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- ---नई दिल्ली। एनटीपीसी लिमिटेड देशभक्ति के उत्साह और जोश के साथ 'हर घर तिरंगा' अभियान मना रहा है। 'हर घर तिरंगा' अभियान 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अंतर्गत आता है और इसे कर्मचारियों, सहयोगियों और आसपास रहने वाले लोगों को घर पर तिरंगा लाने तथा भारत की आजादी के 75वें वर्ष का सम्मान करने हेतु इसे फहराने को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है।एनटीपीसी अपने परियोजनाओं के स्थलों पर आस पड़ोस के स्थानीय समुदायों को तिरंगे वितरित कर रहा है, ताकि वे इसके साथ भारत की आज़ादी के 75वें वर्ष का और "हर घर तिरंगा" अभियान का जश्न मना सकें।एनटीपीसी के कर्मचारी "आजादी का अमृत महोत्सव" के उपलक्ष्य में अपने-अपने घरों में झंडा फहरा रहे हैं। कर्मचारियों ने "हर घर तिरंगा" की भावना को मनाने और भारतीय ध्वज के साथ अपनी तस्वीरों को प्रदर्शित करने के लिए www.harghartiranga.com पर पंजीकरण कराया है। इस पहल के पीछे का विचार लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जगाना और उन्हें भारत की स्वतंत्रता के लिए देश के स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों को याद दिलाना है तथा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
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नयी दिल्ली। वाणिज्य मंत्रालय एक नए कानून के जरिये विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) के पुनर्गठन का प्रयास कर रहा है। एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि मंत्रालय विशेष आर्थिक क्षेत्र को फिर खड़ा करने के लिए कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रोत्साहनों मसलन आयात शुल्क को स्थगित करना और निर्यात करों से छूट का प्रस्ताव कर रहा है।इस साल के आम बजट में सरकार ने विशेष आर्थिक क्षेत्रों का संचालन करने वाले मौजूदा कानून को एक नए कानून के साथ बदलने का प्रस्ताव रखा था ताकि राज्यों को ‘उद्यम और सेवा केंद्रों के विकास’ (देश) में भागीदार बनाया जा सके।अधिकारी ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय ने नए विधेयक पर वित्त समेत विभिन्न मंत्रालयों से राय मांगी है।
विभिन्न मंत्रालयों के विचार मिलने के बाद मंत्रालय इसपर केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी लेगा और फिर संसद में नया विधेयक लाया जाएगा।इन प्रस्तावों में एसईजेड की किसी इकाई द्वारा घरेलू खरीद पर एकीकृत माल एवं सेवा कर (आईजीएसटी) की शून्य रेटिंग का प्रोत्साहन शामिल है। इसके अलावा इन क्षेत्रों के डेवलपर के लिए अप्रत्यक्ष लाभ कर को जारी रखने का भी प्रस्ताव है।विनिर्माण और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए राज्य भी इन क्षेत्रों के लिए समर्थन उपाय कर सकते हैं।मौजूदा एसईजेड कानून 2006 में बना था। इसका मकसद देश में निर्यात केंद्र बनाना और विनिर्माण को प्रोत्साहन देना था। - नई दिल्ली। शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का निधन हो गया है। उन्होंने रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक, कुछ सप्ताह पहले ही वह अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। उनका निधन किन कारणों से हुआ है, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है। झुनझुनवाला 62 साल के थे। जानकारी के मुताबिक, आज सुबह 6:45 मिनट पर उनका निधन हो गया। झुनझुनवाला के परिवार में उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला, बेटी निश्था व दो बेटे आर्यमन और आर्यवीर हैं।झुनझुनवाला के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, वह अद्भुत व्यक्ति थे। जीवन से भरपूर, हाजिर जवाबी और व्यावहारिक थे। उन्होंने कहा, झुनझुनवाला अपने पीछे आर्थिक दुनिया में अमिट योगदान छोड़ गए हैं। वह भारत की प्रगति को लेकर बहुत जुनूनी थे।कई तरह के व्यापारों में निवेश करने वाले राकेश झुनझुनवाला ने हाल ही में अकासा एयरलाइंस पर भी निवेश किया था। इसमें 40 प्रतिशत हिस्सेदारी झुनझुनवाला के पास थी। यह निवेश ऐसे समय में किया गया था, जब ज्यादातर विमानन कंपनियां घाटे में चल रहीं हैं। अकासा एयरलांइस ने अपनी उड़ानों के लिए अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी 72 बोइंस 737 मैक्स विमानों की खरीद की थी।राकेश झुनझुनवाला शेयर बाजार के सबसे बड़े निवेशकों में से एक थे। वह जब कॉलेज में थे तभी से उन्होंने शेयर बाजार में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया में दाखिला लिया। यहां से स्नातक होने के बाद ही उन्होंने शेयर मार्केट में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। झुनझुनवाला ने 1985 में 5,000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी। सितंबर, 2018 तक यह निवेश बढ़कर 11,000 करोड़ रुपये हो गया था। जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में झुनझुनवाला की नेटवर्थ 43.39 हजार करोड़ रुपये है।
- मुंबई । विदेशी शेयर बाजारों में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के चलते रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे टूटकर 79.71 पर आ गया।अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.67 पर खुला, फिर और गिरावट के साथ 79.71 पर आ गया। इस तरह रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले 9 पैसे टूटकर कारोबार कर रहा था।पिछले सत्र में, गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 37 पैसे की गिरावट के साथ 79.62 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था।इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत गिरकर 105.20 पर आ गया।वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.48 प्रतिशत गिरकर 99.12 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,298.08 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
- मुंबई. रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी प्रमुख आईआईजेएस (इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो) प्रदर्शनी से आने वाले 4-6 महीनों में 50,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। आईआईजेएस इस साल 4-8 अगस्त तक आयोजित किया गया था।जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि चार अगस्त से आयोजित पांच दिन की प्रदर्शनी से अगले 4-6 महीनों में 50,000 करोड़ रुपये का व्यवसाय सृजित होगा। इसने न केवल अपने प्रतिभागियों को खुश किया है, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि उत्सव और शादी के मौसम में खुदरा स्तर पर आभूषणों की बिक्री बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सोने पर हाल ही में शुल्क वृद्धि के बावजूद पीली धातु के प्रति बाजार की धारणा मजबूत बनी रही और आईआईजेएस प्रीमियर में हुई अभूतपूर्व खरीदारी को देखते हुए इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक बंपर दिवाली होने वाली है। इस शो में 1,790 प्रतिभागियों ने अन्य वस्तुओं के अलावा सोने और सोने के सीजेड (क्यूबिक जिरकोनिया) जड़े हुए आभूषण, हीरे, रत्न और अन्य जड़े हुए आभूषण, खुदरा कीमती पत्थर, चांदी के आभूषण, कलाकृतियां और उपहार देने वाली वस्तुओं, प्रयोगशालाओं और शिक्षा और मशीनरी को प्रदर्शित किया। जीजेईपीसी के संयोजक शैलेश संगानी ने कहा कि प्रदर्शनी में लगभग 50,000 लोग आए। इनमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, हांगकांग, पश्चिम एशिया, यूरोप, बांग्लादेश, नेपाल, रूस, थाइलैंड और मिस्र सहित 60 से अधिक देशों के 1,500 लोग शामिल थे।
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नयी दिल्ली। टाटा समूह की खुदरा कारोबार कंपनी ट्रेंट लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में 114.93 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा कमाया है। एक साल पहले की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी को 138.29 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज हुआ था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय 1,803.15 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले महामारी से प्रभावित जून तिमाही में 491.99 करोड़ रुपये रही थी। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ट्रेंट का कुल खर्च 1,734.,28 करोड़ रुपये था, जबकि पिछले वित्तवर्ष की इसी तिमाही में यह 674.88 रुपये था। ट्रेंट अपने प्रमुख ब्रांड वेस्टसाइड के तहत खुदरा कारोबार का संचालन करती है। इसके अलावा, यह स्टार मार्केट ब्रांड के तहत हाइपरमार्केट और सुपरमार्केट स्टोर श्रृंखला का भी संचालन करती है।
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नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में गिरावट के रुख के अनुरूप दिल्ली सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 347 रुपये टूटकर 52,709 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में पीली धातु का भाव 53,056 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 455 रुपये के नुकसान से 59,103 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना नुकसान के साथ 1,787 डॉलर प्रति औंस पर था। चांदी 20.45 डॉलर प्रति औंस पर लगभग स्थिर थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘अमेरिका में मुद्रास्फीति नीचे आने तथा मंदी की चिंताओं के नरम पड़ने सोने में हानि दर्ज हुई।''
- नयी दिल्ली। घरेलू हवाई किराए पर लगाई गई सीमा लगभग 27 महीने के अंतरान के बाद 31 अगस्त से हटा दी जाएंगी। केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार यह जानकारी दी। उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया, ‘‘हवाई किराए की सीमा को हटाने का फैसला दैनिक मांग और विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों के सावधानीपूर्वक विश्लेषण के बाद लिया गया है। स्थिरता आने लगी है और हमें भरोसा है कि यह क्षेत्र निकट भविष्य में घरेलू यातायात में वृद्धि के लिए तैयार है।'' उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को एक आदेश में कहा कि घरेलू परिचालन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के बाद किराए की सीमा को 31 अगस्त 2022 से खत्म करने का फैसला किया गया। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने के बाद एटीएफ की कीमते पिछले कुछ हफ्तों के दौरान नीचे आई हैं। दिल्ली में एटीएफ की कीमत एक अगस्त को 1.21 लाख रुपये प्रति किलोलीटर थी, जो पिछले महीने की तुलना में करीब 14 फीसदी कम है। कोविड-19 महामारी के कारण दो महीने के लॉकडाउन के बाद 25 मई, 2020 को विमान सेवाएं फिर शुरू होने पर मंत्रालय ने उड़ान की अवधि के आधार पर घरेलू हवाई किराए पर निचली और ऊपरी सीमा लगा दी थी। इसके तहत एयरलाइंस किसी यात्री से 40 मिनट से कम की घरेलू उड़ानों के लिए 2,900 रुपये (जीएसटी को छोड़कर) से कम और 8,800 रुपये (जीएसटी को छोड़कर) से अधिक किराया नहीं ले सकती हैं।
- नयी दिल्ली। सैमसंग भारत में सितंबर से अपने प्रीमियम गैलेक्सी जेड फोल्ड 4 स्मार्टफोन की बिक्री शुरू करने की योजना बना रही है। कंपनी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। गैलेक्सी जेड फोल्ड 4 स्मार्टफोन देश में कंपनी का सबसे महंगा हैंडसेट होगा। इस स्मार्टफोन की वैश्विक पेशकश की कीमत 1,799 डॉलर (1.42 लाख रुपये) थी। हालांकि, भारतीय उपभोक्ताओं को रुपये की कीमत में गिरावट और उच्च करों के कारण अधिक भुगतान करना होगा। सैमसंग गैलेक्सी फोल्ड 3 को भारत में 1.49 लाख रुपये से 1.57 लाख रुपये की कीमत सीमा में पेश किया गया था। सूत्रों ने बताया कि फोल्ड 4 सितंबर की शुरुआत से भारत में उपलब्ध होगा।
- संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल अभूतपूर्व दर से बढ़ा है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत में सात फीसदी से अधिक आबादी के पास डिजिटल करेंसी है। संयुक्त राष्ट्र की व्यापार एवं विकास संस्था यूएनसीटीएडी ने कहा कि 2021 में क्रिप्टोकरेंसी रखने वाली आबादी की हिस्सेदारी के लिहाज से 20 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में से 15 विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाएं थीं। इस सूची में 12.7 फीसदी के साथ यूक्रेन शीर्ष पर है। इसके बाद रूस (11.9 फीसदी), वेनेजुएला (10.3 फीसदी), सिंगापुर (9.4 फीसदी), केन्या (8.5 फीसदी) और अमेरिका (8.3 है) हैं। भारत में 2021 में कुल आबादी में से 7.3 फीसदी लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी थी और इस सूची में उसका स्थान सातवां है।यूएनसीटीएडी ने कहा, ‘‘कोविड-19 के दौरान विकसित देशों समेत दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग बेहद तेजी से बढ़ा है।’’ इसमें आगे कहा गया, ‘‘यदि क्रिप्टोकरेंसी भुगतान का व्यापक माध्यम बन जाती है और अनाधिकारिक रूप से घरेलू मुद्रा का स्थान ले लेती है तो इससे देशों की मौद्रिक संप्रभुता खतरे में पड़ सकती है।’’
- नयी दिल्ली। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सरकारी ऑनलाइन खरीद पोर्टल जीईएम पर अमूल और इफको समेत 300 से अधिक सहकारी समितियों को खरीदार के रूप में शामिल करने की मंगलवार को घोषणा की। शाह ने ऑनलाइन माध्यम से जीईएम पर सहकारी समितियों को शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की। इसके साथ ही उन्होंने इन सहकारी समितियों से अपने कारोबार के विस्तार के लिए आपूर्तिकर्ताओं के रूप में भी जीईएम पर पंजीकरण कराने को कहा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गत एक जून को जीईएम का दायरा बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए सहकारी संस्थाओं को जीईएम पोर्टल से खरीद की अनुमति दी थी। इससे पहले सहकारी समितियों को इस मंच पर 'खरीदार' के रूप में पंजीकृत होने की अनुमति नहीं थी। देश में 8.5 लाख से अधिक सहकारी समितियां हैं जिनसे लगभग 29 करोड़ सदस्य जुड़े हुए हैं।सहकारिता मंत्रालय ने 589 सहकारी समितियों को जीईएम पोर्टल पर मौजूदगी के लिए योग्य पात्र के रूप में चुना है। इनमें से 300 समितियों को जीईएम पर शामिल कर लिया गया। जीईएम से जुड़ने वाली प्रमुख सहकारी समितियों में इफको, कृभको, भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड), अमूल और सारस्वत सहकारी बैंक शामिल हैं। जीईएम पर पहले दिन 25 करोड़ रुपये के ऑर्डर दिए जाने की उम्मीद है। इस अवसर पर सहकारिता मंत्री ने कहा, "अब सहकारिता समितियों के लिए जीईएम से खरीदारी के दरवाजे खुल गए हैं।" उन्होंने कहा कि कई राज्यों में सक्रिय 45 सहकारी समितियों समेत 300 से अधिक सहकारी समितियों को जीईएम से जोड़ा जा चुका है। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों को खरीदार के रूप में पंजीकृत होने के पात्रता मानदंडों में आगे जाकर छूट दी जाएगी। इस मौके पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस पहल से सहकारी समितियों के लिए व्यापार आसान हो जाएगा और इससे काफी बचत होगी। उन्होंने कहा कि सहकारिताओं के पोर्टल से जुड़ने से जीईएम पर व्यापार का मूल्य काफी बढ़ जाएगा। वहीं, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने इस कदम को सहकारी समितियों के लिए ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि इससे उन्हें बड़ी मदद मिलेगी। जीईएम पर सहकारी समितियों की मौजूदगी चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। पहले चरण में 100 करोड़ रुपये के कारोबार वाली सभी पात्र सहकारी समितियां जीईएम पर ऑर्डर देना शुरू कर सकेंगी। एनसीयूआई ने इन सहकारी समितियों की एक सूची तैयार की है और जेम पर इनकी मौजूदगी प्रक्रिया शुरू करने के लिए जीईएम को इसकी जानकारी दे दी है। सहकारिता मंत्रालय के बयान के अनुसार, अब तक लगभग 61,851 सरकारी खरीदारों और लगभग 48.75 लाख विक्रेता और सेवा प्रदाताओं ने जीईएम पर पंजीकरण कराया है। उन्होंने 10,000 से अधिक उत्पादों और 288 सेवा श्रेणियों में 45 लाख से अधिक उत्पादों को इस पोर्टल पर सूचीबद्ध किया है।
- देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी ने अगस्त डिस्काउंट का अनाउंसमेंट कर दिया है। कंपनी एरेना डीलरशिप पर मिलने वाले कई मॉडल पर धमाकेदार डिस्काउंट दे रही है। कंपनी अपने ग्राहकों को 50 हजार रुपए के साथ 5 हजार रुपए का एडिशन कॉर्पोरेट डिस्काउंट दे रही है। ग्राहकों को मिलने वाले ऑफर में कैश डिस्काउंट और एक्सचेंज बोनस शामिल है। ये डिस्काउंट मारुति 800, ईको पेट्रोल, एस-प्रेसो, सेलेरियो, वैगनआर, स्विफ्ट और डिजायर पर दे रही है। इस बात का ध्यान रखें कि ये ऑफर डीलर्स के हिसाब बदल सकता है। वहीं, स्टॉक के रहने पर ही मिलेगा। इस महीने मारुति की कौन सी गाड़ी खरीदने पर कितना फायदा मिलेगा, चलिए जानते हैं।मारुति ऑल्टो 800: कंपनी अपनी इस स्मॉल हैचबैक के AC पेट्रोल वैरिएंट पर 8000 रुपए का कैश डिस्काउंट और 10 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस दे रही है। इस तरह इस को खरीदने पर 18 हजार रुपए का फायदा मिलेगा।मारुति ईको: कंपनी कमर्शियली यूज होने वाली इस कार के पेट्रोल वैरिएंट पर 10 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 10 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस दे रही है। यानी इस कार को खरीदने पर 20 हजार रुपए का फायदा मिल जाएगा। इस महीने इस हैचबैक का पेट्रोल MT वैरिएंट MT Vxi, Zxi, Zxi+ खरीदने पर 50 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 35 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 15 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।मारुति सेलेरियो MT: एस-प्रेसो की तरह इस महीने इस सेलेरियो का पेट्रोल MT वैरिएंट MT Vxi, Zxi, Zxi+ खरीदने पर 50 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 35 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 15 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।मारुति एस-प्रेसो AMT: इस महीने इस हैचबैक का पेट्रोल AMT वैरिएंट खरीदने पर 15 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 14 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस ही शामिल है।मारुति सेलेरियो AMT: इस महीने इस हैचबैक का पेट्रोल AMT वैरिएंट खरीदने पर 15 हजार रुपए का फायदा मिलेगा। इसमें 14 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस ही शामिल है।मारुति वैगनआर: मारुति अपनी इस पॉपुलर हैचबैक के पेट्रोल और CNG दोनों वैरिएंट पर 25 हजार रुपए का डिस्काउंट दे रही है। इसमें 10 हजार रुपए का कैश डिस्काउंट और 15 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।मारुति स्विफ्ट: इस कार पर कंपनी 40 हजार रुपए तक का डिस्काउंट दे रही है। स्विफ्ट के MT वैरिएंट पर 10 हजार का कैश और AMT पर 20 हजार का कैश डिस्काउंट मिलेगा। इसके साथ दोनों वैरिएंट पर 20 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस भी दिया जाएगा।मारुति डिजायर: कंपनी अपनी इस सेडान पर 15 हजार रुपए तक के फायदे दे रही है। इस कार पर 5000 रुपए का कैश डिस्काउंट और 10 हजार रुपए का एक्सचेंज बोनस शामिल है।
- मुंबई।कोविड-19 महामारी-पूर्व के स्तर की तुलना में बैंकों का छोटे कारोबारियों को ऋण वितरण दोगुना हो गया है। बैंक हालांकि सतर्क बने हुए हैं और मौजूदा ग्राहकों को ऋण देने पर जोर दे रहे हैं। ऋण से जुड़े आंकड़ों को एकत्र और विश्लेषण करने वाली कंपनी ट्रांसयूनियन सिबिल की रिपोर्ट के अनुसार सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई) से ऋण की मांग वित्त वर्ष 2021-22 में महामारी-पूर्व स्तर के मुकाबले 1.6 गुना थी। रिपोर्ट के अनुसार, मार्च, 2022 तक कुल सक्रिय एमएसएमई उधारकर्ताओं की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में छह प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ 70 लाख रही। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘कुल एमएसएमई कर्जदारों की वृद्धि में कमी आई है क्योंकि ऋणदाता मौजूदा ग्राहकों को ऋण देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।'' छोटे व्यवसायों को ऋण देना दरअसल एक नीतिगत उद्देश्य है।रिपोर्ट के अनुसार, एमएसएमई को ऋण का वितरण महामारी पूर्व-स्तर की तुलना में दोगुना हो गया है, जो दर्शाता है कि ऋणदाता बढ़ती कर्ज मांग का समर्थन करने की स्थिति में हैं। वहीं, बैंकों की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 31 मार्च, 2022 तक 12.8 प्रतिशत पर थीं।
- मुंबई। वैश्विक मंदी की आशंका और मुद्रास्फीतिक दबाव के बीच जुलाई में नौकरियों के अवसरों में महज एक प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। इस दौरान डिजिटलीकरण और उपभोक्ता धारणा में बदलाव होने से कई क्षेत्रों में सुधार देखा गया। मॉन्स्टर रोजगार सूचकांक (एमईआई) की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि जुलाई में बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई), रसायन/ प्लास्टिक/ रबर, पेंट, उर्वरक/ कीटनाशक और कार्यालय उपकरण उद्योगों में नई भर्तियों की मंशा बरकरार रही। वहीं बढ़ते डिजिटलीकरण और 5जी सेवाएं शुरू होने की उम्मीद में दूरसंचार उद्योग में भर्तियों को लेकर तेजी का रुख देखा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए खुदरा क्षेत्र में भी नौकरियों की स्थिति सुधरी है। मॉन्स्टर इंडिया नौकरियों के बारे में ऑनलाइन डाली गई सूचनाओं के विश्लेषण के आधार पर यह मासिक रोजगार सूचकांक जारी करती है। रिपोर्ट कहती है कि भर्तियों के मामले में दूसरी श्रेणी के शहर महानगरों को पीछे छोड़ चुके हैं। अहमदाबाद और कोयंबटूर इस मामले में अन्य शहरों से आगे रहे। पुणे में बीएफएसआई क्षेत्र की 66 प्रतिशत कंपनियों ने भर्तियां करने की मंशा जताई। इस तरह वित्त-प्रौद्योगिकी क्षेत्र के तेजी से उभरते केंद्र के रूप में पुणे ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। पिछले महीने शीर्ष प्रबंधन स्तर के पदों पर भर्ती में 18 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता के दौर में कंपनियों को आगे बढ़ाने के लिए शीर्ष प्रबंधकों की मांग बढ़ती हुई दिख रही है। मॉन्स्टर डॉट कॉम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शेखर गरीसा ने कहा, ‘‘लंबी अनिश्चितता के बाद भारतीय नौकरी बाजार ने नौकरियों की मांग के संदर्भ में खुद को स्थिर कर लिया है। वैश्विक मंदी की आशंका के बीच जुलाई में माह-दर-माह आधार पर भले ही सिर्फ एक प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई लेकिन मौजूदा हालात में यह भी अच्छी खबर है।'' उन्होंने कहा कि उपभोक्ता खपत बढ़ने से खुदरा एवं विनिर्माण क्षेत्रों का प्रदर्शन काफी अच्छा है। त्योहारी सीजन के मद्देनजर होने वाली भर्तियां तेज हैं और इसके आगे और बढ़ने की उम्मीद है।
- -छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित, रायपुर पर 25 लाख रुपये का जुर्मानामुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कई नियमों के उल्लंघन के मामले में आठ सहकारी बैंकों पर जुर्माना लगाया है। गुजरात के मेहसाणा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक पर 40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। रिजर्व बैंक के अनुसार, मेहसाणा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक पर भारतीय रिज़र्व बैंक (सहकारी बैंक - जमा पर ब्याज दर) निर्देश, 2016 के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने पर जुर्माना लगाया गया है। केंद्रीय बैंक ने सोमवार को बयान में कहा कि ऋण मानदंडों से संबंधित कुछ प्रावधानों के उल्लंघन के लिए महाराष्ट्र के इंदापुर शहरी सहकारी बैंक, इंदापुर पर सात लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, महाराष्ट्र के वरुद अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, वरुद, मध्य प्रदेश के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित, छिंदवाड़ा और महाराष्ट्र के यवतमाल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, यवतमाल पर अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंडों में उल्लघंन को लेकर जुर्माना लगाया है। इसके अलावा कुछ केवाईसी प्रावधानों का पालन न करने पर छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित, रायपुर पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा गुना के एक सहकारी बैंक तथा पणजी के गोवा राज्य सहकारी बैंक पर भी जुर्माना लगाया गया है।
- नयी दिल्ली। गेहूं के आटे, मैदा और सूजी के निर्यातकों को निर्यात निरीक्षण परिषद से गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। एक सरकारी अधिसूचना में यह कहा गया है। जुलाई में वाणिज्य मंत्रालय के तहत विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने कहा था कि इन वस्तुओं के निर्यातकों को निर्यात के लिए गेहूं के निर्यात पर अंतर-मंत्रालयी समिति (आईएमसी) की मंजूरी की आवश्यकता होगी। डीजीएफटी ने सोमवार को कहा, ‘‘निर्यात नीति या गेहूं का आटा, मैदा, सूजी (रवा या सिरगी), साबुत आटा जैसी सामग्री नियंत्रणमुक्त है, लेकिन निर्यात के लिए गठित अंतर मंत्रालय समिति की सिफारिश की जरूरत होगी। आईएमसी द्वारा अनुमोदित सभी निर्यात की अनुमति दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में निर्यात निरीक्षण परिषद या ईआईए (निर्यात निरीक्षण एजेंसी) द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी करने के बाद दी जाएगी। वर्ष 2021-22 में, भारत ने 24 करोड़ 65.7 लाख डॉलर के आटे का निर्यात किया था। मई में भारत ने भीषण गर्मी से फसल के प्रभावित होने के कारण गेहूं की ऊंची कीमतों को नियंत्रित करने के लिए इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
- मुंबई। राज्यों के ऋण की लागत सोमवार को हुई नीलामी में 0.11 प्रतिशत बढ़कर 7.84 प्रतिशत पर पहुंच गई। पिछले सप्ताह राज्यों के ऋण की औसत लागत 0.17 प्रतिशत घटकर नौ सप्ताह के निचले स्तर 7.73 प्रतिशत पर आ गई थी। इक्रा रेटिंग्स की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि ताजा नीलामी राज्य विकास ऋण (एसडीएल) की अवधि बढ़ी है। पिछले सप्ताह राज्यों के ऋण की लागत में इस साल की सबसे अधिक गिरावट दर्ज हुई थी। इस साल की शुरुआत से राज्यों को बाजार से लिए गए कर्ज पर ऊंचा भुगतान करना पड़ रहा था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और अमेरिका में प्राप्ति घटने से इस सप्ताह केंद्र सरकार के बॉन्ड पर प्राप्ति में गिरावट आई है। सोमवार की नीलामी में आठ राज्यों ने 13,800 करोड़ रुपये जुटाए। यह उनके सांकेतिक स्तर की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी का परिदृश्य बन रहा है। केंद्र सकार के 10 साल के बॉन्ड पर प्राप्ति भी पिछले सप्ताह 0.15 प्रतिशत बढ़कर 7.20 से 7.35 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
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नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने सरकारी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप तथा मध्यम, सूक्ष्म और लघु उद्यमों को जनवरी 2023 तक 6 महीने के लिए स्वदेशी 5-जी परीक्षण सुविधा नि:शुल्क देने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य देश में 5-जी प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है, ताकि आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य पूरा किया जा सके और भारत में निर्माण की पहल आगे बढायी जा सके। यह सुविधा अत्यंत मामूली दरों पर उपलब्ध कराई जाएगी। संचार मंत्रालय ने उद्योग, अकादमिक जगत, सेवा प्रदाताओं, सरकारी संस्थाओं और उपकरण निर्माताओं सहित 5-जी का उपयोग करने वाले सभी पक्षों से परीक्षण की सुविधा उपयोग करने की अपील की है। भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं और देश में 5-जी के प्रसार को ध्यान में रखते हुए संचार विभाग ने स्वदेशी 5-जी परीक्षण सुविधा के लिए मार्च 2018 में कई संस्थानों के आपसी सहयोग की परियोजना को वित्तीय मदद की मंजूरी दी थी।
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नयी दिल्ली. घरेलू उपभोक्ता सामान बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी रेकिट ने वर्ष 2021 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 77.5 करोड़ पाउंड (7,880 करोड़ रुपये) का योगदान दिया है। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा कि रेकिट ने इस अवधि में 69,000 से अधिक रोजगार दिए। पहले रेकिट बेंकिजर के नाम से चर्चित रही रेकिट के लिए भारत शीर्ष तीन बाजारों में से एक है। कंपनी के पास डेटॉल, हॉर्पिक, ड्यूरेक्स, वीट और स्ट्रेप्सिल्स जैसे लोकप्रिय घरेलू ब्रांडों का स्वामित्व है। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने भारत में रेकिट के आर्थिक प्रभाव के बारे में अपना स्वतंत्र विश्लेषण प्रकाशित किया है। रिपोर्ट में कहा गया कि यह कंपनी ‘‘उच्च जीडीपी गुणक'' है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘रेकिट का जीडीपी गुणक 2.5 है जो भारत में रासायनिक एवं दवा-विनिर्माण कंपनियों के औसत से लगभग दोगुना है।'' भारत का जीडीपी वित्त वर्ष 2021-22 के अंत में 147 लाख करोड़ रुपये था। इसके अलावा भारत में रेकिट की स्थानीय खरीद का 95 प्रतिशत से अधिक हिस्सा आपूर्तिकर्ताओं के पास है।
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एड्रियन कूपर ने कहा, ‘‘हमारा शोध उस महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाता है, जो रेकिट जैसी बड़ी और सफल वैश्विक कंपनी भारतीय अर्थव्यवस्था में कर सकती है।'' इस मौके पर रेकिट के सीईओ लक्ष्मण नरसिम्हन ने भारत को अपने कारोबार के लिए बड़ा स्रोत बताते हुए कहा, "सरकार के 'मेक इन इंडिया' अभियान के अनुरूप रेकिट की 95 प्रतिशत स्थानीय खरीद भारतीय आपूर्तिकर्ताओं से ही होती है। -
नयी दिल्ली. देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी जियो ने करीब 1,000 शहरों में 5जी सेवाएं शुरू करने की तैयारियां पूरी करने के साथ स्वदेश में विकसित अपने 5जी दूरसंचार उपकरणों का परीक्षण भी किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसकी दूरसंचार इकाई जियो ने वित्त वर्ष 2021-22 में अपनी शत-प्रतिशत स्वदेशी तकनीक के साथ 5जी सेवाओं के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। हाल में संपन्न 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में रिलायंस जियो सबसे बड़ी बोलीकर्ता के रूप में उभरी है। नीलामी में लगाई 1.50 लाख करोड़ रुपये की बोलियों में से जियो ने अकेले 88,078 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई थीं। आरआईएल की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘देश के 1,000 शहरों में 5जी सेवाएं देने की जियो की योजना पूरी हो गई है। इस दौरान हीट मैप, 3डी मैप और रे-ट्रेसिंग प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर लक्षित उपभोक्ता खपत और राजस्व की संभावना को आधार बनाया गया।'' कंपनी ने कहा कि जियो ने 5जी तकनीक से जुड़ी सेवाओं का जमीनी स्तर पर परीक्षण भी किया है। इस दौरान संवर्द्धित वास्तविकता (एआर), आभासी वास्तविकता (वीआर), क्लाउड गेमिंग, टीवी स्ट्रीमिंग, संबद्ध अस्पतालों एवं औद्योगिक उपयोग को परखा गया। दूरसंचार विभाग का कहना है कि 5जी स्पेक्ट्रम पर आधारित सेवाएं शुरू होने से 4जी की तुलना में 10 गुना तेजी से डाउनलोड किया जा सकेगा और स्पेक्ट्रम की सक्षमता भी करीब तीन गुना बढ़ जाएगी। -
प्रयागराज. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी ने आलू से बने फ्लेक्स एनर्जी बार के लिए पेटेंट हासिल किया है। यह एनर्जी बार धावकों, बढ़ते बच्चों, कमजोर मरीजों की ऊर्जा जरूरतों को तत्काल पूरी करने में सक्षम है। सेंटर आफ फूड टेक्नोलाजी की प्रमुख प्रोफेसर नीलम यादव ने बताया कि आलू से फ्लेक्स एनर्जी बार बनाने की परियोजना पर 2017 से पहले से काम चल रहा है और अप्रैल, 2017 में पेटेंट के लिए आवेदन किया गया था जो अब जाकर मिला है। उन्होंने बताया कि 100 ग्राम फ्लेक्स एनर्जी बार में 365 किलो कैलोरी, 11-12 प्रतिशत प्रोटीन और 4-5 प्रतिशत खनिज की मात्रा है। इस एनर्जी बार में सूखे मेवे आदि का मिश्रण है और इसे ड्रम ड्रायर में तैयार किया गया है। यादव ने बताया कि इस बार का मुख्य घटक आलू के फ्लेक्स हैं जिन्हें आलू की कुफरी फ्राइसोना किस्म से तैयार किया गया। आलू की यह किस्म मेरठ और सहारनपुर क्षेत्र में पैदा की जाती है और इसे वहां के शीत भंडार गृहों में रखा जाता है। उन्होंने बताया कि पेटेंट मिलने के बाद सेंटर आफ फूड टेक्नोलाजी कई कंपनियों से पेटेंट साझा करने के बारे में बातचीत कर रहा है और पेटेंट दिए जाने के बाद इस फ्लेक्स एनर्जी बार का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस परियोजना पर काम करने वाली पिंकी सैनी ने बताया कि परीक्षण के दौरान करीब 100 लोगों को यह फ्लेक्स एनर्जी बार खाने के लिए दिया गया और स्वाद को लेकर प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक रही। प्रोफेसर नीलम यादव के नेतृत्व में इस परियोजना पर डॉ. पिंकी सैनी और डॉ. देविंदर कौर ने काम किया और मेरठ के केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान से डॉ. विजय किशोर गुप्ता और डॉ. बंदना, नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान से डॉ. राजेंद्र कुमार और काशी हिंदू विश्वविद्यालय से डॉ. प्रज्ञा मिश्रा ने इस परियोजना में योगदान किया। -
मुंबई. अमेरिका की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी इलेक्ट्रॉनईवी ने डिलिवरी वैन, ट्रक और बसों जैसे इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों को पेश करने के साथ घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उतरने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि वह अपने उत्पादों और एंड-टू-एंड मोबिलिटी सॉल्यूशंस को बी2बी और बी2सी दोनों बाजारों में बेचने को योजना बना रही है। इलेक्ट्रॉनईवी के पास पहले से ही अमेरिका में 500 से अधिक इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों का बेड़ा है। इलेक्ट्रॉनईवी ने बयान में कहा कि कंपनी भारतीय बाजार में अनुकूलित ईवी, वाहन और बेड़ा प्रबंधन समाधान, डिजिटल कॉकपिट और आईओटी समाधान जैसी सेवाएं पेश करेगी।
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नयी दिल्ली. स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की कंपनी यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज लिमिटेड को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है। कंपनी दिल्ली-एनसीआर में तीन सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल संचालित करती है। हाल ही में इसने मध्य प्रदेश में भी अपना विस्तार किया है। सेबी के पास जमा किए गए मसौदा दस्तावेज के अनुसार, यथार्थ हॉस्पिटल के आईपीओ में 610 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम होगा। इसके अलावा कंपनी के प्रवर्तकों और प्रवर्तक समूह की संस्थाओं द्वारा 65.51 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल होगी। आईपीओ से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल वृद्धि योजनाओं के वित्तपोषण और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
- मुंबई। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 40 पैसे की गिरावट के साथ 79.64 (अस्थायी) पर बंद हुआ। निवेशकों की जोखिम उठाने की धारणा कमजोर होने के बीच रुपया नीचे आया। बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में कमी आने तथा घरेलू शेयर बाजार में तेजी के साथ रुपये की विनिमय दर में गिरावट पर कुछ अंकुश लगा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.50 के स्तर पर कमजोर खुला। कारोबार के दौरान 79.45 से 79.65 रुपये के दायरे में रहने के बाद अंत में 40 पैसे टूटकर 79.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपया शुक्रवार को 79.24 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.25 प्रतिशत घटकर 94.38 रह गया। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.54 प्रतिशत घटकर 94.38 डॉलर प्रति बैरल रह गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 465.14 अंकों की तेजी के साथ 58,853.07 अंक पर बंद हुआ। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 1,605.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
- मुंबई। स्थानीय शेयर बाजार में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 465 अंक से अधिक चढ़कर चार महीने के उच्चस्तर पर बंद हुआ। वैश्विक बाजार में सकारात्मक रुख के साथ एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि. तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 465.14 अंक यानी 0.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,853.07 अंक पर बंद हुआ। 11 अप्रैल के बाद यह सेंसेक्स का उच्चस्तर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 127.60 अंक यानी 0.73 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,525.10 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा को सर्वाधिक लाभ रहा। कंपनी के शेयर में 3.13 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, एचडीएफसी, डॉ. रेड्डीज, इंडसइंड बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक में सर्वाधिक 1.95 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले इंडिया, विप्रो और सन फार्मा भी नुकसान में रहे।कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) फिर से घरेलू शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया है। इससे बाजार को गति मिल रही है। पिछले कुछ महीने से एफआईआई लगातार शुद्ध रूप से बिकवाल बने हुए थे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों की सतत लिवाली और कच्चे तेल के दाम में नरमी से बाजार में तेजी रही। आज की बढ़त में प्रमुख कंपनियों के शेयरों का उल्लेखनीय योगदान रहा। सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक का वित्तीय नतीजा उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा है। इससे बैंक शेयर दबाव में रहे।'' एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की लाभ में रहे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 94.32 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 1,605.81 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।