- Home
- विदेश
-
वाशिंगटन. अमेरिका में जून माह के दौरान रोजगार के अवसर घटकर 74 लाख रह गए, जो मई के 77 लाख रोजगार अवसरों की तुलना में कम हैं। अमेरिकी श्रम विभाग ने मंगलवार को जून महीने के रोजगार आंकड़े जारी किए। रोजगार अवसरों में आई यह गिरावट श्रम बाजार में जारी सुस्ती को दर्शाती है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने छंटनी के आंकड़ों में खास बदलाव नहीं आया लेकिन नौकरी छोड़ने वाले लोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा 2022 एवं 2023 के दौरान ब्याज दरों में 11 बार की गई बढ़ोतरी के लंबित प्रभाव और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों से पैदा हुई अनिश्चितता से कंपनियां नई भर्तियों को लेकर सतर्क हो गई हैं। श्रम विभाग शुक्रवार को जुलाई महीने में भर्तियों एवं बेरोजगारी के आंकड़े जारी करेगा। इसमें बेरोजगारी दर 4.1 प्रतिशत से बढ़कर 4.2 प्रतिशत होने का अनुमान है। इस साल अबतक अमेरिकी अर्थव्यवस्था में औसतन हर महीने 1.3 लाख रोजगार जुड़े हैं। यह पिछले वर्ष के 1.68 लाख और कोविड के बाद 2021-23 के दौरान औसतन चार लाख रोजगार से बहुत कम है।
- वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर दोनों देशों के बीच जारी बातचीत में कुछ गतिरोध के संकेतों के बाद भारत पर एक अगस्त से 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की है। ट्रंप ने अपने इस फैसले के पीछे भारत के ऊंचे शुल्क, रूस से ‘अधिकांश' सैन्य उपकरणों और ऊर्जा की खरीद के साथ-साथ ‘गैर-मौद्रिक व्यापार बाधाओं' को कारण बताया। ट्रंप ने कहा कि भारत को एक अगस्त से 25 प्रतिशत शुल्क और जुर्माना देना होगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत के साथ हमारा व्यापार घाटा बहुत ज्यादा है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पोस्ट में भारत को अपना ‘मित्र' बताया।उन्होंने कहा, “भारत हमारा मित्र है, लेकिन हमने पिछले कई वर्षों में उनके साथ अपेक्षाकृत कम व्यापार किया है, क्योंकि उनके शुल्क बहुत अधिक हैं, जो दुनिया में ‘सबसे अधिक' हैं। उनके पास ‘सबसे कठोर और अप्रिय' गैर-मौद्रिक व्यापार बाधाएं हैं।” उन्होंने कहा कि इसके अलावा, उन्होंने हमेशा अपने सैन्य उपकरणों का बड़ा हिस्सा रूस से खरीदा है, तथा चीन के साथ रूस के ऊर्जा के सबसे बड़े खरीदार हैं, जबकि हर कोई चाहता है कि रूस यूक्रेन में हत्याएं बंद करे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “सब कुछ ठीक नहीं है! इसलिए भारत को एक अगस्त से 25 प्रतिशत शुल्क और रूस से खरीद को लेकर ‘जुर्माना' भी देना होगा।” ट्रंप की घोषणा पर भारत की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर अगले दौर की वार्ता के लिए अमेरिका की एक टीम अगले महीने भारत आने वाली है। भारत और अमेरिका की टीमों ने पिछले सप्ताह वाशिंगटन में समझौते पर पांचवें दौर की वार्ता पूरी की है।भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल और दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच ने विचार-विमर्श किया।
-
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में यूट्यूब को भी शामिल किए जाने की घोषणा की है। इससे पहले यूट्यूब को इस नियम से छूट हासिल थी लेकिन सरकार ने अब इसे बदल दिया है। हालांकि यूट्यूब किड्स इससे मुक्त रहेगा।
नया नियम 10 दिसंबर से होगा लागूनया नियम 10 दिसंबर से लागू होगा। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने अपने ताजा आदेश में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यूट्यूब को बैन कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिकटॉक, स्नैपचैट और एक्स के इस्तेमाल पर पाबंदी है।ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इसे लेकर गाइड लाइन जारी कीइस सूची में यूट्यूब को भी शामिल किया गया है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इसे लेकर गाइड लाइन जारी करते हुए कहा है कि अगर 16 साल से कम उम्र के बच्चों का यूट्यूब अकाउंट मिला या बच्चों ने कोई सोशल मीडिया अकाउंट सबसक्राइब किया तो कानूनी कार्रवाई होगी। बच्चे यूट्यूब किड्स इस्तेमाल कर सकते हैं। यूट्यूब किड्स पर अपलोड कंटेट बच्चों के लिए सुरक्षित है। इसमें बच्चे वीडियो अपलोड नहीं कर सकते।10 में से चार ऑस्ट्रेलियाई बच्चों को सबसे अधिक नुकसान यूट्यूब के इस्तेमाल से हुआद गार्जियन के मुताबिक संचार मंत्री अनिका वेल्स ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि यूट्यूब किड्स इससे मुक्त रहेगा। उन्होंने इस फैसले का श्रेय ई-सेफ्टी कमिश्नर की सलाह को दिया और कहा कि सरकार इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकती कि 10 में से चार ऑस्ट्रेलियाई बच्चों ने बताया है कि उन्हें सबसे अधिक नुकसान यूट्यूब के इस्तेमाल से हुआ है। वेल्स ने कहा कि सरकार सोशल मीडिया कंपनियों से डरेगी नहीं और माता-पिता को प्राथमिकता देते हुए यह नीति लाई गई है।यूट्यूब को पाबंदी की सूची में शामिल करने का फैसला बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को प्रोत्साहित करने के लिएसरकार का कहना है कि यूट्यूब को पाबंदी की सूची में शामिल करने का फैसला बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है। यह अन्य देशों के लिए भी मॉडल बन सकता है। ऑस्ट्रेलिया का बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर पाबंदी से संबंधित कानून दुनिया में अपनी तरह का पहला कानून है।ऑस्ट्रेलिया ऐसा बिल पारित करने वाला दुनिया का पहला देशउल्लेखनीय है कि पिछले साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया बैन का बिल संसद से पारित हो गया। विशेष बात यह है कि पक्ष और विपक्ष दोनों ने इसका समर्थन किया। ऑस्ट्रेलिया ऐसा बिल पारित करने वाला दुनिया का पहला देश है। -
नई दिल्ली। रूस के कामचटका क्षेत्र में बुधवार तड़के आए 8.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद प्रशांत महासागर के कई हिस्सों में सुनामी का खतरा बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने कैलिफोर्निया, हवाई और अमेरिका के अन्य पश्चिमी तटीय इलाकों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षा चेतावनी जारी की है। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “हम रूस में 8.7 तीव्रता के भूकंप के बाद संभावित सुनामी खतरे की निगरानी कर रहे हैं। कैलिफोर्निया, हवाई और अन्य पश्चिमी तटीय इलाकों में रह रहे भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।”
दूतावास ने भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे स्थानीय प्रशासन, अमेरिकी आपातकालीन प्रबंधन एजेंसियों और यूएस सुनामी चेतावनी केंद्र की सलाह का पालन करें। साथ ही यदि सुनामी की चेतावनी जारी होती है तो लोग तटीय क्षेत्रों से दूर रहें, ऊंचे स्थानों पर जाएं, आपातकालीन बैग तैयार रखें और मोबाइल जैसे उपकरण चार्ज में रखें। आपात स्थिति में संपर्क के लिए एक हेल्पलाइन नंबर +1-415-483-6629 जारी की गई है।इसी तरह जापान में भी प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जापानी प्रधानमंत्री कार्यालय ने सुबह 9:43 बजे (JST) एक निर्देश जारी किया जिसमें अधिकारियों को तुरंत कार्यवाही करने को कहा गया। निर्देश में स्पष्ट किया गया है कि “सुनामी से जुड़ी जानकारी जनता को समय पर दी जाए और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएं।” साथ ही, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करने और जानमाल की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया है।जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने होक्काइडो के पूर्वी प्रशांत तट और अन्य तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने नागरिकों से अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लहरों की अनुमानित ऊंचाई और पहुंचने के समय की जानकारी देखने को कहा है। उधर रूस और उसके पड़ोसी देशों में भी आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं लेकिन पूरी सतर्कता बरतें और केवल विश्वसनीय स्रोतों से मिली आधिकारिक जानकारी का ही पालन करें।इस समय पूरे प्रशांत क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है और आपात टीमें सक्रिय रूप से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित देशों ने आपसी समन्वय बढ़ा दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।- -
नई दिल्ली। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़े तनाव के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के शीर्ष नेताओं से फोन पर बात की। उन्होंने दावा किया कि दोनों देश युद्धविराम के लिए सहमत हुए हैं और साथ ही अमेरिका के साथ व्यापार करना चाहते हैं। वहीं, थाइलैंड के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह यह सूचित करना चाहता है कि कुछ क्षण पहले, कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई ने राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत की और अनुरोध किया कि थाईलैंड और कंबोडिया तत्काल युद्धविराम पर सहमत हों।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री से फोन पर बात की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ’ पर इस बात की जानकारी शेयर करते हुए लिखा, “मैंने थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री से बात की है, और यह बहुत अच्छी बातचीत रही। कंबोडिया की तरह थाईलैंड भी तत्काल युद्धविराम और शांति चाहता है। अब मैं यह संदेश कंबोडिया के प्रधानमंत्री को वापस भेजूंगा। दोनों पक्षों से बात करने के बाद, युद्धविराम, शांति और समृद्धि स्वाभाविक प्रतीत होती है।”राष्ट्रपति ट्रंप ने इसके बाद कंबोडिया के प्रधानमंत्री से बात की। ट्रंप ने दावा किया कि दोनों देश अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता करना चाहते हैं और युद्ध विराम के लिए सहमत हुए हैं।उन्होंने ट्रूथ पर लिखा, “अभी-अभी कंबोडिया के प्रधानमंत्री से मेरी अच्छी बातचीत हुई और मैंने उन्हें थाईलैंड और उसके कार्यवाहक प्रधानमंत्री के साथ हुई अपनी बातचीत की जानकारी दी। दोनों पक्ष तत्काल युद्धविराम और शांति चाहते हैं। वे संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ “व्यापारिक वार्ता” पर भी वापस आना चाहते हैं, जो हमें लगता है कि तब तक अनुचित है, जब तक लड़ाई बंद नहीं हो जाती। वे तुरंत मिलने और युद्धविराम और अंततः शांति स्थापित करने पर सहमत हुए हैं।” ट्रंप ने लिखा, “दोनों देशों के साथ व्यापार करना सम्मान की बात थी। उनकी एक लंबी और गौरवशाली इतिहास और संस्कृति है। उम्मीद है कि वे आने वाले कई वर्षों तक साथ मिलकर काम करेंगे। जब सब कुछ हो जाएगा और शांति स्थापित हो जाएगी, तो मैं दोनों देशों के साथ अपने व्यापारिक समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए उत्सुक हूं!”थाइलैंड के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “विदेश मंत्रालय यह सूचित करना चाहता है कि कुछ क्षण पहले, कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई ने राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत की और अनुरोध किया कि थाईलैंड और कंबोडिया तत्काल युद्धविराम पर सहमत हों। कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति ट्रंप को उनकी चिंता के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि थाईलैंड सैद्धांतिक रूप से युद्धविराम पर सहमत है। हालांकि, थाईलैंड कंबोडियाई पक्ष की ओर से ईमानदार इरादे की अपेक्षा करता है। इसलिए, कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति ट्रंप से अनुरोध किया कि वे कंबोडियाई पक्ष को सूचित करें कि थाईलैंड युद्धविराम और संघर्ष के अंतिम शांतिपूर्ण समाधान के उपायों और प्रक्रियाओं को सामने लाने के लिए जल्द से जल्द एक द्विपक्षीय वार्ता आयोजित करना चाहता है।” - लाहौर । पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को जेल में उनके साथ हो रहे व्यवहार को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान के इतिहास की सबसे सख्त जेल सजा भुगत रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ये सजा वो संविधान की रक्षा और देश की सेवा के लिए झेल रहे हैं। अडियाला जेल में बंद इमरान खान ने आरोप लगाया कि पानी गंदा है, किताबें और अखबार तक नहीं मिल रहे, और टीवी की सुविधा भी छीन ली गई है।पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान ने जेल में उनके साथ हो रहे बरताव को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान के इतिहास की सबसे कठोर जेल की सजा भुगत रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मैं यह सजा सिर्फ संविधान की सर्वोच्चता और देश की सेवा के लिए झेल रहा हूं। बता दें कि 72 वर्षीय इमरान खान अगस्त 2023 से रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं और उन पर कई सारे केस चल रहे हैं।पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने जेल की हालत का ब्योरा देते हुए कहा कि अजान से पहले हाथ-मुंह धोने के लिए जो पानी दिया जाता है, वह बेहद गंदा और इंसानों के लायक नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवार की तरफ से भेजी गई किताबें महीनों से रोकी गई हैं, टीवी और अखबारों तक पहुंच भी बंद कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मैंने पुरानी किताबें कई बार पढ़ डाली हैं, अब वो भी नहीं मिल रहीं।इमरान खान ने खुद की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से की। उन्होंने आरोप लगाया कि नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के कई मामले थे, उन्हें जेल में हर तरह की सहूलियतें दी गईं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में किसी भी नेता के साथ इतना कठोर बर्ताव नहीं हुआ, जितना उनके साथ हो रहा है।इसके साथ ही इमरान खान कहा कि उनकी पत्नी बुशरा बीबी, जो राजनीति से कोई लेना-देना नहीं रखतीं, उन्हें भी जेल में अमानवीय परिस्थितियों में रखा गया है। उन्होंने कहा कि मेरे सभी बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। जेल मैन्युअल में जो सुविधाएं आम कैदियों को मिलती हैं, वो भी मुझसे छीन ली गई हैं।इमरान खान ने कहा कि कई बार अनुरोध करने के बावजूद उन्हें अपने बच्चों से बात करने की इजाजत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक मुलाकातों पर भी पाबंदी लगा दी गई है। अब उन्हें सिर्फ चुनिंदा लोगों से मिलने की इजाजत है। इमरान खान ने अपने पार्टी नेताओं से आपसी मतभेद भुलाकर पांच अगस्त से शुरू होने वाले आंदोलन पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी नेता इस नाज़ुक समय में गुटबाजी में शामिल मिलेगा, उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा।
- नयी दिल्ली।.भारत के सम्राट अशोक की श्रीलंका के प्रति ‘‘अभूतपूर्व सेवा'' के सम्मान में, वहां के एक प्रमुख बौद्ध मंदिर के परिसर में अशोक स्तंभ की प्रतिकृति स्थापित की गई है। श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा ने अपने संबोधन में कहा कि यह पहल भारत और श्रीलंका के बीच सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि यह प्रतिकृति श्रीलंका के वास्कादुवा श्री सुभूति विहार के पवित्र परिसर में लगाई गई है और 21 जुलाई को इसका अनावरण किया गया। इस अवसर पर भारत के उच्चायुक्त संतोष झा, मंदिर के मुख्य अधिष्ठाता वास्कादुवे महिंदावंस महानायक थेरो, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के उप महासचिव डामेंडा पोराजे सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। महानायक थेरो ने कहा, ‘‘यह स्तंभ सम्राट अशोक द्वारा श्रीलंका के लिए किए गए अभूतपूर्व कार्यों को सम्मानित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।'' इस प्रतिकृति के लिए शिलान्यास 28 जनवरी, 2024 को उच्चायुक्त संतोष झा और अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महासचिव शार्टसे खेनसुर जांगचुप छोडेन रिनपोछे ने किया था। झा ने अपने संबोधन में कहा, “इस पहल ने भारत और श्रीलंका के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को और सुदृढ़ किया है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार ने सितंबर 2020 में दोनों देशों के बीच आध्यात्मिक संबंधों को प्रोत्साहित करने के लिए 1.5 करोड़ डॉलर की विशेष सहायता राशि की घोषणा की थी, जिसके अंतर्गत श्रीलंका के लगभग 10,000 बौद्ध मठों और पीरिवेना (मठीय विद्यालयों) को सौर ऊर्जा से नि:शुल्क रोशन करने की परियोजना भी शामिल है। महानायक थेरो ने कहा, ‘‘सम्राट अशोक के प्रयासों से श्रीलंका को बौद्ध धर्म जैसा अद्भुत आध्यात्मिक मार्ग प्राप्त हुआ। उन्होंने अपने पुत्र अरहंत महेन्द्र और पुत्री अरहंती संघमित्रा को बौद्ध संघ को समर्पित किया, जिन्होंने श्रीलंका में बुद्ध धर्म की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। लेकिन उनका योगदान प्रायः भुला दिया जाता है। हम इस स्तंभ के माध्यम से उस महान सम्राट के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना चाहते थे।'' डामेंडा पोराजे ने बताया कि वास्कादुवा श्री सुभूति विहार को इस स्तंभ के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यह मंदिर ‘‘भगवान बुद्ध के कपिलवस्तु अवशेषों'' का पवित्र स्थल है।
- न्यूयॉर्क । फेसबुक और इंस्टाग्राम के मलिकाना हक वाली सोशल मीडिया कंपनी मेटा ने अपने मंचों का इस्तेमाल करने वाले किशोर उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए बुधवार को कुछ नये फीचर जारी किए। इनमें किशोर उपयोगकर्ताओं को संदेश भेजने वाले अकाउंट के बारे में जानकारी देने और महज एक ‘टैप' पर अकाउंट को ब्लॉक करने या उनकी शिकायत करने की सुविधा शामिल है। मेटा ने बुधवार को यह भी घोषणा की कि उसने ऐसे हजारों अकाउंट को निष्क्रिय कर दिया है, जो 13 साल से कम उम्र के बच्चों पर यौन टिप्पणियां करने या उनसे अश्लील तस्वीरें साझा करने का अनुरोध करने में शामिल थे। कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि इनमें से 1लाख 35,000 अकाउंट यौन टिप्पणी करने, जबकि 5 लाख अन्य खाते “आपत्तिजनक तरीके से बातचीत करने” के लिए ब्लॉक किए गए हैं।
-
पेरिस. अमेरिका ने मंगलवार को घोषणा की कि वह संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) से फिर से बाहर निकल जाएगा क्योंकि वाशिंगटन इसे इजराइल विरोधी पूर्वाग्रह से ग्रस्त मानता है। यह कदम केवल दो साल पहले ही अमेरिका के यूनेस्को में फिर से शामिल होने के बाद उठाया गया है।
यह तीसरी बार होगा जब अमेरिका पेरिस आधारित यूनेस्को से बाहर निकल जाएगा। ट्रंप प्रशासन के दौरान यह दूसरी बार इस संगठन से अलग होगा। व्हाइट हाउस की उप प्रवक्ता एना केली ने न्यूयॉर्क पोस्ट से कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका को यूनेस्को से बाहर करने का फैसला किया है जो विभाजनकारी सांस्कृतिक और सामाजिक मुद्दों का समर्थन करता है और उन व्यावहारिक नीतियों से पूरी तरह अलग है जिनके लिए अमेरिकियों ने नवंबर में वोट दिया था।'' यूनेस्को और व्हाइट हाउस ने अमेरिका के इस कदम की अभी पुष्टि नहीं की है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2017 में इससे बाहर निकल गए थे। यह निर्णय एक साल बाद प्रभावी हुआ। वर्ष 2011 में फलस्तीन को सदस्य राज्य के रूप में शामिल करने पर यूनेस्को के मतदान करने के बाद अमेरिका और इजराइल ने इसे वित्तीय सहायता देना बंद कर दिया था। इससे पहले, रीगन प्रशासन के दौरान अमेरिका यूनेस्को से बाहर हो गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन द्वारा संगठन में फिर से शामिल होने के लिए आवेदन किए जाने के पश्चात अमेरिका पांच साल की अनुपस्थिति के बाद इसमें वापस लौटा था। अमेरिका का यह ताजा निर्णय दिसंबर 2026 के अंत में प्रभावी होगा। - न्यूयॉर्क. एमी पुरस्कार विजेता हास्य कलाकार और अभिनेता वीर दास ने कहा कि भारत एक ‘अद्भुत, निर्विवाद' वैश्विक ‘सॉफ्ट पावर' बनने की कगार पर है, जिसके ‘संरक्षक' मातृभूमि में रहने वाले और प्रवासी भारतीय दोनों हैं। दास ने एशिया सोसाइटी में आयोजित विशेष बातचीत के दौरान कहा, “मुझे लगता है कि प्रवासी संस्कृति की रक्षा करने का काम बखूबी करते हैं।” कॉमेडी फिल्म ‘लैंडिंग' के लिए 2023 में सर्वश्रेष्ठ कॉमेडी इंटरनेशनल एमी पुरस्कार जीतने वाले दास ने कार्यक्रम में दर्शकों की तालियों और ठहाकों के बीच कहा कि उन्हें प्रवासी भारतीयों के बारे में जो चीज ‘अच्छी' लगती है वह यह कि भले ही उनका उच्चारण अमेरिकी हो लेकिन ‘आप अपनी शादी में ‘मेहंदी लगा के रखना' पर नाचते हैं। एशिया सोसाइटी का यह कार्यक्रम बृहस्पतिवार को वैश्विक मीडिया मंचों, समुदाय और ‘साउथ एशियन ट्रेलब्लेजर्स' एजेंसी के सहयोग से आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम दास के नये कॉमेडी स्पेशल ‘वीर दास: फुल वॉल्यूम' के प्रीमियर की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया था। दास ने कहा, “भारत अद्भुत, निर्विवाद वैश्विक ‘सॉफ्ट पावर' बनने की कगार पर है और यह तभी साकार होता है जब हमारे बीच संबंध होता है...।'' उन्होंने कहा, “हम दोनों समान स्तर पर भारत की ‘सॉफ्ट पावर' के संरक्षक हैं।”दास ने भारतीय अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ का उदाहरण देते हुए कहा, “दिलजीत का कोचेला में प्रस्तुति देना अद्भुत था।” दिलजीत 2023 में कैलिफोर्निया के लोकप्रिय ‘कोचेला वैली म्यूजिक एंड आर्ट्स फेस्टिवल' में प्रस्तुति देने वाले पहले पंजाबी गायक बने थे। दास ने पिछले वर्ष एमी पुरस्कारों को होस्ट किया था।दास को पहली बार वर्ष 2021 में नेटफ्लिक्स स्पेशल ‘वीर दास: फॉर इंडिया' के लिए अंतरराष्ट्रीय एमी फॉर कॉमेडी के लिए नामांकित किया गया था।
-
नई दिल्ली। सऊदी अरब के 'स्लीपिंग प्रिंस' अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल अब इस दुनिया में नहीं रहे. 20 साल तक कोमा में रहने के बाद, शनिवार 19 जुलाई को उनका निधन हो गया. उनके परिवार ने इस खबर की पुष्टि की है. प्रिंस अल-वलीद ने अपनी ज़िंदगी के आखिरी दो दशक कोमा में बिताए और इसी कारण उन्हें सऊदी अरब में 'स्लीपिंग प्रिंस' के नाम से जाना जाता था.
15 साल की उम्र में एक गंभीर हादसे के बाद प्रिंस अल-वलीद को कोमा में डाल दिया गया था. इस दुर्घटना के बाद वह हमेशा के लिए कोमा में चले गए थे. जब यह हादसा हुआ, वह एक सैन्य कॉलेज के छात्र थे. कोमा में रहते हुए उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया .परिवार ने की मौत की घोषणाप्रिंस अल-वलीद के निधन की जानकारी उनके परिवार ने सोशल मीडिया पर साझा की . इसके साथ ही तीन दिन तक शोक सभाएं आयोजित की जाएंगी. श्रद्धांजलि अर्पित करने के इच्छुक लोग रविवार से मंगलवार तक इन शोक सभाओं में भाग ले सकते हैं.2005 में लंदन में हुए कार एक्सीडेंट का शिकारयह हादसा 2005 में लंदन में हुआ था, जब प्रिंस अल-वलीद सिर्फ 15 साल के थे. एक गंभीर कार दुर्घटना में उनका ब्रेन हेमरेज हुआ, जिसके बाद उन्हें रियाद के किंग अब्दुलअजीज मेडिकल सिटी में शिफ्ट किया गया. यहां वह लंबे समय तक वेंटीलेटर पर कोमा में रहे. मेडिकल विशेषज्ञों की तमाम कोशिशों के बावजूद, वह कभी होश में नहीं आए. अंतत, 19 जुलाई को उन्होंने इस दुनिया को छोड़ दिया. - बीजिंग/ चीन ने भारतीय सीमा के निकट तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर 167.8 अरब डॉलर की लागत से बांध का निर्माण शनिवार को औपचारिक रूप से शुरू कर दिया। सरकारी मीडिया की खबर के अनुसार, चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने न्यिंगची शहर में ब्रह्मपुत्र नदी के निचले क्षेत्र, जिसे स्थानीय रूप से यारलुंग जांगबो के नाम से जाना जाता है, में आयोजित समारोह में बांध के निर्माण कार्य के शुरू होने की घोषणा की। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' की खबर के अनुसार, यह समारोह तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के न्यिंगची मेनलिंग जलविद्युत स्टेशन के बांध स्थल पर आयोजित हुआ। दुनिया की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजना मानी जाने वाली इस जलविद्युत परियोजना ने भारत और बांग्लादेश में चिंता पैदा कर दी है। खबर के अनुसार, इस परियोजना में पांच जलविद्युत स्टेशन शामिल होंगे।वर्ष 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, जल विद्युत स्टेशन से प्रत्येक वर्ष 300 अरब किलोवाट घंटे से अधिक बिजली उत्पन्न होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग और चीन के विद्युत निर्माण निगम समेत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने समारोह में हिस्सा लिया। इस परियोजना को पिछले वर्ष दिसंबर में मंजूरी दी गई थी।यह बांध हिमालय पर्वतमाला में एक विशाल घाटी पर बनाया जाएगा, जहां ब्रह्मपुत्र नदी एक विशाल ‘यू-टर्न' लेकर अरुणाचल प्रदेश और फिर बांग्लादेश में प्रवेश करती है। भारत में इस बात को लेकर चिंताएं उत्पन्न हो गईं कि बांध के आकार और पैमाने के कारण चीन को जल प्रवाह को नियंत्रित करने का अधिकार तो मिलेगा ही, साथ ही इससे बीजिंग को युद्ध के समय सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ लाने के लिए बड़ी मात्रा में पानी छोड़ने में भी मदद मिलेगी। भारत भी अरुणाचल प्रदेश में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बना रहा है। भारत और चीन ने सीमा पार नदियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 2006 में विशेषज्ञ स्तरीय तंत्र (ईएलएम) की स्थापना की थी, जिसके तहत चीन बाढ़ के मौसम के दौरान भारत को ब्रह्मपुत्र नदी और सतलुज नदी पर जल विज्ञान संबंधी जानकारी प्रदान करता है।
- हा लॉन्ग बे (वियतनाम). वियतनाम में शनिवार दोपहर पर्यटन स्थलों की सैर के दौरान अचानक आए तूफान के कारण पर्यटकों की एक नौका पलट गई, जिसमें 34 लोगों की मौत हो गई। सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। खबरों के अनुसार, ‘वंडर सी' नाव 48 यात्रियों और चालक दल के पांच सदस्यों को लेकर प्रमुख पर्यटन स्थल हा लॉन्ग बे की यात्रा पर थी। वीएनएक्सप्रेस अखबार के अनुसार, बचावकर्मियों ने 11 लोगों को बचा लिया और नाव पलटने वाली जगह से शवों को बरामद किया। अखबार के अनुसार, तेज हवाओं के कारण नाव पलट गई। बचाये गए लोगों में 14-वर्षीय एक लड़का भी शामिल था, जिसे पलटी हुई नाव में फंसने के चार घंटे बाद बचा लिया गया। समाचार पत्र ने बताया कि अधिकतर यात्री देश की राजधानी हनोई से आये पर्यटक थे, जिनमें लगभग 20 बच्चे भी शामिल थे। एक उष्णकटिबंधीय तूफान भी इस क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, तूफान विफा के अगले हफ्ते वियतनाम के उत्तरी क्षेत्र, जिसमें हा लॉन्ग बे का तट भी शामिल है, से टकराने की आशंका है।
- तेहरान. ईरान के दक्षिणी हिस्से में एक बस के पलटने से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। सरकारी मीडिया ने शनिवार को यह खबर जारी दी। फार्स प्रांत के आपात संगठन के प्रमुख मसूद आबेद ने बताया कि प्रांत की राजधानी शिराज के दक्षिण में हुई इस दुर्घटना में 34 अन्य लोग घायल हुए हैं। आबेद ने बताया कि बचाव अभियान जारी है।उन्होंने बताया कि अभियान पूरा होने और विस्तृत जांच के बाद अतिरिक्त जानकारी एवं अंतिम आंकड़े घोषित किए जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि यह घटना पूर्वाह्न 11 बजकर पांच मिनट पर हुई और बचाव दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गया। उन्होंने बताया कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
-
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को शांत करने में अहम भूमिका निभाई। यह तनाव 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।
व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सांसदों के साथ डिनर के दौरान ट्रंप ने कहा कि इस संघर्ष के दौरान ‘चार या पांच’ सैन्य विमान भी गिराए गए। हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि ये विमान भारत के थे या पाकिस्तान के। ट्रंप ने अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत या अतिरिक्त जानकारी नहीं दी।ट्रंप ने कहा, “विमान हवा में मार गिराए जा रहे थे। चार या पांच, मुझे लगता है पांच विमान मार गिराए गए।” ट्रंप ने 24वीं बार यह भी दावा किया कि अमेरिका ने व्यापारिक दबाव के जरिए दोनों देशों को युद्धविराम के लिए राजी किया। ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने दोनों देशों को चेतावनी दी थी कि अगर सीमा पर गोलीबारी जारी रही तो कोई व्यापार समझौता नहीं होगा। यह दूसरी बार है जब ट्रंप ने एक हफ्ते के अंदर भारत-पाक तनाव को सुलझाने का श्रेय लिया है। पाकिस्तान ने ट्रंप के प्रयासों की तारीफ की है, लेकिन भारत ने किसी भी बाहरी मध्यस्थता की बात को सिरे से खारिज कर दिया है।भारत का दावा: सिर्फ सैन्य बातचीत से थमा तनावभारत ने बार-बार कहा है कि तनाव कम करने का फैसला दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की सीधी बातचीत से हुआ। भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) और उनके पाकिस्तानी समकक्ष के बीच हुई चर्चा के बाद तनाव खत्म करने पर सहमति बनी। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के साथ करीब 35 मिनट की फोन बातचीत में साफ कहा था कि भारत “कभी भी बाहरी मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा।” मोदी ने बताया था कि पाकिस्तान की पहल पर ही दोनों देशों की सेनाओं के बीच बातचीत शुरू हुई थी।बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। अगले चार दिनों तक दोनों देशों के बीच ड्रोन और मिसाइल हमलों की खबरें सामने आईं। 10 मई को ट्रंप ने सोशल मीडिया पर ऐलान किया कि वाशिंगटन की मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान तत्काल तनाव रोकने पर राजी हो गए। तब से वे कई बार इस युद्धविराम का श्रेय ले चुके हैं। लेकिन भारत का कहना है कि यह फैसला पूरी तरह से द्विपक्षीय सैन्य बातचीत के जरिए हुआ, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी। - न्यूयॉर्क/वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वाशिंगटन भारत के साथ व्यापार समझौते करने के ‘‘बहुत करीब'' है। ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यालय ‘ओवल ऑफिस' में बहरीन के प्रधानमंत्री एवं युवराज सलमान बिन हमद अल खलीफा के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘‘हम भारत के साथ समझौते करने के बहुत करीब हैं...।'' ट्रंप ने कहा, ‘‘हमने कई बेहतरीन देशों के साथ समझौते किए हैं... शायद भारत के साथ भी हमारा समझौता होने वाला है। मुझे नहीं पता, हम बातचीत कर रहे हैं।जब मैं पत्र भेजूंगा तो वह समझौता हो जाएगा।'' अमेरिका के राष्ट्रपति ने एक दिन पहले कहा था कि भारत के साथ एक व्यापार समझौते पर काम जारी है और अमेरिका को भारतीय बाजार तक पहुंच मिलेगी। ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौता इंडोनेशिया के साथ किए गए करार के अनुरूप होगा। उन्होंने कहा, ‘‘भारत मूलतः उसी दिशा में काम कर रहा है। हमें भारत में प्रवेश मिलेगा। आपको समझना होगा कि इनमें से किसी भी देश में हमारी पहुंच नहीं थी। हमारे लोग वहां नहीं जा सकते थे और अब हमें वहां प्रवेश मिल रहा है। यही हम शुल्क के जरिये कर रहे हैं...।''
-
लंदन. महात्मा गांधी का एक दुर्लभ तैल चित्र लंदन में बोनहम्स नीलामी में अनुमानित कीमत से लगभग तीन गुना अधिक 1,52,800 पाउंड में बिका। इसके बारे में माना जाता है कि यह एकमात्र ऐसा चित्र है जिसे महात्मा गांधी ने कलाकार के सामने बैठकर बनवाया था। यह पेंटिंग, जिसे पहले कभी नीलामी में नहीं रखा गया था, ऑनलाइन नीलामी के लिए रखी गई थी। इसकी अनुमानित कीमत 50,000 से 70,000 पाउंड के बीच थी। यह ‘ट्रैवल एंड एक्सप्लोरेशन सेल' की सबसे बड़ी बोली थी, जो मंगलवार को समाप्त हुई। चित्रकार क्लेयर लीटन का गांधी से परिचय तब हुआ जब वह 1931 में द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए लंदन गये थे। नीलामी घर ‘बोनहम्स' के बिक्री विभाग की प्रमुख रियानोन डेमेरी ने कहा, ‘‘माना जाता है कि यह महात्मा गांधी का एकमात्र तैल चित्र है, जिसे उन्होंने कलाकार के सामने बैठकर बनवाया था। यह एक बहुत ही विशेष कृति है, जिसे पहले कभी नीलामी में नहीं रखा गया था।'' यह चित्र 1989 में लीटन की मृत्यु तक कलाकार के संग्रह में रहा, जिसके बाद उनके परिवार ने इसे हस्तांतरित किया। डेमेरी ने कहा, ‘‘इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि इस कृति ने दुनिया भर में इतनी रुचि जगाई।''
-
मॉस्को. रूस अपने औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों की कमी को दूर करने के लिए इस साल के अंततक भारत से करीब 10 लाख कुशल कार्यबल को अपने यहां काम करने का मौका देगा। रूस के एक दिग्गज कारोबारी ने यह जानकारी दी है। रूसी उद्योग मंडल ‘यूराल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री' के प्रमुख आंद्रेई बेसेदिन ने समाचार एजेंसी रॉसबिजनेसकंसल्टिंग (आरबीसी) के साथ बातचीत में भारत से कुशल कामगारों को मंगाने की योजना की जानकारी दी। बेसेदिन ने कहा, ‘‘जहां तक मुझे पता है, साल के अंततक भारत से 10 लाख विशेषज्ञ कामगार रूस आएंगे। इनमें रूस का स्वेर्दलोव्स्क क्षेत्र भी शामिल है। इससे संबंधित मामलों को देखने के लिए येकातेरिनबर्ग में एक नया महावाणिज्य दूतावास खुल रहा है।'' बेसेदिन ने कहा कि भारतीय पेशेवरों के आने से स्वेर्दलोव्स्क क्षेत्र में बेहद काबिल कार्यबल की कमी पूरी हो जाएगी। यूराल पर्वत में स्थित स्वेर्दलोव्स्क क्षेत्र भारी उद्योग एवं सैन्य-औद्योगिक परिसरों का केंद्र है। इसमें विश्व प्रसिद्ध यूरालमाश और टी-90 शृंखला के टैंक बनाने वाली कंपनी यूराल वैगन जावोद भी शामिल हैं। बेसेदिन ने कहा कि इस क्षेत्र में स्थित औद्योगिक उद्यमों को उत्पादन की मात्रा बढ़ाने की ज़रूरत है, लेकिन यहां पर समुचित मात्रा में कुशल श्रमिकों की कमी है। उन्होंने इसके पीछे कुछ श्रमिकों के यूक्रेन में जारी रूसी सैन्य अभियान में तैनात होने और रूसी युवाओं के कारखानों में नहीं जाने की प्रवृत्ति को अहम कारण बताया। उन्होंने कहा कि रूस, श्रीलंका और उत्तर कोरिया से भी श्रमिकों को बुलाने पर विचार कर रहा है, लेकिन यह एक जटिल मुद्दा है। रूसी क्षेत्रों के उद्यमों में भारत से श्रमिकों के आने का सिलसिला 2024 में ही शुरू हो गया था। इन श्रमिकों को कैलिनिनग्राद मछली प्रसंस्करण परिसर ‘जा रोदिनू' ने आमंत्रित किया था। आरबीसी समाचार एजेंसी के मुताबिक, रूसी श्रम मंत्रालय ने वर्ष 2030 तक कार्यबल में 31 लाख लोगों की कमी का अनुमान लगाया है। इसने 2025 में योग्य विदेशी श्रमिकों के आमंत्रण का कोटा 1.5 गुना बढ़ाकर 2.3 लाख लोगों तक करने का प्रस्ताव रखा है। रूसी श्रम मंत्रालय का अनुमान है कि रूसी औद्योगिक उद्यमों ने 2024 में गैर-राष्ट्रकुल देशों से 47,000 योग्य प्रवासियों को आकर्षित किया। आर्थिक विकास मंत्रालय ने भी अन्य देशों से श्रमिकों को आकर्षित करने का दायरा बढ़ाने की बात कही है। हालांकि, पिछले साल 22 मार्च को मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल में हुए आतंकवादी हमले के बाद रूसी अधिकारियों ने पूर्व सोवियत गणराज्यों से प्रवासियों के आगमन को रोकने के लिए प्रवासन कानून को कड़ा कर दिया।
- लंदन. ब्रिटेन की हवाई दुर्घटना जांच शाखा (एएआईबी) ने शनिवार को कहा कि वह पिछले महीने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की प्रारंभिक रिपोर्ट की समीक्षा कर रही है। भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की रिपोर्ट दुर्घटना की उनकी जांच के प्रारंभिक निष्कर्षों पर आधारित है। इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी की मौत हो गई थी। यह एक दशक में सबसे भयावह विमान दुर्घटना थी। ब्रिटेन की एएआईबी भी जांच प्रक्रिया का हिस्सा है क्योंकि इस हादसे में विमान में सवार 52 ब्रिटिश नागरिकों की भी मौत हो गई थी। ब्रिटेन की एएआईबी ने एक बयान में कहा, ‘‘यूके एएआईबी इस प्रारंभिक रिपोर्ट का स्वागत करती है, जो एएआईबी भारत द्वारा अब तक उजागर की गई तथ्यात्मक जानकारी का सारांश है।'' इसमें कहा गया है, ‘‘ब्रिटिश एएआईबी इस प्रारंभिक रिपोर्ट की विस्तार से समीक्षा कर रहा है और भारत की एएआईबी के साथ संपर्क में है। अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार, जांच संबंधी जानकारी जारी करने का अधिकार पूरी तरह से भारतीय अधिकारियों के पास है।'' दुर्घटना की 15 पृष्ठों की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट से पता चला कि दोनों इंजनों के ईंधन नियंत्रण स्विच एक सेकंड के अंतराल में ‘रन' से ‘कटऑफ' स्थिति में चले गए थे, जिसके कारण विमान की ऊंचाई में तत्काल कमी आ गई। रिपोर्ट के अनुसार कॉकपिट की आवाज रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता सुनाई देता है कि उसने ईंधन क्यों बंद किया, जिस पर दूसरा पायलट ईंधन बंद करने से इनकार करता है। बारह जून की दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले ब्रिटेन के परिवारों ने जांच प्रक्रिया में विशेषज्ञों के प्रतिनिधित्व की मांग की है। लंदन की कानूनी फर्म ‘कीस्टोन लॉ' ने इस रिपोर्ट का स्वागत किया। कीस्टोन के विमानन भागीदार जेम्स हीली-प्रैट ने कहा, ‘‘परिवार अब समझ गए हैं कि जांच का एक अधिक व्यापक दायरा है, लेकिन उनकी सबसे बड़ी चिंताओं में से एक यह है कि उन्हें इस सुरक्षा जांच से बाहर रखा गया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘केवल भारतीय एएआईबी ही नहीं, ब्रिटिश एएआईबी भी मदद कर रहा है और अमेरिकी भी। इसलिए आदर्श रूप से, पीड़ित परिवारों को इसमें किसी न किसी रूप में शामिल किया जाना चाहिए।'' विमान में सवार 53 ब्रिटिश नागरिकों में से सीट नंबर 11ए पर बैठे विश्वास कुमार प्रकाश नामक केवल एक यात्री ही पिछले महीने हुई इस दुर्घटना में चमत्कारिक रूप से बच गये थे।
- न्यूयॉर्क. अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) ने कहा कि आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला उसके निदेशक मंडल में शामिल हो गए हैं। बयान में कहा गया कि बिड़ला यूएसआईएसपीएफ बोर्ड की कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में जुड़ेंगे।बिड़ला को पिछले महीने वाशिंगटन डीसी में आयोजित '2025 यूएसआईएसपीएफ लीडरशिप समिट' में उनके व्यावसायिक नेतृत्व और अमेरिका-भारत आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता के लिए 'ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड' से सम्मानित किया गया था। बयान में बिड़ला के हवाले से कहा गया, ''हमें अमेरिका में सबसे बड़ा भारतीय निवेशक होने पर गर्व है और हम देश में अपने निवेश का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अमेरिका-भारत साझेदारी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारियों में से एक है।'' उन्होंने कहा कि वह यूएसआईएसपीएफ के साथ मिलकर दोनों देशों का अधिक मजबूत गठबंधन बनाने के लिए प्रयास करते रहेंगे।
- लंदन. ब्रिटेन के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति और द्वितीय विश्व युद्ध में सैनिक के रूप में भाग ले चुके डोनाल्ड रोज का 110 वर्ष की आयु में निधन हो गया। एक बयान में इसकी जानकारी दी गयी है। रोज ने छह जून 1944 को डी-डे लैंडिंग में भाग लिया था और वह उस डिवीजन का हिस्सा थे जिसने उत्तरी जर्मनी में बर्गेन-बेल्सन यातना शिविर से लोगों मुक्त कराया था। शुक्रवार को एक बयान में उत्तरी इंग्लैंड में एरेवाश बरो काउंसिल के नेता जेम्स डासन ने रोज की मृत्यु की घोषणा की और उन्हें "युद्ध नायक" कहा। उन्होंने कहा, "एरेवाश को उन्हें अपना निवासी मानने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।"मई में, रोज़, यूरोप में विजय दिवस के 80 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, राष्ट्रीय स्मारक अर्बोरेटम में रॉयल ब्रिटिश लीजन द्वारा आयोजित चाय पार्टी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में 45 अन्य दिग्गजों के साथ शामिल हुईं। रोज का जन्म प्रथम विश्व युद्ध छिड़ने के बाद 1914 में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर हुआ था। ऐसा माना जाता है कि रोज ब्रिटेन के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति थे।
- फ्रैंकफर्ट. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को यूरोपीय संघ (ईयू) पर 30 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की। इस कदम का अटलांटिक के दोनों ओर की कंपनियों और उपभोक्ताओं पर असर पड़ेगा। इन शुल्क के कारण अमेरिका में फ्रांसीसी पनीर और इतालवी चमड़े के सामान से लेकर जर्मन इलेक्ट्रॉनिक्स और स्पेनिश दवाइयों तक, सब कुछ महंगा हो सकता है। अप्रैल में, ट्रंप ने यूरोपीय संघ के उत्पादों पर 20 प्रतिशत शुल्क लगाने का प्रस्ताव रखा था, जो उन देशों पर लक्षित शुल्क की एक शृंखला का हिस्सा था जिनके साथ अमेरिका का व्यापार असंतुलन है। बाद में, जब बातचीत उनकी अपेक्षा के अनुरूप तेज़ी से आगे नहीं बढ़ी, तो उन्होंने इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की धमकी दी। इसी सप्ताह यूरोपीय संघ के कार्यकारी आयोग ने कहा कि उसके नेता अभी भी ट्रंप प्रशासन के साथ समझौता करने की उम्मीद कर रहे हैं। कार्यकारी आयोग यूरोपीय संघ के 27 सदस्य देशों के व्यापार संबंधी मुद्दों को देखता है।यूरोपीय संघ ने कहा कि वह बीफ और वाहन कलपुर्जों से लेकर बीयर और बोइंग विमानों तक, सैकड़ों अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाकर जवाबी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार के बारे में जानने योग्य बातें यहां दी गई हैं: अमेरिका-यूरोपीय संघ के बीच व्यापार बहुत बड़ा है।यूरोपीय आयोग अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार को ‘दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण वाणिज्यिक संबंध' बताता है। यूरोपीय संघ की सांख्यिकी एजेंसी यूरोस्टेट के अनुसार, वस्तुओं और सेवाओं में यूरोपीय संघ-अमेरिका व्यापार का मूल्य 2024 में 1.7 लाख करोड़ यूरो (दो लाख करोड़ डॉलर) या औसतन 4.6 अरब यूरो प्रतिदिन होगा। यूरोप को अमेरिका का सबसे बड़ा निर्यात कच्चा तेल है, उसके बाद फार्मास्यूटिकल्स, विमान, वाहन और चिकित्सा एवं नैदानिक उपकरण हैं। यूरोप से अमेरिका को सबसे ज़्यादा निर्यात दवाइयां, कार, विमान, रसायन, चिकित्सा उपकरण, और शराब व स्पिरिट्स हैं।
- ब्रिजवॉटर। , अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार यूरोपीय संघ (ईयू) और मेक्सिको पर 30 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया खाते पर पोस्ट किए गए पत्रों में अमेरिका के दो सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों पर शुल्क लगाने की घोषणा की। यह शुल्क एक अगस्त से प्रभावी होगा। मेक्सिको के नेता को लिखे अपने पत्र में, ट्रंप ने स्वीकार किया कि मेक्सिको ने अमेरिका में अवैध प्रवासियों और 'फेंटेनाइल' की आवक को रोकने में मदद की है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मेक्सिको ने उत्तरी अमेरिका को ‘मादक पदार्थ की तस्करी के मैदान' में बदलने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं। ट्रंप ने यूरोपीय संघ को लिखे अपने पत्र में कहा कि अमेरिका का व्यापार घाटा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। ट्रंप ने ईयू को लिखा, “हमने यूरोपीय संघ के साथ अपने व्यापारिक संबंधों पर वर्षों तक चर्चा की है, और हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हमें आपके शुल्क और गैर-शुल्क नीतियों तथा व्यापार बाधाओं के कारण उत्पन्न इन दीर्घकालिक, बड़े और लगातार व्यापार घाटे से दूर होना चाहिए।” उन्होंने लिखा, “दुर्भाग्यवश, हमारे संबंध पारस्परिकता से कोसों दूर रहे हैं।”ट्रंप अपने सहयोगियों और विरोधियों, दोनों के साथ नए शुल्क की घोषणाएं कर रहे हैं, जो उनके 2024 के चुनाव अभियान का आधार है। उन्होंने कहा था कि यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की नींव रखेगा। उनका दावा है कि दशकों से अन्य देशों ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था का दोहन किया है। जवाबी शुल्कों के ज़रिए, ट्रंप विश्व व्यापार को नियंत्रित करने वाले नियमों में भारी उलटफेर कर रहे हैं। ट्रंप ने शनिवार के पत्रों के साथ अब तक 24 देशों और 27 सदस्यीय यूरोपीय संघ पर शुल्क की शर्तें लागू कर दी हैं।
-
सरे (कनाडा). कनाडा के सरे में हास्य कलाकार कपिल शर्मा के हाल में खुले नए रेस्तरां पर गोली चलाए जाने की घटना सामने आई है। सरे पुलिस सेवा (एसपीएस) ने बताया कि उसने बुधवार को स्थानीय समयानुसार देर रात 1:50 बजे एक व्यापारिक प्रतिष्ठान से आई कॉल पर कार्रवाई की। इसमें व्यापारिक प्रतिष्ठान का नाम नहीं बताया गया। खबरों के मुताबिक, शर्मा के कप्स कैफे पर हमला हुआ। कपिल की टीम की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। एसपीएस ने कहा, "देर रात 1:50 बजे सरे पुलिस सेवा को 120 स्ट्रीट के 8400 ब्लॉक में स्थित एक व्यापारिक प्रतिष्ठान में गोलीबारी के बाद बुलाया गया।" इसमें कहा गया है, "पुलिस के पहुंचने पर यह तुरंत पता चल गया कि गोलियां व्यापारिक प्रतिष्ठान की ओर चलाई गई थीं, जिससे संपत्ति को नुकसान पहुंचा, जबकि कर्मचारी अंदर मौजूद थे।" एसपीएस ने कहा कि व्यापारिक प्रतिष्ठान में किसी को कोई चोट नहीं आई।
इसमें कहा गया है कि "जांच जारी है और अन्य घटनाओं से संबंध तथा संभावित उद्देश्यों की जांच की जा रही है।" अखबार ‘वैंकूवर सन' ने बताया कि पुलिस के पास अभी तक संदिग्ध का विवरण नहीं है और गोलीबारी का मकसद भी पता नहीं चल पाया . -
लंदन. भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच की शुरुआत से पहले बृहस्पतिवार को लॉर्ड्स के एमसीसी (मेरिलबोन क्रिकेट क्लब) संग्रहालय में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के चित्र (पोर्ट्रेट) का अनावरण किया गया। यह पोर्ट्रेट स्टुअर्ट पियर्सन राइट ने 18 वर्ष पहले अपने घर पर ली गई एक तस्वीर से बनाया है। यह पोर्ट्रेट इस वर्ष के अंत तक एमसीसी संग्रहालय में रहेगा और उसके बाद इसे पवेलियन में लगाया जाएगा। यहां जारी की गई एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘जैसे-जैसे काम आगे बढ़ा, पियर्सन राइट का दृष्टिकोण भी बदलता गया और अंततः घिसे हुए एल्युमीनियम पर तेल की चित्रकारी के साथ यह समाप्त हुआ। इसमें अमूर्त पृष्ठभूमि तेंदुलकर की कालातीतता को दर्शाती है, जो किसी युग तक सीमित नहीं है।'' पियर्सन राइट ने इससे पहले कपिल देव, बिशन सिंह बेदी और दिलीप वेंगसरकर के चित्र बनाए हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार तेंदुलकर ने कहा, ‘‘यह बहुत बड़ा सम्मान है। भारत ने जब 1983 में विश्व कप जीता था, तब लॉर्ड्स से मेरा पहला परिचय हुआ था।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमारे कप्तान कपिल देव को ट्रॉफी उठाते देखा। उस पल ने क्रिकेट में मेरे सफर को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज जब पवेलियन में मेरा पोर्ट्रेट लगाया गया है, तो ऐसा लग रहा है जैसे मेरा सफ़र पूरा हो गया हो। जब मैं अपने करियर के बारे में सोचता हूं तो मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। यह वाकई खास है।'' विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘लॉन्ग रूम गैलरी खेल जगत की सबसे पुरानी और सबसे प्रतिष्ठित गैलरी है। क्लब में वर्तमान में लगभग 3,000 तस्वीरें हैं, जिनमें से लगभग 300 पोर्ट्रेट हैं।‘‘ पियर्सन राइट ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट था कि एमसीसी नहीं चाहता था कि यह पोर्ट्रेट मेरे द्वारा बनाए गए भारतीय क्रिकेट से जुड़े पिछले चित्रों के समान प्रारूप में हो, इसलिए इस चित्र के साथ एक नया दृष्टिकोण अपनाया गया। मैंने इसमें सचिन के सिर पर अधिक ध्यान केंद्रित किया।''






.jpg)

.jpg)


.jpg)



.jpg)







.jpg)
.jpeg)


.jpg)