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- नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतें एक सप्ताह में पांचवीं बढ़ोतरी के साथ ही सोमवार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं, जिसके बाद राजस्थान और मध्य प्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में भी पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गया।सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा जारी मूल्य अधिसूचना के मुताबिक पेट्रोल की कीमत 26 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत 33 पैसे प्रति लीटर बढ़ी। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के दौरान 18 दिनों तक कीमतों की समीक्षा नहीं की और चार मई से समीक्षा दोबारा शुरू की गई। तब से यह कीमतों में पांचवी बढ़ोतरी है।इस बढ़ोतरी के साथ ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। दिल्ली में पेट्रोल अब 91.53 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा है, जबकि डीजल की कीमत 82.06 रुपये प्रति लीटर है। महाराष्ट्र के परभणी में सोमवार को पेट्रोल की कीमत 100.20 रुपये प्रति लीटर थी। इससे पहले मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर चुका है। वैट और मालभाड़े जैसे स्थानीय करों के आधार पर ईंधन की कीमतें प्रत्येक राज्य में अलग-अलग होती हैं। पिछले एक सप्ताह में पांच बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल की कीमत में 1.14 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 1.33 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।
- नई दिल्ली। कोल इंडिया लि. (सीआईएल) चालू वित्त वर्ष 2021-22 में आयात सीमित करने की योजना के तहत बिजलीघरों को कोयले की आपूर्ति जारी रखेगी।सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने पूर्व में कहा था कि कोयला आयात प्रतिस्थापन यानी उसे सीमित करने का अभियान परवान चढ़ता दिख रहा है। ग्राहकों ने 2020-21 में करीब 9 करोड़ टन स्वदेशी कोयले के उपयोग का विकल्प चुना। इस लिहाज से सीआईएल का उक्त निर्णय महत्वपूर्ण है।कोल इंडिया ने एक नोटिस में कहा, कोयला मंत्रालय के संयुक्त सचिव की अध्यक्षता में उप-समूह की बैठक में वित्त वर्ष 2021-22 में कोयले की आपूर्ति के मुद्दे पर विचार किया गया। बैठक में 2021-22 के लिये आयात प्रतिस्थान व्यवस्था के तहत बिजलीघरों को कोयले की आपूर्ति जारी रखने का निर्णय किया गया। कंपनी ने कहा कि कोल इंडिया और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) को नोटिस जारी कर 2021-22 के लिये जरूरत के बारे में जानकारी मांगने का निर्देश दिया गया है।नोटिस के अनुसार, आयातित कोयले की जगह घरेलू कोयले के उपयोग को इच्छुक बिजली उत्पादक कंपनियों से आग्रह है कि वे 2021-22 के लिये ईंधन की अपनी जरूरतों के बारे में जानकारी दे। इसमें कहा गया है कि उपलब्धता के आधार पर बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति प्रतिबद्धता के साथ की जाएगी और उन्हें ईंधन आपूर्ति समझौते का अनुपालन करना होगा।उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर, 2018 को कोयला और बिजली सचिवों तथा उसी दिन-उप-समूह की बैठक में घरेलू कोयले की आपूर्ति पर विचार किया गया तथा आयात प्रतिस्थापित करने और मिश्रण उद्देश्य से आयात को शून्य स्तर पर लाने की सिफारिश की गयी। पिछले साल भी इस मामले पर कोयला और बिजली सचिवों के बीच चर्चा हुई थी। उसके अनुसार बिजली संयंत्रों को आयात प्रतिस्थापन के अंतर्गत ईंधन आपूर्ति समझौते के तहत उनकी जरूरत अैर उपलब्धता के आधार पर ईंधन उपलब्ध कराया जा रहा है।
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नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने शनिवार को कहा कि उसने देश में अपने कारखानों में मरम्मत और रखरखाव के लिए उत्पादन बंदी को 16 मई तक बढ़ा दिया है। कंपनी को रखरखाव के लिए कारखाने जून में बंद करने थे, लेकिन इन्हें तय से पहले एक मई से नौ मई तक बंद करने का फैसला किया गया। मारुति सुजुकी ने शेयर बाजार को बताया कि रखरखाव के लिए बंदी नौ मई 2021 तक थी, जिसे महामारी की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए 16 मई तक बढ़ा दिया गया है। कंपनी ने हालांकि कहा कि हरियाणा के गुडग़ांव और मानेसर स्थित संयंत्रों में कुछ गतिविधियां जारी रहेंगी। सुजुकी मोटर गुजरात ने भी इसी तरह का निर्णय लिया है।
- नयी दिल्ली । सरकारी स्वामित्व वाली एनटीपीसी ने शनिवार को कहा कि यह पश्चिमी क्षेत्र के विभिन्न जिलों के प्रशासन को सीटी स्कैन, वेंटिलेटर, वित्तीय सहायता जैसी सुविधाओं के साथ मदद कर रही है। एक बयान में, प्रमुख बिजली कंपनी ने कहा, वह कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई में सहयोग दे रही है।'' इसमें कहा गया है कि कंपनी का कोरबा स्टेशन, जिला कोविड अस्पताल के लिए सीटी स्कैन मशीन प्रदान कर रहा है। कंपनी का खरगोन स्टेशन, सरकारी सिविल अस्पताल सानावाद में 20 बिस्तरों के लिए ऑक्सीजन सेंट्रल लाइन बिछान में सहायता देगा। कंपनी ने कहा है कि उसके ‘‘डब्ल्यूआर (पश्चिमी क्षेत्र) II के सभी स्टेशन और परियोजनाएं कोविड-19 का सामना करने में अपने संबंधित जिला प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे हैं।'' पीपीई किट और वेंटिलेटर खरीदने के लिए प्रशासन को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। एनटीपीसी सीपत भी मस्तूरी में कोविड देखभाल केंद्र स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता दे रही है। एनटीपीसी लारा ने भी आगे आकर कलेक्टर, रायगढ़ को वेंटिलेटर खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। इसके अलावा, पश्चिमी क्षेत्र में एनटीपीसी के सभी स्टेशनों पर मास्क, पीपीई किट, हैंड ग्लव्स, हेड कवर, सैनिटाइजर, थर्मामीटर वितरित किए जा रहे हैं।
- नयी दिल्ली । इफ्को टोकियो जनरल इंश्योरेंस ने शनिवार को कहा कि उसने कोविड -19 महामारी से निपटने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करेगी। इफ्को टोकियो जनरल इंश्योरेंस ने एक बयान में कहा वह हरियाणा के गुरुग्राम में एक ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने में जिला प्रशासन को आर्थिक सहयोग देगी। कंपनी ने गुरुग्राम जिले के लिए 20 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स भी दान किए हैं।इफ्को टोकियो की प्रबंध निदेशक अनामिका रॉय राष्ट्रवर ने कहा कि राज्य में कोविड -19 मामलों की बढ़ती संख्या के साथ, अस्पताल, चिकित्सा ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहे हैं। कंपनी द्वारा उठाए गए इस छोटे से कदम से नागरिकों को महामारी से लड़ने में मदद मिलेगी।
- नई दिल्ली। रिलायंस जियो के पास कई ऐसे प्रीपेड प्लान हैं जो किफायती दाम में अनलिमिटेड कॉल और डेटा ऑफर करते हैं। जियो फोन ग्राहकों के लिए कंपनी के पास 75 रुपये की शुरुआती कीमत से प्लान उपलब्ध हैं। जियो फोन ग्राहकों के लिए कंपनी के पास 749 रुपये वाला प्रीपेड प्लान भी है।75 रुपये वाला जियोफोन रिचार्ज प्लानजियोफोन के 75 रुपये वाले प्लान की वैलिडिटी 28 दिन है। इस प्लान में कुल 3 जीबी डेटा ऑफर किया जाता है। ग्राहक हर दिन 0.1 जीबी डेटा का फायदा ले सकते हैं। हर दिन मिलने वाले इस डेटा के खत्म होने के बाद स्पीड घटकर 64 केबीपीएस रह जाती है।जियो के इस रिचार्ज प्लान में हर नेटवर्क पर लोकल व एसटीडी कॉल अनलिमिटेड मिलती है। इस पैक में कुल 50 एसएमएस ग्राहक फ्री भेज सकते हैं। जियो के इस रिचार्ज प्लान में जियो ऐप्स जैसे जियोटीवी, जियोसिनेमा, जियोन्यूज़, जियोसिक्यॉरिटी और जियोक्लाउड का सब्सक्रिप्शन भी मुफ्त मिलता है।इसके अलावा जियो फोन ग्राहकों के लिए कंपनी 749 रुपये, 185 रुपये, 155 रुपये, 125 रुपये के प्लान भी ऑफर करती है। 749 रुपये वाला पैक 336 दिन जबकि बाकी सभी प्लान 28 दिन की वैलिडिटी के साथ आते हैं।
- नई दिल्ली। देश की प्रमुख बिजली निर्माता कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड बिजली मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जो कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई में अपना समर्थन दे रहा है। इसके तहत कंपनी के डब्ल्यूआर-II के सभी स्टेशन और परियोजनाएंसंबंधित जिला प्रशासन के साथ सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं।मार्च 2020 में कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप के बाद,लॉकडाउन की परिस्थितियों में भी कंपनी के कर्मचारियों ने बिजली उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए अपने तरफ से अथक प्रयास किए हैं। जिससे कि राष्ट्रीय ग्रिड में बिजली की सुचारू आपूर्ति बनी रहे और लोगों के घर रोशन होते रहे। जिससे किसी आपात स्थिति में बिजली की आपूर्ति बाधित नहीं हो। पीपीई किट और वेंटीलेटर खरीदने के अलावा मस्तूरी में कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के लिए एनटीपीसी सिपत जिला प्रशासन को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। इसी तरह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए कोरबा में जिला कोविडअस्पताल के लिए सीटी स्कैन मशीन एनटीपीसी कोरबा स्टेशन प्रदान करेगा। साथ ही वह आस-पास के गांवों में नियमित रूप से स्वच्छता का काम भी कर रहे हैं।एनटीपीसी लारा ने भी आगे आकर कलेक्टर, रायगढ़ को सार्स सीओवी-2के मद्देनजर वेंटिलेटर खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। आरईडी (पश्चिम II) श्री संजय मदान ने कहा कि “ये कठिन समय हैं और हम सभी इसमें एक साथ हैं। एनटीपीसी अपने समुदाय के कल्याण के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है और ऐसे समय में हम वह काम कर रहे हैं जो हम कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद के रूप में कर सकते हैं।" एमपीगाडरवारा और खरगोन में डब्ल्यूआर II स्टेशन भी कोविड-19के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वह खरगोन सरकारी सिविल अस्पताल सनावद में 20 बिस्तरों के लिए ऑक्सीजन सेंट्रल लाइन कार्य के लिए सहायता प्रदान करेगा। इसके अलावा एनटीपीसी डब्ल्यूआर II के सभी स्टेशन मॉस्क, पीपीई किट, हाथ के दस्ताने, हेड कवर, सैनिटाइज़र, थर्मामीटर आदि प्रदान कर रहे हैं।
- नई दिल्ली। वैश्विक बहुमूल्य धातुओं में मजबूत लिवाली के बीच स्थानीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 474 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 185 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने यह जानकारी दी है। इससे पहले के कारोबारी सत्र में सोना 46 हजार 711 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 1,050 रुपये की तेजी के साथ 70 हजार 791 रुपये प्रति किलो ग्राम हो गयी। पिछले सत्र में यह 69 हजार 741 रुपये पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,820 डालर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 27.33 डालर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रहा।वायदा कीमतों में तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे स्थानीय वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 66 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 661 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलिवरी के लिए सोने की कीमत 66 रुपये यानी 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 47 हजार 661 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 10 हजार 320 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली के कारण सोना वायदा कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोने की कीमत 0.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,819.40 डॉलर प्रति औंस हो गया।चांदी की कीमतों में गिरावटकमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को चांदी की कीमत 95 रुपये की गिरावट के साथ 71 हजार 586 रुपये प्रति किलो रह गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 95 रुपये यानी 0.13 प्रतिशत की हानि के साथ 71 हजार 586 रुपये प्रति किलो रह गया। इस वायदा अनुबंध में 10 हजार 980 लॉट के लिए सौदे किए गए। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी का भाव 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 27.43 डॉलर प्रति औंस रह गया।
- नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने शुक्रवार को कहा कि आठ मई से वह अपने यात्री वाहनों के दाम बढ़ायेगी। विभिन्न यात्री वाहनों के मामले में यह वृद्धि उनके अलग अलग मॉडल के अनुरूप औसतन 1.8 प्रतिशत के दायरे में होगी। कंपनी ने कहा है कि कच्चे माल की लागत में हुई वृद्धि की आंशिक भरपाई के लिये यह वृद्धि की जा रही है।कंपनी ने यह भी कहा है कि सात मई को अथवा उससे पहले वाहन बुक करने वाले ग्राहकों को वह मूल्य वृद्धि से सुरक्षा देगी। टाटा मोटर्स के बयान में कहा गया है कि आठ मई से कंपनी अपने यात्री वाहनों के दाम में औसतन 1.8 प्रतिशत की वृद्धि करेगी। यह वृद्धि वाहनों के विभिन्न मॉडल और वेरिएंट पर निर्भर करेगी। टाटा मोटर्स के यात्री वाहन व्यवसाय के अध्यक्ष शैलेश चंद्र ने कहा, इस्पात और मूल्यवाधान धातुओं जैसे कच्चे माल के दाम बढऩे से हमें इस वृद्धि का एक हिस्सा अपने उत्पादों के दाम बढ़ाकर पूरा करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जिन ग्राहकों ने पहले ही बुकिंग करा ली हैं उनके हितों को ध्यान में रखते हुये कंपनी उन्हें मूल्य सुरक्षा देगी। टाटा मोटर्स सफारी, हेरियर और निक्सॉन जैसे वाहनों की बिक्री करती है। चंद्रा ने स्पष्ट किया कि आठ मई से होने वाली बुकिंग पर विभिन्न मॉडल में की गई मूल्य वृद्धि लागू होगी।टाटा मोटर्स के वाहनों की श्रृंखला में प्रवेश स्तर की हैचबैंक कार टियागो से लेकर हाल में पेश की गई सफारी एसयूवी जैसे वाहन है। इनके दिल्ली में एक्स- शोरूम दाम 4.85 लाख रुपये से लेकर 21.4 लाख रुपये तक हैं।
- नई दिल्ली। प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (आईबीएम) ने कहा है कि उसने दुनिया की पहली दो नैनोमीटर वाली चिप तकनीक तैयार कर ली है जो एप्लिकेशन में इंटरनेट की पहुंच को बढ़ाएगी और लंबी बैटरी क्षमता प्रदान करेगी।उल्लेखनीय है कि यह चिप सेमी-कंडक्टर कंप्यूटर से जुड़े अप्लाइंस और संचार उपकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। आईबीएम के अनुसार दो नैनोमीटर की चिप फोन में लंबी बैटरी, डाटा केंद्रों में कार्बन के उपयोग में कमी और लैपटॉप के फंक्शन्स में तेजी प्रदाप करेगी। जिसमें इंटरनेट की पहुंच को तेज करना और एप्लीकेशनों का तेज इस्तेमाल भी शामिल हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि नयी नैनोमीटर तकनीक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से चलने वाले स्वायत्त वाहनों के प्रतिक्रिया समय घटाने और वस्तु का जल्द पता लगाने में मदद कर सकती है। नैनोमीटर चिप में बेहतरी की मांग लम्बे समय से बढ़ती जा रही थी, विशेष कर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और हाइब्रिड क्लाउड के दौर में। आईबीएम ने कहा, ''नयी दो नैनोमीटर तकनीक सेमीकंडक्टर उद्योग में प्रौद्योगिकी अत्याधुनिक कला को आगे बढ़ाने में मदद करती है। इसकी लंबे समय से मांग भी की जा रही थी। वर्तमान की सात नैनोमीटर चिप के मुकाबले नयी नैनोमीटर चिप 45 प्रतिशत अधिक प्रदर्शन और 75 प्रतिशत कम बैटरी का इस्तेमाल करेगी।''कंपनी ने कहा कि यह हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है कि दो नैनोमीटर चिप उपभोक्ताओं के उपकरणों में कब लगाई जा सकेगी। बहुत सारी सेमी कंडक्टर कंपनिया आईबीएम के साथ मिलकर इस तकनीक के निर्माण की दिशा में काम कर रही हैं। आईबीएम द्वारा इस चिप का निर्माण सहयोगी कंपनियों समेत निर्माताओं को भी मिलेगा। आईबीएम के अनुसंधान वरिष्ठ उपाध्यक्ष और निदेशक डारियो गिल ने कहा, ''आईबीएम की नयी दो नैनोमीटर चिप तकनीक पूरे सेमी कंडक्टर और आईटी उद्योग के लिए बेहद जरुरी है। यह चिप आईबीएम की बड़ी चुनौतियों का सामना करने के मजबूत दृष्टिकोण का नतीजा है। इससे पता चलता है कि निरंतर निवेश और अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र कैसे इस तरह की उपलब्धि हासिल कर सकते हैं।'' आईबीएम ने कहा कि दो नैनोमीटर चिप में नाख़ून के बराबर की जगह पर 50 अरब ट्रांजिस्टर लगाए जा सकते हैं।
- नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की डिजिटल सेवाएं शुक्रवार शाम प्रभावित होंगी। इसका कारण बैंक के डिजिटल बैंकिंग मंच का उन्नयन का प्रस्तावित कार्य है। पिछले महीने रखरखाव से जुड़े कार्यों की वजह से योनो, योनो लाइट, इंटरनेट बैंकिंग, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) समेत बैंक का डिजिटल बैंकिंग मंच प्रभावित हुआ था।एसबीआई ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा है, ''हम रखरखाव संबंधी कार्य सात मई, 2021 को रात 10.15 से आठ मई, 2021 को देर रात 1.45 तक करेंगे। इस दौरान आईएनबी/योनो/योनो लाइट/यूपीआई सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी। हमें ग्राहकों को होने वाली असुविधा के लिये खेद है और आपसे सहयोग का आग्रह है।'' देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की 22 हजार से अधिक शाखाएं हैं और 57 हजार 889 एटीएम है। 31 दिसंबर, 2020 की स्थिति के अनुसार इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या क्रमश: 8.5 करोड़ और 1.9 करोड़ है। वहीं बैंक के यूपीआई का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या 13.5 करोड़ है।
- नयी दिल्ली । गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचई ने एक नोट में लिखा कि गूगल एक हाइब्रिड वर्क वीक की व्यवस्था शुरू करेगी जिसमें ज्यादतर कर्मचारी कार्यालय में करीब तीन दिन काम करेंगे और दो दिन किसी भी ऐसी जगह से काम करेंगे जहां "वह सबसे अच्छा काम कर सकते हैं।" इस साल के आखिर में गूगल के कार्यालय दोबारा खुलने के बाद भी उसके करीब 20 प्रतिशत कर्मचारी दूर से काम करेंगे जबकि 60 प्रतिशत कर्मचारी हफ्ते में कुछ दिन एक साथ कार्यालय आएंगे। उन्होंने कहा, "चूंकि कार्यालय में काम का समय सहयोग पर केंद्रित होगा, आपके उत्पाद क्षेत्र और कामकाज से इस बात का निर्धारण होगा कि टीमें किस दिन साथ में कार्यालय आएंगी। ऐसे भी काम होंगे जिनके लिए कामकाज के स्वभाव के चलते हफ्ते में तीन दिन से ज्यादा कार्यालय आने की जरूरत पड़ सकती है।"
- नयी दिल्ली । निजी क्षेत्र के आईडीबीआई बैंक ने कोविड संकट के बीच अपने ग्राहकों के लिये केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) अद्यतन करने के लिये वीडियो-आधारित ग्राहक पहचान प्रक्रिया (वी-सीआईपी) शुरू की है। बैंक ने एक बयान में यह जानकारी दी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए कुछ श्रेणी के ग्राहकों के लिये केवाईसी को युक्तिसंगत बनाने की बुधवार को घोषणा के बाद बैंक ने यह कदम उठाया है। इसके तहत आरबीआई ने प्रोप्राइटरशिप फर्मों, अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं और कानूनी संस्थाओं के हितकारी मालिकों जैसी ग्राहकों की नई श्रेणियों के लिए वीडियो केवाईसी या वी-सीआईपी का दायरा बढ़ाने का भी फैसला किया है। आईडीबीआई बैंक ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि ग्राहक अब शाखाओं में गये बिना ही वी-सीआईपी (वीडियो-आधारित ग्राहक पहचान प्रक्रिया) के माध्यम से अपना केवाईसी अपडेट कर सकते हैं। बैंक के उप-प्रबंध निदेशक सुरेश खटनहार ने इस पहल की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘आईडीबीआई बैंक अपने ग्राहकों के लिये लगातार विभिन्न डिजिटल उपाय पेश करता रहा है। इसी कड़ी में ग्राहक अब शाखाओं में गये बिना ही वी-सीआईपी के माध्यम से अपना केवाईसी अपडेट कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ग्राहक, बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध वी-सीआईपी लिंक के जरिए अपनी सुविधानुसार प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। यह पूरी तरह से संपर्क रहित प्रक्रिया है।
- नई दिल्ली। विदेशों में सोने में तेजी के असर से स्थानीय सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोने का भाव 439 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 680 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने यह जानकारी दी है। बुधवार को सोना 46 हजार 241 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी भी 1302 रुपये के उछाल के साथ 69 हजार 511 रुपये प्रति किलो ग्राम पर पहुंच गयी। पिछले सत्र में यह 68 हजार 209 रुपये पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,792 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया और चांदी 26.72 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित चल रह चल रही थी।वायदा कीमतों में तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे स्थानीय वायदा बाजार में गुरुवार को सोने का भाव 155 रुपये की तेजी के साथ 47 हजार 155 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलिवरी के लिए सोने की कीमत 155 रुपये यानी 0.33 प्रतिशत की तेजी के साथ 47 हजार155 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 10,252 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली के कारण सोना वायदा कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोने की कीमत 0.46 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,792.50 डॉलर प्रति औंस हो गया।चांदी भी चमकीमजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में गुरुवार को चांदी की कीमत 716 रुपये की तेजी के साथ 70 हजार 335 रुपये प्रति किलो हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 716 रुपये यानी 1.03 प्रतिशत की तेजी के साथ 70 हजार 335 रुपये प्रति किलो हो गया। इस वायदा अनुबंध में 9,229 लॉट के लिए सौदे किए गए। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि चांदी वायदा कीमतों में तेजी का मुख्य कारण घरेलू बाजार में तेजी के रुख की वजह से कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करना था। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी का भाव 1.24 प्रतिशत की तेजी के साथ 26.85 डॉलर प्रति औंस हो गया।
- नई दिल्ली। भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) कई तरह के 4 जी प्री-पेड प्लान उपलब्ध कराती है जो अनलिमिटेड डाटा के साथ आते हैं। बीएसएनएल के इन प्लान्स की प्रतिदिन की डाटा लिमिट नहीं है। ऐसा कहा जा रहा है कि बीएसएनएल के अलावा इस तरह की अनलिमिटेड डाटा सर्विस कोई अन्य कंपनी नहीं दे रही है। तो आइए जानते हैं बीएसएनएल के कुछ बेस्ट और अनलिमिटेड 4 जी डाटा प्लान्स की डिटेल्स।बीएसएनएल का 4 जी के S TV1098 प्लानइस प्लान में यूजर्स को ट्रूली अनलिमिटेड 4 जी डाटा उपलब्ध कराया जाता है। हालांकि, यह प्लान कुछ ही सर्कल्स में उपलब्ध कराया जाता है। ऐसे में हर कोई इस प्लान का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। ट्रूली अनलिमिटेड डाटा के साथ किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा भी दी जा रही है। इसके अलावा प्रतिदिन 100 एसएमएस की सुविधा भी दी जा रही है। इस प्लान की वैधता 84 दिनों की है। इस प्लान में एक और बेनिफिट भी दिया गया है। इसके तहत यूजर्स को अनलिमिटेड सॉन्ग चेंज के साथ फ्री ट्यून्स दी जा रही है।बीएसएनएल 4 जी के STV599 प्लानइस प्लान में यूजर्स को 5 जीबी 4 जी डाटा प्रतिदिन उपलब्ध कराया जाता है। पूरा डाटा खत्म होने के बाद यूजर्स को 80 केबीपीएस की स्पीड मिलती है। पूरी वैधता के दौरान यूजर्स को 450 जीबी डाटा दिया जाता है। डाटा के साथ किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा भी दी जा रही है। इसके अलावा प्रतिदिन 100 एसएमएस की सुविधा भी दी जा रही है। इस प्लान की वैधता 90 दिनों की है। ऐसे में देखा जाए तो यूजर्स के लिए मार्केट में ऐसा कोई प्लान फिलहाल उपलब्ध नहीं है जो 90 दिनों की वैधता के साथ 5 जीबी डाटा प्रतिदिन उपलब्ध कराए।बीएसएनएल की 4 जी सर्विस फिलहाल आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कोलकाता, केरल और महाराष्ट्र में ही उपलब्ध है। हालांकि, कंपनी वर्ष 2022 तक हर सर्कल में 4 जी सर्विस देने की कोशिश में है।बीएसएनएल ने पिछले महीने ही एक स्पेशल टैरिफ लॉन्च किया था जिसकी कीमत 398 रुपये है। इस प्लान में यूजर्स को अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ डाटा भी दिया जा रहा है। बीएसएनएल का यह प्लान जनवरी 2021 में प्रमोशनल ऑफर के तहत पेश किया गया था। तब इसे 9 अप्रैल तक ही पेश किया गया था लेकिन अब कंपनी ने इसकी समय सीमा 8 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है।बीएसएनएल चेन्नई के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया था जिसमें इसकी जानकारी दी गई थी। इस प्लान की सबसे बड़ी खासियत की बात करें तो इसमें अनलिमिटेड डाटा के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग दी जाती है। देखा जाए तो इस कीमत में कोई भी निजी टेलिकॉम कंपनी यह बेनिफिट उपलब्ध नहीं कराती है। इस प्लान में प्रतिदिन 100 एसएमएस की सुविधा भी दी जाती है। इसकी वैधता 30 दिनों की है।
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मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही। मुख्य रूप से वाहन, वित्तीय और आईटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार को मजबूती मिली। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 272.21 अंक यानी 0.56 प्रतिशत मजबूत होकर 48,949.76 पर बंद हुआ। कारोबार में उतार-चढ़ाव रहा और सेंसेक्स ऊपर में 49,011.31 और नीचे में 48,614.11 तक गया। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 106.95 अंक यानी 0.73 प्रतिशत मजबूत होकर 14,724.80 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में बजाज ऑटो, एचडीएफसी, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा और आईसीआईसीआई बैंक आदि लाभ में रहे। दूसरी तरफ गिरावट वाले शेयरों में पावर ग्रिड, ओएनजीसी, बजाज फिनसर्व, इंडस इंड बैंक और एनटीपीसी शामिल हैं। सेंसेक्स के शेयरों में 20 लाभ में रहे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘बाजार में सकारात्मक और नकरात्मक दोनों खबरें जारी हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का टीकों को लेकर बौद्धिक संपदा अधिकारों से छूट देने का निर्णय काफी सकारात्मक है। इससे टीकाकरण प्रक्रिया में तेजी आएगी और भारत जैसे देशों को महामारी से तेजी से निपटने में मदद मिलेगी।'' लेकिन दूसरी तरफ पांच दिन के बाद संक्रमण के मामले में फिर बढ़े हैं। लॉकडाउन और पाबंदियां बढ़ रही हैं, इससे आर्थिक पुनरूद्धार पर असर पड़ेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़े के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 4,12,262 नए मामले दर्ज किए गए तथा 3,980 लोगों ने जान गंवाई। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले 2,10,77,410 हो गए और मृतकों की संख्या 2,30,168 पर पहुंच गई है। एशिया के अन्य बाजारों में चीन को छोड़कर अन्य बाजरों में तेजी रही। विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे मजबूत होकर 73.78 पर बंद हुआ। - नई दिल्ली। देशभर से सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनियों ने देश में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं। 4 मई को इन इस्पात संयंत्रों ने 3680.30 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) का उत्पादन किया और 4076.65 मीट्रिक टन एलएमओ की आपूर्ति की। इसकी तुलना में, 25 अप्रैल, 2021 को विभिन्न राज्यों को 3131.84 मीट्रिक टन एलएमओ की आपूर्ति की गई थी। वहीं, अप्रैल के मध्य में प्रतिदिन औसतन 1500-1700 मीट्रिक टन एलएमओ भेजा जा रहा था।बीते हफ्ते इस्पात और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनियों के प्रमुखों के साथ कई बैठकें की थीं। उन्होंने इस्पात संयंत्रों से मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश करने का आह्वाहन किया। इसके अलावा मंत्री ने स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन-युक्त बिस्तरों के साथ बड़े आकार की कोविड-देखभाल सुविधाओं का निर्माण करने के लिए भी कहा।सबसे बड़े घरेलू इस्पात उत्पादकों में से एक स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड देश में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ा रही है। भिलाई (छत्तीसगढ़), राउरकेला (ओडिशा), बोकारो (झारखंड), दुर्गापुर एवं बर्नपुर (पश्चिम बंगाल) स्थित अपने एकीकृत इस्पात संयंत्रों से एलएमओ का दैनिक वितरण अप्रैल के दूसरे हफ्ते में लगभग 500 मीट्रिक टन के स्तर से बढ़कर वर्तमान में 1100 मीट्रिक टन से अधिक है। यह कंपनी अब तक 50 हजार मीट्रिक टन से अधिक एलएमओ की आपूर्ति कर चुकी है। अप्रैल, 2021 में सेल ने 15 राज्यों को 17,500 मीट्रिक टन एलएमओ का वितरण की है। इन राज्यों में वे राज्य भी हैं, जहां इसके संयंत्र स्थित हैं।4 मई तक तक बोकारो, राउरकेला और दुर्गापुर स्थित सेल संयंत्रों से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए 950 मीट्रिक टन से अधिक एलएमओ ले जाने वाली 14 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को लोड किया जा चुका है। सेल संयंत्रों को टैंकर भी प्राप्त हुए हैं, जिन्हें एयरलिफ्ट किया गया और लोडिंग के बाद सड़क एवं रेलमार्ग द्वारा उन्हें उनके गंतव्य स्थलों तक भेजा गया। रेलवे, वायु सेना, इस्पात संयंत्र और ऑक्सीजन संयंत्र टैंकरों के परिवहन के लिए किए जा रहे प्रयासों का समन्वय कर रहे हैं। 5 मई को 4 क्रायोजेनिक टैंकरों को ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से भारतीय वायु सेना द्वारा एयरलिफ्ट किया गया।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुती सुजुकी इंडिया ने बुधवार को बताया कि अप्रैल में उसका कुल उत्पादन 1 लाख 59 हजार 955 इकाई रहा जो मार्च के मुकाबले सात प्रतिशत कम हैं। कंपनी ने सामान्य फाइलिंग के दौरान बताया कि उसने दो वर्ष पहले इसी महीने में 1 लाख 72 हजार 433 वाहनों का उत्पादन किया था।मारुती सुजुकी ने बताया कि इस महीने आल्टो और एस-प्रेस्सो की 29 हजार 56 इकाइयों को उत्पादन किया गया जबकि मार्च में यह संख्या 28 हजार 519 की थी। उसने कहा कि वेगन आर, सेलेरियो, इग्निस, स्विफ्ट, बलेनो और स्विफ्ट डिज़ायर का उत्पादन मार्च में हुए 95 हजार 186 इकाइयों के मुकाबले 83 हजार 432 का रहा। इसी तरह उपयोगिता वाहन में जिप्सी, अर्टिगा, एस-क्रॉस, विटारा ब्रेज़ा और एक्सएल6 की उत्पादन संख्या भी अप्रैल में 31 हजार 59 रही जो मार्च में 32 हजार 421 इकाइयों की रही थी। कंपनी ने कहा कि हल्के वाणिज्यिक वाहन सुपर कैरी का उत्पादन अप्रैल 2 हजार 390 इकाइयों को रहा जो मार्च में 2,397 इकाई रहा था। मारुती सुजुकी ने कहा, ''कोरोना संक्रमण के कारण लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के वजह से उसने अप्रैल 2020 में कोई उत्पादन नहीं किया था इसलिए अप्रैल 2020 और अप्रैल 2021 की उत्पादन मात्रा के बीच तुलना का कोई मतलब नहीं है।---
- नयी दिल्ली। अवसंरचना क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने बुधवार को कहा कि वह जल्द ही पूरे भारत में विभिन्न अस्पतालों को 22 ऑक्सीजन जनरेटर देगा, ताकि कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुई ऑक्सीजन की गंभीर कमी को दूर किया जा सके। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘एलएंडटी जल्द ही भारत के ऐसे अस्पतालों में 22 ऑक्सीजन जनरेटर पहुंचाना शुरू कर देगा, जहां इनकी सबसे अधिक जरूरत है। ये इकाइयां हवा से मेडिकल ग्रेड की ऑक्सीजन तैयार करेंगी।'' एलएंडटी ने बताया कि इनमें से नौ उपकरणों की पहली खेप नौ मई तक भारत पहुंचेगी। कंपनी ने कहा कि इन्हें 15 मई से अस्पतालों को दिया जाएगा।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) कोविड19 संकट से त्रस्त अर्थव्यवस्था में वित्तीय संसाधनों का प्रवाह बढ़ाने के लिए सरकारी प्रतिभूति खरीद कार्यक्रम (जी-सैप 1.0) के तहत 20 मई को 35,000 करोड़ रुपये की दूसरी खरीद करेगा। उम्मीद है कि इससे कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बीच बांडों पर निवेश के प्रतिफल में स्थिरता बहाल होगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार सुबह एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले महीने 25,000 करोड़ रुपये की पहली खरीद को बाजार की जोरदार प्रतिक्रिया मिली थी। इसके साथ ही उन्होंने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से अर्थव्यवस्था के विभिन्न हिस्सों को राहत देने के लिए कई उपायों की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि आरबीआई दो सप्ताह में 35,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों (जी-सेक) की दूसरी खरीद करेगा। बॉन्ड खरीद कार्यक्रम पर स्पष्टता लाने के लिए दास ने जी-सैप 1.0 नामक नए इंस्ट्रूमेंट के तहत पहली तिमाही के दौरान खुले बाजार के परिचालन (ओएमओ) के जरिए एक लाख करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदने के लक्ष्य की घोषणा की थी। महंगाई पर उन्होंने कहा कि खाद्य और ईंधन मुद्रास्फीति ने महंगाई को बढ़ा दिया है।उन्होंने कहा कि सामान्य मानसून के पूर्वानुमान से खाद्य मुद्रास्फीति में मदद मिलेगी।आरबीआई गवर्नर ने एक अनिर्धारित घोषणा में कहा कि केंद्रीय बैंक कोविड-19 संक्रमण के मामलों में दोबारा बढ़ोतरी से पैदा हुए हालात की निगरानी करता रहेगा और इससे निपटने के लिए सभी संसाधनों को तैनात करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें वायरस से लड़ने के लिए अपने संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करना होगा।''
- नयी दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था को समर्थन देने और वर्तमान संकट के चलते कर्ज चुकाने में असमर्थ लोगों एवं कारोबारियों को राहत देने के लिये बुधवार को विभिन्न उपायों की घोषणा की। इसके तहत जहां कुछ व्यक्तिगत तथा छोटे कर्जदारों को कर्ज की किश्तों का पुनर्गठन कर कर्ज चुकाने के लिए अधिक समय देने की अनुमति दी गयी, वहीं बैंकों से टीका निर्माताओं, अस्पतालों और कोविड से संबंधित स्वास्थ्य ढांचे को प्राथमिकता के आधार पर कर्ज देने को कहा गया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दो साल तक के लिये कर्ज पुनर्गठन की सुविधा उन व्यक्तियों और लघु एवं मझोले उद्यमों को मिलेगी, जिन्होंने 2020 में अपने ऋण का पुनर्गठन नहीं कराया था और उनके कर्ज के खाते 31 मार्च, 2021 तक सामान्य रूप से चलते रहे हों यानी उस पर ब्याज तथा किस्त की अदायगी होती रही हो। ऋण पुनर्गठन की यह सुविधा 25 करोड़ रुपये तक के कर्ज वाली इकाइयों के लिये उपलब्ध होगी।उन्होंने कहा कि 50 हजार करोड़ रुपये का नकदी समर्थन बैंकों को उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन विनिर्माताओं, टीके के आयातकों/आपूर्तिकर्ताओं और चिकित्सा उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं समेत अन्य को नया कर्ज दे सके। इस नये कर्ज की मियाद तीन साल तक होगी और यह रेपो दर पर मिलेगा। यह सुविधा 31 मार्च 2022 तक उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बांड खरीदारी कार्यक्रम की भी घोषणा की।उल्लेखनीय है कि कोविड महामारी की पहली लहर से जब अर्थव्यवस्था उबर रही थी और वृद्धि के रास्ते पर लौट रही थी, तभी महामारी एक बार फिर तेजी से फैलने लगी। इसको देखते हुए कई राज्यों ने इसकी रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन' और अन्य पाबंदियां लगायी है। जिससे कारोबारी गतिविधियों पर असर पड़ा है। आरबीआई देश की आर्थिक स्थिति, बही-खातों पर दबाव तथा कर्ज प्रवाह के बारे में चर्चा के लिये बैंक प्रमुखों और एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) के साथ हाल के सप्ताह में बैठक करता रहा है। बैंक आरबीआई से खुदरा और छोटे कर्जदारों के लिये तीन महीने की कर्ज लौटाने से मोहलत देने की कथित तौर पर मांग करते रहे हैं। बांड खरीद कार्यक्रम की जानकारी देते हुए दास ने कहा कि आरबीआई सरकारी सरकारी प्रतिभूति खरीद कार्यक्रम (जी-सैप) के तहत 20 मई 35,000 करोड़ रूपये मूल्य की सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद करेगा। आरबीआई ने बैंकों को फंसे कर्ज के एवज में राशि अलग रखने को लेकर ‘फ्लोटिंग' प्रावधान (लाभ का वह हिस्सा जिसे बैंक आपात स्थिति के लिये रखते हैं) के उपयोग की भी अनुमति दी है। इससे बैंकों पर फंसे कर्ज के एवज में अलग से पैसे की व्यवस्था करने की जरूरत नहीं होगी। दास ने कहा कि आरबीआई के अनुसार परिदृश्य काफी अनिश्चित बना हुआ है इसके नीचे जाने का जोखिम है लेकिन मुद्रास्फीति के अनुमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा जा रहा। उन्होंने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2020-21 महामारी का वर्ष रहा। इसके समाप्त होने के साथ भारतीय अथर्व्यवस्था अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले तेजी से पुनरूद्धार और सकारात्मक वृद्धि के रास्ते पर थी... संक्रमण की रफ्तार भी घट रही थी लेकिन पिछले कुछ सप्ताह में स्थिति उल्लेखनीय रूप से बदल गयी है।'' दास ने कहा, ‘‘पूर्व की तरह, केंद्रीय बैंक कोविड-19 संक्रमण के मामलों में दोबारा बढ़ोतरी से पैदा हुए हालात की निगरानी करता रहेगा और इससे निपटने के लिए सभी संसाधनों का उपयोग करेगा।'' उद्योग मंडल सीआई के अध्यक्ष उदय कोटक ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने कोविड 2.0 के खिलाफ अभियान में वित्तीय क्षेत्र के मामले में कमर कस ली है। उसका स्पष्ट रूप से जोर जीवन और आजीविका बचाने पर है। मूडीज इनवेस्ट सर्विस ने कहा, ‘‘भारत में खराब होती स्थिति को देखते हुए आरबीआई ने व्यक्तियों और छोटे कारोबारियों के 25 करोड़ रुपये तक के कर्ज के एक बारगी पुनर्गठन की अनुमति दी है।'' उसने कहा, ‘‘यह उपाय पिछले साल कर्ज लौटाने को लेकर दी गयी मोहलत की तुलना में हल्का है। साथ ही पुनर्गठित कर्ज का अनुपात भी कम होगा। इसके बावजूद बैंकों की संपत्ति गुणवत्ता को लेकर जोखिम की स्थिति उभरी है।'' आर्थिक परिदृश्य के बारे में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में पुनरूद्धार के प्रमुख संकेत दिख रहे हैं लेकिन विभिन्न देशों और क्षेत्रों में गतिविधियां असमान बनी हुई है। दास ने कहा कि देश में 2020-21 में खाद्यान्न का रिकार्ड उत्पादन और बफर स्टॉक से खाद्य सुरक्षा और मांग बढ़ने, रोजगार सृजन और कृषि कच्चा माल तथा आपूर्ति से अर्थव्यवस्था अन्य क्षेत्रों को समर्थन मिला सका। लेकिन संपर्क गहन सेवाओं में फिलहाल बड़ी गिरावट की आशंका है। उन्होंने कहा कि सामान्य मानसून के पूर्वानुमान से खाद्य मुद्रास्फीति खासकर अनाज और दलहन की कीमतों को थामने में मदद मिलेगी। दास के अनुसार मुद्रास्फीति में वृद्धि कोविड-19 संक्रमण की स्थिति और स्थानीय स्तर पर पाबंदियों से आपूर्ति श्रृंखला तथा ‘लॉजिस्टिक' पर पड़ने वाले असर पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि 50,000 करोड़ रुपये की नकदी सुविधा से बैंक योजना के तहत कोविड कर्ज बही खाता तैयार कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ने लघु-ऋण बैंकों के लिए 10,000 करोड़ रुपये के विशेष दीर्घकालिक रेपो परिचालन की भी घोषणा की।
- नयी दिल्ली । केंद्र सरकार ने बुधवार को स्पष्ट करते हुए कहा कि कंपनियों द्वारा कोरोना स्वास्थ केंद्रों के निर्माण पर लगाए गए पैसे को कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) गतिविधियों में जोड़ा जाएगा। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की तरफ जारी ताजा स्पष्टीकरण में यह जानकारी दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि अस्थायी अस्पतालों और अस्थायी कोरोना देखभाल केंद्रों की स्थापना या निर्माण में खर्च को कंपनी कानून के तहत एक कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधि माना जाएगा। मंत्रालय के अनुसार कोरोना देखभाल के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के निर्माण, मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन, ऑक्सीजन भंडारण संयंत्रों की स्थापना, ऑक्सीजन सांद्रता, वेंटिलेटर, सिलेंडर और कोरोना से संबंधित अन्य चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति या इसी तरह की अन्य गतिविधियां सीएसआर में शामिल हैं। मंत्रालय ने इस संबंध में बुधवार को परिपत्र भी जारी कर दिया। उसने कहा कि सरकारी तथ निजी कंपनियां कुछ शर्तों के साथ सीएसआर खर्च को जिम्मेदारी के रूप में अन्य कंपनियों के साथ मिलकर खर्च कर सकती हैं। कंपनियों को दरअसल तीन साल के वार्षिक औसत शुद्ध लाभ का दो से तीन प्रतिशत सीएसआर गतिविधियों में खर्च करना होता हैं।
- नयी दिल्ली । टाटा स्टील को वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च में 7,161.91 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ। मुख्य रूप से आय बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा। टाटा स्टील ने बुधवार को बीएसई को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी को 1,615.35 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी की कुल आय मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में उछलकर 50,249.59 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 37,322.68 करोड़ रुपये थी। टाटा स्टील का कुल खर्च आलोच्य तिमाही में बढ़कर 40,052 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 2019-20 की चौथी तिमाही में 35,432.42 करोड़ रुपये था।
- मुंबई । देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप से निपटने के लिए सिटी बैंक ने बुधवार को 200 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। सिटी बैंक के अलावा अमेरिका की फार्गो कंपनी ने तीस लाख डॉलर, स्विस बैंक ने 15 लाख डॉलर और अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट ने दस लाख डॉलर मदद के तौर पर देने की घोषणा की। सिटी बैंक के एशिया क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर बबेज ने कहा, ‘‘हम भारत में 100 वर्षों से भी अधिक समय से है और यह देश हमारे बीस हजार से अधिक कर्मचारियों का घर हैं। हम स्वास्थ्य संकट की इस घड़ी में भारत की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' बैंक ने एक बयान में कहा कि वह चिकित्सा और मानवीय जरूरतों में 75 करोड़ रुपये की तत्काल राहत देगा जबकि पिछले वित्त वर्ष में वह 75 करोड़ की मदद कर चुका हैं। इस राशि का इस्तेमाल ऑक्सीजन की आपूर्ति, अस्पतालों में बेड जोड़ना, डायग्नोस्टिक टेस्टिंग सिस्टम, व्यक्तिगत सुरक्षा किट और भारत के फ्रंटलाइन हेल्थकेयर श्रमिकों के लिए अन्य आपूर्त के लिए किया जाएगा। उसने कहा कि शेष राशि का उपयोग सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे के लिए और युवाओं को रोजगार योग्य कौशल प्रदान करने के लिए किया जाएगा। वेल्स फार्गो ने भी कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए राहत प्रयासों सहायता करते हुए 22 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। इस राशि का इस्तेमाल गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से अस्पताल की क्षमता बढ़ाने, ऑक्सीजन सांद्रता और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति करने में किया जाएगा। वही अपोलो ग्लोबल मनेजमेंट ने भी मदद का हाथ बढ़ाते हुए सात करोड़ रुपये यानी दस लाख डॉलर की सहायता की घोषणा की है। जिसमे वह कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए तुरंत हजारों ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर और अन्य जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण मुहैया कराएगा। इसके अलावा स्विस बैंक का यूबीएस ग्रुप एजी भारत में चल रहे राहत अभियान में 15 लाख डालर (11 करोड़ रुपये) की मदद करेगा। वह चिकित्सा की आपूर्ति में योगदान देगा।
- नई दिल्ली। सोने की कीमत में लगातार दो दिन की तेजी के बाद बुधवार को गिरावट देखने को मिली। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 317 रुपये सस्ता हो गया। दूसरी ओर चांदी की कीमत में 2 हजार 328 रुपये की उछाल आई।विदेशों में सोने में गिरावट के असर से स्थानीय सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 317 रुपये की गिरावट के साथ 46 हजार 382 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने यह जानकारी दी है। मंगलवार को सोना 46 हजार 699 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। इसके उलट, चांदी 2 हजार 328 रुपये के उछाल के साथ 70 हजार 270 रुपये प्रति किलो ग्राम पर पहुंच गयी। पिछले सत्र में यह 67 हजार 942 रुपये पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मामूली गिरावट के साथ 1,776 डॉलर प्रति औंस पर आ गया था और चांदी 26.42 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित चल रह चल रही थी।वायदा कीमतों में तेजीमजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे स्थानीय वायदा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 34 रुपये की तेजी के साथ 46 हजार 905 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलिवरी के लिए सोने की कीमत 34 रुपये यानी 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 46 हजार 905 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 10 हजार 437 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली के कारण सोना वायदा कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोने की कीमत 0.02 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,776.30 डॉलर प्रति औंस हो गया।चांदी भी चमकीमजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को चांदी की कीमत 42 रुपये की तेजी के साथ 69 हजार 691 रुपये प्रति किलो हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 42 रुपये यानी 0.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 69 हजार 691 रुपये प्रति किलो हो गया। इस वायदा अनुबंध में 8,985 लॉट के लिए सौदे किए गए। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि चांदी वायदा कीमतों में तेजी का मुख्य कारण घरेलू बाजार में तेजी के रुख की वजह से कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करना था। हालांकि, वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी का भाव 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26.49 डालर प्रति औंस रह गया।

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