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- केप केनवरल। चार अंतरिक्ष यात्री 200 दिन अंतरिक्ष केंद्र में बिताने के बाद स्पेसएक्स कैप्सूल से सोमवार को पृथ्वी पर उतरे। उनका कैप्सूल रात के अंधेरे में फ्लोरिडा के पेन्साकोला तट पर मेक्सिको की खाड़ी में उतरा। दक्षिण कैलिफोर्निया से स्पेसएक्स के अभियान नियंत्रण कक्ष ने रेडियो पर कहा, ‘‘स्पेसएक्स की ओर से पृथ्वी ग्रह पर घर वापसी का स्वागत।'' एक घंटे के भीतर चारों अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से निकाल लिया गया। वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से रवाना होने के महज आठ घंटे बाद पृथ्वी पर पहुंचे, जिससे उनके स्थान पर चार अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के बुधवार रात तक स्पेसएक्स से अंतरिक्ष केंद्र के लिए रवाना होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इन चारों अंतरिक्ष यात्रियों को पहले ही रवाना करना था लेकिन खराब मौसम और एक अंतरिक्ष यात्री की अज्ञात चिकित्सा स्थिति के कारण इसमें देरी हुई। नासा के अंतरिक्ष यात्री शेन किमबरॉ और मेगन मैकआर्थर, जापान के अकिहितो होशिदे और फ्रांस के थॉमस पेस्कवेट को सोमवार सुबह वापस लौटना था लेकिन तेज हवाओं के कारण उनकी वापसी में देरी हुई। अंतरिक्ष केंद्र से नासा के अंतरिक्ष यात्री मार्क वेंदे हेइ ने अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों को विदाई दी और मैकआर्थर से कहा, ‘‘मैं बगल के मॉड्यूल से आपके ठहाकों की आवाज की कमी महसूस करूंगा।'' इन चारों अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने की राह आसान नहीं रही। उनके कैप्सूल में शौचालय टूट गया था और उन्हें घर वापसी की आठ घंटे की यात्रा के दौरान डायपर पहनना पड़ा। इससे पहले अप्रैल में रवाना होने के तुरंत बाद मिशन कंट्रोल ने अंतरिक्ष में कचरे के एक टुकड़े के उनके कैप्सूल से टकराने को लेकर आगाह किया था लेकिन बाद में यह गलत चेतावनी निकली। अंतरिक्ष केंद्र में जाने वाला अगला दल वहां छह महीने तक रहेगा। जापान के एक उद्योगपति और उनके निजी सहायक दिसंबर में रूस की अंतरिक्ष एजेंसी से रवाना होंगे। इसके बाद स्पेसएक्स से फरवरी में तीन कारोबारी अंतरिक्ष में जाएंगे।
- टोरंटो। एक बच्चे की नजरों से वैश्विक शरणार्थी संकट की कहानी बयां करने वाले मिस्री-कनाडाई लेखक एवं पत्रकार उमर अल अक्काद को कनाडा के सबसे प्रतिष्ठित साहित्य पुरस्कार से नवाजा गया है। अल अक्काद (39) ने अपनी किताब ‘‘व्हाट स्ट्रेंज पैराडाइज'' के लिए सोमवार रात को स्कोटियाबैंक गिलर पुरस्कार जीता। ‘ग्लोब एंड मेल' के पूर्व पत्रकार को सोमवार रात को टोरंटो में एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारण किया गया। मैकक्लीलैंड एंड स्टीवर्ट द्वारा प्रकाशित ‘‘व्हाट स्ट्रेंज पैराडाइज'' वैश्विक शरणार्थी संकट में फंसे दो बच्चों के बारे में एक उपन्यास है। यह कहानी जहाज दुर्घटना में एक अज्ञात द्वीप पर बचे एक सीरियाई लड़के आमिर और उसे बचाने वाली स्थानीय लड़की वाना के इर्द गिर्द घूमती है। अल अक्काद 16 साल की उम्र में कनाडा आ गए थे और ओंटारिया में क्वींस विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने से पहले उन्होंने मांट्रियल में स्कूली शिक्षा पूरी की। वह करीब एक दशक से टोरंटों में रहते हैं। उन्हें 2017 में आए उपन्यास ‘‘अमेरिकन वॉर'' से पहचान मिली, जिसने पैसिफिक नॉर्थवेस्ट बुकसेलर्स एसोसिएशन का पुरस्कार जीता। गिलर पुरस्कार को कनाडाई साहित्य में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक माना जाता है। इसके विजेताओं में मार्गरेट एटवुड, मोरडेकई रिचलर और एलिस मुनरो शामिल हैं। कारोबारी जैक रोबिनोविच ने अपनी दिवंगत पत्नी एवं साहित्यिक पत्रकार डोरिस गिलर की याद में 1994 में इस पुरस्कार की शुरुआत की।
- बीजिंग। अंतरिक्ष यात्री वांग यपिंग ने सोमवार को अंतरिक्ष में चलने वाली पहली चीनी महिला की उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया है। अपने पुरुष सहकर्मी झाई जिगांग के साथ वह निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलीं और छह घंटे से ज्यादा समय तक उन्होंने अन्य गतिविधियों में हिस्सा लिया। सरकारी मीडिया की खबर से यह जानकारी मिली। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' की खबर के अनुसार दोनों अंतरिक्ष स्टेशन के कोर मॉड्यूल ‘तियान' से बाहर निकले और सोमवार तड़के साढ़े छह घंटे तक अंतरिक्ष में चहलकदमी की और फिर सफलतापूर्वक स्टेशन लौट आए। ‘चाइना मेन्ड स्पेस एजेंसी' ने एक बयान में कहा कि चीन के अंतरिक्ष इतिहास में ऐसा पहली बार था जब एक महिला अंतरिक्ष यात्री ने अंतरिक्ष में चहलकदमी की। चीन ने तीन अंतरिक्ष यात्रियों को 16 अक्टूबर को छह महीने के लिए शेनजो-13 यान से अंतरिक्ष में रवाना किया था। देश द्वारा आर्बिटिंग स्ट्रक्चर (अंतरिक्ष स्टेशन) का काम पूरा करने के लक्ष्य से इन्हें भेजा गया है और ऐसी उम्मीदें हैं कि स्टेशन निर्माण का काम अगले साल तक पूरा हो जाएगा। शांदोंग प्रांत की मूल निवासी और पांच साल की एक बच्ची की मां वांग (41) पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) एयर फोर्स से अगस्त,1997 में जुड़ी थीं। पीएलए की अंतरिक्ष इकाई के दूसरे समूह के अंतरिक्षयात्रियों से मई, 2010 में जुड़ने से पहले वह उप स्क्वाड्रन कमांडर थीं। अंतरिक्ष में जाने वाली वह दूसरी चीनी महिला हैं। मौजूदा मानव अंतिरक्ष मिशन के लिए उनका चयन दिसंबर 2019 में किया गया था।सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स' की खबर के अनुसार वांग से पहले, 1984 से अक्टूबर 2019 तक, 42 ‘स्पेसवॉक' में कुल 15 महिलाओं ने भाग लिया था। अंतरिक्ष यात्री स्वेतलाना सवित्स्काया अंतरिक्ष में चहलकदमी करने वाली पहली महिला बनी थीं। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री संघ के लिए अंतरिक्ष परिवहन समिति के उपाध्यक्ष यांग यूगुआंग ने ‘ग्लोबल टाइम्स' से कहा, ‘‘अतिरिक्त गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी मानवयुक्त अंतरिक्ष का एक अभिन्न अंग है, और हम वांग की बहादुरी के जरिये इतिहास रचते देख रहे हैं।'' वांग और झाई ने अतिरिक्त गतिविधियों का संचालन किया, जिसमें सोमवार को अंतरिक्ष में चलहकदमी भी शामिल थी। चालक दल के तीसरे सदस्य, ये गुआंगफू ने मॉड्यूल के भीतर से एक सहायक की भूमिका निभाई। बयान में कहा गया है कि यह जोड़ी लगभग 6.5 घंटे में सफलतापूर्वक अपना काम पूरा करने के बाद देर रात 1:16 बजे (बीजिंग समयानुसार) कोर मॉड्यूल में लौट आई। समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' की रिपोर्ट के अनुसार, मिशन ने स्वदेशी रूप से विकसित नई पीढ़ी के अतिरिक्त अंतरिक्ष यान, अंतरिक्ष यात्रियों और यांत्रिकी के बीच समन्वय और ईवीए से संबंधित सहायक उपकरणों की विश्वसनीयता और सुरक्षा का परीक्षण किया। ये तीनों 16 अक्टूबर को अंतरिक्ष स्टेशन में छह महीने के लंबे मिशन पर अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे, जो चीन के अंतरिक्ष इतिहास में सबसे लंबा मानव मिशन है। चीन के अंतरिक्ष स्टेशन के लिए यह दूसरा मानवयुक्त मिशन है। इससे पहले, तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री - नी हैशेंग, लियू बोमिंग और टैंग होंगबो - अंतरिक्ष स्टेशन मॉड्यूल में तीन महीने तक सफलतापूर्वक रहने के बाद 17 सितंबर को पृथ्वी पर लौटे थे।
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वाशिंगटन। अमेरिका ने सोमवार को ढेर सारे देशों के यात्रियों पर कोविड-19 के मद्देनजर लगाए यात्रा प्रतिबंध हटा दिए। इन देशों में मैक्सिको, कनाडा और यूरोप के ज्यादातर देश शामिल हैं। हवाई यात्रा के नए नियमों के तहत इन देशों के वही यात्री अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं जो कोविड-19 रोधी टीकों की पूर्ण खुराक ले चुके हैं। यात्रियों को पूर्ण टीकाकरण के प्रमाणपत्र और संक्रमित ना होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट दिखानी होगी। सड़क मार्ग से यात्रा के नए नियमों के अनुसार, मैक्सिको ताथा कनाडा से आने वाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र दिखाना होगा, लेकिन किसी तरह की कोई जांच रिपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं होगी। सभी एयरलाइंस, यूरोप और अन्य जगहों से अधिक यात्रियों के आने की उम्मीद कर रही हैं। यात्रा एवं विशलेषण कम्पनी ‘सिरियम’ के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइंस ब्रिटेन और अमेरिका के बीच पिछले महीने की तुलना में इस महीने उड़ानों में 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। नियमों में बदलाव से, सड़क के रास्ते मैक्सिको तथा कनाडा आने-जाने वाले लोगों की संख्या में भी इजाफा होगा।
कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण अमेरिका ने कुछ देशों से लोगों के देश आने पर रोक लगा दी थी। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र के अनुसार, अमेरिका में केवल वहीं यात्री आ सकते हैं, जिन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आपात इस्तेमाल के लिए स्वीकृत किए गए किसी कोविड-19 रोधी टीके की पूर्ण खुराक ली हो। हवाई यात्रा करने वाले सभी यात्रियों से जुड़ी पूर्ण जानकारी ‘एयरलाइंस’ को रखनी होगी, किसी भी नियम के उल्लंघन पर उन्हें 35,000 डॉलर तक के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। - इस्लामाबाद। चरमपंथी संगठन तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) द्वारा हाल में शुरू किया गया विरोध प्रदर्शन वापस लेने के बदले पाकिस्तान की सरकार ने टीएलपी पर से प्रतिबंध हटा लिया है। सरकार के विरोध में हुए उक्त प्रदर्शन में 20 से ज्यादा लोगों की जान गई थी जिनमें आधी संख्या पुलिसकर्मियों की थी। फ्रांस में प्रकाशित हुए ईशनिंदा से संबंधित कार्टून के मुद्दे पर टीएलपी ने फ्रांसीसी राजदूत को वापस भेजने की मांग की थी और हिंसक प्रदर्शन किया था जिसके बाद इस साल अप्रैल में संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हाल में टीएलपी के साथ एक गोपनीय समझौता करने वाली सरकार ने रविवार को एक औपचारिक अधिसूचना जारी की और टीएलपी को प्रतिबंधित संगठनों की सूची से बाहर कर दिया।संगठन की ओर से भविष्य में कानून के दायरे में रहकर काम करने की प्रतिबद्धता जताने के बाद यह कदम उठाया गया है। टीएलपी ने 18 अक्टूबर को लाहौर से विरोध प्रदर्शन शुरू किया था और इस्लामाबाद तक जुलूस निकालने की घोषणा की थी। फ्रांसीसी राजदूत को वापस भेजने की मांग और टीएलपी के प्रमुख साद रिजवी की रिहाई को लेकर टीएलपी ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में कम से कम 21 लोगों की जान चली गई थी जिसमें 10 पुलिसकर्मी थे।
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कोलंबो। श्रीलंका में भारी बारिश के चलते कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और करीब 4,000 लोग फंस गए हैं। आपदा प्रबंधन अधिकरण ने रविवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन केंद्र ने कहा कि ये मौतें देश के उत्तर, केंद्रीय, दक्षिण और उत्तपश्चिमी क्षेत्रों में हुई हैं। इसने बताया कि कुछ जिलों में 150 मिलीमीटर के करीब बारिश होने का अनुमान है। राष्ट्रीय भवन अनुसंधान संगठन ने चेतावनी दी है कि लोगों को भूस्खलन और चट्टानें गिरने के प्रति सजग रहना होगा क्योंकि पिछले 24 घंटे से बारिश 100 मिलीमीटर से अधिक हुई है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुछ प्रमुख जलाशयों के स्पिल गेट (पानी को नियंत्रित तरीके से छोड़ने के लिए बनाई गई अवसंरचना) खोल दिए गए हैं।
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ह्यूस्टन। अमेरिका में टेक्सास प्रांत के ह्यूस्टन शहर में एस्ट्रोवर्ल्ड संगीत समारोह की पहली ही रात मची भगदड़ में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। हादसे के समय अमेरिकी रैपर ट्राविस स्कॉट प्रस्तुति दे रहे थे और वहां करीब 50 हजार संगीत प्रेमी मौजूद थे। ह्यूस्टन में एस्ट्रोवर्ल्ड फेस्टिवल में स्कॉट की कई प्रस्तुतियों वाले खचाखच भरे कार्यक्रम को तुरंत रद्द करना पड़ा क्योंकि भारी भीड़ के नौ-सवा नौ बजे (स्थानीय समयानुसार) मंच के सामने की ओर बढ़ने के बाद लोग गिरने लगे। ह्यूस्टन आपदा प्रबंधन कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, “ एस्ट्रोवर्ल्ड का कार्यक्रम शनिवार के लिए रद्द कर दिया गया है! कृपया आठ मृतकों और सैकड़ों घायलों को अपने विचारों और प्रार्थनाओं में रखें।” एस्ट्रोवर्ल्ड फेस्टिवल अमेरिकी रैपर स्कॉट द्वारा संचालित एक वार्षिक संगीत समारोह है, जो ह्यूस्टन, टेक्सास में एनआरजी पार्क में ‘सिक्स फ्लैग्स एस्ट्रोवर्ल्ड' के पूर्व स्थान पर आयोजित किया जाता है। ह्यूस्टन के अग्निशमन विभाग के प्रमुख सैमुअल पेना ने शनिवार को कहा, “भीड़ पता नहीं किस वजह से मंच के आगे की तरफ बढ़ने लगी जिससे आगे के लोग दब गए और वहां से निकल नहीं पा रहे थे। इससे घबराहट पैदा हुई और भगदड़ मच गयी। घबराकर लोग बेहोश होने लगे, जिससे हालात और खराब हो गए।” हैरिस काउंटी की न्यायाधीश लीना हिडालगो ने कहा, “हमारा दिल आहत है।”
एबीसी 13 समाचार वेबसाइट की खबर के अनुसार कार्यक्रम स्थल की तरफ सैकड़ों लोगों के भागने की कोशिश में कई प्रशंसक कुचल गए। अंदर जाने के बाद, कुछ लोग पोर्टेबल शौचालयों पर चढ़ने लगे जब सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया। अग्निशमन विभाग के प्रमुख ने कहा, ‘‘ इस हादसे में सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए हैं।''
उन्होंने इसे बड़ा हादसा करार देते हुए बताया कि हादसे के बाद 17 लोगों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया जिनमें से 11 को दिल का दौरा पड़ा था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि जिन आठ लोगों की मौत हुई है, वे अस्पताल में भर्ती कराए गए 17 लोगों में शामिल थे या नहीं। पेना ने बताया कई लोगों का इलाज एनआरजी पार्क में बने फील्ड अस्पताल में किया गया। उन्होंने बताया कि पूरे दिन करीब 300 लोगों की वहां जांच की गई। एस्ट्रोवर्ल्ड दो दिवसीय संगीत समारोह है जो शुक्रवार और शनिवार को ह्यूस्टन में होना था। एस्ट्रोवर्ल्ड की वेबसाइट के मुताबिक समारोह की सभी टिकट बिक चुकी थीं। हालांकि, हादसे के बाद शनिवार के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। - साओ पाउलो। ब्राजील की सबसे लोकप्रिय गायिकाओं में से एक और लैटिन ग्रैमी विजेता मारिलिया मेंडोंका का शुक्रवार को एक संगीत कार्यक्रम में जाने के दौरान विमान दुर्घटना में मौत हो गई। वह 26 वर्ष की थीं। मेंडोंका के कार्यालय ने एक बयान में उनकी मौत की पुष्टि की और कहा कि विमान में सवार चार अन्य यात्रियों की भी मौत हो गई। मेंडोंका का विमान उनके गृहनगर गोइयानिया और रियो डी जनेरियो के उत्तर में स्थित मिनस गेरैस राज्य के एक छोटे से शहर कैरेटिंगा के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मिनस गेरैस राज्य की पुलिस ने भी दुर्घटना के कारण के बारे में विवरण प्रदान किए बिना मेंडोंका की मौत की पुष्टि की। तस्वीरों और वीडियो में एक जलप्रपात के ठीक नीचे दुर्घटनाग्रस्त विमान दिखा है। इससे पूर्व मेंडोंका ने एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह विमान की ओर जाती दिखीं। मेंडोंका ने देशी संगीत पर प्रस्तुति दी जिसे ब्राजील में ‘सेर्टानेजो' कहा जाता है। वह अपने गीतों में नारीवादी मुद्दों से निपटने के लिए जानी जाती थीं। उन्होंने अपने गीतों के जरिए महिला सशक्तिकरण का आह्वान किया। शुक्रवार शाम को मेंडोंका के निधन की खबर आने के बाद उनके प्रशंसकों में दुख की लहर दौड़ गई। मेंडोंका के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 3.8 करोड़ ‘फॉलोअर्स' हैं। मेंडोंका के दोस्त, ब्राजील के फुटबॉल स्टार नेमार ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा है।'' ब्राजील की सरकार ने भी मेंडोंका के निधन पर संवेदना व्यक्त की। मेंडोंका ने अपने एल्बम ‘एम टोडोस ऑस केंटोस' से 2019 का लैटिन ग्रैमी पुरस्कार जीता था।
- फ्रीटाउन। अफ्रीकी देश सिएरा लियोन की राजधानी फ्रीटाउन के निकट एक तेल टैंकर में विस्फोट में कम से कम 92 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोग टैंकर से रिस रहा तेल भरने के लिए पहुंच गये थे। फ्रीटाउन के पूर्व में उपनगर वेलिंगटन में एक बस के टैंकर से टकराने के बाद शुक्रवार देर रात यह विस्फोट हुआ। सघन निगरानी कक्ष के स्टाफ सदस्य फोदे मूसा के अनुसार, कनॉट अस्पताल के मुर्दाघर में शनिवार सुबह तक 92 शव लाए जाने की सूचना है। गंभीर रूप से झुलसे हुए लगभग 30 पीड़ितों के बचने की उम्मीद नहीं है। घायल लोग जिनके कपड़े विस्फोट के बाद लगी आग में जल गए थे। यह तुरंत ज्ञात नहीं हो सका है कि झुलसने की वजह से कितने लोगों का इलाज चल रहा है क्योंकि मरीजों को महानगरीय क्षेत्र के अस्पतालों और क्लीनिकों में ले जाया गया। विस्फोट के बाद ‘एसोसिएटेड प्रेस' द्वारा प्राप्त वीडियो में रात को भीषण आग का गोला जलता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि गंभीर रूप से झुलसे कुछ लोग दर्द से कराह रहे थे। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता में हिस्सा लेने के लिये स्कॉटलैंड में मौजूद राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो ने इस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जिन परिवारों ने अपनों को खोया है और जो लोग झुलस गए हैं, उनके साथ मेरी गहरी सहानुभूति है।'' उपराष्ट्रपति मोहम्मद जुल्देह जलोह ने रातभर दो अस्पतालों का दौरा किया और कहा कि सिएरा लियोन की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी और अन्य आपातकाल के मद्देनजर ‘‘अथक प्रयास'' करेंगे। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर कहा, ‘‘हम सभी इस राष्ट्रीय त्रासदी से बहुत दुखी हैं, और यह वास्तव में हमारे देश के लिए एक कठिन समय है।
- वाशिंगटन। अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने ‘फाइज़र' के कोविड-19 रोधी टीके की बच्चों के मुताबिक तैयार खुराक 5 से 11 वर्ष के बच्चों को देने की मंगलवार को अनुमति दे दी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने 5 से 11 वर्ष की आयु के बच्चों को टीके की खुराक देने की अनुमति पहले ही दे दी थी। यह खुराक वयस्कों और किशोरों को दी जाने वाली खुराक की एक तिहाई है। लेकिन एफडीए द्वारा स्वीकृत टीके किसे दिए जाएं इसकी औपचारिक अनुशंसा रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) करता है। एक सलाहकार पैनल के सर्वसम्मति से ‘फाइज़र' के टीके की खुराक 2.8 करोड़ बच्चों को दिए जाने का फैसला करने के कुछ ही घंटों बाद सीडीसी की निदेशक डॉ. रोशेल वेलेंस्की ने उक्त घोषणा की। इस फैसले के साथ ही पहली बार अमेरिका में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोविड-19 रोधी टीके लग पाएंगे। वेलेंस्की ने मंगलवार रात को एक बयान में कहा, ‘‘एक मां होने के नाते, मैं सभी अभिभावकों को कहना चाहती हूं कि वे बाल विशेषज्ञों, स्कूल की नर्स या स्थानीय चिकित्सकों से टीके के बारे में और जानकारी लें तथा बच्चों के टीकाकरण के महत्व को समझें।'' अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे एक महत्वपूर्ण फैसला बताया। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘ इससे अभिभावकों की उनके बच्चों को लेकर कई महीनों से बनी चिंता खत्म हो गई...यह वायरस से निपटने की दिशा में हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
- इस्मालाबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बुधवार को एक बस के गहरी खाई में गिर जाने के कारण उसमें सवार कम से कम 22 लोगों की मौत हो गयी जबकि आठ अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक यह हादसा क्षेत्र के सुधनोती जिले में उस समय हुआ जब एक यात्री बस जिले के बलूच इलाके से पंजाब प्रांत के रावलपिंडी की ओर जा रही थी। पुलिस ने बताया कि बस में कुछ तकनीकी खराबी आ गई और वह सड़क से 500 मीटर से अधिक गहरी खाई में गिर गई, जिसके कारण महिलाओं और बच्चों सहित कुल 22 लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तानी दैनिक डॉन की खबर के अनुसार सड़क किनारे एक विक्रेता ने इस दुर्घटना को देखा और गांव की मस्जिद में नमाज़ कराने वाले नेता को टेलीफोन पर इसकी सूचना दी। इसके बाद मस्जिद के नेता ने मस्जिद के लाउडस्पीकर पर इसकी घोषणा कर ग्रामीणों से राहत एवं बचाव अभियान में सहायता के लिए दुर्घटनास्थल पर जाने के लिए कहा। गौरतलब है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर एक पहाड़ी इलाका है, जहां खतरनाक सड़कें हैं। इस इलाके में सड़कों की खस्ता स्थिति तथा चालकों की लापरवाही और खराब वाहन के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं।
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मेनलो पार्क (अमेरिका)। फेसबुक ने कहा है कि वह चेहरे पहचानने की प्रणाली को बंद करेगा और एक अरब से भी ज्यादा लोगों के फेसप्रिंट मिटाएगा। फेसबुक की नयी पैरेंट (होल्डिंग) कंपनी ‘मेटा' में कृत्रिम बुद्धिमत्ता विभाग के उप प्रमुख जेरोम पेसेंटी द्वारा मंगलवार को पोस्ट किए गए ब्लॉग के अनुसार, ‘‘प्रौद्योगिकी के इतिहास में चेहरा पहचानने के उपयोग की दिशा में यह कदम सबसे बड़ा बदलाव होगा।'' पोस्ट के अनुसार, ‘‘फेसबुक के सक्रिय उपयोक्ताओं में से एक तिहाई से ज्यादा लोगों ने हमारी चेहरे पहचानने की सेटिंग को स्वीकार किया है और वह पहचान करने में सफल रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप एक अरब से भी ज्यादा लोगों के चेहरे पहचानने के टेम्लेट को मिटाया जाएगा।'' - ग्लासगो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन से इतर माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और परमार्थ कार्यों के लिए प्रसिद्ध बिल गेट्स से मुलाकात की। मोदी और अमेरिका के अरबपति उद्योगपति की बैठक गेट्स द्वारा छोटे द्वीपीय देशों में ढांचे के विकास की पहल रेजिलिएंट आइलैंड स्टेट्स (आईआरआईएस) शुरू किए जाने के बाद हुई है। गेट्स का फाउंडेशन महामारी से मुकाबले के लिए काफी काम कर रहा है। इस बैठक का ब्योरा तत्काल उपलब्ध नहीं हो पाया। सोमवार को गेट्स ने कहा था कि इस साल संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन मुख्य रूप से नवोन्मेष पर केंद्रित रहेगा। उन्होंने आगे की राह को लेकर भरोसा भी जताया था। गेट्स ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सीओसी-26 में दुनिया को एकसाथ लाकर विकास को तेज किया जा सकता है और स्वच्छ ऊर्जा की स्वीकार्यता को बढ़ाया जा सकता है।
- ग्लासगो । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को छोटे द्वीपीय देशों में बुनियादी ढांचे के विकास की खातिर, ‘‘छोटे द्वीपीय देशों के लिए लचीली आधारभूत संरचना'' (आईआरआईएस) पहल की शुरुआत की और कहा कि यह सबसे संवेदनशील देशों के लिए कुछ करने की नयी उम्मीद, नया आत्मविश्वास और संतोष प्रदान करती है। जलवायु शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन यहां इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस भी शामिल हुए। मोदी ने इस पहल की खातिर ‘‘आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन'' (सीडीआरआई) को बधाई दी और कहा कि उनके लिए सीडीआरआई या आईआरआईएस केवल बुनियादी ढांचे नहीं हैं बल्कि यह मानव कल्याण की बहुत संवेदनशील जिम्मेदारी का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, "यह मानव जाति के प्रति हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। एक प्रकार से यह हमारे पापों का साझा प्रायश्चित है। पिछले कुछ दशकों ने साबित कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रकोप से कोई भी देश नहीं बच पाया है। चाहे वे विकसित देश हों या प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध देश, यह सभी के लिए एक बड़ा खतरा है।" उन्होंने कहा कि छोटे द्वीपीय विकासशील देशों या एसआईडीएस को जलवायु परिवर्तन से, सबसे बड़े खतरे का सामना करना पड़ता है और भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो उनके लिए एक विशेष ‘डेटा विंडो' बनाएगी ताकि उन्हें उपग्रह के जरिए चक्रवात, ‘कोरल-रीफ' निगरानी, तट-रेखा निगरानी आदि के बारे में समय पर जानकारी प्रदान की जा सके। इस मौके पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा कि यह कटु सत्य है कि कमजोर व छोटे द्वीपीय देश ‘ग्लोबल वार्मिंग' के कारण होने वाला नुकसान झेलने में सबसे आगे हैं। उन्होंने कहा कि समस्या पैदा करने में उन देशों की कोई भूमिका नहीं है और उन्होंने वातावरण में कार्बन डाइआक्साइड की भारी मात्रा का उत्सर्जन भी नहीं किया है। जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन आईआरआईएस पहल में आर्थिक रूप से योगदान दे रहा है। वहीं ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने सीडीआरआई नेतृत्व के लिए भारत और ब्रिटेन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "मैं भारत के सीडीआरआई के लिए अमेरिका और जापान के समर्थन सहित क्वाड समर्थन को स्वीकार करता हूं।" आईआरआईएस पहल ‘‘आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन'' का हिस्सा है जिसके तहत विशेष रूप से छोटे द्वीपीय विकासशील देशों में प्रायोगिक परियोजनाओं के साथ क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया जाना है।
- काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक सैन्य अस्पताल के सामने नागरिकों को निशाना बनाकर मंगलवार को बम विस्फोट किया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कम से कम 16 घायल हो गए। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी। तालिबान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खोस्ती ने एक ट्वीट में कहा कि सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल के सामने विस्फोट हुआ। उन्होंने बताया कि विशेष सुरक्षा बल घटनास्थल पर मौजूद हैं। काबुल के 10वें जिले में निवासियों ने दो धमाके और गोलियों की आवाज सुनने की बात कही है। बाद में मंगलवार को निकट के वजीर अकबर खान अस्पताल के सैयद अब्दुल्ला अहमदी के निदेशक ने कहा कि उनके अस्पताल में तीन लोगों के शव और सात घायलों को लाया गया है। वहीं नौ अन्य को अफगानिस्तान आपात अस्पताल ले जाया गया है। इस हमले की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। हाल के सप्ताह में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने कई हमलों को अंजाम दिया है।
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ग्लासगो । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जोर देकर कहा कि भारत एक मात्र देश है जो पेरिस समझौते के तहत जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए ‘ उसकी भावना' के तहत ‘अक्षरश:' कार्य कर रहा है। ब्रिटेन के ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र सीओपी-26 के राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए मोदी ने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। उन्होंने जीवनशैली में बदलाव का आह्वान करते हुए कहा कि पर्यावरण के प्रति संवेदनशील जीवनशैली जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए दीर्घकालिक उपाय हो सकता है। प्रधानमंत्री ने आह्वान किया कि ‘‘ पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली' को वैश्विक मिशन बनाया जाए। मोदी ने दोहराया कि विकसित देशों को जलवायु वित्तपोषण के लिए एक खरब डॉलर देने के अपने वादे को पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसकी निगरानी उसी तरह की जानी चाहिए जैसा जलवायु शमन की होती है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत उम्मीद करता है कि विकसित देश यथाशीघ्र जलवायु वित्तपोषण के लिए एक खरब डॉलर उपलब्ध कराएंगे। जैसा हम जलवायु शमन की निगरानी करते हैं, हमे जलवायु वित्तपोषण की भी उसी तरह निगरानी करनी चाहिए। वास्तव में न्याय तभी मिलेगा जब उन देशों पर दबाव बनाया जाएगा जो जलवायु वित्तपोषण के अपने वादों को पूरा नहीं कर रहे हैं।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ भारत वर्ष 2070 तक शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने को लेकर प्रतिबद्ध, वर्ष 2030 तक जीवाश्म ईंधन के उपयोग में उल्लेखनीय कमी लाएगा और नवीनीकरण ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाएगा।'' उन्होंने कहा कि भारत 2030 तक अनुमानित उत्सर्जन में से एक अरब टन कार्बन उत्सर्जन कम करेगा, भारत कार्बन की गहनता में 45 प्रतिशत तक कटौती करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, दुनिया की आबादी में भारत की 17 प्रतिशत हिस्सेदारी है लेकिन कार्बन उत्सर्जन में योगदान महज पांच प्रतिशत है ।
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मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरणों के नियामक ने सोमवार को भारत के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को औपचारिक रूप से मान्यता दी। देश की सीमा भी लगभग 20 महीनों में पहली बार फिर से खोल दी गई है। भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविशील्ड भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दो टीके हैं। ऑस्ट्रेलिया कोविशील्ड को पहले ही मान्यता दे चुका है। ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरण नियामक टीजीए ने कहा, ‘‘थेरापेटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (टीजीए) ने तय किया है कि कोवैक्सीन (भारत बायोटेक द्वारा निर्मित) और बीबीआईबीपी-कोर वी (शिनोफार्म, चीन द्वारा निर्मित) को यात्रियों के टीकाकरण की स्थिति के लिए मान्यता दी जाएगी।'' यह मान्यता 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के यात्रियों के लिए है जिन्हें कोवैक्सीन का टीका लगाया गया है और उन 18 से 60 वर्ष के लोगों के लिए है जिन्हें बीबीआईबीपी-कोर वी का टीका लगाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैनबरा के निर्णय का स्वागत करते हुए कोवैक्सीन को मान्यता देने के लिए ऑस्ट्रलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का आभार जताया। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत के कोवैक्सीन को ऑस्ट्रेलिया द्वारा मान्यता दिए जाने पर मैं अपने मित्र स्कॉट मॉरिसन को धन्यवाद देता हूं। कोविड-19 के बाद दोनों देशों के बीच साझेदारी में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।'' वह फिलहाल ग्लासगो में कॉप-26 जलवायु शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने गए हुए हैं। डब्ल्यूएचओ ने अभी तक फाइजर-बायोएनटेक, एस्ट्राजेनेका-एसके बायो/सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, जॉनसन एंड जॉनसन - जानसेन, मॉडर्ना और सिनोफार्म को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है। भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ'फेरेल एओ ने ट्वीट किया, ‘‘टीजीए द्वारा कोवैक्सीन को मान्यता दे दी गई है। यात्रा उद्देश्य के लिए यह टीका मान्य होगा। '' इस बीच, ऑस्ट्रेलिया की अंतरराष्ट्रीय सीमा सोमवार को फिर से खोल दी गई। लगभग 20 महीने के कठोर प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया गया। महामारी के बाद मार्च 2020 में अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए अपनी सीमाओं को बंद करने वाला ऑस्ट्रेलिया शुरुआती देशों में शामिल था। महामारी की शुरुआत के तुरंत बाद सरकार ने कहा था कि केवल नागरिकों और स्थायी निवासियों को ही प्रवेश करने की अनुमति होगी और उन्हें दो सप्ताह होटल में पृथक-वास से गुजरना होगा।
- ब्रासीलिया। ब्राजील के एल्टीनोपोलिस शहर की डुआस बोकस गुफा में तकनीक एवं प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण के तहत अभ्यास कर रहे बचाव दल के सदस्य रविवार को गुफा का एक हिस्सा ढहने के कारण उसमें फंस गए, जिसके कारण कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। साओ पाउलो के अग्निशमन विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अंदर फंसे लोगों को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अग्निशमन विभाग के मुताबिक, यह हादसा उस समय हुआ जब बचाव दल के 27 सदस्य प्रशिक्षण अभियान के तहत तकनीक एवं प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण ले रहे थे। उसी दौरान गुफा का एक हिस्सा ढह गया और उसमें बचाव दल के 16 सदस्य फंस गए। यह गुफा साओ पाउलो से करीब 300 किलोमीटर दूर एल्टीनोपोलिस शहर के नजदीक स्थित है।
- ग्लासगो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्कॉटलैंड में प्रवासी भारतीयों से बातचीत की, जो उनकी आवक्ष प्रतिमा के साथ उनका अभिनंदन करने के लिए यहां एकत्र हुए थे। मोदी, रविवार रात ग्लासगो पहुंचे। पक्षकारों के 26 वें सम्मेलन (सीओपी26) के उद्घाटन समारोह के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने स्कॉटलैंड में भारतीय समुदाय के सदस्यों से विशेष बातचीत की। स्कॉटलैंड के एक चिकित्साकर्मी ने प्रधानमंत्री को उनकी एक आवक्ष प्रतिमा भेंट की। बातचीत के दौरान उसका औपचारिक रूप से अनावरण किया गया। मोदी ने भी उन्हें आवक्ष प्रतिमा पर लगाने के लिए अपना चश्मा दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मुलाकात के शीघ्र बाद ट्वीट में कहा, ‘‘हमारे लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए भारतीय समुदाय के सदस्य और भारतीय विषयों के छात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए ग्लासगो में एकत्र हुए। '' समुदाय के नेताओं के साथ उनकी बातचीत में ग्लासगो और एडिनबर्ग के प्रवासी भारतीय समुदाय के चिकित्साकर्मी, विद्वान और कारोबारी सहित करीब 45 प्रतिनिधियों के साथ उनकी एक बैठक भी शामिल है। मोदी ने प्रिंस विलियम के अर्थशॉट पुरस्कार विजेता, दिल्ली की पुनर्चक्रण (रिसाइकलिंग) कंपनी टकाचार के संस्थापक विद्युत मोहन और पुरस्कार के अंतिम चरण में जगह बनाने वाली तमिलनाडु की 14 वर्षीय विनिशा उमाशंकर से भी मुलाकात की, जो सौर ऊर्जा चालित इस्त्री करने की गाड़ी की आविष्कारक हैं।-
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रोम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर रविवार को रोम में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी, कारोबार, अर्थव्यवस्था और लोगों से लोगों के बीच संपर्क के मुद्दे पर विचारों का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्रालय के ट्वीट के मुताबिक मोदी ने अगले साल जी-20 की अध्यक्षता मिलने पर इंडोनेशिया को बधाई दी और ट्रोइका (पूर्ववर्ती, मौजूदा और आगामी जी-20 अध्यक्षता)के हिस्से के तौर पर भारत के समर्थन का भरोसा दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘आज राष्ट्रपति जोको विडोडो से मिलकर खुशी हुई। भारत-इंडोनेशिया के मौजूदा सहयोग के क्षेत्रों और नए आयामों पर चर्चा की जहां पर दोनों देश अपने नागरिकों और पूरे ग्रह के लाभ के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।'' प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘ इंडोनेशिया के साथ मजबूत संबंध भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति' और ‘सागर' दृष्टिकोण का अहम हिस्सा है। बातचीत के दौरान आर्थिक संबंध सुधारने और सांस्कृतिक सहयोग पर मुख्य रूप से चर्चा की गई।'' गौरतलब है कि ‘सागर' ‘‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास' का संक्षिप्त शब्द है जिसे 2015 में पेश किया गया था। -
रोम। कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के हथियारों में टीको को एक अहम हथियार रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित जी-20 देशों के नेताओं ने रविवार को विकासशील देशों को टीके की आपूर्ति बढ़ाने और बाधाओं को दूर करने का संकल्प लिया। इसके साथ ही जी-20 नेताओं ने 2021 के अंत तक कम से कम 40 प्रतिशत तथा 2022 के मध्य तक 70 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण के वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता पर सहमति जताई।
इटली की राजधानी रोम में आयोजित जी-20 समूह के सम्मेलन में सदस्य देशों के नेताओं ने घोषणापत्र जारी करके कोविड-19 से निपटने के प्रयासों के लिए स्वास्थ्य सेवा एवं अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं, अंतरराष्ट्रीय संगठनों एवं वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया। शिखर सम्मेलन के बाद यहां जारी घोषणापत्र में जी-20 देशों ने कहा, '' हम स्वीकार करते हैं कि टीका कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के हथियारों में सबसे अहम है, इसके साथ ही दोहराते हैं कि व्यापक कोविड-19 टीकाकरण वैश्विक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी कोशिशों को तेज करेंगे रि समान तरीके से और सार्वभौमिक आधार पर सुरक्षित ,वहन करने योग्य, गुणवत्ता युक्त और प्रभावी टीका, इलाज और जांच सभी को प्राप्त हो सके, खासतौर पर निम्न और मध्यम आय देशों के संदर्भ में।''
घोषणा पत्र में कहा गया, '' विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की वैश्विक टीकाकरण रणनीति के तहत वर्ष 2021 के अंत तक सभी देशों की कम से कम 40 प्रतिशत आबादी और अगले साल के मध्य तक 70 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में हम मदद करेंगे, हम टीके, अन्य आवश्यक चिकित्सा उत्पादों और अव्ययों की विकासशील देशों तक आपूर्ति बढ़ाने के लिए कदम उठाएंगे और आपूर्ति एवं वित्तीय बाधाओं को दूर करेंगे।'' जी-20 नेताओं ने अपने स्वास्थ्य मंत्रियों से कहा कि वे इस संबंध में निगरानी करें और जैसा की जरूरी है वैश्विक टीकाकरण बढ़ाने की संभावना तलाशें। घोषणा पत्र में कहा गया, ''हम अनुसंधान और विकास का समर्थन करने के साथ-साथ सुनिश्चित करेंगे कि उनके उत्पादन का दुनियाभर में समान आधार पर वितरण हो और यह आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत कर, वैश्विक टीका उत्पादन व क्षमता का विस्तार, विविधिकरण स्थानीय और क्षेत्रीय स्तर पर किया जाएगा। इसके साथ ही टीके की स्वीकार्यता और उसके प्रति विश्वास को प्रोत्साहित किया जाएगा और भ्रामक सूचना से लड़ा जाएगा। जी-20 नेताओं ने सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और पर्याप्त पोषण और किसी को पीछे नहीं छोडऩे की प्रतिबद्धता जताई। साथ ही घोषणापत्र में कहा गया है कि भारत समेत जी20 देश 2030 तक जैवविविधता ह्रास को रोकने और क्षतिपूर्ति की कार्रवाइयों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जी-20 देशों ने यह घोषणा भी की कि वे सुरक्षित और क्रमबद्ध तरीके से अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू करने के लिए प्रयास करने पर सहमत हुए हैं। जी-20 ने कहा, '' उन्हें वर्ष 2022 में इंडोनेशिया, वर्ष 2023 में भारत में और वर्ष 2024 में ब्राजील में दोबारा बैठक को इंतजार है। - रोम। स्कॉटलैंड में रविवार से शुरू होने वाले जलवायु सम्मेलन से पहले ब्रिटेन ने दुनिया के लिए इसके व्यापक निहितार्थ को प्रभावी प्रतीक के तौर पर दर्शाने के मकसद से अंटार्कटिका में बर्फ के एक पतले टुकड़े का नाम ‘ग्लासगो ग्लेशियर' रखा है। सीओपी26 शिखर सम्मेलन के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ विश्व के 120 से अधिक नेता ग्लासगो में शामिल होंगे। ब्रिटेन वैश्विक तापमान को पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 1.5 डिग्री सेल्सियस (2.7 डिग्री फारेनहाइट) तक सीमित करने के लिए 2015 में पेरिस में सहमत लक्ष्य को पूरा करने के अंतिम अवसरों में से एक बता रहा है। इंग्लैंड में लीड्स विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका के गेट्ज बेसिन में ग्लेशियरों की एक श्रृंखला का अध्ययन किया है और पाया कि जलवायु परिवर्तन के कारण 1994 और 2018 के बीच जमीन से समुद्र तक की उनकी यात्रा की गति में औसतन 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 315 गीगाटन (347 अरब अमेरिकी टन) बर्फ बहा रही है, जिससे वैश्विक समुद्र स्तर में वृद्धि हो रही है। ब्रिटिश अंटार्कटिका क्षेत्र में स्थित ग्लेशियरों के नाम उन शहरों के नाम पर रखे जाएंगे, जिन्होंने रियो, क्योटो, पेरिस और ग्लासगो सहित जलवायु सम्मेलनों, रिपोर्ट या संधियों की मेजबानी की है। जॉनसन ने कहा, ‘‘प्रकृति के इस चमचमाते विशालकाय हिस्से का नाम उस शहर के नाम पर रखा जाएगा जहां अगले सप्ताह मानव जाति धरती के भविष्य के लिए लड़ने के इरादे से एकत्रित होगी, जो हमें इस बात की याद दिलाती है कि हम क्या संरक्षित करने के लिए काम कर रहे हैं।'' इस सप्ताह के अंत में रोम में होने वाली बैठक में 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह के नेताओं से कार्बन कटौती प्रतिबद्धताओं को बढ़ाने का आग्रह करते हुए जॉनसन ने कहा कि ग्लासगो बैठक ‘‘1.5 डिग्री के लक्ष्य को बरकरार रखने के लिए हमारे सर्वोत्तम अवसर का प्रतिनिधित्व करती है।'' जॉनसन भारत, ऑस्ट्रेलिया और चीन सहित जी-20 के कुछ सबसे बड़े कार्बन उत्सर्जक देशों के नेताओं पर उत्सर्जन में तेज और व्यापक कटौती करने के लिए दबाव बना रहे हैं।
- वैटिकन सिटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार वैटिकन पहुंचकर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कोविड, सामान्य वैश्विक परिदृश्य और शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने समेत विभिन्न मुद्दों पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी और कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस के बीच आमने-सामने यह पहली बैठक थी।मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जिनसे फ्रांसिस ने 2013 में पोप बनने के बाद मुलाकात की है।वैटिकन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मोदी के साथ मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने वैटिकन सिटी के विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से भी मुलाकात की।ऐतिहासिक बैठक से पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को कहा था कि प्रधानमंत्री की पोप के साथ अलग से बैठक होगी। रोम में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा, ''वह पोप से व्यक्तिगत मुलाकात करेंगे।''श्रृंगला ने कहा था, ''कल, प्रधानमंत्री परम पावन पोप फ्रांसिस से वैटिकन सिटी में भेंट करेंगे, और उसके बाद वह जी 20 सत्रों में भाग लेंगे, जहां वह और भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। हम आपको जानकारी देते रहेंगे।'' उन्होंने कहा था कि बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हो सकती है। श्रृंगला ने बताया था कि वैटिकन ने वार्ता के लिए कोई एजेंडा तय नहीं किया है। उन्होंने कहा था, ‘‘ मेरा मानना है कि पंरपरा है कि जब परम पावन (पोप) से चर्चा होती है तो कोई एजेंडा नहीं होता और हम इसका सम्मान करते हैं। मैं आश्वस्त हूं कि इस दौरान आम तौर पर वैश्विक परिदृश्य और उन मुद्दों को लेकर जो हमारे लिए महत्वपूर्ण है चर्चा में शामिल होंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19, स्वास्थ्य के मुद्दे, कैसे हम साथ काम कर सकते हैं...ये कुछ विषय हैं जिनपर मेरा मानना है कि आमतौर पर चर्चा होगी।
- रोम। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि उनका देश एस्ट्राजेनेका कोरोना वायरस टीके की दो करोड़ खुराक विकासशील देशों को मुफ्त उपलब्ध कराएगा। यह उन देशों के साथ टीकों को साझा करने के प्रयासों का हिस्सा है, जहां टीकों की कमी है। जॉनसन ने शनिवार से शुरू होने वाले जी-20 देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए रोम पहुंचते पर यह घोषणा की। ब्रिटेन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र समर्थित कोवैक्स टीका-साझाकरण कार्यक्रम में एक करोड़ खुराकें भेजी गई हैं, और आने वाले हफ्तों में एक करोड़ और खुराकें भेजी जाएंगी। उन्होंने बताया कि वे एक करोड़ खुराक पहले ही वितरित कर चुके हैं और यह कदम 2022 के मध्य तक जरूरतमंद देशों के साथ 10 करोड़ खुराक साझा करने की ब्रिटेन की प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं। जॉनसन ने आर्थिक महाशक्तियों के क्लब से 2022 के अंत तक पूरी दुनिया को टीका लगाने के लिए जोर देने का आग्रह करते हुए कहा कि जी-20 के रूप में हमारी पहली प्राथमिकता टीकों के तीव्र, उचित और वैश्विक वितरण के साथ आगे बढ़ने की होनी चाहिए।
- वॉशिंगटन। सूरज की सतह पर विस्फोट से पैदा हुआ शक्तिशाली सौर तूफान काफी तेज रफ्तार से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। यह सौर तूफान किसी भी समय पृथ्वी से टकरा सकता है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इस तूफान के कारण सैटेलाइट सिग्नलों में बाधा आ सकती है। विमानों की उड़ान, रेडियो सिग्नल, कम्यूनिकेशन और मौसम पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है।स्पेस वेदर ने बताया है कि इस सौर तूफान की स्पीड 1260 किमी प्रति सेकेंड की है। यह भविष्यवाणी की गई है कि यह सौर तूफान शनिवार या रविवार तक पृथ्वी से टकरा सकता है। तूफान के धरती पर पहुंचने से पहले ही अमेरिका के एक हिस्से में अस्थायी तौर पर रेडियो सिग्नल ब्लैकआउट हो गया है। इस सौर तूफान को अपनी तरह का सबसे शक्तिशाली एक्स 1-क्लास सोलर फ्लेयर के रूप में जाना जाता है। नासा के अधिकारियों ने इसे महत्वपूर्ण सोलर फ्लेयर करार दिया है। इस सौर तूफान को अंतरिक्ष एजेंसी के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी के रियल टाइम वीडियो में कैप्चर भी किया गया है।सोलर फ्लेयर की सबसे शक्तिशाली श्रेणी को एक्स क्लास के नाम से जाना जाता है। इसके बाद ताकत के घटते क्रम में इन्हें एम, सी, बी और ए क्लास के नाम से जाना जाता हैं। इस सौर तूफान से 30 अक्टूबर को अमेरिका में मनाए जाने वाले हैलोवीन त्योहर पर असर पड़ सकता है। स्पेस वेदर फोरकास्टर द नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) ने बताया कि आर 3 (स्ट्रॉन्ग रेडियो ब्लैकआउट) इवेंट इंपल्सिव फ्लेयर के कारण हुआ है।सौर तूफान के कारण धरती का बाहरी वायुमंडल गरमा सकता है जिसका सीधा असर सैटलाइट्स पर हो सकता है। इससे जीपीएस नैविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटलाइट टीवी में रुकावट पैदा हो सकती है। पावर लाइन्स में करंट तेज हो सकता है जिससे ट्रांसफॉर्मर भी उड़ सकते हैं। हालांकि, आमतौर पर ऐसा कम ही होता है क्योंकि धरती का चुंबकीय क्षेत्र इसके खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है।वर्ष 1989 में आए सौर तूफान की वजह से कनाडा के क्यूबेक शहर में 12 घंटे के के लिए बिजली गुल हो गई थी और लाखों लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। इसी तरह से वर्ष 1859 में आए चर्चित सबसे शक्तिशाली जिओमैग्नेटिक तूफान ने यूरोप और अमेरिका में टेलिग्राफ नेटवर्क को तबाह कर दिया था। इस दौरान कुछ ऑपरेटर्स ने बताया कि उन्हें इलेक्ट्रिक का झटका लगा है जबकि कुछ अन्य ने बताया कि वे बिना बैट्री के अपने उपकरणों का इस्तेमाल कर ले रहे हैं। नार्दन लाइट्स इतनी तेज थी कि पूरे पश्चिमोत्तर अमेरिका में रात के समय लोग अखबार पढऩे में सक्षम हो गए थे।