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- हर इंसान सुख-सुविधाओं भरा जीवन गुजारना चाहता है। अपनी ख्वाहिशों के साथ जरुरतों को पूरा करने के लिए भी इंसान को पैसों की जरुरत होती है। कभी-कभी ऐसा होता है हम अपने परिवार की जरुरतों को पूरा करने के दिन-रात मेहनत करते हैं। लेकिन अंत में हमारे हाथ खाली ही रहते हैं। कई बार घर में धन के टिकने का न कारण वास्तु दोष भी होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, वास्तु दोष को कुछ उपायों और टोटकों से दूर किया जा सकता है। जानिए अगर आपके घर का भी वास्तु खराब है तो उसे कैसे कर सकते हैं दूर, ताकि घर में टिकने लगे धन-1. वास्तु शास्त्र के अनुसार, आप जहां पैसे रखते हैं उस अलमारी या तिजोरी का मुख उत्तर दिशा में होना चाहिए। कहा जाता है कि इससे धन में वृद्धि के साथ खर्चा भी कम होता है।2. वास्तु के अनुसार, घर के पानी का निकास दक्षिण और पश्चिम दिशा से ही होना चाहिए। सही दिशा से जल निकासी का रास्ता होने से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।3. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में अक्सर टोटियों या नल से पानी गिरते रहना अशुभ होता है। इसके धन पानी की तरह बहता है और बेवजह के खर्च भी बढ़ता है।4. कहा जाता है कि घर में टूटे शीशे रखना अशुभ होता है। ऐसा करने से घर में नेगेटिव एनर्जी का वास होता है और आर्थिक नुकसान भी होता है।ये 3 चीजें बदल सकती हैं घर का माहौल-1. माना जाता है कि घर में स्वास्तिक का निशान होना जरुरी होता है। कहते हैं कि जिस घर में स्वास्तिक चिन्ह होता है वहां नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।2. कहते हैं कि घर में कलश रखना बेहद शुभ होता है। इससे घर में खुशियां आती हैं और आर्थिक लाभ भी होता है।3. कहते हैं कि घर में ओम का चिन्ह बनाने से वास्तु दोष दूर होता है और घर के सदस्यों के बीच प्यार बढ़ता है।
- गर्मियों के शुरू होते ही लंच हो या डिनर भोजन के साथ रायते खाने का मन हर किसी का करता है। आपने भी भोजन के साथ परोसने के लिए आज तक कई तरह के रायते बनाए होंगे, पर क्या आपने कभी अपनी किचन में मेथी का रायता ट्राई किया है। जी हां मेथी का रायता सेहत में फायदेमंद होने के साथ-साथ स्वाद में भी बेहद लाजवाब होता है। तो देर किस बात की आइए जानते हैं कैसे बनाया जाता है यह टेस्टी रायता।मेथी रायता बनाने के लिए सामग्री--1/2 कप मेथी के पत्ते-1 कप दही-1 टी स्पून लहसुन कटा हुआ-1 हरी मिर्च कटी हुई-1/2 टी स्पून जीरा-स्वादानुसार काला नमक-तड़के के लिए तेल-गार्निश करने के लिए चाट मसालामेथी रायता बनाने की विधि-मेथी रायता बनाने के लिए सबसे पहले कढ़ाई में तेल गर्म करके उसमें जीरा और लहसुन डालकर भून लें।जब लहसुन की कच्ची महक हट जाए तो कढ़ाई में मेथी के पत्ते डालकर तेज आंच पर एक मिनट के लिए और पकाएं। इसके बाद इसमें हरी मिर्च डालकर आंच बंद कर दें। इसे थोड़ी देर के लिए ठंडा होने दें। अब दही में थोड़ा सा नमक डालकर उसे अच्छी तरह फेंट लें। जब दही थोड़ा पतला हो जाए तो इसमें मेथी लहसुन मिश्रण डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब रायते में थोड़ा सा चाट मसाला डालकर गार्निश करें।
- ताजा शोध बताते हैं कि नियमित रूप से अखरोट और बादाम खाने से दिल का दौरा पडऩे का खतरा कम होता है और वजन काबू में रखने में भी मदद मिलती है।मेवे सेहत के लिए अच्छे होते हैं लेकिन इन्हें जरूरत से ज्यादा भी नहीं खाना चाहिए. तो क्या है काजू, बादाम या अखरोट को खाने का सही तरीका? और इन्हें खाने से शरीर में किस तरह के बदलाव होते हैं? विशेषज्ञों के अनुसार इससे ब्लड शुगर और लिपिड मेटाबोलिज्म के पैरामीटर पर असर होता है जिससे टाइप टू डायबिटिज के अलावा दिल की बीमारियों और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम होता है। " बादाम हमारा जीवन लंबा करता है. लेकिन यह होता कैसे है, इस पर दुनिया भर के वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं।म्यूनिख मेडिकल कॉलेज में अखरोट पर एक स्टडी की गई है। स्टडी में भाग लेने वाले एक व्यक्ति हैं डीटर गैर्शवित्स। आठ हफ्तों तक उन्होंने हर दिन एक मु_ी यानि 43 ग्राम अखरोट खाया. उसके बाद तुलनात्मक अध्ययन के लिए आठ हफ्ते तक कोई अखरोट नहीं। हर दिन बराबर कैलरी का सेवन। अखरोट खाने से पहले और उसके बाद दोनों ही उन्होंने अपनी मेडिकल जांच करवाई। जांच के नतीजे ने उन्हें हैरान कर दिया। वह कहते हैं, "मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि नियमित रूप से अखरोट खाने पर ऐसा नतीजा हो सकता है। " अखरोट का सबसे महत्वपूर्ण असर खून में मौजूद वसा पर था। खराब कोलेस्ट्रॉल समझे जाने वाले एलडीएल में अखरोट की वजह से 7 प्रतिशत की कमी आई।म्यूनिख मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर पारहोफर लका कहना है, "शायद यही संभव कारण है कि नियमित रूप से अखरोट खाने वाले मरीजों को दिल का दौरा कम पड़ता है, क्योंकि हमें पता है कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियों के मामले में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। " क्लाउस गैर्शवित्स उसके बाद से अखरोट और बादाम के फैन हो गए हैं। सिर्फ कोलेस्ट्रॉल की वजह से नहीं, बल्कि इसलिए भी कि इससे उनका वजन भी कम हुआ है।यह बहुत ही आश्चर्यजनक बात है क्योंकि आम तौर पर बादाम और अखरोट को कैलरी बम कहा जाता है। अखरोट में 65 फीसदी फैट और 15 प्रतिशत प्रोटीन होता है। प्रोफेसर ग्लाई कहते हैं, "इस बात के लगातार सबूत मिल रहे हैं कि नियमित रूप से अखरोट खाने पर हमारे शरीर के वजन पर सकारात्मक असर पड़ता है और यह वजन कम करने में मदद करता है। " लेकिन इसकी एक महत्वपूर्ण शर्त यह है कि बादाम सामान्य खाने के अलावा नहीं, बल्कि खाने के किसी हिस्से को छोड़कर लिया जाए। वजन पर हुआ सकारात्मक असर इस वजह से भी हो सकता है कि बादाम खाते समय हम उसे थोड़ा तोड़ते भर हैं, उसे चबाकर अत्यंत महीन नहीं करते। शायद अखरोट के टुकड़े पेट में पूरी तरह पचते नहीं।
- जब हम किसी के साथ रिश्ते में बंधते हैं, तो हमारी कई जिम्मेदारियां भी बनती हैं। लेकिन कई बार देखा गया है कि लोग इन जिम्मेदारियों से या तो दूर भागते हुए नजर आते हैं या फिर इन्हें सही ढंग से निभा नहीं पाते हैं। ऐसे में कई बार इसकी वजह से रिश्ता तक बिगड़ जाता है और ये सब ज्यादातर प्यार के रिश्ते में देखने को मिलता है। कई बार न चाहते हुए भी कई ऐसी गलती हो जाती हैं कि हमारा अपने पार्टनर से रिश्ता बिगड़ जाता है। ऐसे में अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान रखकर आप अपने रिश्ते में खटास पड़ने से बचा सकते हैं।शक न करेंअगर आप अपने रिश्ते को लेकर शक करते हैं, तो फिर आपके रिश्ते में खटास आना लाजमी है। आपको एक-दूसरे पर विश्वास करना चाहिए न की शक करना चाहिए। अगर आप अपने पार्टनर का मोबाइल फोन चेक करते हैं, पर्स चेक करते हैं, वो कहां जा रहे हैं, कहां से आ रहे हैं, उनके सोशल मीडिया के पासवर्ड अपने पास रखते हैं आदि तो आपके रिश्ते में खटास आ सकती है। इसकी जगह पर आपको अपने पार्टनर पर विश्वास करना चाहिए।छोटी-छोटी बातों पर नाराज न होरिश्ता कोई भी हो, वहां रूठना-मनाना तो चलता ही रहता है। लेकिन अगर आप अपने पार्टनर से छोटी-छोटी बातों पर रूठ जाते हैं तो ये गलत है। कई बार छोटी-छोटी बातों पर हम अपने पार्टनर से इतना रूठ जाते हैं कि हम उनकी किसी बात का जवाब नहीं देते, उनके फोन नहीं उठाते, उनके मैसेज का कोई जवाब नहीं देते। इसकी वजह से हमारे पार्टनर हमसे चिढ़ जाते हैं, और हमारे रिश्ते में खटास तक पड़ सकती है।पैसे को बीच में नहीं आने देंकहते हैं पैसा एक ऐसी चीज है, जिससे रिश्ते बनते हैं, तो अच्छे-अच्छे रिश्ते बिगड़ जाते हैं। लेकिन आपको कभी भी अपने रिश्ते में पैसों को नहीं लाना चाहिए, क्योंकि इससे आपका रिश्ता बिगड़ सकता है। जब भी बात पैसे की आए, तो कोशिश करें कि हमेशा समझदारी से काम लें। क्योंकि पैसा तो दोबारा जोड़ा जा सकता है, लेकिन रिश्ता दोबारा नहीं जोडा़ जा सकता।समय के पाबंद रहेरिलेशनशिप में समय की काफी अहमियत होती है। अगर आप समय के पाबंद रहेंगे तो आपके रिलेशन में कभी झगड़े नहीं होंगे और कभी किसी तरह की खटास भी नहीं आएगी। अगर आप अपने पार्टनर से मिलने जा रहे हैं, तो कोशिश करें की उन्हें लंबा इंतजार न करवाएं। ऐसा करने से आपके पार्टनर की नजरों में आपकी अहमियत कम हो जाएगी। इसलिए मिलने जा रहे हैं तो हमेशा समय पर पहुंचने की कोशिश करें।
- ज्यादातर लोग अपने घर के आसपास हरियाली पसंद करते हैं और इसके लिए ही हम घर की छत या बालकनी में ढेर सारे पौधे लगाते हैं। इन्हीं में से एक पौधा मनी प्लांट भी है जो अधिकतर घरों में पाया जाता है। लेकिन बहुत से लोग इसे सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाने के इरादे से लगाते हैं। उन्हें ये पता ही नहीं होता कि मनी प्लांट , सुख संपन्नता का भी प्रतीक है और अगर इसे घर की गलत दिशा में लगाया जाए तो इसकी वजह से आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।वास्तु शास्त्र में दक्षिण-पूर्व दिशा को आग्नेय कोण के रूप में भी जाना जाता है और मनी प्लांट लगाने की यही दिशा सबसे उचित मानी जाती है। इसका कारण ये है कि भगवान गणेश को दक्षिण पूर्व दिशा का स्वामी माना जाता है इसलिए इसे सबसे शुभ दिशा माना जाता है। इस दिशा में मनी प्लांट लगाने से घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है, सुख-समृद्धि बनी रहती है और धन की कमी भी नहीं होती।- वास्तु शास्त्र की मानें तो ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में मनी प्लांट कभी न लगाएं। इस दिशा में मनी प्लांट रखने से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच भी मनमुटाव और संबंधों में खटास आ सकती है। इसके अलावा पूर्व और पश्चिम दिशा में भी मनी प्लांट नहीं लगाना चाहिए।- मनी प्लांट को घर के बाहर रखने की बजाए घर के अंदर रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी (आती है. लेकिन घर के अंदर भी मनी प्लांट ऐसी जगह पर रखें जहां किसी की सीधी नजर न पड़ रही हो।- मनी प्लांट जब बढऩे लगे तो इस बात का ध्यान रखें कि इसकी बेल जमीन पर फैलने की बजाए किसी दीवार के सहारे ऊपर चढ़े। जमीन पर फैलने वाले मनी प्लांट की वजह से फिजूलखर्ची होने की आशंका बढ़ती है।
- ज्यादातर लोग अपनी जेब में पर्स रखते हैं. पर्स में पैसों के अलावा जरूरी कागजात रखे जाते हैं. कुछ लोग पर्स में ऐसी चीजें भी रखते हैं, जो वास्तु से अनुसार सही नहीं होतीं. लिहाजा वास्तु दोष पैदा हो जाता है. ऐसे में आपको धन हानि से लेकर दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, हम अपने पर्स में कुछ ऐसी चीजें भी रख लेते हैं जिससे आर्थिक और शारीरिक नुकसान उठाना पड़ता है. आज हम आपको उन्हीं चीजों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.पुराने गैर जरूरी कागजातवास्तु के अनुसार पर्स में पुराने पड़े गैर जरूरी कागजात नहीं रखना चाहिए, अगर पर्स में पुराने गैरजरूरी कागज रहते हैं तो धन नहीं ठहरता. इसके अलावा मां लक्ष्मी को भी ऐसा सामान नहीं भाता. वास्तु के अनुसार मां लक्ष्मी को साफ-सफाई पसंद है, इसलिए आप पर्स में कोई भी बेकार के डॉक्यूमेंट ना रखें.फटे नोट न रखेंवास्तु के अनुसार पर्स मौजूद नोट मां लक्ष्मी का स्वरूप माने जाते हैं. इसलिए अपने पर्स में कटे-फटे नोट न रखें. क्योंकि यह आपके पर्स में नकारात्मकता बढ़ाते हैं.भगवान की तस्वीरें न रखेंकई बार देखने में आता है कि लोग पर्स में देवी-देवताओं की तस्वीर रख लेते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि वास्तु के नियमानुसार पर्स में ऐसी तस्वीरें नहीं रखनी चाहिए. हां आप पर्स में भगवान के यंत्र को जरूर रख सकते हैं, इससे धनागमन बना रहेगा.पर्स में न रखें ऐसी तस्वीरअगर आप अपने पर्स में किसी मृत व्यक्ति की फोटो रखते हैं तो ऐसा करना बंद कर दें. दरअसल हमारा पर्स मां लक्ष्मी का निवास स्थान माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार पर्स में मृत व्यक्ति की तस्वीर को रखना अशुभ होता है. इसलिए यदि आप अपने पर्स में किसी मृत व्यक्ति की फोटो को रखे हुए हैं तो उसे तुरंत निकाल दें.उधार की पर्ची भी न रखेंअगर आप भी पर्स में उधार की पर्ची या रसीद रखते हैं तो ऐसा करना जल्द से जल्द बंद कर दें. वास्तु शास्त्र के अनुसार, पर्स में कभी भी उधार की पर्चियां या रसीद नहीं रखनी चाहिए. उधार की पर्चियां पर्स में होना अशुभ माना जाता है, क्योंकि इससे उधारी बढ़ती है.
- स्वप्न शास्र के अनुसार, सपने भविष्य में होने वाली घटनाओं का संकेत करते हैं। ये सपने शुभ और अशुभ दोनों प्रकार की घटनाओं के बारे में बताते हैं। स्वप्न शास्त्र के मुताबिक यदि आपको सपने में कुछ विशेष चीजें दिख जाएं या यू कहें की आपके सपने वे चीजें आएं तो ऐसा समझा जाता है कि आपकी आर्थिक स्थिति पलटने वाली है। कुछ विशेष तरह के सपने इस बात का संकेत करते हैं कि निकट भविष्य में आपकी आर्थिक स्थिति बेहद मजबूत हो सकती है।चूहे को सपने में देखना होता है शुभस्वप्न शास्त्र के अनुसार, अगर आप अपने सपने में चूहे को देखते हैं तो यह आपके लिए शुभ संकेत हैं। यह सपना संकेत करता है कि आपके पास कहीं से अचानक धन आने वाला है। माना जाता है सपने में चूहा देखने से दरिद्रता दूर होती है। जीवन में समृद्धि आती है।सपने में गाय देखना होता है बेहद शुभस्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में गाय को देखना बेहद शुभ होता है। गाय को अलग-अलग तरह से देखने का मतलब भी अलग होता है। अगर आप सपने में गाय को दूध देते हुए देखते हैं सुख-समृद्धि आने वाली है तो वहीं अगर आप चितकबरी गाय को देखते हैं तो सूद ब्याज के व्यापार में लाभ मिलने के संकेत होते हैं।जब सपने में दिखे नाचती हुई स्त्रीअसल जिंदगी में किसी लड़की को नाचते हुए देखना आपके मनोरंजन का हिस्सा हो सकता है। लेकिन अगर आप अपने सपने में किसी स्त्री को नृत्य करते देखते हैं तो इसका मतलब होता है कि आने वाले दिनों में आपको धन प्राप्त हो सकता है। यह सपना शुभ सपनों में से एक होता है।जब सपने में दिखे भगवानस्वप्न शास्त्र के अनुसार, अगर आप सपने में भगवान के दर्शन करते हैं तो यह बेहद ही शुभ होता है। स्वप्न शास्त्र में इस सपने का मतलब ये है कि आपके ऊपर दैवीय कृपा बरसने वाली है जिससे आपको आने वाले दिनों में सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति होने वाली है।सपने में जलते हुए दीये को देखनासपने में जलते हुए दीपक को देखना अति शुभ माना जाता है। स्वप्न शास्त्र के मुताबिक यदि आप सपने में किसी जलते हुए दीये को देखते हैं तो यह संकेत है कि आपको भविष्य में प्रचुर मात्रा में धन प्राप्ति होगी। यह सपना आपके आर्थिक जीवन को संपन्न कर देगा।
- हम में से हर कोई अपने बच्चों के लिए सबसे अच्छा अभिभावक बनना चाहता है। लेकिन अक्सर परस्पर विरोधी विचार और सलाह होती हैं, कि अपने बच्चे को कैसे आगे बढ़ाएं, जिससे वह स्वस्थ, आत्मविश्वास से भरा हुआ, विनम्र और सफल बने।वर्तमान युग में जब माता-पिता के पास इंटरनेट के माध्यम से, जानकारियों का ढेर है। इस पर वे लगातार बच्चों की परवरिश के बारे में अपने ज्ञान का विस्तार करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं। खासकर जब कोरोना जैसी महामारी हमारे जीवन की कठोर वास्तविकता बन गई है।महामारी के दौरान अपने बच्चे की देखभाल करते समय माता-पिता इन 5 सुझावों को फॉलो कर सकते हैं-1. एक अच्छे रोल मॉडल बनेंवॉक पर जाएं और अपने बच्चे को यह न बताएं कि आप उनके लिए क्या करना चाहते हैं। उन्हें दिखाएं और उन्हें नकल करके सीखने दें। मनुष्य को अन्य कार्यों को कॉपी करने के लिए प्रोग्राम किया जाता हैं। ऐसा करने से वे अपने आसपास की दुनिया को समझने लगते हैं। बच्चे उन चीजों को खास तौर पर देखते हैं, जो उनके माता-पिता उनके सामने बहुत सावधानी से करते हैं। इसलिए, ऐसे व्यक्ति बनें जैसा कि आप अपने बच्चे को बनाना चाहते हैं। अपने बच्चे का आदर करें, उन्हें सकारात्मक व्यवहार और रवैया दिखाएं। अपने बच्चे की भावनाओं के प्रति सहानुभूति रखें, आपका बच्चा भी इस सब को फॉलो करेगा।2. एक्शन के माध्यम से अपना प्यार दिखाएंअपने बच्चे से बहुत अधिक प्यार करने जैसी कोई चीज नहीं होती। यह सिर्फ इस पर निर्भर करता है कि आप प्यार के नाम पर अपने बच्चे के लिए लिए क्या करना या देना चुनते हैं। जैसे भौतिक उपभोग की वस्तुएं, उदारता, कम उम्मीद और अति-सुरक्षा। जब ये चीजें असली प्यार के स्थान पर दी जाती हैं, तो आप अपने बच्चे को बिगाड़ रहे होते हैं।अपने बच्चे को प्यार करना, उन्हें गले लगाना, उनके साथ समय बिताने और हर दिन उनके मुद्दों को गंभीरता से सुनने को प्राथमिकता दें। प्यार के इन कामों को दिखाने से ऑक्सीटोसिन जैसे फील-गुड हार्मोन के रिलीज को ट्रिगर किया जा सकता है। ये न्यूरोकेमिकल्स हमें शांत, भावनात्मक उष्मा और संतोष की गहरी भावना प्रदान कर सकते हैं। इनके माध्यम से बच्चा लचीलापन विकसित करेगा और आपके साथ घनिष्ठ संबंध का उल्लेख नहीं करेगा।3. विनम्र और दृढ़ सकारात्मक परवरिश का अभ्यास करेंकुछ कनेक्शनों के साथ शिशुओं का जन्म लगभग 100 बिलियन मस्तिष्क कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) के साथ होता है। ये कनेक्शन हमारे विचारों को बनाते हैं, हमारे कार्यों को चलाते हैं, हमारे व्यक्तित्व को आकार देते हैं और निर्धारित करते हैं कि हम कौन हैं। वे हमारे जीवन भर के अनुभवों के माध्यम से बनाए गए, मजबूत किए गए और गढ़े गए हैं। अपने बच्चों को सकारात्मक अनुभव देने से उन्हें अपने भीतर सकारात्मक भावनाओं और अनुभवों का अनुभव करने की क्षमता मिलेगी, इसलिए वह दूसरों के सामने उन्हें पेश करेंगे।एक मूर्खतापूर्ण गीत गाना, एक चुटकुला सुनाना, कहानियां पढऩा, उनके साथ दौडऩा या तकिये से लड़ाई करना आपको अपने बच्चे के साथ जुडऩे में मदद करेगा। किसी समस्या को हल करने और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ निर्णय लेने में उनकी मदद करें। न केवल ये सकारात्मक अनुभव आपके बच्चे के मस्तिष्क में अच्छे संबंध बनाता है, बल्कि वे आपकी यादों को भी बनाते हैं, जिसे आपका बच्चा जीवन भर अपने साथ लेकर चलता है।4. अपने बच्चे के लिए एक सुरक्षित आश्रय बनेंअपने बच्चे को बताएं कि आप अपने बच्चे के संकेतों और उनकी आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील हैं और हमेशा उनके साथ रहेंगे। अपने बच्चे को एक व्यक्ति के रूप में समर्थन प्रदान करें और उसे स्वीकार करें। अपने बच्चे के लिए एक सुरक्षित आश्रय बनें। लगातार उत्तरदायी माता-पिता द्वारा उठाए गए बच्चों में बेहतर भावनात्मक विनियमन विकास, सामाजिक कौशल विकास और मानसिक स्वास्थ्य परिणाम होते हैं।5. अपने बच्चे के साथ बात करेंअपने बच्चे से बात करें और उन्हें ध्यान से सुनें। संचार की एक खुली रेखा रखने से, आपके अपने बच्चे के साथ बेहतर संबंध होंगे और कोई भी समस्या होने पर आपका बच्चा आपके पास आएगा, लेकिन संचार का एक और कारण है- आप अपने बच्चे को उसके मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों को एकीकृत करने में मदद करते हैं। जब आप गुस्से में या निराश महसूस करते हैं, तो पीछे हटने का प्रयास करें। हर नकारात्मक अनुभव को उसके लिए सीखने के अवसर में बदल दें।इन युक्तियों का पालन करने से न केवल आपको स्वस्थ दृष्टिकोण रखने में मदद मिलेगी, बल्कि यह आपको पेरेंटिंग में प्राथमिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद करेगा, जैसे कि अपने बच्चे के साथ एक अच्छा रिश्ता बनाना। पेरेंटिंग मनोविज्ञान के सबसे जटिल क्षेत्रों में से एक है। कई पेरेंटिंग तकनीकों, प्रथाओं या परंपराओं का वैज्ञानिक रूप से शोध किया गया है, सत्यापित या परिष्कृत किया गया है। बेशक, एक ही तरह की रणनीति सभी के लिए काम नहीं करती । हर बच्चा अलग होता है, और इसलिए आपको अलग-अलग पेरेंटिंग टिप्स देने होंगे।कुछ बच्चे सख्त और जिद्दी होते हैं। जबकि कुछ शर्मीले या लचीले स्वेभाव के हो सकते हैं। उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि माता-पिता उनके साथ कितना कठोर व्यवहार करते हैं। जबकि सभी के लिए सही परवरिश की जरूरत होती है
- हर व्यक्ति की तमन्ना होती है कि उसे पैसों की कभी दिक्कत न हो और मां लक्ष्मी का साथ हमेशा बना रहे। कई बार खूब मेहनत करने के बाद भी पैसा नहीं रुकता है और बेवजह धन खर्च होता रहता है। रत्न शास्त्र में धन या पैसों से जुड़े कई उपाय बताए गए हैं। रत्न शास्त्र में कुछ ऐसे रत्नों का जिक्र है जिनको धारण करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है। जानिए ऐसे रत्नों के बारे में-1. सुनहला रत्नरत्न शास्त्र के अनुसार, बेवजह धन हानि या आर्थिक नुकसान होने पर सुनहला रत्न धारण करना चाहिए। कहा जाता है कि इससे व्यक्ति के दिन बदलने लगते हैं। इसके अलावा माना जाता है कि अगर घर में धन टिक न रहा हो तो भी सुनहला रत्न धारण किया जा सकता है। कहते हैं कि इस रत्न से लक्ष्य प्राप्ति में आसानी होती है।2. हरे रंग का जेड स्टोनअगर आप कोई नया व्यापार शुरू करने की योजना बना रहे हैं और आर्थिक रुप से मजबूती चाहते हैं तो हरे रंग का जेड स्टोन धारण करना उत्तम रहता है। कहा जाता है कि जेड स्टोन से व्यक्ति को उसके काम पर फोकस करने में मदद मिलती है और वह बिजनेस संबंधी सही फैसला लेता है। जेड स्टोन को धन-समृद्धि के लिए भी उत्तम माना जाता है।3. टाइगर रत्नरत्न शास्त्र में टाइगर रत्न को सबसे प्रभावी और शीघ्र फलदायी वाला रत्न बताया गया है। कहा जाता है कि इस वजह से इस रत्न को टाइगर भी कहते हैं। कहते हैं कि टाइगर रत्न धारण करने से सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं।4. माक्षिक रत्नमाक्षिक रत्न एक खनिज होता है, जो गंधक से मिलकर बना होता है। कहते हैं कि इसे धारण करने से पैसे कमाने के नए-नए तरीके आते हैं। बनावट की बात करें तो यह रत्न शीशे जैसा चमकदार होता है। रत्न शास्त्र के अनुसार, यह रत्न आत्म विश्वास भी पैदा करता है।5.ग्रीन एवेंच्यूरिनरत्न शास्त्र में इस स्टोन को व्यापारियों के लिए लाभकारी बताया गया है। कहते हैं कि यह रत्न धन को अपनी ओर आकर्षित करता है और कमाई के नए रास्ते भी बनाता है।
- दिनभर की मेहनत-मशक्कत के बाद अगर नींद नहीं आती या फिर पूरे प्रयास करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती तो इसके पीछे कहीं न कहीं वास्तु दोष भी जिम्मेदार हो सकता है। परिवार में सुख शांति बनी रहे और उन्नति के मार्ग प्रशस्त होते रहें, इसके लिए वास्तु में बताए गए कुछ आसान से उपाय आजमा सकते हैं।आइए जानते हैं इन उपायों के बारे मेंअमावस्या के दिन घर की सफ़ाई का नियम बनाएं। प्रत्येक पूर्णिमा पर घर की दहलीज़ पर हल्दी से स्वस्तिक बनाएं। घर में वर्ष में दो बार पूजा या हवन कराएं। रात में सोते समय अपने कुल देवता को प्रणाम करें। मन में अगर किसी बात को लेकर बेचैनी है तो अपने सिरहाने के नीचे भगवान को अर्पित किया हुआ फूल रखकर सोएं। दुर्गा सप्तसती का पाठ करें। रोजाना सोने से पहले हनुमान चालीसा या फिर सुंदरकांड का पाठ करें। अगर नींद नहीं आती है तो तकिए के नीचे लोहे की कोई वस्तु रखकर सोएं। सोते समय अपने बिस्तर को अच्छे से साफ करें। सोने के कमरे में जूते-चप्पल नहीं होने चाहिए। तेल को कभी भी अपने सिराहने पर नहीं रखना चाहिए। तेल नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित करते हैं। इसलिए इन्हें बेडरूम में न रखें। अपने ईष्टदेव का स्मरण करते हुए नियमित रूप से दीपक जलाएं। भूलकर भी इनके आसपास दवाई न रखें। रात को सोते वक्त अपने सिर के पास लाल रूमाल रखें। रात में भयानक सपने आते हैं तो सिर के नीचे पीले चावल रखकर सोएं। सोने से पहले आप अपने पैरों को धोना न भूलें। आप रात में भोजन करते हैं तो उसके बाद घर के किचन में कभी भी जूठे बर्तन न छोड़ें। घर में कभी भी टूटा हुआ शीशा न रखें। चेहरा देखने वाला दर्पण कभी भी दरवाजे के ठीक सामने नहीं होना चाहिए। रोज़ाना शाम को घर में कर्पूर जलाने से धन में वृद्धि होती है। तिजोरी में कभी परफ्यूम न रखें।
- फरदीन खान आजकल अपनी फिटनेस को लेकर चर्चा में बने हुए हैं, सोशल मीडिया पर छाई तस्वीरें जिसमें फरदीन खान काफी मोटे नजर आ रहे थे जिसके बाद लोगों ने उनकी फिटनेस को लेकर काफी मजाक उड़ाया। लेकिन अब उन्होंने अपना वजन कम कर अपनी फिटनेस के बारे में लोगों को बता दिया है। अभिनेता फरदीन खाने ने 6 महीने में लगभग अपना 18 किलो वजन कम कर लिया है। जिसके बाद लोग उनकी फिटनेस और तेजी से वजन कम करने के लिए तारीफें कर रहे हैं। लोग ये जानना चाह रहे हैं कि 6 महीने में फरदीन खान ने अपना 18 किलो वजन कैसे कम किया और खुद को कैसे इतना फिट बनाया।तेजी से वजन घटाने को लेकर फरदीन खान ने अपनी वेट लॉस जर्नी के बारे में भी लोगों को बताया। फरदीन खान ने बताया कि उन्होंने अपने वजन कम को कम करने के लिए काफी मेहनत की है जिसके बाद अब वो 30 साल का खुद को महसूस करने लगे हैं। फरदीन खान ने कहा कि अभी तो बस मैं मानसिक रूप से खुद को 30 साल का ही महसूस कर रहा हूं लेकिन अभी और खुद को यंग महसूस करना चाहता हूं। साल 2016 में फरदीन खाने के वजन और मोटापे को लेकर लोगों ने इन्हें काफी ट्रोल किया था जिस पर फरदीन खान ने कहा कि उस दौरान मैं पीछे हट गया था लेकिन इस बार मैंने पीछे कदम नहीं रखा। वजन कम करने को लेकर फरदीन खान जितना अच्छा महसूस कर रहे हैं, उतना ही उनके फैन्स ये जानना चाहते हैं कि उन्होंने अपना वजन तेजी से कैसे कम किया।कैसी रही फरदीन खान की वेट लॉस जर्नीफरदीन खान ने लोगों को बताया कि कैसे उन्होंने अपना वजन 6 महीने में 18 किलो तक घटा लिया है। फरदीन खान बताते हैं कि उन्होंने इसकी शुरुआत एक डाइट प्लान और एक्सरसाइज के साथ की। जिसकी मदद से मैं अपना वजन तेजी से घटाने में सफल रहा, लेकिन फरदीन खान कहते हैं कि अभी वेट लॉस की जर्नी 35 प्रतिशत रह गई है जिसे पूरा करना जरूरी है। फरदीन खान ने कहा कि अभी तो 18 किलो वजन कम करने के बाद मैं खुद को 30 की उम्र का महसूस कर रहा हूं लेकिन अभी मैं खुद को 25 साल का यंग देखना चाहता हूं।फरदीन खान खुद को फिट करने के बाद अब जल्द ही बॉलीवुड में भी वापसी करेंगे जिसका खुलासा डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने किया। मुकेश छाबड़ा ने एक इंटरव्यू में बताया कि फरदीन खान को लेकर चर्चा कर रहे हैं और फरदीन खान काफी शानदार भी नजर आ रहे हैं।फरदीन खान कहते हैं कि मैंने अपने पोषण और आहार में कई तरह के बदलाव के साथ अपनी जीवनशैली में भी बदलाव किए। फरदीन खान ने बताया कि अब वो अपने लक्ष्य के काफी पास हैं और मैं अपने बच्चों के साथ भी दौडऩे में मदद करता हूं। वहीं, उन्होंने अपनी बेटी का जिक्र करते हुए बताया कि वो अपनी बेटी को भी फिटनेस के क्षेत्र में लाने की कोशिश कर रहे हैं।फरदीन को लंबे समय से बॉलीवुड के पर्दे पर नहीं देखा गया है। उन्हें आखिरी बार 2010 में रिलीज हुई फिल्म 'दूल्हा मिल गया' में देखा गया था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी। अब खबर आ रही है कि वह अनीस बज्मी की फिल्म 'नो एंट्री' के सीक्वल से बॉलीवुड में वापसी कर सकते हैं। 'नो एंट्री' के निर्देशक अनीस ने बताया कि फिल्म की पटकथा लिखी जा चुकी है। इसे पूरा करने में उन्हें एक साल का समय लगा। उन्होंने बताया कि यह स्क्रिप्ट अभी तक की उनकी सबसे शानदार स्क्रिप्ट है। अनीस ने आगे बताया, "फिल्म का टाइटल 'नो एंट्री में एंट्री' होगा। मैं केवल फिल्म के प्रोड्यूसर बोनी कपूर के निर्देश का इंतजार कर रहा हूं।"
- कभी न कभी हमारी जिंदगी में प्यार जरूर दस्तक देता है। भले ही हम कितना भी मना करते रहें या कितना भी दूर क्यों न भागते रहें। लेकिन प्यार कभी न कभी हमें हो ही जाता है। कब और कहां हमें किससे प्यार हो जाए, कब कौन हमारी लाइफ पार्टनर बन जाए। इस पर हमारा बस नहीं चलता है। हां, इतना जरूर है कि हम अपने पार्टनर को ढूंढते समय कई बातों का ध्यान देते हैं। ठीक ऐसे ही अगर आपके प्यार की नई शुरुआत हुई है, तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान देना चाहिए ताकि आपके प्यार की डोर हमेशा ही मजबूत रहे। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।एक-दूसरे को थोड़ा समय देंजब भी हमारे प्यार की शुरुआत होती है, तो हम काफी ज्यादा उत्साहित हो जाते हैं। हम सब कुछ भूलकर सिर्फ और सिर्फ अपने पार्टनर के साथ ही रहते हैं। लेकिन हमें प्यार की शुरुआत के समय ऐसा करना चाहिए कि एक-दूसरे को समझने का थोड़ा समय देना चाहिए। भले ही आप उनसे प्यार कर चुके हैं, उन्हें अपना दिल दे चुके हैं, लेकिन ये आपके प्यार की शुरुआत है। इसलिए आपको एक-दूसरे को थोड़ा समय और देना चाहिए, ताकि आप एक-दूसरे को और अच्छे से जान सकें और एक-दूसरे की बातों को भी समझ सकें।सभी बातें साझा करेंअब जब आपके प्यार की शुरुआत हो चुकी है, तो भी आपको अपने पार्टनर को समझना चाहिए। इस बात की कोशिश करनी चाहिए कि उनके साथ सभी बातें साझा करें। उदाहरण के लिए अगर आप किसी मुश्किल या परेशानी से जूझ रहे हैं, तो आपको ये बात अपने पार्टनर को बतानी चाहिए। ऐसा करने से हो सकता है कि वो आपकी इसमें मदद कर सके। इसलिए प्यार की शुरुआत के समय हमें कोशिश करनी चाहिए कि सभी बातों को एक-दूसरे को बताना चाहिए, न कि छुपाना चाहिए।झूठ न बोलेंकहते हैं कि चाहे रिश्ता कोई भी हो, लेकिन अगर उसमें झूठ आ जाए तो फिर वो रिश्ता बिगड़ जाता है। ठीक ऐसे ही प्यार के रिश्ते में भी झूठ के लिए कोई जगह नहीं होती, क्योंकि इससे आपके प्यार की शुरुआत कब खराब हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। आपको अपने पार्टनर से कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए। आप अगर उनसे हमेशा सच बोलेंगे तो आपके रिश्ते की मिठास और बढ़ती जाएगी। आपसे कोई गलती भी हुई है तब भी आपको सच ही बोलना चाहिए, इससे आपको मदद ही मिलेगी।एक-दूसरे के कामों में हाथ बटाएंकई लोगों को जब प्यार मिल जाता है, तो उसके बाद वो सबकुछ भूल जाते हैं। लेकिन हमें हमेशा ये बात ध्यान देनी चाहिए कि जब भी हमारे प्यार की शुरुआत हो, तो हमें एक-दूसरे का हमेशा हाथ बटाना चाहिए। जैसे- अगर आपके पार्टनर आपको कहीं साथ चलने के लिए कहें, तो आपको साथ जाना चाहिए। घर पर कुछ काम करने को कहें, तो भी आपको उनके साथ वो काम करना चाहिए। कुल मिलाकर जो भी काम हो उसमें कपल को एक-दूसरे का हाथ जरूर बटाना चाहिए। इससे प्यार बढ़ता है।
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अभिनेत्री कैटरीना कैफ जानी मानी अभिनेत्रियों में से एक है जिन्होंने बहुत ही कम समय में लोगों के दिल में अपने लिए जगह बना ली है। कैटरीना कैफ ने बीते सालों की बेहतरीन फिल्मों में काम किया है जिसके कारण वो हमेशा खबरों में बनी रहती हैं। ऐसे ही कैटरीना की फिटनेस को लेकर अक्सर लोगों में चर्चा चलती रहती है। कैट खुद को फिट रखने के लिए हमेशा मेहनत करती रहती है और अलग-अलग तरीकों को अपनाने की कोशिश करती रहती हैं। कैटरीना ने इस बार भी अपनी फिटनेस के लिए तैयार किए लंच को अपने फैन्स के लिए सोशल मीडिया पर साझा किया है।
क्या है कैटरीना का 'लंच प्लान'अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने लंच के आइडिया को शेयर किया है जिसको देखकर लोग काफी हैरान हैं और ये समझने की कोशिश कर रहे हैं कि इस तरह कैटरीना खुद को कैसे फिट रखती हैं। कैटरीना ने इंस्टाग्राम पर शेयर किए पोस्ट में लिखा है कि आज का खाना बैगन का भर्ता, दाल चीला, पालक दाल और शिमला आलू है।अक्सर ज्यादातर लोगों को ये लगता है कि सेलिब्रिटीज और स्टार हमेशा से ही अपनी डाइट में बहुत महंगी और अलग चीजों को शामिल करते हैं जिसकी मदद वो खुद को फिट रख सकते हैं। जबकि ऐसा नहीं है, कैटरीना कैफ ने भी अपनी दोपहर की थाली को सामने लाकर लोगों का ये भ्रम दूर किया है। कैटरीना कैफ के इस पोस्ट ये दिखाई देता है कि वो भी आम लोगों की तरह अपनी डाइट या थाली में सामान्य चीजों या सब्जियों को शामिल करती हैं और उसकी मदद से खुद को फिट रखती हैं। ये सच है कि आप रोजाना खाई जाने वाली सब्जियों, दालों और कुछ घर पर बनाएं डिश से खुद को फिट और कम वजन के साथ रख सकते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत या फिर बहुत महंगी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने की जरूरत नहीं है।कैसे है ये थाली फायदेमंद1. बैगन का भर्ताकैटरीना की थाली में मौजूद बैगन का भर्ता कैसे आपके लिए फायदेमंद है, ये सवाल आप सभी के मन में उठ रहा होगा। तो हम आपको बता दें कि बैगन का भर्ता आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, ये उन लोगों के लिए और भी अच्छा माना जाता है जो अपने वजन को कम करने की कोशिश करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बैंगन में काफी कम मात्रा में कैलोरी होती है जो आपके वजन को कम करने में मदद करती है।2. दाल चीलादाल चीला भी आपकी सेहत के लिए काफी अच्छा होता है, क्योंकि दाल में भारी मात्रा में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिसकी मदद से आप आसानी से खुद को फिट रख सकते हैं। वजन कम करने वाले लोगों के लिए दाल एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।3. शिमला मिर्चशिमला मिर्च आपके स्वास्थ्य के लिए काफी बेहतरीन विकल्प है, क्योंकि इसमें भारी मात्रा में विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर और पोटैशियम मौजूद होता है। जो आपके पूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। इसके अलावा शिमला मिर्च आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखने का काम करती है। इसके साथ ही आप इससे अपने वजन को कम कर सकते हैं। - सदियों से इस दुनिया में प्रेम चला आ रहा है। हर लड़का चाहता है कि उसे कोई ऐसी साथी मिले, जो उसके लिए बिल्कुल सही हो। लेकिन लड़के हमेशा एक बात को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर लड़कियों को किस तरह के लड़के पसंद आते हैं? आखिर लड़कों की किस तरह की पर्सनेलिटी होनी चाहिए? लड़कों में वो क्या बात होनी चाहिए, जो लड़कियों को पसंद आए? आखिर ऐसी क्या चीज है, जिसे करते ही लड़कियां उन पर फिदा हो जाए? इस तरह के कई सवाल लड़कों के मन में उछल कूद करते रहते हैं, और अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि लड़कियों को आखिर लड़कों की क्या बातें पसंद आती हैं, जिसके कारण वो उन पर फिदा हो जाती हैं।शांत रहने वाले लड़कों परअगर आप ये सोचते हैं कि आखिर लड़कियां किन लड़कों पर फिदा होती है, तो आपको बता दें कि इसमें वो लड़के शामिल हैं जो शांत रहते हैं। लड़कियों को ऐसे लड़के काफी अच्छे लगते हैं, जो काफी शांत रहते हैं, किसी चीज को लेकर ज्यादा सोचते नहीं हैं, शांति से हर मसले को हल करते हैं आदि। लड़कियां ऐसे लड़कों पर जल्दी फिदा होती हैं जिनका शांत स्वभाव होता है। अगर आप शांत नहीं हैं, तो फिर आपको शांत रहना चाहिए और वैसे भी शांत रहने वाले लोग काफी सही होते हैं।परफ्यूम लगाने वाले लड़कों परहम खुद को साफ रखने के लिए रोजाना नहाते हैं, अच्छे कपड़े पहनते हैं, अच्छे जूते पहनते हैं और यहां तक कि अच्छा और महंगा परफ्यूम भी लगाते हैं। इंटरनेशलन जर्नल ऑफ कॉस्मेटिक साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन बताता है कि लड़कियों को खुशबू वाले परफ्यूम लगाने वाले लड़के पसंद आते हैं। इस अध्ययन में कुछ लड़कों को बिना खुशबू वाला और कुछ लड़कों को खुशबू वाला परफ्यूम लगाया गया, जिसके बाद लड़कियों ने खुशबू वाले लड़कों को ज्यादा पसंद किया।सच बोलने वाले लड़कों परहम बचपन से एक चीज सीखते आते हैं कि हमें हमेशा सच बोलना चाहिए। हमारे बड़े-बुजुर्ग भी यही कहते हैं कि चाहे कुछ भी हो, लेकिन हमें हमेशा सच ही बोलना चाहिए। वहीं, लड़कियों को भी ऐसे लड़के ज्यादा पसंद आते हैं, जो हमेशा सच बोलते हैं, उनसे कभी झूठ नहीं बोलते हैं, उनसे कोई बात नहीं छुपाते हैं आदि। लड़कियां चाहती हैं कि वो जिन्हें भी चुने वो हमेशा उनसे सच बोलें। इसलिए बाकी लड़कों की तुलना में लड़कियां सच बोलने वाले लड़कों पर जल्दी फिदा होती हैं।उम्र में बड़े लड़कों परलड़कियां अपने से ज्यादा उम्र के लड़कों की तरफ ज्यादा आकर्षित होती हैं। लड़कियां जब अपने लिए कोई लड़का चुनती हैं, तो वो खासकर इस बात का ज्यादा ध्यान देती हैं कि लड़का उनसे बड़ा हो। इसके पीछे दो वजह मानी जाती हैं। पहली ये कि लड़कियां बड़े लड़कों पर इसलिए फिदा होती हैं, क्योंकि उन्हें अपने से बड़ों लड़कों पर भरोसा होता है। वहीं, दूसरा इसलिए कि लड़कियां मानती हैं कि जो लड़के उम्र में उनसे बड़े होते हैं, वो केवल उम्र में ही नहीं बल्कि अनुभव में भी उनसे ज्यादा बड़े होते हैं। इसलिए लड़कियों को अक्सर अपने से ज्यादा उम्र के लड़के पसंद आते हैं।
- स्वस्थ और फिट रहने के लिए रोजाना नहाना बहुत जरूरी है। रोजाना स्नान करने से शरीर में फुर्ती आती है और सफाई भी बनी रहती है। रोजाना स्नान करने से कई तरहों की बीमारियों से सुरक्षित रहा जा सकता है। हालांकि स्नान करते समय कई लोग कुछ गलतियां भी कर देते हैं, जिस वजह से सेहत को नुकसान भी हो सकता है। कुछ गलतियों के बारे में बताएंगे जो नहाते समय नहीं करनी चाहिए।00 नहाने का साबुन ऐसा होना चाहिए जो हल्का हो और जिसमें तेल और क्लींजर के गुण मौजूद हों। गलत साबुन का इस्तेमाल करने से आपको स्किन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।00 नहाने वाले तौलिए को समय- समय पर धोते रहना चाहिए। तौलिए को रोजाना धूप में सुखाएं और सप्ताह में कम से एक बार जरूर धोएं। गीले तौलिए का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।00 बॅाडी स्क्रबिंग के लिए लूफा का इस्तेमाल सबसे अच्छा होता है। सप्ताह में एक बार अपना लूफा जरूर साफ करें। आपको हर तीन हफ्ते में अपना लूफा बदल लेना चाहिए।00 नहाने के दौरान या नहाने के बाद बाथरूम फैन को कुछ देर के लिए चला लें। ऐसा करने से बाथरूम की नमी कम हो जाएगी। अगर आप बाथरूम फैन को बंद रखेंगे तो धीरे- धीरे बाथरूम की दिवारों को नुकसान पहुंचने लगेगा।
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जीवन में सुख-दुख आते-जाते हैं। हम हमेशा एक बात पर ध्यान देते हैं कि अपने पार्नटर को कैसे खुश किया जाए, क्योंकि अपने पार्टनर को खुश करना काफी कठिन जो माना जाता है। कई बार जाने-अनजाने ऐसी बातें हो जाती हैं या फिर कई ऐसी गलती हो जाती है जिससे बना बनाया रिश्ता भी बिगड़ जाता है। इसलिए हमें हमेशा ही कोशिश करनी चाहिए कि हमें अपने पार्टनर को खुश रखना चाहिए, जिसके कई तरीके हम आपको बताने जा रहे हैं।
आइए जानें पार्टनर को खुश रखने के कुछ टिप्स
आप अपने पार्टनर को खुश करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको उन्हें समझना होगा। वो क्या चाहते हैं, उनका मन क्या चीज करने का है-क्या नहीं करने का है, वो कहां घूमना पसंद करते हैं, वो क्या खाना पसंद करते हैं, उन्हें कौन सी चीजें अच्छी नहीं लगती हैं, कौन सी चीजें उन्हें ज्यादा पसंद है आदि। आपको उनकी बॉडी लैग्वेंज पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इससे आप अपने पार्नटर को काफी हद तक समझ पाएंगे। इस तरीके से आप उन्हें खुश रख सकते हैं।दूसरा तरीका आप ये अजमा सकते हैं कि आप अपने पार्टनर की तारीफ कर सकते हैं। आपको हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि उनकी तारीफ करते रहें। उदाहरण के लिए अगर आपके पार्टनर को पेंटिंग बनाने का शौक है, और वो कभी कोई पेंटिंग बनाते हैं तो आपको उनके इस काम की तारीफ करनी चाहिए। आपके पार्टनर ने कोई नई ड्रेस पहनी हो, अपने दोस्तों के साथ बैठे हैं, किसी शादी-पार्टी के लिए तैयार हुए हैं आदि। अलग-अलग मौकों पर आपको अपने पार्टनर की तारीफ करते रहना चाहिए।अपने पार्टनर की हर छोटी-बड़ी चीज का ध्यान रखना चाहिए। जैसे- उनका जन्मदिन कब आता है, वो किसको लेकर कितनी चिंतित रहती हैं आदि। आप उन्हें समय-समय पर कहीं बाहर नई-नई जगहों पर घूमाने या फिर कैंडल लाइट डिनर कराने बाहर ले जा सकते हैं। इससे उन्हें अच्छा लग सकता है। इसके अलावा आप उन्हें नए कपड़े दिलाने शॉपिंग पर बाहर लेकर जा सकते हैं यानी आपको कुल मिलाकर उनकी हर एक चीज का ध्यान रखना चाहिए। इससे भी आप अपने पार्टनर को खुश रख सकते हैं। - जब आप जिससे प्यार करते हैं और उन्हें चुंबन देते हैं, तो यह न सिर्फ आपके साथी को अच्छा महसूस करवाता है, बल्कि आपके रिश्ते को भी मजबूत बनाता है। ऐसा पता चला है कि चुंबन के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपको सिरदर्द है, तो ऐसे में आपके साथी द्वारा किया गया चुंबन आपको इससे राहत प्रदान करने में मदद कर सकता है। इसी तरह चुंबन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनके बारे में आपको यहां बताने जा रहे हैं। चुंबन के कई फायदे हैं, पर यह किसी बीमारी का उपचार नहीं है। तो खुश रहें और पार्टनर के साथ अच्छे समय का आनंद लें। क्या आप इसके बारे में जानने को लेकर उत्सुक हैं? जानिए चुम्बन के फायदे...आपकी धमनियां स्वस्थ हो सकती हैंएक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग अधिक बार चुंबन करते थे, उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम था। जब आप चुंबन करते हैं, तो आपके शरीर में अधिक ऑक्सीटोसिन का उत्पादन शुरू होता है। यह हार्मोन तनाव और चिंता को दूर करने में मदद करता है, जो उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर में योगदान कर सकता है। साथ ही चुंबन ब्लड प्रशर को कम करने में भी मदद कर सकता हैं।एलर्जी की प्रतिक्रिया कम तीव्र हो सकती हैचुंबन तनाव कम कर देता है और सकारात्मक भावनाओं को पैदा करता है, जो एलर्जी कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, आपको इसका भी ध्यान रखना चाहिए कि यदि आपके साथी ने कुछ ऐसा खाया है जिससे आपको एलर्जी है, तो यह एलर्जी का कारण बन सकता है।चेहरा जवां दिख सकता हैचुंबन के समय, आपके चेहरे की कई मांसपेशियां इसमें शामिल होती हैं। तो चुंबन एक वास्तविक व्यायाम की तरह आपके चेहरे को टोन करने में भी मदद कर सकता है। चुंबन के दौरान आप प्रति मिनट, 26 कैलोरी तक बर्न क सकती हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, चुंबन से आपकी त्वचा में रक्त प्रवाह तेजी से होता है। यह कोलेजन और इलास्टिन के उत्पादन को उत्तेजित कर सकता है, जो चेहरे को अधिक युवा बनाने में मदद कर सकता है।सिरदर्द या ऐंठन को कम कर सकता हैसिरदर्द है या पीरियड्स की ऐंठन से गुजर रही हैं, तो यह एक अच्छा विचार है कि दर्द से राहत पाने के लिए चुंबन ट्राय करें। विशेषज्ञ बताते हैं कि चुंबन डाईलेट्स रक्त वाहिकाओं और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है, तो यह दर्द को कम करने में भी मदद कर सकता है।दांतों में कैविटी की संभावना कम हो सकती हैचुंबन लार के उत्पादन को बढ़ाता है, जो हानिकारक बैक्टीरिया से दांतों की रक्षा करता है और कैविटी से बचाव कर सकता है। कुछ विशेषज्ञों का यह भी दावा है कि लार में मौजूद मिनरल दांतों की क्षति (द्गठ्ठड्डद्वद्गद्य स्रड्डद्वड्डद्दद्ग) की मरम्मत में भी मदद कर सकता है। हालांकि, आपकी और आपके पार्टनर की मौखिक स्वच्छता महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपके मुंह में कई ऐसे बैक्टीरिया होते हैं, जो चुंबन के दौरान स्थानांतरित हो सकते हैं।वजन कम हो सकता हैचुंबन आपके शरीर में डोपामाइन के अधिक उत्पादन को प्रोत्साहित करता है। यदि आपके शरीर में इस हार्मोन की पर्याप्त मात्रा नहीं है, तो आपको कई फूड्स की क्रेविंग हो सकती है। जिसका आमतौर पर मतलब है कि आप कुछ अस्वास्थ्यकर और उच्च कैलोरी वाले फूड्स की ओर जा सकती हैं। और खाने के बाद भी, आप पूरी तरह से संतुष्ट महसूस नहीं कर पातीं। डोपामाइन का उच्च स्तर आपकी भूख को नियंत्रित कर सकता है और वजन में वृद्धि को रोकने में मदद कर सकता है।
- घरों की दीवारों की रंग का भी जीवन में खास महत्व है। वास्तु के अनुसार भवन या ऑफिस में इस प्रकार के रंग या पेंट करें जिससे कि वह हमारा भवन परस्पर प्रेम और उन्नति के अनुकूल हो। जानिए क्या होना चाहिए रंगों का संयोजन। आजकल लोग घरों में डिजाइनर टाइल्स लगवाने लगें हैं। पूरे घर में या मुख्य द्वार पर पूर्ण रूप से टायल लगाना घर की सांसों को बंद करना होता है। ऐसा कहा जाता है कि दीवारें भी सांस लेती हैं और जिस घर में दीवारें सांस नहीं लेती हैं वहां व्यक्तियों की स्वास्थ्य हानि निश्चित है। यदि हम दीवार पर प्लास्टिक पेंटिंग या टाइल्स लगवाते हैं तो दीवारें बंद हो जाती हैं।वास्तुशास्त्रियों के अनुसार जानें कुछ टिप्स...ड्राइंग रूमघर का बैठक कक्ष अर्थात ड्राइंग रूम हमारे घर का दर्पण है। घर में आने वाले व्यक्ति सबसे पहले इसी कक्ष में आते हैं। इसलिए इस कक्ष के दीवारों का रंग आकर्षक होना चाहिए। वैसे तो दिशाओं के अनुसार रंग-रोगन की व्यवस्था अलग है। किंतु सामान्य रूप से आंखों को सुंदर लगने वाले रंग सफेद, क्रीम कलर, हल्का गुलाबी हल्का नीला कलर ड्राइंग रूम के लिए अच्छे होते हैं। छत पर भी उन्हें रंगो के समायोजन करते हुए पेंटिंग करानी चाहिए।बैडरूमबैडरूम अर्थात शयन कक्ष ऐसा स्थान है जहां हम दिन भर की थकान मिटाते हैं। कम से कम 6 से 8 घंटे तक हमारा वहां निवास रहता है। बैडरूम में मन को प्रसन्न करने वाले रंग का चयन करना चाहिए। गुलाबी, हल्का लाल, हरा, हल्का हरा, सफेद और हल्का नीला रंग बेडरूम के लिए शुभ होता है, किंतु यदि आपके जीवनसाथी या आपके स्वभाव में क्रोध की भावना है तो लाल रंग का त्याग कर दें। बेडरूम में कभी भी पानी का चित्र एवं शीशा रखना भी अच्छा नहीं होता।रसोई घररसोई में सदैव हल्के रंगों का प्रयोग करें। रसोई का दीवारों का रंग सफेद अच्छा माना गया है। क्रीम कलर, पिंक और हल्का लाल रंग की पेंटिंग करा सकते हैं। लेकिन एक बात ध्यान रखें की रसोई की स्लैप पर हरा या लाल पत्थर ना लगाएं। हरा या लाल पत्थर लगाने से गृहिणी या भोजन बनाने वाला व्यक्ति बार-बार पैरों में दर्द एवं बेचैनी का अनुभव कर सकता है। रसोई घर में हमेशा सफेद पत्थर ही लगवाएं।बच्चों का कमराबच्चों के कमरे में हमेशा हल्के रंग रखने चाहिए क्योंकि प्राय:अध्ययन कक्ष या बच्चों का कमरा उत्तर पूर्व में होता है। इस दिशा में मन को सुकून देने वाला रंग हल्का हरा, हल्का नीला, सफेद या क्रीम कलर बहुत शुभ रहता है।अतिथि कक्षअतिथि कक्ष में मन को प्रसन्न लगने वाला र खुशी देने वाला रंग कराना चाहिए। अधिकतर यह कमरा उत्तर-पश्चिमी दिशा में बनाया जाता है। इसलिए इस दिशा में हरा रंग, हल्का हरा रंग क्रीम कलर बहुत शुभ रहते हैं।बाहरी दीवारघर में प्रवेश करने से पहले हमारे घर का मुख्य द्वार आकर्षक होना चाहिए। मुख्य द्वार पर भड़कीले एवं चटकीले रंग नहीं कराने चाहिए। सामान्यता हल्के रंग जो अच्छे लगे और मन को प्रसन्न रखें वही प्रयुक्त करने चाहिए। सफेद रंग, हल्का हरा, पीला ,पर्पल आदि रंगों से घर का बाहरी आवरण सजाना चाहिए ।
- वैलेंटाइन डे के साथ प्यार को लेकर चर्चाएं शुरू हो जाती हैं। प्रेम को लेकर कई लोग का तो ये भी मानना है कि विज्ञान में इसके लिए कोई जगह नहीं हैं या यूं कहें तो प्रेम विज्ञान के लिए बना ही नहीं है। लेकिन इन सब के बावजूद भी वैज्ञानिकों ने अपने शोध में प्रेम विषय को अनछुआ नहीं रखा है। तो आइए जानते हैं विज्ञान प्यार को पहली नजर में किस नजरिए से देखता है।इस विश्लेषण में उन्होंने समय के साथ होने वाले बदालव को भी शामिल किया है। वैज्ञानिकों की मानें तो प्रेम की शुरुआत में प्रेरित करने के लिए तीन रसायनों की भूमिका अहम होती है। नोराड्रेनालाइन, डोपामाइन और फेनाइलइथाइलामाइन ये तीन ऐसे रसायन हैं, जो हमारे दिमाग में प्रेम के प्रति भावों को सक्रिय करने में मदद करते हैं। नोराड्रेनालाइन रसायन का काम शुरुआत करने यानी शुरुआती भावों को उकसाने में भूमिका निभाते हैं। इसके वजह से एड्रेनालाइन बनने लगता है और दिल की धड़कन तेज हो जाती है। इस दौरान हथेली पर पसीना आने जैसे लक्षण भी दिखने लगते हैं। इसके बाद दूसरा रसायन डोपामाइन के पैदा होने से व्यक्ति अच्छा महसूस करने लगता है। तीसरे रसायन फेनाइलइथाइलामाइन के रिलीज होने पर व्यक्ति को अजीब सा महसूस होने लगता है। वैज्ञानिको ने प्रेम में होने की स्थिति को तीन चरणों में बांटा है। पहला है आसक्ति, जिसे अंग्रेजी में लस्ट कहते हैं, जो पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और महिलाओं में ओस्ट्रोजन के स्तरों से संचालित होते हैं। दूसरा है आकर्षण यह बिलकुल उसी तरह के भाव पैदा करती है, जब किसी नशा करने वाला व्यक्ति तो शराब या ड्रग्स की तलब लगती है। अंतिम चरण में इंसान को लगाव हो जाता है। जब व्यक्ति प्रेम करने वाले से नजदीकी से जुड़ता है और उसके साथ मिलकर लंबी योजनाएं बनाने लगता है, तो उस समय यह अंतिम चरण काम करने लगता है। आसक्ति के स्थिति में शरीर टेस्टोस्टेरोन या ओस्ट्रेजन का बढ़ना पृथ्वी के दूसरे स्तनपायी जीवों की तरह ही होता है।किसी इंसान के अंदर जब बहुत अधिक खुशी के भाव पैदा होते हैं, तो दिमाग में कई कैमिकल्स पैदा होते हैं। इन कैमिकल्स में खुशियों का अहसास कराने वाला डोपामाइन, लड़ो या बच निकलो वाला भाव पैदा करने वाला एड्रेनालाइन और चौकन्ना होने का भाव पैदा करने वालारोरेपाइनफ्रराइन इंसान में लत की तरह का प्रेम का भाव पैदा करते हैं। एड्रेनालाइन की वजह से हथेलियों में पसीना, दिल की धड़कन बढ़ना और शर्म से गाल लाल होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।बहुत कम लोग जानते हैं हम खास तरह की गंध निकालते हैं। हारमोने की तरह फेरोमोन्स भी रसायन ही होते हैं, जो हमारे शरीर के बाहर पसीने और शरीर के द्रव्यों में रहते हैं। वैज्ञानिक तौर पर पाया गया है कि ये अवचेतन के स्तर पर शुरुआती आकर्षण की वजह बनते हैं। इसके अलावा एक जैसे दिखना, समान मूल्य और विश्वास भी आकर्षण का कारण होते हैं।
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आज चॉकलेट डे पर विशेष
चॉकलेट डे आज है। इस खास दिन के अवसर पर चॉकलेट गिफ्ट करने का चलन है। अपनी पसंदीदा चॉकलेट के बाहर नहीं मिलने पर इसे आप घर पर भी बना सकते हैं और गिफ्ट कर सकते हैं, आपको बता दें कि इसको बनाने का तरीका बहुत ही आसान है।
गिफ्ट करने के लिए बाहर से चॉकलेट नहीं मिल रही है तो इसे आसानी से घर भी बनाया जा सकता है. चॉकलेट को घर पर बनाने की विधि आसान है. बिना समय गंवाए आपको बताते हैं कि चार इंग्रीडिएंट से चॉकलेट ट्रफल्स कैसे बनाया जा सकता है और इसके लिए कौन-कौनसी चीजों की जरूरत होती है।
सामाग्री
ट्रफल के लिए एक कैन गाढ़ा दूध
1/4 कप कोको पाउडर
1 बड़ा चम्मच बटर
100 ग्राम डार्क चॉकलेट
डेकोरेशन के लिए चॉकलेट स्प्रिंकल्स कोको पाउडर और कोकोनट शैविंगज
विधि---
चॉकलेट बनाने की विधि में डार्क चॉकलेट को पिघलाने के लिए डबल बाउल मेल्टिंग टेक्निक का इस्तेमाल करें और इसे पिघालकर एक तरफ रख दें। अगले स्टेप में एक पैन में गाढ़ा दूध और बटर डालें। पैन को धीमी आंच पर रखें और बटर के पिघलने तक इसे जारी रखें. इस मिश्रण में कोको पाउडर को पिघली हुई चॉकलेट के साथ मिलाएं. कम से कम 15 मिनट के लिए सभी सामग्रियों को एक साथ लगातार फेंटते रहें।
अगले स्टेप में बटर से एक प्लेट ग्रेसी करके 30 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें. ऐसा होने तक ट्रफल मिश्रण को ठंडा होने दें. एक बार जब रूप टेम्परेचर तक पहुंच जाए तब मिश्रण की बॉल बनाकर अपनी पसंद की डेकोरेशन के लिए तैयार कर सकते हैं। चॉकलेट ट्रफल बनाने का यह सबसे आसान तरीका है. चॉकलेट को ज्यादा टेस्टी बनाने के लिए आपको जो फ्लेवर पसंद है, एक लेयर उसकी एड कर सकते हैं. आप इसे और ज्यादा चॉकलेटी बनाना चाहते हैं तो इस पर थोड़ा कोको पाउडर छिड़क दें। यदि आप नारियल के साथ चॉकलेट कॉम्बिनेशन को पसंद करते हैं तो बॉल्स को कोकोनट शैविंगज में रोल करें और अपने पसंद के चॉकलेट का आनंद लें. इस तरह से आप चॉकलेट बनाकर तैयार सकते हैं और इसे गिफ्ट कर सकते हैं। - सीने में जलन एक आम समस्या है, जो लगभग हर किसी को होती ही है। दरअसल, यह समस्या आमतौर पर तब होती है जब लोग ज्यादा मसालेदार और तला हुआ भोजन करते हैं। इसके अलावा पेट में एसिड बनने की स्थिति में भी कई बार सीने में जलन की समस्या हो जाती है। खासकर खाना खाने के बाद या रात के समय सीने में जलन जैसा दर्द होता है। कभी-कभी ऐसा होता है कि लेटने या झुकने पर दर्द और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से इंसान न कुछ काम कर पाता है और न ही चैन से कहीं बैठ या सो ही पाता है।फायदेमंद है अदरकअदरक को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। सीने में जलन की समस्या में भी यह काफी कारगर नुस्खा है। जब भी खाना खाने के बाद आपके सीने में जलन हो, तो अदरक को चबाकर खाएं या उसकी चाय बनाकर भी पी सकते हैं। इससे काफी राहत मिलेगी।ठंडा दूध दिलाता है राहतदूध को तो वैसे शरीर के लिए फायदेमंद माना ही जाता है, यह सीने में जलन दूर करने के लिए भी कारगर उपायों में से एक है। इसके लिए आप एक गिलास ठंडे दूध का सेवन करें या उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर भी पी सकते हैं। इससे सीने में जलन की समस्या में काफी आराम मिलेगा।आंवला भी दे सकता है राहतआंवले का सेवन आपको कई तरह की बीमारियों से बचा सकता है। यह सीने में जलन दूर करने के प्रभावी उपायों में से एक है। इसके लिए आप कच्चा आंवला भी खा सकते हैं या सबसे बेहतर होगा कि आप आधा चम्मच आंवले के चूर्ण को एक गिलास पानी के साथ ले लें। यह आपके सीने की जलन को तुरंत शांत कर सकता है।केला भी है फायदेमंदकेला एक बहुत ही गुणकारी फल है, जो सीने में जलन को शांत करने में सहायता करता है। इसलिए जब भी आपको सीने में जलन की समस्या हो तो तुरंत केले का सेवन करें। इससे आपके सीने की जलन शांत होगी और आप राहत महसूस करेंगे।
- हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हैं तो 30 मिनट की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें। यह वॉक से भी ज्यादा असरदार है। यह दावा कनाडा की एक यूनिवर्सिटी ने किया है। वैज्ञानिकों का कहना है, स्ट्रेचिंग और वॉक का हाई ब्लड प्रेशर पर कितना असर पड़ता है, यह रिसर्च के जरिए जानने की कोशिश की गई है।वैज्ञानिकों के मुताबिक, रिसर्च के दौरान हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे 40 मरीजों के दो ग्रुप बनाए गए। एक ग्रुप को वॉक और दूसरे को स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने को कहा गया। रिसर्च में सामने आया कि ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में वॉक से ज्यादा स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज असरदार रही।फिजिकल एक्टिविटी एंड हेल्थ जर्नल में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, जब इंसान स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करता है तो मसल्स से लेकर धमनियों तक असर होता है। यह मांसपेशियों की अकड़न को दूर करती है। इनमें ब्लड का फ्लो बेहतर होता है।रिसर्च में दावा किया गया है कि अगर आप चर्बी को घटाना चाहते हैं तो वॉक बेहतर विकल्प है। रिसर्च के दौरान सामने आया कि जिन लोगों ने वॉक की उनका वजन स्ट्रेचिंग करने के मुकाबले अधिक घटा। वैज्ञानिकों का कहना है, खुद को रिलैक्स करने के लिए सोफे की बजाय जमीन पर बैठें और टीवी देखते हुए भी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं।ब्लड प्रेशर के डर को ऐसे समझेंमेडिकल न्यूट्रशीनिस्ट डॉ बिस्वरूप राय चौधरी का कहना हैं कि ब्लड प्रेशर बीमारी नहीं, यह शरीर में होने वाले नकारात्मक बदलाव का एक लक्षण है। इसे काबू करने के दो फॉर्मूले हैं। पहला, अपनी रोज के खाने में 50 फीसदी फल और कच्ची सब्जियां खाएं। दूसरा, नमक और तेल से दूर रहें। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि एक पेशेंट जैसे ही डॉक्टर को देखता है उसका बीपी बढ़ना शुरू हो जाता है। जैसे वह हॉस्पिटल से बाहर आता है, बीपी सामान्य होना शुरू हो जाता है। मेडिकल भाषा में इसे ‘व्हाइट कोट सिंड्रोम’ कहते हैं। दवा लेने वाले 80 फीसदी मरीजों में यह सिंड्रोम देखा गया है। ऐसे मरीजों को दवा की इतनी जरूरत नहीं होती। इस तरह बीपी केवल कुछ समय के लिए अचानक बढ़ता है।
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नीम अनमोल है। आप जब भी आप अपने बाल संवारते हैं और एक साथ कई बाल आपके हाथ में आ जाते हैं तो आपका दुखी होना स्वाभाविक है। अपने झड़ते बालों को देखकर भी के मन में यह खयाल आता है कि काश कोई ऐसा तरीका होता, जिसके जरिए हम अपने बालों का झडऩा रोक पाते।
-कई लोग दुखी होकर केमिकल प्रॉडक्ट्स की तरफ मुड़ जाते हैं। उन्हें उम्मीद होती है कि शायद वहां उनकी समस्या का कोई समाधान उन्हें मिल जाएगा। लेकिन अफसोस ज्यादातर केसेज में रिजल्ट सिर्फ परेशानी बढ़ानेवाला होता है। इसलिए आज हम आपके लिए यहां एक ऐसा देसी नुस्खा लेकर आए हैं, जिसे सुंदर और घने बालों के लिए हमारी पुरानी पीढिय़ां उपयोग किया करती थीं।
सिर्फ 10 से 15 पत्तियां चाहिए
-जब भी नीम की पत्तियों से बाल धोने की बात आती है जो ज्यादातर लोगों को लगता है कि पता नहीं इतनी ढेर सारी पत्तियां हम कहां से लेकर आएंगे। लेकिन आप बिल्कुल परेशान ना हों। बालों को धोने का पानी तैयार करने के लिए आपको नीम की सिर्फ 10 से 15 पत्तियां चाहिए।
-समस्या यह है कि हमारे यहां लोगों को नुस्खा तो पता होता है। लेकिन उसी नुस्खे से कम मेहनत के साथ अधिक लाभ कैसे पाया जाए इस बारे में ज्यादातर लोग जानते नहीं हैं।
इस तरह तैयार करें पानी
-नीम की 10 से 15 पत्तियां लेकर पहले उन्हें धो लें। इसके बाद एक बर्तन में एक बड़ा गिलास पानी लेकर गर्म होने के लिए रख दें। जब पानी गर्म हो जाए तो उसमें नीम की पत्तियां डाल दें और धीमी गैस पर इस पानी को पकने दें।
-आप पानी को तब तक पकाएं जब तक यह आधा ना हो जाए। पानी जब आधा रह जाए तो गैस बंद कर दें और पानी को ठंडा होने दें। इस पानी को छानने के बाद आप शैंपू के दौरान इस आधा-पौना गिलास पानी का उपयोग करें। ध्यान रखें कि इस थोड़े-से पानी को आपको बाल्टीभर पानी में नहीं मिलाना है।
यह है नीम का पानी उपयोग करने की सही विधि
-नीम की पत्तियों से बाल धोने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप शैंपू के दौरान जितने भी पानी का उपयोग करें, वह पूरा का पूरा नीम की पत्तियों का पानी होना चाहिए।
-बल्कि पूरी तरह शैंपू करने के बाद आपको नीम की पत्तियों का एक मग पानी अपने बालों पर उपयोग करना होता है। ताकि नीम के गुणों आपके सिर की त्वचा और बालों को पोषण दे सकें। इसके बाद आपको अन्य पानी या शैंपू का उपयोग नहीं करना होता है।
फेंके नहीं पत्तियों को
-नीम के पानी को छानने के बाद बची हुई पत्तियों को फेंके नहीं। बल्कि इन्हें मैश करके यानी मसलकर अपने चेहरे पर लगा लें। इन पत्तियों में बहुत गुण होते हैं। ये आपके चेहरे पर दाने, घमौरी और वाइट तथा ब्लैकहेड्स जैसी समस्याओं को होने से रोकती हैं। आप चाहें तो इन पत्तियों का उपयोग अपने फेस पैक को तैयार करने में भी करत सकते हैं। इन्हें बेसन या चंदन पाउडर में मिक्स करके फेस पैक बना लें।
इतनी बार करें उपयोग
-नीम बालों को या सिर की त्वचा को बिल्कुल नुकसान नहीं करता है। इसलिए आप अपनी सुविधा के अनुसार इसका उपयोग कर सकते हैं। हालांकि सुंदर और घने बालों के लिए सप्ताह में कम से कम 2 बार इस पानी से बाल जरूर धोएं।
-नीम में औषधीय गुणों के अतिरिक्त ऐंटिफंगल, ऐंटिबैक्टीरियल और ऐंटिवायरल गुण होते हैं। यह बालों की जड़ों में डैंड्रफ, फंगस और अधिक तेल आने की समस्या को रोकता है। यह बालों में पिग्मेंटेनश को भी रोकता है। उनकी चमक को बनाए रखता है और उनके प्राकृतिक रंग को बरकरार रखने में सहायता करता है।
जरूर बरतें ये सावधानी
-नीम के पानी का उपयोग करते समय इस बात का ध्यान रखें कि यह पानी आपकी आंखों में ना जाए। हालांकि यह आंखों के लिए खतरनाक नहीं होता है लेकिन आंखों में जलन पैदा कर सकता है। इसलिए किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए बेहतर है कि आप इस पानी का उपयोग करते समय थोड़ी-सी सतर्कता रखें। - एक उम्र के बाद अधिकांश लोगों को घुटने की समस्या हो जाती है। कई बार गलत आदतों की वजह से कम उम्र में ही ऐसी समस्या उत्पन्न होने लगती है। ऐसे में सीढिय़ों से उतरने या चढऩे में घुटने चटकने लगते हैं। कुछ लोग इसे बुढ़ापे की समस्या मान रहे हैं, जो गलत है। अपनी कुछ आदतें सुधार कर आप इस समस्या से बच सकते हैं।घुटने का रोग गलत फुटवियर, खानपान, चाल और अधिक वेट के कारण कभी भी किसी भी उम्र में हो सकती हैं। इतना ही नहीं विटामिन और मिनिरल्स की कमी इन बीमारियों को और बढ़ावा देती है। इतना ही नहीं बहुत ज्यादा दौडऩा भी इसके लिए जिम्मेदार होने लगा है।हाई हील्स बंद कर दें पहनानाहाई हील्स घुटने को खराब करने का बहुत बड़ा कारण है। फैशन और खुद को स्टाइलिश बनाने के लिए अगर आप हील्स ज्यादा पहनती हैं तो जान ले ये आपके घुटने के दर्द के लिए न्योता है। हाई हील के कारण कमर पर चर्बी बढ़ती और इससे घुटनों पर अतिरिक्त भार पड़ता है। इतना ही नहीं कई बार हील्स के कारण सही चाल नहीं बनती और इसका असर घुटनों पर होता है।ट्रेडमील पर ज्यादा दौडऩाअगर आप जिम प्रेमी हैं और ट्रेडमील पर आपको बहुत दौडऩे का शौक है तो संभल जाएं। ज्यादा दौडऩा वह भी ट्रेडमील पर सही नहीं होता, क्योंकि जब पैर मशीन पर फैला कर दौड़ा जाता है तो इससे घुटनों पर असर ज्यादा होता है, क्योंकि इससे घुटने की त्रिकोण वाली हड्डी पर दबाव पड़ता है। इतना ही नहीं इससे घुटने के कार्टिलेज घिसने लगते हैं।गलत पॉश्चरगलत तरीके से केवल चलना या गलत फुटवियर को पहनना ही घुटने को खराब करता बल्कि आपके गलत तरीके से खड़े रहा, उठना-बैठना भी इसके लिए जिम्मेदार है। पैर पर पैर चढ़ा कर बैठना इसका बड़ा कारण होता है। इतना ही नहीं अगर आप भारी वेट उठाते हैं तो ये आदत बदल दें। क्योंकि इससे घुटने तेजी से खराब हो सकते हैं।एक्सरसाइज की धुन, मोटापाकई बार किसी को एक्सरसाइज की धुन सवार होती है। ऐसा कर के वह अपने घुटने को खराब करने का काम कर रहे होते हैं। दरअसल ज्यादा एक्सरसाइज में पैरों को मूवमेंट ज्यादा होने लगता है। इससे घुटनों के आस-पास की मसल्स पर बुरा असर पड़ता है और वो क्षतिग्रस्त होने लगते हैं। इसके अलावा अगर आपका वेट ज्यादा है तो इसका सीधा असर आपके घुटने पर ही पडऩे वाला है। इससे जोड़ों में दर्द या मांसपेशियों में दर्द होने लगता है।
- घनी और मोटी आइब्रोज हमारे चेहरे पर चार चांद लगा देते हैं। कई लोगों के मुंह से आपने सुना भी होगा कि मोटी आइब्रोज से शेप अच्छी आती है। आइब्रोज के शेप अच्छा होने से हमारा चेहरा काफी खिला-खिला सा लगता है। अगर आप भी अपने आइब्रोज के बाल घने करना चाहती हैं, तो नारियल तेल का इस्तेमाल करें।नारियल तेल ना सिर्फ आपके सिर के बालों की खूबसूरती बढ़ाते हैं, बल्कि आपकी आइब्रोज के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। नारियल तेल में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो आपकी स्किन और बालों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण और पोषक तत्व होते हैं, जो स्किन और बालों के लिए फायदेमंद हैआइब्रोज बालों के टूटने से करता है बचावक्या आपके आइब्रोज के बाल टूटते हैं? अगर हां, तो अपने आइब्रोज पर नारियल तेल का इस्तेमाल करें। इसके इस्तेमाल से आपके आइब्रोज के बाल टूटेंगे नहीं। कई स्किन एक्सपर्ट का मानना है कि नारियल तेल से आइब्रोज पर मसाज करने से आपके आइब्रोज के बाल टूटते नहीं हैं।आइब्रोज होती हैं घनीनारियल तेल आइब्रोज को मॉइश्चराइज करता है। यह आंखों के लिए भी काफी अच्छा साबित हो सकता है। आंखों के आसपास नारियल तेल लगाना सुरक्षित माना जाता है। क्योंकि यह बाजार के अन्य सीरम और क्रीम की तुलना में अधिक सुरक्षित होता है। नारियल तेल में किसी तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। अगर आप अपने आइब्रोज को घना करना चाहते हैं, तो चेहरा धोने के बाद नारियल तेल का इस्तेमाल अपने आइब्रोज पर जरूर करें। इसके साथ ही मेकअप हटाने के बाद भी नारियल तेल से आइब्रोज पर हल्के हाथों से मसाज करें। इससे आपके आइब्रोज घने होंगे। आइब्रोज के आसपास नारियल तेल लगाने से डार्क सर्कल और झुर्रियां होने की संभावना काफी कम होती है।थ्रेडिंग के बाद नारियल तेल के इस्तेमाल से जलन होता है कमथ्रेडिंग कराते समय अगर आपको कट लग जाता है, तो नारियल तेल आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। थ्रेडिंग कराने से पहले अपनी स्किन को अच्छे से साफ करें। इसके साथ ही थ्रेडिंग कराने से पहले कभी भी क्रीम या मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल ना करें। इससे आपकी स्किन पर थ्रेड कट लगने का खतरा रहता है। थ्रेडिंग करते समय आपकी स्किन ड्राई होनी चाहिए। इससे धागा आइब्रोज से फिसलता नहीं है। लेकिन अगर आपको थ्रेड की वजह से कहीं कट लगा है, तो उस स्थान पर तुरंत नारियल का तेल लगाएं। इससे आपका काफी ज्यादा फायदा होगा। कट लगने के बाद स्किन को नारियल तेल से मॉइस्चराइज करने से आपकी स्किन में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। यह एक जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर तेल है।नारियल तेल के इस्तेमाल से स्किन लंबे समय तक रहती है मॉइश्चराइजनारियल तेल हमारे लिए नैचुरल मॉइस्चराइजर की तरह कार्य करता है। सर्दियों में नारियल तेल के इस्तेमाल से हमारी स्किन ड्राई नहीं होती है। आइब्रो के चारों ओर रुसी या स्किन निकलने की परेशानी से छुटकारा दिलाने में नारियल तेल आपकी मदद कर सकता है। नारियल तेल भौंंहो पर लगाने से आइब्रोज की कई समस्याओं से राहत मिलती है।