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- चेन्नई। केंद्रीय खारा जलजीव पालन अनुसंधान संस्थान (सीआईबीए) ने सोमवार को कहा कि झींगा पालन के समय उत्पन्न होने वाली जीवाणुजनित बीमारियों पर प्रभावी रोक के लिए उसने एक नया उत्पाद विकसित किया है। यह उत्पाद जीवाणु से पैदा होने वाली विशिष्ट बीमारी को ही निशाना बनाता है। यह उत्पाद जीवाणुभोजी विषाणु पर आधारित है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा स्थापित सीआईबीए ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ये जीवाणुभोजी विषाणु झींगा पालन से संबंधित गुणवत्तापूर्ण बीजों के उत्पादन में मदद करेंगे जो एंटीबायोटिक्स से मुक्त होंगे। विज्ञप्ति में कहा गया कि एंटीबायोटिक्स के विपरीत जीवाणुभोजी पद्धति में कोई अवशिष्ट संबंधी मुद्दा नहीं है और इसका लाभ यह है कि यह संबंधित विशिष्ट जीवाणु को ही खत्म करती है तथा अन्य सूक्ष्म जीवों को नुकसान नहीं पहुंचाती।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने सॉवरेन गारंटी बांड से 8,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई है। सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी के पुनरोद्धार के लिए 8,500 करोड़ रुपये के सॉवरेज गारंटी बांड की मंजूरी दी थी। बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी. के. पुरवार ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, हमने बांड को सुबह 10:30 बजे खोला और 12 बजे बंद कर दिया। बांड को दोगुना से अधिक अभिदान मिला। हमें 17,170 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां मिलीं, लेकिन हमने बांड के मंजूर आकार के हिसाब से 8,500 करोड़ रुपये ही स्वीकार किए।'' बीएसएनएल को इसके लिए 17,183 करोड़ रुपये की 229 बोलियां मिलीं। ये बांड 6.79 प्रतिशत सालाना की कूपन दर पर 10 साल के लिए जारी किए गए हैं। इसमें राष्ट्रीय पेंशन योजना, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने भाग लिया।
- मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्राहकों की मदद के लिये खुदरा ऋण पुनर्गठन के वास्ते अपनी वेबसाइट पर सुविधा शुरू की है। यह सुविधा रिजर्व बैंक के खुदरा ऋण पर एकबारगी पुनर्गठन की अनुमति दिये जाने के तहत शुरू की गई है। एसबीआई ने सोमवार को कहा कि ग्राहक उसकी वेबसाइट पर जाकर यह पता लगा सकते हैं कि उनका ऋण खाता पुनर्गठन के लिए पात्र है कि नहीं। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने कोविड-19 महामारी से प्रभावित व्यक्तिगत ऋण और कॉरपोरेट ऋण ग्राहकों को एकबारगी ऋण पुनर्गठन सुविधा की घोषणा की थी। एसबीआई के प्रबंध निदेशक (खुदरा एवं डिजिटल बैंकिंग) सी एस शेट्टी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने विचार किया कि ग्राहकों को बैंक की शाखा पर नहीं आना पड़े और वे वेबसाइट पर ही यह पता लगा लें कि उनका ऋण पुनर्गठन हो सकता है या नहीं।'' हालांकि, बाद में पात्र ग्राहक को कागजात पर दस्तखत और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के लिए बैंक शाखा में आना होगा। उन्होंने बताया कि खुदरा ऋण ग्राहकों को बैंक की वेबसाइट पर एक संबंधित खंड में अपना खाता नंबर डालना होगा। ओटीपी सत्यापन और अन्य जरूरी जानकारी देने के बाद ग्राहक को पता चल जाएगा कि वे इस सुविधा के पात्र हैं या नहीं। ग्राहक को एक ‘रेफरेंस नंबर' दिया जाएगा, जो 30 दिन के लिए वैध होगा। इस अवधि में ग्राहक को बैंक शाखा में जाकर औपचारिकताओं को पूरा करना होगा।
- नई दिल्ली। गूगल पे ने अपने मंच पर टोकनाइजेशन को लागू करने की घोषणा की, जिसके जरिए उपयोगकर्ता अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का सुरक्षित रूप से इस्तेमाल कर सकेंगे। टोकनाइजेशन के जरिए गूगल पे एंड्रायड उपयोगकर्ता अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल अपने कार्ड को प्रत्यक्ष रूप से स्वैप किए बिना कर सकेंगे। इसके तहत कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर भेजे गए सुरक्षित डिजिटल टोकन के जरिए भुगतान हो जाएगा।कंपनी ने एक बयान में कहा कि वीजा और बैंकिंग भागीदारों के साथ यह सुविधा अब एक्सिस और एसबीआई कार्ड के सभी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है। कोटक और अन्य बैंकों के साथ यह सुविधा बहुत जल्द शुरू होने की उम्मीद है। बयान में कहा गया कि टोकन भुगतान के साथ, गूगल पे उपभोक्ताओं को एनएफसी सक्षम एड्रायड डिवाइस या फोन का इस्तेमाल करके सुरक्षित भुगतान करने में मदद मिलेगी। बयान के मुताबिक इस सुविधा से 25 लाख से अधिक वाजा व्यापारिक स्थानों पर संपर्क रहित भुगतान किया जा सकेगा। इसके साथ ही 15 लाख से अधिक भारत क्यूआर में स्कैन करके भुगतान किया जा सकेगा। गूगल पे के कारोबार प्रमुख सजीथ शिवनंदन ने कहा, हम अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित भुगतान के अनुभव की पेशकश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और टोकन के इस्तेमाल से धोखाधड़ी का कोई मौका भी खत्म हो जाता है।---
- नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक रुख और रुपये की विनिमय दर में गिरावट के साथ राष्ट्रीय राजधानी में सोना सोमवार को 326 रुपये टूटकर 52,423 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार पिछले कारोबार में मूल्यवान धातु 52 हजार 749 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। चांदी की कीमत भी 945 रुपये लुढ़क कर 68 हजार 289 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयी।पिछले कारोबार में यह 69 हजार 234 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इस बीच, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे मजबूत होकर 73.38 (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में गिरावट रही। वैश्विक बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,940 डॉलर प्रति औंस पर रहा जबकि चांदी 26.50 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, डॉलर में सुधार के साथ सोने की कीमत दबाव में रही। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के उपाध्यक्ष (जिंस शोध) नवनीत दमानी ने कहा, डॉलर की विनिमय दर में वृद्धि के साथ सोना शुरूआती लाभ को बरकरार नहीं रख पाया और इसमें गिरावट आई।-----
- नयी दिल्ली । इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने रविवार को कहा कि बिश्वरूप बसु को संस्थान का अध्यक्ष चुना गया है। संस्थान की विज्ञप्ति के अनुसार पी राजू अय्यर उपाध्यक्ष होंगे। दोनों को 2020-21 के लिये चुना गया है। संसद के कानून से गठित सांवधिक निकाय का मुख्यालय कोलकाता में है। इसके छात्रों की संख्या पांच लाख है और दुनिया भर में इके 75,000 सदस्य हैं। बसु को संस्थान की केंद्रीय परिषद के लिये 2019-23 अवधि के लिये दोबारा से चुना गया था। वह 2019-20 में उपाध्यक्ष चुने गये थे। अय्यर का वित्त, लागत प्रबंधन, परियोजना प्रबंधन और शिक्षा में विशेषज्ञता है।
- नई दिल्ली। टाटा सीआरआईएसपीआर (क्लस्टर्ड रेगुलरली इंटरस्पेस्ड शार्ट पालिंड्रोमिक रिपीट) जांच, जो कि सीएसआईआर - आईजीआईबी (इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी) एफईएलयूडीए द्वारा संचालित है, को नोवेल कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए 96 प्रतिशत संवेदनशीलता एवं 98 प्रतिशत विशिष्टता के साथ उच्च गुणवत्ता वाले मानदण्डों को पूरा करने केआईसीएमआर के दिशा निर्देश के अनुसार ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया (डीसीजीआई) से व्यावसायिक शुरुआत के लिए विनियामक मंजूरी मिल गयी। इस जांच में एसएआरएस - कोव-2 वायरस के जीनोमिक अनुक्रम का पता लगाने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित एक अत्याधुनिक सीआरआईएसपीआर तकनीक का उपयोग होता है।टाटा सीआरआईएसपीआर जांच कोविड -19 के वायरस का सफलतापूर्वक पता लगाने के लिए विशेष रूप से अनुकूलित सीएएस 9 प्रोटीन को तैनात करने वाला दुनिया की पहली नैदानिक जांच है। यह भारतीय वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो 100 दिनों से कम समय में अनुसंधान एवं विकास से आगे बढ़ते हुए एक उच्च सटीकता, मापने योग्य एवं विश्वसनीय जांच तक पहुंच गया है। टाटा सीआरआईएसपीआर जांच पारंपरिक आरटी-पीसीआर परीक्षणों की सटीकता के स्तर को तेज गति से कम समय में, कम महंगे उपकरण और आसान उपयोग के साथ हासिल करता है। इसके अलावा, सीआरआईएसपीआर भविष्य की एक तकनीक है जिसे आने वाले समय में कई अन्य रोग जनकों का पता लगाने के लिए भी तैयार किया जा सकता है।यह प्रयास वैज्ञानिक समुदाय और उद्योग के बीच एक उपयोगी सहयोग का परिणाम है। टाटा समूह ने सीएसआईआर-आईजीआईबी एवं आईसीएमआर के साथ मिलकर एक उच्च गुणवत्ता वाली जांच तैयार करने का काम किया है, जो राष्ट्र को कोविड -19 जांच को त्वरित एवं आर्थिक रूप से सफल बनाने में मदद करेगा। यह मेड इन इंडिया उत्पाद है, जो कि सुरक्षित, विश्वसनीय, किफायती एवं सुलभ है।इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, गिरीश कृष्णमूर्ति, सीईओ, टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स लिमिटेड, ने कहा, कोविड-19 के लिए टाटा सीआरआईएसपीआर जांच की मंजूरी से इस वैश्विक महामारी से लडऩे के देश के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा। टाटा सीआरआईएसपीआर जांच का व्यावसायीकरण देश की अनुसंधान एवं विकास संबंधी जबरदस्त प्रतिभा को दर्शाता है, जो वैश्विक स्वास्थ्य सेवा एवं वैज्ञानिक अनुसंधान की दुनिया में भारत के योगदान को रूपांतरित करने में मदद कर सकता है।डॉ. शेखर सी मांडे, महानिदेशक-सीएसआईआर, ने सीएसआईआर-आईजीआईबी के वैज्ञानिकों एवं छात्रों की टीम, टाटा सन्स तथा डीसीजीआई को वर्तमान महामारी के दौरान किए गए अनुकरणीय कार्य एवं सहयोग, जो नोवेल डायग्नोस्टिक किट की मंजूरी एवं भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में नवाचारके लिए आगे का मार्ग प्रशस्त करने के लिए किया गया था, के लिए बधाई दी।सीएसआईआर - आईजीआईबी के निदेशक डॉ. अनुराग अग्रवाल ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि सीएसआईआर ने जीनोम डायग्नॉस्टिक्स और थैरेप्यूटिक्स के लिए सिकल सेल मिशन के तहत जो काम शुरू किया उसने एक नए ज्ञान को जन्म दिया है, जिसे एसएआरएस -कोव-2 के लिए जल्दी से एक नयी नैदानिक जांच विकसित करने के लिए तैयार किया जा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह वैज्ञानिक ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के परस्पर संबंध और डॉ. देवज्योति चक्रवर्ती एवं डॉ. सौविक मैती के नेतृत्व वाली युवा अनुसंधान टीम की रचनात्मकता को दर्शाता है।
- नई दिल्ली। सैमसंग कंपनी अपनी गैलेक्सी सीरिज का नया 5 जी फोन 23 सितंबर को लांच करने जा रही है। इस फोन का नाम है Galaxy S20 FE 5G ...इस फोन की क्या-क्या खासियत है.... आइये देखें...-इस फोन को लांच करने से पहले ही इसकी तस्वीरें लीक हो गई हैं। जिसके अनुसार इस फोन में हैं ट्रिपल रियर कैमरा और साथ में है स्नेपड्रेैगन 865 चिपसेट और आईपी 68 रेटिंग। इस फोन में प्लास्टिक बॉडी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें स्लिम बेजल्स के साथ पंच होल डिजाइन वाला डिस्प्ले मिल सकता है। पीछे की तरफ ट्रिपल कैमरा मॉड्यूल दिया गया है। फोन में 6.5 इंच की फुल एचडी अमोल्ड स्क्रीन मिल सकती है। फोन में इन डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर मिल सकता है। रियर कैमरे में एफ/1.8 अपर्चर के साथ 12 मेगापिक्सल का प्राइमरी लेंस, एफ/2.0 अपर्चर के साथ 8 मेगापिक्सल का टेलिफोटो लेंस और एफ/2.2 अपर्चर के साथ 12 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड लेंस मिल सकता है। वहीं, सेल्फी के लिए इसमें 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया जाएगा। साथ में है इसमें 6 जीबी रैम, 128 जीपी स्टोरेज और स्नैपड्रैगन 865 प्रोसेसर दिया जाएगा। फोन में बैटरी की क्षमता है- 4500 mAh.. जो 15 वॉट फास्ट चार्जिंग सपॉर्ट करेगी। इसकी कीमत 1148.65 कैनेडियन डॉलर यानी करीब 64 हजार 500 रुपये अनुमानित है।अब देखना ये है कि भारतीय बाजार में इस फोन को कितना रिस्पांस मिलता है।-----
- नई दिल्ली। हिंदुस्तान ऑर्गेनिक केमिकल्स लिमिटेड (एचओसीएल), जो कि रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन एक सार्वजानिक उपक्रम है,को उसके सभी उत्पादों के लिए ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडड्र्स-बीआईएस प्रमाणन प्रदान किया गया है।एचओसीएल अपनी स्थापना के बाद से रसायनों के निर्माण में अग्रणी रहा है और गुणवत्ता इसका आदर्श वाक्य है। यह कंपनी एक या दूसरे तरीके से भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल का समर्थन एवं उसका कार्यान्वयन कर रही है। एचओसीएल, जो कि रसायन उद्योग में अग्रणी है, की उत्पादन इकाई केरल के कोच्चि में है। यह औषधि एवं दवा, रेजिन एवं परत, विरंजक एवं संबंधित उत्पाद, रबर रसायन, पेंट, कीटनाशक तथा वस्त्र उद्योग जैसे महत्वपूर्ण उद्योगों के लिए आवश्यक बुनियादी कार्बनिक रसायन प्रदान करता है। वस्तुत: यह जीवन के हर पहलू को छूता है। यह कोविड महामारी के इस दौर में सैनिटाइजऱ का भी निर्माण कर रहा है।एचओसीएल का गठन 1960 में बुनियादी रसायन के उत्पादन को स्वदेशी बनाने, रसायन उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने तथा महत्वपूर्ण जैविक रसायनों के आयात पर देश की निर्भरता को कम करने के पहले प्रयास के रूप में किया गया था।
- नई दिल्ली। जर्मनी की लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू की दोपहिया इकाई बीएमडब्ल्यू मोटोराड भारत के क्रूजर बाइक बाजार में उतर गई है। कंपनी ने अपना पूरी तरह नया आर18 मोटरसाइकिल मॉडल भारतीय बाजार में पेश किया है। बीएमडब्ल्यू आर18 दो संस्करणों में पेश की गई है। इनकी शोरूम कीमत क्रमश: 18.9 लाख रुपये और 21.9 लाख रुपये है। कंपनी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस मॉडल का ऑर्डर आज से ही बीएमडब्ल्यू मोटोराड डीलर को दिया जा सकता है। बीएमडब्ल्यू ग्रुप के अध्यक्ष विक्रम पावह ने कहा, बीएमडब्ल्यू आर18 के जरिये बीएमडब्ल्यू मोटोराड क्रूजर खंड में उतर गई है। इसकी काफी समय से प्रतीक्षा थी। भारत में बाइक प्रेमी लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे।
- कोलकाता। भारतीय चाय संघ (आईटीए) के एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर बंगाल के 168 चाय बागानों के कामगारों को पिछले वित्त वर्ष के लिये 20 प्रतिशत बोनस मिलेगा। इससे पहले उन्हें 2018-19 में 18.5 प्रतिशत की दर से बोनस दिया गया था। भारतीय चाय संघ के महासचिव अरिजीत राहा ने कहा कि उत्तर बंगाल के चाय बागान के कामगारों को 20 प्रतिशत बोनस देने का निर्णय शुक्रवार की रात लिया गया। हालांकि, दार्जिलिंग चाय उद्योग के कामगारों का बोनस भुगतान अभी तय नहीं हुआ है। राहा ने कहा कि चाय बागान के प्रतिनिधियों ने चाय उद्योग की ट्रेड यूनियनों के साथ एक आभासी बैठक की, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि सात अक्टूबर 2020 तक बोनस भुगतान करना होगा और ट्रेड यूनियनें अब किसी अन्य लंबित मुद्दे पर आंदोलन नहीं करने पर सहमत हुए हैं। चालू कैलेंडर वर्ष में फसल कम होने के कारण नीलामी में उत्तरी बंगाल और दार्जिलिंग दोनों के चाय की कीमतें चढ़ गयी हैं।
- नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कराधान और अन्य विधियां (कतिपय उपबंधों का संशोधन और छूट) विधेयक 2020 शुक्रवार को लोकसभा में प्रस्तुत किया।यह बिल इस वर्ष मार्च में लाए गए अध्यादेश की जगह लेगा जिसमें छूट देते हुए कर अदा करने की समय-सीमा बढ़ा दी गई थी और कुछ कानूनों के तहत लगने वाले जुर्माने माफ कर दिए गए थे। इन कानूनों में आयकर अधिनियम 1961 (आईटी कानून), कुछ वित्त संबंधी अधिनियम, केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम 1944, कस्टम्स अधिनियम 1962 और बेनामी परिसंपत्ति लेन-देन पर रोक संबंधी अधिनियम 1988 शामिल हैं। मार्च में लाए गए इस अध्यादेश ने विवाद से विश्वास योजना के तहत आयकर फाइल करने और अदा करने की अंतिम तिथि भी बढ़ा दी थी।इस विधेयक में ये छूट भारत में कोरोना वायरस महामारी फैलने की परिदृष्टि में दी गईं हैं। विधेयक में प्रस्तावित है कि आईटी अधिनियम में संशोधन का प्रावधान है जिसके तहत पीएम केयर्स कोष में योगदान करने वाले व्यक्ति को अपनी कर -योग्य आय में सौ प्रतिशत छूट की सुविधा मिलेगी।---
- नई दिल्ली। किआ मोटर्स इंडिया ने भारत में अपनी तीसरी कार किआ सॉनेट लॉन्च कर दी है। जिसकी कीमत 6.71 लाख रुपए से प्रारंभ है। कंपनी का लक्ष्य पहले ही साल में 1 लाख कारें भारत में बेचने और 50 हजार कारें एक्सपोर्ट करने का है।कार के बेस मॉडल (1.2 लीटर इंजन के साथ एचटीई) की कीमत 6.71 लाख रुपये और टॉप मॉडल (त्रञ्जङ्ग+) की कीमत 11.99 लाख रुपये रखी गई है। ये इंट्रोडक्टरी प्राइस (एक्स-शोरूम) हैं। यह एक सब-4 मीटर (4 मीटर से छोटी) कॉम्पैक्ट एसयूवी है, जिसकी झलक कंपनी पिछले महीने दिखा चुकी थी। कंपनी ने इसके डिजाइन और फीचर्स की जानकारी पहले ही जारी कर दी थी, आज सिर्फ इसकी कीमतों का ऐलान किया गया है।किआ सॉनेट में तीन इंजन ऑप्शन मिलते हैं, जो 1.2-लीटर पेट्रोल, 1.5-लीटर सीआरडीआई डीजल इंजन और 1.0-लीटर टर्बो- जीडीआई पेट्रोल इंजन हैं। 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन सिर्फ 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ ही आता है और 83 पीएस की पावर जनरेट करता है। वहीं, 1.5 लीटर डीजल इंजन 6 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन और फस्र्ट इन सेगमेंट 6 स्पीड अडवांस ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आता है। मैन्युअल ट्रांसमिशन में यह 100 पीएस की पावर और ऑटोमैटिक में 115 पीएसकी पावर जनरेट करता है। वहीं, 1.0 लीटर टर्बो जीडीआई पेट्रोल इंजन 120 पीएस की पावर और इसमें 7-स्पीड डीसीटी और 6 स्पीड आईएमटी ट्रांसमिशन में आता है।क्या है खासियतकिआ सॉनेट में 24 नए फीचर्स जोड़े गए हैं, जैसे कि 10.25-इंच के इंफोटेनमेंट सिस्टम, डीज़ल ऑटोमेटिक वेरियंट, मैनुअल ट्रांसमिशन में भी स्मार्ट की रिमोट इंजन स्टार्ट, वायरस प्रॉटेक्शन वाला स्मार्ट एयर प्यूरीफायर और ड्राइवर व को-पैसेंजर वेंटिलेटेड सीट्स आदि। इसमें इंटीरियर में बड़ी टचस्क्रीन के साथ वर्टिकल एसी वेंट्स, 4.2 इंच का इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, 3-स्पोक स्टीयरिंग वील, क्रूज कंट्रोल, इंजन स्टार्ट/स्टॉप बटन, फ्रंट पार्किंग सेंसर, ट्रेक्शन कंट्रोल और 7-स्पीकर बॉस ऑडियो सिस्टम दिया गया है। इसके अलावा हाइट एडजेस्टमेंट के साथ ड्राइवर सीट, वायरलेस चार्जिंग, सनरूफ जैसे फीचर्स मिल जाते हैं। सेफ्टी के लिए इसमें 6 एयरबैग्स, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर्स एबीएस विद ईबीडी, ब्रेक असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटर, प्रोजेक्टर हेडलैंप, और ऑटो हेडलैंप जैसे फीचर्स मिल जाते हैं।
- नई दिल्ली। एप्पल कंपनी अगले हफ्ते भारत में अपने ऑनलाइन स्टोर की शुरुआत करेगी, जहां देश भर के ग्राहकों को पहली बार कंपनी के उत्पादों की पूरी श्रृंखला की पेशकश की जाएगी।इस पहल से एप्पल को त्योहारी मांग का फायदा उठाने में मदद मिलेगी। तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने आज बताया कि 23 सितंबर को शुरू होने वाले नए ऑनलाइन स्टोर से ग्राहकों को दुनिया भर में फैले एप्पल स्टोर के समान सेवाएं मिलेंगी।एप्पल के सीईओ टिम कुक ने फरवरी में कहा था कि कंपनी इस साल के अंत में भारत में अपना ऑनलाइन स्टोर शुरू करेगी, जबकि उसका पहला पारंपरिक खुदरा स्टोर 2021 में चालू होगा। एप्पल की वरिष्ठ उपाध्यक्ष डिडेर ओ ब्रायन ने कहा, हम जानते हैं कि हमारे उपयोगकर्ता जुड़े रहने, सीखने और रचनात्मकता का इस्तेमाल करने के लिए प्रौद्योगिकी पर भरोसा कर रहे हैं, और भारत में एप्पल स्टोर को ऑनलाइन लाकर, हम इस महत्वपूर्ण समय में अपने ग्राहकों को एप्पल की बेहतरीन पेशकश दे रहे हैं।एप्पल इस समय भारत में अपने उत्पादों को तीसरे पक्ष के विक्रेताओं और फ्लिपकार्ट तथा अमेजन जैसे ऑनलाइन मार्केटप्लेस के जरिए बेचती है। केंद्र सरकार ने पिछले साल एकल-ब्रांड खुदरा क्षेत्र के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के दिशानिर्देशों में ढील दी थी, जिसके तहत कंपनियों के लिए स्थानीय स्तर पर आउटसोर्सिंग के नियमों को आसान बनाया गया। सरकार के इस कदम के बाद एप्पल ने कहा था कि वह अपने वैश्विक मानकों के अनुरूप भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए ऑनलाइन और पारंपरिक स्टोर खोलने की इच्छुक है। कंपनी ने बयान में कहा कि ग्राहक इन स्टोर के जरिए सलाह पा सकते हैं और नए उत्पादों के बारे में सीधे ऐपल से सीख सकते हैं।---
- - देश में 16 कोविड-19 जैव-भंडारों के नेटवर्क की स्थापना की गई हैनई दिल्ली। बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा 5 राष्ट्रीय कोविड-19 जैव-भंडारों (बायोरिपोजिटरी) की स्थापना की गई है। यह देश में बायोटेक्नोलॉजी विभाग, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् तथा वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् द्वारा स्थापित 16 कोविड-19 जैव-भंडारों के नेटवर्क का हिस्सा है।ये जैव-भंडार नैदानिक और वायरल नमूने एकत्रित कर रहे हैं। अब तक, 44 हजार 452 नैदानिक नमूने और 17 वायरल वियोजन एकत्रित किए गए हैं जो कि नैदानिक, उपचारात्मक और वैक्सीन का विकास करने के लिए अनुसंधानकर्ताओं और उद्योग के लिए उपलब्ध हैं। अखिल भारतीय 1000 सार्स-कोव-2 आरएनए जीनोम अनुक्रमण सफलतापूर्वक कर लिया गया है जिसकी घोषणा बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा 1 अगस्त, 2020 की गई। इसका नेतृत्व बायोटेक्नोलॉजी विभाग के स्वायत्तशासी संस्थान, राष्?ट्रीय जैव चिकित्सा जीनोमिकी संस्थान, (एनआईबीएमजी-कल्याणी), पश्चिम बंगाल सहित 5 अन्य समूहों; नैदानिक संगठनों और अन्य अस्पतालों द्वारा किया गया था।ये अनुक्रमण पूरे विश्व में अनुसंधानकर्ताओं द्वारा प्रयोग किए जाने के लिए ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इंडिया इंफ्लुएंजा डाटा पर अपलोड किए गए हैं। ये अनुक्रमण अखिल भारतीय 1000 सार्स-कोव-2 आरएनए जीनोम अनुक्रमण संघÓ के तहत अपलोड किए गए हैं। अब ये अनुसंधानकर्ताओं के उपयोग के लिए उपलब्ध हैं।राष्ट्रीय तौर पर, उद्योग और शैक्षणिक समुदाय द्वारा लगभग 30 वैक्सीन कैंडीडेट विकासाधीन है। ये वैक्सीन पूर्व-नैदानिक और नैदानिक विकास के विभिन्न चरणों में है । वैक्सीन संबंधी अनुसंधान संसाधनों, नैदानिक परीक्षण साइटों की स्थापना और समर्थ विनियामक दिशा-निर्देश अधिसूचित करने के लिए सहायता प्रदान की जा रही है।वैक्सीन वितरण और प्रतिरक्षण से संबंधित मामलों की जांच एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समूह द्वारा की जा रही है। कोरोना वायरस वैक्सीन का वितरण और प्रतिरक्षण उपलब्धता पर निर्भर करता है। एक बार उपलब्ध होने पर, कोरोना वायरस वैक्सीन वितरण के लिए सर्वव्यापी प्रतिरक्षण कार्यक्रम (यूआईपी) के तहत वैक्सीन वितरण की वर्तमान कार्यप्रणाली में अपनाए जाने वाले क्रम का अनुकरण किया जाएगा।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री और पृथ्वी विज्ञान मंत्री, डॉ. हर्ष वर्धन ने आज लोक सभा में एक लिखित जवाब के माध्यम से यह जानकारी दी।---
- नयी दिल्ली। सरकार की देशभर में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रों (पीएमबीजेके) की संख्या बढ़ाकर 10,500 करने की योजना है। रसायन और उवर्रक मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि मार्च 2025 तक यह संख्या बढ़ाने की योजना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 15 सितंबर 2020 तक देशभर में 6,606 जनऔषधि केंद्र हैं। रसायन और उर्वरक मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने कहा, ‘‘ देश के आम नागरिकों विशेषकर गरीबों को सस्ते दामों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार ने मार्च 2025 तक पीएमबीजेके की संख्या 10,500 करने का लक्ष्य रखा है।'' बयान के मुताबिक इसके बाद देश के हर जिले में जनऔषधि केंद्र होगा। यह देश के हर कोने में सस्ती गुणवत्तापूर्ण दवाओं तक लोगों की पहुंच सुनिश्चित करेगा। बयान में कहा गया है कि केंद्रों के विस्तार के साथ ही सभी स्थानों पर दवाओं का वास्तविक समय में वितरण सुनिश्चित करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी से लैस लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला प्रणाली स्थापित की गयी है। देश में पीएमबीजेके के अभी चार गोदाम गुरुग्राम, चेन्नई, बेंगलुरू और गुवाहाटी में कार्यरत हैं। सरकार की योजना ऐसे और गोदाम खोलने की है।
- नई दिल्ली। मोबाइल के इस जमाने में मोबाइल सेट बनाने वाली कंपनियां नई-नई तकनीक के साथ फोन लेकर आ रही हैं। जितनी ज्यादा रकम, उतनी ज्यादा सुविधा। अब मोटोरोला की बात करें तो इस कंपनी ने पिछले साल फोल्डेबल फोन पेश किया था। अब कंपनी ने इस तकनीक का अपग्रेड डिवाइस पेश किया है।मोटोरोला ने पिछले साल बीच से फोल्ड होने वाला फोन Moto RAZR पेश किया था। अब कंपनी ने पेश किया है- Motorola RAZR 5G........इस फोन की पहली सेल बीते मंगलवार को हुई थी और 2 मिनट में ही इसके सारे फोन बिक गए और यह सेट आउट ऑफ स्टॉक हो गया। इसकी कीमत है 12 हजार 499 युआन यानी भारतीय रुपए में करीब 1 लाख 36 हजार। अत्यधिक कीमत के बाद भी यह फोन हाथों हाथ बिक गया। अब कंपनी इसकी अगली सेल 21 सितंबर को लगाने जा रही है।मोटोरोला से इस फोन में है फोल्डिंग स्क्रीन के साथ बेहद खास हिंज मकैनिज्म । लेनोवो कंपनी ने इसके बारे में डीटेल्स शेयर किए हैं। कंपनी के अनुसार इंडस्ट्री का एक्सक्लूसिव 100 से ज्यादा पेटेंट्स वाला स्टार ट्रैक शाफ्ट इस्तेमाल करता है। इस हिंज की मदद से स्क्रीन कव्र्ड होकर मुड़ जाती है। इसके अलावा बार-बार बीच से मोडऩे के बावजूद फोन ओपन करते ही डिस्प्ले फ्लैट हो जाता है और आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। इस फोन की लाइफ 5 साल से ज्यादा है।.रिसर्चर्स का कहना है कि इस फोन को 2 लाख बार फोल्ड-अनफोल्ड किया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि कोई यूजर फोन को कम से कम पांच साल तक इस्तेमाल कर सकता है। इसके अलावा फ्लेक्सिबल स्क्रीन का इस्तेमाल वॉटरड्रॉप शेप में करता है, जो सबसे पहले लेनोवो रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से इंट्रोड्यूस की गई। ऐसे शेप की मदद से फोन को अंदर की ओर मोड़ा जा सकता है। इसके अलावा इलास्टिक मेटल स्ट्रक्चर डिस्प्ले को ओपन करने पर फ्लैट रखता है और उसपर सिलवटें नहीं पडऩे देता। बात करें कैमरा की तो फोन का प्राइमरी कैमरा 48 मेगापिक्सल का दिया गया है और सेल्फी कैमरा 20 मेगापिक्सल का है। इस डिवाइस में 2800 mAh की बैटरी मिलती है, जिसके साथ 15 डब्ल्यू फ्लैश चार्जिंग का सपॉर्ट भी दिया गया है।
- -कोविड 19 महामारी को देखते हुए तमाम एहतियात का किया गया पालनरायपुर। नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) मशीनरी डिवीजन के मंदिर हसौद स्थित परिसर में आज शिल्पदेव भगवान श्री विश्वकर्मा जी की पूजा परंपरागत उत्साह और भक्ति भाव के साथ की गई। इंजीनियरों, शिल्पकारों और रचनाकारों ने ईष्टदेव विश्वकर्मा जी की आराधना करते हुए संकल्प लिया गया कि राष्ट्र निर्माण एवं इनोवेशन की रफ्तार और तेज की जाएगी जिससे प्रत्येक भारतीय को स्टील के माध्यम से सुविधायुक्त संपन्न जीवन सुलभ हो सके।कोविड19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए 2 गज की दूरी, थर्मल स्कैनर, सैनिटाइजर और मास्क जैसे तमाम एहतियात के बीच जेएसपीएल परिसर में भगवान श्री विश्वकर्मा की जयंती मनाई गई। दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद प्लांट हेड अरविन्द तगई ने कहा कि जेएसपीएल की नीति राष्ट्र निर्माण के प्रति कर्मयोग की साधना है। आज कोविड 19 जैसी आपदा में श्री नवीन जिन्दल, श्रीमती शालू जिन्दल समेत पूरा जेएसपीएल परिवार जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित है और साथ ही साथ मानवता के हित में जरूरी स्टील उत्पादों की भी आपूर्ति कर रहा है। उन्होंने भगवान से प्रार्थना की कि देश को शीघ्र इस महामारी से निजात मिले ताकि स्वस्थ रहकर प्रत्येक नागरिक राष्ट्र के विकास में अपना योगदान कर सके।जेएसपीएल परिसर में प्रत्येक वर्ष धूमधाम से भगवान श्री विश्वकर्मा जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है, जिसमें सभी कर्मचारी सपरिवार सम्मिलित होकर अनुष्ठान करते हैं और बड़ी संख्या में अतिथि भी यहां आकर आहुति देते हैं। लेकिन कोविड19 महामारी के प्रति सतर्कता और सुरक्षा की वजह से इस बार सीमित संख्या में कर्मचारियों की मौजूदगी रही। इसके अलावा बाहरी व्यक्तियों और कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों के आने पर रोक लगा दी गई थी। यह अनुष्ठान पं. वी.पी. पांडेय जी ने संपन्न कराया। इस अवसर पर सुनील गुप्ता, सूर्योदय दुबे आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
- नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार उद्योगों को अनापत्ति प्रमाण पत्र और स्वीकृति देने की तमाम सुविधाओं हेतु सिंगल विंडो प्रणाली शुरू करने के लिए प्रयासरत है।लोकसभा में बुधवार को एक लिखित प्रश्न के उत्तर में श्री गोयल ने कहा कि भारत में निवेश के लिए सूचना टेक्नोलॉजी के कई प्लेटफॉर्म उपलब्ध होने के बावजूद निवेशकों को विभिन्न जानकारियां हासिल करने और अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए कई जगह भटकना पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि नई प्रणाली के बन जाने से निवेशकों को केंद्र और राज्य सरकारों से संबंधित सभी स्वीकृतियां एक ही डिजिटल मंच पर उपलब्ध हो जाएंगी और वे भारत में आसानी से अपना कारोबार शुरू कर सकेंगे। श्री गोयल ने कहा कि निवेश की स्वीकृति के लिए यह प्रकोष्ठ एक राष्ट्रीय पोर्टल के रूप में काम करेगा। जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से संबंधित प्रणालियों को आपस में जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा करने से मंत्रालयों के मौजूदा सूचना टेक्नोलॉजी पोर्टलों के काम-काज पर कोई असर नहीं पड़ेगा।---
- नई दिल्ली। लोकसभा ने बुधवार को बैंकिंग नियमन (संशोधन) विधेयक-2020 पारित कर दिया। विधेयक पर हुई चर्चा में वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा- विधेयक से जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा होगी। उन्होंने कहा कि इससे देश में सहकारी बैंकों के जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा हो सकेगी। उन्होंने महाराष्ट्र में पीएमसी बैंक का जिक्र करते हुए कहा कि नए कानून के बन जाने से ऐसी स्थितियों में छोटे जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा की जा सकेगी। श्रीमती सीतारामन ने कहा कि कोरोना महामारी ने सहकारी बैंकों की वित्तीय स्थिति पर बुरा असर डाला है। उन्होंने बताया कि देश में दो सौ 77 शहरी सहकारी बैंक खराब हालत में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इनमें से एक सौ पांच सहकारी बैंक न्यूनतम निर्धारित राशि रखने की स्थिति में नहीं है, जबकि 47 की शुद्ध लागत ऋणात्मक स्थिति में है।वित्त मंत्री ने कहा कि इस विधेयक में बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949 की धारा-3, धारा-45 और धारा-56 में संशोधन का प्रस्ताव है। इससे नियम कानून की दृष्टि से सहकारी बैंकों और वाणिज्यिक बैंकों में एकरूपता लाई जा सकेगी। इस विधेयक से भारतीय रिज़र्व बैंक सहकारी बैंकों के पुनर्गठन या विलय की योजना बना सकेगा और जमाकर्ताओं के हित में सही प्रबंधन की व्यवस्था भी कर सकेगा।सहकारी समितियों द्वारा कृषि के विकास और प्राथमिक कृषि ऋण समितियों को दीर्घावधि पूंजी उपलब्ध कराए जाने के बारे में कुछ सदस्यों की आशंकाओं को दूर करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इन्हें इस विधेयक के दायरे में नहीं रखा गया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जो सहकारी समितियां अपने नाम के साथ बैंक शब्द का इस्तेमाल नहीं करती हैं और चेकों का समाशोधन नहीं करतीं हैं उन्हें इस विधेयक के दायरे से बाहर रखा गया है। कांग्रेस, माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने विधेयक को देश के संघीय ढांचे के खिलाफ बताते हुए इसका विरोध किया।वित्तमंत्री ने बहस का उत्तर देते हुए कहा कि यह विधेयक संघीय सूची के विषयों से संबंधित है, इसलिए इस पर राज्यों से विचार-विमर्श करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल समवर्ती सूची के विषयों पर राज्यों से परामर्श आवश्यक है।---
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नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने मैगलेव रेलगाड़ियों को भारत लाने के लिए स्विसरैपिडे के साथ गठजोड़ किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि अपने कारोबार का विविधीकरण करते हुए शहरी परिवहन में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए भेल ने स्विसरैपिडे के साथ सहमति ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत कंपनी मैगलेव (चुंबकीय उत्तोलन पर चलने वाली रेलगाड़ी) ट्रेन को भारत में लाएगी। मैगलेव रेलगाड़ी प्रणाली में रेलगाड़ी पटरी पर दौड़ने की बजाय हवा में रहती है। इसकी वजह ट्रेन को चुंबकीय क्षेत्र प्रभाव से नियंत्रित करना होता है, इसलिए उसका पटरी से कोई सीधा संपर्क नहीं होता। यह प्रणाली बेहद ऊर्जा दक्ष और रेलगाड़ी को 500 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार तक से चलाने में सक्षम होती है। इस तरह यह धीरे-धीरे रेलगाड़ी प्रणाली की कुल लागत को कम करती है। भेल ने कहा कि यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया' और ‘आत्मनिर्भर भारत' अभियान को ध्यान में रखकर किया गया है। यह समझौता भेल को इस विश्वस्तरीय प्रौद्योगिकी को भारत में लाने, उसका स्वदेशी विनिर्माण करने में सक्षम बनाएगी।
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नई दिल्ली। इस्पात मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इस्पात कंपनियां अपने-अपने संयंत्रों से देश के विभिन्न अस्पतालों को चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही हैं। मंत्रालय ने हाल ही में एक पोर्टल शुरू किया है जिसमें कारखानों के हिसाब से ऑक्सीजन की उपलब्धता और संयंत्रों से विभिन्न राज्यों को होने वाली दैनिक आपूर्ति के बारे में सूचना दी गयी है। मंत्रालय के बयान के अनुसार जिन राज्यों को इस्पात कारखानों से ऑक्सीजन मिली हैं, वे मध्य पदेश, छत्तीसगढ़, आंध्रा प्रदेश, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु और महाराष्ट्र हैं। हालांकि, बयान में उन संयंत्रों और कंपनियों के नाम नहीं बताये गये हैं जो ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही हैं। इससे पहले, इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंगलवार को ट्वीट कर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के उपायों और इस मामले में इस्पात कंपनियों की भूमिका पर पर चर्चा के लिये बैठक के बार में जानकारी दी थी। प्रधान ने कहा था कि इस्पात कंपनियों ने पिछले चार दिनों में 4,329 टन चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति विभिन्न अस्पतालों को की हैं।
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नई दिल्ली। डीबीएस बैंक इंडिया ने छोटे एवं मध्यम व्यवसायों (एसएमई) के लिये परेशानी मुक्त तरीके से ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बुधवार को एक ऑनलाइन ऋण मंच की शुरुआत की। इसके जरिये 20 करोड़ रुपये तक के कर्ज दिये जायेंगे। बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उसने सहज, सरल और परेशानी मुक्त बैंकिंग समाधानों पर निरंतर ध्यान केंद्रित करते हुए ऑनलाइन ऋण मंच ‘डीबीएस डिजिटल बिजनेस लोन्स फोर एसएमई' की शुरुआत की है। बैंक ने कहा कि यह 20 करोड़ रुपये तक के कर्ज उपलब्ध करा एमएसएमई के लिये कर्ज लेना सुगम बनाता है। उसने कहा कि पांच करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लेने के लिये ग्राहक बैंक का स्टेटमेंट और आयकर रिटर्न अपलोड कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। बैंक ने कहा कि उसने इस मंच का नयी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, चेन्नई, पुणे, सूरत, नासिक, कोल्हापुर और कोलकाता में परीक्षण पूरा कर लिया है। बैंक ने कहा है कि इस मंच के जरिये 1,000 करोड़ रुपये का रिण पहले ही वितरित किया जा चुका है। व्यापार, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में लगे कारोबारियों को मंच के जरिये कर्ज दिया गया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि आने वाले समय में बैंक ग्ररुग्राम, नोएडा, नवी मुंबई, अहमदाबाद, वड़ोदरा, राजकोट, हैदराबाद, कोयंबटूर, लुधियाणा, जयपुर, नागपुर और भुवनेश्वर में भी व्यवसायों के लिये आनलाइन रिण उपलब्ध कराने के पलेटफार्म शुरू करेगा। रिण आवेदन पूरा करने और दूसरे मानदंडों के पूरा होने पर 25 करोड़ रुपये तक का कारोबार करने वाले उद्यमी बैंक से पांच करोड़ रुपये तक का कर्ज 24 घटे के भीतर पा सकते हैं।
- नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने आज उद्योग जगत को आश्वासन दिया कि बाजार में नकदी की आपूर्ति सुनिश्चित करने और आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे।उन्होंने एक वेेबिनार में भारतीय वाणिज्य और उद्योग चैंबर्स संघ-फिक्की के सदस्यों से यह बात कही। श्री शक्तिकांत दास ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार की रफ्तार सुस्त होने की आशंका है क्योंकि जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, संक्रमण भी बढ़ रहा है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि नीतिगत ब्याज दरों में कटौती के फलस्वरूप देश के विभिन्न क्षेत्रों में बाजार की शर्तों में महत्वपूर्ण छूट दी गई है। इससे अप्रैल और अगस्त के बीच वाणिज्यिक कागजात, बॉण्ड, ऋण पत्रों और कॉरपोरेट निकायों के शेयरों में बैंकों का निवेश 56 अरब 15 करोड़ रुपये बढ़ गया। श्री दास ने आश्वासन दिया कि रिजर्व बैंक आर्थिक परिदृश्य की पूरी निगरानी कर रहा है और कोविड-19 संकट से बाहर निकलने के लिए उद्योग जगत और कारोबारियों की सहायता के लिए तैयार है।
- मुंबई। शेयर बाजारों में 16 सितंबर को लगातार दूसरे दिन तेजी रही। विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने के बीच बैंक, वाहन और आईटी शेयरों में तेजी के साथ बीएसई सेंसेक्स 258 अंक चढ़ गया। कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती और रिजर्व बैंक के गवर्नर के सकारात्मक बयान से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई।रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिये बैंक हर संभव कदम उठाने को तैयार है। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 258.50 अंक यानी 0.66 प्रतिशत बढ़कर 39,302.85 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.75 अंक यानी 0.72 प्रतिशत मजबूत होकर 11,604.55 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में महिंद्रा एंड महिंद्रा रही। इसमें 4.24 प्रतिशत की तेजी आयी। लाभ में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में बजाज ऑटो, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, एल एंड टी और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं। दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, एसबीआई, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल और ओएनजीसी जैसी कंपनियों में गिरावट दर्ज की गयी। इनमें 1.80 प्रतिशत तक की गिरावट आयी। कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रक नीति की घोषणा से पहले वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बावजूद घरेलू बाजार में शेयर केंद्रित लिवाली और विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से तेजी रही।शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 1,170.89 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। कारोबारियों ने कहा कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के बयान से भी बाजार को समर्थन मिला। उन्होंने बुधवार को कहा कि नकदी बनाये रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी, रिजर्व बैंक उसके लिये पूरी तरह तैयार है। दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े से अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 के व्यापक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव का पता चलता है। लेकिन पीएमआई (पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे कुछ आंकड़े आर्थिक गतिविधियों के स्थिर होने का संकेत देते हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, प्रमुख सूचकांक लाभ के साथ बंद हुए। अधिकतर खंडवार सूचकांक लाभ में रहे। हालाकि, सीमा पर तनाव बने रहने और कोविड-19 संक्रमण में लगातार बढ़ोतरी से लाभ सीमित रहा।'' उन्होंने कहा, वैश्विक रुख भी सकारात्मक रहे। प्रतिभागियों को यूएस एफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) की बैठक के नतीगत वक्तव्य की प्रतीक्षा है। बांड खरीद बढ़ाने के संकेत से बाजार को गति मिलेगी। बाजार के कल (बृहस्पतिवार) वैश्विक रुख के अनुरूप रहने की संभावना है। घरेलू स्तर पर कोई ठोस संकेत के अभाव में तेजी सीमित रह सकती है। वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई, हांगकांग और दक्षिण कोरिया का सोल नुकसान में रहे जबकि जापान में टोक्यो बाजार में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में बढ़त दर्ज की गयी। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 2 प्रतिशत मजबूत होकर 41.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे मजबूत होकर 73.52 पर बंद हुआ।