइट के विशाल पत्थर को लाने के लिए सड़क बनाई गई
नयी दिल्ली. इंडिया गेट के पास लगाई गयी स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा को तेलंगाना की एक खदान से निकाले गए 280 मीट्रिक टन वजन के ग्रेनाइट के एक विशाल पत्थर से तैयार किया गया है। इस विशाल पत्थर को दिल्ली भेजने के लिए खदान से राष्ट्रीय राजमार्ग तक एक ''कामचलाऊ सड़क'' का निर्माण किया गया था। इस विशाल पत्थर पर ही नेताजी की भव्य प्रतिमा को उकेरा गया है। इस विशाल पत्थर को तेलंगाना के खम्मम से नयी दिल्ली में राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए) तक ले जाने के लिए 140 पहियों वाला 100 फुट लंबा एक ट्रक विशेष रूप से डिजाइन किया गया था। इस ट्रक ने 1,665 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद आखिरकार इस विशाल पत्थर को दिल्ली पहुंचाया। ग्रेनाइट स्टूडियो इंडिया के निदेशक रजत मेहता ने कहा, ''नेताजी की प्रतिमा को एक अखंड विशाल पत्थर से बनाया गया है, जो एक बड़े नेता के रूप में उनके कद के अनुरूप है। हमें गर्व है कि हमने सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए इस पत्थर की आपूर्ति की है।'' मूर्तिकारों की एक टीम ने बोस की भव्य प्रतिमा को तराशने के लिए ''गहन कलात्मक प्रयास'' के तहत कुल 26 हजार घंटे कड़ी मेहनत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां इंडिया गेट के पास स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। काले रंग के ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्थापित की गई है। बोस की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की गई है, जहां इस साल की शुरुआत में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर किया गया था। यह पहली परियोजना है, जो मोदी सरकार की 13,450 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत पूरी हुई है। संस्कृति मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एनजीएमए में ही इस प्रतिमा को पूरी तरह से तैयार किया गया। इस विशाल पत्थर को तेलंगाना के खम्मम से यहां लाया गया था। नेताजी की इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग कर पूरी तरह हाथों से बनाया गया है। अरुण योगीराज के नेतृत्व में मूर्तिकारों के एक दल ने यह प्रतिमा तैयार की है। रजत मेहता ने कहा कि नेताजी की प्रतिमा बनाने के लिए यह पत्थर खम्मम की एक खदान से 'रिकॉर्ड समय' में प्राप्त किया गया था, लेकिन इसे दिल्ली भेजने में 'कई चुनौतियां' थीं। नेताजी की प्रतिमा का अनावरण आजाद हिंद फौज के पारंपरिक गीत ‘‘कदम, कदम बढ़ाए जा'' की धुन के साथ किया गया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। -
102 वर्षीय व्यक्ति ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए निकाली अपनी बारात
चंडीगढ़. हरियाणा के रोहतक जिले में प्रदेश सरकार द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद 102 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाते हुए अपनी बारात निकाली। बुजुर्ग व्यक्ति दुली चंद बाकायदा रथ में सवार हुए और बैंड बाजे के साथ सरकारी अधिकारियों के समक्ष पहुंचे। रोहतक जिले के गांधरा गांव निवासी दुली चंद को कागजों में मृत घोषित करके उनकी पेंशन इस साल मार्च में बंद कर दी गई थी। इसके बाद बुजुर्ग व्यक्ति ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए एक विचित्र तरीका अपनाया। उन्होंने एक दूल्हे की तरह नोटों की माला पहनी और रोहतक शहर में मानसरोवर पार्क से नहर विश्राम गृह तक अपनी बारात निकाली और राज्य सरकार से उनकी पेंशन फिर से शुरू किये जाने की मांग की। आम आदमी पार्टी (आप) की हरियाणा इकाई के पूर्व प्रमुख नवीन जयहिंद ने कहा कि सरकारी रिकॉर्ड में दुली चंद को ‘‘मृत'' दिखाया गया था और उनकी वृद्धावस्था पेंशन रोक दी गई थी। दुली चंद के साथ आए जयहिंद ने कहा कि 102 वर्षीय व्यक्ति जीवित हैं और इसे साबित करने के लिए उनके पास आधार कार्ड, पारिवारिक आईडी और बैंक स्टेटमेंट हैं। दुली चंद और उनके समर्थकों ने सरकारी कार्यालय के रास्ते में तख्तियां भी ले रखी थीं, उनमें से एक में लिखा था ‘थारा फूफा अभी जिंदा है'(102 साल)। अपनी इस शानदार यात्रा के अंत में, दुली चंद और जयहिंद, पूर्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मनीष ग्रोवर से मिले और उन्हें अपने कागजात दिखाते हुए उनकी पेंशन की बहाली की मांग की। -
दिवाली पर 58 प्रतिशत शहरी भारतीय खरीदारी के लिए तैयार, 39 फीसदी को ऑनलाइन ‘सेल' का इंतजार : सर्वे
मुंबई. त्योहारी मौसम शुरू होने के साथ ही 58 प्रतिशत शहरी लोग दिवाली पर खरीदारी की योजना बना रहे हैं जबकि 39 प्रतिशत लोग ऑनलाइन खरीदारी करने की सोच रहे हैं। वैश्विक शोध एवं विश्लेषण समूह यूगॉव की तरफ से किए गए एक सर्वेक्षण में यह संभावना जताई गई है। इस सर्वेक्षण में शामिल प्रत्येक 10 में से छह लोग दिवाली के मौके पर किसी-न-किसी तरह की खरीदारी की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि त्योहारों के मौसम में खरीदारी की तैयारी महिलाओं की तुलना में पुरुषों में कहीं अधिक है। सर्वेक्षण में शामिल 62 प्रतिशत पुरुष प्रतिभागियों ने दिवाली पर खरीदारी करने की संभावना जताई है जबकि महिलाओं के मामले में यह अनुपात 55 प्रतिशत है। हालांकि, ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते चलन का असर इस सर्वेक्षण में भी देखने को मिला है। इसके मुताबिक, प्रत्येक पांच में से दो व्यक्ति त्योहारी मौसम में ई-कॉमर्स कंपनियों की तरफ से लाई जाने वाली बड़ी त्योहारी पेशकश पर खरीदारी करने का मन बना रहे हैं। सर्वेक्षण के मुताबिक, त्योहारी मौसम के फौरन बाद शादियों का मौसम शुरू हो जाएगा जिसमें लगभग प्रत्येक तीसरा व्यक्ति खरीदारी करने की सोच रहा है। -
लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल में अहम भूमिका निभाते हैं फिजियोथेरेपिस्ट: प्रधानमंत्री
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को विश्व भौतिक चिकित्सा दिवस (वर्ल्ड फिजिकल थेरेपी डे) के अवसर पर लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी फिजियोथेरेपिस्टों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आज विश्व पीटी दिवस पर मैं उन सभी फिजियोथेरेपिस्ट के प्रयासों की सराहना करता हूं जो लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हम फिजियोथेरेपी को लोकप्रिय बनाने एवं इसे और भी आधुनिक बनाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे।'' हर साल 8 सितंबर का दिन विश्व भौतिक चिकित्सा दिवस के रूप में दुनियाभर में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनियाभर में फिजियोथेरेपी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना है। विश्व भौतिक चिकित्सा परिसंघ द्वारा 'विश्व भौतिक चिकित्सा दिवस मनाने की घोषणा 8 सितंबर 1996 को की गई थी। मोदी ने इस अवसर पर अपने पोर्टल पर एक लेख भी साझा किया जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री के रूप में फिजियोथेरेपी को लोकप्रिय बनाने के लिए उठाए गए कदमों को रेखांकित किया। -
नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय एक ऐसी कद्दावर हस्ती थीं, जिन्होंने अपने देश और लोगों को प्रेरणादायी नेतृत्व प्रदान किया।वर्ष 2015 और 2018 में महारानी के साथ अपनी ‘यादगार’ मुलाकातों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता की प्रतिमूर्ति रहीं।प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उनकी गर्मजोशी और उदारता को कभी नहीं भूल सकता हूं। एक भेंट के दौरान उन्होंने मुझे वह रुमाल दिखाया जो उनके विवाह के अवसर पर महात्मा गांधी ने उन्हें भेंट किया था। उनके इस व्यवहार को सदा पसंद करता हूं।’’उन्होंने कहा, ‘‘महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की एक कद्दावर शख्सियत के रूप में सदैव याद रखा जाएगा। वह सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता की प्रतिमूर्ति थीं। उनके निधन से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं।’’ महारानी का निधन गुरुवार को हुआ। वह 96 वर्ष की थीं। file photo
-
नयी दिल्ली. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को कहा कि केन्द्र सरकार की स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के ‘वेलनेस सेंटर' की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है । 2014 में इस तरह के सेंटर 25 शहरों में थे और यह संख्या अब बढ़कर 75 हो गई है। मांडविया ने असम के सिलचर में ऑनलाइन तरीके से सीजीएचएस के एक ‘वेलनेस सेंटर' का उद्घाटन करने के बाद कहा कि यह लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से सुलभ कराने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप है। उन्होंने कहा, ‘‘देश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने और लोगों की सीजीएचएस सेवाओं तक पहुंच बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए, सीजीएचएस ‘वेलनेस सेंटर' की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है। सीजीएचएस वेलनेस सेंटर के अंतर्गत शामिल शहरों की संख्या 2014 में 25 थी, जो अब बढ़कर 75 हो गई है।'' केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मांडविया ने लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध कराने की केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि सिलचर में नया सीजीएचएस केन्द्र न केवल सिलचर बल्कि पड़ोसी जिलों करीमगंज और हैलाकांडी और बराक घाटी में रहने वाले केन्द्र सरकार के सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि हालांकि सिलचर बराक घाटी के प्रमुख शहरों में से एक है लेकिन इसके बावजूद लाभार्थियों को सीजीएचएस सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आइजोल से 180 किलोमीटर या शिलांग तक 208 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करनी पड़ती थी। मंत्रालय ने कहा कि नया ‘वेलनेस सेंटर' कई हजारों लाभार्थियों की चिकित्सा जरूरतों को पूरा करेगा और उनकी कठिनाइयों को कम करेगा, क्योंकि अब उन्हें इतनी दूर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। मंत्रालय ने कहा कि ‘वेलनेस सेंटर' सरकारी और पैनलबद्ध अस्पतालों में दवाएं और ओपीडी सेवाएं प्रदान करेगा। उसने कहा कि पैनल में शामिल अस्पतालों में इलाज के लिए ‘कैशलेस' सुविधा मुहैया कराई जाएगी। मांडविया ने कहा कि ‘‘नए सीजीएचएस वेलनेस सेंटर के साथ, गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ के बाद सिलचर असम का तीसरा शहर है जहां सीजीएचएस सुविधाएं हैं। वेलनेस सेंटर सीजीएचएस सेवाओं की पहुंच में सुधार और इसके दायरे का विस्तार करने के सरकार के प्रयास में देशभर में स्थापित किए जा रहे 16 नए सीजीएचएस केन्द्रों में से एक है।'' उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अपने लाभार्थियों को सीजीएचएस द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं में सुधार के लिए कई मोर्चों पर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। मांडविया ने कहा कि पीएम-एबीएचआईएम (प्रधानमंत्री- आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन) के तहत 64,000 करोड़ रुपये, ईसीआरपी-I के तहत 15,000 करोड़ रुपए और राज्यों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ईसीआरपी-II के तहत 23,000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। सीजीएचएस की शुरुआत 1954 में की गई थी। इसका उद्देश्य केन्द्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों और उनके आश्रितों को व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। इस समय इस योजना के अंतर्गत 75 शहरों में 41 लाख से अधिक लाभार्थी हैं।
-
गुमला. झारखंड के गुमला में खाने को लेकर हुए विवाद के बाद घरेलू सहायक ने सोते हुए मालिक और मालकिन को कथित रूप से फरसे से काट कर मौत के घाट उतार दिया जबकि उसके हमले में बेटी भी गंभीर रूप से घायल हो गयी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुमला में रायडीह प्रखंड के मझगांव जामटोली में चालीस वर्षीय घरेलू सहायक आरोपी सतेंद्र लकड़ा ने अपने मालिक 65 वर्षीय रिचर्ड मिंज उनकी पत्नी मिलानी मिंज, बेटी टेरेसा मिंज पर सोते समय फरसे से हमला कर दिया। उनके अनुसार घायल रिचर्ड और उनकी पत्नी मिलानी मिंज की रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) ले जाये जाते समय ही मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल उनकी बेटी टेरेसा का रिम्स में इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि मृतक रिचर्ड मिंज के घर में आरोपी सतेंद्र लकड़ा पिछले एक वर्ष से काम कर रहा था और इसके बदले रिचर्ड उसे खाना, रहने की सुविधा और कुछ पगार भी देते थे, लेकिन आरोपी सतेंद्र पगार के पैसों को शराब में उड़ा देता था। पुलिस के अनुसार रिचर्ड उसे शराब पीने से भी मना करता था। पुलिस का कहना है कि सोमवार की शाम को भी आरोपी सतेंद्र लकड़ा शराब पीकर घर आया तो रिचर्ड ने उसे फटकार लगाई। पुलिस के मुताबिक रात करीब 10 बजे आरोपी सतेंद्र फरसा लेकर रिचर्ड के कमरे में घुसा और सोते हुए रिचर्ड, उसकी पत्नी और बेटी पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। पुलिस के अनुसार आरोपी सतेंद्र ने दूसरे कमरे में सो रहे रिचर्ड के बेटे पर भी हमला किया लेकिन किसी तरह उसकी जान बच गई और वह भागने में कामयाब हो गया जिसके बाद उसने शोर मचा दिया। पुलिस के मुताबिक शोर सुनकर मौके पर ग्रामीणों ने आरोपी सतेंद्र को पकड़ा और उसे एक कमरे में बंद कर दिया, उसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और वह मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि शराब पीने पर टोकाटाकी और खाने पर लेकर हुए विवाद के चलते ही नौकर आरोपी सतेंद्र अपने मालिक से नाराज था और उसने इस तरह का हिंसक कदम उठा लिया। -
नयी दिल्ली. मध्य दिल्ली के सिविक सेंटर परिसर की इमारत से बुधवार को एक व्यक्ति कथित तौर पर कूद गया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम दिवेश है जो इमारत की आठवीं मंजिल पर ‘डाटा एंट्री ऑपेरटर' के तौर पर काम करता था। इस इमारत में आयकर विभाग के कार्यालय स्थित हैं। पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने कहा, “पूर्वाह्न 10 बजकर 25 मिनट पर सिविक सेंटर के सुरक्षा प्रभारी एस. के. तिवारी ने सूचना दी कि ई-2 ब्लॉक में आयकर विभाग की इमारत के सामने एक व्यक्ति मृत पड़ा हुआ है। मौके पर पहुंचने के बाद, ऐसा प्रतीत हुआ कि व्यक्ति ने इमारत से छलांग लगाई है।” पुलिस ने बताया कि इस संबंध में विस्तृत जांच जारी है।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम जब सिविक सेंटर में अपने कार्यालय में थे तब पता चला कि एक व्यक्ति उस इमारत से कूद गया है जिसमें आयकर विभाग के कार्यालय स्थित हैं। वह एमसीडी का कर्मचारी नहीं था। -
बस्ती (उत्तर प्रदेश). बस्ती जिले में एक दारोगा की पत्नी और बेटे के शव फांसी से लटकते पाए गए। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि बस्ती कोतवाली की कंपनी बाग पुलिस चौकी के प्रभारी पद पर तैनात दारोगा रिजवान अली की पत्नी रईसा (32 वर्ष) और बेटे शोएब (10 वर्ष) के शव मंगलवार देर रात खोरहवा गांव में किराये के मकान में रोशनदान पर फांसी के फंदे से लटकते पाए गए। सूत्रों के अनुसार, चौकी प्रभारी के साथ रहकर कोचिंग करने वाला छोटा भाई इरफान देर रात कहीं से लौटा तो कमरे का दरवाजा बंद मिला। कमरे की खुली खिड़की से झांकने पर उसे रईसा और शोएब रोशनदान में लगे फांसी के फंदे से लटकते दिखे। इरफान के शोर मचाने पर मोहल्ले के लोग वहां आए। सूचना पाकर दारोगा रिजवान अली भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बताया कि घटना के कारणों का तत्काल पता नहीं लग सका है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं और मामले की जांच की जा रही है। -
इंदौर . राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने इंदौर के पास एक कार से 3.72 करोड़ रुपये मूल्य का 7.1 किलोग्राम विदेशी सोना पकड़ा है। अंतरराष्ट्रीय तस्करी के इस मामले में मुंबई के एक व्यक्ति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डीआरआई के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पिछले हफ्ते आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर इंदौर के पास एक कार को रुकवाकर तलाशी ली गई, तो इसमें विदेशी सोने की कुल 7.1 किलोग्राम वजन वाली आठ सिल्लियां मिलीं। अधिकारी ने बताया कि तस्करों ने विदेशी सोने की खेप को कार में गुप्त जगह बनाकर छिपाया था। उन्होंने बताया कि कार में सवार दो लोगों से पूछताछ के आधार पर मुंबई के एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया जिसने विदेशी सोने की खेप दोनों के हवाले की थी। अधिकारी ने बताया कि सोने की तस्करी में इस्तेमाल कार को जब्त कर लिया गया है और मामले की सीमा शुल्क अधिनियम (कस्टम एक्ट) 1962 के तहत विस्तृत जांच की जा रही है। -
नयी दिल्ली. दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में 42 वर्षीय एक व्यक्ति ने कथित तौर पर पत्नी की हत्या करने के बाद खुद आत्महत्या कर ली। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार रात की है और आरोपी की पहचान नीरज के तौर पर हुई है। उसने अपने एक बेटे पर भी हमला किया था। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि आरोपी नीरज ने अपनी पत्नी पर हमला करने के बाद आत्महत्या कर ली। पत्नी की कलाई और गले पर चोट के निशान हैं। हालांकि, पोस्टमॉर्ट रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ भी स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंगलवार रात करीब सवा नौ बजे लक्ष्मी नगर थाने वेस्ट गुरु आनंद नगर में झगड़ा होने और हमला करने की सूचना देने के लिए फोन आए थे। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर आरोपी नीरज और उनकी पत्नी ज्योति गंभीर रूप से घायल मिले, जबकि उनके 13 वर्षीय बेटे के हाथ पर भी चोट लगी थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां आरोपी नीरज और ज्योति ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि दम्पति के बीच काफी झगड़े होते थे और वे अलग रहते थे।
- जम्मू। जम्मू विश्वविद्यालय परिसर में एक एसोसिएट प्रोफेसर का शव बुधवार को उनके आवासीय क्वार्टर के अंदर फंदे से लटका पाया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। कुछ विद्यार्थियों द्वारा उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत किये जाने पर एक दिन पहले ही उन्हें निलंबित किया गया था। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मेरठ के रहने वाले मनोविज्ञान के प्रोफेसर चंद्र शेखर (45) अपनी पत्नी और बेटी के साथ कैंपस परिसर में रह रहे थे और एक सितंबर को उनके खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत से परेशान थे। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ कर उनके आवास के कमरे में प्रवेश किया, तो उनका शव फंदे से लटका मिला। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया है। अधिकारी ने बताया कि एसोसिएट प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत को यौन उत्पीड़न के विषयों से संबद्ध आंतरिक समिति को जांच के लिए भेज दिया गया था और प्रोफेसर को पिछले दिन की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर निलंबित किया गया था। अधिकारी ने कहा कि संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है और विस्तृत जांच जारी है। (प्रतीकात्मक फोटो)
- नयी दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को हरिद्वार के रहने वाले एक व्यक्ति के पास से 51 लाख रुपये से अधिक मूल्य की सऊदी और कतर की मुद्राएं बरामद की गईं और बाद में सीमा शुल्क विभाग ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सीमा शुल्क विभाग की ओर से जारी एक आधिकारिक वक्तव्य के मुताबिक सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने संदेह के आधार पर दुबई जाने वाले आरोपी जसविंदर सिंह के निजी सामान की तलाशी ली। बरामद की गयी 51.25 लाख रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की धारा 110 के तहत जब्त किया गया और बाद में आरोपी जसविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी जसविंदर सिंह सिंह उत्तराखंड के हरिद्वार के शाहपुर का रहने वाला है।
- धनबाद। झारखंड के धनबाद में मंगलवार को मुथूट फिनकॉर्प में डकैती की कोशिश कर रहे बदमाशों में एक के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उसकी मां ने कहा है कि डकैत को गोली मारना बिलकुल उचित है लेकिन उसके चार अन्य साथियों को पुलिस ने क्यों बख्शा, पुलिस को उन्हें भी गोली मारनी चाहिए थी। ज्ञातव्य है कि धनबाद जिले में मंगलवार को पुलिस ने पूर्वाह्न लगभग साढ़े दस बजे बैंक मोड़ इलाके में मुथूट फिनकॉर्प कंपनी में डकैती करने पहुंचे पांच बदमाशों को घेर लिया था । मुठभेड़ में एक बदमाश को मारा गया था जबकि दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया था एवं दो अन्य मौके से भागने में सफल रहे थे। मारे गये डकैत शुभम सिंह की मां ने पोस्टमार्टम हाउस पर पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमारा बेटा डकैत था तो पुलिस ने उसे गोली मारकर उसके किये की सजा दी जिस पर मुझे एतराज नहीं है लेकिन उसके चार अन्य डकैत साथियों का क्या पुलिस थाने में बैठाकर अचार डालेगी?'' उसने कहा कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद ही उसके बेटे का शव दिया। शुभम सिंह के पिता विश्वजीत सिंह निजी कंपनी में कार चालक का काम करते हैं।पुलिस ने बताया कि प्रारंभ में परिजनों ने शुभम के इस अपराध में शामिल होने से इनकार किया था लेकिन उन्हें उसका शव दिखाने के बाद ही उन्होंने घटना पर विश्वास किया। शुभम की मां ने बताया कि उसका बेटा पढ़ने के लिए पूना गया था और वहीं से गलत संगत के चलते उसका रास्ता बिगड़ गया।
- नयी दिल्ली। कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक राजस्थान में आयोजित करने जा रही है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इस बैठक का समापन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन से होगा जबकि इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव करेंगे। ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद के लक्ष्मण की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कार्यसमिति की यह तीन दिवसीय बैठक 8 से 10 सितंबर तक जोधपुर में आयोजित की गई है। बयान में कहा गया कि बैठक के समापन सत्र के बाद अमित शाह जोधपुर में एक विशाल बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे।लक्ष्मण ने बताया कि बतौर भाजपा अध्यक्ष शाह ने 2015 में ओबीसी मोर्चा का गठन किया था और उसके बाद से ओबीसी मोर्चा ने अपने सात सालों की विकास यात्रा में बहुत प्रगति की है और आज देश के 818 संगठन जिलों के 12,705 मंडलों तक अपनी पहुंच बनाने में सफल रही है। बयान में कहा गया कि जोधपुर की कार्यसमिति ओबीसी मोर्चा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि चुनावी राज्यों में ओबीसी मोर्चा की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। शाह और यादव के अलावा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान भाजपा के राष्ट्रीय प्रभारी अरुण सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दानिश अली, राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित देशभर के 150 राष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग लेंगे। कार्यसमिति के दौरान तीन दिनों में नौ सत्रों को पार्टी के शीर्ष नेता संबोधित करेंगे। कार्यसमिति के दौरान राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया जाएगा और राजस्थान की राजनीतिक परिस्थिति पर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से एक वक्तव्य भी जारी किया जाएगा।
- नयी दिल्ली। कोविड-19 महामारी के चलते अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉ. आर पी सेंटर में कॉर्निया प्रतिरोपण की प्रतीक्षा कर रहे रोगियों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हो गई है। वहीं 2021 में संस्थान में राष्ट्रीय नेत्र बैंक ने भी एकत्रित कॉर्निया में से 88 प्रतिशत की उपयोग दर दर्ज की जो कि राष्ट्रीय औसत 67 प्रतिशत से अधिक है। डॉ आरपी नेत्र विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ. जे एस टिटियाल ने बुधवार को कहा कि नेत्र बैंकिंग सेवाओं में फिर से सक्रियता देखी गई है जिसमें महामारी के दौरान ठहराव आ गया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नेत्र बैंक ने 2021 में 872 ऊतक एकत्रित किये थे और 765 कॉर्निया प्रतिरोपित किये। उन्होंने कहा कि हालांकि, पिछले ढाई वर्षों में कोविड के कारण उन रोगियों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है जो पंजीकृत हैं और डॉ आरपी नेत्र विज्ञान केंद्र में प्रतिरोपण सर्जरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। डॉ टिटियाल ने कहा, ‘‘हमने पिछले साल उससे पहले के वर्ष की तुलना में कॉर्निया ऊतक संग्रह और प्रतिरोपण में लगभग 100 प्रतिशत की वृद्धि देखी थी।''37वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े समारोह के अवसर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि डा. आर पी केंद्र उन रोगियों के उपचार और देखभाल में सुधार के लिए स्मार्टफोन आधारित ऐप विकसित करने की प्रक्रिया में है जो कॉर्निया प्रतिरोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं या जो प्रतिरोपण पहले ही करा चुके हैं और उसके बाद की प्रक्रिया के इंतजार में हैं। डॉ. आरपी सेंटर की प्रोफेसर डॉ नम्रता शर्मा ने आई बैंक एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रीय उपयोग दर 2019-2020 में 53 प्रतिशत से बढ़कर 2021-2022 में 67 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि 2020-2021 में कोविड महामारी के कारण संग्रह कम था और मांग अधिक थी, जिससे 71 प्रतिशत उपयोग हुआ।
-
नई दिल्ली। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश में 2021-22 में खाद्यान्न उत्पादन तीन हजार 157 लाख टन से अधिक होने का अनुमान है। यह 2020-21 की तुलना में 50 लाख टन अधिक है। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान दलहन उत्पादन दो सौ 77 लाख टन और तिलहन का लगभग तीन सौ 77 लाख टन होने का अनुमान है। श्री तोमर ने बुधवार को नई दिल्ली में रबी अभियान 2022-23 के लिए कृषि पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें संयुक्त रूप से कृषि क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्पादन के मामले में काफी काम हुआ है, जिससे खाद्यान्न, दलहन और तिलहन के उत्पादन में बढोतरी हुई है।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को उनकी फसल के नुकसान के मुआवजे के रूप में एक लाख 22 हजार करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी किसानों को इस योजना के अंतर्गत लाया जाना चाहिए। -
नई दिल्ली। भारत ने बांग्लादेश के व्यापारिक समुदाय को अन्य देशों में अपना सामान भेजने के लिए भारतीय बंदरगाहों का उपयोग करने के लिए आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा के दौरान जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि भारत ने सूचित किया कि उसने निर्दिष्ट जमीनी सीमा शुल्क केन्द्रों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों के माध्यम से अपने उत्पादों को अन्य देशों में निर्यात करने के लिए बांग्लादेश को मुफ्त पारगमन की पेशकश की है।
भारत बांग्लादेश को अपने उत्पादों को नेपाल और भूटान निर्यात करने के लिए मुफ्त पारगमन भी प्रदान करता रहा है। बांग्लादेश ने हाल ही में शुरू किए गए चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी मार्ग के माध्यम से भूटान के साथ रेल संपर्क का भी अनुरोध किया। भारत इसकी व्यवहार्यता और उपयोग के आधार पर अनुरोध के बारे में विचार करने के लिए सहमत हो गया है।उप-क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए, भारत ने बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में हिली से मेघालय के महेंद्रगंज तक एक राजमार्ग सहित नई उप-क्षेत्रीय सम्पर्क परियोजनाएं शुरू करने के लिए सहयोग का अनुरोध किया। दोनों नेताओं ने चटोग्राम और मोंगला बंदरगाहों के उपयोग पर समझौते के तहत ट्रायल रन के सफल समापन का स्वागत किया। दोनों देशों ने जल्द से जल्द इसके पूर्ण संचालन की आशा व्यक्त की। -
बेंगलुरु. उत्तरी बेंगलुरु के ‘एप्सिलॉन' इलाके में रहने वाले विभिन्न कंपनियों के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उन्हें अपने इलाके में बाढ़ का सामना करना पड़ेगा। दो दिनों की भारी बारिश के कारण आयी बाढ़ के चलते विभिन्न कंपनियों के कई शीर्ष अधिकारी अपने ही घरों में फंस गए। इस बाढ़ की वजह से शहर के कई हिस्सों, विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी गलियारे और मुख्य सड़कों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। एप्सिलॉन में एक बंगले की शुरुआती कीमत कम से कम 10 करोड़ रुपये है। हालांकि, नागवार के पास स्थित यह इलाका बाढ़ के दौरान नागवार झील का विस्तार प्रतीत होने लगा। महंगी कारें पानी में तैरने लगीं, घरेलू सामान बह गए और मान्यता टेकपार्क के पास स्थित इस इलाके के निवासी ट्रैक्टर और नावों के सहारे सुरक्षित स्थानों पर चले गए। एक निर्माण स्टार्टअप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनोद कौशिक ने अपना घर खाली कर दिया और अपने परिवार के साथ ट्रैक्टर की मदद से सुरक्षित स्थान पर चले गए। घर खाली करने वालों में एक अन्य निकासी मीना गिरिसाबल्ला शामिल थीं जो पर्पलफ्रंट टेक्नोलॉजीज की संस्थापक और सीईओ हैं। उन्होंने अफसोस जताया कि बाढ़ का पानी उनके घरों में भर गया। यह दिक्कत एप्सिलॉन इलाके तक ही सीमित नहीं थी। कई अन्य इलाकों में भी घरों में पानी भर गया, कारें और वाहन जलमग्न हो गए एवं लोगों को अपना सामान छोड़कर भागना पड़ा। -
नयी दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि महंगाई के रिकॉर्ड उच्चस्तर से नीचे आने के साथ यह मुद्दा अब बहुत महत्वपूर्ण नहीं रह गया है और अब सरकार के लिये प्राथमिकता रोजगार सृजन और आर्थिक वृद्धि को गति देना है। यहां ‘इंडिया आइडियाज' शिखर सम्मेलन में वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि रोजगार सृजन और धन का समान वितरण वे अन्य क्षेत्र हैं जिन पर सरकार का ध्यान है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ निश्चित प्राथमिकताएं हैं और कुछ उतनी महत्वपूर्ण नहीं हैं। प्राथमिकताओं में निश्चित रूप से रोजगार सृजन, धन का समान वितरण के साथ यह सुनिश्चित करना है कि देश वृद्धि के रास्ते पर बढ़े।'' सीतारमण ने कहा, ‘‘इस लिहाज से मुद्रास्फीति फिलहाल प्राथमिकता में नहीं है। आपको इस बात से हैरानी नहीं होनी चाहिए। बीते कुछ महीनों में हम इसे नीचे लाने में कामयाब रहे हैं।'' उल्लेखनीय है कि खुदरा मुद्रास्फीति इस साल अप्रैल में 7.79 प्रतिशत के उच्चस्तर पर पहुंच गयी थी। उसके बाद से इसमें गिरावट जारी है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खाद्य वस्तुओं के दाम में नरमी से मुद्रास्फीति कम होकर 6.71 प्रतिशत पर आ गई। हालांकि यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संतोषजनक स्तर की उच्च सीमा छह प्रतिशत से लगातार सातवें महीने ऊपर बनी हुई है। जून, 2022 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 7.01 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति दो से छह प्रतिशत के बीच रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।
वित्त मंत्री ने भरोसा जताया कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व और यूरोपीय केंद्रीय बैंक के ब्याज दरों में तेज वृद्धि से उत्पन्न अस्थिरता से रिजर्व बैंक निपट लेगा। उन्होंने कहा, ‘‘सभी चुनौतियों के बावजूद ... हमें विश्वास है कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक अपनी अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिये जो कुछ भी कदम उठाएंगे ...यूएस फेड या ईसीबी जो कदम उठा सकते हैं, आरबीआई को उसका अंदाजा है और वे बिना किसी बड़े उतार-चढ़ाव के मौद्रिक नीति को संभालने को लेकर आश्वस्त हैं।'' पिछले महीने फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल ने मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये आक्रामक रूप से नीतिगत दर बढ़ाने का संकेत दिया था। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण पैदा हुए वैश्विक ऊर्जा संकट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता अब भी बनी हुई है। उन्होंने भुगतान प्रौद्योगिकी समेत हर क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की जरूरत की बात कही। सीतारमण ने कहा, ‘‘अगर भारत और अमेरिका साथ मिलकर काम करें, मेरा अनुमान है कि हम वैश्विक अर्थव्यवस्था के कुल आकार का 30 प्रतिशत हो जाएंगे और हम अगले 20 साल में हम वैश्विक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में 30 प्रतिशत का योगदान देंगे।'' इस साल के अंत में भारत के जी-20 की अध्यक्षता संभालने के बारे में उन्होंने कहा कि भारत बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय में यह जिम्मेदारी संभालेगा। वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘यह उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर ध्यान केंद्रित करने और इन अर्थव्यवस्थाओं के माध्यम से वैश्विक चिंता के मुद्दों को संबोधित करने का सही समय है...।'' भारत इस साल एक दिसंबर से 30 नवंबर, 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता करेगा। देश अगले साल जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। -
नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को ‘प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया' (पीएम-श्री) योजना को मंजूरी प्रदान कर दी जिसके तहत देश भर में 14,597 स्कूलों को आर्दश विद्यालय के रूप में विकसित व उन्नत किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई । बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी । केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बताया कि पीएम-श्री स्कूल योजना को 2022-2027 तक पांच वर्षों की अवधि में लागू किया जायेगा। इस पर 27,360 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे जिसमें केंद्र की हिस्सेदारी 18,128 करोड़ रूपये होगी। इससे 18 लाख छात्रों को फायदा होगा। खास बात यह है कि ये सभी स्कूल सरकारी होंगे, जिनका चयन राज्यों के साथ मिलकर किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार प्रत्येक प्रखंड स्तर पर कम से कम एक आदर्श विद्यालय विकसित करना चाहती है। इसकी निगरानी के लिये पायलट परियोजना के आधार पर ‘पीएम-श्री' स्कूलों में विद्या समीक्षा केंद्र की शुरुआत की जायेगी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर पांच सितंबर को इसकी जानकारी देते हुए कहा था, ‘‘शिक्षक दिवस पर मैं एक नयी पहल की घोषणा कर रहा हूं। प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) के तहत देश भर में 14,500 स्कूलों को विकसित व उन्नत किया जाएगा। ये सभी मॉडल स्कूल बनेंगे और इनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पूरी भावना समाहित होगी।'' प्रधानमंत्री ने कहा था कि पीएम-श्री स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने में एक आधुनिक, परिवर्तन लाने वाला और समग्र तरीका होगा तथा इनमें खोज उन्मुख और सीखने को केंद्र में रखकर शिक्षा प्रदान करने के तरीके पर जोर रहेगा। उन्होंने कहा था, ‘‘इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट कक्षा, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने शिक्षा क्षेत्र में व्यापक बदलाव किए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ‘पीएम-श्री' स्कूल देश भर के लाखों छात्रों को फायदा पहुंचाएंगे।
आदर्श विद्यालय में सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित, प्रोत्साहित करने वाले शैक्षिक वातावरण में सीखने एवं विविध अनुभव प्रदान करने वाली अच्छी ढांचागत व्यवस्था एवं समुचित संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गई है । इसमें स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाना तथा बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जायेगा तथा शिक्षा तक पहुंच सुगम बनाकर स्कूल बीच में छोड़ने को हतोत्साहित किया जायेगा। ये स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन में मदद करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता के अनुकरणीय विद्यालयों के रूप में उभरेंगे । इन स्कूलों में अपनायी जाने वाली शिक्षा व्यवस्था अधिक प्रायोगिक, समग्र, एकीकृत, वास्तविक जीवन की स्थितियों पर आधारित, जिज्ञासा एवं शिक्षार्थी केंद्रित होगी। इनमें स्मार्ट कक्षा, पुस्तकालय, कौशल प्रयोगशाला, खेल का मैदान, कंप्यूटर प्रयोगशाला, विज्ञान प्रयोगशाला आदि सभी सुविधाएं होंगी। -
नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम गति शक्ति योजना को लागू करने के लिए रेलवे की भूमि को दीर्घकालिक पट्टे पर देने के प्रस्ताव को बुधवार को अनुमति दे दी जिसके तहत अगले पांच वर्ष में 300 पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल विकसित किये जायेंगे । सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को अनुमति दी गई । इसके तहत माल संबंधी गतिविधियों, जन उपयोगिताओं और रेलवे के विशेष इस्तेमाल जैसे कार्यों में रेलवे की भूमि को दीर्घकालिक पट्टे पर देने की नीति को अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि रेलवे को इससे ज्यादा राजस्व प्राप्त होगा और लगभग 1.2 लाख नौकरियों की सृजन क्षमता पैदा होगी। ठाकुर ने कहा कि इसके तहत 300 पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल अगले पांच वर्ष में विकसित किए जाएंगे।
एक सरकारी बयान के अनुसार, इससे बिजली, गैस, पानी की आपूर्ति, दूरसंचार केबल, जलमल निपटान, नालियां, ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी), पाइपलाइन, सड़क, फ्लाईओवर, बस टर्मिनल, क्षेत्रीय रेल परिवहन, शहरी परिवहन जैसी जन उपयोगिताओं के एकीकृत तरीके से विकास में मदद मिलेगी। बयान के अनुसार, इसका कोई अतिरिक्त खर्च नहीं होगा। भूमि पट्टे पर देने की नीति को उदार बनाने से सभी हितधारकों/सेवा प्रदाताओं/ऑपरेटरों के लिए ज्यादा कार्गो संबंधी सुविधाएं स्थापित करने के रास्ते खुलेंगे । इससे रेलवे के लिए अतिरिक्त कार्गो यातायात एवं माल ढुलाई राजस्व पैदा करने में उनकी भागीदारी की राह भी बनेगी। इसमें कहा गया है कि ये नीति भूमि के प्रति वर्ष बाजार मूल्य के 1.5 प्रतिशत की दर से 35 वर्ष तक की अवधि के लिए, कार्गो से संबंधित गतिविधियों हेतु रेलवे की भूमि को लंबी अवधि के पट्टे पर प्रदान करने का प्रावधान करती है।


.jpeg)


.jpeg)




















.jpg)
