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- बेंगलुरु .जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की घोषणा के बाद से एलआईसी के 6.48 करोड़ पॉलिसीधारकों ने देश की इस सबसे बड़ी बीमा कंपनी के शेयर खरीदने को लेकर काफी दिलचस्पी दिखाई है। वित्त मंत्रालय के तहत निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) में निदेशक राहुल जैन ने कहा, ‘‘आईपीओ को लेकर जबर्दस्त प्रतिक्रियाएं मिली हैं। इसके कुछ आंकड़े हमारे पास हैं, मसलन 6.48 करोड़ पॉलिसीधारकों ने कट-ऑफ तिथि (28 फरवरी, 2022) तक अपने पैन नंबर को पॉलिसी विवरण के साथ जोड़ा है।'' एलआईसी ने अपने 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 902-949 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इसके पॉलिसीधारकों को दस फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। जैन ने कहा, ‘‘पॉलिसीधारक चाहे जो भी हों, यदि उन्होंने अपने पैन कार्ड की जानकारी 28 फरवरी तक पॉलिसी विवरण में जोड़ी है, तो वे आरक्षित श्रेणी के जरिये एलआईसी आईपीओ में भागीदारी कर सकते हैं। दीपम निदेशक ने कहा कि कोई भी पॉलिसीधारक आरक्षित श्रेणी में दो लाख रुपये तक का निवेश कर सकता है, खुदरा श्रेणी में भी दो लाख रुपये तक का निवेश किया सकता है। आईपीओ में एलआईसी पॉलिसीधारकों को 60 रुपये की छूट मिलेगी। जैन ने कहा कि ये 6.48 लाख पॉलिसीधारक आईपीओ में भागीदारी कर सकते हैं, बशर्ते वे डीमैट खाता खुलवा लें। कंपनी का आईपीओ चार मई को खुलकर नौ मई को बंद होगा। बोलियां 15 शेयरों के लॉट में लगाई जा सकेंगी।
- नयी दिल्ली. ओयो के संस्थापक और समूह सीईओ रितेश अग्रवाल ने कहा कि भारत के छोटे शहर अब युवा आबादी की आकांक्षाओं से प्रेरित उद्यमिता के केंद्र बन गए हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम के जरिए छोटे व्यवसायों को आगे बढ़ाने का मौका देने से देश में कई यूनिकॉर्न तैयार होंगे। उन्होंने ‘ग्लोबल यूनिकॉर्न समिट' में तकनीक के उपयोग से भारत की विशाल ग्रामीण आबादी को जोड़ने और उनकी आमदनी बढ़ाने में मदद करने पर जोर दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन सीआईआई और डीपीआईआईटी ने मिलकर किया है।उन्होंने कहा कि इंटरनेट सुविधा का तेजी से विस्तार, बड़े पैमाने पर कम लागत में तेजी से वितरण की गुंजाइश और पूंजी तक पहुंच के साथ देश के छोटे व्यवसायों के पास बड़ी कंपनियां बनने के अवसर हैं। अग्रवाल ने कहा कि नया युवा भारत अपने कार्य क्षेत्रों में विश्व में अग्रणी बनाने की इच्छा रखता है।उन्होंने कहा कि इस बड़े अवसर में छोटे शहरों की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने कहा कि ये शहर अब सिर्फ बाजार नहीं हैं, बल्कि यहां बड़े पैमाने पर नए उद्यमी बन रहे हैं और वे सिर्फ टियर-2 और टियर-3 बाजारों में खुश नहीं हैं। अग्रवाल ने कहा कि यह एक बेहद संरचनात्मक बदलाव है, जो भारत के छोटे शहरों में हो रहा है।
- नयी दिल्ली. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) सचिव अनुराग जैन ने स्टार्टअप से टियर-2 और टियर-3 शहरों पर खास ध्यान देने को कहा है, जहां व्यापार के बड़े अवसर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने स्टार्टअप से समाज के सामने आने वाली समस्याओं के स्थायी समाधान की तलाश करने का आह्वान भी किया। जैन ने सीआईआई के ग्लोबल यूनिकॉर्न समिट में कहा, ‘‘हमें ग्रामीण बाजारों, टियर-2 और टियर-3 शहरों को नहीं भूलना चाहिए। ग्रामीण बाजार बहुत तेजी से बढ़ेगा... हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि मेरा समाधान टिकाऊ है या नहीं।'' उन्होंने कहा कि भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा है और यूनिकॉर्न की संख्या में वृद्धि के लिहाज से देश दूसरे नंबर पर है।
- मुंबई. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के अनुसार वर्ष 2022 की पहली तिमाही में भारत में सोने की मांग 18 प्रतिशत घटकर 135.5 टन रह गई। डब्ल्यूजीसी ने कहा कि मुख्य रूप से कीमतों में तेज वृद्धि के कारण मांग घटी। वर्ष 2021 के पहले तीन महीनों में सोने की मांग 165.8 टन थी। सोने की मांग पर डब्ल्यूजीसी द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया कि कीमत के लिहाज से जनवरी-मार्च में सोने की मांग 12 फीसदी घटकर 61,550 करोड़ रुपये रह गई। एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा 69,720 करोड़ रुपये था। डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय सीईओ (भारत) सोमसुंदरम पी आर ने बताया कि जनवरी में सोने की कीमतें बढ़ने लगीं और कीमती धातु इस साल की पहली तिमाही में आठ प्रतिशत बढ़कर 45,434 रुपये प्रति 10 ग्राम (करों के बिना) के स्तर पर पहुंच गई। रिपोर्ट के अनुसार समीक्षाधीन तिमाही के दौरान देश में आभूषणों की कुल मांग 26 प्रतिशत गिरकर 94.2 टन रह गई, जो पिछले साल की इसी अवधि में 126.5 टन थी। इस दौरान मूल्य के लिहाज से आभूषणों की मांग में 20 प्रतिशत की कमी हुई। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट में कहा गया कि मार्च तिमाही में सोने की वैश्विक मांग 34 प्रतिशत बढ़कर 1,234 टन हो गई। भूराजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितता के बीच निवेशकों ने सुरक्षित निवेश की ओर रुख किया। वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग 919.1 टन थी।
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नयी दिल्ली। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि सरकार जून की शुरुआत में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी कर सकती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दूरसंचार विभाग अपेक्षित समय सीमा के अनुसार काम कर रहा है और स्पेक्ट्रम मूल्य निर्धारण के संबंध में उद्योग की चिंताओं को हल करने की प्रक्रिया जारी है।स्पेक्ट्रम नीलामी के कार्यक्रम के बारे में पूछने पर वैष्णव ने कहा कि इसके जून की शुरुआत में होने की उम्मीद है।
दूरसंचार नियामक ट्राई ने 5जी सेवाओं को लागू करने के लिए एक बड़ी नीलामी योजना तैयार की है।वैष्णव ने कहा, "हम नीलामी करने के लिए अपनी समयसीमा के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं।"
मंत्री ने कहा कि डिजिटल संचार आयोग ट्राई की सिफारिशों पर विचार करेगा और स्पष्टीकरण के लिए उनसे संपर्क करेगा।ट्राई ने बीते दिनों 5जी सेवाओं को लेकर 30 साल से अधिक समय के लिये विभिन्न बैंड में 7.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के स्पेक्ट्रम नीलामी की सिफारिश की थी। नियामक ने मोबाइल सेवाओं के लिये स्पेक्ट्रम बिक्री के लिये जिस कीमत की सिफारिश की है कि वह आरक्षित या आधार मूल्य से 39 प्रतिशत कम है। दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के संगठन भारतीय सेल्युलर ऑपरेटर संघ (सीओएआई) ने स्पेक्ट्रम कीमतों में कटौती के बारे में ट्राई की सिफारिशों पर गहरी निराशा जताते हुए कहा कि सुझाई गई कीमतें भी बहुत ज्यादा हैं। -
नयी दिल्ली। जेम्स मर्डोक की लूपा सिस्टम्स के निवेश उद्यम बोधि ट्री सिस्टम्स और उदय शंकर ने प्रसारण सेवा से जुड़ी कंपनी वायकॉम 18 में 13,500 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है। उदय शंकर स्टार एंड डिज्नी इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं। यह निवेश उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस के साथ त्रिपक्षीय भागीदारी के तहत किया जा रहा है। इससे देश में सबसे बड़ी टीवी और डिजिटल स्ट्रीमिंग कंपनियों में से एक अस्तित्व में आएगी। भागीदारी के तहत रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी रिलायंस प्रोजेक्ट्स एंड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सर्विसेज लि. (आरपीपीएमएसएल) 1,645 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके साथ लोकप्रिय जियोसिनेमा ओटीटी ऐप को वायकॉम18 में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। आरपीपीएमएसएल की टेलीविजन, ओटीटी (ओवर द टॉप), वितरण, सामग्री सृजन और कार्यक्रम तैयार करने के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपस्थिति है। पैरामाउंट ग्लोबल (पूर्व में वायकॉम सीबीएस) वायकॉम18 की शेयरधारक बनी रहेगी। वह वायकॉम18 को अपनी प्रमुख वैश्विक सामग्रियों की आपूर्ति जारी रखेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘जेम्स और उदय की पृष्ठभूमि की तुलना नहीं की जा सकती। दोनों ने करीब दो दशक के दौरान भारत, एशिया और दुनिया में मीडिया परिवेश को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- नयी दिल्ली. दोपहिया वाहन कंपनी टीवीएस मोटर ने आपसी हित और वाणिज्यिक परिवहन के क्षेत्र में सहयोग के लिए बाइक-टैक्सी मंच रैपिडो के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियां परिवहन व्यवस्था और निर्बाध प्रौद्योगिकी मंच में अपने मजबूत पक्ष को एक साथ लाएंगी। समझौते के तहत कंपनियां दोपहिया और तिपहिया वाहनों दोनों को शामिल करेंगी। इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहन (आईसीई) और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) खंडों में विस्तार करेंगी। टीवीएस मोटर कंपनी के संयुक्त प्रबंध निदेशक सुदर्शन वेणु ने कहा, ‘‘रैपिडो ने 'कैप्टन्स' और 'राइडर्स' का एक मजबूत उपयोगकर्ता आधार बनाया है और आज वह भारत में अग्रणी बाइक-टैक्सी मंच है। हमें विश्वास है कि इस करार से हम टीवीएस इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो से उच्च गुणवत्ता वाले, कनेक्टेड उत्पादों और हमारे समूह से वित्तपोषण का उपयोग करके गतिशीलता और उच्च-सार्वजनिक खंड में अपनी पहुंच का विस्तार कर सकेंगे।" रैपिडो के सह-संस्थापक अरविंद सांक ने कहा, "यह गठजोड़ हमें अपनी क्षमताओं को मजबूत करने और हमारे इलेक्ट्रिक बाइक बेड़े का विस्तार करने में मदद करेगी। हमारा उद्देश्य लाखों भारतीयों को परिवहन के एक किफायती, आरामदायक, सुविधाजनक और सुरक्षित वैकल्पिक साधन के माध्यम से यात्रा करने में मदद करना है।" कंपनी ने कहा कि उसका लक्ष्य भारत के सभी प्रमुख शहरों में टीवीएस आईक्यूब इलेक्ट्रिक स्कूटर की उपस्थिति का विस्तार करना है।
- नयी दिल्ली. सरकार ने डिजिटल इंडिया आरआईएससी-वी कार्यक्रम के तहत 2023-24 तक पहले स्वदेशी चिपसेट को व्यावसायिक रूप से पेश करने की समयसीमा तय की है। दी। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को यह जानकारी दी।उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया आरआईएससी-वी (डीआईआर-वी) कार्यक्रम का मकसद माइक्रोप्रोसेसरों की भावी पीढ़ियों का निर्माण करना है। ये माइक्रोप्रोसेसर परिवहन, कंप्यूटिंग और डिजिटलीकरण को लेकर भारत की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करेंगे। चंद्रशेखर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक बड़े मील के पत्थर, जिस पर मैं अत्यधिक ध्यान केंद्रित कर रहा हूं, वह है दिसंबर, 2023 तक या 2024 की शुरुआत में शक्ति और वेगा प्रोसेसर के वाणिज्यिक सिलिकॉन का पहला सेट उपलब्ध कराना।'' उन्होंने आगे कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि कम से कम कुछ कंपनियां 2023-24 से पहले डीआईआर-वी उत्पादों - शक्ति और वेगा के लिए अपने उत्पाद डिजाइन को अपनाएं और जब सिलिकॉन तैयार हो जाए, तो वे विनिर्माण और उत्पादों में चिप को लगाना शुरू कर दें।'' आईआईटी मद्रास और सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सीडैक) ने इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के माइक्रोप्रोसेसर विकास कार्यक्रम के तहत ओपन सोर्स आर्किटेक्चर का उपयोग करते हुए क्रमशः शक्ति (32 बिट) और वेगा (64 बिट) नामक दो माइक्रोप्रोसेसर विकसित किए हैं। सरकार ने आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटी को डीआईआर-वी कार्यक्रम के मुख्य ऑर्किटेक्चर और सीडैक त्रिवेंद्रम के वैज्ञानिक कृष्णकुमार राव को कार्यक्रम प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया है।
- मुंबई. देश का खुदरा उद्योग महामारी के प्रकोप से उबरने के बाद एक बार फिर वृद्धि के रास्ते पर चल पड़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उद्योग का आकार 10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के साथ 2032 तक बढ़कर 2,000 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। बीसीजी-आरएआई की रिपोर्ट के अनुसार खाद्य और किराना, रेस्तरां और त्वरित सेवा रेस्टोरेंट (क्यूएसआर), तथा टिकाऊ उपभोक्ता सामान जैसे कुछ खंड कोविड से पहले के स्तर से उबर गए हैं, जबकि आभूषण, परिधान और फुटवियर जैसे खंड पूरी तरह से पुनरुद्धार की राह पर हैं। बीसीजी के प्रबंध निदेशक और वरिष्ठ भागीदार अभीक सिंघी ने कहा, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था को खपत से बढ़ावा मिल रहा है और हम देख रहे हैं कि कोविड महामारी के चलते दो साल के ठहराव के बाद खपत में वृद्धि सकारात्मक हो गई है।'' उन्होंने कहा कि भारतीय खुदरा उद्योग का आकार अगले 10 वर्षों में लगभग 2,000 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।सिंघी के मुताबिक, अगले दशक में संगठित खुदरा विक्रेता ऑफलाइन और ऑनलाइन, जैसे सभी प्रारूपों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की खपत महामारी से पहले लगभग 12 प्रतिशत की दर से बढ़ रही थी और महामारी के दौरान नकारात्मक क्षेत्र में चली गई थी। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि अब खपत 17 प्रतिशत की दर से बढ़ने के साथ महामारी-पूर्व के स्तर को पार कर गई है।
- नयी दिल्ली. सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी शुक्रवार को निजी नियोजन के आधार पर गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) जारी कर 1,500 करोड़ रुपये जुटाएगी। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा,‘‘एनटीपीसी ने 29 अप्रैल, 2022 को 1,500 करोड़ रुपये का गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करने का निर्णय किया है। इस पर ब्याज 5.78 प्रतिशत सालाना होगा। इसकी परिपक्वता अवधि दो साल है। यानी यह 29 अप्रैल, 2024 को परिपक्व होगा।'' सूचना के अनुसार एनसीडी से प्राप्त राशि का उपयोग पूंजीगत व्यय के वित्तपोषण, मौजूदा कर्ज को लौटाने और अन्य सामान्य कंपनी कार्यों में किया जाएगा। इस डिबेंचर के लिये कंपनी के शेयरधारकों ने 28 सितंबर, 2021 को मंजूरी दी थी।
- मुंबई/दिल्ली. देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी ने बुधवार को अपने 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए कीमत का दायरा 902-949 रुपये प्रति शेयर तय किया। आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के तहत एंकर निवेशक दो मई को बोली लगाएंगे। निर्गम चार मई को संस्थागत और खुदरा खरीदारों के लिए खुलेगा और नौ मई को बंद होगा। शेयर आईपीओ बंद होने के एक सप्ताह बाद 17 मई को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हो सकते हैं।सेबी के पास दाखिल अंतिम कागजात के अनुसार बोली लगाने वालों के डीमैट खाते में शेयरों का आवंटन 16 मई तक होगा, जिसके बाद एलआईसी शेयर बाजारों में इक्विटी शेयरों का कारोबार शुरू करेगी और शेयर ‘‘17 मई को या उसके आसपास'' सूचीबद्ध किए जाएंगे। सरकार को बोली के ऊपरी छोर पर करीब 21,000 करोड़ रुपये मिलेंगे।यह आईपीओ बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में है और इसके जरिए सरकार 22.13 करोड़ शेयर बेचकर एलआईसी में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है। खुदरा निवेशकों और पात्र कर्मचारियों को प्रति इक्विटी शेयर 45 रुपये की छूट मिलेगी, जबकि एलआईसी के पॉलिसीधारक 60 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की छूट पा सकेंगे। निर्गम के तहत 15 के गुणक में शेयरों की बोली लगाई जा सकेगी। आईपीओ के तहत 15,81,249 शेयर कर्मचारियों के लिए और 2,21,37,492 शेयर पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित हैं। योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए 9.88 करोड़ से अधिक शेयर और गैर-संस्थागत खरीदारों के लिए 2.96 करोड़ से अधिक शेयर आरक्षित हैं।
- मुंबई. घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स 537 अंक टूटकर बंद हुआ। हाल की तेजी के बाद बैंक, वित्तीय और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 537.22 अंक यानी 0.94 प्रतिशत का गोता लगाकार 56,819.39 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 772.57 अंक तक टूट गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 162.40 अंक यानी 0.94 प्रतिशत टूटकर 17,038.40 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स के तीस शेयरों में से बजाज फाइनेंस सर्वाधिक 7.24 प्रतिशत नीचे आया जबकि बजाज फिनसर्व में 3.88 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक (2.21 प्रतिशत), एसबीआई (1.78 प्रतिशत), इन्फोसिस (1.68 प्रतिशत) टाइटन (2.19 प्रतिशत), डॉ. रेड्डीज (1.94 प्रतिशत), अल्ट्राटेक सीमेंट (1.63 प्रतिशत), महिंद्रा एंड महिंद्रा (1.46 प्रतिशत) और मारुति सुजुकी (1.44 प्रतिशत) प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। इस रुख के उलट टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज , टीसीएस, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक लाभ में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली से घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। इसका कारण ऊर्जा संकट का बढ़ना तथा चीन में आर्थिक परिदृश्य का कमजोर होना है। इनपर अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने की संभावना का असर है।'' नायर ने कहा, ‘‘निवेशक दुनिया के कई देशों में केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर बढ़ाने, चीन में ‘लॉकडाउन' और रूस-यूक्रेन युद्ध से वैश्विक नरमी को लेकर आशंकित हैं।'' रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि रूस-यूक्रेन संकट, चीन में लॉकडाउन, मुद्रास्फीति को लेकर चिंता तथा अब कंपनियों के वित्तीय परिणाम भारत समेत दुनिया के अन्य बाजारों को प्रभावित कर रहे हैं। एशिया के अन्य बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी एक प्रतिशत से अधिक नुकसान में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग तथा चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा।
- नयी दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयरों में बुधवार को हुई तेजी के चलते कंपनी का बाजार मूल्यांकन बढ़कर 19 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया।बाजार मूल्यांकन के इस निशान को पार करने वाली आरआईएल पहली भारतीय कंपनी बन गई। बीएसई पर आरआईएल के शेयर 1.85 प्रतिशत बढ़कर 2,827.10 रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए।शेयर की कीमत में तेजी के बाद बीएसई पर सुबह के कारोबार में कंपनी का बाजार मूल्यांकन 19,12,814 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पहले इस साल मार्च में आरआईएल का बाजार मूल्यांकन 18 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया था।इस साल अब तक आरआईएल के शेयर 19 फीसदी से ज्यादा चढ़े हैं। स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज सभी खंडों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। तेल और गैस की कीमतों में उछाल के कारण इसका पेट्रोकेमिकल व्यवसाय बहुत अच्छा कर रहा है।
- वाशिंगटन। आईएमएफ की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण तेल की कीमतों में हुई तेजी के चलते भारत में महंगाई बढ़ी है।उन्होंने कहा कि इस स्थिति को ठीक करने के लिए मौद्रिक सख्ती जरूरी है। इसके अलावा उन्होंने संरचनात्मक कमजोरियों को दूर करके वृद्धि क्षमता में सुधार पर भी जोर दिया।आईएमएफ के एशिया और प्रशांत विभाग की कार्यवाहक निदेशक ऐनी-मैरी गुल्डे-वुल्फ ने कहा कि अनुमानों के अनुसार 2022-23 में देश की अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है, जो 0.8 प्रतिशत अंक कम है।उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वृद्धि अभी भी मजबूत है, लेकिन इसमें पर्याप्त गिरावट है। दुनिया भर में नीति निर्माता महंगाई को काबू में करने के उपाए कर रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘‘महंगाई बढ़ने की मुख्य वजह यूक्रेन में जारी युद्ध है। भारत खासतौर से तेल और अन्य वस्तुओं के आयात पर निर्भर है।’’आईएमएफ अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अल्पावधि में कमजोर परिवारों की मदद करने और बुनियादी ढांचे के निवेश पर ध्यान देने की नीति उपयुक्त है।उन्होंने मौद्रिक सख्ती और संरचनात्मक कमजोरियों को दूर करने की सिफारिश की।
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नयी दिल्ली | खेलकूद के जूते बनाने वाली कंपनी कैंपस एक्टिववियर के आरंभिक सार्वजानिक निर्गम (आईपीओ) को मंगलवार को पहले दिन 1.24 गुना अभिदान मिला है। एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार कंपनी को 3,36,25,000 शेयरों की पेशकश पर 4,18,33,005 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई हैं। पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के खंड को 1.88 गुना जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी में 1.32 गुना अभिदान मिला। आंकड़ों के अनुसार, खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित खंड को नौ प्रतिशत अभिदान मिला। कंपनी ने अपने आईपीओ में 4,79,50,000 शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) की है। कैंपस एक्टिववियर ने आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 278 से 292 रुपये प्रति शेयर रखा है। कंपनी ने सोमवार को एंकर निवेशकों से 418 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए थे। -
मुंबई | बजाज हाउसिंग फाइनेंस लि. को अपनी मूल कंपनी बजाज फाइनेंस से 2,500 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी मिली है। पुणे मुख्यालय वाली कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कंपनी को यह राशि सात अप्रैल को मिली है। यह बजाज फाइनेंस का आवास वित्त कंपनी की भविष्य की वृद्धि के लिए किया गया सबसे बड़ा और सातवां वित्तपोषण दौर है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अतुल जैन ने कहा, ‘‘यह पूंजी निवेश हमारी अगले डेढ़ से दो साल की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। कंपनी अपनी वृद्धि की रफ्तार को कायम रखने को प्रतिबद्ध है।
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नयी दिल्ली। सही आकार के डिलिवरी वाहन तैयार करने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों को इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) विनिर्माताओं के साथ सहयोग करने की जरूरत है। वर्ल्ड बिजनेस काउंसिल फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट (डब्ल्यूबीसीएसडी) और ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई। रिपोर्ट के अनुसार, अनुकूल नीतिगत माहौल और पारिस्थितिकी तंत्र भागीदारों के बीच बेहतर सहयोग से ही ई-कॉमर्स कंपनियों के डिलिवरी वाहनों के बेड़े में सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक किया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘ई-कॉमर्स कंपनियों को मूल उपकरण विनिर्माता (ओईएम) के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि डिलिवरी के लिए सही आकार का ईवी वाहन तैयार किया जा सके।'' गौरतलब है कि फ्लिपकार्ट ने वर्ष 2030 तक डिलिवरी के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले अपने सभी वाहनों को ईवी में बदलने की प्रतिबद्धता जताई है।
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नयी दिल्ली। भारतीय निर्यातकों के संगठन फियो ने यूक्रेन के साथ जंग में उलझे रूस के साथ रुपये-रूबल विनिमय में द्विपक्षीय व्यापार शुरू करने के तरीके तलाशने का सरकार से अनुरोध किया है। फियो के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि यूक्रेन पर हमला करने के कारण रूस पर लगे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रतिबंधों के कारण भारतीय निर्यातकों को रूस से भुगतान प्राप्त करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। फियो अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार को पांच-छह बैंकों को चिह्नित कर रुपये एवं रूबल में कारोबार करने की सुविधा शुरू करने पर ध्यान देना चाहिए। इससे भारत एवं रूस के बीच कारोबार सुगम हो सकेगा। फरवरी के अंत में रूस ने यूक्रेन पर हमला शुरू किया तो अमेरिका एवं यूरोपीय देशों ने उसे भुगतान प्रणाली से प्रतिबंधित कर दिया। इसकी वजह से वह डॉलर में भुगतान नहीं कर पा रहा है। शक्तिवेल ने कहा, ‘‘सरकार को रुपया-रूबल व्यापार का एक तरीका निकालना होगा। सरकार ने जिस तरह ईरान के साथ व्यापार में रास्ता निकाला था, वैसा ही रूस के मामले में भी निकालना होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सुझाव है कि हम रूस से आयात रुपये में करें और रूस उस रुपये को अलग खाते में रखकर हमारे निर्यात के लिए भुगतान कर दे।'' उन्होंने कहा कि असली मुद्दा रुपये के बरक्स रूबल के लिए विनिमय दर तय करना है। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने रूस को 3.2 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों का निर्यात किया, जबकि रूस से आयात 8.7 अरब डॉलर रहा है। भारत से रूस को निर्यात होने वाले प्रमुख उत्पादों में दवाएं, चाय, इलेक्ट्रिक मशीन एवं उपकरण, ऑर्गेनिक रसायन और वाहन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि रूस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगने से भारतीय निर्यातकों के लिए नए कारोबारी मौके भी पैदा हुए हैं।
- नयी दिल्ली. वाहन विनिर्माता हुंदै मोटर इंडिया इस साल भारतीय बाजार में अपना लोकप्रिय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) आईओएनआईक्यू-5 पेश करेगी। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। त्योहारी सीजन के दौरान साल की दूसरी छमाही में पेश होने वाला यह मॉडल देश में कंपनी की ईवी विस्तार योजनाओं का प्रतीक होगा। हुंदै मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) उन्सू किम ने एक बयान में कहा, "कंपनी एक प्रगतिशील और टिकाऊ भविष्य के लिए अपने व्यवसायों तथा उत्पाद श्रृंखला में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है।" उन्होंने कहा कि कंपनी देश में अपनी बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) श्रृंखला के विस्तार के लिए 2028 तक छह मॉडल पेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। हुंदै ने पिछले साल दिसंबर में 2028 तक भारत में लगभग छह इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने के लिए लगभग 4,000 करोड़ रुपये की निवेश योजना का ऐलान किया था। .
- मुंबई. क्षेत्रीय मुद्राओं और घरेलू बाजार में सुधार के कारण मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे बढ़कर 76.60 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर पहुंच गया। कारोबारियों ने बताया कि चीन में कोविड-19 महामारी के प्रसार के कारण लगाए गए प्रतिबंधों और अमेरिका में ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि की आशंकाओं के कारण घरेलू मुद्रा में लाभ सिमट गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 76.48 प्रति डॉलर पर मजबूती के साथ खुला। कारोबार के दौरान रुपया 76.43 के उच्चतम और 76.69 प्रति डॉलर के निचले स्तर तक गया और अंत में चार पैसे बढ़त लेकर 76.60 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘लगातार दो दिन गिरने के बाद क्षेत्रीय मुद्राओं और घरेलू बाजार में सुधार के कारण रुपये में आज मजबूती दर्ज की गई। कच्चे तेल और जिंसों की कीमतों में गिरावट तथा एलआईसी के आईपीओ से घरेलू बाजार में निवेश की उम्मीदों से भी रुपये को समर्थन मिला।'' बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 776.72 अंक उछलकर 57,356.61 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 246.85 अंक की वृद्धि के साथ 17,200.80 अंक पर पहुंच गया। वैश्विक मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.49 प्रतिशत की गिरावट लेकर 101.82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 की मजबूती के साथ 101.81 पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 3,302.85 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
- मुंबई. शेयर बाजार में पिछले दो कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर मंगलवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स करीब 777 अंक उछलकर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच ऊर्जा, वाहन और उपभोग से जुड़े शेयरों में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 776.72 अंक यानी 1.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,356.61 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 246.85 अंक यानी 1.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,200.80 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के तीस शेयरों में पावरग्रिड का शेयर 3.93 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रहा। इसके अलावा टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो, एसबीआई, भारती एयरटेल और एचयूएल प्रमुख रूप से लाभ में रहे। मूल्य के हिसाब से सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज में तेजी से बाजार को अच्छी मजबूती मिली। केवल चार शेयर... एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, मारुति और टीसीएस के शेयर नुकसान में रहे। इनमें 0.70 प्रतिशत की गिरावट आयी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू निवेशकों की मजबूत लिवाली तथा सकारात्मक वैश्विक रुख से बाजार में तेजी रही। लेकिन चीन में ‘लॉकडाउन', रूस-यूक्रेन युद्ध तथा नीतिगत दरों में वृद्धि की संभावना के कारण उतार-चढ़ाव बना हुआ है।'' उन्होंने कहा, ‘‘...निवेशकों को सलाह है कि जिन क्षेत्रों के मुद्रास्फीति और बांड प्रतिफल में वृद्धि से प्रभावित होने की संभावना कम है, उसको तरजीह दें। इसमें बैंक, आईटी, औषधि तथा हरित ऊर्जा शामिल हैं।'' एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में गिरावट आई। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.75 प्रतिशत फिसलकर 101.55 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर चार पैसे मजबूत होकर 76.60 (अस्थायी) पर बंद हुई। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 3,302.85 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
- नयी दिल्ली। वाहन विनिर्माता हुंदै मोटर इंडिया इस साल भारतीय बाजार में अपना लोकप्रिय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) आईओएनआईक्यू-5 पेश करेगी। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।त्योहारी सीजन के दौरान साल की दूसरी छमाही में पेश होने वाला यह मॉडल देश में कंपनी की ईवी विस्तार योजनाओं का प्रतीक होगा।हुंदै मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) उन्सू किम ने एक बयान में कहा, "कंपनी एक प्रगतिशील और टिकाऊ भविष्य के लिए अपने व्यवसायों तथा उत्पाद श्रृंखला में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है।"उन्होंने कहा कि कंपनी देश में अपनी बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) श्रृंखला के विस्तार के लिए 2028 तक छह मॉडल पेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। हुंदै ने पिछले साल दिसंबर में 2028 तक भारत में लगभग छह इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने के लिए लगभग 4,000 करोड़ रुपये की निवेश योजना का ऐलान किया था।
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नयी दिल्ली. राकेश झुनझुनवाला के समर्थन वाली विमानन कंपनी आकाश एयर अपनी वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन जून के बजाय जुलाई में शुरू करेगी। आकाश एयर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हम एयरलाइन को शुरू करने की तारीख के करीब आते हैं, हम अब अपनी समयसीमा अनुमानों की पुष्टि कर सकेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम जुलाई, 2022 में वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने के इरादे से जून, 2022 की शुरुआत में अपने पहले विमान की डिलिवरी पाने की उम्मीद कर रहे हैं।'' दुबे कंपनी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक भी है। उन्होंने कहा कि आकाश एयर मार्च, 2023 के अंत तक 18 विमानों को उड़ाने की योजना पर कायम है। गौरतलब है कि दुबे ने 26 मार्च को एक विमानन कार्यक्रम में कहा था कि एयरलाइन जून में अपना वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने की योजना बना रही है। झुनझुनवाला और विमानन क्षेत्र के दिग्गज आदित्य घोष के समर्थन वाली आकाश एयर को वाणिज्यिक उड़ानों का परिचालन शुरू करने के लिए अगस्त, 2021 के पहले पखवाड़े में नागर विमानन मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) मिला था।
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चेन्नई। दोपहिया वाहन कंपनी टीवीएस मोटर कंपनी ने ‘पेट्रोनास टीवीएस रेसिंग टीम' बनाने के लिए मलेशिया की तेल एवं गैस कंपनी पेट्रोनास के साथ हाथ मिलाया है। टीवीएस मोटर ने सोमवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि यह टीम रोड रेसिंग, सुपरक्रॉस और इंडियन नेशनल मोटरसाइकिल रेसिंग चैंपियनशिप, इंडियन नेशनल सुपरक्रॉस चैंपियनशिप और इंडियन नेशनल रैली चैंपियनशिप में भी भाग लेगी। विज्ञप्ति के अनुसार, नये सिरे से ब्रांड टीम से देश में रेसिंग की लोकप्रियता और बढ़ेगी। -
नयी दिल्ली. देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने पाबंदियां हटने के बाद से 21 लाख से अधिक कार्ड जारी किये हैं। साथ ही बैंक अगली कुछ तिमाहियों में कई और डिजिटल पहल शुरू करने की योजना बना रहा है। बैंक एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एचडीएफसी बैंक को नये क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी थी। पिछले दो साल के दौरान बैंक की इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग/भुगतान सुविधाओं में समस्याओं को देखते हुए पाबंदी लगायी गयी थी। यह प्रतिबंध आठ महीने बाद पिछले साल अगस्त में हटा लिया गया। जबकि मार्च, 2020 में आरबीआई ने डिजिटल पहल समेत अन्य पाबंदियों को भी हटा लिया। एचडीएफसी बैंक के मुख्य वित्त अधिकारी आर श्रीनिवासन वैद्यनाथन ने तिमाही परिणाम बाद विश्लेषकों के साथ बातचीत में कहा, ‘‘हमने एक मजबूत और सुरक्षित प्रौद्योगिकी ढांचे को और सुदृढ़ करने को लेकर कई कदम उठाए हैं। हम गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और अब अगली कुछ तिमाहियों में विभिन्न डिजिटल पहल के तहत कार्यक्रम शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।'' बातचीत की जानकारी सोमवार को शेयर बाजार को दी गयी।
उन्होंने कहा, हमने जो प्रगति की, उसी के तहत नये कार्ड को लेकर लगायी गयी पाबंदियों को पिछले साल अगस्त में हटा लिया गया। उसके बाद मार्च, 2022 में डिजिटल 2.0 कार्यक्रम शुरू करने को लेकर लगी रोक भी हटा ली गयी।